PSEB 8th Class Maths Solutions Chapter 15 Introduction to Graphs Ex 15.2

Punjab State Board PSEB 8th Class Maths Book Solutions Chapter 15 Introduction to Graphs Ex 15.2 Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 8 Maths Chapter 15 Introduction to Graphs Ex 15.2

1. Plot the following points on a graph sheet. Verify if they lie on a line:

Question (a)
A(4, 0), B (4, 2), C(4, 6), D(4, 2.5)
Solution:
PSEB 8th Class Maths Solutions Chapter 15 Introduction to Graphs Ex 15.2 1
Plotting the given points and then l joining them we find that they all S lie on the same line.

PSEB 8th Class Maths Solutions Chapter 15 Introduction to Graphs Ex 15.2

Question (b)
P(1, 1), Q(2, 2), R(3, 3), S(4, 4)
Solution:
PSEB 8th Class Maths Solutions Chapter 15 Introduction to Graphs Ex 15.2 2
Plotting the given points and then joining them we find that they all lie on the same line.

Question (c)
K(2, 3), L(5, 3), M(5, 5), N(2, 5)
Solution:
PSEB 8th Class Maths Solutions Chapter 15 Introduction to Graphs Ex 15.2 3
Plotting the given points and then joining them we find that all of them do not lie on the same line.

PSEB 8th Class Maths Solutions Chapter 15 Introduction to Graphs Ex 15.2

2. Draw the line passing through (2, 3) and (3, 2). Find the coordinates of the points at which this line meets the x-axis and y-axis.
Solution:
PSEB 8th Class Maths Solutions Chapter 15 Introduction to Graphs Ex 15.2 4
Plot the given points and join them to make a line. When you extend this line, it meets the X-axis at C (5, 0) and the Y-axis at D (0, 5).

3. Write the coordinates of the vertices of each of these adjoining figures:
PSEB 8th Class Maths Solutions Chapter 15 Introduction to Graphs Ex 15.2 6
Solution:
Figure:
(i) The coordinates of the vertices of quadrilateral OABC:
O are (0, 0)
A are (2, 0)
B are (2, 3)
C are (0, 3)

(ii) The coordinates of the vertices of quadrilateral PQRS:
P are (4, 3)
Q are (6, 1)
R are (6, 5)
S are (4, 7)

(iii) The coordinates of the vertices of triangle KLM:
K are (10, 5)
L are (7, 7)
M are (10, 8)

PSEB 8th Class Maths Solutions Chapter 15 Introduction to Graphs Ex 15.2

4. State whether True or False. Correct that are false:
PSEB 8th Class Maths Solutions Chapter 15 Introduction to Graphs Ex 15.2 5

Question (i)
A point whose x-coordinate is zero and y- coordinate is non-zero will lie on y-axis.
Solution:
True

Question (ii)
A point whose y-coordinate is zero and x-coordinate is 5 will lie on y- axis.
Solution:
False
Correct statement: A point whose y-coordinate is 0 and x-coordinate is 5 will lie on X-axis at a distance 5 units from origin.

PSEB 8th Class Maths Solutions Chapter 15 Introduction to Graphs Ex 15.2

Question (iii)
The coordinates of the origin are (0, 0).
Solution:
True

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran समास

Punjab State Board PSEB 8th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar Samas समास Exercise Questions and Answers, Notes.

PSEB 8th Class Hindi Grammar समास

प्रश्न 1.
समास किसे कहते हैं ? इसके भेदों का वर्णन करें।
उत्तर:
परस्पर सम्बन्ध रखने वाले दो या दो से अधिक पदों के मेल को समास कहते हैं; जैसे-माता-पिता = माता और पिता।

विग्रह : समस्त पदों में विभिन्न चिहनों को जोड़कर अलग-अलग पद करने की क्रिया को विग्रह कहते हैं; जैसे-‘माता-पिता’ समस्त पद का विग्रह होगा-माता और पिता।
समास के भेद : समास में दो पद होते हैं, एक पूर्व पद दूसरा उत्तर पद। इन पदों की प्रधानता के आधार पर समास के चार भेद होते हैं –
1. अव्ययीभाव समास
2. द्वन्द्व समास
3. बहुब्रीहि समास
4. तत्पुरुष समास।

1. अव्ययीभाव समास : जिस समास में पूर्व (पहला) पद प्रधान होता है उसे अव्ययी भाव समास कहते हैं। जैसे-
यथाशक्ति – शक्ति के अनुसार
भरपेट – पेट भरकर
यथाविधि – विधि के अनुसार
आजीवन – जीवन भर
प्रतिदिन – दिन-दिन
आमरण – मरने तक।

2. द्वन्द्व समास : जिस समास में पूर्व और उत्तर दोनों पद प्रधान होते हैं, उसे द्वन्द्व समास कहते हैं। जैसे
माता-पिता – माता और पिता
सुख-दुख – सुख और दुख
नर-नारी – नर और नारी
देवासुर – देव और असुर
राम-लक्ष्मण – राम और लक्ष्मण
दिन-रात – दिन और रात।

3. बहुव्रीहि समास : जिस समास में पूर्व और उत्तर पद प्रधान न होकर कोई अन्य पद प्रधान हो उसे बहुव्रीहि समास कहते हैं। जैसे
दशानन – दश हैं आनन(मुख) जिसके (रावण), लंबोदर – लंबा है उदर (पेट) जिसका (गनेश)।
त्रिनेत्र – तीन नेत्र (आंख) हैं जिसके (शिव), पीतांबर – पीले हैं वस्त्र जिसके (श्रीराम, कृष्ण)।

4. तत्पुरुष समास : जिस समास में उत्तर (दूसरा) पद प्रधान होता है, उसे तत्पुरुष समास कहते हैं। जैसे-विद्यालय-विद्या के लिए आलय, देवालय-देव के लिए आलय।
तत्पुरुष समास के भेद-
तत्पुरुष समास के भेद इस प्रकार हैं
(i) कर्म तत्पुरुष – यशप्राप्त-यश को प्राप्त, ग्रामगत-ग्राम को जाना
(ii) करण तत्पुरुष – तुलसीकृत-तुलसी द्वारा कृत, हस्तलिखित-हाथ के द्वारा लिखित।
(iii) सम्प्रदान तत्पुरुष – रसोईघर-रसोई के लिए घर, विद्यार्थी-विद्या के लिए अर्थी।
(iv) अपादान तत्पुरुष – विद्याहीन-विद्या से हीन, धनहीन-धन से हीन।
(v) सम्बन्ध तत्पुरुष – राजपुरुष-राजा का पुरुष, गंगाजल-गंगा का जल
(vi) अधिकरण तत्पुरुष – घुड़सवार-घोड़े पर सवार, ग्रहप्रवेश-गृह (घर) में प्रवेश।

तत्पुरुष समास के अन्य भेद-
तत्पुरुष समास के कुछ अन्य भेद भी होते हैं
(i) कर्मधारय : जिस समास में उत्तर पद प्रधान होता है। जिस समास में पहले और दूसरे पद में विशेष्य-विशेषण का सम्बन्ध हो, उसे कर्मधारय समास कहते हैं। जैसे
महात्मा – महान है जो आत्मा
लाल मिर्च – लाल है जो मिर्च।
कमल नयन – कमल के समान नयन (आँख)
चंद्रमुख – चन्द्रमा के समान मुख।।

(ii) द्विगु समास : जिस समास में पूर्व पद संख्या का बोध कराए उसे द्विगु समास कहते हैं। जैसे
पंचवटी – पांच वृक्षों का समूह
सप्ताह – सात दिनों का समूह
नवरत्न – नौ रत्नों का समूह
शताब्दी – सौ वर्षों का समूह ।

(iii) नञ् समास : जिस समास में पहला पद निषेधवाचक हो, उसे नञ् समास कहते हैं। जैसे
अजर – न जर
अमर – न मर
अन्याय – न न्याय
अनीति – न नीति
असत्य – न सत्य
अस्थिर – न स्थिर।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran समास

प्रश्न 2.
कर्मधारय और बहुब्रीहि समास में क्या अन्तर है ? उदाहरण देकर स्पष्ट करो।
उत्तर:
(1) कर्मधारय तत्पुरुष समास में दूसरा पद प्रधान होता है, परन्तु बहुब्रीहि समास में दोनों पदों में कोई भी पद प्रधान नहीं होता। वरन् एक तीसरा अन्य पद प्रधान होता है।

(2) कर्मधारय में एक पद दूसरे पद का विशेषण या उपमान होता है, किन्तु बहुब्रीहि का ‘समस्त पद’ अनावश्यक रूप से किसी अन्य तीसरे पद का सूचक (विशेषण) होता है। जैसे-नीलकण्ठ और पीताम्बर शब्दों का यदि विग्रह किया जाए–नीला जो कण्ठ’ तथा ‘पीत जो अम्बर’ तो ये दोनों कर्मधारय समास के उदाहरण होंगे। परन्तु जब इनका विग्रह हो–नीला है कण्ठ जिसका’ तथा ‘पीत है अम्बर जिसका’, तो ये दोनों शब्द क्रमशः ‘शिवजी’ तथा ‘श्रीकृष्ण’ के विशेषण होने के कारण बहुब्रीहि समाज के उदाहरण कहे जाएंगे।

प्रश्न 3.
सन्धि और समास में क्या अन्तर है ? उदाहरण देकर स्पष्ट करें।
उत्तर:

सन्धि समास
1. अति समीप आए हुए दो वर्गों में होती है। 1. समास आपस में सम्बन्ध रखने वाले दो या दो से अधिक शब्दों में होता है।
2. दो वर्गों में सन्धि होती है। अतः ये आपस में इस तरह घुल-मिल जाते हैं कि इनको अलग करना कठिन होता है। 2. दो शब्दों के मेल होने के कारण ही पद इकट्ठे रखे जाते हैं। प्रायः घुल-मिल नहीं जाते।
3. सन्धि में कारक का लोप होना ज़रूरी नहीं है। 3. समास में कारक का लोप होना प्रायः ज़रूरी है।

उदाहरण –
सन्धि :
इति + आदि = इत्यादि।
सत् + जन = सज्जन।

समास :
राजा का पुरुष = राजपुरुष।
घन की तरह श्याम = घनश्याम।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran समास

समास :
परस्पर सम्बन्ध रखने वाले दो अथवा दो से अधिक पदों के मेल का नाम समास है ; जैसे-राजा का पुत्र = राजपुत्र। समास के भेद-
(i) अव्ययी भाव
(ii) तत्पुरुष
(iii) द्वन्द्व
(iv) बहुब्रीहि।

1. अव्ययी भाव :
जिस समास का पहला पद प्रधान हो, वह अव्ययी भाव समास होता है। पहला खण्ड अव्यय होता है।
जैसे- क्षण-क्षण = प्रति क्षण
यथाक्रम = क्रम के अनुसार
अनपढ़ = बिना पढ़ा-लिखा
आजन्म = जन्म भर
यथाशक्ति = शक्ति के अनुसार
भरपेट = पेटभर कर
हाथों हाथ = हाथ-हाथ में
आमरण = मरण तक
आजीवन = जीवन-पर्यन्त
हर समय = हर समय में
प्रतिक्षण = क्षण-क्षण
बीचों बीच = बीच-बीच में
प्रतिदिन = दिन-दिन के प्रति
साफ़-साफ़ = बिल्कुल साफ़

2. तत्पुरुष जिस समास में दूसरा पद प्रधान होता है। जैसे राजा का महल = राजमहल। तत्पुरुष के भेद इस प्रकार हैं
(i) कर्म तत्पुरुष :
स्वर्गगत = स्वर्ग को गत (गया हुआ)
शरणापन्न = शरण में आपन्न
ग्रामगत = ग्राम (गाँव) को गत
सुख प्राप्त = सुख को प्राप्त
(गया हुआ) फल प्राप्त = फल को प्राप्त
शरणागत = शरण को आगत (गया हुआ)

(ii) करण तत्पुरुष :
रेखांकित = रेखा से अंकित
दई मारा = दैव से मारा
तुलसीकृत = तुलसी द्वारा कृत
मुँहमाँगा = मुँह से माँगा
हस्तलिखित = हाथ से लिखित
हृदयहीन = हृदय से हीन
रेलयात्रा = रेल द्वारा यात्रा
मनमानी = मन से मानी
भाग्यहीन = भाग्य से हीन
विचारहीन = विचार से हीन

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran समास

(iii) सम्प्रदान तत्पुरुष :
हवन सामग्री = हवन के लिए सामग्री
देश भक्ति = देश के लिए भक्ति
रसोईघर = रसोई के लिए घर
हथकड़ी = हाथों के लिए कड़ी
सत्याग्रह = सत्य के लिए आग्रह
राहखर्च = राह के लिए खर्च

(iv) अपादान तत्पुरुष :
जन्मरोगी = जन्म से रोगी
धर्मभ्रष्ट = धर्म से भ्रष्ट
नरकभय = नरक से भय
पदच्युत = पद से च्युत
चोरभय = चोर से भय
धनहीन = धन से हीन

(v) सम्बन्ध तत्पुरुष :
विश्वासपात्र = विश्वास का पात्र
राष्ट्रपति = राष्ट्र का पति
घुड़दौड़ = घोड़ों की दौड़
जन्मभूमि = जन्म की भूमि
माखनचोर = माखन का चोर
राजपुत्र = राजा का पुत्र
रामकहानी = राम की कहानी
राजसभा = राजा की सभा
राजकन्या = राजा की कन्या
रामदरबार = राम का दरबार
बैलगाड़ी = बैलों की गाड़ी
विद्याप्रेमी = विद्या का प्रेमी
मंत्रिमंडल = मंत्रियों का मण्डल
राजमहल = राजा का महल
देशभक्त = देश का भक्त
नगरवधू = नगर की वधू
राजभवन = राजा का भवन
प्रजापति = प्रजा का पति

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran समास

(vi) अधिकरण तत्पुरुष :
आत्मविश्वास = आत्मा पर विश्वास
आप-बीती = आप पर बीती
नराधम = नरों में अधम
धर्मवीर = धर्म में वीर
नीतिनिपुण = नीति में निपुण
ग्रामवास = ग्राम में वास

(vii) नञ् तत्पुरुष :
अछूत = जो छूत न हो
अपठित = जो पठित न हो
अनपढ़ = जो पढ़ा न हो
अनहोनी = जो न होनी हो

(viii) कर्मधारय :
वचनामृत = वचन रूपी अमृत
भलामानुस = भला जो मनुष्य
चन्द्रमुख = चन्द्र जैसा मुख
चरण कमल = कमल जैसे चरण
घनश्याम = घन जैसा श्याम
आशा किरण = आशा रूपी किरण
नीलकण्ठ = नील जैसा कण्ठ
भवसागर = भव रूपी किरण
कमलनयन = कमल जैसे नयन
परमानन्द = परम आनन्द
महादेव = महान् देव
परमात्मा = परम आत्मा

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran समास

द्विगु :
पहला पद संख्यावाचक-
द्विग = दो गौओं का समूह
नवग्रह = नौ ग्रहों का समूह
सप्तसिन्धु = सात सिन्धुओं का समूह
त्रिलोकी = तीन लोकों का समूह
त्रिफला = तीनों फलों का समूह
दोपहर = दो पहरों का समूह
नवरत्न = नौ रत्नों का समूह
चौराहा = चार रास्तों का समूह
चौमासा = चार मासों का समूह
सतसई = सात सौ पदों का समूह

3. द्वन्द्व
जिसमें दोनों खण्ड प्रधान हों। विग्रह करने पर जिसमें ‘और’ ‘अथवा’ का प्रयोग होता है ; जैसे-
माता-पिता = माता और पिता
हाथी-घोड़े = हाथी और घोडे
सुख-दुःख = सुख और दुःख
दिन-रात = दिन और रात
अन्न-जल = अन्न और जल
पाप-पुण्य = पाप और पुण्य
जल-वायु = जल और वायु
खट्टा-मीठा = खट्टा और मीठा
गरीब-अमीर = गरीब और अमीर
दाल-रोटी = दाल और रोटी
हाथ-पाँव = हाथ और पाँव
धेला-पैसा = धेला और पैसा
खान-पान = खान और पान
राम-लक्ष्मण = राम और लक्ष्मण
ऋषि-मुनि = ऋषि और मुनि
देवी-देवता = देवी और देवता
भाई-बहन = भाई और बहन
तन-मन = तन और मन
दाल-भात = दाल और भात
राग-रंग = राग और रंग
माँ-बाप = माँ और बाप
चाय-पानी = चाय और पानी

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran समास

4. बहुब्रीहि जिस समास का कोई भी पद प्रधान न हो बल्कि समस्त पद अपने पदों से भिन्न किसी अन्य पद का विशेषण हो ; जैसे-
दशानन = दश आननों वाला
पीताम्बर = पीले वस्त्रों वाला
विशाल हृदय = विशाल है हृदय जिसका
बारहसिंगा = बारह सींगों वाला
जितेन्द्रिय = इन्द्रियों को जीतने वाला
महात्मा = महान् आत्मा वाला।
कनफटा = फटे कानों वाला
पतझड़ = जिसमें पत्ते झड़ जाते हैं।
लालकुर्ती = लाल कुर्ती वाला
चन्द्रानन = चन्द्र जैसा आनन
चन्द्रामुखी = चन्द्र जैसे मुख वाली
बड़बोला = बड़े बोलों वाला
हँसमुख = हँसी है मुख पर जिसके
दशमुख = दश हैं मुख जिसके
अमूल्य = मूल्य नहीं है जिसका
विषयवासना = विषयों की वासना
आश्चर्यचकित = आश्चर्य से चकित
भाग्यहीन = हीन भाग्य वाला।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran सन्धि

Punjab State Board PSEB 8th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar Sandhi सन्धि Exercise Questions and Answers, Notes.

PSEB 8th Class Hindi Grammar सन्धि

प्रश्न 1.
सन्धि किसे कहते हैं ? इसके कितने भेद हैं ?
उत्तर:
दो वर्गों के परिवर्तन सहित मेल को संधि कहते हैं;
जैसे-पर + उपकार = परोपकार, जगत् + ईश = जगदीश।

सन्धि के तीन भेद :
1. स्वर सन्धि : स्वरों का स्वरों के साथ मेल होने पर स्वरों में जो परिवर्तन होता है, उसे स्वर सन्धि कहते हैं;
जैसे-विद्या + अर्थी = विद्यार्थी (आ + अ = आ)।

2. व्यंजन सन्धि : व्यंजनों का व्यंजनों के साथ या स्वरों के साथ मेल होने पर व्यंजनों में जो परिवर्तन होता है, उसे व्यंजन सन्धि कहते हैं;
जैसे-तत् + लीन = तल्लीन (त् + ल = ल्ल), जगत् + अम्बा = जगदम्बा (त + अ = द)।

3. विसर्ग सन्धि : विसर्गों का स्वरों अथवा व्यंजनों के साथ मेल होने पर विसर्गों में जो परिवर्तन होता है, उसे विसर्ग सन्धि कहते हैं;
जैसे-निः+ आकार = निराकार। नि: + छल = निश्छल।

नोट : सन्धि के नियम और उसके विस्तृत उदाहरण स्मरण तालिका में देखिए।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran सन्धि

सन्धि :
समीपता के कारण दो अक्षरों या वर्गों में मेल हो जाने से उसमें जो विकार होता है, उसे सन्धि कहते हैं; जैसे-विद्या + आलय = विद्यालय। राका + ईश = राकेश।
सन्धि तीन प्रकार की होती है-
(क) स्वर सन्धि
(ख) व्यंजन सन्धि
(ग) विसर्ग सन्धि।

(क) स्वर सन्धि :
दो स्वरों में जो मेल होता है, उसे स्वर सन्धि कहा जाता है। जैसे-धर्म + अर्थ = धर्मार्थ। स्वर सन्धि के भेद इस प्रकार हैं

1. दीर्घ सन्धि
अ + अ = आ, अ + आ = आ
आ + अ = आ, आ + आ = आ
अधिक + अधिक = अधिकाधिक
खाद्य + अन्न = खाद्यान्न
स्थान + अन्तरण = स्थानान्तरण
दया + आनन्द = दयानन्द
देव + आलय = देवालय
राम + अवतार = रामावतार
दीर्घ + आयु = दीर्घायु
धर्म + अर्थ = धर्मार्थ
शास्त्र + अर्थ = शास्त्रार्थ
परम + आत्मा = परमात्मा
परम + अर्थ = परमार्थ
परा + अधीन = पराधीन
क्षुधा + आर्त = क्षुधात
पुरुष + अर्थ = पुरुषार्थ
श्रद्धा + अंजलि = श्रद्धांजलि
महा + आत्मा = महात्मा
विद्या + अर्थी = विद्यार्थी
अल्प + आहार = अल्पाहार
दीप + आवली = दीपावली
विद्या + आलय = विद्यालय
शिव + आलय = शिवालय
हिम + आलय = हिमालय
शरण + अर्थी = शरणार्थी
नर + इन्द्र = नरेन्द्र

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran सन्धि

इ+ इ = ई, इ + ई = ई
ई + इ = ई, ई + ई = ई
कवि + इन्द्र = कवीन्द्र
कवि + ईश्वर = कवीश्वर
मुनि + ईश्वर = मुनीश्वर
गिरि + ईश = गिरीश
परि + ईक्षा = परीक्षा
प्रति + ईक्षा = प्रतीक्षा
प्रति + एक = प्रत्येक
मही + ईश = महीश
रवि + इन्द्र = रवीन्द्र
रजनी + ईश = रजनीश
हरि + इच्छा = हरीच्छा
हरि + ईश = हरीश
सती + ईश = सतीश

उ+ उ = ऊ, उ + ऊ = ऊ
ऊ + उ = ऊ, ऊ + ऊ = ऊ
गुरु + उपदेश = गुरुपदेश
भानु + उदय = भानूदय
मनु + उपदेश = मनूपदेश
वधू + उत्सव = वधूत्सव
सिन्धु + उर्मि = सिन्धर्मि

ऋ+ ऋ = ऋ
पितृ + ऋद्धि = पितृद्धि
पितृ + ऋण = पितृण
मातृ + ऋण = मातृण

2. यण् सन्धि
इ, ई, उ,ऊ, ऋ से परे कोई अन्य स्वर हो तो इ, ई,को य, उ, ऊ को व् और ऋ को र हो जाता है; जैसे,
इ, ई + विजातीय स्वर-र्
अति + आवश्यक = अत्यावश्यक
उपरि + उक्त = उपर्युक्त
अति + अधिक = अत्यधिक
अति + अन्त = अत्यन्त
अति + आचार = अत्याचार
प्रति + एक = प्रत्येक
यदि + अपि = यद्यपि
इति + आदि = इत्यादि
प्रति + उपकार = प्रत्युपकार

उ, ऊ + विजातीय स्वर-व्
अनु + एषण = अन्वेषण
वधू + आगमन = वध्वागमन
मधु + अरि = मध्वरि
प्रति + उत्तर = प्रत्युत्तर
सु + अल्प = स्वल्प
सु + आगत = स्वागत

ऋ + विजातीय स्वर-र्
पितृ + अर्पण = पित्रर्पण
पितृ + आदेश = पित्रादेश

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran सन्धि

3. गुण सन्धि
यदि अ, आ से आगे इ, ई हों तो दोनों का ‘ए’ उ,ऊ हो तो दोनों का ‘ओ’ और ऋ हो तो दोनों का अर हो जाता है ; जैसे,

अ, आ + इ, ई = ए
उमा + ईश = उमेश
उप + इन्द्र = उपेन्द्र
गण + ईश = गणेश
गज + इन्द्र = गजेन्द्र
वीर + इन्द्र = वीरेन्द्र
धर्म + इन्द्र = धर्मेन्द्र
परम + ईश्वर = परमेश्वर
महा + इन्द्र = महेन्द्र
महा + ईश्वर = महेश्वर
देव + इन्द्र = देवेन्द्र
रमा + ईश = रमेश
महा + ईश = महेश
भारत + इन्दु = भारतेन्दु
राजा + इन्द्र – राजेन्द्र
सुर + इन्द्र = सुरेन्द्र
सुर + ईश = सुरेश

अ, आ + उ, ऊ = ओ
ईश्वर + उपासना = ईश्वरोपासना
गंगा + उदक = गंगोदक
चन्द्र + उदय = चन्द्रोदय
पर + उपकार = परोपकार
पुत्र + उत्सव = पुत्रोत्सव
भाग्य + उदय = भाग्योदय
महा + उदय = महोदय
महा + उत्सव = महोत्सव
हित + उपदेश = हितोपदेश
वीर + उचित = वीरोचित
सूर्य + उदय = सूर्योदय

अ, आ + ऋ = अर्
ग्रीष्म + ऋतु = ग्रीष्मर्तु
देव + ऋषि = देवर्षि
ब्रह्म + ऋषि ब्रह्मर्षि
महा + ऋषि = महर्षि

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran सन्धि

4. वृद्धि सन्धि
अ, आ से आगे ए, ऐ हों तो दोनों को ऐ, और ओ, औ हों तो दोनों को औ हो जाता है ; जैसे,

आ + ए, ऐ = ऐ
तथा + एव = तथैव
एक + एक = एकैक
तद + एव = तदैव
सदा + एव = सदैव
महा + ऐश्वर्य = महैश्वर्यवन + औषधि = वनौषधि
मत + एक्य = मतैक्य

अ, आ + ओ, औ = औ
जल + ओघ = जलौघ
दन्त + ओष्ठ = दन्तौष्ठ
महा + औषधि = महौषधि
परम + औदार्य = परमौदार्य

5. अयादि सन्धि ए, ऐ, ओ, औ, इनके आगे यदि इनसे भिन्न स्वर हो तो एक को अय, ऐ को आय, ओ को अव् और औ को आव हो जाता है ; जैसे-

ए + कोई स्वर = अय्
च + अन = चयन
ने + अन = नयन

ऐ + कोई स्वर = अय्
गै + अक = गायक
गै + अन = गायन
नै + अक = नायक

ओ + कोई स्वर = अव्
पो + अन = पवन
भो + अन = भवन

औ + कोई स्वर = आव्
पौ + अक = पावक
नौ + इक = नाविक
भौ + अक = भावुक

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran सन्धि

(ख) व्यंजन सन्धि :
व्यंजन के आगे स्वर या व्यंजन आने से जो सन्धि होती है, उसे व्यंजन सन्धि कहते हैं; जैसे जगत् + नाथ = जगन्नाथ। अन्य उदाहरण

1. च, छ, ज् परे होने पर त् को च ज हो जाता है
उत् + चारण = उच्चारण
सत् + जन = सज्जन
विपत् + जाल = विपज्जा
शरत् + चन्द्र = शरच्चन्द्र
सत् + चरित्र = सच्चरित्र
उत् + ज्वल = उज्ज्वल

2. ड् परे होने पर त् को ड् और ट् परे होने पर त् को ट् हो जाता है।
उत् + डयन = उड्डयन
बृहत् + टीका = बृहट्टीका

3. म.परे होने पर पहले वर्ण को उसका पाँचवाँ वर्ण हो जाता है।
उत् + नति = उन्नति
तत् + मय = तन्मय
उत् + नत = उन्नत
वाक् + मय = वाड्मय
उत् + मत्त = उन्मत्त
षट् + मास = षण्मास
जगत् + नायक = जगन्नायक
षट् + मुख = षण्मुख
जगत् + नाथ = जगन्नाथ
चित् + मय = चिन्मय

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran सन्धि

4. पूर्व वर्ण को तीसरा वर्ण
अप् + ज = अब्ज
तद् + भव = तद्भव
अच् + अन्त = अजन्त
तद् + रूप = तद्प
उत् + गार : उद्गार
दिक् + गज = दिग्गज
उत् + घाटन = उद्घाटन
दिक् + विजय = दिग्विजय
उत् + ज्वल = उज्वल
वाक् + ईश = वागीश
उत् + यान = उद्यान
भगवत् + भक्ति = भगवद्भक्ति
उत् + योग = उद्योग
विदत् + जन = विद्वज्जन
जगत् + ईश = जगदीश
सत् + गति = सद्गति
जगत् + बन्धु = जगबन्धु
सत् + भाव = सद्भाव
सत् + आनन्द = सदानन्द
सत् + जन = सज्जन
सत् + धर्म = सद्धर्म
षट् + आनन = षडानन

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran सन्धि

5. पूर्व त् को द् और आगे ह को पूर्व वर्ण का चौथा वर्ण हो जाता है।
उत् + हार = उद्धार
तत् + हित = तद्धित
उत् + हरण = उद्धरण
वाक् + हरि = वाग्घरि

6. पूर्व त् को च् और आगे के श् को छ हो जाता है।
उत् + शृंखल = उच्छृखल
तत् + शिव = तच्छिव
उत् + शिष्ट = उच्छिष्ट
विद्युत् + शक्ति = विधुच्छक्ति

7. स्वर के आगे छ जाने पर छ के साथ च भी आ जाता है।
आ + छादन = आच्छादन
वृक्ष + छाया = वृक्षच्छाया
परि + छेद = परिच्छेद
सन्धि + छेद = सन्धिच्छेद

8. पूर्व म् को अगले वर्ण का पाँचवाँ वर्ण हो जाता है।
अहम् + कार = अहंकार
सम् + चय = संचय
सम् + गति = संगति
सम् + तति = सन्तति
सम् + पूर्ण = सम्पूर्ण
सम् + जय = संजय
सम् + तोष = सन्तोष
सन् + कल्प = संकल्प

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran सन्धि

9. स, ल, र, व, श परे होने पर म् को अनुस्वार हो जाता है
सम् + सार = संसार
सम् + वाद = संवाद
सम् + लग्न = संलग्न
सम् + हार = संहार
सम् + योग = संयोग
सम् + सद् = संसद्
सम् + रक्षण = संरक्षण
सन् + शय = संशय
सम् + यम = संयम

10. ऋ, ष, र से परे न को ण हो जाता है।
ऋ+ न = ऋण
पोष् + अन = पोषण
तृष् + ना = तृष्णा
भर + अन = भरण
निर् + नय = निर्णय
भूष् + अन = भूषण
परि + नाम = परिणाम
निर् + मान = निर्माण

11. इ, उ से परे स को ष और ल परे होने पर त् को ल हो जाता है।
अभि + सेक = अभिषेक
वि + सम = विषम
नि + सेध = निषेध
सु + समा = सुषमा
नि + सिद्ध = निषिद्ध
सु + सुप्ति = सुषुप्ति
उत् + लंघन = उल्लंघन
तत् + लीन = तल्लीन
उत् + लास = उल्लास
उत् + लेख = उल्लेख

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran सन्धि

(ग) विसर्ग सन्धि :

पूर्व विसर्ग को ओ हो जाता है
मनः + अनुकूल = मनोनुकूल
यशः + अभिलाशी = यशोभिलाषी
मनः + अनुसार = मनोऽनुसार
यशः + अर्जन = यशोर्जन
तेजः + मय = तेजोमय
यशः + गान = यशोगान
तपः + वन = तपोवन
मनः + योग = मनोयोग
मनः + रंजन = मनोरंजन
मनः + हर = मनोहर
मनः + रथ = मनोरथ
मनः + रम = मनोरम

र परे होने पर पूर्व र का लोप और इ को ई हो जाता है
निर् + रव = नीरव
निर् + रज = नीरज
निर् + रोग = नीरोग
निर् + रस = नीरस

पूर्व विसर्ग को र हो जाता है।
दुः + ग = दुर्ग
निः + गुण = निर्गुण
दुः + गुण = दुर्गुण
नि: + आकार = निराकार
दुः + गति = दुर्गति
निः + विघ्न = निर्विघ्न
दुः + गन्ध = दुर्गन्ध
नि: + जन = निर्जन
दुः + बल = दुर्बल
निः + धन = निर्धन
दुः + आशा = दुराशा
‘निः + बल = निर्बल
दुः + गम = दुर्गम

श परे होने पर विसर्ग को श हो जाता है
दुः + शासन = दुश्शासन
निः + छल = निश्छल
दुः + चरित्र = दुश्चरित्र
निः + चय = निश्चय

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran सन्धि

प, क, ख फ परे होने पर विसर्ग को ष् हो जाता है
चतुः + पाद = चतुष्पाद
धनुः + टंकार = धनुष्टंकार
दुः + परिणाम = दुष्परिणाम
धनुः + पाणि = धनुष्पाणि

त, स, क के परे होने पर पूर्व विसर्ग को स् हो जाता है
अन्तः + तल = अन्तस्तल
नमः + ते = नमस्ते
दुः + तर = दुस्तर
नमः + कार = नमस्कार
निः + तार = निस्तार
पुरः + कार = पुरस्कार
निः + सन्देह = निस्सन्देह
श्रेयः + कर = श्रेयस्कर
उत्तर + अधिकारी = उत्तराधिकारी
निर् + दोष = निर्दोष

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran उपसर्ग तथा प्रत्यय

Punjab State Board PSEB 8th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar Upasarg Tatha Pratyay उपसर्ग तथा प्रत्यय Exercise Questions and Answers, Notes.

PSEB 8th Class Hindi Grammar उपसर्ग तथा प्रत्यय

1. उपसर्ग

प्रश्न 1.
उपसर्ग किसे कहते हैं? इसके कितने प्रकार हैं?
उत्तर:
जो शब्दांश या क्रिया के आरम्भ में जुड़ कर उसके अर्थ को बदल देते हैं, उन्हें उपसर्ग कहा जाता है।
जैसे-प्र + हार = प्रहार (हार + माला या हार जाना) प्रहार का अर्थ है-हमला या चोट करना। उपसर्ग के भेद- (i) संस्कृत उपसर्ग (ii) हिन्दी उपसर्ग (iii) उर्दू उपसर्ग।

(i) संस्कृत के उपसर्ग :

उपसर्ग अर्थ उदाहरण
प्र आगे, अधिक प्रारम्भिक, प्रबल, प्रसन्न, प्रगति, प्रवाहित
परा पीछे, उल्टा पराभव, पराजय, पराकाष्ठा
अप बुरा, हीन अपकार, अपमान, अपयश
सम पूर्ण, अच्छा संस्था, सम्मान, संगति, संस्कार, सम्पूर्ण
अनु समान, पीछे अनुरूप, अनुज, अनुकरण, अनुसन्धान
अव बुरा, नीचे अवगुण, अवनति, अवतरण
निस् बिना निश्चल, निश्चिन्त, निष्कपट
निर् बिना निर्बल, निर्जन, निर्धन, निर्माण
दुस् बुरा दुष्कर्म, दुश्चरित्र, दुस्साहस
दुर् बुरा, कठिन दुर्दशा, दुर्जन, दुर्गम
वि भिन्न, विशेष वितरित, वियोग, विदेश, विज्ञान, विशेष
तक, से लेकर, उल्टा आजन्म, आचरण, आश्रम, आकुल
नि अभाव, विशेष निवारण, नियुक्त, निधन
अधि ऊपर अधिकार, अधिपति, अध्यक्ष
अति अच्छा, ऊपर अत्युत्तम, अत्यन्त, अतिकाल
सु अच्छा , सरल सुडौल, सुअवसर, सुगम
उत् ऊपर उत्पन्न, उद्धार, उत्कर्ष, उन्मुक्त
अभि सामने अभिमुख, अभ्यागत, अभिमान
प्रति सामने, उल्टा प्रत्यक्ष, प्रतिकूल, प्रत्येक
परि सब ओर परिजन, परिक्रमा, परिपूर्ण
उप निकट, गौण उपकार, उपमान, उपमन्त्री

(ii) हिन्दी के उपसर्ग :

उपसर्ग अर्थ उदाहरण
अन रहित अनमोल, अनजान, अनबन
नि रहित निडर, निहत्था
अध आधा अधमरा, अधखिला
रहित औगन, औतार, औघट
भर पूर भरपूर, भरपेट
उल्टा, विरुद्ध असत्य, अगम, अचर
सह साथ, सरल सहचर, सहयोग, सहकारी
कु बुरा कुपुत्र, कुयोग, कुकर्म
सत अच्छा सत्कर्म, सज्जन, सदाचार
स्व अपना स्वदेश, स्वतन्त्र

(iii) उर्दू के उपसर्ग :

उपसर्ग अर्थ उदाहरण
कम हीन, थोड़ा कम उम्र, कमज़ोर, कम्बख्त, कमसिन
खुश श्रेष्ठता खुशबू, खुशकिस्मत, खुशहाल, खुशखबरी, खुशनसीबी, खुशमिजाज
गैर निषेध गैर-हाज़िर, गैर-कानूनी, गैर-मुमकिन
ना अभाव नामुमकिन, नापसन्द, नाराज़, नालायक,नाचीज़, नादान, नासमझ
बद बुरा बदमाश, बदनाम, बदकिस्मत, बदबू, बदहज़मी, बदनीयत।
बे बिना बेकाम, बेइमान, बेवकूफ, बेनाम, बेकसूर, बेचारा, बेइज्जत, बेकार, बेअक्ल
ला बिना लाचार, लाजवाब, लापरवाह, लापता, लावारिस
सर मुख्य सरकार, सरपंच, सरदार, सरताज, सरगना
हम बराबर, समान हमउम्र, हमदर्दी, हमराह, हमवतन, हमपेशा

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran उपसर्ग तथा प्रत्यय

2. प्रत्यय

प्रश्न 1.
प्रत्यय किसे कहते हैं और इसके कितने भेद हैं ?
उत्तर:
जो शब्दांश धातु या शब्द के अन्त में जुड़ कर उसके रूप को बदल देते हैं, उन्हें प्रत्यय कहा जाता है।
प्रत्यय के भेद-
(1) तिडन्त प्रत्यय
(2) कृदन्त
(3) तद्धित
(4) स्त्री प्रत्यय।

1. तिडन्त : जो धातु के साथ लगकर क्रिया बनाते हैं, उसे तिडन्त प्रत्यय कहते हैं ; जैसे-जान से गया, जाएगा, जाता हुआ।
2. कृदन्त : जो धातु के साथ लगकर शब्द लगाए , उसे कृदन्त प्रत्यय कहते हैं; जैसे-गायक (गौ + अक), लड़ाई (लड़ + आई) आदि। .
3. तद्धित : जो शब्द के साथ लगकर नवीन शब्दों का निर्माण करें उसे तद्धित प्रत्यय कहते हैं ; जैसे-कोमल, कोमलता, मृदु-मृदुता, सुनार (सुन + आर), लठैत, सपेरा आदि।
4. स्त्री प्रत्यय : जो शब्द के अन्त में जुड़ कर स्त्रीलिंग बना देते हैं ; जैसे ई, आ, इन, नी, आनी आदि। पुत्री, बाला, धोबिन, मोरनी, पण्डितानी।

प्रश्न 2.
उपसर्ग और प्रत्यय का भेद दो-दो उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
उपसर्ग शब्द के आदि में लगकर उसके अर्थ को बदल देता है, जबकि प्रत्यय शब्द के अन्त में लगकर उसके अर्थ को बदल देता है ; जैसे-उपसर्ग :
(i) भाव (विचार) से प्रभाव (प्र + भाव) = असर।
(ii) हार (माला) से प्रहार (प्र + हार) = चोट, हमला।
प्रत्यय :
(i) ईर्ष्या (डाह) से ईर्ष्यालु (डाह) करने वाला।
(ii) पाठ, (सबक) से पाठक (पढ़ने वाला)।

अति लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
निम्नलिखित शब्दों से उपसर्ग और प्रत्यय अलग-अलग कर के लिखिए-
निराधार, परीक्षा, थानेदार, पराधीन, चालक, व्यावहारिक, प्रचार, नीरस, अत्यन्त, हार्दिक, प्रगति, थकावट।
उत्तर:

शब्द उपसर्ग प्रत्यय
निराधार निर
परीक्षा परी
थानेदार दार
पराधीन परा
चालक
व्यावहारिक इक
प्रचार प्र
नीरस निर्
अत्यन्त अति
हार्दिक
प्रगति प्र
थकावट आवट

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran उपसर्ग तथा प्रत्यय

प्रश्न 2.
निम्नलिखित प्रत्यय लगाकर एक-एक शब्द की रचना करो
(क) ई, (ख) नी, (ग) वाला, (घ) मान, (ङ) इक, (च) ता, (छ) त्व, (ज) इत, (झ) पा, (ञ) वट।
उत्तर:
प्रत्यय – शब्द
(क) ई – बेटी
(ख) नी – मोरनी
(ग) वाला – दूध वाला
(घ) मान – शाक्तिमान
(ङ) इक – वैदिक
(च) ता – जीता
(छ) त्व – पशुत्व
(ज) इत – क्रोधित
(झ) पा – मोटापा
(ञ) वट – बनावट

प्रश्न 3.
उपसर्ग ‘अध’ लगाकर शब्द बनाएँमरा, खिला।
उत्तर:
अधमरा, अधखिला

प्रश्न 4.
निम्नलिखित प्रत्ययों की सहायता से दो-दो शब्द बनाइएइया, मान, वान, आइट।
उत्तर:
इया – खटिया, लुटिया।
मान – बुद्धिमान् शाक्तिमान।
वान – बलवान, दयावान।
आहट – खड़खड़ाहट, चिकनाहट।

प्रश्न 5.
वाला-प्रत्यय लगाकर शब्द बनाएँमिठाई, दूध, सब्जी।
उत्तर:
मिठाई वाला, दूध वाला, सब्जी वाला।

प्रश्न 6.
इक-प्रत्यय लगाकर शब्द बनाएँसंसार, बुद्धि, शरीर।
उत्तर:
सांसारिक, बौद्धिक, शारीरिक।

प्रश्न 7.
ई-प्रत्यय लगाकर शब्द बनाएँघमण्ड, सच्चा, लोभ।
उत्तर:
घमण्डी, सच्चाई, लोभी।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran उपसर्ग तथा प्रत्यय

प्रश्न 8.
ईय-प्रत्यय लगाकर शब्द बनाएँदर्शन, भारत, स्वर्ग, पुस्तक, राष्ट्र।
उत्तर:
दर्शनीय, भारतीय, स्वर्गीय, पुस्तकीय, राष्ट्रीय।

प्रश्न 9.
हार-प्रत्यय लगाकर शब्द बनाएँपालन, होन, तारण।
उत्तर:
पालनहार, होनहार, तारणहार।

प्रश्न 10.
इत-प्रत्यय लगाकर शब्द बनाएँक्रोध, सम्बन्ध।
उत्तर:
क्रोधित, सम्बन्धित।

प्रश्न 11.
मय-प्रत्यय लगाकर शब्द बनाएँमंगल, करुणा, दुःख।
उत्तर:
मंगलमय, करुणामय, दुःखमय।

प्रश्न 12.
ता-प्रत्यय लगाकर शब्द बनाएँप्रौढ़, क्रूर, प्रसन्न।
उत्तर:
प्रौढ़ता, क्रूरता, प्रसन्नता।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran उपसर्ग तथा प्रत्यय

प्रश्न 13.
इक-प्रत्यय लगाकर शब्द बनाएँधर्म, इतिहास, वेद, अंश।
उत्तर:
धार्मिक, ऐतिहासिक, वैदिक, आंशिक।

प्रश्न 14.
‘अनु’ उपसर्ग लगाकर निम्नलिखित शब्द बनाइए (कोई एक)शासन, मान, ज।
उत्तर:
(i) अनुशासन
(ii) अनुमान
(iii) अनुज।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran लिंग परिवर्तन और उसके नियम

Punjab State Board PSEB 8th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar Ling Parivartan aur Uske Niyam लिंग परिवर्तन और उसके नियम Exercise Questions and Answers, Notes.

PSEB 8th Class Hindi Grammar लिंग परिवर्तन और उसके नियम

1. ‘आ’ लगाने से

पुल्लिग – स्त्रीलिंग
छात्र – छात्रा
प्रधान – प्रधाना
बाल – बाला
आचार्य – आचार्य
सुत – सुता
प्रिय – प्रिया
अचल – अचला
योग्य – योग्या
उपाध्याय – उपाध्याया
क्षत्रिय – क्षत्रिया
महाशय – महोदया
वृद्ध – वृद्धा
मूर्ख – मूर्खा
शिष्य – -शिष्या
पूज्य – पूज्या
कोकिल – कोकिला

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran लिंग परिवर्तन और उसके नियम

2. ‘ई’ लगाने से

पुल्लिग – स्त्रीलिंग
नर – नारी
नाना – नानी
तरुण – तरुणी
देव – देवी
मामा – मामी
बेटा – बेटी
घोड़ा – घोड़ी
साला – साली
दोहता – दोहती
काका – काकी
ताया (ताऊ) – ताई
चाचा – चाची
पोता – पोती
हिरन – हिरनी
पुत्र – पुत्री
लड़का – लड़की
मुर्गा – मुर्गी
नगर – नगरी
दास – दासी
दादा – दादी
साधु – साध्वी
राजा – रानी
पति – पत्नी
बिलाव – बिल्ली
प्रेयस् – प्रेयसी
गीदड़ – गीदड़ी
बकरा – बकरी
मोटा – मोटी
विद्वान् – विदुषी
भाई – भाभी
युवक – युवती
पतला – पतली

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran लिंग परिवर्तन और उसके नियम

3. ‘इया’ लगाने से

पुल्लिग – स्त्रीलिंग
लोटा – लुटिया
मुन्ना – मुनिया
चूहा – चुहिया
बन्दर – बन्दरिया
बेटा – बिटिया
गुड्डा – गुड़िया
बूढ़ा – बुढ़िया
चिड़ा – चिड़िया
बछड़ा – बछिया
कुत्ता – कुतिया
डिब्बा – डिबिया
कट्टा – कटिया
बच्छा – बछिया

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran लिंग परिवर्तन और उसके नियम

4. ‘इका’ लगाने से

पुल्लिग – स्त्रीलिंग
गायक – गायिका
बालक – बालिका
अध्यापक – अध्यापिका
सेवक – सेविका
लेखक – लेखिका
निरीक्षक – निरक्षिका
नायक – नायिका
चालक – चालिका
पालक – चालिका
पाठक – पाठिका

5. ‘इन’ लगाने से

पुल्लिग – स्त्रीलिंग
दर्जी – दर्जिन
माली – मालिन
हलवाई – हलवाइन
ग्वाला – ग्वालिन
ठठेरा – ठठेरिन
पुजारी – पुजारिन
पापी – पापिन
बाघ – बाघिन
साँप – साँपिन
नाग – नागिन
सूबेदार – सूबेदारिन
मालि – मालकिन
समधि – समधिन

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran लिंग परिवर्तन और उसके नियम

6. ‘आइन’ लगाने से

पुल्लिग – स्त्रीलिंग
बाबू – बबुआइन
चौबे – चौबाइन
दुबे – दुबाइन
लाला – ललाइन
पाण्डे – पण्डाइन
भिखारी – भिखारिन
तेली – तेलिन
पंडित – पंडिताइन
सुनार – सुनारिन
चौधरी – चौधराइन

7. ‘नी’ लगाने से

पुल्लिग – स्त्रीलिंग
ऊँट – ऊँटनी
रीछ – रीछनी
मोर – मोरनी
राजपूत – राजपूतनी
सिंहनी – शेरनी
हंस – हंसनी
हाथी – हथिनी
मज़दूर – मज़दूरनी
सियार – सियारनी

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran लिंग परिवर्तन और उसके नियम

8. ‘आनी’ लगाने से

पुल्लिग – स्त्रीलिंग
भव – भवानी
इन्द्र – इन्द्राणी
जेठ – जेठानी
देवर – देवरानी
चौधरी – चौधरानी
मिसर – मिसरानी
खत्री – खत्राणी
सेठ – सेठानी
नौकर – नौकरानी
मुग़ल – मुग़लानी

9. ‘इनी’ लगाने से

पुल्लिग – स्त्रीलिंग
ब्रह्मचारी – ब्रह्मचारिणी
तपस्वी – तपस्विनी
मन्त्री – मन्त्रिणी
हितकारी – हितकारिणी
अपराधी – अपराधिनी
स्वामी – स्वामिनी
वैरी – वैरिणी

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran लिंग परिवर्तन और उसके नियम

10. ‘मती’, ‘वती’ लगाने से

श्रीमान् – श्रीमती
बुद्धिमान् – बुद्धिमती
धनवान् – धनवती
गुणवान् – गुणवती
महिमावान् – महिमावती
भगवान् – भगवती
दयावान् – दयावती
बलवान् – बलवती
रूपवान – रूपवती।

11. ‘त्री’ लगाने से

दाता – दात्री
कवि – कवयित्री
निर्माता – निर्मात्री
रचयिता – रचयित्री
व्याख्याता – व्याख्यात्री
धाता – धात्री
कर्त्ता – कर्त्री

12. भिन्न रूप वाले शब्द

विधुर – विधवा
भैंसा – भैंस
ननदोई – ननद
वर – वधू
सम्राट – साम्राज्ञी
बैल – गाय
बहनोई – बहन
पिता – वधू
बाप – माँ
ससुर – सास
महाराजा – महारानी
आदमी – औरत

केवल पुल्लिंग में-चीता, खरगोश, खटमल, बाज, भेड़िया, कछुआ, कौआ।
केवल स्त्रीलिंग में मछली, दीमक, मैना, जूं, जोंक, गिलहरी, चील, कोयल, मक्खी।
कई शब्दों का लिंग बदला ही नहीं जाता ; जैसे-सती, धाय, सुहागिन, नर्स, राष्ट्रपति, राज्यपाल आदि।
जो शब्द पुल्लिग और स्त्रीलिंग दोनों में प्रयुक्त होते हैं उन्हें उभयलिंग कहते हैं ; जैसे-बर्फ, पवन, आत्मा, समाज, श्वास, बाहु।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran लिंग परिवर्तन और उसके नियम

अति लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1. निम्नलिखित वाक्यों में मोटे (काले) संज्ञा शब्दों के लिंग बदलिए तथा अन्य आवश्यक परिवर्तन भी कीजिए।

(1) सरदार के हाथ में छुरा था। – सरदारनी के हाथ में छुरी थी।

(2) धनवान् ने कवि को पुरस्कार दिया। – धनवती ने कवयित्री को पुरस्कार दिया।

(3) सम्राट् ने नौकर से कहा कि आज साधु का जन्म दिवस है। – साम्राज्ञी ने नौकरानी से कहा कि आज साध्वी साधु का जन्म दिवस है।

(4) भगवान् की कृपा से ठाकुर के घर पुत्र का जन्म हुआ। – भगवती की कृपा से ठकुराइन के घर पुत्री का जन्म हुआ।

(5) निरीक्षक ने छात्र को परीक्षा भवन से बाहर निकाल दिया। – निरीक्षका ने छात्रा को परीक्षा भवन से बाहर निकाल दिया।

(6) स्वामी ने सेविका से कहा। – स्वामिनी ने सेवक से कहा।

(7) मैंने चिड़ियाघर में एक सिंह और देखी। – मैंने चिड़ियाघर में एक सिंहनी और एक मोरनी एक मोर देखा।

(8) दर्जी कपड़े सी रहा है। – दर्जिन कपड़े सी रही है।

(9) सेठ ने बेटे से कहा, “अच्छा बालक मूर्ख की संगति नहीं करता। – सेठानी ने बेटी से कहा, “अच्छी बालिका करता।

(10) उसकी पत्नी परीक्षा की निरीक्षका है। – उसका पति परीक्षा का निरीक्षक है।

(11) सेठ अन्दर है और सेवक द्वार पर खड़ा है। – सेठानी अन्दर है और सेविका द्वार पर खड़ी है।

(12) श्रीमान् मेरा पुत्र आप जैसे विद्वान् कवि का शिष्य होना पसन्द करता है। – श्रीमती, मेरी पुत्री आप जैसी विदुषी कवयित्री की शिष्या होना पसन्द करती है।

(13) नगर में बच्चों को मिठाई बाँटी गई। – नगरी में बच्चियों को मिठाई बाँटी गई।

(14) इस बूढ़े के दो बेटे हैं। – इस बुढ़िया की दो बेटियाँ हैं।

(15) अध्यापक ने छात्र को इनाम दिया। – अध्यापिका ने छात्रा को इनाम दिया।

(16) लड़की सवेरे सैर करने गई। लड़का सवेरे सैर करने गया।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran लिंग परिवर्तन और उसके नियम

(17) अध्यापक पाठ पढ़ाता है। – अध्यापिका पाठ पढ़ाती है।

(18) मैं पापी को मार डालँगा। – मैं पापिन को मार डालूँगा।

(19) बार-बार मुझे महाराज क्यों कह रहे हो। – बार-बार मुझे महारानी क्यों कह रही है।

(20) क्षत्रिय वचन का पक्का होता है। – क्षत्राणी वचन की पक्की होती है।

(21) ठठेरा बर्तन बना रहा है। – ठठेरिन बर्तन बना रही है।

(22) ठाकुर के पास चार घोड़े हैं। – ठकुराइन के पास चार घोड़ियाँ हैं।

(23) पिंजरों में बन्द तोता, शेर, बन्दर, हिरण सब छोड़ दिए जाएँ। – पिंजरों में बन्द तोती, शेरनी, बन्दरिया, हिरनी सब छोड़ दिए जाएँ।

(24) ग्वाले ने बैल को नहलाया। ग्वालिन ने गाय को नहलाया।

(25) लेखक और रचयिता में क्या भेद लेखिका और रचयित्री में क्या भेद है?

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran वचन परिवर्तन

Punjab State Board PSEB 8th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar Vachan Parivartan वचन परिवर्तन Exercise Questions and Answers, Notes.

PSEB 8th Class Hindi Grammar वचन परिवर्तन

(1) अकारान्त पुल्लिग शब्दों के ‘आ’ को ‘ए’ में बदल कर एकवचन से बहुवचन बनाया जाता है ; जैसे-

एकवचन – बहुवचन
कुत्ता – कुत्ते
बेटा – बेटे
लड़का – लड़के
शीशा – शीशे
बच्चा – बच्चे
कपड़ा – कपड़े
घोड़ा – घोड़े
तोता – तोते
लोटा – लोटे
राजा- राजे
पैसा – पैसे
पिंजरा – पिंजरे

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran वचन परिवर्तन

(2) अकारान्त स्त्रीलिंग शब्दों के अन्त में ‘अ’ को ‘एँ’ में बदल कर एकवचन से बहुवचन बनता है ; जैसे-

एकवचन – बहुवचन
कलम – कलमें
दवात – दवातें
पुस्तक – पुस्तकें
रात – रातें
आँख – आँखें
बात – बातें
मेज़ – मेजें
चाल – चालें
फौज – फौजें
सड़क – सड़कें
मशाल – मशालें
बटेर – बटेरें
कटार – कटारें
आह – आहे
बन्दूक – बन्दूकें
किताब – किताबें

(3) इकारान्त और ईकारान्त स्त्रीलिंग संज्ञाओं के अन्तिम इ और ई को ह्रस्व करके अन्त में याँ जोड़कर एकवचन से बहुवचन बनाया जाता है ; जैसे-

एकवचन – बहुवचन
रीति – रीतियाँ
नदी – नदियाँ
गोली – गोलियाँ
टोपी – टोपियाँ
तिथि – तिथियाँ
कापि – कापियाँ
शक्ति – शक्तियाँ
लड़की – लड़कियाँ
रानी – रानियाँ
धोती – धोतियाँ
नीति – नीतियाँ
सखी – सखियाँ
नारी – नारियाँ
अशुद्धि – अशुद्धियाँ
दवाई – दवाइयाँ
सलाई – सलाइयाँ
मिठाई – मिठाइयाँ
स्त्री – स्त्रियाँ
आतिशबाजी – आतिशबाजियाँ
बेड़ी – बेड़ियाँ
टोली – टोलियाँ
उंगली – उंगलियाँ

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran वचन परिवर्तन

(4) जिन शब्दों के अन्त में ‘या होता है, उनमें ‘याँ’ पर चन्द्रबिन्दु को लगाकर एकवचन से बहुवचन बनाया जाता है ; जैसे-

एकवचन – बहुवचन
गुड़िया – गुड़ियाँ
चिड़िया – चिड़ियाँ
बुढ़िया – बुढ़ियाँ
डिबिया – डिबियाँ
चुहिया – चुहियाँ
कुटिया – कुटियाँ

(5) अकारान्त, उकारान्त और आकारान्त स्त्रीलिंग शब्दों के अन्त में ‘एँ’ जोड़कर एकवचन से बहुवचन बनते हैं ; जैसे-

एकवचन – बहुवचन
कन्या – कन्याएँ
गौ – गौएँ
कथा – कथाएँ
वस्तु – वस्तुएँ
माला – मालाएँ
ऋतु – ऋतुएँ
वधु – वधुएँ
महिला – महिलाएँ
शाखा – शाखाएँ
वार्ता – वार्ताएँ
लता – लताएँ
धातु – धातुएँ
दुआ – दुआएँ
दिशा – दिशाएँ
माता – माताएँ

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran वचन परिवर्तन

(6) अकारान्त पुल्लिग शब्दों को छोड़कर शेष पुल्लिग शब्द एकवचन से बहुवचन में रहते हैं ; जैसे-

एकवचन – बहुवचन
आम वृक्ष से गिर पड़ा। – आम वृक्ष से गिर पड़े।
उल्लू रात को निकलता है। – उल्लू रात को निकलते हैं।
शेर गरजता है। – शेर गरजते हैं।

(7) किसी संज्ञा के एकवचन के साथ गण, लोग, वृन्द, जाति, दल आदि शब्द लगने से एकवचन का बहुवचन बन जाता है ; जैसे-

एकवचन – बहुवचन
पाठक – पाठकगण
विद्यार्थी – विद्यार्थीगण
आप – आप लोग
ग़रीब – ग़रीब लोग
सज्जन – सज्जनवृन्द
गुरु – गुरुजन
आर्य – आर्यजन
मित्र – मित्रवर्ग
मज़दूर – मज़दूर
स्त्री – स्त्रीजाति
वीर – वीर दल
सेना – सेना दल

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran वचन परिवर्तन

(8) दर्शन, प्राण, बाल, समाचार, भाग्य आदि शब्द प्रायः बहुवचन में आते हैं ; जैसे-
आपके दर्शन दुर्लभ हो गए। प्राण बच गए। मेरे बाल सफ़ेद हो गए हैं। विधवा के भाग्य खुल गए।

अति लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
निम्नलिखित वाक्यों में वचन बदलो तथा आवश्यक परिवर्तन करोप्रश्न

(1) इसी कारण आज इसका रूप बदल गया।
उत्तर:
इन्हीं कारणों से आज इनके रूप बदल गए।

(2) साधु झोंपड़ी बनाकर जंगल में रहता है।
उत्तर:
साधु झोंपड़ियाँ बनाकर जंगलों में रहते हैं।

(3) ब्राह्मण कभी गौ बेचना पसन्द नहीं करता।
उत्तर:
ब्राह्मण लोग कभी गौएँ बेचना पसन्द नहीं करते।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran वचन परिवर्तन

(4) लड़की गुड़िया बनाकर पुरस्कार प्राप्त करती है।
उत्तर:
लड़कियाँ गुड़ियाँ बनाकर पुरस्कार प्राप्त करती

(5) महात्मा शिष्य को उपदेश देता
उत्तर:
महात्मा लोग शिष्यों को उपदेश देते हैं।

(6) वह कुर्सी बुनता है।
उत्तर:
वे कुर्सियाँ बुनते हैं।

(7) प्रश्न-पत्र में अशुद्धि थी।
उत्तर:
प्रश्न-पत्रों में अशुद्धियाँ थीं।

(8) उसने मेरी बात पर ध्यान नहीं
उत्तर:
उन्होंने हमारी बातों पर ध्यान नहीं दिया। दिया।

(9) वह प्रत्येक नारी को माता समझ उसका आदर करता है।
उत्तर:
वे नारियों को माताएँ समझ, उनका आदर करते है।

(10) कौआ काय-काय करता है।
उत्तर:
कौए काय-काय करते हैं।

(11) मक्खी भिनभिना रही है।
उत्तर:
मक्खियाँ भिनभिना रही हैं।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran वचन परिवर्तन

(12) अध्यापिका पढ़ा रही है।
उत्तर:
अध्यापिकाएँ पढ़ा रही हैं।

(13) बच्चा रात-भर जागता रहा।
उत्तर:
बच्चे रात भर जागते रहे।

(14) सिपाही ने गोली चलाई।
उत्तर:
सिपाहियों ने गोलियाँ चलाईं।

(15) उसने मेरी बात को ध्यान से सुना।
उत्तर:
उन्होंने हमारी बातों को ध्यान से सुना।

(16) सरदार के हाथ में एक छुरा था।
उत्तर:
सरदारों के हाथों में छुरे थे।

(17) हम सड़क पर घूमने गए।
उत्तर:
मैं सड़क पर घूमने गया।

(18) किसान के घर में गाय है।
उत्तर:
किसानों के घरों में गायें हैं।

(19) यह हमारे स्कूल का विद्यार्थी हैं।
उत्तर:
ये मेरे स्कूल के विद्यार्थी हैं।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran वचन परिवर्तन

(20) पालतू कुत्ता भी सावधान चौकीदार का काम देता है।
उत्तर:
पालतू कुत्ते भी सावधान चौकीदारों का काम देते

(21) ऐसा भी स्कूल है, जहाँ अन्धाभी पढ़ सकता है।
उत्तर:
ऐसे भी स्कूल हैं, जहाँ अन्धे भी पढ़ सकते हैं।

(22) मैं तेरे साथ चलता हूँ।
उत्तर:
हम तुम्हारे साथ चलते हैं।

(23) सर्दी में रात लम्बी होती है।
उत्तर:
सर्दियों में रातें लम्बी होती हैं।

(24) उसने झूठा समाचार फैलाया।
उत्तर:
उन्होंने झूठे समाचार फैलाये।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran वचन परिवर्तन

(25) बुढ़िया बहू को डाँटती है।
उत्तर:
बुढ़ियाँ बहुओं को डाँटती हैं।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran संज्ञा

Punjab State Board PSEB 8th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar Sangya संज्ञा Exercise Questions and Answers, Notes.

PSEB 8th Class Hindi Grammar संज्ञा

प्रश्न 1.
संज्ञा की परिभाषा लिखो और उसके भेद बताओ।
अथवा
संज्ञा किसे कहते हैं ? उसके कितने भेद हैं ?
उत्तर:
किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, जाति, गुण या भाव का बोध कराने वाले शब्द को संज्ञा कहते हैं; जैसे-राम, कृष्ण, दिल्ली, सिंह, पुस्तक, गर्मी, सुन्दरता, दया आदि।
संज्ञा के तीन भेद हैं-
(1) व्यक्तिवाचक
(2) जातिवाचक
(3) भाववाचक।
1. व्यक्तिवाचक : जो शब्द किसी विशेष व्यक्ति, स्थान आदि का बोध कराए, उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं; जैसे-कृष्ण, दिल्ली, गंगा आदि।
2. जातिवाचक : जो शब्द किसी सम्पूर्ण जाति का बोध कराए, उसे जातिवाचक संज्ञा कहा जाता है; जैसे-स्त्री, पुरुष, पशु, नगर आदि।
3. भाववाचक : जो शब्द किसी धर्म, अवस्था, भाव, गुण, दोष आदि प्रकट करे, उसे भाववाचक संज्ञा कहते हैं; जैसे-मिठास, मानवता, सत्यता आदि।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran संज्ञा

प्रश्न 2.
भाववाचक संज्ञा का निर्माण किस प्रकार होता है ?
उत्तर:
भाववाचक संज्ञा जातिवाचक संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया-विशेषण और निरर्थक शब्द से बनती है।
(i) जातिवाचक संज्ञा से मनुष्य से मनुष्यता, शिशु से शैशव, लड़का से लड़कपन आदि।
(ii) सर्वनाम से-अपना से अपनापन, सर्व से सर्वस्व, स्व से स्वत्व, अहं से अहंकार आदि।
(iii) विशेषण से-अच्छा से अच्छाई, सुन्दर से सौन्दर्य, भला से भलाई, उष्ण से उष्णीय आदि।
(iv) क्रिया से:-दौड़ना से दौड़, हँसना से हँसी, हँसाई, लड़ना से लड़ाई, पुकारना से पुकार, सजाना से सजावट आदि।
(v) क्रिया-विशेषण से-दूर से दूरी, समीप से समीपता, शीघ्र से शीघ्रता आदि।
(vi) निरर्थक शब्दों से-चरचराहट, सरसराहट, भिनभिनाहट आदि।

प्रश्न 3.
जातिवाचक संज्ञा किसे कहते हैं ? उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
जातिवाचक संज्ञा-जो शब्द किसी सम्पूर्ण जाति का बोध कराए, उसे जातिवाचक संज्ञा कहते हैं; जैसे-स्त्री, पुरुष, पशु, नगर आदि।

प्रश्न 4.
व्यक्तिवाचक संज्ञा जातिवाचक संज्ञा कैसे बन जाती है ? उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
व्यक्तिवाचक संज्ञा का प्रयोग सदा एकवचन में होता है, परन्तु जब कोई व्यक्तिवाचक संज्ञा व्यक्ति विशेष का बोध न करा कर उस व्यक्ति जैसे गुणों या दोषों से युक्त अनेक व्यक्तियों का बोध कराती है तब वह व्यक्तिवाचक न रहकर जातिवाचक हो जाती है; जैसे-विभीषणों से बचकर रहो।

अति लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
नीचे लिखे वाक्यों में से संज्ञा शब्द चुनकर लिखें
(क) राम पढ़ता है।
(ख) खिलाड़ी खेलता है।
(ग) गाय घास चरती है।
(घ) सिंह दहाड़ता है।
(ङ) पक्षी उड़ते हैं।
उत्तर:
(क) राम
(ख) खिलाड़ी
(ग) गाय, घास
(घ) सिंह
(ङ) पक्षी।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran संज्ञा

प्रश्न 2.
नीचे लिखे वाक्यों में से भाववाचक संज्ञा चुनकर लिखें
(क) शीला की पढ़ाई कैसी चल रही है।
(ख) यह जानकर मुझे प्रसन्नता हुई।
(ग) सुंदरता एक आभूषण है।
(घ) हमेशा सच्चाई की जीत होती है।
(ङ) आवश्यकता आविष्कार की जननी है।
(च) निर्धनता उसका रास्ता रोक रही थी।
उत्तर:
(क) पढ़ाई
(ख) प्रसन्नता
(ग) सुंदरता
(घ) सच्चाई
(ङ) आवश्यकता
(च) निर्धनता।

प्रश्न 3.
नीचे लिखे वाक्यों की भाववाचक संज्ञाएँ बदलो-
उत्तर:
(क) गन्ना मीठा होता है। – गन्ने में मिठास होती है।
(ख) हर व्यक्ति अच्छा होना चाहिए। – हर व्यक्ति में अच्छाई होनी चाहिए।
(ग) फूल बहुत सुंदर है। – फूल में बहुत सुंदरता है।
(घ) मनुष्य को कृतघ्न नहीं होना चाहिए। – मनुष्य में कृतघ्नता नहीं होनी चाहिए।
(ङ) यह बात उचित है। – इस बात में औचित्य है।
(च) हमारे देश में विषम परिस्थितियाँ हैं। – हमारे देश में विषमता पूर्ण परिस्थितियाँ हैं।
(छ) कच्चा आम खट्टा होता है। – कच्चे आम में खटास होती है।
(ज) देश में अनेक प्राकृतिक स्रोत हैं। – देश में प्राकृतिक स्रोतों की अनेकता है।
(झ) वह बड़ा कुरूप आदमी है। – उस आदमी में बड़ी कुरूपता है।
(ञ) सत्य एक उत्तम गुण है। – सत्यता एक उत्तम गुण है।
(ट) साँप एक मीटर लम्बा था। – साँप की लम्बाई एक मीटर थी।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran वाच्य विचार

Punjab State Board PSEB 8th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar Vachya Vichar वाच्य विचार Exercise Questions and Answers, Notes.

PSEB 8th Class Hindi Grammar वाच्य विचार

प्रश्न 1.
वाच्य किसे कहते हैं ? वाच्य के भेद भी लिखो।
अथवा
वाच्य किसे कहते हैं ? वह कितने प्रकार का होता है ? उदाहरण देकर स्पष्ट करो।
उत्तर:
क्रिया के जिस रूपान्तर से यह जाना जाए कि वाच्य में क्रिया के विधान का मुख्य विषय कर्ता है या कर्म अथवा भाव, उसे वाच्य कहते हैं।
वाच्य तीन प्रकार के हैं-
1. कर्तृवाच्य : जब क्रिया के विधान का विषय कर्ता हो ; उसे कर्तृवाच्य कहते हैं; जैसे-राधा गीत गाती है। राम पढ़ता है।
2. कर्मवाच्य : जब क्रिया के विधान का विषय कर्म हो ; उसे कर्मवाच्य कहते हैं; जैसे-राधा से गीत गाया जाता है। राम से पढ़ा जाता है।
3. भाववाच्य : जब क्रिया के विधान का विषय न कर्ता हो न कर्म वरन् भाव ही क्रिया के विधान का विषय हो तो उसे भाववाच्य कहा जाता है; जैसे-सुरेश से उठा जाता

विशेष :
1. कर्तवाच्य : सकर्मक और अकर्मक दोनों क्रियाओं का होता है।
2. कर्मवाच्य : यह केवल अकर्मक क्रियाओं का होता है।
3. भाववाच्य : यह केवल सकर्मक क्रियाओं का होता है।

कर्तृवाच्य से कर्मवाच्य तथा भाववाच्य बनाने की विधि-
(क) कर्ता के साथ करण कारक लगाओ।।
(ख) कर्म के साथ कर्ता लगाओ और विभक्ति रहित कर दो।
(ग) कर्मवाच्य और भाववाच्य को कर्तृवाच्य में बदलते समय उल्टी प्रक्रिया करते हैं।

कर्तृवाच्य से कर्मवाच्य :

कर्तृवाच्य – कर्मवाच्य
(1) मैं रोटी खाता हूँ। – (1) मुझसे रोटी खाई जाती है।
(2) मैं पत्र लिखता हूँ। – (2) मुझ से पत्र लिखा जाता है।
(3) मैं पिता जी को पत्र भेजता हूँ। – (3) मुझ से पिता जी को पत्र भेजा जाता है।

कर्तृवाच्य से भाववाच्य :

कर्तृवाच्य – भाववाच्य
(1) राम तेज़ दौड़ता है। – (1) राम से तेज़ दौड़ा जाता है।
(2) मैं सर्दियों में नहीं नहाता। – (2) मुझ से सर्दियों में नहीं नहाया जाता।

कर्मवाच्य से कर्तृवाच्य :

कर्मवाच्य – कर्तृवाच्य
(1) तुम से दूध नहीं पीया जाता। – (1) तुम दूध नहीं पी सकते।
(2) मुझ से ऐसी बातें नहीं सुनी जातीं। – (2) मैं ऐसी बात नहीं सुन सकता।

भाववाच्य से कर्तृवाच्य :

भाववाच्य – कर्तृवाच्य
(1) तुम से सवेरे नहीं उठा जाता। – (1) तुम सवेरे नहीं उठ सकते।
(2) हम से देर तक नहीं जागा जाता। – (2) हम देर तक नहीं जाग सकते।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran वाच्य विचार

वाच्य परिवर्तन सम्बन्धी कुछ उदाहरण :

कर्तवाच्य – कर्मवाच्य
(1) भिखारी भोजन खाता है। – भिखारी द्वारा भोजन खाया जाता है।
(2) पुलिस ने चोरों को पकड़ लिया है। – पुलिस द्वारा चोर पकड़े गए।
(3) चुनाव अधिकारी ने मतों की गिनती की। – चुनाव अधिकारी द्वारा मत गिने गए।
(4) राम ने खाना खाया। – राम द्वारा खाना खाया गया।
(5) शेर ने हिरण को मार डाला। – शेर द्वारा हिरण मारा गया।
(6) सीता लेख लिखेगी। – सीता द्वारा लेख लिखा जाएगा।
(7) मोहन ने दूध पीया। – मोहन द्वारा दूध पीया जाएगा।
(8) पशु चारा खाते हैं। – पशुओं द्वारा चारा खाया जाता है।
(9) क्या सुरेन्द्र ने सिनेमा देखा? – क्या सुरेन्द्र द्वारा सिनेमा देखा गया?
(10) अब मैं स्कूल नहीं जाऊँगा? – अब मुझसे स्कूल नहीं जाया जाएगा।
(11) अब मैं नहीं पढुंगा। – अब मुझसे पढ़ा नहीं जाएगा।
(12) मोहन समाचार-पत्र पढ़ता है। – मोहन द्वारा समाचार-पत्र पढ़ा जाता है।
(13) माता जी ने मुझे वहाँ देखा। – माता जी द्वारा मैं वहाँ देखा गया।
(14) कुत्ते ने उसे काट खाया। – कुत्ते द्वारा वह काट खाया गया।
(15) कमला ने दौड़ लगाई। – कमला द्वारा दौड़ लगाई गई।
(16) हमारी टीम ने मैच जीता। – हमारी टीम द्वारा मैच जीता गया।
(17) हम सो नहीं सकते। – हमसे सोया नहीं जाता।
(18) पिता जी पत्र लिखेंगे। – पिता जी द्वारा पत्र लिखा जाएगा।
(19) स्त्रियाँ गीत गा रही हैं। – स्त्रियों द्वारा गीत गाए जा रहे हैं।
(20) मनुष्य अन्न खाते हैं। – मनुष्य द्वारा अन्न खाया जाता है।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran वाच्य विचार

अति लघूत्तरात्मक प्रश्न

1. नीचे लिखे वाक्यों में वाच्य बदलो-

(1) हम चाय नहीं पीते।
उत्तर:
हमसे चाय नहीं पी जाती।

(2) मैं कह नहीं सकता।
उत्तर:
मुझसे कहा नहीं जा सकता।

(3) विद्यार्थी ग्राम को जाता है।
उत्तर:
विद्यार्थी द्वारा ग्राम को जाया जाता है।

(4) सोहन द्वारा सिनेमा देखा जाता है।
उत्तर:
सोहन सिनेमा देखता है।

(5) विद्यार्थी हँसते हैं।
उत्तर:
विद्यार्थियों द्वारा हँसा जाता है।

(6) बुद्ध हँसे।
उत्तर:
बुद्ध द्वारा हँसा गया।

(7) गुरु जी ने उत्तर दिया।
उत्तर:
गुरु जी द्वारा उत्तर दिया गया।

(8) बुद्ध ने उसे शिष्य बनाया।
उत्तर:
बुद्ध द्वारा वह शिष्य बनाया गया।

(9) लड़कियाँ स्कूल को जाती हैं।
उत्तर:
लड़कियों द्वारा स्कूल जाया जाता है।

(10) माता पुत्र को दूध पिलाती है।
उत्तर:
माता द्वारा पुत्र को दूध पिलाया जाता है।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran वाच्य विचार

(11) चाँद चमकता है।
उत्तर:
चाँद द्वारा चमका जाता है।

(12) माली पौधों को सींचता है।
उत्तर:
माली द्वारा पौधे सींचे जाते हैं।

(13) किसान बीजों को बोता है।
उत्तर:
किसान द्वारा बीज बोये जाते हैं।

(14) छात्रों ने मेजें थपथपाईं।
उत्तर:
छात्रों द्वारा मेजें थपथपाई गईं।

(15) अध्यापकों ने प्रदर्शन किया।
उत्तर:
अध्यापकों द्वारा प्रदर्शन किया गया।

(16) भगत सिंह ने साण्डर्स को गोली से उड़ा दिया।
उत्तर:
भगत सिंह द्वारा साण्डर्स को गोली से उड़ा दिया गया।

(17) मैं आपकी बात नहीं समझा।
उत्तर:
मुझसे आपकी बात नहीं समझी गई।

(18) देखो, ऐसा मत करो।
उत्तर:
देखो, ऐसा न किया जाए।

(19) चपड़ासी ने घंटी बजाई।
उत्तर:
चपड़ासी द्वारा घंटी बजाई गई।

(20) वे तितलियाँ पकड़ते हैं।
उत्तर:
उनके द्वारा तितलियाँ पकड़ी जाती हैं।

(21) मैं यह पुस्तक पढ़ सकता हूँ।
उत्तर:
मुझसे यह पुस्तक पढ़ी जा सकती है।

(22) मैं तो ठहर गया, भला तुम कब ठहरा जाएगा।
उत्तर:
मुझसे तो ठहरा गया, भला तुमसे कब ठहरोगे।

(23) बुद्ध शान्तिपूर्वक मुस्कुरा रहे हैं।
उत्तर:
बुद्ध द्वारा शान्तिपूर्वक मुस्कुराया जा रहा है।

(24) योगी ने उसे योग विद्या सिखलाई।
उत्तर:
योग द्वारा उसे विद्या सिखलाई गई।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran काल प्रकरण

Punjab State Board PSEB 8th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar Kal Prakaran काल प्रकरण Exercise Questions and Answers, Notes.

PSEB 8th Class Hindi Grammar काल प्रकरण

प्रश्न 1.
काल किसे कहते हैं ? काल के भेद बताओ।
उत्तर:
क्रिया के जिस रूप से उसके होने या करने के समय का बोध हो, उसे काल कहते हैं। काल के मुख्य तीन भेद हैं-(1) भूतकाल, (2) वर्तमान काल, (3) भविष्यत् काल।

1. वर्तमान काल :
जिस क्रिया के रूप से पता चले कि काम अभी हो रहा है, उसे वर्तमान-काल कहते हैं।
इसके तीन भेद हैं-
(i) सामान्य वर्तमान।
(ii) अपूर्ण या तात्कालिक वर्तमान।
(iii) संदिग्ध वर्तमान।

(i) सामान्य वर्तमान : क्रिया का वह रूप जिससे काम के वर्तमान समय में सामान्यतः होने का बोध हो; जैसे–मोहन जाता है।
(ii) अपूर्ण वर्तमान : क्रिया का वह रूप जिससे ज्ञान होता है कि काम शुरू हो गया है और अभी जारी है, उसे अपूर्ण या तात्कालिक वर्तमान कहते हैं; जैसे–मोहन जा रहा
(ii) संदिग्ध वर्तमान : क्रिया का वह रूप जिससे मालूम होता है कि क्रिया वर्तमान में हो रही है, किन्तु उसके होने में सन्देह हो, उसे संदिग्ध वर्तमान कहते हैं; जैसे-मोहन जाता होगा।

2. भूतकाल :
जिस क्रिया के रूप से पता चले कि काम बीते हुए समय में पूरा हो गया, उसे भूतकाल की क्रिया कहते हैं।
इसके छ: भेद हैं-
(i) सामान्य भूत : क्रिया के जिस रूप से यह मालूम हो कि बीते हुए समय में सामान्यतः पूरा हो गया, उसे सामान्यत भूत कहते हैं; जैसे–मोहन ने साँप देखा।
(ii) आसन्न भूत : क्रिया के जिस रूप से यह ज्ञात हो कि काम अभी-अभी पूरा हुआ है, उसे आसन्न भूत कहते हैं; जैसे-मोहन ने साँप देखा है।
(ii) पूर्ण भूत : क्रिया के जिस रूप से यह ज्ञात हो कि काम बहुत पहले पूरा हो चुका था, उसे पूर्ण भूत कहते हैं; जैसे–मोहन ने साँप देखा था।
(iv) अपूर्ण भूत-क्रिया के जिस रूप से क्रिया का भूतकाल में होना पाया जाए , लेकिन पूर्ण हुआ या नहीं ज्ञात न हो, उसे अपूर्ण भूत कहते हैं; जैसे-मोहन साँप देख रहा था।
(v) संदिग्ध भूत-जिस क्रिया के करने या होने में सन्देह हो, उसे संदिग्ध भूत कहते हैं; जैसे–मोहन ने साँप देखा होगा।
(vi) हेतु-हेतुमद् भूत-क्रिया के जिस रूप से कार्य के भूतकाल में होने या किए जाने में शर्त पाई जाए, उसे हेतु-हेतुमद् भूत कहते हैं; जैसे-यदि साँप देखता तो चला जाता।

3. भविष्यत् काल :
क्रिया के जिस रूप से किसी काम का आने वाले समय में किया जाना या होना ज्ञात हो, उसे भविष्यत् काल कहते हैं।
इसके दो भेद हैं-
(i) सामान्य भविष्यत्।
(ii) सम्भाव्य भविष्यत्।

(i) सामान्य भविष्यत् : क्रिया के जिस रूप में काम का सामान्य रूप से भविष्य में किया जाना या होना पाया जाए, उसे सामान्य भविष्यत् कहते हैं; जैसे–मोहन जाएगा।
(ii) सम्भाव्य भविष्यत् : क्रिया का वह रूप जिससे काम के भविष्य मे होने या किए जाने की सम्भावना है, पर निश्चय नहीं, उसे सम्भाव्य भविष्यत् कहते हैं; जैसे-मोहन दिल्ली जाए।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran काल प्रकरण

प्रश्न 2.
भूतकाल किसे कहते हैं ? उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
भूतकाल :
जिस क्रिया के रूप से पता चले कि काम बीते हुए समय में पूरा हो गया, उसे भूतकाल की क्रिया कहते हैं।
इसके छ: भेद हैं-
(i) सामान्य भूत : क्रिया के जिस रूप से यह मालूम हो कि बीते हुए समय में सामान्यतः पूरा हो गया, उसे सामान्यत भूत कहते हैं; जैसे–मोहन ने साँप देखा।
(ii) आसन्न भूत : क्रिया के जिस रूप से यह ज्ञात हो कि काम अभी-अभी पूरा हुआ है, उसे आसन्न भूत कहते हैं; जैसे-मोहन ने साँप देखा है।
(ii) पूर्ण भूत : क्रिया के जिस रूप से यह ज्ञात हो कि काम बहुत पहले पूरा हो चुका था, उसे पूर्ण भूत कहते हैं; जैसे–मोहन ने साँप देखा था।
(iv) अपूर्ण भूत-क्रिया के जिस रूप से क्रिया का भूतकाल में होना पाया जाए , लेकिन पूर्ण हुआ या नहीं ज्ञात न हो, उसे अपूर्ण भूत कहते हैं; जैसे-मोहन साँप देख रहा था।
(v) संदिग्ध भूत-जिस क्रिया के करने या होने में सन्देह हो, उसे संदिग्ध भूत कहते हैं; जैसे–मोहन ने साँप देखा होगा।
(vi) हेतु-हेतुमद् भूत-क्रिया के जिस रूप से कार्य के भूतकाल में होने या किए जाने में शर्त पाई जाए, उसे हेतु-हेतुमद् भूत कहते हैं; जैसे-यदि साँप देखता तो चला जाता।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran काल प्रकरण

अति लघूत्तरात्मक प्रश्न

1. निम्नलिखित वाक्यों को वर्तमान काल में बदलो

(1) गतवर्ष मोहन ने रामायण की कहानी पढ़ी थी।
उत्तर:
इस वर्ष मोहन रामायण की कहानी पढ़ता

(2) एक नहीं अनेक उदाहरण मिल जाएँगे।
उत्तर:
एक नहीं अनेक ऐसे उदाहरण मिल जाते

(3) सभा में उपस्थित हर एक सदस्य मत है।
उत्तर:
सभा में उपस्थित हर एक सदस्य का यही का यही मत था।

(4) मैं आपके दर्शन करने आया था।
उत्तर:
मैं आपके दर्शन करने आया हूँ।

(5) गाँव के ज्यादातर लोग अनपढ़ थे।
उत्तर:
गाँव के ज्यादातर लोग अनपढ़ हैं।

(6) वह दूसरे कमरे में गया।
उत्तर:
वह दूसरे कमरे में जाता है।

(7) धनी ने ब्राह्मण को दान दिया।
उत्तर:
धनी ब्राह्मण को दान देता है।

(8) इसी नदी ने रुख बदल लिया।
उत्तर:
यह नदी रुख बदलती है।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran काल प्रकरण

2. निम्नलिखित वाक्यों को भूतकाल में बदलो

(1) फसल कहीं-कहीं से कटी हुई है।
उत्तर:
फसल कहीं-कहीं से कटी हुई थी।

(2) अर्जुन की आंखें भर आती हैं।
उत्तर:
अर्जुन की आँखें भर आईं।

(3) वह गुरु की ओर देखता है।
उत्तर:
उसने गुरु की ओर देखा।

(4) एकलव्य के अंगूठे से रक्त बहता है।
उत्तर:
एकलव्य के अंगूठे से रक्त बहने लगा।

(5) देव आठवीं श्रेणी का विद्यार्थी है।
उत्तर:
देव आठवीं श्रेणी का विद्यार्थी था।

(6) मैं स्कूल में काम करता हूँ।
उत्तर:
मैंने स्कूल में काम किया।

(7) माता जी सुबह जल्दी उठती हैं।
उत्तर:
माता जी सुबह जल्दी उठतीं थीं।

(8) महेश बुराई से घृणा करता है।
उत्तर:
महेश बुराई से घृणा करता था।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran काल प्रकरण

3. निम्नलिखित वाक्यों को भूतकाल से भविष्यत् काल में बदलो

(1) राम आया, श्याम गया।
उत्तर:
राम आएगा, श्याम जाएगा।

(2) मोहन ने तलवार चलाई।
उत्तर:
मोहन तलवार चलाएगा।

(3) मैंने बाजा बजाया।
उत्तर:
मैं बाजा बजाऊँगा।

(4) सोहन ने गीता पढ़ी।
उत्तर:
सोहन गीता पढ़ेगा।

(5) देव ने दरबार साहब देखा।
उत्तर:
देव दरबार साहब देखेगा।

(6) गार्ड ने हरी झंडी दिखाई।
उत्तर:
गार्ड हरी झंडी दिखाएगा।

(7) मैं आज घर नहीं गई।
उत्तर:
मैं आज घर नहीं आऊँगी।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran अविकारी शब्द (अव्यय)

Punjab State Board PSEB 8th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar Avikari Shabd (Avyay) अविकारी शब्द (अव्यय) Exercise Questions and Answers, Notes.

PSEB 8th Class Hindi Grammar अविकारी शब्द (अव्यय)

प्रश्न 1.
अव्यय किसे कहते हैं ? ये कितने प्रकार के होते हैं ?
उत्तर:
जिन शब्दों का लिंग, वचन, कारक, काल आदि के कारण कोई रूप नहीं बदलता उन्हें अव्यय कहते हैं। अव्यय का दूसरा नाम अविकारी शब्द है।
अव्यय चार प्रकार के होते हैं-
(1) क्रिया विशेषण
(2) सम्बन्ध बोधक
(3) समुच्चय बोधक
(4) विस्मयादि बोधक।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran अविकारी शब्द (अव्यय)

1. क्रिया विशेषण

प्रश्न 1.
क्रिया विशेषण का लक्षण (परिभाषा) लिखकर उसके भेदों का वर्णन करो।
अथवा
क्रिया विशेषण किसे कहते हैं ? उसके कितने भेद हैं ?
उत्तर:
वे शब्द जो क्रिया की विशेषता प्रकट करें, उसे क्रिया विशेषण कहते हैं; जैसे-धीरे-धीरे, यहाँ से, कल, आज, ऊँचे से ऊँचाई आदि। क्रिया विशेषण के चार भेद हैं
1. कालवाचक :
जो क्रिया विशेषण शब्द क्रिया के होने का समय सूचित करते हैं उन्हें कालवाचक क्रिया विशेषण कहते हैं; जैसे-आज, कल, परसों, जब, तब, कब, साय, प्रात: आदि।
उदाहरण :
(i) मैं प्रातः व्यायाम करता हूँ।
(ii) आजकल वर्षा हो रही है।
(iii) परसों मेला देखने चलेंगे।

2. स्थानवाचक :
जो क्रिया विशेषण क्रिया के स्थान या दिशा के विषय में बोध कराएँ उन्हें स्थानवाचक क्रिया विशेषण कहते हैं; जैसे–यहाँ, वहाँ, आगे, पीछे, मध्य, ऊपर, नीचे, इधर, किधर, दाहिने, बाएँ, सामने आदि।
उदाहरण :
(i) इधर-उधर मत देखो।
(ii) भीतर जा कर पढ़ो।
(ii) यहाँ बैठो।

3. परिमाणवाचक :
जो क्रिया विशेषण क्रिया के परिमाण को प्रकट करें उन्हें परिमाणवाचक क्रिया विशेषण कहते हैं; जैसे-अधिक, जितना, थोड़ा, बहुत, कम आदि।
उदाहरण :
(i) कम बोलो, अधिक सोचो।
(ii) तनिक हँसो भी।
(iii) चाय में दूध काफी है, चीनी थोड़ी है।

4. रीतिवाचक :
जो क्रिया विशेषण क्रिया की रीति या विधि का बोध कराएँ उन्हें रीतिवाचक क्रिया विशेषण कहते हैं; जैसे-धीरे-धीरे, जल्दी, शीघ्र, तेज़ आदि।
उदाहरण :
(i) दिन जल्दी-जल्दी ढलता है।
(ii) मैं तो ठीक पढ़ रहा था।
(iii) क्या तुम पैदल चलोगे ?

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran अविकारी शब्द (अव्यय)

2. संबंध बोधक

प्रश्न 1.
संबंध बोधक अव्यय किसे कहते हैं ? उदाहरण देकर स्पष्ट करो।
उत्तर:
जो संज्ञा और सर्वनाम के आगे-पीछे आ कर वाक्यों के दूसरे शब्दों से उसका सम्बन्ध बताते हैं, उन्हें सम्बन्ध बोधक अव्यय कहा जाता है; जैसे-ऊपर, भीतर, आगे, पीछे, ऊँचे, नीचे, समीप, दूर, बाहर, सहित आदि।
उदाहरण:
(i) डर के मारे उसका चेहरा पीला पड़ गया।
(ii) मेरा घर विद्यालय के पीछे है।

3. समुच्चय बोधक

प्रश्न 1.
समुच्चय बोधक अथवा योजक अव्यय किसे कहते हैं ?
अथवा
योजक की परिभाषा लिखें।
उत्तर:
जो दो शब्दों, वाक्यांशों या वाक्यों को मिलाते हैं, उन्हें समुच्चय बोधक या योजक अव्यय कहते हैं; जैसे-और, भी, तथा, कि, अथवा, अतः, किन्तु, परन्तु, इसलिए, मानो आदि।
उदाहरण :
(i) मोहन ने कहा कि मैं आपकी प्रतीक्षा करूँगा।
(ii) मैंने तो बहुत कहा किन्तु वह नहीं माना।

4. विस्मयादि बोधक

प्रश्न 1.
विस्मयादि बोधक किसे कहते हैं ? उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
जो शब्द विस्मय हर्ष, शोक, घृणा आदि भावों को प्रकट करते हैं, उन्हें विस्मयादि बोधक कहते हैं; जैसे-ओहो, आह, हाय, बाप रे, खूब, वाह-वाह, धन्य, अरे, अजी इत्यादि।
उदाहरण :
(i) हाय ! मैं मारा गया।
(ii) वाह ! क्या फिल्म थी।
(iii) धन्य ! गुरुदेव जो आप यहाँ पधारे।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran अविकारी शब्द (अव्यय)

आति लघत्तरात्मक प्रश्न

1. निम्नलिखित वाक्यों में से क्रिया विशेषण शब्द छाँटो

प्रश्न 1.
(क) रवि आज भोजन नहीं करेगा।
(ख) धीरे-धीरे चलो।
(ग) इतना मत पढ़ो।
(घ) वहाँ घोर अंधेरा है।।
(ङ) उस दिन वर्षा सुबह से हो रही थी।
(च) गुफा में रुक-रुक कर पानी टपक रहा था।
(छ) धीरे-धीरे सब ठीक हो जाएगा।
(ज) शेषनाग नामक स्थान पर रात भर टिकना अनिवार्य होता है।
(झ) वीर पुरुष किसी से नहीं डरता।
(ज) मोहन आज भोजन नहीं करेगा।
उत्तर:
(क) आज
(ख) धीरे-धीरे
(ग) इतना
(घ) वहाँ
(ङ) सुबह
(च) रुक-रुक
(छ) धीरे-धीरे
(ज) रात भर
(झ) किसी से
(ज) आज।

2. निम्नलिखित वाक्यों में से सम्बन्ध बोधक शब्द छाँटो

प्रश्न 1.
(क) तुम्हारे अतिरिक्त यहाँ कोई नहीं है।
(ख) गाँव से परे मठ में एक पुजारी रहता था।
(ग) मैं अध्यापक के विरुद्ध गवाही नहीं दूंगा।
(घ) पेड़ के नीचे छाया का आनंद लो।
उत्तर:
(क) तुम्हारे अतिरिक्त,
(ख) परे,
(ग) के विरुद्ध
(घ) नीचे।

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3. निम्नलिखित वाक्यों में समुच्चय बोधक (योजक) शब्द छाँटो

प्रश्न 1.
(क) नित्य भजन कीजिए, ताकि मन शांत रहे।
(ख) योगेश और अवधेश दोनों साथी हैं।
(ग) रवि गाता ही नहीं, अपितु नाचता भी है।
(घ) यदि इस समय ओले पड़े, तो फसल नष्ट हो जाएगी।
(ङ) जो करेगा सो भरेगा।
(च) मेरे लिए जैसा रमेश वैसे ही तुम।
उत्तर:
(क) ताकि,
(ख) और,
(ग) अपितु,
(घ) यदि, तो,
(ङ) जो, सो,
(च) जैसा, वैसे।

4. निम्नलिखित वाक्यों में से विस्मयादि बोधक शब्द छाँटो

प्रश्न 1.
(क) छिः छिः मोहिनी ! तुम कितनी गन्दी हो।
(ख) ओह, कितना बड़ा साँप है।
(ग) हाय ! हाय ! दुष्ट पुत्र ने मुझे बर्बाद कर दिया।
(घ) शाबाशं ! कैप्टन तुम्हारी टीम जीत गई।
(ङ) वाह! कितना सुन्दर दृश्य है।
उत्तर:
(क) छिः छिः
(ख) ओह !
(ग) हाय ! हाय !
(घ) शाबाश
(ङ) वाह!

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प्रश्न 2.
‘ओह’ शब्द को विस्मयादिबोधक वाक्य में प्रयोग कीजिए।
उत्तर:
ओह ! यह क्या हुआ।