This PSEB 9th Class Social Science Notes History Chapter 5 The French Revolution will help you in revision during exams.
The French Revolution PSEB 9th Class SST Notes
→ The French Revolution:
- The French Revolution took place in 1789 A.D.
- Common people lived a miserable life but Nobles lived a luxurious life.
- That’s why the French people rose against Louis XVI (King of France) and brought the revolution.
→ The Tennis Court Oath:
- Louis XVI did not accept the demands laid down by the representatives of the people.
- So, the people collected at the Tennis Court and declared to form the new Constitution.
→ The Fall of Bastille:
- On 14 July 1789, the fortress prison of Bastille was captured bj the revolutionaries and this led to its fall.
- Even today, 14th July is celebrated as Bastille Day or National Day in France.
→ The Declaration of Rights of Men and Citizens:
- This declaration is related to the French Revolution.
- It specified the equality of all men before the law and without reason, no one will be captivated.
- In this declaration, freedom of speech and press was also accepted.
- Most importantly, it gave stress on the concepts of Liberty, Equality, and Fraternity.
→ Louis XVI:
- Louis XVI became the French Emperor in 1774 A.D.
- He was only 20 years of age.
- He was incapable and worked under the influence of his wife.
- He had no interest in administrative functions.
- He had left all the administrative functions in the hands of corrupt officials who did not care about the public welfare.
- Consequently, there was growing dissatisfaction among the people and finally, they revolted against the King.
→ Voltaire:
- Voltaire was a famous Satirist writer of his time.
- He strongly opposed the social superstitions and the evils prevailing in the Church.
- He called Church the ‘infamous thing’.
- He encouraged the people to demand reforms.
→ Montesquieu:
- Montesquieu was a famous writer of his time.
- He opposed the divine right theory of the Kings.
- He liked the British system of administration.
- His famous book was ‘The Spirit of Laws’.
- His ideas gave great impetus to the revolutionary ideas.
→ Rousseau:
- Rousseau was a great philosopher of the 18th century.
- He gave his views in his book ‘The Social Contract’.
- According to him, social composition and people must be based on mutual contracts.
→ Napoleon:
- Napoleon was one of those great men who was born in a simple family and reached the highest post.
- He progressed from a post of a soldier to the French King.
- He was born at Korsika island and by 1812 A.D., he established his supremacy on almost the whole of Europe.
- Finally, many European powers collectively defeated him.
- He died in 1821 due to abdominal cancer at St. Helena island.
→ Clergy: A group of people working in the Church.
→ Tithe and Taille: Tithe was a religious tax paid by the people to the Church and Taille was a direct tax paid to the government.
→ Manor: An Estate where was situated the land and palace of the Feudal Lord.
→ 1774 – Louis XVI became King of France.
→ 1789 – Convocation of Estates General, Third Estate forms National Assembly, the Bastille was stormed, peasants revolt in the countryside.
→ 1791 – New Constitution is framed to limit the powers of the king and to guarantee basic rights to all human beings.
→ 1792 – 93 – France becomes a republic, and the king was beheaded. With the overthrow of the Jacobic Republic, a Directory rules France.
→ 1804 – Napoleon becomes emperor of France, and annexes large parts of Europe.
→ 1815 – Napoleon is defeated at Waterloo.
फ्रांसीसी क्रांति PSEB 9th Class SST Notes
→ फ्रांसीसी क्रांति – फ्रांसीसी क्रांति 1789 ई० में हुई। साधारण जनता दुःखी थी, परंतु कुलीन वर्ग ऐश्वर्य का जीवन व्यतीत करता था। अतः जनता ने सम्राट् लुई 16वें के विरुद्ध क्रांति का बिगुल बजा दिया।
→ टैनिस कोर्ट की शपथ – लुई सोलहवें ने जनता के प्रतिनिधियों की बात नहीं मानी। वे टैनिस कोर्ट में एकत्र हो गए और उन्होंने नवीन संविधान बनाने की घोषणा कर दी।
→ बास्तील का पतन – 14 जुलाई, 1789 ई० को बेस्टील कारागृह का पतन हुआ। यहीं से क्रांति का नाद बजा था। आज भी 14 जुलाई का दिन फ्रांस में राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाता है।
→ मानव तथा नागरिक अधिकारों की घोषणा – इस घोषणा का संबंध फ्रांस की क्रांति से है। इसमें यह स्वीकार किया गया था कि कानून की दृष्टि में सभी व्यक्ति समान हैं और बिना कारण किसी को भी बंदी नहीं बनाया जा सकता।
→ इस घोषणा में भाषण तथा प्रेस की स्वतंत्रता के सिद्धांत को भी स्वीकार किया गया। सबसे बड़ी बात यह थी कि इसमें स्वतंत्रता, समानता तथा बंधुत्व के सिद्धांत पर बड़ा बल दिया गया था।
→ लुई सोलहवां – लुई सोहलवां 1774 ई० में फ्रांस का सम्राट् बना। उस समय उसकी आयु केवल 20 वर्ष थी। वह अयोग्य, अदूरदर्शी तथा पत्नी का गुलाम था।
→ शासन कार्यों में उसकी कोई रुचि नहीं थी। उसने राज्य का सारा काम ऐसे भ्रष्ट एवं स्वार्थी कर्मचारियों पर छोड़ रखा था जिन्होंने जनता की भलाई की तरफ कभी ध्यान नहीं दिया। परिणामस्वरूप जनता में दिन-प्रतिदिन असंतोष बढ़ता गया और उसने शासन के विरुद्ध विद्रोह कर दिया।
→ वाल्तेयर – वाल्तेयर अपने समय का सुप्रसिद्ध व्यंग्य लेखक था। उसने सामाजिक अंधविश्वासों और चर्च की बुराइयों पर कड़ा प्रहार किया। उसने चर्च को बदनाम वस्तु’ (infamous thing) के नाम से पुकारा। उसने लोगों को सुधारों की मांग करने के लिए प्रोत्साहित किया।
→ रूसो – रूसो अठारहवीं शताब्दी का एक महान् दार्शनिक था। उसने अपने विचारों का संग्रह अपनी पुस्तक ‘The Social Contract’ (सामाजिक समझौता) में किया है। उसके मतानुसार समाज की रचना उसमें रहने वाले व्यक्तियों के पारस्परिक समझौते के आधार पर होनी चाहिए।
→ मांतेस्क्यू – मांतेस्क्यू अपने समय का प्रसिद्ध विद्वान और उच्चकोटि का लेखक था। वह राजा के दैवी अधिकारों के सिद्धांत का कट्टर विरोधी था। उसे इंग्लैंड की शासन पद्धति बड़ी प्रिय थी। वह फ्रांस में भी वैसी ही शासन प्रणाली स्थापित करना चाहता था।
→ उसकी प्रसिद्ध पुस्तक ‘The Spirit of the Laws’ है। उसके क्रांतिकारी विचारों से क्रांति की भावना को बड़ा बल मिला।
नेपोलियन – नेपोलियन उन महान् व्यक्तियों में से था जिन्होंने साधारण कुल में जन्म लेकर उच्चतम पद प्राप्त किया। वह सेना के साधारण पद से उन्नति करता हुआ फ्रांस का सम्राट बन गया।
→ कोर्सिका द्वीप में पैदा होने वाले इस व्यक्ति ने 1812 ई० तक पूरे यूरोप पर अपनी सत्ता जमा ली। अंत में यूरोपीय शक्तियों ने मिलकर उसे पराजित किया। बंदी के रूप में पेट के रोग के कारण उसकी मृत्यु हो गई।
→ पादरी वर्ग – चर्च में विशेष कार्य करने वाले लोगों का समूह।
→ टाइद तथा टाइल – टाइद चर्च द्वारा वसूला जाने वाला एक धार्मिक कर था, जबकि टाइल एक प्रत्यक्ष कर था।
→ मेनर – एक एस्टेट जिसमें सामंत की भूमि और उसका महल होता था।
→ 1774 – लुई 16वां फ्रांस का राजा बना। उसे खाली खज़ाना मिला और पुरातन व्यवस्था के समाज में असंतोष।
→ 1789 – एस्टेट्स जेनराल बुलाई गई, तृतीय एस्टेट ने राष्ट्रीय सभा बनाई, बेस्टील का पतन हुआ, ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों के विद्रोह हुए।
→ 1791 – नया संविधान बना जिसने राजा की शक्तियों को सीमित किया, मूल मानव अधिकारों को गारंटी मिली।
→ 1792 – फ्रांस को गणराज्य मिला, राजा का सिर काट दिया गया।
→ 1793 – जैकोबिन के गणराज्य का पतन हुआ और फ्रांस में डायरेक्टरी का शासन स्थापित हुआ।
→ 1804 – नेपोलियन फ्रांस का सम्राट् बना।
→ 1815 – वाटरलू के स्थान पर नेपोलियन की पराजय।
ਫ਼ਰਾਂਸ ਦੀ ਕ੍ਰਾਂਤੀ PSEB 9th Class SST Notes
→ 1774 ਈ: – ਲੂਈ 16ਵਾਂ ਫ਼ਰਾਂਸ ਦਾ ਰਾਜਾ ਬਣਿਆ ਉਸਨੂੰ ਖ਼ਾਲੀ ਖਜ਼ਾਨਾ ਮਿਲਿਆ ਅਤੇ ਪੁਰਾਤਨ ਨੂੰ ਵਿਵਸਥਾ ਦੇ ਸਮਾਜ ਵਿਚ ਅਸੰਤੋਖ ।
→ 1789 ਈ: – ਸਟੇਟਸ ਜਨਰਲ ਬੁਲਾਈ ਗਈ, ਤੀਜੇ ਸਟੇਟ ਨੇ ਰਾਸ਼ਟਰੀ ਸਭਾ ਬਣਾਈ, ਬੈਸਟੀਲ ਦਾ ਪਤਨ ! ਹੋਇਆ, ਪੇਂਡੂ ਖੇਤਰਾਂ ਵਿਚ ਕਿਸਾਨਾਂ ਦੇ ਵਿਦਰੋਹ ਹੋਏ ।
→ 1791 ਈ: – ਨਵਾਂ ਸੰਵਿਧਾਨ ਬਣਿਆ, ਜਿਸਨੇ ਰਾਜਾ ਦੀਆਂ ਸ਼ਕਤੀਆਂ ਨੂੰ ਸੀਮਿਤ ਕੀਤਾ, ਮੂਲ ਮਨੁੱਖੀ ਅਧਿਕਾਰਾਂ ਨੂੰ ਗਰੰਟੀ ਮਿਲੀ ।
→ 1792-93 ਈ: – ਫ਼ਰਾਂਸ ਨੂੰ ਗਣਰਾਜ ਮਿਲਿਆ, ਰਾਜਾ ਦਾ ਸਿਰ ਕੱਟ ਦਿੱਤਾ ਗਿਆ ਜੈਕੋਬਿਨ ਦੇ ਗਣਰਾਜ ਦਾ ਪਤਨ ਹੋਇਆ ਅਤੇ ਫ਼ਰਾਂਸ ਵਿਚ ਡਾਇਰੈਕਟਰੀ ਦਾ ਸ਼ਾਸਨ ਕਾਇਮ ਹੋਇਆ ।
→ 1804 ਈ: – ਨੈਪੋਲੀਅਨ ਫ਼ਰਾਂਸ ਦਾ ਸਮਰਾਟ ਬਣਿਆ ।
→ 1815 ਈ: – ਵਾਟਰਲੂ ਦੇ ਸਥਾਨ ਤੇ ਨੈਪੋਲੀਅਨ ਦੀ ਹਾਰ ।