Punjab State Board PSEB 8th Class Home Science Book Solutions Practical ऊनी कपड़ों को धोना और दाग उतारना Notes.
PSEB 8th Class Home Science Practical ऊनी कपड़ों को धोना और दाग उतारना
अति लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
ऊनी वस्त्रों की धुलाई के लिए किस प्रकार के जल का प्रयोग करना चाहिए?
उत्तर-
मृदु जल का।
प्रश्न 2.
ऊनी वस्त्रों की धुलाई में कौन-से घोल अधिक प्रचलित हैं?
उत्तर-
पोटैशियम परमैंगनेट, सोडियम परऑक्साइड तथा हाइड्रोजन ऑक्साइड के हल्के घोल।
प्रश्न 3.
ऊनी कपड़ों को फुलाने की आवश्यकता क्यों नहीं होती?
उत्तर-
क्योंकि पानी में डुबाने से रेशे निर्बल हो जाते हैं।
प्रश्न 4.
ऊनी वस्त्रों को धोते समय रगड़ना-कूटना क्यों नहीं चाहिए?
उत्तर-
रगड़ने से रेशे नष्ट हो जाते हैं तथा आपस में फँसते हुए जम जाते हैं।
प्रश्न 5.
वस्त्रों को पानी में आखिरी बार खंगालने से पहले पानी में थोड़ी-सी नील क्यों डाल देनी चाहिए?
उत्तर-
वस्त्रों को पानी में आखिरी बार खंगालने से पहले पानी में थोड़ी-सी नील इसलिए डाल देनी चाहिए जिससे कपड़ों में चमक आ जाए।
प्रश्न 6.
ऊनी वस्त्रों को धूप में क्यों नहीं सुखाना चाहिए?
उत्तर-
क्योंकि तेज़ धूप के प्रकाश के ताप से ऊन की रचना बिगड़ जाती है।
प्रश्न 7.
ऊनी कपड़ों की धुलाई के लिए तापमान की दृष्टि से किस प्रकार के पानी का प्रयोग किया जाना चाहिए?
उत्तर-
ऊनी कपड़ों की धुलाई के लिए गुनगुने पानी का प्रयोग करना चाहिए। धोते समय पानी का तापमान एक-सा होना चाहिए।
प्रश्न 8.
धोने के बाद ऊनी कपड़ों को किस प्रकार सुखाना चाहिए?
उत्तर-
धोने से पूर्व बनाए गए खाके पर कपड़ों को रखकर उसका आकार ठीक करके छाया में उल्टा करके, समतल स्थान पर सुखाना चाहिए जहाँ चारों ओर से कपड़े पर हवा लग सके।
प्रश्न 9.
ऊनी कपड़े को धोने के बाद हैंगर में लटकाकर क्यों नहीं सुखाया जाता?
उत्तर-
ऊनी कपड़े बहुत पानी चूसते हैं और भारी हो जाते हैं इसलिए अगर कपड़े को हैंगर में सुखाया जाये तो वह नीचे लटक जाता है और उसका आकार खराब हो जाता है।
प्रश्न 10.
ऊनी कपड़े पर कीड़ों का असर न हो, इसलिए कपड़ों के साथ बक्स या अलमारी में क्या रखा जा सकता है?
उत्तर-
नैप्थलीन की गोलियाँ, पैराडाइक्लोरोबेंजीन का चूरा, तम्बाकू की पत्ती, कपूर, पिसी हुई लौंग, चन्दन का बुरादा, फिटकरी का चूरा या नीम की पत्तियाँ आदि।
प्रश्न 11.
कपड़ों पर दाग-धब्बे क्या होते हैं?
उत्तर-
दाग एक प्रकार के धब्बेदार चिह्न होते हैं जो कपड़ों पर किसी बाहरी पदार्थ के सम्पर्क या संस्पर्श में आ जाने से लग जाते हैं।
प्रश्न 12.
दाग-धब्बों की जानकारी के बारे में कौन-सी बातें महत्त्वपूर्ण हैं ?
उत्तर-
- वस्त्र के रेशों के वर्ग, रचना, वयन, रंग तथा परिसजा की जानकारी।
- धब्बे का वर्ग, प्रकृति और अवस्था की जानकारी।
प्रश्न 13.
धब्बे की पहचान का पहला सुराग क्या है?
उत्तर-
रंग प्रायः धब्बे की पहचान का पहला सुराग है।
प्रश्न 14.
दाग-धब्बे छुड़ाने के क्रम में सबसे महत्त्वपूर्ण बात क्या है?
उत्तर-
धब्बे की पहचान करना।
प्रश्न 15.
पसीने के धब्बे को प्राणिज धब्बे के अन्तर्गत क्यों नहीं रखा जाता?
उत्तर-
क्योंकि इनके संगठन में प्रोटीन नहीं होता।
प्रश्न 16.
कपड़ों पर लगने वाले धब्बे कितने प्रकार के होते हैं ?
उत्तर-
छः प्रकार के-
- वानस्पतिक,
- प्राणिज,
- खनिज,
- चिकनाई के,
- रंग के,
- पसीने, मैल आदि के अन्य धब्बे।
प्रश्न 17.
वानस्पतिक धब्बों में कौन-से धब्बे आते हैं ?
उत्तर-
दूध, अण्डे, मांस, रक्त आदि के धब्बे।
प्रश्न 18.
चिकनाई धब्बों में कौन-से धब्बे आते हैं?
उत्तर-
घी, मक्खन तथा रसेदार सब्जी के धब्बे।
प्रश्न 19.
खनिज धब्बों के उदाहरण बताओ।
उत्तर-
स्याही, दवाइयों तथा कोलतार के धब्बे।
प्रश्न 20.
वानस्पतिक धब्बे किस प्रकार दूर किए जा सकते हैं ?
उत्तर-
क्षारीय पदार्थों के उपयोग से।
प्रश्न 21.
प्राणिज धब्बों के लिए किस प्रकार के जल का उपयोग करना चाहिए ?
उत्तर-
ठण्डे जल का, क्योंकि गर्म जल से दाग और भी पक्के हो जाते हैं।
प्रश्न 22.
चिकनाई के धब्बे किस विधि से दूर किए जा सकते हैं ?
उत्तर-
घोलक तथा चूषक विधि द्वारा।
प्रश्न 23.
धब्बों को शीघ्र ही क्यों छुड़ा देना चाहिए ?
उत्तर-
देर करने से वे पक्के हो जाते हैं और दाग कपड़ों को कमज़ोर भी करते हैं।
प्रश्न 24.
नाखून पालिश का धब्बा कैसे छुड़ाया जा सकता है ?
उत्तर-
नाखून पालिश का धब्बा छुड़ाने के लिए एमाइल एसिटेट से धब्बे को स्पंज करें। धब्बा छूटने पर सोडियम हाइड्रोसल्फाइट के विरंजक का प्रयोग करें।
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
ऊनी बुने हुए स्वेटर की धुलाई आप किस प्रकार करेंगी ?
उत्तर-
ऊनी स्वेटर पर प्रायः बटन लगे रहते हैं। यदि कुछ ऐसे फैन्सी बटन हों जिनको धोने से खराब होने की सम्भावना हो तो उता लेते हैं। यदि स्वेटर कहीं से फटा हो तो सी लेते हैं । अब स्वेटर का खाका तैयार करते हैं। इसके उपरान्त गुनगुने पानी में आवश्यकतानुसार लक्स का चूरा अथवा रीठे का घोल मिलाकर हल्की दबाव विधि से धो लेते हैं। तत्पश्चात् गुनगुने साफ़ पानी में तब तक धोते हैं, जब तक सारा साबुन न निकल जाए। ऊनी वस्त्रों के लिए पानी का तापमान एक-सा रखते हैं तथा ऊनी वस्त्रों को पानी में बहुत देर तक नहीं भिगोना चाहिए वरन् इसके सिकुड़ने का भय हो सकता है। इसके बाद एक रोंएदार (टर्किश) तौलिये में रखकर उसको हल्के हाथों से दबाकर पानी निकाल लेते हैं। फिर खाके पर रखकर किसी समतल स्थान पर छाया में सुखा लेते हैं।
चित्र 3.1 ऊनी वस्त्र का खाका बनाना
प्रश्न 2.
ऊनी स्वेटर को आप कैसे सुखाओगे ?
उत्तर-
ऊनी स्वेटर को सुखाने के लिए खाके वाले कागज़ को खाट पर बिछाते हैं और उस पर स्वेटर रखते हैं। हाथों से थोड़ा-थोड़ा खींचकर उसका आकार ठीक करते हैं। स्वेटर को गर्म जगह पर लेकिन छाया में जहां हवा चलती हो रखकर सुखाते हैं। जब आधा सूख जाए तो उसको उलट देते हैं ताकि दोनों तरफ से अच्छी तरह सूख जाए।
प्रश्न 3.
ऊनी बुनी हुई जुराबों की धुलाई आप कैसे करेंगे ?
उत्तर-
ऊनी बुनी हुई जुराबों की धुलाई हम निम्नलिखित प्रकार से करेंगे-
- जुराबों को अच्छी तरह झाड़ना चाहिए। अगर उन पर कीचड़ लगा हो तो पहले सुखा लेना चाहिए और फिर ब्रुश से झाड़ना चाहिए।
- साबुन वाले गुनगुने पानी में धोना चाहिए। एड़ी और पंजे की तरफ खास ध्यान देना चाहिए। अगर ज़रूरत हो तो प्लास्टिक का ब्रुश इस्तेमाल करना चाहिए।
- ऊनी जुराब धोने के बाद 2-3 बार साफ गुनगुने पानी में खंगालना चाहिए।
- गहरी, नीली और काली जुराबों को अगर नील लगाया जाए तो इनके रंगों में चमक आ जाती है।
- जुराबों को तौलिए में रखकर निचोड़ना चाहिए।
- खाट या मूढ़े के ऊपर सीधा डालकर सुखाना चाहिए।
- इस पर प्रैस की ज़रूरत नहीं पड़ती है।
प्रश्न 4.
वस्त्रों पर लगे घी, तेल, मक्खन या ग्रीज के धब्बे किस प्रकार छुड़ाएंगी?
उत्तर-
- घी, तेल, मक्खन तथा ग्रीज आदि चिकनाई के धब्बे, धोने वाले वस्त्रों पर से गर्म पानी और साबुन के घोल में डालकर छुड़ाये जा सकते हैं। जिन वस्त्रों को धोना नहीं है उन पर फ्रेंच चॉक (अवशोषक पदार्थ) रखकर, कुछ देर छोड़कर ब्रुश से झाड़ दें। इसे तब तक दोहराएँ जब तक कि चिकनाई का धब्बा पूरी तरह से दूर न हो जाए।
- चिकनाई के धब्बे के दोनों ओर ब्लॉटिंग पेपर रखकर खूब गर्म इस्तरी से कसकर दबाने से भी यह धब्बा दूर किया जा सकता है।
- चिकनाई के धब्बे छुड़ाने के लिए घोलक पदार्थ, जैसे पेट्रोल आदि का भी प्रयोग किया जा सकता है। इससे वस्त्र पानी के.सम्पर्क से बच जाता है।
प्रश्न 5.
स्याही के धब्बे किस प्रकार छुड़ाये जा सकते हैं ?
उत्तर-
- स्याही लगे वस्त्र के भाग को प्लेट में रख लें। इस पर नमक की एक परत बिछा दें। इस पर नींबू का रस निचोड़ कर धूप में रख दें। इसे बराबर नींबू के रस से तर रखना चाहिए। कभी-कभी नमक भी बदल देना चाहिए। दाग के हट जाने पर भी पानी से धो दें।
- स्याही के धब्बे हटाने के लिए वस्त्र को दही में भी भिगोया जाता है।
- सफेद सूती वस्त्र पर से धब्बे हटाने के लिए ब्लीचिंग पाऊडर के घोल का भी प्रयोग किया जा सकता है।
- इंक रिमूवर से भी इन्हें छुड़ाया जा सकता है।
- कच्चे दूध से भी स्याही का दाग छूट जाता है।
प्रश्न 6.
वस्त्रों पर लगे रक्त के धब्बे कैसे छुड़ाए जा सकते हैं ?
उत्तर-
- रक्त के धब्बे ठण्डे पानी तथा साबुन से धोने पर छूट जाते हैं। जिन वस्त्रों को धोना नहीं है, उन पर स्टार्च के पेस्ट को फैलाकर, सुखाकर तथा ब्रुश से झाड़कर रक्त के धब्बे को छुड़ाया जा सकता है।
- अमोनिया से भी रक्त के धब्बे छूट जाते हैं। गुनगुने पानी में कुछ बूंदें अमोनिया की डालकर उसमें दाग को डुबो देना चाहिए, फिर साबुन के पानी से धो डालना चाहिए।
प्रश्न 7.
आप किसी वस्त्र पर लगा घास का धब्बा कैसे छुड़ाएँगी ?
उत्तर-
धोने वाले वस्त्रों पर से ,घास के धब्बे केवल साबुन के पानी से ही छूट जाते हैं। किरोसिन तेल में अथवा एल्कोहल में भी फुला देने से धब्बा दूर हो जाता है। मेथिलेटिड स्पिरिट का प्रयोग न धोये जा सकने वाले वस्त्रों पर से घास के धब्बे छुड़ाने के लिए किया जाता है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
धब्बे छुड़ाने की सामग्री के रख-रखाव में सतर्कता सम्बन्धी सुझाव बताइए।
उत्तर-
धब्बे छुड़ाने की सामग्री के रख-रखाव में सतर्कता सम्बन्धी कुछ सुझाव निम्नलिखित प्रकार हैं
- धब्बे छुड़ाने वाले उत्पादों को बच्चों की पहुँच से ऊपर रखना चाहिए। यह स्थान खाद्य पदार्थों के स्थान से अलग होना चाहिए।
- बोतलों में कसकर ढक्कन लगा होना चाहिए तथा डिब्बों को बंद रखना चाहिए।
- इनके डिब्बों पर लिखे निर्देशों का पालन करना चाहिए। सभी चेतावनियों पर ध्यान देना चाहिए।
- धब्बे छुड़ाने वाली सामग्री के प्रयोग के लिए प्लास्टिक और धातु की अपेक्षा पोर्सलीन के आधार पात्र अधिक अच्छे लगते हैं। घोलकों के लिए तो प्लास्टिक के बर्तनों का कभी भी प्रयोग नहीं करना चाहिए।
- धब्बे छुड़ाने के प्रक्रम में अपने हाथों की सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए। रबर के दस्ताने पहनने चाहिएँ। इस बीच आँख और त्वचा को नहीं छूना चाहिए।
- घोलकों की वाष्प विषाक्त होती है अतः इनका प्रयोग अच्छी तरह से हवादार स्थान में करना चाहिए।
- अग्नि के समीप कभी भी रसायनों का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
- रसायनों का प्रयोग करते समय धूमपान नहीं करना चाहिए।
प्रश्न 2.
दाग-धब्बे छुड़ाते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ?
उत्तर-
दाग-धब्बे किस प्रकार छुड़ाये जाते हैं, यह जानते हुए भी दाग-धब्बे छुड़ाते समय कुछ महत्त्वपूर्ण बातें जान लेनी चाहिए जो निम्नलिखित हैं-
- धब्बा तुरन्त छुड़ाया जाना चाहिए। इसके लिए धोबी पर निर्भर नहीं रहना चाहिए क्योंकि तब तक ये दाग-धब्बे और अधिक पक्के हो जाते हैं।
- दाग-धब्बे छुड़ाने में रासायनिक पदार्थों का कम मात्रा में प्रयोग करना चाहिए।
- घोल को वस्त्र पर उतनी देर तक ही रखना चाहिए जितनी देर तक धब्बा फीका न पड़ जाये, अधिक देर तक रखने से वस्त्र कमज़ोर पड़ जाते हैं।
- चिकनाई को दूर करने से पूर्व उस स्थान के नीचे किसी सोखने वाले पदार्थ की मोटी तह रखनी चाहिए। धब्बे को दूर करते समय रगड़ने के लिए साफ़ और नरम पुराने रूमाल का प्रयोग किया जा सकता है।
- धब्बे उतारने का काम खुली हवा में करना चाहिए ताकि धब्बा उतारने के लिए प्रयोग किए जाने वाले रसायनों की वाष्प के दुष्प्रभाव से बचा जा सके।
- दाग किस प्रकार का है, जब तक इसका ज्ञान न हो तब तक गर्म जल का उपयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि गर्म जल में धब्बे और अधिक पक्के हो जाते हैं।
- किसी अनजाने धब्बे पर प्रेस नहीं करना चाहिए। इससे स्याही या रंग के धब्बे और भी पक्के हो जाते हैं।
- जंग या फलों के धब्बे साबुन या क्षार के प्रयोग से और अधिक दिखाई देने लगते हैं।
- रंगीन वस्त्रों पर से धब्बे छुड़ाते समय कपड़े के कोने को जल में डुबोकर देखना चाहिए कि रंग कच्चा है अथवा पक्का।
- लिपस्टिक के धब्बे साबुन व क्षार के प्रयोग से और भी पक्के हो जाते हैं।
- धब्बा छुड़ाने की विधियों का ज्ञान अवश्य होना चाहिए क्योंकि विभिन्न वस्तुओं
का प्रयोग अलग-अलग धब्बों को छुड़ाने हेतु किया जाता है। - ऊनी वस्त्रों पर से धब्बे छुड़ाते समय न तो गर्म जल का प्रयोग करना चाहिए. और न ही क्लोरीन-युक्त रासायनिक पदार्थ का। इससे धब्बे और भी पक्के हो जाते हैं।
- एल्कोहल, स्प्रिट, बैन्जीन, पेट्रोल आदि से दाग छुड़ाते समय आग से बचाव रखना चाहिए।
- धातु के धब्बे पर ब्लीच का प्रयोग करने से तन्तु कमज़ोर पड़ जाते हैं।
ऊनी कपड़ों को धोना और दाग उतारना PSEB 8th Class Home Science Notes
- स्वेटर को गर्म जगह पर लेकिन छाया में जहाँ हवा चलती हो रखकर सुखाना चाहिए।
- गहरी, नीली और काली जुराबों को अगर नील लगाया जाए तो इनके रंगों में चमक आ जाती है।
- सभी प्रकार के ताजे दाग आसानी से उतारे जाते हैं।
- अगर दाग की किस्म का पता न हो तो दाग लगने वाले हिस्से को दाग के विशेष प्रतिकारक से साफ़ करना चाहिए।
- रंगकाट का इस्तेमाल रंगदार कपड़ों पर तब तक नहीं करना चाहिए जब तक सारे कपड़े से रंग न उतारना हो।
- गर दाग तेजाब से उतारे जाएं तो बाद में हल्के क्षार में और अगर क्षार से उतारे जाएं तो हल्के तेजाब में खंगालना चाहिए।
- सूती और लिनन के कपड़ों पर से दाग उतारने के लिए कटे हुए नींबू को दाग वाले हिस्से पर रगड़ना चाहिए और फिर उस पर नमक रगड़ना चाहिए।
- पुराने.दाग उतारने के लिए पहले पैट्रोल या बेन्जीन के साथ साफ़ करना चाहिए और फिर साबुन वाले पानी के साथ धोना चाहिए।