PSEB 8th Class Hindi Vyakaran लिंग परिवर्तन और उसके नियम

Punjab State Board PSEB 8th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar Ling Parivartan aur Uske Niyam लिंग परिवर्तन और उसके नियम Exercise Questions and Answers, Notes.

PSEB 8th Class Hindi Grammar लिंग परिवर्तन और उसके नियम

1. ‘आ’ लगाने से

पुल्लिग – स्त्रीलिंग
छात्र – छात्रा
प्रधान – प्रधाना
बाल – बाला
आचार्य – आचार्य
सुत – सुता
प्रिय – प्रिया
अचल – अचला
योग्य – योग्या
उपाध्याय – उपाध्याया
क्षत्रिय – क्षत्रिया
महाशय – महोदया
वृद्ध – वृद्धा
मूर्ख – मूर्खा
शिष्य – -शिष्या
पूज्य – पूज्या
कोकिल – कोकिला

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran लिंग परिवर्तन और उसके नियम

2. ‘ई’ लगाने से

पुल्लिग – स्त्रीलिंग
नर – नारी
नाना – नानी
तरुण – तरुणी
देव – देवी
मामा – मामी
बेटा – बेटी
घोड़ा – घोड़ी
साला – साली
दोहता – दोहती
काका – काकी
ताया (ताऊ) – ताई
चाचा – चाची
पोता – पोती
हिरन – हिरनी
पुत्र – पुत्री
लड़का – लड़की
मुर्गा – मुर्गी
नगर – नगरी
दास – दासी
दादा – दादी
साधु – साध्वी
राजा – रानी
पति – पत्नी
बिलाव – बिल्ली
प्रेयस् – प्रेयसी
गीदड़ – गीदड़ी
बकरा – बकरी
मोटा – मोटी
विद्वान् – विदुषी
भाई – भाभी
युवक – युवती
पतला – पतली

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran लिंग परिवर्तन और उसके नियम

3. ‘इया’ लगाने से

पुल्लिग – स्त्रीलिंग
लोटा – लुटिया
मुन्ना – मुनिया
चूहा – चुहिया
बन्दर – बन्दरिया
बेटा – बिटिया
गुड्डा – गुड़िया
बूढ़ा – बुढ़िया
चिड़ा – चिड़िया
बछड़ा – बछिया
कुत्ता – कुतिया
डिब्बा – डिबिया
कट्टा – कटिया
बच्छा – बछिया

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran लिंग परिवर्तन और उसके नियम

4. ‘इका’ लगाने से

पुल्लिग – स्त्रीलिंग
गायक – गायिका
बालक – बालिका
अध्यापक – अध्यापिका
सेवक – सेविका
लेखक – लेखिका
निरीक्षक – निरक्षिका
नायक – नायिका
चालक – चालिका
पालक – चालिका
पाठक – पाठिका

5. ‘इन’ लगाने से

पुल्लिग – स्त्रीलिंग
दर्जी – दर्जिन
माली – मालिन
हलवाई – हलवाइन
ग्वाला – ग्वालिन
ठठेरा – ठठेरिन
पुजारी – पुजारिन
पापी – पापिन
बाघ – बाघिन
साँप – साँपिन
नाग – नागिन
सूबेदार – सूबेदारिन
मालि – मालकिन
समधि – समधिन

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran लिंग परिवर्तन और उसके नियम

6. ‘आइन’ लगाने से

पुल्लिग – स्त्रीलिंग
बाबू – बबुआइन
चौबे – चौबाइन
दुबे – दुबाइन
लाला – ललाइन
पाण्डे – पण्डाइन
भिखारी – भिखारिन
तेली – तेलिन
पंडित – पंडिताइन
सुनार – सुनारिन
चौधरी – चौधराइन

7. ‘नी’ लगाने से

पुल्लिग – स्त्रीलिंग
ऊँट – ऊँटनी
रीछ – रीछनी
मोर – मोरनी
राजपूत – राजपूतनी
सिंहनी – शेरनी
हंस – हंसनी
हाथी – हथिनी
मज़दूर – मज़दूरनी
सियार – सियारनी

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran लिंग परिवर्तन और उसके नियम

8. ‘आनी’ लगाने से

पुल्लिग – स्त्रीलिंग
भव – भवानी
इन्द्र – इन्द्राणी
जेठ – जेठानी
देवर – देवरानी
चौधरी – चौधरानी
मिसर – मिसरानी
खत्री – खत्राणी
सेठ – सेठानी
नौकर – नौकरानी
मुग़ल – मुग़लानी

9. ‘इनी’ लगाने से

पुल्लिग – स्त्रीलिंग
ब्रह्मचारी – ब्रह्मचारिणी
तपस्वी – तपस्विनी
मन्त्री – मन्त्रिणी
हितकारी – हितकारिणी
अपराधी – अपराधिनी
स्वामी – स्वामिनी
वैरी – वैरिणी

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran लिंग परिवर्तन और उसके नियम

10. ‘मती’, ‘वती’ लगाने से

श्रीमान् – श्रीमती
बुद्धिमान् – बुद्धिमती
धनवान् – धनवती
गुणवान् – गुणवती
महिमावान् – महिमावती
भगवान् – भगवती
दयावान् – दयावती
बलवान् – बलवती
रूपवान – रूपवती।

11. ‘त्री’ लगाने से

दाता – दात्री
कवि – कवयित्री
निर्माता – निर्मात्री
रचयिता – रचयित्री
व्याख्याता – व्याख्यात्री
धाता – धात्री
कर्त्ता – कर्त्री

12. भिन्न रूप वाले शब्द

विधुर – विधवा
भैंसा – भैंस
ननदोई – ननद
वर – वधू
सम्राट – साम्राज्ञी
बैल – गाय
बहनोई – बहन
पिता – वधू
बाप – माँ
ससुर – सास
महाराजा – महारानी
आदमी – औरत

केवल पुल्लिंग में-चीता, खरगोश, खटमल, बाज, भेड़िया, कछुआ, कौआ।
केवल स्त्रीलिंग में मछली, दीमक, मैना, जूं, जोंक, गिलहरी, चील, कोयल, मक्खी।
कई शब्दों का लिंग बदला ही नहीं जाता ; जैसे-सती, धाय, सुहागिन, नर्स, राष्ट्रपति, राज्यपाल आदि।
जो शब्द पुल्लिग और स्त्रीलिंग दोनों में प्रयुक्त होते हैं उन्हें उभयलिंग कहते हैं ; जैसे-बर्फ, पवन, आत्मा, समाज, श्वास, बाहु।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran लिंग परिवर्तन और उसके नियम

अति लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1. निम्नलिखित वाक्यों में मोटे (काले) संज्ञा शब्दों के लिंग बदलिए तथा अन्य आवश्यक परिवर्तन भी कीजिए।

(1) सरदार के हाथ में छुरा था। – सरदारनी के हाथ में छुरी थी।

(2) धनवान् ने कवि को पुरस्कार दिया। – धनवती ने कवयित्री को पुरस्कार दिया।

(3) सम्राट् ने नौकर से कहा कि आज साधु का जन्म दिवस है। – साम्राज्ञी ने नौकरानी से कहा कि आज साध्वी साधु का जन्म दिवस है।

(4) भगवान् की कृपा से ठाकुर के घर पुत्र का जन्म हुआ। – भगवती की कृपा से ठकुराइन के घर पुत्री का जन्म हुआ।

(5) निरीक्षक ने छात्र को परीक्षा भवन से बाहर निकाल दिया। – निरीक्षका ने छात्रा को परीक्षा भवन से बाहर निकाल दिया।

(6) स्वामी ने सेविका से कहा। – स्वामिनी ने सेवक से कहा।

(7) मैंने चिड़ियाघर में एक सिंह और देखी। – मैंने चिड़ियाघर में एक सिंहनी और एक मोरनी एक मोर देखा।

(8) दर्जी कपड़े सी रहा है। – दर्जिन कपड़े सी रही है।

(9) सेठ ने बेटे से कहा, “अच्छा बालक मूर्ख की संगति नहीं करता। – सेठानी ने बेटी से कहा, “अच्छी बालिका करता।

(10) उसकी पत्नी परीक्षा की निरीक्षका है। – उसका पति परीक्षा का निरीक्षक है।

(11) सेठ अन्दर है और सेवक द्वार पर खड़ा है। – सेठानी अन्दर है और सेविका द्वार पर खड़ी है।

(12) श्रीमान् मेरा पुत्र आप जैसे विद्वान् कवि का शिष्य होना पसन्द करता है। – श्रीमती, मेरी पुत्री आप जैसी विदुषी कवयित्री की शिष्या होना पसन्द करती है।

(13) नगर में बच्चों को मिठाई बाँटी गई। – नगरी में बच्चियों को मिठाई बाँटी गई।

(14) इस बूढ़े के दो बेटे हैं। – इस बुढ़िया की दो बेटियाँ हैं।

(15) अध्यापक ने छात्र को इनाम दिया। – अध्यापिका ने छात्रा को इनाम दिया।

(16) लड़की सवेरे सैर करने गई। लड़का सवेरे सैर करने गया।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran लिंग परिवर्तन और उसके नियम

(17) अध्यापक पाठ पढ़ाता है। – अध्यापिका पाठ पढ़ाती है।

(18) मैं पापी को मार डालँगा। – मैं पापिन को मार डालूँगा।

(19) बार-बार मुझे महाराज क्यों कह रहे हो। – बार-बार मुझे महारानी क्यों कह रही है।

(20) क्षत्रिय वचन का पक्का होता है। – क्षत्राणी वचन की पक्की होती है।

(21) ठठेरा बर्तन बना रहा है। – ठठेरिन बर्तन बना रही है।

(22) ठाकुर के पास चार घोड़े हैं। – ठकुराइन के पास चार घोड़ियाँ हैं।

(23) पिंजरों में बन्द तोता, शेर, बन्दर, हिरण सब छोड़ दिए जाएँ। – पिंजरों में बन्द तोती, शेरनी, बन्दरिया, हिरनी सब छोड़ दिए जाएँ।

(24) ग्वाले ने बैल को नहलाया। ग्वालिन ने गाय को नहलाया।

(25) लेखक और रचयिता में क्या भेद लेखिका और रचयित्री में क्या भेद है?

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran वचन परिवर्तन

Punjab State Board PSEB 8th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar Vachan Parivartan वचन परिवर्तन Exercise Questions and Answers, Notes.

PSEB 8th Class Hindi Grammar वचन परिवर्तन

(1) अकारान्त पुल्लिग शब्दों के ‘आ’ को ‘ए’ में बदल कर एकवचन से बहुवचन बनाया जाता है ; जैसे-

एकवचन – बहुवचन
कुत्ता – कुत्ते
बेटा – बेटे
लड़का – लड़के
शीशा – शीशे
बच्चा – बच्चे
कपड़ा – कपड़े
घोड़ा – घोड़े
तोता – तोते
लोटा – लोटे
राजा- राजे
पैसा – पैसे
पिंजरा – पिंजरे

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran वचन परिवर्तन

(2) अकारान्त स्त्रीलिंग शब्दों के अन्त में ‘अ’ को ‘एँ’ में बदल कर एकवचन से बहुवचन बनता है ; जैसे-

एकवचन – बहुवचन
कलम – कलमें
दवात – दवातें
पुस्तक – पुस्तकें
रात – रातें
आँख – आँखें
बात – बातें
मेज़ – मेजें
चाल – चालें
फौज – फौजें
सड़क – सड़कें
मशाल – मशालें
बटेर – बटेरें
कटार – कटारें
आह – आहे
बन्दूक – बन्दूकें
किताब – किताबें

(3) इकारान्त और ईकारान्त स्त्रीलिंग संज्ञाओं के अन्तिम इ और ई को ह्रस्व करके अन्त में याँ जोड़कर एकवचन से बहुवचन बनाया जाता है ; जैसे-

एकवचन – बहुवचन
रीति – रीतियाँ
नदी – नदियाँ
गोली – गोलियाँ
टोपी – टोपियाँ
तिथि – तिथियाँ
कापि – कापियाँ
शक्ति – शक्तियाँ
लड़की – लड़कियाँ
रानी – रानियाँ
धोती – धोतियाँ
नीति – नीतियाँ
सखी – सखियाँ
नारी – नारियाँ
अशुद्धि – अशुद्धियाँ
दवाई – दवाइयाँ
सलाई – सलाइयाँ
मिठाई – मिठाइयाँ
स्त्री – स्त्रियाँ
आतिशबाजी – आतिशबाजियाँ
बेड़ी – बेड़ियाँ
टोली – टोलियाँ
उंगली – उंगलियाँ

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran वचन परिवर्तन

(4) जिन शब्दों के अन्त में ‘या होता है, उनमें ‘याँ’ पर चन्द्रबिन्दु को लगाकर एकवचन से बहुवचन बनाया जाता है ; जैसे-

एकवचन – बहुवचन
गुड़िया – गुड़ियाँ
चिड़िया – चिड़ियाँ
बुढ़िया – बुढ़ियाँ
डिबिया – डिबियाँ
चुहिया – चुहियाँ
कुटिया – कुटियाँ

(5) अकारान्त, उकारान्त और आकारान्त स्त्रीलिंग शब्दों के अन्त में ‘एँ’ जोड़कर एकवचन से बहुवचन बनते हैं ; जैसे-

एकवचन – बहुवचन
कन्या – कन्याएँ
गौ – गौएँ
कथा – कथाएँ
वस्तु – वस्तुएँ
माला – मालाएँ
ऋतु – ऋतुएँ
वधु – वधुएँ
महिला – महिलाएँ
शाखा – शाखाएँ
वार्ता – वार्ताएँ
लता – लताएँ
धातु – धातुएँ
दुआ – दुआएँ
दिशा – दिशाएँ
माता – माताएँ

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran वचन परिवर्तन

(6) अकारान्त पुल्लिग शब्दों को छोड़कर शेष पुल्लिग शब्द एकवचन से बहुवचन में रहते हैं ; जैसे-

एकवचन – बहुवचन
आम वृक्ष से गिर पड़ा। – आम वृक्ष से गिर पड़े।
उल्लू रात को निकलता है। – उल्लू रात को निकलते हैं।
शेर गरजता है। – शेर गरजते हैं।

(7) किसी संज्ञा के एकवचन के साथ गण, लोग, वृन्द, जाति, दल आदि शब्द लगने से एकवचन का बहुवचन बन जाता है ; जैसे-

एकवचन – बहुवचन
पाठक – पाठकगण
विद्यार्थी – विद्यार्थीगण
आप – आप लोग
ग़रीब – ग़रीब लोग
सज्जन – सज्जनवृन्द
गुरु – गुरुजन
आर्य – आर्यजन
मित्र – मित्रवर्ग
मज़दूर – मज़दूर
स्त्री – स्त्रीजाति
वीर – वीर दल
सेना – सेना दल

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran वचन परिवर्तन

(8) दर्शन, प्राण, बाल, समाचार, भाग्य आदि शब्द प्रायः बहुवचन में आते हैं ; जैसे-
आपके दर्शन दुर्लभ हो गए। प्राण बच गए। मेरे बाल सफ़ेद हो गए हैं। विधवा के भाग्य खुल गए।

अति लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
निम्नलिखित वाक्यों में वचन बदलो तथा आवश्यक परिवर्तन करोप्रश्न

(1) इसी कारण आज इसका रूप बदल गया।
उत्तर:
इन्हीं कारणों से आज इनके रूप बदल गए।

(2) साधु झोंपड़ी बनाकर जंगल में रहता है।
उत्तर:
साधु झोंपड़ियाँ बनाकर जंगलों में रहते हैं।

(3) ब्राह्मण कभी गौ बेचना पसन्द नहीं करता।
उत्तर:
ब्राह्मण लोग कभी गौएँ बेचना पसन्द नहीं करते।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran वचन परिवर्तन

(4) लड़की गुड़िया बनाकर पुरस्कार प्राप्त करती है।
उत्तर:
लड़कियाँ गुड़ियाँ बनाकर पुरस्कार प्राप्त करती

(5) महात्मा शिष्य को उपदेश देता
उत्तर:
महात्मा लोग शिष्यों को उपदेश देते हैं।

(6) वह कुर्सी बुनता है।
उत्तर:
वे कुर्सियाँ बुनते हैं।

(7) प्रश्न-पत्र में अशुद्धि थी।
उत्तर:
प्रश्न-पत्रों में अशुद्धियाँ थीं।

(8) उसने मेरी बात पर ध्यान नहीं
उत्तर:
उन्होंने हमारी बातों पर ध्यान नहीं दिया। दिया।

(9) वह प्रत्येक नारी को माता समझ उसका आदर करता है।
उत्तर:
वे नारियों को माताएँ समझ, उनका आदर करते है।

(10) कौआ काय-काय करता है।
उत्तर:
कौए काय-काय करते हैं।

(11) मक्खी भिनभिना रही है।
उत्तर:
मक्खियाँ भिनभिना रही हैं।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran वचन परिवर्तन

(12) अध्यापिका पढ़ा रही है।
उत्तर:
अध्यापिकाएँ पढ़ा रही हैं।

(13) बच्चा रात-भर जागता रहा।
उत्तर:
बच्चे रात भर जागते रहे।

(14) सिपाही ने गोली चलाई।
उत्तर:
सिपाहियों ने गोलियाँ चलाईं।

(15) उसने मेरी बात को ध्यान से सुना।
उत्तर:
उन्होंने हमारी बातों को ध्यान से सुना।

(16) सरदार के हाथ में एक छुरा था।
उत्तर:
सरदारों के हाथों में छुरे थे।

(17) हम सड़क पर घूमने गए।
उत्तर:
मैं सड़क पर घूमने गया।

(18) किसान के घर में गाय है।
उत्तर:
किसानों के घरों में गायें हैं।

(19) यह हमारे स्कूल का विद्यार्थी हैं।
उत्तर:
ये मेरे स्कूल के विद्यार्थी हैं।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran वचन परिवर्तन

(20) पालतू कुत्ता भी सावधान चौकीदार का काम देता है।
उत्तर:
पालतू कुत्ते भी सावधान चौकीदारों का काम देते

(21) ऐसा भी स्कूल है, जहाँ अन्धाभी पढ़ सकता है।
उत्तर:
ऐसे भी स्कूल हैं, जहाँ अन्धे भी पढ़ सकते हैं।

(22) मैं तेरे साथ चलता हूँ।
उत्तर:
हम तुम्हारे साथ चलते हैं।

(23) सर्दी में रात लम्बी होती है।
उत्तर:
सर्दियों में रातें लम्बी होती हैं।

(24) उसने झूठा समाचार फैलाया।
उत्तर:
उन्होंने झूठे समाचार फैलाये।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran वचन परिवर्तन

(25) बुढ़िया बहू को डाँटती है।
उत्तर:
बुढ़ियाँ बहुओं को डाँटती हैं।

PSEB 9th Class English Grammar Simple and Complex Sentences

Punjab State Board PSEB 9th Class English Book Solutions English Grammar Simple and Complex Sentences Exercise Questions and Answers, Notes.

PSEB 9th Class English Grammar Simple and Complex Sentences

Specify whether the following sentences are simple or complex :

1. God helps those who help themselves.
2. The teacher said that the earth moves around the sun.
3. The boy standing under the tree works very hard.
4. When it rains, we do not play.
5. The doctor advised the patient to give up drinking.
6. She went to the doctor because she had pain in her stomach.
7. She worked hard so that she should top the list.
8. There are seven days in a week.
9. All the good students in our school talk in English.
10. All the good teachers who teach us talk in Punjabi.
Answers
1. complex 2. complex 3. complex 4. complex 5. simple 6. complex 7. complex 8. simple 9. simple 10. complex.

PSEB 9th Class English Grammar Simple and Complex Sentences

Pick out the Noun Clause in each of the following sentences :

1. Please tell me where I can find good sweaters.
2. She hopes that she will pass this year.
3. You should understand why you failed last year.
4. He does not know what harm can come to him.
5. We do not know how she completed such a difficult job.
6. When the train will arrive is not certain.
7. I did not reply to what she said.
8. We visited her knowing that she had met with an accident.
9. I was very glad to get what I wanted.
10. The truth is that most people are after money.
Answer:
1. …………. where I can find good sweaters.
2. …….. that she will pass this year.
3. ………….. why you failed last year.
4. ………….. what harm can come to him.
5. ……. how she completed such a difficult job.
6. When the train will arrive …………..
7. …………. what she said.
8. …………….. that she had met with an accident.
9. …………………. what I wanted.
10. ………….. that most people are after money.

Pick out the Adjective Clause in each of the following sentences :

1. The girl whose father is a doctor lives here.
2. God helps those who help themselves.
3. The book I bought yesterday is missing.
4. This is the same story as my sister told me yesterday.
5. I have found the books which you lost yesterday.
6. Papa forgot to tell us the time when he would return.
7. This is the school where Raju got education.
8. Greed for money is a long road that has no end.
9. That was the film that I liked the most.
10. The hand that rocks the cradle rules the world.
Answer:
1. ………… whose father is a doctor…………..
2. ………………. those who help themselves.
3. …………… I bought yesterday ………………..
4. …………… as my sister told me yesterday.
5. …………… which you lost yesterday.
6. ………….. when he would return.
7. ………….. where Raju got education.
8. ……………. that has no end.
9. ………………… that I liked the most.
10. …………. that rocks the cradle ………

A Pick out the Adverb Clause in each of the following sentences :

1. The tighter the belt, the smarter the person.
2. In case it rains, we shall play indoor games.
3. He woke up early so that he could catch the train.
4. I will join a college even if my parents are against it.
5. Look before you leap.
6. There is no need to worry as long as you are working hard.
7. As time went by, he saved a lot of money.
8. He reached the station after the train had left.
9. I’ll put it where no one will see it.
10. I met him as he was coming from college.
Answers
1. The tighter the belt ………….
2. In case it rains …………..
3…………… so that he could catch the train.
4. …………. even if my parents are against it.
5. …………………….. before you leap.
6. …………… as long as you are working hard.
7. As time went by …………..
8. after the train had left.
9. …………. where no one will see it.
10. ………….. as he was coming from college.

PSEB 9th Class English Grammar Simple and Complex Sentences

Combine the following sentences, using an Adverb Clause in each case :

1. He injured himself. He was alighting from the bus. (use as’ or ‘while)
2. The platform became quiet. The train had left. (use ‘when’ or ‘after)
3. Arrange these books. I have shown you. (use ‘as)
4. I was very upset. I felt like crying. (use ‘so + adj + that)
5. Your brother is tall. My brother is taller. (use ‘than)
6. You finish the work early. We can play tennis. (use (if)
7. It was raining cats and dogs. They were playing football. (use ‘although)
8. Mohan should start very early. It will be better. (use the earlier, the better)
9. My brother could not do homework. There was no power last night.. (use “because)
10. She dances extremely well. You cannot help clapping. (use so…that)
Answer:
1. He injured himself while he was alighting from the bus.
2. The platform became quiet after the train had left.
3. Arrange these books as I have shown you.
4. I was so upset that I felt like crying.
5. My brother is taller than your brother.
6. If you finish the work early, we can play tennis.
7. Although it was raining cats and dogs, they were playing football.
8. The earlier Mohan starts, the better it will be.
9. My brother could not do homework because there was no power last night.
10. She dances so well that you cannot help clapping.

Transform the following sentences into complex ones without changing the meaning :

1. I don’t know his house. (use ‘where’)
2. She said something and I could not hear it. (use ‘what)
3. Some people help themselves and God helps them. (use ‘who)
4. The boy is very intelligent and his father is a doctor. (use ‘whose)
5. This box is too heavy for me to lift. (use ‘so …. that)
6. I wish to be rich. (use ‘were)
7. My father went to my school to meet my headmaster. (use so that)
8. Taking off his coat, Simran jumped into the canal. (use ,after)
9. Mohan is old but strong. (use ‘although)
10. A parentless child is called an orphan. (use ‘who)
Answer:
1. I don’t know where his house is.
2. I could not hear what she said.
3. God helps those who help themselves.
4. The boy whose father is a doctor is very intelligent.
5. This box is so heavy that I cannot lift it.
6. I wish that I were rich.
7. My father went to my school so that he could meet my headmaster.
8. Simran jumped into the canal after he had taken off his coat.
9. Although Mohan is old, he is strong.
10. A child who is parentless is called an orphan.

PSEB 9th Class English Grammar Simple and Complex Sentences

Transform the following into simple sentences :

1. He promised that he would return the money soon.
2. That Mohan will win the race is certain.
3. She did not tell us who helped her.
4. What is one man’s meat is another man’s poison.
5. She may accept the suggestion given by Surjeet.
6. The sum was so difficult that nobody was able to do it.
7. We selected this plan because it was easy.
8. This is the reason why he refused to help us.
9. He is studying hard because he wants to become a doctor.
10. A professor earns respect as he has a lot of knowledge.
Answer:
1. He promised to return the money soon.
2. Mohan will certainly win the race.
3. She did not tell us her helper’s name.
4. One man’s meat is another’s poison.
5. She may accept Surjeet’s suggestion.
6. The sum was too difficult for anybody to do.
7. We selected this plan for its being easy.
8. He refused to help us for this reason.
9. He is studying hard to become a doctor.
10. A professor earns respect due to his great knowledge.

Pick out the Noun Clauses from the following sentences :

1. That he is dead is true.
2. None knows where he lives.
3. That he will soon be killed is certain.
4. He promised that he would return the book after use.
5. I do not know when he left the place.
6. This is exactly what I expect of you.
7. He little knows what harm can come to him.
8. Nobody knows who did this mischief.
9. I wonder why there is a strike today.
10. The problem is how the refugees can be helped.
Answer:
1. That he is dead …………………
2…………………. where he lives.
3. That he will soon be killed …………….
4. ………………. that he would return the book after use.
5. ………………. when he left the place.
6. ………………… what I expect of you.
7. ………………. what harm can come to him.
8. ………………. who did this mischief.
9. …………… why there is a strike today.
10. ………. how the refugees can be helped.

PSEB 9th Class English Grammar Simple and Complex Sentences

Pick out the Adjective Clauses from the following sentences:

1. He killed the snake that bit his wife.
2. We may accept the offer he has made.
3. This is the garden in which we used to play.
4. I know the boy whose books were stolen yesterday.
5. I remember the house where I was born.
6. Youth is the time when seeds of character are sown.
7. Please tell me the story that everybody has liked so much.
8. There was not a man but laughed.
9. The place where he was born is still unknown.
10. The boy who stole the watch was caught.
Answer:
1. …………….. that bit his wife.
2. ………………… he has made.
3. ………………… in which. we used to play.
4. ……………… whose books were stolen yesterday.
5. ………………. where I was born.
6. …………… when seeds of character are sown.
7. ………………… that everybody has liked so much.
8. …………………… but laughed.
9. …………………….. where he was born ………
10. ……………….. who stole the watch ……….

Pick out the Adverbial Clauses from the following sentences :

1. He went home as soon as the school closed.
2. The boys work while the teacher is in the room.
3. You may come whenever you please.
4. She talks as if she were mad.
5. As far as I know, he is quite honest.
6. I could not come yesterday because I was ill.
7. I shall go out for a walk even if it rains.
8. After the play ended, we sang the national anthem.
9. Grapes won’t grow where there is heavy rainfall.
10. She is as pretty as a doll.
Answer:
1. ………………. as soon as the school closed.
2. ………………… while the teacher is in the room.
3. ……………….. whenever you please.
4. …………….. as if she were mad.
5. As far as I know ………..
6. …………….. because I was ill.
7. ………………… even if it rains.
8. After the play ended ………………..
9. ………………… where there is heavy rainfall.
10. ……………….. as pretty as ……….

PSEB 9th Class English Grammar Simple and Complex Sentences

Sentence :

शब्दों के किसी ऐसे समूह को वाक्य (Sentence) कहा जाता है जो अर्थ को पूर्ण रूप से स्पष्ट करता हो; जैसे :

  • Boys are going to school.
  • He went home yesterday.
  • He is my best friend.
  • God helps those who help themselves.

ऊपर दिया गया प्रत्येक शब्द-समूह किसी पूर्ण अर्थ को स्पष्ट करता है। इस प्रकार के शब्द-समूह को ही वाक्य (Sentence) कहा जाता है।

Phrase :

शब्दों के किसी ऐसे समूह को वाक्यांश (Phrase) कहा जाता है जिससे कुछ अर्थ तो निकलता हो किन्तु पूर्ण अर्थ न स्पष्ट होता हो; जैसे :

  • in the morning.
  • after an hour.
  • on the table.
  • with my brother.

Clause : ऐसे शब्द समूह को Clause (उप-वाक्य अथवा पद) कहा जाता है जो किसी पूर्ण वाक्य का अंश हो तथा जिसका अपना अलग Subject और Predicate हो। Clause के विचार से वाक्य तीन प्रकार के होते हैं :
1. Simple Sentence (सरल वाक्य)
2. Compound Sentence (संयुक्त वाक्य)
3. Complex Sentence (मिश्रित वाक्य)

1. Simple Sentence (सरल वाक्य)-जिस वाक्य की केवल एक ही Clause हो उसे Simple Sentence कहा जाता है; जैसे :

  • The boy broke his leg.
  • She washed her clothes.
  • Mohan stood first in his class.
  • I wrote a letter to my father.

2. Compound Sentence (संयुक्त वाक्य)-जिस वाक्य में दो या दो से अधिक अनाश्रित Clauses हों,
उसे Compound Sentence कहा जाता है, उदाहरण के रूप में

  • Sita saw Rama and she became happy.
  • You must work hard or you will fail.
  • Many were called, but few were chosen.
  • The sun rose and the fog disappeared.

PSEB 9th Class English Grammar Simple and Complex Sentences

Compound Sentence की प्रत्येक Clause को Co-ordinate clause कहा जाता है।

Complex Sentence (मिश्रित वाक्य)-जिस वाक्य में एक मुख्य-वाक्य (Principal Clause) हो तथा
एक या एक से अधिक आश्रित वाक्य (Subordinate Clauses) हों, उसे Complex Sentence कहा जाता

  • Principal Clause को Main Clause भी कहा जाता है।
  • Subordinate Clause को Dependent Clause भी कहा जाता है।

PSEB 9th Class English Grammar Simple and Complex Sentences 1

1. Principal Clause-मिश्रित वाक्य का वह खण्ड जो मुख्य Subject और मुख्य Predicare से बनता है,
उसे Principal Clause कहा जाता है।

2. Subordinate Clause-मिश्रित वाक्य का वह खण्ड है जिसका अर्थ Principal Clause पर आश्रित हो,
उसे Subordinate Clause कहा जाता है।

निम्नलिखित तालिकाओं में दिये गए Complex Sentences का अध्ययन कीजिए :

Principal Clause Subordinate Clause
1. He lost the book that I had given him.
2. I like the boys who work hard.
3. I went to the place where I had lost my purse. ,
4. I want to know he has passed.
Subordinate Clause Principal Clause
1. When the sunset they returned home.
2. Unless you work hard you can’t pass.
3. Where there is a will there is a way.
4. Since you say so I must believe it.

Kinds Of Subordinate Clauses

Subordinate Clauses तीन प्रकार की होती है|

  • Noun Clause
  • Adjective Clause
  • Adverb Clause

1. Noun Clause : किसी Complex Sentence में जो पद एक संज्ञा (Noun) का कार्य कर रहा हो, उसे ।
Noun Clause कहा जाता है। निम्नलिखित वाक्यों में तिरछे छपे हुए शब्द-समूह Noun Clause बनाते हैं :

1. That John was a thief was not known to me.
2. He was told that he must not be late again.
3. Learning that my brother had received serious injuries, I left for Shimla.
4. I was shocked to hear that his only son had died.
5. Listen to what the teacher says.

2. Adjective Clause :
किसी Complex Sentence में जो पद किसी विशेषण (Adjective) का कार्य कर रहा हो, उसे Adjective Clause कहा जाता है।
निम्नलिखित वाक्यों में तिरछे छपे हुए शब्द समूह
Adjective Clause बनाते हैं :

1. The company that supplied goods has failed.
2. The house where my brother lives has been sold.
3. The complaint which he made against me is false.
4. He is not such a man as can be trusted.
5. There was none but wept.

PSEB 9th Class English Grammar Simple and Complex Sentences

3. Adverb Clause : किसी Complex Sentence में जो पद किसी क्रिया विशेषण (Adverb) का कार्य कर रहा हो, उसे Adverb Clause कहा जाता है।

निम्नलिखित वाक्यों में तिरछे छपे हुए शब्द-समूह Adverb Clause बनाते हैं :
1. When the cat is away, the mice will play.
2. Where there is a will, there is a way.
3. You should act as the doctor advises you.
4. He talks as if he were mad.
5. As far as I know, Ram Lal is not to blame.

अब हम Complex Sentence के सम्बन्ध में प्रत्येक प्रकार की Clause का विस्तारपूर्वक अध्ययन करेंगे।

Noun Clause

Noun Clause—जिस उपवाक्य का प्रयोग प्रधान-वाक्य के किसी शब्द के साथ सम्बन्ध रखने वाली संज्ञा के रूप में किया जाये, उसे Noun Clause कहा जाता है। यह संज्ञा निम्नलिखित अवस्थाओं में हो सकती हैं :

1. Subject to a Verb.

  • How she reached there is a mystery.
  • That Vinod was a thief was not known to me.
  • Whether he did so is doubtful.

2. Object to a Verb.

  • He was told that he must not be late again.
  • He asked her how old she was.
  • I always do whatever is right.

3. Object to a Participle.

  • He went there thinking that he might be able to help him.
  • Seeing that the child was drowning, I jumped into the canal.
  • Fearing that he should be late, he ran all the way to the station.

4. Object to an Infinitive.

  • I was shocked to hear that his only son had died.
  • I want to know what you are doing here.
  • He came to ask if I was going to school.

5. Object to a Preposition.

  • Listen to what your teacher says.
  • The horse will sell for what it costs.
  • They were arguing about who should do it.

PSEB 9th Class English Grammar Simple and Complex Sentences

6. Complement to a Verb.

  • The fact is that he knows nothing.
  • We are what we think.
  • It seems that he will be a great man one day.

नोट : be (is, am, are, was, were, been), seem, look, appear, become आदि Linking
Verbs के बाद प्रयुक्त होने वाले शब्द अथवा पद Complement कहलाते हैं।

7. In apposition to a Noun.

  • They took a vow that they would die for their motherland.
  • He fufilled his promise that he would help me.
  • The rumour that war has broken out is not true.

8. In apposition to the Pronoun it.

  • It is true that he is honest.
  • See to it that the boy is not hurt.
  • It is unfortunate that he has failed.

Adjective Clause

Adjective Clause (विशेषण उपवाक्य) – जो उपवाक्य प्रधान-वाक्य के किसी शब्द के सम्बन्ध में विशेषण का काम कर रहा हो, उसे Adjective Clause कहा जाता है।
Adjective Clause दो अवस्थाओं में हो सकती हैः

1. Qualifying a Noun.

  • The company that supplied the goods has failed.
  • The house where your brother lived has been sold.
  • The complaint he made against me is false.

2. Qualifying a Pronoun.

  • There was none but wept.
  • He that climbs too high is liable to fall.
  • All that glitters is not gold.

Adjective Clause

(1) Adjective clause को Principal clause के साथ जोड़ने के लिए प्रायः निम्नलिखित sentence linkers का प्रयोग किया जाता है :
(a) Relative Pronouns : Who, whom, whose (+noun), that, which, as, but.

  • The boys who are playing there are my students.
  • He is the man whom I gave my book.
  • She is the girl whose book was stolen.
  • You can take the pen which you like.
  • He has cut down the tree that grew in your field.
  • Nothing but hard work pays in the long run.

PSEB 9th Class English Grammar Simple and Complex Sentences

(b) Relative Adverbs : When, where, why.

  • We saw the house where he was born.
  • He met me on the day when I was leaving for Mumbai.
  • I told her the reason why she had failed.

(2) Who, whom तथा whose का प्रयोग मनुष्य जाति के लिए किया जाता है; जैसे : –

  • He who works hard will succeed.
  • She is the girl whom I gave my books.
  • There stands the boy whose purse has been stolen.

(3) Whose का प्रयोग कई बार निर्जीव वस्तुओं के लिए भी कर लिया जाता है; जैसे :

  • Draw a triangle whose sides are equal.
  • This is the house whose owner has died.

(4) Which का प्रयोग जानवरों और निर्जीव वस्तुओं के लिए किया जाता है; जैसे :

  • The dog which bit him has been killed.
  • This is the watch which I wanted to buy.

(5) That का प्रयोग मनुष्य-जाति के लिए, जानवरों के लिए और निर्जीव वस्तुओं के लिए भी किया जा सकता है; जैसे :

  • Happy is the man that (=who) is honest.
  • This is the house that (=which) I wanted to buy.
  • The man that (whom) we were looking for has arrived.

PSEB 9th Class English Grammar Simple and Complex Sentences

नोट : किन्तु यह बात ध्यान रखने योग्य है कि that का प्रयोग whose, of which, in which, to whom आदि के स्थान पर नहीं किया जा सकता। यदि Relative Pronoun से पूर्व-स्थित संज्ञा बिना बताए ही स्पष्ट (understood) हो और वह नपुंसक लिंग की हो, तो Relative Pronoun के रूप में which की बजाए what का प्रयोग किया जाता है ; जैसे :

  • I cannot tell you what has happened. [what = the thing which]
  • I have brought what he wanted. [what = the thing(s) which]

(6) As का प्रयोग Relative Pronoun के रूप में किया जा सकता है लेकिन इससे पूर्व ‘such’, ‘as’ अथवा the same’ अवश्य लगा होना चाहिए।

  • This is not such a good book as I expected.
  • You may ask as many questions as you like.
  • Yours is not the same book as mine.

नोट :
(i) the same’ के बाद as का प्रयोग उस हालत में किया जाता है जब as के बाद लगने वाली क्रिया बिना बताए ही स्पष्ट (understood) हो।
This is not the same book as mine (is).
(ii) the same’ के बाद that का प्रयोग उस हालत में किया जाता है जब that वाले उपवाक्य में अपनी अलग क्रिया का प्रयोग किया जाना जरूरी हो।
This is the same book that you saw yesterday.

(7) But का प्रयोग ‘who not’ अथवा ‘which not’ के अर्थ में किया जा सकता है यदि यह उपवाक्य में Subject का काम कर रहा हो।
1. There was none but wept.
(There was none who did not weep).

2. There was no one present but saw the deed.
(There was no one present who did not see the deed).

3. There is no ailment so simple but may become serious in time.
(There is no ailment so simple which may not become serious in time).

(8) Objective case के रूप में प्रयुक्त होने वाले किसी Relative Pronoun को वाक्य में छोड़ा जा सकता है ; जैसे –

  • I know all (that) you want to say.
  • This is the same house (that) we lived in.
  • The boy (whom) you teach is very clever.
  • Have you seen the girl (whom) I sent to you?
  • I have given him the book (that/which) he wanted.

किन्तु यह बात ध्यान देने योग्य है कि Relative Pronoun के प्रयोग को केवल तभी छोड़ सकते हैं जब यह Objective case में हो।
यदि यह कर्ता की स्थिति (Nominative case) में हो, तो इसका प्रयोग करना ही पड़ता है।
उदाहरण के रूप में हम कह सकते हैं कि
I employed the man who came yesterday.
किन्तु हम यह नहीं कह सकते कि
I employed the man came yesterday.

PSEB 9th Class English Grammar Simple and Complex Sentences

(9) यदि किसी Adjective clause के आरम्भ में Relative Pronoun के साथ कोई Preposition लगा हो,
तो उस Preposition का प्रयोग clause के अन्त में किया जा सकता है; जैसे
1. I know the man to whom you were talking.
I know the man (who / that) you were talking to.

कोष्ठकों में दिए गए who / that को छोड़ा जा सकता है क्योंकि ये objective case में हैं।

2. The road by which we passed was very crowded.
The road (that / which) we passed by was very crowded.

Adverb Clause

Adverb Clause (क्रिया-विशेषण उपवाक्य)-जो उपवाक्य प्रधान-वाक्य के किसी शब्द के सम्बन्ध में क्रिया-विशेषण का काम कर रहा हो, उसे Adverb Clause कहा जाता है। यह विशेषता निम्नलिखित सम्बन्धों में हो सकती है

1. Showing Time.

  • When the cat is away, the mice will play.
  • Wait here till I return.
  • As soon as she saw her father, she began to cry.

2. Showing Place.

  • I went where he led me.
  • You can go wherever you like.
  • Where there is a will, there is a way.

3. Showing Purpose.

  • People work so that they may earn a living.
  • He died in order that freedom might live.
  • He ran fast lest he should miss the train.

4. Showing Reason.

  • He is unable to attend school because he is ill.
  • I cannot see you as I am not keeping well.
  • Since you are over fourteen, you will have to pay full fare.

PSEB 9th Class English Grammar Simple and Complex Sentences

5. Showing Condition.

  • If you work hard, you will succeed.
  • I will not go there unless you accompany me.
  • In case you come to me, I will help you.

6. Showing Result (or Effect).

  • It was so dark that we could hardly see a foot before us.
  • He is so weak that he cannot move about.
  • He is such a dull boy that he cannot understand it.

7. Showing Comparison.

  • He is as intelligent as his brother.
  • You are stronger than I am.
  • I can run faster than you.

8. Showing Contrast.

  • Although he is poor, he is honest.
  • The teacher gave him pass marks, though he deserved less.
  • Weak as he is, he does his duty.

9. Showing Manner.

  • You should follow me as I follow him.
  • He ran as if he were mad.
  • You should act as the doctor advises.

PSEB 9th Class English Grammar Simple and Complex Sentences

10. Showing Extent.

  • So far as I know, he had left the place.
  • The more you have, the more you want.
  • The higher you go, the cooler it is.

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 14 गीता डोगरा

Punjab State Board PSEB 12th Class Hindi Book Solutions Chapter 14 गीता डोगरा Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 12 Hindi Chapter 14 गीता डोगरा

Hindi Guide for Class 12 PSEB गीता डोगरा Textbook Questions and Answers

(क) लगभग 40 शब्दों में उत्तर दो:

प्रश्न 1.
‘कच्चे रंग’ कविता का सार अपने शब्दों में लिखो।
उत्तर:
कवयित्री के अपने अतीत अर्थात् गाँव, पगडंडी, देवदार के वृक्ष, जंगल के गुम हो जाने का दुःख है। शहर में तो उसे संवेदनाशून्य व्यक्ति ही मिलते हैं। अब वह प्रकृति की गोद में निशंक नहीं जा सकती। गाँव में प्यार था, अपनापन था, जो शहर में नहीं है। इसलिए, वह फिर से उन कच्चे रंगों को पाना चाहती है जिसमें अपनापन हो, प्यार हो। वह अपने भविष्य के टूटने से भी चिन्तित है।

प्रश्न 2.
‘कच्चे रंग’ कविता का शीर्षक कहाँ तक सार्थक है ?
उत्तर:
‘कच्चे रंग’ शीर्षक अत्यन्त सार्थक बन पड़ा है क्योंकि यह अपनेपन और प्यार मुहब्बत को दर्शाता है। नगरीय सभ्यता में इसका लोप हो गया है। शहरी लोग तो संवेदन-शून्य हैं, मुर्दादिल हैं। भौतिकवादी संसार के बदलते परिवेश की इसी स्थिति को प्रस्तुत कविता में स्पष्ट करने का प्रयास किया गया है।

प्रश्न 3.
‘कच्चे रंग’ कविता का भाव स्पष्ट करें।
उत्तर:
प्रस्तुत कविता में भौतिकवादी संसार के बदलते परिवेश की स्थिति को स्पष्ट करने का प्रयास किया गया है। कवयित्री को अफ़सोस है कि अतीत से तो वह पूरी तरह कट चुकी है और फिक्र है कि कहीं उसका भविष्य भी वर्तमान से कट न जाए। कहीं उसकी अपनी बेटी भी इस संवेदनाशून्य वातावरण से हताश होकर लौट न जाए।

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 14 गीता डोगरा

प्रश्न 4.
‘कच्चे रंग’ कविता में कौन-कौन से मानवीय रिश्तों का विवरण है ?
उत्तर:
प्रस्तुत कविता में दादी और बेटी के मानवीय रिश्तों का विवरण है। दादी गाँव में नानकशाही ईंटों से बने मकान की दीवारों पर हर वर्ष कच्चे रंगों से उन सबके नाम लिखती है जिनसे उसे प्रेम था। वह कवयित्री का प्यार से माथा भी चूमती थी और हाथ भी। इसी तरह वह अपनी बेटी के बारे में भी चिन्ता व्यक्त करती है कि वह कहीं उसकी तरह टूट कर निराश होकर उसके द्वार से न लौट जाए।

(ख) सप्रसंग व्याख्या करें:

प्रश्न 5.
अब शहर ………. सिमट जाती थी।
उत्तर:
कवयित्री बदले परिवेश की स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहती हैं कि गाँव खो जाने पर अब शहर, उसकी सड़कें और गलियाँ ही रह गए हैं। गाँव के साथ-साथ वे पर्वत भी कहीं खो गए हैं जो मुझे खामोशी से आवाज़ देते थे। तब मैं थकी हारी धूल भरे पाँव लेकर उसकी गोद में सिमट जाती थी।

प्रश्न 6.
सब कुछ बदल गया ……. कितना डरती हूँ मैं।
उत्तर:
कवयित्री बदलते परिवेश की स्थिति को स्पष्ट करती हुई कहती हैं कि आज सब कुछ बदल गया है। जंगल, पर्वत, पगडंडी और यहाँ तक कि घर भी बदल गया है। शेष केवल मैं बची हूँ जो आज भी उन कच्चे रंगों को ढूंढ़ रही है, जिससे मैं उन सभी लोगों के नाम घर की कच्ची दीवारों पर लिख सकूँ जो मेरे अपने हो सके थे। कवयित्री का संकेत अपनी दादी द्वारा घर की कच्ची दीवारों पर कच्चे रंग से उन सब का नाम लिखने की ओर है जिनसे वह प्यार करती थी, जिन्हें वह अपना समझती थी।

PSEB 12th Class Hindi Guide गीता डोगरा Additional Questions and Answers

अति लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
गीता डोगरा का जन्म किस वर्ष व कहाँ हुआ था?
उत्तर:
सन् 1955 में; पंजाब के फिरोज़पुर में।

प्रश्न 2.
गीता डोगरा के द्वारा रचित काव्य संबंधी दो रचनाओं के नाम लिखिए।
उत्तर:
धूप उदास, दहलीज, अगले पड़ाव तक।

प्रश्न 3.
गीता डोगरा के द्वारा रचित उपन्यास कौन-सा है ?
उत्तर:
बंद दरवाज़े।

प्रश्न 4.
लेखिका वर्तमान में कहां कार्यरत है?
उत्तर:
समाचार दैनिक जागरण-जालंधर।

प्रश्न 5.
कवयित्री के परिवेश में क्या-क्या खो गया है?
उत्तर:
गाँव, पगडंडी, देवदारु के वृक्ष पर्वत और जंगल।

प्रश्न 6.
कवयित्री को खामोशी से कौन आवाज़ दिया करता था?
उत्तर:
पर्वत।

प्रश्न 7.
कवयित्री का पुराना घर किन ईंटों से बना हुआ था?
उत्तर:
नानकशाही ईंटों से।

प्रश्न 8.
कवयित्री की बड़ी माँ किन रंगों से दीवारों पर लिखा करती थी?
उत्तर:
कच्चे रंगों से।

प्रश्न 9.
कवयित्री को अपने अतीत के प्रति कैसा विश्वास है?
उत्तर:
कवयित्री अपने अतीत के प्रति शंका ग्रस्त है।

प्रश्न 10.
कवयित्री किस से डरती है?
उत्तर:
कवयित्री अपने भविष्य में होने वाले परिवर्तनों से डरती है।

प्रश्न 11.
कवयित्री की भाषा कैसी है?
उत्तर:
सीधी-सरल, भावपूर्ण और प्रतीकात्मकता के गुण से संपन्न।

प्रश्न 12.
‘कच्चे रंग’ कविता किस कवि की रचना है ?
उत्तर:
गीता डोगरा।

वाक्य पूरे कीजिए

प्रश्न 13.
जहाँ से गुजरते-गुजरते….
उत्तर:
कविता मुझसे मिली थी।

प्रश्न 14.
खो गए हैं पर्वत भी..
उत्तर:
जो गुप-चुप आवाज़ देते थे मुझे।

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 14 गीता डोगरा

प्रश्न 15.
मेरा वह पुराना घर…….
उत्तर:
नानकशाही ईंट वाला।

प्रश्न 16.
……………..मैं वहाँ से भी लौट आई।
उत्तर:
छितरे-छितरे हो।

हाँ-नहीं में उत्तर दीजिए

प्रश्न 17.
कवयित्री को कहीं भी अपनत्व का भाव दिखाई नहीं देता।
उत्तर:
हाँ।

प्रश्न 18.
कवयित्री की बड़ी माँ पक्के-गहरे रंगों से लिखा करती थी।
उत्तर:
नहीं।

बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर

1. ‘बन्द दरवाजे’ किस विधा की रचना है ?
(क) उपन्यास
(ख) कहानी
(ग) कविता
(घ) रेखाचित्र
उत्तर:
(क) उपन्यास

2. ‘धूप उदास है’ की विधा क्या है ?
(क) कहानी
(ख) उपन्यास
(ग) काव्य
(घ) गद्य।
उत्तर:
(ग) काव्य

3. ‘कच्चे रंग’ कविता में कवयित्री ने किसके अवमूल्यन पर चिंता व्यक्त की है ?
(क) मानवीय संबंधों के
(ख) प्रेम के
(ग) घृणा के
(घ) विश्वास के।
उत्तर:
(क) मानवीय संबंधों के

4. कवयित्री को खामोशी से कौन आवाज़ दिया करता था ?
(क) पर्वत
(ख) नदी
(ग) नाले
(घ) वन।
उत्तर:
(क) पर्वत

गीता डोगरा सप्रसंग व्याख्या

कच्चे रंग

1. खो गया है मेरा गाँव
वह पगडंडी
देवदार के पेड़
वह जंगल भी
जहाँ से गुजरते गुजरते
कविता मुझ से मिली थी।

कठिन शब्दों के अर्थ:
पगडंडी = छोटा रास्ता।

प्रसंग:
प्रस्तुत पद्यांश श्रीमती गीता डोगरा द्वारा लिखित काव्य संग्रह ‘सप्तसिन्धु’ में संकलित कविता ‘कच्चे रंग’ में से लिया गया है। प्रस्तुत कविता में कवयित्री ने भौतिकवादी संसार के बदलते परिवेश की स्थिति को स्पष्ट करने का प्रयास किया है।

व्याख्या:
कवयित्री बदलते परिवेश की स्थिति को स्पष्ट करती हुई कहती हैं कि इस बदलते परिवेश में मेरा वह गाँव कहीं खो गया है। उस गाँव की वह पगडंडी देवदार के वृक्ष तथा वह जंगल भी आज खो गया है। जहाँ से गुजरते हुए मेरी कविता से भेंट हुई थी अर्थात् कविता लिखनी शुरू की थी।

विशेष:

  1. कवयित्री को अपना अतीत खो गया प्रतीत होता है क्योंकि अब वहाँ वैसा कुछ नहीं है जैसा पहले होता था।
  2. भाषा सहज, भावपूर्ण है पुनरुक्ति प्रकाश अलंकार है।

2. अब शहर ………….
सड़कें …… गलियाँ हैं
खो गए हैं पर्वत भी
जो गुपचुप आवाज़ देते थे मुझे
तो मैं थकी हारी
धूल सने पाँव सहित……..
उसकी आगोश में सिमट जाती थी।

कठिन शब्दों के अर्थ:
गुपचुप = खामोशी से। धूल सने = धूल में लिपटे, धूल भरे। आगोश = गोद।

प्रसंग:
प्रस्तुत पंक्तियाँ डोगरा द्वारा रचित कविता ‘कच्चे रंग’ में से ली गई हैं, जिसमें कवयित्री ने इस भौतिकतावादी युग में संबंधों के अवमूल्यन पर चिंता व्यक्त की है।

व्याख्या:
कवयित्री बदले परिवेश की स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहती हैं कि गाँव खो जाने पर अब शहर, उसकी सड़कें और गलियाँ ही रह गए हैं। गाँव के साथ-साथ वे पर्वत भी कहीं खो गए हैं जो मुझे खामोशी से आवाज़ देते थे। तब मैं थकी हारी धूल भरे पाँव लेकर उसकी गोद में सिमट जाती थी।

विशेष:

  1. वर्तमान परिवेश में संबंधों की गरिमा के नष्ट होने पर कवयित्री चिंतित है।
  2. भाषा भावपूर्ण तथा लाक्षणिक है।

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 14 गीता डोगरा

3. मेरा वह पुराना घर
नानकशाही ईंट वाला
जहाँ हर वर्ष बड़ी माँ
कच्चे रंगों से लिखती थी
सबका नाम ………
प्यार से चूमती थी मेरा माथा
मेरे हाथ ………

कठिन शब्दों के अर्थ:
नानकशाही ईंट = पुराने जमाने की छोटी ईंट। बड़ी माँ = दादी या नानी।

प्रसंग:
प्रस्तुत पंक्तियाँ गीता डोगरा द्वारा कविता ‘कच्चे रंग’ में से ली गई हैं जिसमें कवयित्री ने इस भौतिकतावादी युग में संबंधों के अवमूल्यन पर चिंता व्यक्त की है।

व्याख्या:
कवयित्री अपने खो गए गाँव को याद करती हुई कहती है कि गाँव में मेरा पुराने जमाने की छोटी ईंटों से बना घर था। जहाँ हर वर्ष मेरी दादी कच्चे रंगों से दीवारों पर सबके नाम लिखती थी और प्यार से कभी मेरा माथा और कभी मेरा हाथ चूमती थी।

विशेष:

  1. कवयित्री को अपना अत्यंत मोहक लगता है।
  2. भाषा भावपूर्ण तथा सहज है।

4. वे रिश्ते भी खो गए
अब रहता है वहाँ भी
सीमेंट पत्थर का आदमी
जो रिश्तों को तराजू पर
तोलता है
और पटक देता है………
छितरे-छितरे हो
मैं वहाँ से भी लौट आई।

कठिन शब्दों के अर्थ:
सीमेंट पत्थर का आदमी = मुर्दादिल, संवेदनाशून्य आदमी। छितरे-छितरे हो = टुकड़ेटुकड़े होकर, बिखर कर।

प्रसंग:
प्रस्तुत पंक्तियाँ गीता डोगरा द्वारा कविता ‘कच्चे रंग’ में से ली गई हैं जिसमें कवयित्री ने इस भौतिकतावादी युग में संबंधों के अवमूल्यन पर चिंता व्यक्त की है।

व्याख्या:
कवयित्री नगरीय सभ्यता की चर्चा करती हुई कहती हैं कि शहर में आने पर गाँवों के से वे रिश्ते भी टूट गए हैं क्योंकि शहरों में तो सीमेंट पत्थर का अर्थात् संवेदनाशून्य आदमी रहता है जो रिश्तों को स्वार्थ के तराजू पर तौलता है और उस पर पूरा न उतरने पर वह रिश्तों को पटक देता है, उन्हें धरती पर फेंक देता है। इसलिए वह वहाँ से टूटकर तथा निराश होकर लौट आई है।

विशेष:

  1. नगरीय सभ्यता की संवेदनशन्यता पर व्यंग्य है।
  2. भाषा भावपूर्ण तथा प्रतीकात्मक है।
  3. पुनरुक्ति प्रकाश अलंकार है।

5. सब कुछ बदल गया
जंगल, पर्वत, पगडंडी
घर भी
शेष बची मैं।
आज भी खोजती हूँ, कच्चे रंग
जिससे लिख पाऊँ
मैं उन सबके नाम
जो मेरे अपने हो सके

प्रसंग:
प्रस्तुत पंक्तियाँ गीता डोगरा द्वारा कविता ‘कच्चे रंग’ में से ली गई हैं जिसमें कवयित्री ने वर्तमान परिवेश में बदलते जीवन मूल्यों पर चिंता व्यक्त की है।

व्याख्या:
कवयित्री बदलते परिवेश की स्थिति को स्पष्ट करती हुई कहती हैं कि आज सब कुछ बदल गया है। जंगल, पर्वत, पगडंडी और यहाँ तक कि घर भी बदल गया है। शेष केवल मैं बची हूँ जो आज भी उन कच्चे रंगों को ढूंढ़ रही है, जिससे मैं उन सभी लोगों के नाम घर की कच्ची दीवारों पर लिख सकूँ जो मेरे अपने हो सके थे। कवयित्री का संकेत अपनी दादी द्वारा घर की कच्ची दीवारों पर कच्चे रंग से उन सब का नाम लिखने की ओर है जिनसे वह प्यार करती थी, जिन्हें वह अपना समझती थी।

विशेष:

  1. कवयित्री वर्तमान में भी अतीत को चाहती है, जो संबंधों की गरिमा से युक्त था।
  2. भाषा भावपूर्ण तथा प्रवाहमयी है।

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 14 गीता डोगरा

6. और सोचती हूँ
गलती से जन न बैठूँ
कोई सीमेंट पत्थर का आदमी
कि कहीं
मेरी बेटी भी छितरे-छितरे हो
लौट जाए
मेरी दहलीज से ……..
सच कितना डरती हूँ मैं।

कठिन शब्दों के अर्थ:
जन न बैठूँ = जन्म न दे दूँ। दहलीज = द्वार। .

प्रसंग:
प्रस्तुत पंक्तियां गीता डोगरा द्वारा रचित कविता ‘कच्चे रंग’ में से ली गई हैं जिसमें कवयित्री ने वर्तमान परिवेश में बदलते जीवन मूल्यों पर चिंता व्यक्त की है।

व्याख्या:
कवयित्री अतीत के टूट जाने पर भविष्य के प्रति अपनी शंका व्यक्त करती हुई कहती हैं कि मैं यह सोचती हूँ कि कहीं भूल से ऐसे व्यक्ति को जन्म न दे दूँ जो सीमेंट पत्थर का बना हो अर्थात् संवेदनाशून्य और मुर्दादिल हो। मुझे इस बात का भी डर है कि कहीं मेरी बेटी भी, मेरी तरह टुकड़े-टुकड़े होकर मेरे द्वार से लौट न जाए। कवयित्री कहती हैं कि सच ही मैं भविष्य में टूटने से बड़ा डरती हूँ।

विशेष:

  1. कवयित्री इस भौतिकतावादी युग में भविष्य कहे और भी अधिक संवेदन शून्य होने की संभावना से चिंतित है।
  2. भाषा भावपूर्ण तथा प्रतीकात्मक है।
  3. पुनरुक्ति प्रकाश अलंकार है।

गीता डोगरा Summary

गीता डोगरा जीवन परिचय

गीता डोगरा जी का जीवन परिचय लिखिए।

गीता डोगरा का जन्म सन् 1955 में फिरोज़पुर (पंजाब) में हुआ। आपने हिन्दी साहित्य की कविता, उपन्यास एवं आलोचना विधा में अपना योगदान दिया। अगले पड़ाव तक, धूप उदास है तथा दहलीज आपके काव्य संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। बन्द दरवाजे’ शीर्षक एक उपन्यास भी प्रकाशित हो चुका है। आपको अनेक पुरस्कार भी प्राप्त हो चुके हैं। आपकी कुछ रचनाएँ, बांग्ला, गुजराती और तमिल भाषा में अनुदित हुई हैं। आजकल आप जालन्धर से प्रकाशित होने वाले समाचार-पत्र दैनिक जागरण में काम कर रही हैं।

गीता डोगरा कविता का सार

‘कच्चे रंग’ कविता में कवयित्री ने मानवीय संबंधों के अवमूल्यन पर चिंता व्यक्त की है। उसे लगता है कि इस भौतिकतावादी परिवेश में वह अपने अतीत को खो बैठी है तथा भविष्य भी उसे उसके वर्तमान से टूटता लगता है। सर्वत्र संवेदनहीनता के दर्शन हो रहे हैं। कहीं भी अपनत्व नहीं दिखाई देता।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran विराम-चिह्न

Punjab State Board PSEB 8th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar Viram Chinh विराम-चिह्न Exercise Questions and Answers, Notes.

PSEB 8th Class Hindi Grammar विराम-चिह्न

प्रश्न 1.
विराम चिहन किसे कहते हैं ? उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
विराम चिह्न-बोलते समय हम सब कुछ एक ही गति से नहीं बोलते जाते। एक वाक्य के मध्य में कहीं-कहीं कुछ क्षणों के लिए रुकते हैं और इसी प्रकार वाक्य के समाप्त होने पर भी रुकना पड़ता है। इसी रुकने को ‘विराम’ कहते हैं। इसी विराम को प्रकट करने के लिए हम जिन चिह्नों को लिखते हैं, उन्हें ‘विराम चिह्न’ कहते हैं।
जैसे-पकड़ो मत, जाने दो।
पकड़ो, मत जाने दो।
इन दोनों वाक्यों में विराम चिह्न अल्पविराम के प्रयोग से अर्थ ही उलट गया है। लिखते समय जिन विराम चिहनों का प्रयोग होता है वे निम्नलिखित हैं

1. पूर्ण विराम (।) : वाक्य की पूर्ति की सूचना देने वाले चिह्न को पूर्ण विराम कहते हैं; जैसे-जीवन में अनुशासन का विशेष महत्त्व है।
2. अर्द्ध विराम (;) : वाक्य की पूर्ण समाप्ति न होने पर भी जहाँ बीच में समाप्ति सी लगे। अगले वाक्य से जोड़ने वाले अव्यय का अभाव हो, तब इसका प्रयोग होता है; जैसे-आजकल शिक्षा का उद्देश्य नौकरी है; इसलिए इसका वास्तविक महत्त्व जाता रहा
3. अल्पविराम (,) : पढ़ते समय जहाँ थोड़ी देर ठहरना हो, वहाँ अल्प विराम (,) लगाते हैं; जैसे-लोकमान्य तिलक, मालवीय, महात्मा गाँधी आदि महान् नेता थे।
4. अपूर्ण विराम (:-) : आगे जाने वाली बात के लिए पहले वाक्य से संकेत करना हो तो इसका निर्देशक वाक्य के साथ प्रयोग होता है; जैसे-निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं चार का उत्तर दीजिए
5. प्रश्न सूचक (?) : वाक्य को प्रश्न वाचक सूचित करने के लिए इसका प्रयोग होता है; जैसे-क्या मूर्ख को समझाना सरल है ?
6. विस्मयादिबोधक (!) : मानसिक आवेगों को प्रकट करने के लिए इसका प्रयोग होता है। जैसे हाय ! मैं मारा गया। उफ ! इतनी पीड़ा।
7. निर्देशक (-) : किसी शब्द के भाव को साफ-साफ स्पष्ट करने के लिए उसके आगे लगाया जाता है; जैसे-लाला लाजपतराय-पंजाब केसरी–ने अंग्रेजी साम्राज्य की जड़ें हिला दी थीं। यथा, जैसे आदि शब्द के बाद भी इसका प्रयोग होता है।
8. संयोजक (-) : यह ससम्त पदों के बीच लगकर समास की सूचना देता है; जैसे–माता-पिता, सुख-दुःख।
9. कोष्ठक चिहन [ ] : किसी बात के स्पष्टीकरण के लिए इसका अर्थ वाक्य का अंग न बनाते हुए इसमें लिखा जाता है; जैसे-30 जनवरी हमारे राष्ट्रपिता (महात्मा गाँधी) की बलिदान तिथि है।
10. उद्धरण चिह्न (“”) : जब किसी वक्ता या लेखक की उक्ति को ज्यों-कात्यों उद्धृत करना हो; जैसे-लाला लाजपतराय ने कहा था, “मेरे शरीर पर पड़ी एक-एक लाठी ब्रिटिश साम्राज्य के कफ़न में कील का काम देगी।”
11. लाघव चिह्न (०) : किसी शब्द को संक्षेप में लिखने के लिए इसका प्रयोग होता है; जैसे-पं० नेहरू। ला० लाजपतराय। डॉ० राजेन्द्र प्रसाद।
12. सम्बोधन चिह्न (!) : किसी को बुलाने या पुकारने में इसका प्रयोग होता है; जैसे हे ईश्वर ! हम पर दया करो।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran विराम-चिह्न

अति लघूत्तरात्मक प्रश्न

1. निम्नलिखित में जहाँ जो विराम चिह्न लग सकता है, लगाएँ

प्रश्न (1)
मित्र कैसा अद्भुत खेल है क्या जीवन भी एक खेल के समान है थोड़ा सोच कर बताना
उत्तर:
“मित्र, कैसा अद्भुत खेल है ? क्या जीवन भी एक खेल के समान है ? थोड़ा सोचकर बताना।”

प्रश्न (2)
उसने पुस्तकें कॉपियाँ तथा कुछ अन्य सामान खरीदा सामान को थैले में डाल कर दुकानदार से पूछा कितने पैसे दूँ।
उत्तर:
उसने पुस्तकें, कापियाँ तथा कुछ अन्य सामान खरीदा ; सामान को थैले में डाल कर दुकानदार से पूछा, “कितने पैसे दूँ ?”

प्रश्न (3)
मेरे मित्र दौड़ कर आओ यह देखो कितना सुन्दर फूल खिला है इसे तोड़ना मत मित्र ने मुझसे कहा
उत्तर:
मेरे मित्र ! दौड़ कर आओ। यह देखो कितना सुन्दर फूल खिला है। “इसे तोड़ना मत।”-मित्र ने मुझसे कहा।

प्रश्न (4)
पिता पुत्र तथा पुत्री तीनों एक साथ बोले क्या गाड़ी अभी तक नहीं आई नहीं आई” मैं उत्तर में बोला।
उत्तर:
पिता, पुत्र तथा पुत्री-तीनों एक साथ बोले, “क्या गाड़ी अभी तक नहीं आई।” नहीं आई, मैं उत्तर में बोला।

प्रश्न (5)
यह देखकर उस किसान ने कहा देखा एकता का प्रभाव यदि तुम सब इसी प्रकार इकट्ठे रहोगे तुम्हारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता यदि तुम अलग-अलग रहे तो तुम्हारा भी हाल छड़ियों जैसे होगा शत्रु आसानी से तुम्हें नष्ट कर देगा इसलिए मेरे उपदेश को मन में धारण करके उस पर आचरण करना इससे तुम्हें सारा जीवन सुख और ऐश्वर्य प्राप्त होगा यह उपदेश देकर किसान चल बसा।
उत्तर:
यह देखकर उस किसान ने कहा, “देखा, एकता का प्रभाव, यदि तुम सब इसी प्रकार इकट्ठे रहोगे तुम्हारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। यदि तुम अलग-अलग रहे तो तुम्हारा भी हाल छड़ियों जैसा होगा। शत्रु आसानी से तुम्हें नष्ट कर देगा। इसलिए मेरे उपदेश को मन में धारण करके उस पर आचरण करना। इससे तुम्हें सारा जीवन सुख और ऐश्वर्य प्राप्त होगा।”-यह उपदेश देकर किसान चल बसा।।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran विराम-चिह्न

प्रश्न (6)
पंजाब भारत के बाजू के समान है जिसमें सदा तलवार पकड़ी रहती है अब दुनिया के हर भाग में पंजाबी रहते हैं उनकी बहादुरी तपस्या लगन कुर्बानी की कहानियाँ सुनकर बड़े-बड़े पत्थर दिल भी हिल जाते हैं पंजाबियों के कार्यों से भारत पर ही नहीं वरन् सारे संसार पर प्रभाव पड़ा है संसार का प्रत्येक मनुष्य इस बात को मानता है कि पंजाबी बहादुर निर्भीक और हिम्मती हैं।
उत्तर:
पंजाब भारत के बाजू के समान है, जिसमें सदा तलवार पकड़ी रहती है। अब दुनिया के हर भाग में पंजाबी रहते हैं। उनकी बहादुरी, तपस्या, लगन, कुर्बानी की कहानियाँ सुनकर बड़े-बड़े पत्थर दिल भी हिल जाते हैं। पंजाबियों के कार्यों से भारत पर ही नहीं वरन् सारे संसार पर प्रभाव पड़ा है। संसार का प्रत्येक मनुष्य इस बात को मानता है कि पंजाबी बहादुर, निर्भीक और हिम्मती हैं।

2. उपयुक्त विराम चिह्न लगाएँ

प्रश्न (1)
उसके मस्तिष्क का सिन्दूर पोंछती हुई चाची ने उत्तर दिया अभागिनी तेरा करम फूट गया
उत्तर:
उसके मस्तिष्क का सिन्दूर पोंछती हुई चाची ने उत्तर दिया, “अभागिनी ! तेरा करम फूट गया।”

प्रश्न (2)
संजय ने पापा से पूछा पापा यह फसल कहीं-कहीं से क्यों कटी हुई है
उत्तर-संजय ने पापा से पूछा, “पापा यह फसल कहीं से क्यों कटी हुई है?”

प्रश्न (3)
मुझे आते देख पिता जी बोले बेटी तैयार नहीं हुई देर न कर वे लोग आधपौन घंटे तक आने वाले हैं
उत्तर:
मुझे आते देख, पिता जी बोले, “बेटी तैयार नहीं हुई। देर न कर, वे लोग आध-पौन घंटे तक आने वाले हैं।”

प्रश्न (4)
माँ तुम रो क्यों रही हो क्या तुम्हें अपने किए पर दुःख है राकेश ने प्रश्न किया
उत्तर:
“माँ, तुम रो क्यों रही हो ? क्या तुम्हें अपने किए पर दुःख है ?” राकेश ने प्रश्न किया।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran विराम-चिह्न

प्रश्न (5)
स्वामी रामतीर्थ एक कवि दार्शनिक सन्त देशभक्त तथा समाज सुधारक थे।
उत्तर:
स्वामी रामतीर्थ एक कवि, दार्शनिक, सन्त, देशभक्त तथा समाज-सुधारक थे।

प्रश्न (6)
सैनिक सचिव के पद पर रहते हुए उन्हें अनेक कटु अनुभव हुए चपरासी तक उनके हाथों से फाइलें लेने में कतराते थे उन्हें पानी तक नहीं मिलता था।
उत्तर:
सैनिक-सचिव के पद पर रहते हुए उन्हें अनेक कटु अनुभव हुए। चपरासी तक उनके हाथों से फाइलें लेने में कतराते थे। उन्हें पानी तक नहीं मिलता था।

प्रश्न (7)
धोबी ने कपड़े गिनकर कहा बाबू साहब लिखिए चौदह पायजामे बीस कमीजें।
उत्तर:
धोबी ने कपड़े गिनकर कहा, “बाबू साहब ! लिखिए-चौदह पायजामे, बीस कमीजें।

प्रश्न (8)
दोनों ने बारी-बारी से उत्तर दिया हम बी० ए० पास हैं नौकरी की तलाश में हैं।
उत्तर:
दोनों ने बारी-बारी से उत्तर दिया, “हम बी० ए० पास हैं। नौकरी की तलाश में हैं।”

प्रश्न (9)
महात्मा बुद्ध ने बड़े प्रेमपूर्वक उससे पूछा मैं तो ठहर गया भला तुम कब ठहरोगे
उत्तर:
महात्मा बुद्ध ने बड़े प्रेमपूर्वक उससे पूछा, “मैं तो ठहर गया, भला तुम कब ठहरोगे ?”

प्रश्न (10)
बच्चो शान्तिपूर्वक बैठो अध्यापक ने कहा
उत्तर:
“बच्चो, शान्तिपूर्वक बैठो”-अध्यापक ने कहा।

प्रश्न (11)
मोहन तुम क्या कर रहे हो ज़रा इधर तो आओ माँ ने कहा
उत्तर:
“मोहन तुम क्या कर रहे हो ? ज़रा इधर तो आओ”-माँ ने कहा।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran विराम-चिह्न

प्रश्न (12)
बेटी मुझे माफ कर दो मैं लालच में अन्धा हो गया था तुमने मेरी आँखें खोल दी हैं
उत्तर:
“बेटी, मुझे माफ कर दो। मैं लालच में अन्धा हो गया था। तुमने मेरी आँखें खोल दी हैं।”

प्रश्न (13)
महात्मा बुद्ध ने बड़े प्रेमपूर्वक अंगुलिमाल से कहा मैं तो ठहर गया भला तुम कब ठहरोगे
उत्तर:
महात्मा बुद्ध ने बड़े प्रेमपूर्वक अंगुलिमाल से कहा- “मैं तो ठहर गया, भला तुम कब ठहरोगे ?”

प्रश्न (14)
सच्च है सच्चे पातशाह भाई कन्हैया ने निःसंकोच स्वीकार किया।
उत्तर:
“सच्च है सच्चे पातशाह !” भाई कन्हैया ने निःसंकोच स्वीकार किया।

प्रश्न (15)
सबकी आँखें आकाश की ओर लगी रहती थीं मगर वहाँ दुर्भाग्य की घटाएँ थीं पानी की घटाएँ न थीं
उत्तर:
सबकी आँखें आकाश की ओर लगी रहती थीं, मगर वहाँ दुर्भाग्य की घटाएँ थीं, पानी की घटाएँ न थीं।

प्रश्न (16)
मैंने कहा, बाबा अब नहीं रहा जाता कहीं से रोटी का टुकड़ा ला दें
उत्तर:
मैंने कहा, बाबा अब नहीं रहा जाता; कहीं से रोटी का टुकड़ा ला दें।”

प्रश्न (17)
मेरे हृदय में गुदगुदी सी होने लगी पूछा तो तुमने महाराज के दर्शन किए हैं
उत्तर:
मेरे हृदय में गुदगुदी-सी होने लगी; पूछा-“तो तुमने महाराज के दर्शन किए

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran विराम-चिह्न

प्रश्न (18)
धोबी के कपड़े गिनकर कहा बाबू साहब लिखिए चौदह पायजामे बीस कमीजें मैंने कॉपी उठा ली और लिखने लगा।
उत्तर:
धोबी के कपड़े गिनकर कहा, “बाबू साहब ! लिखिए चौदह पायजामे, बीस कमीजें।” मैंने कॉपी उठा ली और लिखने लगा।

प्रश्न (19)
भगवान् अब मौत दे दे ग़रीब थे पर किसी के सामने हाथ तो नहीं फैलाते
उत्तर:
भगवान् अब मौत दे दे। ग़रीब थे, पर किसी के सामने हाथ तो नहीं फैलाते

प्रश्न (20)
एक युवक ने कहा अंकल हौसला रखो बस दो मिनट में अस्पताल पहुंचे।
उत्तर:
एक युवक ने कहा, “अंकल ! हौसला रखो, बस दो मिनट में अस्पताल पहुँचे।”

प्रश्न (21)
क्या करूँ एक ही बच्चा है इतने दिनों बाद मिला भी तो मृत्यु उसको अपने चंगुल में दबा रही है, इसे कैसे बचाऊँ
उत्तर:
‘क्या करूँ, एक ही बच्चा है। इतने दिनों बाद मिला भी तो मृत्यु उसको अपने चंगुल में दबा रही है। इसे कैसे बचाऊँ ?’

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran विराम-चिह्न

प्रश्न (22)
मुँह खोलने में कष्ट होने पर भी शिष्टाचार के नाते उन्होंने पूछ ही लिया बेटा तुम क्या काम करते हो।।
उत्तर:
मुंह खोलने में कष्ट होने पर भी शिष्टाचार के नाते उन्होंने पूछ ही लिया, “बेटा तुम क्या काम करते हो ?”

प्रश्न (23)
अच्छा भाई चाय तो वैसे मैं अभी घर से पीकर आया हूँ पर तुम बुरा न मान जाओ इसलिए तुम्हारा साथ देता हूँ
उत्तर:
“अच्छा भाई ! चाय तो वैसे मैं अभी घर से पीकर आया हूँ, पर तुम बुरा न मान जाओ, इसलिए तुम्हारा साथ देता हूँ।”

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 13 डॉ० चन्द्र त्रिखा

Punjab State Board PSEB 12th Class Hindi Book Solutions Chapter 13 डॉ० चन्द्र त्रिखा Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 12 Hindi Chapter 13 डॉ० चन्द्र त्रिखा

Hindi Guide for Class 12 PSEB 12 डॉ० चन्द्र त्रिखा Textbook Questions and Answers

(क) लगभग 40 शब्दों में उत्तर दो:

प्रश्न 1.
‘जुगनू की दस्तक’ कविता का सार अपने शब्दों में लिखो।
उत्तर:
कवि कहते हैं कि घृणा के वातावरण में जुगनू की रोशनी भी पर्याप्त होती है। नदी कितनी ही काली हो किनारे कभी नज़रों से ओझल नहीं हो सकते। क्योंकि काली नदी की सीमाओं के आस-पास ही हरे-भरे, प्रदूषणरहित जंगल मौजूद हैं। अतः हमें यह कामना करनी चाहिए कि साहित्य की गर्मी से एक नई पौध अंकुरित होगी।

प्रश्न 2.
‘जुगनू की दस्तक’ एक आशावादी प्रतीकात्मक कविता है-स्पष्ट करें।
उत्तर:
प्रस्तुत कविता में घृणा और निराशा को अँधी गुफाओं एवं जुगनू को आशावाद का प्रतीक माना गया है। इसी तरह काली नदी आतंकवाद का प्रतीक है और सुख-समृद्धि हरे भरे जंगल और प्रदूषण को घुटन और संत्रास का प्रतीक माना गया है। कवि ने सम्भावना की पतवारें चलाते रहने से, जुगनू की रोशनी से, किनारा मिलने की अर्थात् घृणा, निराशा एवं आतंकवाद के समाप्त होने की आशा व्यक्त की है अतः कहा जा सकता है कि प्रस्तुत कविता एक आशावादी प्रतीकात्मक कविता है।

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 13 डॉ० चन्द्र त्रिखा

प्रश्न 3.
‘जीने को कुछ मानी दे’ कविता में कवि क्या माँग रहा है ? अपने शब्दों में लिखो।
अथवा
जीने को कुछ मानी दे’ कविता का केन्द्रीय भाव लिखिए।
उत्तर:
कवि जीने को नया अर्थ प्रदान करने के लिए एक नई कहानी माँग रहा है। कुछ ऐसे तूफानी क्षण माँग रहा है जिससे जीवन में एक नया परिवर्तन आ सके। कवि संसार के दुःखों को समाप्त करने के लिए सातों समुद्रों का पानी माँग रहा है तथा अपने मन की व्यथा को मिटाने के लिए कोई पुरानी गज़ल माँग रहा है ताकि उसे गाकर वह अपने मन की व्यथा को अभिव्यक्त कर सके।

प्रश्न 4.
‘जीने को कुछ मानी दे’ कविता के शीर्षक की सार्थकता पर प्रकाश डालें।
उत्तर:
प्रस्तुत कविता में जीवन को नया अर्थ देने की कामना की गई है। कवि ने अपने साथी, अपने गुरु से जीवन को नए अर्थ देने की माँग की है। कवि उससे सारी धरती की प्यास बुझाने के लिए पानी की माँग कर रहा है ताकि धरती पर समृद्धि छा सके। शीर्षक भले ही प्रतीकात्मक है किन्तु सार्थक बन पड़ा है। .

(ख) सप्रसंग व्याख्या करें:

प्रश्न 5.
यह काली नदी …….. नयी पौध।
उत्तर:
कवि कहते हैं कि आतंकवाद की काली नदी कितनी ही बड़ी अर्थात् सीमा रहित हो किन्तु इसकी सीमा का कोई न कोई छोर तो होगा ही अर्थात् आतंकवाद को एक न एक दिन तो समाप्त होना ही है। कवि कामना करता है कि इस आतंकवाद के समाप्त होने के बाद निश्चय ही आपसी सौहार्द्र और भ्रातृभाव का हरा-भरा जंगल आएगा। जिसमें घुटन और संत्रास के प्रदूषण का नाम तक न होगा। कवि कहता है कि आओ मिलकर यह कामना करें कि अच्छे साहित्य रूपी अलाव की गर्मी से आपसी भाईचारे की पौध अंकुरित होगी और मानवता की भावना सब के दिलों में फिर से भर जाएगी। अतः हमें छोटी-से-छोटी उम्मीद का दामन नहीं छोड़ना चाहिए।

प्रश्न 6.
जीने को कुछ ……. तूफानी दे।
उत्तर:
कवि कामना करता है कि उसे जीने के लिए एक नई कहानी मिल जाए। वह इतना प्यासा अर्थात् दुःखी है कि उस प्यास को बुझाने के लिए एक नहीं सात समुद्रों के पानी की ज़रूरत है। धूप अभी तक नंगी है. अतः इसे ढकने के लिए कोई धान के रंग की (हरी) चुनरी दो अर्थात् संघर्ष के साथ-साथ समृद्धि में भी बढ़ोत्तरी हो सके। कवि कहता है कि मेरा मन बहुत दुःखी है यह अपने दुःख को भुलाने को कोई गीत गाना चाहता है। इसलिए इसे कोई पुरानी गज़ल दो। हे ईश्वर ! तू मुझे कुछ ऐसा दे जैसा तू है मुझे जीने के लिए कुछ तूफानी क्षण प्रदान करो जिससे मेरे जीवन में एक नया परिवर्तन आ सके।

PSEB 12th Class Hindi Guide डॉ० चन्द्र त्रिखा Additional Questions and Answers

अति लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
डॉ० चन्द्र त्रिखा का जन्म कब हुआ था?
उत्तर:
7 जुलाई, सन् 1945 में।

प्रश्न 2.
डॉ० त्रिखा की विशेष रुचि किसमें है?
उत्तर:
पत्रकारिता के क्षेत्र में।

प्रश्न 3.
डॉ० त्रिखा के द्वारा प्रमुख रचनाओं के नाम लिखिए।
उत्तर:
पाषाण युग, शब्दों का जंगल, दोस्त ! अब पर्दा गिराओ।

प्रश्न 4.
कवि ने किस के लिए प्रयत्नशील बने रहने की प्रेरणा दी है?
उत्तर:
समाज से घृणा दूर करने की।

प्रश्न 5.
कवि ने ‘काली नदी’ किसे कहा है?
उत्तर:
आतंकवाद को।

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 13 डॉ० चन्द्र त्रिखा

प्रश्न 6.
कवि ने समाज में जागरण को किसके माध्यम से लाना चाहता है?
उत्तर:
साहित्यकारों के माध्यम से।

प्रश्न 7.
कवि ने किसे नंगी कहकर चूनरधानी देने की बात कही है?
उत्तर:
धूप को नंगी कहकर।

प्रश्न 8.
कवि ने अलाव किसे कहा है?
उत्तर:
साहित्य को-जो समाज में भाईचारा और सौहार्द को बढ़ा दे।

प्रश्न 9.
‘जीने को कुछ मानी दे’-इसमें ‘मानी’ का क्या अर्थ है?
उत्तर:
मानी = अर्थ।

प्रश्न 10.
कवि का भीगा मन क्या करना चाहता है?
उत्तर:
गाना चाहता है।

प्रश्न 11.
कवि कैसी गज़ल को पाने की कामना करता है?
उत्तर:
पुरानी गजल की।

प्रश्न 12.
कैसे क्षणों की प्राप्ति कवि चाहता है?
उत्तर:
तूफ़ानी। वाक्य पूरे कीजिए

प्रश्न 13.
किनारे आखिर नज़रों से…….
उत्तर:
बच नहीं पाएंगे।

प्रश्न 14.
साहित्य के अलाव की गर्मी से………………
उत्तर:
अंकुरित हो गई नयी पौध।

प्रश्न 15.
सात समन्दर लेकर आ………………………..।
उत्तर:
प्यासा हूँ कुछ पानी दे।

प्रश्न 16. …………………कोई गज़ल पुरानी दे।
उत्तर:
भीगा है मन गाएगा।

हाँ-नहीं में उत्तर दीजिए

प्रश्न 17.
कवि के अनुसार आतंकवाद को प्रेम से दूर किया जा सकता है।
उत्तर:
हाँ।

प्रश्न 18.
हमें उम्मीद का आंचल छोड़ देना चाहिए।
उत्तर:
नहीं।

प्रश्न 19.
कवि किसी पुरानी गज़ल को मांगता है।
उत्तर:
हाँ।

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 13 डॉ० चन्द्र त्रिखा

प्रश्न 20.
कवि अपने जीवन में परिवर्तन चाहता है।
उत्तर:
हाँ।

बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर

1. ‘पाषाण युग’ रचना के रचनाकार कौन हैं ?
(क) डॉ० चन्द्र त्रिखा
(ख) डॉ० धर्मवीर भारती
(ग) निराला
(घ) पंत
उत्तर:
(क) डॉ० चन्द्र त्रिखा

2. ‘जुगनू की दस्तक’ किस विद्या की रचना है ?
(क) कविता
(ख) गद्य
(ग) खंड काव्य
(घ) महाकाव्य।
उत्तर:
(क) कविता

3. ‘जुगनू की दस्तक’ में कवि ने कैसे भविष्य की कल्पना की है ?
(क) सुंदर
(ख) धनी
(ग) सुनहले
(घ) शक्तिशाली।
उत्तर:
(ग) सुनहले

4. कवि ने आतंकवाद को किसकी संज्ञा दी है ?
(क) काली नदी
(ख) सामेर नदी
(ग) बड़ी नदी
(घ) छोटी नदी
उत्तर:
(क) काली नदी

डॉ० चन्द्र त्रिखा सप्रसंग व्याख्या

जुगनू की दस्तक

1. नफरत की अन्धी गुफाओं में
कई बार काफ़ी होती है
एक जुगनू की भी दस्तक
सम्भावनाओं की पतवारें
चलाते रहो साथियो!
किनारे आखिर नज़रों से
बच नहीं पाएंगे।

कठिन शब्दों के अर्थ:
नफरत = घृणा। अन्धी गुफ़ाओं = अँधेरी गुफ़ाओं। दस्तक = दरवाजा खटखटाने की क्रिया। पतवारें = चप्पू।

प्रसंग:
प्रस्तुत पद्यांश प्रसिद्ध पत्रकार डॉ० चन्द्र त्रिखा द्वारा लिखित काव्य संग्रह ‘दोस्त ! अब पर्दा गिराओ’ में संकलित कविता ‘जुगनू की दस्तक’ में से लिया गया है। प्रस्तुत कविता में कवि ने घृणा, आतंक को समाप्त कर देश के सुनहले भविष्य की कल्पना की है।

व्याख्या:
कवि कहता है कि घृणा की अँधेरी गुफ़ाओं में कई बार एक जुगनू का द्वार खटखटाना अर्थात् आना काफ़ी होता है। अतः हे साथियो ! तुम सम्भावनाओं के चप्पू चलाते रहो। क्योंकि किनारे कभी भी नज़रों से बच न पाएँगे। कवि का कहना है कि घृणा की अंधेरी रात में आशा और प्रकाश का प्रतीक छोटे से जुगनू का टिमटिमाना भी काफ़ी होता है। अत: तुम उम्मीद का दामन मत छोड़ो और अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए समाज से घृणा दूर करने के लिए प्रयत्नशील रहो। लक्ष्य तुम्हें अवश्य प्राप्त होगा।

विशेष:

  1. कवि ने सदा आशावादी बने रहने की प्रेरणा दी है।
  2. भाषा सहज, सरल तथा भावपूर्ण है। प्रतीकात्मकता विद्यमान है।

2. कितनी ही असीम हो
यह काली नदी
पर सीमाओं की मौजूदगी को
नकार तो नहीं पाएगी।
बस इन्हीं सीमाओं के आस पास
मौजूद है हरे भरे जंगल
जहाँ प्रदूषण का, कहीं दूर तक नाम नहीं है।
आइए करें कामना
साहित्य के अलाव की गर्मी से
अंकुरित हो नयी पौध।

कठिन शब्दों के अर्थअसीम = सीमा रहित । काली नदी = आतंक की प्रतीक। नकारना = इन्कार करना। अंकुरित होना = फूटना, उगना।

प्रसंग:
प्रस्तुत पंक्तियाँ डॉ० चन्द्र त्रिखा द्वारा रचित कविता ‘जुगनू की दस्तक’ में से ली गई, जिसमें कवि ने घृणा को प्रेम में बदलने के लिए प्रयत्नशील रहने के लिए कहा है।

व्याख्या:
कवि कहते हैं कि आतंकवाद की काली नदी कितनी ही बड़ी अर्थात् सीमा रहित हो किन्तु इसकी सीमा का कोई न कोई छोर तो होगा ही अर्थात् आतंकवाद को एक न एक दिन तो समाप्त होना ही है। कवि कामना करता है कि इस आतंकवाद के समाप्त होने के बाद निश्चय ही आपसी सौहार्द्र और भ्रातृभाव का हरा-भरा जंगल आएगा। जिसमें घुटन और संत्रास के प्रदूषण का नाम तक न होगा। कवि कहता है कि आओ मिलकर यह कामना करें कि अच्छे साहित्य रूपी अलाव की गर्मी से आपसी भाईचारे की पौध अंकुरित होगी और मानवता की भावना सब के दिलों में फिर से भर जाएगी। अतः हमें छोटी-से-छोटी उम्मीद का दामन नहीं छोड़ना चाहिए।

विशेष:

  1. कवि सदा आशावादी बनने का संदेश देता है क्योंकि आशा के माध्यम से ही हमें अपना लक्ष्य प्राप्त हो सकता है।
  2. भाषा सहज, भावपूर्ण तथा प्रतीकात्मक है।

PSEB 12th Class Hindi Solutions Chapter 13 डॉ० चन्द्र त्रिखा

जीने को कुछ मानी दे…….

जीने को कुछ मानी दे
ऐसी एक कहानी दे।
सात समन्दर लेकर आ
प्यासा हूँ कुछ पानी दे।
धूप अभी तक नंगी है
इसको चूनर धानी दे।
भीगा है मन गाएगा
कोई गज़ल पुरानी दे।
दे कुछ तू रब्ब जैसा है
लम्हें कुछ तूफानी दे।

कठिन शब्दों के अर्थ:
मानी = अर्थ। चूनर = चूनरी, दुपट्टा । धानी = धान के रंग का अर्थात् हरा। भीगा = दुःखी। लम्हें = क्षण।

प्रसंग:
प्रस्तुत कविता ‘जीने को कुछ मानी दे’ कवि डॉ० चन्द्र त्रिखा के काव्य संग्रह ‘दोस्त ! अब पर्दा गिराओ’ में से ली गई है। प्रस्तुत कविता में कवि ने जीवन को नए अर्थ प्रदान करने की कामना की है जिससे वह संसार के सब दुःखों को दूर कर सके।

व्याख्या:
कवि कामना करता है कि उसे जीने के लिए एक नई कहानी मिल जाए। वह इतना प्यासा अर्थात् दुःखी है कि उस प्यास को बुझाने के लिए एक नहीं सात समुद्रों के पानी की ज़रूरत है। धूप अभी तक नंगी है. अतः इसे ढकने के लिए कोई धान के रंग की (हरी) चुनरी दो अर्थात् संघर्ष के साथ-साथ समृद्धि में भी बढ़ोत्तरी हो सके। कवि कहता है कि मेरा मन बहुत दुःखी है यह अपने दुःख को भुलाने को कोई गीत गाना चाहता है। इसलिए इसे कोई पुरानी गज़ल दो। हे ईश्वर ! तू मुझे कुछ ऐसा दे जैसा तू है मुझे जीने के लिए कुछ तूफानी क्षण प्रदान करो जिससे मेरे जीवन में एक नया परिवर्तन आ सके।

विशेष:

  1. कवि ने जीवन को सार्थक बनाने की कामना की है।
  2. भाषा सहज, भावपूर्ण एवं प्रतीकात्मक है।
  3. अनुप्रास अलंकार है।

डॉ० चन्द्र त्रिखा Summary

डॉ० चन्द्र त्रिखा जीवन परिचय

डॉ० चन्द्र त्रिखा जी का जीवन परिचय लिखिए।

चन्द्र त्रिखा का जन्म 7 जुलाई, सन् 1945 ई० को पाकिस्तान के जिला साहिलवाल के पाकपट्टन नामक स्थान पर हुआ। विभाजन के बाद आपका परिवार फिरोजपुर आ गया। आपकी प्रारम्भिक शिक्षा अबोहर-फाजिल्का में हुई। आपने अम्बाला के एस०डी० कॉलेज से हिन्दी विषय में एम०ए० एवं पंजाब विश्वविद्यालय से पीएच० डी० की उपाधि प्राप्त की। पत्रकारिता में आपकी विशेष रुचि थी। आपने क्षेत्र के सभी दैनिक पत्रों में लगभग 30 वर्ष तक कार्य किया। आजकल आप स्वतन्त्र रूप से साहित्य सृजन कर रहे हैं। इनकी प्रमुख रचनाएँ पाषाणयुग, शब्दों का जंगल, दोस्त, अब पर्दा गिराओ हैं। इन्हें हरियाणा सरकार द्वारा पुरस्कृत किया गया जा चुका है।

डॉ० चन्द्र त्रिखा कविताओं का सार

‘जुगन की दस्तक’ कविता में कवि ने यह स्पष्ट किया है कि नफ़रत, घृणा और निराशा की अंधेरी रात में आशा का जुगनू भी उजाला सकता है। आतंकवाद प्रेम और सौहार्द्र द्वारा दूर किया जा सकता है तथा मानवता की भावना को जगाया जा सकता है। ‘जीने को कुछ मानी दें’ में कविता में कवि जिंदगी के नए अर्थ मांगता है। जिससे उसके जीवन में एक नया परिवर्तन आ सके तथा सर्वत्र समृद्धि छा जाए।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran समास

Punjab State Board PSEB 8th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar Samas समास Exercise Questions and Answers, Notes.

PSEB 8th Class Hindi Grammar समास

प्रश्न 1.
समास किसे कहते हैं ? इसके भेदों का वर्णन करें।
उत्तर:
परस्पर सम्बन्ध रखने वाले दो या दो से अधिक पदों के मेल को समास कहते हैं; जैसे-माता-पिता = माता और पिता।

विग्रह : समस्त पदों में विभिन्न चिहनों को जोड़कर अलग-अलग पद करने की क्रिया को विग्रह कहते हैं; जैसे-‘माता-पिता’ समस्त पद का विग्रह होगा-माता और पिता।
समास के भेद : समास में दो पद होते हैं, एक पूर्व पद दूसरा उत्तर पद। इन पदों की प्रधानता के आधार पर समास के चार भेद होते हैं –
1. अव्ययीभाव समास
2. द्वन्द्व समास
3. बहुब्रीहि समास
4. तत्पुरुष समास।

1. अव्ययीभाव समास : जिस समास में पूर्व (पहला) पद प्रधान होता है उसे अव्ययी भाव समास कहते हैं। जैसे-
यथाशक्ति – शक्ति के अनुसार
भरपेट – पेट भरकर
यथाविधि – विधि के अनुसार
आजीवन – जीवन भर
प्रतिदिन – दिन-दिन
आमरण – मरने तक।

2. द्वन्द्व समास : जिस समास में पूर्व और उत्तर दोनों पद प्रधान होते हैं, उसे द्वन्द्व समास कहते हैं। जैसे
माता-पिता – माता और पिता
सुख-दुख – सुख और दुख
नर-नारी – नर और नारी
देवासुर – देव और असुर
राम-लक्ष्मण – राम और लक्ष्मण
दिन-रात – दिन और रात।

3. बहुव्रीहि समास : जिस समास में पूर्व और उत्तर पद प्रधान न होकर कोई अन्य पद प्रधान हो उसे बहुव्रीहि समास कहते हैं। जैसे
दशानन – दश हैं आनन(मुख) जिसके (रावण), लंबोदर – लंबा है उदर (पेट) जिसका (गनेश)।
त्रिनेत्र – तीन नेत्र (आंख) हैं जिसके (शिव), पीतांबर – पीले हैं वस्त्र जिसके (श्रीराम, कृष्ण)।

4. तत्पुरुष समास : जिस समास में उत्तर (दूसरा) पद प्रधान होता है, उसे तत्पुरुष समास कहते हैं। जैसे-विद्यालय-विद्या के लिए आलय, देवालय-देव के लिए आलय।
तत्पुरुष समास के भेद-
तत्पुरुष समास के भेद इस प्रकार हैं
(i) कर्म तत्पुरुष – यशप्राप्त-यश को प्राप्त, ग्रामगत-ग्राम को जाना
(ii) करण तत्पुरुष – तुलसीकृत-तुलसी द्वारा कृत, हस्तलिखित-हाथ के द्वारा लिखित।
(iii) सम्प्रदान तत्पुरुष – रसोईघर-रसोई के लिए घर, विद्यार्थी-विद्या के लिए अर्थी।
(iv) अपादान तत्पुरुष – विद्याहीन-विद्या से हीन, धनहीन-धन से हीन।
(v) सम्बन्ध तत्पुरुष – राजपुरुष-राजा का पुरुष, गंगाजल-गंगा का जल
(vi) अधिकरण तत्पुरुष – घुड़सवार-घोड़े पर सवार, ग्रहप्रवेश-गृह (घर) में प्रवेश।

तत्पुरुष समास के अन्य भेद-
तत्पुरुष समास के कुछ अन्य भेद भी होते हैं
(i) कर्मधारय : जिस समास में उत्तर पद प्रधान होता है। जिस समास में पहले और दूसरे पद में विशेष्य-विशेषण का सम्बन्ध हो, उसे कर्मधारय समास कहते हैं। जैसे
महात्मा – महान है जो आत्मा
लाल मिर्च – लाल है जो मिर्च।
कमल नयन – कमल के समान नयन (आँख)
चंद्रमुख – चन्द्रमा के समान मुख।।

(ii) द्विगु समास : जिस समास में पूर्व पद संख्या का बोध कराए उसे द्विगु समास कहते हैं। जैसे
पंचवटी – पांच वृक्षों का समूह
सप्ताह – सात दिनों का समूह
नवरत्न – नौ रत्नों का समूह
शताब्दी – सौ वर्षों का समूह ।

(iii) नञ् समास : जिस समास में पहला पद निषेधवाचक हो, उसे नञ् समास कहते हैं। जैसे
अजर – न जर
अमर – न मर
अन्याय – न न्याय
अनीति – न नीति
असत्य – न सत्य
अस्थिर – न स्थिर।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran समास

प्रश्न 2.
कर्मधारय और बहुब्रीहि समास में क्या अन्तर है ? उदाहरण देकर स्पष्ट करो।
उत्तर:
(1) कर्मधारय तत्पुरुष समास में दूसरा पद प्रधान होता है, परन्तु बहुब्रीहि समास में दोनों पदों में कोई भी पद प्रधान नहीं होता। वरन् एक तीसरा अन्य पद प्रधान होता है।

(2) कर्मधारय में एक पद दूसरे पद का विशेषण या उपमान होता है, किन्तु बहुब्रीहि का ‘समस्त पद’ अनावश्यक रूप से किसी अन्य तीसरे पद का सूचक (विशेषण) होता है। जैसे-नीलकण्ठ और पीताम्बर शब्दों का यदि विग्रह किया जाए–नीला जो कण्ठ’ तथा ‘पीत जो अम्बर’ तो ये दोनों कर्मधारय समास के उदाहरण होंगे। परन्तु जब इनका विग्रह हो–नीला है कण्ठ जिसका’ तथा ‘पीत है अम्बर जिसका’, तो ये दोनों शब्द क्रमशः ‘शिवजी’ तथा ‘श्रीकृष्ण’ के विशेषण होने के कारण बहुब्रीहि समाज के उदाहरण कहे जाएंगे।

प्रश्न 3.
सन्धि और समास में क्या अन्तर है ? उदाहरण देकर स्पष्ट करें।
उत्तर:

सन्धि समास
1. अति समीप आए हुए दो वर्गों में होती है। 1. समास आपस में सम्बन्ध रखने वाले दो या दो से अधिक शब्दों में होता है।
2. दो वर्गों में सन्धि होती है। अतः ये आपस में इस तरह घुल-मिल जाते हैं कि इनको अलग करना कठिन होता है। 2. दो शब्दों के मेल होने के कारण ही पद इकट्ठे रखे जाते हैं। प्रायः घुल-मिल नहीं जाते।
3. सन्धि में कारक का लोप होना ज़रूरी नहीं है। 3. समास में कारक का लोप होना प्रायः ज़रूरी है।

उदाहरण –
सन्धि :
इति + आदि = इत्यादि।
सत् + जन = सज्जन।

समास :
राजा का पुरुष = राजपुरुष।
घन की तरह श्याम = घनश्याम।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran समास

समास :
परस्पर सम्बन्ध रखने वाले दो अथवा दो से अधिक पदों के मेल का नाम समास है ; जैसे-राजा का पुत्र = राजपुत्र। समास के भेद-
(i) अव्ययी भाव
(ii) तत्पुरुष
(iii) द्वन्द्व
(iv) बहुब्रीहि।

1. अव्ययी भाव :
जिस समास का पहला पद प्रधान हो, वह अव्ययी भाव समास होता है। पहला खण्ड अव्यय होता है।
जैसे- क्षण-क्षण = प्रति क्षण
यथाक्रम = क्रम के अनुसार
अनपढ़ = बिना पढ़ा-लिखा
आजन्म = जन्म भर
यथाशक्ति = शक्ति के अनुसार
भरपेट = पेटभर कर
हाथों हाथ = हाथ-हाथ में
आमरण = मरण तक
आजीवन = जीवन-पर्यन्त
हर समय = हर समय में
प्रतिक्षण = क्षण-क्षण
बीचों बीच = बीच-बीच में
प्रतिदिन = दिन-दिन के प्रति
साफ़-साफ़ = बिल्कुल साफ़

2. तत्पुरुष जिस समास में दूसरा पद प्रधान होता है। जैसे राजा का महल = राजमहल। तत्पुरुष के भेद इस प्रकार हैं
(i) कर्म तत्पुरुष :
स्वर्गगत = स्वर्ग को गत (गया हुआ)
शरणापन्न = शरण में आपन्न
ग्रामगत = ग्राम (गाँव) को गत
सुख प्राप्त = सुख को प्राप्त
(गया हुआ) फल प्राप्त = फल को प्राप्त
शरणागत = शरण को आगत (गया हुआ)

(ii) करण तत्पुरुष :
रेखांकित = रेखा से अंकित
दई मारा = दैव से मारा
तुलसीकृत = तुलसी द्वारा कृत
मुँहमाँगा = मुँह से माँगा
हस्तलिखित = हाथ से लिखित
हृदयहीन = हृदय से हीन
रेलयात्रा = रेल द्वारा यात्रा
मनमानी = मन से मानी
भाग्यहीन = भाग्य से हीन
विचारहीन = विचार से हीन

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran समास

(iii) सम्प्रदान तत्पुरुष :
हवन सामग्री = हवन के लिए सामग्री
देश भक्ति = देश के लिए भक्ति
रसोईघर = रसोई के लिए घर
हथकड़ी = हाथों के लिए कड़ी
सत्याग्रह = सत्य के लिए आग्रह
राहखर्च = राह के लिए खर्च

(iv) अपादान तत्पुरुष :
जन्मरोगी = जन्म से रोगी
धर्मभ्रष्ट = धर्म से भ्रष्ट
नरकभय = नरक से भय
पदच्युत = पद से च्युत
चोरभय = चोर से भय
धनहीन = धन से हीन

(v) सम्बन्ध तत्पुरुष :
विश्वासपात्र = विश्वास का पात्र
राष्ट्रपति = राष्ट्र का पति
घुड़दौड़ = घोड़ों की दौड़
जन्मभूमि = जन्म की भूमि
माखनचोर = माखन का चोर
राजपुत्र = राजा का पुत्र
रामकहानी = राम की कहानी
राजसभा = राजा की सभा
राजकन्या = राजा की कन्या
रामदरबार = राम का दरबार
बैलगाड़ी = बैलों की गाड़ी
विद्याप्रेमी = विद्या का प्रेमी
मंत्रिमंडल = मंत्रियों का मण्डल
राजमहल = राजा का महल
देशभक्त = देश का भक्त
नगरवधू = नगर की वधू
राजभवन = राजा का भवन
प्रजापति = प्रजा का पति

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran समास

(vi) अधिकरण तत्पुरुष :
आत्मविश्वास = आत्मा पर विश्वास
आप-बीती = आप पर बीती
नराधम = नरों में अधम
धर्मवीर = धर्म में वीर
नीतिनिपुण = नीति में निपुण
ग्रामवास = ग्राम में वास

(vii) नञ् तत्पुरुष :
अछूत = जो छूत न हो
अपठित = जो पठित न हो
अनपढ़ = जो पढ़ा न हो
अनहोनी = जो न होनी हो

(viii) कर्मधारय :
वचनामृत = वचन रूपी अमृत
भलामानुस = भला जो मनुष्य
चन्द्रमुख = चन्द्र जैसा मुख
चरण कमल = कमल जैसे चरण
घनश्याम = घन जैसा श्याम
आशा किरण = आशा रूपी किरण
नीलकण्ठ = नील जैसा कण्ठ
भवसागर = भव रूपी किरण
कमलनयन = कमल जैसे नयन
परमानन्द = परम आनन्द
महादेव = महान् देव
परमात्मा = परम आत्मा

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran समास

द्विगु :
पहला पद संख्यावाचक-
द्विग = दो गौओं का समूह
नवग्रह = नौ ग्रहों का समूह
सप्तसिन्धु = सात सिन्धुओं का समूह
त्रिलोकी = तीन लोकों का समूह
त्रिफला = तीनों फलों का समूह
दोपहर = दो पहरों का समूह
नवरत्न = नौ रत्नों का समूह
चौराहा = चार रास्तों का समूह
चौमासा = चार मासों का समूह
सतसई = सात सौ पदों का समूह

3. द्वन्द्व
जिसमें दोनों खण्ड प्रधान हों। विग्रह करने पर जिसमें ‘और’ ‘अथवा’ का प्रयोग होता है ; जैसे-
माता-पिता = माता और पिता
हाथी-घोड़े = हाथी और घोडे
सुख-दुःख = सुख और दुःख
दिन-रात = दिन और रात
अन्न-जल = अन्न और जल
पाप-पुण्य = पाप और पुण्य
जल-वायु = जल और वायु
खट्टा-मीठा = खट्टा और मीठा
गरीब-अमीर = गरीब और अमीर
दाल-रोटी = दाल और रोटी
हाथ-पाँव = हाथ और पाँव
धेला-पैसा = धेला और पैसा
खान-पान = खान और पान
राम-लक्ष्मण = राम और लक्ष्मण
ऋषि-मुनि = ऋषि और मुनि
देवी-देवता = देवी और देवता
भाई-बहन = भाई और बहन
तन-मन = तन और मन
दाल-भात = दाल और भात
राग-रंग = राग और रंग
माँ-बाप = माँ और बाप
चाय-पानी = चाय और पानी

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran समास

4. बहुब्रीहि जिस समास का कोई भी पद प्रधान न हो बल्कि समस्त पद अपने पदों से भिन्न किसी अन्य पद का विशेषण हो ; जैसे-
दशानन = दश आननों वाला
पीताम्बर = पीले वस्त्रों वाला
विशाल हृदय = विशाल है हृदय जिसका
बारहसिंगा = बारह सींगों वाला
जितेन्द्रिय = इन्द्रियों को जीतने वाला
महात्मा = महान् आत्मा वाला।
कनफटा = फटे कानों वाला
पतझड़ = जिसमें पत्ते झड़ जाते हैं।
लालकुर्ती = लाल कुर्ती वाला
चन्द्रानन = चन्द्र जैसा आनन
चन्द्रामुखी = चन्द्र जैसे मुख वाली
बड़बोला = बड़े बोलों वाला
हँसमुख = हँसी है मुख पर जिसके
दशमुख = दश हैं मुख जिसके
अमूल्य = मूल्य नहीं है जिसका
विषयवासना = विषयों की वासना
आश्चर्यचकित = आश्चर्य से चकित
भाग्यहीन = हीन भाग्य वाला।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran सन्धि

Punjab State Board PSEB 8th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar Sandhi सन्धि Exercise Questions and Answers, Notes.

PSEB 8th Class Hindi Grammar सन्धि

प्रश्न 1.
सन्धि किसे कहते हैं ? इसके कितने भेद हैं ?
उत्तर:
दो वर्गों के परिवर्तन सहित मेल को संधि कहते हैं;
जैसे-पर + उपकार = परोपकार, जगत् + ईश = जगदीश।

सन्धि के तीन भेद :
1. स्वर सन्धि : स्वरों का स्वरों के साथ मेल होने पर स्वरों में जो परिवर्तन होता है, उसे स्वर सन्धि कहते हैं;
जैसे-विद्या + अर्थी = विद्यार्थी (आ + अ = आ)।

2. व्यंजन सन्धि : व्यंजनों का व्यंजनों के साथ या स्वरों के साथ मेल होने पर व्यंजनों में जो परिवर्तन होता है, उसे व्यंजन सन्धि कहते हैं;
जैसे-तत् + लीन = तल्लीन (त् + ल = ल्ल), जगत् + अम्बा = जगदम्बा (त + अ = द)।

3. विसर्ग सन्धि : विसर्गों का स्वरों अथवा व्यंजनों के साथ मेल होने पर विसर्गों में जो परिवर्तन होता है, उसे विसर्ग सन्धि कहते हैं;
जैसे-निः+ आकार = निराकार। नि: + छल = निश्छल।

नोट : सन्धि के नियम और उसके विस्तृत उदाहरण स्मरण तालिका में देखिए।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran सन्धि

सन्धि :
समीपता के कारण दो अक्षरों या वर्गों में मेल हो जाने से उसमें जो विकार होता है, उसे सन्धि कहते हैं; जैसे-विद्या + आलय = विद्यालय। राका + ईश = राकेश।
सन्धि तीन प्रकार की होती है-
(क) स्वर सन्धि
(ख) व्यंजन सन्धि
(ग) विसर्ग सन्धि।

(क) स्वर सन्धि :
दो स्वरों में जो मेल होता है, उसे स्वर सन्धि कहा जाता है। जैसे-धर्म + अर्थ = धर्मार्थ। स्वर सन्धि के भेद इस प्रकार हैं

1. दीर्घ सन्धि
अ + अ = आ, अ + आ = आ
आ + अ = आ, आ + आ = आ
अधिक + अधिक = अधिकाधिक
खाद्य + अन्न = खाद्यान्न
स्थान + अन्तरण = स्थानान्तरण
दया + आनन्द = दयानन्द
देव + आलय = देवालय
राम + अवतार = रामावतार
दीर्घ + आयु = दीर्घायु
धर्म + अर्थ = धर्मार्थ
शास्त्र + अर्थ = शास्त्रार्थ
परम + आत्मा = परमात्मा
परम + अर्थ = परमार्थ
परा + अधीन = पराधीन
क्षुधा + आर्त = क्षुधात
पुरुष + अर्थ = पुरुषार्थ
श्रद्धा + अंजलि = श्रद्धांजलि
महा + आत्मा = महात्मा
विद्या + अर्थी = विद्यार्थी
अल्प + आहार = अल्पाहार
दीप + आवली = दीपावली
विद्या + आलय = विद्यालय
शिव + आलय = शिवालय
हिम + आलय = हिमालय
शरण + अर्थी = शरणार्थी
नर + इन्द्र = नरेन्द्र

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran सन्धि

इ+ इ = ई, इ + ई = ई
ई + इ = ई, ई + ई = ई
कवि + इन्द्र = कवीन्द्र
कवि + ईश्वर = कवीश्वर
मुनि + ईश्वर = मुनीश्वर
गिरि + ईश = गिरीश
परि + ईक्षा = परीक्षा
प्रति + ईक्षा = प्रतीक्षा
प्रति + एक = प्रत्येक
मही + ईश = महीश
रवि + इन्द्र = रवीन्द्र
रजनी + ईश = रजनीश
हरि + इच्छा = हरीच्छा
हरि + ईश = हरीश
सती + ईश = सतीश

उ+ उ = ऊ, उ + ऊ = ऊ
ऊ + उ = ऊ, ऊ + ऊ = ऊ
गुरु + उपदेश = गुरुपदेश
भानु + उदय = भानूदय
मनु + उपदेश = मनूपदेश
वधू + उत्सव = वधूत्सव
सिन्धु + उर्मि = सिन्धर्मि

ऋ+ ऋ = ऋ
पितृ + ऋद्धि = पितृद्धि
पितृ + ऋण = पितृण
मातृ + ऋण = मातृण

2. यण् सन्धि
इ, ई, उ,ऊ, ऋ से परे कोई अन्य स्वर हो तो इ, ई,को य, उ, ऊ को व् और ऋ को र हो जाता है; जैसे,
इ, ई + विजातीय स्वर-र्
अति + आवश्यक = अत्यावश्यक
उपरि + उक्त = उपर्युक्त
अति + अधिक = अत्यधिक
अति + अन्त = अत्यन्त
अति + आचार = अत्याचार
प्रति + एक = प्रत्येक
यदि + अपि = यद्यपि
इति + आदि = इत्यादि
प्रति + उपकार = प्रत्युपकार

उ, ऊ + विजातीय स्वर-व्
अनु + एषण = अन्वेषण
वधू + आगमन = वध्वागमन
मधु + अरि = मध्वरि
प्रति + उत्तर = प्रत्युत्तर
सु + अल्प = स्वल्प
सु + आगत = स्वागत

ऋ + विजातीय स्वर-र्
पितृ + अर्पण = पित्रर्पण
पितृ + आदेश = पित्रादेश

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran सन्धि

3. गुण सन्धि
यदि अ, आ से आगे इ, ई हों तो दोनों का ‘ए’ उ,ऊ हो तो दोनों का ‘ओ’ और ऋ हो तो दोनों का अर हो जाता है ; जैसे,

अ, आ + इ, ई = ए
उमा + ईश = उमेश
उप + इन्द्र = उपेन्द्र
गण + ईश = गणेश
गज + इन्द्र = गजेन्द्र
वीर + इन्द्र = वीरेन्द्र
धर्म + इन्द्र = धर्मेन्द्र
परम + ईश्वर = परमेश्वर
महा + इन्द्र = महेन्द्र
महा + ईश्वर = महेश्वर
देव + इन्द्र = देवेन्द्र
रमा + ईश = रमेश
महा + ईश = महेश
भारत + इन्दु = भारतेन्दु
राजा + इन्द्र – राजेन्द्र
सुर + इन्द्र = सुरेन्द्र
सुर + ईश = सुरेश

अ, आ + उ, ऊ = ओ
ईश्वर + उपासना = ईश्वरोपासना
गंगा + उदक = गंगोदक
चन्द्र + उदय = चन्द्रोदय
पर + उपकार = परोपकार
पुत्र + उत्सव = पुत्रोत्सव
भाग्य + उदय = भाग्योदय
महा + उदय = महोदय
महा + उत्सव = महोत्सव
हित + उपदेश = हितोपदेश
वीर + उचित = वीरोचित
सूर्य + उदय = सूर्योदय

अ, आ + ऋ = अर्
ग्रीष्म + ऋतु = ग्रीष्मर्तु
देव + ऋषि = देवर्षि
ब्रह्म + ऋषि ब्रह्मर्षि
महा + ऋषि = महर्षि

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran सन्धि

4. वृद्धि सन्धि
अ, आ से आगे ए, ऐ हों तो दोनों को ऐ, और ओ, औ हों तो दोनों को औ हो जाता है ; जैसे,

आ + ए, ऐ = ऐ
तथा + एव = तथैव
एक + एक = एकैक
तद + एव = तदैव
सदा + एव = सदैव
महा + ऐश्वर्य = महैश्वर्यवन + औषधि = वनौषधि
मत + एक्य = मतैक्य

अ, आ + ओ, औ = औ
जल + ओघ = जलौघ
दन्त + ओष्ठ = दन्तौष्ठ
महा + औषधि = महौषधि
परम + औदार्य = परमौदार्य

5. अयादि सन्धि ए, ऐ, ओ, औ, इनके आगे यदि इनसे भिन्न स्वर हो तो एक को अय, ऐ को आय, ओ को अव् और औ को आव हो जाता है ; जैसे-

ए + कोई स्वर = अय्
च + अन = चयन
ने + अन = नयन

ऐ + कोई स्वर = अय्
गै + अक = गायक
गै + अन = गायन
नै + अक = नायक

ओ + कोई स्वर = अव्
पो + अन = पवन
भो + अन = भवन

औ + कोई स्वर = आव्
पौ + अक = पावक
नौ + इक = नाविक
भौ + अक = भावुक

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran सन्धि

(ख) व्यंजन सन्धि :
व्यंजन के आगे स्वर या व्यंजन आने से जो सन्धि होती है, उसे व्यंजन सन्धि कहते हैं; जैसे जगत् + नाथ = जगन्नाथ। अन्य उदाहरण

1. च, छ, ज् परे होने पर त् को च ज हो जाता है
उत् + चारण = उच्चारण
सत् + जन = सज्जन
विपत् + जाल = विपज्जा
शरत् + चन्द्र = शरच्चन्द्र
सत् + चरित्र = सच्चरित्र
उत् + ज्वल = उज्ज्वल

2. ड् परे होने पर त् को ड् और ट् परे होने पर त् को ट् हो जाता है।
उत् + डयन = उड्डयन
बृहत् + टीका = बृहट्टीका

3. म.परे होने पर पहले वर्ण को उसका पाँचवाँ वर्ण हो जाता है।
उत् + नति = उन्नति
तत् + मय = तन्मय
उत् + नत = उन्नत
वाक् + मय = वाड्मय
उत् + मत्त = उन्मत्त
षट् + मास = षण्मास
जगत् + नायक = जगन्नायक
षट् + मुख = षण्मुख
जगत् + नाथ = जगन्नाथ
चित् + मय = चिन्मय

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran सन्धि

4. पूर्व वर्ण को तीसरा वर्ण
अप् + ज = अब्ज
तद् + भव = तद्भव
अच् + अन्त = अजन्त
तद् + रूप = तद्प
उत् + गार : उद्गार
दिक् + गज = दिग्गज
उत् + घाटन = उद्घाटन
दिक् + विजय = दिग्विजय
उत् + ज्वल = उज्वल
वाक् + ईश = वागीश
उत् + यान = उद्यान
भगवत् + भक्ति = भगवद्भक्ति
उत् + योग = उद्योग
विदत् + जन = विद्वज्जन
जगत् + ईश = जगदीश
सत् + गति = सद्गति
जगत् + बन्धु = जगबन्धु
सत् + भाव = सद्भाव
सत् + आनन्द = सदानन्द
सत् + जन = सज्जन
सत् + धर्म = सद्धर्म
षट् + आनन = षडानन

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran सन्धि

5. पूर्व त् को द् और आगे ह को पूर्व वर्ण का चौथा वर्ण हो जाता है।
उत् + हार = उद्धार
तत् + हित = तद्धित
उत् + हरण = उद्धरण
वाक् + हरि = वाग्घरि

6. पूर्व त् को च् और आगे के श् को छ हो जाता है।
उत् + शृंखल = उच्छृखल
तत् + शिव = तच्छिव
उत् + शिष्ट = उच्छिष्ट
विद्युत् + शक्ति = विधुच्छक्ति

7. स्वर के आगे छ जाने पर छ के साथ च भी आ जाता है।
आ + छादन = आच्छादन
वृक्ष + छाया = वृक्षच्छाया
परि + छेद = परिच्छेद
सन्धि + छेद = सन्धिच्छेद

8. पूर्व म् को अगले वर्ण का पाँचवाँ वर्ण हो जाता है।
अहम् + कार = अहंकार
सम् + चय = संचय
सम् + गति = संगति
सम् + तति = सन्तति
सम् + पूर्ण = सम्पूर्ण
सम् + जय = संजय
सम् + तोष = सन्तोष
सन् + कल्प = संकल्प

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran सन्धि

9. स, ल, र, व, श परे होने पर म् को अनुस्वार हो जाता है
सम् + सार = संसार
सम् + वाद = संवाद
सम् + लग्न = संलग्न
सम् + हार = संहार
सम् + योग = संयोग
सम् + सद् = संसद्
सम् + रक्षण = संरक्षण
सन् + शय = संशय
सम् + यम = संयम

10. ऋ, ष, र से परे न को ण हो जाता है।
ऋ+ न = ऋण
पोष् + अन = पोषण
तृष् + ना = तृष्णा
भर + अन = भरण
निर् + नय = निर्णय
भूष् + अन = भूषण
परि + नाम = परिणाम
निर् + मान = निर्माण

11. इ, उ से परे स को ष और ल परे होने पर त् को ल हो जाता है।
अभि + सेक = अभिषेक
वि + सम = विषम
नि + सेध = निषेध
सु + समा = सुषमा
नि + सिद्ध = निषिद्ध
सु + सुप्ति = सुषुप्ति
उत् + लंघन = उल्लंघन
तत् + लीन = तल्लीन
उत् + लास = उल्लास
उत् + लेख = उल्लेख

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran सन्धि

(ग) विसर्ग सन्धि :

पूर्व विसर्ग को ओ हो जाता है
मनः + अनुकूल = मनोनुकूल
यशः + अभिलाशी = यशोभिलाषी
मनः + अनुसार = मनोऽनुसार
यशः + अर्जन = यशोर्जन
तेजः + मय = तेजोमय
यशः + गान = यशोगान
तपः + वन = तपोवन
मनः + योग = मनोयोग
मनः + रंजन = मनोरंजन
मनः + हर = मनोहर
मनः + रथ = मनोरथ
मनः + रम = मनोरम

र परे होने पर पूर्व र का लोप और इ को ई हो जाता है
निर् + रव = नीरव
निर् + रज = नीरज
निर् + रोग = नीरोग
निर् + रस = नीरस

पूर्व विसर्ग को र हो जाता है।
दुः + ग = दुर्ग
निः + गुण = निर्गुण
दुः + गुण = दुर्गुण
नि: + आकार = निराकार
दुः + गति = दुर्गति
निः + विघ्न = निर्विघ्न
दुः + गन्ध = दुर्गन्ध
नि: + जन = निर्जन
दुः + बल = दुर्बल
निः + धन = निर्धन
दुः + आशा = दुराशा
‘निः + बल = निर्बल
दुः + गम = दुर्गम

श परे होने पर विसर्ग को श हो जाता है
दुः + शासन = दुश्शासन
निः + छल = निश्छल
दुः + चरित्र = दुश्चरित्र
निः + चय = निश्चय

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran सन्धि

प, क, ख फ परे होने पर विसर्ग को ष् हो जाता है
चतुः + पाद = चतुष्पाद
धनुः + टंकार = धनुष्टंकार
दुः + परिणाम = दुष्परिणाम
धनुः + पाणि = धनुष्पाणि

त, स, क के परे होने पर पूर्व विसर्ग को स् हो जाता है
अन्तः + तल = अन्तस्तल
नमः + ते = नमस्ते
दुः + तर = दुस्तर
नमः + कार = नमस्कार
निः + तार = निस्तार
पुरः + कार = पुरस्कार
निः + सन्देह = निस्सन्देह
श्रेयः + कर = श्रेयस्कर
उत्तर + अधिकारी = उत्तराधिकारी
निर् + दोष = निर्दोष

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran उपसर्ग तथा प्रत्यय

Punjab State Board PSEB 8th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar Upasarg Tatha Pratyay उपसर्ग तथा प्रत्यय Exercise Questions and Answers, Notes.

PSEB 8th Class Hindi Grammar उपसर्ग तथा प्रत्यय

1. उपसर्ग

प्रश्न 1.
उपसर्ग किसे कहते हैं? इसके कितने प्रकार हैं?
उत्तर:
जो शब्दांश या क्रिया के आरम्भ में जुड़ कर उसके अर्थ को बदल देते हैं, उन्हें उपसर्ग कहा जाता है।
जैसे-प्र + हार = प्रहार (हार + माला या हार जाना) प्रहार का अर्थ है-हमला या चोट करना। उपसर्ग के भेद- (i) संस्कृत उपसर्ग (ii) हिन्दी उपसर्ग (iii) उर्दू उपसर्ग।

(i) संस्कृत के उपसर्ग :

उपसर्ग अर्थ उदाहरण
प्र आगे, अधिक प्रारम्भिक, प्रबल, प्रसन्न, प्रगति, प्रवाहित
परा पीछे, उल्टा पराभव, पराजय, पराकाष्ठा
अप बुरा, हीन अपकार, अपमान, अपयश
सम पूर्ण, अच्छा संस्था, सम्मान, संगति, संस्कार, सम्पूर्ण
अनु समान, पीछे अनुरूप, अनुज, अनुकरण, अनुसन्धान
अव बुरा, नीचे अवगुण, अवनति, अवतरण
निस् बिना निश्चल, निश्चिन्त, निष्कपट
निर् बिना निर्बल, निर्जन, निर्धन, निर्माण
दुस् बुरा दुष्कर्म, दुश्चरित्र, दुस्साहस
दुर् बुरा, कठिन दुर्दशा, दुर्जन, दुर्गम
वि भिन्न, विशेष वितरित, वियोग, विदेश, विज्ञान, विशेष
तक, से लेकर, उल्टा आजन्म, आचरण, आश्रम, आकुल
नि अभाव, विशेष निवारण, नियुक्त, निधन
अधि ऊपर अधिकार, अधिपति, अध्यक्ष
अति अच्छा, ऊपर अत्युत्तम, अत्यन्त, अतिकाल
सु अच्छा , सरल सुडौल, सुअवसर, सुगम
उत् ऊपर उत्पन्न, उद्धार, उत्कर्ष, उन्मुक्त
अभि सामने अभिमुख, अभ्यागत, अभिमान
प्रति सामने, उल्टा प्रत्यक्ष, प्रतिकूल, प्रत्येक
परि सब ओर परिजन, परिक्रमा, परिपूर्ण
उप निकट, गौण उपकार, उपमान, उपमन्त्री

(ii) हिन्दी के उपसर्ग :

उपसर्ग अर्थ उदाहरण
अन रहित अनमोल, अनजान, अनबन
नि रहित निडर, निहत्था
अध आधा अधमरा, अधखिला
रहित औगन, औतार, औघट
भर पूर भरपूर, भरपेट
उल्टा, विरुद्ध असत्य, अगम, अचर
सह साथ, सरल सहचर, सहयोग, सहकारी
कु बुरा कुपुत्र, कुयोग, कुकर्म
सत अच्छा सत्कर्म, सज्जन, सदाचार
स्व अपना स्वदेश, स्वतन्त्र

(iii) उर्दू के उपसर्ग :

उपसर्ग अर्थ उदाहरण
कम हीन, थोड़ा कम उम्र, कमज़ोर, कम्बख्त, कमसिन
खुश श्रेष्ठता खुशबू, खुशकिस्मत, खुशहाल, खुशखबरी, खुशनसीबी, खुशमिजाज
गैर निषेध गैर-हाज़िर, गैर-कानूनी, गैर-मुमकिन
ना अभाव नामुमकिन, नापसन्द, नाराज़, नालायक,नाचीज़, नादान, नासमझ
बद बुरा बदमाश, बदनाम, बदकिस्मत, बदबू, बदहज़मी, बदनीयत।
बे बिना बेकाम, बेइमान, बेवकूफ, बेनाम, बेकसूर, बेचारा, बेइज्जत, बेकार, बेअक्ल
ला बिना लाचार, लाजवाब, लापरवाह, लापता, लावारिस
सर मुख्य सरकार, सरपंच, सरदार, सरताज, सरगना
हम बराबर, समान हमउम्र, हमदर्दी, हमराह, हमवतन, हमपेशा

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran उपसर्ग तथा प्रत्यय

2. प्रत्यय

प्रश्न 1.
प्रत्यय किसे कहते हैं और इसके कितने भेद हैं ?
उत्तर:
जो शब्दांश धातु या शब्द के अन्त में जुड़ कर उसके रूप को बदल देते हैं, उन्हें प्रत्यय कहा जाता है।
प्रत्यय के भेद-
(1) तिडन्त प्रत्यय
(2) कृदन्त
(3) तद्धित
(4) स्त्री प्रत्यय।

1. तिडन्त : जो धातु के साथ लगकर क्रिया बनाते हैं, उसे तिडन्त प्रत्यय कहते हैं ; जैसे-जान से गया, जाएगा, जाता हुआ।
2. कृदन्त : जो धातु के साथ लगकर शब्द लगाए , उसे कृदन्त प्रत्यय कहते हैं; जैसे-गायक (गौ + अक), लड़ाई (लड़ + आई) आदि। .
3. तद्धित : जो शब्द के साथ लगकर नवीन शब्दों का निर्माण करें उसे तद्धित प्रत्यय कहते हैं ; जैसे-कोमल, कोमलता, मृदु-मृदुता, सुनार (सुन + आर), लठैत, सपेरा आदि।
4. स्त्री प्रत्यय : जो शब्द के अन्त में जुड़ कर स्त्रीलिंग बना देते हैं ; जैसे ई, आ, इन, नी, आनी आदि। पुत्री, बाला, धोबिन, मोरनी, पण्डितानी।

प्रश्न 2.
उपसर्ग और प्रत्यय का भेद दो-दो उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
उपसर्ग शब्द के आदि में लगकर उसके अर्थ को बदल देता है, जबकि प्रत्यय शब्द के अन्त में लगकर उसके अर्थ को बदल देता है ; जैसे-उपसर्ग :
(i) भाव (विचार) से प्रभाव (प्र + भाव) = असर।
(ii) हार (माला) से प्रहार (प्र + हार) = चोट, हमला।
प्रत्यय :
(i) ईर्ष्या (डाह) से ईर्ष्यालु (डाह) करने वाला।
(ii) पाठ, (सबक) से पाठक (पढ़ने वाला)।

अति लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
निम्नलिखित शब्दों से उपसर्ग और प्रत्यय अलग-अलग कर के लिखिए-
निराधार, परीक्षा, थानेदार, पराधीन, चालक, व्यावहारिक, प्रचार, नीरस, अत्यन्त, हार्दिक, प्रगति, थकावट।
उत्तर:

शब्द उपसर्ग प्रत्यय
निराधार निर
परीक्षा परी
थानेदार दार
पराधीन परा
चालक
व्यावहारिक इक
प्रचार प्र
नीरस निर्
अत्यन्त अति
हार्दिक
प्रगति प्र
थकावट आवट

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran उपसर्ग तथा प्रत्यय

प्रश्न 2.
निम्नलिखित प्रत्यय लगाकर एक-एक शब्द की रचना करो
(क) ई, (ख) नी, (ग) वाला, (घ) मान, (ङ) इक, (च) ता, (छ) त्व, (ज) इत, (झ) पा, (ञ) वट।
उत्तर:
प्रत्यय – शब्द
(क) ई – बेटी
(ख) नी – मोरनी
(ग) वाला – दूध वाला
(घ) मान – शाक्तिमान
(ङ) इक – वैदिक
(च) ता – जीता
(छ) त्व – पशुत्व
(ज) इत – क्रोधित
(झ) पा – मोटापा
(ञ) वट – बनावट

प्रश्न 3.
उपसर्ग ‘अध’ लगाकर शब्द बनाएँमरा, खिला।
उत्तर:
अधमरा, अधखिला

प्रश्न 4.
निम्नलिखित प्रत्ययों की सहायता से दो-दो शब्द बनाइएइया, मान, वान, आइट।
उत्तर:
इया – खटिया, लुटिया।
मान – बुद्धिमान् शाक्तिमान।
वान – बलवान, दयावान।
आहट – खड़खड़ाहट, चिकनाहट।

प्रश्न 5.
वाला-प्रत्यय लगाकर शब्द बनाएँमिठाई, दूध, सब्जी।
उत्तर:
मिठाई वाला, दूध वाला, सब्जी वाला।

प्रश्न 6.
इक-प्रत्यय लगाकर शब्द बनाएँसंसार, बुद्धि, शरीर।
उत्तर:
सांसारिक, बौद्धिक, शारीरिक।

प्रश्न 7.
ई-प्रत्यय लगाकर शब्द बनाएँघमण्ड, सच्चा, लोभ।
उत्तर:
घमण्डी, सच्चाई, लोभी।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran उपसर्ग तथा प्रत्यय

प्रश्न 8.
ईय-प्रत्यय लगाकर शब्द बनाएँदर्शन, भारत, स्वर्ग, पुस्तक, राष्ट्र।
उत्तर:
दर्शनीय, भारतीय, स्वर्गीय, पुस्तकीय, राष्ट्रीय।

प्रश्न 9.
हार-प्रत्यय लगाकर शब्द बनाएँपालन, होन, तारण।
उत्तर:
पालनहार, होनहार, तारणहार।

प्रश्न 10.
इत-प्रत्यय लगाकर शब्द बनाएँक्रोध, सम्बन्ध।
उत्तर:
क्रोधित, सम्बन्धित।

प्रश्न 11.
मय-प्रत्यय लगाकर शब्द बनाएँमंगल, करुणा, दुःख।
उत्तर:
मंगलमय, करुणामय, दुःखमय।

प्रश्न 12.
ता-प्रत्यय लगाकर शब्द बनाएँप्रौढ़, क्रूर, प्रसन्न।
उत्तर:
प्रौढ़ता, क्रूरता, प्रसन्नता।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran उपसर्ग तथा प्रत्यय

प्रश्न 13.
इक-प्रत्यय लगाकर शब्द बनाएँधर्म, इतिहास, वेद, अंश।
उत्तर:
धार्मिक, ऐतिहासिक, वैदिक, आंशिक।

प्रश्न 14.
‘अनु’ उपसर्ग लगाकर निम्नलिखित शब्द बनाइए (कोई एक)शासन, मान, ज।
उत्तर:
(i) अनुशासन
(ii) अनुमान
(iii) अनुज।