Punjab State Board PSEB 7th Class Physical Education Book Solutions Chapter 2 शारीरिक शक्ति एवं व्यायाम के लाभ Textbook Exercise Questions and Answers.
PSEB Solutions for Class 7 Physical Education Chapter 2 शारीरिक शक्ति एवं व्यायाम के लाभ
PSEB 7th Class Physical Education Guide शारीरिक शक्ति एवं व्यायाम के लाभ Textbook Questions and Answers
अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर
प्रश्न 1.
शारीरिक क्षमता से क्या अभिप्राय है ? शारीरिक क्षमता की परिभाषा दीजिए।
उत्तर-
शारीरिक शक्ति वह गुण है जिससे व्यक्ति अपने प्रतिदिन के कार्य आसानी से कठिनाई के बिना कर सकता है। व्यक्ति के अधिक-से-अधिक शारीरिक कार्य करने के योग्यता को शारीरिक शक्ति कहते हैं।
“शारीरिक शक्ति व्यक्ति की योग्यता है जिसके साथ वह किसी विशेष कार्य को अपने पूर्ण प्रयास से पूरा कर सकता है।
जिन लोगों को शक्ति का सही ज्ञान नहीं उनके लिए शारीरिक शक्ति की ज़रूरत केवल किसान मज़दूर, सैनिक आदि को होती है जो अधिक शारीरिक कार्य करते हैं। शारीरिक शक्ति को खिलाड़ियों के साथ जोड़ा जाता है जिन्होंने कठोर परिश्रम करके खेलों में अपना नाम कमाना और पुरस्कार जीतने होते हैं। शारीरिक शक्ति प्रत्येक के लिए आवश्यक है। कार्य भारी हो या हल्का शारीरिक शक्ति उचित ढंग से कार्य करने के लिए आवश्यक है।
शारीरिक शक्ति का स्तर मनुष्यों से भिन्न होता है। यह मनुष्य के व्यायाम और आजीविका पर निर्भर करता है। आजीविका का शारीरिक शक्ति के साथ सम्बन्ध है। दफ्तर में बैठकर कार्य करने वालों की शारीरिक शक्ति, श्रमिक की शारीरिक शक्ति से कम होती है। इसलिए भिन्न-भिन्न खेलें खेलने वाली खिलाड़ियों की शारीरिक शक्ति भी भिन्न-भिन्न होगी। एक फुटबाल खिलाड़ी की शारीरिक शक्ति और कबड्डी खिलाड़ी की शारीरिक शक्ति में फर्क होगा। योग्यता के इन्हीं गुणों को श्रेष्ठ बनाने के लिए जितना अधिक परिश्रम किया जाएगा उतनी ही शारीरिक शक्ति अधिक होगी।
प्रश्न 2.
शारीरिक क्षमता के गुणों के नाम लिखें।
उत्तर-
शारीरिक शक्ति के गुण—
- गति
- शक्ति
- साहस
- लचकता
- संयोजन।
प्रश्न 3.
गति किसे कहा जाता है ?
उत्तर-
गति (Speed) शारीरिक शक्ति का पहला गुण गति है किसी कार्य के कमसे-कम समय में पूरा करने की योग्यता को गति कहते हैं। गति शारीरिक शक्ति का बड़ा गुण है जिसका हर खेल में महत्त्वपूर्ण योगदान है। जिस खिलाड़ी की गति अधिक होगी उसे ही गुणी माना जाएगा।
प्रश्न 4.
संयोजन से क्या अभिप्राय है? खिलाड़ी के लिए संयोजन का क्या महत्त्व है?
उत्तर-
संयोजन (Co-ordination) संयोजन भी शक्ति का महत्त्वपूर्ण गुण है। संयोजन का अर्थ खिलाड़ी के शरीर एवं मस्तिष्क के आपसी तालमेल से है। अगर । खिलाड़ी के मस्तिष्क से मिलने वाले निर्देशों को ठीक से प्राप्त करता है और शीघ्र पूरा करता है तो कार्य में गलतियां नहीं होंगी। मस्तिष्क व शरीर के संयोजन के बिना कोई कार्य नहीं हो सकता।
शारीरिक शक्ति व्यक्ति को ठीक प्रकार से कार्य करने के योग्य बनाती है।
प्रश्न 5.
शारीरिक शक्ति के महत्त्व के बारे में विस्तृत नोट लिखें।
उत्तर-
- शारीरिक शक्ति से मांसपेशियां ठीक ढंग से कार्य करती हैं और सभी शारीरिक प्रणालियां ठीक प्रकार से कार्य करने के योग्य बनती हैं।
- शारीरिक शक्ति रखने वाले को दिल और फेफड़ों के रोग जैसे रक्तचाप, हृदय आघात, दमा, श्वास सम्बन्धी रोग कम होते हैं।
- शारीरिक शक्ति रखने वाले मनुष्य का शरीर स्वस्थ और सुन्दर होता है। उसके शरीर की वृद्धि व विकास ठीक मात्रा में होता है।
- शारीरिक शक्ति से व्यक्ति का अपने शरीर पर नियन्त्रण बना रहता है। उसके मस्तिष्क और मांसपेशियों के संयोजन में सुचारु होता रहता है।
प्रश्न 6.
व्यायाम से क्या अभिप्राय है? व्यायाम के लाभ लिखिए।
उत्तर-
चलना, कूदना, दौड़ना, फैंकना आदि इन कुशलताओं को बेहतर बनाने के लिए तीव्र क्रियाएं की जाती हैं जिन्हें व्यायाम अथवा कसरत कहते हैं। कसरत या व्यायाम का अर्थ रक्त के प्रवाह को तीव्र करना है।
व्यायाम और स्वास्थ्य का अधिक सम्बन्ध है। शरीर के लिए व्यायाम के लाभ इस प्रकार हैं—
- व्यायाम करने से शरीर की मांसपेशियां मज़बूत और लचकदार बनती हैं जिससे शारीरिक शक्ति में वृद्धि होती है।
- व्यायाम करते समय फेफड़ों को ज़ोर से फैलना और सिकुड़ना पड़ता है। सिकुड़ने और फैलने से अधिक मात्रा में कार्बनडाइआक्साइड (CO) शरीर से बाहर निकलती है और अधिक आक्सीजन शरीर में प्रवेश करती है जिससे हमारा रक्त साफ होता रहता है।
- प्रतिदिन व्यायाम करने से हृदय स्वस्थ रहता है और हृदय की कार्यक्षमता में वृद्धि होती है।
- व्यायाम करने वाले व्यक्ति को हृदयाघात नहीं होते।
- व्यायाम करने से व्यक्ति की पाचन प्रणाली ठीक रहती है और लगातार भूख लगती है।
- व्यायाम करने से शरीर में गर्मी उत्पन्न होती है जिससे पसीना आता है और सभी विषैले द्रव बाहर निकल जाते हैं।
- व्यायाम से शारीरिक ढांचे की कुरूपताएं ठीक हो जाती हैं।
- व्यायाम करने से शरीर में नई कोशिकाएं बनती हैं, नया रक्त बनता है। रक्त में श्वेत रक्तकण की मात्रा बढ़ जाती है। शरीर रोगों से लड़ने से पक्षम बनता है।
- व्यायाम से मनुष्य की आयु बढ़ती है और उसका स्वास्थ्य ठीक रहता है।
- व्यायाम करने वाला व्यक्ति गलत विचारधारा में नहीं पड़ता। खाली समय का उचित प्रयोग करता है।
- व्यायाम से शरीर की फालतू चर्बी नष्ट हो जाती है जिससे व्यक्ति का शरीर स्वास्थ्य, आकर्षक, सुन्दर और फुर्तीला रहता है।
Physical Education Guide for Class 7 PSEB शारीरिक शक्ति एवं व्यायाम के लाभ Important Questions and Answers
बहुत छोटे उत्तर वाले प्रश्न
प्रश्न 1.
हमारे चलने, फिरने, कूदने, दौड़ने आदि से क्या होता है ?
उत्तर-
कसरत (व्यायाम)
प्रश्न 2.
शरीर में से कार्बनडाइआक्साइड कौन-सा अंग बाहर निकालता है ?
उत्तर-
फेफड़े।
प्रश्न 3.
शारीरिक शक्ति किस वस्तु से बनती है ?
उत्तर-
लगातार कसरत से और संतुलित भोजन खाने से।
प्रश्न 4.
हमारे शरीर की मांसपेशियां किससे मज़बूत और लचकदार होती है ?
उत्तर-
कसरत करने से।
प्रश्न 5.
पसीना आने से क्या होता है ?
उत्तर-
शरीर से व्यर्थ पदार्थ बाहर निकल जाते हैं और मुसाम खुल जाते हैं।
प्रश्न 6.
शारीरिक शक्ति क्या है ?
उत्तर-
शारीरिक शक्ति व्यक्ति की योग्यता है जिसके साथ वह किसी विशेष कार्य को अपने पूर्ण प्रयास से पूरा कर सकता है।
प्रश्न 7.
शारीरिक शक्ति के गुणों के नाम लिखें।
उत्तर-
- गति
- शक्ति
- साहस (क्षमता)
- लचकता
- संयोजन।
प्रश्न 8.
शारीरिक शक्ति के कोई दो महत्त्व लिखें।
उत्तर-
- शारीरिक शक्ति से शरीर स्वस्थ और सुन्दर रहता है।
- शारीरिक शक्ति से व्यक्ति का अपने शरीर पर नियंत्रण बना रहता है।
छोटे उत्तरों वाले प्रश्न
प्रश्न 1.
प्रतिदिन शरीर के सभी अंगों की निरन्तर कसरत करने से क्या होता है ?
उत्तर-
प्रतिदिन ठीक ढंग से शरीर के सभी अंगों की कसरत करने से शरीर ताकतवर हो जाता है। लगातार कसरत करते रहने से मनुष्य में अधिक कार्य करने की शक्ति आ जाती है। पाचन क्रिया ठीक हो जाती है। समय पर भूख लगती है।
प्रश्न 2.
कसरत करने से कोई तीन लाभ बताओ।
उत्तर-
- कसरत करने से बहुत-से रोग दूर हो जाते हैं। कसरत करने से पसीना अधिक आता है तथा मुसाम खुल जाते हैं।
- व्यर्थ पदार्थ शरीर से बाहर निकल जाता है तथा त्वचा की सफाई हो जाती है।
- कसरत करने से मनुष्य की आयु लम्बी हो जाती है।
प्रश्न 3.
कसरत करने से फेफड़ों पर क्या प्रभाव पड़ता है ?
उत्तर-
कसरत से फेफड़ों को अधिक ज़ोर से सिकुड़ने और फैलना पड़ता है जिससे कार्बन-डॉइआक्साइड बाहर निकलती है और आक्सीजन शरीर के भीतर जाती है। इस तरह रक्त साफ होता रहता है और फेफड़ों की शक्ति में वृद्धि होती है।
प्रश्न 4.
कार्य की कसरत का हमारे शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है ?
उत्तर-
कार्य की कसरतें सर्वांगी नहीं होतीं। इससे हमारे शरीर के कुछ अंग अधिक शक्तिशाली हो जाते हैं और कुछ अधिक कमज़ोर हो जाते हैं जैसे लोहार की बांहें टांगों से अधिक ताकतवर हो जाती है। एक नाचने वाले के शरीर का निचला भाग अधिक ताकतवर और ऊपरी भाग कमज़ोर हो जाता है।
बड़े उत्तरों वाले प्रश्न
प्रश्न 1.
खिलाड़ियों की खेलों के क्षेत्र में क्या-क्या उपलब्धियां हैं ?
उत्तर-
खेलों में खिलाड़ी नए-नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं और खेलों के क्षेत्र में अपने राष्ट्र का नाम चमका रहे हैं। पहले खेलें मात्र मनोरंजन और रुचि तक ही सीमित थीं। परन्तु अब खेलों से खिलाड़ी नाम और धन कमा रहे हैं जिससे जीतने के लिए कठोर परिश्रम करते हैं और शरीर को जीतने के लिए सक्षम बनाते हैं। एक विश्व रिकार्ड अथवा ओलम्पिक खेलों में मात्र उपलब्धि के कारण खिलाड़ी रातों-रात विश्व का सितारा बन जाते हैं और धनी हो जाते हैं। प्रत्येक खिलाड़ी यह चाहता है कि वह विश्व रिकार्ड बना सके। इसके लिए खिलाड़ियों को कठिन परिश्रम करना पड़ता है और उसे कई पहलुओं पर ध्यान रखना पड़ता है जैसे प्रशिक्षण, ठीक मात्रा में समय, अत्याधुनिक खेल सामग्री, अनुभवी कोच खिलाड़ी में खेल क्षमता पैदा करता है जिससे खिलाड़ी का शरीर प्रशिक्षण व खेल के लिए पूरी तरह प्यार हो जाए। यदि खिलाड़ी में शारीरिक शिक्षा की कमी होती है तो विरोधी खिलाड़ी का मुकाबला नहीं कर पाएगा। जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में शक्ति का होना ज़रूरी है।
प्रश्न 2.
शारीरिक शक्ति के गुण विस्तार से लिखें।
उत्तर-
शारीरिक शक्ति के गुण—
(1) गति
(2) शक्ति
(3) साहस
(4) लचकता
(5) संयोजन।
1. गति (Speed) शारीरिक शक्ति का पहला गुण गति है किसी कार्य के कम-सेकम समय में पूरा करने की योग्यता को गति कहते हैं। गति शारीरिक शक्ति का बड़ा गुण है जिसका हर खेल में महत्त्वपूर्ण योगदान है। जिस खिलाड़ी की गति अधिक होगी उसे ही गुणी माना जाएगा।
2. शक्ति (Strength) शारीरिक मांसपोशियों द्वारा मिलकर कार्य किया गया शक्ति कहलाता है। कार्य हल्का या भारी हो शारीरिक शक्ति के बिना कार्य पूरा करना मुश्किल है। शक्तिशाली व्यक्ति कठिन-से-कठिन कार्य भी आसानी से कर सकता है।
3. साहस (क्षमता) (Endurance)-लगातार लम्बे समय तक किसी कार्य को करते रहने के सामर्थ्य को साहस अथवा क्षमता कहते हैं। साहस शारीरिक शक्ति का महत्त्वपूर्ण गुण है। दीर्घकाल तक चलने वाली क्रियाएं इस गुण के बिना पूरी नहीं हो सकती। जिस व्यक्ति में अधिक दम (साहस) क्षमता होगी वह अन्य व्यक्तियों की उपेक्षा अधिक कार्य करने में कामयाब हो जाएगा।
4. लचकता (Flexibility) खिलाड़ी का प्रदर्शन उसकी लचकता पर निर्भर करता है। लचक से भाव व्यक्ति के शारीरिक जोड़ों की हिलजुल से है। व्यक्ति जितना अधिक अपने जोड़ों को मोड़ सकता है उसकी लचकता उतनी अधिक होगी। लचकता से हम शरीर को किसी तरफ भी मोड़ सकते हैं जिससे हम कार्य आसानी से कर सकते हैं।
5. संयोजन (Co-ordination -संयोजन भी शक्ति का महत्त्वपूर्ण गुण है। संयोजन का अर्थ खिलाड़ी के शरीर एवं मस्तिष्क के आपसी तालमेल से है। अगर खिलाड़ी के मस्तिष्क से मिलने वाले निर्देशों को ठीक से प्राप्त करता है और शीघ्र पूरा करता है तो कार्य में गलतियां नहीं होंगी। मस्तिष्क व शरीर के संयोजन के बिना कोई कार्य नहीं हो सकता।
शारीरिक शक्ति व्यक्ति को ठीक प्रकार से कार्य करने के योग्य बनाती है।