PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 21 उपकार का फल

Punjab State Board PSEB 3rd Class Hindi Book Solutions Chapter 21 उपकार का फल Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 21 उपकार का फल

Hindi Guide for Class 3 PSEB उपकार का फल Textbook Questions and Answers

अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर

I. बताओ

1. भेड़िये का स्वभाव कैसा था ?
उत्तर-
भेड़िया बहुत परोपकारी स्वभाव का था।

2. मित्र जानवर भोजन करने को क्यों व्याकुल थे ?
उत्तर-
बहुत दिनों के बाद जानवरों को इतनी अधिक मात्रा में भोजन खाने को मिल रहा था इसीलिए वे सभी भोजन करने को व्याकुल थे।

3. अजनबी जानवरों के संकट और भूख को देखकर भेड़िये ने क्या कहा?
उत्तर-
अजनबी जानवरों के संकट और भूख को देखकर भेड़िये ने कहा, “कोई बात नहीं, सौभाग्यवश हम भोजन कर ही रहे हैं, आप भी भोजन कर लीजिए”।

4. भेड़िये ने जब अजनबी जानवरों को भोजन करने को कहा तो मित्र जानवरों को गुस्सा क्यों आया ?
उत्तर-
वास्तव में भेड़िये व उसके मित्रों को बहुत दिनों के पश्चात् भर पेट भोजन करने को मिल रहा था। उस पर भेड़िये ने उसी भोजन में से दूसरे अजनबी जानवरों को भी खाने को कह दिया तो मित्र जानवरों को भेड़िये की इस बात पर गुस्सा आया।

5. मित्र जानवर नंदन वन छोड़कर क्यों चले गए?
उत्तर-
नंदन वन में बीमारी फैल गई थी, जिससे सभी जानवर मरने लगे थे। अपनी जान बचाने के लिए नंदन वन के जानवर वन छोड़कर चले गए।

6. हिरण ने उन्हें जंगल में जाने क्यों नहीं दिया ?
उत्तर-
हिरण को जंगल के स्वामी शेर का हुक्म था कि इस जंगल में बाहर के जंगल का कोई भी जानवर न आने पाए। इसी आज्ञा का पालन करते हुए हिरण ने उन्हें जंगल में प्रवेश करने नहीं दिया।

7. शेर ने मित्र जानवरों को जंगल में रहने की अनुमति क्यों दी?
उत्तर-
शेर को जब एक जानवर ने आकर बताया कि ये वही मित्र जानवर हैं जिन्होंने संकट के समय हमारी मदद की थी तो शेर ने खुशी-खुशी उनकी सहायता करना मान लिया और उन्हें जंगल में रहने की अनुमति दे दी।

II. उपयुक्त शब्द चुनकर वाक्य पूरे करो

संकट, इकट्ठा, परोपकारी, गुस्सा, मित्रता कर्त्तव्य, एहसान।
1. भेड़िया बहुत ही ……………………….. स्वभाव का था।
2. वे भोजन ……………………….. ही करते थे।
3. मित्र जानवरों को भेड़िये पर ……………………….. आया किन्तु ……………………….. के कारण वे कुछ न कह पाये।
4. हमें ……………………….. के समय दूसरों की मदद करनी | चाहिए।
5. मित्रो ! यह हमारा ……………………….. नहीं बल्कि ……………………….. था।
उत्तर-
1. परोपकारी
2. इकट्ठा
3. गुस्सा, मित्रता
4. संकट
5. एहसान, कर्तव्य।

III. वाक्य बनाओ

खाली हाथ लौट आना = निराश वापिस आ जाना।
मुँह पर ताला लग जाना = चुप्पी साध लेना /जवाब न सूझना।
एक टक देखना = लगातार देखना।
चेहरा खिल उठना = खुश होना।
मँह में पानी भर आना = ललचाना।
उत्तर-
(i) खाली हाथ लौट आना = निराश वापिस आ जाना-मोहन फल खरीदने बाजार गया था लेकिन बाजार बन्द होने के कारण मोहन को खाली हाथ ही लौट आना पड़ा।
(ii) मुँह पर ताला लग जाना = चुप्पी साध लेना-सेठ की खरी-खोटी बातें सुनकर नौकर के मुँह पर ताला लग गया।
(iii) एक टक देखना= लगातार देखना सभी बच्चे जादूगर को एकटक देख रहे थे।
(iv) चेहरा खिल उठना = खुश होना अध्यापक के मुँह से अपनी प्रशंसा सुनकर मोहन का चेहरा खिल उठा।
(v) मुँह में पानी भर आना = ललचाना-पके अंगूरों के गुच्छे देखकर लोमड़ी के मुँह में पानी भर आया।

IV. शब्द में से शब्द ढूँढ़ कर लिखो –
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 21 उपकार का फल 1
चौकोर खानों में से जंगली जानवरों के नाम ढूँढ़कर सामने लिखो-
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 21 उपकार का फल 2
उत्तर-
जंगली जानवरों के नाम –
(i) हिरण
(ii) चीता
(iii) शेर
(iv) बाघ
(v) हाथी
(vi) बंदर
(vii) भेड़िया
(viii) लोमड़ी
(ix) लंगूर
(x) भालू

V. बोलियों का मिलान करो

शेर चिंघाड़ना
चीता डकारना
बंदर रंभाना
भैंस किलकिलाना
गाय हिनहिनाना
सूअर दहाड़ना
हाथी हुरड़-हुरड़
घोडा गुर्राना।

उत्तर-

जानवर बोली
(i) शेर दहाड़ना।
(ii) चीता गुर्राना।
(iii) बंदर किलकिलाना।
(iv) भैंस डकारना।
(v) गाय रंभाना।
(vi) सूअर हुरड़-हुरड़।
(vii) हाथी चिंघाड़ना।
(viii) घोड़ा हिनहिनाना।

VI. लिंग बदलो

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 21 उपकार का फल 3
उत्तर-
पुल्लिग शब्द – स्त्रीलिंग शब्द
(i) शेर = शेरनी।
(ii) हिरण = हिरणी।
(iii) रीछ = रीछनी।
(iv) ऊँट = ऊँटनी।
(v) साँप = साँपिन।
(vi) बाघ = बाघिन।
(vii) हाथी = हथिनी।
(viii) सियार = सियारिन।

उपकार का फल Summary & Translation in Hindi

पाठ का सार

नंदन वन में बहुत से जानवर रहते थे। उन सबमें आपस में खूब दोस्ती थी। भेड़िया भी उन्हीं में से एक था। वह बड़ा दयालु और परोपकारी स्वभाव का था। दूसरों की सहायता के लिए वह हर समय तैयार रहता था। एक और जानवरी का उनकी लिए आहार मिल नहीं रहा था। सभी जानवर भोजन की तलाश में जंगल में घूमते रहे और जिन्हें भी जो कुछ मिला वे इकट्ठा करके ले आए ताकि शाम के समय सभी मिल कर खा सकें। भेड़िया उस दिन सबसे बड़ा शिकार लाया था जिसे देखकर दूसरे जानवरों के मुँह में भी पानी आ गया।

सॅभी ने सोचा कि चलो आज तो सब पेट भर कर खाना खाएंगे। अभी उन्होंने भोजन करना शुरू किया ही था कि भेड़िये की नज़र अपनी ओर आ रहे कुछ अजनबी जानवरों की ओर पड़ी। अजनबी जानवर जब भेड़िये के पास आए तो भेड़िये ने उनसे पूछा कि आपको पहले कभी इस वन में नहीं देखा। क्या आप किसी दूसरे जंगल से आए हो। उन जानवरों ने अपनी कहानी सुनाते हुए बताया कि शिकारी कई दिनों से हमारे जंगल में जानवरों का शिकार कर रहे हैं और हम अपनी जान बचाते हुए घूम रहे हैं। भेड़िये ने उन्हें कहा कि घबराने की कोई बात नहीं। हम लोग भोजन कर रहे हैं आप भी भोजन कर लीजिए। भेड़िये के इस व्यवहार से दूसरे साथियों को बहुत गुस्सा आया लेकिन दोस्ती के कारण किसी ने कुछ न कहा। कुछ दिन रहने के बाद वे अजनबी जानवर वापिस अपने जंगल लौट गए।

कुछ समय बाद एक बार नंदन वन में बीमारी फैल गई। बीमारी के कारण जंगल के जानवर मरने लगे। जानवर जंगल छोड़कर दूसरे किसी स्थान की खोज में जाने लगे। घूमते-घूमते वे एक जंगल में पहुँचे। जंगल में आते ही हिरण ने उन्हें रोक लिया और कहा, “इस जंगल में बाहर के जानवर यहाँ नहीं आ सकते।” भेड़िये ने मदद के लिए प्रार्थना की तो हिरण ने कहा हमारे स्वामी शेर की आज्ञा है और मैं उसके हुक्म की अनदेखी नहीं कर सकता। भेड़िया और उसके साथी अभी कुछ सोच ही रहे थे कि एक जानवर ने उन्हें पहचान कर उनके आने का कारण पूछा। भेड़िये ने उसे सारी बात बताई। वह अपने स्वामी शेर के पास गया और सारी बात बताई। शेर ने उनकी सहायता के लिए हाँ कह दी तो वह उन्हें अपने साथ जंगल में ले आया।

जंगल के सभी जानवरों ने उनकी खूब सेवा की। भेड़िये के मित्र जानवर सोचने लगे कि यह भेड़िये की परोपकारिता का ही परिणाम है कि आज उनकी इतनी सेवा हो रही है। कुछ दिन रहने के बाद भेड़िया और उसके मित्रों ने वापिस अपने घर (जंगल) लौटने की इच्छा की। भेड़िये ने उनका धन्यवाद करते हुए कहा कि संकट के समय हमारी सहायता करके आपने हम पर एहसान किया है। हम आपके बहुत आभारी हैं। अब हमें विदा दो। इस पर जंगल के जानवरों ने कहा कि मित्रो यह हमारा एहसान नहीं बल्कि कर्त्तव्य था। जिस प्रकार आपने हमारी सहायता की थी उसी प्रकार हमने तुम्हारी सहायता करके अपना कर्तव्य निभाया है। भेडिया और उसके साथी वापिस जंगल लौट आए।

कठिन शब्दों के अर्थ

सौभाग्यवंश = किस्मत से; अच्छे भाग्य से।
मित्रता = दोस्ती।
परोपकारी = दूसरों का उपकार करने वाला, हितैषी।
स्वभाव = आदत।
सहायता = मदद।
मुकाबले = तुलना में।
मुताबिक = अनुसार।
भरपेट = पेट-भर कर।
तलाश = खोज।
संध्या = सांझ, शाम के बाद का समय।
परवाह = चिन्ता।
मुँह में पानी भर आया = इच्छा तेज़ होना, लार टपकना।
चेहरा खिल उठा = प्रसन्न हो गए।
ओर = तरफ।
अजनबी = अन्जान, न जान-पहचान वाले।
सौभाग्यवश = किस्मत से, अच्छे भाग्य से।
एकटक = लगातार ।
वन = जंगल।
अन्य = दूसरा ।
सेवा = सहायता।
सौभाग्य = अच्छी किस्मत।
सताए हुए = पीड़ित, दुःखी।
संकट : मुसीबत, मुश्किल।
मदद = सहायता।
मुँह को ताला लगना = चुप हो जाना।
तलाश = खोज।
प्रवेश = दाखिल।
स्वामी = मालिक।
आज्ञा = हुक्म।
उल्लंघन = आदेश न मानना।
वृत्तांत = किस्सा, कहानी।
अवश्य = ज़रूर।
आदेश = हुक्म ।
अनुमति = आज्ञा, इजाज़त।
परिणाम = नतीजा, फल।
विदा = जाना।
एहसान = उपकार, भलाई।
कर्त्तव्य = ज़िम्मेदारी, दायित्व ।
वृत्तांत = कहानी।

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 20 होनहार बालक चंद्रगुप्त

Punjab State Board PSEB 3rd Class Hindi Book Solutions Chapter 20 होनहार बालक चंद्रगुप्त Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 20 होनहार बालक चंद्रगुप्त

Hindi Guide for Class 3 PSEB होनहार बालक चंद्रगुप्त Textbook Questions and Answers

अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर

I. बताओ –

1. नंद वंश के सर्वनाश के लिए चाणक्य को कैसे बालक की तलाश थी ?
उत्तर-
नंद वंश का सर्वनाश करने के लिए चाणक्य को तेजस्वी, पराक्रमी और वीर बालक की तलाश थी।

2. बालक चन्द्रगुप्त बचपन से ही कैसा था ?
उत्तर-
बालक चन्द्रगुप्त बचपन से ही बड़ा साहसी, निडर और न्यायकर्ता था। वह बालकों की टोली का राजा बनता था।

3. दोनों मित्र जनपद पर झगड़ा क्यों कर रहे थे ?
उत्तर-
दोनों मित्र झगड़ रहे थे। एक कह रहा था यात्रा पर जाने से पहले मैंने इसे सोने की मोहरें दी थीं यह उन्हें लौटा नहीं रहा। दूसरा अपने हाथ की छड़ी अपने मित्र को थमाते हुए कहता था कि मैंने मोहरें लौटा दी हैं।

4. बालक चन्द्रगुप्त ने न्याय कैसे किया ?
उत्तर-
बालक चन्द्रगुप्त समझ गया कि सोने की मोहरें छड़ी के अन्दर हैं। उसने वह छड़ी तुरन्त मोहरों के असली मालिक को दे दी।

5. क्या यही बालक मगध का भावी सम्राट बन पाया ?
उत्तर-
हाँ, यही बालक आगे चलकर मगध का सम्राट् बना और चन्द्रगुप्त मौर्य के नाम से प्रसिद्ध हुआ।

II. वाक्यों में प्रयोग करो –

सर्वनाश, उत्सुकता, जनपद, तीक्ष्ण बुद्धि, गुप्तचर, प्रस्थान, भावी।
उत्तर-
सर्वनाश-भूचाल ने कुछ ही क्षणों में सर्वनाश कर दिया था।
उत्सुकता-सभी जादूगर की ओर उत्सुकता से देख रहे थे।
जनपद-जनपद में दो व्यक्ति झगड़ रहे थे।
तीक्ष्ण बुद्धि-चन्द्रगुप्त बचपन से ही तीक्ष्ण बुद्धि बालक था।
गुप्तचर-कश्मीर में पाक गुप्तचरों का जाल फैला है।
प्रस्थान-मैं कल यहाँ से प्रस्थान कर जाऊँगा।
भावी-भावी प्रधानमंत्री कौन होगा, कहना कठिन है।

III. वाक्य पूरे करो-

(i) नंद के राज्य का …………………………. करूँगा।

(ii) आज हम खुले दरबार में ………………………….. करेंगे।

(iii) दीन दुःखियों की सहायता ………………………….. से तुरन्त की जाए।
उत्तर-
(i) नंद के राज्य का सर्वनाश करूँगा।
(ii) आज हम खुले दरबार में न्याय करेंगे।
(iii) दीन दुःखियों की सहायता राजकोष से तुरन्त की जाए।

IV. वाक्य बनाओ

1. सौगन्ध खाना (कार्य करने की प्रतिज्ञा लेना) हम सब सौगन्ध खाते हैं कि हम अपने देश की रक्षा में मर मिटेंगे।
2. नींव रखना (कार्य का आधार बनाना)-नेता जी ने हमारे गाँव में विद्यालय निर्माण की आज नींव रख दी।
3. मुट्ठी भींचना (किसी बात को लेकर मन में जोश आना)-शत्र को देखते ही हम सब मुट्ठी भींचकर आगे बढ़ गए थे।

V. पढ़ो और समझो

मान = अपमान
शान्ति = अशान्ति
न्याय = अन्याय
सुख = दु:ख।
निर्देश-ये विपरीतार्थक शब्द जोड़े हैं। विद्यार्थी इनके अर्थों को समझें।

‘क’ में बॉक्स में दिये शब्द का विपरीत शब्द ‘ख’ भाग में से ढूँढ़कर बॉक्स बनाओ

1. किसी का अपमान मत करो 1. हमें समाज में अशांति नहीं फैलानी चाहिए।
2. हमें अपना काम ईमानदारी से करना चाहिए। 2. राजा की अवज्ञा कौन कर सकता है?
3. उचित कार्य करने पर पुरस्कार मिलेगा 3. सभी का सम्मान करो।
4. यह राजा की आज्ञा है। 4. अनुचित कार्य करने पर दंड मिलेगा।
5. कक्षा में शांति से बैठो। 5. हमें किसी के साथ बेईमानी नहीं करनी चाहिए।

उत्तर-

1. किसी का अपमान मत करो। 1. सभी का सम्मान करो।
2. हमें अपना काम ईमानदारी से करना चाहिए। 2. हमें किसी के साथ बेईमानी नहीं करनी चाहिए।
3. उचित कार्य करने पर पुरस्कार मिलेगा। 3. अनुचित कार्य करने पर दंड मिलेगा।
4. यह राजा की आज्ञा है। 4. राजा की अवज्ञा कौन कर सकता है?
5. कक्षा में शांति से बैठो। 5. हमें समाज में अशांति नहीं फैलानी चाहिए।

VI. निम्नलिखित शब्दों के सामने दिए गए ब्लैक बोर्ड में समान अर्थ वाले शब्द छिपे हैं, उन्हें ढूँढ़कर सही शब्द के आगे लिखो –

साहस : शूरता शौर्य
झगड़ा: …………………………….. ……………………………..
ब्राह्मण: …………………………….. ……………………………..
सम्राट: …………………………….. ……………………………..
कोष: …………………………….. ……………………………..
क्रोध: …………………………….. ……………………………..
वृद्ध: …………………………….. ……………………………..
लड़ाई: …………………………….. ……………………………..
खजाना: …………………………….. ……………………………..
मित्र: …………………………….. ……………………………..

उत्तर-

साहस शूरता शौर्य
झगड़ा तकरार
ब्राह्मण विप्र वामन
सम्राट राजा नृप
कोष भंडार
क्रोध गुस्सा रोष
वृद्ध बूढ़ा वयोवृद्ध
मित्र सखा दोस्त

VII. शब्द के जोड़ों(शब्द-युग्म)को ‘और’ लगाकर लिखिए और उनके अर्थ समझो

दीन-दुःखियों दीन और दुःखियों
राजा-प्रजा ……………………..
माता-पिता ……………………..
लालन-पालन ……………………..
उत्तर-
(i) दीन-दुःखियों दीन और दुःखियों।
(ii) राजा-प्रजा राजा और प्रजा।
(iii) माता-पिता माता और पिता।
(iv) लालन-पालन लालन और पालन।

होनहार बालक चंद्रगुप्त Summary & Translation in Hindi

पाठ का सार
चाणक्य और उसका मित्र वररुचि मंच पर आते हैं। चाणक्य कहता है कि मैं नंद वंश का सर्वनाश कर दूंगा। मैं ऐसे वीर बालक की खोज में हूँ जो नंद वंश को खत्म करके एक मज़बूत साम्राज्य कायम कर सके। सामने से बालकों की टोली आती है। उसमें एक बालक राजा बना हुआ है। वह टीले पर ही अपना दरबार लगा देता है। वह झगड़ रहे दो व्यक्तियों का न्याय करता है। चाणक्य उस बालक से बहुत प्रभावित हुआ। ब्राह्मण वेश में चाणक्य आकर कहता है-महाराज, मैं बहुत बूढ़ा हूँ। एक गाय मिल जाए तो परिवार का पालन-पोषण कर सकता हूँ। बालक ने कहा| मैदान में बहुत सी गाएँ चर रही हैं, जितनी चाहो ले जाओ। तुम्हें किसी का डर नहीं।

बालक महामन्त्री से कहता है कि राजकोष से दीन-दुःखियों की सहायता की जाए। चाणक्य यह | सुन वररुचि से कहता है शीघ्र चलो। मैं इस बालक के माता-पिता से मिलना चाहता हूँ। मैं इसे तक्षशिला ले जाऊँगा। इसकी पढ़ाई की व्यवस्था करूँगा। यही बालक चंद्रगुप्त आगे चल कर मगध का सम्राट बना।

कठिन शब्दों के अर्थ

गुप्तचर = जासूस।
जनपद = बस्ती।
वन = जंगल।
प्रदेश = इलाका।
दृश्य = नज़ारा।
मंच = स्टेज।
क्रोध = गुस्सा।
अपमान = बेइज्जती।
शिखा = चोटी।
स्पर्श = छूना।
सर्वनाश = सब कुछ नष्ट होना।
संभव = मुमकिन।
तेजस्वी = प्रतापी।
पराक्रमी = बलशाली ।
सशक्त = ताकतवर।
साम्राज्य = सल्तनत।
अत्यंत = बहुत ।
प्रभावशाली = असर वाला।
एकत्र = इकट्ठा।
उत्सुकता = जिज्ञासा।
कल्याण = भला।
प्रस्तुत = उपस्थित ।
जनपद = शहर।
विनम्रता = विनयशीलता।
सौगंध= शपथ।
वृत्तांत = ब्यौरा ।
आश्चर्य = हैरानी।
राजकीय कोष = शाही खज़ाना।
प्रस्थान = चलना, कूच करना।
तीक्षण = तीव्र।
भावी = आगे आने वाला।
भूमिका = भेष बदलना।

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 19 शिष्टाचार

Punjab State Board PSEB 3rd Class Hindi Book Solutions Chapter 19 शिष्टाचार Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 19 शिष्टाचार

Hindi Guide for Class 3 PSEB शिष्टाचार Textbook Questions and Answers

अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर ।

I. बताओ

1. शिष्टाचार क्या होता है ?
उत्तर-
दूसरे लोगों के साथ सभ्य और अच्छा व्यवहार ही शिष्टाचार है।

2. शिष्ट व्यक्तियों से जब कोई गलती हो जाती है तो वे क्या करते हैं ?
उत्तर-
शिष्ट व्यक्तियों से जब कोई गलती हो जाती है तो वे खेद प्रकट करते हुए सहज ही अपनी गलती स्वीकार करते हैं।

3. स्कूल बस में किस तरह चढ़ना और उतरना चाहिए ?
उत्तर-
स्कूल बस में चढ़ते और उतरते समय धक्का मुक्की नहीं करनी चाहिए बल्कि लाइन बनाकर चढ़ना और उतरना चाहिए।

4. कक्षा में किस तरह बैठना चाहिए ?
उत्तर-
कक्षा में सीधा और ध्यानपूर्वक बैठना चाहिए।

5. प्रार्थना सभा में हमें कैसे खड़े होना चाहिए ?
उत्तर-
प्रार्थना सभा में हमें पंक्ति बनाकर तथा हाथ जोड़कर खड़े होना चाहिए।

II. सही शब्द चुनो और वाक्य पूरे करो

कृपया, मिलकर, झूठ, क्षमा, पंक्ति

1. अपनी गलती मान लेने वाले को ………….. कर देना चाहिए।

2. अच्छे बच्चे किसी से कोई चीज़ माँगते समय …………….. शब्द का प्रयोग करते हैं।

3. अच्छे बच्चे सबसे ………………… रहते हैं।

4. हमें …………… नहीं बोलना चाहिए।

5. हमें प्रार्थना सभा में ………………. बनाकर चलना चाहिए।
उत्तर-
(1) क्षमा
(2) कृपया
(3) मिलकर
(4) झूठ
(5) पंक्ति ।

III. सही शब्दों के जोड़े मिलाओ

माँगी वस्तु मानना
हाथ बैठना।
प्रणाम सुनना
धीरे रखना
शान्तिपूर्वक बोलना।
ध्यानपूर्वक जोड़ना
सफ़ाई लौटाना
आज्ञा करना

उत्तर-

माँगी वस्तु लौटाना।
हाथ जोड़ना।
प्रणाम करना।
धीरे बोलना।
शान्तिपूर्वक बैठना।
ध्यानपूर्वक सुनना।
सफ़ाई रखना।
आज्ञा बैठना

IV. श्रुत लेख
धन्यवाद, व्यवहार, वापिस, पेंसिल, अहसास, धक्कामुक्की, उंगलियाँ, शिकायत, शिष्टाचार, उत्तर, बिल्कुल।
उत्तर-
विद्यार्थी इन शब्दों को अपनी उत्तरपुस्तिका में लिखने का अभ्यास करें।

V. संयुक्त अक्षर से नया शब्द बनाओ –

शब्द संयुक्त अक्षरनया शब्द
अक्सर क्स बक्सा
तुम्हारी म्ह ……………………………………..
व्यवहार व्य ……………………………………..
छुट्टी दद ……………………………………..
जल्दबाजी ल्द ……………………………………..
धक्का क्क ……………………………………..

उत्तर –

 शब्द संयुक्त अक्षर नया शब्द
(i) अक्सर क्स बक्सा ।
(ii) तुम्हारी म्ह लम्हें।
(iii) व्यवहार व्य व्यापार।
(iv) छुट्टी दद भट्टी।
(v) जल्दबाजी ल्द हल्दी।
(vi) धक्का क्क पक्का ।

चौकोर खाने में दिए गए शब्दों/ शब्दांशों की सहायता से समान अर्थ वाले शब्दों को लिखो। बाएँ से दाएँ –

1. मौका
3. बिना कुछ कहे सुने अर्थात् मौन रहकर
7. अन्दर का विपरीत शब्द
4. स्कूल।

ऊपर से नीचे
1. पढ़ाने वाला
2. कृपा करके
5. बहानेबाज़ी
6. जिसे स्कूल में चपड़ासी बजाता है।
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 19 शिष्टाचार 1
उत्तर
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 19 शिष्टाचार 2

शिष्टाचार Summary & Translation in Hindi

पाठ का सार

सभ्य आचरण और अच्छा व्यवहार ही शिष्टाचार कहलाता है। जीवन में इसका बहुत महत्त्व है। बातचीत करते समय सभी को एक-दूसरे से शिष्टाचार से बात करनी चाहिए। छोटों को बड़ों से और बड़ों को छोटों से बात करते समय शिष्टाचार का ध्यान रखना चाहिए। यदि किसी से कोई वस्तु लेनी हो तो कृपया’ शब्द का प्रयोग करें और जब वस्तु मिल जाए तो ‘धन्यवाद’ करना चाहिए। किसी से कोई चीज़ लेकर उसे वापिस न करना, टालमटोल करना, झूठ बोलना और किसी की कोई चीज़ चुराना, बुरी बातें हैं। अपनी गलती को मान लेना शिष्टाचार की मुख्य निशानी है।

छुट्टी या आधी छुट्टी के समय कुछ बच्चे धक्का मुक्की करते हैं। स्कूल बस में चढ़ते या उतरते समय भी कुछ बच्चे एक-दूसरे को धक्का मारते हुए भागते हैं। यह शिष्टाचार नहीं है। बस में लाइन बनाकर चढ़ना व उतरना चाहिए। बस के अन्दर भी शान्तिपूर्वक बैठना चाहिए। उंगलियाँ चटकाना या नाखून चबाना अच्छी बात नहीं है। जब अध्यापक पढ़ा रहे हों तो उनकी बात ध्यान से सुननी चाहिए।

बेकार में ही इधर-उधर देखना या बातें करना ठीक नहीं। कक्षा में ध्यानपूर्वक और सीधा बैठना चाहिए। जब कभी अध्यापक आपसे कोई प्रश्न पूछे जिसका उत्तर आपको आता हो तो अपना हाथ खड़ा करना चाहिए और जब अध्यापक आपसे पूछे तभी उत्तर देना चाहिए। एक साथ ऊँची आवाज़ में बोलना भी शिष्टाचार नहीं है। बच्चो ! एक बात याद रखना कि शिष्टाचार का पालन करने वाले को ही सभी पसन्द करते हैं।

कठिन शब्दों के अर्थ

व्यवहार = बर्ताव।
सर = श्रीमान।
शिष्टाचार = शिष्ट अर्थात् अच्छा व्यवहार।
उम्र = आयु।
वस्तु = चीज़।
झूठ = मिथ्या, असत्य।
वापिस करना = लौटा देना।
कक्षा = क्लास, अध्यापन का कमरा।
टालमटोल करना = बहाने बनाना।
क्षमा = माफ।
अहसास = आभास, महसूस होना, लगना।
खेद = दुःख, अफसोस।
सहज = आसानी से।
स्वीकार = मानना।
धमा चौकड़ी = उछलकूद, खेलना-कूदना।
धक्का-मुक्की करना = धक्का मारते हुए आगे बढ़ना।
लाइन = कतार, पंक्ति।
व्यर्थ = बेकार।
अवसर = मौका।
शिकायत = उलाहना, असंतोष दूर करने के लिए किया गया आवेदन।
आज्ञा = हुक्म।
शोरगुल = हल्ला-गुल्ला।
मेधावी = बुद्धिमान, ज्ञानी, तीव्र बुद्धि वाला।

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 18 रॉक गार्डन

Punjab State Board PSEB 3rd Class Hindi Book Solutions Chapter 18 रॉक गार्डन Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 18 रॉक गार्डन

Hindi Guide for Class 3 PSEB रॉक गार्डन Textbook Questions and Answers

अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर

I. बताओ

1. चार्वी छुट्टियाँ मनाने किसके घर और कहाँ गयी थी ?
उत्तर-
चार्वी छुट्टियाँ मनाने मामा-मामी जी के पास दिल्ली गई थी।

2. चार्वी की सहेली ने दिल्ली में उसे कहाँकहाँ घुमाया ?
उत्तर-
चार्वी की सहेली ने दिल्ली में उसे लाल किला, कुतुबमीनार, चाँदनी चौक में घुमाया और मेट्रो ट्रेन का सफर भी करवाया।

3. चण्डीगढ़ में क्या-क्या देखने योग्य है ?
उत्तर-
चण्डीगढ़ में रोज गार्डन, रॉक गार्डन. सुखना झील और आर्ट गैलरी आदि देखने योग्य स्थल हैं।

4. चार्वी को चण्डीगढ़ में सबसे अच्छा स्थान कौन-सा लगा ?
उत्तर-
चार्वी को चण्डीगढ़ में सबसे अच्छा स्थान रॉक गार्डन लगा।

5. रॉक गार्डन का निर्माण किसने किया ?
उत्तर-
रॉक गार्डन का निर्माण श्री नेकचन्द सैनी ने किया।

6. रॉक गार्डन में किन चीज़ों से कलाकृतियों का निर्माण किया गया है ?
उत्तर-
श्री नेकचन्द सैनी ने बेकार की चीज़ों जैसे फ्यूज़ हुई ट्यूब-लाइटों, टूटी हुई टाइलों, टूटी चूड़ियों, वृक्षों के तनों, बोतलों के ढक्कनों, खराब प्लास्टिकों, पुराने घिसे टायरों आदि से सुन्दर कलाकृतियों का निर्माण किया है।

II. शब्दों के भीतर शब्द को ढूँढ़ो

निम्नलिखित शब्दों को ध्यान से देखो। बच्चो आपको इनके भीतर ही दो और शब्द बने मिलेंगे। उन्हें ढूँढ़ो और लिखो-

मूल शब्द शब्दों में छिपे शब्द
1. निस्सन्देह संदेह। देह।
2. सजीव ……………………….. ………………………..
3. नेकचन्द ……………………….. ………………………..
4. सुन्दरता ……………………….. ………………………..
5. आनन्द ……………………….. ………………………..

उत्तर-

मूल शब्द शब्दों में छिपे शब्द
1. निस्सन्देह संदेह। देह।
2. सजीव सजी जीव।
3. नेकचन्द नेक चन्द।
4. सुन्दरतासुन्दर सुन्दर  दर।
5. आनन्द  आनन्द नन्द।

बच्चो ! हर एक का कोई न कोई नाम ज़रूर होता है। दुनिया में कुछ भी ऐसा नहीं जिसका कोई नाम न हो। नाम भी तरह-तरह के होते हैं-व्यक्तियों के नाम, पशु-पक्षियों के नाम, चीज़ों के नाम, शहर, देशों के नाम, जगहों के नाम, पेड़-पौधों के नाम, फलों, सब्जियों, फूलों के नाम आदि।

बच्चो ! इस पाठ में आए नामों को ढूँढ़कर लिखो –

(1) व्यक्तियों के नाम : मेधावी चार्वी रिदम
(2) महीनों के नाम: …………………………………… …………………………………… ……………………………………
(3) रिश्तों के नाम: …………………………………… …………………………………… ……………………………………
(4) शहरों के नाम: …………………………………… …………………………………… ……………………………………
(5) जगहों के नाम: …………………………………… …………………………………… ……………………………………
(6) चीज़ों के नाम: …………………………………… …………………………………… ……………………………………
(7) पशु-पक्षियों के नाम : …………………………………… …………………………………… ……………………………………
(8) शरीर के अंगों के नाम : …………………………………… …………………………………… ……………………………………

उत्तर –

(1) व्यक्तियों के नाम : मेधावी चार्वी रिदम
(2) महीनों के नाम: मई जून दिसम्बर।
(3) रिश्तों के नाम: मामा-मामी बहन पिता।
(4) शहरों के नाम: दिल्ली चण्डीगढ़ रोपड़।
(5) जगहों के नाम: लाल किला कुतुबमीनार रॉक गार्डन।
(6) चीज़ों के नाम: प्लास्टिक ईंट चूड़ियाँ
(7) पशु-पक्षियों के नाम : हिरण भालू मोर।
(8) शरीर के अंगों के नाम : नाक मुँह  चेहरा।

रॉक गार्डन Summary & Translation in Hindi

पाठ का सार

प्रिय सहेली मेधावी, तुमने अपने पत्र में मुझसे पूछा था कि चण्डीगढ़ में क्या-क्या देखने योग्य है ?
सचमुच! गज़ब का शहर है चण्डीगढ़। यहाँ रोज़ गार्डन, आर्ट गैलरी, सुखना झील आदि अनेक देखने योग्य स्थल हैं किन्तु यहाँ के रॉक गार्डन ने मुझे अत्यधिक प्रभावित किया। रॉक गार्डन को देखकर मुझे ऐसा लगा कि निस्संदेह यह दुनिया किसी अजूबे से कम नहीं। इस अद्भुत रॉक गार्डन का निर्माण श्री नेकचन्द सैनी ने किया। उन्होंने बेकार की चीज़ों जैसे फ्यूज़ हुई ट्यूब लाइटों, टूटी टाइलों, बोतलों के ढक्कनों, मिट्टी के बेकार फैंके घड़ों तथा पुराने घिसे टायरों से तरह-तरह की सुन्दर आकृतियों को बनाया।

इस रॉक गार्डन को तीन भागों में बाँटा गया है। पहले दो भागों में गाँवों की संस्कृति झलकती है। सिर पर घड़े उठाए स्त्रियों, पी०टी० करते बच्चों आदि की कला-कृतियां बहुत ही सुन्दर हैं। पशुपक्षियों जैसे हिरन, भालू, बिल्लियाँ, मोर आदि भी | बड़े सजीव लगते हैं। इनके साथ-साथ पानी के झरने और सुन्दर बाग़ इसकी सुन्दरता को और बढ़ा देते हैं। यहाँ बरामदे में कुछ अद्भुत से आकार दिखाने वाले शीशे भी लगे हुए हैं जिनमें व्यक्ति का कद कभी लम्बा, कभी छोटा, कभी मोटा दिखता है। लोग यहाँ पर लगे झूलों का आनन्द भी लेते हैं। सखी मैं चाहती हूँ कि इस बार की दिसम्बर की छुट्टियों में तुम चण्डीगढ़ मेरे पास चले आओ। मैं तुम्हें इस रॉक गार्डन को दिखाने ले जाऊँगी। अपनी बहन रिदम को भी साथ ले आना।

तुम्हारी प्यारी
सहेली।
चार्वी।

कठिन शब्दों के अर्थ ।

पत्र = चिट्ठी।
अति प्रसन्न = बहुत अधिक खुशी।
रोज़ाना = प्रतिदिन, हर-रोज़।
गज़ब = अद्भुत, निराला।
स्थल = जगह, स्थान।
अत्यधिक = बहुत ज्यादा।
निस्सन्देह = कोई शक नहीं।
भव्य = सुन्दर।
आकृतियों = शक्लों, आकारों।
निर्माण किया = बनाया।
कलाकृतियाँ = सुन्दर आकृतियाँ।
अद्भुत = अनोखा, निराला।
मनोहर = मन को हरने वाली, सुन्दर।
कमाल = अद्भुत, निराला।
अनूठी = निराली।
प्रतीक्षा = इंतज़ार।

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 17 हमारे त्योहार

Punjab State Board PSEB 3rd Class Hindi Book Solutions Chapter 17 हमारे त्योहार Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 17 हमारे त्योहार

Hindi Guide for Class 3 PSEB हमारे त्योहार Textbook Questions and Answers

अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर

I. बताओ

1. सर्दी में हम कैसे कपड़े पहनते हैं ?
उत्तर-
सर्दी में हम ऊनी तथा गर्म कपड़े पहनते

2. लोहड़ी का त्योहार किस मास में आता है ?
उत्तर-
लोहड़ी का त्योहार माघ महीने के आरम्भ में आता है।

3. आप होली कैसे मनाते हो ?
उत्तर-
हम एक-दूसरे पर गुलाल लगाकर होली का त्योहार मनाते हैं।

4. वैशाखी आने पर किसान खुश क्यों हो जाता है ?
उत्तर-
वैशाखी आने पर किसान इसलिए खुश हो जाता है कि अब उसे फसलों की रखवाली नहीं करनी पड़ेगी।

5. आप राखी का त्योहार कैसे मनाते हो ?
उत्तर-
हम अपनी बहनों से अपनी कलाइयों पर राखी बंधवा कर राखी का त्योहार मनाते हैं।

6. दीवाली पर आप क्या-क्या करते हो ?
उत्तर-
दीवाली पर हम नए-नए कपड़े पहनते हैं, मिठाइयाँ खाते हैं और पटाखे चलाते हैं।

II. कविता की पंक्तियाँ पूरी करो

मौसम बदले ………………. |
हर मौसम लाए ………………. |
अब देखो आई …………. |
फसलों की अब निपटी. ……….. |
छुट्टियों में फिर मौज ………………. |
नये साल की दी ………………. |
उत्तर-
(i) मौसम बदले बारम्बार।
(ii) हर मौसम लाए त्योहार।
(iii) अब देखो आई वैशाखी।
(iv) फसलों की अब निपटी राखी। ..
(v) छुट्टियों में फिर मौज उड़ाई।
(vi) नये साल की दी बधाई।

III. वाक्यों में प्रयोग करो

मास = ………………………………
परीक्षा = ………………………………
राखी = ………………………………
सजीली = ………………………………
रंग-बिरंगी = ………………………………
उत्तर –
(i) मास = जनवरी मास में बहुत सर्दी पड़ती है।
(ii) परीक्षा = मेरी वार्षिक परीक्षा आने वाली है।
(iii) राखी = सावन महीने में राखी का त्योहार आता है।
(iv) सजीली = बहन सजीली राखी लेकर आई।
(v) रंग-बिरंगी = रंग-बिरंगी होली आई लेकर खुशियाँ अपार।

IV. विलोम शब्द लिखो

दिन = ………
सर्दी = ………
सच = ………
जीत = ………
नया = ………
आगे = ………
उत्तर
(i) दिन = रात।
(ii) सर्दी = गर्मी।
(iii) सच = झूठ।
(iv) जीत = हार।
(v) नया = पुराना।
(vi) आगे = पीछे।

V. अन्तर समझो

राखी – मेरी बहन राखी लाई है। (बहन द्वारा भाई को बाँधे जाने वाला सूत्र, धागा।)
फसलों की राखी समाप्त हो गयी है (रक्षा)
सिर – मेरे सिर में दर्द है। (शरीर का एक भाग) मेरी परीक्षा सिर पर है। (निकट)
सदा – सच बोलो।
आप सचमुच आ गए।
पूरी – मैं पूरी खाऊँगा।
मैंने अपनी तैयारी पूरी कर ली है।
बदला – मैंने उससे बदला लिया।
हमने अपना मकान बदला। उपरोक्त शब्दों में एक से अधिक अर्थ पाए जाने के कारण इन्हें भिन्नार्थक शब्द कहा जाता है।

VI. समान अर्थ वाले शब्द मिलाओ

मास – वर्ष।
परीक्षा – तोहफा।
जीत – महीना।
साल – इम्तिहान।
उपहार – विजय।
उत्तर-
(i) मास – महीना।
(ii) परीक्षा – तोहफा।
(iii) जीत – विजय।
(iv) साल – इम्तिहान।
(v) उपहार – तोहफा।

VII. करो

1. अपने अध्यापक की सहायता से सभी देशी महीनों के नाम लिखो।
2. देशी महीनों के साथ-साथ चलने वाले अंग्रेज़ी महीनों के नाम लिखो।
3. दिनों के नाम लिखो।
निर्देश-विद्यार्थी उपरोक्त तीनों कार्यों के लिए अपने अध्यापक की सहायता लें।
4. त्योहारों के नाम ढूँढकर लिखो
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 17 हमारे त्योहार 1
उत्तर-
(i) लोहड़ी
(ii) राखी
(iii) क्रिसमिस
(iv) गुरुपर्व
(v) तीज
(vi) दीवाली
(vii) होली
(viii) दशहरा
(ix) ईद
(x) हई

हमारे त्योहार Summary & Translation in Hindi

पद्यांशों के सरलार्थ

1. बदले दिन फिर बदले रात,
बदले मास और बदले वार।
मौसम बदले बारम्बार,
हर मौसम लाए त्योहार।

सरलार्थ-
प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी हिन्दी पाठ्यपुस्तक से कविता ‘हमारे त्योहार’ से ली गई हैं। इसमें कवि ने प्रत्येक मौसम में आने वाले त्योहारों के बारे में बताया है। कवि कहता है कि दिन बदलते हैं और रातें बदलती हैं। इनके बदलने से सप्ताह और महीने बदलते जाते हैं। इसी प्रकार बार-बार मौसम बदलते हैं और हर मौसम त्योहार लेकर आता है। भावार्थ-कवि के विचारानुसार प्रत्येक मौसम में कोई न कोई त्योहार आता है।

2. पौष मास में सर्दी आयी,
ऊनी कपड़े पहनो भाई।
माघ मास में आगे-आगे,
लोहड़ी रानी दौड़ी आयी।

सरलार्थ-
प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी हिन्दी पाठ्यपुस्तक से कविता ‘हमारे त्योहार’ से ली गई हैं। इसमें कवि ने प्रत्येक मौसम में आने वाले त्योहारों के बारे में बताया है। कवि कहता है कि पौष मास आने पर सर्दी का मौसम आ जाता है। इस मौसम में ऊनी कपड़े पहनने चाहिएं। पौष मास के बाद माघ महीने के आते ही ‘लोहड़ी’ का त्योहार आ जाता है।

3. फाल्गुन आया, होली आयी,
रंग-बिरंगी खूब मनायी।
अरे परीक्षा सिर पर आयी,
चुपके से फिर गर्मी आयी॥

सरलार्थ-प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी हिन्दी पाठ्यपुस्तक से कविता ‘हमारे त्योहार’ से ली गई हैं। इसमें कवि ने प्रत्येक मौसम में आने वाले त्योहारों के बारे में बताया है। कवि बताता है कि फाल्गुन का महीना रंगों का त्योहार होली लेकर आता है। हम सब रंगों से भरे इस त्योहार को मनाते हैं। इसके साथ ही हमारी परीक्षा भी आ जाती है और परीक्षा के चलते-चलते धीरे-धीरे गर्मी का मौसम भी चला आता है।

4. अब देखो आयी वैशाखी,
फसलों की निपटी अब राखी।
हुआ दाखिला, छुट्टी पायी,
पूरी गर्मी मौज मनायी॥

सरलार्थ-प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी हिन्दी पाठ्यपुस्तक से कविता ‘हमारे त्योहार’ से ली गई हैं। इसमें कवि ने प्रत्येक मौसम में आने वाले त्योहारों के बारे में बताया है। कवि बताता है कि अब देखो गर्मी के आते ही वैशाखी का त्योहार आ गया। इस त्योहार के आते ही किसानों की अब फसलों की रखवाली का काम भी पूरा हो गया। अब स्कूलों में
नई कक्षा में दाखिला भी हो गया और छुट्टियाँ पाकर पूरी गर्मियों में मौज-मस्ती की। विशेष-कवि ने वैशाखी के त्योहार और गर्मियों के आनन्द का वर्णन किया है।

5. रिमझिम-रिमझिम वर्षा आयी,
सावन का उपहार है लायी।
भादों में प्रिय बहना आयी,
संग सजीली राखी लायी॥

सरलार्थ-प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी हिन्दी पाठ्यपुस्तक से कविता ‘हमारे त्योहार’ से ली गई हैं। इसमें कवि ने प्रत्येक मौसम में आने वाले त्योहारों के बारे में बताया है। कवि बताता है कि गर्मियों के बाद अब बरसात का मौसम आ गया है। रिमझिमरिमझिम करती वर्षा की बूंदें पड़ रही हैं। यह वर्षा सावन के महीने का एक सुन्दर तोहफा है। सावन के बाद भादों का महीना आ गया है। इस मौसम में राखी का सुन्दर त्योहार आया है। बहन अपने साथ सुन्दर सजी हुई राखी लेकर आयी है।

6. फिर दशहरा, दीवाली आयी,
सच की जीत, हुई रे भाई।
सबने मिलकर की सफाई,
घर-घर बँटी खूब मिठाई।

सरलार्थ-प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी हिन्दी पाठ्यपुस्तक से कविता ‘हमारे त्योहार’ से ली गई हैं। इसमें कवि ने प्रत्येक मौसम में आने वाले त्योहारों के बारे में बताया है। कवि बताता है कि राखी के त्योहार के बाद फिर दशहरा और फिर दीपावली का त्योहार आ जाता है। ये दोनों ही त्योहार हमें बताते हैं कि सदा सत्य की ही जीत होती है। दशहरा और दीवाली आने पर सभी मिलकर अपने-अपने घरों की सफाई करते हैं और घर-घर में सब मिठाई बाँटते हैं। भाव विशेष-त्योहारों के अवसर पर लोगों की खुशियों का वर्णन इन पंक्तियों में कवि ने किया है।

7. ईद बाद फिर क्रिसमिस आयी,
केक, मिठाई सबने खायी।
छुट्टियों में फिर मौज़ उड़ायी,
नये साल की दी बधाई।

सरलार्थ-
प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी हिन्दी पाठ्य पुस्तक से कविता ‘हमारे त्योहार’ से ली गई हैं। इसमें कवि ने प्रत्येक मौसम में आने वाले त्योहारों | के बारे में बताया है। कवि बताता है कि ईद का त्योहार आता है और ईद के पश्चात् क्रिसमिस का त्योहार आता है। इन त्योहारों में सभी केक और मिठाई मिलकर खाते हैं। इसके बाद दिसम्बर महीने की सर्दियों की छुट्टियों का मज़ा लेते हैं और उसके साथ ही नया वर्ष आ जाता है। सब मिलकर एकदूसरे को नए साल की बधाई देते हैं। | विशेष-कवि ने भारत देश में प्रत्येक महीने में आने वाले त्योहारों का वर्णन किया है।

कठिन शब्दों के अर्थ

मास = महीने।
वार = दिनों के वार, जैसे सोमवार, मंगलवार।
बारम्बार = बार-बार।
परीक्षा = इम्तिहान।
निपटी = पूरी हुई।
रिमझिम = वर्षा की बूंदों का गिरना।
उपहार = तोहफा, भेंट।
संग = साथ।
सजीली = सजी हुई, सुन्दर।
राखी = रक्षा, एक त्योहार।

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 16 चालीस मुक्ते

Punjab State Board PSEB 3rd Class Hindi Book Solutions Chapter 16 चालीस मुक्ते Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 16 चालीस मुक्ते

Hindi Guide for Class 3 PSEB चालीस मुक्ते Textbook Questions and Answers

अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर ॥

I. बताओ ।

(क) कुछ शिष्य किला छोड़कर जाने के लिए तैयार क्यों हो गए ?
उत्तर-
मुग़ल सेनाओं ने आनन्दपुर साहिब का किला घेर रखा था। किले के अंदर रसद न रही। सैनिकों को वृक्षों के पत्ते और छाल खाकर लड़ना पड़ता था। इसलिए गुरु गोबिन्द सिंह जी के कुछ शिष्य किला छोड़कर जाने के लिए तैयार हो गए।

(ख) शिष्यों की पत्नियों ने घर लौटने पर उनसे कैसा व्यवहार किया ?
उत्तर-
शिष्यों की पत्नियों ने घर लौटने पर उन्हें बहुत धिक्कारा, क्योंकि वे गुरु जी का साथ छोड़कर आए थे। संकट की घड़ी में उन्हें गुरु जी के साथ रह कर, उनकी आज्ञानुसार चलना चाहिए था।

(ग) कराह रहे शिष्य की अंतिम इच्छा क्या थी ?
उत्तर-
कराह रहे शिष्य ने गुरु जी से कहा कि महाराज! वह बेदावा फाड़ दें, जिस पर हस्ताक्षर करके हम आपको छोड़ आए थे। यही उसकी अंतिम इच्छा थी।

(घ) चालीस मुक्ते किन्हें कहा जाता है ?
उत्तर-
आनन्दपुर साहिब के किले से जो सिक्ख गुरु जी का साथ छोड़ गए थे, उन की संख्या चालीस थी। वे मुक्तसर के निकट मुग़ल सेना से डट कर लड़े और घायल होकर युद्ध स्थल पर गिर गए। गुरु जी वहाँ पहुँचे तो वहाँ एक सिक्ख कराह रहा था। उसने प्रार्थना की कि महाराज! वह बेदावा फाड़ डालें, जिस पर दस्तखत करके हम आपको छोड़ आए थे। गुरु जी ने बेदावा फाड़ कर उन चालीस शिष्यों को मुक्त कर दिया। यही चालीस मुक्ते इतिहास में प्रसिद्ध हैं।

II. वाक्य पूरे करो

वीर, घेरा, शिष्य, दसवें, मुग़ल
(क) गुरु गोबिन्द सिंह सिक्खों के ……………………………………… गुरु थे।
उत्तर-
गुरु गोबिन्द सिंह सिक्खों के दसवें गुरु थे।

(ख) मुग़ल सेनाओं ने चारों ओर से ……………………………………… डाल रखा था।
उत्तर-
मुग़ल सेनाओं ने चारों ओर से घेरा डाल रखा था।

(ग) न वे मेरे ……………………………………… हैं न मैं उनका गुरु हूँ।
उत्तर-
न वे मेरे शिष्य हैं न मैं उनका गुरु हूँ।

(घ) ……………………………………… सेना उनका पीछा कर रही थी।
उत्तर-
मुग़ल सेना उनका पीछा कर रही थी।

(ङ) उन चालीस ……………………………………… पुरुषों को चालीस मुक्ते कहा गया। –
उत्तर-
उन चालीस वीर पुरुषों को चालीस मुक्ते कहा गया।

III. वाक्यों में प्रयोग करो

घेरा, किला, मैदान, आशीर्वाद
उत्तर-
घेरा-सेना ने किले को चारों ओर से घेरा हुआ था।
किला-लाल किला दिल्ली में है।
मैदान-मैदान में बच्चे गेंद से खेल रहे हैं।
आशीर्वाद-गुरु गोबिन्द सिंह जी ने शिष्यों को आशीर्वाद दिया।

IV. श्रुतलेख

सिक्खों, बलिदान, नौबत, मुक्तसर, आशीर्वाद, हस्ताक्षर, धिक्कार।
नोट-विद्यार्थी इन शब्दों को लिख कर अपने अध्यापक को दिखाएँ।

V. पढ़ो, समझो और लिखो

सिक्ख – सिक्खों
मुग़ल ……………………………………
संकट ……………………………………
चार ……………………………………
वृक्ष ……………………………………
पुरुष ……………………………………
उत्तर-
मुग़ल-मुग़लों
संकट-संकटों।
चार-चारों।
वृक्ष-वृक्षों।
पुरुष–पुरुषों।

VI. नीचे दिए गए उदाहरण की तरह बॉक्स में दिए गए शब्दों से नए शब्द बनाइए –

बलि + दान = बलिदान
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 16 चालीस मुक्ते 1

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 16 चालीस मुक्ते 2
प्र, पाठ, देश, युद्ध, सेना, धर्म, पति, शाला, स्थल, वीर।
उत्तर
(i) बलि + दान = बलिदान।
(ii) प्र + देश = प्रदेश।
(iii) पाठ + शाला = पाठशाला।
(iv) युद्ध + वीर = युद्धवीर।
(v) सेना + पति = सेनापति।
(vi) धर्म + स्थल = धर्मस्थल।

VII. नीचे दिए गए शब्दों में ‘अ’ जोड़कर नए शब्द बनाइए और उनके अर्थ लिखिए

धर्म अधर्म अर्थ
संभव …………………………………. ………………………………….
भद्र …………………………………. ………………………………….
समर्थ …………………………………. ………………………………….
ज्ञान …………………………………. ………………………………….
हिंसा …………………………………. ………………………………….

उत्तर-
(i) धर्म → अधर्म → धर्म के विरुद्ध, अन्याय, पाप।
(ii) संभव → असंभव → मुश्किल, दुश्कर, संभव न होना।
(iii) भद्र → अभद्र → बुरा, अशुभ, असभ्य, अच्छा न लगना।
(iv) समर्थ → असमर्थ -→ अयोग्य, दुर्बल, अशक्त।
(v) ज्ञान → अज्ञान → ज्ञान का न होना, अनजान।
(vi) हिंसा → अहिंसा → हिंसा न करना, दुःख न देना।

VIII. नीचे दिए गए शब्दों के समान अर्थ वाले शब्दों की सहायता से वर्ग पहेली पूरी कीजिए –

1. पंजाब के एक शहर का नाम (ऊपर से नीचे)
2. आज़ाद (बाएं से दाएं)
3. श्वास (बाएं से दाएं)
4. मुसीबत (ऊपर से नीचे)
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 16 चालीस मुक्ते 3
उत्तर-
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 16 चालीस मुक्ते 4

IX. इन अक्षरों से नया शब्द बनाओ

शब्द अक्षर नया शब्द
1. गोबिन्द न्द ……………………………….
2. प्यास प्य ……………………………….
3. टक्कर क्क ……………………………….
4. मुक्तसर क्त ……………………………….
5. प्रेरित प्रे ……………………………….
6. हस्ताक्षर स्त ……………………………….

उत्तर-

शब्द अक्षर नया शब्द
1. गोबिन्द न्द आनन्द।
2. प्यास प्य प्यारा।
3. टक्कर क्क पक्का ।
4. मुक्तसर क्त वक्त।
5. प्रेरित प्रे प्रेरणा।
6. हस्ताक्षर स्त पुस्तक।

चालीस मुक्ते Summary & Translation in Hindi

पाठ का सार

गुरु गोबिन्द सिंह जी सिक्खों के दसवें गुरु थे। वे धर्म के रक्षक थे। नौ वर्ष की आयु में ही उन्होंने अपने पिता श्री गुरु तेग़ बहादुर जी को धर्म की ख़ातिर बलिदान देने के लिए प्रेरित किया। धर्म की रक्षा के लिए उन्होंने आजीवन मुग़लों से टक्कर ली। एक बार गुरु गोबिन्द सिंह जी और उनके साथी आनन्दपुर साहिब के किले में घिरे हुए थे। मुग़ल सेना ने चारों ओर से घेरा हुआ था। बाहर से कोई रसद आ नहीं रही थी जो रसद किले के अन्दर थी वह भी कम पड़ने लगी। ऐसे में गुरु जी के कुछ शिष्य कठिनाई न सहते हुए किला छोड़ कर जाने को तैयार हो गए। गुरु जी के समझाने पर भी वे न माने तो गुरु जी ने कहा कि जाने से पहले लिख कर दे जाएँ कि न वे मेरे शिष्य हैं और न ही मैं उनका |

गुरु हूँ उनके शिष्यों ने कष्टों से छुटकारा पाने के लिए ऐसा ही लिख दिया और किला छोड़कर चले गए। उनके घर पहुँचने पर जब उनकी पत्नियों को पता चला तो उन्होंने अपने-अपने पतियों को बहुत फटकारा। फटकार सुनकर वे फिर से गुरु जी के पास लौट गए। गुरु जी तब मुक्तसर के इलाके में थे। मुग़ल सेना उनका पीछा कर रही थी। ये शिष्य मुक्तसर जाकर मुग़ल सेना से लड़े और मारे गए। जब गुरु गोबिन्द सिंह जी को इस बात का पता चला तो वे युद्ध स्थल पर पहुँचे।

सभी चालीस शिष्य मैदान में गिरे पड़े थे उनमें से एक अभी भी कराह | रहा था। गुरु जी से उसने हाथ जोड़कर विनती की कि महाराज आप उस कागज़ को फाड़ डालें जिस पर हस्ताक्षर करके हम आपको दे आए थे। गुरु साहिब ने उसकी अन्तिम इच्छा पूरी कर दी और उन सबको मुक्त होने का आशीर्वाद दिया। तभी उसने प्राण छोड़ दिए। उन चालीस वीर पुरुषों को ‘चालीस मुक्ते’ कहा जाने लगा।

कठिन शब्दों के अर्थ

संकटों = मुसीबतों।
रक्षक = रखवाले, रक्षा करने वाले।
महान् = बड़े।
सेनानी = योद्धा, बहादुर।
संस्कृति = अच्छे संस्कार या विचार ।
बलिदान = कुर्बानी।
प्रेरित = उत्साहित, जोश देना।
रसद = खाने-पीने का सामान।
वृक्षों = पेड़ों।
असंभव = जो संभव न हो।
कष्ट = दुःख।
शिष्य = चेला।
संकटों = मुसीबतों।
असमर्थ = कमज़ोर ।
धिक्कारा = बुरा-भला कहना।
फलस्वरूप = परिणाम के रूप में।
धराशायी = घायल हो कर धरती पर गिरना।
युद्ध स्थान = लड़ाई का मैदान।
वीरता = बहादुरी।
आशीर्वाद = आशीष।
अंतिम इच्छा = आखिरी चाह ।
हस्ताक्षर = दस्तख़त।
मुक्त = आज़ाद।

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 15 झंडा ऊँचा रहे हमारा

Punjab State Board PSEB 3rd Class Hindi Book Solutions Chapter 15 झंडा ऊँचा रहे हमारा Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 15 झंडा ऊँचा रहे हमारा

Hindi Guide for Class 3 PSEB झंडा ऊँचा रहे हमारा Textbook Questions and Answers

अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर ।

I. बताओ

1. हमारे देश के झण्डे को क्या कहते हैं ?
उत्तर-
हमारे देश के झंडे को तिरंगा कहते हैं।

2. इसे तिरंगा क्यों कहते हैं ?
उत्तर-
हमारा झंडा तीन रंगों का होने के कारण तिरंगा कहलाता है।

3. केसरी रंग की पट्टी किन शहीदों की याद दिलाती है ?
उत्तर-
केसरी रंग की पट्टी हमें उन शहीदों की याद दिलाती है जिन्होंने अपने देश को आजाद करवाने के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे।

4. सफेद रंग किसका प्रतीक है ?
उत्तर-
सफेद रंग शान्ति और सत्य का प्रतीक

5. नीले रंग का चक्र किस सम्राट् का धर्म चक्र है ?
उत्तर-
नीले रंग का चक्र अशोक सम्राट् का धर्म चक्र है।

6. नीले रंग के चक्र में कितने तार हैं ?
उत्तर-
नीले रंग के चक्र में 24 तार हैं.

7. हरा रंग किसका प्रतीक है ?
उत्तर-
हरा रंग हरियाली और समृद्धि का प्रतीक है।

8. सबसे पहले राष्ट्रीय झंडे को किसने, कब और कहाँ फहराया था ?
उत्तर-
स्वतन्त्र भारत के प्रथम प्रधानमन्त्री पं० जवाहर लाल नेहरू जी ने सर्वप्रथम 15 अगस्त, सन् 1947 को राष्ट्रीय झण्डे को दिल्ली के लाल किले से फहराया था।

9. हमें राष्ट्रीय झण्डे का सम्मान कैसे करना चाहिए ?
उत्तर-
जब भी राष्ट्रीय-ध्वज फहराया जाये या राष्ट्रीय गान गाया जाये, तब हमें इसका सम्मान करते हुए शान्तिपूर्वक खड़े रहना चाहिए।

II. वाक्य पूरे करो

(i) झण्डे में तीन रंग की बराबर ……………………. की पट्टियाँ हैं।
(ii) हम सबके साथ ………………. और …………….. चाहते हैं।
(iii) नीला रंग ……………… आकाश और ………….. समुद्र का प्रतीक है।
(iv) चक्र के 24 तार ……………. और …………….. की ओर संकेत करते हैं।
(v) हमें राष्ट्रीय ध्वज की सदैव …. करनी चाहिए।
उत्तर-
(i) झण्डे में तीन रंगों की बराबर अनुपात की पट्टियाँ हैं।
(ii) हम सबके साथ शान्ति और मित्रता चाहते हैं।
(iii) नीला रंग विशाल आकाश और गहरे समुद्र का प्रतीक है।
(iv) चक्र के 24 तार निरन्तर गति और विकास की ओर संकेत करते हैं।
(v) हमें राष्ट्रीय ध्वज की सदैव रक्षा करनी चाहिए। |

III. पढ़ो, समझो और लिखो

(क) राष्ट + ईय = राष्ट्रीय।
भारत + ईय = …………………………
देश + ईय = …………………………

(ख) मित्र + ता = …………………………
वीर + ता = …………………………
दास + ता = ……………
स्वतन्त्र + ता = …………………………
उत्तर-
‘ईय’ और ‘ता’ प्रत्यय से बने शब्द –
(क)
(i) राष्ट्र + ईय = राष्ट्रीय।
(ii) भारत + ईय = भारतीय।
(ii) देश + ईय = देशीय।

(ख)
(i) मित्र + ता = मित्रता।
(ii) वीर + ता = वीरता।
(iii) दास + ता = दासता।
(iv) स्वतन्त्र + ता = स्वतन्त्रता।

IV. ‘इक’ लगाकर नये शब्द बनाओ

(i) उद्योग + इक = …………………………
(ii) संकेत + इक = …………………………
(iii) व्यापार + इक = …………………………
(iv) धर्म + इक = …………………………
उत्तर-
(i) उद्योग + इक = औद्योगिक।
(ii) संकेत + इक = सांकेतिक।
(iii) व्यापार + इक = व्यापारिक।
(iv) धर्म + इक = धार्मिक।

V. विलोम शब्द मिलान करो

आज़ाद गुप्त युद्ध अनेकता उन्नति अवनति प्रकट गुलाम एकता शान्ति
उत्तर-
विलोम शब्द मिलानआज़ाद गुलाम युद्ध शान्ति उन्नति अवनति प्रकट गुप्त एकता अनेकता

VI. ‘राष्ट्र’ शब्द में ‘ट’ के नीचे ‘र’ का रूप ध्यान से देखें। ‘राष्ट्र’ शब्द से अन्य शब्द बनाओ –

राष्ट्र + पति = राष्ट्रपति।
राष्ट्र + ईय = …………………………
राष्ट्र + पिता = …………………………
राष्ट्र + गान = …………………………
उत्तर
(i) राष्ट्र + पति = राष्ट्रपति।
(ii) राष्ट्र + ईय = राष्ट्रीय।
(iii) राष्ट्र + पिता = राष्ट्रपिता।
(iv) राष्ट्र + गान = राष्ट्रगान।

VII. नीचे राष्ट्रीय और धार्मिक पर्व घुल मिल गए हैं। उन्हें अलग-अलग करके सही स्थान पर लिखो।

दशहरा, पन्द्रह अगस्त, ईद, गणतन्त्र दिवस, गाँधीजयन्ती, दीवाली, होली, वैशाखी।
उत्तर-
राष्ट्रीय पर्व धार्मिक पर्व
1. पन्द्रह अगस्त।
1. दशहरा
2. गणतन्त्र दिवस।
2. ईद
3. गांधी जयन्ती।
3. दीवाली
4. होली।
5. वैशाखी।

VIII. नए शब्द बनाओ-

शान्ति + प्रिय = …………………………
शान्ति + पूर्वक = …………………………
सम्मान + पूर्वक = …………………………
प्रधान + मन्त्री = …………………………
स्व + अभिमान = …………………………
सर्व + प्रथम = …………………………
राष्ट्र + गान = …………………………
राष्ट्रीय + पर्व = …………………………
प्रति + वर्ष =…………………………
उत्तर
(i) शान्ति + प्रिय = | शान्तिप्रिय।
(ii) शान्ति + पूर्वक = शान्तिपूर्वक।
(iii) सम्मान + पूर्वक = सम्मानपूर्वक।
(iv) प्रधान + मन्त्री = प्रधानमन्त्री।
(v) स्व + अभिमान = स्वाभिमान।
(vi) सर्व + प्रथम = सर्वप्रथम।
(vii) राष्ट्र + गान = राष्ट्रगान।
(viii) राष्ट्रीय + पर्व = राष्ट्रीय पर्व।
(ix) प्रति + वर्ष = प्रतिवर्ष।

IX. झण्डे पर एक नारा लिखो

जैसे-
1. झण्डा ऊँचा रहे हमारा, यह है हमें प्राणों से प्यारा।
2. तिरंगा है भारत की शान, रखेंगे हम इसका मान।
उदाहरणस्वरूप उत्तर
मेरा तिरंगा है बड़ा न्यारा। ‘
मुझे है अपनी जान से भी प्यारा॥ (विद्यार्थी इसी प्रकार कुछ और भी नारे लिखने का प्रयास कर सकते हैं।)
करो:-1. राष्ट्रीय झण्डे का चित्र बनाओ। उसमें | रंग भरो और उस पर पाँच वाक्य लिखो।
2. भारत के पड़ोसी देशों के नाम पता करो और उनके झण्डे चिपकाओ।
निर्देश-विद्यार्थी उपरोक्त दोनों कार्य अपने अध्यापक और अभिभावक की सहायता से इन्हें पूरा कर सकते हैं। अध्यापन निर्देश-अध्यापक बच्चों को समझाएं कि ‘इक’ जुड़ने पर पहला स्वर दीर्घ हो जाता है; जैसे ‘अ’ आ में और ‘उ’ औ में बदल जाता है।

झंडा ऊँचा रहे हमारा Summary & Translation in Hindi

पाठ का सार

प्रत्येक देश का अपना एक झंडा होता है। हमारे देश के झंडे का नाम तिरंगा है। सबसे ऊपर की पट्टी का रंग केसरी है। यह रंग वीरता और त्याग का सूचक है। मध्य की पट्टी का रंग सफेद है। यह रंग शान्ति और सत्य का प्रतीक है। सफेद पट्टी के मध्य एक नीले रंग का चक्र है। यह चक्र सम्राट अशोक के धर्म चक्र से लिया गया है। इस चक्र में 24 तार हैं जो निरन्तर गति और विकास की ओर संकेत करते हैं। तीसरी पट्टी हरे रंग की है। यह रंग हरियाली और समृद्धि का सूचक है।

पन्द्रह अगस्त हमारा स्वतंत्रता दिवस है। इस दिन’ हमारा देश अंग्रेज़ों की गुलामी से आज़ाद हुआ था। हमारे देश के पहले प्रधानमन्त्री पं० जवाहर लाल नेहरू ने दिल्ली के लाल किले से तिरंगा 15 अगस्त, सन् 1947 को फहराया था। हर वर्ष 15 अगस्त और राष्ट्रीय पर्वो पर लाल किले तथा पूरे देश में तिरंगा | झंडा फहराया जाता है। हम सबका यह कर्त्तव्य है कि हम सब इसका सम्मान करें। जब राष्ट्र ध्वज फहराया जाए या राष्ट्रगान गाया जाए तब हमें सम्मान देने के लिए शान्तिपूर्वक खड़े रहना चाहिए।

हमारा झण्डा हमारी आज़ादी, हमारी एकता व सम्मान का प्रतीक है। यह तिरंगा हम सबका है। हमारा कर्त्तव्य है कि हम इसकी शान में कोई कमी न आने दें।

कठिन शब्दों के अर्थ

तिरंगा = तीन रंगों का समूह ।
सम्राट अशोक = मौर्य वंश का एक राजा।
महात्मा बुद्ध = बौद्ध धर्म को चलाने वाले।
प्रत्येक = हर-एक, सभी।
बराबर = समान।
शहीदों = देश पर बलिदान होने वाले।
प्राण = जान।
न्यौछावर = बलिदान ।
युद्ध = लड़ाई।
मित्रता = दोस्ती।
शान्तिप्रिय = शान्ति को चाहने वाला।
प्रतीक = चिह्न ।
शरण = आश्रय, पनाह।
निरन्तर = लगातार।
विकास = उन्नति, तरक्की।
मार्ग = रास्ता।
समृद्धि = खुशहाली, उन्नति, तरक्की।
सर्वप्रथम = सबसे पहले।
पर्व = त्योहार।
फहराया = लहराया।
दासता = गुलामी।
स्मृति = याद।
प्रतिवर्ष = हर वर्ष।
मुक्त = आज़ाद।
राष्ट्र-ध्वज = देश का झंडा।
सम्मान = इज़्ज़त।
असीम = सीमा रहित।
स्रोत = धारा।
विकास = उन्नति, प्रगति।
प्रधानमंत्री = किसी देश का सबसे बड़ा मंत्री।
स्वर्गीय = मृत्यु को प्राप्त।
राष्ट्रीय पर्व = देश का त्योहार

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 14 रास्ते का पत्थर

Punjab State Board PSEB 3rd Class Hindi Book Solutions Chapter 14 रास्ते का पत्थर Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 14 रास्ते का पत्थर

Hindi Guide for Class 3 PSEB रास्ते का पत्थर Textbook Questions and Answers

अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर

I. बताओ

1. राजा पेड़ के पीछे क्यों छिप गया ?
उत्तर-
राजा पेड़ के पीछे यह देखने के लिए छिप गया था कि रास्ते के पत्थर को कौन हटाता है।

2. किसान ने पत्थर देखकर क्या किया ?
उत्तर-
किसान ने पत्थर देखकर अपने बैलों का मुँह दूसरी ओर मोड़ लिया और आगे निकल आया।

3. लड़का पहले पत्थर क्यों नहीं हटा सका?
उत्तर-
लड़का पहले पत्थर इसलिए नहीं हटा सका, क्योंकि वह अकेला था।

4. पत्थर रास्ते से कैसे हटा ?
उत्तर-
पत्थर रास्ते से लड़के और राजा के मिलकर ज़ोर लगाने से हटा।

5. राजा ने लड़के को इनाम क्यों दिया ?
उत्तर-
राजा ने लड़के को इनाम इसलिए दिया, क्योंकि केवल उसने ही पत्थर को रास्ते से हटाने का प्रयत्न किया था।

II. किसने कहा ? किससे कहा ? क्यों कहा ?

1. “देखता हूँ, इसे कौन हटाता है ?”
उत्तर-
राजा ने अपने आप से कहा, क्योंकि बहुत दिनों से रास्ते पर पड़े उस पत्थर को किसी हटाया नहीं था।

2. “यहाँ के लोग बहुत आलसी हैं।”
उत्तर-
घोड़े पर बैठे सिपाही ने अपने आप में कहा, क्योंकि घोड़े को ठोकर लगने से उसने देख कि रास्ते में पत्थर पड़ा था।

3. “बाबा, कहीं चोट तो नहीं लगी ?”
उत्तर-
लड़के ने बूढ़े आदमी से कहा, क्योंकि पत्थर से ठोकर खाकर वह गिर पड़ा था।

4. “बेटा, तुम कौन हो ?”
उत्तर-
राजा ने लड़के से कहा, क्योंकि वह उन जानता नहीं था।

III. पढ़ो, समझो और लिखो

(क) न्यायप्रिय = न्याय + प्रिय
राजकुमार = ……………………………….
राजमहल = ……………………………….
राष्ट्रपति = ……………………………….
पाठशाला = ……………………………….
उत्तर-
(क) राजकुमार = राज + कुमार
राजमहल = राज + महल
राष्ट्रपति = राष्ट्र + पति
पाठशाला = पाठ + शाला

(ख) भला = भलाई
बुरा = ……………………………….
लम्बा = ……………………………….
चौड़ा गहरा = ……………………………….
उत्तर-
(ख) बुरा = बुराई
लम्बा = लम्बाई
चौड़ा = चौड़ाई
गहरा = गहराई
उपरोक्त शब्द विशेषण शब्द हैं।

IV. श्रुतलेख

प्रजा, भ्रमण, न्यायप्रिय, भलाई, विद्यार्थियों, आशीर्वाद, प्रातः, पुरस्कार, अध्यापक, प्रशंसा, पत्थर, वृद्ध।
नोट-विद्यार्थी इन्हें सुन्दर लिखाई करते हुए अपनी कॉपियों पर लिखें।

V. निम्नलिखित शब्दों के विपरीत शब्द सामने बने घड़े में दिए गए हैं। घड़े में से विपरीत शब्द ढूँढ़कर सही जगह लिखो –

भलाई = बुराई
दयालु = ……………………………….
पीछे = ……………………………….
प्रातःकाल = ……………………………….
मुश्किल = ……………………………….
रुकिए = ……………………………….
वृद्ध = ……………………………….
आशीर्वाद = ……………………………….
प्रशंसा = ……………………………….
पुरस्कार = ……………………………….
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 14 रास्ते का पत्थर 1
उत्तर –
शब्द
विपरीत शब्द
(i) भलाई बुराई।
(ii) दयालु निर्दय।
(iii) पीछे आगे।
(iv) प्रातःकाल सायंकाल।
(v) मुश्किल सरल।
(vi) रुकिए = चलिए।
(vii) वृद्ध = जवान।
(vii) आशीर्वाद = श्राप।
(ix) प्रशंसा निन्दा।
(x) पुरस्कार = दंड।

VI. वाक्यों को पाठ के आधार पर शुद्ध करके लिखो-

1. थोड़ी देर में किसान को एक राजा दिखाई दिया।
उत्तर-
थोड़ी देर में राजा को एक किसान दिखाई दिया।

2. अचानक पत्थर को घोड़े से ठोकर लगी।
उत्तर-
अचानक घोड़े को पत्थर से ठोकर लगी।

3. वृद्ध का आशीर्वाद देते हुए बालक चला गया।
उत्तर-
बालक को आशीर्वाद देते हुए वृद्ध चला गया।

4. एक बूढ़ा दौड़ता हुआ आया और लड़के को उठाते हुए बोला, कहीं चोट तो नहीं लगी।
उत्तर-
एक लड़का दौड़ता हुआ आया और बूढ़े को उठाते हुए बोला, ‘कहीं चोट तो नहीं लगी ?’

5. दूसरे दिन शंकर अस्पताल पहुँचा।
उत्तर-
दूसरे दिन शंकर पाठशाला पहुँचा।

6. राजा लंगड़ाता हुआ अपने रास्ते चला गया।
उत्तर-
राजा आराम से अपने रास्ते चला गया।

VII. शब्दों के दो-दो छोटे और शब्द बनाएँ-

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 14 रास्ते का पत्थर 2

मोड़कर, बड़बड़ाता, सुनाई, सहायता।
उत्तर-

  • मोड़कर = मोड़, मोर।
  • बड़बड़ाता = बड़, बड़बड़ा।
  • सुनाई = सुन, सुई।
  • सहायता = सहा, हाय।

VIII. (क) पाठ में आए इन संयुक्त अक्षरों से एक-एक शब्द बनाओ- 

प्र + र = प्र → प्रजा
भ् + र = भ्र → ……………………….
ग् + र = ग्र → ……………………….
ग् + व = ग्व → ……………………….
स् + व = स्व → ……………………….
प् + य = प्य → ……………………….
स् + त = स्त → ……………………….
द् + ध = द्ध → ……………………….
उत्तर –
(i) प्र + र = प्र → प्रजा
(ii) भ् + र = भ्र → भ्रम।
(iii) ग् + र = ग्र → ग्रह।
(iv) ग् + व = ग्व → ग्वाला।
(v) स् + व = स्व → स्वर।
(vi) प् + य = प्य → प्यार।
(vii) स् + त = स्त → स्तर।
(vii) द् + ध = द्ध→ वृद्ध ।

(ख) पाठ में आए इन संयुक्त अक्षरों को छाँटकर अलग करके लिखो-

प्रातः → प्र
पत्थर: → ……………………….
मस्ती: → ……………………….
वृद्ध : → ……………………….
पुरस्कार : → ……………………….
क्या : → ……………………….
उत्तर
(i) प्रातः → प्र
(ii) पत्थर : →त्थ
(iii) मस्ती : → स्त।
(iv) वृद्ध : → द्ध।
(v) पुरस्कार : → स् + क।
(vi) क्या : → क् + य।

(ग) सही शब्दों पर (✓) लगाओ –

1. उसने देखा की कि रास्ते में पत्थर पड़ा है।
2. बूढ़ा आदमी अपने सिर पर फलों कि/की टोकरी लिए आया।
3. उसने पत्थर नहीं देखा और/ओर ठोकर खाकर गिर पड़ा।
4. उन्होंने पत्थर को रास्ते से हटाकर एक और/ ओर कर दिया।
उत्तर-
(i) उसने देखा कि रास्ते में पत्थर पड़ा है।
(ii) बूढ़ा आदमी अपने सिर पर फलों की टोकरी लिए आया।
(iii) उसने पत्थर नहीं देखा और ठोकर खाकर गिर पड़ा।
(iv) उन्होंने पत्थर को रास्ते से हटाकर एक ओर कर दिया।

IX. अनेक शब्दों के लिए एक शब्द लिखो-

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 14 रास्ते का पत्थर 3

उत्तर-
1. सुबह का समय = प्रातःकाल।
2. खेती बाड़ी करने वाला = किसान।
3. जहाँ विद्यार्थियों को पढ़ना-लिखना सिखाया जाता है = पाठशाला।
4.स्कूल का प्रधान अध्यापक = प्रधानाध्यापक।
5.जो पढ़ना-लिखना सिखाता है = अध्यापक।
6. दूसरों पर दया करने वाला = दयालु।
7. जो निकम्मा और सुस्त हो = आलसी।
8. जो आसान न हो = कठिन।
9. दूध दुहने वाला = ग्वाला।
10. घोड़े पर सवार = घुड़सवार।

रास्ते का पत्थर Summary & Translation in Hindi

पाठ का सार

प्राचीन काल में एक राजा था। उसे अपनी प्रजा से बहुत प्यार था। वह दयालु और न्यायप्रिय भी था। एक दिन जब वह प्रातः भ्रमण के लिए निकला तो अचानक उसे ठोकर लगी। उसने देखा कि रास्ते में पत्थर पड़ा था। उस रास्ते से कई लोग आते जाते थे। राजा ने सोचा कि देखता हूँ कौन इस पत्थर को यहाँ से हटाता है। इस उद्देश्य से वह एक पेड़ के पीछे छिप गया।

थोड़ी देर बाद राजा ने देखा कि एक किसान | अपने हल-बैल के साथ उस रास्ते से जा रहा था, लेकिन पत्थर को देखकर उसने अपने बैलों को मोड़ | लिया और आगे निकल गया। उसके जाने के बाद एक ग्वाला डिब्बे में दूध लेकर उधर से निकला। वह पत्थर से ठोकर खाकर गिर पड़ा और उसका | सारा दूध गिर पड़ा, लेकिन उसने भी उसे हटाया नहीं। इतने में घोड़े पर बैठा एक सिपाही वहाँ आया। घोड़े को पत्थर से टकराने पर वह सिपाही गिरते-गिरते बचा, लेकिन वह भी इतना कह कर आगे चल दिया कि यहाँ के लोग बहुत आलसी हैं।

कुछ ही देर में एक बूढ़ा आदमी अपने सिर पर फलों की टोकरी लिए आया और पत्थर से ठोकर खाकर गिर पड़ा। उसके सारे फल बिखर गए। इतने में एक लड़का वहाँ आया। उसने सभी फल उठाकर वृद्ध की टोकरी में रख दिए और रास्ते का पत्थर हटाने लगा। राजा ने भी उसकी सहायता की और पत्थर एक ओर हट गया। वह लड़का शंकर था। राजा ने उसे इनाम दिया।

कठिन शब्दों के अर्थ

मुख्य = प्रधान, बड़ा।
प्रजा = जनता।
दयालु = दया करने वाला।
न्यायप्रिय = न्याय से प्यार करने वाला।
प्रातःकाल = सुबह के समय।
भ्रमण = सैर।
ग्वाला = दूध बेचने वाला।
ग्राहक = खरीदने वाला।
टाप = घोड़े के पैर की आवाज़।
ऊँचे स्वर = ज़ोर से।
आलसी = सुस्त।
वृद्ध = बूढ़ा।
आशीर्वाद = आशीष।
प्रयत्न = कोशिश।
पाठशाला = स्कूल, विद्यालय।
प्रशंसा = तारीफ़।

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 12 एडीसन

Punjab State Board PSEB 3rd Class Hindi Book Solutions Chapter 12 एडीसन Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 12 एडीसन

Hindi Guide for Class 3 PSEB एडीसन Textbook Questions and Answers

अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर

I. बताओ

1. बल्ब का आविष्कार किसने किया और उसका जन्म कब हुआ ?
उत्तर-
बल्ब का आविष्कार थामस एलवा एडीसन ने किया था और एडीसन का जन्म 11 फरवरी, सन् 1847 ई० को हुआ।

2. थॉमस एडीसन कहाँ का रहने वाला था ?
उत्तर-
वह अमेरिका का रहने वाला था। 3. थामस एडीसन का स्वभाव कैसा था ?
उत्तर-
थामस एडीसन बचपन से ही विचारशील था। कक्षा में हो या घर में, वह सदा अपने विचारों में ही खोया रहता था। एडीसन के अध्यापक उसे बुद्ध समझते लेकिन उसकी माँ उसे बुद्धिमान समझती थी।

4. खोज करने के लिए थॉमस एडीसन पैसा कहाँ से लाता था ?
उत्तर-
वह रेलगाड़ी में अख़बार बेचता और सब्जी आदि बेचकर जो भी पैसा कमाता उन्हें वह अपनी खोजों में लगा देता।

5. थामस एडीसन की माँ उसे कैसा बालक समझती थी ?
उत्तर-
एडीसन की माँ उसे बुद्धिमान बालक समझती थी।

6. थामस एडीसन की मृत्यु कब हुई ?
उत्तर-
18 अक्तूबर, सन् 1931 को महान् वैज्ञानिक थामस एडीसन की मृत्यु हुई।

II. समान अर्थ वाले शब्दों को चुनकर सही| जगह लिखो।

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 12 एडीसन 1

उत्तर-
(i) शौक – पसंद।
(ii) रोज़ – प्रतिदिन।
(iii) अखबार – समाचार पत्र।
(iv) परिश्रम – मेहनत।
(v) तस्वीर – चित्र।
(vi) धैर्य – हाँसला।
(vii) बुद्धिमान – समझदार
(viii) दृढ़ – मज़बूत।
(ix) अधिक – ज्यादा।

III. विपरीत अर्थ वाले वाक्यों का मिलान करो।

1. वह मूर्ख बालक है। 1. वह धैर्यहीन बालक है।
2. वह परिश्रमी बालक है। 2. वह कामचोर बालक है।
3. वह काम में ध्यान लगाने वाला बालक है। 3. वह आलसी बालक है।
4. वह धैर्यवान बालक है। 4. वह सफल बालक है।
5. वह असफल बालक है। 5. वह बुद्धिमान बालक है।

उत्तर-
विपरीत अर्थ वाले वाक्य –
1. वह मूर्ख बालक है = वह बुद्धिमान बालक है। 
2. वह परिश्रमी बालक है = वह आलसी बालक है।
3. वह काम में ध्यान लगाने वाला बालक है = वह कामचोर बालक है।
4. वह धैर्यवान बालक है = वह धैर्यहीन बालक है।
5. वह असफल बालक है = वह सफल बालक है।

IV. संयुक्त अक्षर से बने शब्द पाठ में से चुनकर लिखो –

प् + र = प्र = प्रयोग
ल् + ब = ल्ब = ………………………….
न् + ध = न्ध = ………………………….
ग् + न = ग्न = ………………………….
ध् + य = ध्य = ………………………….
क् + य = क्य = ………………………….
ट् + र = ट्र = ………………………….
ष् + ट = ष्ट = ………………………….
द् + व = द्व = ………………………….
उत्तर-
(i) प् + र = प्र = प्रयोग
(ii) ल् + ब = ल्ब = बल्ब
(iii) न् + ध = न्ध = अन्धेरा
(iv) ग् + न = ग्न = मग्न
(v) ध् + य = ध्य = ध्यान
(vi) क् + य = क्य = क्या
(vii) ट् + र = ट्र = ट्रक
(viii) ष् + ट = ष्ट = इष्ट
(ix) द् + व = व = द्वारा।

एडीसन Summary & Translation in Hindi

 

पाठ का सार

उदय को नई-नई बातें जानने का बड़ा शौक था। वह रात को खाना खाकर दादा जी के पास चला जाता और कहानियाँ सुनता। एक दिन जैसे ही वह दादा जी के कमरे में गया तो एकदम बिजली चली गई। दादा जी ने उदय से पछा कि क्या तुमने कभी सोचा कि बिजली का बल्ब किसने बनाया ? दादा जी ने ही बताया कि बल्ब बनाने वाले का नाम था-थॉमस एलवा एडीसन। वह अमेरिका का रहने वाला था। वह बचपन से ही विचारों में खोया रहता था।

अध्यापक उसे बुद्ध समझते थे। लेकिन उसकी माँ ही उसे बुद्धिमान समझती थी। वह सबको कहती कि मेरा बेटा एक दिन बड़ा व्यक्ति बनेगा। इससे एडीसन को बहुत हिम्मत मिलती। वह रेलगाड़ी में अख़बार बेचता, सब्जी आदि बेचता और जो भी पैसे बचाता उसे अपनी खोजों में लगा देता। उदय ने पूछा कि क्या वह इतना होशियार और | मेहनती था ?  इस पर उसके दादा जी ने कहा कि वह होशियार और मेहनती ही नहीं बल्कि वह अपनी धुन का भी पक्का था।

वह लगातार अपने काम में ही लगा रहता था। आराम तो वह जानता ही नहीं था। एडीसन ने ही बिजली को प्रकाश में बदलने का आविष्कार किया। इसके साथ-साथ ग्रामोफोन तथा मूक सिनेमा में आवाज़ भरने का आविष्कार भी किया। इस महान् वैज्ञानिक का जन्म 11 फरवरी, सन् 1847 ई० को हुआ और 18 अक्तूबर, सन् 1931 ई० में उस महान् वैज्ञानिक का देहान्त हो गया।

कठिन शब्दों के अर्थ

मग्न = तल्लीन।
ढेरों = बहुत सारी।
गौर से = ध्यान से।
एकदम = अचानक।
स्वभाव = आदत।
विचारशील = विचारों में खोए रहना।
मग्न = लीन।
बुद्ध = नासमझ, मूर्ख।
बुद्धिमान = समझदार।
व्यक्ति = आदमी।
उत्साह = हौसला।
परिश्रमी = मेहनती।
धुन का पक्का = पक्के इरादों वाला।
आविष्कार = खोज।
समाचार = खबरें।
मूक = मौन।
असफल = सफल न होना, फेल।
दृढ़ संकल्प = पक्का इरादा।
मानवता = मनुष्यता, लोगों।
देहावसान = मृत्यु।
वैज्ञानिक = आविष्कारक, खोजी।
धैर्य = हौंसला।
दृष्टिकोण = देखने और सोचने का तरीका।
तथास्तु = ऐसा ही हो।
ग्रामोफोन = एक यंत्र जिसमें शब्द ध्वनि भरकर जब चाहे प्रायः ठीक उसी रूप में सुन सकते हैं।

PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 11 रहना जरा संभल के

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PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 11 रहना जरा संभल के

Hindi Guide for Class 3 PSEB रहना जरा संभल के Textbook Questions and Answers

अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर

I. बताओ

1. बड़ दादा अपनी खुशी कैसे प्रकट कर रहे थे ?
उत्तर-
बड़ दादा अपनी बड़ी-बड़ी पत्तियाँ लहरा कर अपनी खुशी प्रकट कर रहे थे।

2. पेड़-पौधों का अस्तित्व क्यों ख़तरे में पड़ गया है ?
उत्तर-
नगरीकरण और बढ़ती जनसंख्या के कारण पेड़-पौधों का अस्तित्व ख़तरे में पड़ गया है।

3. पेड़-पौधों से हमें क्या लाभ हैं ?
उत्तर-
पेड़-पौधे न केवल हमें फल प्रदान करते हैं बल्कि इनकी लकड़ी हमारे घर के दरवाज़ों, खिड़कियों व अन्य वस्तुएँ आदि बनाने के काम आती है। इनके फूलों से इत्र और तेल आदि बनते हैं। पेड़-पौधे न केवल वातावरण को शुद्ध करके हमें ऑक्सीजन प्रदान करते हैं बल्कि कई पेड़ तो औषधि के काम भी आते हैं।

4. पत्तलों का क्या उपयोग होता है ?
उत्तर-
पेड़ों-पौधों के पत्तों से बने पत्तलों का उपयोग भोजन खाने में किया जाता है।

5. नीम गुणकारी कैसे है ?
उत्तर-
नीम बहुत गुणकारी है। इसकी पत्तियाँ, छाल व फल दवा बनाने के काम आते हैं। इससे चमड़ी के रोगों का इलाज होता है। इसकी सूखी पत्तियाँ कीटनाशक के रूप में काम आती हैं। इसकी दातुन करने से कभी दाँतों को कीड़े नहीं लगते।

6. तुलसी के पत्ते कैसे लाभकारी हैं ?
उत्तर-
तुलसी का पौधा पवित्र माना जाता है। कोई भी पावन कार्य इसकी पत्तियों के बिना अधूरा | माना जाता है। तुलसी की पत्तियों का रस शहद में मिलाकर पीने से सर्दी-जुकाम, खाँसी और बुखार दूर होते हैं।

II. वाक्य पूरे करो

मेरी मज़बूत डालियों पर युवतियों ने ………………………. डाला है।
हम मानव को ………………………. ऑक्सीजन देते हैं।
तुम्हारी झब्बेदार जड़ धरती से लग पुनः ………………………. बन जाती है।
नीम रक्त विकार औषधि का ………………………. है।
छुटकी तुलसी ………………………. की मूर्ति है।
उत्तर-
(i) मेरी मज़बूत डालियों पर युवतियों ने झूला डाला है।
(ii) हम मानव को जीवनदायिनी ऑक्सीजन देते हैं।
(iii) तुम्हारी झब्बेदार जड़ धरती से लग पुनः तना बन जाती है।
(iv) नीम रक्त-विकार औषधि का खजाना है।
(v) छुटकी तुलसी पवित्रता की मूर्ति है।

III. वाक्य बनाओ

फूले नहीं समाना = बहुत खुश होना = ……………………….
आँखों के तारे = बहुत प्यारे = ……………………….
जाल में फँसाना = बन्धन में डालना = ……………………….
अक्ल का कच्चा = बुद्धू, मूर्ख = ……………………….
ज़िदद का पक्का = दृढ़ इरादा = ……………………….
उत्तर-
(i) फूले नहीं समाना = बहुत खुश होना = कक्षा में अध्यापक से अपनी प्रशंसा सुनकर महेश फूले नहीं समाया।
(ii) आँखों के तारे = बहुत प्यारे = बच्चे अपनी माता-पिता की आँखों के तारे होते हैं।
(iii) जाल में फँसाना = बन्धन में डालना = सेठ ने अपनी चिकनी चुपड़ी बातों से रामू को अपने जाल में फँसा लिया।
(iv) अक्ल का कच्चा = बुद्ध, मूर्ख = महेश से अपने मन की बात मत कहना, वह तो अक्ल का कच्चा है।
(v) ज़िद्द का पक्का = दृढ़ इरादा = राजा अपनी ज़िद्द का पक्का है।

IV. विराम चिह्न लगाओ –

1. अरे वाह दादा पोती में क्या गपशप हो रही
उत्तर-
अरे वाह ! दादा-पोती में क्या गपशप हो रही है ?

2. अरे तुम्हारी निम्मी दीदी क्या कम गुणकारी
उत्तर-
अरे, तुम्हारी निम्मी दीदी क्या कम गुणकारी है।

3. बेटी ये बच्चे ही धरती पर अच्छे हैं मन के सच्चे हैं ज़िदद के पक्के हैं|
उत्तर-
‘बेटी ! ये बच्चे ही धरती पर अच्छे हैं, मन के सच्चे हैं, ज़िद्द के पक्के हैं।

V. दिए गए शब्दों के विलोम शब्द गोले में से ढूँढ़कर सही स्थान पर लिखो –

(1) जीवन = ……………………….
(2) उजाड़ = ……………………….
(3) पढ़ना = ……………………….
(4) गमी = ……………………….
(5) पाप = ……………………….
(6) गुण = ……………………….
(7) समझदार = ……………………….
(8) सुखी = ……………………….
(9) खुशी = ……………………….
(10) दिन = ……………………….
(11) पुरानी = ……………………….
(12) शुद्ध = ……………………….
PSEB 3rd Class Hindi Solutions Chapter 11 रहना जरा संभल के 1
उत्तर-
(1) जीवन = मृत्यु।
(2) उजाड़ = आबाद।
(3) पढ़ना = लिखना।
(4) गर्मी = सर्दी।
(5) पाप = पुण्य।
(6) गुण = अवगुण।
(7) समझदार = नासमझ।
(8) सुखी = दुःखी।
(9) खुशी = गमी।
(10) दिन = रात।
(11) पुरानी = नई।
(12) शुद्ध = अशुद्ध।

VI. नए शब्द बनाओ-

पत्ती = पत्ती = त्त = ……………………….
निम्मी = म्म = ……………………….
चच्चू = च्च = ……………………….
पक्का = क्क = ……………………….
झब्बेदार = ब्ब = ……………………….
ज़िद्द = द्द = ……………………….
उत्तर –
(i) त्त = पत्तल, पत्ता।
(ii) म्म = जुम्मन, चम्मच।
(iii) च्च = सर्वोच्च, बच्चा।
(iv) क्क = धक्का, चक्का।
(v) ब्ब = डिब्बा, अब्बा।
(vi) द्द = दद्दा, भद्दा।

VII. श्रुत लेख

हम मानव को जीवनदायिनी ऑक्सीजन देते हैं। कुछ पेड़ों से रात में कार्बनडाइ-ऑक्साइड निकलती है। बच्चो हमको रखना याद। हमसे है-जीवन आबाद।
उत्तर-
विद्यार्थी उपरोक्त पंक्तियों का श्रुतलेख लिखने का अभ्यास करें।

VIII. करो

(i) पेड़ों पर नारे लिखकर कक्षा में लगाओ।
(ii) पेड़ों की रक्षा करने का व्रत लो।
(iii) इस पाठ का अभिनय सही वेशभूषा धारण कर करो।
उत्तर-
निर्देश-विद्यार्थी उपरोक्त कार्यों को करने का प्रयास करें।

IX. सम्बन्ध जोड़ो

दादा फूफा
मामा चाची
चाचा बहन
बुआ मौसी
भाई दादी
मौसा मामी

उत्तर-
(i) दादा = दादी।
(ii) मामा = मामी।
(iii) चाची = चाचा।
(iv) बुआ = फूफा।
(v) भाई = बहन।
(vi) मौसा = मौसी।

अध्यापन निर्देश-अध्यापक बच्चों को समझाए कि जब किसी शब्द में एक अक्षर आधा और दूसरा वही अक्षर पूरा हो तो, ऐसे शब्दों को ‘द्वित्व शब्द’ कहते हैं। जैसे–’पत्ती’ में एक ‘त्’ आधा और उसके बाद ‘त’ पूरा है। इसी प्रकार अन्य शब्द लेकर समझाएं।

रहना जरा संभल के Summary & Translation in Hindi

कठिन शब्दों के अर्थ

लहरा कर = हिला कर।
अवसर = मौका।
फूला नहीं समाना = बहुत खुश होना।
चहलपहल = लोगों की रौनक, भीड़।
पंचायत = पंचों की मंडली।
सैंकड़ों = कई सौ।
नगरीकरण = शहरों में बसना।
अस्तित्व = विद्यमानता।
आँखों के तारे = प्रिय, प्यारे।
जीवनदायिनी = जीवन-देने वाले।
स्वार्थी = मतलबी।
मानव = मनुष्य।
दूषित = गन्दा।
नासमझ = नादान, मूर्ख।
पत्तल = पत्तों को जोड़कर बनाई गई थाली।
सर्वाधिक = सबसे अधिक।
गुणकारी = लाभकारी।
रक्त विकार = खून के रोग।
औषधि = दवाई।
निबौलियों = नीम के फल।
कोमल = नर्म ।
शाखाएँ = टहनियाँ।
कीटनाशक = कीड़ों का नाश करने वाली दवा।
अनाज = गेहूँ, दालें आदि।
पावन = पवित्र, शुद्ध ।
मूर्ति = तस्वीर, छवि।
अक्ल के कच्चे = नादान, नासमझ।
फुलवारी = वाटिका, बगीचा।
कीटनाशक = कीटों को नष्ट करने वाली दवा।