PSEB 8th Class Science Notes Chapter 14 विद्युत धारा के रासायनिक प्रभाव

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PSEB 8th Class Science Notes Chapter 14 विद्युत धारा के रासायनिक प्रभाव

→ कुछ पदार्थ अपने में से विद्युत् धारा को प्रवाहित होने देते हैं और कुछ पदार्थ विद्युत् धारा को आसानी से प्रवाहित नहीं होने देते, क्रमशः सुचालक और कुचालक कहलाते हैं।

→ कुछ द्रव विद्युत् धारा को अपने से प्रवाहित होने देते हैं, उन्हें इलेक्ट्रोलाइट कहते हैं।

→ इलेक्ट्रोलाइट में से विद्युत् धारा प्रवाहित होने से बल्ब प्रकाशमान हो जाता है।

→ सपरीक्षित में जब विद्युत् धारा दुर्बल होती है, तो एल० ई० डी० (LED) (प्रकाश उत्सर्जक डायोड) का उपयोग किया जाता है।

→ शुद्ध वायु, विद्युत्हीन चालक होती है।

→ नल का जल, नमकीन जल, समुद्र अथवा तालाब का जल, सभी विद्युत के सुचालक हैं, क्योंकि इनमें अशुद्धियाँ और लवण उपस्थित होते हैं।

→ अम्ल, क्षार और लवणों के विलयन विद्युत् सुचालक हैं।

→ शुद्ध आसुत जल, विद्युत्हीन चालक है।

→ चालक द्रव (Electrolyte) में से विद्युत् धारा प्रवाहित होने पर रासायनिक अभिक्रियाएँ होती हैं।

→ गैसों का उत्सर्जन, विलयन के रंग में बदलाव, इलेक्ट्रोडों की सतह पर धातु की परत का जमा होना आदि कुछ विद्युत् धारा के रासायनिक प्रभाव हैं।

PSEB 8th Class Science Notes Chapter 14 विद्युत धारा के रासायनिक प्रभाव

→ फल और सब्जियाँ भी विद्युत् चालन करती हैं।

→ अम्लयुक्त जल में विद्युत् धारा प्रवाहित करने पर ऑक्सीजन और हाइड्रोजन के बुलबुले क्रमशः धन (+Ve) और ऋण (-Ve) टर्मिनलों (Terminals) पर उत्पन्न होते हैं।

→ विद्युत् लेपन, विद्युत् धारा के रासायनिक प्रभाव का एक सर्वाधिक सामान्य उपयोग है।

→ विद्युत् लेपन, एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें किसी धातु की वस्तु पर किसी दूसरी मनचाही उत्तम धातु की पतली परत विलोपित करते हैं।

→ विद्युत् लेपन अति उपयोगी है, क्योंकि इस द्वारा वस्तुएँ चिरस्थायी, चमकदार, संक्षरण रहित प्राप्त होती हैं। इस विधि द्वारा सस्ते धातु को महँगे धातु की परत से रोपित किया जाता है।

→ विद्युत् चालक (Conductor)-पदार्थ, जो अपने में से विद्युत् धारा को आसानी से प्रवाहित होने देते हैं, विद्युत् चालक कहलाते हैं।

→ विद्युत्हीन चालक (Insulators)-पदार्थ, जो अपने में से विद्युत् धारा को आसानी से प्रवाहित नहीं होने देते, विद्युत्हीन चालक (कुचालक) कहलाते हैं।

→ विद्युत् अपघटक (Electrolysis)-वह प्रक्रम, जिसमें विद्युत् चालक द्रव में से विद्युत् धारा प्रवाहित करने पर द्रव संघटकों में अपघटित होता है।

→ एनोड (Anode)-इलेक्ट्रोड, जो बैटरी के +ve सिरे (धन टर्मिनल) से जुड़ा हो, एनोड कहलाता है।

→ कैथोड (Cathode)-इलेक्ट्रोड, जो बैटरी के –ve सिरे (ऋण टर्मिनल) से जुड़ा हो, कैथोड कहलाता है।

→ विद्युत् चालन द्रव (Electrolyte)-जल में कुछ बूंदें सल्फ्यूरिक अम्ल डालने से जल विद्युत् चालन बन जाता है। यह अम्ल युक्त जल विद्युत् चालक द्रव कहलाता है।

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