Punjab State Board PSEB 6th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar Upasarg aur Pratyay उपसर्ग और प्रत्यय Exercise Questions and Answers, Notes.
PSEB 6th Class Hindi Grammar उपसर्ग और प्रत्यय
प्रश्न 1.
उपसर्ग किसे कहते हैं ? इसके कितने प्रकार हैं ?
उत्तर:
जो शब्दांश किसी शब्द के आरम्भ में जुड़ कर उसके अर्थ को बदल देते हैं, उन्हें उपसर्ग कहा जाता है; जैसे-प्र + हार = प्रहार (हार = माला या हार जाना) प्रहार का अर्थ हमला या प्रहार करना।
संस्कृत के उपसर्गों का प्रयोग तत्सम शब्दों के साथ होता है। जैसे-
उपसर्ग | अर्थ | उदाहरण |
अति | अधिक | अतिप्रिय, अतिरिक्त, अत्यन्त |
अधि | विशेष, प्रधान | अधिकार, अध्यक्ष, अधिपति |
अनु | पीछे | अनुशासन, अनुचर, अनुमान, अनुरूप |
अप | बुरा | अपकर्ष, अपकार, अपमान, अपयश |
अभि | सामने | अभिसार, अभिमुख, अभिमान, अभ्यास |
अव | नीचे, हीन | अवनति, अवतार, अवगुण |
आ | तक, चारों ओर | आमरण, आजीवन, आगमन, आकार |
उत् | ऊपर, ऊँचा | उद्गार, उत्कर्ष, उत्थान, उत्तीर्ण |
उप | सहायक, पास | उपकार, उपमंत्री, उपस्थित, उपदेश |
दुः, दुर् | बुरा, कठिन | दुश्चरित्र, दुष्कर, दुष्कर्म, दुश्शासन, दुराचार, दुर्जन, दुर्दशा |
नि | विशेष | निरत, नियम, निवारण, निकाम |
निः, निर् | बिना, बाहर | निस्तेज, निश्चज, निष्काम, निर्गुण, निर्धन, निगमन |
परा | परे, उलटा | परामर्श, पराजय, पराभव, पराक्रम |
परि | चारों ओर | परिक्रमा, परिश्रम, परिचय, परिवर्तन |
प्र | विशेष, आगे | प्रकाश, प्रगति, प्रसिद्ध, प्रचार, प्रदेश, प्रबल |
प्रति | उलटा, विपरीत | प्रत्युत्तर, प्रतिकूल, प्रतिकार, प्रतिशोध |
वि | विशेष, भिन्न | विकास, विज्ञान, विशेष, विदेश, विमान |
सम् | अच्छी तरह | सम्पूर्ण, संगीत, संतोष, संसार |
सु | अच्छा | सुमति, सुधार, स्वागत, सूक्ति, सुगति |
अ | नहीं | अजर, अज्ञान, अमर, अधर्म, असुर |
अधः | नीचे | अधोमुख, अध:पतन, अधोलिखित |
कु | बुरा | कुमार्ग, कुपुत्र, कुकर्म, कुरूप, कुमति |
पर | पराया | परदेश, पराधीन, परधन |
बहु | बहुत | बहुमूल्य, बहुवचन, बहुमुखी |
सह | साथ | सहकारी, सहपाठी, सहयोग, सहशिक्षा |
स | साथ | ससाथ, सरस, सपरिवार, सफल, सगोत्र |
प्रश्न 2.
प्रत्यय किसे कहते हैं और इसके कितने भेद हैं ?
उत्तर:
जो धातु या शब्द के अन्त में जुड़ कर उसके रूप को बदल देते हैं, उन्हें प्रत्यय कहा जाता है।
प्रत्यय | शब्द |
-अन | गमन, चलन, दर्शन |
-अना | घटना, सूचना, भावना |
-ति | गति, स्तुति, यति, मति |
-या | क्रिया, विद्या, माया |
-ता | सुन्दरता, मधुरता, दासता, साधुता, मानवता |
– त्व | गुरुत्व, महत्त्व (महत् + त्व), बन्धुत्व, कवित्व, नारीत्व |
-अक | कारक, पाठक, लेखक |
-इक | धार्मिक, दैनिक, ऐतिहासिक, मार्मिक, हार्दिक, दार्शनिक |
-मान् | बुद्धिमान् श्रीमान्, कीर्तिमान् |
-वान् | बलवान् , रथवान्, धनवान्, दयावान् |
-आई | चढ़ाई, लड़ाई, खुदाई, पढ़ाई, लिखाई, अच्छाई |
-पन | बचपन, लड़कपन, पागलपन, भोलापन, सस्तापन |
-त | रंगत, बचत, हालत, संगत |
-हार | पालनहार, सिरजनहार, होनहार, राखनहार, देवनहार |
-आव | पड़ाव, छिड़काव, घेराव |
-आवट | थकावट, सजावट, रुकावट, लिखावट |
-खाना | डाकखाना, कैदखाना, छापाखाना, जेलखाना, दवाखाना। |
प्रश्न 3.
उपसर्ग और प्रत्यय में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
उपसर्ग शब्द के प्रारम्भ में जुड़कर उसके अर्थ को बदल देते हैं जैसे-देशराष्ट्र आदेश-आज्ञा।
प्रत्यय शब्द के अन्त में जुड़कर उसके अर्थ को बदलते हैं। जैसे बनाना-बनावट। सजाना-सजावट।