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PSEB 8th Class Science Notes Chapter 10 किशोरावस्था की ओर
→ मानव एवं अधिकांश जंतु एक निश्चित आयु तक पहुँचने के बाद ही जनन कर सकते हैं।
→ 10 या 11 वर्ष की आयु के बाद वृद्धि में तीव्रता आती है।
→ वृद्धि एक प्राकृतिक प्रक्रम है।
→ जीवनकाल की वह अवधि जब शरीर में ऐसे परिवर्तन होते हैं जिसके परिणामस्वरूप जनन परिपक्वता आती है, किशोरावस्था (Adolescence) कहलाती है।
→ किशोरावस्था लगभग 11 वर्ष की आयु से प्रारंभ होकर 18 अथवा 19 वर्ष की आयु तक रहती है।
→ किशोरों को ‘टीनेजर्स’ (Teenagers) भी कहा जाता है।
→ किशोरावस्था के दौरान मनुष्य के शरीर में अनेक परिवर्तन आते हैं। यह परिवर्तन यौवनारंभ (Puberty) का संकेत है।
→ लंबाई में यकायक वृद्धि यौवनारंभ के दौरान होने वाला सबसे अधिक दृष्टिगोचर परिवर्तन है।
→ शरीर के सभी अंग समान दर से वृद्धि नहीं करते।
→ लंबाई, माता-पिता से प्राप्त जींस (Genes) पर निर्भर करती है।
→ यौवनारंभ (Puberty) में ‘स्वरयंत्र’ में वृद्धि का प्रारंभ होता है। सामान्यत: लड़कियों का स्वर उच्च तारत्व वाला होता है जबकि लड़कों का स्वर गहरा होता है।
→ किशोरावस्था में स्वेद एवं तैल-ग्रंथियों का स्राव बढ़ जाता है।
→ अत:स्त्रावी ग्रंथियाँ हार्मोनों को सीधे रुधिर प्रवाह में निर्मोचित करती हैं।
→ किशोरावस्था व्यक्ति के सोचने के ढंग में परिवर्तन की अवधि भी है।
→ गौण लैंगिक लक्षण लड़कियों को लड़कों से पहचानने में सहायता करते हैं।
→ किशोरावस्था में होने वाले परिवर्तन हार्मोन द्वारा नियंत्रित होते हैं। हार्मोन रासायनिक पदार्थ हैं जो अंतःस्रावी ग्रंथियों द्वारा स्त्रावित किए जाते हैं।
→ पिट्यूटरी, एड्रीनल, थायराइड और जनन अंत:स्त्रावी ग्रंथियां हैं।
→ अंतःस्त्रावी ग्रंथि में नली नहीं होती इसलिए इसे नलिका रहित ग्रंथि (Ductless Gland) भी कहते हैं।
→ कीट हार्मोन कीटों में पाए जाते हैं।
→ नलिका रहित और अंत:स्रावी ग्रंथि अपने स्त्राव रुधिर प्रवाह में स्रावित करती है ताकि वे अपने लक्ष्य पर पहुँच सके।
→ अंतःस्त्रावी ग्रंथियों का स्राव हार्मोन (Hormone) कहलाता है।
→ वृषण अथवा नर जननांग मिश्रित अंग हैं जो शुक्राणु और पौरुष हार्मोन उत्पन्न करते हैं (जैसे टेस्टोस्टरॉन, एंड्रोस्टेरॉन)।
→ अंडाशय एस्ट्रोजन (Estrogen) और प्रोजेस्ट्रान स्त्राव करता है।
→ मादा मानव में 28 से 30 दिन में जनन चक्र में परिवर्तन दौरान एक बार रक्त स्त्राव होने को ऋतु स्त्राव (menstrual cycle) कहते हैं।
→ लगभग 45 से 50 वर्ष की आयु में मादा में ऋतु स्त्राव होना रुक जाता है। इस क्रिया को रजोनिवृत्ति (Menopause) कहते हैं।
→ मानव कोशिका में 22 जोड़ी सामान्य गुणसूत्र और 1. जोड़ी लिंग गुणसूत्र पाए जाते हैं।
→ मनुष्य की प्रत्येक जनन कोशिका में 23 जोड़ी गुणसूत्र होते हैं।
→ लारवा से वयस्क में परिवर्तन कायांतरण (Metamorphosis) कहलाता है। यह परिवर्तन भी हार्मोन द्वारा नियंत्रित होते हैं।
→ व्यक्ति का कायिक एवं मानसिक विसंगति मुक्त होना उस व्यक्ति का स्वास्थ्य कहलाता है।
→ किसी भी किशोर को आहार नियोजन अत्यंत सावधानीपूर्वक करना चाहिए क्योंकि यह तीव्र वृद्धि एवं विकास की अवस्था है।
→ किशोरों के लिए व्यक्तिगत स्वच्छता अति आवश्यक है क्योंकि स्वेद ग्रंथियों की अधिक क्रियाशीलता के कारण शरीर से गंध आने लगती है।
→ सभी युवा/किशोरों को टहलना, व्यायाम करना एवं बाहर खेलना चाहिए।
→ किशोरावस्था (Adolescence)-11 या 12 वर्ष की आयु से 18 या 19 वर्ष तक की अवधि किशोरावस्था कहलाती है। ___
→ यौवनारंभ (Puberty)-11 से 18 वर्ष की अवस्था जब जनन क्षमता का विकास होता है अथवा जनन चक्र का आरंभ होता है।
→ स्वरयंत्र (Voice Box)-मनुष्य के गले में उपास्थि (cartilage) से बना बॉक्स, जो आवाज़ पैदा करता है।
→ ऐडम्स ऐपल (कंठमणि) (Adam’s Apple)-लड़कों में बढ़ता हुआ स्वरयंत्र गले के सामने की ओर सुस्पष्ट उभरे भाग के रूप में दिखाई देता है, जिसे कंठमणि कहते हैं।
→ गौण लैंगिक लक्षण (Secondary Sexual Characters)-लड़के और लड़कियों में कुछ ऐसे गुण जिनसे उन्हें पहचाना जाता है और भिन्न किया जाता है, गौण लैंगिक लक्षण कहलाते हैं।
→ हार्मोन (Hormones)-शरीर की क्रियात्मक क्रियाओं को नियंत्रित करने वाले विशेष रासायनिक पदार्थ।
→ अतःस्त्रावी ग्रंथियां (Endocrine Glands)-नलिका रहित ग्रंथियाँ जो हार्मोन उत्पन्न करती हैं और इन्हें सीधा रक्त में बहा देती हैं।
→ लक्ष्य स्थल (Target Site)-शरीर का वह भाग, जहाँ अत: स्रावी ग्रंथियों द्वारा स्त्रावित हार्मोन, रक्त प्रवाह दवारा पहुँचते हैं।
→ पीयूष ग्रंथि (Pituitary Gland)-यह मस्तिष्क में उपस्थित मास्टर ग्रंथि है।
→ टेस्टोस्टरॉन (Testosterone)-यौवनारंभ में वृषण द्वारा स्त्रावित नर हार्मोन।
→ एक्स्ट्रोजन (Estrogen)-यौवनारंभ में अंडाशय द्वारा स्त्रावित मादा हार्मोन. जो स्तनों में विकास करता है।
→ लिंग गुणसूत्र (Sex chromosomes)-मानव शरीर में 23 जोड़े गुणसूत्र हैं उनमें से एक (23वां जोड़ा) लिंग गुणसूत्र है।
→ थाइराक्सिन (Thyroxin)-गले में स्थित थायराइड ग्रंथि द्वारा स्त्रावित हार्मोन।
→ इंसुलिन (Insulin)-अग्न्याशय (Pancreas) द्वारा स्त्रावित हार्मोन जो रक्त में शक्कर के स्तर को नियंत्रित करता है।
→ एड्रिनेलिन (Adrenalin)-रक्त में लवण मात्रा के संतुलन के लिए एड्रीनल ग्रंथि का स्त्राव।
→ संतुलित आहार (Balanced diet)-वह आहार जिसमें सभी पोषक (कार्बोहाइड्रेट्स, वसा, प्रोटीन, लवण, विटामिन आदि) उचित अनुपात में हो।
→ स्वास्थ्य (Health)-व्यक्ति का कायिक एवं मानसिक विसंगतिमुक्त होना।