Punjab State Board PSEB 6th Class Hindi Book Solutions Chapter 8 प्रायश्चित Textbook Exercise Questions and Answers.
PSEB Solutions for Class 6 Hindi Chapter 8 प्रायश्चित (2nd Language)
Hindi Guide for Class 6 PSEB प्रायश्चित Textbook Questions and Answers
प्रायश्चित अभ्यास
1. नीचे गुरुमुखी और देवनागरी लिपि में दिये गये शब्दों को पढ़ें और हिंदी शब्दों को लिखने का अभ्यास करें:
- ਲਕੜੀਆਂ = लकड़ियाँ
- ਜੁਰਮਾਨਾ = जुर्माना
- ਦੁਪਹਿਰ = दोपहर
- ਇੱਕਠਾ = इकट्ठा
- ਗਵਾਲਾ, ਦੋਧੀ = ग्वाला
- ਮੁਖੀਆ = मुखिया
- ਗੰਗਾ ਯਮੁਨਾ = गंगा-यमुना
- ਕੋਈ ਨਿਆਂ = न्याय
ਸਹਿਮਤ = सहमत
उत्तर :
विद्यार्थी हिन्दी शब्दों के लेखन का अभ्यास करें।
2. नीचे एक ही अर्थ के लिए पंजाबी और हिंदी भाषा में शब्द दिये गये हैं। इन्हें ध्यान से पढ़ें और हिंदी शब्दों को लिखें :
- ਸ਼ਿਵ ਜੀ ਦਾ ਮੰਦਰ = शिवालय
- ਮੰਨ ਗਏ = सहमत हो गए
- ਮਾਂ ਪਿਉ ਜਾਂ ਪਾਲਣਾ ਕਰਨ ਵਾਲੇ ਵਿਅਕਤੀ = अभिभावक = माता-पिता, देखरेख करने वाला
- ਜਾਣਕਾਰੀ = ज्ञान
- ਇੱਕਠੇ = एकत्र
- ਪਿਛਲੇ ਪਾਸੇ = पिछवाड़े
- ਬੁਰੇ ਕੰਮ ਦਾ ਪਛਤਾਵਾ = प्रायश्चित
- ਰੰਗਾਂ ਨਾਲ ਹੋਲੀ ਖੇਡਣ ਦਾ ਦਿਨ = रंग पंचमी
- ਅਚਾਨਕ = सहसा
- ਮੰਨ ਲੈਣਾ = शिरोधार्य करना
- ਗੁਲਾਲ = अबीर
- ਦੁਬਾਰਾ = पुनः
3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में दें :
(क) बच्चों ने किस त्योहार के अवसर पर लकड़ियाँ जलायीं?
उत्तर :
होली के त्योहार के अवसर पर बच्चों ने लकड़ियाँ जलायीं।
(ख) बच्चों ने होली कहाँ मनायी?
उत्तर :
गाँव के शिवालय के पास खुले मैदान में बच्चों ने होली मनायी।
(ग) गोपू कैसे गुज़ारा करता था?
उत्तर :
गोपू उपले बेचकर अपना गुजारा करता था।
(घ) शरारती लड़कों ने किसके घर से उपले चुराये?
उत्तर :
शरारती लड़कों ने गोपू के घर से उपले चुराये।
(ङ) मुखिया ने शरारती बच्चों को क्या सज़ा दी?
उत्तर :
मुखिया ने शरारती बच्चों को उपले बनाने की सज़ा दी।
4. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर तीन-चार वाक्यों में दें :
(क) क्या आप मुखिया द्वारा बच्चों को दी गई सज़ा से सहमत हैं? क्यों?
उत्तर :
मुखिया द्वारा बच्चों को उपले बनाने की दी गई सजा से हम पूरी तरह से सहमत हैं क्योंकि कोई पर्व या त्योहार यहाँ तक कि कोई भी अच्छा कार्य किसी का दिल दुखा कर नहीं करना चाहिए।
(ख) गोपू का चेहरा प्रसन्नता से क्यों खिल उठा?
उत्तर :
बच्चों द्वारा उसके उपले चुरा लिए जाने से गोपू उदास हो गया था। उसने इसकी शिकायत गाँव के मुखिया से की। जब मुखिया ने उसे न्याय दिलाते हुए सभी बच्चों पुस्तकीय भाग को उपले बना दिए जाने के बाद ही होली मनाने की बात कही तो यह बात सुनकर का चेहरा प्रसन्नता से खिल गया।
5. नीचे मुहावरों के अर्थ दिये गये हैं, उनका वाक्य में प्रयोग करो :
मुहावरा – अर्थ
- मैदान साफ नज़र आना = कोई चीज़ बाकी न बचना
- नयनों से गंगा-यमुना बहाना = रोने के कारण आँखों से खूब आँसू बहना
- दिमाग दौड़ाना = गहराई से सोचना
- आँसुओं से हाथ भिगोना = किसी को बिना कारण दुःख देकर खुश होना
- जुट जाना = पूरी तरह लग जाना
- पसीना बहाना = कड़ी मेहनत करना
- चेहरा खिल उठना = बहुत खुश हो जाना
उत्तर :
- मैदान साफ़ नज़र आना = कोई चीज़ बाकी न बचना – खुले घर में किसी को न देखकर चोरों को मैदान साफ़ नज़र आने लगा था।
- नयनों से गंगा – यमुना बहाना = रोने के कारण आँखों से खूब आँसू बहना – अपने लुटे हुए घर को देखकर मज़दूर की नयनों से गंगा – यमुना बहने लगी थी।
- दिमाग दौड़ाना = गहराई से सोचना – शरारती बच्चे शरारत के लिए अपना दिमाग़ दौड़ाने लगे।
- आँसुओं से हाथ भिगोना = किसी को बिना कारण दुःख देकर खुश होना पटवारी ने बच्चों को डाँटते हुए कहा कि हमें किसी के आँसुओं से हाथ नहीं भिगोना चाहिए।
- जुट जाना = पूरी तरह लग जाना – अब हमें पढ़ाई में जुट जाना चाहिए।
- पसीना बहाना = कड़ी मेहनत करना = गोप को अपना जीवन चलाने के लिए खूब पसीना बहाना पड़ा।
- चेहरा खिल उठना = बहुत खुश हो जाना – अपने पास होने की ख़बर सुनकर मेरा चेहरा खिल उठा।
6. सोचिए और लिखिए
1. बच्चों ने प्रायश्चित क्यों और कैसे किया? प्रायश्चित कर लेने के बाद बच्चों को क्या अनुभव हुआ?
उत्तर :
गोपू के बनाये उपले बच्चों द्वारा चुरा लिए जाने के कारण उन्हें उपले बना कर देने की सजा मिली थी। बच्चों ने उपले बनाकर गोपू को दिए तो गोपू के चेहरे की रौनक को देखकर बच्चों को भी बहुत खुशी मिली।
2. आप किस तरह से होली का त्योहार मनाते हैं?
उत्तर :
रंगों का त्योहार होली सबका प्यारा त्योहार है। हम लोग बड़े उत्साह के साथ इस त्योहार को मनाते हैं। होली वाले दिन हम सबसे पहले अपने प्रभु (ईश्वर) के पैरों में रंग लगाकर फिर अपने दोस्तों के साथ होली खेलते हैं। हम टोलियाँ बनाकर घूमते हैं और सबको अपने रंगों से रंग देते हैं।
3. भारत में अनेक त्योहार मनाए जाते हैं। आपने अपने माता-पिता को त्योहार की तैयारी करते देखा होगा। आपको कौन-सा त्योहार अच्छा लगता है, उसके विषय में चार-पाँच पंक्तियाँ लिखो।
उत्तर :
भारत देश त्योहारों और पर्यों का देश है। यहाँ लगभग हर महीने में कोई – न कोई त्योहार मनाए जाते हैं। सभी त्योहार हमें खुशियाँ देते हैं और प्रेम तथा भाईचारे का संदेश देते हैं। हमें दीपावली त्योहार सबसे अच्छा लगता है। इस दिन हर तरफ रोशनी ही रोशनी होती है। हर घर, मुहल्ला रोशनी से जगमगा रहा होता है। आकाश भी रंग – बिरंगी आतिशबाजी से रंगा होता है। हर तरफ से पटाखों का शोर सुनाई देता है। हमें नए – नए कपड़े पहनने को मिलते हैं। पटाखे चलाने को मिलते हैं और मिठाइयाँ खाने को मिलती हैं। इसलिए यह त्योहार हमें सबसे अच्छा लगता है।
प्रयोगात्मक व्याकरण
1. गोपू एक ग्वाला था। उसकी कुटिया के पिछवाड़े गोबर के उपले पड़े हुए थे। उसने बड़ी मेहनत से उन्हें बनाया था। एक दिन वह घर पर नहीं था। उसके उपले गाँव के शरारती बच्चों ने उठा लिये।
ऊपर के गद्यांश में ‘गोपू’ एक व्यक्ति तथा ‘उपले’ एक वस्तु के नाम हैं। अतः ‘गोप’ और उपले संज्ञा शब्द हैं। उपरोक्त पंक्तियों में रेखांकित किए गए शब्द ‘उसकी’, ‘उसने’, ‘वह’ तथा ‘उसके’ गोपू के लिए तथा उन्हें’ उपलों के लिए प्रयोग में आये हैं।
अतः ऐसे शब्द जो किसी संज्ञा के स्थान पर प्रयोग में आते हैं, सर्वनाम कहलाते हैं।
(क) (1) गोपू मुखिया से बोला, “मैं शहर गया हुआ था। मेरे उपले किसी ने चुरा लिये। यहाँ बोलने वाले (गोपू) ने अपने लिए ‘मैं’ और ‘मेरे’ सर्वनामों का प्रयोग किया है।
(2) मुखिया गोपू से बोला, “तुम चिंता न करो- तुम्हें न्याय मिलेगा।” यहाँ सुनने वाले (गोपू) के लिए ‘तुम’ और ‘तुम्हें’ सर्वनामों का प्रयोग हुआ है।
(3) मुखिया मन ही मन बोला, “गाँव के बच्चे शरारती हैं। यह शरारत उनकी ही है। यहाँ बोलने वाले (मुखिया) ने अन्य (अनुपस्थित) व्यक्तियों (बच्चों) के लिए उनकी’ सर्वनाम का प्रयोग किया है।
अतएव बोलने वाला अपने लिए, सुनने वाले तथा अन्य (अनुपस्थित) व्यक्ति के लिए जिन सर्वनामों का प्रयोग करता है, वे पुरुषवाचक सर्वनाम कहलाते हैं। यह सर्वनाम का पहला भेद है।
(ख) (i) देखो, बच्चे खड़े हैं, इन्होंने प्रायश्चित कर लिया है
(ii) वह मेरी कुटिया है।
ऊपर पहले वाक्य में ‘इन्होंने’ सर्वनाम का प्रयोग पास खड़े बच्चों के लिए तथा दूसरे वाक्य में ‘वह’ सर्वनाम का प्रयोग दूर स्थित ‘कुटिया’ के लिए किया गया है। अर्थात् ‘इन्होंने’ तथा ‘वह’ से निश्चयपूर्वक बोध हो रहा है अतः जिन सर्वनामों से निश्चित वस्तु या व्यक्ति का बोध हो, उन्हें निश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं। यह सर्वनाम का दूसरा भेद है।
अन्य उदाहरण : यह, ये, वे, इसको आदि।
(ग) (i) किसी ने मेरे उपले उठा लिये।
(ii) कुछ न कुछ तो करना ही पड़ेगा।
उपरोक्त वाक्यों में ‘किसी’ तथा ‘कुछ’ किसी निश्चित व्यक्ति या वस्तु का बोध नहीं कराते अतः अनिश्चयवाचक सर्वनाम हैं। अतः जिन सर्वनामों से निश्चित वस्तु या व्यक्ति का बोध न हो, उन्हें अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं। यह सर्वनाम का तीसरा भेद है।
अन्य उदाहरण : कोई, किस, किन्हीं आदि
(घ) जो भी उपले तैयार किए बिना होली खेलता नज़र आएगा, उसके अभिभावक को प्रति बच्चे पर सौसौ रुपये जुर्माना देना पड़ेगा।
उपरोक्त वाक्य में ‘जो’ तथा ‘उसके’ रेखांकित शब्द दो वाक्यों का परस्पर सम्बन्ध जोड़ते हैं, अतः ये सम्बन्ध वाचक सर्वनाम हैं। अतएव जिन सर्वनामों से एक बात का दूसरी बात से सम्बन्ध प्रकट हो उसे सम्बन्धवाचक सर्वनाम कहते हैं। यह सर्वनाम का चौथा भेद है।
अन्य उदाहरण : जो-सो, जिसने-उसने, जिसकी-उसकी आदि।
2. वाक्यों में कुछ रेखांकित शब्द हैं। उनके स्थान पर नीचे दिए गए समान अर्थ वाले शब्दों को चुनकर वाक्य फिर से लिखें – मेहनत, विद्यालय, अंदर, राजी, झोंपड़ी, इंसाफ, अचानक, फिक्र, निर्धन, अग्नि
- आज दोपहर पाठशाला से घर लौटते हुए उसने ग्वाले की कुटिया के पिछवाड़े उपलों के ढेर देखे।
- गोपू कुटिया के भीतर सो गया।
- तुम चिंता न करो तुम्हें न्याय ज़रूर मिलेगा।
- गरीब ग्वाले के परिश्रम से बनाए गए उपले ये होनहार बच्चे होली की आग में झोंक आये हैं।
- वे सभी सहमत को गये।
- शरारती बुधवा को गोपू के उपले सहसा याद हो आये।
उत्तर :
- आज दोपहर विद्यालय से घर लौटते हुए उसने ग्वाले की झोंपड़ी के पिछवाड़े उपलों के ढेर देखे।
- गोपू झोंपड़ी के अन्दर सो गया।
- तुम फिक्र न करो तुम्हें इन्साफ़ ज़रूर मिलेगा।
- निर्धन ग्वाले के मेहनत से बनाए गए उपले ये होनहार बच्चे होली की अग्नि में झोंक आये हैं।
- वे सभी राजी हो गये।
- शरारती बुधवा को गोपू के उपले अचानक याद हो आये।
3. नीचे कुछ शब्द घुल मिल गये हैं उन्हें अलग-अलग करके उचित खाने में लिखिये :
होली, मैदान, गोपू, बुधवा, पाठशाला, कुटिया, उत्साह, पैसे, गंगा, यमुना, ग़रीबी, टोकरी, गुलाल, बादल, प्यार, न्याय, उपले, मित्र, मेहनत, गुस्सा,
उत्तर :
4. नीचे लिखे पंजाबी वाक्यों के बदले अपने पाठ से छाँट कर हिंदी वाक्य लिखें :
(ਕ) ਮੈਂ ਕਿਸੇ ਦਾ ਕੀ ਵਿਗਾੜਿਆ ਸੀ ਕਿ ਇੰਨੀ ਮਿਹਨਤ ਨਾਲ ਬਣਾਈਆਂ ਗਈਆਂ ਢੇਰ ਸਾਰੀਆਂ ਪਾਥੀਆਂ ਇੰਝ ਗਾਇਬ ਕਰ ਦਿੱਤੀਆਂ ਗਈਆਂ।
(ਖ) ਉਹ ਪਾਥੀਆਂ ਵੇਚਣ ਲਈ ਨੇੜੇ ਦੇ ਸ਼ਹਿਰ ਵੱਲ ਗਿਆ ਹੋਇਆ ਸੀ।
(ਗ) ਇਸ ਬਾਲ ਮੰਡਲੀ ਨਾਲ ਅਸੀਂ ਵੀ ਹੋਲੀ ਖੇਡ ਲਈਏ।
(ਘ) ਮੁਖੀਆ ਜੀ ਦਾ ਇੰਨਾ ਸੁਹਣਾ ਨਿਆਂਉਂ ਵੇਖ ਕੇ ਗੋਪੂ ਦਾ ਚਿਹਰਾ ਖੁਸ਼ੀ ਨਾਲ ਖਿੜ ਪਿਆ।
उत्तर :
(ਕ) मैंने किसी का क्या बिगाड़ा था जो इतनी मेहनत से बनाये गये मेरे ढेर सारे उपले यूँ गायब कर दिये गये।
(ਖ) वह उपले बेचने पास के शहर गया हुआ था।
(ਗ) इस बाल मंडली के साथ हम भी होली खेलेंगे।
(ਘ) मुखिया जी का इतना सुंदर न्याय देखकर गोपू का चेहरा खुशी से खिल उठा।
5. नीचे लिखे शब्दों में अक्षरों को उलट-पुलट कर एक नया सार्थक शब्द लिखें:
- सब : बस
- सबने :
- रहा :
- सहसा :
- मना :
- करीब :
उत्तर :
पुराना शब्द – नया शब्द
- सब = बस
- सबने = बस ने
- रहा = हार
- सहसा = साहस
- मना – नाम
- करीब = बकरी।
जानिये
1. होली को तमिलनाडु में कानूनी पुनडग्गा केक तथा आंध्रप्रदेश में कमन विजहा नाम से पुकारा जाता है।
2. मथुरा, वृंदावन, गोकुल, मुम्बई आदि में होली करीब 16 दिनों तक मनायी जाती है तथा इस मौके पर अनेक स्थानों पर गलियों, सड़कों, मुहल्लों पर कुछ ऊँचाई पर लटके रंगों से भरे मटकों को फोड़ने की प्रथा भी है।
3. विदेशों में होली प्रसिद्ध है। बर्मा में 5 मार्च को भगवान बुद्ध के स्वागत दिवस के रूप में मनायी जाती है।
4. थाइलैंड में होली जैसा त्योहार 16 मार्च को सैगोना नाम से मनाया जाता है।
5. दक्षिण अफ्रीका में 9 मार्च को इसे ओमेगा वेगा के रूप में मनाते हैं।
6. यूनान की होली को नेपोल कहते हैं।
7. महाकवि कालिदास (प्रसिद्ध संस्कृत कवि व नाटककार) ने होली को अपनी रचनाओं में मदनोत्सव कहा है।
8. स्पेन में इसे कुर्र-कुर्र कहते हैं।
9. चेकोस्लोवाकिया की होली को लव बेलिया कहते हैं।
बहुविकल्पीय प्रश्न
प्रश्न 1.
बच्चों ने किसके निकट होली जलाई ?
(क) शिवालय के
(ख) विद्यालय के
(ग) मदिरालय के
(घ) देवालय के।
उत्तर :
(क) शिवालय के
प्रश्न 2.
किसकी कुटिया के पीछे गोबर के उपले लगे थे ?
(क) गोपू की
(ख) गोपू ग्वाले की
(ग) ग्वाले की
(घ) भालू की।
उत्तर :
(ख) गोपू ग्वाले की
प्रश्न 3.
गोपू ग्वाला न्याय मांगने किसके पास गया ?
(क) मुखिया के
(ख) पुलिस के
(ग) न्यायाधीश के
(घ) न्यायकारी के।
उत्तर :
(क) मुखिया के
प्रश्न 4.
मुखिया ने शरारती बच्चों को क्या सजा दी ?
(क) उपले बनाने की
(ख) उपले जलाने की
(ग) जलाने की
(घ) भिगाने की।
उत्तर :
(क) उपले बनाने की
प्रश्न 5.
निम्नलिखित में से कौन सा शब्द संज्ञा है ?
(क) अमृतसर
(ख) उधर
(ग) बहादुरी
(घ) बीमार।
उत्तर :
(क) अमृतसर
प्रश्न 6.
निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द संज्ञा शब्द है ?
(क) कपिल
(ख) अंत
(ग) एक
(घ) हरेक।
उत्तर :
(क) कपिल
प्रश्न 7.
निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द संज्ञा शब्द है ?
(क) मुक्तसर
(ख) बीमार
(ग) इधर
(घ) बहादुर।
उत्तर :
(क) मुक्तसर
प्रश्न 8.
निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द पुरुषवाचक सर्वनाम नहीं है ?
(क) मैं
(ख) हम
(ग) तुम
(घ) कोई।
उत्तर :
(घ) कोई।
प्रश्न 9.
निम्नलिखित में से कौन सा शब्द अनिश्चयवाचक सर्वनाम नहीं है ?
(क) कोई
(ख) किसी
(ग) कुछ
(घ) वह।
उत्तर :
(घ) वह।
प्रायश्चित Summary in Hindi
प्रायश्चित पाठ का सार
होली का दिन था। बच्चों ने शिवालय के निकट होली जलाई। गोपू ग्वाले की कुटिया के पिछवाड़े गोबर के उपलों का ढेर लगा हुआ था। गोप उपले बेचने शहर गया था। शरारती बधवा के कहने पर बच्चों ने गोप के सारे उपले होली की आग को समर्पित कर दिए।
गोप दूसरे दिन सोकर उठा। खा – पीकर टोकरी लेकर उपले बटोरने आया। परन्तु वहाँ मैदान साफ़ था। कोई उपला न था। उसकी आँखों से आँसू बहने लगे। वह गाँव के मुखिया के पास गया और उनसे न्याय मांगा। मुखिया ने कहा कि उसे न्याय ज़रूर मिलेगा।
गोपू के जाने पर मुखिया ने सोचा यह करतूत गाँव के शरारती बच्चों की थी। वह सब बच्चों के घर गया और कहा कि किसी के आँसुओं से हाथ भिगोकर हम होली नहीं मनाना चाहते। दोपहर तक सभी बच्चे मिलकर उपले तैयार करें। नहीं तो प्रति बच्चे को सौ – सौ रुपया जुर्माना होगा।
मुखिया का कहना मानकर सब बच्चों ने खेल ही खेल में सारे उपले तैयार कर दिए। फिर सब ने मिल कर होली मनाई। मुखिया ने गोपू के घर जाकर कहा कि बच्चों ने प्रायश्चित कर लिया है। मुखिया जी का सुन्दर न्याय देखकर गोपू खुश हो गया।
प्रायश्चित कठिन शब्दों के अर्थ :
- एकत्र = इकट्ठा।
- शिवालय = शिवजी का मन्दिर।
- उत्साह = जोश।
- उपलों = पाथियों।
- सहसा = अचानक।
- सहमत = एकमत।
- समर्पित = भेंट।
- तल्लीन = मग्न।
- नयनों से गंगा – यमुना बहना = आँखों से आँसू बहना।
- चिन्ता = फिक्र।
- अभिभावकों = संरक्षकों।
- परिश्रम = मेहनत।
- पश्चात् = बाद।
- प्रति = हर।
- प्रायश्चित्त = पछतावा।
- प्रसन्नता = खुशी।