Punjab State Board PSEB 6th Class Social Science Book Solutions Geography Chapter 1 पृथ्वी : सूर्य परिवार का अंग Textbook Exercise Questions and Answers.
PSEB Solutions for Class 6 Social Science Geography Chapter 1 पृथ्वी : सूर्य परिवार का अंग
SST Guide for Class 6 PSEB पृथ्वी : सूर्य परिवार का अंग Textbook Questions and Answers
I. नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर दीजिए
प्रश्न 1.
ब्रह्माण्ड का क्या अर्थ है? ब्रह्माण्ड प्रतिरूपों की सूची तैयार करो।
उत्तर-
सभी तारों, ग्रहों, उपग्रहों, धूलकणों और गैसों के समूह को ब्रह्माण्ड कहते हैं। ब्रह्माण्ड इतना विशाल है कि इसके आकार का अनुमान ही नहीं लगाया जा सकता।
ब्रह्माण्ड प्रतिरूप-
- गेलैक्सी अथवा आकाश गंगा
- सूर्य
- ग्रह तथा उपग्रह
- क्षुद्रग्रह अथवा छोटे ग्रह
- पुच्छल तारे अथवा धूमकेतु
- उल्का तथा उल्का पिण्ड।
प्रश्न 2.
ग्रह और उपग्रह में क्या अन्तर है?
उत्तर-
ग्रह तथा उपग्रह सौर परिवार के सदस्य हैं। इनमें निम्नलिखित अंतर हैं
ग्रह:
- ये खगोलीय पिण्ड सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाते हैं।
- सूर्य परिवार के ग्रहों की संख्या आठ है।
उपग्रह:
- ये खगोलीय पिण्ड अपने-अपने ग्रह के चारों ओर चक्कर लगाते हैं।
- सूर्य परिवार के उपग्रहों की संख्या बहुत अधिक है।
प्रश्न 3.
सूर्य परिवार (सौर मण्डल) के बारे में आप क्या जानते हैं?
उत्तर-
सूर्य, उसके ग्रह, ग्रहों के उपग्रह, क्षुद्रग्रह आदि मिलकर एक परिवार बनाते हैं। इसी परिवार को सूर्य परिवार अथवा सौरमण्डल कहते हैं। सूर्य इस परिवार के केन्द्र में स्थित है। ग्रह अपने-अपने उपग्रहों सहित सूर्य के चारों ओर घूमते रहते हैं।
प्रश्न 4.
भिन्न-भिन्न ग्रहों की सूर्य से दूरी की सूची तैयार करो और बताओ कि कौन-सा ग्रह (सबसे) दूर है और कौन-सा ग्रह (सबसे) निकट है?
उत्तर-
- बुध-580 लाख कि० मी०
- शुक्र-1080 लाख कि० मी०
- पृथ्वी-1490 लाख कि० मी०
- मंगल-2270 लाख कि० मी०
- बृहस्पति-7780 लाख कि० मी०
- शनि-14260 लाख कि० मी०
- यूरेनस-28700 लाख कि० मी०
- नेपच्यून-44970 लाख कि० मी०
नेपच्यून ग्रह सूर्य से सबसे दूर है और बुध सबसे निकट है।
प्रश्न 5.
आकार के अनुसार ग्रहों की सूची तैयार करो और बताओ कि कौन-सा ग्रह सबसे बड़ा है?
उत्तर-
घटते आकार के अनुसार ग्रहों का क्रम इस प्रकार है-बृहस्पति, शनि, यूरेनस, नेपच्यून, पृथ्वी, शुक्र, मंगल तथा बुध।
बृहस्पति ग्रह सबसे बड़ा है।
प्रश्न 6.
आप ऐसे कौन-से तथ्य जानते हो जिनके द्वारा आप पृथ्वी की आकृति और आकार के बारे में बता सकते हो?
उत्तर-
(1) अन्तरिक्ष से पृथ्वी के जो चित्र लिए गए हैं, उनमें यह गोल दिखाई देती है।
(2) पृथ्वी का चक्कर लगाने वाले नाविकों ने भी यह सिद्ध किया था कि पृथ्वी गोल है। परन्तु पृथ्वी पूरी तरह गोल नहीं है। ध्रुवों पर यह कुछ चपटी है।
(3) आकार के अनुसार पृथ्वी का ग्रहों में पांचवां स्थान है।
प्रश्न 7.
निम्नलिखित पर नोट लिखो-उपग्रह, उल्का, गोलार्द्ध, भूमध्य रेखा, पुच्छल तारा, अक्ष, छोटे ग्रह, चन्द्र-ग्रहण।
उत्तर-
1. उपग्रह-उपग्रह वे आकाशीय गोले हैं जो अपने-अपने ग्रह की परिक्रमा करते हैं। उदाहरण के लिए चन्द्रमा पृथ्वी का उपग्रह है। यह पृथ्वी की परिक्रमा करता है।
2. उल्का-उल्काएं सौर मण्डल के छोटे-छोटे पदार्थ हैं जिनके पीछे प्रकाश की एक लकीर सी दिखाई देती है। यह लकीर तब बनती है जब इनमें से कोई पदार्थ पृथ्वी के वायुमण्डल में प्रवेश करता है और रगड़ खाकर जलने लगता है। इसे टूटा हुआ तारा भी कहते हैं।
3. गोलार्द्ध- भूमध्य रेखा पृथ्वी को दो बराबर भागों में बांटती है। ये भाग गोलार्द्ध कहलाते हैं। उत्तरी भाग को उत्तरी गोलार्द्ध तथा दक्षिणी भाग को दक्षिणी गोलार्द्ध कहा जाता है।
4. भूमध्य रेखा-0° अक्षांश रेखा को भूमध्य रेखा कहते हैं। यह पृथ्वी के बीचों-बीच गुजरती है और पूर्वी तथा पश्चिमी किनारों को मिलाती है। यह पृथ्वी को दो समान भागों में बांटती है।
5. पुच्छल तारा-पुच्छल तारा गैसीय पदार्थ से बना होता है। सूर्य के निकट आने पर यह चमकने लगता है और इसकी पूंछ विकसित हो जाती है।
6. अक्ष-अक्ष पृथ्वी के मध्य से गुजरने वाली एक काल्पनिक रेखा है। यह उत्तरी ध्रुव तथा दक्षिणी ध्रुव को आपस में मिलाती है। पृथ्वी अपने अक्ष पर ही सूर्य के सामने घूमती है। अक्ष को पृथ्वी का धुरा भी कहते हैं।
7. छोटे ग्रह-मंगल तथा बृहस्पति ग्रहों के बीच अनेक छोटे-छोटे पिण्ड पाये जाते हैं। इन्हें छोटे ग्रह कहा जाता है।
8. चन्द्र-ग्रहण-पृथ्वी सूर्य के गिर्द घूमती है और चन्द्रमा पृथ्वी के गिर्द घूमता है। घूमते हुए जब कभी पृथ्वी सूर्य और चन्द्रमा के बीच आ जाती है। ऐसी अवस्था में पृथ्वी की परछाई चन्द्रमा पर पड़ती है। इसे चन्द्र-ग्रहण कहते हैं।
II. निम्नलिखित में रिक्त स्थान भरो
- हमारी पृथ्वी चपटा गोला है, इसे ………….. कहते हैं।
- पृथ्वी का घेरा लगभग ………….. किलोमीटर है।
- पृथ्वी का भूमध्य रेखा पर व्यास ………….. किलोमीटर है और ध्रुवों पर इसका व्यास ………….. किलोमीटर कम है।
उत्तर-
- स्थल-गोला
- 40,000
- 12,756, 44.
PSEB 6th Class Social Science Guide पृथ्वी : सूर्य परिवार का अंग Important Questions and Answers
कम से कम शब्दों में उत्तर वाले प्रश्न
प्रश्न 1.
सूर्य के आठ उपग्रह हैं? घटते आकार के अनुसार पृथ्वी किन दो उपग्रहों के बीच आती है?
उत्तर-
नेप्चयून तथा शुक्र।
प्रश्न 2.
पृथ्वी पूरी तरह गोल नहीं है। यह अपने किस भाग में कुछ चपटी है?
उत्तर-
ध्रुवों पर।
प्रश्न 3.
सभी-खगोलीय पिंडों को मिलाकर आप एक सामूहिक नाम देना चाहते हैं। वह क्या होगा?
उत्तर-
ब्रह्माण्ड।
बहु-विकल्पीय प्रश्न
प्रश्न 1.
उपग्रह किस आकाशीय पिंड के गिर्द घूमते हैं?
(क) सूर्य
(ख) अपने ग्रह
(ग) पुच्छल तारा।
उत्तर-
(ख) अपने ग्रह
प्रश्न 2.
दर्शाए गए चित्र में पृथ्वी के साथ एक छोटा खगोलीय पिंड दर्शाया गया है जो पृथ्वी की परिक्रमा करता है। बताइए यह क्या है?
(क) यह पृथ्वी की परछाई है।
(ख) यह पृथ्वी का उपग्रह चाँद है।
(ग) यह पृथ्वी. पर गिरा एक उल्का पिंड है।
उत्तर-
(ख) यह पृथ्वी का उपग्रह चाँद है
प्रश्न 3.
स्थल की अधिकता के कारण आकाशीय पिंड को कहा जाता है?
(क) पृथ्वी
(ख) चांद
(ग) उल्का पिंड।
उत्तर-
(क) पृथ्वी
प्रश्न 4.
किस खगोलीय पिंड के पीछे प्रकाश की एक लकीर होती है?
(क) ग्रह
(ख) उल्का
(ग) पृथ्वी का धुरा।
उत्तर-
(ख) उल्का
सही (✓) या गलत (✗) कथन
- उल्का पिंड के गिरने से पृथ्वी पर बहुत बड़े गड्ढे बन जाते हैं।
- पृथ्वी के अपने धुरे पर घूमने से दिन-रात बनते हैं।
- पृथ्वी का अक्ष बिल्कुल सीधा है।
उत्तर-
- (✓)
- (✓)
- (✗)
सही जोड़े
(1) शनि – (क) 88 दिन में परिक्रमा
(2) हैले का पुच्छल तारा – (ख) दूसरा सबसे बड़ा ग्रह
(3) बुध – (ग) उपग्रह
(4) चाँद – (घ) 76 वर्ष।
उत्तर-
(1) शनि-दूसरा सबसे बड़ा ग्रह,
(2) हैले का पुच्छल तारा-76 वर्ष,
(3) बुध-88 दिन में परिक्रमा,
(4) चाँद-उपग्रह।
अति लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
तारामण्डल (नक्षत्रमण्डल) किसे कहते हैं?
उत्तर-
एक विशेष आकृति वाले तारा-समूह को तारामण्डल कहते हैं।
प्रश्न 2.
सप्तऋषि क्या है?
उत्तर-
सप्तऋषि एक तारामण्डल है जो सात तारों का समूह है।
प्रश्न 3.
सप्तऋषि तारामण्डल की आकृति कैसी है?
उत्तर-
सप्तऋषि की आकृति एक बड़े रीछ जैसी है।
प्रश्न 4.
खगोल विज्ञान क्या है?
उत्तर-
तारों, ग्रहों तथा अन्य आकाशीय पिण्डों का अध्ययन करने वाले विज्ञान को खगोल विज्ञान कहते हैं।
प्रश्न 5.
प्राचीन लोग दिशाओं की जानकारी कैसे प्राप्त करते थे?
उत्तर-
प्राचीन लोग दिशाओं की जानकारी ध्रुव तारे को देखकर प्राप्त करते थे। यह तारा उत्तर दिशा को बताता है।
प्रश्न 6.
हमारा सौरमण्डल किस ग्लैक्सी का सदस्य है?
उत्तर-
आकाशगंगा।
प्रश्न 7.
नेबुला (Nebula) का अर्थ स्पष्ट करें।
उत्तर-
वैज्ञानिकों का मत है कि सूर्य तथा ग्रहों की उत्पत्ति गैसों के बादलों से हुई है। . इन बादलों को नेबुला कहते हैं।
प्रश्न 8.
क्षुद्रग्रह किसे कहते हैं?
उत्तर-
मुख्य ग्रहों के अतिरिक्त अनेक छोटे-छोटे पिण्ड सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाते हैं। इन्हें क्षुद्रग्रह कहते हैं।
प्रश्न 9.
उल्का पिण्ड क्या है?
उत्तर-
क्षुद्रग्रह कभी-कभी आपस में टकरा कर टूट जाते हैं और इनके टुकड़े पृथ्वी पर आ गिरते हैं। इन्हें उल्का पिण्ड कहा जाता है।
प्रश्न 10.
सूर्य का प्रकाश पृथ्वी पर लगभग कितने समय में पहुंचता है?
उत्तर-
लगभग 8 मिनट में।
प्रश्न 11.
‘ग्रह’ शब्द का क्या अर्थ है?
उत्तर-
‘ग्रह’ शब्द यूनानी शब्द प्लेनटाई (Planetai) से निकला है। इसका अर्थ हैघूमने वाला।
प्रश्न 12.
हमारी पृथ्वी सूर्य से कितनी दूर है?
उत्तर-
हमारी पृथ्वी सूर्य से लगभग 15 करोड़ कि० मी० दूर है।
प्रश्न 13.
सूर्य की किस शक्ति ने ग्रहों को नियन्त्रित किया हुआ है?
उत्तर-
सूर्य की गुरुत्वाकर्षण शक्ति ने ग्रहों को नियन्त्रित किया हुआ है।
प्रश्न 14.
ग्रह की ‘कक्षा’ अथवा ‘ग्रह-पथ’ से क्या अभिप्राय है?
उत्तर-
सभी ग्रह एक निश्चित मार्ग पर सूर्य की परिक्रमा करते हैं। ग्रह का यह मार्ग उसकी कक्षा अथवा ग्रह-पथ कहलाता है।
प्रश्न 15.
किस ग्रह के उपग्रहों की संख्या सबसे अधिक है?
उत्तर-
शनि।
प्रश्न 16.
आकार की दृष्टि से पृथ्वी ग्रहों में कौन-सा स्थान रखती है?
उत्तर–
पाँचवाँ।
प्रश्न 17.
पृथ्वी को अद्वितीय ग्रह क्यों कहते हैं?
उत्तर-
आठ ग्रहों में से केवल पृथ्वी पर ही जीवन पाया जाता है। इसलिए पृथ्वी को अद्वितीय ग्रह कहा जाता है।
प्रश्न 18.
चन्द्रमा को पृथ्वी की एक परिक्रमा पूरी करने में कितना समय लगता
उत्तर-
27 दिन, 7 घण्टे।
प्रश्न 19.
हमें चन्द्रमा का सदा एक ही भाग क्यों दिखाई देता है?
उत्तर-
चन्द्रमा अपनी धुरी पर चक्कर लगाने तथा पृथ्वी की एक परिक्रमा पूरी करने में एक समान समय लेता है। इसलिए हमें चन्द्रमा का सदा एक ही भाग दिखाई देता है।
प्रश्न 20.
चन्द्रमा तथा पृथ्वी के बीच की दूरी लगभग कितनी है?
उत्तर-
लगभग 384,400 कि० मी०।
प्रश्न 21.
चन्द्रमा का अपना प्रकाश नहीं है, फिर भी यह हमें चमकता हुआ क्यों दिखाई देता है?
उत्तर-
चन्द्रमा सूर्य के प्रकाश को परावर्तित करता है।
प्रश्न 22.
प्रकाश वर्ष (साल) क्या होता है?
उत्तर-
प्रकाश एक वर्ष में जितनी दूरी तय करता है, उसे प्रकाश वर्ष कहते हैं।
प्रश्न 23.
सौरमण्डल के ग्रहों के नाम सूर्य से उनकी दूरी के क्रम में लिखिए।
उत्तर-
बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस तथा नेपच्यून। बुध सूर्य के सबसे निकट तथा नेपच्यून सबसे दूर है।
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
सूर्य तथा ग्रहों का निर्माण कैसे हुआ?
उत्तर-
वैज्ञानिकों का मत है कि सूर्य तथा ग्रहों का निर्माण घूमते हुए गैसों के एक बादल से हुआ। इस बादल को नेबुला (Nebula) कहा जाता है। यह क्रिया सूर्य की गुरुत्वाकर्षण शक्ति के कारण हुई।
प्रश्न 2.
क्या कारण है कि भिन्न-भिन्न ग्रह सूर्य के गिर्द एक चक्कर पूरा करने में भिन्न समय लेते हैं?
उत्तर-
सभी ग्रह अपने-अपने निश्चित मार्ग पर सूर्य की परिक्रमा करते हैं। उनकी कक्षा की लम्बाई तथा उनकी गति अलग-अलग है। इसी कारण वे सूर्य का एक चक्कर पूरा करने में अलग-अलग समय लेते हैं।
प्रश्न 3.
ग्रह क्या हैं?
उत्तर-
ग्रह सूर्य के गिर्द चक्कर लगाने वाले आकाशीय पिण्ड हैं। ये एक निश्चित मार्ग पर सूर्य की परिक्रमा करते हैं। इनका अपना ताप और प्रकाश नहीं होता। ये सूर्य से ताप और प्रकाश प्राप्त करते हैं।
प्रश्न 4.
पृथ्वी को ‘नीला ग्रह’ क्यों कहा जाता है?
उत्तर-
पृथ्वी का केवल एक तिहाई भाग स्थल है। इसका शेष दो-तिहाई भाग जल से ढका हुआ है। जल की अधिकता के कारण अन्तरिक्ष से देखने पर पृथ्वी नीली दिखाई देती है। इसलिए पृथ्वी को ‘नीला ग्रह’ कहा जाता है।
प्रश्न 5.
उपग्रह किस प्रकार तारे से भिन्न होता है?
उत्तर-
उपग्रह:
- उपग्रह अपने ग्रह के चारों ओर चक्कर लगाते हैं।
- उपग्रहों का अपना ताप और प्रकाश नहीं होता।
- उपग्रहों की संख्या सीमित है।
- उपग्रह टिमटिमाते नहीं हैं।
तारे:
- तारे केवल अपनी धुरी पर घूमते हैं।
- तारों का अपना ताप और प्रकाश होता है।
- तारों की संख्या असीमित है।
- तारे टिमटिमाते हैं।
प्रश्न 6.
ग्लैक्सी किसे कहते हैं?
उत्तर-
आकाश में कुछ ऐसे तारा-मण्डल हैं जो हम से 200 करोड़ प्रकाश वर्ष दूर हैं। इन तारामण्डलों को ग्लैक्सी कहते हैं। एक ग्लैक्सी में लगभग एक लाख मिलियन तारे तथा ग्रह होते हैं।
निबन्धात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
सौरमण्डल का वर्णन कीजिए। चित्र भी बनाएं।
उत्तर-
सौरमण्डल की रचना-सूर्य (तारा) के परिवार को सौरमण्डल (सौर परिवार) कहते हैं। सौरमण्डल में स्वयं सूर्य, उसके 8 ग्रह, उनके उपग्रह, अनेक क्षुद्रग्रह, धूमकेतु तथा उल्काएं शामिल हैं। सौरमण्डल के विभिन्न सदस्यों का वर्णन इस प्रकार है
सूर्य-सूर्य सौरमण्डल का सबसे बड़ा सदस्य है। यह हमारी पृथ्वी से लगभग तेरह लाख गुना बड़ा है। इसकी पृथ्वी से दूरी लगभग 15 करोड़ किलोमीटर है। यह जलती हुई गैसों का एक विशाल गोला है। यह सौरमण्डल के लिए प्रकाश तथा ताप का स्रोत है। इसका प्रकाश पृथ्वी पर लगभग 8 मिनट में पहुंचता है।
ग्रह-सौरमण्डल में आठ ग्रह हैं। इनके नाम क्रमशः ये हैं-बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस तथा नेपच्यून। बुध सबसे छोटा तथा बृहस्पति सबसे बड़ा ग्रह है। शनि ग्रह सबसे सुन्दर है। इसके चारों ओर कई छल्ले हैं। ग्रह अपना ताप और प्रकाश सूर्य से प्राप्त करते हैं और उसी के चारों ओर चक्कर लगाते रहते हैं।
उपग्रह-उपग्रह अपने-अपने ग्रह की परिक्रमा करते हैं। ग्रहों की भाँति उपग्रह भी अपना ताप और प्रकाश सूर्य से प्राप्त करते हैं। शनि के सबसे अधिक उपग्रह हैं। चन्द्रमा पृथ्वी का उपग्रह है।
क्षुद्रग्रह-ये किसी टूटे हुए ग्रह के टुकड़े हैं जो मंगल तथा बृहस्पति ग्रहों के बीच घूमते रहते हैं।
अन्य सदस्य-सूर्य, ग्रहों तथा उपग्रहों के अतिरिक्त सौरमण्डल के अन्य सदस्य हैंधूमकेतु, उल्काएँ और क्षुद्रग्रह। धूमकेतु को पुच्छल तारा भी कहा जाता है। धूमकेतु कई सालों में एक बार ही दिखाई देता है। टूटते तारों को उल्काएं कहते हैं।
प्रश्न 2.
चन्द्रमा की संक्षिप्त जानकारी दीजिए तथा इसकी कलाओं (बदलते चेहरों) की व्याख्या कीजिए।
उत्तर-
चन्द्रमा हमारी पृथ्वी का एकमात्र उपग्रह है। यह हमारी पृथ्वी से लगभग 3 लाख, 84 हज़ार, 400 कि० मी० दूर है। इस पर जीवन नहीं पाया जाता।
चन्द्र-कलाएं-चन्द्रमा पृथ्वी की परिक्रमा करता है। ऐसा करते हुए सूर्य के सन्दर्भ में इसकी स्थिति हर रात बदलती रहती है। परिणामस्वरूप हमें ऐसा प्रतीत होता है कि चन्द्रमा की आकृति बदल रही है। चन्द्रमा की बदलती हुई आकृतियों को ही चन्द्र-कलाएं कहा जाता है। इनका संक्षिप्त वर्णन इस प्रकार है –
1. नया चन्द्रमा अथवा अमावस्या-जब चन्द्रमा का दूर वाला भाग भी सूर्य के सामने होता है, तब चंद्रमा चमकता तो है, परंतु यह हमें चमकता हुआ दिखाई नहीं देता। अतः हमें चन्द्रमा दिखाई नहीं देता। इस स्थिति को ‘नया चन्द्रमा’ अथवा ‘अमावस्या’ कहते हैं।
2. पूर्ण चन्द्रमा अथवा पूर्णिमा-धीरे-धीरे चन्द्रमा एक पतली-सी चाप की भांति दिखाई देने लगता है। 15 दिन तक बढ़ते-बढ़ते यह गोलाकार रूप धारण कर लेता है। इस स्थिति को पूर्ण चन्द्रमा अथवा पूर्णिमा कहते हैं। इसके बाद चन्द्रमा घटने लगता है और पुनः अमावस्या की स्थिति में पहुंच जाता है। ये दोनों चरण पूरे करने में चन्द्रमा 29 दिन 12 घंटे का समय लेता है।