Punjab State Board PSEB 5th Class Hindi Book Solutions Chapter 7 बुराई नहीं, भलाई Textbook Exercise Questions and Answers.
PSEB Solutions for Class 5 Hindi Chapter 7 बुराई नहीं, भलाई (2nd Language)
बुराई नहीं, भलाई अभ्यास
नीचे गुरुमुखी और देवनागरी लिपि में दिये गये शब्दों को पढ़ो और हिंदी शब्दों को लिखने का अभ्यास करो :
- ਬੁਰਾਈ = बुराई
- ਜੋੜਾ = जोड़ा
- ਬੰਦਰ = बंदर
- ਹਿਰਣ = हिरण
- ਭਲਾਈ = भलाई
- ਭੋਲੂ = भोलू
नीचे एक ही अर्थ के लिए पंजाबी और हिंदी भाषा में शब्द दिये गये हैं। इन्हें ध्यान से पढ़ो और हिंदी शब्दों को लिखो :
- ਇੱਕ = एक
- ਵੇਲ = लता
- ਸ਼ਰਮਿੰਦਾ = लज्जित
- ਵਰਤਾਵ = व्यवहार
- ਮਾਂ-ਪਿਓ = माता-पिता
- ਸ਼ਰਾਰਤੀ = नटखट
पढ़ो, समझो और लिखो
(क) म् + ह = म्ह = तुम्हारा
व् + य = व्य = व्यवहार
न् + ह = न्ह = नन्हा
च् + च = च्च = बच्चा
ल् + ल = ल्ल = चिल्ला
म् + म = म्म = हिम्मत
ज् + ज = ज्ज = लज्जित
उत्तर :
विद्यार्थी उपरोक्त शब्दों के सही और शुद्ध उच्चारण का अभ्यास करें।
बताओ
प्रश्न 1.
पेड़ पर कौन रहता था?
उत्तर :
पेड़ पर बन्दर और बंदरिया, अपने नटखट बेटे भोलू के साथ रहते थे।
प्रश्न 2.
भोलू का स्वभाव कैसा था?
उत्तर :
भोलू बड़ा ही नटखट स्वभाव का था। वह अपनी शरारतों से हमेशा दूसरों को दु:खी करता था।
प्रश्न 3.
भोलू ने हिरण के साथ क्या शरारत की?
उत्तर :
भोलू ने हिरण को देखकर उसे अपने को पकड़ने के लिए कहा। जब हिरण तेज़ी से दौड़ कर उसे पकड़ने लगा तो वह झट से पेड़ पर चढ़ गया और हिरण दलदल में गिर गया।
प्रश्न 4.
भोलू के माता-पिता ने लाली को कैसे बचाया?
उत्तर :
भोलू के पिता ने पेड़ पर लिपटी एक मज़बूत लता को खींचा और उसे लाली की ओर फेंका। लाली ने उसे मुँह से पकड़ लिया और भोलू के पिता ने उसे खींच कर बाहर निकाल लिया। इस प्रकार उन्होंने लाली को बचा लिया।
प्रश्न 5.
हमें दूसरों के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए?
उत्तर :
हमें दूसरों के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए।
पढ़ो और समझो
(क) पेड़ = वृक्ष
मुँह = मुख
हिरण = मृग
डर = भय
उत्तर :
उपरोक्त रेखांकित शब्दों के पर्यायवाची शब्द उनके सामने लिखे गए हैं। विद्यार्थी इन्हें कण्ठस्थ कर लें।
(ख) बंदर = बंदरिया
माता = पिता
उत्तर :
उपरोक्त रेखांकित शब्दों के विपरीत लिंगी शब्द सामने लिखे गए हैं।
(ग) बुराई = भलाई
बुरा व्यवहार = भला व्यवहार
अन्दर = बाहर
धीरे-धीरे = तेजी से
दुःखी= सुखी
एक = अनेक
उत्तर :
उपरोक्त रेखांकित शब्दों के विपरीतार्थक शब्द सामने दिए गए हैं। विद्यार्थी इन्हें स्मरण रखें।
इनसे नये शब्द बनाओ
च्च, ल्ल, म्म, ज्ज
उत्तर :
च्च = बच्चा, कच्चा।
ल्ल = हल्ला, बल्ला।
म्म = अम्मा, निकम्मा।
ज्ज = लज्जा, सज्जा।
रचनात्मक अभिव्यक्ति
चित्र में दिखाई गई बातों के आधार पर चित्र के नीचे भली आदत/बुरी आदत लिखें।
बहुवैकल्पिक प्रश्न
प्रश्न 1.
अगर ‘बंदर’ का ‘बंदरिया’ है तो ‘माता’ का है:
(i) पिता
(ii) दादा
(iii) दादी
(iv) रानी।
उत्तर :
(i) पिता
प्रश्न 2.
अगर ‘बुराई’ ‘भलाई’ है ‘अन्दर’ का है
(i) बंदर
(ii) सुंदर
(iii) बाहर
(iv) शहर।।
(iv) रोक।
उत्तर :
(iii) बाहर
प्रश्न 3.
अगर दुखी’ का ‘सुखी है तो ‘एक’ का है
(i) अनेक
(ii) शेर
(iii) शेर
उत्तर :
(i) अनेक
प्रश्न 4.
भोलू का स्वभाव कैसा था?
(i) नटखट
(ii) खटपट
(iii) शैतानी
(iv) निडर।
उत्तर :
(i) नटखट।
बुराई नहीं, भलाई Summary in Hindi
किसी पेड़ पर बन्दर और बन्दरिया का जोड़ा रहता था। उनका एक छोटा बच्चा भी था, जिसका नाम भोलू था। वह बड़ा ही नटखट था। वह ऐसी शरारतें करता था जिससे दूसरों को परेशानी होती थी। उसकी इस आदत से सभी दुखी थे। एक बार की बात है कि भोल और उसके मातापिता आपस में बातें कर रहे थे तभी अचानक भोलू उनसे नज़रें बचाकर चला गया। उसने एक दलदल देखी।
इसे देख उसके मन में शरारत सूझी। उसने देखा कि सामने से हिरण का बच्चा ‘लाली’ आ रहा है। उसने लाली को कहा, “लाली ! मुझे पकड़ो।” लाली भोलू को पकड़ने के लिए दौड़ा। भोलू दौड़ता हुआ जैसे ही दलदल के समीप पहुँचा वह झट से – पेड़ पर. चढ़ गया लेकिन उसके पीछे आ रहा लाली – संभल न पाया और दलदल में गिर गया। लाली दलदल में फँसता जा रहा था। यह देखकर भोलू भी घबरा गया और सहायता के लिए चिल्लाने लगा।
उसकी आवाज़ सुनकर उसके माँ-बाप दौड़ते हुए आए। उन्होंने जल्दी से पेड़ से लिपटी एक मज़बूत लता को खींचा और उसे लाली की ओर फेंका। लाली ने उसे पकड़ लिया और इधर इन्होंने उसे खींच कर दलदल से बाहर निकाल लिया। इस तरह लाली की जान बच गई।
भोलू अपने किए पर शर्मिंदा था। उसके पिता जी ने उसे समझाते हुए कहा कि बेटा, हमें दूसरों के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए। ऐसा काम नहीं करना चाहिए जिससे दूसरों को नुकसान हो। भोलू के मन पर इन बातों का बहुत असर हुआ और उसने शरारतें करनी करनी छोड़ दीं। अब वह बदल गया था।
शब्दार्थ
- नटखट = शरारती
- लता = बेल
- दलदल = कीचड़
- नुकसान = हानि
- धड़ाम = ज़ोर की आवाज़
- व्यवहार = बर्ताव
- लजित = शर्मिदा
- भलाई – दूसरे का हित करना
- लपककर = सहसा तेज़ी से आगे बढ़ना