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PSEB 6th Class Science Notes Chapter 12 विद्युत तथा परिपथ
→ बिजली सेल बिजली ऊर्जा का एक स्रोत है।
→ बिजली सेल के दो टर्मिनल होते हैं-एक धन टर्मिनल (+) तथा दूसरा ऋण टर्मिनल (-)।
→ बिजली बल्ब में एक फिलामैंट (तंतु) होता है जो इसके टर्मिनलों से जुड़ा होता है।
→ बिजली धारा प्रवाहित होने के कारण बल्ब दीप्तिमान हो जाता है।
→ बंद बिजली सर्किट में बिजली धारा बिजली सेल के एक टर्मिनल से दूसरे टर्मिनल तक प्रवाहित होती है।
→ स्विच एक सरल युक्ति है जो बिजली धारा के प्रवाह को रोकती और चालू करने के लिए सर्किट का उपयोग की जाती है।
→ वे पदार्थ जो अपने में से बिजली धारा को प्रवाहित होने देते हैं, उन्हें बिजली चालक कहते हैं।
→ वे पदार्थ जो अपने में से बिजली धारा को प्रवाहित नहीं होने देते हैं, उन्हें बिजली रोधक कहते हैं।
→ प्रकाश उत्सर्जित करने वाले बारीक तार को बल्ब का फिलामैंट (तंतु) कहा जाता है।
→ बल्ब का फिलामैंट (तंतु) खंडित होने पर बल्ब फ्यूज़ हो जाता है।
→ बिजली धारा के पथ को बिजली सर्किट (परिपथ) कहते हैं।
→ बल्ब-यह एक ऐसी युक्ति है जो बिजली धारा के प्रवाहित होने पर प्रकाश उत्सर्जित करती है।
→ बिजली चालक-जिन पदार्थों में से बिजली धारा गुज़र सकती है, उन्हें बिजली चालक कहते हैं।
→ बिजली सेल-बिजली सेल, बिजली का एक स्रोत है। इसमें जमा किए गए रसायनिक पदार्थों से बिजली धारा उत्पन्न होती है।
→ बिजली सर्किट (परिपथ)-बिजली धारा के प्रवाह के पथ को बिजली परिपथ कहते हैं।
→ फिलामैंट (तंत्)-बल्ब के अंदर लगी बारीक धातु की तार जो बिजली धारा के प्रवाह के कारण प्रकाश उत्सर्जित करती है, फिलामैंट कहलाता है।
→ बिजली रोधक-जो पदार्थ अपने में से बिजली धारा का प्रवाह नहीं होने देते हैं, वे बिजली रोधक कहलाते
→ स्विच-यह एक साधारण युक्ति है जो बिजली धारा के प्रवाह को रोकती है या चालू करती है अर्थात् बिजली परिपथ को तोड़ती है और पूरा करती है।
→ टर्मिनल-बिजली धारा का अंदर प्रवेश करने या बाहर जाने वाले बिंदु को बिजली सेल के टर्मिनल कहलाते हैं। बिजली सेल के दो टर्मिनल होते हैं-
- धन टर्मिनल (+) तथा
- ऋण टर्मिनल (-)।