This PSEB 6th Class Science Notes Chapter 9 सजीव और उनका परिवेश will help you in revision during exams.
PSEB 6th Class Science Notes Chapter 9 सजीव और उनका परिवेश
→ हमारे परिवेश में मौजूद सभी वस्तुओं को हम दो भागों में बाँट सकते है भाव सजीव तथा निर्जीव ।
→ प्राणी, पौधे, सूक्ष्म जीव सजीवों के कुछ उदाहरण हैं ।
→ पृथ्वी के प्रत्येक भाग में जीवन अनेक रूपों में विद्यमान है।
→ सभी सजीव वस्तुएँ एक दूसरे से भिन्न दिखती हैं, फिर भी उनमें कुछ विशेषताएँ एक समान होती हैं, जैसे भोजन की आवश्यकता, उत्तेजनाओं के प्रति प्रतिक्रिया, साँस लेना, मल-त्याग, वृद्धि, प्रजनन और गति।
→ निर्जीव वस्तुओं में कुछ विशेषताएँ एक समान होती हैं, जैसे गतिमान न होना, वृद्धि न होना, अपने जैसी अन्य वस्तुओं को पैदा न कर पाना, संवेदनशीलता न होना, साँस न लेना, अपशिष्ट उत्पादों को बाहर न निकालना, भोजन की आवश्यकता न होना, आदि।
→ जिस स्थान पर जीव रहता है उसे उस जीव का आवास कहते हैं।
→ आवास सजीवों को भोजन, पानी, हवा, सुविधा, और सुरक्षा के साथ-साथ प्रजनन करने के लिए सुरक्षित स्थल प्रदान करता है।
→ आवास कई प्रकार के हैं।
→ कुछ जीव जल में रहते हैं। इन्हें जली जीव कहा जाता है।
→ कुछ जीव जमीन पर रहते हैं। इन्हें स्थली जीव कहा जाता है।
→ कुछ जीव रेतीले इलाकों में रहते हैं। ये मरुस्थलीय जीव कहलाते हैं।
→ विभिन्न आवासों में जीवों की कई प्रकार की प्रजातियाँ पाई जाती हैं।
→ एक आवास में मिलने वाले पौधे, जानवर, मनुष्य और सूक्ष्मजीव, पर्यावरण के जैविक भाग हैं।
→ किसी आवास के मिलने वाली निर्जीव वस्तुएँ जैसे चट्टानें, मिट्टी, वायु, जल, प्रकाश और तापमान उस आवास के निर्जीव या भौतिक भाग होते हैं।
→ जो जीव अपना भोजन स्वयं बनाते हैं, उत्पादक कहलाते हैं।
→ वे जीव जो अपना भोजन स्वयं नहीं बना सकते हैं और अन्य जीवों द्वारा तैयार भोजन नहीं खा सकते हैं उपभोक्ता कहलाते हैं ।
→ जो जीव जीवित रहने के लिए पौधों को खाते हैं, वे शाकाहारी कहलाते हैं।
→ जो जीव जीवित रहने के लिए दूसरे जानवरों को मार कर उनका मांस खाते हैं, वे मांसाहारी कहलाते हैं।
→ जो जीव जीवित रहने के लिए पौधों को या दूसरे जानवरों को मार कर उनका माँस दोनो खाते हैं, वे सर्वाहारी कहलाते हैं।
→ जो जीव मृत पौधों और जानवरों को सरल पदार्थों में तोड़ते हैं, उन्हें विभाजक कहा जाता है।
→ सजीवों की अपने को अपने परिवेश के अनुकूल ढालने की क्षमता को अनुकूलन अथवा अनुकूलित होना कहते हैं ।
→ जिस अवधि तक सजीव जीवित रहते हैं, उसे सजीवों का जीवन काल कहते हैं।
→ विभिन्न जीवों का जीवन काल अलग-अलग होता है।
→ वातावरण में होने वाले परिवर्तन जिन के प्रति हम जैविक रूप से प्रतिक्रिया करते हैं, उद्दीपन कहलाते हैं।
→ पौधों और जीवों दोनों को जीवित रहने के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है।
→ जीव ऑक्सीजन लेते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ते हैं।
→ हरे पौधे प्रकाश संश्लेषण के दौरान कार्बन डाइऑक्साइड लेते हैं और ऑक्सीजन को बाहर निकालते हैं।
→ प्रत्येक जीवित वस्तु एक निश्चित तापमान पर ही जीवित रह सकती है।
→ अनुकूलन जीवित चीजों की अपने परिवेश के साथ सह-अस्तित्व की क्षमता है।
→ कुछ जानवर सर्दियों में लंबी अवधि के लिए सोने जैसी स्थिति में चले जाते हैं, इस अवस्था को हाइबरनेशन कहा जाता है।
→ जीवनकाल–जीवन की वह अवधि जिसमें एक जीवित प्राणी रहता है।
→ आवास-वह स्थान जहाँ जीव रहते हैं।
→ सजीव-जिन वस्तुओं को भोजन की आवश्यकता होती है, उत्तेजनाओं पर प्रतिक्रिया करती हैं, साँस लेती हैं, अपशिष्ट उत्पादों को बाहर निकालती हैं, बढ़ती हैं, प्रजनन करती हैं और एक स्थान से दूसरे स्थान तक चल कर जा सकती हैं, उन्हें सजीव कहा जाता है।
→ निर्जीव-जिन वस्तुओं को भोजन की आवश्यकता नहीं होती है, जो उत्तेजनाओं पर प्रतिक्रिया नहीं करती हैं, साँस नहीं लेती हैं, अपशिष्ट उत्पादों को बाहर नहीं निकालती हैं, विकसित नहीं होती हैं, प्रजनन नहीं करती हैं और न ही एक स्थान से दूसरे स्थान तक चल कर जा सकती हैं उन्हें निर्जीव कहा जाता है।
→ स्थलीय आवास-स्थलीय जीव पृथ्वी पर रहते हैं और उनके निवास स्थान को स्थलीय आवास कहा जाता है।
→ जलीय आवास-जलीय जीव पानी के भीतर रहते हैं और उनके आवास को जलीय आवास कहा जाता है।
→ मरुस्थलीय आवास-मरुस्थलीय जीव मरुस्थल में निवास करते हैं और उनके आवास को मरुस्थलीय आवास कहते हैं।
→ उत्पादक-वे जीव जो अपना भोजन स्वयं बनाते हैं उत्पादक कहलाते हैं ।
→ उपभोक्ता-वे जीव जो अपना भोजन स्वयं नहीं बना सकते और अन्य जीवों द्वारा तैयार भोजन खा कर जीवित रहते है उन्हें उपभोक्ता कहते हैं ।
→ शाकाहारी – जो जीव पौधों को या उनके द्वारा पैदा वस्तुओं को खाते हैं उन्हें शाकाहारी कहते हैं ।
→ मांसाहारी-जीव जो दूसरे जानवरों को मार कर उनका मांस खाते हैं उन्हें मांसाहारी कहते हैं ।
→ सर्वाहारी -जो प्राणी सभी प्रकार का भोजन करते हैं, वे सर्वाहारी कहलाते हैं।
→ विभाजक-सूक्ष्मजीव जो मृत पौधों और जानवरों से भोजन लेते हैं और उन्हें सरल पदार्थों में तोड देते हैं।
→ प्रजनन-यह वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा जीवित प्राणी अपने जैसे अन्य जीवित प्राणियों को जन्म देते हैं।
→ अनुकूलता-जीवित चीजों की अपने परिवेश के अनुकूल होने की क्षमता।
→ उदीपन-वातावरण में होने वाले परिवर्तनों को उदीपन कहते हैं।