Punjab State Board PSEB 11th Class Economics Book Solutions Chapter 8 लागत की धारणाएँ Textbook Exercise Questions, and Answers.
PSEB Solutions for Class 11 Economics Chapter 8 लागत की धारणाएँ
PSEB 11th Class Economics लागत की धारणाएँ Textbook Questions and Answers
I. वस्तुनिष्ठ प्रश्न (Objective Type Questions)
प्रश्न 1.
लागत से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
एक उत्पादक द्वारा उत्पादन के साधनों तथा गैर-साधनों पर किए गए व्यय को लागत कहा जाता है।
प्रश्न 2.
मुद्रा लागत से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
एक वस्तु का उत्पादन करने के लिए एक उत्पादक को उत्पादन पर जो पैसे व्यय करने पड़ते हैं उसको मुद्रा लागत कहा जाता है।
प्रश्न 3.
वास्तविक लागत से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
एक वस्तु का उत्पादन करने के लिए जो दिमागी तथा भौतिक कोशिश की जाती है उसको वास्तविक लागत कहते हैं।
प्रश्न 4.
अवसर लागत से आपका क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
अवसर लागत किसी साधन के वैकल्पिक प्रयोग का मूल्य है।
प्रश्न 5.
बाहरी लागतों से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
बाहरी लागतें वे लागतें हैं जिनका भुगतान उत्पादक द्वारा दूसरे साधनों को किया जाता है।
प्रश्न 6.
आन्तरिक लागतों से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
आन्तरिक लागतें वे लागतें हैं जो कि उत्पादक के अपने साधनों पर व्यय होती हैं जैसा कि उत्पादक की अपनी पूँजी का ब्याज, मेहनत की मज़दूरी इत्यादि।
प्रश्न 7.
निजी लागत से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
निजी लागत वह लागत है जो कि उत्पादक को वस्तुओं के उत्पादन पर व्यय करनी पड़ती है।
प्रश्न 8.
सामाजिक लागत से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
सामाजिक लागत वह लागत है जो कि समाज को वस्तुओं के उत्पादन के लिए, समाज को होने वाली हानि के रूप में सहन करनी पड़ती है।
प्रश्न 9.
कुल लागत से क्या अभिप्राय है?
उत्तर-
कुल लागत वह लागत होती है जोकि उत्पादक को स्थिर तथा परिवर्तनशील साधनों पर व्यय करनी पड़ती है।
प्रश्न 10.
स्थिर लागत से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
स्थिर अथवा बन्धी लागतों से अभिप्राय उन लागतों से है जो उत्पादन के बन्धे साधनों पर व्यय की जाती हैं।
प्रश्न 11.
परिवर्तनशील लागत से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
जो लागत उत्पादन के परिवर्तनशील साधनों पर व्यय की जाती है, उसको परिवर्तनशील लागतें कहा जाता है।
प्रश्न 12.
औसत लागत से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
वस्तु की प्रति इकाई लागत को औसत लागत कहा जाता है।
प्रश्न 13.
सीमान्त लागत से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
वस्तु की एक अन्य इकाई का उत्पादन करने से जितनी कुल लागत में वृद्धि होती है उसको सीमान्त लागत कहा जाता है।
MC = TCn – TCn-1
प्रश्न 14.
औसत लागत वक्र का अल्पकाल से साधारण आकार क्या होता है ?
अथवा
औसत लागत अल्पकाल में U आकार की क्यों होती है ?
उत्तर-
अल्पकाल में औसत लागत वक्र U आकार की होती है इसका कारण घटते-बढ़ते अनुपात का नियम है।
प्रश्न 15.
दीर्घकाल लागतों का आकार कैसा होता है ?
उत्तर-
दीर्घकाल लागत वक्र होते तो U आकार के हैं परन्तु यह चपटे आकार की होती हैं।
प्रश्न 16.
निम्नलिखित में स्थिर लागत तथा परिवर्तनशील लागतें बताएं
(i) शेड का किराया,
(ii) न्यूनतम टेलीफ़ोन बिल
(iii) कच्चे माल की लागत
(iv) स्थाई कर्मचारियों का वेतन
(v) पूँजी का ब्याज
(vi) सामान का परिवहन पर खर्च
(vii) न्यूनतम से ऊपर की टेलीफ़ोन बिल की राशि
(vii) दैनिक मज़दूरी।
उत्तर –
स्थिर लागत | परिवर्तनशील लागत |
(i) शेड का किराया | (i) कच्चे माल की लागत |
(ii) न्यूनतम टेलीफ़ोन का बिल | (ii) सामान का परिवहन पर खर्च |
(iii) स्थाई कर्मचारियों का वेतन | (iii) न्यूनतम से ऊपर का टेलीफ़ोन का बिल |
(iv) पूँजी का ब्याज | (iv) दैनिक मज़दूरी। |
प्रश्न 17.
जो लागतें उत्पादन के बदलने के साथ बदल जाती हैं को ……….. कहते हैं।
(a) मुख्य लागतें
(b) प्रत्यक्ष लागतें
(c) कुल परिवर्तनशील लागतें
(d) उपरोक्त सभी।
उत्तर-
(d) उपरोक्त सभी।
प्रश्न 18.
जो लागतें उत्पादन की मात्रा के परिवर्तन के कारण परिवर्तत नहीं होती उन लागतों को कहते हैं।
(a) पूरक लागतें
(b) अप्रत्यक्ष लागते
(c) स्थिर लागतें
(d) उपरोक्त सभी।
उत्तर-
(d) उपरोक्त सभी।
प्रश्न 19.
प्रति वस्तु लागत को ……… कहते हैं।
(a) कुल स्थिर लागत
(b) परिवर्तनशील लागत
(c) औसत लागत
(d) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर-
(c) औसत लागत।
प्रश्न 20.
उत्पादन में परिवर्तन करने से जो लागत परिवर्तित नहीं होती को ………..कहा जाता है।
(a) स्थिर लागत
(b) परिवर्तनशील लागत
(c) सामाजिक लागत
(d) अवसर लागत।
उत्तर-
(a) स्थिर लागत।
प्रश्न 21.
निम्नलिखित सारणी को पूरा करें:
उत्तर –
प्रश्न 22.
निम्नलिखित सारणी को पूरा करो :
उत्तर –
प्रश्न 23.
उत्पादन के परिवर्तनशील साधन किये गए व्यय को ……… कहते हैं।
उत्तर-
परिवर्तनशील लागत।
प्रश्न 24.
निम्नलिखित सारणी को पूरा करें।
उत्तर –
प्रश्न 25.
उत्पादन के स्थिर साधन पर किये गए व्यय को ………. कहते हैं।
उत्तर-
स्थिर लागत
प्रश्न 26.
वस्तु की प्रति इकाई लागत को ………. कहते हैं।
उत्तर-
औसत लागत।
प्रश्न 27. MC = …..
उत्तर-
MC = \(\frac{\Delta \mathrm{TC}}{\Delta \mathrm{Q}}\)
प्रश्न 28.
एक वस्तु का उत्पादन करने में जो पैसे व्यय करने पढ़ते उस को वास्तविक लागत कहते हैं।
उत्तर-
ग़लत।
प्रश्न 29.
अवसर लागत किसे साधन के वैकल्पिक का प्रयोग का मूल्य है।
उत्तर-
सही।
प्रश्न 30.
उत्पादन के स्थिर साधनों पर व्यय की गई लागत को स्थिर लागत अथवा पूरक लागत अथवा अप्रत्यक्ष लागत कहा जाता है।
उत्तर-
सही।
प्रश्न 31.
अल्पकाल में लागत वक्र आकार के होते हैं।
उत्तर-
सही।
प्रश्न 32.
इमारत का किराया, स्थाई मजदूरों की मजदूरी, पूँजी का ब्याज को स्थिर लागत कहते हैं।
उत्तर-
सही।
प्रश्न 33.
AC = ……
उत्तर-
AC = \(\frac{\mathrm{TC}}{\mathrm{Q}}\)
प्रश्न 34.
दीर्घकाल में समुची लागते स्थिर लागतें बन जाती हैं।
उत्तर-
ग़लत।
II. अति लघु उत्तरीय प्रश्न (Very Short Answer Type Questions)
प्रश्न 1.
उत्पादन लागत से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
एक उत्पादक जब उत्पादन करता है तो उसको उत्पादन के साधनों भूमि, श्रम, पूंजी, संगठन पर व्यय करना पड़ता है। इसके बिना कच्चे माल, बिजली, यातायात के साधनों इत्यादि पर व्यय किया जाता है। इस प्रकार के किए गए व्ययों को कुल लागत कहते हैं।
प्रश्न 2.
मुद्रा लागत तथा वास्तविक लागत से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
एक वस्तु का उत्पादन करने के लिए एक उत्पादक को मुद्रा के रूप में जो पैसे व्यय करने पड़ते हैं, उसको मुद्रा लागत कहा जाता है, जबकि एक वस्तु का उत्पादन करने के लिए जो दिमागी तथा भौतिक कोशिश की जाती है, उसको वास्तविक लागत कहा जाता है।
प्रश्न 3.
बाहरी लागतों तथा आन्तरिक लागतों से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
बाहरी लागतें वह लागतें हैं, जिनका भुगतान उत्पादक द्वारा दूसरे साधनों को किया जाता है, जैसे कि मज़दूरी, लगान, ब्याज इत्यादि। इसको लेखे की लागत (Accounting Cost) भी कहा जाता है। आन्तरिक लागतें वह लागतें हैं, जोकि उत्पादक के अपने साधनों के प्रयोग पर व्यय होती हैं, जैसे कि उत्पादक की अपनी पूंजी का ब्याज, अपनी मेहनत की मजदूरी, अपनी भूमि का लगान।
प्रश्न 4.
अवसर लागत से आपका क्या अभिप्राय है ? उदाहरण सहित स्पष्ट करो।
उत्तर-
किसी साधन के दूसरे अच्छे विकल्पीय प्रयोग में लागत को अवसर लागत (Opportunity Cost) कहते हैं। यदि किसी साधन को कार्य A में ₹ 500 तथा कार्य B में से ₹ 400 प्राप्त होते हैं। वह साधन कार्य A में लग जाएगा तथा उसकी, अवसर लागत ₹ 400 हैं जो कार्य B में से प्राप्त होती है।
प्रश्न 5.
निजी लागत तथा सामाजिक लागत में अन्तर बताओ।
उत्तर-
निजी लागत (Private Cost)-निजी लागत वह लागत है जोकि निजी फ़र्मों को वस्तुओं के उत्पादन पर व्यय करना पड़ता है। एक मनुष्य द्वारा साधनों तथा कच्चे माल इत्यादि के व्यय को निजी लागत कहते हैं। सामाजिक लागत (Social Cost)-सामाजिक लागत वह लागत है जोकि एक समाज को वस्तु के उत्पादन के हानि के रूप में सहन करनी पड़ती हैं। जैसे कि फ़र्मों के उत्पादन करते समय जो धुआं फैक्टरियों में से निकलता है, उससे लोगों की सेहत पर बुरे प्रभाव को सामाजिक लागत कहते हैं।
प्रश्न 6.
स्थिर तथा परिवर्तनशील लागतों में अन्तर स्पष्ट करो।
अथवा
कुल लागत से आपका क्या अभिप्राय है ? इसमें कौन-कौन सी लागतों को शामिल किया जाता है ?
उत्तर-
कुल लागत (Total Cost)-किसी वस्तु का उत्पादन करने से जो कुल खर्च सहन करना पड़ता है उसको कुल लागत कहते हैं। इसमें दो प्रकार की लागतें होती हैं-
- स्थिर लागत (Fixed Cost)-इसको वृद्धि करने वाली लागत (Supplementary Cost) भी कहा जाता है। यह वह लागतें हैं जो उत्पादन में परिवर्तन से परिवर्तित नहीं होती, जैसे कि भूमि अथवा इमारत का किराया, उधार के लिए पूंजी का ब्याज, पक्के कर्मचारियों का वेतन इत्यादि।
- परिवर्तनशील लागत (Variable Cost)-इसको मुख्य लागत (Prime Cost)- भी कहा जाता है, वह लागतें जो उत्पादन में वृद्धि करने से बढ़ जाती हैं तथा उत्पादन को घटाने से कम हो जाती हैं। इनको परिवर्तनशील लागतें कहते हैं, जैसे कि कच्चे माल का व्यय, यातायात के साधनों का व्यय, कच्चे कार्य पर लगे कर्मचारियों की मज़दूरी इत्यादि।
प्रश्न 7.
निम्नलिखित लागतों का स्थिर लागतों तथा परिवर्तनशील लागतों में वर्गीकरण करो।
(a) शैड का किराया
(b) न्यूनतम टेलीफोन बिल
(c) कच्चे माल का व्यय
(d) पक्के कर्मचारियों की मजदूरी
(e) पूंजी का ब्याज
(f) वस्तुओं का यातायात पर व्यय
(g) न्यूनतम से अधिक टेलीफोन का व्यय
(h) रोज़ाना मज़दूरी।
उत्तर-
स्थिर लागतें (Fixed Costs)-
(a) शैड का किराया
(b) न्यूनतम टेलीफोन बिल
(d) पक्के कर्मचारियों की मजदूरी
(e) पूंजी का ब्याज।
परिवर्तनशील लागते (Variable Costs)-
(c) कच्चे माल का व्यय (
(f) वस्तुओं का यातायात पर व्यय
(g) न्यूनतम से अधिक टेलीफोन का व्यय
(h) रोज़ाना मज़दूरी।
प्रश्न 8.
अल्पकाल की सीमान्त लागत (MC) वक्र U आकार की क्यों होती है ?
उत्तर-
अल्पकाल में कुल सीमान्त लागत स्थिर होती है। जब उत्पादन में वृद्धि की जाती है तो इससे आरम्भ में बढ़ते प्रतिफल का नियम लागू होता है। इसलिए सीमान्त लागत तीव्रता से घटती है, परन्तु पश्चात् में घटते प्रतिफल का नियम लागू होने के कारण सीमान्त लागत बढ़ती है। इसीलिए अल्पकाल की सीमान्त लागत U आकार की होती है।
प्रश्न 9.
सीमान्त लागत से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
वस्तु की एक इकाई का अन्य उत्पादन करने से जितनी कुल लागत में वृद्धि होती है, उसको सीमान्त लागत कहा जाता है। जैसे कि 10 वस्तुओं का उत्पादन करने से 100 रुपए लागत आती है। वस्तुओं से कुल लागत 109 हो । जाती है तो वो कुल लागत में वृद्धि 109 – 100 = ₹ 9 है, इसको सीमान्त लागत कहा जाता है।
MC = TUn – TUn-1
III. लघु उत्तरीय प्रश्न (Short Answer Type Questions)
प्रश्न 1.
दीर्घकाल की लागत रेखाओं को स्पष्ट करो।।
उत्तर-
दीर्घकाल में स्थिर लागत तथा परिवर्तनशील लागत में अन्तर समाप्त हो जाता है। दीर्घकाल में सभी लागतें ही परिवर्तनशील हो जाती हैं। इसलिए दीर्घकाल में दीर्घकाल की औसत लागत (LAC) तथा दीर्घकाल की सीमान्त लागत (LMC) होती हैं। उत्पादन में वृद्धि करने से दीर्घकाल में पैमाने के प्रतिफल प्राप्त होते हैं।
- पैमाने का बढ़ता प्रतिफल-इस कारण LAC घटती है।
- पैमाने का समान प्रतिफल-इस कारण LAC समान रहती है।
- पैमाने का घटता प्रतिफल-इस कारण LAC घटती है।
रेखाचित्र 1 में पैमाने के प्रतिफल की तीन स्थितियों को दिखाया गया है। दीर्घकाल की लागत रेखाएं अंग्रेज़ी के अक्षर U जैसी होती हैं, परन्तु यह चपटी (Flattened) हैं।
प्रश्न 2.
रेखाचित्र द्वारा कुल लागत (TC), कुल स्थिर लागत (TFC) तथा कुल परिवर्तनशील लागत (TVC) के सम्बन्ध को स्पष्ट करो।
उत्तर-
कुल लागत (TC), कुल स्थिर लागत (TFC) तथा कुल परिवर्तनशील लागत (TVC) की सहायता से प्राप्त की जाती है।-
- कुल स्थिर लागत (TFC) स्थिर रहती है, जैसे कि इस स्थिति में ₹ 10 है। यह हमेशा OX रेखा के समान्तर होती है।
- कुल परिवर्तनशील लागत (TVC) शून्य से आरम्भ होती है। बदलवें अनुपातों के नियम अनुसार इसमें परिवर्तन होता है जोकि उल्टे आकार की बनती है।
- कुल लागत (TC) का निर्माण कुल स्थिर लागत (TFC) तथा कुल परिवर्तनशील लागत (TVC) के जोड़ से बनाई जाती हैं, क्योंकि कुल स्थिर लागत स्थिर रहती है। इसलिए कुल लागत (TC) कुल परिवर्तनशील लागत के समान्तर होती है। इनमें हमेशा अन्तर कुल स्थिर लागत के समान होता है।
प्रश्न 3.
स्थिर लागत तथा परिवर्तन शील लागत में अंतर बताओ।
उत्तर-
स्थिर लागतें (Fixed Costs)-स्थिर लागतें वह लागते हैं, जोकि स्थिर साधनों पर व्यय की जाती हैं तथा उत्पादन किया जाएं अथवा न किया जाएं। यह लागतें स्थिर रहती हैं। यह कभी भी शून्य नहीं होतीं। जैसे कि
- इमारत का किराया।
- पक्के कर्मचारियों की मज़दूरी
- उधार के लिए पूंजी का ब्याज,
- बीमे की किस्त इत्यादि।
2. परिवर्तनशील लागतें (Variable Costs) परिवर्तनशील लागते वह लागतें होती हैं, जो किसी वस्तु के उत्पादन में परिवर्तन करने से परिवर्तित हो जाती हैं। उत्पादन में वृद्धि करने से अधिक हो जाती है तथा उत्पादन में कमी करने से कम हो जाती हैं। जैसे कि
- कच्चे लगे मजदूरों की मज़दूरी
- कच्चे माल का व्यय
- बिजली का व्यय
- यातायात के साधनों का व्यय इत्यादि।
प्रश्न 4.
कुल औसत लागत (TAC), औसत परिवर्तनशील लागत (AVC) तथा सीमान्त लागत (MC) के सम्बन्ध को रेखाचित्र द्वारा स्पष्ट करो।
उत्तर-
कुल औस’ लागत (TAC), औसत परिवर्तनशील ATC (AVC) तथा सीमान्त लागत के सम्बन्ध को रेखाचित्र द्वारा स्पष्ट |5 किया जा सकता है। यह वक्र अंग्रेजी के अक्षर U जैसी हैं, क्योंकि परिवर्तनशील अनुपातों का नियम लागू होता है।
औसत परिवर्तनशील लागत (AVC) पहले घटती है फिर बढ़ती है। सीमान्त लागत (MC) AVC को E बिन्दु पर काटती है-
- कुल औसत लागत (ATC) पहले घटती है फिर समान रहती है तथा अन्त में बढ़ती है। सीमान्त लागत इसको E, पर काटती है, जोकि न्यूनतम बिन्दु है तथा OQ, उत्पादन होता है।
- सीमान्त लागत (MC) रेखा, औसत परिवर्तनशील लागत (AVC) तथा औसत कुल लागत (ATC) को न्यूनतम बिन्दुओं पर काटकर गुज़रती हैं।
प्रश्न 5.
सीमान्त लागत तथा औसत परिवर्तनशील लागत के सम्बन्ध को स्पष्ट करो।
उत्तर-
सीमान्त लागत तथा औसत परिवर्तनशील लागत के सम्बन्ध को रेखाचित्र द्वारा स्पष्ट करते हैं।
सूचीपत्र तथा रेखाचित्र 4 के अनुसार-
- जब उत्पादन में वृद्धि होती है तो आरम्भ में औसत परिवर्तनशील लागत (AVC) घटती है, जैसे कि 50, 45, 40, 35 तो सीमान्त लागत तीव्रता से घटती है। ₹ 50, 40, 30, 24 है।
- जब औसत परिवर्तनशील लागत (AVC) समान रहती है तो सीमान्त लागत, AVC के समान हो जाती है, जिसको E बिन्दु द्वारा दिखाया है।
- जब औसत परिवर्तनशील लागत बढ़ती है तो सीमान्त लागत तीव्रता से बढ़ती है।
प्रश्न 6.
स्पष्ट करो कि सीमान्त लागत वक्र का बढ़ता भाग, प्रतियोगिता वाली फ़र्म की पूर्ति वक्र होता है।
उत्तर-
एक प्रतियोगिता वाली फ़र्म का सन्तुलन उस MC स्थिति में होता है, जहां कि सीमान्त आय (MR) तथा सीमान्त लागत (MC) समान होती है। पूर्ण प्रतियोगिता में वस्तु की एक कीमत निर्धारण हो जाती है। इसलिए आय AR=MR वक्र AR = MR सीधी रेखा बनती हैं।
- फ़र्म का सन्तुलन MR = MC द्वारा E1 पर होता है। कीमत OP1 निश्चित हो जाती है, उत्पादन OQ1 किया जाता है।
- जब कीमत बढ़कर OP2 हो जाती है तो सन्तुलन E2 पर होता है तथा फ़र्म OQ2 वस्तुओं का उत्पादन
करके पूर्ति करती है। - जब कीमत OP3 हो जाती है तो सन्तुलन E3 पर होता है। इससे फ़र्म OQ3 वस्तुओं का उत्पादन करती है तथा पूर्ति OQ3 हो जाती है। इससे ज्ञात होता है कि सीमान्त लागत का बढ़ता हिस्सा प्रतियोगिता वाली फ़र्म का पूर्ति वक्र होता है।
प्रश्न 7.
औसत लागत तथा सीमान्त लागत के सम्बन्ध को स्पष्ट करो।
उत्तर-
औसत लागत तथा सीमान्त लागत के सम्बन्ध को रेखाचित्र 6 द्वारा स्पष्ट किया जा सकता है-
- आरम्भ में उत्पादन में वृद्धि करने से औसत लागत (AC) घटती है तो सीमान्त लागत (MC) तीव्रता से घटती है, परन्तु सीमान्त लागत से औसत लागत अधिक होती है।
- E बिन्दु पर जब OQ उत्पादन किया जाता है तो औसत लागत समान रहती है तो सीमान्त लागत इसके समान हो जाती है।
- OQ से अधिक उत्पादन करने से औसत लागत बढ़ती है, परन्तु सीमान्त लागत तीव्रता से बढ़ती है। इस स्थिति में औसत लागत सीमान्त लागत से कम होती है।
- औसत लागत को सीमान्त लागत न्यूनतम बिन्दु पर काटकर गुज़रती है।
प्रश्न 8.
एक फ़र्म की कुल लागत का सूची पत्र निम्नलिखित अनुसार है –
(a) इस फ़र्म की कुल स्थिर लागत कितनी है ?
(b) इस सूची से AFC, AVC, ATC तथा MC ज्ञात करो।
उत्तर-
(a) फ़र्म की कुल स्थिर लागत ₹ 40 है।
(b) AFC, AVC, ATC तथा MC का माप
IV. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (Long Answer Type Questions)
प्रश्न 1.
अल्पकाल की लागत रेखाओं को स्पष्ट करो।अल्पकाल की लागत रेखाएं U आकार की क्यों होती (Explain short run cost curves. Why are short period cost curves U shaped ?)
अथवा
अल्पकाल की निम्नलिखित धारणाओं को स्पष्ट करो।
(i) औसत स्थिर लागत (AFC)
(ii) औसत परिवर्तनशील लागत (AVC)
(iii) औसत कुल लागत (ATC)
(iv) सीमान्त लागत (MC)
उत्तर-
अल्पकाल इतना कम समय होता है, जिसमें स्थिर साधनों में परिवर्तन नहीं किया जा सकता। इस समय में लागतें दो प्रकार की होती हैं-स्थिर लागत तथा परिवर्तनशील लागत। अल्पकाल को निश्चित नहीं किया जा सकता। यह तो विभिन्न फ़र्मों पर निर्भर करता है कि अल्पकाल कितना होगा। यह समय कुछ महीनों अथवा कुछ वर्षों का भी हो सकता है, जैसे कि साइकिल का उद्योग स्थापित करने के लिए एक वर्ष का समय चाहिए है तो एक वर्ष के समय को कम समय कहा जाता है। हौजरी का कार्य तीन महीनों में आरम्भ किया जा सकता है तो तीन महीने का समय कम समय है। अल्पकाल की मुख्य लागतें इस प्रकार होती हैं
- औसत स्थिर लागत (Average Fixed Cost)
- औसत परिवर्तनशील लागत (Average Variable Cost)
- औसत कुल लागत (Average Total Cost)
- सीमान्त लागत (Marginal Cost)
अल्पकाल की लागत रेखाओं को एक सूचीपत्र द्वारा स्पष्ट करते हैं। (विद्यार्थियों के लिए नोट विद्यार्थी इस सूची को आसानी से याद कर सकते हैं।)
- कॉलम 1 में 1, 2, 3, 4 इत्यादि संख्याएं लिखो।
- कॉलम 2 में (FC), 100, 100, 100 लिखो।
- कॉलम 3 की आंकड़े कॉलम 2 : 1 से विभाजित कर AFC प्राप्त करो।
- इसके पश्चात् प्रथम कॉलम 5में (AVC) 0, 50, 45, 40, 35 अर्थात् 5,5 घटाओ तथा फिर इसको विपरीत करके लिखो 35, 40, 45, 50 लिखो।
- कॉलम 4 में AC की संख्याओं को कॉलम 5 x 1 द्वारा प्राप्त करो।
- AFC + AVC द्वारा कॉलम 6 में कुल लागत (Total Cost) प्राप्त करो।
- कुल लागत को उत्पादन पर विभाजित करके औसत कुल लागत (ATC) प्राप्त करो |
- कुल लागत (TC) कॉलम 6 में एक इकाई की वृद्धि से कुल लागत में वृद्धि द्वारा सीमान्त लागत का माप करो।
(i) औसत स्थिर लागत (Average Fixed Cost)प्रो० डूली अनुसार, “कुल स्थिर लागत को उत्पादन की इकाइयों से विभाजित करने से औसत स्थिर लागत प्राप्त होती है।” (“Average Fixed cost may be derived by dividing fixed cost with output.”—Dooley)
यदि कॉलम 2 में 100,100 को उत्पादन की इकाइयों से विभाजित करते हैं तो AFC प्राप्त होती है। AFC घटती जाती है। जब उत्पादन में वृद्धि होती है, परन्तु AFC कभी शून्य नहीं होती।
(ii) औसत परिवर्तनशील लागत (Average Variable Cost) कुल परिवर्तनशील लागत (TVC) को उत्पादन की इकाइयों पर विभाजित करने से औसत परिवर्तनशील लागत प्राप्त होती है।
कुल परिवर्तनशील लागत को उत्पादन की इकाइयों से विभाजित करने से औसत परिवर्तनशील लागत 50, 45, 40, 35 पहले घटती है, फिर 35, 40, 45, 50 बढ़ती है।
(iii) औसत कुल लागत (Average Total Cost)-कुल लागत हम कुल स्थिर तथा कुल परिवर्तनशील लागत के योग से प्राप्त करते हैं।
कुल लागत उत्पादन
औसत स्थिर लागत + औसत परिवर्तनशील लागत
(iv) सीमान्त लागत (Marginal Cost)-प्रो० डूली अनुसार, “उत्पादन में परिवर्तन से कुल लागत में जो परिवर्तन होता है, उसको सीमान्त लागत कहा जाता है।”
उत्पादित वस्तुओं की कुल लागत-उत्पादित वस्तुओं से एक कम वस्तु उत्पादन करने से कुल लागत जैसे कि 2 वस्तुओं का उत्पादन करने से कुल लागत ₹ 190 है। एक वस्तु उत्पादन करने से कुल लागत ₹ 150 तो दूसरी वस्तु की सीमान्त लागत ₹ 190 – 150 = ₹40 है। सीमान्त लागत पहले तीव्रता से घटती है, जैसे कि रेखाचित्र में दिखाया है।
अल्पकाल की लागत रेखाएं U आकार की होती हैं (Short Period Cost Curves are U Shaped)-अल्पकाल की लागत TY रेखाएं अंग्रेजी के अक्षर U जैसी होती हैं।
(i) AVC, ATC तथा MC पहले घटती है तथा फिर बढ़ती हैं।
(ii) AVC रेखा OQ तक घटती हैं तो MC इसके समान हो जाती हैं अर्थात् न्यूनतम बिन्दु पर काटती हैं।
(iii) ATC रेखा OQ, तक घटती है तो MC इसके समान हो जाती हैं, अर्थात् न्यूनतम बिन्दु पर काटती है।
अल्पकाल की लागत रेखाएं U आकार की क्यों होती हैं ?
- घटते-बढ़ते प्रतिफल का नियम-अल्पकाल में लागत वक्र U आकार की होती है, क्योंकि अल्पकाल में घटते-बढ़ते प्रतिफल का नियम लागू होता है।
- आन्तरिक तथा बाहरी बचतें तथा हानियां-उत्पादन को बढ़ाने से पहले आन्तरिक तथा बाहरी बचतें प्राप्त होती हैं। इसलिए लागत वक्र पहले घटती हैं। बाद में हानियाँ प्राप्त होती हैं। इसलिए लागत वक्र बढ़ने लगते हैं।
- उत्पादन के साधनों का अविभाजन-साधनों का आकार बड़ा होता है तो अधिक प्रयोग से लागत घटती हैं, परन्तु अधिक प्रयोग से लागतें बढ़ने लगती हैं।
V. संरव्यात्मक प्रश्न (Numericals)
प्रश्न 1.
एक फ़र्म 20 इकाइयाँ उत्पादन करती है। उत्पादन के इस स्तर पर औसत कुल लागत (ATC) तथा औसत परिवर्तनशील लागत (AVC) ₹ 40 तथा ₹ 37 के समान है। फ़र्म की कुल स्थिर लागत पता करो।
उत्तर-
प्रश्न 2.
निम्नलिखित सूचीपत्र को पूरा करें।
उत्तर-
प्रश्न 3.
निम्नलिखित सारणी से उत्पादन के दर्शाए स्तर पर औसत परिवर्तनशील लागत ज्ञात करें।
उत्पादन (इकाइयाँ) | 1 | 2 | 3 | 4 |
सीमान्त लागत | 40 | 30 | 35 | 39 |
उत्तर-
प्रश्न 4.
एक फ़र्म की उत्पादन लागत के आँकड़े निम्नलिखित हैं। इनकी सहायता से
(क) कुल परिवर्तनशील लागत
(ख) कुल स्थिर लागत
(ग) औसत परिवर्तनशील लागत
(घ) सीमान्त लागत ज्ञात करें।
उत्तर-
प्रश्न 5.
एक फर्म की कुल लागत अनुसूची निम्नलिखित है।
उत्तर-
प्रश्न 6.
एक फर्म की कुल लागत अनुसूची निम्नलिखित है।
उत्तर-
प्रश्न 7.
एक फर्म की कुल लागत अनुसूची निम्नलिखित है। उत्पादन के प्रत्येक स्तर पर औसत स्थिर लागत और सीमान्त लागत ज्ञात करें।
उत्तर –
प्रश्न 8.
निम्नलिखित सूची में औसत लागत (AC) ज्ञात करें।
उत्तर-