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PSEB 8th Class Science Notes Chapter 18 वायु तथा जल का प्रदूषण
→ वायु, पानी और मृदा में जैविक, भौतिक, रासायनिक लक्ष्णों में अवांछित परिवर्तनों को प्रदूषण (Pollution) कहते हैं।
→ वे पदार्थ जो वायु, पानी और मृदा का प्रदूषण फैलाने में उत्तरदायी हैं, प्रदूषक (Pollutants) कहलाते हैं।
→ प्रदूषण की किस्में वायु प्रदूषण, जल-संदूषण, मृदा-प्रदूषण।
→ वायु प्रदूषण-वायु में ठोस कणों, गैसों और अन्य प्रदूषकों की उपस्थिति, जिससे मानव, जीव-जंतु, वनस्पति, इमारतों और अन्य दूसरी वस्तुओं को नुकसान पहुँचे वायु प्रदूषण (Air Pollution) कहलाता है।
→ जल संदूषण-जल में जैविक, अजैविक, रासायनिक पदार्थ अथवा जल की गर्मी कारण जल की गुणवत्ता कम होने से स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न होने को जल संदूषण (Water Pollution) कहते हैं।
→ भारत में, विशेषकर गाँवों में संदूषित जल गंभीर स्वास्थ्य समस्याएँ उत्पन्न करने में उत्तरदायी है।
→ ओज़ोन ह्रास (Ozone depletion) से UV विकिरणें पृथ्वी पर पहुँच कर त्वचा कैंसर, आँखों की क्षति और प्रतिरक्षी तंत्र को नुकसान पहुँचा रही हैं।
→ अम्ल वर्षा, वायु प्रदूषण के कारण होती है।
→ विश्व उष्णन, वायुमंडल में CO2 की मात्रा में हुई वृद्धि कारण पृथ्वी के तापमान में धीमी वृद्धि है।
→ विश्व उष्णन (Global Warming) को ईंधनों के जलाने को कम करके और अधिक वन लगाकर नियंत्रित किया जा सकता है।
→ उद्योग प्रदूषण फैलाते हैं, परंतु इस प्रदूषण का उपचार और नियंत्रण किया जा सकता है।
→ वायुमंडल का CO2 द्वारा गर्मी को शोषित करने से गर्म होना, पौधा-घर प्रभाव (Green House Effect) कहलाता है।
→ वायुमंडल की मुख्य गैसें ऑक्सीजन और नाइट्रोजन हैं।
→ वायु में विभिन्न गैसें-नाइट्रोजन, ऑक्सीजन, कार्बन डाइऑक्साइड, आर्गन, हीलियम, क्रिपटॉन और जीनॉन, जल वाष्प हैं।
→ वायु में 78% नाइट्रोजन और 21% ऑक्सीजन है।
→ वायु प्रदूषण (Air Pollution)- वातावरण में उन पदार्थों का मिलना, जिनसे मानव के स्वास्थ्य और जीवन पर दुष्प्रभाव पड़े, वायु प्रदूषण कहलाता है । वायु प्रदूषण पेड़-पौधों, जीव-जंतुओं के स्वास्थ्य पर भी दुष्प्रभाव डालता है।
→ मिलावट (Contamination)-ज़हरीले पदार्थों और सूक्ष्म जीवों की उपस्थिति, जिससे मानव में रोग और असुविधा उत्पन्न होती है।
→ प्रदूषक (Pollutants)-वायु, जल, भूमि में अवांछनीय पदार्थों के मिलने से, वातावरण की गुणवत्ता में परिवर्तन लाते हैं।