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PSEB 7th Class Computer Notes Chapter 8 डॉस कमांडज्र
जान पहचान-डॉस फाइलों का प्रबंध करती है। यह यूजर को असल तकनीक से दूर रखती है। यूजर सिर्फ हिदायतें देता है बाकी काम आपरेटिंग सिस्टम स्वयं ही करता है।
एम एस डॉस की ज़रूरी फाइल :
एम एस डॉस के लिए आवश्यक फाइल निम्न अनुसार है –
1. MSDOS.SYS
2. IO.SYS
3. Command.Com
एम एस डॉस की कमांड : डॉस में दो प्रकार की कमांडज़ होती हैं।
1. इंटरनल कमांड
2. एक्सटरनल कमांड
1. इंटरनल कमांड वे होती हैं जिन्हें चलाने के लिए किसी कमांड की ज़रूरत नहीं होती।
2. एक्सटर्नल कमांड वह होती है जिसे चालने के लिए बाहरी फाइल की आवश्यकता होती है।
डॉस का डिस्क प्रबंध :
डॉस ट्री रूप की डायरैक्टरी स्ट्रकचर में फाइलें सेव करती है। सबसे ऊपर रूट डायरैक्टरी होती है। उसके बाद अन्य डायरैक्टरी तथा अन्दर सव डायरैक्टरी आती-
फाइल को नाम देना : डॉस में फाइल को नाम देने के निम्न नियम हैं –
- फाइल के नाम के दो हिस्से होते हैं।
- स्पैशल क्रैक्टर का प्रयोग नहीं कर सकते।’
- अपर या लोअर केस दोनों में नाम लिख सकते हैं।
रूट डायरैक्टरी :
रूट डायरैक्टरी वह डायरैक्टरी होती है जिसके अन्दर अन्य सभी डायरैक्टरी होती हैं।
डॉस की डायरैक्टरी स्ट्रक्चर :
डॉस की डायरैक्टरी स्ट्रक्टर अलमारी के दराज की तरह है। इसमें सबसे उपर रूट डायरैक्टरी होती है। उस के अंदर डायरैक्टरी तथा सब डायरैक्टरी होती है। यह सब मिल कर एक ट्री बनाती है। एक डायरैक्टरी में कई चाइलड डायरैक्टरी हो सकती हैं, परन्तु चाईल्ड की एक ही पेरेंट डायरैक्टरी होती है। डास की डायरैक्टरी स्ट्रक्चर निम्न प्रकार की होती है।
इंटर्नल कमांडज़ :
इंटर्नल कमांडज़ वो होती हैं जिसके चलने के लिए किसी फाइल की आवश्यकता नहीं होती। डॉस की इंटरनल कमांड निम्न हैं –
1. Cls : Cls कमांड का प्रयोग स्क्रीन के कंटेंट को साफ करने के लिए किया जाता है। इससे सिर्फ स्क्रीन साफ होती है। कंटैंट डिलीट नहीं होता। इसका सिंटैक्स निम्न प्रकार हैCls
2. Date : Date कमांड का प्रयोग कम्प्यूटर पर तारीख देखने तथा बदलने के लिए किया जाता है। Date टाइप करने से पहले हमें तारीख दिखाई देती है फिर डॉस उसको बदलने के लिए पुछता है। यदि तारीख बदलनी हो तो बदली जा सकती है। Date
3. Time : Time कमांड का प्रयोग कम्प्यूटर पर टाइम देखने तथा बदलने के लिए किया जाता है। यह कमांड भी Date की तरह ही कार्य करती है।
Time
एक्सटर्नल कमांडज़ :
एक्सटर्नल कमांडज़ वो होती हैं जिनके चलने के लिए किसी फाइल की आवश्यकता होती है। इंटर्नल तथा एक्सटर्नल कमांडज़ में अंतर : Internal तथा External कमांड में निम्नलिखित अंतर हैं-
Internal | External |
1. ये कमांड DOS के अंदर होती है। | 1. ये कमांड डॉस की बाहरी होती है। |
2. इनकी कोई अपनी फाइल नहीं होती। | 2. इनकी अपनी फाइल होती है। |
3. ये छोटी होती हैं। | 3. ये काफी बड़ी भी हो सकती हैं। |
4. इनसे सरल कार्य किए जाते हैं। | 4. इनका प्रयोग कठिन कार्य करने में होता है। |
5. इनकी संख्या निश्चित है। | 5. इनकी संख्या घटाई या बढ़ाई जा सकती है। |
डॉस एडीटर :
डॉस एडीटर वह यूटिलिटी है जिसमें हम अपनी फाइल को एडिट कर सकते हैं। इसमें हम नई फाइल भी तैयार कर सकते हैं। इसमें काफी सारे अन्य विकल्प भी मौजूद होते हैं।
बैच फाइल :
वैच फाइल वह फाइल होती है जिसमें डॉस की काफी कमांडज़ स्टोर की जाती हैं ताकि उनको इक्ट्ठा ही चलाया जा सके। इस प्रकार हम ज्यादा कमांडज़ को इकट्ठा चला सकते हैं। बैच फाइल की एक्सटेंशन .bat होती है। इनके द्वारा हमारा काम काफी आसान तथा जल्दी हो जाता है।