Punjab State Board PSEB 6th Class Hindi Book Solutions Chapter 19 पेड़ लगाओ Textbook Exercise Questions and Answers.
PSEB Solutions for Class 6 Hindi Chapter 19 पेड़ लगाओ (2nd Language)
Hindi Guide for Class 6 PSEB पेड़ लगाओ Textbook Questions and Answers
पेड़ लगाओ अभ्यास
1. नीचे गुरुमुखी और देवनागरी लिपि में दिये गये शब्दों को पढ़ें और हिंदी शब्दों को लिखने का अभ्यास करें :
उत्तर :
विद्यार्थी इन शब्दों को अपनी उत्तर :पुस्तिका में लिखने का अभ्यास करें।
2. नीचे एक ही अर्थ के लिए पंजाबी और हिंदी भाषा में शब्द दिये गये हैं। इन्हें ध्यान से पढ़ें और हिंदी शब्दों को लिखें :
उत्तर :
विद्यार्थी हिन्दी के उपर्युक्त शब्दों को लिखने का अभ्यास करें।
3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में दें :
(क) कवि के अनुसार जीवन के लिए क्या ज़रूरी है?
उत्तर :
कवि के अनुसार जीवन में पेड़ लगाना बहुत ज़रूरी है।
(ख) कवि ने फुलवारी में कौन-से पौधे लगाने को कहा है?
उत्तर :
कवि ने फुलवारी में नींबू और अनार के पौधे लगाने को कहा है।
(ग) कवि के अनुसार मानव ने हँसना किससे सीखा है?
उत्तर :
कवि के अनुसार मानव ने हँसना फूलों से सीखा है।
(घ) कवि ने खेत की मेंडों पर कौन-से पेड़ लगाने को कहा है?
उत्तर :
कवि ने खेत की मेंडों पर शीशम के पेड़ लगाने को कहा है।
(ङ) ‘फिर भी खाली सड़क शहर सूना सूना’ में कवि ने किस की कमी के बारे में बताया है?
उत्तर :
इस पंक्ति में कवि ने पेड़ों की कमी के बारे में बताया है।
4. ‘लेते हैं दुर्गन्ध, सुगन्ध लुटाते हैं’ से कवि का क्या अभिप्राय है? स्पष्ट करें।
उत्तर :
इस पंक्ति से लेखक का अभिप्राय है कि पेड़ वातावरण में फैली हुई दूषित वायु को स्वयं ग्रहण कर लेते हैं और स्वच्छ और शुद्ध वायु हमें लौटा देते हैं।
5. नीचे लिखे वाक्यों को पाठ से देखकर पूरा करें :
(क) हरियाली जीवन के लिए _____________________
(ख) _____________________ बड़ा महत्व है।
(ग) लेते हैं _____________________ लुटाते हैं।
(घ) सभी जगह पर _____________________
उत्तर :
(क) हरियाली जीवन के लिए ज़रूरी है।
(ख) पेड़ों का जीवन में बड़ा महत्त्व है।
(ग) लेते हैं दुर्गन्ध, सुगन्ध लुटाते हैं।
(घ) सभी जगह पर हरा-भरा संसार बसाओ।
6. नीचे लिखे शब्दों के सही रूपों को समझें। गलत शब्द में बिन्दी या चंद्रबिन्दु नहीं है, इसलिए यह गलत है :
गलत शब्द – सही शब्द
जरूरी – ज़रूरी (‘ज’ के नीचे बिन्दी लगानी चाहिए)
खाली – खाली (‘ख’ के नीचे बिन्दी लगानी चाहिए)
हजार – हज़ार (‘ज’ के नीचे बिन्दी लगानी चाहिए)
हंसना – हँसना (‘ह’ पर बिन्दी की बजाय चन्द्रबिन्दु (*) लगाना चाहिए।
कायम – कायम (‘क’ के नीचे बिन्दी लगानी चाहिए)
राज – राज़ (‘ज’ के नीचे बिन्दी लगानी चाहिए)
उत्तर :
विद्यार्थी बिन्दी और (*) चन्द्रबिन्दु के सही उपयोग को जानें व इनका पुनः -पुनः अभ्यास करें।
7. नीचे दिए गए चौखानों में दस पेड़ों के नाम छिपे हैं, उन्हें ढूंढकर लिखो :
उत्तर :
- जामन
- शीशम
- आडू
- नीम
- पीपल
- अनार
- अमरूद
- आम
- बरगद
- नारियल।
8. सोचिए और लिखिए :
1. पेड़ हमें क्या-क्या देते हैं? सूची बनाओ।
उत्तर :
- पेड़ हमें स्वच्छ वायु देते हैं।
- पेड़ों से हमें लकड़ी प्राप्त होती है।
- पेड़ों से हमें फल मिलते हैं।
- पेड़ों से हमें फूल मिलते हैं।
- पेड़ हमें सुगन्धित वातावरण प्रदान करते हैं।
- कई पेड़ औषधि के काम आते हैं।
- कई पेड़ पवित्र माने जाते हैं जैसे आम। इनकी लकड़ी पूजा पाठ के समय काम आती है।
- पेड़ वर्षा लाने में सहायक हैं।
2. यदि धरती पर पेड़ घटते जायेंगे तो क्या होगा?
उत्तर :
यदि धरती पर पेड़ घटते जाएंगे तो हमें बहुत नुकसान होगा। सारे वातावरण में दूषित वायु फैल जाएगी। शुद्ध वायु नहीं मिल सकेगी। वर्षा नहीं हो पाएगी क्योंकि पेड़ ही वर्षा वाले बादलों को लाने में सहायी होते हैं। पेड़ बाढ़ को आने से भी रोकते हैं। पेड घट जाएंगे तो हानि होगी।
3. ‘पेड़ों का त्योहार मनाओ’ पंक्तियों में कवि ने वन महोत्सव की तरफ संकेत किया है। इस पर सोच कर पाँच पंक्तियाँ लिखें। अपने घर और विद्यालय में नीम और तुलसी के पौधे लगाओ।
उत्तर :
विद्यार्थी स्वयं प्रयास करें।
9. सर्वनाम शब्दों का प्रयोग करते हुए गद्यांश को पूरा करें :
_____________ एक पेड़ हूँ। धरती _____________ माता है। _____________ नन्हे से बीज के रूप में धरती में छिपा रहता हूँ। _____________ पालन पोषण माली करता है। बढ़ते-बढ़ते _____________ विशाल वृक्ष का रूप धारण कर लेता हूँ। पक्षी _____________ पर बसेरा लेते हैं और पशुओं को _____________ आश्रय देता हूँ। दवाइयों के रूप में भी _____________ प्रयोग होता है। _____________ बहुत ही गुणकारी हूँ। फिर भी दुर्भाग्य की बात है कि काटते ही जाते हैं _____________ हमेशा देता ही हूँ _____________ माँगता नहीं। _____________ जैसे परोपकारी बनो।
उत्तर :
मैं एक पेड़ हूँ। धरती हमारी माता है। मैं नन्हे से बीज के रूप में धरती में छिपा रहता हूँ। मेरा पालन-पोषण माली करता है। बढ़ते-बढ़ते मैं विशाल वृक्ष का रूप धारण कर लेता हूँ। पक्षी मुझ पर बसेरा लेते हैं और पशुओं को मैं आश्रय देता हूँ। दवाइयों के रूप में भी मेरा प्रयोग होता है। मैं बहुत ही गुणकारी हूँ। फिर भी दुर्भाग्य की बात है कि लोग मुझे अंधा-धुंध काटते ही जाते हैं। मैं हमेशा देता ही हूँ कुछ माँगता नहीं। मेरे जैसे परोपकारी बनो।
निम्नलिखित कविता की पंक्तियों का रस लीजिए तथा इस प्रकार कविता लिखने का प्रयास करें:
खड़े-खड़े मुस्काते पेड़।
कहीं न आते जाते पेड़।
कड़ी धूप में बनते साया,
सारा जीवन सरस बनाया,
पेड़ों की है अद्भुत काया।
पहले वर्षा लाते पेड़।
फिर छतरी बन जाते पेड़।
उत्तर :
विद्यार्थी स्वयं प्रयास करें।
कुछ करिये
प्रकृति प्रेमी पौधे लगा तो देते हैं किन्तु कई बार उचित देखभाल न हो सकने के कारण उनमें से अधिकतर पौधे नष्ट हो जाते हैं। अतः उनकी सुरक्षा व संरक्षण इस तरह करें जैसे माता-पिता अपनी संतान के लिए करते हैं।
गायें और लिखें
पेड़ बचाओ, पेड़ बढ़ाओ
धरती को खुशहाल बनाओ
इस तरह के नारे लिखने का प्रयास करें। उन्हें चार्ट पर लिखकर अपनी कक्षा में लगायें।
उत्तर :
प्रश्न नं0 11 और 12 के लिए विद्यार्थी स्वयं प्रयास करें।
पेड़ों सम्बन्धी रोचक जानकारी
- पेड़ों की पत्तियों में क्लोरोफिल होता है। यह हरे रंग का पदार्थ सूर्य की किरणों से ऊर्जा खींचता है।
- कई पेड़-पौधों के बीजों या फलों से तेल निकाला जाता है जैसे-मूंगफली, नारियल, सरसों, सूरजमुखी आदि।
- यू.एस.ए. (कैलिफोर्निया) का जनरल शरमैन पेड़ दुनिया का सबसे लम्बा पेड़ है जिसका वजन लगभग 6 टन है।
बहुविकल्पीय प्रश्न
प्रश्न 1.
लेखक ने ज्ञान का भंडार किसे कहा है ?
(क) समाचार को
(ख) समाचार-पत्र को
(ग) डायरी को
(घ) टी.वी. को।
उत्तर :
(ख) समाचार पत्रों को
प्रश्न 2.
आजकल समाचार कैसे भेजे जाते हैं ?
(क) इंटरनेट से
(ख) समाचार पत्र से
(ग) टी.वी. से
(घ) अखबार से।
उत्तर :
(क) इंटरनेट से
प्रश्न 3.
घरों में अखबार कौन लाता है ?
(क) पिता जी
(ख) माता जी
(ग) हॉकर
(घ) पत्रकार।
उत्तर :
(ग) हॉकर
प्रश्न 4.
लोगों में समाचार पत्र के द्वारा किसकी भावना भरी जा सकती है ?
(क) देशभक्ति
(ख) वीरभक्ति
(ग) भक्ति
(घ) शक्ति।
उत्तर :
(क) देशभक्ति
प्रश्न 5.
शहीद भगतसिंह ने किस नाम से ‘प्रताप’ समाचार पत्र में कार्य किया ?
(क) बलवंत
(ख) दिलबाग
(ग) समर
(घ) अमर।
उत्तर :
(क) बलवंत
पेड़ लगाओ Summary in Hindi
पेड लगाओ कविता का सार
कवि कहता है कि आप पेड़ लगाइए। जितने अधिक पेड़ लगेंगे, उतना ही अच्छा होगा। यह हरियाली के लिए आवश्यक है। हम खेत की मेंड़ पर शीशम के पेड़ लगाएं। फुलवारी में नींबू और अनार लगाएं। पेड़ ही हमें जीवन देते हैं। ये सुगन्ध देते हैं। इन्सान ने फूलों से हंसना सीखा है। फलों ने हमें रस दिया है, मिठास दी है। हम सारे देश में पेड़ लगाएं वे चाहे चार हों या चार हज़ार।
पेड़ लगाओ पद्यांशों के सरलार्थ
1. चार लगाओ चाहे हज़ार लगाओ
पेड़ लगाओ।
जितना पेड़ लगेगा उतना लाभ है
हरियाली जीवन के लिए जरूरी है
फिर भी खाली सड़क शहर सूना सूना
कैसी यह लाचारी यह मजबूरी है।
चलो खेत के मेंड सजाएं शीशम से
फुलवारी में नींबू और अनार सजाओ।
चार लगाओ चाहे हजार लगाओ।
पेड़ लगाओ।
प्रसंग-यह पद्यांश हिन्दी की पाठ्य-पुस्तक में संकलित ‘पेड़ लगाओ’ कविता से लिया गया है। इसमें कवि ने पर्यावरण को बचाने के लिए पेड़ लगाने की प्रेरणा दी है।
सरलार्थ-‘पेड़ लगाओ’ नामक कविता में कवि ने सब लोगों को पेड़ लगाने की प्रेरणा देता हुए कहा है कि चाहे आप चार लगाओ या हज़ार लगाओ लेकिन पेड़ अवश्य लगाओ। पेड़ के लाभ बताते हुए कवि कहता है कि जितना पेड़ लगाओगे उतना ही लाभ मिलेगा, वातावरण स्वच्छ होगा और चारों ओर हरियाली नज़र आएगी। कवि कहता है कि आदमी की यह कैसी मजबूरी है कि सारे शहर, सारी सड़कें सब सूनी-सूनी सी हैं।
कहीं भी हरे-भरे पेड़ नहीं दिख रहे। कवि कहता है कि चलो हम अपने खेतों के किनारों पर शीशम के पेड़ लगाएं और अपने बगीचों में नींबू और अनार के पौधे लगाओ। चाहे चार लगाओ या हज़ार पौधे लगाओ लेकिन पौधे ज़रूर लगाओ।
भावार्थ-हमें अपने पर्यावरण के लिए पेड़ लगाने ही चाहिए।
2. पेड़ों का जीवन में बड़ा महत्त्व है
इसीलिए कि वह जीवन देने वाला
नहीं जानते उनकी क्यों पूजा होती
इसीलिए कि वह यौवन देने वाला
लेते हैं दुर्गन्ध, सुगन्ध लुटाते हैं
रोज़ सुबह पेड़ों का त्योहार मनाओ
चार लगाओ चाहे हजार लगाओ
पेड़ लगाओ।
प्रसंग-प्रस्तुत पद्यांश हमारी हिन्दी की पाठ्य-पुस्तक में संकलित कविता ‘पेड़ लगाओ’ से लिया गया है। इसमें कवि ने वृक्षों को जीवनदाता कहते हुए, अधिक से अधिक पेड लगाने को कहा है।
सरलार्थ-कवि सभी को अपने-अपने घर, आँगन, बाग, खेत, खलिहानों में पेड़ लगाने की प्रेरणा देते हुए कहता है कि हमारे जीवन में पेड़ों का बहुत महत्त्व है क्योंवि. ये ही हमारे जीवनदाता हैं। इसी से हमें जीवन मिलता है इसीलिए इनकी पूजा भी की जाती है।
ये पेड़ वातावरण में फैली दूषित, गन्दी और दुर्गन्धयुक्त वायु को स्वयं ले लेते हैं और हमें जीने के लिए सुगन्ध और स्वच्छ वायु देते हैं ताकि हम साँस ले सकें। इसलिए प्रतिदिन सुबह उठकर पेड़ों का त्योहार मनाओ। चाहे चार लगाओ या हज़ार लगाओ लेकिन पेड़ ज़रूर लगाओ।
भावार्थ-पेड़ ही जीवन दाता है इसलिए पेड़ लगाने चाहिएं।
3. फूलों से है मानव ने हँसना सीखा
रस का बोध हुआ है उसको आम से
कायम करके दुनिया के इस राज को
ईश्वर ने लिख दिया पेड़ के नाम से
पेड़ लगाकर सारे भारतवर्ष में
सभी जगह पर हरा-भरा संसार बसाओ
चार लगाओ चाहे हज़ार लगाओ।
पेड़ लगाओ।
प्रसंग-प्रस्तुत अवतरण हमारी हिन्दी की पाठ्य-पुस्तक ‘आओ हिन्दी सीखें’ में संकलित कविता ‘पेड़ लगाओ’ से लिया गया है। इसमें कवि ने वृक्षों को सुखों का आधार मानते हुए, पूरे देश में अधिक से अधिक पेड़ लगाने पर बल दिया है।
सरलार्थ-कवि सभी को अपने घर, आँगन, बाग, खेत-खलिहानों में अधिक-से अधिक पेड़ लगाने की प्रेरणा देते हुए कहता है कि इन फूलों से ही मनुष्य ने हँसना सीखा है और जीवन में मधुरता, मिठास, रस का आभास उसे मीठे-मीठे आमों से हुआ है।
कवि बताता है कि ईश्वर ने सर्वप्रथम सृष्टि की रचना करने के बाद पेड़ों का ही साम्राज्य बनाया था। चारों ओर पेड़ ही लगाए थे। इसलिए हे मनुष्यो ! तुम भी सारे भारतवर्ष में हरे-भरे पेड़ लगाकर सारी धरती को हरा-भरा बनाओ। चाहे चार पेड़ लगाओ या हज़ार पेड़ लगाओ लेकिन पेड़ अवश्य लगाओ।
भावार्थ-सारे देश में पेड़ लगाने चाहिए। ये ही सुखों के आधार हैं।