PSEB 7th Class Maths Solutions Chapter 15 Visualising Solid Shapes Ex 15.2

Punjab State Board PSEB 7th Class Maths Book Solutions Chapter 15 Visualising Solid Shapes Ex 15.2 Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 7 Maths Chapter 15 Visualising Solid Shapes Ex 15.2

1. Use isometric dot paper and make an isometric sketch of the following figures :
Question (i).
PSEB 7th Class Maths Solutions Chapter 15 Visualising Solid Shapes Ex 15.2 1
Solution:
PSEB 7th Class Maths Solutions Chapter 15 Visualising Solid Shapes Ex 15.2 2

Question (ii).
PSEB 7th Class Maths Solutions Chapter 15 Visualising Solid Shapes Ex 15.2 3
Solution:
PSEB 7th Class Maths Solutions Chapter 15 Visualising Solid Shapes Ex 15.2 4

Question (iii).
PSEB 7th Class Maths Solutions Chapter 15 Visualising Solid Shapes Ex 15.2 5
Solution:
PSEB 7th Class Maths Solutions Chapter 15 Visualising Solid Shapes Ex 15.2 6

Question (iv).
PSEB 7th Class Maths Solutions Chapter 15 Visualising Solid Shapes Ex 15.2 7
Solution:
PSEB 7th Class Maths Solutions Chapter 15 Visualising Solid Shapes Ex 15.2 8

PSEB 7th Class Maths Solutions Chapter 15 Visualising Solid Shapes Ex 15.2

2. Draw (i) an oblique sketch (ii) Isometric sketch for :
(a) A cube with a edge of 4 cm long
(b) A cuboid of length 6 cm, breadth 4 cm and height 3 cm
Solution:
(a) (i) Oblique sketch of cube with a edge 4 cm long.
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(ii) Iso metric sketch for a cube with a edge of 4 cm long.
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(b) (i) an oblique sketch for a cuboid of length 6 cm, breadth 4 cm and height 3 cm.
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(ii) Isometric sketch for a cuboid of length 6 cm, breadth 4 cm and height 3 cm.
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3. Two cubes each with edge 3 cm are placed side by side to form a cuboid, sketch oblique and isometric sketch of this cuboid.
Solution:
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4. Draw an Isometric sketch of triangular pyramid with base as equilateral triangle of 6 cm and height 4 cm.
Solution:
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5. Draw an Isometric sketch of square pyramid.
Solution:
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6. Make an oblique sketch for each of the given Isometric shapes.

Question (i).
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Solution:
PSEB 7th Class Maths Solutions Chapter 15 Visualising Solid Shapes Ex 15.2 17

Question (ii).
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Solution:
PSEB 7th Class Maths Solutions Chapter 15 Visualising Solid Shapes Ex 15.2 19

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7. Using an isometric dot paper draw the solid shape formed by the given net.
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Solution:
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8. Multiple choice questions:

Question (i).
An oblique sheet is made up of:
(a) Rectangles
(b) Squares
(c) Right angled triangles
(d) Equilateral triangles.
Answer:
(b) Squares

Question (ii).
An isometric sheet is made up of dots forming :
(a) Squares
(b) Rectangles
(c) Equilateral triangles
(d) Right angled triangle
Answer:
(c) Equilateral triangles

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Question (iii).
An oblique sketch has :
(a) Proportional lengths
(b) Parallel lengths
(c) Non-Proportional lengths
(d) Perpendicular lengths.
Answer:
(c) Non-Proportional lengths

Question (iv).
An Isometric sketch has :
(a) Non proportional lengths
(b) Parallel lengths
(c) Perpendicular lengths
(d) Proportional lengths.
Answer:
(d) Proportional lengths.

Question (v).
Isometric sketches shows objects of:
(a) Two dimensions
(b) Shadows
(c) Three dimensions
(d) One dimension.
Answer:
(c) Three dimensions

PSEB 7th Class Hindi Solutions Chapter 24 माँ तुलसी मेरे आँगन की

Punjab State Board PSEB 7th Class Hindi Book Solutions Chapter 24 माँ तुलसी मेरे आँगन की Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 7 Hindi Chapter 24 माँ तुलसी मेरे आँगन की

Hindi Guide for Class 7 PSEB माँ तुलसी मेरे आँगन की Textbook Questions and Answers

(क) भाषा-बोध

1. शब्दार्थ:

आँगन = सेहन
अलापना = ऊँचे स्वर में भजन गाना
निपटा कर = खत्म करके
पश्चात् = बाद में
शीतलता = ठण्डक
पावनता = पवित्रता
हर = शिव
पटरानी = मुख्य पत्नी
अनुभव = महसूस
सहज = आसानी से
पाला = सर्दी
भयंकर = डरावनी
शीत = सर्दी
तारीफ =प्रशंसा
श्यामा = काली
अर्चना = पूजा करना
रक्षा = बचाव
प्रकृति = कुदरत
कीटाणु = जर्म, कीड़े आदि
सामान्य = आम
गृहणियाँ = घर की स्त्रियाँ
मंगल-कामना = भले की इच्छा
उपयोगी = लाभदायक

2. निम्नलिखित शब्दों/मुहावरों को अपने वाक्यों में प्रयोग कीजिए

पश्चात् ____________ ____________________
शीतलता ___________ ____________________
पावनता _____________ __________________
अमृत ______________ ________________
पाला पड़ना _____________ ___________________
दूंठ हो जाना _____________ _________________
स्थापित _____________ ________________________
उत्तर:
पश्चात् (बाद में) – स्नान करने के पश्चात् पूजा-पाठ करो।
शीतलता (ठंडक) – चन्दन में अद्भुत शीतलता होती है।
पावनता (पवित्रता) – तुलसी के पौधे की पावनता प्रसिद्ध है।
अमृत (अमरता के गुण वाला रस) – तुलसी के पौधे में अमृत जैसे गुण हैं।
पाला पड़ना ( बहुत ठंड पड़ना) – पाला पड़ने से कई पौधे मुरझा जाते हैं।
ढूंठ हो जाना (पत्तों से रहित होना) – कड़ी सर्दी में पौधे लूंठ हो जाते हैं।
स्थापित (लगाना, बनाना) – ऊँचे चबूतरे पर तुलसी का पौधा स्थापित करना चाहिए।

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3. पावनता एक भाववाचक संज्ञा है-जिसका मूल शब्द है नीचे लिखे शब्दों की भाववाचक संज्ञाएं बताइए

शीतल = ……………….
प्रभु = ………………….
माता = ……………….
व्यक्ति = ………………
बुरा = …………………
भला = ……………..
उत्तर:
शीतल = शीतलता
प्रभु = प्रभुता
माता = मातृत्व
व्यक्ति = व्यक्तित्व
बुरा = बुराई
भला = भलाई

4. वैज्ञानिक एक विशेषण शब्द है जिसका मूल शब्द है-विज्ञान नीचे लिखे शब्दों के विशेषण बनाइए

श्याम = ………………
रंग = …………………..
देश = …………………
धर्म = …………………
प्रकृति = …………….
प्रातःकाल = ………………
उत्तर:
शब्द विशेषण
श्याम – श्यामल
रंग – रंगीन
देश – देशज
धर्म – धार्मिक
प्रकृति – प्राकृतिक
प्रातःकाल – प्रात:कालीन

5. नीचे लिखे शब्दों के स्त्रीलिंग रूप लिखें:

माली = …………………
तेली = …………………
नाग = …………………
बूढ़ा = …………………
बेटा = …………………
मोर = …………………
नौकर = …………………
उत्तर:
शब्द स्त्रीलिंग
माली – मालिन
तेली = तेलिन
नाग – नागिन
बूढ़ा = बुढ़िया
बेटा – बेटी
मोरनी = मोरनी
नौकर – नौकरानी
साँप का स्त्रीलिंग साँपिनी है।

6. नीचे लिखे शब्दों को अलग-अलग (सन्धिच्छेद) करें:

चरणामृत = …………………
महौषधि = …………………
नीरोग = …………………
महेन्द्र = …………………
हिमालय = …………………
उत्तर:
शब्द सन्धि विच्छेद
चरणामत = चरण +अमृत
महौषधि – महा + औषधि
नीरोग = निर् +रोग
महेन्द्र = महा +इन्द्र
हिमालय = हिम + आलय

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7. प्रयोगात्मक व्याकरण

(क)
(1) महा + औषध = महौषध
आ + औ = औ

(2) वन + ओषधि = वनौषधि
अ + ओ = औ अतएव अ, आ के बाद ‘ओ’ या ‘औ’ आ जाये जो दोनों के स्थान पर ‘औ’ हो जाता है। यह वृद्धि संधि का उदाहरण है।
अन्य उदाहरण :- महा + ओजस्वी = महौजस्वी
परम + औदार्य = परमौदार्य

(ख)
(1) एक + एक = एकैक
अ + ए = ऐ

(2) सदा + एव = सदैव
आ + ए = ऐ

(3) मत + ऐक्य = मतैक्य
अ + ऐ = ऐ

अतएव अ, आ के बाद ए/ऐ आ जायें तो दोनों के स्थान पर ‘ऐ’ हो जाता है। यह वृद्धि संधि का उदाहण है।

(ख) विचार-बोध

1. रिक्त स्थानों में उपयुक्त शब्द भरें:

  1. सिम्पी की आवाज़ शशि को सुनाई नहीं दी, क्योंकि वह ………… थी। (काम में लीन, पढ़ रही, गुनगुना रही)
  2. तुलसी को जल चढ़ाने से ……… मिलती है । (तृप्ति, सन्तुष्टि, शान्ति)
  3. तुलसी को देवी का रूप माना गया क्योंकि वह …….. (शिव की पत्नी, पूजी जाती, उत्तम, हरा-भरा, पौधा, अमृत जैसे गुणों वाली)
  4. तुलसी मनुष्य के लिए अमृत के समान ………… है। (सुखकारी, वरदान, औषधि, गुणकारी)
  5. तुलसी का विवाह ………… में होता है। (वैशाख, कार्तिक, माघ)

उत्तर:

  1. गुनगुना रही
  2. शान्ति
  3. शिव की पत्नी
  4. गुणकारी
  5. कार्तिक

2. इन प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में लिखें:

प्रश्न 1.
शशि ‘माँ तुलसी मेरे आँगन की’ क्यों गुन-गुना रही थी ?
उत्तर:
शशि ‘माँ तुलसी मेरे आँगन की’ इसलिए गुनगुना रही थी, क्योंकि उसे स्नान के पश्चात् तुलसी माता को जल चढ़ाने से शान्ति मिलती थी।

प्रश्न 2.
तुलसी को देवी का रूप क्यों माना गया है ?
उत्तर:
तुलसी को उसके अमृत जैसे गुणों के कारण देवी का रूप माना जाता है।

प्रश्न 3.
तुलसी की पूजा कैसे करते हैं ?
उत्तर:
तुलसी की पूजा प्रातः स्नान करने के बाद उस पर जल चढ़ाकर की जाती है

प्रश्न 4.
तुलसी मुख्यतः कितने प्रकार की होती है ?
उत्तर:
तुलसी मुख्यतः दो प्रकार की सामान्य तुलसी और श्यामा तुलसी होती है।

प्रश्न 5.
तुलसी का एक नाम वृन्दा क्यों है ?
उत्तर:
तुलसी का एक नाम ‘वृन्दा’ इसलिए है क्योंकि वह शिव की पत्नी है।

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3. इन प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में लिखें :

प्रश्न 1.
आयुर्वेद में तुलसी का क्या महत्त्व है ?
उत्तर:
आयुर्वेद में तुलसी को महौषधि माना जाता है। ये बुखार, खाँसी, मलेरिया आदि रोगों को दूर करती है। इसकी सुगन्धि से वातावरण शुद्ध होता है। मच्छर और कीटाणु नष्ट होते हैं। इन्हीं कारणों से तुलसी का आयुर्वेद में बड़ा महत्त्व है।

प्रश्न 2.
चरणामृत और प्रसाद में तुलसी पत्र क्यों डालते हैं?
उत्तर:
चरणामृत में तुलसी पत्र पावन और सुखद होने के कारण डाले जाते हैं। इन्हें शास्त्रों में पवित्र माना जाता है और इन्हें धार्मिक महत्त्व प्रदान किया गया है।

प्रश्न 3.
तुलसी की सुगन्धि के क्या लाभ हैं ?
उत्तर:
तुलसी के पत्तों में एक अद्भुत सुगन्धि होती है। इससे वातावरण शुद्ध रहता है। मच्छर और कीटाणु नष्ट हो जाते हैं। जहाँ तुलसी की सुगन्धि होगी, वहाँ रोग नहीं फैलते।

प्रश्न 4.
‘तुलसी का विवाह’ का वास्तविक तात्पर्य क्या है?
उत्तर:
‘तुलसी का विवाह’ का वास्तविक तात्पर्य है-तुलसी में विशिष्ट गुण होना। हमारे देश में अच्छी चीज़ को समझने के लिए उसे धार्मिक रीति-रिवाज से जोड़ दिया जाता है। तुलसी को शीत ऋतु में ठंड से बचाए रखने के लिए उसका विवाह कर चूनर से ढक दिया जाता है।

प्रश्न 5.
‘श्यामा तुलसी’ और ‘सामान्य तुलसी’ का अन्तर स्पष्ट करें।
उत्तर:
श्यामा तुलसी के पत्ते छोटे-छोटे होते हैं। इसके पत्ते कुछ कालापन लिए होते हैं। सामान्य तुलसी के पौधे अपेक्षाकृत बड़े और हरे होते हैं। गुणों की दृष्टि से दोनों उपयोगी हैं।

प्रश्न 6.
क्या ‘माँ तुलसी मेरे आँगन की’ शीर्षक उपयुक्त है?
उत्तर:
तुलसी अपने विशिष्ट गुणों एवं रोग-नाशक प्रभावों के कारण माता के रूप में पूजनीय मानी जाती है। धार्मिक दृष्टि से भी इसे पवित्र माना जाता है। सचमुच यह माता के समान है। इसलिए ‘माँ तुलसी मेरे आँगन की’ पाठ का शीर्षक उपयुक्त है।

प्रश्न 7.
तुलसी के गुण लिखें।
उत्तर:
आयुर्वेद में इसे महौषधि बताया गया है । इससे सामान्य बुखार, जुकाम, खाँसी, मलेरिया, खून के अनेक दोष विकार न जाने कितने रोग सहज ही दूर हो जाते हैं।

प्रश्न 8.
तुलसी का पौधा प्रवेश द्वार के निकट क्यों रखा जाता है ?
उत्तर:
तुलसी के पौधे के चारों ओर एक अच्छा वातावरण मिल जाता है इसलिए बहुत से घरों में प्रवेश द्वार के नज़दीक ही तुलसी का पौधा होता है।

(ग) रचना-बोध

‘तुलसी के महत्त्व’ पर मंच पर भाषण दें।
संकेत – धार्मिक, आयुर्वेदीय, पर्यावरण।
उत्तर:
विद्यार्थी स्वयं करें।
करो – तुलसी का पौधा गमले में लगायें और उसकी देखभाल करें।

PSEB 7th Class Hindi Guide माँ तुलसी मेरे आँगन की Important Questions and Answers

1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर उचित विकल्प चुनकर लिखिए

प्रश्न 1.
किसके नियमित सेवन से रोग पास नहीं आते हैं ?
(क) आँवला
(ख) आम
(ग) तुलसी
(घ) चावल
उत्तर:
(ग) तुलसी

प्रश्न 2.
चरणामृत और प्रसाद के साथ और क्या रखा जाता है ?
(क) तुलसी
(ख) गेंदा
(ग) बिस्तर
(घ) तेल
उत्तर:
(क) तुलसी

प्रश्न 3.
तुलसी की सुगंध से कौन-कौन दूर भागते हैं ?
(क) साँप
(ख) मच्छर
(ग) कीटाणु
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर:
(घ) उपरोक्त सभी

प्रश्न 4.
तुलसी कितने प्रकार की होती है ?
(क) चार
(ख) तीन
(ग) पाँच
(घ) दो
उत्तर:
(घ) दो।

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प्रश्न 5.
राशि किसकी आवाज़ नहीं सुन पाती ?
(क) सिम्पी
(ख) माँ
(ग) पिता
(घ) भाई
उत्तर:
(क) सिम्पी

2. दिए गए शब्द का सही अर्थ से मिलान कीजिए

प्रश्न 1.
औषधी:
दवाई
मिठाई
कलाई:
उत्तर:
दवाई

प्रश्न 2.
लीन होना:
समा जाना
ले कर आना
उत्तर:
समा जाना

प्रश्न 3.
अर्चना:
पूजा करना
आँच न आना
चर्च
उत्तर:
पूजा करना

प्रश्न 4.
पटरानी:
पाट की रानी
मुख्य पत्नी
पटरी रानी
उत्तर:
मुख्य पत्नी

माँ तुलसी मेरे आँगन की Summary

माँ तुलसी मेरे आँगन की पाठ का सार 

‘माँ तुलसी मेरे आँगन की’ पाठ में लेखक ने तुलसी के पौधे के औषधीय गुणों का शशि और सिम्पी के वार्तालापों के माध्यम से वर्णन किया है। राशि स्नान के बाद माँ तुलसी मेरे आँगन की गुनगुनाती हुई तुलसी के पौधे को जल चढ़ा कर शीतलता, शान्ति और पवित्रता का अनुभव कर उसी में लीन है और सिम्पी की आवाज़ नहीं सुन पाती और उस के यह कहने पर कि क्या वह ‘मैं तुलसी मेरे आँगन की’ फ़िल्म देख कर गुनगुना रही है? उसे उत्तर देती है कि तुलसी को जल चढ़ा कर उसे ऐसा लगता है जैसे उसे माँ के आंचल की छाया मिल गई हो। सिंपी भी अपने आँगन में तुलसी का पौधा मँगवा कर लगाना चाहती है। शशि उसे अपने तुलसे के चबूतरे से तुलसी का नन्हा पौधा ले जाकर अपने घर लगाने के लिए कह कर उसे उस के वृन्दा के देवी रूप के विषय में बताती है जो कहीं हर-शिव तथा जालंधर की पत्नी के रूप में प्रसिद्ध है। वृन्दावन में भी तुलसी-दलों की ही अधिकता रही होगी।

सिम्पी बताती है कि उसके घर आए एक वैद्यराज ने इसे महौषधि बताकर इसे सामान्य बुखार, जुकाम, खाँसी, मलेरिया, खून के विकारों को दूर करने में लाभदायक बताया था। शशि कहती है कि तुलसी से रोग ही दूर नहीं होते बल्कि इसके नियमित सेवन से रोग पास भी नहीं आते। इसे चरणामृत और प्रसाद में रखते हैं। इस की सुगन्ध मच्छर कीटाणुओं, साँप तक को दूर भगाती है। चाय में इस की महक बहुत अच्छी लगती है। यह दो प्रकार की सामान्य और श्यामा तुलसी होती है तथा दोनों के गुण सामान्य होते हैं। सिम्पी को भी तुलसी माता जैसी लगती है और दोनों गुनगुनाने लगती हैं ‘माँ तुलसी मेरे आँगन की।

PSEB 7th Class Hindi Solutions Chapter 23 बहू की विदा

Punjab State Board PSEB 7th Class Hindi Book Solutions Chapter 23 बहू की विदा Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 7 Hindi Chapter 23 बहू की विदा

Hindi Guide for Class 7 PSEB बहू की विदा Textbook Questions and Answers

(क) भाषा-बोध

1. शब्दार्थ:

एकांकी = एक अंक का नाटक
समाधान = हल
सराहनीय = तारीफ के लायक, प्रशंसनीय
अवथा = आयु
द्वार = दरवाज़ा
समृद्धि = खुशहाली, धन वैभव की अधिकता, सम्पन्नता
चिह्न = निशान
विनम्र = विनीत, झुका हुआ
निराशाजन्य = निराशा से पैदा हुआ
करुण = दूसरों के दुःख से दुखी होने का भाव
बदतमीजी = बेअदबी
अपमान = निरादार
तिलमिलाना = अचानक मिले कष्ट से पीड़ित होना
दर्द-मिश्रित = दर्द से मिला
आवेश – जोश, उत्साह
जिद्द = हठ
विनती = प्रार्थना, निवेदन
प्रस्थान = जाना
निर्णय = फैसला
सामर्थ्य = शक्ति, हिम्मत
नाता = रिश्ता
ख़ातिर = स्वागत, सेवा
शान = इज्जत, सम्मान
ठेस = दुःख
चेष्टा = कोशिश
सरासर = बिलकुल
अन्याय = अनुचित, गलत
सुख-सुहाग – पति से मिलने वाला सुख
सौगन्ध = कसम
कामना = इच्छा
पूर्ति = पूरा करना
कीमत = मूल्य
चिन्ता = फिक्र
अखरेगी = बुरा लगेगा
उपक्रम = कोशिश, प्रयत्न
कुशल-क्षेम = खैरियत, हालचाल
मूर्तिवत = मूर्ति के समान
राह देखना = प्रतीक्षा करना
मन्दगति = धीमी चाल
नाक वाले = प्रतिष्ठित, इज्ज़तदार
नेपथ्य = पर्दे के पीछे से
हतप्रभ-सी = निराश होकर, उत्साहहीन होकर, शोभा से रहित होकर
कम्पन = काँपना
शराफ़त = भले मानसी, भद्रता
इन्सानियत = मानवता
अनसुनी = सुने को न सुनना
निःश्वास = साँस
ओट = आड़
यवनिका = पर्दा

PSEB 7th Class Hindi Solutions Chapter 23 बहू की विदा

2. निम्नलिखित मुहावरों/लोकोक्ति को अपने वाक्यों में प्रयोग करें :

सपना देखना ____________ _________________________
हृदय टूटना _________________ __________________________
झोंपड़ी में रहकर महल से नाता जोड़ना __________________ ____________________
ठेस पहुँचाना ______________ _______________________
धूप में बाल सफ़ेद होना __________________ _________________________
दाँतों तले अंगुली दबाना _________________ _________________________
पानी से पत्थर नहीं पिघलता ___________________ ______________________
नाक भौंह सिकोड़ना ___________ ___________________________
कलेजे में घाव होना ___________________ __________________________
मुँह ताकना __________________ _______________________
धब्बा लगना _________________ __________________________
हँसी होना ________________ ________________________
सपनों का खून होना _______________ _______________________
तराजू में तौलना _____________ __________________________
नाक होना ____________________ ________________________
मुँह से सीधी बात न निकालना _______________ ______________________
हाथ मलना _____________ ___________________________
उत्तर:
सपना देखना (कल्पना करना) – सफलता केवल सपना देखने से नहीं मिलती, मेहनत करनी पड़ती है।
हृदय टूटना (दुःख होना) – पुत्र की अचानक मौत से माँ का हृदय टूट गया।
झोंपड़ी में रहकर महल से नाता जोड़ना (गरीब का अमीर से रिश्ता होना)मज़दूर सुशान्त अपनी बहन की शादी ज़मींदार के बेटे से करने की सोच रहा है जो अगर सच हो गया तो झोपड़ी में रहकर महल से नाता जोड़ने जैसा काम होगा।
ठेस पहुँचाना (दुःख देना) – महमूद ने शराब पीकर अपने माता-पिता को बहुत ठेस पहुँचाई।
धूप में बाल सफ़ेद होना (बूढ़े होने पर भी अनुभव नहीं होना) – बाबा भारती ने खड्ग सिंह की चापलूसी भरी बातें सुन कर उसे कहा कि उन्होंने कोई धूप में बाल सफेद नहीं किए जो वह उन्हें ठग लेगा।
दाँतों तले अंगुली दबाना (हैरान होना) – जादूगर के खेलों को देखकर बच्चों ने दाँतों तले अंगुली दबा ली।
पानी से पत्थर नहीं पिघलता (कठोर व्यक्ति आँसुओं से नहीं बहलते) – ठेकेदार की ज्यादतियों के खिलाफ अपने साथी मज़दूर को ठेकेदार के सामने गिड़गिड़ाते तथा रोते देख कर उसके साथी ने उसे समझाते हुए कहा कि शान्त हो जाओ क्यों कि पानी से पत्थर नहीं पिघलता।
नाक भौंह सिकोड़ना (नखरे करना) – सुशीला के घर की गन्दगी देखकर हरभजन कौर नाक भौंह सिकोड़ने लगी।
कलेजे में घाव होना (बहुत दुःख होना) – अध्यापक जी की कठोर बातें सुनकर सुरेश के कलेजे में घाव हो गया।
मुँह ताकना (लाचारी से देखना) – मेरा मुँह ताकना बन्द करो और अपना काम पूरा करो।
धब्बा लगना (बदनाम होना) – पुत्र के जेल जाने पर उस के खानदान पर उसके अपराधी होने का धब्बा लग गया।
हँसी होना (मज़ाक उड़ना, बदनामी करना) – बारातियों के ठीक से स्वागत-सत्कार नहीं होने पर सब में सेठी खानदान की हँसी हो गई।
सपनों का खून होना (कल्पना पूरी नहीं होना)-जवान पुत्र की मृत्यु ने माँ-बाप के सपनों का खून कर दिया।
तराजू में तौलना (बराबर समझना, सच्ची बात करना) – मुझे तुमसे उलझना नहीं है इसीलिए मैं तो जो कहता हूँ तराजू में तौल कर कहता हूँ।
नाक होना (इज्जत होना) – लाला फकीर चन्द की अपनी बिरादरी में बड़ी नाक
मुँह से सीधी बात न निकलना (इधर-उधर की बातें करना) – श्याम गुरु जी से मेरी शिकायत करने गया था परन्तु उसके मुँह से सीधी बात न निकल सकी।
हाथ मलना (दु:ख होना) – हाथ आया अवसर निकल जाने पर हाथ मलते रह जाना पड़ता है।

3. लिंग बदलो :

माँ = ……………….
पति = ……………..
पुत्र = ………………..
भाई = ……………..
सास = ………………
देवर = ……………….
जेठ = …………….
ननद = …………….
बहन = ……………..
समधि = ……………
बाबू = …………………
मालिक = ………………
उत्तर:
माँ = बाप
जेठ = जेठानी
पति = पत्नी
ननद = ननदोई
पुत्र = पुत्री
बहन = बहनोई
भाई = भावज
समधि = समधन
सास = ससुर
बाबू = बबुआईन
देवर = देवरानी
मालिक = मालकिन

4. भाववाचक संज्ञा बनाओ:

अपना = ………………….
बच्चा = ……………….
पराया = ……………..
भारी = ………………….
मुस्कराना = …………………
घबराना = ………………….
सजाना = …………………
लिखना = ………………
उत्तर:
अपना = अपनापन
मुस्कराना = मुस्कराहट
बच्चा = बचपन
घबराना = घबराहट
पराया = परायापन
सजाना = सजावट
भारी = भारीपन
लिखना = लिखावट

5. विराम चिह्न लगाएं:

प्रश्न 1.
तो वह क्या कर लेता
उत्तर:
तो वह क्या कर लेता ?

प्रश्न 2.
बहू और बेटी बेटी और बहू अजीब उलझनें हैं कुछ समझ में नहीं आता
उत्तर:
बहू और बेटी ! बेटी और बहू ! अजीब उलझनें हैं। कुछ समझ में नहीं आता।

PSEB 7th Class Hindi Solutions Chapter 23 बहू की विदा

प्रश्न 3.
बहुत अच्छा स्वभाव है उसका हर समय हँसती हँसाती रहती है
उत्तर:
बहुत अच्छा स्वभाव है उसका, हर समय हँसती-हँसाती रहती है।

प्रश्न 4.
सच विदा न होने का मुझे ज़रा भी दुःख न होगा
उत्तर:
सच, विदा न होने का मुझे ज़रा भी दुःख न होगा।

प्रश्न 5.
हाँ विदा के लिए क्या कहा उन्होंने
उत्तर:
हाँ, विदा के लिए क्या कहा उन्होंने ?

6. इन वाक्यों को शुद्ध करें:

प्रश्न 1.
मैं आपको केवल पाँच सौ रुपये मात्र ही दे सकता हूँ।
उत्तर:
मैं आप को केवल पाँच सौ रुपये ही दे सकता हूँ।

प्रश्न 2.
उसने अपनी बात सप्रमाण सहित कही।
उत्तर:
उसने अपनी बात सप्रमाण कही।

प्रश्न 3.
हम सब यहाँ सकुशलतापूर्वक हैं।
उत्तर:
हम सब यहाँ सकुशल हैं।

प्रश्न 4.
मकान लगभग कोई सात-आठ हज़ार में बिक जायेगा।
उत्तर:
मकान लगभग सात-आठ हज़ार में बिक जायेगा।

7. प्रयोगात्मक व्याकरण

  1. जीवन लाल खिड़की के समीप खड़े हुए दिखाई दिया।
  2. कमरे के बीच में सोफा सेट है।
  3. हर लड़की पहला सावन अपनी सखी-सहेलियों के साथ हँस-खेलकर बिताने का सपना देखती है।
  4. मेरे सामने मुँह खोलने की हिम्मत किसी में नहीं है।
  5. हम अपनी बेटी के लिए आए हैं।
  6. हमने अपने सामर्थ्य के अनुसार तो दे दिया।
  7. क्या गालियों के अलावा कभी सीधी बात नहीं निकलती मुँह से।
  8. वह प्रमोद के पास जाकर खड़ी हो जाती है।

उपर्युक्त वाक्यों में के समीप, के बीच, के साथ, सामने, के लिए, के अनुसार, के अलावा, के पास शब्द संज्ञा तथा सर्वनाम शब्दों के साथ आकर उनका सम्बन्ध वाक्य में दूसरे शब्दों के साथ बता रहे हैं। अतः सम्बन्ध बोधक हैं। अतएव जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम शब्दों के साथ जुड़कर उनका सम्बन्ध वाक्य के दूसरे शब्दों से बताते हैं, उन्हें सम्बन्ध बोधक कहते हैं। यदि इन सम्बन्ध बोधक अविकारी शब्दों को वाक्य में से निकाल दिया जाए तो वाक्य का कोई अर्थ नहीं रह जाता।

अन्य सम्बन्ध बोधक शब्द-पहले, बाद, आगे, पीछे, बाहर, भीतर, ऊपर, नीचे, अनुसार, तरह, बिना, समान, निकट, बगैर, रहित, सिवाय, अतिरिक्त, तक, भर, संग। सम्बन्धबोधक का प्रयोग दो प्रकार से होता है :

1. विभक्तियों के साथ
2. विभक्तियों के बिना

(1) विभक्तियों के साथ सम्बन्धबोधक का प्रयोग
* वह माँ के साथ बाजार गया है।
** वह प्रमोद के पास जाकर खड़ी हो गयी।

(2) विभक्तियों के बिना सम्बन्धबोधक का प्रयोग
* मैं बिना विदा कराए ही जा रहा हूँ।
* * ज्ञान बिना जीवन बेकार है।
*** हमने जीवन भर की कमाई दे दी।

8. उपयुक्त योजक भर कर वाक्य पूरे करें:

1. जीवन लाल सोफे पर बैठकर जम्हाई लेते हैं ………….. प्रमोद की बातों से ऊब रहे हों (मानो, अतः)
2. …………. माँ-बहन का इतना ही ख्याल था ………. दहेज पूरा क्यों नहीं दिया (चाहे.. फिर भी, अगर ..तो) .
3. उन्होंने इतना दहेज दिया ………….. देखने वालों के दाँतों तले उँगली दबा ली (कि, और)
4. ………….. बेटी वाले अपना घर-द्वार बेचकर दे दें ………….. बेटे वालों की नाक-भौंह सिकुड़ी ही रहती है (यद्यपि.. तथापि, चाहे… फिर भी)
5. मुझे तो ऐसा लगता है ………….. सब एक ही धातु के बने हैं (या, कि)
6. मेरे लिए ………….. रमेश ………….. ही तुम (जैसा, वैसे, यदि… तो)
7. ………….. मैं उतावली होकर गौरी की राह देख रही हूँ ………….. तुम्हारी माँ भी कमला की राह देख रही होगी (जिस तरह…. उसी तरह, यदि …. नहीं तो)
उत्तर:
1.जीवन लाल सोफे पर बैठकर जम्हाई लेते हैं मानो प्रमोद की बातों से ऊब रहे हों।
2. अगर माँ-बहन का इतना ही ख्याल था तो दहेज पूरा क्यों नहीं दिया।
3. उन्होंने इतना दहेज दिया कि देखने वालों ने दाँतों तले उँगली दबा ली।
4. चाहे बेटी वाले अपना घर-द्वार बेचकर दे दें फिर भी बेटे वालों की नाकभौंह सिकुड़ी ही रहती है।
5. मुझे तो ऐसा लगता है कि सब एक ही धातु के बने हैं।
6. मेरे लिए जैसा रमेश वैसे ही तुम।
7. जिस तरह मैं उतावली होकर गौरी की राह देख रही हूँ उसी तरह तुम्हारी माँ भी कमला की राह देख रही होगी।

(ख) विचार-बोध

(क) इन प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में लिखें:

प्रश्न 1.
जीवन लाल अपनी बहू कमला की विदाई क्यों नहीं कर रहे थे ?
उत्तर:
जीवन लाल अपनी बहू कमला की विदाई इसलिए नहीं कर रहे थे क्योंकि उन्हें दहेज कम मिला था।

PSEB 7th Class Hindi Solutions Chapter 23 बहू की विदा

प्रश्न 2.
प्रमोद को जीवन लाल ने किस बात पर बदतमीज और आवारा छोकरा कहा ?
उत्तर:
जब प्रमोद ने जीवन लाल को यह कहा कि वे बिना पैसे लिए कमला को विदा न करके अन्याय कर रहे हैं तथा उसे विदा न करके कोई बदला ले रहे हैं तथा यदि रमेश बाबू होते’ इस पर जीवन लाल ने उसे बदतमीज़ और आवारा छोकरा कहा था।

प्रश्न 3.
प्रमोद अपनी बहन कमला को लेने क्यों आया ?
उत्तर:
प्रमोद अपनी बहन कमला को उस के विवाह के बाद के पहले सावन पर ससुराल से विदा करा के मायके ले जाने आया है।

प्रश्न 4.
जीवन लाल कितने रुपये लेकर बहू को विदा करने को तैयार थे ?
उत्तर:
जीवन लाल पाँच हजार रुपए लेकर विदा करने को तैयार हैं।

प्रश्न 5.
जीवन लाल की बेटी क्यों नहीं आई ?
उत्तर:
जीवन लाल की बेटी इसलिए नहीं आई क्योंकि उसने अपनी बेटी के विवाह पर दहेज पूरा नहीं दिया था।

प्रश्न 6.
इस एकांकी में किस प्रमुख सामाजिक समस्या को उठाया गया है?
उत्तर:
इस एकांकी में दहेज की समस्या को प्रमुख रूप से उठाया गया है।

प्रश्न 7.
दहेज की समस्या का समाधान लेखक ने राजेश्वरी के शब्दों में प्रस्तुत किया है। उस वाक्य को ढूंढकर लिखें।
उत्तर:
जो व्यवहार अपनी बेटी के लिए तुम दूसरों से चाहते हो, वही दूसरों की बेटी को भी दो। जब तक बहू और बेटी को एक-सा नहीं समझोगे न तुम्हें सुख मिलेगा और न शान्ति।

प्रश्न 8.
इन मोतियों का मूल्य समझने वाला यहाँ कोई नहीं है। इस वाक्य को स्पष्ट करें।
उत्तर:
इस वाक्य से तात्पर्य यह है कि कमला की ससुराल में उस के आँसुओं अथवा रोने से किसी को कोई अन्तर नहीं पड़ता। उस के दुःख कोई नहीं समझ सकता।

(ख) इन प्रश्नों के उत्तर चार या पांच वाक्यों में लिखें:

प्रश्न 1.
‘आज के युग में पैसा ही नाक और मूंछ है।’ इस वाक्य से जीवन लाल के चरित्र पर प्रकाश डालें।
उत्तर:
इस कथन से यह ज्ञात होता है कि जीवन लाल पैसे को बहुत महत्त्व देता है। उसके लिए पैसे से ही मनुष्य का सम्मान होता है और वह समाज में आदर-मान पाता है। दहेज में पाँच हजार रुपए कम मिलने के कारण ही वह अपनी बहू को विदा नहीं कराने दे रहा तथा बहू के भाई को बुरा-भला भी कहता है। उसे अपने अमीर होने का बहुत घमण्ड भी है। उसके लिए पैसा ही सब कुछ है।

प्रश्न 2.
प्रमोद और कमला में हुई बातचीत को अपने शब्दों में लिखें।
उत्तर:
कमला जब प्रमोद से मिलती है तो सिसकने लगती है। प्रमोद उसे शान्त करता है और पाँच हजार रुपए उसके ससुर को देकर उसे विदा करा ले जाने की बात कहता है। इन रुपयों का प्रबन्ध वह अपना मकान बेच कर करेगा। कमला उसे घर नहीं बेचने की कसम देती है। वह अपने स्वार्थ के लिए घर नहीं बिकवाना चाहती। वह अपनी ननद के साथ सावन मना लेगी तथा उसे सहेलियों की कमी भी महसूस नहीं होगी। वह धीरे-धीरे सब कुछ ठीक हो जाने के लिए भी प्रमोद को कहती है।

प्रश्न 3.
‘जो व्यवहार अपनी बेटी के लिए तुम दूसरों से चाहते हो वहीं दूसरे की बेटी को भी दो।’ राजेश्वरी के इस कथन से माँ की ममता किस प्रकार झलकती है ?
उत्तर:
इस कथन से स्पष्ट है कि राजेश्वरी बहू और बेटी को एक समान समझती है। उसके मन में दोनों के प्रति बहुत ममता है। इसलिए बहू की विदाई न होने पर उसके भाई प्रमोद को अपने पास से पाँच हज़ार रुपए देकर अपने पति को देने के लिए कहती है जिससे वह अपनी बहन को विदा करा के ले जा सके।

प्रश्न 4.
‘मेरी चोट का इलाज बेटी के ससुराल वालों ने दूसरी चोट से कर दिया है। इस कथन का क्या आशय है ?
उत्तर:
इस कथन का यह आशय है कि जब गौरी को उसके ससुराल वालों ने उचित दहेज नहीं देने के कारण उसके भाई रमेश के साथ विदा नहीं किया तो जीवन लाल को लगा कि उसने जैसा व्यवहार अपनी बहू के भाई प्रमोद से किया था वैसा ही उसकी बेटी-बेटे के साथ हुआ तो उसे लगा कि उसने जो बुरा व्यवहार प्रमोद से किया उसका उसे तुरन्त बदला मिल गया है।

PSEB 7th Class Hindi Solutions Chapter 23 बहू की विदा

रचना-बोध :

प्रश्न 1.
‘दहेज की समस्या स्त्रियों के लिए अभिशाप है और समाज के लिए कलंक’ विषय पर निबन्ध लिखने के लिए कहें।
उत्तर:
दहेज की शुरुआत विवाह के अवसर पर कन्या पक्ष की ओर से उसे तथा उसके ससुराल वालों को दिए जाने वाले स्नेह-उपहारों से हुई थी। आज इसने विकराल रूप धारण कर लिया है। वर-पक्ष वाले मुँह फाड़ कर दहेज माँगते हैं तथा माँग पूरी नहीं होने पर बहू को जलाने, मारने, पीटने आदि के घिनौने कार्य करते हैं। नारी ही नारी की शत्रु बन कर सास, ननद के रूप में अपनी बहू-भाभी को सताती है। पैसे की भूख मनुष्य को राक्षस बनाकर अपनी बेटी समान बहू को सताने-जलाने से भी शर्म नहीं करता। इससे स्त्रियां तो अभिशप्त हैं ही समाज भी दहेज के कलंक से मुक्त नहीं हो सकता। कन्या के शील, सौन्दर्य से अधिक उस के विवाह पर मिलने वाला दहेज प्रमुख हो गया है। इसके लिए युवा वर्ग को आगे आ कर इस कुप्रथा का विरोध करना चाहिए तथा स्त्रियों को स्वावलम्बी बन कर आर्थिक दृष्टि से अपने पैरों पर खड़े हो कर पुरुषों की बराबरी करनी चाहिए, तभी वे दहेज के अभिशाप से मुक्त हो कर समाज को भी इस बुराई से बचा सकती है।

प्रश्न 2.
इस एकांकी का स्कूल के वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह पर अभिनय करें।
उत्तर:
विद्यार्थी अपने शिक्षक शिक्षिका के सहयोग से करें।

PSEB 7th Class Hindi Guide बहू की विदा Important Questions and Answers

1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर उचित विकल्प चुनकर लिखिए

प्रश्न 1.
‘बहु की विदा’ किस प्रकार की विधा है ?
(क) कहानी
(ख) नाटक
(ग) एकांकी
(घ) रेखाचित्र
उत्तर:
(ग) एकांकी

प्रश्न 2.
‘बहू की विदा’ एकांकी के रचनाकार कौन हैं ?
(क) प्रमोद रस्तोगी
(ख) विनोद रस्तोगी
(ग) अनिल कुमार
(घ) प्रेमचंद
उत्तर:
(ख) विनोद रस्तोगी

प्रश्न 3.
जीवन लाल की आयु कितनी थी ?
(क) चालीस वर्ष
(ख) तीस वर्ष
(ग) पचास वर्ष
(घ) साठ वर्ष
उत्तर:
(ग) पचास वर्ष

प्रश्न 4.
जीवन लाल की बहू का क्या नाम था ?
(क) कमला
(ख) सावन
(ग) प्रमोद
(घ) राधिका
उत्तर:
(क) कमला

प्रश्न 5.
कमला के भाई का क्या नाम था ?
(क) विनोद
(ख) प्रमोद
(ग) सुभाष
(घ) वैभव
उत्तर:
(ख) प्रमोद

2. निम्नलिखित रिक्त स्थानों की पूर्ति उचित विकल्पों से कीजिए

प्रश्न 1.
कमला की ननद का नाम …………. था।
(क) गीता
(ख) सीता
(ग) रजनी
(घ) गौरी
उत्तर:
(घ) गौरी

प्रश्न 2.
कमला ने अपनी सास ………….. की प्रशंसा की।
(क) राजेश्वरी
(ख) महेश्वरी
(ग) भारती
(घ) आरती
उत्तर:
(क) राजेश्वरी

प्रश्न 3.
जीवनलाल ने कहा ……….. आ गई है।
(क) गीता
(ख) राजेश्वरी
(ग) गौरी
(घ) भारती
उत्तर:
(ग) गौरी

PSEB 7th Class Hindi Solutions Chapter 23 बहू की विदा

प्रश्न 4.
गौरी के भाई का नाम
(क) सोहन
(ख) मोहन
(ग) महेश
(घ) रमेश
उत्तर:
(घ) रमेश

प्रश्न 5.
प्रमोद कमला की विदाई के लिए अपना ………. तक बेचने को तैयार था।
(क) घर
(ख) कार
(ग) जीप
(घ) साइकिल
उत्तर:
(क) घर

3. दिए गए शब्द का सही अर्थ से मिलान कीजिए

प्रश्न 1.
प्रथा:
प्रेरणा
परम्परा
परिवार
उत्तर:
परम्परा

प्रश्न 2.
शेष:
बची हुई
आगे की
शेषनाग
उत्तर:
बची हुई

प्रश्न 3.
अखरेगी:
अकड़ अच्छा
लगना
बुरा लगना
उत्तर:
बुरा लगना

प्रश्न 4.
यवनिका:
यवन
यौवन
पर्दा
उत्तर:
पर्दा

बहू की विदा Summary

बहू की विदा पाठ का सार

‘बहू की विदा’ विनोद रस्तोगी द्वारा रचित एक एकांकी है जो दहेज-प्रथा पर आधारित है। जीवन लाल पचास वर्षीय धनी व्यापारी था। उनकी बहू कमला का भाई प्रमोद पहले सावन के अवसर पर अपनी बहन को विदा कराने आया था परन्तु जीवन लाल उसे तब तक विदा करने के लिए तैयार नहीं था जब तक उन्हें दहेज की शेष राशि पाँच हजार रुपए नकद न मिल जाते। प्रमोद ने उस समय बहन की विदाई के लिए प्रार्थना की तथा गौने में उनकी सभी माँगें पूरी करने की बात कही परन्तु वे नहीं माने और अपनी बेटी गौरी के धूमधाम से किए विवाह की बात कहते हुए उसे स्पष्ट कह दिया कि अभी विदा नहीं हो सकती। प्रमोद ने उनसे बहन से मिलने की आज्ञा मांगी तो उसने और पत्नी से प्रमोद की बहन को उस से मिलने के लिए भेजने के लिए कहा स्वयं वहाँ से चला गया।

कमला अपने भाई प्रमोद से मिलकर सिसकने लगी। प्रमोद ने उसे समझाया और कहा कि वह उसके ससुर को पाँच हज़ार रुपए देकर उसे विदा करा के ले जाएगा। इस कार्य के लिए वह अपना घर तक बेचने के लिए तैयार था। कमला ने उसे इस के लिए मना किया है और कहा है कि उस की ननद गौरी आ रही है, इसलिए उस का ससुराल में ही मन लग जाएगा और वह यहीं सावन मना लेगी। उसे अपनी सखियों की कमी भी नहीं खलेगी। कमला ने अपनी सास राजेश्वरी की प्रशंसा और कहा कि वह उसके ससुर के समान नहीं थी। वे बहुत अच्छी थी। तभी राजेश्वरी वहाँ आई और अपने पास से प्रमोद को रुपए देकर कमला के ससुर को देने के लिए कहा, जिससे वह अपनी बहन को विदा करा के ले जा सके।

प्रमोद इसके लिए तैयार हुआ। तभी जीवन लाल ने आ कर गौरी के आगमन पर उसके स्वागत की तैयारी करने के लिए कहा। बाहर से कार के हार्न की आवाज़ सुनकर जीवनलाल ने कहा कि गौरी आ गई है, उसके लिए मिठाई का थाल लाओ। गौरी का भाई रमेश आया और बताया कि गौरी को उसके ससुराल वालों ने विदा नहीं किया क्योंकि उन्होंने दहेज पूरा नहीं दिया था। इस पर राजेश्वरी ने उसे बुरा-भला कहा और कहा कि बहू-बेटी में अन्तर करने का यही नतीजा होता है। प्रमोद जाने लगा तो जीवनलाल ने उसे बहन को विदा कराने के ले जाने की आज्ञा दे दी तथा पत्नी को बहू को विदा करने की तैयारियाँ करने के लिए कहा।

PSEB 7th Class Hindi Solutions Chapter 22 हार की जीत

Punjab State Board PSEB 7th Class Hindi Book Solutions Chapter 22 हार की जीत Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 7 Hindi Chapter 22 हार की जीत

Hindi Guide for Class 7 PSEB हार की जीत Textbook Questions and Answers

(क) भाषा-बोध

1. शब्दार्थ:

आनन्द = प्रसन्नता, सुख
बलवान् = ताकतवर
खरहरा करना = खाज आदि करने के लिए हाथ या ब्रश फेरना
कठिन = मुश्किल
कीर्ति = बड़ाई, यश
अधीर = बेचैन
भगवद् भजन = ईश्वर की भक्ति
अर्पण = भेंट
वेदना = पीड़ा
असह्य = सह न सकने वाली
विचित्र = अनोखा
प्रशंसा = तारीफ
छवि = शोभा
अंकित = चिह्नित
अस्तबल = घोड़ों को बाँधने का स्थान
सहस्रों = हज़ारों
बाँका = सुन्दर
अधीरता = बेचैनी
वायु वेग = वायु की रफ्तार
अधिकार = हक
बाहुबल = भुजाओं की शक्ति
प्रतिक्षण = हर समय
स्वप्न = सपना
न्याई = तरह
मिथ्या = झूठ
करुणा = दया
कष्ट = तकलीफ
स्वयं = आप
सहसा = अचानक
विस्मय = हैरानी
निराशा = न उम्मीद
अस्वीकार = नामंजूर
दास = नौकर
घटना = वारदात
प्रकट = सामने
प्रयोजन = उद्देश्य
सिद्ध = पूरा
पश्चात्ताप = पछतावा
अपाहिज = अंगहीन
तन कर = अकड़ कर
विषय में = बारे में
भाव = विचार
सावधानी = चतुराई, होशियारी
नेकी = सज्जनता, भलाई
सहायता = मदद
अभिलाषा = इच्छा

PSEB 7th Class Hindi Solutions Chapter 22 हार की जीत

2. इन मुहावरों का इस प्रकार प्रयोग करें कि उनके अर्थ स्पष्ट हो जायें:

लटू होना _______________ ______________________________
अधीर हो उठना ______________ ___________________________
पीठ पर हाथ फेरना _________________ _________________________
हृदय पर साँप लोटना ________________ _________________________
आँखों में चमक होना _________________ ______________________
फूले न समाना ________________ ____________________
दिल टूट जाना ____________________ _______________________
खिल जाना _______________ ___________________________
उत्तर:
लटू होना (मोहित होना) – कार के इस नए मॉडल को देखकर सब का मन इस पर लटटू होने होने लगेगा।
अधीर हो उठना (बेचैन होना) – मोहन अपने बीमार भाई से मिलने के लिए अधीर हो गया।
पीठ पर हाथ फेरना (शाबासी देना) – गुरु जी ने राकेश की पीठ पर हाथ फेर कर आशीर्वाद दिया।
हृदय पर साँप लोटना (ईर्ष्या से जलना) – लता की सफलता पर सुधा के हृदय पर साँप लोटने लगा।
आँखों में चमक होना (खुश होना) – पिता जी को अपने सामने पाकर नेहा की आँखों में चमक आ गई।
फूले न समाना (प्रसन्न होना) – एशिया कप की जीत पर हमारी हॉकी टीम फूली न समा रही थी।
दिल टूट जाना (निराश होना) – परीक्षा में फेल होने से रमेश का दिल टूट गया।
खिल जाना (प्रसन्न होना) – पिता जी के घर आने पर देव खिल जाता है।

3. उपर्युक्त वाक्यों में रेखांकित शब्द किस प्रकार के क्रिया विशेषण हैं ?

चौथा पहर आरम्भ होते ही बाबा भारती ने अपनी कुटिया से बाहर निकल कर ठंडे जल से स्नान किया। उसके पश्चात् इस प्रकार जैसे कोई स्वप्न में चल रहा हो, उनके पाँव अस्तबल की ओर बढ़े। (संकेत-समय, स्थान, रीति, दिशा)
उत्तर:
चौथा पहर आरम्भ होते ही बाबा भारती ने अपनी कुटिया से बाहर निकल कर ठंडे जल से स्नान किया। उसके पश्चात् इस प्रकार जैसे कोई स्वप्न में चल रहा हो, उनके पाँव अस्तबल की ओर बढ़े। (संकेत-समय, स्थान, रीति, दिशा)

4. इन शब्दों के विशेषण बनाएं:

अंक = ……………….
हृदय = ………………
विस्मय = ………………..
भय = ………………….
निश्चय = ………………….
उत्तर:
शब्द विशेषण
अंक = अंकित
हृदय = हार्दिक
विस्मय = विस्मित
भय = भयानक
निश्चय = निश्चित

5. विपरीतार्थक शब्द लिखें:

उपस्थित = ……………….
धीर = ………………….
स्वीकार = …………………
प्रकट = ………………
प्रसन्न = ………………….
सहय = ……………….
आज्ञा = …………………
गरीब = ……………….
मिथ्या = ……………..
प्रशंसा = ……………….
निराशा = ……………….
भय = ……………….
निश्चय = …………………..
भाग्य = ………………….
उत्तर:
शब्द विपरीत शब्द
उपस्थित = अनुपस्थित
धीर = अधीर
स्वीकार = अस्वीकार
प्रकट = गुप्त
प्रसन्न = अप्रसन्न
सह्य = असह्य
आज्ञा = अवज्ञा
गरीब = अमीर
मिथ्या = सत्य
प्रशंसा = निंदा
निराशा = आशा
भय = निर्भय
निश्चय = अनिश्चय
भाग्य = दुर्भाग्य

6. अनेक शब्दों के स्थान पर एक शब्द लिखें:

जिसे सहन न किया जा सके = ………………….
घोड़े बाँधने का स्थान = …………………..
उत्तर:
जिसे सहन न किया जा सके = असहनीय
घोड़े बाँधने का स्थान = अस्तबल

7. विराम चिह्न लगाएं:

बाबा जी आज्ञा कीजिए मैं आपका दास हूँ केवल यह घोड़ा न दूंगा वहाँ तुम्हारा कौन है
ओ बाबा इस कंगले का बात भी सुनते जाना
उत्तर:
“बाबा जी, आज्ञा कीजिए। मैं आपका दास हूँ, केवल यह घोड़ा न दूँगा।”
“वहाँ तुम्हारा कौन है ?” “ओ बाबा! इस कंगले की बात भी सुनते जाना।”

PSEB 7th Class Hindi Solutions Chapter 22 हार की जीत

8. शब्द के पहले ‘सु’ तथा ‘अ’ उपसर्ग का प्रयोग कर शब्द बनाना सीखें :

(क) सु-उपसर्ग (ख) अ-उपसर्ग
परिचित – सुपरिचित गम – अगम
विदित – सुविदित भाव – अभाव
पुत्र – सुपुत्र सह्य – असह्य
लक्षणा – सुलक्षणा (अच्छे गुणों वाली) टूट – अटूट (गहरा, पक्का )
कर्म – सुकर्म (पुण्य-अच्छे व नेक काम) धीर -अधीर
जन – सुजन बोध – अबोध (नादान)
गम – सुगम (आसान) धर्म – अधर्म
शिक्षित – सुशिक्षित छूत – अछूत
गति – सुगति ज्ञान – अज्ञान
व्यय – अव्यय

9. प्रयोगात्मक व्याकरण

भगवत् + भजन = भगवद्भजन (त् को द)
त् के बाद पवर्ग का तीसरा अक्षर भ होने से त् को द् हो गया।
अन्य उदाहरण :

सत + भावना = सद्भावना (त् को द्)
भगवत् + भक्ति = भगवद्भक्ति (त् को द्)
सत् + भाव = सद्भाव (त् को द)
जगत् + ईश = जगदीश (त् को द् + ई = दी)
सत् + उपयोग = सदुपयोग (त् को द् + उ = दु)
अतएव त के बाद ग्, ध, द् ब, भ (कवर्ग, तवर्ग, पवर्ग का तीसरा और चौथा व्यंजन) या प, र ल, व या कोई स्वर हो तो उसके स्थान पर द हो जाता है।

(ख) विचार-बोध

1. इन प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में लिखें :

प्रश्न 1.
बाबा भारती के घोड़े का क्या नाम था ?
उत्तर:
बाबा भारती के घोड़े का नाम सुलतान था।

प्रश्न 2.
खड्ग सिंह कौन था ?
उत्तर:
खड्ग सिंह इलाके का कुख्यात डाकू था।

प्रश्न 3.
खड्ग सिंह बाबा भारती से क्या चाहता था ?
उत्तर:
खड्ग सिंह बाबा भारती से उनका घोड़ा लेना चाहता था।

प्रश्न 4.
अपाहिज कौन था ?
उत्तर:
अपाहिज बना हुआ व्यक्ति खड्ग सिंह था।

प्रश्न 5.
बाबा भारती ने खड्ग सिंह से क्या प्रार्थना की ?
उत्तर:
बाबा भारती ने खड्ग सिंह से कहा कि इस घटना को किसी के सामने प्रकट न करना कि तुमने घोड़ा कैसे लिया था।

प्रश्न 6.
इस घटना को किसी के सामने प्रकट न करना बाबा भारती ने ऐसा क्यों कहा ?
उत्तर:
बाबा भारती ने ऐसा इसलिए कहा था कि इस घटना को सुन कर लोग गरीबों पर विश्वास करना छोड़ देंगे।

प्रश्न 7.
जब खड्ग सिंह घोड़े को लौटा गया तो बाबा भारती ने क्या कहा ?
उत्तर:
बाबा भारती ने कहा कि अब कोई गरीबों की सहायता से मुँह नहीं मोड़ेगा।

2. इन प्रश्नों के उत्तर चार या पाँच वाक्यों में लिखें:

प्रश्न 1.
सुलतान को पाने के लिए खड्ग सिंह ने कौन-सी चाल चली ?
उत्तर:
सुलतान को पाने के लिए खड्ग सिंह एक अपाहिज बन कर रास्ते में एक पेड़ की छाया में कराहते हुए बाबा भारती को उसे रामांवाला तक घोड़े पर बैठा कर पहुँचा दें तो उनका भला होगा। उसने स्वयं को दुर्गा दत्त वैद्य का सौतेला भाई बताया। बाबा भारती को उस पर दया आ गई और स्वयं घोड़े से उतर कर उसे घोड़े पर बैठा दिया। घोड़े पर बैठते ही वह उस पर तन कर बैठ गया और झटके से बाबा भारती के हाथ से लगाम छीन कर घोड़े को ले भागा।

प्रश्न 2.
कैसे पता चलता है कि बाबा भारती अपने घोड़े को बहुत प्यार करते थे?
उत्तर:
बाबा भारती अपने घोड़े को देखकर वैसे ही प्रसन्न होते थे जैसे माँ अपने बेटे, साहूकार अपने देनदार और किसान अपने लहलहाते खेतों को देखकर होता है। वे अपने घोड़े को स्वयं खरहरा करते और खुद दाना खिला कर खुश होते थे। वे उसकी चाल पर लटू थे। जब खड्ग सिंह ने उनके घोड़े को उनसे लेने की बात कही तो उन्हें रात में नींद नहीं आती थी। वे सारी रात अस्तबल में घोड़े की रखवाली करते थे। इस से स्पष्ट है कि वे अपने घोड़े से बहुत प्यार करते थे। __

PSEB 7th Class Hindi Solutions Chapter 22 हार की जीत

प्रश्न 3.
खड्ग सिंह ने घोड़े व उसकी चाल को देखकर मन में क्या सोचा?
उत्तर:
बाबा भारती ने जब खड्ग सिंह को अपने घोड़े सुलतान की चाल दिखाई तो उस घोड़े की चाल देखकर खड्ग सिंह की छाती पर साँप लोट गया। वह उस घोड़े को बाहुबल अथवा रुपए के बल प्राप्त करना चाहता था। उसने जाते-जाते बाबा भारती को कह दिया कि अब यह घोड़ा वह उनके पास नहीं रहने देगा।

प्रश्न 4.
इस घटना को किसी के सामने प्रकट न करना।” बाबा भारती ने खड्ग सिंह से ऐसा क्यों कहा ?
उत्तर:
जब खड्ग सिंह ने लाचार अपाहिज बन कर बाबा भारती से उन का घोड़ा छीन लिया तो उन्होंने इस घटना को किसी अन्य के सामने बताने से खड्ग सिंह को इसलिए मना किया था क्योंकि इस धोखेबाज़ी की घटना को सुन कर लोग गरीबों पर विश्वास करना छोड़ देंगे तथा उन्हें मुसीबत में देखकर भी उनकी सहायता नहीं करेंगे।

प्रश्न 5.
बाबा भारती का ऐसा कौन-सा वाक्य था जिस ने खड्ग सिंह को घोड़ा वापस देने पर मजबूर कर दिया।
उत्तर:
बाबा भारती के जाने के बाद खड्ग सिंह जब सुलतान घोड़े को लेकर चला तो सोचने लगा कि बाबा भारती तो सुलतान से बहुत प्रेम करते थे। वे कहते थे कि इसके बिना वे जिंदा नहीं रहेंगे। इसकी रखवाली में वे कई रात सोए तक नहीं थे परन्तु आज जब उसने उन से छल से सुलतान ले लिया तो उनके मुख पर शिकन तक नहीं थी। उन्हें सिर्फ यही ख्याल था कि कहीं लोग गरीब पर विश्वास करना न छोड़ दें। यही सोचसोचकर खड्ग सिंह ने बाबा भारती का घोड़ा वापस कर दिया था।

प्रश्न 6.
बाबा हारकर भी जीत गए और खड्ग सिंह जीतकर भी हार गया कैसे?
उत्तर:
खड्ग सिंह छल पूर्व बाबा भारती का घोड़ा ले जाता है और इसे अपनी जीत मानता है क्योंकि उसने बाबा भारती को कहा था कि वह यह घोडा उन के पास नहीं रहने देगा परन्तु जब बाबा उसे अपने छल की बात किसी को नहीं बताने के लिए कहते हैं क्योंकि उन्हें भय है कि कहीं यह सुन कर कोई गरीब पर विश्वास ही नहीं करेगा तथा मुसीबत में भी उसे सहायता नहीं मिलेगी तो उसे बाबा मनुष्य नहीं देवता लगते हैं और वह उन का घोड़ा उनके अस्तबल में छोड़ आता है। इस प्रकार बाबा की जीत हुई। इस से स्पष्ट है कि बाबा भारती हार कर भी जीत गए और खड़ग सिंह जीत कर भी हार गया।

3. यह वाक्य किसने, किससे कहा :

प्रश्न 1.
यह घोड़ा, आपके पास नहीं रहने दूंगा।
उत्तर:
खड्ग सिंह ने बाबा भारती से कहा है।

प्रश्न 2.
क्यों, तुम्हें क्या कष्ट है ?
उत्तर:
बाबा भारती ने अपाहिज बने खड्ग सिंह से कहा है।

प्रश्न 3.
इस कंगले की बात भी सुनते जाना।
उत्तर:
अपाहिज बने खड्ग सिंह ने बाबा भारती से कहा है।

प्रश्न 4.
इसकी चाल न देखी तो क्या देखा?
उत्तर:
खड्ग सिंह ने बाबा भारती को कहा है।

प्रश्न 5.
विचित्र जानवर है, देखोगे तो प्रसन्न हो जाओगे।
उत्तर:
बाबा भारती ने खड्ग सिंह से कहा है।

(ग) रचना-बोध

1. कहानी का सार अपने शब्दों में दें।
2. आपके पड़ोस में चोरी हो गयी है, इस घटना की प्राथमिक सूचना अपने स्थानीय पुलिस चौकी में पत्र के माध्यम से लिखें।
उत्तर:
1. कहानी का सार पाठ के प्रारंभ में दिया गया है।

2. चोरी की सूचना का पत्र
नवजोत सिंह सराभा
52-आदर्श नगर,
लुधियाना।
दिनांक 25 मई, 20…
सेवा में
चौकी अधिकारी,
पुलिस चौकी,
आदर्श नगर, लुधियाना।
महोदय,
निवेदन यह है कि हमारे पड़ोस के मकान नम्बर 51 में गत रात चोरी हो गई है। इस मकान में हरकिशन सिंह बजाज अपने परिवार के साथ रहता है, जो कल परिवार सहित किसी विवाह में अमृतसर गया हुआ था। हमने सुबह देखा तो उस के घर के दरवाजे खुले हुए थे तथा सामान इधर-उधर बिखरा पड़ा है। आप से प्रार्थना है कि इस चोरी की प्राथमिक सूचना दर्ज करके शीघ्र उचित कार्यवाही करें, जिससे अपराधियों को सज़ा मिले तथा इस इलाके के लोग शांति से रह सकें।
धन्यवाद,
भवदीय,
नवजोत सिंह सराभा

PSEB 7th Class Hindi Guide हार की जीत Important Questions and Answers

1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर उचित विकल्प चुनकर लिखिए

प्रश्न 1.
घोड़े का क्या नाम था ?
(क) सुल्तान
(ख) चेतक
(ग) टॉमी
(घ) कोई नहीं
उत्तर:
(क) सुलतान

प्रश्न 2.
घोड़ा सुलतान किसके पास था ?
(क) पुलिस
(ख) सजा
(ग) खड्ग सिंह
(घ) बाबा भारती
उत्तर:
(घ) बाबा भारती

प्रश्न 3.
‘हार की जीत’ किस प्रकार की कहानी है ?
(क) हृदय परिवर्तन
(ख) खेल-कूद
(ग) व्यंग्यात्मक
(घ) चित्रात्मक
उत्तर:
(क) हृदय परिवर्तन

प्रश्न 4.
खड्ग सिंह कौन था ?
(क) ऋषि
(ख) डाकू
(ग) संत
(घ) सेवक
उत्तर:
(ख) डाकू

PSEB 7th Class Hindi Solutions Chapter 22 हार की जीत

प्रश्न 5.
‘हार की जीत’ कहानी के रचनाकार कौन थे ?
(क) प्रेमचंद
(ख) राकेश शर्मा
(ग) सुदर्शन
(घ) जयशंकर प्रसाद
उत्तर:
(ग) सुदर्शन

2. निम्नलिखित रिक्त स्थानों की पूर्ति उचित विकल्पों से कीजिए

प्रश्न 1.
एक दिन …………. बाबा भारती घूमने जा रहे थे।
(क) सुबह
(ख) संध्या समय
(ग) रात को
(घ) दोपहर
उत्तर:
(ख) संध्या समय

प्रश्न 2.
बाबा भारती ने ……….. को घोड़े पर चढ़ा लिया।
(क) सैनिक
(ख) राजा
(ग) राजकुमार
(घ) अपाहिज
उत्तर:
(घ) अपाहिज

प्रश्न 3.
अपाहिज के वेश में …………….. था।
(क) खड्ग सिंह
(ख) बाबा भारती
(ग) लेखक
(घ) राजकुमार
उत्तर:
(ग) खड्ग सिंह

प्रश्न 4.
बाबा भारती सुलतान पर बैठकर कितने चक्कर लगाते थे ?
(क) पाँच मील
(ख) आठ-दस मील
(ग) बीस मील
(घ) एक मील
उत्तर:
(ख) आठ-दस मील

प्रश्न 5.
बाबा भारती ने बोला अब कोई गरीबों की ………. से मुंह न मोड़ेगा।
(क) सहायता
(ख) दुश्मनी
(ग) मज़ाक
(घ) अत्याचार
उत्तर:
(क) सहायता

3. दिए गए शब्द का सही अर्थ से मिलान कीजिए

प्रश्न 1.
मशहूरी:
प्रसिद्धि
मशूरी
मोर
उत्तर:
प्रसिद्धि

प्रश्न 2.
लट्टू होना:
मोहित होना
लड्डू खाना
लटू चलाना
उत्तर:
मोहित होना

प्रश्न 3.
मिथ्या:
मित्र
सच
उत्तर:
झूठ

प्रश्न 4.
कराहना:
पीड़ा से तड़पना
खुश होना
नाराज़ होना
उत्तर:
पीड़ा से तड़पना

हार की जीत Summary

हार की जीत पाठ का सार

श्री सुदर्शन द्वारा लिखित कहानी ‘हार की जीत’ में एक डाक के हृदय परिवर्तन की घटना का वर्णन किया गया है। बाबा भारती के पास एक बहुत सुन्दर घोड़ा था। उसकी मशहूरी दूर-दूर तक फैल गई थी। बाबा भारती सब कुछ छोड़कर साधु बन गये थे, परन्तु घोड़े को छोड़ना उनके वश में न था। वे उसे ‘सुलतान’ कह कर पुकारते थे। संध्या के समय वे सुलतान पर चढ़कर आठ दस मील का चक्कर लगा लेते थे। उस इलाके के मशहूर डाकू खड्ग सिंह के कानों में भी सुलतान की चर्चा पहुँची। वह उसे देखने के लिए बेचैन हो उठा और एक दिन दोपहर के समय बाबा भारती के पास पहुँचा। उन्हें नमस्कार करके बैठ गया। बाबा भारती ने उससे पूछा कि कहो खड्ग सिंह क्या हाल है ? इधर कैसे आना हुआ। खड्ग सिंह ने कहा, कि आपकी कृपा है। सुलतान को देखने की चाह मुझे यहाँ खींच लाई। इस पर बाबा भारती ने उत्तर दिया कि सचमुच घोड़ा बाँका है। उन्होंने खड्ग सिंह को अस्तबल में ले जाकर घोड़ा दिखाया। खड्ग सिंह उस पर लटू हो गया। वह मन ही मन सोचने लगा कि ऐसा घोड़ा तो उसके पास होना चाहिए था। वहाँ से जातेजाते वह बोला कि बाबा जी! मैं यह घोड़ा आपके पास न रहने दूंगा। यह सुन कर बाबा भारती को डर के मारे अब नींद न पड़ती। वे सारी रात अस्तबल में घोड़े की रखवाली में बिताते।

एक दिन संध्या के समय बाबा भारती घोड़े पर सवार होकर घूमने जा रहे थे। अचानक उन्हें एक आवाज़ सुनाई दी- “ओ बाबा!” इस कंगले की बात सुनते जाना।” उन्होंने देखा एक अपाहिज वृक्ष के नीचे बैठा कराह रहा है। बाबा भारती ने पूछा, तुम्हें क्या तकलीफ है। वह बोला, मैं दुखी हूँ। मुझे पास के रामांवाला गाँव जाना है। मैं दुर्गादत्त वैद्य का सौतेला भाई हूँ। मुझे घोड़े पर चढ़ा लो।”

बाबा भारती ने उस अपाहिज को घोड़े पर चढ़ा लिया और स्वयं लगाम पकड़ कर चलने लगा। अचानक लगाम को झटका लगा और लगाम उनके हाथ से छूट गई। अपाहिज घोड़े पर तन कर बैठ गया। अपाहिज के वेश में वह खड्ग सिंह था। बाबा भारती के मुँह से चीख निकल गई। बाबा भारती थोड़ी देर चुप रहने के बाद चिल्लाकर बोले, “खड्ग सिंह मेरी बात सुनते जाओ।” वह कहने लगा, “बाबा जी अब घोड़ा न दूँगा।

बाबा भारती बोले- “घोड़े की बात छोड़ो। अब मैं घोड़े के बारे में कुछ न कहूँगा। मेरी एक प्रार्थना है कि इस घटना के बारे में किसी से कुछ न कहना, क्योंकि लोगों को यदि इस घटना का पता चल गया तो वे किसी दीन-हीन गरीब पर विश्वास न करेंगे।” बाबा भारती सुलतान की ओर से मुँह मोड़ कर ऐसे चले गए मानो उसके साथ उनका कोई सम्बन्ध न था।

बाबा जी के उक्त शब्द खड्ग सिंह के कानों में गूंजते रहे। एक रात खड्ग सिंह घोड़ा लेकर बाबा भारती के मन्दिर में पहुँचा, चारों ओर खामोशी थी। अस्तबल का फाटक खुला था। उसने सुलतान को वहाँ बाँध दिया और फाटक बन्द करके चल दिया। उसकी आँखों से पश्चाताप के आँसू बह रहे थे। रात के आखिरी पहर में बाबा भारती स्नान आदि के बाद अचानक ही अस्तबल की ओर चल दिए पर फाटक पर पहुँच कर उन्हें वहाँ सुलतान के न होने की बात याद आई तो उनके पैर स्वयं रुक गए। तभी उन्हें अस्तबल से सुलतान के हिनहिनाने की आवाज़ सुनाई दी। वे प्रसन्नता से दौड़ते हुए अन्दर आए और सुलतान से ऐसे लिपट गए जैसे कोई पिता अपने बिछुड़े हुए पुत्र से मिल रहा हो और बोले कि अब कोई गरीबों की सहायता से मुँह नहीं मोड़ेगा।

PSEB 7th Class Hindi Solutions Chapter 21 जिन्दगी-एक रिक्शा

Punjab State Board PSEB 7th Class Hindi Book Solutions Chapter 21 जिन्दगी-एक रिक्शा Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 7 Hindi Chapter 21 जिन्दगी-एक रिक्शा

Hindi Guide for Class 7 PSEB जिन्दगी-एक रिक्शा Textbook Questions and Answers

(क) भाषा-बोध

1. शब्दार्थ:

सरलार्थों के साथ दे दिए गए हैं।
वचन = खींचकर एक जगह से दूसरी जगह ले जाना
चाह = इच्छा
संतुलन = बराबर होना
स्थिति = हालत
गृहस्थी = परिवार

2. वचन बदलें:-

सवारियाँ = ………………….
भूखा = ………………..
थाली = ………………
वह = ………………..
गाड़ी = ……………….
नाली = ……………….
उत्तर:
सवारियाँ = सवारी
भूखा = भूखे
थाली = थालियाँ
वह = वे
गाड़ी = गाड़ियाँ
नाली = नालियाँ

PSEB 7th Class Hindi Solutions Chapter 21 जिन्दगी-एक रिक्शा

3. विपरीत शब्द लिखें:-

निराशा = …………………
संतुलन = ………………..
जिंदगी = ………………..
खोना = …………………
उत्तर:
निराशा = आशा,
संतुलन = असंतुलन
जिंदगी = मौत
खोना = पाना

4. भाववाचक संज्ञा बनाएं:-

भूखा = …………………
अकेला = …………………
कमाना = ……………….
अपना = ………………….
बिखरना = ……………….
मज़बूत = …………………….
उत्तर:
भूखा = भूख
अकेला = अकेलापन
कमाना = कमाई
अपना = आपा
बिखरना = बिखराव
मज़बूत = मज़बूती

(ख) विचार-बोध

1. इन प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में लिखें :

प्रश्न 1.
प्रस्तुत कविता में कवि ने जिंदगी को किसके साथ जोड़ा है ?
उत्तर:
कवि ने जिंदगी को रिक्शा के साथ जोड़ा है।

प्रश्न 2.
रिक्शे की हालत किस पर निर्भर करती है ?
उत्तर:
रिक्शे की हालत रिक्शेवाले पर निर्भर करती है।

प्रश्न 3.
कवि के अनुसार अधिक कमाने की चाह में चालक का क्या नुकसान हो सकता है ?
उत्तर:
अधिक कमाने की चाह में चालक का संतुलन बिगड़ सकता है।

प्रश्न 4.
रिक्शा चालक अपनी स्थिति किस प्रकार मज़बूत कर सकता है ?
उत्तर:
रिक्शाचालक अपनी रिक्शा की ब्रेक, पुर्जे, टायर आदि ठीक-ठाक रख कर तथा जितनी सवारियाँ वह ढो सकता है उतनी ढोकर अपनी स्थिति मज़बूत कर सकता है।

प्रश्न 5.
प्रस्तुत कविता में कवि ने हमें क्या संदेश दिया है ?
उत्तर:
प्रस्तुत कविता में कवि हमें यह संदेश देता है कि यदि मनुष्य अपना परिवार छोटा रखेगा तथा अपनी हैसियत के अनुसार चलेगा तो उसकी ज़िन्दगी सदा सुखी रहेगी।

PSEB 7th Class Hindi Solutions Chapter 21 जिन्दगी-एक रिक्शा

(ग) भाव-बोध

1. निम्न पंक्तियों का प्रसंग सहित व्याख्या करें:

चाह में
अधिकाधिक कमाने की
कहीं खो न दे
वह अपना संतुलन
और बिखर जाए
उसका तन-मन
गृहस्थी की इस गाड़ी में।
उत्तर:
सरलार्थ देखिए।

(घ) रचना-बोध

प्रश्न 1.
‘छोटा परिवार सुखी परिवार’ विषय पर एक संक्षिप्त निबंध लिखें।
उत्तर:
हमारे देश की बढ़ती हुई जनसंख्या से जहाँ सरकार चिन्तित है, वहीं प्रत्येक घर परिवार के मुखिया को भी बढ़ते हुए परिवार की समस्याओं ने परेशान कर रखा है। महँगाई के इस युग में सुखी जीवन जीने के लिए छोटे परिवार की आवश्यकता है। अनेक सरकारी योजनाएँ परिवारों को छोटा रखने में नाकाम रही हैं, इसलिए हमें अपनी आमदनी और खर्चे का ध्यान रखते हुए अपना परिवार उतना रखना चाहिए, जितने से हम परिवार के प्रत्येक सदस्य का पालन, पोषण, शिक्षा आदि उचित रूप से कर सकें। छोटे परिवार का मुखिया अपना, अपनी पत्नी और बच्चों का अधिक अच्छी प्रकार से ख्याल रख सकता है। वे सब मिलजुल कर सब कार्य करते हुए एक-दूसरे की भावनाओं को समझ-समझा सकते हैं। बच्चों को अच्छी शिक्षा देकर उन का उज्ज्वल भविष्य बना सकते हैं। छोटा परिवार सदा सुखी रहता है, इसलिए हमें छोटा परिवार रखना चाहिए।

PSEB 7th Class Hindi Guide जिन्दगी-एक रिक्शा Important Questions and Answers

1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर उचित विकल्प चुनकर लिखिए

प्रश्न 1.
‘जिंदगी एक रिक्शा’ कविता के रचनाकार कौन हैं ?
(क) डॉ० राकेश कुमार बब्बर
(ख) शिव मंगल सिंह सुमन
(ग) विनोद पाण्डेय
(घ) धर्मवीर भारती
उत्तर:
(क) डॉ० राकेश कुमार बब्बर

प्रश्न 2.
कविता में कवि ने रिक्शे वाले को क्या कहा है ?
(क) कुम्हार
(ख) मज़दूर
(ग) बोझ
(घ) परिवार का मुखिया
उत्तर:
(घ) परिवार का मुखिया

प्रश्न 3.
कवि के अनुसार जिंदगी किसके समान है ?
(क) साइकिल
(ख) कार
(ग) जीप
(घ) रिक्शे
उत्तर:
(घ) रिक्शे

प्रश्न 4.
मनुष्य को अपना परिवार कैसा बनाना चाहिए ?
(क) छोटा
(ख) बीस लोगों का
(ग) बड़ा
(घ) अपनी हैसियत के अनुसार।
उत्तर:
(घ) अपनी हैसियत के अनुसार

प्रश्न 5.
मनुष्य सुखी जीवन कैसे व्यतीत कर सकता है ?
(क) सीमित परिवार रखकर
(ख) वैर-विरोध से
(ग) अलग नीति से
(घ) झगड़े से
उत्तर:
(क) सीमित परिवार रखकर

2. निम्नलिखित रिक्त स्थानों की पूर्ति उचित विकल्पों से कीजिए

प्रश्न 1.
अधिक कमाने की चाह में मनुष्य अपना ………….. खो देता है।
(क) संतुलन
(ख) घर
(ग) धन
(घ) नाम
उत्तर:
(क) संतुलन

प्रश्न 2.
संतुलन खोकर व्यक्ति ………… पर भटक जाता है।
(क) धन
(ख) प्रसिद्धि
(ग) लोकाचार
(घ) गलत रास्तों
उत्तर:
(घ) गलत रास्तों

प्रश्न 3.
अनेक सरकारी योजनाएँ परिवारों को छोटा रखने में ………… रही है।
(क) प्रभावी
(ख) सफल
(ग) नाकाम
(घ) ठीक-ठीक
उत्तर:
(ग) नाकाम

प्रश्न 4.
रिक्शे की हालत …………… पर निर्भर करती है।
(क) रिक्शे वाले
(ख) पुलिस वाले
(ग) सैनिक
(घ) छात्रों
उत्तर:
(क) रिक्शे वाले

प्रश्न 5.
……… के लालच में वह अपना संतुलन बिगाड़ देता है।
(क) कम कमाई
(ख) अधिक कमाई
(ग) घर
(घ) दुकान
उत्तर:
(ख) अधिक कमाई

3. दिए गए शब्द का सही अर्थ से मिलान कीजिए.

प्रश्न 1.
व्यतीत:
व्यय करना
बिताना
हटाना
उत्तर:
बिताना।

प्रश्न 2.
वहन करना:
ढो सकना
वाहन
वाहिनी
उत्तर
ढो सकना

प्रश्न 3.
थामना:
पकड़ना
थम
उत्तर:
पकड़ना

प्रश्न 4.
गृहस्थी:
आराम
गृह का आसन
परिवार
उत्तर:
परिवार

PSEB 7th Class Hindi Solutions Chapter 21 जिन्दगी-एक रिक्शा

सप्रसंग सरलार्थ

1. जिंदगी एक रिक्शा है
जिसे
हर कोई चलाता रहता है
कोई घसीट कर
कोई दौड़ा कर
कोई अकेले
कोई कई को लादकर

प्रसंग:
यह पद्यांश डॉ० राकेश कुमार बब्बर की कविता ‘ज़िन्दगी-एक रिक्शा’ से लिया गया है। इसमें कवि ने मनुष्य की ज़िन्दगी को एक रिक्शा से जोड़ा है।

सरलार्थ:
कवि कहता है कि मनुष्य का जीवन एक रिक्शा के समान है। जैसे रिक्शे को चलाता तो हर आदमी है परन्तु कोई उसे घसीट कर. कोई दौडाकर तथा कोई एक सवारी बैठा कर तो कोई कई सवारियाँ लाद कर रिक्शा चलाता है। इसी प्रकार से
व्यक्ति भी अपनी ज़िन्दगी को घसीट कर, दौड़ाकर, सीमित परिवार अथवा बहुत बड़े परिवार के साथ चला रहा है।

भावार्थ:
ज़िन्दगी रिक्शे के समान है जिसे कोई आराम से तो कोई कठिनाई से चला रहा है।

2. रिक्शे की हालत
है निर्भर
चलाने वाले पर
चाहे तो
खटारा बना दे
चाहे रखे टिप-टाप
सवारियां उतनी
वहन कर पाए जितनी
पहुँचा सके
उन्हें मंजिल तक
बिना रुके
बना थके।

शब्दार्थ:
हालत = दशा। निर्भर = टिकी हुई, आश्रित। खटारा = बेकार । टिप-टाप = साफ-सुथरी। वहन = खींच सकना, ढो सकना।

प्रसंग:
यह पद्यांश डॉ० राकेश कुमार बब्बर द्वारा लिखित कविता ‘ज़िन्दगी-एक रिक्शा’ से लिया गया है। इसमें कवि ने मनुष्य की ज़िन्दगी की तुलना एक रिक्शा से की है।

सरलार्थ:
कवि कहता है कि रिक्शे की दशा उसे चलाने वाले पर होती है। वह चाहे तो उसे खटारा बना दे या साफ-सुथरा रखे। वह उतनी ही सवारियाँ अपनी रिक्शा पर : बैठाए, जितनी का बोझ वह सहन कर सकता है और उन्हें उन के ठिकाने तक बिना रुके, बिना थके सही सलामत पहुँचा सकता है।

भावार्थ:
मनुष्य को अपना परिवार उतना ही सीमित रखना चाहिए जिस का वह सही-सही भरण-पोषण कर सके।

3. चाह में
अधिकाधिक कमाने की
कहीं खो न दे
वह अपना संतुलन
और
बिखर जाए
उसका तन-मन
गृहस्थी की इस गाड़ी में।
गिर पड़े वह
निराशा की गंदी नाली में
पेट रह जाए भूखा
और
कुछ न बचा हो
भोजन की सूनी थाली में।

शब्दार्थ”:
चाह = इच्छा। अधिकाधिक = ज्यादा से ज्यादा। संतुलन = बराबर होना। गृहस्थी = परिवार।

प्रसंग:
यह पद्यांश डॉ० राकेश कुमार बब्बर द्वारा लिखित कविता ‘ज़िन्दगी-एक रिक्शा’ से लिया गया है। इसमें कवि ने मानव जीवन को एक रिक्शा के समान माना है। – सरलार्थ-कवि कहता है कि कहीं अधिक कमाने की चाहना से वह अपने होश न खो बैठे और अपनी गृहस्थी की गाड़ी खींचते-खींचते उस का तन-मन ही न टूट जाए। वह जीवन से निराश होकर गलत रास्तों पर न चलने लगे और उस का परिवार भूखा रह जाए तथा उनके खाने की थाली में कुछ भी खाने के लिए न हो।

भावार्थ:
अधिक कमाने की चाह में मनुष्य अपना संतुलन खो कर गलत रास्तों पर भटक जाता है, जिससे उसे निराशा हाथ लगती है और भुगतना उस के परिवार को पड़ता इसलिए है

4. इसलिए है जरूरत
कि वह
एक-एक पुर्जा
रिक्शे का ठीक रखे,
ब्रेक कसवा कर
टायरों को थामे
सीट पर हो सवार
ले उतनी जिम्मेदारी
जिससे
वह अपनी
और सवारियों की
स्थिति मजबूत रखे।

शब्दार्थ:
स्थिति = दशा।

प्रसंग:
यह पद्यांश डॉ० राकेश कुमार बब्बर के द्वारा रचित कविता ‘ज़िन्दगी-एक रिक्शा’ से लिया गया है। इसमें कवि ने मनुष्य की ज़िन्दगी की तुलना एक रिक्शा से की है।

सरलार्थ:
कवि कहता है कि इसीलिए ज़रूरी है कि रिक्शा वाला उसके एक-एक पुर्जे, ब्रेक, टायर आदि ठीक रख कर अपनी सीट संभाले। वह सही सलामत उनके ठिकानों तक सवारियों को पहुँचाने की ज़िम्मेदारी ले। इसी से वह सभी सवारियों की स्थिति को मज़बूत रख सकेगा।

भावार्थ:
मनुष्य को अपनी ज़िन्दगी ठीक से जीने के लिए सभी ज़िम्मेदारियां ठीक प्रकार से निभानी चाहिए।

ज़िन्दगी-एक रिक्शा Summary

ज़िन्दगी-एक रिक्शा कविता का सार

“ज़िन्दगी-एक रिक्शा’ कविता में कवि डॉ० राकेश कुमार बब्बर ने ज़िन्दगी को रिक्शा के साथ जोड़कर यह संदेश दिया है कि जिस प्रकार रिक्शा में दो सवारियों को बैठा कर रिक्शावाला रिक्शा आराम से चलाता है तथा अपनी रिक्शा को भी ठीक-ठाक रखता है, वैसे . ही मनुष्य अपने जीवन को सीमित परिवार में रखकर सुखी ज़िन्दगी व्यतीत कर सकता है। – कवि कहता है कि जिंदगी एक रिक्शे के समान है जिसे हर कोई चला तो रहा है परन्तु कोई घसीट कर, कोई दौड़ा कर, कोई अकेले तो कोई कइयों को लादकर चलता है। यदि रिक्शा ठीक-ठाक रखनी है तो वह उतनी ही सवारियां बैठाता है, जितनी वह सहन कर सकता है। अधिक कमाई करने के लालच में वह अपना संतुलन बिगाड़ देता है और अपनी : ………………. हैसियत से अधिक परिवार बनाने पर व्यक्ति की ज़िन्दगी की दशा खराब हो जाती है। इसलिए जैसे रिक्शावाला अपनी रिक्शा को ठीक-ठाक रखने के लिए उसकी ब्रेक, पुर्जे, टायर आदि ठीक रखता है और उतनी सवारियां बैठाता है जिन्हें वह आसानी से ले जा सकता हैं वैसे ही मनुष्य को भी अपना परिवार अपनी हैसियत के अनुसार बनाना चाहिए।

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran पर्यायवाची या समानार्थक शब्द

Punjab State Board PSEB 7th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar Paryayvachi ya Samanarthak Shabd पर्यायवाची या समानार्थक शब्द Exercise Questions and Answers, Notes.

PSEB 7th Class Hindi Grammar पर्यायवाची या समानार्थक शब्द

अग्नि – अनल, पावक, आग, दहन, ज्वाला।
अपमान – अनादर, तिरस्कार, निरादर।
अमृत – सुधा, पीयूष, सोम।
असुर – राक्षस, दैत्य, दानव, दनुज ।
अन्धकार – अन्धेरा, तम, तिमिर।
अश्व – घोड़ा, वाजी, घोटक।
आंख – नेत्र, चक्षु, नयन, लोचन।
आकाश – गगन, अम्बर, नभ, आसमान, अन्तरिक्ष ।
इनाम – पुरस्कार, पारितोषिक, आनन्दकर।
इच्छा – अभिलाषा, चाह, मनोरथ, कामना, लालसा।
इन्द्र – देवेन्द्र, सुरेन्द्र, सुरपति, देवराज।
ईश्वर – ईश, परमात्मा, परमेश्वर, प्रभु।
उषा – प्रभात, सवेरा, निशान्त।

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran पर्यायवाची या समानार्थक शब्द

उद्देश्य – मकसद, लक्ष्य, ध्येय।
उपकार – हित, भलाई, नेकी, भला।
कपड़ा – वस्त्र, अम्बर, पट, वसन।
कमल – जलज, नलिन, पंकज, सरोज, राजीव, नीरज।
कान – कर्ण, श्रोता, श्रवण।
किनारा – तट, तीर, कूल।
किरण – रश्मि, अंशु, कर।
केश – बाल, अलक. कच।
कोयल – पिक, कोकिल।
क्रोध – गुस्सा, रोष, कोप।
गंगा – भागीरथी, देवनदी, सुरसरी, नदीश्वरी।
गृह – घर, सदन, निकेतन, भवन, वास, आलय, शाला।
चन्द्रमा – शशि, चन्द्र, राकेश, चाँद, सोम।
जल – नीर, पानी, पय, रस।
तलवार – खड्ग, कृपाण, करवाल।
तालाब – सर, सरोवर, जलाशय, ताल ।

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran पर्यायवाची या समानार्थक शब्द

दास – नौकर, सेवक, अनुचर।
देवता – सुर, अमर, देव।
दुनिया – विश्व, संसार, जगत्, जग, भूमण्डल।
दूध – दुग्ध, गोरस, पय, क्षीर।
नदी – सरिता, जलमाला, नद, तटनी।
नारी – स्त्री, महिला, अबला, वनिता।
नाव – नौका, तरिणी, जलयान, बेड़ा।
पवन – हवा, वायु, समीर, अनिल।
पत्नी – वधू, गृहिणी, स्त्री, प्राणप्रिया, भार्या ।
पति – स्वामी, नाथ, प्राणनाथ।
पर्वत – गिरि, पहाड़, शैल, नग, अचल।
पक्षी – खग, पतंग, नभचर। पुत्र-सुत,बेटा, लड़का, पूत।
पुत्री – सुता, बेटी, लड़की।
पुष्प – कुसुम, सुमन, फूल, प्रसून ।
पृथ्वी – भू, भूमि, धरती, वसुधा, धरा।

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran पर्यायवाची या समानार्थक शब्द

बाग – बगीचा, वाटिका, उपवन, उद्यान।
बादल – मेघ, घन, जलद, नीरद।
माता – जननी, माँ, मात, मैया, अम्ब ।
मृत्यु – निधन, देहान्त, अन्त, मौत।
मनुष्य – मनुज, नर, आदमी, मानव, पुरुष।
युवक – जवान, युवा, तरुण।
राजा – नृप, नरेश, सम्राट्, नरेन्द्र, नरपति।
रात – रजनी, निशा, रात्रि।

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran भाववाचक संज्ञाएँ

Punjab State Board PSEB 7th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar Bhav vachak Sangyaen भाववाचक संज्ञाएँ Exercise Questions and Answers, Notes.

PSEB 7th Class Hindi Grammar भाववाचक संज्ञाएँ

शब्द – भाववाचक
अज्ञान – अज्ञानता
अपना – अपनापन
अच्छा – अच्छाई
अधिक – अधिकता
उजाला – उजालापन
उलझन – उलझाव
उठना – उठाव
ऊँचा – ऊँचाई
एक – एकता
कठिन – कठिनता
कठोर – कठोरता
कड़ा – कड़ाई
कंजूस – कंजूसी
कायर – कायरता

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran भाववाचक संज्ञाएँ

कटु – कटुता
कुशल – कुशलता
कृत्रिम – कृत्रिमता
कृपण – कृपणता
कमाना – कमाई
काटना – कटौती
खट्टा – खटाई, खटास
खुजलाना – खुजली
खेलना – खेल
खोदना – खुदाई
गहरा – गहराई
ठण्डा – ठण्डक
ठगना – ठगी
अंगड़ाना – अंगड़ाई
आलसी – आलस्य
आवश्यक – आवश्यकता
आगे-पीछे – आगा-पीछा
इन्सान – इन्सानियत
ईश्वर – ऐश्वर्य
उदार – उदारता
गुरु – गौरव
गिरना – गिरावट
गर्म – गर्मी
गाना – गीत

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran भाववाचक संज्ञाएँ

गुलाम – गुलामी
घबराना – घबराहट
घेरना – घिराव
चतुर – चतुराई
चालाक – चालाकी
चौड़ा – चौड़ाई
चढ़ना – चढ़ाई
चलना – चाल
चिकना – चिकनाई
चमकना – चमक
चिल्लाना – चिल्लाहट
चुनना – चुनाव
जागना – जागरण
जलना – जलन
जीना – जीवन
परतन्त्र – परतन्त्रता
डाका – डकैती
ढिठ – ढिठाई
तीव्र – तीव्रता
दास – दासता
देव – देवत्व
दुर्बल – दुर्बलता
दुष्ट – दुष्टता
दौड़ाना – दौड़
दुहराना – दुहराई
धोना – धुलाई
नीच – नीचता

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran भाववाचक संज्ञाएँ

पण्डित – पण्डिताई, पाण्डित्य
प्यासा – प्यास
पूर्ण – पूर्णता
पीसना – पिसाई
पकड़ना – पकड़
पहचानना – पहचान
मीठा – मिठास
मुस्कराना – मुस्कराहट
मूर्ख – मूर्खता
मोटा – मुटापा, मोटापन
मिलना – मिलावट
मारना – मार
राजा – राज्य
लड़का – लड़कपन
लाल – लालिमा
लड़ना – लड़ाई
लूटना – लूट
लम्बा – लम्बाई
लिखना – लिखाई
शुद्ध – शुद्धता, शुद्धि
वीर – वीरता
शीघ्र – शीघ्रता
सजना – सजावट

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran भाववाचक संज्ञाएँ

पालना – पालन
बच्चा – बचपन
बालक – बालकपन
बुद्धिमान् – बुद्धिमत्ता
बूढ़ा – बुढ़ापा
बनना – बनावट
बैठना – बैठक
बहना – बहाव
बुरा – बुराई
बोलना – बोल
नम्र – नम्रता
बेचना – बेच
भला – भलाई
भूखा – भूख
भय – भयानक
भिड़ना – भिड़न्त
मित्र – मित्रता
मधुर – मधुरता
महान् – महत्ता
सेवक – सेवा, सेवकाई
सज्जन – सज्जनता
सादा – सादगी

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran भाववाचक संज्ञाएँ

स्वस्थ – स्वास्थ्य
सुन्दर – सुन्दरता
स्वतन्त्र – स्वतन्त्रता
सहायक – सहायता
सरल – सरलता
सीना – सिलाई
सजाना – सजावट
सर्द – सर्दी
सच्चा – सच्चाई
साधारण – साधारणतया
हरा – हरियाली
हँसी – हँसना
हारना – हार

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran विपरीतार्थक या विलोम शब्द

Punjab State Board PSEB 7th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar Viparitarthak ya Vilom Shabd विपरीतार्थक या विलोम शब्द Exercise Questions and Answers, Notes.

PSEB 7th Class Hindi Grammar विपरीतार्थक या विलोम शब्द

शब्द -विपरीतार्थक
असुर – सुर
अन्त – आरम्भ
अनेकता – एकता
आलस्य – उद्यम
आशा – निराशा
आयात – निर्यात
आगामी – विगत
उपकार – अपकार
उचित – अनुचित
उतार – चढ़ाव
आज्ञा – अवज्ञा
अनिवार्य – ऐच्छिक

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran विपरीतार्थक या विलोम शब्द

अनुकूल – प्रतिकूल
अमृत – विष
अवनति – उन्नति
उत्थान – पतन
उदार – कृपण
आहार – निराहार
इहलोक – परलोक
ईर्ष्या – स्पर्धा
उधार – नकद
उपयोगी – व्यर्थ, अनुपयोगी
ऐश्वर्य – दारिद्रय
ऐच्छिक – अनैच्छिक
आदि – अन्त
आय – व्यय

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran विपरीतार्थक या विलोम शब्द

अज्ञात – ज्ञात
आदान – प्रदान
अपकार – उपकार
अपना – पराया
अन्याय – न्याय
अधिक – न्यून
अच्छा – बुरा
अस्त – उदय
अन्धकार – प्रकाश
कृत्रिम – स्वाभाविक
कटु – मीठा
आदर – निरादर
कठिन – सरल
कपटी – निष्कपट
ऊष्ण – शीत
उपस्थित – अनुपस्थित
उपयुक्त – अनुपयुक्त
ऋण – उऋण
एक – अनेक
एकता – अनेकता

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran विपरीतार्थक या विलोम शब्द

उत्तीर्ण – अनुत्तीर्ण
उत्तर – प्रश्न
कृतज्ञ – कृतघ्न
कुटिल – सरल
क्रय – विक्रय
कायर – साहसी
काला – सफ़ेद
कीर्ति – अपकीर्ति
कोमल – कर्कश
गुरुता – लघुता
आस्तिक – नास्तिक
आकाश – पाताल
खल – सज्जन, साधु
खरा – खोटा
गुण – अवगुण
उत्पत्ति – निष्पत्ति
गहरा – उथला
घृणा – प्रीति
चेतन – जड़
कायर – निडर
डरपोक – निर्भीक
डूबना – तैरना
तीव्र – मन्द

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran विपरीतार्थक या विलोम शब्द

तेजस्वी – तेजहीन
त्यागी – स्वार्थी
थोड़ा – बहुत
दानी – कृपण
दया – निर्दयता
दिन – रात
दयालु – निर्दय
हार – जीत
लेन – देन
लघु – गुरु
लोभी – निर्लोभी
लोभ – संतोष
शब्द
चंचल – गम्भीर, स्थिर
चतुर – मूर्ख
छल – निश्छल
जीवन – मरण
जन्म – मृत्यु

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran विपरीतार्थक या विलोम शब्द

जंगलि – पालतू
जंगम – स्थावर
जीत – हार
जय – पराजय
ज्येष्ठ – कनिष्ठ
जल – यौवन
जरा – स्थल
जटिल – सरल
दुर्बल – बलवान्
दायाँ – बायाँ
धर्म – अधर्म
देव – दानव
धर्मात्मा – पापात्मा
धनवान् – निर्धन
धनी – निर्धन
नवीन – प्राचीन
नास्तिक – आस्तिक
नागरिक – ग्रामीण
निद्रा – जागरण
निकट – दुर
निर्यात – आयात
निन्दा – स्तुति
निगलना – उगलना
निश्चय – अनिश्चय
न्याय – अन्याय
पाप – पुण्य
प्रत्यक्ष – परोक्ष

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran विपरीतार्थक या विलोम शब्द

पण्डित – मूर्ख
पराधीन – स्वाधीन
शुष्क – आई
वृद्ध – बालक
वर – शाप
विजय – पराजय
विधवा – सधवा
विजित – पराजित
विरोध – समर्थन
वैर – प्रेम
गुलाम – आज़ाद
विद्वान् – मूर्ख
शांत – अशांत
शुद्ध – अशुद्ध
शुभ – अशुभ
शोक – हर्ष
परतन्त्र – स्वतन्त्र
प्रीति – वैर
परिश्रम – आलस्य
प्रसन्न – अप्रसन्न
पूर्ण – अपूर्ण
स्त्री – पुरुष

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran विपरीतार्थक या विलोम शब्द

पवित्र – अपवित्र
फीका – मीठा
बच्चा – बूढ़ा
बुराई – भलाई
बाहर – अन्दर
भय – अभय
भयभीत – निर्भय
भयानक – सुन्दर, प्रिय
भेद – अभेद
भ – भविष्य
सु्ख – दुःख
स्थिर – अस्थिर
सुगन्ध – दुर्गन्ध
सभ्य – असभ्य
संक्षिप्त – विस्तृत
सुर – असुर
साधु – शैतान/असाधु
शाप – वरदान
शिक्षित – अशिक्षित
शत्रु – मित्र
सदाचार – दुराचार
सत्य – असत्य
सुपुत्र – कुपुत्र

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran विपरीतार्थक या विलोम शब्द

संयोग – वियोग
स्वामी – सेवक
स्वर्ग – नरक
सज्जन – दुर्जन
स्वदेश – विदेश
सफल – असफल
सुन्दर – असुन्दर
भला – बुरा
भारी – हल्का
मधुर – कटु
मान – अपमान
मितव्ययी – अपव्ययी
सम्मान – अपमान
मानव – दानव
मृदु – कठोर
महान् – झुट
मलिन – स्वच्छ
मौखिक – लिखित

PSEB 7th Class Hindi Vyakaran विपरीतार्थक या विलोम शब्द

यश – अपयश
योग्य – अयोग्य
राजा – रंक
रक्षक – भक्षक
रोगी – स्वस्थ
लाभ – हानि
सरल – कठिन
उल्लास – हर्ष
हार – जीत
सुहागिन – विधवा
सरल – जटिल
सौभाग्य – दुर्भाग्य
ज्ञान – अज्ञान
सम्पत्ति – विपत्ति
हर्ष – शोक
हितकारी – अहितकारी
हृष्टपुष्ट – क्षीण, कृश
श्रद्धा – घृणा
ज्ञानी – अज्ञानी
क्षमा – दण्ड
दुर्बल – सबल

PSEB 7th Class Hindi Solutions Chapter 20 श्री गुरु अर्जुन देव जी

Punjab State Board PSEB 7th Class Hindi Book Solutions Chapter 20 श्री गुरु अर्जुन देव जी Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 7 Hindi Chapter 20 श्री गुरु अर्जुन देव जी

Hindi Guide for Class 7 PSEB श्री गुरु अर्जुन देव जी Textbook Questions and Answers

(क) भाषा-बोध

1. शब्दार्थ:

परलोकवास = स्वर्गवास
विख्यात = प्रसिद्ध
दीन = गरी
हीन = नीचा
पावन-स्थल = पवित्र स्थान
निर्माण = बनाना
निवारण = दूर करना, समाधान करना
शंकाओं = संदेहों
अनमोल = कीमती
मालिया = लगान
महसूस = अनुभव
तृप्त = संतुष्ट
शीतल = ठण्डा
वृद्ध = बूढ़े
ख्याति = प्रसिद्धि
लांछन = आरोप, दोष
यातनाएँ = कष्ट
अंततः = अन्त में
दृढ़ता = मज़बूती
अत्यंत = अधिक

2. वाक्यों में प्रयोग करें:

दसवंध _________________ _________________
षड्यंत्र ______________ _________________
निवारण ___________ _____________________
उत्तर:
अपनी नेक कमाई का दसवंध दान करना चाहिए।
दुश्मनों ने भारत के विरुद्ध षड्यन्त्र रचे हुए हैं।
हे प्रभु! हमारे कष्टों का निवारण कीजिए।

3. विपरीत शब्द लिखें:

मान = ……………..
अपराध = ……………….
एक = ………………..
ईमानदारी = ……………….
इच्छा = ……………….
तृप्त = ……………….
विरोध = ………………
उत्तर:
शब्द विपरीत शब्द
मान = अपमान
अपराध = निरपराध
एक = अनेक
ईमानदारी = बेईमानी
इच्छा = अनिच्छा
तृप्त = अतृप्त
विरोध = समर्थन

PSEB 7th Class Hindi Solutions Chapter 20 श्री गुरु अर्जुन देव जी

4. नए शब्द बनायें:

सु + पुत्री = सुपुत्री
दशम + अंश = ……………….
श्रद्धा = आलु = ……………….
गुरु + द्वारा = ……………..
महान + ता = …………………
उप + लक्ष्य = ………………
उत्तर:
सु + पुत्री = सुपुत्री
दशम + अंश = दशमांश
श्रद्धा = आलु = श्रद्धालु
गुरु + द्वारा = गुरुद्वारा
महान + ता = महानता
उप + लक्ष्य = उपलक्ष्य

5. इन मुहावरों को इस तरह वाक्यों में प्रयोग करें कि अर्थ स्पष्ट हो जाएं

जान का दुश्मन ____________ _______________________
फूटी आँख न भाना __________________ _______________________
कान भरना ________________ ______________________
ज्योति जोत समाना ______________ ___________________
परलोक सिधारना _____________ ____________________
दो टूक कहना __________________ _________________
मामले को उछालना _________________ _____________________
उत्तर:
जान का दुश्मन (पक्का दुश्मन) – रमेश ने पुलिस से झगड़ा करके उसे अपनी जान का दुश्मन बना लिया है।
फूटी आँखों न भाना (बिलकुल अच्छा न लगना) – कक्षा में समय पर नहीं आने वाले विद्यार्थी मुझे फूटी आँख नहीं भाते।
कान भरना (चुगली करना) – ऐसे लोगों से बच कर रहो, जो दूसरों के खिलाफ़ तुम्हारे कान भरते हैं।
ज्योति जोत समाना (परलोक सिधारना) – श्री गुरु अर्जुन देव जी लाहौर में रावी नदी के तट पर ज्योति जोत समा गए।
परलोक सिधारना (मृत्यु को प्राप्त होना) – हरिसिंह के पिता जी कल परलोक सिधार गए।
दो टूक कहना (स्पष्ट वक्ता, सही और सत्य बोलना) – सुमन ने सुषमा से एक हजार रुपए उधार माँगे पर उसने दो टूक मना कर दिया।
मामले को उछालना (झगड़ा बढ़ाना, बात फैलाना) – कुछ न होते हुए भी नेताजी ने विरोधी पक्ष के मामले को उछालना शुरू कर दिया।

प्रयोगात्मक व्याकरण

6. निम्नलिखित शब्दों में से उपसर्ग अलग करके लिखें:

प्रदान = ______________
आमंत्रित = _____________
निवारण = ______________
अनमोल = _______________
प्रभावित = _______________
प्रबन्ध = ______________
आनन्द = ___________
विभोर = ____________
संकलित = ____________
संग्रह = ______________
सुशोभित = _____________
उत्तर:
प्र, आ, नि, अन, प्र, प्र, आ, वि, सम्, सम्, सु।

PSEB 7th Class Hindi Solutions Chapter 20 श्री गुरु अर्जुन देव जी

7. निम्नलिखित समास शब्दों का विग्रह करें

समस्त पद विग्रह
गुरुद्वारा = ………………..
परलोकवास = ……………….
गुरु-गद्दी = ………………..
गुरु-परम्परा = …………………
ग्रंथी-परम्परा = ………………
उत्तर:
समस्त पद विग्रह
गुरुद्वारा = गुरु का द्वारा
परलोकवास = परलोक में वास
गुरु-गद्दी = गुरु की गद्दी
गुरु-परम्परा = गुरु की परम्परा
ग्रंथी-परम्परा = ग्रंथी की परम्परा

8. (क)
1. ने + अन = नयन
ए + अ = अय

2. गै + अक = गायक
ऐ + अ = आय
अतएव अब ए ऐ के बाद यदि कोई दूसरा स्वर आ जाए तब इनके स्थान पर क्रमशः अय आय हो जाता है। यह स्वर संधि की अयादि संधि है। अन्य उदाहरण :- नै + अक ‘= नायक, नै + इका = नायिका।

(ख)
1. पो + अन = पवन
ओ + अ = अव

2. पौ + अन = पावन
औ + अ = आव
अतएव जब ओ औ के बाद दूसरा स्वर आ जाए तो इनके स्थान पर क्रमश: अव आव हो जाता है। यह स्वर संधि की अयादि संधि है। अन्य उदाहरण
भो + अन = भवन
नौ + इक – नाविक
भौ + उक = भावुक

9. रेखांकित पदों के कारक बतायें:

  1. गुरु जी ने सिक्ख धर्म के प्रचार और दीन हीन की सहायता के लिए ‘दसवंध मर्यादा’ का आरम्भ किया।
  2. यह अमृतसर नगर में विद्यमान है।
  3. गुरु जी अपने माता-पिता की तीसरी संतान थे।
  4. चंदू शाह अपने अपमान का बदला चुकाना चाहता था।
  5. हर साल गुरु अर्जुन देव जी का शहीदी दिवस संसार भर में मनाया जाता है।

उत्तर:

  1. संप्रदान तत्पुरुष
  2. द्वंद्व समास
  3. अधिकरण तत्पुरुष
  4. कर्ता तत्पुरुष
  5. संबंध तत्पुरुष

(ख) विचार-बोध

1. इन प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में लिखें:

प्रश्न 1.
दसवंध मर्यादा से क्या भाव है ?
उत्तर:
दसवंध मर्यादा का अर्थ सिक्ख धर्म के अनुयायियों का अपनी आमदनी का दसवाँ भाग दान में से है।

प्रश्न 2.
गुरु अर्जुन देव जी ने सम्राट अकबर से क्या मांगा ?
उत्तर:
गुरु अर्जुन देव जी ने सम्राट अकबर से कहा कि हरमन्दिर साहिब के आस-पास के गाँवों का लगान माफ़ कर दिया जाए।

प्रश्न 3.
श्री गुरु ग्रन्थ साहिब’ में किन-किन की वाणी संकलित है ?
उत्तर:
श्री गुरु ग्रंथ साहिब में गुरु नानक देव जी, भक्त कबीर जी, गुरु अर्जुन देव जी तथा अन्य गुरुओं और अनेक सन्तों की वाणी संकलित है।

प्रश्न 4.
चन्दू शाह गुरु अर्जुन देव जी का दुश्मन क्यों बना ?
उत्तर:
चन्दू शाह अपनी पुत्री का विवाह गुरु अर्जुन देव जी के बड़े बेटे श्री हर गोबिन्द जी से करना चाहता था। गुरु जी इसके लिए तैयार नहीं थे। इसलिए चन्दू शाह गुरु जी का दुश्मन बन गया।

प्रश्न 5.
गुरु अर्जुन देव जी को गुरु गद्दी कब प्रदान की गई ?
उत्तर:
गुरु अर्जुन देव जी को गुरु गद्दी सन् 1581 ई० में प्रदान की गई।

प्रश्न 6.
दस गुरुओं के क्रमशः नाम लिखें। उत्तर-सिक्ख धर्म के दस गुरुओं के नाम इस प्रकार हैं

  1. गुरु नानक देव जी
  2. गुरु अंगद देव जी
  3. गुरु अमरदास जी
  4. गुरु रामदास जी
  5. गुरु अर्जुन देव जी
  6. गुरु हरगोबिन्द जी
  7. गुरु हरिराय जी
  8. गुरु हरिकृष्ण जी
  9. गुरु तेग़ बहादुर जी
  10. गुरु गोबिन्द सिंह जी

3. इन प्रश्नों के उत्तर चार या पाँच वाक्यों में लिखें:

प्रश्न 1.
गुरु अर्जुन देव जी के चरित्र की दो विशेषताओं को स्पष्ट करें। संकेत-उदारता, दया, सेवाभाव, भक्ति, दृढ़ता, कष्ट सहिष्णुता, निर्भयता।
उत्तर:

  1. उदारता-गुरु अर्जुन देव जी बड़े उदार विचारों के थे। उन्होंने अपने समय के प्रसिद्ध मुस्लिम फकीर साईं मियां मीर को आमन्त्रित करके श्री हरमन्दिर साहिब की नींव रखवाई थी। दरबार साहिब के नाम से भी विख्यात यह गुरुद्वारा साहिब सिक्ख धर्म का महान् तीर्थ स्थान माना जाता है।
  2. दया-गुरु जी ने अकबर से गरीब किसानों का लगान माफ करवाया।
  3. सेवाभाव-गुरुद्वारे में आने वाले श्रद्धालुओं को वे स्वयं भोजन परोसा करते थे। गुरु जी की सिक्ख धर्म को सबसे बड़ी देन है-गुरु ग्रन्थ साहिब का प्रकाश।
  4. निर्भयता-गुरु जी बड़े-से बड़े संकट से घबराते नहीं थे। दीन-हीन और निःसहायों को आश्रय देना वे अपना धर्म मानते थे।

प्रश्न 2.
जहाँगीर ने गुरु अर्जुन देव जी को क्यों दण्डित किया ?
उत्तर:
गुरु अर्जुन देव जी के विरोधियों तथा चन्दू शाह ने उनके विरुद्ध अनेक तरह के लांछन लगाकर मुग़ल बादशाह जहाँगीर के कान भरे। गुरु साहिब बड़े दयालु थे। उन्होंने जहाँगीर के बेटे शहज़ादा खुसरो की मुसीबत के समय सहायता की थी। पिता से बिगड़े पुत्र खुसरो की मदद के इस मामले को भी गुरु साहिब के विरोधियों ने खूब उछाला। ऐसे षड्यंत्रों में फंसा कर बादशाह जहाँगीर ने गुरु अर्जुन देव जी को लाहौर बुलवा कर नौ लाख रुपए दण्ड भरने का आदेश दे दिया और दण्ड न देने पर उन्हें कैद करवाया।

प्रश्न 3.
गुरु अर्जुन देव जी का शहीदी दिवस कब और कैसे मनाया जाता है ?
उत्तर:
गुरु अर्जुन देव जी 30 मई, सन् 1606 ई० को शहीद हुए। इसी की स्मृति में हर साल गुरु अर्जुन देव जी का शहीदी दिवस संसार भर में मनाया जाता है। शहीदी गुरु पर्व के सिलसिले में प्रभात फेरियाँ और नगर कीर्तन निकलते हैं। गर्मी का मौसम होने के कारण मीठे शीतल जल की छबीलें लगाकर शान्ति प्रिय गुरुदेव का स्मरण किया जाता है। इसी उपलक्ष्य में गुरुद्वारे में दीवान भी सजते हैं।

(ग) रचना-बोध

अपनी सहेली को पत्र में अमृतसर के दर्शनीय स्थलों का विवरण दें

92 – मॉडल कॉलोनी,
अमृतसर।
दिनांक 22 दिसम्बर, 20….
प्रिय सखी प्रीतम,
स्नेह भरी नमस्ते।
तुम्हारा पत्र मिला। घर के काम-काज में व्यस्त रहने के कारण तुरन्त उत्तर नहीं दे सकी, क्षमा चाहती हूँ। तुमने अमृतसर के दर्शनीय स्थलों का विवरण पूछा है, संक्षेप में दे रही हूँ।

जिस के कारण अमृतसर दुनिया भर में प्रसिद्ध है, वह है सिक्खों का पावन-तीर्थ श्री दरबार साहिब। यह महान् गुरुद्वारा दुनिया भर के सिक्खों का सबसे बड़ा श्रद्धा का केन्द्र है। इसका पावन सरोवर निर्मल एवं शुद्ध जल से पूर्ण है। इस में लोग श्रद्धा से स्नान करते हैं । दरबार साहिब में रात-दिन भीड़ लगी रहती है। श्रद्धालुओं के लिए गुरु का अटूट लंगर दिन-रात चलता रहता है। गुरुद्वारे में शबद कीर्तन निरन्तर होता रहता है।

श्री दरबार साहिब के निकट ही जलियाँवाला बाग है। यह देश-भक्तों का अमर स्मारक है। दुर्याना मन्दिर भी अमृतसर का एक परम पावन तीर्थ स्थल है। इसके अतिरिक्त शहर के बाग भी अद्भुत छटा बिखेरते हैं। वस्तुतः ये स्थान स्वयं आँखों से देखकर अपनी विशेषताएँ साकार करते हैं। इसलिए आगामी छुट्टियों में तुम अमृतसर आकर अपनी आँखों से सब कुछ देखो।
पूज्य माता और पिता जी को सादर नमस्कार कहना और हैप्पी को प्यार देना।
तुम्हारी प्रिय सखी,
नन्दिनी शर्मा।

(घ) सिक्ख धर्म के पावन ग्रंथ गुरु ‘ग्रंथ साहिब’ में से किसी श्लोक को याद करें और उसके अर्थ जानें।
उत्तर:
विद्यार्थी स्वयं करें।

PSEB 7th Class Hindi Guide श्री गुरु अर्जुन देव जी Important Questions and Answers

1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर उचित विकल्प चुनकर लिखिए

प्रश्न 1.
‘पंचम पातशाह’ किसे कहते हैं ?
(क) गुरु नानक देव
(ख) गुरु अर्जुन देव
(ग) गुरु गोबिंद सिंह
(घ) क और ग
उत्तर:
(ख) गुरु अर्जुन देव

प्रश्न 2.
गुरु अर्जुन देव जी का जन्म कहां हुआ था ?
(क) कराची
(ख) लाहौर
(ग) दिल्ली
(घ) गोइंदवाल
उत्तर:
(घ) गोइंदवाल

प्रश्न 3.
चौथे सिक्ख गुरु कौन थे ?
(क) गुरु रामदास जी
(ख) गुरु गोबिंद सिंह जी
(ग) गुरु अर्जुन देव जी
(घ) कोई नहीं
उत्तर:
(क) गुरु रामदास जी

प्रश्न 4.
गुरु अर्जुन देव जी ने कौन-सी मर्यादा का आरम्भ किया था ?
(क) पंचवंध
(ख) दसवंध
(ग) सप्तवंध
(घ) बीसवंध
उत्तर:
(ख) दसवंध

प्रश्न 5.
गुरु जी की सबसे बड़ी देन क्या है ?
(क) उपदेश
(ख) लंगरसेवा
(ग) दसवंध
(घ) गुरु ग्रंथ साहिब
उत्तर:
(घ) गुरु ग्रंथ साहिब

PSEB 7th Class Hindi Solutions Chapter 20 श्री गुरु अर्जुन देव जी

2. निम्नलिखित रिक्त स्थानों की पूर्ति उचित विकल्पों से कीजिए

प्रश्न 1.
हरमन्दिर साहिब को सिक्ख धर्म का …………… माना जाता है।
(क) तीर्थ
(ख) गुरुद्वारा
(ग) मंदिर
(घ) कोई नहीं
उत्तर:
(क) तीर्थ

प्रश्न 2.
दीवान ………….. ने गुरु जी को कैद में डाल दिया था ।
(क) मन्दूशाह
(ख) चन्दूशाह
(ग) राम सेवक
(घ) श्यामचंद्र
उत्तर:
(ख) चन्दूशाह

प्रश्न 3.
जहाँगीर के पुत्र का नाम ………….. था।
(क) मीर जाफ़र
(ख) रामशेर
(ग) अल्लाफ़
(घ) खुसरो
उत्तर:
(घ) खुसरो

प्रश्न 4.
हरमन्दिर साहिब की यात्रा मुगल सम्राट ………….. ने की थी।
(क) अकबर
(ख) जहाँगीर
(ग) शाहजहाँ
(घ) बाबर
उत्तर:
(क) अकबर

प्रश्न 5.
गुरु ग्रंथ साहिब में गुरु जी के …………. श्लोक तथा शब्द हैं।
(क) 2 सौ
(ख) 21 सौ
(ग) 22 सौ
(घ) 23 सौ
उत्तर:
(ग) 22 सौ

3. दिए गए शब्द का सही अर्थ से मिलान कीजिए

प्रश्न 1.
विख्यात:
प्रसिद्ध
विज्ञान
विचार
उत्तर:
प्रसिद्ध

प्रश्न 2.
आमंत्रित करना :
मंत्र देना
बुलाना
भेजना
उत्तर:
बुलाना

प्रश्न 3.
स्मरण:
याद करना
भुला देना
घूमना
उत्तर:
याद करना

प्रश्न 4.
श्रद्धालु:
श्राद् का आलू
श्रद्धा करने वाले
श्रद्धा
उत्तर:
श्रद्धा करने वाले

श्री गुरु अर्जुन देव जी Summary

श्री गुरु अर्जुन देव जी पाठ का सार

‘श्री गुरु अर्जुन देव जी’ पाठ में ‘पंचम पातशाह जी’ के नाम से सिक्ख परंपरा में विख्यात श्री गुरु अर्जुन देव जी के जीवन चरित्र का वर्णन किया गया है। श्री गुरु अर्जुन देव जी का जन्म 15 अप्रैल, सन् 1563 को गोइंदवाल में हुआ था। आप के पिता श्री गुरु रामदास जी चौथे सिक्ख गुरु थे। आपकी माता जी का नाम बीबी भानी जी था। वे तीसरे सिख गुरु श्री गुरु अमरदास जी की सुपुत्री थी। इस प्रकार गुरु अमरदास जी श्री गुरु अर्जुन देव जी के नाना हुए। गुरु अर्जुन देव जी अपने माता-पिता की तीसरी सन्तान थे। सोलह वर्ष की आयु में गुरु अर्जुन देव जी का विवाह मउ गाँव के श्रीकृष्ण चन्द की बेटी गंगा जी के साथ हुआ था। आप सन् 1581 ई० में गुरुगद्दी पर बैठे और ‘पंचम पातशाह जी’ के नाम से विख्यात हुए।

श्री गुरु अर्जुन देव जी ने ‘दसवंध मर्यादा’ का आरम्भ किया। गुरु जी ने मुस्लिम फकीर साईं.मियां मीर जी को आमंत्रित करके श्री हरमन्दिर साहिब की नींव रखवाई थी। दरबार साहिब के नाम से प्रसिद्ध यह सिक्ख धर्म का महान् तीर्थ माना जाता है। मुग़ल सम्राट अकबर भी इसकी यात्रा करने आया था और उसने गुरु जी के दर्शन किये थे।

श्री गुरु अर्जुन देव जी गुरुद्वारे में आने वाले श्रद्धालुओं को स्वयं भोजन परोसा करते थे। वे थके-मांदे की सेवा करते थे। गुरु जी की सबसे बड़ी देन ‘श्री गुरु ग्रन्थ साहिब’ है। उन्होंने बाबा बुड्डा जी को दरबार साहिब में ग्रन्थी बनाकर ग्रन्थी परम्परा शुरू की थी। श्री गुरु ग्रन्थ साहिब में गुरु जी के 22 सौ ‘श्लोक’ तथा ‘शबद’ हैं। अकबर की मृत्यु के बाद गुरु जी के विरोधियों ने मुग़ल सम्राट् जहाँगीर के कान भरे क्योंकि उन्होंने जहाँगीर के पुत्र खुसरो की मुसीबत में सहायता की थी। दीवान चन्दू शाह ने गुरु जी को कैद में डाल दिया था। वह उन्हें अनेक यातनाएँ देता था। वे 30 मई, सन् 1606 ई० को शहीद हो गए। गुरु जी का शहीदी दिवस हर साल संसार भर में मनाया जाता है और ‘पंचम पातशाह जी’ के नाम से उनको स्मरण किया जाता है।

PSEB 7th Class Hindi Solutions Chapter 19 एण्ड्रोक्लीज़ और शेर

Punjab State Board PSEB 7th Class Hindi Book Solutions Chapter 19 एण्ड्रोक्लीज़ और शेर Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 7 Hindi Chapter 19 एण्ड्रोक्लीज़ और शेर

Hindi Guide for Class 7 PSEB एण्ड्रोक्लीज़ और शेर Textbook Questions and Answers

(क) भाषा-बोध

1. शब्दार्थ:

रिवाज़ = रीति, परम्परा
हक = अधिकार
बरताव = व्यवहार
बेरहम = निर्दयी
बेहतर = अच्छा, श्रेष्ठ
बियाबान = सुनसान
खोह = गुफा
गौर से = ध्यान से
उकता गया = तंग हो गया
अजीब = विचित्र
यकायक = अचानक
सन्नाटा = खामोशी
किस्सा = कहानी
निर्वाह = निबाहना, निभाना

2. निम्न शब्दों/मुहावरों का अपने वाक्यों में प्रयोग करें:

पीठ थपथपाना _____________ _____________________
टूट पड़ना _____________ ____________________
बात ही बात में _____________ _________________
हड़बड़ा कर ______________ ______________________
आँख लगना ________________ ____________________
दुम हिलाना ___________ _____________________
सिर पैरों पर रखना ________________ ___________________
दंग रह जाना _____________ ____________________
उत्तर:
पीठ थपथपाना (शाबाशी देना) – राघव के कक्षा में प्रथम आने पर सब ने उसकी पीठ थपथपा कर उसे बधाई दी।
टूट पड़ना (आक्रमण करना) – भारतीय सैनिक भूखे भेड़ियों की तरह शत्रु पर टूट पड़े।
बात ही बात में (क्षण भर में) – बात ही बात में दोनों यात्री आपस में उलझ पड़े। हड़बड़ा कर (घबरा कर) – शेर की दहाड़ सुन शिकारी हड़बड़ा कर जाग उठा।
आँख लगना (नींद आना) – मुसाफिर थक गया था, लेटते ही उसकी आँख लग गई।
दुम हिलाना (प्रसन्नतापूर्वक अधीनता स्वीकार करना) – एण्ड्रोक्लीज़ को दंगल के मैदान में देखते ही शेर उसके पास जाकर दुम हिलाने लगा।
सिर पैरों पर रखना (क्षमा माँगना) – नौकर ने अपनी गलती मान कर अपना सिर उसके पैरों पर रख दिया।
दंग रह जाना (हैरान/चकित रह जाना) – जादूगर के कमाल देखकर सभी दंग रह गए।

PSEB 7th Class Hindi Solutions Chapter 19 एण्ड्रोक्लीज़ और शेर

3. विपरीत शब्द लिखें:

बादशाह = …………………
बेरहम = ……………….
कृतज्ञ = ………………
गुलाम = ……………….
उपकार = ……………..
उत्तर:
शब्द विपरीत शब्द
बादशाह = फकीर
बेरहम = रहम
कृतज्ञ = कृतध्न
गुलाम = मालिक
उपकार = अपकार

4. कई बार एक ही शब्द को दो बार प्रयोग किया जाता है। ऐसे शब्दों को पुनरुक्त शब्द कहते हैं। इस पाठ में कुछ ऐसे शब्द प्रयुक्त हुए हैं जैसे :- भटकते-भटकते इसी प्रकार अन्य शब्द ढूंढें और लिखें।
उत्तर:
खड़ा-खड़ा, बार-बार, लँगड़ाता-लँगड़ाता, आगे-आगे, साथ-साथ, बड़ेबड़े।

5. बेरहम शब्द में बे उपसर्ग लगा है। इसी प्रकार बे उपसर्ग से नए शब्द बनाएं:

बे + कार = ………………..
बे + चैन = …………….
बे + शक = ……………..
बे + रोक = ………………
बे + जान = …………………
उत्तर:
बे + कार = बेकार
बे + चैन = बेचैन
बे + शक = बेशक
बे + रोक = बेरोक
बे + जान = बेजान

6. प्रयोगात्मक व्याकरण

(1) एक दिन रात को वह घर से निकल भागा और समुद्र के किनारे की तरफ चल दिया।
(2) मालिक एण्ड्रोक्लीज़ से बहुत रात बीतने तक काम लेता मगर न पहनने को कपड़े देता, न पेट भर खाना।
(3) उसे भूख लगी थी इसलिए शेर ने उसके पास एक मरा हुआ खरगोश लाकर डाल दिया।
(4) ऐसा लगा मानो उसके पंजे में कोई तकलीफ है।
(5) एण्ड्रोक्लीज़ मालिक के कब्जे से भाग गया था। इस कारण उसे मौत की सज़ा दी गयी।
(6) उसने समझ लिया कि अब मौत आ गयी।
(7) वह थक हार कर खोह में लोट गया ताकि आराम कर सके।
(8) चाहे वह अपराधी था फिर भी बादशाह ने उसे छोड़ दिया।
उपर्युक्त वाक्यों में ‘और’, ‘मगर’, ‘इसलिए’, ‘मानो’, ‘इस कारण कि’, ‘ताकि’, ‘चाहे’ फिर भी शब्द दो शब्दों या वाक्यों को जोड़ रहे हैं। इन शब्दों को योजक या समुच्चयबोधक शब्द कहते हैं।
अतएव दो शब्दों, वाक्यों के अंशों और वाक्यों को जोड़ने वाले शब्दों को योजक या समुच्चयबोधक कहते हैं।
अन्य योजक शब्द-एवं, तथा, अथवा, या, नहीं तो, अतः, यद्यपि… तथापि, चूंकि, क्योंकि, जिससे कि, यदि तो।

(ख) विचार-बोध

1. उपयुक्त शब्द भरकर वाक्य पूरे करें :

  1. एण्ड्रोक्लीज़ ………….. का एक गुलाम था।
  2. मालिक गुलाम को ………….. बेच सकता है।
  3. उसका मालिक उसे ………….. ले गया।
  4. वह रास्ता भूल गया …….. जंगल में जा पहुंचा।
  5. शेर बुरी तरह ………….. हुआ आगे बढ़ा।
    (दहाड़ता, भेड़-बकरियों की तरह, और बियाबान, अफ्रीका, रोम)

उत्तर:

  1. रोम
  2. भेड़-बकरियों की तरह
  3. अफ्रीका
  4. और बियाबान
  5. दहाड़ता

PSEB 7th Class Hindi Solutions Chapter 19 एण्ड्रोक्लीज़ और शेर

2. इन प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में लिखें:

प्रश्न 1.
गुलामी प्रथा से क्या भाव है ?
उत्तर:
गुलामी प्रथा में लोग किसी भी व्यक्ति को खरीद सकते हैं और उसका मालिक अपने गुलाम को भेड़-बकरियों की तरह किसी को भी बेच सकता है।

प्रश्न 2.
एण्ड्रोक्लीज़ भाग कर कहाँ पहुँचा ?
उत्तर:
एण्ड्रोक्लीज़ अफ्रीका से भाग कर एक पहाड़ की खोह में पहुंचा।

प्रश्न 3.
एण्ड्रोक्लीज़ को मौत की सज़ा क्यों दी गई ?
उत्तर:
एण्ड्रोक्लीज़ एक गुलाम था। उसका अपने मालिक को छोड़ कर भाग जाना कानूनी अपराध था। इसलिए उसे मौत की सज़ा दी गई।

प्रश्न 4.
उन दिनों मौत की सज़ा कैसे दी जाती थी ?
उत्तर:
उन दिनों अपराधी को भूखे शेर के साथ भिड़ना पड़ता था। उसे दंगल में एक भाला देकर भेज दिया जाता। फिर भूखे शेर को पिंजरे से निकाल कर उस दंगल में छोड़ दिया जाता। भूखा शेर दहाड़ मारता हुआ उस पर टूट पड़ता और उसे चीर-फाड़ कर खा जाता था।

प्रश्न 5.
इस कहानी का मुख्य उद्देश्य क्या है ?
उत्तर:
‘एण्ड्रोक्लीज़ और शेर’ कहानी का मुख्य उद्देश्य यह है कि उपकार करने का फल अवश्य मिलता है।

3. इन प्रश्नों के उत्तर चार या पाँच वाक्यों में लिखें:

प्रश्न 1.
एण्ड्रोक्लीज़ अपने मालिक के पास किस रूप में रहता था और वहाँ से क्यों भाग गया ?
उत्तर:
एण्ड्रोक्लीज़ अपने मालिक के पास एक गुलाम के रूप में रहता था। उसे दिन-रात काम करना पड़ता था। एण्ड्रोक्लीज़ को न पहनने के पूरे कपड़े मिलते थे, न ही उसे भरपेट भोजन मिलता था, इस कारण वह बहुत दुखी रहता। इस दशा में उसने वहाँ से भाग जाना ही ठीक समझा।

प्रश्न 2.
एण्ड्रोक्लीज़ की शेर के साथ दोस्ती किस प्रकार हुई और उसके पश्चात् दोनों किस प्रकार रहे ?
उत्तर:
एण्डोक्लीज़ मालिक के बुरे बर्ताव से तंग आकर भाग निकला। वह रात भर भटकता-भटकता रास्ता भूल गया। वह रोम जाना चाहता था परन्तु वह एक पहाड़ की खोह में जा पहुँचा। जहाँ वह सो गया। इतने में शेर दहाड़ता हुआ आया। एण्ड्रोक्लीज़ ने देखा शेर के पंजे में काँटा चुभा हुआ है। उसने झट से काँटा निकाल दिया और एण्ड्रोक्लीज और शेर मित्र बन कर वहाँ रहने लगे।

प्रश्न 3.
मौत के कटघरे में एण्ड्रोक्लीज़ और शेर के व्यवहार का वर्णन करें।
उत्तर:
मौत के कटघरे में एण्ड्रोक्लीज़ को एक भाला देकर भेजा गया। थोड़ी देर बाद पिंजरे से एक भूखे शेर को वहाँ छोड़ दिया गया। शेर दहाड़ता हुआ आगे बढ़ने ही वाला था कि एकदम रुक गया ! शेर एण्ड्रोक्लीज़ के पास पहुँचकर कुत्ते की तरह दुम हिलाने लगा। एण्ड्रोक्लीज़ ने शेर की पीठ थपथपाई। दोनों ओर से प्यार छलक रहा था। सभी देखने वाले दंग थे।

(ग) भाव-बोध (प्रश्न) इन पंक्तियों का भाव स्पष्ट करें

प्रश्न 1.
गुलामी से मौत बेहतर है।
उत्तर:
गुलामी एक अभिशाप है। गुलाम का जीवन अपने मालिक की दया पर निर्भर करता है। वह भेड़-बकरी के समान होता है। न उसे पहनने के पूरे कपड़े मिलते हैं और न खाने को भरपेट भोजन। ऐसी गुलामी से मौत बेहतर है।

प्रश्न 2.
पशु भी कृतज्ञ और सच्चे मित्र होते हैं।
उत्तर:
पशुओं के साथ भी मनुष्य को अच्छा बर्ताव करना चाहिए। उनमें भी विचारशक्ति होती है। वे भी समय पड़ने पर कृतज्ञ और सच्चे मित्र सिद्ध होते हैं। यहाँ तक कि हिंसक पशु भी उपकार नहीं भूलते।

योग्यता विस्तार

(1) मानव स्वतन्त्रता और गुलामी प्रथा विषय पर अपनी कक्षा में भाषण प्रतियोगिता रखो।
(2) वन्य जन्तुओं के आचरण और व्यवहार से सम्बन्धित पुस्तकें पढ़ो।
(3) किसी भारतीय अभ्यारण्य में जाकर जन्तुओं का निरीक्षण करो।
उत्तर:
विद्यार्थी स्वयं करें।

PSEB 7th Class Hindi Guide एण्ड्रोक्लीज़ और शेर Important Questions and Answers

1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर उचित विकल्प चुनकर लिखिए

प्रश्न 1.
एण्ड्रोक्लीज़ के साथ शेर कैसे रहता था ?
(क) दोस्त
(ख) भाई
(ग) पालतू कुत्ते
(घ) दुश्मन
उत्तर:
(ग) पालतू कुत्ते

प्रश्न 2.
एण्ड्रोक्लीज़ ने किसे भूनकर खा लिया था ?
(क) हिरन
(ख) साँप
(ग) मेंढ़क
(घ) खरगोश
उत्तर:
(घ) खरगोश

प्रश्न 3.
एण्ड्रोक्लीज़ को कौन-सी सजा सुनाई गई ?
(क) उम्रकैद
(ख) दस साल की
(ग) फाँसी की
(घ) मुर्गा बनने की
उत्तर:
(ग) फाँसी की

प्रश्न 4.
एण्ड्रोक्लीज़ कौन था ?
(क) व्यापारी
(ख) रोम का गुलाम
(ग) क्रांतिकारी
(घ) नौकर शाह
उत्तर:
(ख) रोम का गुलाम

प्रश्न5.
एण्ड्रोक्लीज़ कहाँ का वासी था ?
(क) रोम
(ख) भारत
(ग) इग्लैण्ड
(घ) अमेरिका
उत्तर:
(क) रोम

2. निम्नलिखित रिक्त स्थानों की पूर्ति उचित विकल्पों से कीजिए

प्रश्न 1.
एण्ड्रोक्लीज़ को उसका मालिक ………….. ले गया।
(क) रोम
(ख) अमेरिका
(ग) फ्रांस
(घ) अफ्रीका
उत्तर:
(घ) अफ्रीका

PSEB 7th Class Hindi Solutions Chapter 19 एण्ड्रोक्लीज़ और शेर

प्रश्न 2.
रोम में …………… की प्रथा थी।
(क) व्यापारी
(ख) गुलाम
(ग) बुर्का
(घ) पर्दा
उत्तर:
(ख) गुलाम

प्रश्न 3.
शेर …………… हुआ वहाँ से चला गया।
(क) लंगड़ाता
(ख) चिघाड़ता
(ग) रोता
(घ) हँसता
उत्तर:
(क) लंगड़ाता

प्रश्न 4.
…………….. ने एण्ड्रोक्लीज़ को अपने पास बुलाया।
(क) मालिक
(ख) बादशाह
(ग) जल्लाद
(घ) जेलर
उत्तर:
(ख) बादशाह

प्रश्न 5.
शेर ने एण्ड्रोक्लीज़ के सामने ……….. डाल दिया।
(क) मरा खरगोश
(ख) हिरन
(ग) भालू
(घ) बछड़ा
उत्तर:
(क) मरा खरगोश

3. दिए गए शब्द का सही अर्थ से मिलान कीजिए

प्रश्न 1.
बर्ताव:
व्यवहार
बर्तन
बर्फ
उत्तर:
व्यवहार

प्रश्न 2.
किस्सा
कविता
कहानी
केश
उत्तर:
कहानी

प्रश्न 3.
निर्वाह
निरवाह
निबाहना
निवरहा
उत्तर:
निबाहना

प्रश्न 4.
उकताना
तंग आना
रंग जाना
हट जाना
उत्तर:
तंग आना

एण्ड्रोक्लीज़ और शेर Summary

एण्ड्रोक्लीज़ और शेर पाठ का सार

‘एण्ड्रोक्लीज़ और शेर’ कहानी में लेखक ने गुलामी को एक अभिशाप बताते हुए यह भी स्पष्ट किया है कि किए हुए उपकार का फल अवश्य मिलता है। पशु भी उन पर किए गए अहसान को कभी नहीं भूलते हैं। इस कहानी में रोम में गुलामी की प्रथा का वर्णन किया गया है।

एण्ड्रोक्लीज़ रोम का एक गुलाम था। उसका मालिक उसे रोम से अफ्रीका ले गया। वहाँ उससे खूब काम लिया जाता था, परन्तु एण्ड्रोक्लीज़ को न पहनने को पूरे कपड़े मिलते और न ही पेट भर भोजन। वह मालिक के बर्ताव से बहुत तंग आ चुका था। एक दिन वह घर से भाग निकला। वह अंधेरे में रास्ता भूल गया और भटकते-भटकते पहाड़ की खोह में जाकर लेट गया, जहाँ वह सो गया। एक दिल दहलाने वाली दहाड़ सुन कर वह जाग उठा। उसने देखा कि एक शेर रास्ते रोके खड़ा था। उसने देखा शेर बारबार अपना पंजा चाट रहा था। उसके पंजे से खून बह रहा था। पंजे में एक बड़ा काँटा चुभा हुआ था। एण्ड्रोक्लीज़ ने शेर के पंजे से काँटा निकाल दिया। थोड़ी देर में पंजे से खून बहना बन्द हो गया।

शेर लंगड़ाता हुआ वहाँ से चला गया। थोड़ी देर बाद शेर ने एक मरा हुआ खरगोश लाकर वहाँ डाल दिया। एण्ड्रोक्लीज़ ने खरगोश को भूनकर खा लिया। दोनों दोस्त बनकर खोह में रहने लगे। एण्ड्रोक्लीज़ को वहाँ कई महीने बीत गए। जंगल के जीवन से तंग आकर एक दिन वह वहाँ से चल दिया। कुछ दिनों बाद एण्ड्रोक्लीज़ को सिपाहियों ने पकड़ लिया। उसे कानून के अनुसार मौत की सज़ा सुनाई गई। भूखे शेर को पिंजरे से निकालकर कर दंगल के मैदान में छोड़ दिया गया। एण्ड्रोक्लीज़ को दंगल के मैदान में लाया गया। शेर दहाड़ता हुआ आगे बढ़ा, पर एण्ड्रोक्लीज़ को देखकर एकाएक रुक गया। शेर एण्ड्रोक्लीज़ के सामने पालतू कुत्ते के समान दुम हिलाने लगा। यह वही शेर था जिसके साथ वह खोह में रहा था। उसने शेर की पीठ थपथपाई।

बादशाह ने एण्ड्रोक्लीज़ को अपने पास बुलाया। उसने बादशाह को सारा किस्सा सुनाया। बादशाह सुनकर दंग रह गया। उसने सोचा पशु भी अपने ऊपर किये उपकार को नहीं भूलते। उसने एण्ड्रोक्लीज़ को आज़ाद कर दिया। शेर भी उसे सौंप दिया गया। शेर उसके साथ पालतू कुत्ते की तरह रहता था।