PSEB 7th Class Agriculture Solutions Chapter 9 अनाज की संभाल

Punjab State Board PSEB 7th Class Agriculture Book Solutions Chapter 9 अनाज की संभाल Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 7 Agriculture Chapter 9 अनाज की संभाल

PSEB 7th Class Agriculture Guide अनाज की संभाल Textbook Questions and Answers

(क) एक-दो शब्दों में उत्तर दें:

प्रश्न 1.
अनाज को लगने वाले दो कीड़ों के नाम बताएं।
उत्तर-
खपरा, सुसरी, दाने का छोटा बोरर।।

प्रश्न 2.
मूंग और चने को लगने वाले कीड़े का नाम बताएं।
उत्तर-
ढोरा।

प्रश्न 3.
गोदामों को शोधने के लिए प्रयोग में आने वाली एक दवाई का नाम बताएं।
उत्तर-
मैलाथियान, एल्यूमीनियम फॉस्फाइड।

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प्रश्न 4.
गोदाम बनाने के लिए ऋण-सुविधा देने वाले किसी एक संस्था का नाम लिखें।
उत्तर-
पंजाब वित्त कार्पोरेशन।

प्रश्न 5.
कौन-सी संस्था को गोदाम किराये पर दिया जा सकता है ?
उत्तर-
भारतीय फूड कार्पोरेशन ऑफ इण्डिया, मार्कफैड आदि।

(ख) एक-दो वाक्यों में उत्तर दें:

प्रश्न 1.
सुसरी चावल को किस प्रकार नुकसान पहुंचाती है ?
उत्तर-
यह दाने के अन्दर अण्डे देती है तथा दाने को अन्दर से खा जाती है।

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प्रश्न 2.
स्टोर में जीर्ण-शीर्ण दाने स्टोर क्यों नहीं करने चाहिए ?
उत्तर-
स्टोरों में टूट-फूट वाले दाने स्टोर नहीं करने चाहिएं क्योंकि ऐसे दाने स्टोर करने से कीड़ों की आमद उस समय अधिक हो जाती है।

प्रश्न 3.
स्टोर करने वाले कमरे में बोरियां दीवारों से क्यों दूर रखनी चाहिए ?
उत्तर-
ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि दीवारों से नमी बोरियों को खराब न करे।

प्रश्न 4.
सैलोज़ से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
इनमें दाने स्टोर किये जाते हैं। यह लोहे तथा कंक्रीट के बने होते हैं।

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प्रश्न 5.
गोदामों या ढोलों को कीड़ों से कैसे मुक्त किया जा सकता है ?
उत्तर-
इसके लिये 100 मि.ली. साइथियन (मैलाथियान प्रीमियम ग्रेड) 50 शक्ति को 10 लिटर पानी में घोलकर छत तथा फर्श पर छिड़काव करना चाहिए।

प्रश्न 6.
स्टोर किए जाने वाले दानों को कैसे बचाया जा सकता है ?
उत्तर-
अनाज स्टोर करने के लिये केवल नई बोरियों का प्रयोग करो तथा पुरानी बोरियों को सुमीसाइडीन अथवा सिंबुश से सुधार लें। स्टोर अथवा ढोल को एल्यूमीनियम फॉस्फाइड की धूनी दें।

प्रश्न 7.
पुरानी बोरियों में अनाज़ स्टोर करने से पहले कैसे शोधा जाता है ?
उत्तर-
पुरानी बोरियों को 6 मि०ली. सुमीसाइडीन 20 ई०सी० को 5 मि०ली० सिंबुश 25 ई०सी० को 10 लिटर पानी में घोलकर बोरियों को इस घोल में 10 मिनट के लिये भिगोकर रखो। बोरियों को छांव में सुखाकर उनमें दाने भर दो।

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प्रश्न 8.
टोपी गोदाम के बारे में आप क्या जानते हैं ?
उत्तर-
यह खुले मैदान में दाने स्टोर करने की विधि है। इसका आकार 9.5 × 6.1 मीटर होता है। इस गोदाम में 96 बोरियां 6-6 लाइनों में लकड़ी के डण्डों पर रखी जाती हैं। इस गोदाम पर 7 गुणा खर्च कम होता है।

(ग) पाँच-छ: वाक्यों में उत्तर दें:

प्रश्न 1.
अनाज भण्डारण में हानिकारक कीड़ों की रोकथाम क्यों ज़रूरी है ?
उत्तर-
अनाज भण्डार किसी देश की खुशहाली का प्रतीक होते हैं। अनाज का सही मण्डीकरण तथा रख-रखाव किसी भी देश की प्रगति का प्रतीक है। अनाज को कई तरह के कीड़े तथा जानवर नुकसान पहुंचाते हैं। भण्डार किए दानों को लगभग 20 किम के कीड़े लग सकते हैं। जैसे सुसरी, दाने का छोटा बोरर तथा चावलों की सुण्डी, पतंगा, ढोरा, खपरा आदि। कीड़ों के आक्रमण से दानों की वृद्धि की शक्ति समाप्त हो जाती है। दानों का भार भी घट जाता है तथा अनाज के खाद्य तत्त्व भी कम हो जाते हैं। इसके स्वाद में भी फर्क पड़ जाता है।

कीड़े साधारणतः स्टोर के फर्शों, दीवारों तथा छतों आदि की दरारों से आते हैं। इस तरह अनाज का बहुत नुकसान होता है तथा इसे कई ढंगों का प्रयोग करने और सम्भालने की जरूरत पड़ती है।

प्रश्न 2.
अनाज भण्डारण के लिए कोठी बनाने के समय कौन-कौन सी बातों का ध्यान रखना चाहिए ?
उत्तर-

  1. कोठरी कमरे से अलग तथा पक्की होनी चाहिए।
  2. ऐसी कोठरी भूमि की सतह से 30-40 से० मी० ऊंची रखो ताकि कोठरी में नमी न जा सके।
  3. कोठरी को नमी रहित करने के लिए पॉलीथीन की शीट लगा दो।
  4. कोठरी में दाने डालने के लिये एक छिद्र ऊपर तथा दाने निकालने के लिये एक छिद्र नीचे होना चाहिए। जब प्रयोग न किया जाये तो हवा छिद्र बन्द होने आवश्यक हैं।
  5. कोठरी में सूखे तथा साफ़ दाने ही स्टोर करने चाहिएं।
  6. दाने स्टोर करने वाली कोठरी की दीवार कमरे की दीवार से 45-60 सें० मी० दूर होनी चाहिए।

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प्रश्न 3.
कौन-कौन से कीड़े अनाज को लगते हैं ? सूची बनाओ।
उत्तर-
पतंगा, वीवल, मक्खियां, ढोरा, सुसरी, खपरा, दाने का छोटा बोरर, चावलों की भुण्डी, दानों का गडूयां। पतंगा साधारणतः मक्की, ज्वार, गेहूँ, जवी, जौ आदि को नुकसान पहुंचाता है। सुसरी, खपरा, दाने का छोटा बोरर तथा चावलों की भुण्डी साधारणतः धान, गेहूँ, मक्की, जौ आदि को लगते हैं। ढोरा मोटे तौर पर मूंगी, चना तथा अन्य दालों को हानि पहुंचाता है।

प्रश्न 4.
कीड़े लगने से अनाज को कैसे बचाया जा सकता है ? विस्तार से लिखो।
उत्तर-

  1. नये दाने साफ़-सुथरे गोदामों अथवा ढोलों में रखने चाहिएं।
  2. गोदामों की सभी दरारें, दरजें, छिद्र आदि अच्छी तरह बन्द करके रखने चाहिएं।
  3. नाज को स्टोर करने के लिये सिर्फ नई बोरियों का ही प्रयोग करना चाहिए। अगर पुरानी बोरियों का प्रयोग करना हो तो उन्हें पहले सुधार लेना चाहिए। इसके लिए सुमीसाइडीन अथवा सिंबुश का प्रयोग करो। बोरियों को छांव में सुखाओ तथा फिर दाने भरो।
  4. गोदामों अथवा ढोलों को कीड़ों से मुक्त करने के लिये निम्नलिखित किसी एक ढंग का प्रयोग करो
    • 100 मि० ली० मैलाथियान 50 ग्राम ताकत को 10 लिटर पानी में घोल कर छत तथा फर्श पर छिड़काव कर देना चाहिए।
    • गोदामों में एल्यूमीनियम फॉस्फाइड की 25 गोलियां प्रति घन मीटर के हिसाब से रखें तथा 7 दिन तक हवा बंद रखें।

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प्रश्न 5.
व्यापारिक स्तर पर अन्न भण्डार करने के लिए बनाए जाने वाले भिन्नभिन्न गोदामों का विवरण दें।
उत्तर-
1. रिवायती चौड़े गोदाम-इन गोदामों में दानों से भरी बोरियां रखी जाती हैं। इनमें 1-2 वर्ष तक अनाज स्टोर किया जा सकता है। स्टोर किये दानों में नमी की मात्रा 14-15% से अधिक नहीं होनी चाहिए। इन गोदामों की पलिंथ ऊंची, फर्श नमी रहित होनी चाहिए। इनके अन्दर चूहे तथा पक्षी न जा सकते हों। यह रोशनीदार होने चाहिएं तथा सड़क तथा रेल की पहुंच में होने चाहिएं। बोरियों की धाकें लकड़ी के फ्रेम पर लगाई जाती हैं तथा प्लास्टिक से ढक दी जाती हैं।

2. सैलोज़ गोदाम-इनमें दालों तथा मिलर चावलों के अतिरिक्त सभी तरह के दाने 5 वर्ष तक स्टोर किये जा सकते हैं। इन स्टोर किये दानों में नमी की मात्रा 20% तक हो सकती है। यह कम स्थान घेरते हैं तथा इनमें रखे दानों का नुकसान भी बहुत कम होता है। यह सैलोज़ सिलिण्डर की शक्ल के होते हैं तथा नीचे से हापर टाइप के होते हैं। यह लोहे तथा कंकरीट के बने होते हैं। दाने रखने तथा निकालने के लिए लम्बी बैल्टे अथवा अन्य कैनवेयर लगे होते हैं। भारत में मिलने वाले सैलोज़ सिलिण्डर की ऊँचाई 30 से 50 मीटर तथा घेरा 6 से 10 मीटर तक होता है। इन्हें हवादार बनाने के लिये सैंट्रीफ्यूगल पम्पों का प्रयोग किया जाता है।

3. टोपी गोदाम-खुले मैदानों में दाने रखने के लिये इस तरीके का प्रयोग किया जाता है। इसका क्षेत्र 9.5 × 6.1 मीटर होता है। इसमें 96 बोरियां 6-6 लाइनों में लकड़ी के डण्डों पर रखी जा सकती हैं। प्रत्येक बोरी मोटी प्लास्टिक की चादर से ढंकी होती है। जब बाहरी तापमान तथा नमी कम हो तो प्लास्टिक की चादर उतारकर इन बोरियों को हवा दी जाती है।

Agriculture Guide for Class 7 PSEB अनाज की संभाल Important Questions and Answers

बहुत छोटे उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
स्टोर की जाने वाली मूंगफली में अधिक-से-अधिक कितने प्रतिशत नमी होनी चाहिए ?
उत्तर-
10%.

प्रश्न 2.
चौड़े गोदामों में कितने समय के लिए अनाज स्टोर किया जा सकता है ?
उत्तर-
1-2 वर्ष तक।

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प्रश्न 3.
कीड़े लगे दानों का इलाज करने के लिए प्रयुक्त की जाने वाली किसी एक दवाई का नाम बताओ।
उत्तर-
फोस्टोक्सीन अथवा सैलफास।

प्रश्न 4.
दस क्विटल अनाज की सुरक्षा के लिए एल्यूमीनियम फॉस्फाइट की कितनी गोलियों की आवश्यकता होती है ?
उत्तर-
एल्यूमीनियम फॉस्फाइड की 2 गोलियां 10 क्विटल दानों में काफ़ी हैं।

प्रश्न 5.
टोपी गोदाम का आकार क्या है ?
उत्तर-
9.5 × 6.1 मीटर।

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प्रश्न 6.
स्टोर में कीड़े कहां से आ जाते हैं ?
उत्तर-
स्टोर की दीवारों, फर्श तथा छतों आदि की दरारों से।

प्रश्न 7.
भण्डार किए दानों पर कितनी किस्म के कीड़े हमला करते हैं ?
उत्तर-
20 किस्म के।

प्रश्न 8.
दानों का पतंगा कौन-से अनाज को नुकसान पहुंचाता है ?
उत्तर-
गेहूँ, मक्की, ज्वार, जवी, जौ आदि।,

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प्रश्न 9.
खपरा, सुसरी, दाने का छोटा बोरर तथा चावलों की मक्खी कौन-से । अनाज को नुकसान करते हैं ?
उत्तर-
गेहूँ, चावल, जौ, मक्की आदि को।

प्रश्न 10.
हानिकारक कीड़ों के नाम बताओ।
उत्तर-
वीवल, मक्खियां, ढोरा, पतंगा।

प्रश्न 11.
कौन-सा पतंगा खेतों में बल्लियों पर अण्डे देता है ?
उत्तर-
एगुमस दाने का पतंगा।

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प्रश्न 12.
पतंगे के नुकसान की पहचान कैसे की जाती है ?
उत्तर-
दानों में पड़े जाले से इसके नुकसान की पहचान हो जाती है। जाले में 5-6 दाने इकट्ठे फंसे होते हैं।

प्रश्न 13.
दाने के अन्दर अण्डे कौन-सा कीड़ा देता है ?
उत्तर-
वीवल।

प्रश्न 14.
दाने की मक्खी तथा जवान कीड़ा दाने का कौन-सा हिस्सा खाती
उत्तर-
दाने का भ्रूण।

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प्रश्न 15.
दानों में कौन-सी मक्खियां गर्मी पैदा करती हैं ?
उत्तर-
तीखे दांतों वाली दाने की मक्खी, आटे की चपटी मक्खी, आटे की लाल मक्खी आदि।

प्रश्न 16.
स्टोर की गेहूँ को कौन-सी मक्खी नुकसान पहुंचाती है ?
उत्तर-
दांतों की मक्खी।

प्रश्न 17.
स्टोर किये आटे में कौन-सी भण्डी पड़ जाती है ?
उत्तर-
आटे की लाल भुण्डी।

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प्रश्न 18.
स्टोरों में नुकसान करने वाली सबसे महत्त्वपूर्ण भुण्डी कौन-सी है ?
उत्तर-
खपरा भुण्डी।

प्रश्न 19.
भुण्डियां स्टोर में कहां रहती हैं ?
उत्तर-
यह स्टोर की चीथों में रहती हैं।

प्रश्न 20.
दालों को हानि पहुंचाने वाले कीड़े का नाम बताओ।
उत्तर-
ढोरा।

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प्रश्न 21.
ढोरे के आक्रमण की पहचान कैसे होती है ?
उत्तर-
स्टोर की गई दालों पर सफ़ेद धब्बे पड़ जाते हैं जो इसके अण्डे होते हैं।

प्रश्न 22.
कौन-से तापमान पर कीड़े अण्डे देना बन्द कर देते हैं तथा मर जाते
उत्तर-
दानों का तापमान 65°F से घट जाने पर कीड़े अण्डे देना बन्द कर देते हैं तथा 30°F तक तापमान घट जाने पर कीड़े मर जाते हैं।

प्रश्न 23.
दाने स्टोर करने वाली कोठरी की दीवार कमरे की दीवार से कितनी दूर होनी चाहिए ?
उत्तर-
45-60 सें० मी०।

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प्रश्न 24.
दाने स्टोर करने वाले कमरे का फर्श ज़मीन से कितना ऊँचा होना चाहिए ?
उत्तर-
75 सें. मी०।

प्रश्न 25.
बोरियां दीवारों से कितनी दूर रखनी चाहिएं ?
उत्तर-
1.5 से 2 फुट।

प्रश्न 26.
बांस के बर्तनों का प्रयोग किन इलाकों में होता है ?
उत्तर-
कण्डी तथा नीम पहाडी इलाकों में।

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प्रश्न 27.
पंजाब में स्टोरों की दाने स्टोर करने की क्षमता कितनी है ?
उत्तर-
149 लाख मीट्रिक टन।

प्रश्न 28.
स्टोर भण्डार कितनी प्रकार के होते हैं ?
उत्तर-
3 प्रकार के।

प्रश्न 29.
विभिन्न गोदामों के नाम बताओ।
उत्तर-
रिवायती चौड़े गोदाम, सैलोज़ गोदाम, टोपी गोदाम।

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प्रश्न 30.
सैलोज़ गोदाम में दाने कितने समय के लिये स्टोर किये जा सकते हैं ?
उत्तर-
5 वर्ष तक।

प्रश्न 31.
भारत में मिलने वाले सैलोज़ सिलिण्डर की ऊँचाई तथा घेरा कितना होता है ?
उत्तर-
ऊँचाई 30-50 मीटर तथा घेरा 6-10 मीटर होता है।

प्रश्न 32.
टोपी गोदाम में कितनी बोरियां रखी जा सकती हैं ?
उत्तर-
96 बोरियां।

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छोटे उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
कीड़ों के आक्रमण से दानों को क्या हानि होती है ?
उत्तर-
कीड़ों के आक्रमण से दानों की बढ़ने की शक्ति घट जाती है। दानों का भार घट जाता है। अनाज के खाद्य तत्त्व घट जाते हैं, यह हमारे खाने लायक नहीं रहता तथा इनके स्वाद में भी फर्क पड़ जाता है।

प्रश्न 2.
वीवल के बारे में आप क्या जानते हैं ?
उत्तर-
वीवल एक सुण्डी है। यह दानों के अन्दर अण्डे देती है तथा दानों को अन्दर से खा जाती है। बाद में यह टूटी में बदल जाती है, जोकि दाने के बीच में ही होती है। बाद में टूटियों से वीवलें बाहर आ जाती हैं।

पतंगों से अलग यह कीड़ा सुंडी तथा जवान कीड़े की अवस्था में फसल को काफ़ी नुकसान पहुंचाता है। यह सुण्डी खेतों में गेहूँ पर हमला नहीं करती, पर कभी-कभी मक्की की फसल पर ज़रूर हमला करती है। इसी तरह ग्रेलरी वीवल तथा लैसर चावल वीवल से भी दानों को काफी नुकसान होता है।

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प्रश्न 3.
चावलों, मूंगफली, सूरजमुखी तथा तोरिये में कितनी नमी होनी चाहिए ?
उत्तर-
चावलों में 12-13%, मूंगफली में 10%, सूरजमुखी तथा तोरिये में 9-10% से अधिक नमी नहीं होनी चाहिए।

प्रश्न 4.
गोदाम बना कर कौन-कौन सी संस्थाओं को किराये पर दिया जा सकता
उत्तर-
गोदाम बनाकर लम्बे समय के लिये मार्कफैड, पंजाब तथा सैंट्रल वेयर हाऊसिंग कार्पोरेशन फूड कार्पोरेशन आदि संस्थाओं को किराये पर दिये जा सकते हैं।

बड़े उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
कुछ हानिकारक कीड़ों के बारे में जानकारी दो।
उत्तर-
कीड़ों में साधारणत: पतंगे, वीवल, कीट तथा ढोरा आदि कीड़े फसलों का काफ़ी नुकसान करते हैं।—
1. पतंगे-एगुमस दाने का पतंगा खेतों में ही बल्लियों पर अण्डे देता है। जब दाने निकाल कर स्टोर किये जाते हैं तो स्टोर में इनकी वृद्धि होने लगती है। पतंगे की सुण्डियां दाने को अन्दर से खाकर खोखला कर देती हैं । खाये हुए दाने में साधारणतः छिद्र नज़र आने लगता है। स्टोरों में इन्हें साधारणतः उड़ते देखा जा सकता है।

2. भारतीय भोजन पतंगा-यह भी खेतों से ही आता है। यह सुण्डियां दाने के भ्रूण को अन्दर से खा जाती हैं। इस कीड़े के अण्डे, सुण्डी, टूटी तथा पतंगा सभी दानों से हमेशा बाहर मिलते हैं। इसके नुकसान की पहचान दानों में पड़े जाले से होती है। जाले में 56 दाने इकट्ठे फंसे हुये देखे जा सकते हैं।

3. भुण्डियां-दाने की भुण्डियां तथा सूड़े की भुण्डियां स्टोर किये दानों का नुकसान करती हैं। दाने की मक्खी की सुण्डी तथा जवान कीड़ा साधारणत: दाने का भ्रूण खा जाते हैं। तीखे दांतों वाली दाने की मक्खी, आटे की चपटी मक्खी, आटे की लाल मक्खी आदि दानों में गर्मी पैदा करती हैं तथा अपने मल त्याग से दानों को खराब कर देती हैं। स्टोर की गेहूँ पर दांतों की मक्खी, जबकि स्टोर किये आटे में आटे की लाल मक्खी पड़ जाती है। इसके अतिरिक्त खपरा स्टोरों में काफ़ी नुकसान करती हैं। सुण्डियों पर पीले बाल काफ़ी होते हैं तथा वह साधारणत: स्टोरों की चीथों में रहती हैं।

4. ढोरा-यह स्टोर की हुई दालों को हानि पहुंचाने वाला कीड़ा है। इसके आक्रमण की पहचान स्टोर की दालों पर सफ़ेद धब्बे से होती है, जोकि वास्तव में इनके अण्डे होते हैं। मुंगी तथा चने का ढोरा महत्त्वपूर्ण है।

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प्रश्न 2.
घरेलू अनाज भण्डार की तीन विधियां बताएं।
उत्तर-
1. ढोल-घरों में अनाज भण्डारण के लिए इनका प्रयोग किया जाता है। यह विभिन्न क्षमता वाले तथा विभिन्न धातुओं के बने हो सकते हैं। यह ढोल हवा रहित होते हैं तथा इस प्रकार बनाये जाते हैं कि इनमें अनाज को हानि पहुंचाने वाले कीड़े, चूहे आदि नहीं जा सकते। जो कीट अनाज के अन्दर रह जाते हैं उन्हें फलने-फूलने के लिये उचित वातावरण नहीं मिलता।
लाभ-

  • इनकी कीमत कम होती है।।
  • इन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना आसान है।
  • इनकी बनावट सादी होती है।
    ध्यान रखने योग्य बातें-ढोलों में दाने सम्भालने से पहले इन्हें अन्दर से अच्छी तरह साफ कर लेना चाहिए ताकि इनमें पहले स्टोर किये अनाज के अवशेष न रहें। ढक्कन अच्छी तरह कस कर बन्द करना चाहिए। दाने अच्छी तरह साफ़ किये होने चाहिएं तथा
    टूटे-फूटे दाने अलग कर देने चाहिएं। नए दानों को पुराने दानों में नहीं मिलाना चाहिए। हो सकता है कि उन्हें कीड़े लगे हों। लगे हुए अथवा नम दाने स्टोर नहीं करने चाहिएं। दाने अच्छी तरह धूप में सुखाकर तथा ठण्डे करके ढोलों में डालने चाहिए।

2. दाने स्टोर करने वाला कमरा-किसान दाने स्टोर करने के लिये कमरे बना लेते हैं। स्टोर किये यह दाने मण्डी में कीमत बढ़ने पर बेचे जाते हैं। दाने स्टोर करने वाले कमरे का फर्श ज़मीन से 75 सें० मी० ऊंचा होना चाहिए। कमरे के चारों ओर बरामदा होना चाहिए। कमरे में एक दरवाजा और कम-से-कम दो रोशनदान होने चाहिएं। दीवारें आदि साफ तथा सफ़ेदी की हुई होनी चाहिए। कमरा बनाने के पश्चात् जब यह अच्छी तरह सूख जायें तो ही इनमें बोरियां रखो। बोरियों के दीवारों से दूरी 1.5-2.0 फुट होनी चाहिए।

3. बांस के बने स्टोर-कण्डी तथा नमी पहाड़ी इलाकों में किसान बांस के बने बड़े बर्तनों में दाने स्टोर करते हैं।

प्रश्न 3.
यदि अनाज को कीड़ा लग जाये तो उसकी सुरक्षा के लिए क्या काना चाहिए ?
उत्तर-
1. कीड़ों से बचाने के लिये-अगर दानों को खपरा लग जाए तो उन्हें गोदामों में एल्यूमीनियम फॉस्फाइड की दो गोलियां प्रति 10 क्विटल के हिसाब से धूनी देनी चाहिए। दाने सुखा कर रखने चाहिएं। टिन के बर्तन साफ़ होने चाहिएं तथा इन्हें 2-3 दिन धूप लगवा लेनी चाहिए। नए दानों को पुराने दानों में नहीं मिलाना चाहिए।

2. कीड़े लगे दानों का इलाज-निम्नलिखित दवाइयों में से किसी एक से हवाबन्द कमरे में धूनी दें

i) डैल्शिया अथवा फोस्टोक्सिन अथवा सैल्फास (एल्यूमीनियम फॉस्फाइड) की 3 ग्राम की एक गोली को एक टिन दानों के लिए अथवा 25 गोलियों को 100 घन मीटर स्थान के लिए प्रयोग किया जा सकता है। कमरे में धूनी देने के पश्चात् कमरे को 7 दिन तक हवाबन्द रखो।

ii) ई० डी० सी० टी० मिश्रण (क्लिोपटोरा) एक लिटर को 20 क्विटल दानों अथवा 35 लिटर को 100 घन मीटर स्थान के लिए प्रयोग करना चाहिए। इसके प्रयोग के पश्चात् गोदाम को 4 दिन हवा बन्द रखना चाहिए।

iii) ई० डी० बी० (एथलीन डाइब्रोमाइंड) 3 मि० ली० प्रति क्विटल दानों के हिसाब से प्रयोग करनी चाहिए तथा दानों को 4 दिन हवाबन्द रखना चाहिए।

सिफ़ारिश की गई दवाई का प्रयोग न किया जाये तो टिन के बर्तनों में भी दानों को कीड़े लग सकते हैं। इन कीड़ों से बचाव धूनी देने वाली दवाइयों से किया जा सकता है। धूनी देने वाले पदार्थों का प्रयोग केवल हवाबन्द गोदामों में ही करना चाहिए।

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अनाज की संभाल PSEB 7th Class Agriculture Notes

  • एक अनुमान के अनुसार फसल की कटाई से लेकर दानों की खपत तक लगभग 10% नुकसान हो जाता है। इसका कारण कीट, चूहे तथा पक्षी होते हैं।
  • अनाज खराब होने से इसके पौष्टिक तत्त्व कम हो जाते हैं तथा स्वाद में अन्तर आ जाता है।
  • कीड़ों के आक्रमण से दानों की उगने की शक्ति कम हो जाती है।
  • कीड़े साधारणतः स्टोर की दीवारों, फर्श तथा छतों आदि की दरारों में से आ जाते
  • कीड़े लगे पुराने अनाज के पास नया अनाज रखने से उसे भी कीड़े लग जाते हैं।
  • भण्डार किये अनाज पर 20 किस्म के कीड़े हमला करते हैं जैसे-सुसरी, खपरा, दाने का छोटा बोरर, चावलों की भण्डी, दानों का पतंगा, ढोरा आदि।
  • एगुमस दाने का पतंगा खेतों में ही बल्लियों पर अण्डे देता है।
  • वीवल सुण्डी दाने को अन्दर से खा जाती है।
  • मक्खियां दाने का भ्रूण खाती हैं तथा दानों में गर्मी पैदा करती हैं।
  • खपरा भुण्डी सबसे अधिक नुक्सान करता है।
  • ढोरा स्टोर की दालों को नुक्सान पहुंचाता है।
  • दालों पर सफ़ेद धब्बे ढोरे के अण्डे होते हैं।
  • दाने स्टोर करने से पहले अच्छी तरह सुखा लेने चाहिएं।
  • दानों के तापमान 65°F पर कीड़े अण्डे देना बन्द कर देते हैं तथा 35°F पर कीड़े मर जाते हैं।
  • चावल में 12-13%, मूंगफली में 10%, सूर्यमुखी तथा तोरिया में 9-10% से अधिक नमी नहीं होनी चाहिए।
  • किसान दाने स्टोर करने के लिये पक्की कोठरी भी बनाते हैं।
  • व्यापारिक अन्न भण्डार के लिये रिवायती चौड़े गोदाम, ब्लॉक गोदाम, टोपी गोदाम आदि बनाये जाते हैं।
  • दानों को कीड़ों से बचाने के लिये सुमीसाइडीन, सिम्बुश, साइथियॉन, एल्यूमीनियम फॉस्फाइड आदि दवाइयों का प्रयोग किया जाता है।

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