Punjab State Board PSEB 3rd Class Hindi Book Solutions Chapter 23 सत्यं वद Textbook Exercise Questions and Answers.
PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 23 सत्यं वद
Hindi Guide for Class 3 PSEB सत्यं वद Textbook Questions and Answers
अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर
I. बताओ
1. गुरु जी ने शिष्यों को पहले दिन कौन-सा पाठ पढ़ाया ?
उत्तर-
गुरु जी ने शिष्यों को पहले दिन ‘सत्यम् वद’ अर्थात् सच बोलो का पाठ पढ़ाया।
2. गुरु जी द्वारा पढ़ाए गए पाठ को किसने नहीं सुनाया और क्यों ?
उत्तर-
गुरु जी द्वारा पढ़ाए गए पाठ को युधिष्ठिर ने नहीं सुनाया क्योंकि उसे पाठ याद नहीं हुआ था।
3. कक्षा में बैठे सभी शिष्य युधिष्ठिर का मज़ाक क्यों उड़ाते थे ?
उत्तर-
युधिष्ठिर से एक सरल सा पाठ भी याद नहीं हो रहा था। इसी कारण कक्षा में बैठे सभी शिष्य युधिष्ठिर का मज़ाक उड़ाते थे।
4. युधिष्ठिर को गुरु द्वारा पढ़ाए गए पाठ को याद करने में ज्यादा दिन क्यों लगे ? ..
उत्तर-
युधिष्ठिर जब भी गुरु जी द्वारा दिए गए पाठ को याद करके सच बोलने की कोशिश करता तो कहीं न कहीं कुछ झूठ बोला जाता, इससे उसे लगता कि अभी मुझे पाठ अच्छी तरह याद नहीं हुआ।
5. गुरु जी ने युधिष्ठिर को गले क्यों लगाया ?
उत्तर-
गुरु जी द्वारा सिखाए गए पाठ के प्रति युधिष्ठिर की सच्ची निष्ठा और लग्न देखकर गुरु जी ने प्रसन्न होकर उसे गले से लगा लिया।
II. सही शब्दों पर गोले लगाओ
कोरव/कौरव असान/आसान
गुरु/गुरू हँसने/हसने
शिष्य/शिश्य युधिष्ठर/युधिष्ठिर
हेरान/हैरान प्रन्तु/परन्तु
उत्तर-
सही शब्द
(i) कौरव।
(ii) आसान।
(iii) गुरु।
(iv) हँसने।
(v) शिष्य।
(vi) युधिष्ठिर।
(vii) हैरान।
(viii) परन्तु।
III. समान अर्थ वाले शब्द जोड़ो
उत्तर-
समान अर्थ वाले शब्द
(i) सौ एक सौ/सैंकड़ा।
(ii) गुरु अध्यापक।
(iii) वद बोलना।
(iv) शिष्य
(viii) दिन दिवस।
(ix) सरल आसान।
(x) झूठ – मिथ्या।
IV. संयुक्त अक्षरों से बने शब्द पाठ में से चुनकर लिखो
क् + ष = क्ष = कक्षा
द् + व = द्व = ………………………………
क् + य = क्य = ………………………………
प् + र = प्र = ………………………………
उत्तर-
(i) क् + ष = क्ष = कक्षा
(ii) द् + व = व = विद्वान्
(iii) क् + य = क्य = क्या
(iv) प् + र = प्र = प्रबल
V. इस जाल में पाँच पाँडवों के नाम छिपे हैं। उन्हें ढूँढ़ो उन पर गोला लगाओ और उनके नाम लिखो।
उत्तर-
(i) युधिष्ठिर।
(ii) अर्जुन।
(iii) भीम।
(iv) नकुल।
(v) सहदेव।
सत्यं वद Summary & Translation in Hindi
पाठ का सार
पाण्डव और कौरव शिक्षा प्राप्त करने के लिए जब अपने गुरु जी के पास गए तो गुरु जी ने उन्हें पहले दिन पाठ पढ़ाया-‘सत्यम् वद’ अर्थात् सच बोलो। गुरु जी ने अपने शिष्यों से इस पाठ को याद करने के लिए कहा। अगले दिन जब गुरु जी ने पाठ सुना तो सिवाय युधिष्ठिर के सभी ने पाठ सुना दिया। युधिष्ठिर से जब गुरु जी ने पूछा तो उन्होंने कहा मुझे पाठ याद नहीं हुआ है। गुरु जी ने उसे अगले दिन पाठ याद करने को कहा। अगले दिन भी गुरु जी के पूछने पर युधिष्ठिर ने यही कहा कि गुरु जी मुझे पाठ याद नहीं हुआ।
इस पर सारी कक्षा हँसने लगी। गुरु जी ने उन्हें कहा कि जब तुम्हें अच्छी तरह पाठ याद हो जाए तभी कक्षा में आना। इस तरह काफी दिन बीत गए। फिर एक दिन युधिष्ठिर कक्षा में आया। गुरु जी के पूछने पर युधिष्ठिर ने कहा, “गुरु जी मुझे पाठ याद हो गया है।” गुरु जी के कहने पर उन्होंने कह दिया “सत्यम् वद” अर्थात् सच बोलो।
गुरु जी ने फिर कहा कि इतना सरल पाठ याद करने में तुमने इतने दिन लगा दिए। युधिष्ठिर ने कहा कि गुरु जी रोज़ाना सत्य बोलने की बात सोच कर भी कभी-कभी रोज़ झूठ निकल जाता था। ऐसे में फिर मैं आपसे कैसे कह देता कि मुझे पाठ याद हो गया है। आज मैंने मन से सच बोलने का प्रण लिया है। मैं जीवन भर सच बोलूँगा। गुरु जी ने युधिष्ठिर को गले से लगा लिया और कहने लगे, “बेटा ! सचमुच सच बोलने का पाठ सारी कक्षा में से तुमने ही सबसे अच्छी तरह याद किया है।”
कठिन शब्दों के अर्थ
सत्यम् = सत्य, सच ।
वद = बोलना।
शिष्य = चेला, शिक्षा पाने वाला।
पाठशाला = विद्यालय, स्कूल ।
शान्त = चुप।
सरल = आसान।
प्रण = प्रतिज्ञा, संकल्प, व्रत।
मज़ाक उड़ाना = हँसी उड़ाना।