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PSEB 7th Class Science Notes Chapter 14 विद्युत धारा तथा इसके चुंबकीय प्रभाव
→ विद्युत अवयवों को प्रतीकों द्वारा निरूपित किया जा सकता है जो कि बहुत सुविधाजनक है।
→ सर्कट चित्र (Circuit Diagram) विद्युत सर्कट का चित्रात्मक प्रतिरूप होता है।
→ विद्युत सैल का प्रतीक दो समानांतर रेखाएं हैं। जिनमें एक लंबी और दूसरी छोटी रेखा है।
→ बैटरी दो या दो से अधिक सैंलों का श्रेणी क्रम में संयोजक है।
→ बैटरी का उपयोग टार्च, ट्रांजिस्टर, रेडियो, खिलौने, टी०वी०, रीमोट कंट्रोल आदि में किया जाता है।
→ विद्युत बल्बों में एक पतला तंतु (फिलामैंट) होता है, जो विद्युत धारा के प्रवाह से दीप्त हो जाता है। ऐसा विद्युत धारा के तापीय प्रभाव से होता है।
→ विद्युत तापक (Heater), रूम तापक (हीटर) तथा टैस्टर आदि में विद्युत धारा के तापीय प्रभाव का उपयोग किया जाता है।
→ विशेष पदार्थ की तारें जिनमें से अधिक मात्रा में विद्युत धारा गुज़ारने से वह गर्म होकर पिघल जाती हैं; जिनका प्रयोग फ्यूज़ बनाने के लिए किया जाता है।
→ सर्कट में विद्युत फ्यूज़, विद्युत उपकरणों को आग लगने या किसी अन्य नुकसान से बचाने के लिए लगाए जाते हैं।
→ धातु की तार में से विद्युत धारा प्रवाह करने से वह चुंबक जैसा व्यवहार करती है। विद्युत धारा के इस प्रभाव को चुंबकीय प्रभाव कहते हैं।
→ ऐसा पदार्थ जिसमें से विद्युत धारा प्रवाह करने से वह चुंबकीय बन जाता है तथा विद्युत प्रवाह बंद करने पर अपना चुंबकीय गुण खो देता है, को विद्युत चुंबक कहते हैं।
→ लोहे के किसी टुकड़े के इर्द-गिर्द विद्युत रोधी तार लपेट कर उसमें से विद्युत धारा प्रवाहित की जाए तो लोहे का टुकड़ा चुंबकीय व्यवहार करता है। इस प्रकार बनाए गए चुंबक को विद्युत चुंबक कहते हैं। विद्युत चुंबक अस्थायी चुंबक होता है क्योंकि विद्युत धारा बंद करने से यह अपना चुंबकीय गुण खो/गंवा देता है।
→ विद्युत चुंबक का प्रयोग कई यंत्रों में किया जाता है; जैसे विद्युत घंटी, चुंबकीय क्रेन आदि।
→ चालक : वह पदार्थ, जो अपने में से विद्युत धारा को प्रवाहित होने देता है।
→ रोधक : वह पदार्थ जो अपने में से विद्युत धारा को प्रवाहित होने से रोकता है।
→ स्विच : यह एक साधारण युक्ति है जो विद्युत परिपथ में विद्युत धारा प्रवाह को पूर्ण होने या विद्युत धारा के प्रवाह को तोड़ने के लिए प्रयुक्त होती है।
→ सर्कट या परिपथ : विद्युत धारा के बहाव को बैटरी के धन-टर्मिनल से स्विच, बल्ब के रास्ते दूसरे ऋण-टर्मिनल तक पहुँचने का पथ, सर्कट या परिपथ कहलाता है।
→ बल्ब : एक साधारण युक्ति जिसमें विद्युत ऊर्जा को प्रकाश ऊर्जा में परिवर्तित/रूपांतरित करती है।
→ ऐलीमैंट या तंतु : टंगस्टन धातु का एक बारीक टुकड़ा जो विद्युत धारा के प्रवाह से गर्म होकर प्रकाश उत्सर्जित करता है।
→ बैटरी : यह एक विद्युत रासायनिक सैलो का संयोजन है जो रासायनिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करता है।
→ विद्युत चुंबक : कुंडली के भीतर एक नरम लोहे का टुकड़ा रखकर कुंडली में से विद्युत धारा प्रवाहित करने से लोहे के टुकड़े में चुंबक के गुण आ जाते हैं। इस युक्ति को विद्युत चुंबक कहते हैं।
→ विद्युत घण्टी : वह यांत्रिक युक्ति जो विद्युत चुंबक के सिद्धांत पर काम करती है तथा विद्युत धारा प्रवाहित करने से बार-बार ध्वनि उत्पन्न करती है।
→ विद्युत क्रेन : ऐसी क्रेन जिसके एक छोर पर बड़ा शक्तिशाली चुंबक जुड़ा हो जिसका इस्तेमाल करके लोहे से बने हुए भारी सामान को उठाकर एक स्थान-से-दूसरे स्थान पर आसानी से ले जाया जा सकता है या फिर कबाड़ में से लोहे को अलग किया जा सकता है।