Punjab State Board PSEB 7th Class Physical Education Book Solutions Chapter 1 मनुष्य का शरीर Textbook Exercise Questions and Answers.
PSEB Solutions for Class 7 Physical Education Chapter 1 मनुष्य का शरीर
PSEB 7th Class Physical Education Guide मनुष्य का शरीर Textbook Questions and Answers
अभ्यास के प्रश्नों के उत्तर
प्रश्न 1.
मानव के शरीर के बारे में आप क्या जानते हो ?
उत्तर-
मानव का शरीर मांसपेशियों, हड्डियों तथा बहुत-से छोटे तथा बड़े अंगों जैसे दिल, फेफड़े, जिगर, गुदा आदि से बना है। जब दर्शक कबड्डी आदि खेलों में भाग लेने से पूर्व शरीर को गर्माते हुए खेल के मैदान में प्रवेश करते हैं तो उनके आकर्षक, सुन्दर हृष्टपुष्ट शरीर को देखते हैं तो उनके मन में भी उसी प्रकार का सुन्दर और आकर्षक शरीर पाने की मन में इच्छा होती है। खिलाड़ियों को अपने शरीर को आकर्षक और शक्तिशाली बनाने के लिए कठिन परिश्रम करना पड़ता है। प्रत्येक खेल में शरीर का स्वस्थ व शक्तिशाली होना आवश्यक है। खेलों में खिलाड़ी की उन्नति उसके शरीर की क्षमता पर निर्भर करती है। शरीर को स्वस्थ और मेहनती बनाने के लिए खिलाड़ी को शारीरिक जानकारी होना अति आवश्यक है। अगर खिलाड़ी को शरीर के सभी अंगों, उनकी कार्यक्षमता व कार्यप्रणाली की जानकारी नहीं होगी तो उसे शारीरिक व्यायाम करते समय चोट लग सकती है अथवा चोट लगने का भय बना रहता है और उसकी शारीरिक क्षमता में वृद्धि नहीं हो सकती।
प्रश्न 2.
मानव शरीर को समझने के लिए कौन से दो भागों में बांटा जा सकता है ?
उत्तर-
- शारीरिक ढांचा
- शारीरिक क्रियाएं।
प्रश्न 3.
हमारे शरीर में कुल कितनी हड्डियां होती हैं ?
उत्तर-
206 हड्डियां होती हैं।
प्रश्न 4.
रक्त प्रवाह प्रणाली के मुख्य अंग कौन से हैं ?
उत्तर-
- दिल
- धमनियां
- शिराएं
- कोशिकाएं।
प्रश्न 5.
ज्ञानेन्द्रियों के बारे में आप क्या जानते हो?
उत्तर-
ज्ञानेन्द्रियों में आंख, कान, जिह्वा, नाक और त्वचा शामिल है। इन ज्ञानेन्द्रियों से हमें अपने आस-पास की सभी जानकारी मिलती है। आंख से हम सभी वस्तुओं को देखते हैं। नाक से संघकर सुगंध और दुर्गंध में अन्तर मालूम होता है। कानों के द्वारा हम सुनते हैं। जिह्वा से खाने-पीने की वस्तुओं के स्वाद के बारे में पता चलता है। त्वचा द्वारा स्पर्श से गर्मी-सर्दी का पता चलता है। इन ज्ञानेन्द्रियों का हमारे मस्तिष्क से सीधा सम्बन्ध होता है।
प्रश्न 6.
मानव शरीर में मल त्याग प्रणाली का क्या महत्त्व है?
उत्तर-
मल-विसर्जन प्रणाली-जो भोजन हम खाते हैं उसका कुछ भाग ही शरीर में इस्तेमाल होता है, शेष भोजन व्यर्थ पदार्थ के रूप में बच जाता है। इसी तरह जब हम कार्य करते हैं तो शरीर में ऊर्जा का प्रयोग होता है जिससे कई व्यर्थ पदार्थ शरीर में बच जाते हैं। इन व्यर्थ पदार्थों को शरीर से बाहर निकालना आवश्यक है यदि यह व्यर्थ पदार्थ शरीर से बाहर न निकलें तो कई रोग लग जाते हैं। मल त्याग प्रणाली इन हानिकारक पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने का कार्य करती है। त्वचा और गुर्दे इस प्रणाली का मुख्य अंग है जो पसीने और मूत्र द्वारा इन व्यर्थ पदार्थों को शरीर से बाहर निकालते हैं।
प्रश्न 7.
शारीरिक ढांचे के प्रमुख कार्य कौन से हैं ?
उत्तर-
हमारा शारीरिक ढांचा कई प्रकार के कार्य करता है जो निम्नलिखित हैं
1. सुरक्षा-हमारे शरीर में कई कोमल अंग हैं जैसे हृदय, फेफड़े, मस्तिष्क आदि इन पर हल्की सी चोटें भी खतरनाक हो सकती हैं। हमारा शारीरिक ढांचा इन कोमल अंगों को हड्डियों और पसलियों से ढककर सुरक्षा देता है जैसे खोपड़ी की हड्डियां हमारे दिमाग और पसलियां हृदय और फेफड़ों को सुरक्षा देते हैं।
2. आकार-शारीरिक ढाँचा हमारे शरीर को आकार देता है। यदि हमारे शरीर में हड्डियां न हों तो शरीर मांस का लोथड़ा बनकर रह जाएगा और इसे किसी प्रकार का आकार प्रदान नहीं हो सकता।
3. गतिशीलता-शारीरिक ढाँचा शरीर को गतिशील बनाता है। हमारी मांसपेशियां शारीरिक ढाँचे से जुड़ी होती हैं। मांसपेशियों के सिकुड़ने और फैलने से हडियों में गति होती है जिससे हम चलने, कूदने और दौड़ सकते हैं।
4. खनिज भण्डार-हमारे शरीर की हड्डियां खनिज भण्डार का काम भी करती हैं। हड्डियों में बड़ी मात्रा में कैल्शियम और फास्फोरस होता है जिनसे हमारे शरीर की वृद्धि और विकास होता रहता है। इन खनिजों के लिए संतुलित भोजन खाना चाहिए। यदि शरीर में इन तत्त्वों की कमी हो जाए तो हड्डियां इसकी पूर्ति करती हैं।
Physical Education Guide for Class 7 PSEB मनुष्य का शरीर Important Questions and Answers
बहुत छोटे उत्तरों वाले प्रश्न
प्रश्न 1.
मनुष्य का शरीर किस वस्तु का बना है ?
उत्तर-
मांसपेशियों, हड्डियों तथा बहुत-से छोटे और बड़े अंगों का।
प्रश्न 2.
मानव शरीर में तीन महत्त्वपूर्ण अंगों के नाम लिखें।
उत्तर-
- दिल (हृदय)
- फेफड़े
- गुर्दे।
प्रश्न 3.
शरीर के कोमल अंगों को चोट से कौन रक्षा करता है ?
उत्तर-
कोमल अंगों को हड्डियां व पसलियां ढककर सुरक्षा प्रदान करती हैं।
प्रश्न 4.
खोपड़ी की हड्डियां किस शरीर के अंग की रक्षा करती हैं ?
उत्तर-
दिमाग की (मस्तिष्क)।
प्रश्न 5.
हमारे शरीर को आकार कौन प्रदान करता है ?
उत्तर-
शारीरिक ढांचा मानव शरीर को आकार प्रदान करता है।
प्रश्न 6.
यदि हमारे शरीर में हड्डियां न होती तो क्या होता ?
उत्तर-
हमारा शरीर मांस का लोथड़ा बन जाता।
प्रश्न 7.
शरीर को गतिशीलता कैसे मिलती हैं ?
उत्तर-
मांसपेशियां शरीर में गति पैदा करती हैं।
प्रश्न 8.
खनिज भण्डार का कार्य कौन करता है ?
उत्तर-
हड्डियां खनिज भण्डार का कार्य करती हैं।
प्रश्न 9.
हमारे शरीर में सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण कौन-कौन सी प्रणालियां हैं ?
उत्तर-
- रक्त प्रवाह प्रणाली
- श्वास क्रिया प्रणाली
प्रश्न 10.
हमारे शरीर को चलने, फिरने, दौड़ने, कूदने में कौन-सी प्रणाली कार्य करती है ?
उत्तर-
मांसपेशी प्रणाली।
प्रश्न 11.
श्वास प्रणाली के मुख्य अंग कौन-कौन से हैं ?
उत्तर-
नाक, श्वासनली और फेफड़े हैं।
प्रश्न 12.
हमारे शरीर को ऊर्जा कौन-सी प्रणाली देती है ?
उत्तर-
पाचन प्रणाली।
प्रश्न 13.
मल विसर्जन प्रणाली के मुख्य दो अंग लिखें।
उत्तर-
- त्वचा (चमड़ी)
- गुर्दे।
प्रश्न 14.
स्नायु तंत्र प्रणाली के कार्य लिखें।
उत्तर-
मस्तिष्क के संदेशों को शारीरिक अंगों में होने वाली क्रियाओं को मस्तिष्क से मांसपेशियों द्वारा संदेश पहुंचाता है।
छोटे उत्तरों वाले प्रश्न
प्रश्न 1.
खिलाड़ियों को अपना शरीर सुन्दर और आकर्षक बनाने के लिए क्या करना पड़ता है ?
उत्तर-
खिलाड़ी अपने शरीर को गर्माते हुए खेल के मैदान में चाहे वह कबड्डी खेल हो या कोई दूसरा खेल प्रवेश करते हैं तो उनके सुन्दर और आकर्षक शरीर को देखकर हैरानी होती है। खिलाड़ियों को अपने शरीर को आकर्षक और शक्तिशाली बनाने के लिए कठोर परिश्रम करना पड़ता है।
प्रश्न 2.
खिलाड़ी की उन्नति के लिए उसे क्या-क्या जानना जरूरी है ?
उत्तर-
खिलाड़ी की उन्नति उसके शरीर की क्षमता पर निर्भर करती है। खिलाड़ी को शरीर के अंगों, उनकी कार्य प्रणाली और कार्यक्षमता का ज्ञान होना आवश्यक है।
प्रश्न 3.
हड्डियों में कौन-सा खनिज भण्डार होता है ?
उत्तर-
हड्डियों में कैल्शियम और फॉसफोरस जमा होता है जो हमारे शरीर की वृद्धि और विकास के लिए आवश्यक है। हमारे शरीर में आवश्यक तत्त्वों की कमी हो जाए तो हमारी हड्डियां इसकी पूर्ति करती हैं।
प्रश्न 4.
हमारे शरीर को ऊर्जा कैसे प्राप्त होती है ?
उत्तर-
यह ऊर्जा हमें भोजन से मिलती है। हम जो भोजन खाते हैं उसके कई रासायनिक क्रियाओं के पश्चात् शरीर के योग्य बनता है। भोजन-प्रणाली से हमें पता चलता है कि शरीर द्वारा भोजन कैसे पचता है और उससे ऊर्जा का प्रयोग कैसे होता है ?
प्रश्न 5.
मानव शरीर किसकी भांति लगता है ?
उत्तर-
मानव शरीर मशीन जैसा है। मशीन के ठीक कार्य करने के लिए उसके सभी पुों का अच्छे ढंग से कार्य करना ज़रूरी है। उसी प्रकार शरीर की क्रिया प्रणालियां है। यदि शरीर की किसी प्रणाली में खराबी आती है तो इसका प्रभाव शरीर पर पड़ता है और व्यक्ति रोगी हो जाता है। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए शरीर सम्बन्धी पूर्ण जानकारी ज़रूरी है।
प्रश्न 6.
धमनियों और शिराओं में क्या अन्तर है ?
उत्तर-
धमनियां वे नलियां हैं जो रक्त को दिल से शरीर के प्रत्येक भाग में पहुंचाती हैं। यह धीरे-धीरे बारीक शिराओं में बंट जाती हैं जिन्हें कोशिकाएं कहते हैं। शिराएं वे नलियां हैं जो रक्त को फेफड़ों और शरीर के दूसरे भागों से हृदय में पहुँचाती हैं।
बड़े उत्तरों वाले प्रश्न
प्रश्न 1.
मनुष्य को शारीरिक क्रियाओं का ज्ञान क्यों जरूरी है ?
उत्तर-
हमारे शरीर में कई कार्य प्रणालियाँ हैं जो मिलकर भिन्न कार्य करती हैं। इन प्रणालियों का ठीक प्रकार से काम करना ज़रूरी है। यदि इनमें एक प्रणाली भी ठीक कार्य करना बंद कर दे तो सारे शरीर पर उसका बुरा प्रभाव पड़ेगा और शरीर में रोग आ जाता है।
मानव शरीर की कार्य प्रणालियां इस प्रकार हैं :
1. मांसपेशी प्रणाली-इस प्रणाली से मांसपेशियों के बारे में जानकारी मिलती है। मांसपेशियों द्वारा हम चलने, फिरने, कूदने और दौड़ने के काबिल होते हैं। हमारे शरीर में होने वाली गतिशीलता मांसपेशियों के कारण ही सम्भव है।
2. रक्तप्रवाह प्रणाली-हमारे शरीर में रक्त प्रवाह लगातार हमेशा चलता रहता है। रक्त प्रवाह प्रणाली के मुख्य अंग हृदय, धमनियां, शिराएं और कोशिकाएं हैं। दिल की आकृति बंद मुट्ठी के बराबर की होती है। दिल हमारा धड़कता रहता है। रक्त धमनियों द्वारा सारे शरीर में पहुंचता है। हम अपने हाथ के ऊपरी भाग में नीले रंग की शिराएं देख सकते हैं जो रक्त को हृदय की ओर ले जाती हैं।
3. श्वासक्रिया प्रणाली-मनुष्य को जीवित रहने के लिए हर समय आक्सीजन की ज़रूरत होती है। ऑक्सीजन श्वास द्वारा शरीर में प्रवेश करती है और कार्बन-डाइआक्साइड बाहर निकालते हैं। नाक, श्वासनली और फेफड़े इस श्वास प्रणाली के मुख्य अंग हैं।
4. पाचन प्रणाली-शरीर को कार्य करने के लिए ऊर्जा की ज़रूरत होती है जो ऊर्जा हमें भोजन से मिलती है जो भोजन हम खाते हैं। कई रासायनिक क्रियाओं के पश्चात् शरीर में कार्य करने के योग्य बनता है। इस प्रणाली से हमें मालूम पड़ता है शरीर में भोजन कैसे पचता है और पैदा होने वाली ऊर्जा का प्रयोग कैसे होता है ?
5. मल-विसर्जन प्रणाली-जो भोजन हम खाते हैं उसका कुछ भाग ही शरीर में इस्तेमाल होता है, शेष भोजन व्यर्थ पदार्थ के रूप में बच जाता है। इसी तरह जब हम कार्य करते हैं तो शरीर में ऊर्जा का प्रयोग होता है जिससे कई व्यर्थ पदार्थ शरीर में बच जाते हैं। इन व्यर्थ पदार्थों को शरीर से बाहर निकालना आवश्यक है यदि यह व्यर्थ पदार्थ शरीर से बाहर न निकलें तो कई रोग लग जाते हैं। मल त्याग प्रणाली इन हानिकारक पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने का कार्य करती है। त्वचा और गुर्दे इस प्रणाली का मुख्य अंग है जो पसीने और मूत्र द्वारा इन व्यर्थ पदार्थों को शरीर से बाहर निकालते हैं।
6. स्नायु तंत्र प्रणाली-हमारी सभी क्रियाएं मस्तिष्क द्वारा संचालित होती हैं। हमारे शरीर में स्नायु तंत्र का जाल-सा बना हुआ है, जो मस्तिष्क के संदेशों को शारीरिक अंगों तथा शारीरिक अंगों की क्रियाओं को मस्तिष्क तक संदेशों को लाने और ले जाने का कार्य करते हैं। रीढ़ की हड्डी का महत्त्वपूर्ण योगदान है। सारे संदेश इसके द्वारा आगे पहुंचते हैं।
7. ज्ञानेन्द्रियां-इस प्रणाली में आंख, कान, जिह्वा, नाक और त्वचा शामिल है। इन ज्ञानेन्द्रियों से हमें अपने आस-पास की सभी जानकारी मिलती है। आंख से हम सभी वस्तुओं को देखते हैं। नाक से सूंघकर सुगंध और दुर्गंध में अन्तर मालूम होता है। कानों के द्वारा हम सुनते हैं। जिह्वा से खाने-पीने की वस्तुओं के स्वाद के बारे में पता चलता है। त्वचा द्वारा स्पर्श से गर्मी-सर्दी का पता चलता है। इन ज्ञानेन्द्रियों का हमारे मस्तिष्क से सीधा सम्बन्ध होता है।
प्रश्न 2.
शारीरिक कार्य प्रणालियों का महत्त्व लिखें।
उत्तर-
सारी शारीरिक प्रणालियों का मानव शरीर के लिए बहुत महत्त्व है। इनमें रक्त प्रवाह प्रणाली और श्वास क्रिया प्रणाली बहुत महत्त्वपूर्ण है। इन प्रणालियों में अगर कोई प्रणाली अपना कार्य न करे तो मनुष्य की मृत्यु हो जाती है। किसी भी व्यक्ति को ज़िन्दा रहने के लिए शरीर में रक्त और ऑक्सीजन का मिलना अति आवश्यक है।
मानव शरीर एक मशीन की भांति ही कार्य करता है और सभी क्रिया प्रणालियां इस मशीन के भिन्न-भिन्न पुर्जे (अंग) हैं। मशीन को अच्छी प्रकार काम करने के लिए उसके सभी पुर्जी का ठीक कार्य करना आवश्यक है। अगर शरीर की किसी प्रणाली में कोई खराबी आ जाती है तो उसका असर सारे शरीर पर पड़ता है और मनुष्य बीमार हो जाता है। इसलिए हमें स्वस्थ रहने के लिए शरीर की पूरी जानकारी ज़रूरी है।