Punjab State Board PSEB 6th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar Shabd शब्द Exercise Questions and Answers, Notes.
PSEB 6th Class Hindi Grammar शब्द
प्रश्न 1.
शब्द किसे कहते हैं ? इसके कितने प्रकार हैं ?
उत्तर:
दो या दो से अधिक सार्थक वर्णों के मेल को शब्द कहा जाता है। जैसे-राम, … लक्ष्मण आदि।
प्रश्न 2.
व्युत्पति (रचना या बनावट) के विचार से शब्द के कितने भेद हैं ?
उत्तर:
व्युत्पति के विचार से शब्द के तीन भेद हैं-
(1) रूढ़ि
(2) यौगिक
(3) योगरूढ़ि।
1. रूढि – जिन शब्दों के खण्डों का कोई अर्थ नहीं होता, वे रूढि शब्द कहलाते हैं; जैसे-कमल (क + म + ल), दवात (द + वा + त)।
2. यौगिक – जो दो शब्दों के योग से बनते हैं, उन्हें यौगिक शब्द कहा जाता है; जैसे-पाठशाला (पाठ + शाला), विद्यालय (विद्या + आलय), महात्मा (महा + आत्मा)।
3. योगरूढ़ि – जो यौगिक शब्दों की भांति दो शब्दों के योग से तो बनें, परन्तु किसी विशेष अर्थ को प्रकट करें, उन्हें योगरूढ़ि कहा जाता है; जैसे-पीताम्बर (पीत = पीला, अम्बर = कपड़ा) पीताम्बर शब्द का अर्थ है पीला कपड़ा न होकर इसका विशेष अर्थ कृष्ण (भगवान् कृष्ण) है। पंकज (पंक = कीचड़, ज = उत्पन्न होने वाला) पंकज का अर्थ कीचड़ में उत्पन्न होने वाले मेंढक, मछली, कछुआ आदि नहीं बल्कि इसका अर्थ कमल है।
प्रश्न 3.
शब्द-भण्डार या उत्पत्ति के विचार से शब्द के कितने भेद हैं ?
उत्तर:
उत्पत्ति के विचार से हिन्दी में चार प्रकार के शब्द हैं-
(1) तत्सम
(2) तद्भव
(3) देशज
(4) विदेशी।
1. तत्सम – जो शब्द संस्कृत भाषा में से बिना किसी परिवर्तन के हिन्दी में प्रयुक्त होते हैं, उन्हें तत्सम कहा जाता है; जैसे-माता, पिता, फल, ज्ञान, सुन्दर।
2. तद्भव – संस्कृत के वे शब्द जो कुछ बिगड़ कर हिन्दी में प्रयुक्त होते हैं, उन्हें तद्भव कहा जाता है; जैसे-हस्त से हाथ, ग्राम से गाँव, अग्नि से आग।
3. देशज – जो शब्द स्थानीय भाषाओं में से हिन्दी में प्रयुक्त होते हैं, उन्हें देशज कहा जाता है; जैसे-रोड़ा, बैंगन, आलू, सेब।
4. विदेशी – जो शब्द अंग्रेज़ी, उर्दू, अरबी, फ़ारसी आदि विदेशी भाषाओं से हिन्दी में प्रयुक्त होते हैं, उन्हें विदेशी कहा जाता है; जैसे-स्टेशन, स्कूल, आदमी, वकील, बाज़ार।
प्रश्न 4.
अर्थ के अनुसार शब्द के कितने भेद हैं ?
उत्तर:
अर्थ के अनुसार शब्द के दो भेद हैं-
(1) सार्थक और
(2) निरर्थक।
1. सार्थक – जिन शब्दों का कोई अर्थ हो, उन्हें सार्थक कहते हैं; जैसे-कुर्सी, गाय, घोड़ा।
2. निरर्थक – जिन शब्दों का कोई अर्थ न हो; उन्हें निरर्थक कहते हैं। जैसे-घोड़ाघाड़ा (घाड़ा), आलू-शालू (शालू), बक-बक, पी-पी।
प्रश्न 5.
प्रयोग के अनुसार शब्द के कितने भेद हैं ? उत्तर-प्रयोग के अनुसार शब्द के आठ भेद हैं :
1. संज्ञा
2. सर्वनाम
3. विशेषण
4. क्रिया
5. क्रिया विशेषण
6. सम्बन्ध बोधक
7. समुच्चय बोधक
8. विस्मयादि बोधक
विकारी – जिन शब्दों का पुरुष, लिंग, वचन आदि के कारण रूप बदल जाता है, उन्हें विकारी कहा जाता है; जैसे–पर्वत–पर्वतों, बादल-बादलों, विद्वान्–विदुषी।
अविकारी – जिन शब्दों का रूप नहीं बदलता, उन्हें अविकारी कहा जाता है; जैसेऔर, यहाँ, वहाँ, या, अथवा।