PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 24 हिम्मत

Punjab State Board PSEB 3rd Class Hindi Book Solutions Chapter 24 हिम्मत Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 24 हिम्मत

Hindi Guide for Class 3 PSEB हिम्मत Textbook Questions and Answers

अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर

I. बताओ

1. महाभारत के युद्ध में कौरवों की संख्या कितनी थी ?
उत्तर-
महाभारत के युद्ध में कौरवों की संख्या एक सौ थी।

2. पाँडव कितने थे ? उनके नाम लिखो।
उत्तर–
पाँडव पाँच थे। युधिष्ठिर, अर्जुन, भीम, नकुल और सहदेव।

3. अभिमन्यु वीरगति को कैसे प्राप्त हुआ ?
उत्तर-
सोलह वर्ष के बालक अभिमन्यु ने अकेले ही कौरवों की विशाल सेना को चीरते हुए चक्रव्यूह को नष्ट किया। इस कार्य में वह घायल हो गया था। कौरवों ने उसे घेर लिया और अभिमन्यु लड़तेलड़ते वीरगति को प्राप्त हुआ।

4. किस घटना से पता चलता है कि महाराजा रणजीत सिंह एक साहसी व्यक्ति थे ?
उत्तर-
तेज गति से बहती नदी की धारा में से घोड़े को लेकर नदी पार कर जाना बताता है कि महाराजा रणजीत सिंह एक साहसी व्यक्ति थे।

5. चींटी से आप क्या प्रेरणा ले सकते हैं ?
उत्तर-
चींटी हमें जीवन में हिम्मत से आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है।

6. वीरता पुरस्कार किन बच्चों को दिया जाता है ?
उत्तर-
जो बच्चे अपने जीवन में साहस से भरा कोई काम करते हैं उन्हें वीरता पुरस्कार दिया जाता है।

7. यदि आपने जीवन में कोई साहस वाला | कार्य किया हो तो उसे लिखो।
उत्तर-
मैंने जीवन में साहस का परिचय देकर नदी में डूब रहे दो बच्चों को बचाया है।

II. वाक्य बनाओ

छक्के छुड़ाना = हौंसला ढह जाना = …………………………..
वीरगति को प्राप्त होना = युद्धभूमि में मारा जाना = …………………………..
धूल चटाना = हराना = …………………………..
दाँत खट्टे करना = हराना = …………………………..
उत्तर-
(i) छक्के छुड़ाना = हौंसला ढह जाना → अभिमन्यु ने अपनी वीरता से शत्रुओं के छक्के छुड़ा दिए।
(ii) वीरगति को प्राप्त होना = युद्धभूमि में मारा जाना→ युद्ध में हमारे कई सैनिक साहसपूर्वक लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए।
(iii) धूल चटाना = हराना → अकबर ने अपने साहस के बल पर अपने शत्रुओं को धूल चटा दी।
(iv) दाँत खट्टे करना = हराना → महाराजा रणजीत सिंह ने शत्रुओं के दाँत खट्टे कर दिए।

III. समान अर्थ वाले शब्द लिखो

हिम्मत = हौंसला
संकट = …………………………..
पराजित = …………………………..
युद्ध = …………………………..
शासक = …………………………..
पुरस्कार = …………………………..
नदी = …………………………..
घोड़ा = …………………………..
उत्तर-
(i) हिम्मत = हौंसला
(ii) संकट = मुसीबत।
(iii) पराजित = हराना।
(iv) युद्ध = लड़ाई।
(v) शासक = राजा।
(vi) पुरस्कार = ईनाम।
(vii) नदी = सरिता।
(viii) घोड़ा = अश्व।

IV. मिलान करो

हार – ज्यादा
फूल – अनिश्चित
कम – चलना
रुकना – जीत
निश्चित – काँटा
उत्तर-
विपरीतार्थक शब्दों का मिलान
(i) हार – जीत।
(ii) फूल – काँटा।
(iii) कम – ज्यादा।
(iv) रुकना – चलना।
(v) निश्चित – अनिश्चित।

V. नये शब्द बनाओ –

हिम्मत = म्म = चम्मच।
युद्ध = दूध = …………………………
संख्या = ख्य = …………………………
अन्त = न्त = …………………………
अवस्था = स्थ = …………………………
रास्ता = स्त = …………………………
प्रबन्ध = न्ध = …………………………
उत्तर-
शब्द
संयुक्त नया शब्द शब्द

  • हिम्मत = म्म = चम्मच।
  • युद्ध = द्ध = बुद्ध।(बुद्ध)
  • संख्या = ख्य = व्याख्या।
  • अन्त = न्त = सन्त।
  • अवस्था = स्थ = स्वस्थ।
  • रास्ता = स्त = अस्त।
  • प्रबन्ध = न्ध = अन्धा।

VI. दिए गए शब्दों को पढ़ो और बताओ कि वे किन-किन अक्षरों के मेल से बने हैं-

शत्रु, आज्ञा, दृढ़, श्री, चक्र, मार्ग।

  • शत्रु = श् + अ + त् + र् + उ।
  • आज्ञा = आ + ग् + य् + आ।
  • दृढ़ = द् + अ + अर् + टू + अ।
  • श्री = श् + र् + ई।
  • चक्र = च् + अ + क् + अ + र्।
  • मार्ग = म् + आ + र् + ग् + अ।

VII. शब्द में शब्द ढूंढकर लिखो

महाभारत, सामना, श्रीराम, सेनापतियों, महाराज।
उत्तर-

  • महाभारत = महा, भारत, भार, भात, मात।
  • सामना = साम, मना, नाम।
  • श्रीराम = श्री, राम।
  • सेनापतियों = सेना, पतियों।
  • महाराज = महा, राज, हारा,मरा, जरा।

VIII. पाठ में आए व्यक्तियों और ग्रंथों के नाम छाँट कर लिखेंउत्तर-व्यक्तियों के नाम –

  • श्रीराम।
  • अभिमन्यु।
  • अकबर।
  • महाराजा रणजीत सिंह।
  • झाँसी की रानी।
  • कल्पना चावला।
  • रावण।

ग्रंथों के नाम-

  1. रामायण।
  2. महाभारत।

हिम्मत Summary & Translation in Hindi

पाठ का सार

‘हिम्मत’ पाठ के लेखक विक्रमजीत नूर ने अपने पाठ में कुछ शूरवीरों की गाथाओं को बताते हुए कहा हमें मुश्किल के समय में हिम्मत से काम लेना चाहिए। मुसीबत के समय हिम्मत से काम लिया जाए तो कभी भी हार का मुँह नहीं देखना पड़ता। हिम्मत, हाँसला और दिलेरी ऐसे महान् गुण हैं, जिनके होते हुए हार कहीं नज़र नहीं आती। हमारे इतिहास में ऐसे अनेक शूरवीर हुए हैं जिन्होंने संकट के समय हिम्मत से काम लिया और जीत प्राप्त की।

रामायण में रावण जैसे पराक्रमी योद्धा, जिसके पास विशाल सेना थी को श्री राम ने अपने साहस व वानरों की सेना के साथ पराजित किया। महाभारत के युद्ध में पाँच पांडवों ने एक सौ कौरवों पर साहस के बल पर ही विजय पाई थी। सौलह वर्ष के वीर अभिमन्यू ने अपने साहस के बल पर ही दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिए थे। तेरह वर्ष के अकबर ने अपने साहस के बल पर ही शत्रुओं को धूल चटा दी थी।

पंजाब के वीर महाराजा रणजीत सिंह भी न केवल एक वीर योद्धा थे बल्कि जीवन में हर मुश्किल का सामना अपने साहस के बल पर किया। बल्कि उनकी वीरता का परिचय अटक की इस घटना से भी चलता है। आपकी सेना पठानों की सेना से बहुत कम थी। महाराजा रणजीत सिंह सेना लेकर स्वयं युद्ध के मैदान की तरफ चल पड़े। मार्ग में अटक नदी बड़ी तेज़ गति से बह रही थी। शत्रुओं ने पुल तोड़ दिया था। नदी को पार करने का कोई रास्ता नहीं था। सैनिक रुक गए। रणजीत सिंह ने आज्ञा दी, “सेना को दूसरी ओर पहुँचाने का शीघ्र प्रबन्ध किया जाए।” सरदारों ने कहा, “महाराज! नदी का पानी बड़े वेग | से बह रहा है, पुल टूट चुका है, आगे जाने का कोई रास्ता ही नहीं है।”

यह सुनकर महाराजा रणजीत सिंह ने कहा, “रणजीत सिंह के लिए अटक-अटक नहीं बन सकता।” यह कहकर उन्होंने अपने घोड़े को एड़ी | लगायी। घोड़ा नदी में कूद पड़ा और देखते ही देखते | वे दूसरे किनारे पर पहुंच गए। उनका हौंसला देखकर सभी सैनिकों में भी साहस जाग उठा। वे भी अपने महाराज के पीछे नदी में कूद पड़े। सारी सेना नदी पार कर गई। इस प्रकार समय पर पहुँचकर उन्होंने अपने शत्रुओं के दाँत खट्टे किये।

बच्चो! हिम्मत के बल पर बड़े से बड़े संकट का सामना किया जा सकता है। जीवन में तुम हारोगे भी और जीतोगे भी। तुम्हें जीत का सपना लेकर चलना चाहिए। चींटी अपने हिम्मत के बल पर ही अपने भार से दस गुणा भार उठा लेती है। चलने में ही जीत निहित होती है। इसलिए जीतने के लिए चलते रहना चाहिए। रुक जाना तो मौत की निशानी है। जो बच्चे साहस से भरा कार्य करते हैं भारत सरकार उन्हें ‘वीरता पुरस्कार’ से सम्मानित करती है।

कठिन शब्दों के अर्थ ।

मुसीबत = संकट, मुश्किल, कठिन समय।
हिम्मत = संयम, धैर्य, हौंसला।
दिलेरी = बहादुरी, साहस।
शूरवीर = बहादुर।
संकट = मुश्किल।
पराक्रमी = वीर, बहादुर।
विशाल = बहुत बड़ी।
बल = ताकत, ज़ोर।
जूझना = लड़ना।
शक्ति = ताकत।
जिन्दगी = जीवन।
चक्रव्यूह = चक्र के आकार में सेना की स्थापना।
भेदन = काटना, तोड़ना, नष्ट करना।
शत्रु = दुश्मन।
लोहा लेना =, टक्कर लेना, लड़ना।
वीरगति = शहीद, मारे जाना।
अबोध = नादान, नासमझ।
धूल चटाना = हरा देना।
मार्ग = रास्ता।
शीघ्र = जल्दी।
प्रबन्ध = व्यवस्था, उपाय।
तट = किनारा ।
अद्भुत = अनोखा।
दाँत खट्टे करना = हरा देना।
दृढ़-इरादा = पक्का इरादा।
निहित = रखी हुई।
पुरस्कार = इनाम।
उद्देश्य = लक्ष्य।
निश्चित = पक्का।
शासक = राजा, शासन करने वाला।
अद्भुत = अनोखा।
साम्राज्य = विशाल राज्य।
निहित = रखा हुआ।

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