PSEB 8th Class Social Science Solutions Chapter 16 शिक्षा तथा अंग्रेजी राज्य

Punjab State Board PSEB 8th Class Social Science Book Solutions History Chapter 16 शिक्षा तथा अंग्रेजी राज्य Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 8 Social Science History Chapter 16 शिक्षा तथा अंग्रेजी राज्य

SST Guide for Class 8 PSEB शिक्षा तथा अंग्रेजी राज्य Textbook Questions and Answers

I. नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखो :

प्रश्न 1.
नई शिक्षा प्रणाली से क्या भाव है ?
उत्तर-
नई शिक्षा प्रणाली में अंग्रेज़ी भाषा में पश्चिमी साहित्य की शिक्षा दी जाती थी। इसके लिए नए स्कूल, कॉलेज तथा विश्वविद्यालय खोले गए। बाद में तकनीकी शिक्षा की ओर भी ध्यान दिया गया।

प्रश्न 2.
वुड डिस्पैच से क्या भाव है ?
उत्तर-
1854 ई० में बोर्ड ऑफ़ कन्ट्रोल के प्रधान चार्ल्स वुड ने शिक्षा के विकास के लिए महत्त्वपूर्ण सिफ़ारिशें की। इन्हीं सिफ़ारिशों को वुड डिस्पैच कहा जाता है।

प्रश्न 3.
मुस्लिम ऐंग्लो-ओरिएंटल कालेज की स्थापना कब तथा कहां हुई ?
उत्तर-
मुस्लिम ऐंग्लो-ओरिएंटल कालेज की स्थापना 1875 ई० में अलीगढ़ में हुई।

प्रश्न 4.
सर सैय्यद अहमद खां को ‘सर’ की उपाधि कब मिली तथा उनका देहान्त कब हुआ ?
उत्तर-
सर सैय्यद अहमद खां को ‘सर’ की उपाधि 1898 ई० में मिली। इसी वर्ष अर्थात् 1898 ई० में ही उनका देहान्त हो गया।

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प्रश्न 5.
राजा राममोहन राय कौन-सी भाषाओं के विद्वान् थे ?
उत्तर-
राजा राममोहन राय बंगाली, फारसी, संस्कृत, उर्दू, अंग्रेज़ी तथा ग्रीक (यूनानी) भाषाओं के विद्वान थे।

प्रश्न 6.
ईश्वरचन्द्र विद्यासागर ने कौन-सी पुस्तक लिखी ?
उत्तर-
ईश्वरचन्द्र विद्यासागर ने बंगाली भाषा में ‘प्राईमर वर्णा परिचय’ नामक पुस्तक लिखी।

प्रश्न 7.
आधुनिक शिक्षा प्रणाली के उद्देश्य लिखो।
उत्तर-
आधुनिक शिक्षा प्रणाली निम्नलिखित उद्देश्यों से आरम्भ की गई-

  • अंग्रेजों को भारत में अपना शासन चलाने के लिए पढ़े-लिखे लोगों की ज़रूरत थी।
  • उन्हें भारतीयों की कठिनाइयां जानने के लिए ऐसे लोगों की ज़रूरत थी जो अंग्रेजी भाषा में बातचीत कर सकें।
  • अंग्रेजों का विचार था कि अंग्रेजी शिक्षा प्राप्त भारतीयों को आसानी से ईसाई बनाया जा सकता है।

प्रश्न 8.
हंटर कमीशन की शिक्षा सम्बन्धी सिफ़ारिशें लिखें।
उत्तर-
हंटर कमीशन की नियुक्ति 1882 ई० में हुई। इसकी शिक्षा सम्बन्धी मुख्य सिफ़ारिशें निम्नलिखित थीं

  • प्राइवेट स्कूलों को बहुत-सी ग्रांटें दी जायें।
  • सैकेंडरी स्कूलों में सुधार किए जाएं।
  • स्त्री शिक्षा का विशेष प्रबन्ध किया जाए।
  • विद्यार्थियों को शारीरिक तथा मानसिक शिक्षा दी जाए।
  • स्कूलों तथा कॉलेजों में सरकारी हस्तक्षेप अधिक न हो।

प्रश्न 9.
पश्चिमी शिक्षा प्रणाली के प्रभाव लिखो।
उत्तर-
पश्चिमी शिक्षा प्रणाली के निम्नलिखित प्रभाव पड़े –

  • शिक्षा प्रणाली महंगी होने के कारण अधिकतर लोग अनपढ़ ही रहे।
  • अंग्रेजी सरकार ने उच्च शिक्षा की ओर कोई ध्यान न दिया। परिणामस्वरूप भारतीय भाषाओं का विकास न हो सका जिससे भारतीयों का उच्च शिक्षा से सम्पर्क टूट गया।
  • पश्चिमी शिक्षा प्राप्त भारतीयों को विदेशी इतिहास पढ़ने का अवसर मिला।
  • पश्चिमी शिक्षा के प्रसार से भारत में अन्धविश्वासों को समाप्त करने में सहायता मिली।
  • पश्चिमी शिक्षा ने भारतीयों में राष्ट्रीय जागति उत्पन्न की। अतः वे दासता से मुक्ति पाने में सफल रहे।

प्रश्न 10.
आधुनिक शिक्षा प्रणाली के क्षेत्र में निम्नलिखित विद्वानों के योगदान के बारे में लिखो
(क) राजा राममोहन राय
(ख) स्वामी दयानन्द सरस्वती
(ग) स्वामी विवेकानन्द
(घ) ईश्वर चन्द्र विद्यासागर।
उत्तर-
(क) राजा राममोहन राय का योगदान-राजा राममोहन राय भारतीयों को पश्चिमी शिक्षा दिलाने के पक्ष में थे। उन्होंने समाचार-पत्र निकाले तथा बंगाली भाषा में भूगोल, खगोल-विज्ञान, व्याकरण, बीज गणित आदि विषयों पर पुस्तकें लिखीं। शिक्षा के विकास के लिए उन्होंने शिक्षा संस्थाएं खोलीं। उन्होंने अपने ही खर्चे पर कलकत्ता में एक अंग्रेजी स्कूल तथा एक वेदान्त कॉलेज स्थापित किया।

(ख) स्वामी दयानन्द सरस्वती-स्वामी दयानन्द सरस्वती संस्कृत तथा वैदिक शिक्षा के साथ-साथ पश्चिमी शिक्षा के भी समर्थक थे। उन्होंने भारत के विभिन्न भागों, विशेष रूप से पंजाब तथा उत्तर प्रदेश में बहुत-से स्कूलों, कॉलेजों तथा गुरुकुलों की स्थापना की। 1886 ई० में उनके देहान्त के बाद लाहौर में दयानन्द ऐंग्लो-वैदिक स्कूल खोला गया। 1889 ई० में इस स्कूल के साथ दयानन्द ऐंग्लो-वैदिक कॉलेज की स्थापना भी की गई। यहां विद्यार्थियों को हिन्दू साहित्य, संस्कृत भाषा तथा वेदों की शिक्षा दी जाती थी। बाद में होशियारपुर, जालन्धर तथा कानपुर में भी डी० ए० वी० स्कूल तथा कॉलेज खोले गए। मेरठ में स्वामी दयानन्द जी की याद में कन्या महाविद्यालय स्थापित किया गया।

(ग) स्वामी विवेकानन्द-स्वामी विवेकानन्द जी ने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की थी। इस संस्था ने समाज सुधार के लिए अनेक स्कूल, कॉलेज, पुस्तकालय तथा अस्पताल खोले। स्वामी जी ने भारतीय संस्कृति का अमेरिका तथा यूरोप में प्रचार किया।

(घ) ईश्वर चन्द्र विद्यासागर-ईश्वर चन्द्र विद्यासागर एक प्रसिद्ध विद्वान् थे। उन्होंने बंगाली भाषा में ‘प्राईमर वर्णा परिचय’ नाम की पुस्तक लिखी। इस ने भाषा सीखने की कला को सरल बना दिया। ईश्वर चन्द्र विद्यासागर एक संस्कृत कॉलेज के प्रिंसीपल थे। उन्होंने संस्कृत सिखाने का नया तरीका अपनाया। उन्होंने लड़कियों की शिक्षा के क्षेत्र में विशेष योगदान दिया था।

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II. सही जोड़े बनाओ :

1. राजा राम मोहन राय — 1. बंगाली भाषा में ‘प्रीयर वरना प्रीचिआ’ नामक पुस्तक की रचना की।
2. ईश्वर चंद्र विद्यासागर — 2. रामकृष्ण मिशन की स्थापना की।
3. स्वामी विवेकानंद — 3. बंगाली, फारसी, संस्कृत, उर्दू, अंग्रेज़ी तथा ग्रीक भाषाओं के विद्वान् थे।
उत्तर-

  1. राजा राम मोहन राय  – बंगाली, फारसी, संस्कृत, उर्दू, अंग्रेज़ी तथा ग्रीक भाषाओं के विद्वान थे।
  2. ईश्वर चंद्र विद्यासागर – बंगाली भाषा में ‘प्रीयर वरना प्रीचिआ’ परिचय नामक पुस्तक की रचना की।
  3. स्वामी विवेकानंद ने – रामकृष्ण मिशन की स्थापना की।

III. रिक्त स्थानों की पूर्ति करें :

1. सर सैय्यद अहमद खां ने अलीगढ़ में मोहम्डन ऐंग्लो ओरियंटल …………. की स्थापना की।
2. 1898 ई० में (सर सैय्यद अहमद खां) को ………… की उपाधि दी गई।
3. स्वामी दयानंद सरस्वती जी के समय दौरान ……………. में कन्या महाविद्यालय की स्थापना की गई।
उत्तर-

1. कॉलेज
2. सर
3. मेरठ।

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वस्तुनिष्ठ प्रश्न (Multiple Choice Questions)

(क) सही विकल्प चुनिए :

प्रश्न 1.
वुड डिस्पैच किस वर्ष प्रकाशित हुई ?
(i) 1813 ई०
(ii) 1833 ई०
(iii) 1854 ई०
(iv) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर-
1854 ई०

प्रश्न 2.
भारतीय विश्व विद्यालय कानून 1904 ई० किसने पारित किया ?
(i) लार्ड कार्नवालिस
(ii) लार्ड कर्जन
(iii) वारेन हेस्टिंग्ज़
(iv) जोनाथम डंकन।
उत्तर-
लार्ड कर्जन

प्रश्न 3.
रामकिशन मिशन की स्थापना किसने की ?
(i) स्वामी विवेकानंद
(ii) स्वामी दयानंद सरस्वती
(iii) ईश्वर चन्द्र विद्यासागर
(iv) राजा राममोहन राय।
उत्तर-
स्वामी विवेकानंद

प्रश्न 4.
ईश्वरचन्द्र विद्यासागर ने बंगाली भाषा में पुस्तक लिखी-
(i) इन्दूलेखा
(ii) गोदान
(iii) प्राईमर वर्णा परिचय
(iv) मणि रत्नम्।
उत्तर-
प्राईमर वर्णा परिचय

प्रश्न 5.
राजा राममोहन रान निम्न भाषा के विद्वान् थे-
(i) उर्दू
(ii) संस्कृत
(iii) ग्रीक (यूनानी)
(iv) उपरोक्त सभी।
उत्तर-
उपरोक्त सभी

प्रश्न 6.
भारतीय यूनिवर्सिटी एक्ट, 1904 ने पास किया-
(i) लार्ड कर्जन
(ii) लार्ड डलहौज़ी
(iii) लार्ड मैकाले
(iv) लार्ड वारेन हेस्टिंग्ज़।
उत्तर-
लार्ड कर्जन

प्रश्न 7.
बेसिक शिक्षा का सुझाव (1937 ई०) ने दिया-
(i) राजा राममोहन राय
(ii) महात्मा गांधी
(iii) स्वामी विवेकानन्द
(iv) ईश्वर चन्द्र विद्यासागर।
उत्तर-
महात्मा गांधी

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प्रश्न 8.
रामकृष्ण मिशन की स्थापना की
(i) राजा राम मोहन राय
(ii) ईश्वर चन्द्र विद्यासागर
(iii) स्वामी विवेकानन्द
(iv) महात्मा गांधी।
उत्तर-
स्वामी विवेकानन्द।

(ख) सही कथन पर (✓) तथा गलत कथन पर (✗) का निशान लगाएं :

1. 1875 में अलीगढ़ में मुस्लिम विश्व विद्यालय की स्थापना हुई।
2. महात्मा गांधी जी ने विद्यालयों में व्यावहारिक और रोज़गार द्वारा शिक्षा देने पर बल दिया।
3. महात्मा गांधी तथा रवीन्द्र नाथ टैगोर पश्चिमी शिक्षा के विरुद्ध थे।
उत्तर-

  1. ✗,
  2. ✓,
  3. ✓.

अति छोटे उत्तर वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
अंग्रेजों के आने से पूर्व भारत में महाजनी स्कूल क्या थे ?
उत्तर-
महाजनी स्कूल वे स्कूल थे जहां विद्यार्थियों को व्यापार तथा दस्तकारी की शिक्षा दी जाती थी।

प्रश्न 2.
लॉर्ड मैकाले कौन था ? उसने पश्चिमी शिक्षा के पक्ष में अपना निर्णय कब दिया ?
उत्तर-
लॉर्ड मैकाले शिक्षा समिति का अध्यक्ष था। उसने 1835 ई० में पश्चिमी शिक्षा के पक्ष में अपना फ़ैसला दिया।

प्रश्न 3.
बम्बई, कलकत्ता तथा मद्रास में विश्वविद्यालय तथा मेडिकल कॉलेज कब स्थापित किए गए ?
उत्तर-
1857 ई० में।

प्रश्न 4.
भारतीय यूनिवर्सिटी एक्ट 1904 किस ने पास किया ? इसका क्या दोष था ?
उत्तर-
भारतीय यूनिवर्सिटी एक्ट, 1904 लॉर्ड कर्जन ने पास किया। इसका दोष यह था कि इससे यूनिवर्सिटियों पर सरकारी नियन्त्रण बढ़ गया।

प्रश्न 5.
बेसिक शिक्षा का सुझाव काब और किसने दिया ?
उत्तर-
बेसिक शिक्षा का सुझाव 1937 ई० में महात्मा गांधी ने दिया।

प्रश्न 6.
राजा राममोहन राय ने किस उद्देश्य से शिक्षा के विकास के लिए प्रयत्न किए ?
उत्तर-
राजा राममोहन राय ने भारतीय समाज में प्रचलित झूठे रीति-रिवाजों तथा अन्ध-विश्वासों को समाप्त करने के लिए शिक्षा के विकास के लिए प्रयत्न किए।

प्रश्न 7.
स्वामी दयानन्द सरस्वती ने मुख्यतः किन दो राज्यों में स्कूल, कॉलेज तथा गुरुकुलों की स्थापना की ?
उत्तर-
उत्तर प्रदेश तथा पंजाब में।

प्रश्न 8.
बड़ौदा शहर किंस राज्य में है और यह मुख्य रूप से किस शिक्षा संस्था के कारण प्रसिद्ध है?
उत्तर-
बड़ौदा शहर गुजरात राज्य में है। यह मुख्य रूप से महाराजा सियाजीराव विश्वविद्यालय के कारण प्रसिद्ध है।

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प्रश्न 9.
रामकृष्ण मिशन की स्थापना किसने की थी ? इस संस्था ने समाज सुधार के लिए क्या किया ?
उत्तर-
रामकृष्ण मिशन की स्थापना स्वामी विवेकानन्द जी ने की। इस संस्था ने समाज सुधार के लिए कई स्कूल, कॉलेज तथा पुस्तकालय खोले।

प्रश्न 10.
सर सैय्यद अहमद खां कौन थे ? उन्होंने अलीगढ़ आन्दोलन की नींव क्यों रखी ? .
उत्तर-
सर सैय्यद अहमद खां पहले मुस्लिम समाज सुधारक थे। उन्होंने इस्लामी समाज तथा धर्म में सुधार लाने के लिए अलीगढ़ आन्दोलन की नींव रखी।

प्रश्न 11.
अलीगढ़ मोहम्मडन ऐंग्लो ओरियंटल कॉलेज का पहला प्रिंसीपल कौन था ? उसने किस काम में सर सैय्यद अहमद खां को सहायता दी ?
उत्तर-
अलीगढ़ मोहम्मडन ऐंग्लो ओरियंटल कॉलेज का पहला प्रिंसीप. मि० बैक था। उसने मुसलमानों को अंग्रेजी सरकार के निकट लाने में सर सैय्यद अहमद खां को सहायता दी।

छोटे उत्तर वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
अंग्रेजों के भारत आगमन से पूर्व भारत में शिक्षा की क्या व्यवस्था थी? (P.B. 2006)
उत्तर-
अंग्रेजों के आने से पूर्व भारत में प्रारम्भिक शिक्षा मस्जिदों, मन्दिरों तथा गुरुद्वारों में दी जाती थी।

  • मस्जिद के स्कूलों को मकतब कहते थे तथा मन्दिरों और गुरुद्वारों के स्कूलों का नाम पाठशाला था। ये सारे धार्मिक स्कूल थे, क्योंकि इनमें अपने-अपने धर्म की पुस्तकें पढ़ाई जाती थीं तथा भाषा भी अपने-अपने धर्म की होती थी।
  • मकतब में उर्दू, फ़ारसी और अरबी, गुरुद्वारे में गुरुमुखी अक्षरों में पंजाबी तथा मन्दिर की पाठशाला में हिन्दी और संस्कृत में शिक्षा दी जाती थी। शिक्षा देने वाले भी धार्मिक नेता होते थे।
  • उच्च शिक्षा के लिये बड़े स्कूल होते थे। ये साधारणतया धार्मिक स्थानों से पृथक् होते थे। इनमें पढ़ाने वाले विद्वान् लोग होते थे।
  • जिन स्कूलों में अरबी, फ़ारसी पढ़ाई जाती थी, उनको मदरसे कहा जाता था। यहां सब धर्मों के विद्यार्थी शिक्षा पा सकते थे।
  • हिन्दी तथा संस्कृत की उच्च शिक्षा के लिये बनारस जैसे बड़े-बड़े नगरों में प्रबन्ध था। (6) इन स्कूलों के अतिरिक्त भारत में व्यापार तथा दस्तकारी के कामों में प्रशिक्षण के लिए विशेष स्कूल होते थे जिनको महाजनी स्कूल कहा जाता था।

प्रश्न 2.
अलीगढ़ आन्दोलन पर एक नोट लिखो।
उत्तर-
अलीगढ़ आन्दोलन एक मुस्लिम आन्दोलन था। यह आन्दोलन सर सैय्यद अहमद खां ने मुसलमानों में जागृति लाने के लिए चलाया था। उनका विचार था कि जब तक मुसलमान अंग्रेज़ी शिक्षा प्राप्त नहीं करते, तब तक मुस्लिम समाज का उत्थान नहीं हो सकता। इसलिए उन्होंने मुसलमानों को अंग्रेज़ी शिक्षा प्राप्त करने की प्रेरणा दी। उन्होंने 1875 ई० में अलीगढ़ में मोहम्मडन ऐंग्लो-ओरियंटल कॉलेज की स्थापना की। यही कॉलेज आगे चलकर मुस्लिम विश्वविद्यालय बना। इस विश्वविद्यालय ने अपने विद्यार्थियों में आधुनिक दृष्टिकोण पैदा करने में योगदान दिया। 1898 ई० में सर सैय्यद अहमद खां की मृत्यु हो गई, परन्तु इनके द्वारा स्थापित अलीगढ़ विश्वविद्यालय आज भी काफ़ी उन्नति कर रहा है।

प्रश्न 3.
सैडलर कमेटी की नियुक्ति कब हुई ? इसकी शिक्षा सम्बन्धी सिफ़ारिशें क्या थीं ?
उत्तर-
सैडलर कमेटी की नियुक्ति 1917 में हुई। इस कमेटी ने शिक्षा के विकास के लिए निम्नलिखित सिफ़ारिशें की

  • स्कूल स्तर पर शिक्षा का माध्यम पहले भारतीय भाषाएं तथा बाद में अंग्रेज़ी भाषा हो।
  • परीक्षा प्रणाली में सुधार किया जाये।
  • विश्वविद्यालयों पर सरकारी नियन्त्रण कम किया जाये।
  • तकनीकी शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाये।
  • प्रत्येक विश्वविद्यालय में वाइस चांसलर नियुक्त किया जाये।

प्रश्न 4.
हरटोग कमेटी की शिक्षा सम्बन्धी सिफ़ारिशें क्या थीं ? .
उत्तर-
शिक्षा क्षेत्र के विस्तार तथा सुधार के लिए 1928 ई० में हरटोग कमेटी की स्थापना की गई। इस कमेटी ने निम्नलिखित सिफ़ारिशें की

  • प्राथमिक (प्राइमरी) शिक्षा अनिवार्य की जाये।
  • अध्यापकों के वेतन बढ़ाये जाएं।
  • शिक्षा पर व्यर्थ का खर्चा न किया जाए।

प्रश्न 5.
सार्जेंट स्कीम (योजना) की सिफारिशें लिखो।
उत्तर-
सार्जेंट ने 1943 ई० में शिक्षा के विकास के लिए कुछ सिफ़ारिशें की जिन्हें सार्जेंट स्कीम कहा जाता है। ये सिफ़ारिशें निम्नलिखित थीं

  • प्राइमरी शिक्षा देने से पहले नर्सरी स्कूलों में शिक्षा दी जाए।
  • 6 से 15 वर्ष तक के विद्यार्थियों को निःशुल्क (मुफ्त) शिक्षा दी जाये।
  • प्रौढ़ शिक्षा दी जाये।
  • कॉलेजों में सीमित विद्यार्थियों को दाखिला दिया जाये।

प्रश्न 6.
ऐनी बेसेंट द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में योगदान के बारे में लिखें।
उत्तर-
ऐनी बेसेंट ने भारत में कई स्थानों पर लड़कों तथा लड़कियों के लिए स्कूल स्थापित किये। उन्होंने बनारस में केन्द्रीय हाई स्कूल की स्थापना की। यह स्कूल बाद में हिन्दू विश्वविद्यालय बना। इस प्रकार ऐनी बेसेंट का शिक्षा के क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण योगदान रहा।

प्रश्न 7.
अलीगढ़ विश्वविद्यालय के बारे में लिखो।
उत्तर-
अलीगढ़ उत्तर प्रदेश का प्रसिद्ध शहर है। यहां 18750 में सर सैय्यद अहमद खां ने मोहम्मडन एंग्लो ओरियंटल कॉलेज की स्थापना की थी। इसका उद्देश : लमानों को अग्रेज़ी भाषा तथा पश्चिमी साहित्य की शिक्षा देना था, क्योंकि सर सैय्यद अहमद खां तथा हिदायतुल्ला खां जैसे मुस्लिम नेताओं का विचार था कि मुसलमानों के सर्वपक्षीय विकास के लिए उन्हें अंग्रेजी भाषा तथा पश्चिमी साहित्य की शिक्षा देना ज़रूरी है। मुहम्मडन ऐंग्लो ओरियंटल कॉलेज की स्थापना तथा इसके द्वारा शिक्षा के प्रसार को ‘अलीगढ़ आन्दोलन’ का नाम भी दिया जाता है। 1920 ई० में यहां अलीगढ़ विश्वविद्यालय की स्थापना की गई।

अलीगढ़ विश्वविद्यालय की पहली चांसलर सुल्तान जहां बेगम थी। टस विश्वविद्यालय का धीरे-धीरे विस्तार होता गया। इसने बहुत-से मेडिकल तथा इंजीनियरिंग कॉलेजों की स्थापना को। आजकल इस विश्वविद्यालय में 80 शिक्षा विभाग हैं। यहां शिक्षा पाने वाले विद्यार्थियों की संख्या लगभग 30,000 है।

निबन्धात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
सर सैय्यद अहमद खां तथा अलीगढ़ आन्दोलन पर एक नोट लिखो।
उत्तर-
सर सैय्यद अहमद खां पहले मुस्लिम समाज सुधारक थे। उन्होंने 19वीं शताब्दी में इस्लामी समाज तथा इस्लाम धर्म में सुधार के लिए अलीगढ़ आन्दोलन चलाया।

महत्त्वपूर्ण कार्य-

  • उन्होंने भारतीय मुसलमानों में प्रचलित अन्ध-विश्वासों तथा झूठे रीति-रिवाजों को समाप्त करने के लिए इस्लाम धर्म के सिद्धान्तों की व्याख्या की।
  • उनका विचार था कि मुसलमानों में जागृति लाने के लिए पश्चिमी शिक्षा का विकास करना आवश्यक है। इसलिए उन्होंने मुसलमानों को पश्चिमी शिक्षा प्राप्त करने तथा पश्चिमी साहित्य का अध्ययन करने के लिए प्रेरित किया।
  • 1875 ई० में उन्होंने अलीगढ़ में मोहम्मडन ऐंग्लो ओरियंटल कॉलेज की स्थापना की। यहां मुस्लिम विद्यार्थियों को पश्चिमी शिक्षा दी जाती थी। बाद में यह कॉलेज अलीगढ़ आन्दोलन की गतिविधियों का केन्द्र बन गया। 1920 : में इस कॉलेज ने अलीगढ़ विश्वविद्यालय का रूप धारण कर लिया।
  • सर सैय्यद अहमद खां मुसलमानों के हित के लिए उन्हें अंग्रेज़ी सरकार के निकट लाना चाहते थे ताकि सरकार की सहायता से मुसलमानों के हितों की रक्षा की जा सके। इस काम में मोहम्मडन ऐंग्लो ओरियंटल कॉलेज के पहले प्रिंसीपल मि० बेक ने उनकी बहुत सहायता की।

1878 ई० में सर सैय्यद अहमद खां को लोक सेवा आयोग का सदस्य बना दिया गया। 1882 ई० में उन्हें वायसराय की परिषद् का सदस्य नियुक्त किया गया। 1898 में उन्हें ‘सर’ की उपाधि प्रदान की गई। इसी वर्ष उनका देहान्त हो सर सैय्यद अहमद खां गया।

अलीगढ़ आन्दोलन-अलीगढ़ आन्दोलन सर सैय्यद अहमद खां द्वारा मुसलमानों में जागृति लाने के लिए चलाया गया था। इसे अलीगढ़ आन्दोलन इसलिए कहा जाता है, क्योंकि इसका केन्द्र अलीगढ़ था। इस आन्दोलन के नेताओं ने मुसलमानों को कुरान के सिद्धान्त अपनाने तथा झूठे रीति-रिवाज छोड़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने मुसलमानों द्वारा पश्चिमी शिक्षा प्राप्त करने पर भी बल दिया।

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प्रश्न 2.
आधुनिक शिक्षा प्रणाली के विकास का वर्णन करें।
उत्तर-
भारत में आधुनिक शिक्षा प्रणाली की नींव अंग्रेज़ों ने रखी। 1715 ई० में ईस्ट इण्डिया कम्पनी ने मद्रास में सेंट मेरी चैरिटी स्कूल खोला। 1718 ई० में लॉर्ड वारेन हेस्टिंग्ज़ ने कलकत्ता मदरसा की स्थापना की। यहां उच्च घराने के मुसलमान विद्यार्थी शिक्षा पाते थे। तत्पश्चात् जोनाथन डंकन के प्रयत्नों से बनारस में एक संस्कृत कॉलेज की स्थापना की गई जो हिन्दू शिक्षा का केन्द्र था। इसके बाद शिक्षा के विकास की कहानी 1813 ई० से आरम्भ होती है।

1. 1813 ई० से 1854 ई० तक शिक्षा का विकास शिक्षा का माध्यम-अंग्रेज़ी सरकार ने 1813 ई० के चार्टर एक्ट द्वारा भारत में शिक्षा के विकास के लिए हर साल एक लाख रुपये खर्च करने की योजना बनाई। परन्तु सरकार की शिक्षा के सम्बन्ध में कोई स्पष्ट नीति न होने के कारण इस धन को खर्च न किया जा सका। 1823 ई० में शिक्षा नीति पर विचार करने के लिए एक कमेटी (समिति) बनाई गई। परन्तु इस कमेटी के सदस्यों में मतभेद थे। इसके कुछ सदस्य अंग्रेजी भाषा के माध्यम से पश्चिमी शिक्षा देने के पक्ष में थे। इसके विपरीत अन्य सदस्य संस्कृत, फारसी, अरबी आदि स्थानीय भाषा को शिक्षा का माध्यम बनाना चाहते थे। 1835 ई० में लॉर्ड मैकाले शिक्षा कमेटी का प्रधान बना। उसने पश्चिमी शिक्षा के पक्ष में अपना फैसला दिया। राजा राममोहन राय ने भी पश्चिमी शिक्षा प्रणाली अपनाने पर बल दिया।

वुड डिस्पैच-भारत में आधुनिक शिक्षा के प्रसार के लिए 1854 ई० में चार्ल्स वुड के नेतृत्व में एक समिति बनाई गई।
चार्ल्स वुड की सिफारिशों को वुड डिस्पैच कहा जाता है। इस समिति ने शिक्षा सुधार के लिए अग्रलिखित सिफ़ारिशें की

  • भारत के हर प्रान्त में शिक्षा विभाग की स्थापना की जाए।
  • कलकत्ता, मुम्बई, मद्रास आदि बड़े-बड़े नगरों में विश्वविद्यालय स्थापित किए जाएं।
  • प्रत्येक जिले में एक सरकारी स्कूल खोला जाए।
  • शिक्षा के स्तर को उन्नत करने के लिए अध्यापकों के प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाए।
  • स्त्रियों के लिए अलग स्कूल खोले जाएं।

चार्ल्स वुड की सिफारिशों के आधार पर 1857 ई० में कलकत्ता, मुम्बई तथा मद्रास में विश्वविद्यालय स्थापित किए ___ गए। इसी वर्ष इन नगरों में मेडिकल कॉलेज भी स्थापित किये गये। 1864 ई० में लाहौर में गवर्नमैंट कॉलेज की स्थापना
की गई।

2. 1854 के बाद शिक्षा का विकास हंटर कमीशन-हंटर कमीशन की नियुक्ति 1882 ई० में हुई। इसकी शिक्षा सम्बन्धी मुख्य सिफ़ारिशें निम्नलिखित थीं•

  • प्राइवेट स्कूलों को बहुत-सी ग्रांटें दी जायें।
  • सैकेंडरी स्कूलों में सुधार किए जाएं।।
  • स्त्री शिक्षा का विशेष प्रबन्ध किया जाए।
  • विद्यार्थियों को शारीरिक तथा मानसिक शिक्षा दी जाये।
  • स्कूलों तथा कॉलेजों में सरकारी हस्तक्षेप अधिक न हो।

सरकार ने हंटर कमीशन की सिफारिशों को मान लिया जो आधुनिक शिक्षा प्रणाली का आधार बनीं।
भारतीय यूनिवर्सिटी एक्ट 1904-1904 ई० में लॉर्ड कर्जन ने भारतीय यूनिवर्सिटी एक्ट पास किया। इस एक्ट के कारण यूनिवर्सिटियों में सरकारी हस्तक्षेप काफ़ी बढ़ गया। इसलिए राष्ट्रवादियों ने इस एक्ट का विरोध किया।

सैडलर कमेटी-1917 में सरकार ने सैडलर कमेटी की नियुक्ति की। इस कमेटी ने शिक्षा के विकास के लिए निम्नलिखित सिफ़ारिशें की

  • स्कूल स्तर पर शिक्षा का माध्यम पहले भारतीय भाषाएं हों तथा बाद में अंग्रेजी भाषा हो।
  • परीक्षा प्रणाली में सुधार किया जाये।
  • विश्वविद्यालयों पर सरकारी नियन्त्रण कम किया जाये।
  • तकनीकी शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाये।
  • प्रत्येक विश्वविद्यालय में वाइस चांसलर नियुक्त किया जाये।

हरटोग कमेटी 1928-शिक्षा क्षेत्र के विस्तार तथा सुधार के लिए 1928 ई० में हरटोग कमेटी की स्थापना की गई। इस कमेटी ने निम्नलिखित सिफ़ारिशें की-

  • प्राथमिक (प्राइमरी) शिक्षा अनिवार्य की जाये।
  • अध्यापकों के वेतन बढाये जायें।
  • शिक्षा पर व्यर्थ का खर्चा न किया जाए।

बेसिक शिक्षा 1937 ई०-1937 ई० में महात्मा गांधी ने बेसिक शिक्षा लागू करने का सुझाव दिया। उनका कहना था कि 14 वर्ष तक के बच्चों के लिए शिक्षा निःशुल्क तथा अनिवार्य हो। उन्हें दस्तकारी की शिक्षा भी दी जानी चाहिए।

सार्जेंट योजना-सार्जेंट ने 1943 ई० में शिक्षा के विकास के लिए कुछ सिफ़ारिशें की जिन्हें सार्जेंट योजना कहा जाता है। ये सिफ़ारिशें निम्नलिखित थीं-

  • प्राइमरी शिक्षा देने से पहले नर्सरी स्कूलों में शिक्षा दी जाए।
  • 6 से 15 वर्ष तक के विद्यार्थियों को निःशुल्क (मुफ्त) शिक्षा दी जाये।
  • प्रौढ़ शिक्षा दी जाये।
  • कॉलेजों में सीमित विद्यार्थियों को दाखिला दिया जाये।

प्रश्न 3. बड़ौदा के स्थान परं महाराजा सियाजीराव विश्वविद्यालय के बारे में संक्षिप्त वर्णन करो।
उत्तर-बड़ौदा गुजरात राज्य का एक महत्त्वपूर्ण शहर है। यह शहर महाराजा सियाजीराव विश्वविद्यालय के कारण प्रसिद्ध है। इस विश्वविद्यालय की स्थापना 1948 ई० में महाराजा सियाजीराव तीसरे ने की थी।

महाराजा के कार्य-महाराजा सियाजीराव एक प्रसिद्ध विद्वान् थे। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया। सामाजिक तथा आर्थिक क्षेत्र में भी उन्होंने महत्त्वपूर्ण कार्य किये

  • उन्होंने समाज में प्रचलित जात-पात तथा छुआछूत आदि बुराइयों की कड़ी निन्दा की।
  • उन्होंने राज्य की सहायता से अनेक स्कूल, पुस्तकालय तथा अस्पताल खोले।
  • 1881 ई० में उन्होंने बड़ौदा में एक कॉलेज खोला जो बाद में एक विश्वविद्यालय बन गया। इस विश्वविद्यालय में भारत के साथ विदेशों से भी विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त करने के लिए आते थे।

बड़ौदा के महाराजा सियाजीराव विश्वविद्यालय के साथ 20 पब्लिक स्कूल तथा 100 से भी अधिक प्राइवेट स्कूल जुड़े हैं। इस विश्वविद्यालय में केवल अंग्रेजी माध्यम में ही शिक्षा दी जाती है। यहां देश-विदेश के लगभग 3000 विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त करते हैं।

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