PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 17 हमारे त्योहार

Punjab State Board PSEB 3rd Class Hindi Book Solutions Chapter 17 हमारे त्योहार Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 17 हमारे त्योहार

Hindi Guide for Class 3 PSEB हमारे त्योहार Textbook Questions and Answers

अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर

I. बताओ

1. सर्दी में हम कैसे कपड़े पहनते हैं ?
उत्तर-
सर्दी में हम ऊनी तथा गर्म कपड़े पहनते

2. लोहड़ी का त्योहार किस मास में आता है ?
उत्तर-
लोहड़ी का त्योहार माघ महीने के आरम्भ में आता है।

3. आप होली कैसे मनाते हो ?
उत्तर-
हम एक-दूसरे पर गुलाल लगाकर होली का त्योहार मनाते हैं।

4. वैशाखी आने पर किसान खुश क्यों हो जाता है ?
उत्तर-
वैशाखी आने पर किसान इसलिए खुश हो जाता है कि अब उसे फसलों की रखवाली नहीं करनी पड़ेगी।

5. आप राखी का त्योहार कैसे मनाते हो ?
उत्तर-
हम अपनी बहनों से अपनी कलाइयों पर राखी बंधवा कर राखी का त्योहार मनाते हैं।

6. दीवाली पर आप क्या-क्या करते हो ?
उत्तर-
दीवाली पर हम नए-नए कपड़े पहनते हैं, मिठाइयाँ खाते हैं और पटाखे चलाते हैं।

II. कविता की पंक्तियाँ पूरी करो

मौसम बदले ………………. |
हर मौसम लाए ………………. |
अब देखो आई …………. |
फसलों की अब निपटी. ……….. |
छुट्टियों में फिर मौज ………………. |
नये साल की दी ………………. |
उत्तर-
(i) मौसम बदले बारम्बार।
(ii) हर मौसम लाए त्योहार।
(iii) अब देखो आई वैशाखी।
(iv) फसलों की अब निपटी राखी। ..
(v) छुट्टियों में फिर मौज उड़ाई।
(vi) नये साल की दी बधाई।

III. वाक्यों में प्रयोग करो

मास = ………………………………
परीक्षा = ………………………………
राखी = ………………………………
सजीली = ………………………………
रंग-बिरंगी = ………………………………
उत्तर –
(i) मास = जनवरी मास में बहुत सर्दी पड़ती है।
(ii) परीक्षा = मेरी वार्षिक परीक्षा आने वाली है।
(iii) राखी = सावन महीने में राखी का त्योहार आता है।
(iv) सजीली = बहन सजीली राखी लेकर आई।
(v) रंग-बिरंगी = रंग-बिरंगी होली आई लेकर खुशियाँ अपार।

IV. विलोम शब्द लिखो

दिन = ………
सर्दी = ………
सच = ………
जीत = ………
नया = ………
आगे = ………
उत्तर
(i) दिन = रात।
(ii) सर्दी = गर्मी।
(iii) सच = झूठ।
(iv) जीत = हार।
(v) नया = पुराना।
(vi) आगे = पीछे।

V. अन्तर समझो

राखी – मेरी बहन राखी लाई है। (बहन द्वारा भाई को बाँधे जाने वाला सूत्र, धागा।)
फसलों की राखी समाप्त हो गयी है (रक्षा)
सिर – मेरे सिर में दर्द है। (शरीर का एक भाग) मेरी परीक्षा सिर पर है। (निकट)
सदा – सच बोलो।
आप सचमुच आ गए।
पूरी – मैं पूरी खाऊँगा।
मैंने अपनी तैयारी पूरी कर ली है।
बदला – मैंने उससे बदला लिया।
हमने अपना मकान बदला। उपरोक्त शब्दों में एक से अधिक अर्थ पाए जाने के कारण इन्हें भिन्नार्थक शब्द कहा जाता है।

VI. समान अर्थ वाले शब्द मिलाओ

मास – वर्ष।
परीक्षा – तोहफा।
जीत – महीना।
साल – इम्तिहान।
उपहार – विजय।
उत्तर-
(i) मास – महीना।
(ii) परीक्षा – तोहफा।
(iii) जीत – विजय।
(iv) साल – इम्तिहान।
(v) उपहार – तोहफा।

VII. करो

1. अपने अध्यापक की सहायता से सभी देशी महीनों के नाम लिखो।
2. देशी महीनों के साथ-साथ चलने वाले अंग्रेज़ी महीनों के नाम लिखो।
3. दिनों के नाम लिखो।
निर्देश-विद्यार्थी उपरोक्त तीनों कार्यों के लिए अपने अध्यापक की सहायता लें।
4. त्योहारों के नाम ढूँढकर लिखो
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 17 हमारे त्योहार 1
उत्तर-
(i) लोहड़ी
(ii) राखी
(iii) क्रिसमिस
(iv) गुरुपर्व
(v) तीज
(vi) दीवाली
(vii) होली
(viii) दशहरा
(ix) ईद
(x) हई

हमारे त्योहार Summary & Translation in Hindi

पद्यांशों के सरलार्थ

1. बदले दिन फिर बदले रात,
बदले मास और बदले वार।
मौसम बदले बारम्बार,
हर मौसम लाए त्योहार।

सरलार्थ-
प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी हिन्दी पाठ्यपुस्तक से कविता ‘हमारे त्योहार’ से ली गई हैं। इसमें कवि ने प्रत्येक मौसम में आने वाले त्योहारों के बारे में बताया है। कवि कहता है कि दिन बदलते हैं और रातें बदलती हैं। इनके बदलने से सप्ताह और महीने बदलते जाते हैं। इसी प्रकार बार-बार मौसम बदलते हैं और हर मौसम त्योहार लेकर आता है। भावार्थ-कवि के विचारानुसार प्रत्येक मौसम में कोई न कोई त्योहार आता है।

2. पौष मास में सर्दी आयी,
ऊनी कपड़े पहनो भाई।
माघ मास में आगे-आगे,
लोहड़ी रानी दौड़ी आयी।

सरलार्थ-
प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी हिन्दी पाठ्यपुस्तक से कविता ‘हमारे त्योहार’ से ली गई हैं। इसमें कवि ने प्रत्येक मौसम में आने वाले त्योहारों के बारे में बताया है। कवि कहता है कि पौष मास आने पर सर्दी का मौसम आ जाता है। इस मौसम में ऊनी कपड़े पहनने चाहिएं। पौष मास के बाद माघ महीने के आते ही ‘लोहड़ी’ का त्योहार आ जाता है।

3. फाल्गुन आया, होली आयी,
रंग-बिरंगी खूब मनायी।
अरे परीक्षा सिर पर आयी,
चुपके से फिर गर्मी आयी॥

सरलार्थ-प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी हिन्दी पाठ्यपुस्तक से कविता ‘हमारे त्योहार’ से ली गई हैं। इसमें कवि ने प्रत्येक मौसम में आने वाले त्योहारों के बारे में बताया है। कवि बताता है कि फाल्गुन का महीना रंगों का त्योहार होली लेकर आता है। हम सब रंगों से भरे इस त्योहार को मनाते हैं। इसके साथ ही हमारी परीक्षा भी आ जाती है और परीक्षा के चलते-चलते धीरे-धीरे गर्मी का मौसम भी चला आता है।

4. अब देखो आयी वैशाखी,
फसलों की निपटी अब राखी।
हुआ दाखिला, छुट्टी पायी,
पूरी गर्मी मौज मनायी॥

सरलार्थ-प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी हिन्दी पाठ्यपुस्तक से कविता ‘हमारे त्योहार’ से ली गई हैं। इसमें कवि ने प्रत्येक मौसम में आने वाले त्योहारों के बारे में बताया है। कवि बताता है कि अब देखो गर्मी के आते ही वैशाखी का त्योहार आ गया। इस त्योहार के आते ही किसानों की अब फसलों की रखवाली का काम भी पूरा हो गया। अब स्कूलों में
नई कक्षा में दाखिला भी हो गया और छुट्टियाँ पाकर पूरी गर्मियों में मौज-मस्ती की। विशेष-कवि ने वैशाखी के त्योहार और गर्मियों के आनन्द का वर्णन किया है।

5. रिमझिम-रिमझिम वर्षा आयी,
सावन का उपहार है लायी।
भादों में प्रिय बहना आयी,
संग सजीली राखी लायी॥

सरलार्थ-प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी हिन्दी पाठ्यपुस्तक से कविता ‘हमारे त्योहार’ से ली गई हैं। इसमें कवि ने प्रत्येक मौसम में आने वाले त्योहारों के बारे में बताया है। कवि बताता है कि गर्मियों के बाद अब बरसात का मौसम आ गया है। रिमझिमरिमझिम करती वर्षा की बूंदें पड़ रही हैं। यह वर्षा सावन के महीने का एक सुन्दर तोहफा है। सावन के बाद भादों का महीना आ गया है। इस मौसम में राखी का सुन्दर त्योहार आया है। बहन अपने साथ सुन्दर सजी हुई राखी लेकर आयी है।

6. फिर दशहरा, दीवाली आयी,
सच की जीत, हुई रे भाई।
सबने मिलकर की सफाई,
घर-घर बँटी खूब मिठाई।

सरलार्थ-प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी हिन्दी पाठ्यपुस्तक से कविता ‘हमारे त्योहार’ से ली गई हैं। इसमें कवि ने प्रत्येक मौसम में आने वाले त्योहारों के बारे में बताया है। कवि बताता है कि राखी के त्योहार के बाद फिर दशहरा और फिर दीपावली का त्योहार आ जाता है। ये दोनों ही त्योहार हमें बताते हैं कि सदा सत्य की ही जीत होती है। दशहरा और दीवाली आने पर सभी मिलकर अपने-अपने घरों की सफाई करते हैं और घर-घर में सब मिठाई बाँटते हैं। भाव विशेष-त्योहारों के अवसर पर लोगों की खुशियों का वर्णन इन पंक्तियों में कवि ने किया है।

7. ईद बाद फिर क्रिसमिस आयी,
केक, मिठाई सबने खायी।
छुट्टियों में फिर मौज़ उड़ायी,
नये साल की दी बधाई।

सरलार्थ-
प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी हिन्दी पाठ्य पुस्तक से कविता ‘हमारे त्योहार’ से ली गई हैं। इसमें कवि ने प्रत्येक मौसम में आने वाले त्योहारों | के बारे में बताया है। कवि बताता है कि ईद का त्योहार आता है और ईद के पश्चात् क्रिसमिस का त्योहार आता है। इन त्योहारों में सभी केक और मिठाई मिलकर खाते हैं। इसके बाद दिसम्बर महीने की सर्दियों की छुट्टियों का मज़ा लेते हैं और उसके साथ ही नया वर्ष आ जाता है। सब मिलकर एकदूसरे को नए साल की बधाई देते हैं। | विशेष-कवि ने भारत देश में प्रत्येक महीने में आने वाले त्योहारों का वर्णन किया है।

कठिन शब्दों के अर्थ

मास = महीने।
वार = दिनों के वार, जैसे सोमवार, मंगलवार।
बारम्बार = बार-बार।
परीक्षा = इम्तिहान।
निपटी = पूरी हुई।
रिमझिम = वर्षा की बूंदों का गिरना।
उपहार = तोहफा, भेंट।
संग = साथ।
सजीली = सजी हुई, सुन्दर।
राखी = रक्षा, एक त्योहार।

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 16 चालीस मुक्ते

Punjab State Board PSEB 3rd Class Hindi Book Solutions Chapter 16 चालीस मुक्ते Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 16 चालीस मुक्ते

Hindi Guide for Class 3 PSEB चालीस मुक्ते Textbook Questions and Answers

अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर ॥

I. बताओ ।

(क) कुछ शिष्य किला छोड़कर जाने के लिए तैयार क्यों हो गए ?
उत्तर-
मुग़ल सेनाओं ने आनन्दपुर साहिब का किला घेर रखा था। किले के अंदर रसद न रही। सैनिकों को वृक्षों के पत्ते और छाल खाकर लड़ना पड़ता था। इसलिए गुरु गोबिन्द सिंह जी के कुछ शिष्य किला छोड़कर जाने के लिए तैयार हो गए।

(ख) शिष्यों की पत्नियों ने घर लौटने पर उनसे कैसा व्यवहार किया ?
उत्तर-
शिष्यों की पत्नियों ने घर लौटने पर उन्हें बहुत धिक्कारा, क्योंकि वे गुरु जी का साथ छोड़कर आए थे। संकट की घड़ी में उन्हें गुरु जी के साथ रह कर, उनकी आज्ञानुसार चलना चाहिए था।

(ग) कराह रहे शिष्य की अंतिम इच्छा क्या थी ?
उत्तर-
कराह रहे शिष्य ने गुरु जी से कहा कि महाराज! वह बेदावा फाड़ दें, जिस पर हस्ताक्षर करके हम आपको छोड़ आए थे। यही उसकी अंतिम इच्छा थी।

(घ) चालीस मुक्ते किन्हें कहा जाता है ?
उत्तर-
आनन्दपुर साहिब के किले से जो सिक्ख गुरु जी का साथ छोड़ गए थे, उन की संख्या चालीस थी। वे मुक्तसर के निकट मुग़ल सेना से डट कर लड़े और घायल होकर युद्ध स्थल पर गिर गए। गुरु जी वहाँ पहुँचे तो वहाँ एक सिक्ख कराह रहा था। उसने प्रार्थना की कि महाराज! वह बेदावा फाड़ डालें, जिस पर दस्तखत करके हम आपको छोड़ आए थे। गुरु जी ने बेदावा फाड़ कर उन चालीस शिष्यों को मुक्त कर दिया। यही चालीस मुक्ते इतिहास में प्रसिद्ध हैं।

II. वाक्य पूरे करो

वीर, घेरा, शिष्य, दसवें, मुग़ल
(क) गुरु गोबिन्द सिंह सिक्खों के ……………………………………… गुरु थे।
उत्तर-
गुरु गोबिन्द सिंह सिक्खों के दसवें गुरु थे।

(ख) मुग़ल सेनाओं ने चारों ओर से ……………………………………… डाल रखा था।
उत्तर-
मुग़ल सेनाओं ने चारों ओर से घेरा डाल रखा था।

(ग) न वे मेरे ……………………………………… हैं न मैं उनका गुरु हूँ।
उत्तर-
न वे मेरे शिष्य हैं न मैं उनका गुरु हूँ।

(घ) ……………………………………… सेना उनका पीछा कर रही थी।
उत्तर-
मुग़ल सेना उनका पीछा कर रही थी।

(ङ) उन चालीस ……………………………………… पुरुषों को चालीस मुक्ते कहा गया। –
उत्तर-
उन चालीस वीर पुरुषों को चालीस मुक्ते कहा गया।

III. वाक्यों में प्रयोग करो

घेरा, किला, मैदान, आशीर्वाद
उत्तर-
घेरा-सेना ने किले को चारों ओर से घेरा हुआ था।
किला-लाल किला दिल्ली में है।
मैदान-मैदान में बच्चे गेंद से खेल रहे हैं।
आशीर्वाद-गुरु गोबिन्द सिंह जी ने शिष्यों को आशीर्वाद दिया।

IV. श्रुतलेख

सिक्खों, बलिदान, नौबत, मुक्तसर, आशीर्वाद, हस्ताक्षर, धिक्कार।
नोट-विद्यार्थी इन शब्दों को लिख कर अपने अध्यापक को दिखाएँ।

V. पढ़ो, समझो और लिखो

सिक्ख – सिक्खों
मुग़ल ……………………………………
संकट ……………………………………
चार ……………………………………
वृक्ष ……………………………………
पुरुष ……………………………………
उत्तर-
मुग़ल-मुग़लों
संकट-संकटों।
चार-चारों।
वृक्ष-वृक्षों।
पुरुष–पुरुषों।

VI. नीचे दिए गए उदाहरण की तरह बॉक्स में दिए गए शब्दों से नए शब्द बनाइए –

बलि + दान = बलिदान
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 16 चालीस मुक्ते 1

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 16 चालीस मुक्ते 2
प्र, पाठ, देश, युद्ध, सेना, धर्म, पति, शाला, स्थल, वीर।
उत्तर
(i) बलि + दान = बलिदान।
(ii) प्र + देश = प्रदेश।
(iii) पाठ + शाला = पाठशाला।
(iv) युद्ध + वीर = युद्धवीर।
(v) सेना + पति = सेनापति।
(vi) धर्म + स्थल = धर्मस्थल।

VII. नीचे दिए गए शब्दों में ‘अ’ जोड़कर नए शब्द बनाइए और उनके अर्थ लिखिए

धर्म अधर्म अर्थ
संभव …………………………………. ………………………………….
भद्र …………………………………. ………………………………….
समर्थ …………………………………. ………………………………….
ज्ञान …………………………………. ………………………………….
हिंसा …………………………………. ………………………………….

उत्तर-
(i) धर्म → अधर्म → धर्म के विरुद्ध, अन्याय, पाप।
(ii) संभव → असंभव → मुश्किल, दुश्कर, संभव न होना।
(iii) भद्र → अभद्र → बुरा, अशुभ, असभ्य, अच्छा न लगना।
(iv) समर्थ → असमर्थ -→ अयोग्य, दुर्बल, अशक्त।
(v) ज्ञान → अज्ञान → ज्ञान का न होना, अनजान।
(vi) हिंसा → अहिंसा → हिंसा न करना, दुःख न देना।

VIII. नीचे दिए गए शब्दों के समान अर्थ वाले शब्दों की सहायता से वर्ग पहेली पूरी कीजिए –

1. पंजाब के एक शहर का नाम (ऊपर से नीचे)
2. आज़ाद (बाएं से दाएं)
3. श्वास (बाएं से दाएं)
4. मुसीबत (ऊपर से नीचे)
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 16 चालीस मुक्ते 3
उत्तर-
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 16 चालीस मुक्ते 4

IX. इन अक्षरों से नया शब्द बनाओ

शब्द अक्षर नया शब्द
1. गोबिन्द न्द ……………………………….
2. प्यास प्य ……………………………….
3. टक्कर क्क ……………………………….
4. मुक्तसर क्त ……………………………….
5. प्रेरित प्रे ……………………………….
6. हस्ताक्षर स्त ……………………………….

उत्तर-

शब्द अक्षर नया शब्द
1. गोबिन्द न्द आनन्द।
2. प्यास प्य प्यारा।
3. टक्कर क्क पक्का ।
4. मुक्तसर क्त वक्त।
5. प्रेरित प्रे प्रेरणा।
6. हस्ताक्षर स्त पुस्तक।

चालीस मुक्ते Summary & Translation in Hindi

पाठ का सार

गुरु गोबिन्द सिंह जी सिक्खों के दसवें गुरु थे। वे धर्म के रक्षक थे। नौ वर्ष की आयु में ही उन्होंने अपने पिता श्री गुरु तेग़ बहादुर जी को धर्म की ख़ातिर बलिदान देने के लिए प्रेरित किया। धर्म की रक्षा के लिए उन्होंने आजीवन मुग़लों से टक्कर ली। एक बार गुरु गोबिन्द सिंह जी और उनके साथी आनन्दपुर साहिब के किले में घिरे हुए थे। मुग़ल सेना ने चारों ओर से घेरा हुआ था। बाहर से कोई रसद आ नहीं रही थी जो रसद किले के अन्दर थी वह भी कम पड़ने लगी। ऐसे में गुरु जी के कुछ शिष्य कठिनाई न सहते हुए किला छोड़ कर जाने को तैयार हो गए। गुरु जी के समझाने पर भी वे न माने तो गुरु जी ने कहा कि जाने से पहले लिख कर दे जाएँ कि न वे मेरे शिष्य हैं और न ही मैं उनका |

गुरु हूँ उनके शिष्यों ने कष्टों से छुटकारा पाने के लिए ऐसा ही लिख दिया और किला छोड़कर चले गए। उनके घर पहुँचने पर जब उनकी पत्नियों को पता चला तो उन्होंने अपने-अपने पतियों को बहुत फटकारा। फटकार सुनकर वे फिर से गुरु जी के पास लौट गए। गुरु जी तब मुक्तसर के इलाके में थे। मुग़ल सेना उनका पीछा कर रही थी। ये शिष्य मुक्तसर जाकर मुग़ल सेना से लड़े और मारे गए। जब गुरु गोबिन्द सिंह जी को इस बात का पता चला तो वे युद्ध स्थल पर पहुँचे।

सभी चालीस शिष्य मैदान में गिरे पड़े थे उनमें से एक अभी भी कराह | रहा था। गुरु जी से उसने हाथ जोड़कर विनती की कि महाराज आप उस कागज़ को फाड़ डालें जिस पर हस्ताक्षर करके हम आपको दे आए थे। गुरु साहिब ने उसकी अन्तिम इच्छा पूरी कर दी और उन सबको मुक्त होने का आशीर्वाद दिया। तभी उसने प्राण छोड़ दिए। उन चालीस वीर पुरुषों को ‘चालीस मुक्ते’ कहा जाने लगा।

कठिन शब्दों के अर्थ

संकटों = मुसीबतों।
रक्षक = रखवाले, रक्षा करने वाले।
महान् = बड़े।
सेनानी = योद्धा, बहादुर।
संस्कृति = अच्छे संस्कार या विचार ।
बलिदान = कुर्बानी।
प्रेरित = उत्साहित, जोश देना।
रसद = खाने-पीने का सामान।
वृक्षों = पेड़ों।
असंभव = जो संभव न हो।
कष्ट = दुःख।
शिष्य = चेला।
संकटों = मुसीबतों।
असमर्थ = कमज़ोर ।
धिक्कारा = बुरा-भला कहना।
फलस्वरूप = परिणाम के रूप में।
धराशायी = घायल हो कर धरती पर गिरना।
युद्ध स्थान = लड़ाई का मैदान।
वीरता = बहादुरी।
आशीर्वाद = आशीष।
अंतिम इच्छा = आखिरी चाह ।
हस्ताक्षर = दस्तख़त।
मुक्त = आज़ाद।

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 15 झंडा ऊँचा रहे हमारा

Punjab State Board PSEB 3rd Class Hindi Book Solutions Chapter 15 झंडा ऊँचा रहे हमारा Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 15 झंडा ऊँचा रहे हमारा

Hindi Guide for Class 3 PSEB झंडा ऊँचा रहे हमारा Textbook Questions and Answers

अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर ।

I. बताओ

1. हमारे देश के झण्डे को क्या कहते हैं ?
उत्तर-
हमारे देश के झंडे को तिरंगा कहते हैं।

2. इसे तिरंगा क्यों कहते हैं ?
उत्तर-
हमारा झंडा तीन रंगों का होने के कारण तिरंगा कहलाता है।

3. केसरी रंग की पट्टी किन शहीदों की याद दिलाती है ?
उत्तर-
केसरी रंग की पट्टी हमें उन शहीदों की याद दिलाती है जिन्होंने अपने देश को आजाद करवाने के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे।

4. सफेद रंग किसका प्रतीक है ?
उत्तर-
सफेद रंग शान्ति और सत्य का प्रतीक

5. नीले रंग का चक्र किस सम्राट् का धर्म चक्र है ?
उत्तर-
नीले रंग का चक्र अशोक सम्राट् का धर्म चक्र है।

6. नीले रंग के चक्र में कितने तार हैं ?
उत्तर-
नीले रंग के चक्र में 24 तार हैं.

7. हरा रंग किसका प्रतीक है ?
उत्तर-
हरा रंग हरियाली और समृद्धि का प्रतीक है।

8. सबसे पहले राष्ट्रीय झंडे को किसने, कब और कहाँ फहराया था ?
उत्तर-
स्वतन्त्र भारत के प्रथम प्रधानमन्त्री पं० जवाहर लाल नेहरू जी ने सर्वप्रथम 15 अगस्त, सन् 1947 को राष्ट्रीय झण्डे को दिल्ली के लाल किले से फहराया था।

9. हमें राष्ट्रीय झण्डे का सम्मान कैसे करना चाहिए ?
उत्तर-
जब भी राष्ट्रीय-ध्वज फहराया जाये या राष्ट्रीय गान गाया जाये, तब हमें इसका सम्मान करते हुए शान्तिपूर्वक खड़े रहना चाहिए।

II. वाक्य पूरे करो

(i) झण्डे में तीन रंग की बराबर ……………………. की पट्टियाँ हैं।
(ii) हम सबके साथ ………………. और …………….. चाहते हैं।
(iii) नीला रंग ……………… आकाश और ………….. समुद्र का प्रतीक है।
(iv) चक्र के 24 तार ……………. और …………….. की ओर संकेत करते हैं।
(v) हमें राष्ट्रीय ध्वज की सदैव …. करनी चाहिए।
उत्तर-
(i) झण्डे में तीन रंगों की बराबर अनुपात की पट्टियाँ हैं।
(ii) हम सबके साथ शान्ति और मित्रता चाहते हैं।
(iii) नीला रंग विशाल आकाश और गहरे समुद्र का प्रतीक है।
(iv) चक्र के 24 तार निरन्तर गति और विकास की ओर संकेत करते हैं।
(v) हमें राष्ट्रीय ध्वज की सदैव रक्षा करनी चाहिए। |

III. पढ़ो, समझो और लिखो

(क) राष्ट + ईय = राष्ट्रीय।
भारत + ईय = …………………………
देश + ईय = …………………………

(ख) मित्र + ता = …………………………
वीर + ता = …………………………
दास + ता = ……………
स्वतन्त्र + ता = …………………………
उत्तर-
‘ईय’ और ‘ता’ प्रत्यय से बने शब्द –
(क)
(i) राष्ट्र + ईय = राष्ट्रीय।
(ii) भारत + ईय = भारतीय।
(ii) देश + ईय = देशीय।

(ख)
(i) मित्र + ता = मित्रता।
(ii) वीर + ता = वीरता।
(iii) दास + ता = दासता।
(iv) स्वतन्त्र + ता = स्वतन्त्रता।

IV. ‘इक’ लगाकर नये शब्द बनाओ

(i) उद्योग + इक = …………………………
(ii) संकेत + इक = …………………………
(iii) व्यापार + इक = …………………………
(iv) धर्म + इक = …………………………
उत्तर-
(i) उद्योग + इक = औद्योगिक।
(ii) संकेत + इक = सांकेतिक।
(iii) व्यापार + इक = व्यापारिक।
(iv) धर्म + इक = धार्मिक।

V. विलोम शब्द मिलान करो

आज़ाद गुप्त युद्ध अनेकता उन्नति अवनति प्रकट गुलाम एकता शान्ति
उत्तर-
विलोम शब्द मिलानआज़ाद गुलाम युद्ध शान्ति उन्नति अवनति प्रकट गुप्त एकता अनेकता

VI. ‘राष्ट्र’ शब्द में ‘ट’ के नीचे ‘र’ का रूप ध्यान से देखें। ‘राष्ट्र’ शब्द से अन्य शब्द बनाओ –

राष्ट्र + पति = राष्ट्रपति।
राष्ट्र + ईय = …………………………
राष्ट्र + पिता = …………………………
राष्ट्र + गान = …………………………
उत्तर
(i) राष्ट्र + पति = राष्ट्रपति।
(ii) राष्ट्र + ईय = राष्ट्रीय।
(iii) राष्ट्र + पिता = राष्ट्रपिता।
(iv) राष्ट्र + गान = राष्ट्रगान।

VII. नीचे राष्ट्रीय और धार्मिक पर्व घुल मिल गए हैं। उन्हें अलग-अलग करके सही स्थान पर लिखो।

दशहरा, पन्द्रह अगस्त, ईद, गणतन्त्र दिवस, गाँधीजयन्ती, दीवाली, होली, वैशाखी।
उत्तर-
राष्ट्रीय पर्व धार्मिक पर्व
1. पन्द्रह अगस्त।
1. दशहरा
2. गणतन्त्र दिवस।
2. ईद
3. गांधी जयन्ती।
3. दीवाली
4. होली।
5. वैशाखी।

VIII. नए शब्द बनाओ-

शान्ति + प्रिय = …………………………
शान्ति + पूर्वक = …………………………
सम्मान + पूर्वक = …………………………
प्रधान + मन्त्री = …………………………
स्व + अभिमान = …………………………
सर्व + प्रथम = …………………………
राष्ट्र + गान = …………………………
राष्ट्रीय + पर्व = …………………………
प्रति + वर्ष =…………………………
उत्तर
(i) शान्ति + प्रिय = | शान्तिप्रिय।
(ii) शान्ति + पूर्वक = शान्तिपूर्वक।
(iii) सम्मान + पूर्वक = सम्मानपूर्वक।
(iv) प्रधान + मन्त्री = प्रधानमन्त्री।
(v) स्व + अभिमान = स्वाभिमान।
(vi) सर्व + प्रथम = सर्वप्रथम।
(vii) राष्ट्र + गान = राष्ट्रगान।
(viii) राष्ट्रीय + पर्व = राष्ट्रीय पर्व।
(ix) प्रति + वर्ष = प्रतिवर्ष।

IX. झण्डे पर एक नारा लिखो

जैसे-
1. झण्डा ऊँचा रहे हमारा, यह है हमें प्राणों से प्यारा।
2. तिरंगा है भारत की शान, रखेंगे हम इसका मान।
उदाहरणस्वरूप उत्तर
मेरा तिरंगा है बड़ा न्यारा। ‘
मुझे है अपनी जान से भी प्यारा॥ (विद्यार्थी इसी प्रकार कुछ और भी नारे लिखने का प्रयास कर सकते हैं।)
करो:-1. राष्ट्रीय झण्डे का चित्र बनाओ। उसमें | रंग भरो और उस पर पाँच वाक्य लिखो।
2. भारत के पड़ोसी देशों के नाम पता करो और उनके झण्डे चिपकाओ।
निर्देश-विद्यार्थी उपरोक्त दोनों कार्य अपने अध्यापक और अभिभावक की सहायता से इन्हें पूरा कर सकते हैं। अध्यापन निर्देश-अध्यापक बच्चों को समझाएं कि ‘इक’ जुड़ने पर पहला स्वर दीर्घ हो जाता है; जैसे ‘अ’ आ में और ‘उ’ औ में बदल जाता है।

झंडा ऊँचा रहे हमारा Summary & Translation in Hindi

पाठ का सार

प्रत्येक देश का अपना एक झंडा होता है। हमारे देश के झंडे का नाम तिरंगा है। सबसे ऊपर की पट्टी का रंग केसरी है। यह रंग वीरता और त्याग का सूचक है। मध्य की पट्टी का रंग सफेद है। यह रंग शान्ति और सत्य का प्रतीक है। सफेद पट्टी के मध्य एक नीले रंग का चक्र है। यह चक्र सम्राट अशोक के धर्म चक्र से लिया गया है। इस चक्र में 24 तार हैं जो निरन्तर गति और विकास की ओर संकेत करते हैं। तीसरी पट्टी हरे रंग की है। यह रंग हरियाली और समृद्धि का सूचक है।

पन्द्रह अगस्त हमारा स्वतंत्रता दिवस है। इस दिन’ हमारा देश अंग्रेज़ों की गुलामी से आज़ाद हुआ था। हमारे देश के पहले प्रधानमन्त्री पं० जवाहर लाल नेहरू ने दिल्ली के लाल किले से तिरंगा 15 अगस्त, सन् 1947 को फहराया था। हर वर्ष 15 अगस्त और राष्ट्रीय पर्वो पर लाल किले तथा पूरे देश में तिरंगा | झंडा फहराया जाता है। हम सबका यह कर्त्तव्य है कि हम सब इसका सम्मान करें। जब राष्ट्र ध्वज फहराया जाए या राष्ट्रगान गाया जाए तब हमें सम्मान देने के लिए शान्तिपूर्वक खड़े रहना चाहिए।

हमारा झण्डा हमारी आज़ादी, हमारी एकता व सम्मान का प्रतीक है। यह तिरंगा हम सबका है। हमारा कर्त्तव्य है कि हम इसकी शान में कोई कमी न आने दें।

कठिन शब्दों के अर्थ

तिरंगा = तीन रंगों का समूह ।
सम्राट अशोक = मौर्य वंश का एक राजा।
महात्मा बुद्ध = बौद्ध धर्म को चलाने वाले।
प्रत्येक = हर-एक, सभी।
बराबर = समान।
शहीदों = देश पर बलिदान होने वाले।
प्राण = जान।
न्यौछावर = बलिदान ।
युद्ध = लड़ाई।
मित्रता = दोस्ती।
शान्तिप्रिय = शान्ति को चाहने वाला।
प्रतीक = चिह्न ।
शरण = आश्रय, पनाह।
निरन्तर = लगातार।
विकास = उन्नति, तरक्की।
मार्ग = रास्ता।
समृद्धि = खुशहाली, उन्नति, तरक्की।
सर्वप्रथम = सबसे पहले।
पर्व = त्योहार।
फहराया = लहराया।
दासता = गुलामी।
स्मृति = याद।
प्रतिवर्ष = हर वर्ष।
मुक्त = आज़ाद।
राष्ट्र-ध्वज = देश का झंडा।
सम्मान = इज़्ज़त।
असीम = सीमा रहित।
स्रोत = धारा।
विकास = उन्नति, प्रगति।
प्रधानमंत्री = किसी देश का सबसे बड़ा मंत्री।
स्वर्गीय = मृत्यु को प्राप्त।
राष्ट्रीय पर्व = देश का त्योहार

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 14 रास्ते का पत्थर

Punjab State Board PSEB 3rd Class Hindi Book Solutions Chapter 14 रास्ते का पत्थर Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 14 रास्ते का पत्थर

Hindi Guide for Class 3 PSEB रास्ते का पत्थर Textbook Questions and Answers

अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर

I. बताओ

1. राजा पेड़ के पीछे क्यों छिप गया ?
उत्तर-
राजा पेड़ के पीछे यह देखने के लिए छिप गया था कि रास्ते के पत्थर को कौन हटाता है।

2. किसान ने पत्थर देखकर क्या किया ?
उत्तर-
किसान ने पत्थर देखकर अपने बैलों का मुँह दूसरी ओर मोड़ लिया और आगे निकल आया।

3. लड़का पहले पत्थर क्यों नहीं हटा सका?
उत्तर-
लड़का पहले पत्थर इसलिए नहीं हटा सका, क्योंकि वह अकेला था।

4. पत्थर रास्ते से कैसे हटा ?
उत्तर-
पत्थर रास्ते से लड़के और राजा के मिलकर ज़ोर लगाने से हटा।

5. राजा ने लड़के को इनाम क्यों दिया ?
उत्तर-
राजा ने लड़के को इनाम इसलिए दिया, क्योंकि केवल उसने ही पत्थर को रास्ते से हटाने का प्रयत्न किया था।

II. किसने कहा ? किससे कहा ? क्यों कहा ?

1. “देखता हूँ, इसे कौन हटाता है ?”
उत्तर-
राजा ने अपने आप से कहा, क्योंकि बहुत दिनों से रास्ते पर पड़े उस पत्थर को किसी हटाया नहीं था।

2. “यहाँ के लोग बहुत आलसी हैं।”
उत्तर-
घोड़े पर बैठे सिपाही ने अपने आप में कहा, क्योंकि घोड़े को ठोकर लगने से उसने देख कि रास्ते में पत्थर पड़ा था।

3. “बाबा, कहीं चोट तो नहीं लगी ?”
उत्तर-
लड़के ने बूढ़े आदमी से कहा, क्योंकि पत्थर से ठोकर खाकर वह गिर पड़ा था।

4. “बेटा, तुम कौन हो ?”
उत्तर-
राजा ने लड़के से कहा, क्योंकि वह उन जानता नहीं था।

III. पढ़ो, समझो और लिखो

(क) न्यायप्रिय = न्याय + प्रिय
राजकुमार = ……………………………….
राजमहल = ……………………………….
राष्ट्रपति = ……………………………….
पाठशाला = ……………………………….
उत्तर-
(क) राजकुमार = राज + कुमार
राजमहल = राज + महल
राष्ट्रपति = राष्ट्र + पति
पाठशाला = पाठ + शाला

(ख) भला = भलाई
बुरा = ……………………………….
लम्बा = ……………………………….
चौड़ा गहरा = ……………………………….
उत्तर-
(ख) बुरा = बुराई
लम्बा = लम्बाई
चौड़ा = चौड़ाई
गहरा = गहराई
उपरोक्त शब्द विशेषण शब्द हैं।

IV. श्रुतलेख

प्रजा, भ्रमण, न्यायप्रिय, भलाई, विद्यार्थियों, आशीर्वाद, प्रातः, पुरस्कार, अध्यापक, प्रशंसा, पत्थर, वृद्ध।
नोट-विद्यार्थी इन्हें सुन्दर लिखाई करते हुए अपनी कॉपियों पर लिखें।

V. निम्नलिखित शब्दों के विपरीत शब्द सामने बने घड़े में दिए गए हैं। घड़े में से विपरीत शब्द ढूँढ़कर सही जगह लिखो –

भलाई = बुराई
दयालु = ……………………………….
पीछे = ……………………………….
प्रातःकाल = ……………………………….
मुश्किल = ……………………………….
रुकिए = ……………………………….
वृद्ध = ……………………………….
आशीर्वाद = ……………………………….
प्रशंसा = ……………………………….
पुरस्कार = ……………………………….
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 14 रास्ते का पत्थर 1
उत्तर –
शब्द
विपरीत शब्द
(i) भलाई बुराई।
(ii) दयालु निर्दय।
(iii) पीछे आगे।
(iv) प्रातःकाल सायंकाल।
(v) मुश्किल सरल।
(vi) रुकिए = चलिए।
(vii) वृद्ध = जवान।
(vii) आशीर्वाद = श्राप।
(ix) प्रशंसा निन्दा।
(x) पुरस्कार = दंड।

VI. वाक्यों को पाठ के आधार पर शुद्ध करके लिखो-

1. थोड़ी देर में किसान को एक राजा दिखाई दिया।
उत्तर-
थोड़ी देर में राजा को एक किसान दिखाई दिया।

2. अचानक पत्थर को घोड़े से ठोकर लगी।
उत्तर-
अचानक घोड़े को पत्थर से ठोकर लगी।

3. वृद्ध का आशीर्वाद देते हुए बालक चला गया।
उत्तर-
बालक को आशीर्वाद देते हुए वृद्ध चला गया।

4. एक बूढ़ा दौड़ता हुआ आया और लड़के को उठाते हुए बोला, कहीं चोट तो नहीं लगी।
उत्तर-
एक लड़का दौड़ता हुआ आया और बूढ़े को उठाते हुए बोला, ‘कहीं चोट तो नहीं लगी ?’

5. दूसरे दिन शंकर अस्पताल पहुँचा।
उत्तर-
दूसरे दिन शंकर पाठशाला पहुँचा।

6. राजा लंगड़ाता हुआ अपने रास्ते चला गया।
उत्तर-
राजा आराम से अपने रास्ते चला गया।

VII. शब्दों के दो-दो छोटे और शब्द बनाएँ-

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 14 रास्ते का पत्थर 2

मोड़कर, बड़बड़ाता, सुनाई, सहायता।
उत्तर-

  • मोड़कर = मोड़, मोर।
  • बड़बड़ाता = बड़, बड़बड़ा।
  • सुनाई = सुन, सुई।
  • सहायता = सहा, हाय।

VIII. (क) पाठ में आए इन संयुक्त अक्षरों से एक-एक शब्द बनाओ- 

प्र + र = प्र → प्रजा
भ् + र = भ्र → ……………………….
ग् + र = ग्र → ……………………….
ग् + व = ग्व → ……………………….
स् + व = स्व → ……………………….
प् + य = प्य → ……………………….
स् + त = स्त → ……………………….
द् + ध = द्ध → ……………………….
उत्तर –
(i) प्र + र = प्र → प्रजा
(ii) भ् + र = भ्र → भ्रम।
(iii) ग् + र = ग्र → ग्रह।
(iv) ग् + व = ग्व → ग्वाला।
(v) स् + व = स्व → स्वर।
(vi) प् + य = प्य → प्यार।
(vii) स् + त = स्त → स्तर।
(vii) द् + ध = द्ध→ वृद्ध ।

(ख) पाठ में आए इन संयुक्त अक्षरों को छाँटकर अलग करके लिखो-

प्रातः → प्र
पत्थर: → ……………………….
मस्ती: → ……………………….
वृद्ध : → ……………………….
पुरस्कार : → ……………………….
क्या : → ……………………….
उत्तर
(i) प्रातः → प्र
(ii) पत्थर : →त्थ
(iii) मस्ती : → स्त।
(iv) वृद्ध : → द्ध।
(v) पुरस्कार : → स् + क।
(vi) क्या : → क् + य।

(ग) सही शब्दों पर (✓) लगाओ –

1. उसने देखा की कि रास्ते में पत्थर पड़ा है।
2. बूढ़ा आदमी अपने सिर पर फलों कि/की टोकरी लिए आया।
3. उसने पत्थर नहीं देखा और/ओर ठोकर खाकर गिर पड़ा।
4. उन्होंने पत्थर को रास्ते से हटाकर एक और/ ओर कर दिया।
उत्तर-
(i) उसने देखा कि रास्ते में पत्थर पड़ा है।
(ii) बूढ़ा आदमी अपने सिर पर फलों की टोकरी लिए आया।
(iii) उसने पत्थर नहीं देखा और ठोकर खाकर गिर पड़ा।
(iv) उन्होंने पत्थर को रास्ते से हटाकर एक ओर कर दिया।

IX. अनेक शब्दों के लिए एक शब्द लिखो-

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 14 रास्ते का पत्थर 3

उत्तर-
1. सुबह का समय = प्रातःकाल।
2. खेती बाड़ी करने वाला = किसान।
3. जहाँ विद्यार्थियों को पढ़ना-लिखना सिखाया जाता है = पाठशाला।
4.स्कूल का प्रधान अध्यापक = प्रधानाध्यापक।
5.जो पढ़ना-लिखना सिखाता है = अध्यापक।
6. दूसरों पर दया करने वाला = दयालु।
7. जो निकम्मा और सुस्त हो = आलसी।
8. जो आसान न हो = कठिन।
9. दूध दुहने वाला = ग्वाला।
10. घोड़े पर सवार = घुड़सवार।

रास्ते का पत्थर Summary & Translation in Hindi

पाठ का सार

प्राचीन काल में एक राजा था। उसे अपनी प्रजा से बहुत प्यार था। वह दयालु और न्यायप्रिय भी था। एक दिन जब वह प्रातः भ्रमण के लिए निकला तो अचानक उसे ठोकर लगी। उसने देखा कि रास्ते में पत्थर पड़ा था। उस रास्ते से कई लोग आते जाते थे। राजा ने सोचा कि देखता हूँ कौन इस पत्थर को यहाँ से हटाता है। इस उद्देश्य से वह एक पेड़ के पीछे छिप गया।

थोड़ी देर बाद राजा ने देखा कि एक किसान | अपने हल-बैल के साथ उस रास्ते से जा रहा था, लेकिन पत्थर को देखकर उसने अपने बैलों को मोड़ | लिया और आगे निकल गया। उसके जाने के बाद एक ग्वाला डिब्बे में दूध लेकर उधर से निकला। वह पत्थर से ठोकर खाकर गिर पड़ा और उसका | सारा दूध गिर पड़ा, लेकिन उसने भी उसे हटाया नहीं। इतने में घोड़े पर बैठा एक सिपाही वहाँ आया। घोड़े को पत्थर से टकराने पर वह सिपाही गिरते-गिरते बचा, लेकिन वह भी इतना कह कर आगे चल दिया कि यहाँ के लोग बहुत आलसी हैं।

कुछ ही देर में एक बूढ़ा आदमी अपने सिर पर फलों की टोकरी लिए आया और पत्थर से ठोकर खाकर गिर पड़ा। उसके सारे फल बिखर गए। इतने में एक लड़का वहाँ आया। उसने सभी फल उठाकर वृद्ध की टोकरी में रख दिए और रास्ते का पत्थर हटाने लगा। राजा ने भी उसकी सहायता की और पत्थर एक ओर हट गया। वह लड़का शंकर था। राजा ने उसे इनाम दिया।

कठिन शब्दों के अर्थ

मुख्य = प्रधान, बड़ा।
प्रजा = जनता।
दयालु = दया करने वाला।
न्यायप्रिय = न्याय से प्यार करने वाला।
प्रातःकाल = सुबह के समय।
भ्रमण = सैर।
ग्वाला = दूध बेचने वाला।
ग्राहक = खरीदने वाला।
टाप = घोड़े के पैर की आवाज़।
ऊँचे स्वर = ज़ोर से।
आलसी = सुस्त।
वृद्ध = बूढ़ा।
आशीर्वाद = आशीष।
प्रयत्न = कोशिश।
पाठशाला = स्कूल, विद्यालय।
प्रशंसा = तारीफ़।

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 12 एडीसन

Punjab State Board PSEB 3rd Class Hindi Book Solutions Chapter 12 एडीसन Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 12 एडीसन

Hindi Guide for Class 3 PSEB एडीसन Textbook Questions and Answers

अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर

I. बताओ

1. बल्ब का आविष्कार किसने किया और उसका जन्म कब हुआ ?
उत्तर-
बल्ब का आविष्कार थामस एलवा एडीसन ने किया था और एडीसन का जन्म 11 फरवरी, सन् 1847 ई० को हुआ।

2. थॉमस एडीसन कहाँ का रहने वाला था ?
उत्तर-
वह अमेरिका का रहने वाला था। 3. थामस एडीसन का स्वभाव कैसा था ?
उत्तर-
थामस एडीसन बचपन से ही विचारशील था। कक्षा में हो या घर में, वह सदा अपने विचारों में ही खोया रहता था। एडीसन के अध्यापक उसे बुद्ध समझते लेकिन उसकी माँ उसे बुद्धिमान समझती थी।

4. खोज करने के लिए थॉमस एडीसन पैसा कहाँ से लाता था ?
उत्तर-
वह रेलगाड़ी में अख़बार बेचता और सब्जी आदि बेचकर जो भी पैसा कमाता उन्हें वह अपनी खोजों में लगा देता।

5. थामस एडीसन की माँ उसे कैसा बालक समझती थी ?
उत्तर-
एडीसन की माँ उसे बुद्धिमान बालक समझती थी।

6. थामस एडीसन की मृत्यु कब हुई ?
उत्तर-
18 अक्तूबर, सन् 1931 को महान् वैज्ञानिक थामस एडीसन की मृत्यु हुई।

II. समान अर्थ वाले शब्दों को चुनकर सही| जगह लिखो।

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 12 एडीसन 1

उत्तर-
(i) शौक – पसंद।
(ii) रोज़ – प्रतिदिन।
(iii) अखबार – समाचार पत्र।
(iv) परिश्रम – मेहनत।
(v) तस्वीर – चित्र।
(vi) धैर्य – हाँसला।
(vii) बुद्धिमान – समझदार
(viii) दृढ़ – मज़बूत।
(ix) अधिक – ज्यादा।

III. विपरीत अर्थ वाले वाक्यों का मिलान करो।

1. वह मूर्ख बालक है। 1. वह धैर्यहीन बालक है।
2. वह परिश्रमी बालक है। 2. वह कामचोर बालक है।
3. वह काम में ध्यान लगाने वाला बालक है। 3. वह आलसी बालक है।
4. वह धैर्यवान बालक है। 4. वह सफल बालक है।
5. वह असफल बालक है। 5. वह बुद्धिमान बालक है।

उत्तर-
विपरीत अर्थ वाले वाक्य –
1. वह मूर्ख बालक है = वह बुद्धिमान बालक है। 
2. वह परिश्रमी बालक है = वह आलसी बालक है।
3. वह काम में ध्यान लगाने वाला बालक है = वह कामचोर बालक है।
4. वह धैर्यवान बालक है = वह धैर्यहीन बालक है।
5. वह असफल बालक है = वह सफल बालक है।

IV. संयुक्त अक्षर से बने शब्द पाठ में से चुनकर लिखो –

प् + र = प्र = प्रयोग
ल् + ब = ल्ब = ………………………….
न् + ध = न्ध = ………………………….
ग् + न = ग्न = ………………………….
ध् + य = ध्य = ………………………….
क् + य = क्य = ………………………….
ट् + र = ट्र = ………………………….
ष् + ट = ष्ट = ………………………….
द् + व = द्व = ………………………….
उत्तर-
(i) प् + र = प्र = प्रयोग
(ii) ल् + ब = ल्ब = बल्ब
(iii) न् + ध = न्ध = अन्धेरा
(iv) ग् + न = ग्न = मग्न
(v) ध् + य = ध्य = ध्यान
(vi) क् + य = क्य = क्या
(vii) ट् + र = ट्र = ट्रक
(viii) ष् + ट = ष्ट = इष्ट
(ix) द् + व = व = द्वारा।

एडीसन Summary & Translation in Hindi

 

पाठ का सार

उदय को नई-नई बातें जानने का बड़ा शौक था। वह रात को खाना खाकर दादा जी के पास चला जाता और कहानियाँ सुनता। एक दिन जैसे ही वह दादा जी के कमरे में गया तो एकदम बिजली चली गई। दादा जी ने उदय से पछा कि क्या तुमने कभी सोचा कि बिजली का बल्ब किसने बनाया ? दादा जी ने ही बताया कि बल्ब बनाने वाले का नाम था-थॉमस एलवा एडीसन। वह अमेरिका का रहने वाला था। वह बचपन से ही विचारों में खोया रहता था।

अध्यापक उसे बुद्ध समझते थे। लेकिन उसकी माँ ही उसे बुद्धिमान समझती थी। वह सबको कहती कि मेरा बेटा एक दिन बड़ा व्यक्ति बनेगा। इससे एडीसन को बहुत हिम्मत मिलती। वह रेलगाड़ी में अख़बार बेचता, सब्जी आदि बेचता और जो भी पैसे बचाता उसे अपनी खोजों में लगा देता। उदय ने पूछा कि क्या वह इतना होशियार और | मेहनती था ?  इस पर उसके दादा जी ने कहा कि वह होशियार और मेहनती ही नहीं बल्कि वह अपनी धुन का भी पक्का था।

वह लगातार अपने काम में ही लगा रहता था। आराम तो वह जानता ही नहीं था। एडीसन ने ही बिजली को प्रकाश में बदलने का आविष्कार किया। इसके साथ-साथ ग्रामोफोन तथा मूक सिनेमा में आवाज़ भरने का आविष्कार भी किया। इस महान् वैज्ञानिक का जन्म 11 फरवरी, सन् 1847 ई० को हुआ और 18 अक्तूबर, सन् 1931 ई० में उस महान् वैज्ञानिक का देहान्त हो गया।

कठिन शब्दों के अर्थ

मग्न = तल्लीन।
ढेरों = बहुत सारी।
गौर से = ध्यान से।
एकदम = अचानक।
स्वभाव = आदत।
विचारशील = विचारों में खोए रहना।
मग्न = लीन।
बुद्ध = नासमझ, मूर्ख।
बुद्धिमान = समझदार।
व्यक्ति = आदमी।
उत्साह = हौसला।
परिश्रमी = मेहनती।
धुन का पक्का = पक्के इरादों वाला।
आविष्कार = खोज।
समाचार = खबरें।
मूक = मौन।
असफल = सफल न होना, फेल।
दृढ़ संकल्प = पक्का इरादा।
मानवता = मनुष्यता, लोगों।
देहावसान = मृत्यु।
वैज्ञानिक = आविष्कारक, खोजी।
धैर्य = हौंसला।
दृष्टिकोण = देखने और सोचने का तरीका।
तथास्तु = ऐसा ही हो।
ग्रामोफोन = एक यंत्र जिसमें शब्द ध्वनि भरकर जब चाहे प्रायः ठीक उसी रूप में सुन सकते हैं।

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 11 रहना जरा संभल के

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PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 11 रहना जरा संभल के

Hindi Guide for Class 3 PSEB रहना जरा संभल के Textbook Questions and Answers

अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर

I. बताओ

1. बड़ दादा अपनी खुशी कैसे प्रकट कर रहे थे ?
उत्तर-
बड़ दादा अपनी बड़ी-बड़ी पत्तियाँ लहरा कर अपनी खुशी प्रकट कर रहे थे।

2. पेड़-पौधों का अस्तित्व क्यों ख़तरे में पड़ गया है ?
उत्तर-
नगरीकरण और बढ़ती जनसंख्या के कारण पेड़-पौधों का अस्तित्व ख़तरे में पड़ गया है।

3. पेड़-पौधों से हमें क्या लाभ हैं ?
उत्तर-
पेड़-पौधे न केवल हमें फल प्रदान करते हैं बल्कि इनकी लकड़ी हमारे घर के दरवाज़ों, खिड़कियों व अन्य वस्तुएँ आदि बनाने के काम आती है। इनके फूलों से इत्र और तेल आदि बनते हैं। पेड़-पौधे न केवल वातावरण को शुद्ध करके हमें ऑक्सीजन प्रदान करते हैं बल्कि कई पेड़ तो औषधि के काम भी आते हैं।

4. पत्तलों का क्या उपयोग होता है ?
उत्तर-
पेड़ों-पौधों के पत्तों से बने पत्तलों का उपयोग भोजन खाने में किया जाता है।

5. नीम गुणकारी कैसे है ?
उत्तर-
नीम बहुत गुणकारी है। इसकी पत्तियाँ, छाल व फल दवा बनाने के काम आते हैं। इससे चमड़ी के रोगों का इलाज होता है। इसकी सूखी पत्तियाँ कीटनाशक के रूप में काम आती हैं। इसकी दातुन करने से कभी दाँतों को कीड़े नहीं लगते।

6. तुलसी के पत्ते कैसे लाभकारी हैं ?
उत्तर-
तुलसी का पौधा पवित्र माना जाता है। कोई भी पावन कार्य इसकी पत्तियों के बिना अधूरा | माना जाता है। तुलसी की पत्तियों का रस शहद में मिलाकर पीने से सर्दी-जुकाम, खाँसी और बुखार दूर होते हैं।

II. वाक्य पूरे करो

मेरी मज़बूत डालियों पर युवतियों ने ………………………. डाला है।
हम मानव को ………………………. ऑक्सीजन देते हैं।
तुम्हारी झब्बेदार जड़ धरती से लग पुनः ………………………. बन जाती है।
नीम रक्त विकार औषधि का ………………………. है।
छुटकी तुलसी ………………………. की मूर्ति है।
उत्तर-
(i) मेरी मज़बूत डालियों पर युवतियों ने झूला डाला है।
(ii) हम मानव को जीवनदायिनी ऑक्सीजन देते हैं।
(iii) तुम्हारी झब्बेदार जड़ धरती से लग पुनः तना बन जाती है।
(iv) नीम रक्त-विकार औषधि का खजाना है।
(v) छुटकी तुलसी पवित्रता की मूर्ति है।

III. वाक्य बनाओ

फूले नहीं समाना = बहुत खुश होना = ……………………….
आँखों के तारे = बहुत प्यारे = ……………………….
जाल में फँसाना = बन्धन में डालना = ……………………….
अक्ल का कच्चा = बुद्धू, मूर्ख = ……………………….
ज़िदद का पक्का = दृढ़ इरादा = ……………………….
उत्तर-
(i) फूले नहीं समाना = बहुत खुश होना = कक्षा में अध्यापक से अपनी प्रशंसा सुनकर महेश फूले नहीं समाया।
(ii) आँखों के तारे = बहुत प्यारे = बच्चे अपनी माता-पिता की आँखों के तारे होते हैं।
(iii) जाल में फँसाना = बन्धन में डालना = सेठ ने अपनी चिकनी चुपड़ी बातों से रामू को अपने जाल में फँसा लिया।
(iv) अक्ल का कच्चा = बुद्ध, मूर्ख = महेश से अपने मन की बात मत कहना, वह तो अक्ल का कच्चा है।
(v) ज़िद्द का पक्का = दृढ़ इरादा = राजा अपनी ज़िद्द का पक्का है।

IV. विराम चिह्न लगाओ –

1. अरे वाह दादा पोती में क्या गपशप हो रही
उत्तर-
अरे वाह ! दादा-पोती में क्या गपशप हो रही है ?

2. अरे तुम्हारी निम्मी दीदी क्या कम गुणकारी
उत्तर-
अरे, तुम्हारी निम्मी दीदी क्या कम गुणकारी है।

3. बेटी ये बच्चे ही धरती पर अच्छे हैं मन के सच्चे हैं ज़िदद के पक्के हैं|
उत्तर-
‘बेटी ! ये बच्चे ही धरती पर अच्छे हैं, मन के सच्चे हैं, ज़िद्द के पक्के हैं।

V. दिए गए शब्दों के विलोम शब्द गोले में से ढूँढ़कर सही स्थान पर लिखो –

(1) जीवन = ……………………….
(2) उजाड़ = ……………………….
(3) पढ़ना = ……………………….
(4) गमी = ……………………….
(5) पाप = ……………………….
(6) गुण = ……………………….
(7) समझदार = ……………………….
(8) सुखी = ……………………….
(9) खुशी = ……………………….
(10) दिन = ……………………….
(11) पुरानी = ……………………….
(12) शुद्ध = ……………………….
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 11 रहना जरा संभल के 1
उत्तर-
(1) जीवन = मृत्यु।
(2) उजाड़ = आबाद।
(3) पढ़ना = लिखना।
(4) गर्मी = सर्दी।
(5) पाप = पुण्य।
(6) गुण = अवगुण।
(7) समझदार = नासमझ।
(8) सुखी = दुःखी।
(9) खुशी = गमी।
(10) दिन = रात।
(11) पुरानी = नई।
(12) शुद्ध = अशुद्ध।

VI. नए शब्द बनाओ-

पत्ती = पत्ती = त्त = ……………………….
निम्मी = म्म = ……………………….
चच्चू = च्च = ……………………….
पक्का = क्क = ……………………….
झब्बेदार = ब्ब = ……………………….
ज़िद्द = द्द = ……………………….
उत्तर –
(i) त्त = पत्तल, पत्ता।
(ii) म्म = जुम्मन, चम्मच।
(iii) च्च = सर्वोच्च, बच्चा।
(iv) क्क = धक्का, चक्का।
(v) ब्ब = डिब्बा, अब्बा।
(vi) द्द = दद्दा, भद्दा।

VII. श्रुत लेख

हम मानव को जीवनदायिनी ऑक्सीजन देते हैं। कुछ पेड़ों से रात में कार्बनडाइ-ऑक्साइड निकलती है। बच्चो हमको रखना याद। हमसे है-जीवन आबाद।
उत्तर-
विद्यार्थी उपरोक्त पंक्तियों का श्रुतलेख लिखने का अभ्यास करें।

VIII. करो

(i) पेड़ों पर नारे लिखकर कक्षा में लगाओ।
(ii) पेड़ों की रक्षा करने का व्रत लो।
(iii) इस पाठ का अभिनय सही वेशभूषा धारण कर करो।
उत्तर-
निर्देश-विद्यार्थी उपरोक्त कार्यों को करने का प्रयास करें।

IX. सम्बन्ध जोड़ो

दादा फूफा
मामा चाची
चाचा बहन
बुआ मौसी
भाई दादी
मौसा मामी

उत्तर-
(i) दादा = दादी।
(ii) मामा = मामी।
(iii) चाची = चाचा।
(iv) बुआ = फूफा।
(v) भाई = बहन।
(vi) मौसा = मौसी।

अध्यापन निर्देश-अध्यापक बच्चों को समझाए कि जब किसी शब्द में एक अक्षर आधा और दूसरा वही अक्षर पूरा हो तो, ऐसे शब्दों को ‘द्वित्व शब्द’ कहते हैं। जैसे–’पत्ती’ में एक ‘त्’ आधा और उसके बाद ‘त’ पूरा है। इसी प्रकार अन्य शब्द लेकर समझाएं।

रहना जरा संभल के Summary & Translation in Hindi

कठिन शब्दों के अर्थ

लहरा कर = हिला कर।
अवसर = मौका।
फूला नहीं समाना = बहुत खुश होना।
चहलपहल = लोगों की रौनक, भीड़।
पंचायत = पंचों की मंडली।
सैंकड़ों = कई सौ।
नगरीकरण = शहरों में बसना।
अस्तित्व = विद्यमानता।
आँखों के तारे = प्रिय, प्यारे।
जीवनदायिनी = जीवन-देने वाले।
स्वार्थी = मतलबी।
मानव = मनुष्य।
दूषित = गन्दा।
नासमझ = नादान, मूर्ख।
पत्तल = पत्तों को जोड़कर बनाई गई थाली।
सर्वाधिक = सबसे अधिक।
गुणकारी = लाभकारी।
रक्त विकार = खून के रोग।
औषधि = दवाई।
निबौलियों = नीम के फल।
कोमल = नर्म ।
शाखाएँ = टहनियाँ।
कीटनाशक = कीड़ों का नाश करने वाली दवा।
अनाज = गेहूँ, दालें आदि।
पावन = पवित्र, शुद्ध ।
मूर्ति = तस्वीर, छवि।
अक्ल के कच्चे = नादान, नासमझ।
फुलवारी = वाटिका, बगीचा।
कीटनाशक = कीटों को नष्ट करने वाली दवा।

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 10 चौराहे का दीया

Punjab State Board PSEB 3rd Class Hindi Book Solutions Chapter 10 चौराहे का दीया Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 10 चौराहे का दीया

Hindi Guide for Class 3 PSEB चौराहे का दीया Textbook Questions and Answers

अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर

I. बताओ

1. दीवाली के दिन बच्चों को किन वस्तुओं का चाव अधिक रहता है ?
उत्तर-
दीवाली के दिन बच्चों को फल और मिठाइयाँ खाने का चाव अधिक रहता है।

2. दादी माँ मिठाई और फल खाने को क्यों मना करती थी ?
उत्तर-
दादी माँ मिठाई और फल पूजा के लिए मंगवाती थी इसीलिए पूजा से पहले वह मिठाई और फल खाने को मना करती थी।

3. दादी माँ ने कहाँ-कहाँ दीए जलाने का आदेश दिया ?
उत्तर-
दादी माँ ने बच्चों को आदेश देते हुए कहा कि एक दीया मन्दिर में, एक गुरुद्वारा में और एक दीया चौराहे पर जला कर रख आना।

4. चौराहे पर दीया जलाना लेखक को बेकार क्यों लगता ?
उत्तर-
चौराहे पर रखा जलता दीया जरा-सी हवा के झोंकों से बुझ जाएगा, किसी वाहन या राहगीर की ठोकर से यह टूट जाएगा। इसीलिए लेखक को चौराहे पर दीया जलाना बेकार लगता।

5. दादी माँ के अनुसार चौराहे पर दीया जलाना क्यों जरूरी है ?
उत्तर-
दादी माँ के अनुसार चौराहे पर दीया जलाना सबसे ज़रूरी है। इससे भटकने वाले मुसाफिरों को मंजिल मिल सकती है।

II. इन विशेष शब्दों के अर्थ समझते हुए वाक्य बनाओ –

(i) मुँह से लार टपकना = किसी वस्तु को देखकर मन में खाने की इच्छा होना।
(ii) उत्साह काफूर होना = हौंसला ढह जाना।
(iii) जीभ पर ताला लगना = मन को काबू में रखना।
(iv) ऊब जाना = काम में मन न लगना।
(v) सिरदर्द लगना = झंझट लगना।
उत्तर-
(i) मुँह से लार टपकना = किसी वस्तु को देखकर मन में खाने की इच्छा होना – पके हुए अंगूरों के गुच्छे देखकर लोमड़ी के मुँह से लार | टपकने लगी।
(ii) उत्साह काफूर होना = हौंसला ढह जानावर्षा से मैदान गीला होने के कारण हमारे खिलाड़ियों का मैच जीतने का सारा उत्साह काफूर हो गया।
(iii) जीभ पर ताला लगना = मन को काबू में रखना – फल खाने के इच्छुक बच्चे शाम तक जीभ पर ताला लगाए रखते।
(iv) ऊब जाना = काम में मन न लगना – मोहन जल्दी ही अपने काम से ऊब गया।
(v) सिरदर्द लगना = झंझट लगना -चौराहे पर दीया जलाकर रखना बच्चों को सिरदर्द लगता।

III. पढ़ो, समझो और लिखो –

मिठाई = मिठाइयाँ = मिठाइयों
दादी = दादियाँ = दादियों।
दीया = दीये = दीयों।
बच्चा = बच्चे = बच्चों।
टोकरा = टोकरे = टोकरों।
चौराहा = चौराहे = चौराहों।
डिब्बा = डिब्बे = डिब्बों।
उत्तर-
विद्यार्थी एकवचन से बने बहुवचन के रूपों को समझें और लिखने का अभ्यास करें।

IV. वाक्य बनाओ

मन्दिर, गुरुद्वारा, महक, नालायक, विचलित, ज्योति।
उत्तर-
(i) मन्दिर = हम शाम को मन्दिर जाते हैं।

(ii) गुरुद्वारा = हमारे घर के पास ही गुरुद्वारा
.
(iii) महक = फूलों की महक अच्छी लगती है।

(iv) नालायक = नालायक बच्चों का मन | शरारतों में खूब लगता है।
अथवा
दिनेश की गिनती नालायक बच्चों में होती है।

(v) विचलित = कितनी भी मुश्किलें आएं, वीर कभी विचलित नहीं होते।

(vi) ज्योति = मन्दिर में पवित्र ज्योति जलती

V. ‘ना’ और ‘अ’ अक्षर लगाकर विपरीत शब्द बनाओ

ना + लायक = …………………………..
ना + लायक = …………………………..
ना + समझ = …………………………..
अ + ज्ञान = ………………………….
अ + धर्म = …………………………..
उत्तर-
(i) ना + लायक = नालायक
(ii) ना + समझ = नासमझ
(ii) अ + ज्ञान = अज्ञान
(iv) अ + धर्म = अधर्म।

VI. बायीं ओर के चित्र में से दिए गए शब्दों के विपरीत शब्द ढूँढ़ कर लिखो

दिन = …………………………..
सुबह = …………………………..
बेकार = …………………………..
रोना = …………………………..
अंधकार = …………………………..
एक = …………………………..
हार = …………………………..
सवाल = …………………………..
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 10 चौराहे का दीया 1
उत्तर
शब्द विपरीतार्थक
(i) दिन = रात।
(ii) अंधकार = प्रकाश।
(iii) सुबह = शाम।
(iv) एक = अनेक।
(v) बेकार = ज़रूरी।
(vi) हार = जीत।
(vii) रोना = हँसना।
(viii) सवाल = जवाब।

VII. दिये गए शब्द जोड़ों के अर्थ दिए गए हैं। शब्द के अर्थ को समझते हुए वाक्य बनाओ

दीया = दीपक = हमने चौराहे पर दीया जलाया।
दिया = देना = दादी माँ ने गरीबों को दान दिया।
दिन = दिवस = …………………………..
दीन = असहाय = …………………………..
हंस = एक पक्षी = …………………………..
हँस = हँसना = ……………………………
जान = प्राण = …………………………..
जान = पता लगना = …………………………..
मान = इज्ज़त = …………………………
मान = मान जाना = …………………………..
खोया = दूध से बनी वस्तु/मिठाई = …………………………..
खोया = गुम हो जाना = …………………………..
मिल = कारखाना = …………………………..
मिल = मिलना = …………………………..
मील = सड़क पर दूरी मापने का एक पैमाना = …………………………..
उत्तर-
(i) दीया = दीपक = हमने चौराहे पर दीया जलाया।
दिया = देना = दादी माँ ने गरीबों को दान दिया।

(ii) दिन = दिवस = मेरा आज का दिन अच्छा रहा।
दीन = असहाय = दीन-दुखियों की सेवा करो।

(iii) हंस = एक पक्षी = तालाब में हंस तैर रहे हैं।
हँस = हँसना = वे भिखारी पर हँस रहे थे।

(iv) जान = प्राण = मोहन और सोहन तो जान बचा कर भागे।
जान = पता लगना = मैं आपके सारे भेद जान गया हूँ।

(v) मान = इज्ज़त = वह मेरा बहुत मान करता है।
मान = मान जाना = वह मेरी बात मान गया।

(vi) खोया = दूध से बनी वस्तु/मिठाई = मुझे खोया बहुत भाता है।
खोया = गुम हो जाना = मेरा खोया पेन कल मुझे मिल गया।

(vii) मिल = कारखाना = मेरे पिता जी एक मिल में काम करते हैं।
मिल = मिलना = मुझे मेरी पुस्तक मिल नहीं रही।
मील = सड़क पर दूरी मापने का एक पैमाना = मुझे पाँच मील पैदल चलना पड़ा।

VIII. दिए गए शब्दों का मिलान करो

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 10 चौराहे का दीया 2
उत्तर-
(i) बच्चा = बचपन।
(ii) बूढ़ा = बुढ़ापा।
(iii) मुस्कराना = मुस्कराहट।
(iv) भोला = भोलापन।
(v) महकना = महक।

IX. इन शब्दों के स्थान पर एक शब्द लिखो

जहाँ चार राह मिलते हों = चौराहा।
सिक्खों का पूजा का स्थान = …………………………..
हिन्दुओं का पूजा का स्थान = …………………………..
मुसलमानों का पूजा का स्थान = …………………………..
ईसाइयों का पूजा का स्थान = …………………………..
उत्तर-
वाक्यांश के लिए एक शब्द –
(i) जहाँ चार राह मिलते हों = चौराहा।
(ii) सिक्खों का पूजा का स्थान = गुरुद्वारा।
(iii) हिन्दुओं का पूजा का स्थान = मन्दिर।
(iv) मुसलमानों का पूजा का स्थान = मस्जिद।
(v) ईसाइयों का पूजा का स्थान = गिरजाघर ।

X. दिए गए चित्र को ध्यान से देखो। दीवाली पर पाँच वाक्य लिखो।
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 10 चौराहे का दीया 3

  1. दीपावली रोशनी का त्योहार है।
  2. बच्चे इस दिन खूब पटाखे चलाते हैं।
  3. बच्चे नए-नए कपड़े पहनते हैं।
  4. बच्चे मिठाइयाँ और फल खाते हैं।
  5. इस दिन लक्ष्मी की पूजा की जाती है।

चौराहे का दीया Summary & Translation in Hindi

पाठ का सार

‘चौराहे का दीया’ पाठ के लेखक कमलेश भारतीय अपने बचपन की दीपावली को याद करते कहते हैं कि दीपावली से कुछ दिन पहले ही मिठाइयों और फूलों की दुकानें सज जाती थीं। कब मिठाइयाँ खरीदने जाएंगे ? यह पूछते-पूछते दीवाली का दिन भी आ जाता। दीवाली में मिठाइयों को देखकर हमारे मुँह में पानी आ जाता लेकिन दादी माँ का हुक्म रहता कि पूजा से पहले कुछ नहीं मिलेगा।

हम जीभ पर ताला लगाए शाम तक का इन्तज़ार करते कि कब शाम हो और पूजा हो। लेकिन दादी माँ पूजा करने से पहले कई दीयों में तेल डालकर हमें समझाने लगती कि यह दीया मन्दिर में जलाना, यह दीया गुरुद्वारे में और यह एक दीया किसी चौराहे पर जलाना। हमें कुछ समझ में नहीं आता कि इन दीयों को जलाने से क्या होगा? हमें रहता कि जल्दी से जल्दी दीए जलाने का काम पूरा हो और हम फल और मिठाइयाँ खाएँ।

दादी से इन दीयों को जलाने के बारे में पूछने पर वह हमें बताती कि ये दीये इसलिए जलाए जाते हैं ताकि मन्दिर और गुरुद्वारों से तुम एक-सी रोशनी, एक-सा ज्ञान प्राप्त करो। “और चौराहे का दीया किसलिए दादी माँ ?” हम पूछते। दादी माँ हमें समझाती, “मेरे भोले बच्चो! चौराहे का दीया सबसे ज्यादा ज़रूरी है। इससे भटकने वाले मुसाफिरों को मंज़िल मिल सकती है और मन्दिरगुरुद्वारे को जोड़ने वाली एक ही ज्योति की पहचान भी।”

कठिन शब्दों के अर्थ

खोया हुआ = मग्न हुआ।
आदेश = हुक्म, आज्ञा।
महक = खुशबू।
उत्साह = जोश।
दीया = दीपक।
चौराहा = जहाँ चार रास्ते आपस में मिलते हों।
लुभाना = ललचाना।
काफूर होना = उड़ जाना।
सनकी = धुन, दीवानगी।
नालायक = ना समझदार।
आग्रह = अनुनय, विनती।
हासिल = प्राप्त।
खीझकर = चिढ़कर।
बेकार = व्यर्थ ।
राहगीर = यात्री, पैदल चलने वाला।
विचलित = डगमगाना।
मंज़िल = लक्ष्य।
मुसाफिरों = यात्रियों।
वाहन = गाड़ियाँ।

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 9 पेड़

Punjab State Board PSEB 3rd Class Hindi Book Solutions Chapter 9 पेड़ Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 9 पेड़

Hindi Guide for Class 3 PSEB पेड़ Textbook Questions and Answers

अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर

I. बताओ

1. पेड़ खड़े-खड़े कैसे दिखते हैं ?
उत्तर-
पेड़ खड़े-खड़े सैनिक जैसे दिखते हैं।

2. पेड़ किस-किस स्थिति में भी नहीं घबराते ?
उत्तर-पेड़ सर्दी, गर्मी, वर्षा किसी भी स्थिति में नहीं घबराते।

3. पेड़ों की मस्ती कैसे दिखाई देती है ?
उत्तर-
हरे और गुलाबी पत्तों रूपी आभूषण पहने | पेड़ मस्ती में दिखाई देते हैं।

4. पेड़ों का स्वभाव क्या है ?
उत्तर-
पेड़ों का स्वभाव सज्जनता से भरा है। फल और फूलों से लदे हुए पेड़ सदा नीचे झुके रहते हैं।

5. पेड़ इस कविता के द्वारा क्या सीख दे रहे हैं ?
उत्तर-
इस कविता के द्वारा पेड़ सीख दे रहे हैं कि चाहे कितनी भी मुश्किलें आएं अपने पथ पर अडिग रहो और सदा विनम्र रहो।

II. वाक्य बनाओ

सैनिक = …………………………….
गहने = …………………………….
खुशबू = …………………………….
वर्षा = …………………………….
छतरी = …………………………….
डट जाना = …………………………….
फूले नहीं समाना = …………………………….
उत्तर-
(i) सैनिक = सिपाही – सैनिक दिनरात हमारे देश की रक्षा करते हैं।
(ii) गहने = आभूषण – गहने बहुत सुन्दर हैं।
(iii) खुशबू = सुगन्ध – फूलों से मीठी खुशबू आ रही है।
(iv) वर्षा = बारिश – कल से वर्षा हो रही है।
(v) छतरी = छाता – छतरी हमें वर्षा से बचाती
(vi) डट जाना = अड़ जाना – पेड़ सर्दी, गर्मी, वर्षा में भी डटे रहते हैं।
(vii) फूले नहीं समाना = बहुत खुश होना – ईनाम पाकर मोहन तो फूले नहीं समा रहा।

III. कविता की पंक्तियाँ पूरी करो

कड़ी धूप में बनते …………………………
सारा जीवन ………………………… बनाया।
पेड़ों की है ………………………… काया,
पहले ………………………… लाते पेड़।
फिर ………………………… बन जाते पेड़॥
उत्तर-
कड़ी धूप में बनते साया,
सारा जीवन सरस बनाया,
पेड़ों की है अद्भुत काया।
पहले वर्षा लाते पेड़।
फिर छतरी बन जाते पेड़॥

IV. बायीं ओर कुछ शब्द दिए गए हैं। दायीं ओर दिए गए पेड़ के चित्र में से उनके समान अर्थ वाले शब्द ढूँढ़ कर लिखो-

पेड़ = …………………………
जंगल = …………………………
पर्वत = …………………………
वर्षा = …………………………
बादल = …………………………
बिजली = …………………………
पुष्प = …………………………
खुशबू = …………………………
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 9 पेड़ 1

पेड़ Summary & Translation in Hindi

पद्यांशों के सरलार्थ

1. खड़े-खड़े मुस्काते पेड़।
कहीं न आते-जाते पेड़॥
जंगल हो या तड़क-भड़क हो,
पर्वत, घाटी, खुली सड़क हो।
किन्तु नहीं घबराते पेड़।
सैनिक से डट जाते पेड़॥

सरलार्थ-
ये पंक्तियाँ हमारी हिन्दी की पाठ्यपुस्तक में संकलित कविता ‘पेड़’ से ली गई हैं। इन पंक्तियों में कवि पेड़ के गुणों का वर्णन करते हुए कहते हैं कि पेड़ सदा खड़े-खड़े मुस्कुराते रहते हैं। जंगल हो या शहर की चमक-दमक हो, पर्वत हो, घाटी हो या फिर खुली सड़क हो। ये पेड़ बिल्कुल भी नहीं घबराते बल्कि अपनी जगह पर ही स्थिर सैनिक के समान अटल और अडिग रहते हैं। भाव-विशेष-कवि ने पेड़ों की अडिगता के गुण पर प्रकाश डाला है।

2. हरे, गुलाबी गहने पहने,
सीख गए सब आतप सहने,
इनकी मस्ती के क्या कहने।
खिलना हमें सिखाते पेड़।
सुन्दर दृश्य दिखाते पेड़॥

सरलार्थ-
ये पंक्तियाँ हमारी हिन्दी की पाठ्यपुस्तक में संकलित कविता ‘पेड़’ से ली गई हैं। इन पंक्तियों में कवि पेड़ के गुणों का वर्णन करते हुए कहते हैं कि अपने तन पर हरे और गुलाबी पत्तों के गहने सजाए हुए ये पेड़ सर्दी, गर्मी सहना भी सीख गए हैं। इनकी मस्ती, आनन्द और खुशी का तो कहना ही क्या ? ये तो हम मनुष्यों को भी प्रसन्न रखना सिखाते हैं। फूलों और फलों से लदे ये पेड़ हमें सुन्दर नज़ारे दिखाते हैं।

3. कई तरह के फल उपजाते,
खुशबू वाले फूल खिलाते,
लेकिन थोड़ा-सा झुक जाते।
सज्जनता के नाते पेड़।
फूले नहीं समाते पेड़॥

सरलार्थ-
ये पंक्तियाँ हमारी हिन्दी की पाठ्यपुस्तक में संकलित कविता ‘पेड़’ से ली गई हैं। इसमें कवि पेड़ के गुणों पर प्रकाश डालते हुए बताते हैं कि पेड़ हमारे लिए कई प्रकार के फल पैदा करते हैं और कई प्रकार के खुशबू से भरे हुए फूल हमें देते हैं। फल-फूलों से लदे हुए ये पेड़ सज्जनता से नीचे झुक जाते हैं अर्थात् इन्हें ज़रा भी घमण्ड नहीं होता बल्कि विनम्र रहते हैं। फल और फूलों से भरे हुए ये पेड़ प्रसन्नता से भरे रहते हैं। भाव-विशेष-कवि ने पेड़ के विनम्रता के स्वभाव को बताया है।

4. कड़ी धूप में बनते साया,
सारा जीवन सरस बनाया,
पेड़ों की है अद्भुत काया।
पहले वर्षा लाते पेड़।
फिर छतरी बन जाते पेड़॥

सरलार्थ-
ये पंक्तियाँ हमारी हिन्दी की पाठ्यपुस्तक में संकलित कविता ‘पेड़’ से ली गई हैं। कवि पेड़ के गुणों का वर्णन करते हुए कहते हैं कि जब बहुत तेज़ धूप होती है तो हमें छाया देते हैं। इन्होंने हमारा जीवन रसमय, आनन्दमय बनाया है। इनका शरीर भी अद्भुत होता है अर्थात् गर्मी, सर्दी, वर्षा, धूप का इस पर कोई असर नहीं होता। ये पेड़ पहले तो वर्षा लाते हैं और फिर वर्षा में छाता बनकर हमें वर्षा से बचाते हैं। भाव विशेष-कवि ने पेड़ों के लाभ बताए हैं।

कठिन शब्दों के अर्थ

जंगल = वन।
मुस्काना = धीमे से हँसना।
तड़क-भड़क = नगर की चमक-दमक।
पर्वत = पहाड़।
घाटी = पहाड़ की ढाल।
घबराते = डरते।
सैनिक = सिपाही।
डट जाते = अड़ जाते।
आतप = धूप, गर्मी।
मस्ती = खुशी, आनन्द।
दृश्य = नज़ारा।
उपजाते = उत्पन्न करते।
सज्जनता = अच्छा होने की बात, शराफत ।
फूले नहीं समाना = बहुत प्रसन्न होना।
कड़ी = तेज़।
साया = छाया।
सरस = रस से भरा हुआ।
अद्भुत = अनोखी।
काया = शरीर।
छतरी = छाता।

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 8 एक खास बाग़ : जलियाँवाला बाग़

Punjab State Board PSEB 3rd Class Hindi Book Solutions Chapter 8 एक खास बाग़: जलियाँवाला बाग़ Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 8 एक खास बाग़ : जलियाँवाला बाग़

Hindi Guide for Class 3 PSEB एक खास बाग़ : जलियाँवाला बाग़ Textbook Questions and Answers

अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर

I. बताओ

1. अमृतसर के दो प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थानों के नाम लिखो।
उत्तर-
अमृतसर के दो प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थल हैंस्वर्ण मन्दिर और जलियाँवाला बाग़।

2. जलियाँवाला बाग़ में अंग्रेज़ अधिकारियों |ने गोलियाँ कब बरसायी थीं ?
उत्तर-
अंग्रेज़ अधिकारियों ने जलियाँवाला बाग में 13 अप्रैल, सन् 1919 को वैशाखी के दिन गोलियाँ बरसायी थीं।

3. अंग्रेज़ अधिकारियों ने गोलियाँ क्यों चलाई थीं ?
उत्तर-
अंग्रेज़ अधिकारियों ने लोगों में दहशत फैलाने के लिए निहत्थे लोगों पर गोलियां चलाईं।

4. इस नरसंहार में कितने लोग मारे गए और कितने घायल हुए ?
उत्तर-
इस नरसंहार में 379 लोग मारे गए और 1100 लोग घायल हो गए थे।

5. बाग़ में स्थित कुएँ से कितने शव निकाले गए ?
उत्तर-
बाग़ में स्थित कुएं से 120 शव निकाले गए।

6. जलियाँवाले बाग़ में प्रदर्शन क्यों किया गया था ?
उत्तर-
अंग्रेज़ सरकार की नीतियों का विरोध दर्शाने के लिए अमृतसर के जलियाँवाले बाग़ में प्रदर्शन किया गया था।

7. जलियाँवाले बाग़ को स्मारक का दर्जा किसने और कब दिया ?
उत्तर-
13 अप्रैल, सन् 1961 को प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और राष्ट्रपति डॉ० राजेन्द्र प्रसाद जी ने इस स्मारक को लोगों को समर्पित किया।

II. वाक्य बनाओ

स्वर्ण मन्दिर = ……………………..
निहत्थी = ……………………..
श्रद्धांजलि = ………………………..
नरसंहार = …………………………
प्रज्वलित = ………………………
स्मृति = ……………………………
उत्तर-
(i) स्वर्ण मन्दिर = स्वर्ण मन्दिर अमृतसर में है।
(ii) निहत्थी = अंग्रेज़ सरकार ने निहत्थी जनता | पर गोलियाँ चलवाईं।
(iii) श्रद्धांजलि = सभा में लोग श्रद्धांजलि अर्पित करने आए थे।
(iv) नरसंहार = 13 अप्रैल, सन् 1919 को अमृतसर के जलियाँवाला बाग़ में भीषण नरसंहार हुआ।
(v) प्रज्वलित = यहाँ ज्योति हर समय प्रज्वलित रहती है।
(vi) स्मृति = शहीदों की स्मृति में यहाँ ज्योति प्रज्वलित रहती है।

III. जोड़कर नए शब्द बनाओ

प्र + दर्शन = प्रदर्शन।
अमृत + सर = …………………………..
प्र + सिद्ध = …………………………..
देश + भक्ति = …………………………..
सु + रक्षित = …………………………..
प्रधान + मंत्री = …………………………..
सं + देश = …………………………..
राष्ट्र + पति = …………………………..
नि + शान = …………………………..
लोक + अर्पित = …………………………..
आ + देश = …………………………..
अ + हिंसा = …………………………..
उत्तर-
(i) प्र + दर्शन = प्रदर्शन।
(ii) प्र + सिद्ध = प्रसिद्ध।
(iii) सु + रक्षित = सुरक्षित।
(iv) सं + देश = संदेश।
(v) नि + शान = निशान।
(vi) आ + देश = आदेश।

(i) अमृत + सर = अमृतसर।
(ii) देश + भक्ति = देशभक्ति।
(iii) प्रधान + मंत्री = प्रधानमंत्री।
(iv) राष्ट्र + पति = राष्ट्रपति
(v) लोक + अर्पित = लोकार्पित।
(vi) अ + हिंसा = अहिंसा।

IV. शब्द में से शब्द बनाओ

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 8 एक खास बाग़ जलियाँवाला बाग़ 1
उत्तर-
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 8 एक खास बाग़ जलियाँवाला बाग़ 2

V. पढ़ो, समझो और लिखो

बाग़ = बागों
शहीद = ………………………………
दीवार = ………………………………
अंग्रेज़ = ………………………………
निशान = ………………………………
कुआँ = ………………………………
स्मारक =………………………………
घायल = ………………………………
उत्तर-
एकवचन – बहुवचन
(i)  बाग़ = बागों।
(ii) दीवार =  दीवारों।
(iii) निशान निशानों।
(iv) स्मारक = स्मारकों।
(v) शहीद = शहीदों।
(vi) अंग्रेज़ = अंग्रेजों।
(vii) कुआँ = कुओ
(viii) घायल = घायलों ।

VI. करो

1. अमृतसर के प्रसिद्ध स्थानों की जानकारी प्राप्त करो।
2. अपने अध्यापक से जलियाँवाला बाग़ की घटना की जानकारी प्राप्त करो।
3. जलियाँवाले बाग़ को देखने के लिए अपने माता-पिता से आग्रह करो।
उत्तर-
उपरोक्त तीनों प्रश्नों के उत्तर विद्यार्थियों के प्रयास पर निर्भर हैं।
जलियाँवाले बाग़ में दिखती हैं
अमर शहीदों की कर्बानियाँ।
मर मिट जायेंगे हम,
पर मिटने न देंगे उनकी निशानियाँ।

एक खास बाग़ : जलियाँवाला बाग़ Summary & Translation in Hindi

पाठ का सार

अमृतसर में स्वर्ण मन्दिर के पास ही संकरी गली से होते हुए जलियाँवाला बाग़ आता है। यह कोई साधारण बाग़ नहीं है। यह बाग़ देशभक्ति का संदेश देता है। जलियाँवाला बाग़ में 13 अप्रैल, सन् 1919 में अंग्रेज़ अधिकारी ब्रिगेडियर जनरल रेगीनेल्ड डायर के आदेश पर 90 अंग्रेज़ सिपाहियों ने निहत्थी भीड़ पर गोलियाँ बरसाई थीं। इसमें 379 लोग मारे गए और 1100 लोग घायल हो गए। जलियाँवाले बाग़ के छोटे से कुएँ से 120 शव निकाले गए थे। इन लोगों ने कोई गुनाह किया था तो केवल इतना ही कि अंग्रेज़ सरकार द्वारा बनाई नीतियों का विरोध किया था। अपने नेताओं सैफुद्दीन किचलू और सत्यपाल को छुड़वाने के लिए प्रदर्शन किया था। इससे हिंसा भड़क उठी थी।

इस बाग़ में इतने बड़े नरसंहार के बाद सन् 1920 में स्मारक बनाने का प्रस्ताव रखा गया और सन् 1923 में यह जगह मोल ली गई। अमेरिकन शिल्पी ने इस स्मारक का डिज़ाइन तैयार किया। सन् 1961 में 13 अप्रैल को उस समय देश के राष्ट्रपति डॉ० राजेन्द्र प्रसाद और प्रधानमन्त्री जवाहर लाल | नेहरू ने इस स्मारक को लोकार्पित किया। यहाँ हर समय शहीदों की स्मृति में ज्योति प्रज्वलित होती रहती है। यहाँ की दीवारों में आज भी गोलियों के निशान सुरक्षित रखे गए हैं।

कठिन शब्दों के अर्थ

स्वर्ण-मन्दिर = सिक्ख धर्म का प्रसिद्ध धार्मिक स्थान।
अनाम = जिसका नाम या ख्याति न हो।
शहीद = देश या जाति के लिए अपने को कुर्बान करना।
संकरी = तंग, प्रज्वलित = जलती हुई।
माथा नवाना = सिर झुकाना।
मामूली = साधारण।
निहत्थी = खाली हाथ, जिसके पास कोई हथियार न हो।
गुनाह = दोष।
विरोध = न मानना।
नरसंहार = लोगों का विनाश, मनुष्यों का कत्ल होना।
श्रद्धांजलि = किसी आदरणीय मृतक व्यक्ति के प्रति श्रद्धा प्रकट करने के लिए कहे गए शब्द।
स्मारक = किसी की याद में बनाया गया स्तम्भ आदि।
प्रस्ताव = सुझाव।
लोकार्पित = लोगों को समर्पित।
स्मृति = याद।

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 7 बालक सुभाष

Punjab State Board PSEB 3rd Class Hindi Book Solutions Chapter 7 बालक सुभाष Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 7 बालक सुभाष

Hindi Guide for Class 3 PSEB बालक सुभाष Textbook Questions and Answers

अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर

1. बताओ

1. ‘जयहिन्द’ का नारा किसने दिया था ?
उत्तर-
जय हिन्द’ का नारा सुभाष चन्द्र बोस ने दिया था।

2. आजाद हिन्द फ़ौज की स्थापना कहाँ हुई की ?
उत्तर-
आज़ाद हिन्द फ़ौज की स्थापना बर्मा में हुई थी।

3. सुभाष चन्द्र बोस ने नवयुवकों से क्या कहा ?
उत्तर-
सुभाष चन्द्र बोस ने नवयुवकों से कहा, “तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा।”

4. बालक सुभाष की मातृभाषा क्या थी ?
उत्तर-
बालक सुभाष की मातृभाषा बंगाली थी।

5. बालक सुभाष के सद्गुण लिखो।
उत्तर-
बालक सुभाष बहुत दयालु स्वभाव के थे। वह किसी को भी दुखी नहीं देख सकते थे। जब भी कोई ग़रीब दिखाई देता वह उसकी सहायता छ करते हुए अपने वस्त्र तक दे देते थे।

II. वाक्य बनाओ

खिल्ली उड़ाना = मज़ाक करना = …………………..
लज्जित होना = शर्म महसूस करना = ……………………….
जिद्द का पक्का = दृढ़ निश्चय वाला = ……………………….
मातम छाना = दुःख होना = ……………………….
सीने से लगाना = प्यार करना = ……………………….
उत्तर-

  • खिल्ली उड़ाना = मजाक करना = बच्चों ने रवि की खूब खिल्ली उड़ाई।
  • लज्जित होना = शर्म महसूस करना = रवि अपने किए पर खूब लज्जित हुआ।
  • जिद्द का पक्का = दृढ़ निश्चय वाला = बालक सुभाष चन्द्र बोस अपनी जिद्द का पक्का था।
  • मातम छाना = दुःख होना = बेटे की मृत्यु का समाचार पाते ही रामू के घर में मातम छा गया।
  • सीने से लगाना = प्यार करना = माँ ने अपने बेटे को सीने से लगा लिया।

III. विपरीत शब्दों का मिलान करो

आज़ाद ग़रीब
दुःख प्यार
प्रशंसा नफ़रत
निन्दा गुलाम
अमीर सुख
संयम ज्ञान
सम्मान सरल
कठिन अपमान
असंयम अज्ञान
उत्तर-
विपरीत शब्दों का सही मिलान
(क)

  • आज़ाद = गुलाम।
  • ग़रीब = अमीर।
  • दुःख = सुख।
  • प्यार = नफ़रत।
  • प्रशंसा = निन्दा।

(ख) संयम = असंयम।
ज्ञान = अज्ञान। सम्मान = अपमान।
सरल = कठिन।

IV. गुब्बारे में से सही शब्द चुनकर अनेक शब्दों के स्थान पर एक शब्द लिखो

पढ़ाई करने वाला = ……………………….
दूसरे देश का = ……………………….
भारत में रहने वाला = ……………………….
बीमार रहने वाला = ……………………….
साथ पढ़ने वाला = ……………………….
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 7 बालक सुभाष 1
उत्तर-

  • पढ़ाई करने वाला = विद्यार्थी।
  • दूसरे देश का = विदेशी।
  • भारत में रहने वाला = भारतीय।
  • बीमार रहने वाला = रोगी।
  • साथ पढ़ने वाला = सहपाठी।

V. अक्षरों से नए शब्द बनाओ

हिन्दी = न्द = ………………………………
स्थापना = स्थ = ………………………………
तुम्हें = म्ह जिद्द = ………………………………
अध्यापक = ध्य = ………………………………
उत्तर –

  • हिन्दी = न्द बिन्दी,= आनन्द।
  • चन्द्र = न्द्र नरेन्द्र,= सुरेन्द्र।
  • स्थापना = स्थ = स्वस्थ, तटस्थ।
  • तुम्हें = म्ह = लम्हे, तुम्हारा।
  • जिद्द = द्द = भद्दा, गद्दा।
  • अध्यापक = ध्य = मध्य, ध्यान।

करो-नीचे दिए गए चित्रों को देखो और बताओ इन्होंने कौन-सा नारा दिया ?
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 7 बालक सुभाष 2
उत्तर-
(क) नेता जी सुभाष चन्द्र बोस- “जय हिन्द”। “तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा।” ।
(ख) श्री लाल बहादुर शास्त्री- “जय जवान जय किसान”
(ग) सरदार भगत सिंह-‘इन्कलाब जिन्दाबाद”
(घ) राष्ट्रपिता महात्मा गांधी-“अहिंसा परमोधर्म।”

बालक सुभाष Summary & Translation in Hindi

पाठ का सार

बच्चो! जानते हो ‘जय हिन्द’ का नारा किसने लगाया था ? किसने कहा था-“तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा” यह नारा सुभाष चन्द्र बोस ने लगाया था जिन्होंने बर्मा में आजाद हिन्द फ़ौज की स्थापना की थी। सुभाष भी बचपन में बहुत नटखट और खेलकूद करने वाले बालक थे, लेकिन वे आरम्भ से ही निडर, जिद्दी और दयालु स्वभाव के थे। दूसरों के | दु:ख उनसे देखे न जाते थे और वह उनकी सहायता के लिए अपने वस्त्र तक दे देते थे।

उनके जीवन पर उनकी माता तथा स्वामी रामतीर्थ एवं स्वामी विवेकानंद जी के विचारों का बहुत प्रभाव था। वे अंग्रेज़ों को छोड़कर किसी से भी नफ़रत नहीं करते थे। अंग्रेजों | की भेदभावपूर्ण नीति तथा भारतीयों पर उनके अत्याचारों के कारण वे उनसे घृणा करते थे। सुभाष अभी चौथी कक्षा के विद्यार्थी थे जब उन्हें | पता चला कि साथ के गाँव में हैजा फैल गया है, तो वे घर में बताए बिना ही गाँव वालों की सेवा को . दौड़ गए। माता-पिता उनके लिए परेशान थे। कुछ दिनों बाद जब गाँव की स्थिति में सुधार हुआ तो वे घर लौट आए।

एक बार इन्हें कक्षा में ‘गाय’ का निबन्ध मातभाषा बंगाली में लिखने को कहा गया। इन्हें बंगाली भाषा अच्छी प्रकार नहीं आती थी जिस कारण कक्षा में इनका खूब मज़ाक उड़ा। जिद्द के पक्के सुभाष ने इस विषय पर इतनी मेहनत की कि वार्षिक परीक्षा में प्रथम स्थान पर आए। . इन्हें पढ़ाई से खूब प्यार था। वे अपनी किताबों के अतिरिक्त शिक्षाप्रद कहानियाँ भी पढ़ते थे। पढ़ाई के साथ-साथ इन्हें प्रकृति से भी प्रेम था। अपने बंगले के सामने इन्होंने एक बगीचा भी लगा रखा था जिसकी देखभाल वह स्वयं करते थे। ऐसे थे बालक सुभाष जो बड़े होकर एक वीर और सम्मानीय नेता बने। राष्ट्र आज भी उनके प्रति नतमस्तक है।

कठिन शब्दों के अर्थ

नारा = जयघोष।
आजाद = स्वतन्त्र ।
नटखट = शरारती।
धमाचौकड़ी = उछल-कूद।
निडर = न डरने वाला।
दयालु = दया करने वाला।
वस्त्र = कपड़े।
स्वभाव = आदत।
अत्यन्त = बहुत अधिक।
प्रभावित = प्रभाव या असर में आया हुआ।
इन्सान = मनुष्य।
विदेशियों = दूसरे देश के, अंग्रेज़ों।
नफ़रत = घृणा।
भेदभाव = दो लोगों से अलगअलग व्यवहार करना।
निन्दा = बुरे शब्द कहना, बुराई करना।
भिड़ गए = लड़ पड़े।
संयम = धैर्य, हौंसला।
तत्पर = तैयार।
हैजा = मक्खियों से फैली बीमारी।
मातम = दुःख, शोक।
सहपाठियों = साथ पढ़ने वालों।
खिल्ली उड़ाई = मज़ाक उड़ाया।
अज्ञानता = ज्ञान न होना।
लज्जित = शर्मिंदा।
अध्ययन = पढ़ाई।
परीक्षा = पेपर।
प्रथम = पहला।
सम्मान = आदर, मान।
तबादले= बदली, स्थानांतरण।
व्याख्यान = भाषण।
शिक्षाप्रद = शिक्षा देने वाली।
स्थापना = बनाना।