This PSEB 7th Class Computer Notes Chapter 3 स्टोरेज डिवाइसज़ will help you in revision during exams.
PSEB 7th Class Computer Notes Chapter 3 स्टोरेज डिवाइसज़
जान पहचान : स्टोरेज डिवाइस वह यन्त्र होता है जिसका प्रयोग जानकारी संभालने के लिए किया जाता है। हमारे पास बहुत से ऐसे यन्त्र उपलब्ध हैं जिनका प्रयोग हम अपनी आवश्यकता अनुसार डाटा स्टोर करने के लिए कर सकते हैं।
मैमरी का प्रयोग :
कम्प्यूटर में डाटा स्टोर करने के लिए मैमरी का प्रयोग होता है। इसमें डाटा तथा निर्देश स्टोर करके रखे जाते हैं ताकि उन्हें प्रोसैस किया जा सके। कम्प्यूटर डाटा को डिजीटल फारमेट में स्टोर करता है।
मैमरी की किस्में : कम्प्यूटर का वह स्थान जहां पर डाटा स्टोर किया जाता है उसको मैमरी कहते हैं। मैमरी एक प्रकार की इलैक्ट्रॉनिक चिप होती है। इसकी भण्डारण क्षमता अलग-अलग होती है। मैमरी दो प्रकार की होती है-
1. प्राइमरी मैमरी : यह मुख्य मैमरी होती है जो सी.पी.यू. के साथ सीधे तौर पर जुड़ी होती है। यह बहुत महंगी होती है। RAM तथा ROM इसकी किस्में हैं।
प्राइमरी मैमरी की किस्में : प्राइमरी मैमरी दो प्रकार की होती है –
1. RAM : RAM का पूरा नाम Random Access Memory है। इसको पढ़ने तथा लिखने दोनों के लिए प्रयोग किया जा सकता है।
2. ROM: ROM का पूरा नाम Read only Memory है। इसका प्रयोग सिर्फ पढ़ने के लिए ही किया जाता है। इस पर लिखना सम्भव नहीं।
2. सैकेण्डरी मैमरी : यह मैमरी वह मैमरी होती है जो सीधे रूप से कम्प्यूटर से जुड़ी नहीं होती। यह बाहरी मैमरी होती है। इसका प्रयोग कम्प्यूटर से अलग करके भी किया जा सकता है। फ्लापी डिस्क, हार्ड डिस्क, पैन ड्राइव आदि इसकी किस्में होती हैं। सैकेण्डरी मैमरी की किस्में : सैकेण्डरी मैमरी निम्न प्रकार की होती है –
1. हार्ड डिस्क : इसका प्रयोग भी डाटा स्टोर करने के लिए किया जाता है। यह पक्के तौर पर कम्प्यूटर में लगी होती है। हार्ड डिस्क में फ्लापी डिस्क से ज़्यादा डाटा स्टोर किया जा सकता है।
2. एक्सटरनल हार्ड डिस्क ड्राइव :
एक्सटरनल हार्ड डिस्क एक स्टोरेज डिवाइस है। जिसका प्रयोग ज्यादा डाटा को स्टोर करने के लिए किया जाता है, ताकि उसे दूसरे कम्प्यूटर तक आसानी से भेजा जा सके। यह एक पोर्टेबल स्टोरेज डिवाइस होता है। इसकी स्टोरेज क्षमता हार्ड डिस्क जैसी ही होती है। इसको कभी भी कम्प्यूटर से हटाकर कहीं भी रखा जा सकता है। इसको कम्प्यूटर से USB द्वारा जोड़ा जाता है। यह प्रयोग में काफ़ी आसान होती है। इसका प्रयोग अक्सर बैकअप लेने के लिए किया जाता है।
एक्सटरनल हार्ड डिस्क ड्राइव के लाभ-
- यह पोर्टेबल होती है।
- इसे आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाया जा सकता है।
- यह पल्ग एंड प्ले आधार पर कार्य करता है।
- इसके द्वारा काफी बैकअप लिया जा सकता है।
- इसमें डाटा सुरक्षित रखा जा सकता है।
3. फ्लापी डिस्क : यह एक प्लास्टिक की डिस्क होती है। इसमें डाटा स्टोर कर कहीं भी ले जाया जा सकता है। इसमे रखा डाटा जल्दी ही नष्ट हो जाता है।
4. मैगनैटिक टेप : यह एक सिक्यूएशनल स्टोरेज माध्यम है। इसका प्रयोग बैकअप रखने के लिए किया जाता है। यह टेप प्लास्टिक से बनी होती है जिस पर फैरोमैगनेटिक की कोटिंग होती है। इस पर डाटा स्टोर करना सस्ता होता है। यह विभिन्न आकार, शक्ल आदि की आती है। इसकी सबसे बड़ी कमज़ोरी इसका क्रमवार होना है। आखिरी रिकार्ड के लिए पहले सभी रिकार्ड को पढ़ना पडता है।
5. CD-ROM : CD-ROM का पूरा नाम Compact Disk Read Only Memory है। यह एक चमकदार डिस्क होती है जो डाटा स्टोर करने के काम आती है। इसमें भी बड़ी मात्रा में डाटा स्टोर किया जा सकता है।
6. DVD : DVD का पूरा नाम Data Video Disk है। इसमें CD के मुकाबले ज्यादा डाटा स्टोर किया जा सकता है। इसमें हम फिल्में, तस्वीरें, चित्र, आवाजें आदि स्टोर कर सकते हैं।
7. पैन ड्राइव : पैन ड्राइव सैकेंडरी स्टोरेज डिवाइस है जिसका प्रयोग डाटा को एक कम्प्यूटर से दूसरे कम्प्यूटर तक पहुंचाने के लिए प्रयोग किया जाता है। यह एक पोर्टेवल स्टोरेज डिवाइस है।
8. मैमरी कार्ड : मैमरी कार्ड एक स्टोरेज मीडिया है। इसका प्रयोग डिजीटल कैमरा, हैंड हैल्ड कम्प्यूटर, MP3 प्लेयर, फोन, गेम, प्रिंटर आदि में किया जाता है। इनको फ्लैश मैमरी कार्ड भी कहा जाता है। इनका प्रयोग करने के लिए मैमरी कार्ड रीडर का प्रयोग किया जाता है। इनकी क्षमता विभिन्न होती है। इनमें किसी भी प्रकार का डाटा स्टोर किया जा सकता है।