Punjab State Board PSEB 3rd Class Hindi Book Solutions Chapter 8 एक खास बाग़: जलियाँवाला बाग़ Textbook Exercise Questions and Answers.
PSEB Solutions for Class 3 Hindi Chapter 8 एक खास बाग़ : जलियाँवाला बाग़
Hindi Guide for Class 3 PSEB एक खास बाग़ : जलियाँवाला बाग़ Textbook Questions and Answers
अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर
I. बताओ
1. अमृतसर के दो प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थानों के नाम लिखो।
उत्तर-
अमृतसर के दो प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थल हैंस्वर्ण मन्दिर और जलियाँवाला बाग़।
2. जलियाँवाला बाग़ में अंग्रेज़ अधिकारियों |ने गोलियाँ कब बरसायी थीं ?
उत्तर-
अंग्रेज़ अधिकारियों ने जलियाँवाला बाग में 13 अप्रैल, सन् 1919 को वैशाखी के दिन गोलियाँ बरसायी थीं।
3. अंग्रेज़ अधिकारियों ने गोलियाँ क्यों चलाई थीं ?
उत्तर-
अंग्रेज़ अधिकारियों ने लोगों में दहशत फैलाने के लिए निहत्थे लोगों पर गोलियां चलाईं।
4. इस नरसंहार में कितने लोग मारे गए और कितने घायल हुए ?
उत्तर-
इस नरसंहार में 379 लोग मारे गए और 1100 लोग घायल हो गए थे।
5. बाग़ में स्थित कुएँ से कितने शव निकाले गए ?
उत्तर-
बाग़ में स्थित कुएं से 120 शव निकाले गए।
6. जलियाँवाले बाग़ में प्रदर्शन क्यों किया गया था ?
उत्तर-
अंग्रेज़ सरकार की नीतियों का विरोध दर्शाने के लिए अमृतसर के जलियाँवाले बाग़ में प्रदर्शन किया गया था।
7. जलियाँवाले बाग़ को स्मारक का दर्जा किसने और कब दिया ?
उत्तर-
13 अप्रैल, सन् 1961 को प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और राष्ट्रपति डॉ० राजेन्द्र प्रसाद जी ने इस स्मारक को लोगों को समर्पित किया।
II. वाक्य बनाओ
स्वर्ण मन्दिर = ……………………..
निहत्थी = ……………………..
श्रद्धांजलि = ………………………..
नरसंहार = …………………………
प्रज्वलित = ………………………
स्मृति = ……………………………
उत्तर-
(i) स्वर्ण मन्दिर = स्वर्ण मन्दिर अमृतसर में है।
(ii) निहत्थी = अंग्रेज़ सरकार ने निहत्थी जनता | पर गोलियाँ चलवाईं।
(iii) श्रद्धांजलि = सभा में लोग श्रद्धांजलि अर्पित करने आए थे।
(iv) नरसंहार = 13 अप्रैल, सन् 1919 को अमृतसर के जलियाँवाला बाग़ में भीषण नरसंहार हुआ।
(v) प्रज्वलित = यहाँ ज्योति हर समय प्रज्वलित रहती है।
(vi) स्मृति = शहीदों की स्मृति में यहाँ ज्योति प्रज्वलित रहती है।
III. जोड़कर नए शब्द बनाओ
प्र + दर्शन = प्रदर्शन।
अमृत + सर = …………………………..
प्र + सिद्ध = …………………………..
देश + भक्ति = …………………………..
सु + रक्षित = …………………………..
प्रधान + मंत्री = …………………………..
सं + देश = …………………………..
राष्ट्र + पति = …………………………..
नि + शान = …………………………..
लोक + अर्पित = …………………………..
आ + देश = …………………………..
अ + हिंसा = …………………………..
उत्तर-
(i) प्र + दर्शन = प्रदर्शन।
(ii) प्र + सिद्ध = प्रसिद्ध।
(iii) सु + रक्षित = सुरक्षित।
(iv) सं + देश = संदेश।
(v) नि + शान = निशान।
(vi) आ + देश = आदेश।
(i) अमृत + सर = अमृतसर।
(ii) देश + भक्ति = देशभक्ति।
(iii) प्रधान + मंत्री = प्रधानमंत्री।
(iv) राष्ट्र + पति = राष्ट्रपति
(v) लोक + अर्पित = लोकार्पित।
(vi) अ + हिंसा = अहिंसा।
IV. शब्द में से शब्द बनाओ
उत्तर-
V. पढ़ो, समझो और लिखो
बाग़ = बागों
शहीद = ………………………………
दीवार = ………………………………
अंग्रेज़ = ………………………………
निशान = ………………………………
कुआँ = ………………………………
स्मारक =………………………………
घायल = ………………………………
उत्तर-
एकवचन – बहुवचन
(i) बाग़ = बागों।
(ii) दीवार = दीवारों।
(iii) निशान निशानों।
(iv) स्मारक = स्मारकों।
(v) शहीद = शहीदों।
(vi) अंग्रेज़ = अंग्रेजों।
(vii) कुआँ = कुओ
(viii) घायल = घायलों ।
VI. करो
1. अमृतसर के प्रसिद्ध स्थानों की जानकारी प्राप्त करो।
2. अपने अध्यापक से जलियाँवाला बाग़ की घटना की जानकारी प्राप्त करो।
3. जलियाँवाले बाग़ को देखने के लिए अपने माता-पिता से आग्रह करो।
उत्तर-
उपरोक्त तीनों प्रश्नों के उत्तर विद्यार्थियों के प्रयास पर निर्भर हैं।
जलियाँवाले बाग़ में दिखती हैं
अमर शहीदों की कर्बानियाँ।
मर मिट जायेंगे हम,
पर मिटने न देंगे उनकी निशानियाँ।
एक खास बाग़ : जलियाँवाला बाग़ Summary & Translation in Hindi
पाठ का सार
अमृतसर में स्वर्ण मन्दिर के पास ही संकरी गली से होते हुए जलियाँवाला बाग़ आता है। यह कोई साधारण बाग़ नहीं है। यह बाग़ देशभक्ति का संदेश देता है। जलियाँवाला बाग़ में 13 अप्रैल, सन् 1919 में अंग्रेज़ अधिकारी ब्रिगेडियर जनरल रेगीनेल्ड डायर के आदेश पर 90 अंग्रेज़ सिपाहियों ने निहत्थी भीड़ पर गोलियाँ बरसाई थीं। इसमें 379 लोग मारे गए और 1100 लोग घायल हो गए। जलियाँवाले बाग़ के छोटे से कुएँ से 120 शव निकाले गए थे। इन लोगों ने कोई गुनाह किया था तो केवल इतना ही कि अंग्रेज़ सरकार द्वारा बनाई नीतियों का विरोध किया था। अपने नेताओं सैफुद्दीन किचलू और सत्यपाल को छुड़वाने के लिए प्रदर्शन किया था। इससे हिंसा भड़क उठी थी।
इस बाग़ में इतने बड़े नरसंहार के बाद सन् 1920 में स्मारक बनाने का प्रस्ताव रखा गया और सन् 1923 में यह जगह मोल ली गई। अमेरिकन शिल्पी ने इस स्मारक का डिज़ाइन तैयार किया। सन् 1961 में 13 अप्रैल को उस समय देश के राष्ट्रपति डॉ० राजेन्द्र प्रसाद और प्रधानमन्त्री जवाहर लाल | नेहरू ने इस स्मारक को लोकार्पित किया। यहाँ हर समय शहीदों की स्मृति में ज्योति प्रज्वलित होती रहती है। यहाँ की दीवारों में आज भी गोलियों के निशान सुरक्षित रखे गए हैं।
कठिन शब्दों के अर्थ
स्वर्ण-मन्दिर = सिक्ख धर्म का प्रसिद्ध धार्मिक स्थान।
अनाम = जिसका नाम या ख्याति न हो।
शहीद = देश या जाति के लिए अपने को कुर्बान करना।
संकरी = तंग, प्रज्वलित = जलती हुई।
माथा नवाना = सिर झुकाना।
मामूली = साधारण।
निहत्थी = खाली हाथ, जिसके पास कोई हथियार न हो।
गुनाह = दोष।
विरोध = न मानना।
नरसंहार = लोगों का विनाश, मनुष्यों का कत्ल होना।
श्रद्धांजलि = किसी आदरणीय मृतक व्यक्ति के प्रति श्रद्धा प्रकट करने के लिए कहे गए शब्द।
स्मारक = किसी की याद में बनाया गया स्तम्भ आदि।
प्रस्ताव = सुझाव।
लोकार्पित = लोगों को समर्पित।
स्मृति = याद।