लान टेनिस (Lawn Tennis) Game Rules – PSEB 10th Class Physical Education

Punjab State Board PSEB 10th Class Physical Education Book Solutions लान टेनिस (Lawn Tennis) Game Rules.

लान टेनिस (Lawn Tennis) Game Rules – PSEB 10th Class Physical Education

याद रखने योग्य बातें

  1. टैनिस कोर्ट की लम्बाई = 78 फुट या (23.77 मी०)
  2. कोर्ट की चौड़ाई = 27 फुट या (8.23 मी०)
  3. जाल की ऊँचाई = 3 फुट या ( 0.91 मी०)
  4. जाल में तार का व्यास = 3′ (0.8 सैं०मी०)
  5. स्तम्भों की ऊंचाई = 3′ 6″ (1.07 मी०)
  6. स्तम्भों का व्यास = 6″ (15 सैं०मी०)
  7. स्तम्भों की केन्द्र से दूरी = 3 फुट (0.91 मी०)
  8. सर्विस रेखाओं की दूरी = 21 फुट (6.4 सैं०मी०)
  9. रेखाओं की चौड़ाई। = 2 फुट 5 सैं०मी०
  10. गेंद का व्यास = \(2 \frac{1}{2}\)” (6.35-6.67 सैं०मी०)
  11. गेंद का भार = 2 से \(2 \frac{1}{2}\) औंस
  12. पुरुषों के सैटों की गिनती = 5
  13. स्त्रियों के सैटों की गिनती = 3
  14. गेंद का रंग = सफेद
  15. डबल्ज़ खेल में कोर्ट की चौड़ाई = 36 फुट (10.97 मी०)

लान टेनिस (Lawn Tennis) Game Rules - PSEB 10th Class Physical Education

प्रश्न
लॉन टेनिस का इतिहास और नियम लिखें।
उत्तर-
लॉन टेनिस का इतिहास
(History of Lawn Tennis)
लॉन-टैनिस संसार का एक प्रसिद्ध खेल बन चुका है। इसका टूर्नामैंट करवाने के लिए बहुत पैसा खर्च करना पड़ता है। लॉन-टैनिस की उत्पत्ति के बारे में यह कहा जा सकता है कि लॉन-टैनिस 12वीं शताब्दी में फ्रांस में पहली बार घास के मैदान में खेला गया। पहले पहल खिलाड़ी हाथ द्वारा यह खेल खेला करते थे। शुरू में यह खेल कुछ साधनों द्वारा खेला जाता था पर बाद में यह खेल हाई जैनटरी की पसंद बन गया। उसके बाद लॉन-टैनिस मध्यम वर्ग के लोगों की पसंद बन गया। असल में इस खेल के विकास का श्रेय मेजर डब्लयू सी० विंगलीफड को जाता है। उसने 19वीं शताब्दी में इस खेल को इंग्लैंड में शुरू किया और स्पेन के लिमिंगटन में 1872 में पहले लॉन-टैनिस कलब बनाया गया। पहले विबलडन चैम्पियनशिप 1877 में पुरुषों के लिए करवाया गया। 1884 में विबलडन चैम्पियनशिप महिलाओं के लिए करवाया गया। ओलिम्पिक खेलों में लॉन टेनिस 1924 तक ओलिम्पिक का भाग बना रहा और दोबारा 1988 सियोल ओलिम्पिक में शामिल किया गया। अब यह खेल भारत के साथ-साथ बहुत देशों में खेला जाता है।

लॉन टेनिस के नये नियम
(New Rules of Lawn Tennis)

  1. टैनिस कोर्ट की लम्बाई 78 फुट, 23.77 मीटर चौड़ाई 27 फुट, 8.23 मीटर होती है।
  2. जाल की ऊंचाई 3 फुट 0.91 मीटर और उसमें धागे या धातु की तार का अधिक-सेअधिक व्यास 1/3 इंच या 0.8 सैं० मी० चाहिए।
  3. स्तम्भों का व्यास 6 इंच या 15 सैं० मी० ओर प्रत्येक ओर कोर्ट के बाहर खम्भे से केन्द्र की दूरी 3 फुट या 0.91 मीटर होती है।
  4. टैनिस गेंद का व्यास 2 – इंच या 6.34 सैं० मी० और इसका भार 2 औंस या 56.7 ग्राम, जब गेंद को 100 इंच या 20.54 मीटर की ऊंचाई से फेंका जाए तो उसका उछाल 53 इंच या 1.35 मीटर होगा।
  5. टेनिस खेल में अधिक-से-अधिक सैटों की संख्या पुरुषों के लिए 5 और स्त्रियों के लिए 3 होती है।

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प्रश्न
लान टेनिस कोर्ट के बारे संक्षिप्त हाल लिखें।
उत्तर-
लॉन टेनिस का कोर्ट
(Court of Lawn Tennis)
कोर्ट आयताकार होगा। यह 78 फुट (23.77 मी०) लम्बा तथा 27 फुट (8.23 मी०) चौड़ा होना चाहिए। ये मध्य में रस्सी या धातु की तार के साथ लटके जाल द्वारा बंटा होना चाहिए। इस रस्सी या तार का व्यास 1/3 इंच (0.8 सैंटीमीटर) होना चाहिए जिसके दो बराबर रंगे हुए खम्भों के ऊपरी सिरों से गुज़रने चाहिएं। ये खम्भे 3 फुट 6 इंच (1.07 मी०) ऊंचे होने चाहिएं तथा 6 इंच (15 सैं०मी०) के चौरस या 6 इंच (15 सैं० मी०) व्यास के होने चाहिएं। इनका मध्य कोर्ट के दोनों ओर 3 फुट (0.914 मी०) बाहर की ओर होना चाहिए। जाल पूरी तरह तना होना चाहिए ताकि यह दोनों खम्भों के मध्यवर्ती स्थान को ढक ले तथा इसके छिद्र इतने बारीक होने चाहिएं कि उनमें से गेंद न निकल सके। जाल की ऊंचाई मध्य में 3 फुट (0.914 मी०) होगी तथा यह एक स्ट्रैप से नीचे कस कर बंधा होगा जो सफ़ेद रंग का तथा 2 इंच (5 सैंटीमीटर) से अधिक चौड़ा नहीं होगा। धातु की तार तथा जाल के ऊपरी सिरे को एक बैंड ढक कर रखेगा जोकि प्रत्येक ओर 2 इंच (5 सेंटीमीटर) से कम तथा \(2 \frac{1}{2}\) इंच (6.34 सैंटीमीटर) से अधिक
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गहरा नहीं होगा। यह सफ़ेद रंग का होना चाहिए। जाल, स्ट्रैप, बैंड या सिंगल्ज़ स्ट्रिक्स पर कोई विज्ञापन नहीं होना चाहिए। कोर्ट के लिए तथा साइडों को घेरने वाली रेखाएं बेस लाइनें तथा साइड लाइनें कहलाती हैं। जाल की प्रत्येक ओर 0.21 फुट (6.00 सैं० मी०) की दूरी पर तथा इसके समानान्तर सर्विस लाइनें खींची जाएंगी। जाल की प्रत्येक ओर सर्विस लाइन तथा साइड लाइन मध्यवर्ती स्थान को दो भागों में बांटेगी जिसे सर्विस कोर्ट कहते हैं। यह लाइन 2 इंच (5 सैं० मी०) चौड़ी होगी तथा साइड लाइन के मध्य में तथा उसके समानान्तर होगी।

प्रत्येक बेस लाइन सर्विस लाइन द्वारा काटी जाएगी जो 4 इंच (10 सैं० मी०) लम्बी और 2 इंच (5 सैं० मी०) चौड़ी होगी, इसको सैंटर मार्क कहा जाता है। यह मार्क कोर्ट के बीच बेस लाइनों के समकरण तथा इसके साथ लगा होता है। अन्य सभी लाइनों बेस लाइनों को छोड़ कर 1 इंच (2.5 सैं०मी०) से कम तथा 2 इंच (4 सैं० मी०) से अधिक चौड़ी नहीं होनी चाहिएं। बेस लाइन 4 इंच (10 सैं० मी०)चौड़ी हो सकती है तथा सभी पैमाइशें लाइनों के बाहर से की जानी चाहिएं।
कोर्ट की स्थायी चीज़ों में न केवल जाल, खम्भे, सिंगल स्ट्रिक्स, धागा या धातु की तार, स्ट्रैप तथा बैंड सम्मिलित होंगे, अपितु बैंड तथा साइड स्ट्रैप, स्थायी तथा हिला सकने वाली सीटें, इर्द-गिर्द की कुर्सियां भी सम्मिलित होंगी। अन्य सभी कोर्ट, अम्पायर, इसकी जजों, लाइनमैनों तथा बाल ब्वाइज़ के गिर्द लगी चीजें अपनी ठीक सतह पर होंगी।

प्रश्न
लान टेनिस गेंद के बारे में लिखें।
उत्तर-
लान टेनिस का गेंद (The Lawn Tennis Ball)-गेंद की बाहरी सतह समतल होनी चाहिए तथा या सफ़ेद या पीले रंग का होगा। यदि कोई सीनें हो तो टांके के बिना होनी चाहिएं। गेंद का व्यास 2/2 इंच (5.35 सैं० मी०) से अधिक तथा 25/8 इंच (6.67 सैंटीमीटर) से कम नहीं होना चाहिए। इसका भार 2 औंस (56.7 ग्राम) से अधिक तथा 21/2 औंस (500 ग्राम) से कम होना चाहिए। जब गेंद को एक कंकरीट बेस पर 100 इंच
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(254 सैं० मी०) ऊंचे से फेंका जाए तो उसकी उछाल 53 इंच (175 सैं मी०) से अधिक तथा 58 इंच (147 सैं० मी०) से कम होनी चाहिए। गेंद का 18 पौंड भार से आगे की विकार 220 इंच (.55 सैं०मी०) से अधिक तथा 290 इंच (.75 सैं०मी०) से कम होना चाहिए तथा वापसी विकार के अंग गेंद के लिए तीन अक्षों के तीन निजी पाठनों की औसत होगी तथा कोई भी दो निजी पाठनों में 0.30 इंच (0.80 सैंमी०) से अधिक अन्तर नहीं होगा।

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प्रश्न
लान टैनिस कैसे शुरू होती है ?
उत्तर-
खिलाड़ी (Player)-खिलाड़ी जाल की विरोधी साइडों पर खड़ें होंगे। वह खिलाड़ी जो पहले गेंद देता है और सर्वर (Server) कहा जाएगा तथा दूसरे को रिसीवर (Receiver) । साइडों का चुनाव तथा सर्वर या रिसीवर बनने के चुनाव का फैसला टॉस (Toss) से किया जाता है। टॉस जीतने वाला खिलाड़ी साइड का चुनाव करता है या अपने विरोधी को ऐसा करने के लिए कह सकता है। यदि एक खिलाड़ी साइड चुनता है तो दूसरा खिलाड़ी सर्वर या रिसीवर बनने का अधिकार चुनता है।

सर्विस (Service)-सर्विस निम्नलिखित ढंग से की जाएगी। सर्विस आरम्भ करने से पहले सर्वर दोनों पांव पीछे की ओर टिका कर खड़ा होगा, (बेस लाइन से जाल से दूर)। यह स्थान सैंटर मार्क तथा सैंटर लाइन की कल्पित सीध में होगा। फिर सर्वर हाथ से गेंद को वायु में किसी भी दिशा में उछालेगा। इसके ज़मीन पर गिरने से पहले रैकेट से मारेगा तथा गेंद या रैकेट से डिलीवरी पूरी मानी जाएगी। खिलाड़ी अपने एक बाजू से रैकेट को बचाव के लिए प्रयोग कर सकते हैं।
सर्वर सर्विस होने, डिलीवरी होने तक—

  1. चल कर या दौड़ कर अपनी पोजीशन नहीं बदलेगा।
  2. अपने पांव से कोई क्षेत्र नहीं स्पर्श करेगा सिवाए उस क्षेत्र के जो बेस लाइन के पीछे सैंटर मार्क तथा साइड लाइन की कल्पित वृद्धि की सीध में हो।
  3. सर्विस देने के बाद सर्वर बारी-बारी दायें तथा बायें कीर्डों में खड़ा होगा तथा शुरू वह दाईं ओर से करेगा। यदि कोर्ट के गलत अर्द्ध में से सर्विस होती है तथा इसका पता नहीं चलता तो इस गलत सर्विस या सर्विस से हुई कमी के कारण खेल कायम रहेगी परन्तु पता चलने पर स्थिति की गलती को ठीक करना होगा।
  4. सर्विस किया गया गेंद जाल को पार करके सर्विस कोर्ट में रिसीवर के रिटर्न करने से पहले भूमि के साथ टकराना चाहिए जोकि नगनल रूप में सामने होता है या कोर्ट की किसी अन्य लाइन के साथ टकराये।

प्रश्न
लान टेनिस के कोई पांच नियम लिखें।
उत्तर-
साधारण नियम
(General Rules)

  1. सर्वर तब तक सर्विस नहीं करेगा जब तक कि रिसीवर तैयार न हो। यदि रिसीवर सर्विस रिटर्न करने की कोशिश करता है तो तैयार समझा जाएगा।
  2. सर्विस लेट होती है—
    • यदि सर्विस किया गया गेंद, जाल, स्ट्रैप या बैंड को स्पर्श करता है तथा उस प्रकार ही ठीक या जाल, स्ट्रैप या बैंड को स्पर्श करके रिसीवर को या जो वस्तु उसने पहनी या उठाई हुई है स्पर्श करता है।
    • यदि एक सर्विस या फाल्ट डिलीवर हो जबकि रिसीवर तैयार न हो।
  3. पहली गेम के बाद रिसीवर सर्वर तथा सर्वर रिसीवर बनेगा। मैच की बाकी गेमों से इस प्रकार बदल-बदल कर होगा।
  4. सर्वर प्वाइंट जीत लेता है-यदि सर्विस क्रिया गेम नियम 2 के अनुसार लेट नहीं तथा यह ज़मीन को लगने से पहले रिसीवर को या उस द्वारा पहनी या उठाई हुई किसी चीज़ को स्पर्श कर ले।
  5. यदि खिलाड़ी जान-बूझकर या अनिच्छापूर्वक कोई ऐसा काम करता है जो अम्पायर की नज़र में उसके विरोधी खिलाड़ी को शॉट लगाने में रुकावट पहुंचाता है तो अम्पायर पहली दशा में विरोधी खिलाड़ी को एक प्वाइंट दे देगा तथा इसकी दशा में उस प्वाइंट को पुनः खेलने के लिए कहेगा।
  6. यदि खेल में गेंद किसी स्थायी कोर्ट फिटिंग (जाल, खम्भे, सिगनल्ज़, धागे या धातु की तार, स्ट्रैप या बैंड) को छोड़ कर ज़मीन से स्पर्श करती है तथा खिलाड़ी जिसने प्रहार किया होता है, प्वाइंट जीत लेता है। यदि यह पहले ज़मीन को स्पर्श करती है तो विरोधी प्वाइंट जीत लेता है।
  7. यदि एक खिलाड़ी अपना पहला प्वाइंट जीत लेता है तो उस खिलाड़ी के दूसरे प्वाइंट जीतने पर स्कोर 15 होगा तीसरा प्वाइंट जीतने पर स्कोर 30 होगा तथा चौथा प्वाइंट जीतने पर उसका स्कोर 40 होगा। चौथा प्वाइंट प्राप्त करने पर गेम स्कोर हो जाती है।।
    • यदि दोनों खिलाड़ी अगला प्वाइंट जीत लें तो स्कोर ड्यूस (Deuce) कहलाता है तथा अगला प्वाइंट खिलाड़ी द्वारा स्कोर करने से उस खिलाड़ी के लिए लाभ स्कोर कहलाता है।
    • यदि वह खिलाड़ी अगला प्वाइंट जीत ले तो गेम जीत लेता है। यदि अगला प्वाइंट विरोधी जीते तो स्कोर फिर ड्यूस कहलाता है तथा आगे इस तरह जब तक खिलाड़ी ड्यूस स्कोर होने के बाद दो प्वाइंट नहीं जीत लेता।
  8. प्रत्येक खिलाड़ी जो पहली छः गेम जीत लेता है वह ठीक सैट जीत लेता है, सिवाए इसके कि वह अपने विरोधी से दो गेमें अधिक जीता है। जब तक यह सीमा प्राप्त नहीं होती, सैट की अवधि बढ़ा दी जाएगी।
  9. खिलाड़ी प्रत्येक सैट की बदलती गेम तथा पहली और तीसरी गेमों के बाद सिरे बदल लेंगे। वे प्रत्येक सैट के अन्त में भी सिरे बदलेंगे। बशर्ते सैट में गेमों की संख्या सम नहीं होती। उस दशा में अगले सैट की पहली गेम के अन्तर में फिर सिरे बदले जाएंगे।
  10. एक मैच में सैटों की अधिक-से-अधिक संख्या पुरुषों के 5 तथा स्त्रियों के लिए 3 होती है।
  11. यदि खेल स्थगित कर दी जाए तथा दूसरे किसी दिन शुरू न होनी हो तो तीसरे सैट के पश्चात् (जब स्त्रियां भाग लेती हों तो दूसरे सैट के बाद) विश्राम किया जा सकता है। यदि खेल किसी अन्य दिन के लिए स्थगित कर दी गई हो तो अधूरा सैट पूरा करना एक सैट गिना जाएगा। इन व्यवस्थाओं की पूरी व्याख्या की जानी चाहिए तथा खेल को कभी भी स्थगित, लेट या रुकावट युक्त नहीं होने देना चाहिए जिससे एक खिलाड़ी को अपनी शक्ति पूरा करने का अवसर मिले।
  12. अम्पायर ऐसे स्थगनों या अन्य विघ्नों का एकमात्र जज होगा तथा दोषी को चेतावनी देकर उसे अयोग्य घोषित कर सकता है।
  13. सिरे बदलने के लिए पहली गेम समाप्त होने के पश्चात् उस समय तक अधिकसे-अधिक 1 मिनट का समय लगना चाहिए जबकि खिलाड़ी अगली गेम खेलने के लिए तैयार हो जाएं।

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प्रश्न
लान टेनिस के कौशल लिखें।
उत्तर-
लान टेनिस के मुख्य कौशल
(Basic Fundamentals of Lawn Tennis)

  1. रैकट को पकड़ना (Grip of the Racket)
  2. स्टांस (Stance)
  3. फुट वर्क (Foot work)
  4. फुट वर्क ऑन गार्ड स्टांस (Foot work on guard stance)
  5. पिवट (Pivot)
  6. फोरहँड रिटर्न तथा फुट वर्क (Work for Forehead Return)
  7. बैक कोर्ट रिटर्न तथा फुटवर्क (Foot work for a Back court Returm)
  8. सर्विस (Service)
  9. स्ट्रोक (Stroke)
    • फोरहैड स्ट्रोक (Forehead Strokes),
    • बैक हैड स्ट्रोक (Back Head Strokes),
    • ओवर हैड स्ट्रोक (Overhead Stroke),
    • नैट स्ट्रोक (Net Stroke)।

स्कोर (Scoring) – यदि एक खिलाड़ी प्वाइंट ले लेता है तो उसका स्कोर 15 हो जाता है। दूसरा प्वाइंट जीतने से 30 और तीसरा जीतने से 40 हो जाता है इस प्रकार जिस खिलाड़ी ने 40 स्कोर कर लिया हो वह अपने सैट की गेम जीत लेता है।

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प्रश्न
लान टेनिस में डबल गेम में कोर्ट का साइज लिखें।
उत्तर-
डबल्ज़ खेल
(Doubles Game)
कोर्ट (The Court)-डबल्ज़ गेम के लिए कोर्ट 36 फुट (10.97 मी०) चौड़ा होना चाहिए अर्थात् सिंगल्ज़ गेम से हर ओर \(4 \frac{1}{2}\) फुट (1.49 मी०) अधिक चौड़ा होना चाहिए। जो भाग सिंगल्ज़ लाइनों तथा दो सर्विस लाइनों के मध्य में होते हैं उन्हें साइड लाइन कहते हैं। दूसरी बातों में यह कोर्ट सिंगल्ज गेम के कोर्ट के साथ मिलता है। परन्तु यदि चाहो तथा सिंगल्ज़ साइड लाइनों के बेस तथा सर्विस लाइनों के भागों को छोड़ा जा सकता है।
साधारण नियम
(General Rules)

  1. प्रत्येक सैट के शुरू होने पर सर्विस के क्रम का फैसला निम्नलिखित अनुसार किया जाता है
    • जिस जोड़े ने पहले सैट में सर्विस करनी होती है वह फैसला करता है कि कौन-सा पार्टनर सर्विस करेगा तथा दूसरे सैट में विरोधी जोड़ा इस बात के लिए फैसला करेगा।
    • उस खिलाड़ी का पार्टनर जिसने दूसरे गेम में सर्विस की है वह तीसरी गेम में सर्विस करेगा। खिलाड़ी का पार्टनर जिसने दूसरी गेम में सर्विस की है वह चौथी गेम में सर्विस करेगा तथा इस प्रकार सैट के शेष अंकों में होगा।
  2. रिटर्न सर्विस प्राप्त करने का क्रम प्रत्येक सैट के शुरू में निम्नलिखित के अनुसार निश्चित होगा
    • जिस जोड़े ने पहले गेम में सर्विस प्राप्त करनी होती है वह इस बात का निश्चय करेगा कि कौन-सा पार्टनर सर्विस प्राप्त करे तथा वह पार्टनर सारे सैट में प्रत्येक विषय गेम में सर्विस प्रगत करेगा।
    • इसी प्रकार विरोधी जोड़ा यह निश्चय करेगा कि दूसरी गेम में कौन-सा पार्टनर सर्विस प्राप्त करेगा तथा वह पार्टनर उस सैट की प्रत्येक सम गेम में सर्विस प्राप्त करेगा। पार्टनर बारी-बारी हर गेम में सर्विस प्राप्त करेगा।
  3. यदि कोई पार्टनर अपनी बारी के बिना सर्विस वह पार्टनर जिसे सर्विस करनी चाहिए थी स्वयं सर्विस करेगा जबकि गलती का पता लग जाए। परन्तु इसका पता लगाने से पहले स्कोर किए गए सारे प्वाइंट तथा शेष गिने जाएंगे। यदि ऐसा पता लगने से पहले गेम समाप्त हो जाए तो सर्विस का क्रम बदलता रहता है।
  4. यदि गेम के दौरान सर्विस करने का क्रम रिसीवर द्वारा बदला जाता है, यह उस गेम की समाप्ति तक ऐसा रहता है जिस में इसका पता चलता है परन्तु पार्टनर सैट की अगली गेम में अपने वास्तविक क्रम को दोबारा शुरू करेंगे जिससे वह सर्विस के रिसीवर है।
  5. गेंद बारी-बारी विरोधी जोड़े के एक या दूसरे खिलाड़ी द्वारा खेला जाना चाहिए। यदि खिलाड़ी खेल में गेंद को अपने रैकट के साथ ऊपर दिए गए नियम के विरुद्ध स्पर्श करता है तो उसका विरोधी प्वाईंट जीत लेता है।

लान टैनिस खेल के अर्जुन अवार्ड विजेता
(Arjuna Awardee)

  1. आनन्द अमृतराज,
  2. विजय अमृतराज,
  3. राम नाथन कृष्णन,
  4. रमेश कृष्णन,
  5. लैंडर पेस,
  6. जैदीप,
  7. नरेश कुमार,
  8. महेश भूपति।

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