Punjab State Board PSEB 7th Class Science Book Solutions Chapter 17 वन: हमारी जीवन रेखा Textbook Exercise Questions and Answers.
PSEB Solutions for Class 7 Science Chapter 17 वन: हमारी जीवन रेखा
PSEB 7th Class Science Guide वन: हमारी जीवन रेखा Textbook Questions and Answers
1. खाली स्थान भरें :-
(i) पौधों द्वारा प्रकाश संश्लेषण क्रिया के दौरान …………………….. गैस छोड़ी जाती है।
(ii) ………………… तथा …………………… वनों के लिए दो प्रमुख खतरे हैं।
(iii) बड़े स्तर पर पौधों की पनीरी (Saplings) के रोपण को ………………….. कहते हैं।
उत्तर-
(i) ऑक्सीजन,
(ii) आग, प्रदूषण,
(iii) वन लगाना।
2. निम्नलिखित में सही (√) या गलत (×) लिखें :-
(i) जंतु पौधों को पोषक तत्व (Nutriants) देते हैं।
उत्तर-
ग़लत
(ii) भारत में कुल क्षेत्रफल का केवल 15% ही वन्य क्षेत्र है।
उत्तर-
ग़लत
(iii) घर बनाने के लिए तथा कृषि के लिए वृक्ष काटने को वनों का कटाव (Deforestation) कहते हैं।
उत्तर-
सही
(iv) पशुओं को अधिक चराने (Grazing) से वनों का कटाव होता है।
उत्तर-
सही
3. निम्नलिखित कॉलमों में ठीक उत्तरों से मिलान करें :-
कॉलम क | कॉलम ख |
(i) पौधे | (क) जंगल |
(ii) नवीनीकरण प्राकृतिक स्रोत | (ख) बड़े स्तर पर वृक्ष लगाने की प्रक्रिया |
(iii) वृक्ष/वन उगाने | (ग) वृक्ष काटना |
(iv) वनों का सफाया | (घ) उत्पादक |
उत्तर-
कॉलम क | कॉलम ख |
(i) पौधे | (घ) उत्पादक |
(ii) नवीनीकरण प्राकृतिक स्रोत | (क) जंगल |
(iii) वृक्ष/वन उगाने | (ख) बड़े स्तर पर वृक्ष लगाने की प्रक्रिया |
(iv) वनों का सफाया | (ग) वृक्ष काटना |
4. निम्नलिखित प्रश्नों के बहुवैकल्पिक उत्तरों में सही विकल्प चुनें :-
प्रश्न (i)
इनमें से एक पौधा उत्पाद नहीं है-
(क) प्लाइवुड
(ख) लाख
(ग) कैरोसीन (मिट्टी का तेल)
(घ) गोंद।
उत्तर-
(ग) कैरोसीन (मिट्टी का तेल)।
प्रश्न (ii)
भोजन-श्रृंखला में होते हैं-
(क) उत्पादक तथा शाकाहारी ।
(ख) उत्पादक तथा मांसाहारी
(ग) उत्पादक तथा अपघटक
(घ) उत्पादक, शाकाहारी तथा मांसाहारी।
उत्तर-
(घ) उत्पादक, शाकाहारी तथा मांसाहारी।
प्रश्न (iii)
जीवाणु तथा फफूंदी होते हैं-
(क) अपघटक
(ख) शाकाहारी
(ग) सर्वाहारी
(घ) मांसाहारी।
उत्तर-
(क) अपघटक।
प्रश्न (iv)
सूक्ष्म-जीव, मृतजीवों पर क्रिया करके पैदा करते हैं-
(क) ह्यूमस
(ख) लकड़ी
(ग) रेत
(घ) उपर्युक्त सभी।
उत्तर-
(क) ह्यूमस।
5. अति लघूत्तर प्रश्न :-
प्रश्न (i)
धरती के थल भाग का लगभग कितना क्षेत्र वनों से ढका हुआ है ?
उत्तर-
लगभग 13% पृथ्वी का थल भाग जंगलों से भरा हुआ है।
प्रश्न (ii)
परिस्थितिक परितंत्र क्या होता है ?
उत्तर-
परिस्थितिक परितंत्र – सजीव तथा उनका पर्यावरण/वातावरण मिलकर परिस्थितिक परितंत्र बनाते हैं। पौधे, जंतु तथा सूक्ष्मजीव परिस्थितिक परितंत्र के जैविक अंश हैं।
प्रश्न (iii)
वृक्ष/वन उगाना क्या होता है ?
उत्तर-
वृक्ष या वन उगाना – काटे गए वृक्षों की प्रति पूर्ति करने के लिए बड़े स्तर पर वृक्ष लगाने की प्रक्रिया को वन उगाना कहते हैं।
प्रश्न (iv)
विश्व तापन किस कारण होता है ?
उत्तर-
विश्व तापन का कारण – विश्व तापन का मुख्य कारण मानव की गतिविधियां हैं जिसके कारण वातावरण में ग्रीन हाऊस गैसों का प्रभाव बढ़ जाता है। ग्रीन हाऊस गैसों में मुख्य गैसें-कार्बन डाईआक्साइड, मीथेन, नाइट्रस आक्साइड, ओजोन तथा क्लोरोफ्लोरो कार्बन आदि गैसें शामिल हैं।
6. लघूत्तर प्रश्न :-
प्रश्न (i)
भोजन श्रृंखला के आधार पर पौधों तथा जंतुओं की पारस्परिक निर्भरता का वर्णन करो।
उत्तर-
पौधों तथा जंतुओं की पारस्परिक निर्भरता – पौधों की भांति मनुष्य तथा जंतु अपना भोजन स्वयं नहीं बना सकते। पौधे ही मनुष्यों तथा जंतुओं के लिए भोजन उत्पन्न करते हैं। इससे छोटे पौधे जंगली जंतुओं जैसे-चमगादड़, गिलहरी तथा चींटियों के लिए आवास तथा सुरक्षा प्रदान करते हैं। उदाहरण के तौर पर गर्मी के मौसम में पौधे तथा वृक्ष बहुत-से जंतुओं को छाया प्रदान करते हैं।
प्रश्न (ii)
भूमि-संरक्षण में वन कैसे मदद करते हैं ?
उत्तर-
जंगलों में बहुत-से पौधे, झांड़ियां तथा वृक्ष हैं जो अपनी जड़ों से जंगल की मिट्टी की ऊपरी परत को जकड़ कर रखते हैं। यह प्राकृतिक शक्तियां जैसे पवन तथा बाढ़ को ऊपरी उपजाऊ परत को बहाकर अपने साथ नहीं ले जाने देती तथा मिट्टी की पानी रोकने की क्षमता बनी रहती है। इसलिए भूमि-संरक्षण में जंगल सहायक हैं।
प्रश्न (iii)
ऐसे दो उदाहरण दें जिनसे यह पता चले कि पौधे जंतुओं पर निर्भर करते हैं।
उत्तर-
- जंतुओं द्वारा श्वास क्रिया दौरान छोड़ी गई कार्बनडाइआक्साइड पौधों द्वारा प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया के लिए प्रयोग की जाती है। इस प्रक्रिया में पौधे कार्बनडाइऑक्साइड से सूर्य प्रकाश की उपस्थिति में अपना भोजन तैयार करते हैं।
- एक स्थान पर ज्यादा पौधे उगने के कारण पौधों का भोजन के लिए मुकाबला होता है। जिससे पौधों को बाधा तथा जीवन खतरे में आ जाता है। इसलिए एक-एक स्थान पर पौधे न उगाएं। जंतु उनके फल तथा बीजों को दूर-दूर तक खिलारने में मदद करते हैं।
प्रश्न (iv)
वन बाढ़ों को कैसे रोकते हैं ? व्याख्या करें।
उत्तर-
वन, वर्षा जल को प्राकृतिक रूप से अवशोषित करने का कार्य करते हैं। यह वर्षा के जल को सीधा धरती पर नहीं गिरने देते जिसमें जल धरती में समाता नहीं परंतु धीरे-धीरे रिसाव होता रहता है। जिस कारण नदियों के पानी के बहाव पर नियंत्रण रहता है। इस प्रकार वन के आस-पास के क्षेत्रों में वृक्ष वर्षा का अनुकूल सन्तुलन बना कर रखते हैं जिस कारण बाढ़ों पर रोक लगती है।
प्रश्न (v)
ऐसे पाँच उत्पादों के नाम लिखें जो हम वनों से प्राप्त करते हैं ?
उत्तर-
वनों से प्राप्त होने वाले उत्पाद-
- वनों में उगने वाले पौधों से हमें कई प्रकार सूखे मेवे तथा मसाले मिलते हैं।
- हम बनों में साल, टीक, रोजवुड आदि वृक्षों से इमारती लकड़ी प्राप्त करते हैं।
- वनों से हम ईंधन प्राप्त करते हैं तथा गत्ता तथा कागज उद्योग वनों पर निर्भर है।
- वनों से हम पेंट बनाने के लिए बरोजा, रबड़ बनाने के लिए लेटेक्स प्राप्त करते हैं।
- वनों से हम घास की कई प्रजातियां प्राप्त करते हैं।
7. निबंधात्मक प्रश्न :-
प्रश्न (i)
वन काटना/ नष्ट करना क्या है ? वन नष्ट होने के अलग-अलग कारणों की व्याख्या करो।
उत्तर-
मानव आबादी की ज़रूरतें जैसे-रोटी, कपड़ा, मकान, सड़कें, रेलवे लाइनें बनाने के लिए बड़े स्तर पर वृक्षों को काटना जंगलों को स्थायी तौर पर नष्ट करना है।
वन नष्ट होने के कारण-
- बढ़ती जनसंख्या के लिए भोजन की मांग पूरी करने के लिए कृषि योग्य भूमि को बड़े क्षेत्रफल की आवश्यकता होती है जिसके लिए बड़े स्तर पर वृक्षों या जंगलों को काटा जाता है।
- पालतू पशुओं को अधिक चराना।
- खदानों की अधिक खुदाई करना।
- जल भराव तथा अधिक सिंचाई करने से पृथ्वी के नीचे के पानी का स्तर नीचे जाने से वृक्ष मुरझा जाते हैं तथा अंत में मर कर सूख जाते हैं।
- ईंधन के लिए लकड़ी कागज़ निर्माण के लिए वृक्षों को काटने से।
प्रश्न (ii)
वनों के क्या लाभ हैं ?
उत्तर-
वनों के लाभ – मनुष्य अपनी आवश्यकता की पूर्ति करने के लिए प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर वनों पर निर्भर है। इसलिए वन हमारे जीवन में महत्त्वपूर्ण योगदान देते हैं। –
- पौधों तथा वृक्षों की जड़ें मिट्टी के कणों को जकड़ कर रखती हैं और मिट्टी को बहने और उड़ने से बचाती हैं। फलस्वरूप वन भूमि-अपरदन और बाढ़ को रोकते हैं।
- वनों में उगने वाले पौधों से हमें अनेक प्रकार के सूखे मेवे और मसाले प्राप्त होते हैं।
- जंगली वृक्षों और पौधों द्वारा वाष्पोत्सर्जन होने के कारण हवा में जलवाष्पों की मात्रा बढ़ती है। जिससे इर्द-गिर्द की वायु ठंडी रहती है। यह वर्षा लाने में सहायक होते हैं।
- वनों से हमें बोजा, रबड़ बनाने के लिए लेटैक्स, पशुओं के लिए चारा, टोकरी उद्योग के लिए बांस और कागज़ उद्योग और पशुओं के चारे के लिए घास प्राप्त होती है।
- वन हमें आयुर्वेदिक दवाइयां तैयार करने के लिए नीम, सफेदा, आंवले तथा सिनकोना प्रदान करते हैं।
- वन के पौधे तथा वृक्ष प्रकाश-संश्लेषण प्रक्रिया दौरान हवा में उपस्थित कार्बन-डाइऑक्साइड की मात्रा कम करके हरा-गृह प्रभाव कम करते हैं फलस्वरूप विश्व-तापन भी कम होता है।
- वनों से हमें फर्नीचर और घर की खिड़कियां, दरवाज़े बनाने के लिए लकड़ी उपलब्ध होती है।
प्रश्न (ii)
जंतु, पौधों पर कैसे निर्भर करते हैं ? व्याख्या करें।
उत्तर-
जंतुओं की पौधों पर निर्भरता-
- भोजन जो ऊर्जा का स्रोत है, पौधों की पत्तियों, फूलों और अन्य पौधे के उत्पादों से प्राप्त होता है।
- जंतुओं को श्वास क्रिया के लिए आवश्यक ऑक्सीजन पौधों से प्राप्त होती है जो पौधे प्रकाश-संश्लेषण क्रिया के दौरान छोड़ते हैं।
- जंतु धूप और वर्षा से बचाव के लिए बड़े वृक्षों से निवास स्थान प्राप्त करते हैं।
- पक्षी, वृक्षों पर अपने आश्रय के लिए घोंसले बनाते हैं तथा छोटे पक्षियों को आश्रय प्रदान करते हैं।
- जंगली जीव घनी झाड़ियों तथा घनी झाड़ियों में छुप कर स्वयं को शिकार से बचाते हैं।
प्रश्न (iv)
वनों के संरक्षण के लिए कौन-कौन से कदम उठाए जा सकते हैं ?
उत्तर-
वनों के संरक्षण के लिए उठाने योग्य कदम-
- ईंधन के रूप में लकड़ी का उपयोग कम करना चाहिए तथा खाना पकाने के लिए एल०पी०जी० या बायोगैस का उपयोग करना चाहिए।
- फ़र्नीचर या इमारत बनाने के लिए काटे गए वृक्षों की प्रति पूर्ति के लिए अधिक-से-अधिक नये वृक्ष लगाने चाहिए ताकि भविष्य में वनों की कमी महसूस न हो।
- वनों में लगने वाली आग से बचने के लिए अच्छे आग बुझाने वाले यंत्र/उपकरण प्रयोग करने चाहिए।
- सरकार को हर वर्ष बड़े स्तर पर वृक्ष लगाने के लिए कदम उठाने चाहिए।
PSEB Solutions for Class 7 Science वन: हमारी जीवन रेखा Important Questions and Answers
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न 1.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-
(i) कीट, तितलियाँ, मधुमक्खियाँ और पक्षी, पुष्पीय पादपों की ……………………… में सहायता करते हैं।
उत्तर-
परागण
(ii) वन परिशुद्ध करते हैं …………………. और ……………………. को।
उत्तर-
जल, वायु
(iii) शाक वन में ……………………… परत बनाते हैं।
उत्तर-
निम्न
(iv) वन में क्षयमान पत्तियाँ और जंतुओं की लीद …………….. को समृद्ध करते हैं।
उत्तर-
धरती
(v) वृक्ष प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया के समय हवा में …………….. की मात्रा घटा कर हरित गृह प्रभाव कम करते
उत्तर-
कार्बनडाइऑक्साइड।
प्रश्न 2.
कॉलम क में दिए गए शब्दों का कॉलम ख के साथ मिलान कीजिए-
कॉलम ‘क’ | कॉलम ‘ख’ |
(i) वृक्ष नियंत्रित करते हैं | (क) भोजन श्रृंखला |
(ii) जन्तु | (ख) भूमि-अपरदन तथा बाढ़ रोकते हैं |
(iii) वृक्ष | (ग) प्रकाश संश्लेषण |
(iv) जन्तुओं द्वारा श्वास क्रिया दौरान कार्बन डाइऑक्साइड | (घ) जलवायु |
(v) भोजन जाल | (ङ) फूलों का परागण। |
उत्तर-
कॉलम ‘क’ | कॉलम ‘ख’ |
(i) वृक्ष नियंत्रित करते हैं | (घ) जलवायु |
(ii) जन्तु | (ङ) फूलों का परागण |
(iii) वृक्ष | (ख) भूमि-अपरदन तथा बाढ़ रोकते हैं |
(iv) जन्तुओं द्वारा श्वास क्रिया दौरान कार्बन डाइऑक्साइड | (ग) प्रकाश संश्लेषण कार्बन डाइऑक्साइड |
(v) भोजन जाल | (क) भोजन श्रृंखला |
प्रश्न 3.
सही विकल्प चुनें-
(i) जंगल में मिलने वाले जंतु सहायक होते हैं-
(क) जंगलों की वृद्धि के लिए
(ख) बाढ़ से बचाव के लिए
(ग) ऑक्सीजन तथा कार्बनडाइऑक्साइड का संतुलन बनाने के लिए
(घ) इसमें से कोई नहीं।
उत्तर-
(क) जंगलों की वृद्धि के लिए।
(ii) वातावरण में आक्सीजन तथा कार्बन डाइआक्साइड बनाते हैं-
(क) जंतु
(ख) पौधे तथा वृक्ष
(ग) अपघटक
(घ) केवल मांसाहारी।
उत्तर-
(ख) पौधे तथा वृक्ष।
(iii) जंगलों की तबाही बढ़ाएगी-
(क) ऑक्सीजन की मात्रा
(ख) कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा
(ग) नाइट्रोजन की मात्रा
(घ) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर-
(ख) कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा।
(iv) जंगल सफाई तथा शुद्धिकरण करते हैं-
(क) जल का
(ख) हवा
(ग) जल तथा हवा दोनों का
(घ) जल, हवा तथा मिट्टी का।
उत्तर-
(ग) जल तथा हवा दोनों का।
(v) निम्नलिखित में से कौन-सा वन उत्पाद नहीं है ?
(क) गोंद
(ख) प्लाईवुड
(ग) सील करने की लाख
(घ) कैरोसीन।
उत्तर-
(घ) कैरोसीन।
(vi) निम्नलिखित में से कौन-सा वक्तव्य सही नहीं है ?
(क) वन, मृदा को अपरदन से बचाते हैं।
(ख) वन में पादप और जंतु एक-दूसरे पर निर्भर नहीं होते हैं।
(ग) वन जलवायु और जल चक्र को प्रभावित करते हैं।
(घ) मृदा, वनों की वृद्धि और पुनर्जनन में सहायक होती है।
उत्तर-
(ख) वन में पादप और जंतु एक-दूसरे पर निर्भर नहीं होते हैं।
प्रश्न 4.
निम्नलिखित कथनों में से ठीक/गलत बताएं-
(i) वन ऐसे क्षेत्र हैं जहां जीव-जंतु तथा घने पौधे तथा वृक्ष होते हैं।
उत्तर-
ठीक
(ii) भारत का 11 प्रतिशत क्षेत्र जंगलों के अधीन है।
उत्तर-
ग़लत,
(iii) पौधे, जंतु तथा सूक्ष्म जीव पारिस्थितिक प्रबंध के जैविक (तत्व) घटक हैं।
उत्तर-
ठीक
(iv) उत्पादक → शाकाहारी → मांसाहारी एक भोजन श्रृंखला (चक्र) है।
उत्तर-
ठीक
(v) वृक्ष किसी स्थान के जलवायु को नियंत्रित नहीं करते हैं।
उत्तर-
ग़लत,
(vi) वन भूमि अपरदन तथा बाढ़ को रोकने के लिए सहायता करते हैं।
उत्तर-
ठीक।
अति लघु उत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
वन का व्यापक दृश्य क्या है ?
उत्तर-
वन – ऐसा क्षेत्र, जहाँ भूमि दिखाई न दे और वृक्षों के शिखरों से ढका हुआ हरा क्षेत्र ही दिखाई दे।
प्रश्न 2.
वनों में कैसी परिस्थितियां पाई जाती हैं ?
उत्तर-
शांत और ठंडी हवा से भरी हुई।
प्रश्न 3.
कौन-सी मानव गतिविधियाँ जंतुओं को परेशान करती हैं ?
उत्तर-
शोर (Noise)।
प्रश्न 4.
जंतुओं का मानव के वन में प्रवेश समय कैसा व्यवहार होता है ?
उत्तर-
जंतु परेशान हो जाते हैं।
प्रश्न 5.
वनों में कौन-से जंतु पाए जाते हैं ?
उत्तर-
कीट, मकड़ियाँ, गिलहरियाँ, चीटियां, सूक्ष्मजीव।
प्रश्न 6.
प्रो० अहमद कौन थे ?
उत्तर-
विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक।
प्रश्न 7.
वन में पाए जाने वाले जंतुओं के नाम बताओ।
उत्तर-
बंदर, पक्षी, गीदड़, भालू आदि।
प्रश्न 8.
वन में पाए जाने वाले विभिन्न वृक्षों के नाम लिखिए।
उत्तर-
साल, टीक, सेमल, शीशम, नीम, पलाश, अंजीर, रैता, आँवला, बाँस, कचनार आदि।
प्रश्न 9.
वन में पाए जाने वाले पादप कैसे वर्गीकृत किए जाते हैं ?
उत्तर-
वृक्ष, शाक, झाड़ियाँ, घास, लताएँ आदि।
लघु उत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
वनों में पानी का जमाव नहीं होता क्यों ?
उत्तर-
वन वर्षा के जल के प्राकृतिक अवशोषक के रूप में कार्य करते हैं और जल को अवस्रावित होने देते हैं। यह वर्ष भर भौम स्तर को बनाए रखने में सहायक होते हैं, बल्कि नदियों में जल के प्रवाह को बनाए रखने में भी सहायक होते हैं, जिससे हमें जल की सतत् आपूर्ति मिलती है। इसलिए वनों में जल का जमाव नहीं होता।
प्रश्न 2.
वनों की मृदा में पोषक तत्त्व अधिक क्यों होते हैं ?
उत्तर-
वनों की मृदा पोषकों से भरपूर होती है, क्योंकि मृत और गले-सड़े जीव-जंतुओं और पादपों के अपघटन से पूरी सतह पोषकों से भरपूर बनती है।
प्रश्न 3.
समझाइए कि वनों में कुछ व्यर्थ नहीं होता है।
उत्तर-
वन कई प्रकार के जीव-जंतुओं के आवास हैं। वे मलमूत्र विसर्जित करते हैं और मरते हैं, फिर भी वनों में कुछ व्यर्थ नहीं जाता। क्योंकि ये मृत शरीर बाज़ों, चीलों आदि के भोजन हैं, जबकि अपशिष्ट व्यर्थ (मलमूत्र और मृत शरीरों के अवशेष) सूक्ष्मजीवों और कवकों द्वारा सरल पोषकों में परिवर्तित हो जाते हैं, जिनकी धरती को अति आवश्यकता है।
प्रश्न 4.
ऐसे पाँच उत्पादों के नाम बताइए, जिन्हें हम वनों से प्राप्त करते हैं।
उत्तर-
वनों के उत्पाद-
- लकड़ी
- ऑक्सीजन
- दवाइयाँ (जड़ी-बूटियाँ)
- वर्षा
- लाख, गूंद, रेजिन आदि।
प्रश्न 5.
समझाइए कि वन में रहने वाले जंतु किस प्रकार वनों की वृद्धि करने और पुनर्जनन में सहायक होते हैं ?
उत्तर-
जंतु वनों में रहते हैं। वे इन पर प्रत्यक्ष (शाकाहारी) या अप्रत्यक्ष (माँसाहारी) रूप से निर्भर करते हैं। दोनों ही तरह वे पौधों का उपयोग करते हैं और उनके शरीरों द्वारा निकाला गया मलमूत्र अपघटकों द्वारा अपघटित होकर सरल पदार्थों में परिवर्तित हो जाता है। सरल पदार्थ पुनः धरती में शोषित हो जाते हैं और पादपों की वृद्धि में सहायक होते हैं।
जीव-जंतु परागकणों और बीजों को वन के विभिन्न भागों में फैलाने में सहायक होते हैं, जिससे विभिन्न प्रकार के पौधे विभिन्न क्षेत्रों में उगते हैं। इस तरह वन पुनः जीवन में सहायक होते हैं।
प्रश्न 6.
अपघटक किन्हें कहते हैं ? इनमें से किसी दो के नाम बताइए। वे वन में क्या करते हैं ?
उत्तर-
अपघटक – वे सूक्ष्मदर्शी जीव जो मृत जीव-जंतुओं और पादपों के शरीरों को सरल पदार्थों में परिवर्तित करते हैं, अपघटक (Decomposers) कहलाते हैं।
जीवाणु कवक अपघटकों का मुख्य कार्य वनों में वृद्धि करते पादपों को पोषक तत्त्व उपलब्ध कराना है।
प्रश्न 7.
वायुमंडल में ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड के बीच संतुलन को बनाए रखने में वनों की भूमिका को समझाइए।
उत्तर-
वन, एक विशाल क्षेत्र है, जो विभिन्न प्रकार के वृक्षों से ढका हुआ है। वृक्ष हरे रंग के होते हैं। उनकी पत्तियाँ सूर्य की किरणें, वायुमंडलीय कार्बन डाइऑक्साइड जल से प्रकाश संश्लेषण क्रिया द्वारा ऑक्सीजन उत्सर्जित करती हैं, जो जंतुओं द्वारा उपयोग की जाती हैं। इस तरह वायुमंडल में ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का संतुलन बना रहता है।
प्रश्न 8.
हमें अपने से दूर स्थित वनों से संबंधित परिस्थितियों और मृदा के विषय में चिंतित होने की क्यों आवश्यकता है ?
उत्तर-
वन, प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से मनुष्य जीवन को प्रभावित करते हैं। वे बाढ़ को रोकते हैं और वर्षा लाने में सहायक हैं। यह वायुमंडल में ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का संतुलन बनाए रखते हैं। वे जीवन के कई महत्त्वपूर्ण उत्पादों के दाता हैं। वे कई जीव-जंतुओं को आवास, भोजन और सुरक्षा प्रदान करते हैं। वे भोजन श्रृंखला का एक भाग हैं। इसलिए हमें अपने से दूर स्थित वनों से संबंधित परिस्थितियों और मुद्दों के विषय में चिंतित होने की आवश्यकता है।
प्रश्न 9.
समझाइए कि वनों में विभिन्न प्रकार के जंतुओं और पादपों के होने की आवश्यकता क्यों है ?
उत्तर-
वनों में विभिन्न प्रकार के पादप शाकाहारी जीवों को भोजन और आवास के अवसर प्रदान करते हैं। शाकाहारियों की अधिक संख्या का अर्थ है, विभिन्न प्रकार के माँसभक्षियों के लिए भोजन की अधिक उपलब्धता। जंतुओं की विविध किस्में वन के पुनर्जनन और वृद्धि में सहायक होती हैं। अपघटक वन में उगने वाले पादपों के लिए पोषक तत्त्वों की आपूर्ति को बनाए रखते हैं। इस प्रकार वन एक गतिक सजीव इकाई है जो जीवन और जीवन क्षमता से भरपूर है।
दीर्घ उत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
वनों के महत्त्व का वर्णन करो और वन अपरोपण के दुष्प्रभाव लिखो।
उत्तर-
वन एक प्राकृतिक पारिस्थितिक तंत्र है। वन पृथ्वी पर जीवन बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं। वनों के लाभ
- पादप और जंतुओं का आवास।
- सूक्ष्म जीवों और जंतुओं को भोजन प्रदान करता है।
- जल-चक्र का नियंत्रण।
- पृथ्वी का तापमान संतुलन करना।
- मृदा अपरदन रोकना।
- ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का संतुलन बनाए रखना।
वन अपरोपण के दुष्प्रभाव-
- अनियमित वर्षा।
- भू-सपंदन।
- जंगली वन्य जीवन का अलोप होना।
- मृदा किस्म में कमी।
- हरित ग्रह प्रभाव में वृद्धि और विश्व तापन में वृद्धि।