Punjab State Board PSEB 5th Class Hindi Book Solutions Chapter 1 जब बोलो (कविता) Textbook Exercise Questions and Answers.
PSEB Solutions for Class 5 Hindi Chapter 1 जब बोलो (कविता) (2nd Language)
Hindi Guide for Class 5 PSEB जब बोलो Textbook Questions and Answers
जब बोलो (कविता) अभ्यास
नीचे गुरुमुखी और देवनागरी लिपि में दिये गये शब्दों को पढ़ो और हिंदी शब्दों को लिखने का अभ्यास करो-
- भिमती = मिसरी
- वप्ले = बोलो
- मच = सच
- भठ = मन
नीचे एक ही अर्थ के लिए पंजाबी और हिंदी भाषा में शब्द दिये गये हैं। इन्हें ध्यान से पढ़ो और हिंदी शब्दों को लिखो-
- व = झुक
- ताहां = गाँठें
सही शब्द चुनकर वाक्य पूरे करो
- हमें ………………………….. बोलना चाहिए। (रोकर/ हँसकर)
- हमारी बातचीत में ………………………….. होनी चाहिए। (मिठास/ कड़वाहट)
- हमें सदा ………………………….. बोलना चाहिए। (सच/ झूठ)
- हमें ………………………….. अपनी बात कहनी चाहिए। (जल्दी-जल्दी/ सोच-समझकर)
- हमें अपनी बात ………………………….. कहनी चाहिए। (अकड़कर/ झुककर)
उत्तर :
- हँसकर
- मिठास
- सच
- सोच – समझकर
- झुककर।
तुक मिलाओ
- जब = …………………………..
- सच = …………………………..
- झुक = …………………………..
- बोलो = …………………………..
उत्तर :
- जब – तब।
- सच – सच।
- झुक – रुक।
- बोलो – तोलो।
पढ़ो और समझो
- हँस + कर = हँसकर
- झुक + कर = झुककर
- रुक + कर = रुककर
- सोच + समझ + कर = सोच-समझकर
वाक्य बनाओ
- मिसरी-सी
- सच-सच
- रच-रच
- मन की गाँठें
उत्तर :
- मिसरी – सी – कोयल की मीठी कूक कानों में मिसरी – सी घोलती है।
- सच – सच – सच – सच बताओ, कल तुम कहाँ थे ?
- रच – रच – कभी न बातें रच – रच बोलो।
- मन की गाँठे – हँस – हँस कर अपने मन की गाँठे खोलो।
रचनात्मक अभिव्यक्ति
चित्र देखकर दिए गए शब्दों की सहायता से वाक्य पूरे करो-
आदर बुरी रोकर मिलजुलकर
- ऊँची आवाज़ में चीखकर बोलना ………………………….. आदत है।
- हमें आपस में ………………………….. रहना चाहिए।
- ………………………….. अपनी बात कहने वाले बच्चे किसी को नहीं भाते।
- हमें बड़ों का ………………………….. करना चाहिए।
उत्तर :
- बुरी
- मिल – जुलकर
- रोकर
- आदर।
बहुवैकल्पिक प्रश्न
प्रश्न 1.
‘बोलो’ की तुकबन्दी करते हुए शब्द मिलाएं, सही पर गोला लगाओ।
‘तोलो’ सुनो, बुलाओ, भलो
उत्तर :
तोलो
प्रश्न 2.
‘जब’ की तुकबन्दी करते हुए शब्द मिलाएं, सही पर गोला लगाओ।
तब, आब, साहब, ताब
उत्तर :
तब
प्रश्न 3.
‘सच’ की तुकबन्दी करते हुए शब्द मिलाएँ आज, राज, बच, बचना
उत्तर :
बच।
जब बोलो (कविता) Poems
1. जब बोलो, तब हँस कर बोलो,
बातों में मिसरी-सी घोलो।
जब बोलो, तब सच-सच बोलो,
कभी न बातें रच-रच बोलो।
शब्दार्थ –
मिसरी – सी = मिश्री जैसी, मिठास।
सच – सत्य।
रच – रच कर = बना – बना कर।
सरलार्थ – प्रस्तुत पंक्तियों में कवि बच्चों को वाणी में मधुरता और सत्यनिष्ठा को अपनाने की प्रेरणा देते हुए कहता है कि जब भी बोलो तब हँसहँस कर बात करो। मुस्कुरा कर बातें करनी चाहिएं ताकि सुनने वाले को अच्छा लगे। तुम्हारी बातों में मिठास होनी चाहिए। जब भी किसी से बात करो तो सच – सच बोलो कभी भी बना – बना कर बात नहीं करनी चाहिए।
2. जब बोलो, तब झुक कर बोलो,
सोच समझ कर, रुक कर बोलो।
हँस कर मन की गाँठे खोलो,
जब बोलो, तब हँस कर बोलो।
शब्दार्थ – झुककर = विनम्रता से। रुक कर = धीरे – धीरे, शांति से। हँस कर =मुस्करा कर। मन की गाँठें = मन के भेद।
सरलार्थ प्रस्तुत पंक्तियों में कवि बच्चों को विनम्रता और मधुरता को अपनाने की प्रेरणा देते हुए कहता है कि जब भी बोलो विनम्रता से बोलो, बात को सुन कर, सोच – समझकर और धीरे – धीरे, शांत भाव से बोलो। मन पर पडी दविधा की गाँठों को, परतों को, भेदों को, हँसकर खोलना चाहिए। मधुर वाणी बोलनी चाहिए। जब भी बोलो हँसकर बात करनी चाहिए।
जब बोलो (कविता) शब्दार्थ – Meanings
- मिसरी = चीनी से बनी वस्तु
- मिसरी-सी = मिठास से भरी हुई
- रच-रच बोलना = अपने आप बात बनाकर कहना
- मन की गाँठ = मन में छिपी बात