Punjab State Board PSEB 10th Class Physical Education Book Solutions क्रिकेट (Cricket) Game Rules.
क्रिकेट (Cricket) Game Rules – PSEB 10th Class Physical Education
याद रखने योग्य बातें
- क्रिकेट में खिलाड़ियों की गिनती = 16 (11 + 5 रिज़र्व)
- विकटों के मध्य की दूरी = 22 गज़ (20.12 मीटर)
- पिच की चौड़ाई। = 4’4′
- विकटों की चौड़ाई = 9″, (22.9 सी० मै०)
- क्रिकेट गेंद का घेरा = 8″ से 9″, (22, 4 सैं मी० से 22.4 मैं० मी०)
- क्रिकेट गेंद का घेरा क्रिकेट गेद का भार = 51/2 औंस 5% औंस (156 ग्राम सैं० मी० 163 ग्राम)
- बैट की चौड़ाई = 41/4″, (10.8 सैं०मी०)
- बैट की लम्बाई = 38″, (6.5 सैं० मी०)
- गेंद का रंग = दिन के मैच के लिए लाल और रात के लिए सफ़ेद
- केन्द्र से बड़े सर्कल की दूरी = 75 गज़ से 85 गज़ (68 मीटर से 58 मीटर)
- विकटों की ज़मीन से ऊंचाई = 28″, (71 cm.)
- मैच की किस्में = 20, 20 ओवर, एक दिवसीय मैच, पांच दिन का टेस्ट मैच
- मैच के अम्पायर = दो
- तीसरा अम्पायर = एक मैच रैफ़री
- केन्द्रीय विकेट के दोनों ओर पिच = 4 फुट 4 इंच की चौड़ाई
- स्कोरर की संख्या = 2
- पारी बदली का समय = 10 मिनट
- खिलाड़ी बदली का समय = 2 मिनट
- छोटे सर्कल का रेडियस = 2.7 मी०
क्रिकेट खेल की संक्षेप रूपरेखा
(Brief outline of the Cricket Game)
- मैच दो टीमों के बीच खेला जाता है। प्रत्येक टीम में 11 खिलाड़ी होते हैं।
- मैच के लिए दो अम्पायर नियुक्त किए जाते हैं। दोनों तरफ एक-एक अम्पायर होता है।
- रनों का रिकार्ड स्कोरर रखता है।
- ज़ख्मी या बीमार होने की दशा में खिलाड़ी तबदील किया जा सकता है, परन्तु उसे बैट या बाऊल करने की आज्ञा नहीं होती, वह विकटों के मध्य दूसरे खिलाड़ी के लिए दौड़ सकता है या फील्ड कर सकता है।
- बदला हुआ खिलाड़ी अपने विशिष्ट स्थान (Specialised Position) पर फील्ड नहीं कर सकता।
- बैट करने के लिये या फील्ड करने के लिए टीम के कप्तान टॉस करते हैं।
- प्रत्येक इनिंग के आरम्भ में नया गेंद लिया जाता है। 200 रन बनने के पश्चात् या 75 ओवरों के बाद गेंद नया लिया जा सकता है। गेंद गुम हो जाने या नष्ट हो जाने पर नया गेंद ले सकते हैं, परन्तु उसकी हालत गुम हुए या खराब हुए गेंद से मिलती-जुलती होनी चाहिए।
प्रश्न
क्रिकेट गेंद, बैट, पिच विकट बाऊलिंग,पायिंग क्रीजें, पारी, खेल के आरम्भ, अन्त और इन्टरवल आदि के विषय में संक्षिप्त लिखें।
उत्तर-
(क) खिलाड़ी, निर्णायक (अम्पायर)
तथा फलांकनकर्ता (स्कोरर)
- क्रिकेट मैच दो टीमों के बीच खेला जाता है। प्रत्येक टीम में खिलाड़ियों की संख्या 11-11 होती है। प्रत्येक टीम का एक कप्तान होता है जो पारी के लिए टॉस होने से पहले अपने खिलाड़ी मनोनीत करता है।।
- किसी खिलाड़ी के घायल या अस्वस्थ हो जाने पर उसकी जगह पर किसी अन्य खिलाड़ी को लिए जाने की आज्ञा है। नए खिलाड़ी को सबस्टीच्यूट खिलाड़ी कहते हैं। सबस्टीच्यूट खिलाड़ी केवल फील्ड ही कर सकता है। वह बैट या बाऊल नहीं कर सकता।
- पारी के लिए टॉस से पहले दोनों सिरों के लिए एक-एक निर्णायक (अम्पायर) नियुक्त किया जाता है, जो खेल का निष्पक्ष नियन्त्रण करता है।
- सभी दौड़ों का रिकार्ड रखने के लिए दो फलांकनकर्ता (स्कोरर) नियुक्त किये जाते हैं। वे अम्पायरों के सभी इशारों तथा अनुदेशों का पालन करते हैं।
क्रिकेट किट
(Cricket Kit)
क्रिकेट के खिलाड़ी के लिए किट पहननी ज़रूरी है। किट से अभिप्राय सफेद पैंट, सफ़ेद कमीज़, बूट, जुराबें, पैड, अबडायिनल गार्ड, दस्ताने और बैट हैं।
(ख) खेल की सामग्री तथा मैदान
- गेंद (Ball) क्रिकेट बाल (गेंद) का वज़न \(5 \frac{1}{2}\) औंस से कम और \(5 \frac{3}{4}\) औंस से से अधिक नहीं होना चाहिए। इसकी परिधि (घेरा) \(8 \frac{13}{16}\) कम तथा 9” से अधिक नहीं होनी चाहिए।
कोई भी कप्तान प्रत्येक पारी (इनिंग्ज़) के शुरू में नई गेंद ले सकता है। यदि खेल के दौरान गेंद गुम हो जाए या खराब हो जाए तो अम्पायर दूसरी गेंद लेने की अनुमति दे देता है। दूसरी गेंद प्रयोग या बनावट में पुरानी या खोई हुई गेंद से मिलती-जुलती होनी चाहिए।
- बैट (Bat) क्रिकेट बैट सबसे चौड़े भाग में \(4 \frac{1}{4}\)” तथा लम्बाई में 38” से अधिक नहीं होना चाहिए। साधारण क्रिकेट बैट का भार \(2 \frac{1}{4}\) पौंड होता है।
- पिच (Pitch) बाऊलिंग करने वाले स्थानों के बीच का क्षेत्र पिच कहलाता है। यह क्रिकेट के केन्द्र को जोड़ने वाली रेखा के दोनों ओर 4-4″ चौड़ी होती है तथा कुल पिच की चौड़ाई 8′-8″ होती है।
- विकेट (Wicket)-पिच के आमने-सामने तीन-तीन विकेट गाड़ी जाएंगी तथा आमने-सामने की विकेटों की दूरी 22 गज़ होगी। विकटों की चौड़ाई 9” होगी और उन पर जाने वाली दो गिल्लियां (वेल्ज़) होंगी। स्टम्प इस प्रकार गाड़े जाएंगे कि उनमें से गेंद न निकल सके। स्टम्प की भूमि से ऊंचाई 28” होगी। प्रत्येक गुल्ली \(4 \frac{3}{4}\)” लम्बी होगी तथा स्टम्प पर रखी हुई उनसे \( \frac{1}{2}\)” से अधिक बाहर न निकलेगा।
नोट-जब तेज़ हवा चल रही हो तब टीमों के कप्तान अम्पायर की स्वीकृति से गिल्लियों का प्रयोग छोड़ भी सकते हैं। - गेंद प्रक्षेपण तथा अदृश्य मंज रेखा (Bowling Crease and Popping Crease)—प्रक्षेपण (बाऊलिंग) मंज रेखा स्टम्पों की सीध में 8 फुट 8” लम्बी होगी। इसके केन्द्र में स्टम्प होंगे। प्रक्षेपण मंज स्टम्पों के समानान्तर 4 फुट सामने की ओर अदृश्य मंज रेखा अंकित की जाएगी। यह स्टम्प रेखा के किसी भी पार्श्व सिरे से कम से कम 6 फुट तक बढ़ती है। विकेट के पीछे दोनों ओर समकोण पर 4 फुट की निवर्तन रेखा होगी। निवर्तन तथा अदृश्य मंज रेखाएं लम्बाई में असीमित मानी जाएंगी।
प्रश्न
क्रिकेट खेल कितने खिलाड़ी, निर्णायक, स्कोरर और उनकी किट के बारे में लिखें।
उत्तर-
खेल की रीति (Rules of Game)—
- प्रत्येक टीम को बारी-बारी से दो पारियां मिलेंगी।
- खेल आरम्भ होने से कम-से-कम 15 मिनट पहले दोनों टीमों के कप्तान पारियों के लिए टॉस (Toss) करेंगे।
- टॉस जीतने वाली टीम का कप्तान बैट या फील्ड करने के निर्णय की सूचना विरोधी टीम के कप्तान को देगा। इस निर्णय का बाद में परिवर्तन नहीं हो सकता।
- अनुवर्तित (फालो ऑन) (Follow on) कराना-पहले बैट करने वाली टीम यदि पांच दिन के मैच में 200, तीन दिन के मैच में 150, दो दिन के मैच में 100 और एक दिन के मैच में 75 (दौड़ें) रन अधिक बना लेती है तो वह अपनी विरोधी टीम से पारी अनुवर्तित (Follow on) करने के लिए कह सकती है।
- पारी की घोषणा करना (डिक्लेयर करना) (Inning Declare)-मैच के दौरान किसी भी समय बैट करने वाली टीम का कप्तान अपनी पारी (इनिंग्ज़) समाप्त करने की घोषणा (Declare) कर सकता है।
- खेल का प्रारम्भ, समाप्ति तथा इन्टरवल (Start, Finish and Interval)प्रति-दिन खेल निश्चित समय पर शुरू होगा। खेल की अवधि प्रायः 5, 55 या 6 घंटे की होती है। पहले दो घंटे के खेल के बाद 45 मिनट के लिए भोजन का इन्टरवल (Lunch Interval) हो जाता है। इसके बाद दो घंटे के खेल के बाद 20 मिनट का चाय के लिए इन्टरवल (Tea Interval) होता है। प्रत्येक पारी के बीच 10 मिनट तथा प्रत्येक नए बैट्समैन के आने के लिए अधिक-से-अधिक 2 मिनट का समय दिया जाता है।
प्रश्न
क्रिकेट खेल में निम्नलिखित से आप क्या समझते हैं ?
फलांकन, सीमाएं, गेंद का गुम होना, ओवर, विकेट का गिरना, मृत बाल, नो बाल, वाइड बाल, बाई, लैग बाई, बाऊल्ड, कैच, एल० बी० डब्ल्यू, स्टम्पड, रन आउट।
उत्तर-
फलांकन (Score)—फलांकन (Score) के लिए दौड़ों (रनों) की गिनती की जाती है। जब बैट्समैन गेंद को हिट करने के बाद एक छोर (सिरे) से दूसरे छोर (सिरे) पर पहुंचे बिना ही रास्ते में से लौट जाता है तो वह दौड़ (रन) नहीं गिनी जाएगी। इसे शार्ट रन (Short Run) कहते हैं। यदि रन बनाते समय बाल हवा में हो और वह लपक लिया जाए तो वह ‘रन’ (दौड़) गिनी नहीं जाएगी। इसी प्रकार यदि बैट्समैन ‘रन’ बनाते समय आऊट (Run out) हो जाए तो उस ‘रन’ को भी गिना नहीं जाएगा।
सीमाएं (Boundaries) खेल की सीमाएं सफेद रंग द्वारा अंकित की जानी चाहिएं। यदि बैट्समैन के हिट करने पर गेंद मैदान को छूती हुई सीमा रेखा के पार चली जाती है तो इसे बाऊण्डरी कहते हैं। बाऊण्डरी के लिए 4 दौड़ें (र.) दी जाती हैं। हां, यदि हिट की गई गेंद सीमा रेखा के बाहर गिरती है (भले ही उसे फील्डर ने छू लिया हो) तो इसे ‘छक्का’ (Sixer) कहते हैं। छक्के में 6 दौड़ें होती हैं। यदि बाऊण्डरी ओवर थ्रो के कारण हो तो बने हुए रन तथा बाऊण्डरी के ‘रन’ स्कोर में जोड़े जाएंगे।
गेंद का गुम होना (Loss of Ball)-यदि खेल के दौरान गेंद गुम हो जाती है तो स्कोर में 6 ‘रन’ जोड़ दिए जाएंगे। परन्तु गेंद गुम होने से पहले 6 से अधिक रन बने हों तो उतनी ही रने’ जोड़ी जाएंगी जितनी कि बनाई जा चुकी हों।
‘ परिणाम (Result) जो भी टीम दो पारियों (इनिंग) में अधिक दौडें बना लेती है उसे विजयी माना जाएगा। एक दिन के मैच में एक पारी पर फैसला होगा। यदि मैच पूरा न हो सके तो वह बराबर माना जाता है। ओवर में 6 या 8 बार गेंद फेंकी जाएगी। ये ओवर विकट के सिरे से बारी-बारी दिए जाते हैं। ‘नो-बाल’ तथा ‘वाइड-बाल’ ओवर में नहीं गिने जाएंगे। एक इनिंग में कोई भी बाऊलर लगातार दो ओवर नहीं कर सकता।
ओवर (Over)—एक ओवर में 6 बार गेंद फेंकी जाएगी। यह ओवर विकेट के सिरे पर बारी-बारी दिए जाते हैं। ‘No Ball’ तथा ‘Wide Ball’ ओवर में नहीं गिने जाएंगे। एक इनिंग में कोई भी ‘Bowler’ निरन्तर दो ‘Overs Bowl’ नहीं कर सकता।
मृत बाल (Dead Ball)-गेंद निम्नलिखित दशाओं में मृत गेंद कहलाएगी—
- जब बाऊलर या विकेट कीपर के हाथ में पूरी तरह आ जाए।
- सीमा तक पहुंच जाए या ठप्पा खा जाए।
- खेलने या न खेलने पर बैट्समैन या अम्पायर के कपड़ों में उलझ जाए।
- अम्पायर द्वारा ओवर या ‘समय’ की घोषणा कर दी जाए।
- बैट्समैन के आऊट होने पर।
नो बाल (No Ball)—गेंद करते समय यदि गेंदबाज़ का अगला पैर Bowling Crease से आगे चला जाता है या Return Crease को काटता है तो Umpire, No Ball घोषित कर देगा।
बैट्समैन नो बाल पर हिट लगाकर जितनी भी दौड़ें सम्भव हो, बना सकता है। इस प्रकार बनी दौडों को कुल स्कोर में जमा कर लिया जाएगा। यदि कोई भी दौड न बनी हो तो केवल एक दौड़ ही स्कोर में जोड़ी जाएगी। अम्पायर अपनी एक भुजा फैलाकर ‘नो बाल’ का संकेत देता है।
वाइड बाल (Wide Ball)-यदि बाऊलर गेंद को विकेट से उतनी ऊंचाई पर या चौड़ाई पर फेंकता है कि अम्पायर के विचार में यह बैट्समैन की पहुंच से बाहर है तो वह वाइड बाल की घोषणा कर देता है। वाइड बाल के समय बनने वाली दौड़ों की गिनती वाइड बाल में की जाती है। यदि कोई भी दौड़ न बने तो एक दौड़ बनी समझी जाती है।
बाई या लैग बाई (Bye or Leg Bye)–यदि कोई गेंद, जो न ही नो बाल हो और न ही वाइड बाल हो, प्रहारक (स्ट्राइकर) के बैट या शरीर को बिना स्पर्श किए पास से गुज़र जाए और ‘रन’ बन जाए तो अम्पायर, बाई घोषित करता है परन्तु गेंद प्रहारक के बैट वाले हाथ को छोड़कर शरीर के किसी भाग से छू कर पास से गुज़र जाए और ‘रन’ बन जाए तो अम्पायर लैग-बाई घोषित करेगा।
विकेट का गिरना (The Wicket is done) यदि प्रहारक स्वयं या उसका बैट या गेंद स्टम्प्स के ऊपर एक या दोनों गिल्लियां गिरा दे या प्रहार द्वारा भूमि से उखड़ जाए तो विकेट गिरी मानी जाएगी।
अपने क्षेत्र के बाहर (Out of his Ground) बैट्समैन अपने क्षेत्र से बाहर माना जाएगा जब उसके हाथ के बैट का कुछ भाग या उसका शरीर कल्पित मंज रेखा की पीछे ज़मीन पर न हो।
बैट्समैन की निवृत्ति (Batsman Retirement)-बैट्समैन किसी भी समय घायल या बीमारी की दशा में निवृत्त (Retire) हो सकता है। वह बल्लेबाजी तो कर सकता है परन्तु उसको विपक्षी कप्तान की आज्ञा लेनी पड़ेगी कि किस नम्बर पर बल्लेबाज़ी करे।
बाऊल्ड (Bowled)-जब विकेट गेंद मारकर गिरा दी जाए तो प्रहारक बाऊल्ड माना जाएगा। भले ही गेंद उसके बैट या शरीर के भाग से स्पर्श कर चुकी हो।
पकड़ आऊट (कैच आऊट) (Catch Out)-यदि बैट के प्रहार से, या बैट वाले हाथ से (कलाई से नहीं) लग कर ज़मीन छूने से पहले किसी फील्डर द्वारा गेंद लपक ली जाए तो प्रहारक पकड़ आऊट (कैच आऊट) होगा। यदि गेंद विकेट कीपर के पैडों में भी अटके तो भी बैट्समैन पकड़े आऊट माना जाएगा।
गेंद को हाथ लगाना आऊट (Handle the Ball) यदि खेलते समय कोई बैट्समैन हाथों से गेंद को छू लेता है तो उसे गेंद के साथ हाथ लगाना आऊट माना जाएगा।
गेंद पर दो प्रहार (Hit the Ball twice)-प्रहारक (स्ट्राइकर) गेंद पर ‘दो प्रहार’ आऊट होगा यदि गेंद उसके शरीर के किसी भाग से लगकर रुक जाती या वह उस पर जान-बूझ कर पुनः प्रहार करता है। केवल अपनी विकेट के बचाव के लिए ही प्रहार किया जा सकता है।
विकेट पर प्रहार आऊट (Hit Wicket Out) यदि गेंद खेलते समय प्रहारक (Striker) अपने बैट या शरीर के किसी भाग से विकेट मार गिराता है तो इसे ‘विकेट पर प्रहार’ (हिट विकेट) आऊट माना जाएगा। यदि उसकी विकेट टोपी या हैट गिरने या टूटे हुए बैट के किसी भाग के लगने से गिर जाती है तो भी उसे विकेट पर प्रहार आऊट माना जाएगा।
पगबाधा एल० बी० डब्ल्यू० (L.B.W.)(लैग बिफोर विकेट) या पगबाधा आऊटप्रहारक (Striker) उस समय ‘लैग बिफोर विकेट’ (एल० बी० डब्ल्यू०) आऊट माना जाता है जब गेंद को बल्ले से स्पर्श करने से पहले शरीर के किसी भाग से रोकने का यत्न करता है और अम्पायर के अनुसार गेंद विकेट की सीधी रेखा में है और यदि बैट्समैन इसे अपने शरीर के किसी भाग से न रोकता तो गेंद सीधे विकेट पर ही लगती।
क्षेत्र में बाधा (Obstruction) आऊट-कोई भी बैट्समैन ‘क्षेत्र में बाधा’ आऊट हो सकता है यदि वह जान-बूझ कर किसी फील्डर को गेंद पकड़ने से रोकता है।
स्टम्पड (Stumped) आऊट-प्रहारक (Stricker) उस समय ‘स्टम्पड आऊट’ माना जाता है जब बाऊलर द्वारा बाऊल की गई गेंद को प्राप्त करते समय रन बनाने की स्थिति के अतिरिक्त अपने क्षेत्र से बाहर चला जाए और विकेट कीपर विकेट उखाड़ दे या विकेटों के ऊपर रखी गिल्लियां उतार दे।
रन आऊट (Run Out)–जब कोई बैट्समैन दौड़ते समय या जब गेंद खेल में हो अपने क्षेत्र से बाहर चला जाए और कोई फील्डर गेंद मारकर उसकी विकेट गिरा दे और विकेटों के ऊपर से गेंद लगने से गिल्लियां गिर जाएं तो बैट्समैन को रन आऊट माना जाता है। यदि बैट्समैन एक-दूसरे को पार कर जाए तो उस बैट्समैन को आऊट माना जाएगा जो गिरी हुई विकेट की ओर दौड़ रहा है।
विकेट रक्षक (विकेट कीपर) (Wicket Keeper)-विकेट कीपर सदा विकेटों के पीछे रहेगा जब तक कि बाऊलर द्वारा संक्रमित (फेंकी हुई) गेंद बल्ले या प्रहारक के शरीर पर स्पर्श न कर ले या विकेट पार न चली जाए या प्रहारक रन (दौड़) बनाने की कोशिश न करे, वह गेंद को नहीं पकड़ सकता।
क्षेत्र रक्षक (Fielder) क्षेत्र रक्षक (फील्डर) अपने शरीर के किसी भी भाग से गेंद को रोक सकता है। क्षेत्र रक्षक टोपी या रूमाल से गेंद नहीं रोक सकता। यदि वह जानबूझ कर टोपी या रूमाल से गेंद रोकता है तो बनाए हुए रनों में पांच रन और जमा कर दिए जाएंगे। यदि कोई ‘रन’ न बना हो तो ‘रन’ और दिए जाएंगे।
क्षेत्र, मौसम और प्रकाश (Field, Weather and Light)-मैच शुरू होने से पहले टीमों के कप्तान खेल क्षेत्र, मौसम तथा प्रकाश के उचित होने को निश्चित करने के लिए चुनाव करेंगे। यदि इस विषय में पहले सहमति न हो गई हो। यदि किसी प्रकार की सहमति हुई हो तो उसका फैसला अम्पायर करेंगे।
- टैस्ट मैच (Test Match)-टैस्ट मैच में दोनों टीमों में से प्रत्येक को दो इनिंग Inning खेलने का अवसर मिलता है। टैस्ट मैच 5 दिनों में खेला जाता है।
- एक दिवसीय मैच (One day Match)-एक दिवस के मैच में दोनों टीमों 50-50 ओवरों को बैट करेगी। एक दिवसीय मैच दिन अथवा रात को हो सकता है।
- 20, 20 मैच (20, 20 Match)—यह एक दिवसीय मैच की तरह है इसे 20, 20 ओवर का मैच कहा जाता है क्योंकि दोनों टीम 20, 20 ओवर ही खेलती है। इस में नए नियम हैं जो इस प्रकार है। फ्री-हिट (Free Hit) जब बाउलर बाउलिंग करीज़ पार करके बाल फेंकता है। उसे नो बाल कहा जाता है। इसमें बैटस मैन को फ्री-हिट मिलती है। इस फ्री-हिट में बैटस मैन आऊट नहीं होगा सिर्फ रन आउट होने पर ही आउट माना जाता है।
- बाल आउट (Ball Out)-जब मैच बराबर हो जाता है तो बाल आऊट के द्वारा जीत का फैसला किया जाता है इसमें दोनों टीमों के पांच-पांच खिलाड़ियों को बाल करने का अवसर दिया जाता है। जिसमें कोई बैटस मैन नहीं होता जो टीम अधिक विकट लेती ही जाती मानी जाती है।
- पावर प्ले (Power Play)-क्रिकेट में नए नियम लागू हुए हैं जो इस प्रकार हैं। 50 ओवरों में तीन पावर प्ले 10 ओवर, 5 ओवर और 5 ओवर के होने चाहिए। पहले 10 पावर प्ले खेल के आरम्भ में लेने होते हैं 5-5 Overs बैटिंग और फीलडिंग टीम जब चाहे ले सकते हैं।
अपील (Appeal) अम्पायर किसी बैट्समैन को आऊट नहीं देगा जब तक कि किसी फील्डर द्वारा अपील न की गई हो। यह अपील अगली गेंद फेंकने तथा ‘समय’ पुकारने से पहले होनी चाहिए। अपील करते समय फील्डर अम्पायर से कहते हैं। ‘हाऊ इज़ दिस’ (यह कैसे हुआ) अम्पायर आऊट का निर्णय अपनी निर्देशिका अंगुली उठा कर देता है।
प्रश्न
क्रिकेट के खेल में खिलाड़ियों के फील्ड करने की पोजीशन को चित्र द्वारा प्रकट करें।
उत्तर-
क्षेत्र रक्षक की व्यूह रचना (फील्ड सैटिंग)
(CRICKET FIELD)
प्रायः मैदान में क्षेत्र रक्षक चित्र के अनुसार स्थान ग्रहण करते हैं।
प्रश्न
क्रिकेट खेल के महत्त्वपूर्ण तकनीक लिखें।
उत्तर-
क्रिकेट में बैटिंग निपुणता और तकनीकें
किसी भी हिट को सफलतापूर्वक खेलने के लिए बैट्समैनों को तीन बातों का ध्यान रखना चाहिए। उसे अवश्य ही पहले बाल को ढूंढ़ना चाहिए और तब निरन्तर बाल की ओर ध्यान रखना चाहिए। उसे यह निर्णय देना होता है कि कौन-सी हिट ठीक है। उस हिट को ठीक तरह से खेलने के लिए अपने बदन को छोड़ना चाहिए।
पहले कहने को तो काफ़ी आसान है परन्तु वास्तव में इतना आसान नहीं है। यह बात सोचनी तो आसान है कि तुम बाल की ओर देख रहे हो। यह वास्तव में किसी आ रहे बाल को देखना आसान है बशर्ते कि तुमने अपना मन बनाया हुआ हो। किन्तु पूरी पारी में प्रत्येक बाल की जांच करने की आदत डालनी, सही अर्थों में जांच करनी एक बड़ा कठिन कार्य है। आप ऐसा केवल अपने हाथ के कार्य पर ध्यान केन्द्रित करना सीख कर ही कर सकते हो। यह वास्तव में बड़ा कठिन है, परन्तु यदि तुम इस प्रकार करना सीख लेते हो तो यह तुम्हें क्रिकेट में ही सहायक सिद्ध नहीं होगा बल्कि जीवन में भी।
अच्छी प्रकार निर्णय करना कि किसी विशेष बाल को किस तरह हिट करना है। यह एक प्रकार से अन्तर प्रेरणा का साधन है, या जिसे प्रायः क्रिकेट में ‘बाल सूझ’ कहा जाता है। कारण यह मुख्यतः अनुभव का कार्य है।
खिलाड़ी की स्थिति
खिलाड़ी की आरामदायक, तनावहीन तथा सन्तुलित स्थिति बनी रहनी आवश्यक है। बाल की ठीक परख करना और प्रत्येक स्ट्रोक के लिए पांव की हिल-डुल इस पर ही निर्भर करती है। पांव साधारणतः क्रीज़ की ओर समानान्तर होने चाहिएं और इनके पंजे लक्ष्य की ओर होने चाहिएं।
एक ठीक बैक लिफ्ट’ का बहुत महत्त्व है। बायां बाजू और कलाई को ही समस्त कार्य करना चाहिए और बैट को आसानी से लक्ष्य की ओर, जैसे कि बैट उतरता है।
सिर और बदन बिल्कुल स्थिर होने चाहिएं। उभार के सिरे पर दाईं कुहनी बदन से कुछ पीछे होनी चाहिए और बायां हाथ पैंट की दाईं जेब के बिल्कुल सामने ऊपर की ओर होना चाहिए।
बैट नीचे की ओर इच्छुक हिट की रेखा पर घूमना चाहिए। प्रहार के समय लिफ्ट कुदरती है कि अधिक परिपक्व हो।
सीधे बाल को सामने की सुरक्षा हिट
सामने की हिट सुरक्षा में न केवल बहुमूल्य है, बल्कि सब हिटों का आधार भी है। इसे ठीक ढंग से खेलना लगभग आधा बाल बैटमैन बनने के तुल्य है। उद्देश्य बाल को जितना प्वाइंट के निकट से निकट सम्भव हो सके, खेलने का है।
सिर आगे की ओर बढ़ाते, बायां कूल्हा और कन्धा बाल की रेखा से बाहर रख कर बाल को बैट पर बाएं पांव से कुछ इंच सामने लेना होता है और पांव मिड ऑफ व एक्स्ट्रा कवर के बीच की सेध में होना चाहिए। बदन का बोझ मुड़े हुए बाएं घुटने से बिल्कुल सामने की ओर हो।
बाल की समस्त मार्ग परख करो। इस तरह करने के लिए तुम्हें अपना सिर जहां तक हो सके, सन्तुलन में रखना चाहिए। सिर ऊपर उठाने का लोभ कम करो।
हिट में नियन्त्रण आवश्यक है-यदि तुम मज़बूत हिट मारना चाहते हो तो तुम्हारी हिट घूमने की अपेक्षा अधिक अच्छी लम्बी हो सकती है।
बाल को साफ़-साफ़ व आसान ढंग से हिट करने के लिए उसे सीमा (बाऊंडरी) की ओर फेंकने की अपेक्षा मैदान में फेंकना चाहिए।
यदि बाल काफ़ी दूर ऊपर है तो हिट एक ही लम्बे कदम से भरी जा सकती है, मगर तुम्हें पिच पर कम गति, तेज़ व अधूरे (Shorter) बाल को खेलने के लिए पांव का प्रयोग करना भी सीखना चाहिए।
आफ़ ड्राइव में सबसे आवश्यक बात यह है कि सिर, बायां कन्धा और कमर बाल की रेखा पर होने चाहिएं। यदि वह ठीक दिशा में होंगे तो बायां पांव अपने आप ही ठीक दिशा में काम करेगा। पहुंच से बाहर बाल और साधारण बाल को प्राप्त करने के लिए बाएं कन्धे की पीठ गेंद करने वाले की ओर होनी चाहिए और आफ़ साइड की ओर हिट का लक्ष्य होना चाहिए। वास्तव में अपनी नीचे की ओर गति फाइन लैग की रेखा से आरम्भ करेगा। जहां तक सम्भव हो सके बैट का पूरा भाग हिट की रेखा द्वारा घूमना चाहिए।
युवकों में आन ड्राइव की योग्यता बहुत ही कम है, मगर यदि वह इसे हासिल कर लें तो अपने रन बनाने की सामर्थ्य को काफ़ी बढ़ा सकते हैं।
इससे पहली हरकत बाएं कन्धे को हल्का-सा नीचे रखना है। इस प्रकार बाएं पांव और सन्तुलन रेखा को ठीक रखने, सिर को आगे की ओर करके बाल की रेखा पर आने की सहायता मिलेगी। बायां पांव रेखा से हल्का-सा दूर होगा।
बैट्समैन को हिट का निशाना लेना चाहिए और अन्तिम बैट की चौड़ाई की ओर से नीचे घूमना चाहिए। बैट्समैन को अपनी आन ड्राइवस दाएं हाथ और दाएं कन्धे से अधिक काम लेने की रुचि को दृढ़ता से कम करना होगा। उसे अपने बाएं कूल्हे को भी दूर होने की आज्ञा नहीं देनी चाहिए।
जब तक एक बैट्समैन बाल के आकर्षण की अच्छी तरह पड़ताल नहीं कर लेता तो उसे बैक स्ट्रोक से ही खेलना चाहिए और इस प्रकार उसे बाल के आकर्षण के पश्चात् जांच करने का समय भी मिलेगा। हल्की बाल और अधिक कठिन विकट में उसे अवश्य ही बैक स्ट्रोक पर निर्भर करना चाहिए।
दायां पांव क्रीज़ की ओर पंजा समानान्तर रहते बाल की रेखा के भीतर और पीछे की ओर अच्छी तरह हिल-डुल कर सकता है। बदन का बोझ इस पांव पर बदली किया जा सकता है परन्तु सिर आगे की ओर झुका हुआ होना चाहिए। बाएं पांव पर होते हुए एक सन्तुलनीय-सा कार्य करता है।
बाल दृष्टि से कुछ नीचे मिलना चाहिए जोकि जितना सम्भव स्तर हो सके होना चाहिए क्योंकि वह बाल को नीचे पिच की ओर झांकती है। हिट पर नियन्त्रण बाएं हाथ से बाजू की ओर से कोहनी ऊपर उठा कर किया जाता है। दायां हाथ अंगूठे पर अंगुलियों की पकड़ में आरामदायक होता है। बदन को जितना सम्भव हो सके साइडों की ओर रखना चाहिए।
समतल बैट स्ट्रोक
एक लड़का जब तक सीधी हिट नहीं मारना सीखता तब तक बैट्समैन नहीं बनता परन्तु उसे पूरे भाव से अनुचित बाल से खेलने का ढंग भी होना चाहिए। यह बात विशेष तौर पर लम्बे टिप्पों और पूर्ण उछाल में वास्तविक लगती है और विशेषतः जूनियर क्रिकेट में चौके मारने के उत्तम अवसर प्रदान करती है।
ये हिटें अधिक आसान होती हैं क्योंकि ये सीधी बैट हिटों से अधिक प्राकृतिक होती हैं, परन्तु इनको दृढ़ता से खेलने के लिए तुम्हें चतुराई से खेलने का ढंग सीखना चाहिए।
पिछले पांव का स्कवेयर कट
बाल रेखा और प्वाइंट पर सामने से या पीछे मिले बाल से निपटने के लिए दायां पांव दाएं कूल्हे के आर-पार घूमता है। तब कलाइयों और हाथों को एक ऊंची बैक लिफ्ट से नीचे घुमाया जाता है और सिर व बदन, झुके हुए दाएं घुटने और स्ट्रोक रेखा में घूमता है।
लेट कट
यह हिट भी ऊपरी हिट जैसी ही है, सिवाय इसके कि यह बाएं कन्धे के अधिक घुमाव से आरम्भ होती है और दायां पांव थर्ड स्लिप की ओर से पंजे की ओर भूमि पर होता है। बाल विकटों की सतह के बराबर मिलता है और कलाई आगे बढ़ाते बैट्समैन इसे गुल्ली या स्लिप की दिशा में हिट करता है।
इन दोनों कट्स में बायां पांव पंजे पर विश्राम अवस्था में रहता है और बोझ झुके हुए दाएं घुटने पर पूरी तरह रहता है।
PSEB 10th Class Physical Education Practical क्रिकेट (Cricket)
प्रश्न 1.
क्रिकेट के खेल में एक टीम में कितने खिलाड़ी होते हैं ?
उत्तर-
11 खिलाड़ी भाग लेते हैं तथा 5 अतिरिक्त (Substitute) खिलाड़ी होते हैं
प्रश्न 2.
क्रिकेट की गेंद का भार तथा परिधि कितनी होती है ?
उत्तर-
गेंद का भार 155.9 ग्राम (\(5 \frac{1}{2}\) औंस) से 163 ग्राम (\(5 \frac{3}{4}\) औंस) तक तथा परिधि 22.4 सेमी० (\(3 \frac{13}{16}\)) 22.9 सेमी० (9”) तक होती है।
प्रश्न 3.
क्रिकेट के खेल में अधिकारियों की संख्या कितनी होती है ?
उत्तर-
- अम्पायर-2
- स्कोरर-2
प्रश्न 4.
क्रिकेट के बैट की लम्बाई तथा चौड़ाई कितनी होती है ?
उत्तर-
लम्बाई 96.5 सेमी० तथा अधिक-से-अधिक चौड़ाई 10.8 सेमी० होती है।
प्रश्न 5.
विकटों की एक स्टम्प से दूसरी स्टम्प तक दूरी कितनी होती है ?
उत्तर-
20.12 मीटर या 22 गज।
प्रश्न 6.
डैड बाल से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर-
डैड बाल (Dead Ball)
- जब गेंद बाऊलर या विकेट कीपर ने ठीक तरह से पकड़ लिया हो।
- जब वह सीमा तक पहुंच जाये या ठप्पा खा जाए।
- वह खेले या बिना खेले या अम्पायर या बैट्समैन के कपड़ों से उलझ जाए।
- बैट्समैन आऊट हो जाये।
- गेंद फेंकने वाले के गेंद फिर प्राप्त करने के ऊपर अम्पायर खेल को यदि रोकना चाहे।
- अम्पायर द्वारा समय या ओवर की घोषणा करने पर।
नोट-बाऊलर को गेंद फेंकने की क्रिया या दौड़ शुरू करते ही गेंद डैड नहीं रहेगा।
प्रश्न 7.
क्रिकेट में ओवर से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
ओवर (Over)-प्रायः एक ओवर में 6 बार गेंदें खेली जाती हैं, यदि पहले निश्चित कर लिया जाए तो ओवर में आठ गेंदें भी खेली जा सकती हैं। यदि नो बाल या वाइड बाल हो जाये तो ओवर में एक गेंद और फेंकने की वृद्धि की जाती है। जितने नो बाल उस ओवर में होंगे उतने और गेंद फेंके जाते हैं। यदि अम्पायर से ओवर के बालों की गिनती में भूल हो जाती है तो अम्पायर द्वारा गिना गया ओवर ही माना जायेगा।
भारत में एक ओवर छ: गेंदों का होता है जबकि ऑस्ट्रेलिया में आठ गेंदें होती थीं।
प्रश्न 8.
निम्नलिखित से आप क्या समझते हैंस्टम्पड, बोल्ड, विकेट पर चोट, गेंद को हाथ लगाना, गेंद पर दो चोंटे, रन आऊट, पगबाधा (LBW), नो बाल, वाइड बाल, बाई और लैग बाई।
उत्तर-
- स्टम्पड (Stumped)-बैट्समैन के हाथ का बैट या उसका पांव मानी गई भंज-रेखा के पीछे पृथ्वी पर न हो तो वह क्षेत्र से बाहर माना जाता है। यदि विकेट कीपर गेंद विकेट को लगाकर गिल्ली उड़ा दे तो बैट्समैन स्टम्पड आऊट होगा।
- बोल्ड (Bowled)-बाऊलर यदि गेंद फेंक कर विकेट गिरा दे तो बैट्समैन Bowled out कहलाता है, चाहे गेंद पहले उसके पैर या शरीर को छू चुकी हो।
- विकेट पर चोट (Hit wicket)-विकेट पर चोट खेलते हुए चाहे बैट्समैन के बैट या शरीर के किसी भी भाग को छू कर यदि विकेट या इस पर रखी गिल्ली (Bail) गिर जाए तो वह बैट्समैन आऊट समझा जाएगा।
- गेंद को हाथ लगाना (Handled the ball) यदि बैट्समैन खेलता हुआ गेंद को छू ले तो वह आऊट माना जाएगा।
- गेंद पर दो चोटें (Hit the Ball twice)-गेंद पर चोट लगाते समय यदि गेंद पर चोट लगाने वाले के शरीर के किसी भी भाग पर लगे या रुक जाए और वह उस पर जानबूझ कर फिर चोट लगाए तो वह गेंद पर चोट वाला आऊट हो जाता है। परन्तु एक शर्त है कि ऐसा विकट के बचाव के लिए न किया गया हो।
- रन आऊट (Run out)-जिस समय गेंद मैदान में हो और बैट्समैन भागते हुए अपने क्षेत्र से बहार चला जाए और विरोधी टीम का खिलाड़ी उसकी विकेट गिरा दे तो बैट्समैन रन आऊट हो जाता है।
- पगबाधा (LBW)–एक बैट्समैन पगबाधा (LBW) आऊट हो जाता है जबकि उसके शरीर का भी कोई भाग सिवाए हाथ के दोनों विकटों के बिल्कुल सामने हो क्योंकि अम्पायर के विचार में यदि ऐसा न होता तो गेंद सीधा विकटों में लगता है।
- नो बाल (No Ball)-जब गेंदबाज का गेंद फेंकते समय एक पैर पॉपिंग क्रीज़ से पीछे और रिटर्न क्रीज़ के मध्य में हो तथा दोनों में से किसी एक को छू रहा हो या उसके ऊपर टिका हो तो नो बाल हो जाता है। नो बाल की एक दौड़ होती है। यदि नो बाल पर बैट्समैन हिट करके कुछ दौड़ें बना ले तो वे दौड़ें बैट्समैन के खाते में जमा होंगी। अम्पायर अपनी एक भुजा फैलाकर नो बाल का संकेत करता है।
- वाइड बाल (Wide Ball)–यदि गेंद इतनी ऊंचा या बाहर फेंकी जाए कि वह बैट्समैन की पहुंच से बाहर हो तो उसे वाइड बाल कहते हैं। जो दौड़ें बाल के समय बनें, उन्हें वाइड बाल में गिना जाता है। यदि कोई भी दौड़ न बने तो वह एक दौड़ बनी समझी जाती है। वाइड बाल का संकेत अम्पायर अपनी दोनों भुजाएं फैला कर करता है।
- बाई और लैग बाई (Bye and Leg Bye)–यदि गेंद स्ट्राइक लेने वाले ‘बैट्समैन’ के पास से गुज़र जाए तो इसके साथ जितनी दौड़ें बनें उन्हें ‘बाई’ कहते हैं परन्तु नो बाल या वाइड बाल नहीं होना चाहिए। यदि गेंद उसके बैट वाले हाथ को छोड़ शरीर के किसी दूसरे अंग के साथ छू कर दूर चला जाता है और इतनी देर में कोई दौड़ बन जाए उसे लैग बाई कहते हैं।
प्रश्न 9.
निम्नलिखित से क्या अभिप्राय है
(1) अनिवार्य ओवर
(2) एक दिवसीय मैच।
उत्तर-
- अनिवार्य ओवर (Mandatory Over)-मैच समाप्ति के एक घण्टा पहले निर्णायक अनिवार्य ओवर का संकेत देगा। उसके बाद खेल 20 ओवरों तक और खेला जाता है। प्रत्येक ओवर में 6 गेंदें खेली जाती हैं। यदि मैच अनिर्णित प्रतीत हो तो इन 20 ओवरों से पहले भी खेल स्थगित की जा सकती है।
- एक दिवसीय मैच-राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर एक दिवसीय टेस्ट मैच होता है जिसमें दोनों टीमें 40-40 या 50-50 ओवर खेलती हैं। जो टीम अधिक रन बनाती है वह जीत जाती है।