Punjab State Board PSEB 11th Class Economics Book Solutions Chapter 6 कीमत मांग की लोच Textbook Exercise Questions, and Answers.
PSEB Solutions for Class 11 Economics Chapter 6 कीमत मांग की लोच
PSEB 11th Class Economics कीमत मांग की लोच Textbook Questions and Answers
I. वस्तुनिष्ठ प्रश्न (Objective Type Questions)
प्रश्न 1.
माँग की कीमत लोच से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
वस्तु की कीमत में परिवर्तन के फलस्वरूप उसकी माँग में आने वाले परिवर्तन के अनुपात को माँग की कीमत लोच कहते हैं।
अथवा
कीमत में होने वाले प्रतिशत परिवर्तन तथा माँग में होने वाले प्रतिशत परिवर्तन के माप को माँग की कीमत लोच कहते हैं।
प्रश्न 2.
माँग की लोच से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
माँग को प्रभावित करने वाले संख्यात्मक तत्वों में परिवर्तन के फलस्वरूप माँग की मात्रा में आने वाले परिवर्तन के माप को माँग की लोच कहते हैं।
प्रश्न 3.
कीमत माँग की लोच इकाई के बराबर कब होती है ?
उत्तर-
जब माँग तथा कीमत में समान अनुपात से परिवर्तन होता है।
प्रश्न 4.
पूर्णतः लोचदार माँग से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
पूर्णतः लोचदार माँग में प्रचलित कीमतों पर माँग अनन्त होती है।
प्रश्न 5.
पूर्णतः लोचदार माँग वक्र बनाएँ।
उत्तर-
प्रश्न 6.
पूर्णतः बेलोचदार माँग से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
पूर्णतः बेलोचदार माँग में कीमत में परिवर्तन होने पर माँग में कोई परिवर्तन नहीं होता।
प्रश्न 7.
पूर्णतः बेलोचदार माँग वक्र बनाएँ।
उत्तर-
प्रश्न 8.
पूर्णतः लोचदार माँग कब होती है ?
उत्तर-
पूर्ण प्रतियोगिता की स्थिति में एक फ़र्म की माँग पूर्णतः लोचदार होती है।
प्रश्न 9.
इकाई लोचदार माँग से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
कीमत में होने वाले प्रतिशत परिवर्तन के बराबर माँग में प्रतिशत परिवर्तन हो तो इस स्थिति को इकाई लोचदार माँग कहते हैं।
प्रश्न 10.
जिन वस्तुओं की हम को आदत पड़ जाती है, उन वस्तुओं की लोच कैसी होती है ?
उत्तर-
इन वस्तुओं की माँग की लोच इकाई से कम होती है।
प्रश्न 11.
माँग की कीमत लोच के माप के सूत्रों के नाम लिखो।
उत्तर-
- आनुपातिक विधि
- कुल व्यय विधि
- ज्यामितिक विधि अथवा बिंदु लोच विधि।
प्रश्न 12.
आनुपातिक विधि का सूत्र लिखें।
उत्तर-
\(\Sigma d=(-) \frac{\mathrm{P}}{\mathrm{Q}} \times \frac{\Delta \mathrm{Q}}{\Delta \mathrm{P}}\)
प्रश्न 13.
किसी वस्तु की कीमत ₹ 10 से बढ़कर ₹ 20 हो जाती है, परन्तु उस वस्तु की माँग में कोई परिवर्तन नहीं होता, तो इस वस्तु की माँग की लोच किस प्रकार की है ?
उत्तर-
माँग की लोच इकाई से कम है (Σd < 1).
प्रश्न 14.
कीमत मांग की लोच (ed) = ………..
उत्तर-
कीमत मांग की लोच (ed) = (-) \(\frac{\Delta D}{\Delta P} \times \frac{P}{D}\)
प्रश्न 15.
प्रतिशत विधि अनुसार कीमत मांग की लोच (ed) = ……
उत्तर-
प्रश्न 16.
वस्तु की मांग तथा कीमत में होने वाले आनुपातिक परिवर्तन को आय मांग की लोच कहते हैं।
उत्तर-
ग़लत।
प्रश्न 17.
कीमत में परिवर्तन होने पर मांग में उन्नत परिवर्तन हो जाता है तो इस को ……………. कहते है।
(a) पूर्ण लोचदार मांग
(b) पूर्ण बेलोचदार मांग
(c) इकाई लोचदार मांग
(d) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर-
(a) पूर्ण लोचदार मांग।
प्रश्न 18.
कीमत में परिवर्तन होने से मांग में कोई परिवर्तन नहीं होता तो इसको ……… कहते हैं।
(a) पूर्ण लोचदार मांग
(b) पूर्ण बेलोचदार मांग
(c) इकाई से कम लोचदार मांग
(d) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर-
(b) पूर्ण बेलोचदार मांग।
प्रश्न 19.
कीमत में होने वाले प्रतिशत परिवर्तन के बराबर मांग में प्रतिशत परिवर्तन हो तो इस को …… कहते हैं।
(a) पूर्ण लोचदार मांग
(b) इकाई से अधिक लोचदार मांग
(c) इकाई से कम लोचदार मांग
(d) इकाई लोचदार मांग।
उत्तर-
(d) इकाई लोचदार मांग।
प्रश्न 20.
कीमत में होने वाले प्रतिशत परिवर्तन की अपेक्षा मांग में प्रतिशत परिवर्तन अधिक होता है तो इसको …….. कहते हैं।
(a) इकाई से अधिक लोचदार मांग
(b) पूर्ण लोचदार मांग
(c) इकाई से कम लोचदार मांग
(d) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर-
(a) इकाई से अधिक लोचदार मांग।
प्रश्न 21.
कीमत में वृद्धि तथा कमी होने पर मांग में कोई परिवर्तन नहीं होता तो इसको शून्य मांग की कीमत लोच कहते हैं।
उत्तर-
सही।
प्रश्न 22.
जब वस्तु की कीमत में थोड़ी सी वृद्धि होने पर उसकी मांग शून्य हो जाती है तो इसको इकाई मांग की लोच कहा जाता है।
उत्तर-
गलत।
प्रश्न 23.
वस्तु की कीमत लोच वह माप है जो वस्तु की कीमत में होने वाले % परिवर्तन के फलस्वरूप मांग में होने वाले % परिवर्तन को प्रकट करता है।
उत्तर-
सही।
प्रश्न 24.
किसी वस्तु की मांग के विभिन्न तत्वों में से किसी में भी % परिवर्तन होने के फलस्वरूप वस्तु की मांग में होने वाले % परिवर्तन को कीमत मांग की लोच कहा जाता है।
उत्तर-
ग़लत।
प्रश्न 25.
किसी वस्तु की मांग के विभिन्न तत्वों में से किसी में भी प्रतिशत परिवर्तन होने के फलस्वरूप वस्तु की मांग में होने वाले प्रतिशत परिवर्तन को मांग की लोच कहा जाता है।
उत्तर-
सही।
प्रश्न 26.
उत्तर-
कीमत मांग की लोच। ।
प्रश्न 27.
किसी वस्तु की कीमत में 50% परिवर्तन होने से मांग में 25% परिवर्तन हो जाता है। कीमत मांग की लोच ज्ञात करें।
उत्तर-
= \(\frac{25 \%}{50 \%}=\frac{1}{2}\)
∴ Ed < 1
II. अति लघु उत्तरीय प्रश्न (Very Short Answer Type Questions)
प्रश्न 1.
कीमत मांग की लोच का अर्थ बताओ।
उत्तर-
कीमत मांग की लोच, कीमत में होने वाले प्रतिशत परिवर्तन तथा मांग में होने वाले प्रतिशत परिवर्तन का अनुपात होता है। मांग की लोच में कीमत तथा मांग के बीच वाले सम्बन्ध का अध्ययन किया जाता है। जब किसी वस्तु की कीमत में परिवर्तन होता है तो मांग जिस दर पर परिवर्तित होती है, उस दर को मांग की लोच कहा जाता है।
प्रश्न 2.
पूर्ण लोचशील मांग से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
पूर्ण लोचशील मांग-जब कीमत में कोई परिवर्तन नहीं होता, परन्तु मांग में परिवर्तन बहुत अधिक होता है अर्थात् मांग असीमित गुणा बढ़ जाती है अथवा कई गुणा कम हो जाती है तो इस स्थिति में मांग को पूर्ण लोचशील कहा जाता है। रेखाचित्र 3 में कीमत OP रहती है, जिस पर मांग शून्य की जाती है अथवा OM अथवा OM1 की जाती है अर्थात् इस कीमत पर मांग में कई गुणा (α) वृद्धि हो जाती है। इसको पूर्ण लोचशील मांग कहा जाता है।
प्रश्न 3.
अधिक लोचशील मांग का अर्थ स्पष्ट करो।
उत्तर-
किसी वस्तु की मांग को अधिक लोचशील कहा जाता है, जब कीमत में थोड़ा-सा परिवर्तन होता है, परन्तु मांग में परिवर्तन बहुत अधिक हो जाता है। जैसे कि कीमत में परिवर्तन 1% होता है तथा मांग में परिवर्तन 5% हो जाए तो इसको अधिक लोचशील मांग कहा जाता है। रेखाचित्र में इकाई के समान लोचशील मांग दिखाई गई है।
प्रश्न 4.
पूर्ण अलोचशील मांग से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
मांग की लोच को पूर्ण अलोचशील कहा जाता है, जब कीमत में परिवर्तन जितना मर्जी हो जाए, परन्तु मांग में कोई परिवर्तन न हो। जब कीमत शून्य (0) होती है तो भी मांग उतनी ही की जाती है तथा कीमत के बढ़ने से मांग समान रहती है। इसको पूर्ण अलोचशील मांग कहते हैं।
प्रश्न 5.
प्रतिशत विधि द्वारा मांग की लोच का मापने का सूत्र बताएं।
उत्तर-
प्रतिशत विधि द्वारा मांग की लोच का निम्नलिखित सूत्र द्वारा माप किया जाता हैकीमत मांग की लोच (Ed) =- \(\left(\frac{\Delta Q}{\Delta P} \times \frac{P}{Q}\right)\)
प्रश्न 6.
एक उपभोगी ₹ 5 प्रति इकाई कीमत पर वस्तु की 20 इकाइयों की मांग करता है, जब कीमत में 50% कमी हो जाती है, तो मांग बढ़ कर 40 इकाइयां हो जाती हैं। कीमत मांग की लोच ज्ञात करें।
उत्तर-
मौलिक मांग = 20
इकाइयां कीमत कम होने पर मांग = 40 इकाइयां
कीमत कम होने पर मांग में परिवर्तन = 40 – 20 = 20 इकाइयां
20 इकाइयों पर वृद्धि = 20
1 इकाई पर वृद्धि = \(\frac{20}{20}\)
100 इकाइयों पर वृद्धि = \(\frac{20}{20} \times 100\) = 100%
Ed => 1.
प्रश्न 7.
कीमत मांग की लोच 2 है कीमत में प्रतिशत परिवर्तन 10% है मांग की मात्रा में परिवर्तन ज्ञात करें।
उत्तर-
∴ मांग में प्रतिशत परिवर्तन = 2 × = 10% = 20% उत्तर
III. लघु उत्तरीय प्रश्न (Short Answer Type Questions)
प्रश्न 1.
कीमत मांग की लोच के महत्त्व को स्पष्ट करो। (Explain the Importance of Elasticity of Demand.)
उत्तर-
कीमत मांग की लोच के महत्त्व को निम्नलिखित अनुसार स्पष्ट किया जा सकता है-
- कर नीति-वित्त मंत्री कर नीति निश्चित करते समय उस वस्तु की मांग की लोच को ध्यान में रखते हैं। जिस वस्तु की मांग की लोच इकाई से कम होगी, उस वस्तु पर कर की मात्रा कम लगाई जाती है।
- जनतक सेवाएं-जो वस्तुएं राष्ट्र के लोगों के लिए अनिवार्य होती हैं, उनकी मांग की लोच इकाई से कम होती है। जैसे कि पानी, बिजली, खाना बनाने वाली गैस इत्यादि वस्तुओं की कीमतें कम निश्चित की जाती हैं, क्योंकि यह वस्तुएं लोगों की भलाई में वृद्धि करती हैं। यदि जनतक सेवाओं की कीमत बहुत अधिक बढ़ा दी जाती है तो मांग में ज्यादा कमी नहीं होती।
- उत्पादन के साधनों का मेहनताना-मांग की लोच उत्पादन के साधनों को दिए जाने वाले मुआवजे की मात्रा निश्चित करने में भी सहायक होती है। यदि किसी उद्योग में मशीनों का प्रयोग नहीं किया जा सकता, ऐसी स्थिति में मज़दूरों का महत्त्व अधिक होगा। मजदूरों की मांग लोच इकाई से कम होगी, इस कारण उद्यमी मज़दूरों को अधिक मज़दूरी देने के लिए तैयार होंगे।
- अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार में महत्त्व-मांग की लोच द्वारा विभिन्न राष्ट्रों के बीच अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार की शर्ते निश्चित की जाती हैं, जैसे कि दुनिया में अरब के देशों में पेट्रोल प्राप्त होता है। यह देश-विदेशों को पेट्रोल अथवा मिट्टी का तेल निर्यात करते हैं। एकाधिकार होने के कारण तेल तथा पेट्रोल की मनमानी कीमत ली जाती है। इन वस्तुओं की मांग की लोच इकाई से कम होती है।
प्रश्न 2.
मांग की लोच का माप करने के लिए आनुपातिक विधि की व्याख्या करो।
उत्तर-
आनुपातिक विधि-मांग की लोच का माप करने के लिए इस विधि का निर्माण मार्शल (Marshal) द्वारा किया गया था। उन्होंने मांग की लोच का माप करने के लिए निम्नलिखित सूत्र दिया-
यहां ΔQ = 1; Q = 4, ΔP = -2, P=4
E = Ed = \(\frac{\frac{-1}{4}}{\frac{-2}{4}}=\frac{-1}{4} \times \frac{4}{-2}=\frac{1}{2} \mathrm{Ed}<1\)
जहां जवाब एक से कम बचता है तो मांग की लोच इकाई से कम होती है। यदि जवाब एक बचता हो तो मांग की लोच इकाई के समान तथा यदि एक से अधिक बचता हो तो मांग की लोच इकाई से अधिक होगी।
प्रश्न 3.
रेखाचित्र की सहायता से मांग की मान्यताओं को स्पष्ट करो।
उत्तर-
रेखाचित्र 6 अनुसार, मांग की मान्यताएं निम्नलिखित हैं :
1. पूर्ण लोचशील मांग-मांग पूर्ण लोचशील होती है, जब कीमत में कोई परिवर्तन नहीं होता, परन्तु मांग बहुत अधिक अथवा कम हो जाती है। इस स्थिति में मांग की लोच (Ed = α) अनन्त होती है, जैसे DD1 द्वारा दिखाया है।
2. अधिक लोचशील मांग-कीमत में कम परिवर्तन होता है, परन्तु मांग में अधिक मात्रा में परिवर्तन हो जाता है तो इसको अधिक लोचशील मांग (Ed > 1) कहा जाता है, जैसे D2 द्वारा दिखाया है।
3. इकाई लोचशील मांग-कीमत में परिवर्तन तथा मांग में परिवर्तन एक समान होता है तो मांग की लोच इकाई के समान (Ed = 1) होती है, जैसे D3 द्वारा दिखाया है।
4. कम लोचशील मांग-कीमत में अधिक परिवर्तन होने के साथ-साथ मांग में कम दर पर परिवर्तन होता है तो मांग की लोच (Ed < 1) इकाई से कम होती है, जैसे D4 द्वारा दिखाया है।
5. पूर्ण अलोचशील मांग-कीमत में परिवर्तन होने के साथ मांग में कोई परिवर्तन न हो तो मांग पूर्ण बेलोचशील (Ed = 0) होती है। जैसे D5 द्वारा दिखाया है।
प्रश्न 4.
कीमत मांग की लोच
(a) शून्य (0)
(b) इकाई (1)
(c) अनन्त (α) को रेखाचित्रों द्वारा स्पष्ट करो।
उत्तर
- रेखाचित्र 7 (a) में मांग पूर्ण अलोचशील है। इसलिए Ed = 0
- रेखाचित्र 7 (b) में मांग रैकटेंगुलर हाइपर बोला है। इसके प्रत्येक बिन्दु पर Ed = 1 होती है।
- रेखाचित्र 7 (c) में मांग पूर्ण अलोचशील है, इसलिए मांग की लोच (Ed = α) अनन्त होगी।
प्रश्न 5.
जब दो मांग वक्र एक-दूसरे को काटते हैं तो काटने वाले बिन्दु पर जो मांग वक्र अधिक चपटी होगी, उतनी ही उस वक्र पर मांग की लोच अधिक होगी। रेखाचित्र द्वारा स्पष्ट करो।
उत्तर-
जब दो मांग वक्र D1D1 तथा D2D2 एक दूसरे को A बिन्दु पर काटते हैं तो OP कीमत पर मांग OQ हो जाती है। अब मान लो कीमत PP1 कम हो जाती है तो इस कीमत पर D1D1 द्वारा मांग OQ1 हो जाती है, जबकि D2D2 पर मांग OQ2 की जाती है :
D1D1 पर मांग की लोच –
Ed = \(\frac{\frac{\mathrm{QQ}_{1}}{\mathrm{OQ}}}{\frac{\mathrm{PP}_{1}}{\mathrm{OP}}}\)
D2D2 पर मांग की लोच
Ed = \(\frac{\frac{\mathrm{QQ}_{2}}{\mathrm{OQ}}}{\frac{\mathrm{PP}_{1}}{\mathrm{OP}}}\)
कीमत में परिवर्तन PP1 मौलिक कीमत OP1 मौलिक मांग OQ दोनों स्थितियों में समान है, परन्तु मांग में परिवर्तन QQ2 जोकि D2D 2 पर है, QQ1 के परिवर्तन से अधिक है। इसलिए D2D2, पर D1D1 से मांग की लोच अधिक है। स्पष्ट है कि जो मांग वक्र चपटी होगी, उस पर मांग की लोच अधिक होगी।
IV. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (Long Answer Type Questions)
प्रश्न 1.
कीमत मांग की लोच से क्या अभिप्राय है ? कीमत मांग की लोच के माप की प्रतिशत विधि माप स्पष्ट करो ।
उत्तर-
कीमत मांग की लोच (Price Elasticity of Demand)-प्रो० मार्शल अनुसार, “कीमत मांग की लोच, कीमत में होने वाले प्रतिशत परिवर्तन तथा मांग में होने वाले प्रतिशत परिवर्तन की अनुपात होती है।” (“Price Elasticity of Demand is the ratio of percentage change in quantity demanded to a percentage change in Price.” – Marshall)
मांग की लोच से यह ज्ञात होता है कि वस्तु की प्रतिशत कीमत बढ़ने से मांग में कितने प्रतिशत कमी होगी। मांग की लोच से परिवर्तन की दर का पता चलता है, जबकि मांग का नियम कीमत तथा मांग की दिशा का ज्ञान होता है।
कीमत मांग की लोच का माप (Measurement of Price Elasticity of Demand)-मांग की लोच के माप की प्रतिशत विधि इस प्रकार है –
प्रतिशत विधि (Percentage Method)
अथवा
आनुपातिक विधि (Proportionate Method)-मांग की लोच का माप प्रतिशत अथवा आनुपातिक विधि द्वारा किया जा सकता है। इसको स्पष्ट करने के लिए मार्शल ने निम्नलिखित सूत्र का प्रयोग किया।
= (-) \(\frac{\Delta \mathrm{Q}}{\mathrm{Q}} \times \frac{\mathrm{P}}{\Delta \mathrm{P}}=(-) \frac{\Delta \mathrm{Q}}{\Delta \mathrm{P}} \times \frac{\mathrm{P}}{\mathrm{Q}}\)
उदाहरणस्वरूप :
इसमें
ΔQ = 4-3 = 1 Q = 4 .
ΔP = 4-8 = -4
P = 4
Ed = –\( \) ==
मांग की लोच इकाई से कम है।
आवश्यक नोट-मांग की लोच के सूत्र के आगे (-) चिह्न लगाया जाता है। इसका कारण यह होता है कि कीमत अथवा मांग में से एक मद ऋणात्मक होती है। जब आगे ऋणात्मक चिह्न लगाया जाता है तो मांग की लोच धनात्मक हो जाती है।
प्रश्न 2.
मांग की कीमत लोच का अर्थ बताओ। कीमत मांग की लोच की मात्राएं स्पष्ट करो।
(Explain the meaning of Elasticity of demand. Discuss the degrees of Elasticity of demand.)
उत्तर-
मांग की लोच (Elasticity of Demand) परिभाषाएं- प्रो० मार्शल के अनुसार, “कीमत मांग की लोच, कीमत में होने वाले प्रतिशत परिवर्तन तथा मांग में होने वाले प्रतिशत परिवर्तन का अनुपात होता है।” (“Price Elasticity of Demand is the ratio or percentage change into quantity demanded to a percentage change in price.” – Marshall)
बोल्डिंग के अनुसार, “मांग की लोच वस्तु की कीमत में परिवर्तन के फलस्वरूप मांग में होने वाले परिवर्तन का अनुपात होता है।” इन परिभाषाओं के अध्ययन से हम यह कह सकते हैं कि कीमत मांग की लोच के अधीन कीमत तथा मांग में मात्रा वाले सम्बन्धों का अध्ययन किया जाता है। कीमत में परिवर्तन के कारण मांग में जिस दर से परिवर्तन होता है, उस दर को कीमत मांग की लोच कहा जाता है।
कीमत मांग की लोच की मात्राएं (Degrees of Price Elasticity of Demand)-मांग की लोच की पूर्ण लोचशील मांग पाँच मात्राएं होती हैं :
1. पूर्ण लोचशील मांग-जब कीमत में कोई परिवर्तन नहीं होता, परन्तु मांग में परिवर्तन बहुत अधिक होता है अर्थात् मांग असीमित गुणा बढ़ जाती है अथवा कई गुणा कम हो जाती है तो इस स्थिति में मांग को पूर्ण लोचशील कहा जाता है।
रेखाचित्र 9 में कीमत OP रहती है, जिस पर मांग शून्य की जाती है अथवा OM अथवा OM1 की जाती है अर्थात् इस कीमत पर मांग में कई गुणा (α) वृद्धि हो जाती है। इसको पूर्ण लोचशील मांग कहा जाता है।
2. पूर्ण बेलोचशील मांग-मांग को पूर्ण बेलोचशील कहा जाता है, जब कीमत बहुत अधिक कम हो जाती है अथवा बहुत अधिक बढ़ जाती है, परन्तु वस्तु की मांग में कोई परिवर्तन नहीं होता। रेखाचित्र 10 में दिखाया है कि मांग रेखा DM पूर्ण बेलोचशील है अर्थात् जब कीमत OP से बढ़कर OP1 अथवा घटकर OP2 होती है तो मांग OM में कोई परिवर्तन नहीं होता। इस स्थिति को पूर्ण बेलोचशील मांग कहा जाता है तथा कीमत मांग की लोच शून्य (Zero) होती
3. अधिक लोचशील मांग-जब कीमत में थोड़ेसे परिवर्तन से मांग में परिवर्तन अधिक दर पर होता है तो इसको अधिक लोचशील मांग कहा जाता है। उदाहरण स्वरूप कीमत में परिवर्तन 10% होता है तथा मांग में परिवर्तन 50% हो जाए तो कीमत में परिवर्तन की दर से मांग में परिवर्तन की दर अधिक है। इसको अधिक लोचशील मांग कहा जाता है।
रेखाचित्र 11 में दिखाया गया है कि जब कीमत में परिवर्तन PP1, 10% होता है तो मांग में परिवर्तन MM, 50% हो जाता है।
MM1 > PP1
मांग में परिवर्तन MM1 कीमत में परिवर्तन PP1 से अधिक है। इस स्थिति में मांग वक्र DD को अधिक लोचशील कहा जाता है।
4. समान लोचशील मांग-मांग की लोच इकाई के समान होती है, जब कीमत में परिवर्तन से मांग में परिवर्तन उसी दर पर हो जाता है, जैसे कि कीमत में 10% परिवर्तन होता है तथा मांग में भी 10% परिवर्तन हो जाता है तो इसको मांग की लोच इकाई के समान कहा जाता है।
E= \(\frac{10 \%}{10 \%}\) = 1
E = 1 रेखाचित्र 12 में दिखाया गया है कि कीमत में परिवर्तन PP, 10% मांग में परिवर्तन MM, के समान है तो इस स्थिति को मांग की लोच इकाई के समान कहा जाता है।
कम लोचशील मांग MM1 = PP1
मांग में परिवर्तन MM,, कीमत में परिवर्तन PP, के समान है। इसको मांग की लोच इकाई के समान कहा जाता है।
5. कम लोचशील मांग-जिस समय मांग में परिवर्तन की दर, कीमत में परिवर्तन से कम होती है, इसको कम लोचशील मांग कहा जाता है। उदाहरण स्वरूप कीमत में 50% कमी हो जाती है, परन्तु मांग में वृद्धि होती है। इसको इकाई से कम लोचशील मांग कहा जाता है। MM1 < PP1 रेखाचित्र 13 मांग में परिवर्तन MM1 कीमत में परिवर्तन PP1 से कम है। इसलिए मांग कम लोचशील हैं। जैसा कि रेखाचित्र 13 में दिखाया गया है।
6. रैकटेंगुलर हाइपरबोला-यह एक विशेष तरह की स्थिति होती है, जब मांग वक्र के सभी बिन्दुओं पर मांग की लोच इकाई के समान होती है। इस स्थिति में प्रत्येक बिन्दु पर चतुर्भुज का क्षेत्र एक-दूसरे के समान होता है। रेखाचित्र 14 में D1D1 मांग वक्र पर A, B, C, D बिन्दुओं पर सभी चतुर्भुजों का क्षेत्रफल एक-दूसरे के समान है। इसलिए D1D1 मांग वक्र के प्रत्येक बिन्दु पर मांग की लोच इकाई के समान है। इसलिए D1D1 वक्र को रैकटेंगुलर हाइपरबोला (Rectangular Hyperbola) कहा जाता है।
प्रश्न 3.
कीमत मांग की लोच के निर्धारक तत्त्व बताओ। (Explain the determinants of Price Elasticity of Demand.)
अथवा
कीमत मांग की लोच को प्रभावित करने वाले तत्त्वों की व्याख्या करो। (Describe the factors affecting the magnitude of Price Elasticity of Demand.)
उत्तर-
मांग की लोच को प्रभावित करने वाले आर्थिक तथा अनआर्थिक तत्त्व होते हैं, परन्तु हम केवल आर्थिक तत्त्वों का ही अध्ययन करते हैं : –
1. वस्तु की प्रकृति-किसी वस्तु की मांग की लोच वस्तु की प्रकृति पर निर्भर करती है। अनिवार्य वस्तुओं की स्थिति की मांग की लोच इकाई से कम होगी। जैसे कि अनाज, कपड़ा, माचिस, अखबार इत्यादि अनिवार्य वस्तुओं की कीमत बहुत अधिक बढ़ जाए तो मांग में ज्यादा परिवर्तन नहीं होता। इसी तरह विलासिता वस्तुएं जैसे कि कार, हीरे, कीमती फर्नीचर इत्यादि वस्तुओं की स्थिति में भी मांग की लोच इकाई से कम होती है।
2. स्थानापन्न वस्तुओं का भाव-यदि वस्तु का स्थानापन्न हो तो वस्तु की मांग की लोच इकाई से अधिक होगी। इसके विपरीत यदि वस्तु का स्थानापन्न न हो तो मांग की लोच इकाई से कम होगी। जिन वस्तुओं का स्थानापन्न नहीं होता, जैसे कि पेट्रोल, शराब, अफीम, बिजली इत्यादि उन वस्तुओं की मांग कम लोचशील होती है।
3. वस्तु के कई प्रयोग-यदि वस्तु के एक से अधिक प्रयोग हों तो उस वस्तु की मांग की लोच इकाई से अधिक होगी। उदाहरणस्वरूप दूध के एक से अधिक प्रयोग हो सकते हैं। दूध की कीमत थोड़ी-सी घटने से इसकी मांग बहुत बढ़ जाती है। क्योंकि लोग दूध का प्रयोग दही, पनीर, मक्खन, खीर, मिठाई इत्यादि वस्तुओं के लिए करने लगते हैं।
4. उपभोग का स्थगन-कुछ वस्तुएं ऐसी होती हैं, जिनके उपभोग को स्थगित किया जा सकता है अर्थात् आगे पाया जा सकता है। जैसे कि घड़ी, टेलीविज़न, जूते इत्यादि। ऐसी वस्तुओं की स्थिति में मांग कम लोचशील होती है।
5. आदतें-कुछ वस्तुएं उपभोक्ता की आदत बन जाती हैं। उन वस्तुओं की मांग इकाई से कम लोचशील होती है। जैसे कि शराब, अफीम, चाय, सिगरेट इत्यादि वस्तुओं की स्थिति में मांग कम लोचशील होगी। यदि इन वस्तुओं की कीमत बहुत बढ़ जाती है तो मांग में अधिक कमी नहीं होती।
6. कीमत का स्तर-जिन वस्तुओं की कीमत बहुत ऊंची अथवा बहुत नीची होती है तो कीमत में परिवर्तन होने से मांग में परिवर्तन अधिक नहीं होता। जैसे कि हीरे की कीमत ₹ 1 करोड़ है। यदि हीरे की कीमत बढ़कर ₹ 2 करोड़ हो जाए तो मांग में बहुत कमी नहीं होती, क्योंकि हीरा सिर्फ अमीर लोगों द्वारा ही खरीदा जाता है।
7. आय-जिन वस्तुओं का प्रयोग अमीर मनुष्य करते हैं, उन वस्तुओं की कीमत घटने से मांग में अधिक परिवर्तन नहीं होता। यदि अमीर लोगों द्वारा खरीदी जाने वाली वस्तुओं की कीमत बहुत बढ़ जाती है तो मांग में अधिक कमी नहीं होती।
8. दिखावे की वस्तुएं-दिखावे की वस्तुओं की मांग की लोच इकाई से कम होती है, जैसे कि महंगी कार, महंगे कालीन, महंगे टेलीविज़न इत्यादि वस्तुओं की खरीद साधारण तौर पर अमीर ही करते हैं। यदि इन वस्तुओं की कीमत बढ़ जाए तो भी इन वस्तुओं की मांग में कोई विशेष परिवर्तन नहीं होता।
9. समय-समय भी मांग की लोच को निर्धारित करता है। अल्पकाल में साधारण तौर पर वस्तुओं की मांग की लोच इकाई से कम होती है। इसके विपरीत दीर्घकाल में मांग की लोच इकाई से अधिक होती है। क्योंकि दीर्घकाल में उपभोग वस्तु के प्रति अपनी आदत को परिवर्तित कर लेता है तथा वस्तु का नया स्थानापन्न ढूंढ़ा जा सकता है।
10. संयुक्त मांग-जिन वस्तुओं की मांग दूसरी वस्तुओं की मांग से सम्बन्धित होती है, उन वस्तुओं की मांग लोच साधारण तौर पर इकाई से कम होती है, जैसे कि कार की कीमत घटने से कार की मांग में बहुत वृद्धि नहीं होगी, यदि पेट्रोल की कीमत में कोई परिवर्तन न हो।
V. संरव्यात्मक प्रश्न (Numericals)
प्रश्न 1.
प्रतिशत विधि द्वारा मांग की लोच का सूत्र लिखो। मांग की लोच इकाई से अधिक, समान तथा कम की उदाहरणे दीजिए।
उत्तर-
प्रतिशत विधि द्वारा मांग की लोच का सूत्र निम्नलिखित अनुसार है-
= –\(\left\{\frac{\Delta Q}{\Delta P} \times \frac{P}{Q}\right\}\)
उदाहरण :
प्रश्न 2.
आरम्भ में वस्तु की कीमत ₹ 10 थी तथा 1000 वस्तुओं की मांग थी। वस्तु की कीमत बदलकर ₹ 14 की गई तो वस्तु की मांग घटकर 500 वस्तुएं ही रह गईं। कीमत मांग की लोच का माप करो।
उत्तर-
Ed = (-) \(\frac{\Delta Q}{\Delta P} \times \frac{P}{Q}\)
P = 10, Q = 1000, P1 = 14, Q1 = 500
ΔP = 14-10 = 4, ΔQ = 500-1000 = – 500
फार्मूले में रकमें भरने से Ed = (-) \(\frac{-500}{4} \times \frac{10}{1000}=-(-125) \times \frac{1}{100}=\frac{125}{100} \)
= 1.25 Ed > 1
प्रश्न 3.
एक वस्तु की कीमत ₹8 प्रति इकाई पर मांग 600 इकाइयां की जाती हैं। इसकी कीमत 25% कम हो जाती है तथा मांग में वृद्धि 120 इकाइयां हो जाती है। मांग की लोच का माप करो।
उत्तर –
मौलिक कीमत = ₹8 (P = 8)
कीमत में कमी = 25%
∴ 8 x \(\frac{25}{100}\) = ₹ 2 (ΔP = -2)
नई कीमत = 8 – 2 = ₹ 6
मौलिक मांग = 600 इकाइयां (Q = 600)
मांग में परिवर्तन = 120 इकाइयां (ΔQ = 120)
Ed = –\(\frac{\Delta \mathrm{Q}}{\Delta \mathrm{P}} \times \frac{\mathrm{P}}{\mathrm{d}}\)
= – \(\frac{120}{-2} \times \frac{8}{600}\) = 0.8
∴ Ed <1
प्रश्न 4.
एक वस्तु की कीमत ₹ 15 प्रति वस्तु है तथा मांग 500 वस्तुओं की, की जाती है। जब कीमत 20% कम हो जाती है तो मांग 80 इकाइयां बढ़ जाती हैं। कीमत मांग की लोच का माप करो। क्या मांग कम लोचशील है ? उत्तर की पुष्टि करो।
उत्तर-
मांग की मात्रा में प्रतिशत परिवर्तन = \(\frac{80}{500}\) x 100 =16%
कीमत में प्रतिशत परिवर्तन = 20%
= \(\frac{16 \%}{20 \%}\) = 0.8
Ed < 1
उत्तर की पुष्टि- मांग की लोच को कम लोचशील कहा जाता है। यदि मांग की लोच इकाई (1) से कम होती है।
प्रश्न 5.
जब वस्तु की कीमत ₹ 20 प्रति इकाई से घटकर ₹ 16 प्रति इकाई हो जाती है तो इसकी मांग 1000 इकाइयों से बढ़कर 1160 इकाइयां हो जाती हैं। कीमत मांग की लोच का माप करो तथा उत्तर की पुष्टि करो।
उत्तर
Ed = (-) \(\frac{\Delta Q}{\Delta P} \times \frac{P}{Q}\)
ΔQ = 1160-1000 = 160 ; ΔP = 16 – 20 = -4; Q = 1000 ; P = 20.
Ed = (-) \(\frac{160}{-4} \times \frac{20}{1000}\) = 0.8
Ed <1
उत्तर की पुष्टि-मांग की लोच इकाई से कम है, क्योंकि मांग की लोच इकाई (1) से कम है। .
प्रश्न 6.
वस्तु की कीमत ₹ 5 है तथा उपभोक्ता वस्तु की 10 इकाइयों की खरीद करता है। कीमत मांग की लोच = 2 है। यदि वस्तु की कीमत ₹ 4 प्रति वस्तु रह जाती है तो उपभोक्ता एक कीमत पर वस्तु की कितनी इकाइयों की खरीद करेगा ?
उत्तर-
Ed = \(\frac{(-) \Delta Q}{\Delta P} \times \frac{P}{Q} \) अथवा \(\frac{Q_{1}-Q}{P_{1}-P} \times \frac{P}{Q}\)
दिया है : Ed = 2; Q1 = ? ; Q = 10 ; P = 5, P1 = 4
फार्मूले में मूल्य भरने पर :
2 = \(\frac{(-) Q_{1}-10}{4-5} \times \frac{5}{10}\)
2 = \(\frac{(-) Q_{1}-10}{-1} \times \frac{1}{2}=(-) \frac{Q_{1}-10}{2}\)
4 = – Q1 + 10
Q1 = 10 + 4 = 14 Units
प्रश्न 7.
कीमत मांग की लोच 2 है। कीमत में प्रतिशत परिवर्तन 5 है। मांग में प्रतिशत परिवर्तन का माप करो।
उत्तर-
मांग में प्रतिशत परिवर्तन = 2×5% = 10%
प्रश्न 8.
निम्नलिखित मांग वक्र पर कीमत मांग की लोच कितनी होगी?
(i) सीधी रेखा OX के समान्तर।
(ii) सीधी रेखा OY के समान्तर।
(iii) सीधी रेखा बाईं ओर से दाईं ओर नीचे की ओर जाती के मध्य बिन्दु पर।
उत्तर-
(i) Ed = α
(ii) Ed = 0
(iii) Ed = 1.
प्रश्न 9.
निम्नलिखित तालिका से कीमत मांग की लोच ज्ञात कीजिए।
प्रति इकाई कीमत (₹) | मांगी गई मात्रा |
10 | 200 |
8 | 150 |
उत्तर –
प्रति इकाई कीमत (₹) | मांगी गई मात्रा | कुल व्यय |
8 | 200 | 1600 |
10 | 150 | 1500 |
∴ Ed>1 उत्तर
प्रश्न 10.
₹ 8 प्रति इकाई वस्तु की कीमत होने पर एक उपभोक्ता वस्तु की 40 इकाइयां क्रय करता है। मांग की कीमत लचक (-) 1 है । किस कीमत पर उपभोक्ता वस्तुओं की 60 इकाइयों का क्रय करेगा ?
हल P = 8, P1 = ? Q= 40, Q1 = 60, Ed = (-)।
Ed = \(\frac{\Delta Q}{\Delta P} \times \frac{P}{Q}\) (-)1
= \(\frac{\mathrm{Q}_{1}-\mathrm{Q}}{\mathrm{P}_{1}-\mathrm{P}} \times \frac{\mathrm{P}}{\mathrm{Q}}=-1\)
= \(\frac{60-40}{P_{1}-8} \times \frac{8}{40}=-1\)
= \(\frac{20}{P_{1}-8} \times \frac{8}{40}=-1\)
= \(\frac{4}{P_{1}-8}=-1\)
= 4 = -1 (P1-8)
= 4 = – P1+8
= 4 – 8 = -P1
= -4 = -P1
= P1 = 4
प्रश्न 11.
₹ 6 प्रति इकाई वस्तु की कीमत होने पर एक उपभोक्ता एक वस्तु की 50 इकाइयों का क्रय करता है। मांग की कीमत लोच (-) 2 है । किस कीमत पर उपभोक्ता वस्तुओं की 100 इकाइयों का क्रय करेगा ?
हल
P= 6 P1 = ? Q = 50 Q1 = 100 Ed = (-) 2
Ed = \(\frac{Q_{1}-Q}{P_{1}-P} \times \frac{P}{Q}\) = -2
= \(\frac{100-50}{P_{1}-6} \times \frac{6}{50}\) = -2
= \(\frac{50}{P_{1}-6} \times \frac{6}{50}\) = -2
= \(\frac{6}{P_{1}-6}\) = -2
= 6 = – 2(P1 -6)
= 6 = -2P1+12
= 6 -12 = -2P1
= 2P1 = 6
=P1 = 3 Ans.