Punjab State Board PSEB 6th Class Hindi Book Solutions Chapter 4 जाह्नवी की डायरी Textbook Exercise Questions and Answers.
PSEB Solutions for Class 6 Hindi Chapter 4 जाह्नवी की डायरी
Hindi Guide for Class 6 PSEB जाह्नवी की डायरी Textbook Questions and Answers
भाषा-बोध
शब्दार्थ
अद्धनारीश्वर = शिव का वह रूप जिसमें आधा भाग पार्वती का होता है, शिव-पार्वती का संयुक्त रूप
स्मरण = याद करना
विवरण = विस्तार से
मुख्यालय = मुख्य कार्यालय
शिलाखंड = चट्टान
सुशोभित = सुंदर लगना
विराजमान = विद्यमान
शिल्प = कला
गाइड = यात्रियों को किसी नगर के दर्शनीय स्थान दिखाने वाला
द्वीप = स्थल का वह भाग जिसके चारों ओर समुद्र हो
स्टीमर = भाप से चलने वाला छोटा जहाज़
म्यूज़ियम = अजायबघर, संग्रहालय
भव्यता = विशालता
कलात्मकता = बारीकी, महीनता
गौरवशाली = गौरवयुक्त, सम्मानित
रोमांचित = आनंदित
कुंड = तालाब-जैसा
लिंग बदलो
1. हाथी = …………….
2. राजा = …………..
3. भाई = ……………
4. चाचा = …………….
उत्तर:
1. हाथी = हथिनी।
2. राजा = रानी
3. भाई = भाभी।
4. चाचा = चाची।
वचन बदलो
1. रात = …………….
2. इमारत = …………….
3. गुफा = …………….
4. मूर्ति = …………….
5. स्थल = …………….
6. द्वीप = …………….
7. परिन्दा = …………….
8. लहर = …………….
9. हाथी = …………….
उत्तर:
1. रात = रातें।
2. इमारत = इमारतें।
3. गुफा = गुफ़ाएं।
4. मूर्ति = मूर्तियाँ।
5. स्थल = स्थलों।
6. द्वीप = द्वीपों।
7. परिन्दा = परिन्दें।
8. लहर … = लहरें।
9. हाथी = हाथियों।
विपरीतार्थक शब्द लिखो
1. पूर्व = ……………….
2. सोना = ……………….
3. रात = ……………….
4. उतार = ……………….
5. पीछे = ……………….
6. धीरे = ……………….
7. विशाल = ……………….
उत्तर:
1. पूर्व = पश्चात्।
2. सोना = जागना।
3. रात = दिन।
4. उतार = चढ़ाव।
5. पीछे = आगे।
6. धीरे = जल्दी।
7. विशाल = लघु।
पयार्यवाची शब्द लिखो
1. चट्टान = …………
2. पर्वत = ……………..
3. परिंदा = …………….
4. लहर = ……………….
5. गंगा = …………
6. शिव = ……………….
7. पार्वती = …………….
उत्तर:
1. चट्टान = शिला।
2. पर्वत = पहाड़।
3. परिंदा = पक्षी।
4. लहर = तरंग।
5. गंगा = भागीरथी।
6. शिव = महादेव।
7. पार्वती = उमा।
वाक्यांशों के लिए एक शब्द लिखो
1. देखने योग्य …………….
2. आकाश को छूने वाला ……………..
3. जिसका पार न पाया जा सके ………………
4. मन मोहने वाला ……………….
5. जिस भवन में विचित्र चीज़ों का संग्रह किया जाता है ……………….
6. घूमने के शौकीन ……………….
7. कला से भरपूर ………………..
8. अन्दर जाने का द्वार …………………
9. मुख्य कार्यालय ……………….
10. ऐसा भूमिखण्ड जो चारों तरफ से समुद्र से घिरा हो ………………….
उत्तर:
1. देखने योग्य = दर्शनीय।
2. आकाश को छूने वाला = गगनचुम्बी।
3. जिसका पार न पाया जा सके =
4. मन मोहने वाला = मनमोहक।
5. जिस भवन में विचित्र चीजों का . संग्रह किया जाता है = अजायबघर।
6. घूमने के शौकीन = घुमक्कड़ / पर्यटक।
7. कला से भरपूर = कलात्मक।
8. अन्दर जाने का द्वार = प्रवेश द्वार।
9. मुख्य कार्यालय = मुख्यालय।
10. ऐसा भूमिखण्ड जो चारों तरफ से समुद्र से घिरा हो = द्वीप।
भाववाचक संज्ञा बनाओ
1. स्मरण = ………………
2. दर्शन = ………………
3. महान् = ………………
4. बैठना = …………………
5. लिखना = ………………….
6. चलना = ……………….
7. सूक्ष्म = ………………
उत्तर:
1. स्मरण = स्मरणीय।
2. दर्शन = दर्शनीय।
3. महान् = महानता।
4. बैठना = बैठक।
5. लिखना = लिखाई।
6. चलना = चल।
7. सूक्ष्म = सूक्ष्मता।
शुद्ध करो
1. मूरती = ………….
2. चंडीगड़ = ………………..
3. सुशोभीत= …………………
4. समाधी = ………………..
5. समरण = ……………..
6. रफतार = ……………
7. अर्धनारीश्वर = …………….
उत्तर-
1. मूरती = मूर्ति।
2. चंडीगड़ = चंडीगढ़।
3. सुशोभीत= सुशोभित।
4. समाधी = समाधि।
5. समरण = स्मरण।
6. रफतार = रफ्तार।
7. अर्धनारीश्वर =अर्द्धनारीश्वर।
वाक्यों में प्रयोग करो
द्वीप, मूर्ति, अतीत, खूबसूरत, अनूठा, द्वार, आनन्द, गुफा, समाधि, बुत।
उत्तर:
द्वीप – हम छुट्टियों में लक्षद्वीप घूमने गए थे।
मूर्ति – मन्दिर में विष्णु जी की विशाल मूर्ति है।
अतीत – हमें अपने अतीत से सबक सीखना चाहिए।
खूबसूरत – यह बागीचा बहुत खूबसूरत है।
अनूठा – हमने एक अनूठा कुंड देखा।
द्वार – ‘गेट वे ऑफ इंडिया’ भारत का प्रवेश द्वार कहलाता है।
आनन्द- आपसे मिलकर मुझे आनन्द आया।
गुफा- शेर गुफा में रहता था।
समाधि- यह वीरों का समाधिस्थल है।
बुत- गुफ़ाओं के मुख्य द्वार पर हाथियों के बुत बनाए गए थे।
सर्वनाम किसे कहते हैं ? पुरुष वाचक सर्वनाम का परिचय दें।
उत्तर:
जो शब्द संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होते हैं, उन्हें सर्वनाम कहते हैं। मैं, मेरा, हम, उन्हें, वह शब्द सर्वनाम हैं। उदाहरण-जाह्नवी ने अपनी चाची से कहा, मैं आपके यहाँ मुंबई आ रही हूँ।
इस वाक्य में जाह्नवी (संज्ञा) ने अपने लिए ‘मैं’ और अपनी चाची (संज्ञा) के लिए ‘आपके’ शब्द का प्रयोग किया है। अतः यहां मैं और आपके शब्द सर्वनाम हैं। पुरुषवाचक सर्वनाम यहाँ पर बोलने वाला अपने लिए जैसे ‘मैं’ ‘मुझे’, (उत्तम पुरुष) सुनने वाले के लिए जैसे ‘तू’, ‘तुम’, ‘तुम्हें’ (मध्यम पुरुष) और अन्य के लिए ‘वह’, ‘वे’ ‘उसे’ ‘उन्हें’ आदि (अन्य पुरुष) सर्वनामों का प्रयोग करता है। अतः इन्हें पुरुष वाचक सर्वनाम कहते हैं।
विचार-बोध
(क)प्रश्न 1.
जाह्नवी को किसका शौक है ? वह प्रतिदिन सोने से पूर्व क्या करती
उत्तर:
जाह्नवी को डायरी लिखने का शौक है। वह प्रतिदिन सोने से पूर्व डायरी लिखती है।
प्रश्न 2.
जाह्नवी घूमी जगहों का वर्णन डायरी में क्यों करती है ?
उत्तर:
डायरी उसे यात्रा के हर पल का स्मरण कराती है, इसीलिए वह घूमी हुई जगहों का वर्णन अपनी डायरी में करती है।
प्रश्न 3.
वह मुंबई में कहाँ-कहाँ घूमी ?
उत्तर:
वह मुंबई में ग्लोरिया चर्च, मरीन ड्राईव, तारापोर वाला एक्वेरियम, गिरगाँव, चौपाटी, बूट हाउस, हैंगिग गार्डन, श्री महालक्ष्मी मन्दिर, हाजी अली, नेहरू सैंटर प्लेनेटेरियम, सिद्धि विनायक मन्दिर, जुहू बीच, इस्कान मन्दिर आदि स्थानों पर घूमी।
प्रश्न 4.
जाह्नवी को स्टीमर में बैठकर कैसा लग रहा था ?
उत्तर:
जाह्नवी को स्टीमर में बैठकर समुद्र मनमोहक लग रहा था।
प्रश्न 5.
एलीफेंटा द्वीप का नाम ‘एलीफेंटा’ कैसे पड़ा ?
उत्तर:
एलीफेंटा की गुफ़ाओं के मुख्य द्वार पर हाथियों के बुत बनाए गए थे। क्योंकि हाथी को अंग्रेज़ी में ‘एलीफेंट’ कहते हैं। इसीलिए पहले इन गुफ़ाओं का नाम और बाद में धीरे-धीरे इस द्वीप का नाम भी ऐलीफेंटा द्वीप पड़ गया।
प्रश्न 6.
एलीफेंटा गुफाओं में किन-किन की मूर्तियाँ हैं ?
उत्तर:
एलीफेंटा की गुफ़ाओं में शिव और पार्वती तथा रावण के कैलाश पर्वत को उठाने वाली मूतियाँ हैं।
(ख)प्रश्न 1.
जाहनवी की मुंबई यात्रा का विस्तृत वर्णन करें।
उत्तर:
जाह्नवी के चाचा जी ने मुंबई दर्शन के लिए ‘बाम्बे सफारी’ टूरिस्ट बस में बुकिंग करवा ली थी। इससे वह ग्लेरिया चर्च, हुतात्मा चौंक, जहाँगीर आर्ट गैलरी, प्रिंस ऑफ वेल्स म्यूजियम, राजा भाई टावर, मरीन ड्राइव, तारापोर वाला एक्वेरियम, गिरगाँव चौपाटी, कमला नेहरू पार्क, बूट हाउस, हैंगिंग गार्डन, श्री महालक्ष्मी मन्दिर, हाजी अली, सिद्धि विनायक मन्दिर, जुहू बीच, इस्कान मन्दिर आदि स्थलों की यात्रा की। अगले दिन ऐलीफेंटा द्वीप देखने के लिए गई। इसके लिए उसे स्टीमर से जाना पड़ा। यहाँ पर उसने एलीफेंटा की गुफाएँ देखी। गुफ़ाओं की सुन्दर चित्रकारी तथा मूर्तियों ने जाहनवी को रोमांचित कर दिया। यहाँ पर उसने शिव तथा पार्वती की विवाह की मूर्तियों के साथ-साथ कैलाश पर्वत उठाते हुए रावण की मूर्ति भी देखी।
प्रश्न 2.
ऐलीफेंटा गुफाओं का वर्णन करें।
उत्तर:
ऐलीफेंटा द्वीप में ऐलीफेंटा गुफ़ाएँ हैं। इस गुफ़ा की विशेष बात यह है कि इसमें प्रवेश द्वार कई हैं और छत एक ही है। इन गुफ़ाओं के मुख्य द्वार पर हाथियों के बुत बनाए गए थे, इसी कारण से इस द्वीप का नाम ऐलीफेंटा द्वीप पड़ गया। गफ़ाओं की दीवारों पर मूर्तियों और चित्रों को बड़ी कलात्मकता से बनाया गया है। यहाँ पर शिवपार्वती के विवाह की मूर्ति है तो इसके साथ-साथ गंगा के अवतरण, अर्द्धनारीश्वर, तथा कैलाश पर्वत उठाते रावण की मूतियाँ भी हैं। यहाँ पर एक ऐसा अनूठा जल कुंड भी है जो ऊपर से शान्त दिखता है पर अन्दर ही अन्दर चलता रहता है।
आत्म-बोध
1. जहाँ भी कहीं घूमने जायें वहाँ की प्रकृति, माहौल का आनन्द मनायें।
2. बड़ों को सहयोग दें। उनकी आज्ञा में रहें।
उत्तर:
(विद्यार्थी इन नियमों का पालन करें)
रचना-बोध
1. विभिन्न द्वीपों की जानकारी एकत्रित करें।
2. डायरी शैली में अपने किसी देखे स्थान को लिखने की कोशिश करें।
3. ‘समुद्र की यात्रा का अनुभव’ विषय पर कक्षा में चर्चा करें।
उत्तर:
विद्यार्थी अपने अध्यापक के सहयोग से इन्हें करें।
बहुवैकल्पिक प्रश्न
प्रश्न 1.
जाह्नवी को क्या लिखने का शौक था ?
(क) डायरी
(ख) डेरी
(ग) पुस्तक
(घ) कविता
उत्तर:
(क) डायरी
प्रश्न 2.
जाह्नवी घूमने के लिए कहाँ गई ?
(क) दिल्ली
(ख) देहरादून
(ग) मुंबई
(घ) चेन्नई
उत्तर:
(ग) मुंबई
प्रश्न 3.
‘गेटवे ऑफ इंडिया’ कहां स्थित है ?
(क) दिल्ली
(ख) कोलकाता
(ग) मुंबई
(घ) गोआ
उत्तर:
(ग) मुंबई
प्रश्न 4.
‘गेटवे ऑफ इंडिया’ के पीछे कौन-सा सागर है ?
(क) अरब सागर
(ख) हिंद महासागर
(ग) काला सागर
(घ) सफेद सागर
उत्तर:
(क) अरब सागर
प्रश्न 5.
‘ऐलीफेंटा द्वीप’ किस सागर में है ?
(क) काला सागर में
(ख) अरब सागर
(ग) कैस्पियन सागर
(घ) हिंद महासागर
उत्तर:
(ख) अरब सागर
प्रश्न 6.
निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द ‘पर्वत’ का पर्याय है ?
(क) पहाड़
(ख) दहाड़
(ग) ताड़
(घ) विहग
उत्तर:
(क) पहाड़
प्रश्न 7.
निम्न में से कौन-सा शब्द ‘गंगा’ का पर्याय है ?
(क) यमुना
(ख) भागीरथी
(ग) विश्वनदी
(घ) गंगा नदी
उत्तर:
(ख) भागीरथी
प्रश्न 8.
निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द ‘शिव’ का पर्याय नहीं है ?
(क) महादेव
(ख) शंकर
(ग) भोलेनाथ
(घ) देव
उत्तर:
(घ) देव
जाह्नवी की डायरी Summary
जाह्नवी की डायरी पाठ का सार
जाह्नवी को डायरी लिखने का शौक है। वह प्रतिदिन सोने से पहले डायरी लिखती है। डायरी से पता चलता है कि 10 अक्तूबर, सन् 2010 को वह अपने चाचा के पास मुंबई आई हुई है और चाचा-चाची तथा अपने चचेरे भाई-बहन के साथ मुंबई घूम रही है। चाचा जी ने मुंबई दर्शन के लिए टूरिस्ट बस में बुकिंग करवा दी। सुबह आठ बजे ये सभी बस में सवार हो गए। बस से इन्होंने ग्लोरिया चर्च, जहांगीर आर्ट गैलरी, प्रिंस ऑफ वेल्स म्यूज़ियम, मरीन ड्राइव, तारापोर वाला एक्वेरियम, गिरगाँव, चौपाटी, हैंगिंग गार्डन, श्री महालक्ष्मी मन्दिर, हाजी अली, इस्कॉन मंदिर आदि स्थानों को देखा। रात को आठ बजे बस ने इन्हें छत्रपति शिवाजी टर्मिनस के सामने उतार दिया। छत्रपति शिवाजी टर्मिनस को पहले विक्टोरिया टर्मिनस कहा जाता था। मुंबई बहुत ही भीड़-भाड़ वाला महानगर है। यहां के लोगों का जीवन तेज़ रफ्तार का है। यहां हर किसी को एक-दूसरे से आगे निकलने की तेजी है।
अगले दिन अर्थात् 11 अक्तूबर, सन् 2010 को इन्होंने ऐलीफेंटा द्वीप देखने जाना था। इसलिए सुबह जल्दी-जल्दी तैयार होकर वे ‘गेट वे ऑफ इंडिया’ पहुंच गए। गेट वे ऑफ इंडिया के पीछे ही अरब सागर है। इसी सागर में ऐलीफेंटा द्वीप है। द्वीप तर पहुँचने के लिए इन्हें स्टीमर पर जाना पड़ा। पौने घंटे की समुद्री यात्रा के पश्चात् ये लोग ऐलीमेंटा द्धीप पहुँच गए। इसी द्वीप (टापू) में एक किलोमीटर तक चलकर ये सभी ऐलीफेंटा की गुफ़ाओं तक पहुँच गए। इस गुफ़ा के कई प्रवेश द्वार हैं लेकिन छत एक ही है। इन गुफ़ाओं के मुख्य द्वार पर हाथियों की मूर्तियाँ बनाई गई थीं, इसी कारण इस स्थान और गुफा का नाम ऐलीफेंटा पड़ गया। धीरे-धीरे लोग इसे ऐलीफेंटा द्वीप के नाम से जानने लगे। इस स्थान की विशेष बात यह है कि एक ही चट्टान को काटकर विशाल गुफ़ाएं तैयार की गई हैं। गुफ़ाओं की दीवारों पर मूर्तियों और चित्रों को बड़ी कलात्मकता से बनाया गया है। गुफा के एक कोने में शिव-पार्वती की विवाह की मूर्ति है तो दूसरी जगह अर्द्धनारीश्वर की सुन्दर मूर्ति है। रावण के कैलाश पर्वत को उठाने वाली मूर्ति भी यहां पर है। आगे जाकर एक चट्टान के नीचे गंगा का एक अनूठा कुंड देखा जिसका जल ऊपर से शान्त दिखता है पर अन्दर ही अन्दर चलता रहता है। ऐलीफेंटा गुफ़ाओं की इस भव्य सुन्दरता को देखते हुए ये लोग बाहर आ गए। सचमुच ऐलीफेंटा द्वीप की ये गुफ़ाएं आज भी भारत के गौरवशाली अतीत को प्रस्तुत कर रही हैं।
कठिन शब्दों के अर्थ:
अर्द्धनारीश्वर = शिव का वह रूप जिस में आधा भाग पार्वती का होता है और आधा शिव का, यह रूप शिव-पार्वती का संयुक्त रूप है
प्रतिदिन = हर रोज़, रोज़ाना | पूर्व = पहले | स्मरण = याद | धूमिल = धूल में मिलना, धुंधला पड़ना | तसल्ली = संतुष्टि | भव्य = विशाल | इमारत = भवन |गगन चुम्बी = विशाल, ऊँची | सुकून = शांति, आराम | परिदों = पक्षियों | निहारना = देखना | म्यूज़ियम = अजायबघर | कलात्मकता = कला से भरपूर | शिलाखंड = चट्टान | सुशोभित = सुन्दर लगना | शिल्प = कारीगिरी, कला | रोमांचित = आनंदित | विराजमान = विद्यमान, उपस्थित | सूक्ष्मता = बारीकी | स्टीमर = भाप से चलने वाला छोटा जलयान | हिलोरे = लहरें | निहारना = देखना | अनूठा = निराला | अतीत = भूतकाल, बीता हुआ समय