Punjab State Board PSEB 8th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar Ling Parivartan aur Uske Niyam लिंग परिवर्तन और उसके नियम Exercise Questions and Answers, Notes.
PSEB 8th Class Hindi Grammar लिंग परिवर्तन और उसके नियम
1. ‘आ’ लगाने से
पुल्लिग – स्त्रीलिंग
छात्र – छात्रा
प्रधान – प्रधाना
बाल – बाला
आचार्य – आचार्य
सुत – सुता
प्रिय – प्रिया
अचल – अचला
योग्य – योग्या
उपाध्याय – उपाध्याया
क्षत्रिय – क्षत्रिया
महाशय – महोदया
वृद्ध – वृद्धा
मूर्ख – मूर्खा
शिष्य – -शिष्या
पूज्य – पूज्या
कोकिल – कोकिला
2. ‘ई’ लगाने से
पुल्लिग – स्त्रीलिंग
नर – नारी
नाना – नानी
तरुण – तरुणी
देव – देवी
मामा – मामी
बेटा – बेटी
घोड़ा – घोड़ी
साला – साली
दोहता – दोहती
काका – काकी
ताया (ताऊ) – ताई
चाचा – चाची
पोता – पोती
हिरन – हिरनी
पुत्र – पुत्री
लड़का – लड़की
मुर्गा – मुर्गी
नगर – नगरी
दास – दासी
दादा – दादी
साधु – साध्वी
राजा – रानी
पति – पत्नी
बिलाव – बिल्ली
प्रेयस् – प्रेयसी
गीदड़ – गीदड़ी
बकरा – बकरी
मोटा – मोटी
विद्वान् – विदुषी
भाई – भाभी
युवक – युवती
पतला – पतली
3. ‘इया’ लगाने से
पुल्लिग – स्त्रीलिंग
लोटा – लुटिया
मुन्ना – मुनिया
चूहा – चुहिया
बन्दर – बन्दरिया
बेटा – बिटिया
गुड्डा – गुड़िया
बूढ़ा – बुढ़िया
चिड़ा – चिड़िया
बछड़ा – बछिया
कुत्ता – कुतिया
डिब्बा – डिबिया
कट्टा – कटिया
बच्छा – बछिया
4. ‘इका’ लगाने से
पुल्लिग – स्त्रीलिंग
गायक – गायिका
बालक – बालिका
अध्यापक – अध्यापिका
सेवक – सेविका
लेखक – लेखिका
निरीक्षक – निरक्षिका
नायक – नायिका
चालक – चालिका
पालक – चालिका
पाठक – पाठिका
5. ‘इन’ लगाने से
पुल्लिग – स्त्रीलिंग
दर्जी – दर्जिन
माली – मालिन
हलवाई – हलवाइन
ग्वाला – ग्वालिन
ठठेरा – ठठेरिन
पुजारी – पुजारिन
पापी – पापिन
बाघ – बाघिन
साँप – साँपिन
नाग – नागिन
सूबेदार – सूबेदारिन
मालि – मालकिन
समधि – समधिन
6. ‘आइन’ लगाने से
पुल्लिग – स्त्रीलिंग
बाबू – बबुआइन
चौबे – चौबाइन
दुबे – दुबाइन
लाला – ललाइन
पाण्डे – पण्डाइन
भिखारी – भिखारिन
तेली – तेलिन
पंडित – पंडिताइन
सुनार – सुनारिन
चौधरी – चौधराइन
7. ‘नी’ लगाने से
पुल्लिग – स्त्रीलिंग
ऊँट – ऊँटनी
रीछ – रीछनी
मोर – मोरनी
राजपूत – राजपूतनी
सिंहनी – शेरनी
हंस – हंसनी
हाथी – हथिनी
मज़दूर – मज़दूरनी
सियार – सियारनी
8. ‘आनी’ लगाने से
पुल्लिग – स्त्रीलिंग
भव – भवानी
इन्द्र – इन्द्राणी
जेठ – जेठानी
देवर – देवरानी
चौधरी – चौधरानी
मिसर – मिसरानी
खत्री – खत्राणी
सेठ – सेठानी
नौकर – नौकरानी
मुग़ल – मुग़लानी
9. ‘इनी’ लगाने से
पुल्लिग – स्त्रीलिंग
ब्रह्मचारी – ब्रह्मचारिणी
तपस्वी – तपस्विनी
मन्त्री – मन्त्रिणी
हितकारी – हितकारिणी
अपराधी – अपराधिनी
स्वामी – स्वामिनी
वैरी – वैरिणी
10. ‘मती’, ‘वती’ लगाने से
श्रीमान् – श्रीमती
बुद्धिमान् – बुद्धिमती
धनवान् – धनवती
गुणवान् – गुणवती
महिमावान् – महिमावती
भगवान् – भगवती
दयावान् – दयावती
बलवान् – बलवती
रूपवान – रूपवती।
11. ‘त्री’ लगाने से
दाता – दात्री
कवि – कवयित्री
निर्माता – निर्मात्री
रचयिता – रचयित्री
व्याख्याता – व्याख्यात्री
धाता – धात्री
कर्त्ता – कर्त्री
12. भिन्न रूप वाले शब्द
विधुर – विधवा
भैंसा – भैंस
ननदोई – ननद
वर – वधू
सम्राट – साम्राज्ञी
बैल – गाय
बहनोई – बहन
पिता – वधू
बाप – माँ
ससुर – सास
महाराजा – महारानी
आदमी – औरत
केवल पुल्लिंग में-चीता, खरगोश, खटमल, बाज, भेड़िया, कछुआ, कौआ।
केवल स्त्रीलिंग में मछली, दीमक, मैना, जूं, जोंक, गिलहरी, चील, कोयल, मक्खी।
कई शब्दों का लिंग बदला ही नहीं जाता ; जैसे-सती, धाय, सुहागिन, नर्स, राष्ट्रपति, राज्यपाल आदि।
जो शब्द पुल्लिग और स्त्रीलिंग दोनों में प्रयुक्त होते हैं उन्हें उभयलिंग कहते हैं ; जैसे-बर्फ, पवन, आत्मा, समाज, श्वास, बाहु।
अति लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1. निम्नलिखित वाक्यों में मोटे (काले) संज्ञा शब्दों के लिंग बदलिए तथा अन्य आवश्यक परिवर्तन भी कीजिए।
(1) सरदार के हाथ में छुरा था। – सरदारनी के हाथ में छुरी थी।
(2) धनवान् ने कवि को पुरस्कार दिया। – धनवती ने कवयित्री को पुरस्कार दिया।
(3) सम्राट् ने नौकर से कहा कि आज साधु का जन्म दिवस है। – साम्राज्ञी ने नौकरानी से कहा कि आज साध्वी साधु का जन्म दिवस है।
(4) भगवान् की कृपा से ठाकुर के घर पुत्र का जन्म हुआ। – भगवती की कृपा से ठकुराइन के घर पुत्री का जन्म हुआ।
(5) निरीक्षक ने छात्र को परीक्षा भवन से बाहर निकाल दिया। – निरीक्षका ने छात्रा को परीक्षा भवन से बाहर निकाल दिया।
(6) स्वामी ने सेविका से कहा। – स्वामिनी ने सेवक से कहा।
(7) मैंने चिड़ियाघर में एक सिंह और देखी। – मैंने चिड़ियाघर में एक सिंहनी और एक मोरनी एक मोर देखा।
(8) दर्जी कपड़े सी रहा है। – दर्जिन कपड़े सी रही है।
(9) सेठ ने बेटे से कहा, “अच्छा बालक मूर्ख की संगति नहीं करता। – सेठानी ने बेटी से कहा, “अच्छी बालिका करता।
(10) उसकी पत्नी परीक्षा की निरीक्षका है। – उसका पति परीक्षा का निरीक्षक है।
(11) सेठ अन्दर है और सेवक द्वार पर खड़ा है। – सेठानी अन्दर है और सेविका द्वार पर खड़ी है।
(12) श्रीमान् मेरा पुत्र आप जैसे विद्वान् कवि का शिष्य होना पसन्द करता है। – श्रीमती, मेरी पुत्री आप जैसी विदुषी कवयित्री की शिष्या होना पसन्द करती है।
(13) नगर में बच्चों को मिठाई बाँटी गई। – नगरी में बच्चियों को मिठाई बाँटी गई।
(14) इस बूढ़े के दो बेटे हैं। – इस बुढ़िया की दो बेटियाँ हैं।
(15) अध्यापक ने छात्र को इनाम दिया। – अध्यापिका ने छात्रा को इनाम दिया।
(16) लड़की सवेरे सैर करने गई। लड़का सवेरे सैर करने गया।
(17) अध्यापक पाठ पढ़ाता है। – अध्यापिका पाठ पढ़ाती है।
(18) मैं पापी को मार डालँगा। – मैं पापिन को मार डालूँगा।
(19) बार-बार मुझे महाराज क्यों कह रहे हो। – बार-बार मुझे महारानी क्यों कह रही है।
(20) क्षत्रिय वचन का पक्का होता है। – क्षत्राणी वचन की पक्की होती है।
(21) ठठेरा बर्तन बना रहा है। – ठठेरिन बर्तन बना रही है।
(22) ठाकुर के पास चार घोड़े हैं। – ठकुराइन के पास चार घोड़ियाँ हैं।
(23) पिंजरों में बन्द तोता, शेर, बन्दर, हिरण सब छोड़ दिए जाएँ। – पिंजरों में बन्द तोती, शेरनी, बन्दरिया, हिरनी सब छोड़ दिए जाएँ।
(24) ग्वाले ने बैल को नहलाया। ग्वालिन ने गाय को नहलाया।
(25) लेखक और रचयिता में क्या भेद लेखिका और रचयित्री में क्या भेद है?