Punjab State Board PSEB 5th Class Hindi Book Solutions Chapter 2 एक रुपया Textbook Exercise Questions and Answers.
PSEB Solutions for Class 5 Hindi Chapter 2 एक रुपया (2nd Language)
Hindi Guide for Class 5 PSEB एक रुपया Textbook Questions and Answers
एक रुपया अभ्यास
नीचे गुरुमुखी और देवनागरी लिपि में दिये गये शब्दों को पढ़ो और हिंदी शब्दों को लिखने का अभ्यास करो-
- प्टीतहत = ईश्वर
- पैसा = पैसा
- वाप्लव = बालक
- ठेग्झी = रेहड़ी
- वसन = बाज़ार
- यूटाभ = प्रणाम
- पहिउठ = पवित्र
निर्देश-विद्यार्थी हिन्दी में लिखे गए शब्दों को लिखने का अभ्यास करें।
नीचे एक ही अर्थ के लिए पंजाबी और हिंदी भाषा में शब्द दिये गये हैं। इन्हें ध्यान से पढ़ो और हिंदी शब्दों को लिखो –
- उौध = भीख
- पैतां सौ पु३ = चरण-धूलि
आवश्यक निर्देश-विद्यार्थी हिन्दी शब्दों को लिखने का अभ्यास करें।
पढ़ो, समझो और लिखो
- श् + व = श्व = ईश्वर
- स् + थ = स्थ = स्थान
- न् + द् + र + न्द्र = चंद्र
- द् + य + द्य = विद्या
- म् + ह + म्ह = तुम्हें
- क् + य + क्य = क्या
- प् + र = प्र = प्रणाम
- त् + र = त्र = पवित्र
निर्देश-विद्यार्थी आधे-व्यंजन की पहचान करना सीखें और उनका सही और शुद्ध – उच्चारण करना सीखें।
बताओ
प्रश्न 1.
बालक ने ईश्वर चन्द्र विद्यासागर से क्या माँगा?
उत्तर :
बालक ने ईश्वर चन्द्र विद्यासागर से एक पैसा माँगा।
प्रश्न 2.
ईश्वर चन्द्र विद्यासागर ने बालक से क्या कहा?
उत्तर :
ईश्वर चन्द्र विद्यासागर ने बालक से कहा कि यदि मैं तुम्हें एक पैसे के स्थान पर एक रुपया दूं तो तुम क्या करोगे ?
प्रश्न 3.
बालक ने एक रुपये का क्या किया?
उत्तर :
बालक ने एक रुपए से फल खरीदे और फलों की रेहड़ी लगाने लगा।
प्रश्न 4.
इस कहानी से आपको क्या संदेश मिलता है?
उत्तर :
इस कहानी से शिक्षा मिलती है कि परिश्रम के बल पर ही सफलता प्राप्त होती है।
पढ़ो और समझो
(क) एक = अनेक
रुपया = रुपये पैसा = पैसे
दुकान = दुकानें
निर्देश-किसी संज्ञा शब्द की अकेली इकाई एकवचन कहलाता है और जब इसको एक से अधिक इकाई या रूप में प्रयोग किया जाए तो बहुवचन कहलाता है।
(ख) बालक = बालिका
युवक = युवती
निर्देश-किसी भी संज्ञा शब्द का पुरुषवाचक रूप पुल्लिंग कहलाता है। जैसे-बालक और इसी का स्त्रीवाचक रूप स्त्रीलिंग कहलाता है; जैसेबालिका।।
वाक्य बनाओ
- प्रणाम
- पवित्र
- रेहड़ी
- धूलि
उत्तर :
- प्रणाम-हमें अपने माता-पिता को प्रणाम करना चाहिए।
- पवित्र-बालक ने पवित्र सरोवर में स्नान किया।
- रेहड़ी-वह फलों की रेहडी लगाता है।
- धूलि-गाड़ी धूलि उड़ाती चली गई।
नये शब्द बनाओ
- श्व
- न्द्र
- स्थ
- प्रत्र
उत्तर :
- श्व = अश्व, विश्व, श्वासन।
- न्द्र = इन्द्र, सुरेन्द्र, महेन्द्र।
- स्थ = स्थान, स्थल, स्थापित।
- प्र = प्रणाम, प्रसाद, प्रकाश।
- त्र = मित्र, पत्र, चित्र।
रचनात्मक अभिव्यक्ति
चित्र देखकर वाक्य पूरे करो –
- सामान उठाने वाला …………………………।
- पौधों की देखभाल करने वाला …………………………।
- जूतों को गाँठने वाला …………………………।
- फसल उगाने वाला …………………………।
- डाक बाँटने वाला …………………………।
- घड़े बनाने वाला …………………………।
उत्तर :
- सामान उठाने वाला = कुली।
- फसल उगाने वाला = किसान।
- पौधों की देखभाल करने वाला = माली।
- डाक बाँटने वाला = डाकिया।
- जतों को गाँठने वाला = चर्मकार।
- घड़े बनाने वाला = कुम्हार।
अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर
प्रश्न 1.
रचनात्मक अभिव्यक्ति –
सामान उठाए हुए कुली का चित्र।
पौधों को सींचते हुए माली का चित्र।
जूते गाँठते हुए व्यक्ति का चित्र।
हल चलाते हुए किसान का चित्र।
डाक बाँटते हुए डाकिये का चित्र।
घड़े बनाता हुआ कुम्हार का चित्र।
उत्तर :
विद्यार्थी पीछे बताए गए चित्रों को बनाने का प्रयास करें।
बहुवैकल्पिक प्रश्न
प्रश्न 1.
बालक ने ईश्वरचन्द्र विद्यासागर से मांगा
(क) एक रुपया
(ख) एक पैसा
(ग) दस रुपये
(घ) सौ रुपये।
उत्तर :
(ख) एक पैसा
प्रश्न 2.
हम इन्हें क्या कहते हैं। सही पर गोला लगाओ।
- सामान उठाने वाला-कुली/माली
- फसल उगाने वाला-माली/किसान
- पौधों की देखभाल करने वाला – कुली/माली
- डाक बाँटने वाला-डाकिया/किसान
- जूतों को गाँठने वाला-चर्मकार/ललार
- घड़े बनाने वाला-कुम्हार/चर्मकार।
उत्तर :
- कुली
- किसान
- माली
- डाकिया
- चर्मकार
- कुम्हार
प्रश्न 3.
‘एक’ अनेक है: तो पैसा …….. है।
(i) पैसे
(ii) पैसो
(iii) रुपया
(iv) रुपये।
उत्तर :
(i) पैसे
प्रश्न 4.
अगर बालक का बालिका है तो ‘युवक’ का है –
(i) युवा
(ii) युवती
(iii) यौवन
(iv) युवान।
उत्तर :
(ii) युवती।
एक रुपया Summary in Hindi
एक बार ईश्वर चन्द्र विद्यासागर कहीं जा रहे थे तभी एक बालक उनके पास आया। वह उनसे ‘एक पैसा’ माँगने लगा। विद्यासागर ने उससे पूछा कि यदि मैं तुम्हें एक पैसे के स्थान पर एक रुपया दे दूँ तो तुम क्या करोगे ? बालक ने उत्तर दिया कि मैं फिर भीख नहीं माँगूगा। उसका उत्तर सुनकर विद्यासागर ने उसे एक रुपया दे दिया।
कई साल के बाद विद्यासागर एक बार बाज़ार में घूम रहे थे तभी एक युवक आया और उन्हें प्रणाम करते हुए बोला कि मैं वही हूँ जिसे आपने एक रुपया दिया था। मैंने उससे फलों की रेहड़ी लगाई और आज इसी बाज़ार में मेरी फलों की दुकान है। आप इसे अपने चरणों से पवित्र करें।
शिक्षा – ईमानदारी और परिश्रम से व्यक्ति सफलता अवश्य प्राप्त करता है।
एक रुपया शब्दार्थ
- चरण = पैर
- प्रणाम = हाथ जोड़कर अभिवादन
- चरण-धूलि = पैरों की धूल
- पवित्र = स्वच्छ, सत्व भाव से युक्त