Punjab State Board PSEB 5th Class Hindi Book Solutions Hindi Rachana Patra Lekhan पत्र-लेखन Exercise Questions and Answers, Notes.
PSEB 5th Class Hindi Rachana पत्र-लेखन (2nd Language)
प्रश्न 1.
मुख्याध्यापक को बीमारी के कारण अवकाश (छुट्टी) के लिए प्रार्थना-पत्र।
उत्तर :
सेवा में
श्रीमान् मुख्याध्यापक महोदय,
खालसा प्राइमरी स्कूल,
जालन्धर।
श्रीमान् जी,
सविनय निवेदन है कि मुझे कल रात से ही बहुत तेज़ बुखार हो गया है। डॉक्टर ने मुझे आराम करने के लिए कहा है। इसलिए मैं आज स्कूल में उपस्थित नहीं हो सकता। कृपा करके मुझे दो दिन (14-4-20….) से (15-4-20…..) की छुट्टी दी जाए। मैं आपका बहुत धन्यवादी हँगा।
आपका आज्ञाकारी शिष्य,
विजय कुमार
पाँचवीं कक्षा ‘ए’
तिथि : 14-4-20…..
प्रश्न 2.
आवश्यक (ज़रूरी) काम के कारण छुट्टी के लिए प्रार्थना-पत्र।
उत्तर :
सेवा में
श्रीमान् मुख्याध्यापक जी,
गवर्नमैंट प्राइमरी स्कूल,
नकोदर।
श्रीमान् जी,
विनम्र निवेदन यह है कि आज मुझे घर पर अति आवश्यक कार्य पड़ गया है। इसलिए मैं स्कूल में उपस्थित नहीं हो सकता। कृपा करके मुझे एक दिन का अवकाश देकर कृतार्थ करें। मैं आपका अति धन्यवादी हूँगा।
आपका आज्ञाकारी शिष्य,
बलदेव सिंह,
कक्षा पाँचवीं ‘बी’
तिथि : 5 मई, 20………
प्रश्न 3.
फीस माफी के लिए मुख्याध्यापक को प्रार्थना-पत्र।
उत्तर :
सेवा में
श्रीमान् मुख्याध्यापक महोदय,
शिवालिक प्राइमरी स्कूल,
नवां शहर।
श्रीमान् जी,
सविनय निवेदन है कि मैं आपके स्कूल में पाँचवीं श्रेणी में पढ़ता हूँ। मैं एक निर्धन विद्यार्थी हूँ। मेरे पिता जी एक कारखाने में मजदूरी करते हैं। उनकी मासिक आमदनी केवल दो हज़ार रुपये है। इस आय से परिवार का गुजारा बहुत मुश्किल से होता है। अतः मेरे पिता जी मेरी फीस नहीं दे सकते। मुझे पढ़ने का बहुत शौक है। कृपा करके मेरी पूरी फीस माफ कर दें। मैं आपका जीवन भर आभारी रहूँगा।
आपका आज्ञाकारी शिष्य,
प्रमोद कुमार,
कक्षा पाँचवीं ‘ए’
रोल नं0 15
तिथि : 10 मई, 20………
प्रश्न 4.
जुर्माना माफ करवाने के लिए मुख्याध्यापिका को प्रार्थना-पत्र।
उत्तर :
सेवा में
श्रीमती मुख्याध्यापिका जी,
खालसा प्राइमरी स्कूल,
अमृतसर।
श्रीमती जी,
सविनय प्रार्थना है कि सोमवार को मेरी अंग्रेजी की अध्यापिका जी ने हमारा टैस्ट लेना था। उस दिन मेरे माता जी बीमार थे। घर में मेरे अतिरिक्त कोई नहीं था। अत: उस दिन मैं स्कूल में उपस्थित नहीं हो सकी। मेरी अध्यापिका ने मुझे बीस रुपये विशेष जुर्माना किया है। मेरे पिता जी बहुत गरीब हैं। मैं यह जुर्माना नहीं दे सकती। वैसे मैं इंग्लिश में बहुत अच्छी हूँ। इस बार त्रैमासिक (तिमाही) परीक्षा में मेरे 100 में से 80 अंक आए थे। अतः कृपा करके मेरा जुर्माना माफ कर दें। मैं आपकी अत्यन्त आभारी हूँगी।
आपकी आज्ञाकारी शिष्या,
सुरजीत कौर
कक्षा पाँचवीं ‘ए’
तिथि : 15 अगस्त, 20….
प्रश्न 5.
भाई के विवाह के कारण अवकाश के लिए प्रार्थना-पत्र।
उत्तर :
सेवा में
मुख्याध्यापक महोदय,
डी० ए० वी० हाई स्कूल,
अमृतसर।
श्रीमान् जी,
सविनय निवेदन है कि मेरे बड़े भाई का विवाह 10 मार्च को होना निश्चित हुआ है। विवाह में मेरा शामिल होना बहुत ज़रूरी है। बारात अमृतसर से लुधियाना जाएगी। अतः कृपा करके मुझे 9 मार्च से 11 मार्च तक तीन दिन का अवकाश प्रदान करें। मैं आपका धन्यवादी हूँगा।
आपका आज्ञाकारी शिष्य,
अजय शर्मा
कक्षा पाँचवीं, रोल नं0 28
दिनांक : 8 मार्च 20…..
प्रश्न 6.
स्कूल छोड़ने का प्रमाण-पत्र (सर्टीफिकेट) लेने के लिए मुख्याध्यापक को प्रार्थना-पत्र।
उत्तर :
सेवा में
श्रीमान् मुख्याध्यापक जी,
गुरु नानक मिंटगुमरी प्राइमरी स्कूल,
कपूरथला।
श्रीमान् जी,
सविनय प्रार्थना यह है कि मेरे पिता जी की बदली फिरोज़पुर की हो गई है। इसलिए हम सबको यहाँ से जाना पड़ रहा है। मेरा यहाँ अकेला रहना मुश्किल है। अतः मुझे स्कूल छोड़ने का प्रमाण-पत्र देने की कृपा करें ताकि फिरोजपुर जाकर मैं अपनी पढ़ाई जारी रख सकूँ। मैं आपका बहुत आभारी हूँगा।
आपका आज्ञाकारी शिष्य,
सुखबीर सिंह,
कक्षा पाँचवीं ‘ए’
तिथि : 15 सितम्बर, 20…..
प्रश्न 7.
चाचा जी को उपहार के लिए धन्यवाद पत्र लिखो।
उत्तर :
47 बी, पीतमपुरा,
नई दिल्ली।
20 अक्तूबर 20….
पूज्य चाचा जी,
प्रणाम।
मेरे जन्म दिन पर आपके द्वारा भेजा गया उपहार मुझे मिल गया है। यह एक सुन्दर घड़ी है। मुझे घड़ी की ज़रूरत भी थी। अब मुझे स्कूल पहुँचने में देरी भी नहीं होगी। इस घड़ी से मैं समय का पूरा-पूरा लाभ उठा सकूँगा। इस सुन्दर उपहार के लिए एक बार फिर आपका धन्यवाद। चाची जी को प्रणाम और मिन्टू को प्यार।।
आपका भतीजा
सुरेश
(सूचना–छात्रों के बौद्धिक विकास के लिए उक्त पत्र दिये गये हैं।)
प्रश्न 8.
मुख्याध्यापक को विद्यालय से मुफ्त पुस्तकें एवं वर्दी प्राप्त करने के लिए प्रार्थना-पत्र।
उत्तर :
सेवा में
मुख्याध्यापक जी,
राजकीय प्राथमिक विद्यालय,
पटियाला।
महोदय,
निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय की पाँचवीं कक्षा का छात्र हूँ। मेरे पिता जी सरकारी कार्यालय में लिपिक हैं। हम तीन भाई-बहन हैं। पिताजी का वेतन इतना कम है कि वे हमारी पढ़ाई का भार सम्भालने में कठिनाई का अनुभव कर रहे हैं। मैंने चौथी कक्षा की वार्षिक परीक्षा में 96% अंक प्राप्त किये हैं। खेलों में भी मेरी रुचि है। आपसे सानुरोध प्रार्थना है कि हमारी आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए मुझे विद्यालय की ओर से पाँचवीं श्रेणी की पुस्तकें तथा वर्दी देने की कृपा करें। मैं आपका हृदय से आभारी रहूँगा।
आपका आज्ञाकारी शिष्य,
रमेश,
पाँचवीं ‘ग’।
दिनांक : ……………………………….
प्रश्न 9.
अपने छोटे भाई को पत्र लिखो जिसमें प्रातः भ्रमण (सुबह की सैर) के लाभ बताए गए हों।
उत्तर :
208, कृष्ण नगर,
गुरदासपुर।
11 जुलाई, 20…….
प्रिय भाई नरेश,
चिरंजीव रहो।
कल माता जी का पत्र मिला। पढ़ कर पता चला कि तुम बीमार रहने के कारण बहुत कमज़ोर हो गए हो। तुम सुबह देर तक सोए रहते हो। प्यारे भाई! प्रातः उठ कर सैर करनी चाहिए। सुबह की सैर से स्वास्थ्य उत्तम होता है। प्रातः भ्रमण से शरीर चुस्त रहता है। कोई बीमारी पास नहीं फटकती। मांसपेशियों में नए रक्त का संचार होता है। फेफड़ों को साफ़ वायु मिलती है। ओस पड़ी घास पर नंगे पांव चलने से बल, बुद्धि और आँखों की रोशनी बढ़ती है। दिमाग को शक्ति मिलती है। इसलिए प्रातः घूमने अवश्य जाया करो। आशा है तुम मेरे आदेश का पालन करोगे। पूज्य माताजी को प्रणाम और अनु को प्यार।
तुम्हारा बड़ा भाई
प्रदीप कुमार।
प्रश्न 10.
अपनी सखी को गर्मियों की छुट्टियां साथ बिताने के लिए निमन्त्रण दो।
उत्तर :
45, लक्ष्मीपुरा,
अमृतसर।
16 अप्रैल, 20….
मोनिका,
मधुर स्मृति।
इस बार गर्मियों की छुट्टियां 15 मई से 15 जुलाई तक हो रही हैं। अब की बार गर्मियों की छुट्टियों में हमारा शिमला जाने का विचार है। एक तो सख्त गर्मी से बच जायेंगे, दूसरे एक सुन्दर पहाड़ी स्थान की सैर हो जाएगी। हमने जून के पहले सप्ताह में जाने का निश्चय कर लिया है। वहाँ पहाड़ियों पर घूमने से जहाँ सेहत सुधरेगी, वहाँ पढ़ाई भी अच्छे – ढंग से होगी। मेरे माता-पिताजी तथा छोटा भाई भी साथ जायेंगे। हम पिताजी से पढ़ लिया करेंगे।
प्रिय सखी ! यदि तुम साथ चलने को तैयार हो जाओ तो आनन्द आ जाएगा।
आशा है, तुम शीघ्र पत्र डालकर मुझे अपना विचार लिखोगी। माता जी को नमस्ते।
तुम्हारी सखी.
मीनाक्षी।
प्रश्न 11.
मित्र की सफलता पर बधाई पत्र लिखो।
उत्तर :
208, प्रेम नगर,
करनाल।
11 अप्रैल, 20…..
प्रिय मित्र सुरेश,
कल ही तुम्हारा पत्र मिला। यह पढ़कर बहत ही खुशी हई कि तुम पाँचवीं कक्षा में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण (पास) हो गए हो। मेरी ओर से अपनी इस शानदार सफलता पर हार्दिक बधाई स्वीकार करो। मैं कामना (इच्छा) करता हूँ कि तुम अगली परीक्षा में भी इसी प्रकार सफलता प्राप्त करोगे। मैं एक बार फिर तुम्हें बहुत-बहुत बधाई देता हूँ। – अपने माता-पिता को मेरा प्रणाम कहना।
तुम्हारा मित्र,
राजबीर।
प्रश्न 12.
अपनी माता जी को अपनी कुशलता के बारे में पत्र लिखो।
उत्तर :
सरकारी स्कूल छात्रावास,
मोगा।
1 अगस्त, 20…..
पूज्य माता जी,
सादर प्रणाम।
मैं पिछले रविवार को यहाँ पहुँच गया था। सोमवार से हमारी पढ़ाई ठीक प्रकार से शुरू हो गई है। मैं पूर्णतया कुशल से हूँ। बुखार के कारण जो कमजोरी आ गई थी, वह अब नहीं रही। छात्रावास में भोजन का अच्छा प्रबन्ध है। किसी प्रकार की चिन्ता न करें। अब मैं समय सारिणी के अनुसार चल रहा हूँ। प्रातः 5 बजे उठ जाता हूँ। शौचादि से निवृत्त होकर कुछ व्यायाम करता हूँ, फिर नहा-धोकर अल्पाहार लेकर पढ़ने बैठ जाता हूँ। 9 बजे स्कूल का समय है। वहां से लौटकर सायं 5 बजे सब छात्र क्रीड़ा-क्षेत्र में चले जाते हैं। मैं कबड्डी टीम में हूँ। रोज़ की कसरत से मेरे अन्दर नई ताज़गी का आभास होने लगता है। रात को समय पर सो जाता हूँ।
आपका पुत्र,
अमित कुमार
पाँचवीं ‘ए’।
प्रश्न 13.
अपने जन्मदिन पर अपने चाचा जी को निमन्त्रण (बुलावा) पत्र लिखो।
उत्तर :
205, मॉडल टाऊन,
पंचकुला।
20 अप्रैल, 20….
पूज्य चाचा जी,
सादर प्रणाम।
आपको यह जानकर प्रसन्नता होगी कि 23 अप्रैल को मेरा जन्मदिन है। इसलिए मैं अपने मित्रों को शाम की चाय पार्टी दे रहा हूँ, आप भी चाची जी, रिंकू और नीता को लेकर इस छोटी-सी चाय पार्टी पर आएं।
चाची जी को प्रणाम। रिंकू और नीतू को प्यार।
आपका भतीजा,
नरेश कुमार।
प्रश्न 14.
अपने मित्र को बड़े भाई के विवाह के अवसर पर निमन्त्रण पत्र लिखो।।
उत्तर :
4/105, माल रोड,
लुधियाना।
12 सितंबर, 20….
मित्र राजेश,
तुम्हें यह जानकर खुशी होगी कि मेरे बड़े भाई का विवाह 15 सितंबर, ……… को होना निश्चित हुआ है। बारात मनाली जा रही है। इस खुशी के अवसर पर मैं आपको आने का निमन्त्रण देता हूँ।
कृपया इस अवसर पर आ कर इसकी रौनक को और बढ़ाइये। आपको बारात के साथ भी चलना पड़ेगा। सचमुच अगर तुम साथ होगे तो बड़ा मज़ा आएगा। भैया और माता-पिता को साथ लाना न भूलना।
तुम्हारा मित्र,
हितेश कुमार।
प्रश्न 15.
रुपये मंगवाने के लिए पिताजी को पत्र लिखो।
उत्तर :
गवर्नमैंट प्राथमिक स्कूल,
डेरा बसी।
15 मई, 20….
पूज्य पिता जी,
सादर प्रणाम।
आपको यह जानकर बड़ी खुशी होगी कि मैं चौथी कक्षा में अच्छे अंक लेकर उत्तीर्ण (पास) हो गया हूँ। अब मुझे पाँचवीं श्रेणी में दाखिला लेना है। इस श्रेणी की पुस्तकें एवं कापियां भी खरीदनी हैं। इसलिए कृपा करके मुझे पचास रुपये मनीआर्डर द्वारा शीघ्र भेज दें ताकि मैं ठीक समय पर पाँचवीं श्रेणी में दाखिला ले सकूँ।
माता जी को प्रणाम। बिटू और मधू को प्यार।
आपका पुत्र,
रमेश कुमार।