Punjab State Board PSEB 7th Class Social Science Book Solutions History Chapter 14 कबीले, खानाबदोश तथा स्थिर भाईचारे Textbook Exercise Questions and Answers.
PSEB Solutions for Class 7 Social Science History Chapter 14 कबीले, खानाबदोश तथा स्थिर भाईचारे
SST Guide for Class 7 PSEB कबीले, खानाबदोश तथा स्थिर भाईचारे Textbook Questions and Answers
(क) निम्नलिखित प्रश्नों के संक्षिप्त उत्तर लिखें
प्रश्न 1.
कबीलों के लोगों का प्रमुख कार्य कौन-सा था ?
उत्तर-
कबीलों के लोगों का प्रमुख कार्य कृषि करना होता था। परन्तु कुछ कबीलों के लोग शिकार करना, संग्राहक या पशु-पालन का कार्य करना भी पसन्द करते थे।
प्रश्न 2.
खानाबदोश से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
कुछ कबीलों के लोग अपना जीवन-निर्वाह करने के लिए एक स्थान से दूसरे स्थान पर घूमते-फिरते रहते थे। इन्हें खानाबदोश कहा जाता है।
प्रश्न 3.
कबीले समाज के लोग कहां रहते थे ?
उत्तर-
कबीले समाज के लोग मुख्य रूप से जंगलों, पहाड़ों तथा रेतीले प्रदेशों में रहते थे।
प्रश्न 4.
मध्यकालीन युग में पंजाब में कौन-कौन से कबीले रहते थे ?
उत्तर-
मध्यकालीन युग में पंजाब में खोखर, गखड़, लंगाह, अरघुन तथा बलूच आदि कबीले रहते थे।
प्रश्न 5.
सुफ़ाका कौन था ?
उत्तर-
सुफाका अहोम वंश का पहला शासक था। उसने 1228 ई० से 1268 ई० तक शासन किया। उसने कई स्थानीय शासकों को पराजित करके ब्रह्मपुत्र घाटी तक अपने राज्य का विस्तार कर लिया। गड़गाऊ उसकी राजधानी थी।
प्रश्न 6.
किस क्षेत्र को गौंडवाना कहा जाता है ?
उत्तर-
पश्चिमी उड़ीसा, पूर्वी महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ तथा मध्य प्रदेश आदि क्षेत्रों को सामूहिक रूप से गौंडवाना कहा जाता है। इस क्षेत्र को गौंड लोगों की अधिक संख्या के कारण यह नाम दिया जाता है।
(ख) निम्नलिखित रिक्त स्थानों की पूर्ति करें
- ……………. तथा ……………… दो कबीले थे।
- अहोम कबीले ने अपना शासन वर्तमानकालीन …………… के क्षेत्रों में स्थापित किया था।
- 15वीं सदी से 18वीं सदी तक ………………. में खुशहाल (राज्य) शासन था।
- अहोम कबीले के लोग चीन के …………… वर्ग से सम्बन्ध रखते थे।
- रानी दुर्गावती एक प्रसिद्ध ………….. शासक थी।
उत्तर-
- अहोम, नागा,
- आसाम,
- गौंडवाना,
- ताई-मंगोलिड,
- गौंड।
PSEB 7th Class Social Science Guide कबीले, खानाबदोश तथा स्थिर भाईचारे Important Questions and Answers
प्रश्न 1.
मध्यकालीन युग में उत्तरी भारत का समाज किस प्रकार का था?
उत्तर-
मध्यकालीन युग में उत्तर भारत का समाज ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र नामक चार प्रमुख वर्गों में बंटा हुआ था। इनकी आगे भी कई जातियां और उपजातियां थीं।
समाज में कुलीन वर्ग के अतिरिक्त ब्राह्मणों, कारीगरों और व्यापारियों का भी बहुत संत्कार था। महिलाओं को उच्च शिक्षा दी जाती थी। उन्हें अपने पति का चुनाव करने का अधिकार था।
प्रश्न 2.
दिल्ली सल्तनत काल की सामाजिक स्थिति के बारे में जानकारी दीजिए।
उत्तर-
दिल्ली सल्तनत काल में भारतीय समाज हिन्दू और मुस्लिम दो प्रमुख वर्गों में विभक्त था –
I. मुस्लिम वर्ग-
1. शासक वर्ग-मुस्लिम वर्ग मुख्य रूप से शासक वर्ग था। अब शासक वर्ग में तुर्क और अफगानों के साथ राजपूत भी शामिल हो गए थे। समय बीतने पर अरब, ईरानी और मंगोल जातियों के लोग भी कुलीन वर्ग में शामिल हो गए। ये लोग बहुत विलासी जीवन व्यतीत करते थे।
2. दास-उस समय समाज में दासों की संख्या बहुत अधिक थी। उदाहरण के लिए कुतुबुद्दीन ऐबक, इल्तुतमिश और बलबन सुल्तान बनने से पहले दास ही थे।
3. महिलाओं की दशा-मुस्लिम समाज में महिलाओं की दशा अच्छी नहीं थी। अधिकतर महिलाएं अशिक्षित थीं। वे पर्दा करती थीं।
4. वेश-भूषा, भोजन तथा मनोरंजन-मुसलमान लोग सूती, ऊनी और रेशमी कपड़े पहनते थे। महिलाएं और पुरुष दोनों ही आभूषणों के शौकीन थे। मुस्लिम लोग मुख्य रूप से चावल, गेहूं, सब्जियां, घी, अण्डे आदि खाते थे। वे शिकार, चौगान और कुश्ती आदि से अपना मनोरंजन करते थे।
II. हिन्दू समाज-देश में हिन्दुओं की संख्या बहुत अधिक थी, परन्तु उनका सत्कार नहीं किया जाता था। उन्हें इस्लाम धर्म स्वीकार करने के लिए विवश किया जाता था।
1. जाति प्रथा बहुत कठोर थी। हिन्दू समाज भी बहुत-सी जातियों और उप-जातियों में बंटा हुआ था। समाज में ब्राह्मणों को उच्च स्थान प्राप्त था। वैश्य आय विभाग में बहुत से पदों पर नियुक्त थे। समाज में क्षत्रियों की दशा बहुत ही दयनीय थी क्योंकि वे मुसलमानों से हार गये थे। उच्च जाति के लोग शूद्रों से घृणा करते थे।
2. हिन्दू समाज में नारियों की दशा बहुत ही खराब थी। वे अधिकतर अशिक्षित थीं। स्त्रियां पति की मृत्यु पर पति की चिता पर जलकर मर जाती थीं। वे जौहर भी निभाती थीं। मुस्लिम स्त्रियों की तरह वे भी पर्दा करती थीं।
3. हिन्दू लोग सूती, ऊनी और रेशमी वस्त्र पहनते थे। स्त्री तथा पुरुष दोनों ही आभूषणों के शौकीन थे। उनका मुख्य भोजन गेहूं, चावल, सब्जियां, घी और दूध आदि था। उन्हें नाच-गाने का बड़ा चाव था।
प्रश्न 3.
अहोम लोगों के बारे में जानकारी दीजिए।
उत्तर-
अहोम कबीले के लोगों ने 13वीं शताब्दी से लेकर 19वीं शताब्दी तक वर्तमान असम पर राज्य किया। उनका सम्बन्ध चीन के ताई-मंगोल कबीले से था। वे 13वीं सदी में चीन से असम आये थे। सुफाका असम का पहला अहोम शासक था। उसने 1228 ई० से 1268 ई० तक शासन किया। अहोमों ने अपने क्षेत्र के अनेक स्थानीय शासकों को पराजित किया। इनमें कचारी, मीरन और नाग आदि स्थानीय राजवंश शामिल थे। इस प्रकार अहोमों ने ब्रह्मपुत्र घाटी तक अपने राज्य का विस्तार कर लिया। अहोमों की राजधानी गड़गाऊ थी।
अहोमों ने मुग़लों और बंगाल आदि के विरुद्ध भी संघर्ष किया। मुग़लों ने असम पर अधिकार करने का प्रयास किया परन्तु असफल रहे। अन्त में औरंगजेब ने अहोमों की राजधानी गड़गाऊ पर विजय प्राप्त कर ली, परन्तु वह इसे मुग़ल शासन के अधीन न रख सका। 18वीं सदी में अहोम शासन का पतन होने लगा। लगभग 1818 ई० में बर्मा (म्यांमार) के लोगों ने असम पर आक्रमण कर दिया। उन्होंने अहोम राजा को असम छोड़ने के लिए विवश कर दिया। 1826 ई० में अंग्रेज़ असम में पहुंचे। उन्होंने बर्मा के लोगों को हरा कर उनके साथ यंदाबू की सन्धि की। इस प्रकार असम पर अंग्रेज़ों का अधिकार हो गया।
प्रश्न 4.
गौण्ड लोगों के इतिहास के बारे में लिखिए।
उत्तर-
गौण्ड कबीले का सम्बन्ध मध्य भारत से है। ये पश्चिमी उड़ीसा, पूर्वी महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश आदि प्रान्तों में रहते हैं। इन प्रान्तों में गौण्ड लोगों की पर्याप्त संख्या होने के कारण इस क्षेत्र को गोंडवाना कहते हैं।
15वीं सदी से लेकर 18वीं सदी तक गोंडवाना क्षेत्र में कई राज्य स्थापित हुए। रानी दुर्गावती एक प्रसिद्ध गौण्ड शासिका थी। उसका राज्य यहां के स्वतन्त्र राज्यों में से एक था। जबलपुर उसकी राजधानी थी। मुग़ल शासक अकबर ने उसे अपनी अधीनता स्वीकार करने के लिए कहा परन्तु रानी दुर्गावती ने अकबर के सामने झुकने से इन्कार कर दिया। अतः मुग़लों और रानी दुर्गावती के बीच एक भीषण युद्ध हुआ। इस युद्ध में रानी दुर्गावती मुग़लों के हाथों मारी गई।
गौण्ड लोगों की मूल आवश्यकताएं बहुत कम होती हैं। उनके घर भी साधारण बनावट (रचना) के हैं। एक निरीक्षण के अनुसार गौण्ड लोग गोण्डवाना क्षेत्र के अन्य लोगों की अपेक्षा कम पढ़े-लिखे हैं।
प्रश्न 5.
800 से 1200 ई० तक दक्षिण भारत की जाति-प्रथा की मुख्य विशेषताएं बताओ।
उत्तर-
मध्यकाल में दक्षिण भारत में जाति-प्रथा बहुत कठोर हो गई थी। इस समय समाज चार वर्गों-ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र में विभक्त था। समाज में ब्राह्मणों का स्थान बहुत ऊंचा था, क्योंकि वे धार्मिक रीतियों को पूरा करने का काम करते थे। वैश्य व्यापार करते थे। समाज में शूद्रों के साथ बुरा व्यवहार किया जाता था।
प्रश्न 6.
आरम्भिक मध्यकाल (800-1200 ई०) में दक्षिण भारत में महिलाओं की दशा कैसी थी?
उत्तर-
आरम्भिक मध्यकाल में दक्षिण भारत के समाज में महिलाओं का सत्कार किया जाता था। उन्हें शिक्षा भी दी जाती थी। वे सामाजिक तथा धार्मिक रीतियों को पूरा करने में समान रूप से भाग लेती थीं। उन्हें अपने वर को स्वयं चुनने का अधिकार था। उनका आचरण बहुत उच्च था। वे जौहर की प्रथा निभाती थीं जो उनके शौर्य और शान का प्रतीक था।
प्रश्न 7.
800 से 1200 ई० तक दक्षिण भारत के लोगों के सामाजिक जीवन की कोई तीन विशेषताएं बताओ।
उत्तर-
- इस काल में लोग, विशेषतया राजपूत बड़े वीर और साहसी थे।
- साधारणतया लोग संगीत, नृत्य और शतरंज खेलकर अपना मनोरंजन करते थे।
- वे सादा भोजन खाते थे और सादे कपड़े पहनते थे।
प्रश्न 8.
भारत के आदिवासी कबीलों, खानाबदोशों तथा घुमक्कड़ समूहों के जीवन का संक्षिप्त परिचय दीजिए।
उत्तर-
मणिपुर, मेघालय, मध्य-प्रदेश, नागालैण्ड, दादरा और नगर हवेली आदि राज्यों में आदि कबीले, खानाबदोश और घुमक्कड़ वर्ग के लोग बहुत संख्या में रहते हैं। इन वर्गों में भील, गोंड, अहोम, कूई, कोलीम, कुक्की आदि लोग शामिल हैं। ये साधारणतया जंगलों में रहते हैं। खानाबदोश लोग अपने पशुओं के झुण्डों के साथ एक स्थान से दूसरे स्थान पर घूमते-फिरते रहते हैं।
सरकार ने इन लोगों की सहायता के लिए इन्हें बहुत-सी सुविधाएं प्रदान की हैं। उदाहरण के लिए –
- कबाइली क्षेत्रों में व्यवसाय प्रशिक्षण संस्थाएं आरम्भ की गई हैं।
- इन्हें अपनी आर्थिक दशा सुधारने के लिए कम ब्याज-दर पर बैंकों से ऋण दिये जाते हैं।
- इन लोगों के लिए लगभग 7-% नौकरियां सुरक्षित रखी जाती हैं।
- शिक्षण संस्थानों में भी इनके लिए कुछ सीटें सुरक्षित हैं। यहां तक कि लोक सभा और विधान सभाओं के विशेष चुनाव-क्षेत्र अनुसूचित जातियों के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं।
प्रश्न 9.
मुग़ल काल में मुस्लिम समाज की मुख्य विशेषताएं बताओ।
उत्तर-
- मुग़ल काल में मुस्लिम समाज तीन श्रेणियों में विभक्त था-उच्च श्रेणी, मध्य श्रेणी तथा निम्न श्रेणी।
- समाज में नारी की दशा अच्छी नहीं थी। वे अशिक्षित होती थीं। वे पर्दा करती थीं।
- मुस्लिम लोग मांस, हलवा, पूरी, मक्खन, फल और सब्जियां खाते थे। वे शराब भी पीते थे।
- पुरुष कुर्ता और पाजामा पहनते थे और सिर पर पगड़ी बांधते थे। महिलाएं लम्बा बुर्का पहनती थीं। महिलाएं और पुरुष दोनों ही आभूषणों के शौकीन थे।
प्रश्न 10.
मुग़ल काल के हिन्दू समाज की विशेषताएं बताएं।
उत्तर-
- मुग़ल काल में हिन्दू समाज अनेक जातियों और उप-जातियों में विभक्त था। ब्राह्मणों को उच्च स्थान प्राप्त था। जाति प्रथा बहुत कठोर थी।
- समाज में महिलाओं की दशा बहुत ही शोचनीय थी। लोग अपनी कन्याओं को शिक्षित नहीं करते थे। महिलाएं पर्दा करती थीं।
- उस समय लोग साधारणतया सादा भोजन करते थे। वे सूती, ऊनी और रेशमी वस्त्र पहनते थे।
(क) सही कथनों पर (✓) तथा ग़लत कथनों पर (✗) का चिन्ह लगाएं :
- कबायली समाज श्रेणियों या वर्गों में बंटा हुआ नहीं था।
- कबीलों के लोगों का मुख्य कार्य व्यापार करना था।
- सुफ़ाका अहोम वंश का अन्तिम शासक था।
- बंजारा लोग प्रसिद्ध व्यापारी खानाबदोश थे।
उत्तर-
- (✓)
- (✗)
- (✗)
- (✓)
(ख) सही जोड़े बनाइए :
- गड़गाऊ – कौली
- जबलपुर – अहोम
- पंजाब – गौंड
- गुजरात – खोखर
उत्तर-
- गड़गाऊ – अहोम
- जबलपुर – गौंड
- पंजाब – खोखर
- गुजरात – कौली
(ग) सही उत्तर चुनिए :
प्रश्न 1.
खानाबदोश (मध्यकालीन) कबीले कुलों में बंटे हुए थे? ये कुल क्या थे?
(i) एक ही पूर्वज की संतान
(ii) कई परिवारों का समूह
(iii) ये दोनों।
उत्तर-
(iii) ये दोनों।
प्रश्न 2.
मुण्डा तथा संथाल कबीलों का सम्बन्ध वर्तमान के किस स्थान से है?
(i) बिहार तथा झारखण्ड
(ii) जम्मू-कश्मीर
(iii) हिमाचल प्रदेश।
उत्तर-
(i) बिहार तथा झारखण्ड।
प्रश्न 3.
अहोम लोग 13वीं शताब्दी में बाहर से आसाम में आये थे। उनका सम्बन्ध किस देश से था?
(i) जापान
(ii) चीन
(iii) मलाया।
उत्तर-
(ii) चीन।