Punjab State Board PSEB 6th Class Science Book Solutions Chapter 16 कचरा-संग्रहण एवं निपटान Textbook Exercise Questions, and Answers.
PSEB Solutions for Class 6 Science Chapter 16 कचरा-संग्रहण एवं निपटान
PSEB 6th Class Science Guide कचरा-संग्रहण एवं निपटान Textbook Questions, and Answers
1.खाली स्थान भरें
(i) ठोस कूड़े को सामान्यतः ……………………… कहते हैं।
उत्तर-
कचरा
(ii) प्लास्टिक एक …………………….. सामग्री है।
उत्तर-
गैर बायोडिग्रेडेबल या गैर जैव निम्नीकरणीय
(iii) केंचुओं द्वारा खाद बनाने को ………………………. कहते हैं।
उत्तर-
वर्मीकंपोस्टिंग
(iv) ……………………. कूड़ेदान का प्रयोग जैव-अविघटनशील (नष्ट न होने योग्य) कूड़े को इकट्ठा करने के लिए
किया जाता है।
उत्तर-
नीला।
2. सही या ग़लत बताएं
(i) हरे कूड़ेदान का प्रयोग जैव-विघटनशील (नष्ट होने योग्य) कूड़े को इकट्ठा करने के लिए किया जाता
उत्तर-
ग़लत
(ii) जैविक कूड़ा खतरनाक तथा संक्रामक हैं।
उत्तर-
सही
(iii) कूड़ा-कर्कट फेंकने के लिए प्रयोग किए जाने वाला एक बड़ा, निचला क्षेत्र, ढेर (डंप) के तौर पर जाना जाता है।
उत्तर-
सही
(iv) भराव क्षेत्र वाला स्थान पार्क तथा खेल के मैदान बनाने के लिए उपयुक्त है।
उत्तर-
सही
3. कॉलम ‘क’ का कॉलम ‘ख’ से उचित मिलान करें
कॉलम ‘क’ | कॉलम ‘ख’ |
(i) जैविक कूड़ा | (क) राख |
(ii) औद्योगिक कूड़ा | (ख) दवाइयाँ और सुइयाँ |
(iii) घरेलू कूड़ा | (ग) धान की पराली |
(iv) खेती-बाड़ी अवशेष | (घ) सब्जियों के छिलके |
उत्तर-
कॉलम ‘क’ | कॉलम ‘ख’ |
(i) जैविक कूड़ा | (ख) दवाइयाँ और सुइयाँ |
(ii) औद्योगिक कूड़ा | (क) राख |
(iii) घरेलू कूड़ा | (घ) सब्जियों के छिलके |
(iv) खेती-बाड़ी अवशेष | (ग) धान की पराली |
4. सही विकल्प चुनें
प्रश्न (i)
अस्पताल का कूड़ा सामान्यतः
(क) पुनः उत्पादित किया जाता है
(ख) भराव क्षेत्रो में फेंका जाता है
(ग) जलाया जाता है
(घ) खाद बनाने के लिए प्रयुक्त होता है।
उत्तर-
(ग) जलाया जाता है।
प्रश्न (ii)
खाद बनाने वाले केंचुओं को क्या कहते हैं ?
(क) लाल केंचुए
(ख) हरे केंचुए
(ग) नीले केंचुए
(घ) सफेद केंचुए।
उत्तर-
(क) लाल केंचुए।
प्रश्न (iii)
…………………… एक जैव-अविघटनशील (न नष्ट होने योग्य ) कूड़ा है।
(क) प्लास्टिक
(ख) सब्जियों के छिलके
(ग) कागज़
(घ) पशुओं का गोबर।
उत्तर-
(क) प्लास्टिक।
प्रश्न (iv)
हम पुनः उत्पादन कर सकते हैं।
(क) शीशा
(ख) प्लास्टिक
(ग) धातुएं
(घ) सभी।
उत्तर-
(घ) सभी।
5. अति लघूत्तर प्रश्न
प्रश्न (i)
ढेर (डंप) से क्या भाव है ?
उत्तर-
कूड़े के निपटान के लिए उपयोग किए जाने वाले निचले क्षेत्रों को डंप कहा जाता है।
प्रश्न (ii)
नीले कूड़ेदान एवं हरे कूड़ेदान में किस प्रकार का कूड़ा इकट्ठा किया जाता है ?
उत्तर-
पॉलीथिन बैग, प्लास्टिक, काँच आदि जैसे अजैव निम्नीकरणीय कचरे को इकट्ठा करने के लिए नीले कूड़ेदान का उपयोग किया जाता है।
हरे रंग के कूड़ेदानों का उपयोग बायोडिग्रेडेबल कचरे या जैव निम्नीकरणीय जैसे सीवेज अपशिष्ट, समाचार पत्र आदि को इकट्ठा करने के लिए किया जाता है।
प्रश्न (iii)
पुनः उत्पादन से क्या भाव है ?
उत्तर-
अपशिष्ट और अनुपयोगी सामग्री को उपयोगी सामग्री में बदलने की प्रक्रिया को पुनः उत्पादन कहा जाता है।
6. लघूत्तर प्रश्न
प्रश्न (i)
जैव विघटनशील तथा जैव-विघटनशील कूड़े में अंतर बताइए।
उत्तर-
जैव-विघटनशील कूड़ा-
- अपशिष्ट पदार्थ जिन्हें सूक्ष्म जीवों द्वारा विघटित किया जा सकता है।
- उदाहरण के लिए-सीवेज़ अपशिष्ट, सब्जी छील, आदि।
- ऐसे अपशिष्ट पर्यावरण के लिए हानिकारक नहीं हैं।
जैव-अविघटनशील कूड़ा-
- अपशिष्ट पदार्थ जिन्हें आसानी से विघटित नहीं किया जा सकता है।
- उदाहरण के लिए-प्लास्टिक, काँच, रसायन, निर्माण स्थल अपशिष्ट आदि।
- ऐसे अपशिष्ट पर्यावरण के लिए हानिकारक होते हैं।
प्रश्न (ii)
वर्मी कंपोस्टिंग क्या है? यह कैसे की जाती है ?
उत्तर-
केंचुओं की सहायता से कम्पोस्ट बनाने की विधि को वर्मी कम्पोस्टिंग कहते हैं। लाल कृमी अपने गिजर्ड का उपयोग करके मिट्टी के साथ अपशिष्ट पदार्थ को खा जाते हैं और इसे खाद में बदल देते हैं।
प्रश्न (iii)
4 आर्ज़ (4Rs) की व्याख्या करें।
उत्तर-
अपशिष्ट प्रबंधन के लिए 4Rs का उपयोग किया जाता है। ये हैं-
- पुन: उपयोग
- कम करना
- रीसाइक्लि या पुनर्चक्रण
- मना करना ।
7. निबंधात्मक प्रश्न
प्रश्न (i)
प्लास्टिक एक वरदान है। कैसे? इसकी व्याख्या करें।
उत्तर-
प्लास्टिक हमारे विकास के लिए एक नवीनतम खोज है। इसे रासायनिक क्रियाओं द्वारा कृत्रिम रूप से तैयार किया जाता है। वर्तमान समय में यह हमारे जीवन का अभिमन्न अंग बन गया है। अब तो हम इसके बिना अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते । इसके दोनों पहलू हैं- उपयोगी और हानिकारक।
उपयोगी पहलू – हमारे आस-पास जो कुछ भी पाया जाता है उसमें से बहुत कुछ प्लास्टिक से बना होता है । जूते, खिलौने, बाल्टी, ट्यूब, पेन, बैग आदि । यहाँ तक कि इलेक्ट्रॉनिक चीजों में भी प्लास्टिक के घटक होते हैं। जब हम प्लास्टिक को खत्म करने पर विचार करते हैं तो जीवन समाप्त हो जाता है। इसका उपयोग चीजों को बनाने के लिए किया जाता है क्योंकि यह सख्त, कठोर, चमकदार, टिकाऊ और सबसे बढ़कर सस्ती होती है।
विभिन्न उपयोगों से हम मान सकते हैं कि प्लास्टिक एक वरदान है।
प्रश्न (ii)
कूड़ा-कर्कट के निपटारे के लिए अलग-अलग ढंगों की सूची बनाएं। किसी एक की व्याख्या करें।
उत्तर-
कूड़ा निस्तारण या कचरा निपटान के तीन तरीके हैं। ये हैं –
- कंपोसटिंग
- लैंडफिलिंग या डंपिंग
- भस्मीकरण।
लैंडफिलिंग – यह कचरे के निपटान के लिए आमतौर पर इस्तेमाल की जाने वाली विधि है।
विधि – घर से कूड़ा उठाकर डस्टबिन में डालने से पहले उसे दो समूहों में बाँट लें।
समूह क – रसोई से निकलने वाला कचरा जैसे फल और सब्जी के छिलके, अंडे के छिलके, चाय की पत्ती आदि।
समूह ख – कपड़े के टुकड़े, पॉलिथीन बैग, टूटे शीशे, पुराने जूते, एल्युमिनियम के रैपर आदि। इस कचरे के अलगअलग ढेर बनाकर ए, बी, सी और डी के रूप में लेबल करें। इन्हें अलग-अलग प्लास्टिक बैग में रखें। इन थैलियों का मुँह कस कर बांध दें। चारों ढेरियों को अलग-अलग गड्डों में डालकर मिट्टी से ढक दें। इस तरह से डंपिंग खुली जमीन में की जाती है। डंप की गई सामग्री, समय के साथ कचरे में बदल जाती है।
विभिन्न उपयोगों से हम मान सकते हैं कि प्लास्टिक एक वरदान है।
Science Guide for Class 6 PSEB कचरा-संग्रहण एवं निपटान Intext Questions and Answers
सोचें और उत्तर दें (पेज 164)
प्रश्न 1.
सब्जियों के छिलके ………………….. कूड़ा हैं। (जैव-विघटनशील/जैव-अविघटनशील)
उत्तर-
जैव-विघटनशील।
प्रश्न 2.
शीशा एक ………………………. कूड़ा है। (जैव-विघटनशील/जैव-अविघटनशील)
उत्तर-
जैव-अविघटनशील।
प्रश्न 3.
पौधों के पत्ते ………………………. कूड़ा हैं। (जैव-विघटनशील/जैव-अविघटनशील)
उत्तर-जैव-विघटनशील।
सोचें और उत्तर दें (पेज 165)
प्रश्न 1.
कंपोस्ट खाद पोषक तत्वों से भरपूर होती है। (सही/ग़लत)
उत्तर-
सही।
प्रश्न 2.
हम जैव-अविघटनशील पदार्थों का प्रयोग कंपोस्ट खाद बनाने में कर सकते हैं। (सही/ग़लत)
उत्तर-
ग़लत।
प्रश्न 3.
खाद जैव-विघटनशील होती है। (सही/ग़लत)
उत्तर-
सही।
सोचें और उत्तर दें (पेज 165)
प्रश्न 1.
वर्मी कंपोस्टिंग ………………. द्वारा की जाती है।
उत्तर-
केंचुओं या लाल कृमियों।
प्रश्न 2.
रसोई के कूड़े (जैव-विघटनशील) का प्रयोग वर्मी कंपोस्टिंग में लिए किया जाता है। (सही/ग़लत)
उत्तर-
सही।
सोचें और उत्तर दें (पेज 167)
प्रश्न 1.
हम शीशे तथा धातुओं का भी पुनः उत्पादन कर सकते हैं। (सही/ग़लत)
उत्तर-
सही।
प्रश्न 2.
कूड़े तथा अनावश्यक पदार्थों को उपयोगी पदार्थों में बदलने की प्रक्रिया को पुनः उत्पादन कहते हैं। (सही/ग़लत)
उत्तर-
सही।
PSEB Solutions for Class 6 Scienceकचरा-संग्रहण एवं निपटान Important Questions and Answers
1. बहुविकल्पीय प्रश्न
प्रश्न (i)
पदार्थ जिसका पुन: चक्रण होता है-
(क) कागज़ .
(ख) पुराने कपड़े
(ग) खिलौने
(घ) सभी।
उत्तर-
(घ) सभी।
प्रश्न (ii)
घरेलू अपशिष्ट होता है-
(क) पट्टियाँ
(ख) रसोई के व्यर्थ पदार्थ
(ग) सरिंज़
(घ) कोई नहीं।
उत्तर-
(ख) रसोई के व्यर्थ पदार्थ।
प्रश्न (iii)
निम्न में से कौन-सा अपशिष्ट पदार्थ नहीं है?
(क) टूटा हुआ काँच
(ख) एक नई बोतल
(ग) पैकिंग पदार्थ
(घ) खिलौना।
उत्तर-
(ख) एक नई बोतल।
प्रश्न (iv)
लाल केंचुआ जीवित रह सकता है-
(क) उच्च तापमान
(ख) निम्न तापमान
(ग) सामान्य तापमान
(घ) कोई नहीं।
उत्तर-
(ग) सामान्य तापमान।
प्रश्न (v)
कुछ जंतु निम्न में से कौन-सा पदार्थ निगलने से मर जाते हैं ?
(क) फलों के छिलके
(ख) कपड़ों के टुकड़े
(ग) प्लास्टिक लिफाफे
(घ) भोजन।
उत्तर-
(ग) प्लास्टिक लिफाफे।
प्रश्न (vi)
वर्मी कंपोस्टिंग के लिए किस जीव का उपयोग किया जाता है?
(क) साँप
(ख) चूहे
(ग) चींटी
(घ) केंचुआ।
उत्तर-
(घ) केंचुआ।
प्रश्न (vii)
प्लास्टिक हमारे लिए क्या है ?
(क) वरदान
(ख) श्राप
(ग) दोनों
(घ) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर-
(ग) दोनों (वरदान तथा श्राप)।
2. खाली स्थान भरें
(i) अस्पताल के कचरे को …………………….. कचरा कहा जाता है।
उत्तर-
जैविक
(ii) …………………… कचरा प्रकृति के लिए हानिकारक नहीं है।
उत्तर-
बायोडिग्रेडेबल
(iii) ……………….. कचरे के डिब्बे में घरेलू कचरा होता है।
उत्तर-
हरे
(iv) खाद बनाना …………………… कहलाता है।
उत्तर-
कंपोस्टिंग
(v) ……………….. कम्पोस्ट बनाने का एक आसान तरीका है।
उत्तर-
वर्मी कंपोस्टिंग।
3. सही या ग़लत चुनें
(i) हमें बहुत अधिक उर्वरकों का उपयोग नहीं करना चाहिए।
उत्तर-
सही
(ii) जलाने से प्रदूषण फैलता है।
उत्तर-
सही
(iii) कंपोस्टिंग से डिब्बे बनाए जाते हैं ।
उत्तर-
गलत
(iv) घरेलू कचरा हानिकारक है।
उत्तर-
गलत
(v) हमें प्लास्टिक का प्रयोग कम करना चाहिए।
उत्तर-
सही
4. कॉलम ‘क’ और कॉलम ‘ख’ का उचित मिलान करें
कॉलम ‘क’ | कॉलम ‘ख’ |
(i) जैविक कचरा | (a) अस्पताल का कचरा |
(ii) अजैविक कचरा | (b) जैविक कचरे से खाद |
(iii) कंपोस्टिंग | (c) आवास, दुकान तोड़ने पर पैदा होने वाला कचरा |
(iv) वर्मी कंपोस्टिंग | (d) फलों और सब्जियों के छिलके |
(v) चिकित्सीय अपशिष्ट | (e) लाल कृमी |
उत्तर-
कॉलम ‘क’ | कॉलम ‘ख’ |
(i) जैविक कचरा | (d) फलों और सब्जियों के छिलके |
(ii) अजैविक कचरा | (c) आवास, दुकान तोड़ने पर पैदा होने वाला कचरा |
(iii) कंपोस्टिंग | (b) जैविक कचरे से खाद |
(iv) वर्मी कंपोस्टिंग | (e) लाल कृमी |
(v) चिकित्सीय अपशिष्ट | (a) अस्पताल का कचरा |
5. अति लघूत्तर प्रश्न
प्रश्न 1.
हम कौन-से घरेलू अपशिष्ट को बाहर फेंकते हैं ?
उत्तर-
टूटे खिलौने, पुराने कपड़े, जूते और चप्पल।
प्रश्न 2.
भूमि भराव किसे कहते हैं ?
उत्तर-
निचले खुले क्षेत्र जहाँ गहरे गई (खड्डे) होते हैं, वहां कचरा फेंकने को भूमि भराव कहते हैं।
प्रश्न 3.
कचरे में कितने अवयव होते हैं ?
उत्तर-
कचरे में उपयोगी और अनुपयोगी दो तरह के अवयव होते हैं।
प्रश्न 4.
कचरे के किस अवयव को भराव क्षेत्र में फैलाकर मिट्टी से ढक दिया जाता है ?
उत्तर-
अनुपयोगी अवयव को।
प्रश्न 5.
उपयोगी अवयव का निपटान कैसे किया जाता है ?
उत्तर-
कंपोस्ट बनाने के लिए प्रयोग किया जाता है।
प्रश्न 6.
दो प्रकार के कचरे को एकत्र करने वाले कूड़े-दानों के रंग कैसे होते हैं ?
उत्तर-
नीला कूड़ेदान, हरा कूड़ेदान।
प्रश्न 7.
नीले कूड़ेदान में किस प्रकार का कचरा डाला जाता है ?
उत्तर-
नीले कूड़ेदान में पुन: उपयोग किए जा सकने वाले पदार्थ जैसे प्लास्टिक धातुएं एवं काँच आदि डाले जाते हैं।
प्रश्न 8.
हरे कूड़ेदान में किस प्रकार का कचरा डाला जाता है ?
उत्तर-
हरे कूड़ेदान में विगलित होने वाला कचरा जैसे फलों, सब्जियों के छिलके आदि डाले जाते हैं। प्रश्न 9. सूखी पत्तियाँ, फसली पादपों के अपशिष्टों को जलाना क्यों नहीं चाहिए ? उत्तर-इन्हें जलाने पर स्वास्थ्य के लिए हानिकारक गैसें और धुआँ उत्पन्न होता है।
प्रश्न 10.
सूखी पत्तियाँ, फ़सली पादपों के अपशिष्टों का निपटान कैसे करना चाहिए ?
उत्तर-
सूखी पत्तियाँ, फसली पादपों के अपशिष्टों से कंपोस्ट खाद तैयार करनी चाहिए।
प्रश्न 11.
किसान के मित्र कौन-से कीड़े होते हैं ?
उत्तर-
केंचुआ किसान का मित्र कीड़ा है।
प्रश्न 12.
केंचुए की कौन-सी प्रजाति कंपोस्ट बनाने में सहायक है ?
उत्तर-
लाल केंचुआ।
प्रश्न 13.
कृमि कंपोस्टिग अथवा वर्मी कंपोस्टिंग किसे कहते हैं ?
उत्तर-
लाल केंचुओं की सहायता से कंपोस्ट बनाने की विधि को कृमि कंपोस्टिंग अथवा वर्मी कंपोस्टिंग कहते हैं।
प्रश्न 14.
लाल केंचुओं का भोजन क्या है ?
उत्तर-
फल तथा सब्जियों के अपशिष्ट, कॉफी तथा चाय छानने के बाद बची हुई पत्तियाँ तथा खेत एवं बगीचे की खरपतवार।
प्रश्न 15.
लाल केंचुआ एक दिन में कितना आहार खाता है ?
उत्तर-
अपने शरीर के भार के बराबर।
प्रश्न 16.
लाल केंचुआ कैसे वातावरण में जीवित नहीं रह सकता ?
उत्तर-
बहुत गर्म अथवा ठंडे वातावरण में।
प्रश्न 17.
किस तरह के कागज़ का पुनः चक्रण नहीं हो सकता ?
उत्तर-
चमकदार एवं प्लास्टिक लेपित कागज़।
प्रश्न 18.
क्या पॉलीथीन थैलियाँ विगलित होती हैं अथवा नहीं ?
उत्तर-
पॉलीथीन की थैलियाँ विगलित नहीं होती।
प्रश्न 19.
प्लास्टिक अथवा पॉलीथीन को जलाना क्यों नहीं चाहिए ?
उत्तर-
प्लास्टिक अथवा पॉलीथीन को जलाने पर ज़हरीली गैसें उत्पन्न होती हैं।
6. लघूत्तर प्रश्न
प्रश्न 1.
कूड़ा-कचरा कहाँ से पैदा होता है ?
उत्तर-
कूड़ा-कचरा की उत्पत्ति – हम अपने घरों, विद्यालयों, दुकानों एवं कार्यालयों से प्रतिदिन अत्यधिक मात्रा में कूड़ा-कचरा बाहर फेंकते हैं। अनाज, दालें, बिस्कुट, दूध अथवा तेल जिन्हें हम दुकानों से खरीदते हैं, प्रायः प्लास्टिक की थैलियों अथवा टिनों में पैक होते हैं। पैकिंग की ये सभी वस्तुएँ कचरे में फेंक दी जाती हैं। कभी-कभी हम कुछ ऐसी वस्तुएँ भी खरीद लेते हैं, जिनका वास्तव में बहुत कम उपयोग होता है और प्रायः हम उन्हें कचरे में फेंक देते हैं।
प्रश्न 2.
किसी शहर के कचरे का निपटान कैसे किया जाता है ?
उत्तर-
सफ़ाई कर्मचारी कूड़ा एकत्र करके ट्रकों द्वारा निचले खुले क्षेत्रों में, जहाँ गहरे गड्डे होते हैं, ले जाते हैं। इन खुले क्षेत्रों को भूमि भराव कहते हैं।
वहाँ इस कचरे से उस भाग को जिसका पुन: उपयोग किया जा सकता है उसी अवयव में उपयोग न किए जा सकने वाले कचरे से पृथक् किया जाता है। इस प्रकार कचरे में उपयोगी और अनुपयोगी दोनों अवयव होते हैं। अनुपयोगी अवयव को पृथक् कर लेते हैं और फिर इसे भराव क्षेत्र में फैलाकर मिट्टी की परत से ढक देते हैं।
जब यह भराव-क्षेत्र पूरी तरह से भर जाता है, तब प्रायः इस पर पार्क अथवा खेल का मैदान बना देते हैं।
चित्र-भराव क्षेत्र
प्रश्न 3.
घर के कचरे को कूड़ेदान में फेंकने से पूर्व उनको दो समूहों में कौन-कौन सी वस्तुओं को पृथक् किया जा सकता है ?
उत्तर-
अपने घर के कचरे को कूड़ेदान में फेंकने से पूर्व किसी स्थान पर एकत्र कीजिए। फिर इसे दो समूहों में इस प्रकार पृथक् कीजिए कि उनमें इस प्रकार की वस्तुएँ हों –
समूह 1. रसोईघर का कचरा जैसे फल एवं सब्जी के छिलके, अंडे का खोल, बचा हुआ अपशिष्ट भोजन, चाय की पत्तियाँ, कागज़ की थैलियाँ, समाचार-पत्र एवं सूखी पत्तियाँ भी इसी समूह में सम्मिलित कीजिए।
समूह 2. कपड़ों के टुकड़े, पॉलीथीन की थैलियाँ, टूटा काँच, एल्यूमीनियम के रेपर्स, कीले, पुराने जूते एवं टूटे खिलौने।
प्रश्न 4.
कुछ शहरों तथा नगरों में कचरे को दो अलग-अलग कूड़ेदानों में क्यों एकत्र किया जाता है ?
उत्तर-
कुछ शहरों तथा नगरों में दो प्रकार के कचरे को एकत्र करने के लिए दो पृथक् कूड़ेदान का प्रयोग किया जाता है। प्राय: एक का रंग नीला तथा दूसरे का रंग हरा होता है। नीले कूड़ेदान में पुन: उपयोग किए जा सकने वाले पदार्थ डाले जाते हैं जैसे प्लास्टिक धातुएँ तथा काँच। यह पदार्थ मिट्टी में विगलित नहीं होता हरे कूड़ेदान रसोई तथा अन्य पादप अथवा जंतु अपशिष्टों को एकत्र करने के लिए लिए होते हैं। यह अपशिष्ट मिट्टी में दबाने पर पूर्णतः विचलित हो जाते हैं।
प्रश्न 5.
किसानों को सूखी पत्तियों ओर खेती के अपशिष्टों को जलाना क्यों नहीं चाहिए ?
उत्तर-
हमने प्रायः देखा कि किसान पौधों से गिरी सूखी पत्तियाँ और कटाई के पश्चात् खेतों में सूखी पत्तियाँ फसली पादपों के अपशिष्ट तथा भूसे जैसे अपशिष्टों को जलाते हैं। इन्हें जलाने से स्वास्थ्य के लिए हानिकारक गैसें तथा धुआँ उत्पन्न होता है। हमें इस पद्धति को समाप्त करने का प्रयास करना चाहिए। इन अपशिष्टों को उपयोगी कंपोस्ट में परिवर्तित किया जा सकता है।
प्रश्न 6.
वर्मी कंपोस्टिंग अथवा कृमिकंपोस्टिंग से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
वर्मी कपोस्टिंग अथवा कृमिकंपोस्टिंग – केंचुओं द्वारा कंपोस्ट तैयार करने की विधि को वर्मी कंपोस्टिंग अथवा कृमि कंपोस्टिंग कहते हैं। केंचुए की एक लाल प्रजाति कंपोस्टिंग के लिए उपयोग की जाती है। वर्मी कंपोस्टिंग एक उत्तम खाद है जो हम गमलों, बगीचों एवं खेतों में डाल सकते हैं।
प्रश्न 7.
प्लास्टिक से कौन-कौन सी वस्तुएँ बनाई जाती हैं ?
उत्तर-
प्लास्टिक का उपयोग हम खिलौने, जूते, थैले, पेन, कंघे, दाँत के ब्रुश, बाल्टी, बोतल एवं जल पाइप आदि बनाने में करते हैं।
हम प्लास्टिक से बने बस, कार, रेडियो, टेलीविज़न, रेफ्रीजेरेटर और स्कूटर के कुछ भागों का निर्माण करते हैं।
प्रश्न 8.
प्लास्टिक की क्या हानियाँ हैं ?
उत्तर-
प्लास्टिक की हानियाँ – लोग प्रायः अपने घर के कचरे को प्लास्टिक की थैलियों में भरकर बाहर फेंक देते हैं। गली मोहल्ले के आवारा पशु भोजन की खोज में जब इन थैलियों को देखते हैं तो प्रायः प्लास्टिक की थैली को भी निगल जाते हैं। कभी-कभी तो इस कारण उनकी मृत्यु भी हो जाती है। सड़कों तथा अन्य स्थानों पर असावधानीपूर्वक फेंकी गई ये प्लास्टिक की थैलियाँ बहुधा बहकर नालों अथवा सीवर प्रणाली में पहुँच जाती हैं। फलस्वरूप नाले रुद्ध हो जाते हैं और गंदा जल सड़कों पर फैलने लगता है। भारी वर्षा के समय तो बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है। प्लास्टिक का अंधाधुंध उपयोग अत्यधिक हानि पहुँचा सकता है।
7. निबंधात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
प्लास्टिक एक वरदान है अथवा अभिशाप टिप्पणी करिए।
उत्तर-
हमें प्लास्टिक के बिना अपने जीवन की कल्पना करना कठिन हो सकता है। हम प्लास्टिक से बनी कुछ ऐसी वस्तुओं के नामों की सूची बना सकते हैं जिन्हें हम उपयोग करते हैं, खिलौने, जूते, थैले, पेन, कंघे, दाँत के ब्रुश, बाल्टी, बोतल एवं जल-पाइप आदि इन वस्तुओं की सूची बहुत लंबी है। हम प्लास्टिक से बस, कार, रेडियो, टेलीविज़न, रेफ्रीजेरेटर और स्कूटर के कुछ भाग भी बनाते हैं।
प्लास्टिक का उपयोग संभवतः स्वयं कोई विशेष समस्या उत्पन्न नहीं करता। समस्या तब उत्पन्न होती है जब हम इसका अधिकाधिक उपयोग करते हैं तथा अपशिष्ट प्लास्टिक के निपटान से अनजान होकर उसकी उपेक्षा करते हैं। आज हमारे चारों ओर यही हो रहा है। यद्यपि हम इसके दुष्प्रभावों से परिचित हैं, फिर भी हो सकता है कि हम अपने उत्तरदायित्व को नहीं समझ पा रहे हैं।
हम प्रायः प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग पके हुए भोजन के संग्रहण के लिए करते हैं। प्रायः ये थैलियाँ खाने की वस्तुओं को रखने योग्य नहीं होती इन थैलियों में पैक किए भोजन को खाना हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। प्रायः दुकानदार प्लास्टिक की ऐसी थैलियों का उपयोग करते हैं जिनका इससे पूर्व किसी अन्य कार्य में उपयोग हो चुका है। कभी-कभी कचरा बीनने वालों द्वारा एकत्र की गयी प्लास्टिक की थैलियों को धोकर भी उपयोग किया जाता है। इस प्रकार की पुनः चक्रण वाली प्लास्टिक की थैलियों में खाद्य पदार्थों को रखना हानिकारक हो सकता है। खाद्य पदार्थों के संग्रहण के लिए हमें इस कार्य के लिए अनुमोदित प्लास्टिक की थैलियों के उपयोग के लिए आग्रह करना चाहिए।
सभी प्रकार के प्लास्टिक गरम करने अथवा जलाने पर हानिकारक गैसें मुक्त करते हैं। ये गैसें बहुत-सी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ जिनमें मानवों में कैंसर भी सम्मिलित हैं उत्पन्न कर सकती हैं। सरकार ने भी प्लास्टिक के पुनःचक्रण के लिए आवश्यक दिशा निर्देश निश्चित किए हैं। प्रायः दुकानदार प्लास्टिक की ऐसी थैलियों का उपयोग करते हैं जिनका इससे पूर्व किसी अन्य कार्य में उपयोग करते हैं जिनका इससे पूर्व किसी अन्य कार्य में उपयोग हो चुका है। कभी-कभी कचरा बीनने वालों द्वारा एकत्र की गयी प्लास्टिक की थैलियों को धोकर भी उपयोग किया जाता है। इस प्रकार की पुन:चक्रण वाली प्लास्टिक की थैलियों में खाद्य पदार्थों के संग्रहण के लिए हमें इस कार्य के लिए अनुमोदित प्लास्टिक की थैलियों के उपयोग के लिए आग्रह करना चाहिए।
प्रश्न 2.
प्लास्टिक के अति उपयोग को निम्नतम करने के लिए हमें क्या करना चाहिए ?
उत्तर-
- हम प्लास्टिक की थैलियों का कम-से-कम उपयोग करें। जहाँ भी संभव हो बिना किन्हीं दुष्प्रभावों के हम इन थैलियों का पुनः उपयोग करें।
- दुकानदारों से कागज़ के थैले उपयोग करने का आग्रह करें। खरीददारी के लिए बाज़ार जाते समय हम घर से कपड़े अथवा जूट का थैला लेकर जाएं।
- हम खाद्य-पदार्थों के संग्रहण के लिए प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग न करें।
- हम उपयोग के पश्चात् प्लास्टिक की थैलियों को इधर-उधर न फेंकें।
- हम प्लास्टिक की थैलियों और अन्य प्लास्टिक की वस्तुओं को कभी भी न जलाएँ।
- हम कचरे को प्लास्टिक की थैलियों में न भरें और बाहर न फेंके।
- हम वर्मी कंपोस्टिग का उपयोग कर रसोई के अपशिष्ट का विवेकपूर्ण निपटान करें।
- हम कागज़ पुनः चक्रित करें।
- हम कागज़ के दोनों ओर लिखें। रफ कार्य के लिए स्लेट का प्रयोग करें। अभ्यास-पुस्तिका में बिना लिखे छटे कागज़ों को रफ कार्य के लिए उपयोग करें।
- हम अपने परिवार, मित्रों एवं अन्य व्यक्तियों को विभिन्न प्रकार के अपशिष्टों के निपटान के लिए सलाह दें।
प्रश्न 3.
आप अपने विद्यालय वर्मीकंपोस्टिग द्वारा खाद बनाने की विधि का विस्तार से वर्णन करिए।
उत्तर-
विधि-मैदान में एक गड्डे (लगभग 30 cm गहरा) खोदे अथवा कोई लकड़ी का बॉक्स किसी ऐसे स्थान पर जहाँ सीधी धूप नहीं पड़ती हो पर रखे जो न तो बहुत गर्म हो और न ही बहुत ठंडा। अब गड्ढे अथवा बक्से में लाल केंचुओं के लिए आरामदायक घर बनाने के लिए गड्डे अथवा बॉक्स की तली में एक जाल अथवा मुर्गा जाली बिछा दीजिए। आप विकल्प के रूप में तली में रेत की 1 अथवा 2 सेंटीमीटर मोटी परत भी बिछा सकते हैं। अब रेत के ऊपर सब्जियों अथवा फलों के अपशिष्ट बिछा दीजिए।
आप हरी पत्तियाँ, पौधों की सूखी डंडियों के टुकड़े, भूसा अथवा समाचार-पत्र की 1 इंच चौड़ी पत्तियाँ काटकर उन्हें रेत अथवा जाली के ऊपर बिछा सकते हैं। आप नोटबुक के बेकार गत्ते को काटकर भी पत्तियाँ बना सकते हैं। रेत अथा ताप की जाली पर सूखी गोबर भी बिछाया जा सकता है।
कुछ जल छिड़क कर इस परत को नम बनाइए। ध्यान रहे कि जल इतना अधिक न हो कि वह बहने लगे। अपशिष्ट की पम्त को दबाइए नहीं इसे पोला ही रहने दीजिए ताकि इस परत में पर्याप्त मात्रा में वायु एवं नमी बनी रहे।
अब आपका गड्डा लाल केंचुओं के स्वागत के लिए तैयार है। कुछ लाल केंचुए खरीद कर इन्हें अपने गड्डे में रखिए। अब इन्हें जूट की बोरी, पुरानी चादर अथवा घास से हल्के से ढक दीजिए।
आप लाल केंचुओं को भोजन के तौर पर फ़ल तथा सब्जियों के अपशिष्ट कॉफी तथा चाय छानने के बाद बची हुई पत्तियाँ तथा खेत एवं बगीचे के खरपतवार दे सकते हैं। इस गड्डे में इस भोजन को लगभग 2-3 सेंटीमीटर गहराई में दबाकर रखना, अच्छा हो सकता है। नमक, अचार, तेल, सिरका, मांस एवं दूध से निर्मित अपशिष्ट पदार्थ भोजन के रूप में भोजन लाल केंचुओं को न दें। इन वस्तुओं को गड्डे में डालने से उसमें रोगकारक जीव उत्पन्न होने लगते हैं। कुछ दिनों के अंतराल में गड्ढे के पदार्थों को धीरे-धीरे मिलाते रहें तथा इसकी ऊपरी सतह को हिलाते रहें।
आप अंडे के छिलके अथवा समुद्री शंख या सीपी का चूरा आहार के साथ मिला सकते हैं। लाल कृमि एक दिन में अपने शरीर के भार के बराबर आहार खा सकता है।
लाल केंचुए बहुत गर्म अथवा ठंडे वातावरण में जीवित नहीं रह सकते। उन्हें अपने आस-पास नमी की आवश्यकता होती है। यदि आप अपने केंचुओं की भली-भांति देखभाल करते हैं तो एक मास में उनकी संख्या दुगुनी हो जाएगी। __
3-4 सप्ताहों के अंतराल पर अपने गड्डे का सावधानीपूर्वक प्रेक्षण करते रहें। आपको गड्डे में मिट्टी जैसा पोला पदार्थ दिखाई देता है। अब आपका वर्मीकंपोस्ट तैयार है।
इस गड्डे के एक किनारे पर आहार के रूप में कुछ अपशिष्ट डालिए। अधिकांश कृमि अन्य भागों को छोड़कर गड्डे के इस भाग में स्थानांतरित हो जाएँगे। दूसरे भाग से खाद को निकाल कर कुछ घंटों तक इसे धूप में सुखाइए। आपका वर्मीकंपोस्ट प्रयोग के लिए तैयार है।
गड्डे के इस बचे भाग में अधिकांश कृमि हैं। आप इनका उपयोग और अधिक कंपोस्ट बनाने में कर सकते हो अथवा इन्हें किसी कंपोस्ट बनाने वाले से बाँट सकते हो।
इस वर्मीकंपोस्ट (खाद) को आप अपने गमलों, बगीचों एवं खेतों में डाल सकते हो।