PSEB 6th Class Agriculture Solutions Chapter 1 पंजाब में कृषि-एक झलक

Punjab State Board PSEB 6th Class Agriculture Book Solutions Chapter 1 पंजाब में कृषि-एक झलक Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 6 Agriculture Chapter 1 पंजाब में कृषि-एक झलक

PSEB 6th Class Agriculture Guide पंजाब में कृषि-एक झलक Textbook Questions and Answers

(क) एक-दो शब्दों में उत्तर दीजिए

प्रश्न 1.
पंजाब की कुल जी० डी० पी० (Gross Domestic Product) का कितने प्रतिशत खेती में आता है ?
उत्तर-
14 प्रतिशत।

प्रश्न 2.
पंजाब में कितने भूमि क्षेत्रफल पर कृषि होती है ?
उत्तर-
40 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल।

प्रश्न 3.
पंजाब में कितनी भूमि पर कपास की खेती होती है ?
उत्तर-
दक्षिणी-पश्चिमी पंजाब में। (5.60 लाख हेक्टेयर वर्ष 2011-12)

PSEB 6th Class Agriculture Solutions Chapter 1 पंजाब में कृषि-एक झलक

प्रश्न 4.
पंजाब की कृषि को नई दिशा किसने दी ?
उत्तर-
पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी बनने के बाद हरित क्रांति ने।

प्रश्न 5.
पंजाब के कितने क्षेत्रफल पर सिंचाई होती है ?
उत्तर-
98 प्रतिशत क्षेत्रफल।

प्रश्न 6.
पंजाब दूध के उत्पादन में पूरे भारत में कौन-से स्थान पर है ?
उत्तर-
चौथे स्थान पर है।

PSEB 6th Class Agriculture Solutions Chapter 1 पंजाब में कृषि-एक झलक

प्रश्न 7.
पंजाब के कितने प्रतिशत लोग कृषि पर निर्भर हैं ?
उत्तर-
दो तिहाई लोग।

(ख) एक-दो वाक्यों में उत्तर दीजिए-

प्रश्न 1.
पिछले चार दशकों से पंजाब का भारत के अन्न भंडार में क्या योगदान रहा है ?
उत्तर-
पिछले चार दशकों में पंजाब भारत के अन्न भंडार में 22-60 प्रतिशत चावल और 33-75 प्रतिशत गेहूँ का योगदान डाल रहा है।

प्रश्न 2.
पंजाब की कृषि में ठहराव आने का मुख्य कारण क्या है ?
उत्तर-
गेहूँ-धान के फसली चक्र में फंस कर पंजाब के प्राकृतिक स्रोतों, पानी और मिट्टी का भी ज़रूरत से ज्यादा प्रयोग किया गया है जिससे पानी का स्तर नीचे चला गया है और मिट्टी की उपजाऊ शक्ति भी कम हो गई है तथा जलवायु प्रदूषित हो गई है। इन कारणों से पंजाब की कृषि वृद्धि दर कम हो गई है और कृषि में एक ठहराव आ गया है।

PSEB 6th Class Agriculture Solutions Chapter 1 पंजाब में कृषि-एक झलक

प्रश्न 3.
कृषकों को सिंचाई के लिए गहरे ट्यूबवैलों और सबमरसीबल पम्पों का क्यों सहारा लेना पड़ रहा है ?
उत्तर-
हरित क्रांति लाने के लिए और अधिक कमाई के लिए पंजाब में पानी का प्रयोग बहुत ज्यादा किया गया जिससे भूमिगत पानी का स्तर बहुत नीचे चला गया है। पंजाब में लगभग 50 प्रतिशत क्षेत्रफल में पानी का स्तर 20 मीटर से नीचे हो गया है इसलिए सिंचाई के लिए गहरे ट्यूबवैल और सबमरसीबल पम्प का सहारा लेना पड़ रहा है।

प्रश्न 4.
भूमि को विषैला कौन बना रहा है ?
उत्तर-
कीटनाशकों, खादों, नदीननाशकों आदि रसायनों का अनावश्यक प्रयोग फसल काटने के बाद ; जैसे-धान की पराली को आग लगाना आदि जैसे काम हैं जो मिट्टी को विषैला बना रहे हैं।

प्रश्न 5.
पंजाब के प्राकृतिक स्रोतों को बनाने के लिए क्या आवश्यक है ?
उत्तर-
पंजाब के कुदरती स्रोतों को बचाने के लिए कृषि चक्रों को बदलने और कृषि में विभिन्नता लाने की ज़रूरत है। गेहूँ-धान फसली चक्र के स्थान पर दालें, तेल बीज, सब्जियों और फलों आदि की कृषि की जानी चाहिए।

PSEB 6th Class Agriculture Solutions Chapter 1 पंजाब में कृषि-एक झलक

प्रश्न 6.
कृषकों की आर्थिक स्थिति क्यों गंभीर हो रही है ?
उत्तर-
मिट्टी की उपजाऊ शक्ति बढ़ाने के लिए खादों के प्रयोग पर हो रहा खर्च, नदीननाशकों, कीटनाशकों आदि का खर्च, पानी का स्तर नीचे जाने के कारण सबमरसीबल के प्रयोग पर खर्च, इसको चलाने के लिए बिजली का खर्च आदि बहुत बढ़ गए हैं। ऐसा एक ही फसली चक्र में फँसने के कारण हुआ है। गेहूँ-धान के अलावा अन्य फसलों के मण्डीकरण में किसान इतना निपुण नहीं हुआ है और इस कारण उसको फसल का पूरा मूल्य नहीं मिलता। इस तरह किसान का कुल लाभ बहुत ही कम रह गया है और उसकी आर्थिक स्थिति बहुत ही गंभीर हो गई है।

प्रश्न 7.
पंजाब के महत्त्वपूर्ण कृषि सहायक व्यवसाय कौन-से हैं ?
उत्तर-
पशु पालना जैसे गाय, भैंसें दूध के लिए, मुर्गी पालना, खुम्बों की काशत, मधुमक्खी पालना, मछली पालना आदि महत्त्वपूर्ण कृषि सहायक धन्धे हैं।

प्रश्न 8.
धान की पराली को खेतों में आग लगाने से क्या नुकसान होते हैं ?
उत्तर-
धान की पराली को खेतों में आग लगाने से मिट्टी के उपजाऊ तत्त्व समाप्त हो जाते हैं और कई मित्र कीट भी मर जाते हैं और इसके साथ पानी-हवा का प्रदूषण भी होता है।

PSEB 6th Class Agriculture Solutions Chapter 1 पंजाब में कृषि-एक झलक

प्रश्न 9.
मण्डीकरण की समस्या का समाधान कैसे किया जा सकता है ?
उत्तर-
मण्डीकरण की समस्या किसान अपने संगठन बना कर हल कर सकते हैं।

प्रश्न 10.
कृषकों पर ऋण का बोझ क्यों बढ़ रहा है ?
उत्तर-
कृषि से सम्बन्धित रसायनों जैसे खाद, नदीननाशकों, कीटनाशकों आदि के अनावश्यक प्रयोग के कारण किसानों का खर्च बढ़ा है और किसानों पर कों का बोझ बढ़ता जा रहा है।

(ग) पाँच-छः वाक्यों में उत्तर दीजिए –

प्रश्न 1.
पंजाब में हरित क्रांति का श्रेय किसे जाता है ?
उत्तर-
पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी बनने के बाद हरित क्रांति ने पंजाब की कृषि को एक नई दिशा दी। इस हरित क्रांति का श्रेय मेहनतकश किसानों, कृषि वैज्ञानिकों, कृषि नीतियों जैसे कम-से-कम निश्चित मूल्य और यकीनी मण्डीकरण, कर्जे की आसान उपलब्धता, रासायनिक खादों, कीटनाशकों, सिंचाई साधनों के प्रसार ने भी इसमें बहुत योगदान डाला है। हरित क्रांति के कारण किसानों की आमदन में बहुत फायदा हुआ है। इसमें गेहूँ-चावल की अधिक पैदावार वाली उन्नत किस्मों का भी योगदान है।

PSEB 6th Class Agriculture Solutions Chapter 1 पंजाब में कृषि-एक झलक

प्रश्न 2.
पंजाब में दूध के मण्डीकरण के बारे में आप क्या जानते हैं ?
उत्तर-
पंजाब में फसलों की पैदावार के अलावा पशु पालना और दुधारू पशुओं से भी आमदन प्राप्त की जा सकती है। पंजाब दूध की पैदावार में पूरे देश में से चौथे स्थान पर है। पंजाब में दूध के मण्डीकरण के लिए कई सहकारी संस्थाएं और निजी कंपनियां गांवों में अपनी सभाओं द्वारा दूध इकट्ठा करती हैं। मिल्कफैड एक ऐसी संस्था है। दूध की अधिक पैदावार के कारण एक सफेद क्रांति आई और किसान इससे अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं।

प्रश्न 3.
बहुभांति कृषि से क्या भाव है ?
उत्तर-
पंजाब में गेहूँ-चावल की पैदावार बहुत हो रही है और किसानों को इससे अच्छी आमदन भी हो रही है, पर बार-बार एक ही फसली चक्र के कारण भूमि, पानी और हवा को बहुत हानि हो रही है और अब कृषि वृद्धि की दर में भी कमी आ रही है। कृषि में आई स्थिरता को दूर करने के लिए कृषि में विभिन्नता लाना समय की मुख्य ज़रूरत है।

कृषि विभिन्नता में कई तरह की फसलों को हर साल बदल-बदल कर बोना होता है। जैसे-दालें, तेल बीज, सब्जियां और फलों की कृषि की जा सकती है। वर्तमान समय में सब्जियों तथा फलों की मांग बढ़ गई है और इससे अच्छी आमदन हो सकती है।

प्रश्न 4.
कृषकों को किस-किस क्षेत्र में निपुणता प्राप्त करने की आवश्यकता
उत्तर-
गेहूँ-चावल की फसल से, दूध की पैदावार से तो कमाई हो रही है परन्तु गेहूँचावल के फसली चक्र से भूमि की उपजाऊ शक्ति कम हो रही है और पानी का स्तर भी नीचे हो रहा है। इसलिए किसानों को बदल-बदल कर साल दर साल विभिन्न-विभिन्न फसलों जैसे दालं, तेल बीज, सब्जियां और फलों की कृषि करनी चाहिए। यह तभी सम्भव है यदि किसान इन फसली पैदावार को बढ़ाने में निपुण हों और उनके मण्डीकरण में भी निपुण हों। रसायनों की सूझ-बूझ से प्रयोग की निपुणता भी ज़रूरी है।

PSEB 6th Class Agriculture Solutions Chapter 1 पंजाब में कृषि-एक झलक

प्रश्न 5.
पंजाब के प्राकृतिक स्रोतों को किससे खतरा है ?
उत्तर-
पंजाब एक कृषि प्रधान प्रदेश है और हरित क्रांति में भी पंजाब एक अग्रणी प्रदेश रहा है। पर इस दौर में पंजाब गेहूँ-चावल के फसली चक्र में ही फंस गया और कृषि विभिन्नता की तरफ ध्यान नहीं दिया गया। इस कारण पंजाब में 50 प्रतिशत जगह से पानी का स्तर लगभग 20 मीटर तक गहरा हो गया है। भूमि की उपजाऊ शक्ति भी कम हो रही है और अधिक उपज लेने के लिए रासायनिक खादें, कीटनाशकों आदि जैसे रसायनों के ज़्यादा प्रयोग के कारण पंजाब के प्राकृतिक स्रोतों का बहुत नुकसान हो रहा है। इन स्रोतों की अनावश्यक ज़रूरत से इनको बहुत खतरा है।

(घ) एक-दो वाक्यों में उत्तर दीजिए

प्रश्न 1.
पंजाब की कुल आय का कितने प्रतिशत कृषि से आता है ?
उत्तर-
14 प्रतिशत।

प्रश्न 2.
पंजाब में कपास कौन-से क्षेत्र में पाई जाती है ?
उत्तर-
दक्षिणी-पश्चिमी पंजाब में।

PSEB 6th Class Agriculture Solutions Chapter 1 पंजाब में कृषि-एक झलक

प्रश्न 3.
पंजाब में लगभग कितनी मात्रा में रासायनिक खुराकी तत्त्व कृषि में प्रयोग होते हैं ?
उत्तर-
250 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर।

प्रश्न 4.
पंजाब के प्राकृतिक स्रोतों को बचाने के लिए किस चीज़ की मुख्य आवश्यकता है ?
उत्तर-
कृषि विभिन्नता अथवा बहुभांति कृषि की।

प्रश्न 5.
पंजाब के कुल कृषि योग्य क्षेत्रफल पर कितने प्रतिशत में धान की फसल होती है ?
उत्तर-
60 प्रतिशत भाग।

PSEB 6th Class Agriculture Solutions Chapter 1 पंजाब में कृषि-एक झलक

Agriculture Guide for Class 6 PSEB पंजाब में कृषि-एक झलक Important Questions and Answers

बहुत छोटे उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
पंजाब की कृषि वृद्धि दर टिकाऊ क्यों नहीं है ?
उत्तर-
क्योंकि यह दर 1980 में 4.6 प्रतिशत थी तथा वर्ष 2000 में कम हो कर 2.3 प्रतिशत रह गई।

प्रश्न 2.
वर्ष 2011-12 में गेहूँ की औसतन पैदावार कितनी रही ?
उत्तर-
51 क्विटल प्रति हेक्टेयर।

प्रश्न 3.
वर्ष 2011-12 में धान का औसतन पैदावार बताओ।
उत्तर-
60 क्विटल प्रति हेक्टेयर।

PSEB 6th Class Agriculture Solutions Chapter 1 पंजाब में कृषि-एक झलक

प्रश्न 4.
कपास पंजाब के किस क्षेत्र की महत्त्वपूर्ण फसल है ?
उत्तर-
दक्षिणी-पश्चिमी पंजाब की।

प्रश्न 5.
1980 में पंजाब की कृषि वृद्धि दर कितनी थी और 2000 में कितनी रह गई ?
उत्तर-
1980 में 4.6 प्रतिशत थी जो 2000 में 2.3 प्रतिशत रह गई।

छोटे उत्तरों वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
खेतों में धान की पुआल को आग लगाने से क्या होता है ?
उत्तर-
इससे मिट्टी के उपजाऊ तत्त्व जल जाते हैं तथा वातावरण प्रदूषित हो जाता है।

PSEB 6th Class Agriculture Solutions Chapter 1 पंजाब में कृषि-एक झलक

प्रश्न 2.
कृषि सहायक व्यवसाय कौन-से हैं ?
उत्तर-
मुर्गी पालना, खुम्बों की काश्त, मधुमक्खी पालना, मछली पालना आदि।

प्रश्न 3.
हरित क्रान्ति में पदार्थों तथा तकनीकी के अलावा किन का योगदान रहा ?
उत्तर-
इस में किसानों का श्रम, प्रसार कामे तथा विज्ञानिकों का योगदान रहा।

बड़े उत्तर वाला प्रश्न

प्रश्न-
मण्डीकरण की समस्या कैसे हल की जा सकती है ?
उत्तर-
पंजाब में गेहूँ-धान को छोड़ कर अन्य फसलों के मण्डीकरण में बहुत बड़ी समस्याएं आती हैं। इन समस्याओं को सहकारी सभाएं खेती सम्बन्धी अच्छी नीतियां तथा किसान स्तर पर अपने संगठन बना कर समाधान कर सकते हैं। किसानों को मण्डीकरण में निपुण होने की आवश्यकता है तथा व्यापारिक सोच अपनाने की आवश्यकता है।

PSEB 6th Class Agriculture Solutions Chapter 1 पंजाब में कृषि-एक झलक

पंजाब में कृषि-एक झलक PSEB 6th Class Agriculture Notes

  • पंजाब एक कृषि प्रधान प्रदेश है। इस में दो तिहाई लोग कृषि पर निर्भर हैं।
  • पंजाब की कुल आय का 14 प्रतिशत हिस्सा कृषि से आता है।
  • पंजाब में 40 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल पर कृषि होती है जोकि देश की कुल कृषि योग्य भूमि का 1.5 प्रतिशत बनता है।
  • भारत में गेहूँ के कुल उत्पादन का 22 प्रतिशत और चावल के कुल उत्पादन का 11% भाग पंजाब का होता है।
  • वर्ष 2011-12 में गेहूँ की औसतन उपज 51 क्विटल और धान की औसतन उपज 60 क्विटल प्रति हेक्टेयर रही।
  • हरित क्रांति में पंजाब का बहुत योगदान रहा।
  • आज पंजाब के 98 प्रतिशत क्षेत्रफल में सिंचाई होती है और लगभग 250 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर रासायनिक खुराकी तत्त्व कृषि में प्रयोग होते हैं।
  • पूरे देश में पंजाब दूध के उत्पादन में चौथे स्थान पर है।
  • पंजाब में इस समय सहकारी संस्था मिल्कफैड और कई निजी कम्पनियां गांवों में अपनी सभाओं के द्वारा दूध लेती हैं।
  • पंजाब में कृषि वृद्धि दर 1980 में 4.6 प्रतिशत और 2000 के दशक में इसमें कमी आई तथा यह कम हो कर 2.3 प्रतिशत तक आ गई है।
  • पंजाब में 50 प्रतिशत से अधिक क्षेत्रफल में पानी का स्तर 20 मीटर से गहरा हो गया है।
  • पंजाब में उपजाऊ मिट्टी, बढ़िया सिंचाई साधन परिश्रमी कृषक हैं और समय अनुसार कृषि नज़रिया बदल कर कृषि में आए ठहराव को दूर किया जा सकता है।

Leave a Comment