Punjab State Board PSEB 5th Class Hindi Book Solutions Chapter 14 हंस किसका? Textbook Exercise Questions and Answers.
PSEB Solutions for Class 5 Hindi Chapter 14 हंस किसका? (2nd Language)
हंस किसका? अभ्यास
नीचे गुरुमुखी और देवनागरी लिपि में दिये गये शब्दों को पढ़ो और हिंदी शब्दों को लिखने का अभ्यास करो :
- ਹੰਸ = हंस
- ਰਾਜਕੁਮਾਰ = राजकुमार
- ਸਿਧਾਰਥ = सिद्धार्थ
- ਦੇਵਦੱਤ = देवदत्त
- ਤੀਰ = तीर
- ਪੱਟੀ = पट्टी
- ਭਾਈਚਾਰਾ = भाईचारा
- ਸੰਸਾਰ = संसार
- ਪੇਮ = प्रेम
- ਬੰਦ = बंद
नीचे एक ही अर्थ के लिए पंजाबी और हिंदी भाषा में शब्द दिये गये हैं। इन्हें ध्यान से पढ़ो और हिंदी शब्दों को लिखो :
- ਖਿੜੇ = खिले
- ਪੰਛੀ = पक्षी
- ਖੰਭ = पंख
- ਤੀਰ ਕਮਾਨ = धनुष-बाण
- ਜ਼ਖਮੀ = घायल
पढ़ो, समझो और लिखो
(क) द् + ध = द्ध, = सिद्धार्थ, बुद्ध
क् + ष = क्ष = पक्षी
प् + य = प्य = प्यार
(ख) ट् + ट = ट्ट = पट्टी
त् + त = त्त = उत्तर, देवदत्त
बताओ
प्रश्न 1.
राजकुमार का क्या नाम था?
उत्तर :
राजकुमार का नाम सिद्धार्थ था।
प्रश्न 2.
सिद्धार्थ कहाँ घूम रहा था?
उत्तर :
सिद्धार्थ बगीचे में घूम रहा था।
प्रश्न 3.
हंस क्यों छटपटा रहा था?
उत्तर :
हंस के शरीर में तीर लगा था इसीलिए वह छटपटा रहा था।
प्रश्न 4.
सिद्धार्थ ने हंस की क्या सहायता की?
उत्तर :
सिद्धार्थ ने हंस को उठाकर धीरे से उसका तीर निकाला और फिर घाव धोकर उस पर पट्टी बाँधी।
प्रश्न 5.
सिद्धार्थ के चचरे भाई का क्या नाम था?
उत्तर :
सिद्धार्थ के चचेरे भाई का नाम देवदत्त था।
प्रश्न 6.
सिद्धार्थ के पिता ने हंस किसे और क्यों दिया?
उत्तर :
सिद्धार्थ के पिता ने हंस सिद्धार्थ को दिया क्योंकि उसने हंस को बचाया था।
प्रश्न 7.
सिद्धार्थ को अन्य किस नाम से जाना जाता है?
उत्तर :
सिद्धार्थ को गौतम बुद्ध के नाम से जाना जाता है।
प्रश्न 8.
गौतम बुद्ध ने संसार को कौन-सा पाठ पढ़ाया?
उत्तर :
गौतम बुद्ध ने संसार को सत्य, अहिंसा, प्रेम, दयालुता, करुणा, सहानुभूति और परोपकार का पाठ पढ़ाया।
वाक्य पूरे करो
- बगीचे में …………………………………… फूल खिले हुए थे। – तीर
- हंस के शरीर में …………………………………… लगा हुआ था। – बचाने वाले
- मारने वाले से …………………………………… का हक ज्यादा होता है। – रंग-बिरंगे
- सिद्धार्थ बड़ा होकर …………………………………… बना। – गौतम बुद्ध
- …………………………………… सिद्धार्थ का चचेरा भाई था। – देवदत्त
उत्तर :
- रंग-बिरंगे
- तीर।
- बचाने वाले।
- गौतम बुद्ध
- देवदत्त।
पढ़ो और समझो
(क) पक्षी = पंछी
बगीचा = उपवन
तीर = बाण
शरीर = तन
पंख = पर
राजा = नृप
पशु-पक्षी = पशु और पक्षी
धनुष-बाण = धनुष और बाण
उत्तर :
उपरोक्त रेखांकित शब्दों के पर्यायवाचीशब्द सामने दर्शाए गए हैं।
(ख) राजकुमार = राजा का कुमार
राजमहल = राजा का महल
उत्तर :
उपरोक्त रेखांकित शब्दों के समास-शब्द सामने दर्शाये गए हैं। विद्यार्थी इन्हें समझ कर लिखने का अभ्यास करें।
अन्तर समझो
(क) [हंस} के शरीर में तीर लगा हुआ था।
जोकर को देखकर मैं [हँस] पड़ा।
(ख) सिद्धार्थ हंस को लेकर राजमहल [की] ओर चल दिया।
देवदत्त ने शिकायत की [कि] सिद्धार्थ मेरा हंस नहीं दे रहा।
उत्तर :
उपरोक्त रेखांकित शब्दों में (हंस/हँस) तथा (की/कि) शब्दों के अन्तर को दिखाया गया है। विद्यार्थी इन्हें समझें।
रचनात्मक अभिव्यक्ति
चित्र देखकर वाक्य पूरे करो
- बालक …………………………………… को …………………………………… खिला रहा है।
- बालिका …………………………………… को …………………………………… पिला रही है।
- पिताजी …………………………………… को सहला रहे हैं।
उत्तर :
- बालक मुरगी को दाना खिला रहा
- बालिका गाय को पानी पिला रही है।
- पिताजी कुत्ते को सहला रहे हैं।
हंस किसका? बहुवैकल्पिक प्रश्न
प्रश्न 1.
सिद्धार्थ को किस नाम से जाना जाता है?
(i) गौतम बुद्ध
(ii) गौतम भाई
(iii) गौतमभाई
(iv) राजकुमार।
उत्तर :
(i) गौतम बुद्ध
प्रश्न 2.
सिद्धार्थ के पिता ने हंस किसे दिया?
(i) सिद्धार्थ को
(ii) चचेरे भाई को
(iii) ममेरे भाई को
(iv) किसी को नहीं।
उत्तर :
(i) सिद्धार्थ को
प्रश्न 3.
पंजाबी शब्द ‘सधी’ का हिन्दी अर्थ है : जख्म/घायल/पागल/सहगल
उत्तर :
घायल
प्रश्न 4.
पंजाबी शब्द ‘प’ का हिन्दी अर्थ है : बुद्ध/बुद्धा/प्रबुद्ध/प्रसून
उत्तर :
बुद्ध
हंस किसका? Summary in Hindi
राजकुमार सिद्धार्थ बहुत ही दयालु था। उसे पशुपक्षियों से बहुत प्यार था। एक दिन वह बगीचे में घूम रहा था। ठंडी-ठंडी हवा चल रही थी। पक्षी चहचहा रहे थे। अचानक पक्षियों का चहचहाना बंद हो गया। सिद्धार्थ ने ऊपर देखा। तभी अचानक एक हंस उसके पैरों के पास आकर गिरा। वह छटपटा रहा था, उसके शरीर में तीर लगा हुआ था।
सिद्धार्थ ने हंस को ऊपर उठाया। उसके पंखों पर प्यार से हाथ फेरते हए तीर को निकाला और उसके घाव को धोकर उस पर पट्टी बाँधी। इतने में सिद्धार्थ का चचेरा भाई देवदत्त वहाँ आया उसके हाथ में धनुष-बाण था। आते ही उसने सिद्धार्थ से कहा, “यह हंस मेरा है, इसे मुझे दे दो।”
इस पर सिद्धार्थ ने कहा, “नहीं यह हंस मेरा है। मैंने इसे बचाया है।” इतना कहते हुए सिद्धार्थ हंस को लेकर राजमहल की ओर चल दिया। पीछे-पीछे देवदत्त भी चल पड़ा। देवदत्त ने राजा शुद्धोधन से सिद्धार्थ की शिकायत की।
सिद्धार्थ ने कहा, “पिता जी, देवदत्त ने इसे तीर से मारा है, लेकिन मैंने इसे बचाया है। इसलिए यह हंस मेरा है।” देवदत्त भी अपनी बात पर अड़ा रहा। राजा शुद्धोधन ने दोनों की बात सुन कर फैसला सुनाया कि “देवदत्त तुमने इसे अपने तीर से निशाना बनाया परन्तु सिद्धार्थ ने इसे बचाया है और मारने वाले से बचाने वाले का हक ज्यादा होता है। इसलिए यह हंस सिद्धार्थ का है।” यही सिद्धार्थ बड़ा होकर गौतमबुद्ध बना जिसने दया तथा अहिंसा का पाठ पढ़ाया।
हंस किसका? शब्दार्थ :
- राजकुमार = राजा का बेटा
- दयालु = कृपायुक्त
- प्यार = प्रेम
- छटपटाना = तड़पना
- चचेरा भाई = चाचा का बेटा
- राजमहल = राजा का महल
- हक = अधिकार
- घाव = जख्म
- घायल = ज़ख्मी
- अहिंसा = किसी को हानि न पहुँचाना
- परोपकार = दूसरे का भला करना
- भाईचारा = भाई का नाता या भाव
- सहानुभूति = हमदर्दी