Punjab State Board PSEB 3rd Class Hindi Book Solutions Chapter 12 एडीसन Textbook Exercise Questions and Answers.
PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 12 एडीसन
Hindi Guide for Class 3 PSEB एडीसन Textbook Questions and Answers
अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर
I. बताओ
1. बल्ब का आविष्कार किसने किया और उसका जन्म कब हुआ ?
उत्तर-
बल्ब का आविष्कार थामस एलवा एडीसन ने किया था और एडीसन का जन्म 11 फरवरी, सन् 1847 ई० को हुआ।
2. थॉमस एडीसन कहाँ का रहने वाला था ?
उत्तर-
वह अमेरिका का रहने वाला था। 3. थामस एडीसन का स्वभाव कैसा था ?
उत्तर-
थामस एडीसन बचपन से ही विचारशील था। कक्षा में हो या घर में, वह सदा अपने विचारों में ही खोया रहता था। एडीसन के अध्यापक उसे बुद्ध समझते लेकिन उसकी माँ उसे बुद्धिमान समझती थी।
4. खोज करने के लिए थॉमस एडीसन पैसा कहाँ से लाता था ?
उत्तर-
वह रेलगाड़ी में अख़बार बेचता और सब्जी आदि बेचकर जो भी पैसा कमाता उन्हें वह अपनी खोजों में लगा देता।
5. थामस एडीसन की माँ उसे कैसा बालक समझती थी ?
उत्तर-
एडीसन की माँ उसे बुद्धिमान बालक समझती थी।
6. थामस एडीसन की मृत्यु कब हुई ?
उत्तर-
18 अक्तूबर, सन् 1931 को महान् वैज्ञानिक थामस एडीसन की मृत्यु हुई।
II. समान अर्थ वाले शब्दों को चुनकर सही| जगह लिखो।
उत्तर-
(i) शौक – पसंद।
(ii) रोज़ – प्रतिदिन।
(iii) अखबार – समाचार पत्र।
(iv) परिश्रम – मेहनत।
(v) तस्वीर – चित्र।
(vi) धैर्य – हाँसला।
(vii) बुद्धिमान – समझदार
(viii) दृढ़ – मज़बूत।
(ix) अधिक – ज्यादा।
III. विपरीत अर्थ वाले वाक्यों का मिलान करो।
1. वह मूर्ख बालक है। | 1. वह धैर्यहीन बालक है। |
2. वह परिश्रमी बालक है। | 2. वह कामचोर बालक है। |
3. वह काम में ध्यान लगाने वाला बालक है। | 3. वह आलसी बालक है। |
4. वह धैर्यवान बालक है। | 4. वह सफल बालक है। |
5. वह असफल बालक है। | 5. वह बुद्धिमान बालक है। |
उत्तर-
विपरीत अर्थ वाले वाक्य –
1. वह मूर्ख बालक है = वह बुद्धिमान बालक है।
2. वह परिश्रमी बालक है = वह आलसी बालक है।
3. वह काम में ध्यान लगाने वाला बालक है = वह कामचोर बालक है।
4. वह धैर्यवान बालक है = वह धैर्यहीन बालक है।
5. वह असफल बालक है = वह सफल बालक है।
IV. संयुक्त अक्षर से बने शब्द पाठ में से चुनकर लिखो –
प् + र = प्र = प्रयोग
ल् + ब = ल्ब = ………………………….
न् + ध = न्ध = ………………………….
ग् + न = ग्न = ………………………….
ध् + य = ध्य = ………………………….
क् + य = क्य = ………………………….
ट् + र = ट्र = ………………………….
ष् + ट = ष्ट = ………………………….
द् + व = द्व = ………………………….
उत्तर-
(i) प् + र = प्र = प्रयोग
(ii) ल् + ब = ल्ब = बल्ब
(iii) न् + ध = न्ध = अन्धेरा
(iv) ग् + न = ग्न = मग्न
(v) ध् + य = ध्य = ध्यान
(vi) क् + य = क्य = क्या
(vii) ट् + र = ट्र = ट्रक
(viii) ष् + ट = ष्ट = इष्ट
(ix) द् + व = व = द्वारा।
एडीसन Summary & Translation in Hindi
पाठ का सार
उदय को नई-नई बातें जानने का बड़ा शौक था। वह रात को खाना खाकर दादा जी के पास चला जाता और कहानियाँ सुनता। एक दिन जैसे ही वह दादा जी के कमरे में गया तो एकदम बिजली चली गई। दादा जी ने उदय से पछा कि क्या तुमने कभी सोचा कि बिजली का बल्ब किसने बनाया ? दादा जी ने ही बताया कि बल्ब बनाने वाले का नाम था-थॉमस एलवा एडीसन। वह अमेरिका का रहने वाला था। वह बचपन से ही विचारों में खोया रहता था।
अध्यापक उसे बुद्ध समझते थे। लेकिन उसकी माँ ही उसे बुद्धिमान समझती थी। वह सबको कहती कि मेरा बेटा एक दिन बड़ा व्यक्ति बनेगा। इससे एडीसन को बहुत हिम्मत मिलती। वह रेलगाड़ी में अख़बार बेचता, सब्जी आदि बेचता और जो भी पैसे बचाता उसे अपनी खोजों में लगा देता। उदय ने पूछा कि क्या वह इतना होशियार और | मेहनती था ? इस पर उसके दादा जी ने कहा कि वह होशियार और मेहनती ही नहीं बल्कि वह अपनी धुन का भी पक्का था।
वह लगातार अपने काम में ही लगा रहता था। आराम तो वह जानता ही नहीं था। एडीसन ने ही बिजली को प्रकाश में बदलने का आविष्कार किया। इसके साथ-साथ ग्रामोफोन तथा मूक सिनेमा में आवाज़ भरने का आविष्कार भी किया। इस महान् वैज्ञानिक का जन्म 11 फरवरी, सन् 1847 ई० को हुआ और 18 अक्तूबर, सन् 1931 ई० में उस महान् वैज्ञानिक का देहान्त हो गया।
कठिन शब्दों के अर्थ
मग्न = तल्लीन।
ढेरों = बहुत सारी।
गौर से = ध्यान से।
एकदम = अचानक।
स्वभाव = आदत।
विचारशील = विचारों में खोए रहना।
मग्न = लीन।
बुद्ध = नासमझ, मूर्ख।
बुद्धिमान = समझदार।
व्यक्ति = आदमी।
उत्साह = हौसला।
परिश्रमी = मेहनती।
धुन का पक्का = पक्के इरादों वाला।
आविष्कार = खोज।
समाचार = खबरें।
मूक = मौन।
असफल = सफल न होना, फेल।
दृढ़ संकल्प = पक्का इरादा।
मानवता = मनुष्यता, लोगों।
देहावसान = मृत्यु।
वैज्ञानिक = आविष्कारक, खोजी।
धैर्य = हौंसला।
दृष्टिकोण = देखने और सोचने का तरीका।
तथास्तु = ऐसा ही हो।
ग्रामोफोन = एक यंत्र जिसमें शब्द ध्वनि भरकर जब चाहे प्रायः ठीक उसी रूप में सुन सकते हैं।