Punjab State Board PSEB 6th Class Hindi Book Solutions Chapter 20 मैराथन की दौड़ Textbook Exercise Questions and Answers.
PSEB Solutions for Class 6 Hindi Chapter 20 मैराथन की दौड़
Hindi Guide for Class 6 मैराथन की दौड़ Textbook Questions and Answers
भाषा-बोध (प्रश्न)
1. शब्दों के अर्थ ऊपर दिए जा चुके हैं।
रुचि = इच्छा, शौक
आक्रमण = हमला
चढ़ाई = आक्रमण
दायित्व = जिम्मेदारी
परपंत्र = गुलाम
आशवसन = तसल्ली, विशवास
सबल = शक्तिशाली
स्वतंत्र = आजाद, स्वाधीन
प्रतियोगिता = होड, मुकाबला
अमर = कभी न मिटने वाला
शीघ्र = जल्दी
2. खाली स्थानों पर रेखांकित शब्दों के पर्यायवाची लिखिए
1. दारा यूनानियों से नाराज़ (………….) हो गया।
2. उसने यूनान पर चढ़ाई (………..) की तैयारी की।
3. एथेंस का जीतना ज़रूरी (…………) था।
4. स्पार्टा जैसे योद्धा (………….) संसार (…………) में नहीं थे।
5. यह सन्देश (………….) लेकर इतनी दूर जाएगा कौन ?
6. उसका शरीर (…………..) थककर चूर-चूर हो गया।
उत्तर:
1. रुष्ट,
2. आक्रमण,
3. आवश्यक,
4. वीर, जगत्
5. समाचार (संवाद),
6. तन (देह)
3. समानार्थक लिखिए
1. शक्तिशाली = …………………..
2. स्वतन्त्रता = …………………….
3. वीरता = ……………….
4. कठिन = ……………….
5. सबल = …………………..
6. हार = ………………………
उत्तर:
समानार्थक शब्द
1. शक्तिशाली = बलशाली
2. स्वतन्त्रता = स्वाधीनता
3. वीरता = बहादुरी
4. कठिन = मुश्किल
5. सबल = बलवान
6. हार = पराजय
4. वाक्यों में से विशेषण और विशेष्य छाँटकर लिखिए
1. यूनान पहाड़ी राज्यों में बँटा है।
2. ईरान का शक्तिशाली राजा यूनानियों से नाराज़ हो गया।
3. उनके सामने एक विकट समस्या थी।
4. पहाड़ी ज़मीन थी।
उत्तर:
विशेषण विशेष्य
पहाड़ी – राज्यों
शक्तिशाली – राजा
विकट – समस्या
पहाड़ी – ज़मीन
5. मुहावरों का वाक्यों में प्रयोग करो
थक कर चूर होना, मुँह सूखना, पांव लड़खड़ाना।
उत्तर:
थक कर चूर होना-अथक परिश्रम करने से मोहन थक कर चूर हो गया।
मुँह सूखना-भीषण गर्मी में लगातार चलते रहने से रमेश का मुँह सूखने लगा।
पाँव लड़खड़ाना-देखना, युवावस्था में कुसंगति में पड़कर कहीं तुम्हारे पाँव लडखड़ा न जाएँ।
6. अपनी कल्पना से पाँच युग्म शब्द लिखो।
जैसे-पहँचते-पहँचते।
उत्तर:
चलते-चलते,
करते-करते,
पढ़ते-पढ़ते,
सोते-सोते,
जागते-जागते
7. शुद्ध रूप लिखिए
अन्तरराष्ट्रीय = …………………..
परतियोगिता = …………………..
ओल्मपक = ………………………
आशवासन = ………………………..
उत्साहत = ………………………..
आकरमण = ……………………..
प्रतंत्र, योधा = ………………….
उत्तर:
अशुद्ध रूप शुद्ध रूप
अन्तरराष्ट्रीय = अन्तर्राष्ट्रीय
परतियोगिता = प्रतियोगिता
ओलम्पक = ओलम्पिक
आशवासन = आश्वासन
उत्साहत = उत्साहित
आकरमण = आक्रमण
प्रतन्त्र = परतन्त्र
योधा = योद्धा
8. सही शब्द बनाओ
1. सथेए = ………………..
2. दालिबन = ………………….
3. टकफा = ………………….
4. रामैथन = ………………….
5. टरमीलोकी = ……………….
6. रगन = ……………………
7. ढ़ाईच = …………………
8. पिजडीफिडी = ……………………
उत्तर:
1. सथेंए = एथेंस
2. दालिबन = बलिदान
टकफा = फाटक
रामैथन = मैराथन
5. टरमीलोकी = किलोमीटर
6. रगन = गनर
7. ढाईच = चढ़ाई
8. पिजडीफिडी = फिडीपिडीज
विचार-बोध
प्रश्न 1.
ओलम्पिक क्या है ? खेल-कूदों का ओलम्पिक नाम कैसे पड़ा?
उत्तर:
ओलम्पिक एक विश्व प्रसिद्ध खेल प्रतियोगिता है। इस का आरम्भ ओलम्पिस । नामक स्थान से हुआ था। इस कारण इसका यह नाम पड़ा।
प्रश्न 2.
दारा कौन था ? उसने किस पर चढ़ाई की और क्यों ?
उत्तर:
दारा ईरान का राजा था। उसने यूनान पर चढ़ाई कर दी क्योंकि दारा यूनानियों से नाराज था।
प्रश्न 3.
चिंता में कौन पड़ गए और क्यों ?
उत्तर:
दारा के एथेंस पहुँचने पर, वहाँ के निवासी चिन्ता में पड़ गए क्योंकि दारा की सेना बहुत बड़ी थी।
प्रश्न 4.
वे किससे सहायता मांगना चाहते थे और क्यों ?
उत्तर:
एथेंस के लोग स्पार्टा से सहायता मांगना चाहते थे। क्योंकि स्पार्टा के योद्धा दुनिया भर में प्रसिद्ध थे।
प्रश्न 5.
उनके सामने कौन-सी समस्या थी ?
उत्तर:
स्पार्टा एथेंस से बहुत दूर था। वहाँ सन्देश देकर किसे भेजा जाए, यही एथेंस के लोगों की चिन्ता थी।
प्रश्न 6.
फिडीपिडीज कौन था और उसे कौन-सा काम सौंपा गया था ?
उत्तर:
फिडीपिडीज एक बहादुर युवक था जो ओलम्पिक की दौड़ों में यूनान में प्रथम आया था।
प्रश्न 7.
वह कितने घण्टों में स्पार्टा पहुँचा ?
उत्तर:
फिडीपिडीज 48 घण्टों में स्पार्टा पहुँचा।
प्रश्न 8.
उसे मार्ग में किन-किन कष्टों का सामना करना पड़ा ?
उत्तर:
ऊँचा-नीचा कठिन मार्ग होने के कारण फिडीपिडीज को भारी कष्टों का सामना करना पड़ा।
प्रश्न 9.
उसने हाँफते हुए क्या सन्देश दिया ?
उत्तर:
फिडीपिडीज ने हांफते हुए यह सन्देश दिया-ईरान ने यूनान पर आक्रमण कर दिया है। एथेंस वालों ने सहायता मांगी है।
प्रश्न 10.
मैराथन के मैदान में किन-किन के बीच युद्ध हुआ ? जीत किसकी हुई ?
उत्तर:
मैराथन के मैदान में दारा और स्पार्टा के सैनिकों के बीच युद्ध हुआ। इसमें एथेंस की जीत हुई।
प्रश्न 11.
फिडीपिडीज ने अन्तिम दौड़ कहाँ से कहाँ तक लगाई ?
उत्तर:
फिडीपिडीज ने अन्तिम दौड़ मैराथन से एथेंस तक लगाई।
प्रश्न 12.
उसने नगर-निवासियों को क्या सन्देश दिया ?
उत्तर:
फिडीपिडीज ने नगर निवासियों को यह सन्देश दिया-एथेंस की जीत हुई है। खुशियां मनाओ।
प्रश्न 13.
मैराथन की दौड़ कितने किलोमीटर की होती है ?
उत्तर:
मैराथन की दौड़ 41 किलोमीटर से कुछ अधिक की होती है।
आत्म-बोध (प्रश्न)
1. साहस और देश के लिए त्याग की कहानियाँ पढ़ो।
2. देश-सेवा के लिए तैयार रहो।
3. खेलों में भाग लेते हुए प्रसन्न रहो।
4. अपने अध्यापक से ओलम्पिक, राष्ट्रमंडल व एशियाड खेलों की जानकारी हासिल करो।
(विद्यार्थी स्वयं करें)
बहुवैकल्पिक प्रश्न
प्रश्न 1.
दारा कहाँ का राजा था ?
(क) यूनान का
(ख) ईरान का
(ग) सियान का
(घ) चियान का
उत्तर:
(क) यूनान का
प्रश्न 2.
ओलंपिक का आरंभ किस स्थान से हुआ ?
(क) ओलम्पिया
(ख) ओलम्पिस
(ग) इथोपिया
(घ) इसोपिया
उत्तर:
(ख) ओलम्पिस
प्रश्न 3.
ओलम्पिक की दौड़ों में प्रथम आने वाला बहादुर कौन था ?
(क) फिंडिज
(ख) इंडीज
(ग) फिडीपिडीज
(घ) यूनानी
उत्तर:
(ग) फिडीपिडीज
प्रश्न 4.
मैराथन की दौड़ कितने किलोमीटर की होती है ?
(क) 41
(ख) 42
(ग) 43
(घ) 44
उत्तर:
(क) 41
प्रश्न 5.
ओलम्पिक की सबसे लम्बी दौड़ को क्या कहते हैं ?
(क) मैराथन
(ख) वीराथन
(ग) ईराथन
(घ) सियारन
उत्तर:
(क) मैराथन
मैराथन की दौड़ Summary
मैराथन की दौड़ पाठ का सार
ईरान का राजा दारा यूनानियों से नाराज़ हो गया। वह सेना लेकर एथेंस पहुँच गया। यूनानियों ने स्पार्टा से सहायता लेने का विचार किया। इतनी दूर संदेश ले जाने के लिए फिडीपिडीज नामक एक युवक को यह काम सौंपा गया। वह दौड़ता हुआ 48 घण्टों में स्पार्टा पहुँच गया। फिडीपिडीज ने हांफते हुए कहा, “ईरान ने यूनान पर आक्रमण कर दिया है। उनकी सेना समुद्र के किनारे मैराथन के पास उतर रही है। एथेंस वालों ने सहायता मांगी है। यदि सहायता न मिली तो सारा यूनान दास बन जाएगा। शीघ्रता करो ।” स्पार्टा वालों ने बहुत शीघ्र पहुँचने का आश्वासन दिया। थोड़ा-सा विश्राम करके वह वीर साहसी इस सन्देश को लेकर लौट पड़ा। एथेंस निवासी इस सन्देश को सुनकर बहुत उत्साहित हो गए। एथेंस की सेना दारा को रोकने के लिए मैराथन की ओर चल पड़ी। थका-मारा फिडीपिडीज भी अपना भाला और भारी ढाल लेकर युद्ध में शामिल हुआ। घमासान युद्ध के बाद, स्पार्टा की सेना के आने से पूर्व ही, एथेंस की सेना ने दारा को पराजित कर दिया।
फिडीपिडीज को फिर एक महान् दायित्व सौंपा गया कि वह शीघ्रता से जाकर यह खुशी का समाचार एथेंस निवासियों को पहुँचा दे। मैराथन और एथेंस नगर के बीच पैंतीस किलोमीटर की दूरी थी। थका होने पर भी वह दौड़ा। एथेंस तक पहुँचते-पहुँचते उसके पाँव लड़खड़ा गए। नगर के फाटक बंद थे। उसने ऊँची आवाज़ में कहा, “एथेंस की विजय हुई है। फाटक खोलो। खुशियाँ मनाओ।” उसकी आवाज़ पहचानकर नगरनिवासियों ने फाटक खोल दिया। फिडीपिडीज के पाँव कांप रहे थे। उसका मुँह सूख गया था। बहुत धीमी आवाज़ में उसने कहा, “हम जीत गए हैं। ईरानी हार गए हैं। यूनानी स्वतन्त्र रहेंगे।” इतना कहने पर वह वीर गिरा और फिर कभी न उठा। इस महान् बलिदान के कारण फिडीपिडीज का नाम अमर है। आज भी ओलम्पिक की सबसे लम्बी दौड़ को मैराथन की दौड़ कहते हैं।
कठिन शब्दों के अर्थ:
रुचि = शौक। प्रतियोगिता = मुकाबला। आक्रमण = हमला। परतंत्र = गुलाम। प्रतिवर्ष = प्रत्येक वर्ष । चढ़ाई = आक्रमण। अमर = कभी न मरने वाला। स्वतन्त्र = आजाद, स्वाधीन। आश्वासन = तसल्ली, विश्वास। दायित्व = ज़िम्मेदारी। शीघ्र = जल्दी। सबल = शक्तिशाली। बलिदान = कुर्बानी।