Punjab State Board PSEB 5th Class Hindi Book Solutions Chapter 6 ईमानदार बालक Textbook Exercise Questions and Answers.
PSEB Solutions for Class 5 Hindi Chapter 6 ईमानदार बालक (2nd Language)
ईमानदार बालक अभ्यास
नीचे गुरुमुखी और देवनागरी लिपि में दिये गये शब्दों को पढ़ो और हिंदी शब्दों को लिखने का अभ्यास करो :
- ਹੱਲ = हल
- ਕ੍ਰਿਸ਼ਣਪੁਰ = कृष्णपुर
- ਮਿੱਤਰ = मित्र
- ਗੁਰੁ = गुरु
- ਸੱਚਾ = सच्चा
- ਦੰਡ = दंड
नीचे एक ही अर्थ के लिए पंजाबी और हिंदी भाषा में शब्द दिये गये हैं। इन्हें ध्यान से पढ़ो और हिंदी शब्दों को लिखो :
- ਘਰ = गृह
- ਪਿੰਡ = गाँव
- ਕੰਮ = कार्य
- ਘਰ = योग्य
- ਹਿਰਦਾ = हृदय
- ਹਿੰਮਤੀ = साहसी
पढ़ो, समझो और लिखो
(क) कृ + ष् = कृष् = कृष्ण
स् + ट = स्ट = मास्टर
स् + त = स्त = वास्तव
त् + र = त्र = मित्र
स् + क = स्क = मुस्कराते
ग् + य = ग्य = योग्य
(ख) च् + च = च्च = सच्चाई
ज् + ज = ज्ज = ताज्जुब
बताओ
प्रश्न 1.
गुरु जी ने किस विषय का गृह कार्य दिया था?
उत्तर :
गुरु जी ने गणित विषय का गृह-कार्य दिया था।
प्रश्न 2.
जिस बालक के सारे सवाल ठीक थे, उसका क्या नाम था?
उत्तर :
जिस बालक के सारे सवाल ठीक थे, उसका नाम गोपाल था।
प्रश्न 3.
गोपाल रोने क्यों लगा?
उत्तर :
गोपाल को लगा कि वह वास्तव में उस तारीफ़ के लायक नहीं था जो अध्यापक ने की थी, इसीलिए वह रोने लगा।
प्रश्न 4.
गोपाल ने मास्टर जी के सामने क्या कहा?
उत्तर :
गोपाल ने मास्टर जी से सच कहा कि उसने कुछ सवाल अपने मित्र की कापी से उतारे थे।
प्रश्न 5.
मास्टर जी ने गोपाल के किन गुणों की प्रशंसा की?
उत्तर :
मास्टर जी ने गोपाल की सच्चाई, ईमानदारी और साहसी होने की प्रशंसा की।
वाक्य बनाओ
पीठ थपथपाना, फूट पड़ना, मंद-मंद मुस्कराना, रोमांचित होना
उत्तर :
- पीठ थपथपाना (शाबाशी देना)परीक्षा में रमेश के प्रथम स्थान पर आने पर उसके माता-पिता ने उसकी पीठ थपथपाई।
- फूट पड़ना (प्रकट होना)-गिलास टूट जाने पर मालिक का गुस्सा फूट पड़ा।
- मंद-मंद मुस्कराना (धीमे-धीमे मुस्कराना)छोटे बच्चे के मुँह से तुतलाती बातें सुन कर माँ मंदमंद मुस्कराने लगी।
- रोमांचित होना (खुश होना)-सैनिकों के बहादुरी के कारनामे देखकर मन रोमांचित हो उठा।
समझो
सवाल = प्रश्न
तारीफ = प्रशंसा
ताज्जुब = हैरान
मास्टर गुरु
उत्तर :
उपरोक्त रेखांकित शब्दों के अर्थ उनके सामने दिए गए हैं। विद्यार्थी इन अर्थों को याद करके लिखने का अभ्यास करें।
समझो और लिखो
सच्चा = सच्चाई
ईमानदार = ईमानदारी
खूबसूरत = खूबसूरती
साहस = साहसी
उत्तर :
उपरोक्त वाक्यों में ‘ई’ प्रत्यय लगाकर भाववाचक संज्ञा शब्द बनाए गए हैं।
समझो
ईमानदार = बेईमान
सच्चा = झूठा
दण्ड = इनाम
प्रश्न = उत्तर
ठीक = गलत
लायक = नालायक
उत्तर :
ऊपर दिए गए शब्दों के सामने वाले शब्दों के कार्य उनके उलट हैं। ऐसे शब्दों को विपरीतार्थक शब्द कहते हैं।
नये शब्द बनाओ
स्ट, त्र, न्ह, च्च, न्न
उत्तर :
स्ट = स्टेशन, स्टोर।
त्र = पत्र, मित्र।
न्ह = मध्यान्ह, उन्हें।
च्च = उच्च, सच्चा।
न = अन्न, संपन्न।
विराम चिह्न लगाओ
मास्टर जी आपने मेरी इतनी तारीफ की लेकिन मैं इसके लायक नहीं
उत्तर :
“मास्टर जी ! आपने मेरी इतनी तारीफ़ की, लेकिन मैं इसके लायक नहीं।”
रचनात्मक कौशल
इस कहानी से मिलने वाली शिक्षा के सूत्र वाक्यों ‘ईमानदार बनो’, ‘सच बोलो’, ‘साहसी बनो’ को चार्ट पर लिखकर कक्षा में टाँगो।
बहुवैकल्पिक प्रश्न
प्रश्न 1.
गुरु जी ने किस विषय का गृहकार्य दिया था?
(i) गणित
(ii) हिंदी
(iii) विज्ञान
(iv) संस्कृत।
उत्तर :
(i) गणित
प्रश्न 2.
पंजाबी शब्द “विमलयन’ का हिन्दी में अर्थ
कृष्ण/कृष्णपुर/कृष्णानगर/कान्हा
उत्तर :
कृष्णपुर
प्रश्न 3.
पंजाबी शब्द “थिंड’ का हिन्दी अर्थ है।
नगर/गाँव/बसेरा/तेरा
उत्तर :
गाँव
प्रश्न 4.
‘फूट पड़ना’ का अर्थ है
(i) प्रकट होना
(ii) प्रकट आना
(iii) ओझल होना
(iv) दिखना।
उत्तर :
(i) प्रकट होना
प्रश्न 5.
रोमांचित होना का अर्थ हैं –
(i) रोमांच होना
(ii) रोमांच करना
(ii) खुश होना
(iv) खुशी करना।
उत्तर :
(ii) खुश होना।
प्रश्न 6.
अगर ईमानदार’ का बेईमान है तो ‘सच्चा’ का है
(i) झूठ
(ii) झूठा
(iii) सत्य
(iv) असत्य।
उत्तर :
(ii) झूठा
प्रश्न 7.
अगर प्रश्न का उत्तर है तो ‘लायक’ का
(i) नालायक
(ii) नाकाबिल
(iii) नाबालिग
(iv) नागुज़ार।
उत्तर :
(i) नालायक।
ईमानदार बालक Summary in Hindi
कृष्णपुर गाँव की पाठशाला में गुरु जी गणित की कापियाँ जाँच रहे थे। वह गोपाल की कापी देखकर बहुत खुश हुए क्योंकि उसने सारे सवाल ठीक हल किए थे। उन्होंने कक्षा के सामने उसकी तारीफ़ की लेकिन अपनी तारीफ़ सुनकर प्रसन्न होने की जगह गोपाल रोने लगा।
अध्यापक और बच्चे सभी हैरान थे कि गोपाल रोने क्यों लगा। अध्यापक के पूछे जाने पर गोपाल ने कहा कि गुरु जी आपने तो मेरी तारीफ़ की है लेकिन मैं तो सज़ा का हकदार हूँ क्योंकि ये सवाल मैंने स्वयं नहीं हल किए बल्कि अपने मित्र की कापी से उतारे हैं।
उसकी सच्ची बातों को सुनकर गुरु जी बहुत प्रसन्न हुए और वह बोले कि गोपाल तुम सच में। प्रशंसा के योग्य हो क्योंकि तुम सच्चे और ईमानदार ही नहीं बल्कि साहसी भी हो। सच को बोलने का साहस तुम में है। गोपाल गुरु जी की बात सुनकर रोमांचित हो गया।
शिक्षा-हमें सदा सत्य बोलना चाहिए।
शब्दार्थ
- गृह कार्य = घर से हल करके लाया जाने वाला काम
- ताज्जुब = हैरानी
- सुबकना = धीमी आवाज़ में रोना
- दण्ड = सज़ा
- मंद-मंद = धीरे-धीरे
- रोमांचित = जिसके रोयें खड़े हों, पुलकित, खुश।