PSEB 8th Class Hindi Vyakaran संज्ञा (2nd Language)

Punjab State Board PSEB 8th Class Hindi Book Solutions Hindi Grammar Sangya संज्ञा Exercise Questions and Answers, Notes.

PSEB 8th Class Hindi Grammar संज्ञा (2nd Language)

प्रश्न 1.
संज्ञा की परिभाषा लिखो और इसके भेद बताओ।
उत्तर :
किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान आदि के नाम को संज्ञा कहते हैं। जैसे – सुमन, गन्ना, दिल्ली, मिठास।
संज्ञा के तीन भेद हैं –

  1. व्यक्तिवाचक
  2. जातिवाचक
  3. भाववाचक।

1. व्यक्तिवाचक – जो शब्द किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु आदि का बोध कराए। जैसे – कृष्ण, दिल्ली, गंगा।
2. जातिवाचक – जो शब्द किसी जाति का बोध कराए। जैसे – स्त्री, पुरुष, पशु, नगर आदि।
3. भाववाचक – जो शब्द किसी धर्म, अवस्था, भाव, गुण, दोष आदि को प्रकट करें। जैसे – मिठास, मानवता, सत्यता।

भाववाचक संज्ञाएँ बनाने के नियम :

भाववाचक संज्ञा जातिवाचक संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, क्रिया – विशेषण और निरर्थक शब्दों से बनती है।

  • जातिवाचक संज्ञा से – सज्जन से सज्जनता, मूर्ख से मूर्खता, मित्र से मित्रता, युवा से यौवन।
  • सर्वनाम से – आप से आपा, मम से ममता, अपना से अपनापन।
  • विशेषण से – लघु से लघुता, कठिन से कठिनाई, अच्छा से अच्छाई, सफल से सफलता।
  • क्रिया से – दौड़ना से दौड़, हँसना से हँसी, लड़ना से लड़ाई, पुकारना से पुकार, सजाना से सजावट।
  • क्रिया – विशेषण से – दूर से दूरी, समीप से समीपता, शीघ्र से शीघ्रता।
  • निरर्थक शब्दों से – चरचराहट, सरसराहट, भिनभिनाहट।

PSEB 8th Class Hindi Vyakaran संज्ञा (2nd Language)

अभ्यास प्रश्न

प्रश्न 1.
नीचे लिखे वाक्यों में से संज्ञा शब्दों की पहचान करके उनको रेखांकित करो।
(क) राम मेरा पड़ोसी है।
(ख) पंजाब की राजधानी कहाँ है ?
(ग) सूर्य पूर्व में उदय होता है।
(घ) सच्चाई की सदा जीत होती है।
(ङ) नेकी कर, कुएँ में डाल।
उत्तर :
(क) राम,
(ख) पंजाब,
(ग) सूर्य, पूर्व,
(घ) सच्चाई,
(ङ) नेकी, कुएँ।

प्रश्न 2.
नीचे लिखे संज्ञा शब्दों में से भाव – वाचक संज्ञा शब्द चुनकर लिखो चंडीगढ़, भलाई, शेर।
उत्तर :
भलाई।

प्रश्न 3. नीचे लिखे वाक्यों में रेखांकित शब्द जाति – वाचक संज्ञा है या व्यक्तिवाचक संज्ञा।
(क) हाथी पानी पी रहा है।
(ख) शेर पानी पी रहा है।
(ग) शेर के दाँत कौन गिन सकता है ?
उत्तर :
(क) हाथी – जातिवाचक
(ख) शेर – जातिवाचक
(ग) दाँत – जातिवाचक।

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प्रश्न 4.
नीचे कुछ संज्ञा – शब्द दिए गए हैं। इनमें से व्यक्तिवाचक, जातिवाचक और भाववाचक शब्द छाँट कर नीचे दी गई सारणी में लिखो :
घर, भलाई, अमृतसर, भारत, हिमालय, चतुराई, शहर, बचपन, दीवाली, भाई, मुसलमान, गंगा, हाथी, स्कूल, मित्रता, मित्र।।
उत्तर :
व्यक्तिवाचक संज्ञा – अमृतसर, भारत, हिमालय, गंगा, दीवाली।
जातिवाचक संज्ञा – घर, शहर, भाई, मुसलमान, हाथी, स्कूल, मित्र।
भाववाचक संज्ञा – भलाई, चतुराई, बचपन, मित्रता।

अन्य प्रश्न

प्रश्न 1.
नीचे लिखे वाक्यों में रेखांकित शब्द किस प्रकार की संज्ञा हैं

  1. सभी मनुष्य उस डाकू से डरते थे।
  2. अमृतसर पंजाब का प्रसिद्ध नगर है।
  3. राम स्कूल जाता है।
  4. भलाई करने से आनन्द मिलता है।
  5. दिल्ली एक विशाल नगर है।
  6. ताजमहल सफेद पत्थर का बना है।
  7. गाँधी जी को राष्ट्रपिता भी कहते हैं।
  8. मोहन अच्छा लड़का है।
  9. इस दीवार की ऊँचाई कितनी है ?
  10. घोड़ा एक उपयोगी पशु है।
  11. शेर के दाँत कौन गिन सकता है ?
  12. प्रसेनजित उनका शिष्य था।
  13. देखो हाथी की चाल देखो।
  14. उन्होंने साहस नहीं छोड़ा।
  15. तुम्हारी इतनी अवस्था हो गई मगर ओछापन नहीं गया।

उत्तर :

  1. जातिवाचक संज्ञा
  2. व्यक्तिवाचक संज्ञा
  3. जातिवाचक संज्ञा
  4. भाववाचक संज्ञा
  5. व्यक्तिवाचक संज्ञा
  6. व्यक्तिवाचक संज्ञा
  7. व्यक्तिवाचक संज्ञा
  8. व्यक्तिवाचक संज्ञा
  9. भाववाचक संज्ञा
  10. जातिवाचक संज्ञा
  11. जातिवाचक संज्ञा
  12. व्यक्तिवाचक संज्ञा
  13. जातिवाचक संज्ञा
  14. भाववाचक संज्ञा
  15. भाववाचक संज्ञा।

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प्रश्न 2.
नीचे लिखे वाक्यों में रेखांकित (मोटे काले)शब्द किस प्रकार की संज्ञा हैं

  1. भलाई कर कुएँ में डाल।
  2. बचपन भुलाये नहीं भूलता।
  3. सच्चाई की सदा जीत होती है।
  4. कुछ आमों में मिठास नहीं होती।
  5. चोरी करना पाप है।
  6. पढ़ने से अज्ञानता दूर होती है।
  7. सब से मित्रता का व्यवहार करो।
  8. नीचता की भी कोई हद होती है।
  9. आलस्य मनुष्य का दुश्मन है।
  10. खटाई से गला खराब होता है।
  11. भूमि की लम्बाई माप कर बताओ।
  12. होनी बड़ी बलवान् होती है।
  13. घबराहट से काम बिगड़ता है।
  14. मिलावट करना अपराध है।
  15. बहुत प्यास लगी है, पानी लाओ।
  16. सरलता विद्यार्थी का अच्छा गुण है।
  17. पर हरियाली तो बाग जैसी थी।
  18. भलाई करने से आनन्द मिलता है।
  19. शरीर की पूर्णता अंगों के सहयोग से मिलती है।
  20. अब तो महँगाई का ज़माना है।
  21. अपनी वीरता से अपने अधिकार को स्थिर रखा।

उत्तर :
ऊपर के सभी रेखांकित (काले) शब्द भाववाचक संज्ञा शब्द हैं।

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प्रश्न 3.
निम्नलिखित शब्दों में से उचित शब्द छाँटकर तालिका पूरी करो मिठास, कुरान, छात्र, गीता, पक्षी, चौड़ाई, नारी, कोमलता, बहन, राम, अध्यापिका, नयापन, वन।
उत्तर :
व्यक्तिवाचक संज्ञाएँ – जातिवाचक संज्ञाएँ – भाववाचक संज्ञाएँ।
कुरान, गीता, राम – छात्र, पक्षी, नारी, बहन, अध्यापिका, वन – मिठास, चौड़ाई, कोमलता, नयापन

प्रश्न 4.
जातिवाचक संज्ञा और व्यक्तिवाचक संज्ञा में मुख्य अन्तर बताओ तथा इनके दो – दो उदाहरण लिखो।
उत्तर :
जो शब्द किसी जाति का बोध कराएँ, उन्हें जातिवाचक संज्ञा कहते हैं। जैसे – पुरुष, नदी। व्यक्तिवाचक संज्ञा किसी विशेष व्यक्ति, वस्तु अथवा स्थान का बोध कराती है। जैसे – लाल किला, महात्मा गाँधी।

प्रश्न 5.
भाववाचक संज्ञा और जातिवाचक संज्ञा में मुख्य अन्तर बताओ और इनके दो – दो उदाहरण भी लिखो।
उत्तर :
भाववाचक संज्ञा से किसी वस्तु अथवा जाति के भाव या गुण का बोध होता है। जैसे – सुन्दरता, मिठास। जो शब्द किसी पूरी जाति का बोध कराएँ, उन्हें जातिवाचक संज्ञाएँ कहते हैं। जैसे – गाय, पर्वत।

प्रश्न 6.
निम्नलिखित वाक्यों में रिक्त स्थान निर्देशानुसार भरो –

  1. (व्यक्तिवाचक संज्ञा) …………………… हमारे देश के प्रथम प्रधानमन्त्री थे।
  2. (जातिवाचक संज्ञा) …………………… सब प्राणियों में बुद्धिमान है।
  3. (भाववाचक संज्ञा) …………………… हमें …………………… सिखाती है। …………………… मनुष्य का सबसे बड़ा गुण है।

उत्तर :

  1. व्यक्तिवाचक संज्ञा – पं० जवाहर लाल नेहरू हमारे देश के प्रथम प्रधानमन्त्री थे।
  2. जातिवाचक संज्ञा – मनुष्य सब प्राणियों में बुद्धिमान है।
  3. भाववाचक संज्ञा – शिक्षा हमें सभ्यता सिखाती है।- नम्रता मनुष्य का सबसे बड़ा गुण है।

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प्रश्न 7.
नीचे दिए गए गद्यांश में से संज्ञा शब्द चुनो –
महाराजा रणजीत सिंह का जन्म शुकरचकिया मिसल के मुखिया सरदार महा सिंह के घर गुजरांवाला में हुआ। आपकी माता राज कौर जींद की फुलकियां मिसल के सरदार की बेटी थी। आपका बचपन का नाम बुध सिंह था।
उत्तर :
संज्ञा शब्द – महाराजा रणजीत सिंह, शुकरचकिया, मिसल, सरदार, महा सिंह, घर, गुजरांवाला, माता राज कौर, जींद, फुलकियां, बुध सिंह।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर लिखें –

प्रश्न 1.
संज्ञा के कितने भेद हैं ?
(क) एक
(ख) दो
(ग) तीन
(घ) चार।
उत्तर :
तीन।

प्रश्न 2.
निम्नलिखित में से संज्ञा शब्द को चुनकर लिखें –
(क) बुरा
(ख) शेर
(ग) अनेक
(घ) जब।
उत्तर :
(ख) शेर।

प्रश्न 3.
निम्नलिखित में से संज्ञा शब्द को चुनकर लिखें –
(क) चढ़ना
(ख) असफल
(ग) मन्दिर
(घ) विशाल।
उत्तर :
(ग) मन्दिर।

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प्रश्न 4.
निम्नलिखित वाक्यों से संज्ञा शब्द छाँट कर लिखें

(i) (क) विजय,
(ख) मेरा,
(ग) पड़ोसी,
(घ) है।
उत्तर :
(क) विजय।

(ii) (क) नेकी,
(ख) कर,
(ग) कुएँ में,
(घ) डाल।
उत्तर :
(क) नेकी।

(iii) (क) देखो,
(ख) कुत्ता,
(ग) भौंक,
(घ) रहा है।
उत्तर :
(ख) कुत्ता।

(iv) (क) जालंधर,
(ख) प्रसिद्ध,
(ग) नगर,
(घ) है।
उत्तर :
(क) जालंधर।

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प्रश्न 5.
भाववाचक संज्ञा बनाइए-सुन्दर, मीठा।
उत्तर :
सुन्दरता, मिठास।

प्रश्न 6.
छात्र जा रहे हैं : रेखांकित कौन – सी संज्ञा है ?
उत्तर :
जातिवाचक संज्ञा।

प्रश्न 7.
नम्रता मानव का श्रेष्ठ गुण है, रेखांकित कौन – सी संज्ञा है ?
उत्तर :
भाववाचक संज्ञा।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 20 सरफ़रोशी की तमन्ना

Punjab State Board PSEB 8th Class Hindi Book Solutions Chapter 20 सरफ़रोशी की तमन्ना Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 8 Hindi Chapter 20 सरफ़रोशी की तमन्ना (2nd Language)

Hindi Guide for Class 8 PSEB सरफ़रोशी की तमन्ना Textbook Questions and Answers

सरफ़रोशी की तमन्ना अभ्यास

1. नीचे गुरुमुखी और देवनागरी लिपि में दिये गये शब्दों को पढ़ें और हिंदी शब्दों को लिखने का अभ्यास करें :

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 20 सरफ़रोशी की तमन्ना 1
PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 20 सरफ़रोशी की तमन्ना 2
उत्तर :
विद्यार्थी अपने अध्यापक/अध्यापिका की सहायता से स्वयं करें।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 20 सरफ़रोशी की तमन्ना

2. नीचे एक ही अर्थ के लिए पंजाबी और हिंदी भाषा में शब्द दिये गये हैं। इन्हें ध्यान से पढ़ें और हिंदी शब्दों को लिखें :

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 20 सरफ़रोशी की तमन्ना 3
PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 20 सरफ़रोशी की तमन्ना 4
उत्तर :
विद्यार्थी शिक्षक की सहायता से करें।

3. शब्दार्थ :

  • परखचे = टुकड़े-टुकड़े, धज्जियाँ
  • स्वराज्य = अपना राज्य, स्वतंत्र राज्य
  • परचम = झंडा
  • वहशियाना = क्रूर और जंगलियों की तरह का
  • भाल = मस्तक
  • मुराद = इच्छा
  • सौगंध = कसम
  • बवंडर = तूफान
  • विस्फोट = धमाका
  • आतुर = व्याकुल
  • फरमान = आदेश

उत्तर :
विद्यार्थी स्वयं इन्हें याद करें।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 20 सरफ़रोशी की तमन्ना

4. इन प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में लिखें :

(क) भगत सिंह स्कूल से कहाँ चले गये थे?
उत्तर :
भगत सिंह स्कूल से जलियाँवाले बाग़ की पवित्र धरती को प्रणाम करने गये थे।

(ख) जलियाँवाले बाग़ की मिट्टी हाथ में लेकर उन्होंने क्या सौगंध खायी?
उत्तर :
जलियाँवाले बाग़ की मिट्टी हाथ में लेकर उन्होंने यह सौगंध खायी थी कि मैं अंग्रेज़ों को यहाँ से भगाकर भारत माँ को आजाद करवाऊँगा।

(ग) भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के प्रिय नारे कौन-कौन से थे?
उत्तर :
भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को प्रिय नारे थे

  • भारत माता की जय
  • इन्कलाब जिन्दाबाद
  • साम्राज्यवाद का नाश हो।

(घ) इस प्रदर्शन में किस महान नेता की मृत्यु हो गई?
उत्तर :
इस प्रदर्शन में महान् नेता लाला लाजपत राय की मृत्यु हो गई।

(ङ) विधान सभा में बम फेंकने की जिम्मेवारी किसे सौंपी गई?
उत्तर :
भगत सिंह एवं बटुकेश्वर दत्त को।।

5. इन प्रश्नों के उत्तर चार-पाँच वाक्यों में लिखें :

(क) इन क्रांतिकारियों ने साइमन कमीशन का विरोध किस प्रकार किया?
उत्तर :
भारत के देशभक्तों ने लाला लाजपत राय के नेतृत्व में साइमन कमीशन का विरोध किया। शहीद भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद क्रान्तिकारियों में उनके नेतृत्व को स्वीकार कर लिया। क्रान्तिकारियों ने साइमन कमीशन को वापिस जाने के नारे लगाए इसका उन्होंने शांतिपूर्ण विरोध किया।

(ख) लाला जी की मृत्यु का बदला इन क्रांतिकारियों ने कैसे लिया?
उत्तर :
लाला जी का मृत्यु का बदला लेने के लिए आजाद ने एक योजना बनाई। वे एक गुप्त स्थान पर लाहौर माल रोड़ पर इकट्ठे हुए। उन्होंने जय गोपाल के इशारे पर सांडर्स को गोलियों से भून दिया।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 20 सरफ़रोशी की तमन्ना

(ग) विधान सभा में बम विस्फोट का क्या परिणाम निकला?
उत्तर :
विधानसभा में बम विस्फोट के बाद भगत सिंह तथा बटुकेश्वर दत्त पकड़े गए। अंग्रेजों ने क्रान्तिकारियों को पकड़ने का दमन चक्र तेज़ कर दिया। राजगुरु, सुखदेव, असंख्य युवक जेलों में बंद कर दिए गए। भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी की सज़ा सुनाई गई तथा बटुकेश्वर दत्त को काला पानी की सज़ा दी गई।

6. इन पंक्तियों की सप्रसंग व्याख्या करें :

(क) ‘ऐ फिरंगी, सामान बाँध ले, वरना सम्भलने का मौका भी न मिलेगा।’
उत्तर :
प्रसंग – यह पंक्ति शिवशंकर द्वारा लिखित ‘सरफ़रोशी की तमन्ना’ शीर्षक से ली गई है। जलियाँवाला बाग़ में शहीदों की कुर्बानी अंग्रेज़ों को चेतावनी दे रही है।

व्याख्या – जलियाँवाले बाग़ में हुए शहीद विदेशी सरकार को चेतावनी देते हुए कहते हैं कि ऐ अंग्रेज़ो! तुम अपना सामान बांध लो अन्यथा तुम्हें थोड़ा भी सम्भलने का अवसर भी नहीं मिलेगा। अर्थात् अब तुम भारत को छोड़ कर जाने के लिए तैयार हो जाओ।

विशेष –

  • अंग्रेजों को भारत छोड़ने की चेतावनी दी गई है।
  • भाषा सरल एवं सहज है।

(ख) ‘हम दीवानों की टोली आज़ादी की दुल्हन को ब्याह लायेगी।’
उत्तर :
प्रसंग – यह पंक्ति लेखक शिवशंकर द्वारा लिखित है। इसमें देश भक्तों की देश भक्ति को दर्शाया है।

व्याख्या – भगत सिंह कहने लगे कि हम जहाँ देशभक्त वीरों की टोली आज़ादी की दुल्हन को ब्याह लायेगी अर्थात् हम देश भक्त एक दिन अवश्य ही भारत को आजाद कर देने हम अवश्य ही आज़ादी प्राप्त कर लेंगे।

विशेष –

  • देशभक्तों की आजादी के प्रति जज्बे को दर्शाया है।
  • भाषा सरल एवं सहज है।
  • उर्दू, फारसी शब्दावली है।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 20 सरफ़रोशी की तमन्ना

(ग) ‘हमने तो बचपन से ही बसंती चोले की पूजा की है।’
उत्तर :
प्रसंग – यह पंक्ति शिवशंकर द्वारा लिखित ‘सरफ़रोशी की तमन्ना’ नामक पाठ से ली गई है। इसमें देशभक्त वीरों भगत सिंह और आजाद वे अपने आप को देश पर कुर्बान हो जाने की बात कही है।

व्याख्या – दुर्गा के द्वारा विधान – सभा में जाकर बम विस्फोट की बात को मुश्किल काम बताने पर भगत सिंह ने कहा कि हम देश भक्तों ने तो अपने बचपन से ही वसंती चोले की पूजा की है अर्थात् उन्होंने तो वतन पर मर मिटने की कसम खाई है।

विशेष –

  • भगत सिंह को देशभक्ति एवं देश पर कुर्बानी के बारे में बताया।
  • भाषा सरल एवं सहज है।
  • देशभक्त के साहस एवं कुर्बानी का चित्रण है।

7. पर्यायवाची शब्द लिखें :

  1. तमन्ना = …………………………….
  2. योद्धा = …………………………….
  3. आजादी = …………………………….
  4. अंग्रेज = …………………………….
  5. शहीदी = …………………………….

उत्तर :

  1. तमन्ना = इच्छा, आकांक्षा
  2. योद्धा = सैनिक, सिपाही
  3. आजादी = स्वतन्त्रता, मुक्ति
  4. अंग्रेज़ = गोरे, फिरंगी
  5. शहीदी = शहादत, बलिदान।

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8. इन शब्दों के अन्तर वाक्य प्रयोग द्वारा स्पष्ट करें :

  1. आजाद – चन्द्रशेखर आजाद (एक नाम) ने क्रांतिकारियों में जोश भर दिया।
  2. आजाद = स्वतंत्र = भारत 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ।
  3. माँ = जन्म देने वाली = _______________
  4. माँ = भारत माँ = _______________
  5. बांध = बांधना, समेटना = _______________
  6. बाँध = जलाशय का जल रोकने हेतु पत्थर आदि का बनाया गया टीला = _______________
  7. बदला – बदलना = _______________
  8. बदला = बदला लेना = _______________
  9. सबक = पाठ = _______________
  10. सबक = सबक सिखाना = _______________

उत्तर :

  1. आज़ाद = चन्द्रशेखर आजाद (एक नाम) ने क्रान्तिकारियों में जोश भर दिया।
  2. आज़ाद = स्वतन्त्र = भारत 15 अगस्त, सन् 1947 को आजाद हुआ।
  3. जन्म देने वाली = मेरी माँ मुझे हर रोज़ सुबह – सवेरे उठाती है।
  4. माँ = भारत माँ = मुझे अपनी भारत माँ पर गर्व है जिस का दिया हुआ अन्न – जल पा कर ही हम जीवित हैं।
  5. बांध = बांधना, समेटना = इस सामान को बांध लो।
  6. बाँध जलाशय का जल रोकने हेतु सीमेंट, रेत, पत्थर आदि का बनाया गया अवरोध = भाखड़ा बाँध विश्वभर में बहुत प्रसिद्ध है।
  7. बदला = बदलना = हमने अपने देश को बदल डाला।
  8. बदला = बदला लेना = चंद्रशेखर आजाद ने लाला लाजपत राय की मृत्यु का बदला लिया।
  9. सबक = पाठ = हमें कठोर परिश्रम का सबक पढ़ना चाहिए।
  10. सबक = सबक सिखाना = भारतीय वीरों ने आक्रमणकारियों को अच्छा सबक सिखाया।

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9. इन मुहावरों के अर्थ लिखकर वाक्य प्रयोग करें :

  1. कान में सीसा भरा होना = _______________
  2. खिसियानी बिल्ली-सा मुँह लेकर जाना = _______________
  3. जले पर नमक छिड़कना = _______________
  4. नींद हराम होना = _______________
  5. जान बचाकर भागना = _______________
  6. मौत के मुँह में जाना = _______________
  7. कुत्ते की दुम सीधी न होना = _______________
  8. परखचे उड़ाना = _______________

उत्तर :

  1. कान में सीसा भरा होना – सुनाई न देना – तुम्हारे कान में सीसा भरा है जो इसकी चीख नहीं सुन रहा।
  2. खिसियानी बिल्ली – सा मुँह लेकर जाना – अपना सा मुँह लेकर जाना—जब मैंने हरि को डांटा तो वह खिसियानी बिल्ली – सा मुँह लेकर चला गया।
  3. जले पर नमक छिड़कना – दुःख याद करना – उसने मुझे स्कूल से मिले गृह – कार्य को न करने की याद करा कर जले पर नमक छिड़क दिया।
  4. नींद हराम होना – परेशान हो जाना – नीट के फेल होने पर उसके माता – पिता की नींद हराम हो गई थी।
  5. जान बचाकर भागना – अपनी जान बचाना – चोर चलती गाड़ी से कूदकर अपनी जान बचाकर भाग निकला।
  6. मौत के मुँह में जाना – जान बूझकर ख़तरा उठाना – शेर को सामने देखकर उससे लड़ते हुए अमर सिंह मौत के मुँह में चला गया।
  7. कुत्ते की दुम सीधी न होना – कभी न सुधरना – रवि कुत्ते की दुम है जो कभी तुम्हारी बात नहीं समझेगा।
  8. परखचे उड़ाना – नष्ट करना – आजाद ने बम विस्फोट से शत्रुओं के परखचे उड़ा दिए।

10. नये शब्द बनायें :

  1. क्रांति + कारी = क्रांतिकारी
  2. मुख्य + आलय = मुख्यालय
  3. आंदोलन + कारी =
  4. पुस्तक + आलय =
  5. कार्य + कारी =
  6. पुस्तक + आलय =
  7. मेघ + आलय =
  8. चिकित्सा + आलय =

उत्तर :

  1. क्रान्ति + कारी = क्रान्तिकारी
  2. मुख्य + आलय मुख्यालय
  3. आन्दोलन + कारी = आंदोलनकारी
  4. पुस्तक + आलय = पुस्तकालय
  5. कार्य + कारी = कार्यकारी
  6. मेघ + आलय = मेघालय
  7. प्रलय + कारी = प्रलयकारी
  8. चिकित्सा + आलय = चिकित्सालय

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11. उपयुक्त विस्मयादि बोधक शब्द लिखें :

1. _____________ ! विधानसभा में बम लेकर जायें।
उत्तर :
वाह!

2. _____________ ! हम मस्तानों का टोला आजादी का डोला लायेंगे।
उत्तर :
अरे वाह!

3. _____________ ! तुम्हें जिंदगी अच्छी नहीं लगती।
उत्तर :
अरे!

4. _____________ ! यही ठीक रहेगा।
उत्तर :
वाह!

5. _____________ ! उसने देश का नाम उज्ज्वल कर दिया।
उत्तर :
ओह!

6. _____________ ! देखना, एक दिन हम दीवानों की टोली आजादी की दुल्हन को ब्याह लायेगी।
उत्तर :
अहा!

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रचनात्मक अभिव्यक्ति :

(क) मौखिक अभिव्यक्ति –
(i) देश प्रेम से संबंधित गीत कक्षा में सुनायें।
(ii) तुम अपने देश के विकास के लिए कौन-से कार्य करना चाहोगे?
(iii) भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव तथा अन्य क्रांतिकारियों की जीवनियाँ पढ़ें और उनके गुणों की कक्षा में चर्चा करें।
उत्तर :
विद्यार्थी अपनी अध्यापक/अध्यापिका की सहायता से स्वयं करें।

(ख) लिखित अभिव्यक्ति-
(i) आपको अपना देश क्यों अच्छा लगता है ? चार-पाँच वाक्यों में लिखें।
(ii) यदि आप उस समय पैदा हुए होते जब देश अंग्रेजों का गुलाम था तो आप अंग्रेजों को भगाने के लिए क्या करते?
उत्तर :
विद्यार्थी अपने अध्यापक/अध्यापिका की सहायता से स्वयं करें।

परीक्षोपयोगी प्रश्नों के उत्तर

प्रश्न 1.
सुखदेव ने अंग्रेज़ों का विरोध कैसे किया ?
उत्तर :
एक अंग्रेज़ सिपाही ने स्कूल में सुखदेव को सैल्यूट करने के लिए कहा तो सुखदेव ने उसकी बेंत पकड़ ली। अंग्रेज़ बेंत से सुखदेव को पीटता रहा किन्तु सुखदेव ने उफ नहीं की। इससे अंग्रेज़ निराश होकर वहाँ से चला गया।

प्रश्न 2.
अंग्रेजी राज को कौन उड़ा देगा ?
उत्तर :
अंग्रेजी राज को बसंती का बवंडर उड़ा देगा।

प्रश्न 3.
आज़ादी की दुल्हन कौन – कौन ब्याह कर लाएगा?
उत्तर :
आज़ादी की दुल्हन को देशभक्ति के दीवानों की टोली ब्याह कर लाएगी।

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प्रश्न 4.
लाला लाजपतराय की मृत्यु कैसे हुई ?
उत्तर :
देशभक्तों ने साइमन कमीशन के आने के विरोध में अंग्रेजों ने लाला लाजपत राय को लाठियों से पीटा जिस कारण उनकी मृत्यु हो गई थी।

बहुविकल्पीय प्रश्न

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर लिखें

प्रश्न 1.
भगत सिंह की माता का क्या नाम था ?
(क) कलावती
(ख) रमावती
(ग) विद्यावती
(घ) सीतावती।
उत्तर :
(ग) विद्यावती

प्रश्न 2.
भगत सिंह की बहन का क्या नाम था ?
(क) कमरों
(ख) अमरों
(ग) लच्छो
(घ) तोषी।
उत्तर :
(ख) अमरों

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 20 सरफ़रोशी की तमन्ना

प्रश्न 3.
भगत सिंह किस बाग की धरती को प्रणाम करने गया था ?
(क) निशात
(ख) जलियांवाला
(ग) मुगल
(घ) शालीमार।
उत्तर :
(ख) जलियांवाला

प्रश्न 4.
साइमन के आने की सूचना किसने दी ?
(क) भगत सिंह ने
(ख) चंद्रशेखर ने
(ग) राजगुरु ने
(घ) सुखदेव ने।
उत्तर :
(ग) राजगुरु ने

प्रश्न 5.
क्रांतिकारियों ने किसके नेतृत्व में साइमन का विरोध करने का निश्चय किया ?
(क) जवाहर लाल
(ख) लाजपतराय
(ग) महात्मा गांधी
(घ) सरोजनी नायडू।
उत्तर :
(ख) लाजपतराय

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 20 सरफ़रोशी की तमन्ना

प्रश्न 6.
लाहौर की माल रोड पर किसे गोलियों से भून दिया गया ?
(क) साइमन को
(ख) सांडर्स को
(ग) स्माइल को
(घ) सैमसन को।
उत्तर :
(ख) सांडर्स को

प्रश्न 7.
काले पानी की सज़ा किसे मिली थी ?
(क) भगत सिंह
(ख) चंद्रशेखर
(ग) बटुकेश्वर दत्त
(घ) सुखदेव।
उत्तर :
(ग) बटुकेश्वर दत्त

प्रश्न 8.
“हम भारत माँ के भाल की बिंदी होकर भंगार होंगे” – कथन किस का है ?
(क) भगत सिंह
(ख) सुखदेव
(ग) राजगुरु
(घ) बटुकेश्वर दत्त।
उत्तर :
(क) भगत सिंह

सरफ़रोशी की तमन्ना Summary in Hindi

सरफ़रोशी की तमन्ना पाठ का सार

‘सरफ़रोशी की तमन्ना’ शीर्षक पाठ शिवशंकर द्वारा लिखित है। इसमें लेखक ने भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद जैसे देशभक्तों की देशभक्ति का गुणगान किया है। दृश्य एक लायलपुर लाहौर में विद्यावती अपने बेटे भगत सिंह के प्रति बहुत चिन्तित है जो स्कूल गया हुआ हैं। वह अपनी बेटी अमरों से बार – बार उसके आने के बारे में पूछ रही थी। वह कह रही थी कि अंग्रेजों ने जलियाँवाला बाग़ में बहुत भद्दा खेल खेला है। शायद ये पागल हो गए है।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 20 सरफ़रोशी की तमन्ना

इसी बीच भगत दौड़ कर अपनी माँ से चिपक जाता है। उसने अपनी माँ को बताया कि वह तो जलियाँवाला बाग़ की पावन धरती को प्रणाम करने गया था। वहाँ दरिंदे अंग्रेज़ों ने हज़ारों स्त्री, पुरुषों, बच्चे, बूढ़ों को शहीद कर दिया। वहाँ की दीवारें, पेड़ – पौधे, कुएँ भी शहीदों की कुर्बानी बता रहे थे।

गोरों ने निहत्थे भारतीयों पर गोलियाँ बरसाई थीं। भगत अपनी माँ और बहन के सामने मिट्टी की सौगंध खाकर भारत माँ को आजाद करवाने की बात। सुखदेव ने आज़ादी की चिंगारी भड़का रखी है। भगत की माँ भी भारत के आज़ाद होने की कल्पना करने लगीं।।

दृश्य – दो – भगत सिंह लाहौर से दिल्ली में क्रान्तिकारियों के गुप्त स्थान पर चन्द्रशेखर आज़ाद के साथ मिलने आया। उसे देखकर आज़ाद भी खुश हुए भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, आज़ाद आदि देशभक्तों इन्कलाब जिन्दाबाद के नारे लगाए। तभी राजगुरु ने सब को साइमन के भारत आने की सूचना दी। आजाद ने उसका विरोध करने की योजना बताई कि हम सभी लाला लाजपतराय के नेतृत्व में इसका विरोध करेंगे। सभी पुनः इन्कलाब ज़िन्दाबाद भारत माता की जय के नारे लगाने लगे।

दृश्य – तीन – क्रान्तिकारियों के दफ्तर में राजगुरु को भगत, आज़ाद सभी देशभक्त क्रान्तिकारी परस्पर विचार – विमर्श कर रहे थे कि ये अंग्रेज़ अपनी हरकतों से बाज नहीं आएँगे। भगत ने अंग्रेजी सरकार को विस्फोट से उड़ाने की बात कही तभी आज़ाद ने उसे धैर्य रखने को कहा कि समय आने पर विस्फोट भी होगा। सभी क्रान्तिकारियों ने लाला जी की हत्या का बदला लने के लिए लाहौर माल रोड़ पर सांडर्स को गोलियों से भून दिया तथा वहाँ से भाग गए।

आज़ाद की योजना से भगत सिंह, बटुकेश्वर दत्त ने विधानसभा में बम फेंका किन्तु उससे किसी को कोई हानि नहीं हुई। भगत सिंह बटुकेश्वर दत्त पकड़े गए। इसके बाद अंग्रेज़ों ने अपना दमनचक्र चलाकर राजगुरु, सुखदेव के अतिरिक्त अनेक युवक जेलों में डाल दिए। भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव को फांसी की सजा सुनाई गई तथा बटुकेश्वर दत्त को काले पानी की सज़ा दी गई।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 20 सरफ़रोशी की तमन्ना

दृश्य – चार – जेल के केन्द्रीय कक्ष में सभी क्रांतिकारी सरफ़रोशी की तमन्ना गीत गाते हैं। वे मौत की सज़ा के बाबजूद जिस निडरता से गीत गाते हुए खुश थे उन्हें देखकर जेलर अचंभित हो उठे। जेलर के कहने पर भगत ने उसे बताया कि भगवान शिव ने सृष्टि के कल्याण के लिए विष पी लिया था। यह तो हमारे लिए प्याला है। राजगुरु के अनुसार हमारी शहादत भारतवासियों का राह दिखाएगी।

जेलर ने क्रान्तिकारियों से उनकी अन्तिम इच्छा पूछी तो भगत ने बेबे के हाथ की बनी रोटियाँ खाने को कहा। भगत, राजगुरु, सुखदेव सभी क्रान्तिकारी मेरा रंग दे बसंती चोला गीत गाने लगे। सभी भारत माता के प्रति समर्पण के भाव से भारत माता की जय, इन्कलाब ज़िन्दाबाद के नारे लगाने लगे। इसके बाद सभी ने फांसी का फंदा चूम लिया।

सरफ़रोशी की तमन्ना शब्दार्थ :

  • बीरा = वीर भाई।
  • परचम = झण्डा।
  • शुभ = अच्छा।
  • कुर्बानी = शहादत।
  • फिरंगी = अंग्रेज़।
  • मुक्त = स्वतन्त्र।
  • गुप्त = छिपा हुआ।
  • धीरज = धैर्य।
  • शोक = दुःख।
  • आतुर = व्याकुल।
  • सौगंध = कसम।
  • असंख्य = अनेक।

सरफ़रोशी की तमन्ना सप्रसंग व्याख्या

1. माँ, मैं जलियाँवाले बाग़ की पावन धरती को प्रणाम करने गया था। जहाँ वहशी गोरों ने हज़ारों स्त्री – पुरुष, बच्चे – बूढ़ों को शहीद कर दिया। वहाँ की दीवारों, पेड़ों, कुँओं से शहीदों की कुर्बानी चीख – चीख कर कह रही है…. ऐ फिरंगी! सामान बाँध ले। वरना, सम्भलने का मौका भी न मिलेगा। माँ ? कुरुक्षेत्र की धरती पर दोनों ओर योद्धा थे पर गोरों ने तो निहत्थे भारतीयों पर गोलियों बरसायी हैं।

प्रसंग – ये पंक्तियाँ शिवशंकर द्वारा लिखित ‘सरफ़रोशी की तमन्ना’ शीर्षक से ली गई हैं। भगत अपनी माँ के जलियाँवाला बाग़ में हुए शहीदों के बारे में बताते हुए कह रहे हैं।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 20 सरफ़रोशी की तमन्ना

व्याख्या – लेखक कहता है कि भगत सिंह अपनी माँ को कहते हैं कि माँ! मैं जलियाँवाला बाग़ की पवित्र धरती को प्रणाम करने गया था। जहाँ दरिंदे अंग्रेजों ने हज़ारों स्त्री, पुरुष, बच्चे, बूढों को शहीद कर दिया। वहाँ की दीवारों, पेड़ों, कुँओं से शहीदों की कुर्बानी चीख – चीख कर कह रही है। हे फिरंगी! तुम अपना सामान बाँध लो। अन्यथा संभलने का अवसर भी नहीं मिलेगा। हे माँ! कुरुक्षेत्र की धरती पर दोनों तरफ कौख और पाडंव वीर योद्धा थे। परन्तु इन अंग्रेज़ों ने तो जलियाँवाले बाग़ में उन निहत्थे भारतीयों पर गोलियाँ बरसाई थीं।

भावार्थ – जलियाँवाला बाग़ में किए गए हत्याकांड की निन्दा की गई है।

2. इन्कलाब जिन्दाबाद! भारत माता की जय। साम्राज्यवाद का नाश हो। इन नारों के साथ विधान सभा दहल उठी। भगत सिंह, बटुकेश्वर पकड़े गए। अंग्रेज़ों ने अपना दमन चक्र तेज़ कर दिया। राजगुरु और सुखदेव के अतिरिक्त असंख्य युवक जेलों में बंद हो गए। भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फाँसी की सजा सुनाई गई और बटुकेश्वर दत्त को काला पानी की सज़ा हो गई।

प्रसंग – यह गद्यांश लेखक शिवशंकर द्वारा लिखित ‘सरफ़रोशी की तमन्ना’ शीर्षक नाटक से लिया गया है। इसमें लेखक ने क्रान्तिकारियों के त्याग एवं बलिदान का चित्रण किया है।

व्याख्या – लेखक कहता है कि भारत माता की जय! साम्राज्यवाद का नाश हो। इन नारों के साथ विधानसभा में धमाका हो गया। विधानसभा काँप उठी थी। भगत सिंह, बटुकेश्वर दत्त पकड़े गए। अंग्रेज़ों ने अपना दमन चक्र अधिक तेज़ कर दिया। राजगुरु और सुखदेव के अतिरिक्त अनेक युवक भारतीय जेलों में बंद कर दिए गए। भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फाँसी की सजा सुनाई गई तथा बटुकेश्वर दत्त को काले पानी की सज़ा दे दी गई।

भावार्थ – भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव क्रान्तिकारियों के त्याग एवं बलिदान को दर्शाया गया है।

3. ज़िन्दगी, जिन्दगी किसे अच्छी नहीं लगती! तुम क्या जानो ? हम भारत माँ के भाल की बिंदी होकर श्रृंगार होंगे। बचपन की चिंगारी आज शोला बन गई है। शोला जिसमें अंग्रेज़ राज भस्म हो जाएगा। माँ भारती की बेड़ियाँ छितरा जायेंगी।

प्रसंग – यह गद्यांश लेखक शिवशंकर द्वारा लिखित ‘सरफ़रोशी की तमन्ना’ से अवतरित है। इसमें भगत सिंह के भारत माता के प्रति समर्पण के भाव का वर्णन है।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 20 सरफ़रोशी की तमन्ना

व्याख्या – लेखक कहता है कि भगत सिंह जेलर को कहता है कि ज़िन्दगी किसे अच्छी नहीं लगती। इस बात को तुम क्या जानो! हम सब क्रान्तिकारी भारत माता के माथे की बिंदी बनकर सजाएंगे। बचपन की चिंगारी आज शोला बन गई है। यह बात हमने बचपन में सोची थी जो अब पूरी हो रही है। चिंगारी अब शोला बन चुकी है जिसमें अंग्रेज़ राज भस्म हो जाएगा। इससे भारत माता की बेड़ियाँ सदा के लिए टूट जायेंगी।

भावार्थ – भगत सिंह, आज़ाद, राजगुरु, सुखदेव आदि क्रान्तिकारियों के त्याग एवं बलिदान को दर्शाया गया है।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 19 होंगे कामयाब

Punjab State Board PSEB 8th Class Hindi Book Solutions Chapter 19 होंगे कामयाब Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 8 Hindi Chapter 19 होंगे कामयाब (2nd Language)

Hindi Guide for Class 8 PSEB होंगे कामयाब Textbook Questions and Answers

होंगे कामयाब अभ्यास

1. नीचे गुरुमुखी और देवनागरी लिपि में दिये गये शब्दों को पढ़ें और हिंदी शब्दों को लिखने का अभ्यास करें :

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 19 होंगे कामयाब 1
PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 19 होंगे कामयाब 2
उत्तर :
विद्यार्थी अपने अध्यापक/अध्यापिका की सहायता से स्वयं करें।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 19 होंगे कामयाब

2. नीचे एक ही अर्थ के लिए पंजाबी और हिंदी भाषा में शब्द दिये गये हैं। इन्हें ध्यान से पढ़ें और हिंदी शब्दों को लिखें :

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 19 होंगे कामयाब 3
PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 19 होंगे कामयाब 4
उत्तर :
विद्यार्थी स्वयं अध्ययन करें।

3. इन काव्य-पंक्तियों में खाली स्थानों में उपयुक्त शब्द भरें :

(क) हम होंगे कामयाब …………………………… दिन
हो हो मन में है ……………………………
पूरा है ……………………………
…………………………… कामयाब एक दिन

(ख) नहीं …………………………… किसी का आज
…………………………… किसी का आज
नहीं डर किसी का आज के दिन।
उत्तर :
(क) हम होंगे कामयाब एक दिन।
हो हो मन में है विश्वास पूरा है विश्वास
हम होंगे कामयाब एक दिन।

(ख) ‘नहीं डर किसी का आज
नहीं भय किसी का आज
नहीं डर किसी का आज के दिन।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 19 होंगे कामयाब

4. कवि को तीन बातों का पूरा विश्वास है। कविता में से इन तीनों को चुन कर लिखें :

(क) किसी का डर नहीं होगा
(ख) ……………………………
(ग) ……………………………
उत्तर :
(क) हम एक न एक दिन कामयाब अवश्य होंगे।
(ख) एक न एक दिन चारों ओर शांति स्थापित होगी।
(ग) हमें किसी का भय नहीं होगा।

5. ‘होंगे कामयाब’ कविता का भावार्थ लिखें।
उत्तर :
यह कविता हमें संगठित होकर चलने की प्रेरणा देती है। यदि हम सब मिलजुल कर चलेंगे तो एक दिन अवश्य ही सफल हो जाएँगे। सारे संसार में शान्ति स्थापित होगी। हमें किसी से डरना नहीं चाहिए। आत्मविश्वास से सफलता मिलती है।

6. नीचे लिखी पंक्तियों का सरलार्थ करें :

हम चलेंगे साथ-साथ
डाल हाथों में हाथ
हम चलेंगे साथ-साथ एक दिन।
उत्तर :
हम सब भारतीय हैं। हम सब मिलजुल कर एक साथ चलेंगे। हमारे अन्दर कोई भेदभाव नहीं होगा।

रचनात्मक अभिव्यक्ति

(क) मौखिक अभिव्यक्ति – कक्षा के विद्यार्थी छोटे-छोटे समूह में मिल कर इस कविता को गायें।
उत्तर :
छात्र अध्यापक की सहायता से करें।

(ख) लिखित अभिव्यक्ति- जीवन में कामयाब होने के लिए किन गुणों की आवश्यकता होती है? चार-पाँच वाक्यों में लिखें।
उत्तर :

  • साहस होना चाहिए।
  • आत्मविश्वास होना चाहिए।
  • दृढ़ निश्चय होना चाहिए।
  • कठोर मेहनत करनी चाहिए।
  • निरंतर प्रयास करना चाहिए।
  • सकारात्मक सोच रखनी चाहिए।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 19 होंगे कामयाब

परीक्षोपयोगी अन्य प्रश्नोतर

प्रश्न 1.
इस कविता से हमें क्या प्रेरणा मिलती है ?
उत्तर :
इस कविता से हमें संगठित होकर चलने की प्रेरणा मिलती है। यदि हम मिलजुल कर चलेंगे तो एक दिन अवश्य ही कामयाब हो जाएँगे। हमें पूर्ण विश्वास रखना चाहिए कि संसार में शान्ति स्थापित होगी। हमें किसी से भयभीत नहीं होना चाहिए बल्कि उसका साहस से सामना करना चाहिए।

प्रश्न 2.
कवि के अनुसार हमें मन में क्या रखना चाहिए?
उत्तर :
हमें मन में विश्वास रखना चाहिए।

बहुविकल्पीय प्रश्न

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर लिखें :

प्रश्न 1.
मन में क्या होने से हम कामयाब होंगे ?
(क) भय
(ख) साहस
(ग) प्रेरणा
(घ) विश्वास।
उत्तर :
(घ) विश्वास।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 19 होंगे कामयाब

प्रश्न 2.
कवि के अनुसार शक्ति किस में होती है ?
(क) बल में
(ख) परिश्रम में
(ग) साहस में
(घ) सहयोग में।
उत्तर :
(घ) सहयोग में।

प्रश्न 3.
हमें किसी से क्या नहीं होना चाहिए ?
(क) भयभीत
(ख) नाराज़
(ग) ईर्ष्या
(घ) कंप्यूटर।
उत्तर :
(क) भयभीत

प्रश्न 4.
कवि को संसार में किसकी स्थापना की आशा है ?
(क) हिंसा
(ख) शांति
(ग) युद्ध
(घ) अविश्वास।
उत्तर :
(ख) शांति

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 19 होंगे कामयाब

प्रश्न 5.
सब काम किस से पूरे होते हैं ?
(क) शीघ्रता से करने से
(ख) धीरे – धीरे करने से
(ग) दूसरों के बताने से
(घ) आत्मविश्वास से।
उत्तर :
(घ) आत्मविश्वास से।

होंगे कामयाब Summary in Hindi

होंगे कामयाब कविता का सार

‘होंगे कामयाब’ एक प्रेरणादायक कविता है। कवि ने इसमें मनुष्य को अपने भीतर आत्म – विश्वास पैदा करने को कहा है। हम मिल – जुल कर लगातार अपने काम में लगे रहें। हो सकता है कि हमें विफलता का भी सामना हो जाए, परन्तु यदि हम संगठित रूप में दिल लगाकर अपने काम में लगे रहें तो एक – न – एक दिन अवश्य सफल हो जाएँगे। हमें यह पूरा विश्वास रखना चाहिए कि मिलकर चलने से शान्ति स्थापित हो जाएगी। हम किसी से डरेंगे नहीं। आज हमें किसी का भय नहीं है। हम साथ – साथ मिलकर चलेंगे। ये बातें अपने मन में बिठा लेनी चाहिए।

होंगे कामयाब सप्रसंग व्याख्या

1. हम होंगे कामयाब
हम होंगे कामयाब
हम होंगे कामयाब एक दिन
हो हो मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास,
हम होंगे कामयाब एक दिन।

कठिन शब्दों के अर्थ –

  • कामयाब = सफल।
  • मन = दिल।
  • विश्वास = भरोसा।।

प्रसंग – यह पद्यांश गिरिजा कुमार माथुर द्वारा रचित ‘होंगे कामयाब’ नामक कविता से लिया गया है। इसमें कवि ने आत्मविश्वास द्वारा सफलता प्राप्त करने की प्रेरणा दी

व्याख्या – कवि कहता है कि हम सफल होंगे, एक दिन हम अवश्य सफल होंगे। ऐसा हमें अपने मन में पूरा विश्वास है। हमें आशा ही नहीं, बल्कि पूर्ण विश्वास है कि हम एक दिन अवश्य सफल होंगे।

भावार्थ – सफलता पाने के लिए हमें अपने मन में दृढ़ विश्वास रखना चाहिए।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 19 होंगे कामयाब

2. होगी शान्ति चारों ओर – एक दिन……।
हो हो मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास,
होगी शान्ति चारों ओर एक दिन।

कठिन शब्दों को अर्थ –

  • शान्ति = अमन।
  • चारों ओर = सब तरफ।

प्रसंग – प्रस्तुत पंक्तियाँ गिरिजा कुमार माथुर द्वारा लिखित ‘होंगे कामयाब’ नामक कविता में से ली गई हैं। प्रस्तुत पंक्तियों में कवि ने आत्मविश्वास को सफलता का मूल मंत्र माना है।

व्याख्या – कवि कहता है कि एक दिन चारों तरफ शान्ति होगी। हमें मन में यह भरोसा है। हमें पूरा भरोसा है कि एक दिन चारों तरफ शान्ति अवश्य होगी।

भावार्थ – कवि को विश्वास है कि एक दिन संसार में अमन चैन ज़रूर होगा।

3. हम चलेंगे साथ – साथ डाल हाथों में हाथ,
हम चलेंगे साथ – साथ एक दिन।
हो हो मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास,
हम चलेंगे साथ – साथ एक दिन।

कठिन शब्दों के अर्थ –

  • साथ – साथ = इकट्ठे।
  • हाथों में हाथ = हाथ पकड़ कर, सहयोग करते हुए।

प्रसंग – प्रस्तुत पंक्तियाँ गिरिजा कुमार माथुर द्वारा लिखित ‘होंगे कामयाब’ नामक कविता में से ली गई हैं। प्रस्तुत पंक्तियों में कवि आत्मविश्वास को सफलता की कुंजी मानता है।

व्याख्या – कवि कहता है कि हम सब आपस में सहयोग करते हुए मिल – जुल कर चलेंगे। हम साथ – साथ अर्थात् एक जुट होकर चलेंगे। यह मन में भरोसा है। हमें पूरा विश्वास है कि एक दिन हम साथ – साथ चलेंगे।

भावार्थ – कवि का मानना है कि संगठन में ही शक्ति होती है इसलिए हमें मिलजुल कर रहना चाहिए।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 19 होंगे कामयाब

4. नहीं डर किसी का आज, नहीं डर किसी का आज,
नहीं डर किसी का आज के दिन।
हो हो मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास।
नहीं डर किसी का आज के दिन

कठिन शब्दों के अर्थ –

  • भय = डर।
  • विश्वास = यकीन, भरोसा।

प्रसंग – प्रस्तुत पंक्तियाँ गिरिजा कुमार माथुर द्वारा लिखित ‘होंगे कामयाब’ नामक कविता में से ली गई हैं। प्रस्तुत पंक्तियों में कवि आत्मविश्वास से सफल होने की प्रेरणा देता है।

व्याख्या – कवि कहता है कि आज हमें किसी का डर नहीं है। आज हम निडर हो गये हैं। आज के दिन हमें किसी का डर नहीं। हमें पूरा विश्वास है कि हम इसी प्रकार मिल – जुल कर निडर होकर रहेंगे।

भावार्थ – कवि को विश्वास है कि एक दिन संसार में भाईचारे एवं बन्धुत्व की भावना का प्रसार होगा तथा सब लोग निडर होकर जीवन व्यतीत करेंगे।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 18 अंतरिक्ष परी : कल्पना चावला

Punjab State Board PSEB 8th Class Hindi Book Solutions Chapter 18 अंतरिक्ष परी : कल्पना चावला Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 8 Hindi Chapter 18 अंतरिक्ष परी : कल्पना चावला (2nd Language)

Hindi Guide for Class 8 PSEB अंतरिक्ष परी : कल्पना चावला Textbook Questions and Answers

अंतरिक्ष परी : कल्पना चावला अभ्यास

1. नीचे गुरुमुखी और देवनागरी लिपि में दिये गये शब्दों को पढ़ें और हिंदी शब्दों को लिखने का अभ्यास करें :

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 18 अंतरिक्ष परी कल्पना चावला 1
PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 18 अंतरिक्ष परी कल्पना चावला 2
उत्तर :
छात्र अध्यापक की सहायता से स्वयं करें।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 18 अंतरिक्ष परी : कल्पना चावला

2. नीचे एक ही अर्थ के लिए पंजाबी और हिंदी भाषा में शब्द दिये गये हैं। इन्हें ध्यान से पढ़ें और हिंदी शब्दों को लिखें :

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 18 अंतरिक्ष परी कल्पना चावला 3
PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 18 अंतरिक्ष परी कल्पना चावला 4
उत्तर :
विद्यार्थी अपने अध्यापक/अध्यापिका की सहायता से स्वयं करें।

3. शब्दार्थ :

  • स्नातक = विश्वविद्यालय की उपाधि
  • स्नातकोत्तर = स्नातक की डिग्री के ऊपर की उपाधि
  • प्रवृत्ति = मन का झुकाव
  • बरबस = जबरदस्ती
  • इंजीनियरिंग = इंजीनियर की पढ़ाई
  • अंतरिक्ष = आकाश
  • उपाध्यक्ष = संस्था, समिति में अध्यक्ष का सहायक
  • अदम्य = प्रबल, प्रचंड, जो दबाया न जा सके

उत्तर :
विद्यार्थी स्वयं करें।

4. इन प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में लिखें:

(क) सपने कैसे पूरे होते हैं?
उत्तर :
सपने कठिन परिश्रम, दृढ़ निश्चय, आत्मविश्वास एवं एकाग्रता से पूरे होते हैं।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 18 अंतरिक्ष परी : कल्पना चावला

(ख) बचपन से ही कल्पना चावला का क्या सपना था?
उत्तर :
बचपन से ही कल्पना चावला का सपना आसमान की सैर करने का था।

(ग) कल्पना चावला का जन्म कब और कहाँ हुआ?
उत्तर :
कल्पना चावला का जन्म 1 जुलाई, सन् 1961 ई० को हरियाणा राज्य के करनाल नगर में हुआ था।

(घ) कल्पना का विवाह कब और किससे हुआ?
उत्तर :
कल्पना का विवाह सन् 1983 ई० में जीन पियरे हैरिसन से हुआ।

(ङ) कल्पना की प्रारंभिक शिक्षा कहाँ पूरी हुई?
उत्तर :
कल्पना की प्रारम्भिक शिक्षा करनाल के टैगोर बाल निकेतन स्कूल में पूरी हुई।

5. इन प्रश्नों के उत्तर चार या पाँच वाक्यों में लिखें :

(क) कल्पना चावला का सपना कब और कैसे पूरा हुआ?
उत्तर :
कल्पना चावला का सपना 19 नवम्बर, सन् 1997 ई० को पूरा हुआ जब उसने एस० टी० एस० 87 अन्तरिक्ष यान द्वारा दोपहर 2.37 बजे अपनी पहली उड़ान भरी। यह मिशन अन्तरिक्ष में 17 दिन 16 घंटे 32 मिनट रहकर धरती पर लौट आया।

(ख) कल्पना की दूसरी अंतरिक्ष यात्रा उसकी जीवन की अंतिम यात्रा बनी? स्पष्ट करें।
उत्तर :
कल्पना चावला ने दूसरी अन्तरिक्ष उड़ान 16 जनवरी, सन् 2003 को अन्तरिक्षयान कोलंबिया से शुरू की। इस मिशन में अन्तरिक्ष में 80 परीक्षण एवं प्रयोग किए। यह विमान 16 दिनों बाद अन्तरिक्ष से 1 फरवरी, सन् 2003 को लौट रहा था। यह लौटते समय पृथ्वी से 63 कि० मी० की ऊँचाई पर एक बड़े धमाके के साथ टूटकर बिखर गया। इसमें कल्पना सहित सभी छ: यात्री अन्तरिक्ष में विलीन हो गए। इस तरह कल्पना की दूसरी उड़ान उनकी जीवन की अन्तिम यात्रा बनी।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 18 अंतरिक्ष परी : कल्पना चावला

(ग) कल्पना चावला के जीवन से आप क्या प्रेरणा लेते हैं?
उत्तर :
कल्पना चावला के जीवन से हमें यह प्रेरणा मिलती है कि सपने केवल सोचने से सच नहीं होते बल्कि उन्हें पूरा करने के लिए कठिन परिश्रम, दृढ़ निश्चय, आत्मविश्वास एवं एकाग्रता से आगे बढ़ना चाहिए। उन्हें पूरा करने में कठोर मेहनत करनी चाहिए।

6. निम्नलिखित साल कल्पना चावला के जीवन में क्यों महत्वपूर्ण थे?

साल – महत्वपूर्ण क्यों?

  1. 1978 _________________
  2. 1982 _________________
  3. 1984 _________________
  4. 1988 _________________
  5. 1994 _________________
  6. 1997 _________________

उत्तर :
साल – महत्त्वपूर्ण क्यों

  1. 1978 – इस वर्ष कल्पना ने प्री इंजीनियरिंग की परीक्षा पास की।
  2. 1982 – पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज चण्डीगढ से ऐरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री ली।
  3. 1984 – टैक्सास विश्वविद्यालय से ऐरोस्पेस इंजीनियरिंग में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की।
  4. 1988 – कोलोरोडो विश्वविद्यालयं से ऐरोस्पेस इंजीनियरिंग में पीएच० डी० की डिग्री ग्रहण की।
  5. 1994 – नासा के अन्तरिक्ष यात्री के रूप में चुना गया।
  6. 1997 – अन्तरिक्ष यान एस० टी० एस० 87 द्वारा अन्तरिक्ष की प्रथम उड़ान भरी।

7. निम्नलिखित शब्दों के वाक्य इस तरह बनायें ताकि अर्थ स्पष्ट हो जायें :

शब्द – वाक्य

  1. अनुसरण = …………………………..
  2. एकाग्रता = …………………………..
  3. आकर्षित = …………………………..
  4. आकांक्षा = …………………………..
  5. नियंत्रित = …………………………..
  6. नियुक्ति = …………………………..
  7. परीक्षण = …………………………..
  8. परिसर = …………………………..

उत्तर :
शब्द – वाक्य

  1. अनुसरण हमें अपने सपनों को साकार करने के लिए कल्पना का अनुसरण करना चाहिए।
  2. एकाग्रता मनुष्य को पूरी एकाग्रता से परिश्रम करना चाहिए।
  3. आकर्षित – संसार कल्पना चावला की उड़ान की तरफ आकर्षित था।
  4. आकांक्षा जीवन में आकांक्षा रखना बहुत ज़रूरी है।
  5. नियंत्रित हमें अपने मन को नियंत्रित रखना चाहिए।
  6. नियुक्ति रवि की अध्यक्ष पद पर नियुक्ति हुई।
  7. परीक्षण भारतीय सेना ने दूरमारक यंत्रों का सफल परीक्षण किया।
  8. परिसर विश्वविद्यालय का परिसर बहुत सुन्दर है।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 18 अंतरिक्ष परी : कल्पना चावला

8. इन मुहावरे/लोकोक्तियों के अर्थ लिखकर उन्हें वाक्यों में प्रयोग करें :

  1. जहाँ चाह वहाँ राह _________________
  2. दु:ख के सागर में डूब जाना _________________
  3. दिलों पर राज करना _________________
  4. खुशी का ठिकाना न रहना _________________
  5. दिल दहला देना _________________

उत्तर :

  1. जहाँ चाह वहाँ राह–इच्छा से ही रास्ता निकलता है-कल्पना ने बचपन में अन्तरिक्ष में उड़ने का सपना देखा और पूरा कर लिया। इसे कहते हैं जहाँ चाह वहाँ राह।
  2. दुःख के सागर में डूब जाना-बहुत दुखी होना-कल्पना चावला की मृत्यु से संसार दुःख के सागर में डूब गया।
  3. दिलों पर राज करना-सबको अच्छा लगने वाला-कल्पना चावला सबके दिलों पर राज करती है।
  4. खुशी का ठिकाना न रहना-बहुत खुश होना-निधि राज्य में प्रथम आई तो उसकी खुशी का ठिकाना न रहा।
  5. दिल दहला देना-भयभीत करना- जापान की सुनामी ने सब का दिल दहला दिया था।

9. इन वाक्यों में क्रिया अकर्मक है अथवा सकर्मक :

(क) स्कूल में वह सभी अध्यापकों की चहेती थी।
उत्तर :
सकर्मक।

(ख) आसमान में विमानों को उड़ता देखकर वह उनकी ओर आकर्षित हो जाती थी।
उत्तर :
अकर्मक।

(ग) वह स्नातकोत्तर की डिग्री लेने के लिए अमेरिका पहुँच गयी।
उत्तर :
सकर्मक।

(घ) कल्पना ने 19 नवम्बर 1997 को अंतरिक्ष में अपनी पहली उड़ान भरी।
उत्तर :
सकर्मक।

(ङ) प्रत्येक मनुष्य सपने देखता है।
उत्तर :
अकर्मक।

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(च) बड़े होने पर कल्पना ने अपने सपने को साकार कर दिखाया।
उत्तर :
सकर्मक।

(छ) नासा ने उसे एक बार फिर अंतरिक्ष यात्रा के लिए चुना।
उत्तर :
सकर्मक।

10. निम्नलिखित पंजाबी वाक्यों का हिंदी में अनुवाद करें :

(क) ਇਹ ਉਸਦਾ ਮਨਪਸੰਦ ਵਿਸ਼ਾ ਸੀ।
उत्तर :
यह उसका मनपसद विषय था।

(ख) ਉਹ ਆਪਣੇ ਪਰਿਵਾਰ ਵਿੱਚ ਸਭ ਤੋਂ ਛੋਟੀ ਸੀ।
उत्तर :
वह अपने परिवार में सब से छोटी थी।

(ग) ਕਲਪਨਾ ਚਾਵਲਾ ਨੂੰ ਸੰਗੀਤ ਬੇਹਦ ਪਸੰਦ ਸੀ।
उत्तर :
कल्पना चावला को संगीत बहुत पसन्द था।

(ਬ) ਉਹ ਜਹਾਜ਼ਾਂ ਨੂੰ ਉਡਾਉਣ ਵਿੱਚ ਪਹਿਲਾਂ ਤੋਂ ਹੀ ਮਾਹਿਰ ਸੀ।
उत्तर :
वह जहाजों को उड़ाने में पहले से ही माहिर थी।

(ङ) ਅੱਜ ਵੀ ਉਹ ਸਾਰਿਆਂ ਦੇ ਦਿਲਾਂ ਤੇ ਰਾਜ ਕਰਦੀ ਹੈ।
उत्तर :
आज भी वह सभी के दिलों पर राज करती है।

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रचनात्मक अभिव्यक्ति :

(क) मौखिक अभिव्यक्ति – ‘जहाँ चाह वहाँ राह’ विषय पर अपने विचार कक्षा में प्रस्तुत करें।
उत्तर :
विद्यार्थी अपने अध्यापक/अध्यापिका की सहायता से कक्षा में करें।

(ख) लिखित अभिव्यक्ति
(i) आपका क्या सपना है ? लिखें
(ii) कल्पना चावला के बाद सुनीता विलियम्स ने भी अंतरिक्ष की यात्रा की है। उनके बारे में अध्यापक/अभिभावक से जानकारी लेकर पाँच वाक्य लिखें।
(iii) भारत में सबसे पहले कौन-सा वैज्ञानिक अंतरिक्ष पर गया? पता करें और लिखें।
उत्तर :
विद्यार्थी अपने अध्यापक/अध्यापिका की सहायता से स्वयं करें।

परीक्षोपयोगी अन्य प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
सपने किनके सच होते हैं ?
उत्तर :
सपने उनके सच होते हैं जो दृढ़ निश्चय, आत्मविश्वास एवं एकाग्रता से कठिन परिश्रम करते हैं, जो बाधाओं से घबराते नहीं बल्कि उनका साहसपूर्वक सामना करते हैं।

प्रश्न 2.
सपनों के बारे में कल्पना चावला के क्या विचार थे ?
उत्तर :
कल्पना चावला का विचार था कि सपनों से सफलता की ओर जाने की राह मौजूद होती है। व्यक्ति में उसे खोजने की दृष्टि, उस पर चलने का साहस तथा उसका अनुसरण करने की इच्छा शक्ति होनी चाहिए।

प्रश्न 3.
कल्पना चावला के चरित्र की विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर :
कल्पना चावला के चरित्र की निम्नलिखित विशेषताएँ हैं

  1. जिज्ञासु – कल्पना चावला बचपन से ही जिज्ञासु प्रवृत्ति की थी। वह आसमान में विमानों को उड़ता देखकर अचानक ही उनकी ओर आकर्षित हो जाती थी। वह भी सपनों के पंख लगा गगन की सैर करना चाहती थी।
  2. साहसी – कल्पना चावला बहुत साहसी थी। वह अपना प्रत्येक कार्य साहसपूर्वक ढंग से करती थी। कठिनाइयों से घबराती नहीं थी। इसी कारण उसने अन्तरिक्ष की सैर की।
  3. परिश्रमी – कल्पना चावला कठोर परिश्रमी थी। वह बचपन से काम को पूरी एकाग्रता से करती थी।

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प्रश्न 4.
कल्पना चावला ने इंजीनियर बनने का इरादा कब कर लिया था ?
उत्तर :
आठवीं कक्षा में।

प्रश्न 5.
कल्पना चावला की अन्तरिक्ष यात्रा का वर्णन कीजिए।
उत्तर :
कल्पना चावला ने अन्तरिक्ष यान एस० टी० एस० 87 द्वारा 19 नवम्बर, सन् 1997 ई० को पहली उड़ान भरी। यह मिशन अन्तरिक्ष में 17 दिन 16 घंटे 32 मिनट तक रहा और फिर धरती पर लौट आया। 16 जनवरी, सन् 2003 को अन्तरिक्ष यान कोलंबिया द्वारा शुरू की। किन्तु दुर्भाग्यवश 16 दिनों के अन्तरिक्ष अभियान से लौटते हुए विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

प्रश्न 6.
कल्पना चावला संगीतप्रिय महिला थी। कैसे ?
उत्तर :
कल्पना चावला को संगीत से बहुत लगाव था। वह भरतनाट्यम् भी जानती थी। वह अपनी दूसरी अन्तरिक्ष यात्रा पर अपने साथ हरीप्रसाद चौरसिया का बासुरी वादन, रविशंकर के सितार, नुसरत फतेह अली खाँ के सूफ़ी कलाम आदि की एलबम सी०डी० ले गई थीं। इससे पता चलता है कि कल्पना चावला संगीतप्रिय महिला थी।

बहुविकल्पीय प्रश्न

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर लिखें :

प्रश्न 1.
कल्पना चावला का जन्म कब हुआ था ?
(क) 1 – 7 – 1961
(ख) 1 – 7 – 1962
(ग) 1 – 7 – 1963
(घ) 1 – 7 – 1964
उत्तर :
(क) 1 – 7 – 1961

प्रश्न 2.
कल्पना चावला का जन्म कहाँ हुआ था ?
(क) अंबाला
(ख) करनाल
(ग) पानीपत
(घ) रोहतक।
उत्तर :
(ख) करनाल

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प्रश्न 3.
पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से कल्पना चावला ने किस विषय में डिग्री प्राप्त की ?
(क) ऐरोनाटिकल
(ख) कैमीकल
(ग) मकैनिकल
(घ) कंप्यूटर।
उत्तर :
(क) ऐरोनाटिकल

प्रश्न 4.
कल्पना चावला ने ऐरोस्पेस इंजीनियरिंग में पी एच० डी० डिग्री किस विश्वविद्यालय से प्राप्त की ?
(क) कोलोराडो
(ख) टैक्सास
(ग) फ्लोरिडा
(घ) मैक्सिको।
उत्तर :
(क) कोलोराडो

प्रश्न 5.
कल्पना चावला को नासा ने अंतरिक्ष यात्री के रूप में कब चुना ?
(क) 1992
(ख) 1993
(ग) 1994
(घ) 1995
उत्तर :
(ग) 1994

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प्रश्न 6.
कल्पना चावला ने अंतरिक्ष में पहली उड़ान कब भरी थी ?
(क) 19 – 11 – 1997
(ख) 19 – 10 – 1997
(ग) 19 – 9 – 1997
(घ) 19 – 8 – 1997
उत्तर :
(क) 19 – 11 – 1997

प्रश्न 7.
कल्पना चावला ने अंतरिक्ष में दूसरी उड़ान कब भरी?
(क) 16 – 1 – 2003
(ख) 16 – 2 – 2003
(ग) 16 – 3 – 2003
(घ) 16 – 4 – 2003
उत्तर :
(क) 16 – 1 – 2003

प्रश्न 8.
कल्पना चावला का अंतरिक्ष विमान में धमाके के बाद कब निधन हुआ?
(क) 1 – 2 – 2003
(ख) 1 – 3 – 2003
(ग) 1 – 4 – 2003
(घ) 1 – 5 – 2003
उत्तर :
(क) 1 – 2 – 2003

अंतरिक्ष परी : कल्पना चावला Summary in Hindi

अंतरिक्ष परी : कल्पना चावला पाठ का सार

‘अन्तरिक्ष परी : कल्पना चावला’ शीर्षक पाठ डॉ. सुनील बहल द्वारा रचित है। इसमें लेखक ने अन्तरिक्ष परी कल्पना चावला के बारे में बताया है। प्रत्येक मनुष्य सपने देखता है किन्तु सपने पूरे करने के लिए अनथक परिश्रम, दृढ़ निश्चय, आत्मविश्वास एवं एकाग्रता की अत्यंत आवश्यकता पड़ती है। इन्हीं गुणों से कल्पना चावला ने अपने सपनों को पूरा किया। उनका मानना था कि सपनों में सफलता की ओर जाने की राह होती है।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 18 अंतरिक्ष परी कल्पना चावला 5

इनका जन्म 1 जुलाई, सन् 1961 ई० में हरियाणा राज्य के करनाल के एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। इनकी माँ का नाम श्रीमती संज्योति तथा पिता का नाम श्री बनारसी लाल चावला है। कल्पना चावला अपने परिवार में चार भाई-बहनों में सबसे छोटी थी। घर में उसे प्यार से मोंटू कह कर बुलाते थे। उनकी प्रारम्भिक शिक्षा टैगोर बाल निकेतन स्कूल में हुई। वह बचपन से ही जिज्ञासु प्रवृत्ति की थी। उनका बचपन से आसमान में उड़ने का सपना था।

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उन्होंने आठवीं कक्षा में ही अपने माता-पिता से इंजीनियर बनने की इच्छा जाहिर की। सन् 1978 ई० में कल्पना ने प्री इंजीनियरिंग पास की। सन् 1982 ई० में पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज चण्डीगढ़ से ऐरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने अमेरिका जाकर स्नातकोत्तर की डिग्री टैक्सास विश्वविद्यालय से प्राप्त की। वहीं जीन पियरे हैरिसन उसके मित्र बन गए जो फ्लाइंग क्लब का छात्र थे।

कल्पना भी उसके साथ फ्लाइंग क्लब में जाने लगी। सन् 1983 ई० में कल्पना तथा हैरिसन का विवाह हो गया। सन् 1988 ई० में कल्पना ने कोलोराडो विश्वविद्यालय से ऐरोस्पेस इंजीनियरिंग में पीएच०डी० की डिग्री प्राप्त की। सन् 1993 ई० में अमेरिका में कैलिफोर्निया की कम्पनी मेथडस इन्कॉर्पोरेशन में उपाध्यक्ष पर कार्य किया। सन् 1994 में नासा में उन्हें अन्तरिक्ष यात्री के रूप में चुना गया। इससे कल्पना को बहुत खुशी हुई।

इससे उनका आत्मविश्वास और अधिक बढ़ गया। 16 मार्च, सन् 1995 ई० को कल्पना चावला ने एक वर्ष तक प्रशिक्षण शुरू किया। इसके बाद उनकी नियुक्ति अंतरिक्ष यात्री के प्रतिनिधि के रूप में हुई। 19 नवम्बर, सन् 1997 ई० को भारतीय समयानुसार दोपहर 2:37 बजे कल्पना ने अपने दल के साथ एस० टी० एस० 87 अन्तरिक्ष यान द्वारा अपनी पहली उड़ान भरी। यह मिशन 17 दिन, 16 घंटे, 32 मिनट अन्तरिक्ष में रहकर पृथ्वी पर लौट आया।

इसमें अन्तरिक्ष में 161 भारहीनता से भौतिक क्रियाओं को प्रभावित करने वाले परीक्षणों पर जोर दिया गया। कल्पना ने दूसरी उडान 16 जनवरी, सन 2003 को अन्तरिक्ष यान कोलम्बिया से शुरू की। इस मिशन में अन्तरिक्ष में 80 परीक्षण एवं प्रयोग किए गए। यह अन्तरिक्ष यान 16 दिनों के बाद लौट रहा था कि अचानक 1 फरवरी, सन् 2003 को पृथ्वी से 63 किलोमीटर की ऊँचाई पर बड़े धमाके के साथ टूटकर बिखर गया जिसमें कल्पना सहित छ: अन्य अन्तरिक्ष यात्री अन्तरिक्ष में विलीन हो गए। इस घटना ने सारे विश्व को झकझोर कर रख दिया।

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सारा संसार दुःख के सागर में डूब गया। कल्पना के परिवार के सदस्य भी उनके स्वागत के लिए अमेरिका पहुँच चुके थे। वे उनके इंतज़ार में थे किन्तु कल्पना सभी को रोता छोड़कर कल्पनाओं में खो गई। वास्तव में कल्पना युवाओं की प्रेरणा स्रोत रहेगी।

अंतरिक्ष परी : कल्पना चावला शब्दार्थ :

  • अंतरिक्ष = आसमान।
  • लक्ष्य = उद्देश्य।
  • अनथक = बिना थके।
  • दृढ़ = मज़बूत।
  • एकाग्रता = एक मन से।
  • चाह = इच्छा।
  • राह = रास्ता।
  • साकार = आकार रूप में।
  • दृष्टि = नज़र।
  • जिज्ञासु = जानने की प्रवृत्ति।
  • बखूबी = पूरी तरह।
  • फ्लाइंग जहाज़ उड़ना।
  • निरन्तर लगातार।
  • अदम्य = प्रबल।
  • विश्व = संसार।
  • नमन = नमस्कार। अभिवादन।

अंतरिक्ष परी : कल्पना चावला सप्रसंग व्याख्या

1. प्रत्येक मनुष्य सपने देखता है। सपने ही किसी लक्ष्य की नींव होते हैं। किन्तु यह भी सच है कि सपने केवल सोचने से ही सच नहीं हो जाते। उनको पूरा करने के लिए अनथक परिश्रम, दृढ़ निश्चय, आत्मविश्वास व एकाग्रता की अत्यन्त आवश्यकता होती है। कहा भी गया है- जहां चाह वहां राह। अत: जो अपने सपनों को साकार करने के लिए जी-तोड़ मेहनत करता है, उसको सफलता निश्चित रूप से मिलती ही है। वह कितना सौभाग्यशाली होता है जो अपने सपनों को साकार होते देखता है।

प्रसंग-यह गद्यांश डॉ० सुनील बहल द्वारा लिखित ‘अन्तरिक्ष परी : कल्पना चावला’ शीर्षक पाठ से लिया गया है। मनुष्य के सपने मेहनत से ही पूरे होते हैं-इसी का वर्णन किया है।

व्याख्या-लेखक कहता है कि इस संसार में प्रत्येक मनुष्य सपने देखता है। सपने ही किसी उद्देश्य की नींव या आधारशिला होते हैं। किन्तु यह बात बिल्कुल सच है कि सपने केवल सोचने से ही सच नहीं होते बल्कि उन्हें पूरा करने के लिए कठोर परिश्रम, दृढ़ निश्चय, आत्मविश्वास, एकाग्रता की बहुत आवश्यकता होती है। कहा भी गया है कि जहाँ इच्छा होती है वहाँ रास्ता अपने आप ही बन जाता है। यदि मनुष्य इच्छा रखे तो आगे बढ़ने का रास्ता तो बन ही जाता है। इसलिए जो व्यक्ति सपनों को पूरा करने के लिए कठोर परिश्रम करता है। उसे सफलता अवश्य ही मिलती है। वह व्यक्ति बहुत सौभाग्यशाली होता है जो अपने सपने को पूरा करते हुए देखता है।

भावार्थ-सपनों को साकार करने के लिए कठोर परिश्रम करने की प्रेरणा दी है।

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2. बच्चो ! ऐसे ही बचपन में उड़ते हुए विमानों को देखकर आसमान की सैर करने का सपना कल्पना चावला ने देखा और बड़े होने पर उस सपने को साकार कर दिखाया। कल्पना चावला का भी मानना था कि सपनों से सफलता की ओर जाने की राह मौजूद होती है। व्यक्ति में उसे खोजने की दृष्टि, उस पर चलने का साहस और उसका अनुसरण करने की इच्छा शक्ति होनी चाहिए।

प्रसंग-ये पंक्तियाँ डॉ. सुनील बहल द्वारा रचित ‘अन्तरिक्ष-परी : कल्पना चावला’ शीर्षक पाठ से ली गई हैं। इनमें लेखक ने सपनों को साकार करने के लिए साहस एवं इच्छा शक्ति रखने की प्रेरणा दी है।

व्याख्या- लेखक बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहता है कि हे बच्चो ! इसी तरह से कल्पना चावला ने अपने बचपन में उड़ते हुए विमानों को देखकर आसमान की सैर करने का सपना देखा था। उन्होंने बड़े होकर उन सपनों को पूरा करके भी दिखाया। कल्पना चावला का मानना था कि सपनों से सफलता की ओर जाने का रास्ता मौजूद होता है। बस व्यक्ति में उसे खोजने की दृष्टि, उस पर चलने का साहस और उसका अनुसरण करने की इच्छा शक्ति होनी चाहिए। कहने का भाव है कि यदि यह सब व्यक्ति में है तो वह अपने सपने पूरे कर सकता है। भावार्थ-लेखक ने सपनों को पूरा करने के लिए साहस एवं इच्छा शक्ति से परिश्रम करने की प्रेरणा दी है।

3. यह बात पूर्णतः सत्य है कि सच्ची लगन, जी-तोड़ मेहनत व सतत अभ्यास कभी निष्फल नहीं जाता। वह देर-सवेर ज़रूर फलीभूत होता है। एक दिन दिसम्बर 1994 में नासा (नेशनल एयरोनॉटिकल एण्ड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन) के एक अधिकारी ने टेलीफ़ोन पर कल्पना को बताया कि उन्होंने उसे अन्तरिक्ष यात्री के रूप में चुना है। उन्होंने उसे अन्तरिक्ष यात्रियों के लिए आयोजित की जाने वाली कार्यशाला में भाग लेने का निमंत्रण भी दिया। यह सब सुनकर कल्पना की खुशी का ठिकाना न रहा। आज उसके कानों में वह बात सुनी जिसका उसे वर्षों से इन्तज़ार था। यह एक ऐसा अवसर था जिसके लिए दुनिया के बड़े-बड़े वैज्ञानिक तरसते हैं।

प्रसंग-यह गद्यांश ‘डॉ० सुनील बहल’ द्वारा लिखित ‘अन्तरिक्ष-परी : कल्पना चावला’ शीर्षक से लिया गया है। इसमें लेखक ने सच्ची लगन, कठोर परिश्रम एवं अभ्यास करने
की प्रेरणा दी है।

व्याख्या-लेखक कहता है कि यह बात बिल्कुल सच है कि सच्ची लगन, कठोर परिश्रम एवं निरन्तर अभ्यास कभी भी बेकार नहीं जाती। वह देर-सवेर अवश्य परा होता है। एक दिन दिसम्बर 1994 ई० में नासा अर्थात नेशनल एयरोनॉटिकल एण्ड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन के एक अधिकारी ने टेलीफ़ोन पर कल्पना को बताया कि उन्होंने उसे अन्तरिक्ष यात्री के रूप में चुना है। उन्होंने उसे अन्तरिक्ष यात्रियों के लिए आयोजित की जाने वाली कार्यशाला में भाग लेने का निमन्त्रण दिया। यह सब सुनकर कल्पना बहुत खुश हुई।

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आज उसके कानों ने वह बात सुनी जिसका उसे अनेक वर्षों से इन्तजार था। उनके लिए वह एक ऐसा अवसर था जिसके लिए दुनिया के बड़े-बड़े वैज्ञानिक तरसते हैं।

भावार्थ-कल्पना के सपनों को साकार करते हुए दिखाया है।

4. अन्तरिक्ष यात्री के रूप में चुने जाने के बाद उसका आत्मविश्वास और भी बढ़ गया। वह जहाजों को उड़ाने में तो पहले ही कुशल थी किन्तु अन्तरिक्ष में उड़ने के अवसर को लेकर वह बहुत ही उत्साहित थी। 16 मार्च, सन् 1995 को कल्पना ने एक साल का प्रशिक्षण शुरू किया। प्रशिक्षण के बाद कल्पना की अन्तरिक्ष यात्री के प्रतिनिधि के रूप में तकनीकी क्षेत्रों में नियुक्ति की गयी। यहाँ पर रोबोटिक उपकरणों का विकास और अन्तरिक्ष यान को नियन्त्रित करने वाले साफ्ट वेयर की शटल एवियोनिक्स प्रयोगशाला में परीक्षण करना इसके मुख्य काम थे।

प्रसंग-यह गद्यांश हिन्दी की पाठ्य-पुस्तक में संकलित ‘अन्तरिक्ष-परी : कल्पना चावला’ शीर्षक से लिया गया है। यह ‘डॉ० सुनील बहल’ द्वारा रचित है। इसमें कल्पना को अन्तरिक्ष यात्री के रूप में चुने जाने को दर्शाया है।

व्याख्या-लेखक कहता है कि जब कल्पना चावला को अन्तरिक्ष यात्री के रूप में चुन लिया गया तो उसके बाद उसका आत्मविश्वास और ज्यादा बढ़ गया। वह जहाजों को उड़ाने में तो पहले ही कुशल थी किन्तु अन्तरिक्ष में उड़ने के अवसर को लेकर वह बहुत ही उत्साहित हुई थी। 16 मार्च, सन् 1995 ई० को कल्पना ने एक वर्ष का प्रशिक्षण शुरू किया। प्रशिक्षण के बाद कल्पना की अन्तरिक्ष यात्री के प्रतिनिधि के रूप में तकनीकी क्षेत्रों में नियुक्ति की गई। यहाँ पर रोबोटिक उपकरणों का विकास तथा अन्तरिक्ष यान को नियन्त्रित करने वाले साफ़्टवेयर की शटल एवियोनिक्स प्रयोगशाला में परीक्षण करने इनके मुख्य कार्य थे।

भावार्थ-कल्पना चावला के आत्मविश्वास एवं कठिन परिश्रम के बारे में बताया है।

5. सारे विश्व के लिए यह एक दिल दहला देने वाली घटना थी। जहाँ सभी अन्तरिक्ष यात्रियों के लौटने का इन्तज़ार कर रहे थे वहीं एक दम से सभी दुःख के सागर में डूब गये। अमेरिका के मानव अन्तरिक्ष उड़ान के इतिहास में यह पहला अवसर था जब कोई अन्तरिक्ष यान अपने मिशन को सफलतापूर्वक सम्पन्न करने के बाद पृथ्वी पर लौटते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। कल्पना के परिवार के सदस्य उसके स्वागत के लिए तो पहले से ही अमेरिका पहुँच गये थे। वे उसकी वापसी की प्रतीक्षा में थे किन्त कमबख्त वक्त ने ऐसा होने न दिया। भारत की होनहार कल्पना सभी को उस दिन बिलखता छोड़कर कहीं कल्पनाओं में खो गयी किन्तु आज भी वह सभी के दिलों पर राज करती है। युवाओं के लिए तो यह निस्संदेह प्रेरणा स्त्रोत रही है और रहेगी। पूरा विश्व उसे नमन करता है।

प्रसंग-ये पंक्तियाँ डॉ. सुनील बहल द्वारा रचित ‘अन्तरिक्ष-परी-कल्पना चावला’ शीर्षक से ली गई हैं। इसमें सारे विश्व को दहला देने वाली घटना कल्पना चावला की मृत्यु का वर्णन है।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 18 अंतरिक्ष परी : कल्पना चावला

व्याख्या- लेखक कहता है कि कल्पना चावला अपने यात्रियों सहित अन्तरिक्ष में गुम हो गई। यह घटना सारे संसार के लिए दिल को दहला देने वाली घटना थी। जहाँ सभी अन्तरिक्ष यात्रियों के लौटने की प्रतीक्षा कर रहे थे। उसी समय सभी लोग दुःख के सागर में डूब गए। अमेरिका के मानव अन्तरिक्ष उड़ान के इतिहास में यह पहला अवसर था जब कोई अन्तरिक्ष वायुयान अपने मिशन को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद पृथ्वी पर लौटते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। कल्पना के परिवार के सदस्य उसके स्वागत के लिए तो पहले से ही अमेरिका पहुँच गए थे।

वे सभी उसकी वापसी आने की प्रतीक्षा कर रहे थे किन्तु दुष्ट समय ने ऐसा नहीं होने दिया। भारत की मेधावी कल्पना सारे संसार को उस दिन रोता हुआ छोड़कर कल्पनाओं में खो गई। किन्तु आज भी वह सभी के दिलों पर राज करती है। युवाओं के लिए तो वह वास्तव में एक प्रेरणा स्रोत रही है और भविष्य में भी रहेगी। सारा संसार उसे नमन करता है।

भावार्थ-कल्पना चावला की मृत्यु से विश्व में फैले मातम करुण का चित्रण है।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 17 मेरा दम घुटता है

Punjab State Board PSEB 8th Class Hindi Book Solutions Chapter 17 मेरा दम घुटता है Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 8 Hindi Chapter 17 मेरा दम घुटता है (2nd Language)

Hindi Guide for Class 8 PSEB मेरा दम घुटता है Textbook Questions and Answers

मेरा दम घुटता है अभ्यास

1. नीचे गुरुमुखी और देवनागरी लिपि में दिये गये शब्दों को पढ़ें और हिंदी शब्दों को लिखने का अभ्यास करें:

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 17 मेरा दम घुटता है 1
PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 17 मेरा दम घुटता है 2
उत्तर :
विद्यार्थी अपने अध्यापक/अध्यापिका की सहायता से स्वयं करें।

2. नीचे एक ही अर्थ के लिए पंजाबी और हिंदी भाषा में शब्द दिये गये हैं। इन्हें ध्यान से पढ़ें और हिंदी शब्दों को लिखें :

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 17 मेरा दम घुटता है 3
PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 17 मेरा दम घुटता है 4
उत्तर :
विद्यार्थी अपने अध्यापक/अध्यापिका की सहायता से स्वयं करें।

3. शब्दार्थ :

  • नेपथ्य = पढ़ें के पीछे
  • घटक = तत्व
  • जीवनदायी = जीवन देने वाली
  • अस्तित्व = होंद, होने का भाव
  • दैत्य = राक्षस
  • माशाअल्लाह = जो अल्लाह चाहे
  • खलनायिका = नाटक या उपन्यास के मुख्य नायक का प्रतिद्वंद्वी जो लक्ष्य प्राप्ति में रुकावटें उपस्थित करती है।
  • क्षमता = सामर्थ्य

उत्तर :
विद्यार्थी अपने अध्यापक/अध्यापिका की सहायता से स्वयं करें।

4. इन प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में लिखें :

(क) हवा की घटक गैसें कौन-कौन सी हैं?
उत्तर :
हवा की घटक गैसें ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, हाइड्रोजन, कार्बन डाइऑक्साइड ओज़ोन हैं।

(ख) पृथ्वी पर जीवन का मूल आधार क्या है?
उत्तर :
पृथ्वी पर जीवन का मूल आधार ऑक्सीजन है।

(ग) पानी की घटक कौन-कौन सी गैसें हैं?
उत्तर :
पानी की घटक ऑक्सीजन और हाइड्रोजन गैसें हैं।

(घ) इस एकांकी में काले-कलूटे राक्षस किसे कहा गया है?
उत्तर :
स्कूटर, बस, ट्रैक्टर से निकलने वाले विषैले धुएँ को काले-कलूटे राक्षस कहा गया है।

(ङ) वायु प्रदूषण से कौन-कौन से रोग हो रहे हैं?
उत्तर :
वायु प्रदूषण से दमा, साँस से सम्बन्धित रोग, फेफड़े के रोग, त्वचा सम्बन्धी बीमारियाँ हो रही हैं।

(च) कार्बन-डाइ-ऑक्साइड का रूप क्यों बदल रहा है?
उत्तर :
मानव जाति द्वारा बढ़ाए जा रहे प्रदूषण के कारण कार्बन डाइऑक्साइड का रूप बदल रहा है।

(छ) वह कौन-सी गैस है जो कार्बन-डाइ-ऑक्साइड से अधिक मानव जाति का नुकसान कर रही है?
उत्तर :
कार्बन मोनोऑक्साइड।

(ज) ओजोन की सुरक्षा परत किस गैस के कारण टूटती-फूटती जा रही है ?
उत्तर :
रासायनिक गैस के कारण ओज़ोन की सुरक्षा परत टूटती-फूटती जा रही है।

(झ) धरती का तापमान किस गैस के कारण बढ़ रहा है?
उत्तर :
तापमान कार्बन डाइऑक्साइड गैस के कारण बढ़ रहा है।

(ज) कार्बन-डाइ-ऑक्साइड गैस ने अपनी सेहत सुधारने का क्या उपाय बताया?
उत्तर :
अधिक-से-अधिक पेड़ लगाने का उपाय बताया है।

5. इन प्रश्नों के उत्तर चार या पाँच वाक्यों में लिखें :

(क) ऑक्सीजन गैस को जीवन का मूल आधार क्यों कहा जाता है ?
उत्तर :
ऑक्सीजन गैस के जीवन का मूल आधार इसलिए कहा जाता है क्योंकि हम ऑक्सीजन ग्रहण करते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ते हैं इससे हमारी सांसें चलती हैं। यह जीवन का प्राण तत्व है।

(ख) जहरीली गैसों के स्रोत कौन-कौन से हैं ?
उत्तर :
ज़हरीली गैसों के मुख्य स्रोत हैं-

  • बस, स्कूटर आदि से निकलने वाला विषैला धुआँ
  • कारखानों की चिमनियों से विषैला धुआँ
  • कूड़ा-कचरा
  • रेफ्रिजरेटरों तथा एयर कंडीशनरों से निकलने वाली रासायनिक गैसें।

(ग) वायुमंडल का तापमान बढ़ाने में ओजोन की क्या भूमिका है ?
उत्तर :
ओज़ोन धरती से उस से पचास किलोमीटर ऊँचाई पर वायुमंडल में ओज़ोन की पहली परत है। रेफ्रिजरेटरों तथा एयर कंडीशनरों के अन्धाधुंध प्रयोग से रासायनिक गैसें निकल रही हैं, जिसके कारण ओज़ोन की सुरक्षा परत टूटती-फूटती जा रही है। इससे वायुमंडल का तापमान बढ़ रहा है।

(घ) अम्लीय वर्षा किस कारण होती है?
उत्तर :
अम्लीय वर्षा पानी के साथ नाइट्रोजन ऑक्साइड तथा सल्फर डाइऑक्साइड गैसें मिलने से होती हैं।

(ङ) पेड़ किस प्रकार वायुमंडल को शुद्ध करते हैं ?
उत्तर :
पेड़ प्रकाश संश्लेषण की क्रिया द्वारा कार्बन डाइऑक्साइड गैस को सोख लेते हैं तथा ऑक्सीजन गैस को वायुमंडल में छोड़ते हैं जिससे वायुमंडल शुद्ध होता है।

(च) लेखक ने इस बैठक के माध्यम से क्या संदेश दिया है ?
उत्तर :
लेखक ने इस बैठक के माध्यम से यह सन्देश दिया है कि मनुष्य को वायुमंडल में बढ़ते प्रदूषण को कम करने के लिए अधिक-से-अधिक पेड़ लगाने चाहिए। वायुमंडल के प्रति सचेत रहना चाहिए।

6. इन शब्दों को वाक्यों में प्रयोग करें :

  1. नेपथ्य ________________________
  2. घटक ________________________
  3. जीवनदायी ________________________
  4. अस्तित्व ________________________
  5. क्षमता ________________________

उत्तर :

  1. नेपथ्य (पर्दे के पीछे)-राम लीला के मंचन से पहले राम-सीता नेपथ्य में थे।
  2. घटक (हिस्सा)-ऑक्सीजन वायुमंडल की अति महत्त्वपूर्ण घटक है।
  3. जीवनदायी (जीवन देने वाली)-ऑक्सीजन जीवनदायी गैस है।
  4. अस्तित्व (होने का भाव)-मनुष्य का अस्तित्व पेड़-पौधों से है।
  5. क्षमता (सामर्थ्य)-मानव की क्षमता प्रकृति से अधिक नहीं है।

7. इन मुहावरों के अर्थ दिये गये हैं। अर्थ समझते हुए वाक्यों में प्रयोग करें :

  1. दिनों-दिन सूखना = कमजोर होते जाना (यहाँ वायुमंडल में आक्सीजन की मात्रा कम होना) = _____________________________
  2. बाल-बाल बचना = कठिनता से बचाव होना = _____________________________
  3. जान बचाना = जीवित रखना = _____________________________
  4. सिर मारना = सोच-विचार करना। = _____________________________
  5. अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मारना = अपनी ही गलती से अपनी हानि करना = _____________________________

उत्तर :

  1. दिनों-दिन सूखना (कमज़ोर होते जाना)-राघव परीक्षा की चिंता के कारण दिनों-दिन सूखता ही जा रहा है।
  2. बाल-बाल बचना (कठिनता से बचाव होना)-आज रवि सड़क दुर्घटना में बाल बाल बचा।
  3. जान बचाना (जीवित रखना)-ऑक्सीजन से रोगी की जान बचाई गई।
  4. सिर मारना (सोच-विचार करना)-इस प्रश्न को हल करने के लिए दो घंटों से सिर मार रहा हूँ पर कुछ समझ ही नहीं आ रहा।
  5. अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मारना (अपनी ही गलती से अपनी हानि करना)-लक्ष्य ने एक पेपर छोड़कर अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली। सेहत बिगाड़ना (सेहत ठीक न होना)-सुप्रिया अधिक गुस्से से अपनी ही सेहत बिगाड़ रही है।

8. (i) लिंग बदलें :

  1. सदस्य = ___________
  2. नायिका = ___________
  3. खलनायक = ___________

उत्तर :

  1. सदस्य = सदस्या
  2. नायिका = नायक
  3. खलनायक = खलनायिका

(ii) इन गैसों के लिंग बतायें

  1. ऑक्सीजन = ___________
  2. कार्बन-डाइ-ऑक्साइड = ___________
  3. हाइड्रोजन = ___________
  4. नाइट्रोजन = ___________
  5. ओजोन = ___________

उत्तर :

  1. ऑक्सीजन = स्त्रीलिंग
  2. कार्बनडाइऑक्साइड = स्त्रीलिंग
  3. हाइड्रोजन = स्त्रीलिंग
  4. नाइट्रोजन = स्त्रीलिंग
  5. ओजोन = स्त्रीलिंग

9. ‘इत’ और ‘इक’ शब्दांश लगाकर विशेषण बनायें :

  1. इंसान + इत = इंसानियत
  2. रसायन + इक = रासायनिक
  3. सुरक्षा + इत = ___________
  4. समाज + इक = ___________
  5. संबंध + इत = ___________
  6. भूगोल + इक = ___________
  7. आमंत्रण + इत = ___________
  8. परिवार + इक = ___________

उत्तर :

  1. इन्सान + इत = इन्सानियत
  2. रसायन + इक = रासायनिक
  3. सुरक्षा + इत = सुरक्षित
  4. समाज + इक = सामाजिक
  5. सम्बन्ध + इत = सम्बन्धित
  6. भूगोल + इक = भौगोलिक
  7. आमन्त्रण + इत = आमन्त्रित
  8. परिवार + इक = पारिवारिक

10. पर्यायवाची शब्द लिखें :

  1. सूरज = ___________
  2. हवा = ___________
  3. किरण = ___________
  4. रात = ___________
  5. पेड़ = ___________
  6. दिन = ___________

उत्तर :

  1. सूरज = सूर्य, आदित्य
  2. हवा = वायु, पवन
  3. किरण = रश्मि, अंशु
  4. रात = रात्रि, विभावरी
  5. पेड़ = वृक्ष, विटप, तरू
  6. दिन = दिवस, वासर

11. विपरीत अर्थ वाले शब्द लिखें :

  1. अंधेरा = ___________
  2. मुक्त = ___________
  3. बहुमत = ___________
  4. दुर्बल = ___________
  5. कमजोर = ___________

उत्तर :

  1. अंधेरा = उजाला
  2. मुक्त = बंदी
  3. बहुमत = अल्पमत
  4. दुर्बल = सबल
  5. कमज़ोर = शक्तिशाली।

12. इन शब्दों के भिन्न अर्थ समझते हुए वाक्यों में प्रयोग करें :

मूल = मुख्य = इस सभा का मूल उद्देश्य क्या है ?
= जड़ = पेड़ की मूल पर ही उसका जीवन टिका है।
भाग = हिस्सा = ___________
बँटवारा = ___________
घड़ी = पानी का छोटा घड़ा = ___________
समय बतलाने वाला छोटा यंत्र = ___________
बैठक-बैठने का कमरा = ___________
चौपाल, अधिवेशन (जैसे संसद की बैठक) = ___________
उत्तर :
मूल = मुख्य = इस सभा का मूल उद्देश्य क्या है ?
जड = पेड की मूल पर ही उसका जीवन टिका है।
भाग = हिस्सा = इस जमीन में मेरा भी कुछ भाग है।
= बँटवारा = इस धन के दो भाग करो।
घड़ी = पानी का छोटा घड़ा = इस घड़ी में क्या रखा है ?
= समय बतलाने वाला छोटा यंत्र = इस घड़ी में कितने बजे हैं ?
बैठक = बैठने का कमरा = यह बैठक पिता जी ने बनाई है।
= चौपाल, अधिवेशन (जैसे संसद की बैठक) = यहाँ बुजुर्गों की बैठक चल रही है।

13. इन गैसों के चिह्न समझें :

ऑक्सीजन O2
नाइट्रोजन N2
कार्बन-डाइ-ऑक्साइड CO2
हाइड्रोजन H2
कार्बन-मोनो-ऑक्साइड CO
ओजोन O3
उत्तर :
विद्यार्थी अपने अध्यापक/अध्यापिका की सहायता से स्वयं करें।

14. इस पाठ में आए ‘र’ वर्ण के प्रयोग वाले शब्द ढूँढकर लिखें :

[ र ] : ____________
[ , ] : ____________
[ / ] : ____________
[ ^ ] : ____________
उत्तर :
[ र ] : चारों, शहर, तारकोल
[ ‘ ] : कार्बन
[ , ] : रेफ्रिजरेटर, प्रदूषण, प्रतिशत
[ ^ ] : अल्ट्रा, हाइड्रोजन, नाइट्रोजन।

15. निम्नलिखित पंजाबी वाक्यों का हिंदी में अनुवाद करें :

(क) ਇਹ ਧਰਤੀ ਤੇ ਜੀਵਨ ਦਾ ਮੂਲ ਅਧਾਰ ਹੈ।
(ख) ਉਸ ਪਿੰਡ ਵਿੱਚ ਸੜਕ ਬਣ ਰਹੀ ਹੈ।
(ग) ਅੱਗੇ ਦੀ ਅਵਾਜ ਹਾਸੇ ਵਿੱਚ ਦੱਬ ਜਾਂਦੀ ਹੈ।
(घ) ਅੱਜ ਮੇਰੇ ਜੀਵਨ ਨੂੰ ਖ਼ਤਰਾ ਲਗ ਰਿਹਾ ਹੈ।
ਪਾਣੀ ਨਹੀਂ ਤਾਂ ਜੀਵਨ ਕਿਵੇਂ ਸੰਭਵ ਹੋਵੇਗਾ।
(ङ) ਪਾਣੀ ਨਹੀਂ ਤਾਂ ਜੀਵਨ ਕਿਵੇਂ ਸੰਭਵ ਹੋਵੇਗਾ।

रचनात्मक अभिव्यक्ति :

मौखिक अभिव्यक्ति –
(क) इस संवादात्मक पाठ का वातावरण दिवस आदि विशेष अवसर पर अभिनय करें।
(ख) ‘पर्यावरण प्रदूषण’ पर अपने विचार कक्षा में सुनायें।
(ग) अपने विज्ञान के अध्यापक से पूछो कि रात को पेड़ों के नीचे क्यों नहीं सोना चाहिए?
उत्तर :
विद्यार्थी अपने अध्यापक/अध्यापिका की सहायता से करें।

लिखित अभिव्यक्ति –
(क) यह एकांकी आपके द्वारा पढ़े गये अन्य एकांकियों से किस प्रकार भिन्न है? क्या आपको इसका शीर्षक ‘मेरा दम घुटता है’ पसंद आया? अपने विचार लिखें।
(ख) विज्ञान की प्रयोगशाला में पाठ में आई गैसों को तैयार करो और इनके गुण-अवगुण कापी में नोट करो।
उत्तर :
विद्यार्थी अपने शिक्षक की सहायता से करें।

(ग) ‘पर्यावरण बचाओ’ विषय पर नारे लिखें।
उत्तर :

  • पर्यावरण बचाओ, देश बचाओ।
  • पर्यावरण को बचाना है, खुशहाली को लौटाना है।
  • पर्यावरण बचेगा, जीवन रहेगा।
  • पर्यावरण नहीं, तो जीवन नहीं।
  • पेड़ लगाओ, जीवन बचाओ।

परीक्षोपयोगी अन्य प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
नेपथ्य का दृश्य कैसा था ?
उत्तर :
नेपथ्य में चारों तरफ हरे-भरे पेड़ थे। दूर-दूर तक कहीं कोई बस्ती और इन्सान दिखाई नहीं दे रहे थे। यहाँ हवा के घटक ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, हाइड्रोजन, कार्बनडाइऑक्साइड तथा ओज़ोन गैसों की सभा चल रही थी। यहाँ शहर से दूर कई फलों का बगीचा था।

प्रश्न 2.
‘मेरा दम घुटता है’ एकांकी से हमें क्या शिक्षा मिलती है ?
उत्तर :
इस एकांकी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमें वायुमंडल को प्रदूषण से बचाने के लिए पेड़ पौधे लगाने चाहिएँ। गाड़ियों, कारखानों के विषैले धुएँ पर रोक लगानी चाहिए।

प्रश्न 3.
सभा की अध्यक्षता किसने की थी ?
उत्तर :
सभा की अध्यक्षता ऑक्सीजन ने की थी।

प्रश्न 4.
पृथ्वी पर पानी किस कारण उपलब्ध है ?
उत्तर :
पृथ्वी पर पानी ऑक्सीजन तथा हाइड्रोजन दोनों गैसों के परस्पर सहयोग के कारण उपलब्ध है।

प्रश्न 5.
जहरीली गैसें कहां से निकलती हैं ?
उत्तर :
जहरीली गैसें बस, स्कूटर, कार, कारखानों की चिमनियों के धुएँ तथा फ्रिज, एयरकंडीशनरों से निकलती हैं।

प्रश्न 6.
कारखानों के धुएँ में कौन-कौन सी गैसें होती हैं ?
उत्तर :
नाइट्रोजनऑक्साइड तथा सल्फरडाइऑक्साइड।।

प्रश्न 7.
पौधे किस क्रिया से अपना भोजन बनाते हैं ?
उत्तर :
प्रकाश संश्लेषण क्रिया से।

बहुविकल्पीय प्रश्न

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर लिखें :

प्रश्न 1.
‘मेरा दम घुटता है’ पाठ में लेखक ने किस के बढ़ रहे प्रदूषण पर चिंता व्यक्त की है ?
(क) जल के
(ख) ध्वनि के
(ग) पर्यावरण के
(घ) जीवों के।
उत्तर :
(ग) पर्यावरण के

प्रश्न 2.
‘मेरा दम घुटता है’ के आधार पर बताएं पृथ्वी पर जीवन का मूलाधार क्या
(क) नाइट्रोजन
(ख) ऑक्सीजन
(ग) कार्बन
(घ) हाइड्रोजन।
उत्तर :
(ख) ऑक्सीजन

प्रश्न 3.
बैठक में सबका स्वागत किसने किया ?
(क) कार्बन ने
(ख) नाइट्रोजन ने
(ग) ऑक्सीजन ने
(घ) हाइड्रोजन ने।
उत्तर :
(ख) नाइट्रोजन ने

प्रश्न 4.
हाइड्रोजन की हालत किस के बिना खराब है ?
(क) नाइट्रोजन
(ख) ऑक्सीजन
(ग) कार्बन
(घ) ओज़ोन।
उत्तर :
(ख) ऑक्सीजन

प्रश्न 5.
ओजोन की सुरक्षापरत किससे टूट रही है ?
(क) वर्षा
(ख) धुआँ
(ग) रासायनिक गैस
(घ) आँधी।
उत्तर :
(ग) रासायनिक गैस

मेरा दम घुटता है Summary in Hindi

मेरा दम घुटता है पाठ का सार

‘मेरा दम घुटता है’ नामक शीर्षक की एकांकी पंकज चतुर्वेदी द्वारा लिखित है। इसमें लेखक ने वायुमंडल में बढ़ रहे प्रदूषण के प्रति चिन्ता व्यक्त की है। पर्दे पर चारों तरफ़ हरे-भरे पेड़ खड़े हैं। दूर तक कोई बस्तियाँ या इन्सान दिखाई नहीं दे रहे। यहां हवा की कई घटक गैसों की सभा चल रही है। इस सभा में ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, हाइड्रोजन, कार्बन डाइऑक्साइड तथा ओजोन है। शहर से दूर फलों का बगीचा था।

सभा के प्रारम्भ में नाइट्रोजन ने सभी का बैठक में स्वागत किया। इसकी अध्यक्ष ऑक्सीजन थी जो पृथ्वी जीवन की मूलाधार है। ऑक्सीजन के अनुसार आज उसके जीवन को ही ख़तरा बना हुआ है। हाइड्रोजन ने कहा कि उसके बिना उसकी हालत ख़राब है। दोनों के साथ रहने से ही पृथ्वी पर पानी उपलब्ध है। दुनिया का आधे से अधिक भाग में पानी है। पानी के बिना जीवन भी सम्भव नहीं है।

ऑक्सीजन ने बताया कि आज वायु का अस्तित्व खतरे में है। नाइट्रोजन ने बताया कि इस सभा के लिए कोई भी सुरक्षित जगह नहीं मिल रही थी। चारों तरफ़ काली पीली जहरीली गैसें हमला कर देती थीं। ऐसा लगता है कि कहीं हमारा बहुमत ही खत्म न हो जाए। जहरीली गैसों के कारण उनकी सेहत बिगड़ रही है। ऑक्सीजन ने कहा कि चारों तरफ़ धुआँ ही धुआ है। स्कूटर, बस, ट्रैक्टर, चिमनी, कारखाने आदि से विषैली गैसें एवं धुआँ निकल रहा है।

नाइट्रोजन ने बताया कि उसे स्वयं जगह तलाशने में बहुत मुश्किलें आई। ऑक्सीजन ने बताया कि पिछले समय के गाँव अच्छे थे। नाइट्रोजन ने कहा कि उस गाँव में सड़क बन रही है। वहाँ बहुत तारकोल गर्म हो रहा था; काला धुआँ निकल रहा था। चारों तरफ़ धुआँ ही धुआँ था। हाइड्रोजन ने कहा कि सिगरेट, बीड़ियों का धुआँ हमारा तो नुकसान करता है, धरती पर रहने वाले लोगों को भी बीमार कर रहा है।

यहां आदमी खुद का नुकसान खुद कर रहे हैं। इससे मनुष्य को दमा, साँस से सम्बन्धित रोग, फेफड़ों के रोग, त्वचा सम्बन्धी बीमारियाँ सभी तो इसी वायु प्रदूषण से ही हो रही हैं। नाइट्रोजन ने बताया कि वातावरण में कार्बन डाइऑक्साइड बहत तेज़ गति से बढ़ रही है। चारों तरफ़ कारखाने, गाड़ियाँ इसे छोड़ रहे हैं।

कार्बन डाइऑक्साइड कहने लगी कि वह तो वायुमंडल में केवल आधी प्रतिशत से भी कम थी, परन्तु मानव जाति ने मेरी मात्रा को बहुत ज्यादा बढ़ा दिया है। मेरे साथ-साथ कार्बन मोनो ऑक्साइड की मात्रा बढ़ रही है। जो मानव जीवन का नुकसान कर रही है।

ओज़ोन कहने लगी कि उसकी मात्रा बहुत कम है। मानव इससे निरन्तर छेड़खानी कर रहा है।

सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणों से लड़ने की शक्ति मुझ में ही है। उसकी अनुपस्थिति में ये किरणें धरती के लोगों को अनेक बीमारियों का शिकार बना लेती हैं। धरती से दस से पंद्रह किलोमीटर उँचाई पर वायुमंडल में ओज़ोन की पहली परत है। रासायनिक गैस के कारण ओज़ोन की सुरक्षा परत टूटती-फूटती जा रही है। हाइड्रोजन ने बताया कि स्वीडन में वर्षा होने पर जल के साथ तेज़ाब बरस रहा है। इंग्लैण्ड के कारखानों ने ऊँची-ऊँची चिमनियां लगा ली हैं।

उनका धुआँ स्वीडन तक पहुँच जाता है। इनसे नाइट्रोजन ऑक्साइड तथा सल्फर डाइऑक्साइड गैसें निकलती हैं। इतना ही नहीं हमारे देश में भी ऐसी बारिश होने की संभावना है। इसी से धरती का तापमान बढ़ रहा है। ऑक्सीजन ने कहा कि कार्बन डाइऑक्साइड को कम करने का उपाय है कि अधिक-से-अधिक पेड़ लगाए जाएं।

नाइट्रोजन से कहा कि पेड़ कार्बन डाइऑक्साइड की बढ़ती मात्रा को प्रकाश संश्लेषण की क्रिया से सोख लेते हैं और ऑक्सीजन मुक्त करते हैं।

ऑक्सीजन आदमी द्वारा पेड़ों पर दवाई छिड़कने से परेशान है। हाइड्रोजन रसायनों के प्रयोग से चिन्तित जिनके कारण रसायन वायुमण्डल में घुल रहे हैं। यदि ऐसा ही रहा तो वायुमण्डल अधिक दूषित हो जाएगा।

मेरा दम घुटता है शब्दार्थ-

  • नेपथ्य = पर्दे के पीछे।
  • जीवनदायी = जीवन देने वाली।
  • बगैर = बिना।
  • बहुमत = अधिकता।
  • साम्राज्य = शासन।
  • नाइट्रो = नाइट्रोजन।
  • घटक = हिस्से, तत्व।
  • दैत्य = राक्षस।

मेरा दम घुटता है सप्रसंग व्याख्या

1. नहीं, ऑक्सीजन नहीं। ऐसा मत कहो। आपके बगैर मेरी तो हालत ही खराब हो जाएगी। आज हमारे और आपके साथ रहने से ही तो पृथ्वी पर पानी उपलब्ध है। दनिया में आधे से अधिक भाग में पानी है। आपके बगैर पानी नहीं बन सकता। पानी नहीं तो जीवन कैसे सम्भव होगा ?

प्रसंग-ये पंक्तियाँ पंकज चतुर्वेदी द्वारा लिखित ‘मेरा दम घुटता है’ शीर्षक पाठ से ली गई हैं। इसमें हाइड्रोजन ऑक्सीजन को उसका महत्त्व बता रहे हैं।

व्याख्या-लेखक कहता है कि हाइड्रोजन ऑक्सीजन को सम्बोधित कर कह रही है कि ऑक्सीजन ऐसा मत कहो। आपके बिना तो मेरी हालत ही खराब हो जाएगी। आज हमारे और आपके साथ रहने से ही तो पृथ्वी पर पानी उपलब्ध है। इस संसार में आधे से ज्यादा भाग में पानी है। आपके बिना पानी नहीं बन सकता। यदि पानी नहीं तो जीवन कैसे सम्भव हो सकता है अर्थात् पानी के बिना जीवन सम्भव नहीं है।

भावार्थ-ऑक्सीजन के महत्त्व के बारे में बताया गया है।

2. वह सिगरेट-बीड़ियों का धुआँ। हाय-हाय हमारा तो नुकसान करता ही है धरती पर रहने वाले लोगों को भी बीमार कर रहा है। पर आदमी है कि खुद का नुकसान खुद कर रहा है। मनुष्य को दमा, साँस से सम्बन्धित रोग, फेफड़ों के रोग, त्वचा सम्बन्धी बीमारियाँ सभी तो इसी वायु प्रदूषण से ही हो रही हैं….. वो क्या कहते हैं कि अपने ही पैरों पर खुद कुल्हाड़ी मारना…….

प्रसंग-यह गद्यांश पंकज चतुर्वेदी द्वारा लिखित ‘मेरा दम घुटता है’ शीर्षक से लिया गया है। हाइड्रोजन नाइट्रोजन को वातावरण में फैले धुएँ को बता रही है।

व्याख्या-लेखक कहता है कि हाइड्रोजन नाइट्रोजन को सम्बोधित कर कहती है कि हे बहन! यह सिगरेट और बीड़ियों का विषैला धुंआ हमारा तो नुकसान करता ही है साथ ही धरती पर रहने वाले लोगों को भी बीमार कर रहा है। परन्तु आदमी है कि वह अपना नुकसान अपने आप ही कर रहा है। इसी धुंए से वायु प्रदूषण हो रहा है। वायु प्रदूषण के कारण ही मनुष्य को दमा, साँस से सम्बन्धित रोग, फेफड़ों के रोग, त्वचा सम्बन्धी बीमारियाँ हो रही हैं। इसे ही तो अपने ही नुकसान स्वयं करना कहा जाता है अर्थात् मनुष्य अपने द्वारा ही अपना नुकसान कर रहा है।

भावार्थ-वायुमंडल में फैले प्रदूषण के प्रति चिन्ता व्यक्त की गई है और वायु प्रदूषण से फैली बीमारियों की ओर संकेत है।

3. वायुमण्डल में मेरी भागीदारी आधा प्रतिशत से भी कम थी और ये मानव जाति है कि मेरा मोटापा बढ़ाने पर तुली है। मेरे साथ-साथ मेरी बहन कार्बन मोनोऑक्साइड की मात्रा अधिक बढ़ रही है। मुझसे ज़्यादा तो वह मानव जाति को नुकसान कर रही है और तुम तो अपने हो, तुम क्यों मुझे खलनायिका बना रहे हो। मैं तो पेड़-पौधों का जीवन हैं –

प्रसंग-यह पंक्तियाँ पंकज चतुर्वेदी द्वारा लिखित हैं। यह गद्यांश ‘मेरा दम घुटता है’ शीर्षक से लिया गया है। इसमें वायुमण्डल में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ने के बारे में बताया है।

व्याख्या-लेखक कहता है कि कार्बन डाइऑक्साइड नाइट्रोजन को सम्बोधित कर कह रही है कि वायुमण्डल में मेरी मात्रा आधा प्रतिशत से भी कम थी, किन्तु मानव जाति वायुमण्डल में मेरी मात्रा को निरन्तर बढ़ा रही है। मेरे साथ-साथ मेरी बहन कार्बन मोनोऑक्साइड की मात्रा अधिक बढ़ रही है। मुझसे ज़्यादा तो वह मानव जाति को नुकसान कर रही है और तुम तो अपने हो फिर तुम मुझे क्यों खलनायिका बना रहे हो। मैं ही तो पेड़-पौधों का जीवन हूँ अर्थात् पेड़-पोधों का जीवन मुझ पर ही आधारित है।

भावार्थ-कार्बन डाइऑक्साइड की वायुमंडल में लगातार बढ़ने की ओर चिन्ता व्यक्त है।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 15 वाघा बार्डर

Punjab State Board PSEB 8th Class Hindi Book Solutions Chapter 15 वाघा बार्डर Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 8 Hindi Chapter 15 वाघा बार्डर (2nd Language)

Hindi Guide for Class 8 PSEB वाघा बार्डर Textbook Questions and Answers

वाघा बार्डर अभ्यास

1. नीचे गुरुमुखी और देवनागरी लिपि में दिये गये शब्दों को पढ़ें और हिंदी शब्दों को लिखने का अभ्यास करें :

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 15 वाघा बार्डर 3
PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 15 वाघा बार्डर 4
उत्तर :
छात्र शिक्षक के सहयोग से स्वयं करें।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 15 वाघा बार्डर

2. नीचे एक ही अर्थ के लिए पंजाबी और हिंदी भाषा में शब्द दिये गये हैं। इन्हें ध्यान से पढ़ें और हिंदी शब्दों को लिखें :

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 15 वाघा बार्डर 5
PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 15 वाघा बार्डर 6
उत्तर :
छात्र शिक्षक के सहयोग से स्वयं अभ्यास करें।

3. शब्दार्थ :

  • बार्डर = सीमा, हद
  • आदमक़द = मनुष्य के आकार का
  • प्रतिमा = मूर्ति
  • सैलानी = पर्यटक
  • एकमात्र = अकेला
  • सौहार्द = दोस्ती, सद्भाव, हृदय की सरलता
  • ऐतिहासिक = इतिहास से संबंधित
  • मुस्तैदी = तेजी
  • क्षमता = सामर्थ्य
  • हौसला अफजाई = हौसला/धैर्य बढ़ाना

उत्तर :
विद्यार्थी स्वयं करें।

4. इन प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में लिखें :

(क) वाघा बार्डर को किस नाम से जाना जाता है ?
उत्तर :
वाघा बार्डर को एशिया की बर्लिन दीवार के नाम से जाना जाता है।

(ख) यह बार्डर किन दो देशों के मध्य स्थित है?
उत्तर :
यह बार्डर भारत तथा पाकिस्तान देशों के मध्य स्थित है।

(ग) इस बार्डर के दोनों ओर कौन-कौन से प्रसिद्ध नगर हैं?
उत्तर :
बाघा बार्डर के दोनों ओर लाहौर तथा अमृतसर प्रसिद्ध नगर हैं।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 15 वाघा बार्डर

(घ) इसका विशेष आकर्षण क्या है ?
उत्तर :
इसका विशेष आकर्षण झण्डा उतारने की (रिटीट) रस्म है।

(ङ) बी.एस.एफ. के जवान कौन-कौन से नारे लगाते हैं?
उत्तर :
वन्देमातरम्, भारत माता की जय, हिन्दुस्तान जिन्दाबाद।।

5. इन प्रश्नों के उत्तर चार या पाँच वाक्यों में लिखें :

(क) वाघा गाँव के बारे में आपने क्या जाना?
उत्तर :
वाघा बार्डर को एशिया की बर्लिन दीवार के नाम से जाना जाता है। यह बार्डर भारत तथा पाकिस्तान दो देशों को जोड़ने वाला है। यह अमृतसर से लगभग तैंतीस किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह संध्या के समय झण्डा उतारने की रस्म (रिट्रीट) आकर्षण का मुख्य केन्द्र है।

(ख) बार्डर पर झंडा उतारने की रस्म कैसे सम्पन्न होती है?
उत्तर :
बार्डर पर झंडा उतारने की रस्म सायं साढ़े पाँच बजे शुरू होती है। यह रस्म लगभग आधे-पौने घण्टे तक चलती है। इसमें बी० एस० एफ० के जवान पूरे उत्साह एवं जोश से परेड में हिस्सा लेते हैं। वे पूरे वेग से अपने बूट धरती पर मारते हैं। झंडा उतारते समय लोहे के दोनों गेट खोल दिए जाते हैं।

दोनों देशों के सैनिक परस्पर हाथ मिलाते हैं। धीरे-धीरे दोनों देशों के जवान संगीत की मधुर ध्वनि में अपने-अपने देश के झंडे उतारकर संभाल लेते हैं और गेटों को फिर से बंद कर दिया जाता है।

6. विशेषण बनायें :

  1. रेखांकन = रेखांकित
  2. आकर्षण
  3. उत्साह
  4. प्रोत्साहन
  5. इतिहास = ऐतिहासिक
  6. व्यापार
  7. परस्पर
  8. भारत = भारतीय
  9. राष्ट्र

उत्तर :

  1. रेखांकन = रेखांकित
  2. आकर्षण = आकर्षित
  3. उत्साह = उत्साहित
  4. प्रोत्साहन = प्रोत्साहित
  5. इतिहास = ऐतिहासिक
  6. व्यापार = व्यापारिक
  7. परस्पर = पारस्परिक
  8. भारत = भारतीय
  9. राष्ट्र = राष्ट्रीय

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 15 वाघा बार्डर

7. पर्यायवाची शब्द लिखें :

  1. झंडा =
  2. सैलानी =
  3. आज्ञा =
  4. अमन =

उत्तर :

  1. झण्डा = ध्वज, पताका
  2. सैलानी = पर्यटक, घुमक्कड़
  3. आज्ञा = आदेश, हुक्म
  4. अमन = शांति, चैन।

8. रेखांकित शब्दों के वचन बदलकर वाक्य पुनः लिखें :

(क) सड़क को लोहे के गेट द्वारा बंद किया गया है।
उत्तर :
सड़कों को लोहे के गेटों द्वारा बन्द किया गया है।

(ख) चारों ओर कँटीली तार लगी हुई है।
उत्तर :
चारों ओर कंटीली तारें लगी हुई हैं।

(ग) वह अपने भावों को नृत्य द्वारा प्रकट करता है।
उत्तर :
वे अपने भावों को नृत्य द्वारा प्रकट करते हैं।

(घ) अपने-अपने देश के झंडे उतार लेते हैं।
उत्तर :
अपने-अपने देशों के झण्डे उतार लेते हैं।

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9. निम्नलिखित शब्दों में ‘र’ आधा है यै पूरा?

बार्डर = आधा
राष्ट्रीयता =
ब्रिटिश =
रिट्रीट =
रेंजर्ज =
ट्रक =
दर्शक =
कार्य =
मार्ग =
प्रकट =

10. शुद्ध करके लिखिए:

विशवविदयालय =
इजाजत =
रस्ते =
धवन =
जशन =
वृदधी =
जिंदाबाद =
भुमिका =

11. रचनात्मक अभिव्यक्ति

(क) मौखिक अभिव्यक्ति – देशभक्ति के गीत कक्षा में सुनायें।
उत्तर :
विद्यार्थी अपने अध्यापक/अध्यापिका की सहायता से करें।

(ख) लिखित अभिव्यक्ति – जब भी आपको अवसर मिले आप वाघा बार्डर अवश्य देखकर आयें। अपने अनुभव डायरी में लिखें।

बी.एस.एफ. का पूरा नाम बार्डर सिक्योरटी फोर्स है। हिंदी में इसे ‘सीमा सुरक्षा बल’ कहते हैं।
उत्तर :
विद्यार्थी अपने अध्यापक/अध्यापिका की सहायता से करें।

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परीक्षोपयोगी अन्य प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
बी० एस० एफ० का पूरा नाम क्या है ?
उत्तर :
बार्डर सिक्योरिटी फोर्स अर्थात् सीमा सुरक्षा बल।

प्रश्न 2.
वाघा बार्डर अमृतसर से कितनी दूर है ?
उत्तर :
वाघा बार्डर अमृतसर से लगभग तैंतीस किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

प्रश्न 3.
अमृतसर से वाघा बार्डर जाते समय कौन-कौन से शैक्षणिक संस्थान आते ?
उत्तर :

  • खालसा कालेज
  • गुरु नानक देव विश्वविद्यालय।

प्रश्न 4.
अटारी में किसकी प्रतिमा आकर्षण का केन्द्र है ?
उत्तर :
अटारी में शहीद शाम सिंह अटारी की आदमी के कद के समान प्रतिमा आकर्षण का प्रमुख केन्द्र है।

प्रश्न 5.
जी० टी० रोड को किस नाम से जाना जाता है ?
उत्तर :
शेरशाह सूरी मार्ग तथा नेशनल हाइवे के नाम से जाना जाता है।

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प्रश्न 6.
भारत तथा पाकिस्तान के लोगों ने कब और कैसे बार्डर पर स्नेह एवं सौहार्द का परिचय दिया ?
उत्तर :
भारत तथा पाकिस्तान के लोगों ने 14 तथा 15 अगस्त को बार्डर पर मोमबत्तियाँ जलाकर स्नेह एवं सौहार्द का परिचय दिया था।

बहुविकल्पीय प्रश्न

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर लिखें :

प्रश्न 1.
‘एशिया की बर्लिन दीवार’ किसे कहते हैं ?
(क) जोधपुर बार्डर
(ख) वाघा बार्डर
(ग) फ़ाज़िल्का बार्डर
(घ) अनंतनाग बार्डर।
उत्तर :
(ख) वाघा बार्डर

प्रश्न 2.
वाघा बार्डर अमृतसर से लगभग कितने किलोमीटर दूर है ?
(क) 25
(ख) 30
(ग) 32
(घ) 33
उत्तर :
(घ) 33

प्रश्न 3.
वाघा बार्डर से दोनों देशों के बीच व्यापार कब शुरू हुआ था ?
(क) 2005 में
(ख) 2006 में
(ग) 2007 में
(घ) 2008 में।
उत्तर :
(ख) 2006 में

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प्रश्न 4.
भारतीय सीमा में वाघा बार्डर की रक्षा में कौन से सैनिक तैनात हैं ?
(क) बी० एस० एफ० के
(ख) सी० आर० पी० एफ० के
(ग) आई० टी० वी० के
(घ) प० पु० फो०।
उत्तर :
(क) बी० एस० एफ० के

प्रश्न 5.
पाकिस्तान की ओर कौन से सीमा रक्षक हैं ?
(क) रेंजर्स
(ख) सेना
(ग) आई० ए० एस०
(घ) पी० पी० एफ०।
उत्तर :
(क) रेंजर्स

प्रश्न 6.
रीट्रीट शाम को कितने बजे प्रारंभ होती है ?
(क) 4.30 बजे
(ख) 5.30 बजे
(ग) 6.30 बजे
(घ) 7.30 बजे।
उत्तर :
(ख) 5.30 बजे

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प्रश्न 7.
दर्शक गैलरी में कितने हजार लोगों के बैठने की क्षमता है ?
(क) दो
(ख) चार
(ग) पाँच
(घ) सात।
उत्तर :
(ख) चार

प्रश्न 8.
शहीद शाम सिंह की आदमकद मूर्ति कहाँ लगी है ?
(क) छेहरटा
(ख) वाघा
(ग) अटारी
(घ) खासा।
उत्तर :
(ग) अटारी

वाघा बार्डर Summary in Hindi

वाघा बार्डर पाठ का सार

‘वाघा बार्डर’ शीर्षक पाठ प्रो० नवसंगीत सिंह द्वारा लिखित है। इसमें लेखक ने बाघा बार्डर के बारे में बताया है। वाघा बार्डर को ‘एशिया की बर्लिन दीवार’ के नाम से भी जाना जाता है। भारत-पाकिस्तान को जोड़ने वाला यह बार्डर जी० टी० रोड पर स्थित है। इसके एक तरफ लाहौर और दूसरी तरफ अमृतसर है। यह अमृतसर से लगभग 33 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। अमृतसर से वाघा जाते समय खालसा कालेज, गुरु नानक देव विश्वविद्यालय के अलावा छेहरटा, खासा एवं अटारी नामक गाँव आते हैं। अटारी की आदमकद प्रतिमा सैलानियों के आकर्षण का केन्द्र है।

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आज़ादी से पहले अंग्रेजों के समय में वाघा गांव पंजाब की लाहौर डिवीज़न में स्थित था। सन् 1947 ई० में विभाजन के बाद यह गाँव भारत-पाकिस्तान में बंट गया। भारत तथा पाकिस्तान के स्वतन्त्रता दिवस पर 14 और 15 अगस्त को दोनों देशों के अमन पसन्द नागरिकों ने वाघा बार्डर पर मोमबत्तियाँ जलाकर पारस्परिक स्नेह एवं सौहार्द को प्रकट किया था। यह भारत तथा पाकिस्तान के समझौते के रूप में जनता के बदले मन की प्रतिक्रिया स्वरूप था। जनता द्वारा आवाज़ उठाने पर ही दोनों देशों के बीच में सन् 2006 में व्यापार शुरू हुआ।

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आज वाघा बार्डर पर्यटकों के लिए एक विशेष आकर्षण का केन्द्र है। यहाँ प्रतिदिन शाम को झंडा उतारने की रस्म होती है, जिसे देखने के लिए भारत तथा पाकिस्तान के सैलानी अपने-अपने देश की गैलरी में इकट्ठे होते हैं। ऐतिहासिक जी० टी० रोड पर बार्डर को सफेद रंग द्वारा रेखांकित किया जाता है। सड़क को लोहे के दो गेटों के साथ बंद कर दिया जाता है जिसके चारों तरफ कंटीले तार हैं। दोनों गेटों के ऊपर दोनों देशों के राष्ट्रीय ध्वज लहराते हैं।

अपने-अपने राष्ट्र की सुरक्षा के लिए बी० एस० एफ० जवान तथा पाकिस्तानी रेंजस चौबीस घंटे पहरा देते हैं। बार्डर की गैलरी तक पहुंचने के लिए करीब डेढ़-दो किलोमीटर लंबी पंक्ति में स्त्रियों तथा पुरुषों को अलग-अलग जाना पड़ता है। वहां बी० एस० एफ० जवान अच्छी तरह तलाशी लेते हैं। वहाँ न कोई खाने की सामग्री, बड़े पर्स नहीं ले जा सकते। फोन एवं कैमरे ले जा सकते हैं। झण्डा उतरने की रस्म से पहले स्पीकर ऊँची आवाज़ में देशभक्ति के गीतों का प्रसारण करते हैं।

उस समय सम्पूर्ण वातावरण भावमय हो जाता है। लोग जाति, धर्म, भाषा-भेदभाव को भूलकर पूरी तरह राष्ट्रीयता के रंग में रंग जाते हैं। इनमें अधिकांश स्त्रियाँ होती हैं जो अपने भावों को नृत्य द्वारा प्रकट करती हैं। इस सारी कार्यवाही में बी० एस० एफ० के जवानों की मुख्य भूमिका होती है।

बी० एस० एफ० के जवानों द्वारा भारतीय दर्शकों जिनमें विदेशी भी शामिल होते हैं तीन तरह के नारे लगा सकते हैं- हिन्दुस्तान जिंदाबाद, भारत-माता की जय तथा वन्दे मातरम्। भारतीय दर्शकों में विशेषकर लड़कियों और स्त्रियों के हाथ में तिरंगा लेकर मुख्य सड़क पर गेट के भीतर कुछ कदम दौड़ने की इजाजत होती है। दर्शक गैलरियों में भारतीय सैलानियों की भीड़ होती है।

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मुख्य द्वारों के दोनों तरफ 4000 लोगों के बैठने की क्षमता है किन्तु वहाँ लगभग 8000 लोग एकत्र हो जाते हैं। रिट्रीट की रस्म प्रायः सायं 5:30 बजे शुरू होती है और लगभग आधे पौने घण्टे बाद पूरी होती है। इससे पूर्व बी० एस० एफ० के जवान पूरे उत्साह तथा जोश के साथ परेड में हिस्सा लेते हैं। वे पूरे वेग से अपने बूट धरती पर मारते हैं। दर्शक तालियों से उनका उत्साह बढ़ाते हैं। झण्डा उतारते समय लोहे के गेट खोल दिए जाते हैं।

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दोनों देशों के सैनिक एक-दूसरे से हाथ मिलाते हैं। धीरे-धीरे दोनों देशों के जवान संगीत की मधुर ध्वनि में अपने-अपने देश के झण्डे उतारकर सम्भाल लेते हैं और गेटों को पुनः बंद कर दिया जाता है।

वाघा बार्डर शब्दार्थ :

  • सौहार्द = भाई-चारा।
  • शान्तिमय = शान्ति के ढंग से।
  • निरन्तर = लगातार।
  • रिट्रीट = झण्डा उतारने की रस्म।
  • बार्डर = सीमा।
  • आदमकद = मनुष्य के आकार का।
  • प्रतिमा = मूर्ति।
  • सैलानी = पर्यटक।
  • एकमात्र = अकेली।

वाघा बार्डर सप्रसंग व्याख्या

1. यह बार्डर अमृतसर से करीब 33 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। अमृतसर से वाघा जाते समय खालसा कॉलेज, गुरु नानक देव विश्वविद्यालय के अतिरिक्त छेहरटा, खासा व अटारी नामक गाँव आते हैं। अटारी में मुख्य सड़क पर शहीद शाम सिंह अटारी की आदमकद प्रतिमा सैलानियों के आकर्षण का केन्द्र है। नेशनल हाइवे तथा शेरशाह सूरी मार्ग जिसे प्रायः जी० टी० रोड भी कहा जाता है, के रास्ते बाघा बार्डर पहुँचने के लिए अमृतसर से करीब एक घण्टा लगता है। निजी वाहन अथवा सैलानी गाड़ियों या फिर आटो रिक्शा द्वारा भी यहाँ पहुँचते हैं।

प्रसंग-यह पंक्तियाँ लेखक प्रो० नवसंगीत सिंह द्वारा लिखित ‘वाघा बार्डर’ शीर्षक पाठ से ली गई हैं। इसमें लेखक ने अमृतसर से वाघा बार्डर की ओर जाने वाले मार्ग का वर्णन किया है।

व्याख्या-लेखक कहता है कि वाघा बार्डर अमृतसर से लगभग तैंतीस किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। अमृतसर से वाघा बार्डर जाते समय खालसा कॉलेज, गुरु नानक देव विश्वविद्यालय के अलावा छेहरटा, खासा एवं अटारी नामक गाँव आते हैं। अटारी में मुख्य सड़क पर शहीद शाम सिंह अटारी आदमी के कद के समान मूर्ति पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केन्द्र है। राष्ट्रीय राजमार्ग एवं शेरशाह सूरी मार्ग जिसे प्रायः जी० टी० रोड भी कहा जाता है। इसके रास्ते वाघा बार्डर पहुँचने के लिए अमृतसर से लगभग एक घण्टा लगता है। अपने वाहन अथवा पर्यटक गाड़ियों अथवा आटो रिक्शा द्वारा भी यहाँ पहुँचते हैं।

भावार्थ-अमृतसर से वाघा बार्डर जाने वाले मार्ग के बारे में बताया है।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 15 वाघा बार्डर

2. आज सैलानियों के लिए वाघा बार्डर एक विशेष आकर्षण का केन्द्र है। हर रोज़ सायं झण्डा उतारने (रिट्रीट) की रस्म होती है जिसे देखने के लिए भारत व पाकिस्तान के सैलानी अपने-अपने देश की गैलरी में इकट्ठे होते हैं। ऐतिहासिक जी० टी० रोड पर बार्डर को सफेद रंग द्वारा रेखांकित किया गया है। इस जगह सड़क को लोहे के दो गेटों द्वारा बन्द किया गया है जिसके चारों ओर कंटीली तारें हैं। दोनों गेटों के ऊपर दोनों देशों के राष्टीय ध्वज लहराते हैं। अपने-अपने राष्ट की सरक्षा के लिए बी० एस० एफ० के जवान व पाकिस्तानी रेंजर्ज़ चौबीस घण्टे पूरी मुश्तैदी से पहरा देते हैं।

प्रसंग-यह गद्यांश प्रो० नवसंगीत सिंह द्वारा लिखित ‘वाघा बार्डर’ पाठ से लिया गया है। इसमें बाघा बार्डर की संध्या रस्म रिट्रीट के बारे में बताया है।

व्याख्या-लेखक कहता है कि आजकल वाघा बार्डर पर्यटकों के लिए एक विशेष आकर्षण का केन्द्र है। यहाँ प्रतिदिन संध्या के समय झण्डा उतारने की रस्म होती है जिसे देखने के लिए भारत तथा पाकिस्तान के पर्यटक अपने-अपने देश की गैलरी में इकट्ठे होते हैं। ऐतिहासिक जी० टी० रोड पर बार्डर को सफेद रंग के द्वारा रेखांकित किया गया है। इस जगह सड़क को लोहे के दो गेटों के द्वारा बंद किया गया है जिसके चारों तरफ कांटेदार तारें लगी हुई हैं। इन दोनों गेटों के ऊपर दोनों देशों के राष्ट्रीय झण्डे लहराते हैं। यहाँ अपने अपने राष्ट्र की सुरक्षा करने के लिए बी० एस० एफ० के जवान तथा पाकिस्तानी सिपाही चौबीस घण्टे पूरे सतर्क रहकर पहरा देते हैं।

भावार्थ-बाघा बार्डर की झण्डे उतारने की ऐतिहासिक रस्म का अनूठा वर्णन है।

3. दर्शक गैलरी पर भारतीय सैलानियों की भीड़ देखते ही बनती है। मुख्य द्वार के दोनों ओर बनी गैलरियों में 4000 लोगों की बैठने की क्षमता होती है। लेकिन वहाँ लगभग 8000 लोग एकत्र हो जाते हैं। रिट्रीट की रस्म प्रायः सायं 5:30 बजे आरम्भ होती है और करीब आधे पौने घण्टे बाद पूरी हो जाती है। इससे पूर्व बी० एस० एफ० के जवान पूरे उत्साह व जोश के साथ परेड में हिस्सा लेते हैं और पूरे वेग से अपने बूट धरती पर मारते हैं। उस समय दर्शक तालियाँ बजाकर सैनिकों की हौसला अफजाई करते हैं।

प्रसंग-यह गद्यांश प्रो० नवसंगीत सिंह द्वारा लिखित ‘वाघा बार्डर’ नामक पाठ से लिया गया है। इसमें लेखक ने वाघा बार्डर की झण्डा उतारने की रस्म के बारे में बताया है।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 15 वाघा बार्डर

व्याख्या-लेखक कहता है कि वाघा बार्डर पर दर्शक गैलरी पर भारतीय पर्यटकों की बहुत भीड़ होती है। इसके मुख्य दरवाजे के दोनों ओर बनी गैलरियों में चार हजार लोगों के बैठने की क्षमता होती है। लेकिन वहाँ लगभग आठ हज़ार लोग इकट्ठे हो जाते हैं। झण्डा उतारने की रस्म प्रायः साढ़े पाँच बजे शुरू होती है और यह लगभग आधे पौने घण्टे बाद पूरी हो जाती है। इससे पहले बी० एस० एफ० के जवान पूरे उत्साह एवं जोश के साथ परेड में हिस्सा लेते हैं और वे पूरी गति से अपने जूते धरती पर मारते हैं। उस समय दर्शक तालियाँ बजाकर सैनिकों की हौसला अफजाई करते हैं। उनका उत्साह बढ़ाते हैं।

भावार्थ-वाघा बार्डर की रस्म रिट्रीट के बारे में बताया है।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 14 सहयोग

Punjab State Board PSEB 8th Class Hindi Book Solutions Chapter 14 सहयोग Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 8 Hindi Chapter 14 सहयोग (2nd Language)

Hindi Guide for Class 8 PSEB सहयोग Textbook Questions and Answers

अभ्यास

1. नीचे गुरुमुखी और देवनागरी लिपि में दिये गये शब्दों को पढ़ें और हिंदी शब्दों को लिखने का अभ्यास करें:

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 14 सहयोग 1
PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 14 सहयोग 2
उत्तर :
छात्र शिक्षक की सहायता से स्वयं करें।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 14 सहयोग

2. नीचे एक ही अर्थ के लिए पंजाबी और हिंदी भाषा में शब्द दिये गये हैं। इन्हें ध्यान से पढ़ें और हिंदी शब्दों को लिखें :

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 14 सहयोग 3
PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 14 सहयोग 4
उत्तर :
छात्र शिक्षक की सहायता से स्वयं करें।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 14 सहयोग

3. शब्दार्थ :

  • पारस = वह पत्थर जिसके छूने से लोहा सोना बन जाता है।
  • मदमस्त = मद में चूर
  • कपोतराज = कबूतरों का राजा
  • हितोपदेश = विष्णु शर्मा कृत नीति शास्त्र संबंधी एक प्रसिद्ध ग्रंथ
  • अवलम्बित = निर्भर
  • सतत = निरंतर, लगातार
  • प्रतिद्वंद्वी = विरोधी
  • सार्वजनिक = सब जन का

उत्तर :
छात्र स्वयं करें।

4. इन प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में लिखें :

(क) सहयोग का क्या अर्थ है ?
उत्तर :
किसी कार्य में एक-दूसरे का साथ देना सहयोग कहलाता है।

(ख) लंगड़े ने अंधे को क्या उपाय बताया?
उत्तर :
लंगड़े ने अन्धे को बताया कि तुम मुझे अपने कंधे पर बिठाओ। मैं तुम्हें रास्ता बताऊँगा और तुम आगे बढ़ते जाना।

(ग) कपोतराज चित्रग्रीव ने कबूतरों को क्या सलाह दी?
उत्तर :
कपोतराज चित्रग्रीव ने कबूतरों को साहस के साथ इकट्ठा होकर, मिलकर उड़ने की सलाह दी।

(घ) हमें पड़ोसियों से कैसा व्यवहार करना चाहिए?
उत्तर :
हमें पड़ोसियों से अच्छा व्यवहार करना चाहिए। उनसे सहयोग एवं मेलजोल रखना चाहिए। उनकी खुशी में सम्मिलित होना चाहिए।

(ङ) हमें अपने सहपाठियों से कैसा व्यवहार करना चाहिये?
उत्तर :
हमें अपने सहपाठियों से अच्छा व्यवहार करना चाहिए। उनसे सहयोग बढ़ाना चाहिए। उनसे भेदभाव नहीं करना चाहिए। सबसे प्यार करना चाहिए।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 14 सहयोग

5. इन प्रश्नों के उत्तर चार-पाँच वाक्यों में लिखें :

(क) सहयोग के दो उदाहरण लिखें।
उत्तर :

  • लोहा पारस के सहयोग से सोना बन जाता है।
  • कमजोर तिनका भी अनेक तिनकों के सहयोग से मज़बूत रस्सी बन जाती है।

(ख) सहयोग से दोनों पक्षों को लाभ होता है। क्या आप इससे सहमत हैं? अपने विचार लिखें।
उत्तर :
हाँ! हम इससे सहमत हैं कि सहयोग से दोनों पक्षों को लाभ होता है। परस्पर सहयोग से दोनों पक्षों के कार्य संवर जाते हैं। एक-दूसरे की कमी भी लाभ में बदल जाती है।

6. नीचे दिए गए वाक्यों में निर्देशानुसार उत्तर लिखें :

(क) सहयोग से लोहा भी सोना बन जाता है, उसका मूल्य सौ गुणा बढ़ जाता है। (यहाँ सर्वनाम कौन-सा है?)
उत्तर :
उसका।

(ख) शरीर को पूर्णता अंगों के सहयोग से मिलती है। (भाववाचक संज्ञा छाँटें)
उत्तर :
पूर्णता।

(ग) पड़ोसियों से सहयोग करना चाहिए। (संज्ञा शब्द छाँटकर उनका भेद लिखें)
उत्तर :
पड़ोसियों।

(घ) सहयोग से कक्षा का वातावरण मैत्रीपूर्ण हो जायेगा। (जातिवाचक संज्ञा छाँटें)
उत्तर :
कक्षा

(ङ) नदी के किनारे एक गाँव था। (संबंधबोधक अव्यय छाँटें)
उत्तर :
के।

(च) बच्चे माता-पिता की आज्ञा का पालन करते हैं और अपना काम मन लगाकर करते हैं। (योजक शब्द छाँटें)
उत्तर :
और।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 14 सहयोग

7. इन मुहावरों के अर्थ लिखकर उन्हें वाक्यों में प्रयोग करें :

  1. अंगूठा दिखाना
  2. आँखों का तारा
  3. चार चाँद लगाना
  4. मुँह उतर जाना
  5. एक पंथ दो काज
  6. जान बचना
  7. जाल में फँसना
  8. मौत दिखाई देना
  9. धैर्य बंधवाना
  10. हक्का-बक्का रह जाना
  11. दिन-दूनी रात चौगुनी उन्नति करना

उत्तर :

  1. अंगूठा दिखाना-इन्कार करना-मैनें इन्द्रजीत से किताब मांगी तो उसने अंगूठा दिखा दिया।
  2. आँखों का तारा-बहुत प्यारा-राम अपने माता-पिता की आँखों का तारा है।
  3. चार चाँद लगाना-उन्नति प्राप्त करना-सोहन ने पढ़ लिखकर अपने अनपढ़ वंश में चार चाँद लगा दिए।
  4. मुँह उतर जाना-दुखी होना-परीक्षा में असफल होने पर अमरीक का मुँह उतर गया।
  5. एक पंथ दो काज-एक काम से दोहरा लाभ-मैं कल दिल्ली अपने मित्र की शादी में गया और पुस्तक मेला भी देख आया। इस तरह मेरे एक पंथ दो काज हो गए।
  6. जान बचना-मुसीबत से बचना-कल परीक्षा में जाते समय गाडी से उतरते समय वह फिसल गया था पर उसकी जान बच गई।
  7. जाल में फँसना-चंगुल में फँसना–कभी भी उन कपटियों के जाल में न फँसना।
  8. मौत दिखाई देना-मृत्यु का सामना-जंगल में सामने शेर दिखाई देते ही उसे मौत दिखाई दे गई थी।
  9. धैर्य बंधवाना-धैर्य देना-मैंने राघव का धैर्य बंधवाने की कोशिश तो की थी पर सफल नहीं हो पाया।
  10. हक्का-बक्का रह जाना-हैरान होना-पुत्र को शराब की दुकान पर देख लाला जी हक्का-बक्का रह गए थे।
  11. दिन-दूनी रात चौगुनी उन्नति करना-बहुत उन्नति करना-सुरेंद्र ने अपनी सूझ-बूझ से अपने पारिवारिक व्यापार में दिन-दूनी रात चौगुनी उन्नति कर ली है।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 14 सहयोग

8. इन वाक्यों में रेखांकित शब्दों के वचन बदल कर वाक्य पुनः लिखें :

(क) यह तिनका है।
ये तिनके हैं।
(ख) मुझे रस्सा दो।
मुझे …………………. दो।
(ग) मेरी आँख में दर्द है।
मेरी …………………. में दर्द है।
(घ) मेरे पास कहानी की पुस्तक है।
मेरे पास …………………. की …………………. है।
(ङ) यह सूती कपड़ा है।
ये सूती …………………. हैं।
(च) अपनी पेंसिल मुझे दो।
अपनी …………………. मुझे दो।
उत्तर :
(क) यह तिनका है।
ये तिनके हैं।
(ख) मुझे रस्सा दो।
मुझे रस्से दो।
(ग) मेरी आँख में दर्द है।
मेरी आँखों में दर्द है।
(घ) मेरे पास कहानी की पुस्तक है।
मेरे पास कहानियों की पुस्तकें हैं।
(ङ) यह सूती कपड़ा है।
ये सूती कपड़े हैं।
(च) अपनी पेंसिल मुझे दो।
अपनी पेंसिलें मुझे दो।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 14 सहयोग

9. भाववाचक संज्ञा बनाएँ:

  1. पूर्ण =
  2. पशु =
  3. मित्र =
  4. आवश्यक =
  5. मानव =
  6. मनुष्य =
  7. सभ्य =
  8. प्रसन्न =

उत्तर :

  1. पूर्ण = पर्णता
  2. पशु = पशुता
  3. मित्र = मित्रता
  4. आवश्यक = आवश्यकता
  5. मानव = मानवता
  6. मनुष्य = मनुष्यता
  7. सभ्य = सभ्यता
  8. प्रसन्न = प्रसन्नता

10. दो-दो पर्यायवाची शब्द लिखें :

  1. मानव =
  2. शरीर =
  3. आंख =
  4. हाथ =
  5. मित्र =
  6. पुत्र =

उत्तर :

  1. मानव = मनुष्य, इन्सान
  2. शरीर = तन, वपु
  3. आंख = नेत्र, नयन
  4. मित्र = दोस्त, सखा
  5. हाथ = हस्त, कर
  6. पुत्र = बेटा, सुत।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 14 सहयोग

11. विपरीतार्थक शब्द लिखें :

  1. सहयोग =
  2. भाव =
  3. सभ्य =
  4. सुविधा =

उत्तर :

  1. सहयोग = असहयोग
  2. भाव = अभाव
  3. सभ्य = असभ्य
  4. सुविधा = असुविधा।

12. विशेषण बनायें :

  1. नगर = नागरिक
  2. ईमानदारी = ईमानदार
  3. समाज =
  4. परेशानी =
  5. प्रकृति =
  6. प्रसिद्धि =
  7. अंतर =
  8. शांति =
  9. शरीर =
  10. सच्चाई =
  11. प्रथम =
  12. कमजोरी =

उत्तर :

  1. नगर = नागरिक
  2. ईमानदारी = ईमानदार
  3. समाज = सामाजिक
  4. परेशानी = परेशान
  5. प्रकृति = प्राकृतिक
  6. प्रसिद्धि = प्रसिद्ध
  7. अंतर = आन्तरिक
  8. शांति = शांत
  9. शरीर = शारीरिक
  10. सच्चाई = सच्चा
  11. प्रथम = प्राथमिक
  12. कमजोरी = कमजोर

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 14 सहयोग

रचनात्मक अभिव्यक्ति

(ख) मौखिक अभिव्यक्ति- अपनी कल्पना से सहयोग पर आधारित एक कहानी कक्षा में सुनायें।
उत्तर :
छात्र शिक्षक की सहायता से करें।

(ख) लिखित अभिव्यक्ति –
(i) ‘सहयोग जीवन का मूल मंत्र है।’ इस विषय पर अपने विचार लिखें।
(ii) पाठ में दिये गये उदाहरणों के अतिरिक्त आप और कहाँ-कहाँ सहयोग दे सकते हैं। सोचिये और लिखिये।
उत्तर :
मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। वह जन्म से मृत्यु तक समाज के बीच में रहकर अपना जीवनयापन करता है। समाज से अलग होकर मनुष्य स्वस्थ जीवन निर्वाह नहीं कर सकता क्योंकि उसे अपनी दिनचर्या में प्रत्येक कार्य में किसी-न-किसी के सहयोग की आवश्यकता पड़ती है।

जीवन में कोई भी मनुष्य अपना कार्य बिना सहयोग के नहीं कर सकता। जैसे बचपन में माँ-बाप, भाई-बहन का सहयोग, बाल्यावस्था में अपने सहपाठियों, मित्रों का सहयोग। इस प्रकार यह सत्य है कि सहयोग जीवन का मूल मंत्र है।

परीक्षोपयोगी अन्य प्रश्नोतर

प्रश्न 1.
सहयोग शब्द की परिभाषा दीजिए।
उत्तर :
सहयोग शब्द दो शब्दों के योग से बना है- सह और योग। सह का अर्थ है ‘साथ’ तथा योग का अर्थ है-‘मेल’। अर्थात् किसी कार्य में एक-दूसरे का साथ देने को सहयोग कहा जाता है।

प्रश्न 2.
सहयोग द्वारा हम अपनी किन-किन कमियों को पूरा कर सकते हैं ?
उत्तर :
सहयोग द्वारा हम अपनी निम्नलिखित कमियों को पूरा कर सकते हैं

  • बुद्धि की कमी
  • शारीरिक बल की कमी
  • धन-अभाव
  • स्वाभाविक विविधता की कमी।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 14 सहयोग

प्रश्न 3.
लोहा किसके सहयोग से सोना बन जाता है ?
उत्तर :
लोहा पारस के सहयोग से सोना बन जाता है।

प्रश्न 4.
हितोपदेश में सहयोग से संबंधित कथा का वर्णन कीजिए।
उत्तर :
एक बार कबूतरों का राजा चित्रग्रीव कबूतरों के साथ आकाश में उड़ रहा था। जंगल में चावल के कण बिखरे देखकर कबूतर नीचे उतर आए और वे शिकारी के जाल में फंस गए। वे घबरा उठे। कपोतराज चित्रग्रीव ने उन्हें धैर्य बंधवाया। उन्हें साहस से इकट्ठा होकर मिलकर उड़ने को कहा। उन्होंने परस्पर सहयोग किया और वे जाल लेकर उड़ गए। इन्हें देखकर शिकारी हैरान हो गया।

प्रश्न 5.
सहयोग एक प्राकृतिक नियम है। कैसे?
उत्तर :
सहयोग एक प्राकृतिक नियम है। यह कोई बाहरी या बनावटी तत्व नहीं है। प्रत्येक व्यक्ति तथा पदार्थ कार्य आंतरिक सहयोग पर आधारित होता है। एक मशीन के पुर्जे और मशीन में आंतरिक सम्बन्ध है। एक पुर्जे के खराब होने पर मशीन नहीं चल सकती। मनुष्य के शरीर का एक अंग भी खराब हो जाए या शरीर के किसी एक अंग का सहयोग न मिले तो शरीर अस्वस्थ हो जाता है। अतः शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सभी अंगों का सहयोग अनिवार्य है। उसी तरह समाज के विकास के लिए व्यक्तियों का सहयोग अनिवार्य है।

प्रश्न 6. मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। कैसे ?
उत्तर :
मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। वह समाज में रहकर ही अपना जीवन-यापन करता है। समाज के अभाव में वह पशु के समान है। मनुष्य को भाषा, संस्कृति, ज्ञान सभ्यता आदि सब कुछ समाज से ही प्राप्त होता है।

प्रश्न 7. सहयोग के क्या लाभ हैं ?
उत्तर :
सहयोग के निम्नलिखित लाभ हैं

  • सहयोग से मानव अच्छा नागरिक बनता है।
  • वह अपना हित ही नहीं सोचता बल्कि दूसरों का भी हित चाहता है।
  • वह नगर और देश से बढ़कर सोचता है।
  • वह प्राणी मात्र का हित सोचता है।

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प्रश्न 8.
अच्छे सहपाठी का क्या कर्त्तव्य होना चाहिए ?
उत्तर :

  • अच्छे सहपाठी को कोई भेदभाव नहीं करना चाहिए।
  • सब से प्यार और मेलजोल रखना चाहिए।
  • सबका सहयोग करना चाहिए।
  • सबकी सहायता करनी चाहिए।

प्रश्न 9.
खेल के मैदान में सहयोग के क्या लाभ हैं ?
उत्तर :
खेल के मैदान में सहयोग के अनेक लाभ हैं

  • सहयोग से खेलने से विजय प्राप्त होती है।
  • इससे भाईचारा बढ़ता है।
  • खिलाड़ियों में प्रेम की भावना आती है।

प्रश्न 10.
लेखक ने पड़ोसियों से कैसे व्यवहार की प्रेरणा दी है ?
अथवा
एक आदर्श पड़ोसी के क्या कर्त्तव्य होने चाहिए ?
अथवा
हमें अपने पड़ोसियों से कैसा व्यवहार रखना चाहिए ?
उत्तर :

  • अपने पड़ोसियों से सहयोग करना चाहिए।
  • पड़ोसियों की कुशलता पूछनी चाहिए।
  • उनसे मेलजोल बढ़ाना चाहिए।
  • उनकी खुशियों में सम्मिलित होना चाहिए।
  • बीमारी के समय उनकी सहायता करनी चाहिए।
  • अपने घर का कूड़ा-कर्कट पड़ोसी के द्वार के आगे नहीं फेंकना चाहिए।

बहुविकल्पीय प्रश्न

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर लिखें :

प्रश्न 1.
मानव स्वभाव में क्या है ?
(क) एकरूपता
(ख) विविधता
(ग) उग्रता
(घ) विनम्रता।
उत्तर :
(ख) विविधता

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प्रश्न 2.
मनुष्य अपनी कमियों को कैसे दूर कर सकता है ?
(क) विद्वेष से
(ख) प्रेम से
(ग) दया से
(घ) सहयोग से।
उत्तर :
(घ) सहयोग से।

प्रश्न 3.
किस कपोतराज ने अनेक कबूतरों को शिकारी के चंगुल से बचाया था ?
(क) चित्रगुप्त
(ख) चित्रग्रीव
(ग) चित्ररूप
(घ) चित्रांगद।
उत्तर :
(ख) चित्रग्रीव

प्रश्न 4.
एक मशीन किन सब के सहयोग से चलती है ?
(क) बिजली
(ख) पुर्जी
(ग) मकैनिक
(घ) फोरमैन।
उत्तर :
(ख) पुर्जी

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प्रश्न 5.
सहयोग कैसा नियम है ?
(क) प्राकृतिक
(ख) दैविक
(ग) भौतिक
(घ) दानवी।
उत्तर :
(क) प्राकृतिक

प्रश्न 6.
समाज के अभाव में मनुष्य निरा क्या है ?
(क) पक्षी
(ख) पशु
(ग) दानव
(घ) जड़।
उत्तर :
(ख) पशु

प्रश्न 7.
सहयोग मानव को कैसा नागरिक बनाता है ?
(क) अच्छा
(ख) बुरा
(ग) मतलबी
(घ) चापलूस।
उत्तर :
(क) अच्छा

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प्रश्न 8.
लंगड़े को अंधे ने कहाँ बैठाया ?
(क) गोद में
(ख) कंधे पर
(ग) गर्दन पर
(घ) बाहों में।
उत्तर :
(ख) कंधे पर

प्रश्न 9.
पारस के सहयोग से कौन सोना बन जाता है ?
(क) चाँदी
(ख) पीतल
(ग) ताँबा
(घ) लोहा।
उत्तर :
(घ) लोहा।

प्रश्न 10.
आपसी भाईचारा किससे बढ़ता है ?
(क) मित्रता से
(ख) प्रेम से
(ग) सहयोग से
(घ) दया से।
उत्तर :
(ग) सहयोग से

सहयोग Summary in Hindi

सहयोग पाठ का सार

इस पाठ में सहयोग के बारे में बताया गया है। इस संसार में कोई भी मनुष्य अपने में पूर्ण नहीं हैं। किसी में बुद्धि की कमी है तो किसी में शारीरिक बल की तथा किसी में अच्छाई की कमी है। मानव के स्वभाव में भी विविधता है। ऐसी स्थिति में आपसी सहयोग के द्वारा ही हम अपनी कमियों को पूरा कर अपना उद्देश्य प्राप्त कर सकते हैं। अन्धे और लंगड़े की प्रसिद्ध कहानी सहयोग का अच्छा उदाहरण है जिसमें एक-दूसरे के सहयोग से बाढ के पानी से बचकर सुरक्षित स्थान पर पहँच गए थे।

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PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 14 सहयोग 5

मुसीबत के समय भी आदमी सहयोग से ही उसका मुकाबला करता है। लोहा भी पारस के स्पर्श से बहुमूल्य सोना बन जाता है। कमजोर तिनके भी आपसी सहयोग से मिलकर रस्सी बन जाते हैं। इसी तरह परस्पर सहयोग से कपोतराज चित्रग्रीव ने अनेक कबूतरों को शिकारी के चंगुल से आजाद करवा दिया था

सहयोग एक प्राकृतिक नियम है। एक मशीन सभी पुों के परस्पर सहयोग से ही चलती है। एक पुर्जा खराब होने पर वह नहीं चल सकती। आदमी का शरीर भी अंगों के सहयोग से ही स्वस्थ रहता है। किसी एक अंग के खराब होने पर शरीर स्वस्थ नहीं रह सकता। समाज को पूर्णता भी व्यक्तियों के सहयोग से मिलती है। वैसे भी मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। समाज के सहयोग के बिना वह पशु के समान होता है।

समाज नर नारियों के परस्पर सहयोग से बनता है। उसी सहयोग से मानवता का विकास हुआ। परिवार समाज का एक अंग है जिसमें माता-पिता, भाई-बहन आदि अनेक लोगों का सहयोग होता है। माता घर का कामकाज करती है, बच्चों का पालन-पोषण करती है तो पिता ईमानदारी से रोजी कमाता है। सभी कार्य परिवार के लोगों के सहयोग से ही पूरे होते हैं। पड़ोसी भी समाज का अंग होते हैं। उनसे भी सहयोग की भावना जरूरी होती है।

उनसे भी मेलजोल बढ़ाना चाहिए। उनके साथ पूर्ण सहयोग करना चाहिए। स्कूल एक संस्था होती है, जिसमें अध्यापक, विद्यार्थी, चपरासी सभी का सहयोग होता है। सबके सहयोग से ही वह उन्नति करता है। इसी से साफ़-सफ़ाई अनुशासन बना रहता है। बच्चे भी परस्पर सहपाठी से सहयोग रखते हैं। उनके कार्य भी एक-दूसरे के सहयोग से पूर्ण होते हैं।

खेल के मैदान में भी खिलाड़ियों का एक-दूसरे से सहयोग आवश्यक होता है। उनमें खेल-भावना इसी से आती है। सद्भावना बनी रहती है। प्रेम-प्यार का प्रसार होता है।

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बच्चों में सहयोग की भावना का विकास करने के लिए रैडक्रॉस, स्काउट, गर्लगाइड, एन० एस० एस०, एन० सी० सी० आदि संस्थाएं स्थापित की गई हैं। गाँव, कस्बे अथवा नगर में भी सहयोग बहुत आवश्यक होता है। सहयोग से ही मानव अच्छा नागरिक बनता है। वह दूसरों के हित की सोचता है। वह प्राणी मात्र की सेवा एवं हित का ध्यान रखता है। उसमें मानवता का विकास होता है।

सहयोग शब्दार्थ :

  • सह = साथ।
  • योग = मेल।
  • बल = शक्ति।
  • विविधता = अनेकता।
  • अभाव = कमी।
  • पारस = एक पत्थर जिस के छने से लोहा भी सोना बन जाता है।
  • मदमस्त = नशे में चूर।
  • हक्का-बक्का = हैरान।
  • अवलम्बित = आधारित।
  • अनिवार्य = ज़रूरी।
  • लगन = मेहनत।
  • निरा = बिल्कुल।
  • बौद्धिक = बुद्धि का।
  • विवाद = समझ।
  • सुखद = अच्छा।
  • मौका = अवसर।
  • प्रतीक्षा = इंतजार।
  • सहपाठी = साथ पढ़ने वाला।
  • सदुपयोग = अच्छा उपयोग।
  • मैत्रीपूर्ण = मित्रता से युक्त।

सहयोग सप्रसंग व्याख्या 

1. प्रायः ऐसा सुना जाता है कि कोई भी मानव अपने में पूरा नहीं और यह है भी सच्चाई। किसी में बुद्धि की कमी है, किसी में शारीरिक बल की कमी है, कोई धन के अभाव से दुःखी है। यही नहीं स्वभाव में भी विविधता दिखाई पड़ती है, जिसके कारण अनेक कमियाँ मानव में आ जाती हैं। ऐसी स्थिति में आपसी सहयोग द्वारा हम अपनी कमियों को पूरा कर सकते हैं और उद्देश्य को प्राप्त कर सकते हैं।

प्रसंग-यह गद्यांश हमारी हिन्दी की पाठ्य-पुस्तक में संकलित ‘सहयोग’ नामक पाठ से लिया गया है। इसमें बताया गया है कि मानव अपने आप में अधूरा होता है। वह सहयोग से ही पूर्ण है।

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व्याख्या- यह बात प्रायः सुनी जाती है कि इस संसार में कोई भी मनुष्य अपने आप में पूर्ण नहीं है। यह एकदम सच्चाई है कि कोई भी आदमी स्वयं में पूर्ण नहीं है। किसी मनुष्य में बुद्धि की कमी होती है तो किसी में शारीरिक बल की कमी दिखाई देती है। कोई धन के अभाव से दुःखी है।

इतना ही नहीं मनुष्यों के स्वभाव में भी अनेकता दिखाई देती है। सबके स्वभाव अलग-अलग हैं, जिसके कारण मनुष्य में अनेक कमियाँ आ जाती हैं। ऐसी स्थिति में आपसी सहयोग द्वारा हम सब अपनी कमियों को पूरा कर सकते हैं और उद्देश्य प्राप्त कर सकते हैं।

भावार्थ-सहयोग से ही मनुष्य पूर्ण होता है। इसको दर्शाया है।

2. सहयोग एक प्राकृतिक नियम है, यह कोई बाहरी या बनावटी तत्व नहीं है। प्रत्येक पदार्थ और प्रत्येक व्यक्ति का प्रत्येक काम आन्तरिक सहयोग पर अवलम्बित है। किसी भी मशीन को लें उसके पुों और मशीन में अंगांगी भाव का सम्बन्ध है। यदि उसका एक पुर्जा भी खराब हो जाए तो वह मशीन चल नहीं सकती। हम अपने शरीर को ही लें। आँख, कान, हाथ, पाँव आदि इसके विभिन्न अंग हैं, शरीर अँगी है वे परस्पर सहयोग द्वारा शरीर का धारण और पोषण करते हैं। किसी अंग पर चोट आती है तो मन एकदम वहाँ पहुँच जाता है। पहले क्षण आँख वहाँ देखती है और दूसरे क्षण हाथ सहायता के लिए वहाँ पहुँच जाता है।

प्रसंग-ये पंक्तियाँ हिन्दी की पाठ्य पुस्तक में संकलित ‘संहयोग’ शीर्षक पाठ से ली . गई हैं। इसमें स्पष्ट किया गया है कि सहयोग एक प्राकृतिक नियम है।

व्याख्या-सहयोग एक प्राकृतिक नियम है। यह कोई बाहरी अथवा बनावटी तत्व नहीं है। प्रत्येक पदार्थ और व्यक्ति का प्रत्येक कार्य आंतरिक सहयोग पर ही आधारित होता है। किसी भी मशीन में उसके पुर्जे तथा मशीन में परस्पर अंगांगी भाव का सम्बन्ध होता है। अर्थात् मशीन तथा पुर्कों का एक-दूसरे से आंतरिक सम्बन्ध होता है। यदि मशीन का एक पुर्जा भी खराब हो जाए तो वह मशीन चल नहीं सकती।

इसी तरह से आँख, कान, हाथ, पाँव आदि मानव शरीर के अनेक अंग हैं। शरीर अंगी है और उसके अंग अपने एक-दूसरे के शरीर का धारण और पोषण करते हैं। किसी भी अंग पर चोट लगने पर मन तुरन्त वहाँ पहुँच जाता है। पहले ही क्षण आँख उस ओर देखने लगती है और दूसरे क्षण हाथ सहायता के लिए वहाँ पहुँच जाता है।

भावार्थ-शरीर तथा उसके अंगों के परस्पर सम्बन्ध को दर्शाया गया है।

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3. मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। समाज के अभाव में वह निरा पशु ही रहता है। समाज जड़ पदार्थों का समूह नहीं है, वह नर-नारियों के परस्पर सहयोग और प्रेम से बनता है। उसी से मानवता विकसित हुई है। आज भी यदि हम किसी शिशु को समाज से पृथक् कर दें, उसे किसी जंगल में छोड़ दें तो आप जानते हैं कि क्या होगा ? वह निरा पशु ही रहेगा। वह हमारी तरह बोल नहीं सकेगा। उसका मानसिक और बौद्धिक विकास नहीं होगा। भाषा और साहित्य, संस्कृति और सभ्यता, ज्ञान और विज्ञान के क्षेत्र में मानव ने जो प्रगति की है वह किसी एक व्यक्ति की देन नहीं, बल्कि अनेक नर-नारियों के सतत् सहयोग का परिणाम है।

प्रसंग–यह गद्यांश हिन्दी की पाठ्य पुस्तक में संकलित ‘सहयोग’ नामक पाठ से लिया है। इसमें मनुष्य को सामाजिक प्राणी के रूप में दर्शाया है।

व्याख्या-मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। वह समाज के अभाव में एक पशु के समान है। समाज निर्जीव पदार्थों का समूह नहीं है बल्कि समाज नर-नारियों के परस्पर सहयोग तथा प्रेमभाव से बनता है। उसी से मानवता का विकास हुआ है। आज भी यदि हम किसी शिशु को समाज से अलग कर दें और उसे किसी जंगल में छोड़ दें तो आपको पता है कि उसका क्या परिणाम होगा। उसका परिणाम यह होगा कि वह शिशु बिल्कुल पशु ही रहेगा।

वह मनुष्य की तरह बोल नहीं सकेगा। उसका मानसिक और बौद्धिक विकास नहीं होगा। भाषा और साहित्य, संस्कृति और सभ्यता, ज्ञान और विज्ञान के क्षेत्र में मनुष्य ने उन्नति की है। वह किसी एक क्रान्ति विशेष की देन नहीं है, बल्कि वह अनेक नर-नारियों के निरंतर सहयोग का ही परिणाम है भाव है कि वह उन्नति अनेक लोगों के निरंतर सहयोग से ही प्राप्त हुई है।

भावार्थ-मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। समाज नर-नारियों के सहयोग एवं प्रेमभाव से बनता है, इसलिए सब को मिलजुल कर रहना चाहिए।

4. पड़ोसियों से भी सहयोग करना चाहिए। एक अच्छा पड़ोसी बनना चाहिए। पड़ोसियों की कुशलता पूछनी चाहिए। बड़ों का सम्मान करना चाहिए। पड़ोसियों से मेलजोल बढ़ाना चाहिए। साफ़ मन से उनकी खुशी में सम्मिलित होना चाहिए। सेवा भाव से उनकी बीमारी आदि में सहायता करनी चाहिए। उनकी सुख-सुविधाओं का पूरा ध्यान रखें। अपने घर की सफाई करके कूड़ा-कर्कट पड़ोसी के द्वार के आगे न फेंकें, ऐसी बातों से वे परेशान हो सकते हैं और विवाद हो सकता है। ऐसा कोई भी काम न करें, जिससे पड़ोसियों को कष्ट हो। इस तरह यदि आप सहयोग देंगे तो वह भी पीछे नहीं रहेंगे। इसी आपसी सहयोग से गली और मुहल्ले का वातावरण सुखद हो जाएगा।

प्रसंग-यह गद्यांश हिन्दी की हमारी पाठ्य-पुस्तक में संकलित ‘सहयोग’ नामक पाठ से लिया गया है। इसमें लेखक ने पड़ोसियों से सहयोग करने की प्रेरणा दी है।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 14 सहयोग

व्याख्या-लेखक कहता है कि हमें अपने पड़ोसियों के साथ भी सहयोग करना चाहिए। एक अच्छा पड़ोसी बनना चाहिए। हमें पड़ोसियों की कुशलता के बारे में पूछना चाहिए। अपने से बड़ों का सम्मान करना चाहिए। अपने पड़ोसियों के साथ मेल-जोल बढ़ाना चाहिए। साफ़ मन के साथ उनकी खुशियों में शामिल होना चाहिए। बीमारी आदि में उनकी सेवाभाव से पूरी सहायता करनी चाहिए। उनकी सुख-सुविधाओं का पूरा ध्यान रखना चाहिए।

अपने घर की साफ़-सफ़ाई करने के बाद कूड़ा-कर्कट पड़ोसी के दरवाजे के आगे नहीं फेंकना चाहिए, क्योंकि ऐसी बातों से वे परेशान हो सकते हैं और झगडा हो सकता है। ऐसा कोई भी कार्य नहीं करना चाहिए, जिससे पड़ोसियों को कोई दुःख पहुँचे। इस प्रकार यदि आप अपने पड़ोसियों का सहयोग देंगे तो वह भी सहयोग देने में पीछे नहीं रहेंगे। इसी आपसी सहयोग से गली और मुहल्ले का वातावरण आनन्ददायक बन जाएगा।

भावार्थ-पड़ोसियों से सहयोगपूर्ण व्यवहार रखने की प्रेरणा दी गई है।

5. इस तरह सहयोग से मानव अच्छा नागरिक बनता है। वह अपना ही हित नहीं सोचता, वह दूसरों का हित चिन्तन करता है और दूसरों के हित के लिए बराबर प्रयत्न करता है। वह नगर और देश की नहीं, विशाल हित की बात सोचता है। मानव जीव मात्र का हित ही उसका लक्ष्य हो जाता है। यही मानवता है। यही मनुष्य के जीवन का लक्ष्य है। इसका आधार सहयोग की भावना है जो घर, पड़ोस स्कूल, खेल के मैदान और गाँव से क्रमशः विकसित होती हुई मानव-प्रेम का रूप धारण करती है।

प्रसंग-यह गद्यांश हिन्दी की पाठ्य-पुस्तक में संकलित ‘सहयोग’ से लिया गया है। मानव सहयोग से ही अच्छा नागरिक बनता है।

व्याख्या-लेखक कहता है कि सभी के साथ अच्छे सहयोग से ही मानव अच्छा नागरिक बनता है। वह केवल अपने ही हित के बारे में नहीं सोचता बल्कि वह दूसरों के हित के लिए भी सोचता-विचारता है। वह दूसरों के हित के लिए भी बराबर प्रयास करता है। वह नगर और देश का ही नहीं बल्कि पूरे संसार के हित की बात सोचता है। मानव जीवन-मात्र का अर्थात् प्रत्येक मानव का हित ही उसका लक्ष्य हो जाता है।

यही सच्ची मानवता है। यही मनुष्य के जीवन का प्रमुख उद्देश्य है। दूसरा सहयोग की भावना है। मानवता का लक्ष्य सहयोग से ही पूरा होता है। यह घर, पड़ोसी, स्कूल, खेल के मैदान और गाँव से क्रमानुसार विकसित होती हुई मानव प्रेम का रूप धारण करती है।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 14 सहयोग

भावार्थ-सहयोग की भावना से मानवता का लक्ष्य पूर्ण होता है इसी भाव के बारे में बताया गया है।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 16 गिरधर की कुंडलियाँ

Punjab State Board PSEB 8th Class Hindi Book Solutions Chapter 16 गिरधर की कुंडलियाँ Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 8 Hindi Chapter 16 गिरधर की कुंडलियाँ (2nd Language)

Hindi Guide for Class 8 PSEB गिरधर की कुंडलियाँ Textbook Questions and Answers

गिरधर की कुंडलियाँ अभ्यास

1. नीचे गुरुमुखी और देवनागरी लिपि में दिये गये शब्दों को पढ़ें और हिंदी शब्दों को लिखने का अभ्यास करें :

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 16 गिरधर की कुंडलियाँ 1
PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 16 गिरधर की कुंडलियाँ 2
उत्तर :
छात्र स्वयं करें।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 16 गिरधर की कुंडलियाँ

2. नीचे एक ही अर्थ के लिए पंजाबी और हिंदी भाषा में शब्द दिये गये हैं। इन्हें ध्यान से पढ़ें और हिंदी शब्दों को लिखें :

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 16 गिरधर की कुंडलियाँ 3
PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 16 गिरधर की कुंडलियाँ 4
उत्तर :
छात्र स्वयं अभ्यास करें।

3. शब्दार्थ :

  • बिगारे = बिगाड़ना
  • यहि = यही; ऐसा ही
  • हँसाय = हँसी मज़ाक
  • बेगरज़ी = नि:स्वार्थ; बिना मतलब की
  • चैन = शांति
  • ठाउँ = स्थान
  • राग-रंग = प्रेमादि करने का आनंद, ऐशो-आराम का आनंद
  • निदान = अंत में
  • मनहि = मन को
  • पाहुन = अतिथि ; मेहमान
  • भावे = अच्छा लगना
  • निशि = रात
  • टरत = दूर करना; टालना
  • ताको = उसका

उत्तर :
सप्रसंग व्याख्या के साथ दे दिए गए हैं।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 16 गिरधर की कुंडलियाँ

4. इन प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में लिखें :

(क) बिना विचार के काम करने से क्या होता है?
उत्तर :
बिना विचार काम करने से काम बिगड़ जाता है। इससे जग में हँसी होती है और आदमी को पछताना पड़ता है।

(ख) कवि के अनुसार प्रायः दोस्त कैसे होते हैं ?
उत्तर :
कवि के अनुसार प्रायः दोस्त मतलबी होते हैं। वे जेब में पैसे रहने तक ही साथ देते हैं। बाद में साथ छोड़कर चले जाते हैं।

(ग) चार दिन का मेहमान कौन है?
उत्तर :
चार दिन का मेहमान मनुष्य है।

(घ) प्रायः मनुष्य अभिमान क्यों करता है?
उत्तर :
प्राय: मनुष्य धन – दौलत पाने पर अभिमान करता है।

5. इन प्रश्नों के उत्तर चार या पाँच वाक्यों में लिखें :

(क) दौलत पाकर मनुष्य को अभिमान क्यों नहीं करना चाहिए?
उत्तर :
दौलत पाकर मनुष्य को अभिमान इसलिए नहीं करना चाहिए क्योंकि दौलत बहुत चंचल है। वह ज़्यादा दिन किसी के भी पास नहीं रहती। वह मनुष्य के पास स्थिर नहीं रहती।

(ख) बिना सोच-विचार के कोई काम करने से क्या दशा होती है?
उत्तर :
बिना सोच – विचार के काम करने से काम बिगड़ जाता है। इससे सारे संसार में हँसी होती है। आदमी का हृदय बेचैन हो जाता है। आदमी को पछताना पड़ता है।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 16 गिरधर की कुंडलियाँ

6. उपयुक्त शब्द चुनकर रिक्त स्थान भरें :

(क) जब लगि पैसा गाँठ में; तब लगि ताको ………………………………..
(ख) पैसा रहा न पास ……………………………….. मुख से नहिं बोले।
(ग) करत ……………………………….. प्रीति; यार बिरला कोई साई।
(घ) ……………………………….. पाय न कीजिए; सपने में ………………………………..
(ङ) ……………………………….. वचन सुनाय; ……………………………….. सब ही की कीजै।। (बेगरज़ी; दौलत; यार; मीठे; अभिमान; विनय)
उत्तर :
(क) जब लगि पैसा गाँठ में; तब लगि ताको यार।
(ख) पैसा रहा न पास यार मुख से नहिं बोले।
(ग) करत बेगरज़ी प्रीति; यार बिरला कोई साई।
(घ) दौलत पाय न कीजिए; सपने में अभिमान।
(ङ) मीठे वचन, सुनाय; विनय सब ही की कीजै॥

7. इन लोकोक्तियों के अर्थ लिखकर वाक्यों में प्रयोग करें :

  1. बिना विचारे जो करे सो पाछे पछताय ………………………………..
  2. साईं सब संसार में मतलब का व्यवहार ………………………………..
  3. चार दिन की चाँदनी फिर अंधेरी रात। ………………………………..

उत्तर :

  1. बिना विचारे जो करे सो पाछे पछताय (बिना सोचे – समझे कार्य करने पर पछताना पड़ता है) – रवि ने बिना सोचे – विचारे जल्दबाजी में मित्रता की और उसके मित्र ने उसे जेल भिजवा दिया। इसलिए कहते हैं कि बिना विचारे जो करे सो पाछे पछताय। खटकना (बुरा लगना) – यह दृश्य मेरी आँखों में खटकता है।
  2. साईं सब संसार में मतलब का व्यवहार (मतलबी दुनिया) – राम अपना काम निकलते ही चला गया। अतः यह सही है कि साईं सब संसार में मतलब का व्यवहार।
  3. चार दिन की चान्दनी फिर अन्धेरी रात (थोड़े दिन का आनन्द) – जवानी का जोश अच्छा नहीं क्योंकि यह चार दिन की चांदनी फिर अन्धेरी रात जैसा है।

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8. निम्न पद्यांशों का भावार्थ स्पष्ट करें :

(क) खटकत है जिय मांहि; कियो जो बिना विचारे।
उत्तर :
इस पंक्ति का भाव यह है कि जो मनुष्य बिना सोच – समझ के कोई कार्य करता है तो वह काम पूर्ण न होने पर सदा पीड़ा देता है। अतः हमें सभी कार्य सोच – विचार कर करने चाहिए।

(ख) करत बेगरजी प्रीति; यार विरला कोई साईं।
उत्तर :
इसका भाव है कि इस संसार में सच्ची मित्रता कोई विरला ही करता है। विरले व्यक्ति ही अच्छे एवं सच्चे मित्र बन सकते हैं।

(ग) चंचल जल दिन चारि को ठाउँ न रहत निदान।
उत्तर :
धन – दौलत की दशा चंचल जल के समान होती है जो कभी एक स्थान पर स्थिर नहीं रहती है। अतः हमें दौलत पाकर अभिमान नहीं करना चाहिए।

रचनात्मक अभिव्यक्ति

(क) मौखिक अभिव्यक्ति- नीतिपरक कुंडलियों की रचना के कारण कवि गिरधर का हिंदी साहित्य में अपना स्थान है। उनके साहित्य का अध्ययन करें। नीतिपरक सूक्तिमय कुण्डलियों को स्मरण करें।
उत्तर :
विद्यार्थी अपने शिक्षक/शिक्षिका की सहायता से स्वयं करें।

(ख) लिखित अभिव्यक्ति – निम्नलिखित पर अपने विचार लिखिये :
(i) योजनाबद्ध तरीके से काम करने के क्या लाभ होते हैं ?
उत्तर :
योजनाबद्ध तरीके से काम करने के अनेक लाभ होते हैं।

  • काम अच्छी प्रकार से पूर्ण हो जाता है।
  • काम किसी तरह से अधूरा नहीं रह सकता।
  • काम बिगड़ नहीं सकता।
  • काम से जग में हँसाई नहीं बल्कि बढ़ाई होती है।
  • जग में यश मिलता है।

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(i) मतलबी मित्र तथा सच्चे मित्र में क्या अंतर है?
उत्तर :

मतलबी मित्र सच्चा मित्र
(i) मतलबी मित्र स्वार्थी होता है। (i) सच्चा मित्र स्वार्थी नहीं होता।
(ii) मतलबी मित्र कपटी होता है। (ii) सच्चा मित्र हितैषी होता है।
(iii) मतलबी मित्र धोखेबाज़ होता है। (iii) सच्चा मित्र धोखेबाज़ नहीं होता।
(iv) मतलबी मित्र सुख में साथ देता है दःख में नहीं। (iv) सच्चा मित्र सुख – दुःख दोनों में साथ देता है।
(v) केवल पैसे से लगाव होता है। (v) इसे पैसे से लगाव नहीं होता है।

(ii) धन-दौलत को चंचल क्यों कहा जाता है?
उत्तर :
धन – दौलत को चंचल इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह चंचल होती है। यह कभी किसी के पास स्थिर नहीं रहती। यह अक्सर स्थान बदलती रहती है।

परीक्षोपयोगी अन्य प्रश्नोता।

प्रश्न 1.
जीवन में पश्चात्ताप कौन लोग करते हैं ?
उत्तर :
जो लोग बिना सोच – समझ के कार्य करते हैं, वही जीवन में पश्चात्ताप करते

प्रश्न 2.
कैसा कार्य हृदय में पीड़ा देता है ?
उत्तर :
जो कार्य बिना सोच – विचार के किया जाता है, वह हृदय में पीड़ा देता है।

प्रश्न 3.
काम बिगड़ने से मनुष्य की क्या स्थिति होती है ?
उत्तर :
काम बिगड़ने से मनुष्य की संसार में हँसी होती है। सब उसका मज़ाक उड़ाते हैं। उसे खाना – पीना, राग – रंग कुछ भी अच्छा नहीं लगता।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 16 गिरधर की कुंडलियाँ

प्रश्न 4. सच्चे अथवा आदर्श मित्र के गुण लिखिए।
उत्तर :
सच्चे अथवा आदर्श मित्र के निम्नलिखित गुण होने चाहिए

  • सच्चा अथवा आदर्श मित्र ईमानदार होना चाहिए।
  • सच्चा अथवा आदर्श मित्र विवेकशील होना चाहिए।
  • आदर्श मित्र बुद्धिमान होना चाहिए।
  • आदर्श मित्र सुख – दुःख में साथ देने वाला होना चाहिए।
  • आदर्श मित्र सच्चाई को सच एवं झूठ को झूठ कहने वाला होना चाहिए।
  • आदर्श मित्र सत्यवादी होना चाहिए।

बहुविकल्पीय प्रश्न

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर लिखें :

प्रश्न 1.
बिना सोचे – विचारे काम करने पर क्या होता है ?
(क) संतोष
(ख) खुशी
(ग) पछतावा
(घ) आनंद।
उत्तर :
(ग) पछतावा

प्रश्न 2.
संसार में सब कैसा व्यवहार करते हैं ?
(क) प्रेम का
(ख) मतलब का
(ग) त्याग का
(घ) देने का।
उत्तर :
(ख) मतलब का

प्रश्न 3.
मित्र कब तक साथ देते हैं, जब तक पास में क्या है ?
(क) प्रेम
(ख) त्याग
(ग) दया
(घ) पैसा।
उत्तर :
(घ) पैसा।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 16 गिरधर की कुंडलियाँ

प्रश्न 4.
दौलत प्राप्त कर क्या नहीं करना चाहिए ?
(क) दान
(ख) दया
(ग) करूणा
(घ) घमंड।
उत्तर :
(घ) घमंड।

प्रश्न 5.
दौलत किस के समान चंचल है ?
(क) बादल
(ख) बिजली
(ग) हवा
(घ) जल।
उत्तर :
(घ) जल।

गिरधर की कुंडलियाँ Summary in Hindi

गिरिधर की कुण्डलियाँ का सार

कुण्डलियों का सार प्रस्तुत कुण्डलियों में गिरिधर कवि ने प्रेरणा देते हुए कहा है कि बिना सोच – समझ के कार्य करने से काम बिगड़ जाता है। इससे जग में हँसी होती है और पछताना पड़ता है। हृदय में पीड़ा झेलनी पड़ती है। खाना – पीना राग – रंग कुछ भी अच्छा नहीं लगता। संसार में सब जगह स्वार्थ का व्यवहार होता है। मित्र केवल स्वार्थ पूरा करते हैं और साथ छोड़ देते हैं। सच्ची मित्रता तो कोई – कोई ही करता है। धन – दौलत होने से कभी अभिमान नहीं करना चाहिए क्योंकि ये कभी स्थिर नहीं रहती। मीठे बचन बोलने चाहिए। विनम्र व्यवहार करना चाहिए। मनुष्य केवल चार दिन का ही मेहमान होता है।

गिरिधर की कुण्डलियाँ सप्रसंग व्याख्या

1. बिना विचारे जो करे, सो पाछे पछताय।
काम बिगारै आपनो, जग में होत हँसाय॥
जग में होत हँसाय, चित्त में चैन न पावे।
खान पान सम्मान, राग रंग मनहि न भावे॥
कह गिरधर कविराय, दःख कछ टरत न टारे।
खटकत है जिय माहिं, कियो जो बिना बिचारे॥

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 16 गिरधर की कुंडलियाँ

कठिन शब्दों के अर्थ :

  • विचारे = सोचे।
  • पाछे = पीछे।
  • बिगारे = बिगाड़े।
  • चैन = शान्ति।
  • भावे = अच्छा लगे।
  • टरत = हटाने से।
  • खटकत = खटकना, बुरा लगना।

प्रसंग – प्रस्तुत पद्यांश हमारी पाठ्य – पुस्तक में संकलित ‘गिरिधर की कुण्डलियाँ’ नामक कविता में से लिया गया है। कवि कहता है – बिना सोचे – विचारे यदि कोई काम किया जाए तो अन्त में मनुष्य को पछताना पड़ता है। इस बात को स्पष्ट करते हुए कवि कहता है

सरलार्थ – कवि कहता है कि इस संसार में बिना सोचे – समझे काम शुरू करने वाले व्यक्ति को अन्त में पछताना पड़ता है। जब उसका काम बिगड़ जाता है तो दुनिया वाले उसकी हँसी उड़ाते हैं। उसे मन में कभी चैन और शान्ति नहीं मिलती। यहाँ तक कि ऐसे व्यक्ति को कभी भी खाना – पीना, हँसना – बोलना और मान – सम्मान आदि अच्छा नहीं लगता। गिरिधर जी कहते हैं जो व्यक्ति बिना सोचे – समझे काम शुरू कर देता है उसका दुःख दूर करने से भी दूर नहीं होता। ऐसे व्यक्ति के मन में हमेशा अशान्ति और भय बना रहता है।

भावार्थ – कवि का मानना है कि मानव को कभी भी बिना सोच – विचार काम नहीं करना चाहिए।

2. साईं सब संसार में, मतलब का व्यवहार।
जब लगि पैसा गाँठ में, तब लगि ताको यार।
तब लगि ताको यार, यार सँग ही सँग डोले।
पैसा रहा न पास, यार मुख से नहिं बोले॥
कह गिरधर कविराय, जगत यहि लेखा भाई।
करत बेगरजी प्रीति, यार बिरला कोइ साईं॥

कठिन शब्दों के अर्थ –

  • या = इस।
  • मतलब = स्वार्थ।
  • गाँठ = जेब।
  • यार = मित्र।
  • बेगरजी = बिना स्वार्थ के।
  • प्रीति = प्रेम।
  • साईं = स्वामी।

प्रसंग – प्रस्तुत पद्यांश हमारी पाठ्य – पुस्तक में संकलित ‘गिरिधर की कुण्डलियाँ’ कविता में से लिया गया है। कवि ने संसार के स्वार्थी स्वभाव पर प्रकाश डालते हुए कहा है कि अब कोई विरला ही सच्चा मित्र रह गया है।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 16 गिरधर की कुंडलियाँ

सरलार्थ – कवि के अनुसार इस संसार में स्वार्थ का ही बोलबाला है। सभी अपना मतलब सिद्ध करने में लगे हुए हैं, जैसे – जब तक साथी के पास पैसा है तब तक उसका साथ देने वाले अनेक मित्र होते हैं। वे अपनी मित्रता न जाने किस – किस ढंग से सिद्ध करते हैं। जब पैसा नहीं रहता तो वे बोलना छोड़ देते हैं। गिरिधर जी कहते हैं कि संसार का व्यवहार ही ऐसा है। इस संसार में सच्चा प्रेम करने वाला कोई विरला ही मित्र होता है। निःस्वार्थ प्रेम करने वाला मनुष्य कठिनता से ही मिलता है।

भावार्थ – यह संसार स्वार्थ पर आधारित है। यहाँ स्वार्थ रहित (सच्चा) प्रेम बहुत कम मिलता है।

3. दौलत पाय न कीजिए, सपने में अभिमान।
चंचल जल दिन चारि को, ठाउँ न रहत निदान॥
ठाउँ न रहत निदान, जियत जग में यश लीजै।
मीठे वचन सुनाय, विनय सब की ही कीजै॥
कह गिरधर कविराय, अरे यह सब घट तौलत।
पाहुन निशि दिन चारि, रहत सब ही के दौलत॥

कठिन शब्दों के अर्थ –

  • चंचल = अस्थिर।
  • चारि = चार।
  • ठाउँ = स्थान पर।
  • निदान = निश्चय से।
  • विनय = नम्रता, आदर।
  • तौलत = तोलना।
  • पाहुन = मेहमान।
  • निशि = रात।

प्रसंग – प्रस्तुत पद्यांश ‘गिरिधर की कुण्डलियाँ’ में से लिया गया है। इस कुंडली में धन की चंचलता बताई गई है।

सरलार्थ – गिरिधर कवि कहते हैं – मनुष्य को धन – दौलत होने पर सपने में भी अभिमान नहीं करना चाहिए। यह चंचल पानी के समान है, जो निश्चय से कभी एक स्थान पर टिका नहीं रहता। धन चंचल होने के कारण व्यक्ति को जीवित रहते हुए यश प्राप्त करना चाहिए। सब को मीठे वचन सुनाने चाहिए। सब के साथ अच्छा व्यवहार करना पुस्तकीय भाग चाहिए। मधुर बोलना चाहिए और सब से नम्र व्यवहार करना चाहिए। कवि कहता है कि अरे कम क्यों तोलता है। यह दौलत सबके पास चार दिन की मेहमान है। भाव यह है कि धन का गर्व नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह नाशवान् है।

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भावार्थ – कवि ने धन के आधार पर घमण्ड न करने की बात कही है क्योंकि धन तो आता – जाता रहता है।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 13 माँ

Punjab State Board PSEB 8th Class Hindi Book Solutions Chapter 13 माँ Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 8 Hindi Chapter 13 माँ (2nd Language)

Hindi Guide for Class 8 PSEB माँ Textbook Questions and Answers

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 13 माँ

माँ अभ्यास

1. नीचे गुरुमुखी और देवनागरी लिपि में दिये गये शब्दों को पढ़ें और हिंदी शब्दों को लिखने mका अभ्यास करें:

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 13 माँ 1
PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 13 माँ 2
उत्तर :
छात्र स्वयं पढ़ें और लिखने का अभ्यास करें।

2. नदी नीचे एक ही अर्थ के लिए पंजाबी और हिंदी भाषा में शब्द दिये गये हैं। इन्हें ध्यान से पढ़ें और हिंदी शब्दों को लिखें :

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 13 माँ 3
PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 13 माँ 4
उत्तर :
छात्र अध्यापक की सहायता से स्वयं करें।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 13 माँ

3. शब्दार्थ :

  • कथनी = कही हुई बात, कथन
  • शिष्टाचार = शिष्टता पूर्ण आचरण एवं व्यवहार
  • संस्कार = व्यवस्थित करना, सजाना
  • विपदा = संकट
  • बाती = दीपक
  • मर्यादित = प्रतिष्ठित
  • सहनशीलता – सहनशील (सहन करने वाला) होना
  • नि:स्वार्थ = बिना किसी स्वार्थ के
  • उत्सव = मंगल कार्य

उत्तर :
सप्रसंग व्याख्या के साथ दे दिए गए हैं।

4. इन प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में लिखें :

(क) माँ किसका वरदान है ?
उत्तर :
माँ ईश्वर का वरदान है।

(ख) माँ समय के रूप में क्या करती है ?
उत्तर :
माँ समय के रूप में हर क्षण का एहसास कराती है।

(ग) हर विपदा को हराने पर माँ को क्या कहा गया है?
उत्तर :
हर विपदा को हराने पर माँ को हिमालय कहा गया है।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 13 माँ

(घ) माँ का हथियार क्या है?
उत्तर :
माँ का हथियार साहस है।

(ङ) माँ बाती के रूप में क्या करती है ?
उत्तर :
माँ बाती के रूप में ममता का प्रकाश फैलाती है।

(च) खुशी के आँसू बहाने पर माँ को क्या कहा गया है?
उत्तर :
खुशी के आँसू बहाने पर माँ को उत्सव कहा गया है।

(छ) माँ गौरैया कब बन जाती है?
उत्तर :
जब खुद कम खाकर बच्चों को ज्यादा खिलाती है तब माँ गौरेया बन जाती है।

(ज) आगे बढ़ने का गीत सुनाने पर माँ को क्या पुकारा गया है ?
उत्तर :
आगे बढ़ने का गीत सुनाने पर माँ को नदी पुकारा गया है।

(झ) इस कविता में माँ का उपहार क्या बताया गया है?
उत्तर :
इस कविता में माँ का उपहार सहनशीलता बताया गया है।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 13 माँ

(ञ) माँ के चरणों में किसका द्वार है ?
उत्तर :
माँ के चरणों में स्वर्ग का द्वार है।

5. इन प्रश्नों के उत्तर चार या पाँच वाक्यों में लिखें :

(क) इस कविता में माँ की कथनी और करनी में किसके दर्शन होते हैं ?
उत्तर :
इस कथन में माँ की कथनी में शिष्टाचार और करनी में संस्कार के दर्शन होते हैं। वह जैसा कहती है वैसा ही करती है। वह शिष्टाचार भरा व्यवहार करती है और वैसा ही करने की शिक्षा देती है। वह स्वयं दुख झेलकर सुख प्रदान करती है।

(ख) दुख और सुख में माँ की क्या भूमिका है ?
उत्तर :
माँ दुख को खुशी से स्वीकार कर लेती है तथा सुख देना उसका सदाचार है। वह सबको सुख देती है। दुख – सुख में वह अपने बच्चों के साथ रहती है। वह उनकी हर प्रकार से सहायता करती है। वह स्वयं कष्ट झेल कर भी अपनों को सुख देती है।

(ग) माँ की दुआओं और प्रोत्साहन से क्या होता है?
उत्तर :
माँ की दुआओं से चमत्कार तथा प्रोत्साहन से जय जयकार होती है। माँ की दुआएँ किसी चमत्कार से कम नहीं होती। इसका प्रोत्साहन मिलते ही सर्वत्र जय जयकार हो जाती है। माँ की दुआएँ और प्रोत्साहन बच्चों को आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। बच्चे उसी से अपने जीवन में परिश्रमपूर्वक आगे बढ़ते हैं।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 13 माँ

(घ) धरती के रूप में माँ क्या करती है ?
उत्तर :
धरती के रूप में माँ नि – स्वार्थ भावना से सेवा करती है। वह सबका कल्याण करती है। सबको समान भाव से देखती है। वह सभी को बढ़ावा देता है। वह मर्यादित रहकर सबका पालन – पोषण करती है।

6. पर्यायवाची शब्द लिखें :

  1. ईश्वर = ______________________
  2. प्रभात = ______________________
  3. रात = ______________________
  4. नदी = ______________________
  5. चरण = ______________________
  6. धरती = ______________________
  7. किताब = ______________________

उत्तर :

  1. ईश्वर = प्रभु, परमात्मा
  2. प्रभात = सुबह, सवेरा
  3. रात = रात्रि, विभावरी
  4. नदी = तरणि, सरिता
  5. चरण = पैर, पाँव
  6. धरती = धरा, पृथ्वी
  7. किताब = पुस्तक, पोथी।

7. विपरीत शब्द लिखें :

  1. वरदान = ………………………
  2. जीवन = ………………………
  3. स्वीकार = ………………………
  4. प्रेम = ………………………
  5. विस्तार = ………………………
  6. सदाचार = ………………………
  7. जय = ………………………

उत्तर :

  1. वरदान = अभिशाप
  2. जीवन = मरण
  3. स्वीकार = अस्वीकार
  4. प्रेम = घृणा
  5. विस्तार = संक्षेप
  6. सदाचार = दुराचार
  7. जय = पराजय।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 13 माँ

8. अनेक शब्दों के लिए एक शब्द लिखें :

  1. जिसका पार न हो _________________
  2. किसी का उत्साह बढ़ाना _________________
  3. बिना स्वार्थ के _________________
  4. माँ का बच्चे के प्रति प्यार _________________
  5. अच्छा व्यवहार _________________

उत्तर :

  1. जिसका पार न हो = अपार
  2. किसी का उत्साह बढ़ाना = उत्साहवर्धन
  3. बिना स्वार्थ के = नि:स्वार्थ
  4. माँ का बच्चे के प्रति प्यार = वात्सल्य
  5. अच्छा व्यवहार = सद्व्यवहार

9. निम्नलिखित अशुद्ध शब्दों को शुद्ध करके लिखें:

  1. शिश्टाचार _________________
  2. पड़ाती _________________
  3. कीताब _________________
  4. हीमालय _________________
  5. सविकार _________________
  6. चमतकार _________________
  7. आँसु _________________
  8. सुभाव _________________
  9. विवहार _________________
  10. वातसतय _________________

उत्तर :

  1. शिश्टाचार = शिष्टाचार
  2. पड़ाती = पढ़ाती
  3. कीताब = किताब
  4. हीमालय = हिमालय
  5. सविकार = स्वीकार
  6. चमतकार = चमत्कार
  7. आँसु = आँसू
  8. सुभाव = स्वभाव
  9. विवहार = व्यवहार
  10. वातसलय = वातसल्य

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10. रचनात्मक अभिव्यक्ति :

(क) मौखिक अभिव्यक्ति – अपनी माँ पर कविता सुनायें।
उत्तर :
माँ विधाता का उपहार है।
देती सबको असीम प्यार है।
चरणों में इसके स्वर्ग बसा,
आँचल में दुलार अपार है।
आँचल में इसके ब्रह्माण्ड समाया,
आँखों में ममता का भंडार है।
सारे जहाँ का करती पालन
पोषण, महिमा इसकी अपरम्पार है॥

नोट – ऐसी अन्य कविताएँ कक्षा में सुनाएँ एवं अभ्यास करें।

(ख) लिखित अभिव्यक्ति – अपनी माता पर चार-पाँच वाक्य लिखें।
उत्तर :

  • मेरी माता जी का नाम श्रीमती सरस्वती देवी है।
  • वह सबसे बहुत स्नेह करती है।
  • वह ज्ञान की देवी हैं।
  • वह बहुत सुंदर हैं।
  • वह बहुत पढ़ी – लिखी हैं।
  • वह एक कुशल अध्यापिका हैं।

परीक्षोपयोगी अन्य प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
‘माँ’ कविता का मूलभाव स्पष्ट कीजिए।
उत्तर :
‘माँ’ कविता डॉ० मीनाक्षी वर्मा द्वारा रचित है। इसमें कवयित्री ने माँ की महिमा का गुणगान किया है। माँ ईश्वर का वरदान है। वह सब रिश्तों में महान् है। उसकी कथनी में शिष्टाचार तथा करनी में संस्कार है। उसके जागने – सोने से ही रात – दिन है। विपत्ति में हिमालय बन जाती है। साहस उसका हथियार है। वह बाती के समान जलकर सब कहीं ममता का प्रकाश फैलाती है। दुख लेती है तथा सुख देती है। उसकी खुशी से उत्सव हो जाता है।

उसकी दुआएँ चमत्कार से भरी हैं। वह खुद कम खाकर बच्चों को खिलाती है। उसमें वात्सल्य, प्रेम तथा समर्पण भाव निहित हैं। वह नदी की तरह आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है। सहनशीलता उसका उपहार है। वह धरती बनकर नि:स्वार्थ भाव से सेवा करती है। उसके चरणों में स्वर्ग का द्वार है।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 13 माँ

प्रश्न 2.
माँ की धरती से तुलना क्यों की गई है?
उत्तर :
माँ की धरती से तुलना इसलिए की गई है क्योंकि माँ धरती के समान नि:स्वार्थ भाव से सेवा करती है। वह संसार का कल्याण करती है। सबका पालन – पोषण करती है।

प्रश्न 3.
नदी से क्या प्रेरणा मिलती है?
उत्तर :
नदी से जीवन में निरन्तर आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। उससे उन्नति पथ पर आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है।

प्रश्न 4.
माँ के गुण कौन – कौन से हैं?
उत्तर :
माँ के गुण इस प्रकार हैं –

  • माँ जीवन की शिक्षा देती है।
  • उस की कथनी में शिष्टाचार है।
  • उस के जागने से प्रभात हो जाता है।
  • वह हर विपत्ति का सामना कर हरा देती है।
  • वह स्वयं दीपक की बाती की तरह जलकर ममता का प्रकाश फैलाती है।
  • वह सुख देकर दुःख ग्रहण करती है।
  • वह खुद कम खाकर बच्चों को खिलाती है।
  • वह धरती की तरह सबका पालन – पोषण करती है।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 13 माँ

बहुविकल्पीय प्रश्न

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर लिखें :

प्रश्न 1.
माँ किसका वरदान है?
(क) ईश्वर
(ख) प्रकृति
(ग) धरती
(घ) समाज।
उत्तर :
(क) ईश्वर

प्रश्न 2.
माँ किस का पाठ पढ़ाती है?
(क) रसोई का
(ख) गृहस्थी का
(ग) रिश्तों का
(घ) जीवन का।
उत्तर :
(घ) जीवन का।

प्रश्न 3.
माँ जब हर विपदा को हर लेती है तो क्या बन जाती है?
(क) हिमालय
(ख) सागर
(ग) दीवार
(घ) आकाश।
उत्तर :
(क) हिमालय

प्रश्न 4.
माँ का हथियार क्या है?
(क) दया
(ख) ममता
(ग) करूणा
(घ) साहस।
उत्तर :
(घ) साहस।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 13 माँ

प्रश्न 5.
माँ धरती कब बन जाती है?
(क) सेवा करने पर
(ख) सो जाने पर
(ग) भोजन बनाने पर
(घ) घर संभालने पर।
उत्तर :
(क) सेवा करने पर

प्रश्न 6.
माँ का उपहार क्या है?
(क) उग्रता
(ख) सहनशीलता
(ग) दयालुता
(घ) करूणा।
उत्तर :
(ख) सहनशीलता

माँ Summary in Hindi

माँ कविता का सार

‘माँ’ नामक कविता डॉ० मीनाक्षी वर्मा द्वारा रचित है। इसमें कवयित्री ने ममतामयी माँ के वात्सल्य और त्याग का वर्णन किया है। माँ ईश्वर का अनूठा वरदान है। वह संसार के सब रिश्तों में महान् है। जीवन की परीक्षा देते हुए माँ किताब बन जाती है। उसकी कथनी में शिष्टाचार और करनी में संस्कार है।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 13 माँ 5

हर क्षण का अहसास कराते हुए माँ समय बन जाती है। उसके जागने से ही सुबह होती है और सोने से रात हो जाती है। माँ जब हर मुसीबत को हरा देती है तब वह हिमालय बन जाती है। साहस उसका हथियार है। उसमें अपार ऊर्जा है। ममता का प्रकाश फैलाते हुए माँ दीये की बत्ती बन जाती है।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 13 माँ

वह दुःखों को स्वीकार करती है और सुख देने को सदाचार मानती है। उसके खुशी के आँसुओं से उत्सव बन जाता है। उसकी दुआओं में चमत्कार है। उसके प्रोत्साहन में जय – जयकार है। वह खुद कम खाकर जब अपने बच्चों को खिलाती है तब वह गौरेया बन जाती है।

उसमें वात्सल्य तथा प्रेमभाव समाया है। समर्पण उसका स्वभाव है। वह नदी की तरह आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है। मर्यादित रहना उसका व्यवहार है। सहनशीलता अच्छा उपहार है। वह धरती के समान निःस्वार्थ सेवा भाव जगाती है। उसका विस्तार केवल देने में है। उसके चरणों में ये स्वर्ग का द्वार है।

माँ सप्रसंग व्याख्या

1. ईश्वर का वरदान है माँ
सब रिश्तों में महान् है माँ।
जब जीवन का पाठ पढ़ाती माँ
तब किताब बन जाती माँ।
कथनी में उसकी शिष्टाचार है।
करनी में उसकी संस्कार है।

प्रसंग – यह पद्यांश डॉ० मीनाक्षी वर्मा द्वारा रचित है। इसे ‘माँ’ शीर्षक कविता से लिया गया है। कवयित्री ने यहाँ माँ की महिमा का गुणगान किया है।

व्याख्या – कवयित्री कहती है कि माँ ईश्वर का अनुपम वरदान है। वह सभी रिश्तों में सबसे महान् है। माँ जब जीवन की शिक्षा देती है तो वह किताब बन जाती है। उसकी कथनी में शिष्टाचार झलकता है तथा उसकी करनी में संस्कार होता है।

भावार्थ – माँ की महिमा का गुणगान किया है।

2. जब हर क्षण का अहसास कराती माँ
तब समय बन जाती माँ।
जगने में उसके प्रभाव है
सोने में उसके रात है।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 13 माँ

प्रसंग – यह पद्यांश डॉ० मीनाक्षी वर्मा द्वारा रचित ‘माँ’ कविता से लिया गया है। इनमें माँ का गुणगान किया गया है।

व्याख्या – कवयित्री कहती है कि जब माँ हर क्षण का अहसास कराती है। तब वह समय बन जाती है। उसके जाग जाने में ही सवेरा होता है और उसके सो जाने से ही रात हो जाती है। माँ से मानों ही दिन – रात चलते हैं।

भावार्थ – माँ की महिमा का गुणगान किया है।

3. जब हर विपदा को हराती माँ
तब हिमालय बन जाती माँ।
साहस उसका हथियार है
ऊर्जा उसमें अपार है।

शब्यार्थ :

  • विपदा – विपत्ति।
  • हथियार – अस्त्र – शस्त्र।
  • अपार – जिसका पार न हो।

प्रसंग – यह काव्य पंक्तियाँ डॉ० मीनाक्षी वर्मा द्वारा रचित ‘माँ’ शीर्षक कविता से ली गई हैं। यहाँ माँ के साहस का वर्णन किया गया है।

व्याख्या – कवयित्री कहती है कि जब माँ जीवन में प्रत्येक विपत्ति को हरा देती है तब वह हिमालय के समान महान् बन जाती है। साहस उसका हथियार है। उसमें अपार ऊर्जा एवं शक्ति है।

भावार्थ – माँ के साहस एवं शक्ति को दर्शाया है।

4. जब ममता का प्रकाश फैलाती माँ
तब बाती बन जाती माँ।
दुख लेना उसको स्वीकार है
सख देना उसका सदाचार है।

शब्दार्थ :

  • सदाचार – अच्छा आचरण।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 13 माँ

प्रसंग – यह काव्य पंक्तियाँ डॉ० मीनाक्षी वर्मा द्वारा रचित है। यह ‘माँ’ शीर्षक कविता से लिया गया है। इसमें माँ की ममता का वर्णन है।

व्याख्या – कवयित्री कहती है कि जब माँ अपनी ममता का प्रकाश चारों तरफ फैला देती है तब माँ दीपक की जलने वाली बत्ती बन जाती है। उसे दूसरों का दुख लेना और दूसरों को सुख देना अच्छा लगता है।

भावार्थ – माँ की ममता तथा त्याग का चित्रण हुआ है।

5. जब खुशी के आँसू बहाती माँ
तब उत्सव बन जाती माँ।
दुआओं में उसकी चमत्कार है
प्रोत्साहन में उसके जय – जयकार है।

कठिन शब्दों के अर्थ :

  • उत्सव = त्योहार।

प्रसंग – प्रस्तुत पंक्तियाँ डॉ० मीनाक्षी वर्मा द्वारा लिखित ‘माँ’ नामक कविता में से ली . गई हैं। माँ की दुआएँ बहुमूल्य होती हैं। कवयित्री ने इसी को दर्शाया है।

व्याख्या – कवयित्री कहती है कि जब माँ खुश होकर आँसू बहाती है तब उत्सव के समान बन जाती है। चारों तरफ खुशी छा जाती है। उसके आशीर्वादों में बहुत बड़ा चमत्कार होता है। उसके प्रोत्साहन में जय – जयकार छिपा होता है।

भावार्थ – माँ की महिमा का गुणगान किया गया है।

6. जब खुद कम खाकर बच्चों को खिलाती माँ
तब गौरैया बन जाती माँ।
वात्सल्य प्रेम के उसमें भाव हैं
समर्पण उसका स्वभाव है।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 13 माँ

शब्दार्थ :

  • गौरेया = चिड़िया की एक जाति।
  • वात्सल्य = स्नेह।

प्रसंग – ये पंक्तियाँ डॉ० मीनाक्षी वर्मा द्वारा रचित कविता ‘माँ’ से ली गई हैं। इन में माँ के वात्सल्य का वर्णन किया गया है।

व्याख्या – कवयित्री कहती है कि जब माँ अपने आप कम खाकर अपने बच्चों को खिलाती है तब माँ गौरैया की तरह बन जाती है। उसमें वात्सल्य और प्रेम के भाव हैं। समर्पण उसका स्वभाव है अर्थात् वह दूसरों के प्रति सदा समर्पित रहती है।

भावार्थ – माँ के वात्सल्य भाव का वर्णन किया गया है।

7. जब आगे बढ़ने का गीत सुनाती माँ
तब नदी बन जाती माँ।।
मर्यादित रहना उसका व्यवहार है
सहनशीलता उसका उपहार है।

प्रसंग – यह पद्यांश डॉ० मीनाक्षी वर्मा द्वारा रचित ‘माँ’ नामक कविता से लिया गया है। कवयित्री ने माँ को नदी की तरह दर्शाया है।

व्याख्या – कवयित्री कहती है कि जब माँ अपने बच्चों को जीवन में आगे बढ़ने का गीत सुनाती है तब वह नदी बन जाती है। मर्यादा में रहना उसका व्यवहार है अर्थात् माँ सदा मर्यादाओं में रहती है। सहनशीलता उसका उपहार है।

भावार्थ – सहनशीलता और मर्यादा में रहना माँ के गुण हैं।

8. जब निःस्वार्थ सेवा भाव जगाती माँ
तब धरती बन जाती माँ
केवल देने में उसका विस्तार है
चरणों में उसके स्वर्गद्वार है।

प्रसंग – ये काव्य पंक्तियाँ डॉ० मीनाक्षी वर्मा द्वारा रचित ‘माँ’ नामक कविता से ली गई हैं। इनमें माँ को धरती की संज्ञा दी गई है।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 13 माँ

व्याख्या – कवयित्री कहती है कि जब माँ बिना किसी स्वार्थ के सेवा भावना जगाती है तब वह धरती बन जाती है। उसका विस्तार केवल देने में है। माँ सदा ही सबको वात्सल्य प्रेम देती है। उसके चरणों में ही स्वर्ग का द्वार है। भाव है कि माँ के चरणों में आकर स्वर्ग मिल जाता है।

भावार्थ – माँ धरती के समान सेवा करती है।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 12 ज्ञान और मनोरंजन का घर : साइंस सिटी

Punjab State Board PSEB 8th Class Hindi Book Solutions Chapter 12 ज्ञान और मनोरंजन का घर : साइंस सिटी Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 8 Hindi Chapter 12 ज्ञान और मनोरंजन का घर : साइंस सिटी (2nd Language)

Hindi Guide for Class 8 PSEB ज्ञान और मनोरंजन का घर : साइंस सिटी Textbook Questions and Answers

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 12 ज्ञान और मनोरंजन का घर : साइंस सिटी

ज्ञान और मनोरंजन का घर : साइंस सिटी अभ्यास

1. नीचे गुरुमुखी और देवनागरी लिपि में दिये गये शब्दों को पढ़ें और हिंदी शब्दों को लिखने का अभ्यास करें:

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 12 ज्ञान और मनोरंजन का घर साइंस सिटी 4
PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 12 ज्ञान और मनोरंजन का घर साइंस सिटी 5
उत्तर :
छात्र स्वयं पढ़ें एवं लिखने का अभ्यास करें।

2. नीचे एक ही अर्थ के लिए पंजाबी और हिंदी भाषा में शब्द दिये गये हैं। इन्हें ध्यान से पढ़ें और हिंदी शब्दों को लिखें :

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 12 ज्ञान और मनोरंजन का घर साइंस सिटी 6
PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 12 ज्ञान और मनोरंजन का घर साइंस सिटी 7
उत्तर :
छात्र स्वयं लिखने का अभ्यास करें।

3. शब्दार्थ :

  • अभिवादन = सम्मान करना
  • शिलान्यास = नींव पत्थर रखना
  • स्कूल का मुखिया
  • वरिष्ठ = पद या क्रम में बड़ा

उत्तर :
छात्र स्वयं अभ्यास करें।

4. इन प्रश्नों के उत्तर एक या दो वाक्यों में लिखें :

(क) साइंस सिटी का पूरा नाम क्या है? यह किसके नाम पर रखा गया है?
उत्तर :
साइंस सिटी का पूरा नाम ‘पुष्पा गुजराल साइंस सिटी’ है। यह पूर्व प्रधानमन्त्री इंद्र कुमार गुजराल की पूज्य माता जी के नाम पर रखा गया है।

(ख) इसका उद्घाटन कब हुआ और किसने किया?
उत्तर :
इसका उद्घाटन 19 मार्च, सन् 2005 को हुआ। इसे माननीय राज्यपाल एस० एफ० रोडरिज ने किया।

(ग) दिल के मॉडल में क्या दिखाया गया है?
उत्तर :
दिल के मॉडल में रक्त संचार प्रणाली दिखाई गई है. छाती में फेफडों की स्थिति में दिखाई गई है। हड्डियों और जोड़ों की गति दिखाई गई है।

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(घ) डायनासोर पार्क में कितनी तरह के डायनासोर हैं?
उत्तर :
डायनासोर पार्क में 26 तरह के डायनासोर हैं।

(ड) वोल्केनो आकृति की क्या विशेषता है?
उत्तर :
इस आकृति में चार हिलते-जुलते, मुँह फैलाते-आवाजें निकालते डायनासोर दिखाई देते हैं।

(च) डोम थियेटर की क्या विशेषता है?
उत्तर :
इसका फ्रेम आम थियेटर से दस गुणा बड़ा है। इसमें बड़ी पिक्चर आती है। आवाज़ बहुत साफ है।

(छ) फ्लाइट सिमुलेटर में क्या दिखाया गया है?
उत्तर :
इसमें वीडियो के माध्यम से स्क्रीन पर हवाई उड़ान दिखाई जाती है।

(ज) विजयन्त टैंक और एयर क्राफ्ट मिग 23 कहाँ पर हैं?
उत्तर :
ये दोनों साइंस सिटी के डिफैंस गैलरी में हैं।

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5. इन प्रश्नों के उत्तर चार या पाँच पंक्तियों में लिखें :

(क) साइंस सिटी में आपको देखने में जो सबसे अच्छा लगा, उसके बारे में लिखें।
उत्तर :

साइंस सिटी में सबसे अच्छा डायनासोर पार्क लगा। इसमें सब तरह के अलग अलग डायनासोर हैं जिन्हें 45 अलग-अलग मॉडलों में दिखाया गया है। 35 फुट ऊँची विचित्र आकृति में चार हिलते-जुलते, मुँह फैलाते तथा आवाजें निकालते डायनासोर दिखाई देते हैं।

(ख) साइंस सिटी में ज्ञान के साथ-साथ मनोरंजन भी होता है, स्पष्ट करें।
उत्तर :
यह बात सच है कि साइंस सिटी में रोमांच के साथ-साथ मनोरंजन भी होता है क्योंकि एक तरफ इसमें हमें विज्ञान के बारे में ज्ञान मिलता है और दूसरी तरह-तरह के दृश्य देखने को मिलते हैं। नई-नई जानकारियों मिलती हैं और साथ ही डायनासोर तथा चारों शो देखने से मनोरंजन भी होता है।

6. शब्दों से नये शब्द बनायें :

  1. फैला – फैलाव
  2. भाव = ____________
  3. बोझ = ____________
  4. डर = ____________
  5. रोमांच = ____________
  6. मनोरंजन = ____________
  7. असल = ____________
  8. आनंद = ____________

उत्तर :

  1. फैला = फैलाव
  2. भाव = भावना
  3. बोझ = बोझा
  4. डर = डरना
  5. रोमांच = रोमांचक
  6. मनोरंजक = मनोरंजन
  7. असल = असली
  8. आनन्द = आनन्दपूर्वक।

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7. लिंग बदलें :

  1. छात्र – छात्रा
  2. अध्यापक = अध्यापिका
  3. शिष्य = ____________
  4. नायक = ____________
  5. सुत = ____________
  6. सेवक = ____________
  7. प्रिय = ____________
  8. गायक = ____________
  9. लेखक = ____________

उत्तर :

  1. छात्र = छात्रा
  2. अध्यापक = अध्यापिका
  3. शिष्य = शिष्या
  4. नायक = नायिका
  5. सुत = सुता
  6. सेवक = सेविका
  7. प्रिय = प्रिया
  8. गायक = गायिका
  9. लेखक = लेखिका।

8. शुद्ध करके लिखें :

  1. छुटियाँ = ____________
  2. अभीवादन = ____________
  3. खेलकुद = ____________
  4. अधियापिका = ____________
  5. परणाली = ____________
  6. परदर्शनी = ____________
  7. थीयेटर = ____________
  8. कारयालय = ____________
  9. पराचारय = ____________
  10. ब्रहमंड = ____________
  11. द्रशक = ____________
  12. अनुरोद = ____________
  13. म्यूजिक = ____________
  14. ज्ञानवरधक = ____________
  15. दरासल = ____________
  16. आपरेशन = ____________

उत्तर :

  1. छुटियां = छुट्टियाँ
  2. खेलकुद = खेलकूद
  3. परणाली = प्रणाली
  4. थीयेटर = थियेटर
  5. पराचारय = प्राचार्य
  6. द्रशक = दर्शक
  7. म्यूजिक = म्यूजिक
  8. दरासल = दरअसल
  9. अभीवादन = अभिवादन
  10. अधियापिका = अध्यापिका
  11. परदर्शनी = प्रदर्शनी
  12. कारयालय = कार्यालय
  13. ब्रहमंड = ब्रह्मांड
  14. अनुरोद = अनुरोध
  15. ज्ञानवरधक = ज्ञानवर्धक
  16. आपरेशन = आप्रेशन।

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9. उचित योजक शब्द चुनकर रिक्त स्थान भरें :

(क) ____________ उन्होंने अनुमति दी ____________ हम साइंस सिटी देखने कपूरथला जायेंगे। (यद्यपि……तथापि, यदि……तो)
उत्तर :
यदि उन्होंने अनुमति दी तो हम साइंस सिटी देखने कपूरथला जायेंगे।

(ख) ऐसा लगता है ____________ सब कुछ आपके पास हो रहा है। (ताकि, मानो)
उत्तर :
ऐसा लगता है मानो सब कुछ आपके पास हो रहा है।

(ग) इनके मुँह में हाथ मत डालना ____________ दुर्घटना हो सकती है। (नहीं तो, यानि)
उत्तर :
इनमें मुँह में हाथ मत डालना नहीं तो दुर्घटना हो सकती है।

(घ) यहाँ 3डी में एक खास तरह का चश्मा पहनकर शो देखा जाता है ____________ दूर स्क्रीन पर दिखाए जा रहे चित्र आपके सामने लगते हैं। (और, जिससे कि)
उत्तर :
यहाँ 3 डी में एक खास तरह का चश्मा पहनकर शो देखा जाता है जिससे कि दूर स्क्रीन पर दिखाए जा रहे चित्र आपके सामने लगते हैं।

(ङ) हमने वहाँ बोटिंग की ____________ डायनासोर देखे। (या, और)
उत्तर :
हमने वहाँ बोटिंग की और डायनासोर देखे।

(च) मैंने वहाँ देखा तो सब कुछ था ____________ कुछ याद नहीं आ रहा। (चाहे, परन्तु)
उत्तर :
मैने वहाँ देखा तो सब कुछ था परन्तु कुछ याद नहीं आ रहा।

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10. इन शब्दों और मुहावरों के अर्थ लिखकर उन्हें वाक्यों में प्रयोग करें :

  1. शिलान्यास ____________
  2. कार्यालय ____________
  3. नाकों चने चबाना ____________
  4. खुशी में गद्गद् होना ____________
  5. करारा जवाब देना ____________
  6. छक्के छुड़ाना ____________

उत्तर :

  1. शिलान्यास-नींव रखना-इस साइंस सिटी का शिलान्यास हमारे देश के पूर्व प्रधानमन्त्री ने किया था।
  2. कार्यालय-दफ्तर-यह रोज़गार-कार्यालय है।
  3. नाकों चने चबाना-परेशान करना-रवि ने आयु में छोटा होकर भी उनको नाकों चने चबा दिए।
  4. खुशी में गद्गद् होना-बहुत खुश होना-राज्य में प्रथम आते ही प्रिया खुशी में गद्गद् हो गई।
  5. करारा जवाब देना-उल्टा जवाब देना-रवि ने विवेक को थप्पड़ मारकर करारा जवाब दे दिया।
  6. छक्के छुड़ाना-बुरी तरह हराना-भारत ने विश्व कप जीत कर अन्य सभी देशों के छक्के छुड़ा दिए।

11. उचित विराम चिह्न लगायें :

(क) बच्चो आप सब कैसे हो
उत्तर :
बच्चो ! आप सब कैसे हो?

(ख) क्या आपको इसका पूरा नाम पता है
उत्तर :
क्या आपको इसका पूरा नाम पता है?

(ग) हाँ सावधानी जरूर रखनी होगी
उत्तर :
हाँ, सावधानी ज़रूर रखनी होगी।

(घ) ओ शरारती वहाँ इस तरह की फिल्में नहीं होती
उत्तर :
ओ शरारती, वहाँ इस तरह की फिल्में नहीं होती।

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(छ) दीपशिखा पढ़ाई के साथ साथ संगीत खेलकूद ज्ञान विज्ञान में सब से आगे रहती थी
उत्तर :
दीपशिखा पढ़ाई के साथ-साथ संगीत, खेलकूद, ज्ञान-विज्ञान में सबसे आगे रहती थी।

निम्नलिखित पंजाबी वाक्यों का हिंदी में अनुवाद करें :

(क) ਗਰਮੀ ਤੋਂ ਬਾਅਦ ਸਕੂਲ ਦਾ ਅੱਜ ਪਹਿਲਾ ਦਿਨ ਸੀ।
(ख) ਇਹ ਅਸਲੀ ਡਾਇਨਾਸੋਰ ਨਹੀਂ ਹਨ।
(ग) ਹੈਲਥ ਗੈਲਰੀ ਵਿੱਚ 12 ਫੁੱਟ ਉੱਚਾ ਦਿਲ ਦਾ ਮਾਡਲ ਸੀ।
(घ) ਸਾਰੇ ਬੱਚੇ ਇੱਕਠੇ ਹੱਸ ਪਏ।
(छ) ਅਧਿਆਪਕਾ ਸਟਾਫ ਰੂਮ ਵੱਲ ਚਲ ਪਏ।

रचनात्मक अभिव्यक्ति :

(क) मौखिक अभिव्यक्ति -आप कभी शैक्षिक भ्रमण पर कहीं गये हों तो अपना अनुभव कक्षा में सुनायें।
उत्तर :
छात्र अध्यापक की सहायता से स्वयं करें।

(ख) लिखित अभिव्यक्ति – अपने मित्र/सहेली को पत्र द्वारा साइंस सिटी की विशेषतायें बताते हुए उसे देखने के लिए प्रोत्साहित करें।
उत्तर :
मकान नं० 181,
प्रेम विहार,
कपूरथला।
दिनांक 1 जनवरी, सन् 2020,
प्रिय अंकिता,
सप्रेम नमस्ते।

गत सप्ताह मैं अपने स्कूल की तरफ से साइंस सिटी कपूरथला को देखने गई थी। उसे देखकर मैं गद्गद् हो गई। वास्तव में वह तो मुझे एक अजूबा-सी लगी। उसकी हर वस्तु जहाँ ज्ञान प्रदान करती थी वहाँ हमारा मनोरंजन भी करती थी। यहाँ की हैल्थ गैलेरी में बारह फुट ऊँचा दिल का मॉडल है जिसमें रक्त संचार प्रणाली दिखाई गई है। डायनासोर पार्क तो बिल्कुल अलग तरह का है जिसमें छब्बीस प्रकार के अलग-अलग डायनासोरों के पैंतालीस मॉडल हैं। डोम थियेटर भी बहुत बड़ा है। इसका प्रेम सामान्य थियेटर से दस गुणा बड़ा है और इतना ही नहीं बल्कि वहाँ सभी कुछ बहुत अनोखा एवं ज्ञानवर्धक था। मुझे लगता है कि तुम्हें भी इसे देखना चाहिए। यह तुम्हारे मनोरंजन के लिए बहुत लाभदायक होगा।

तुम्हारी सहेली
सुप्रिया।

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(ग) रचनात्मक कार्य – साइंस सिटी के चित्र इकट्ठे करें और स्क्रैप बुक में लगायें।
उत्तर :
छात्र अध्यापक की सहायता से स्वयं करें।

परीक्षोपयोगी अन्य प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
साइंस सिटी कहाँ स्थित है?
उत्तर :
साइंस सिटी कपूरथला में है। यह जालन्धर-कपूरथला सड़क पर स्थित है।

प्रश्न 2.
साइंस सिटी का शिलान्यास कब और किसने किया?
उत्तर :
साइंस सिटी का शिलान्यास 17 अक्टूबर, सन् 1997 को तत्कालीन प्रधानमन्त्री श्री इन्द्र कुमार गुजराल ने किया।

प्रश्न 3.
साइंस सिटी का क्षेत्रफल कितना है?
उत्तर :
साइंस सिटी 72 एकड़ भूमि में फैला है।

प्रश्न 4.
साइंस सिटी के मुख्य आकर्षण क्या हैं?
उत्तर :
साइंस सिटी के मुख्य आकर्षण इस प्रकार हैं :-

  • डोम थियेटर
  • थ्री डी
  • लेज़र शो
  • फ्लाइट सिमुलेटर।

प्रश्न 5.
डोम थियेटर की क्या विशेषता है?
उत्तर :
डोम थियेटर की विशेषता इस प्रकार है :

  • डोम थियेटर एक विशेष प्रकार का थियेटर है।
  • इसका फ्रेम सामान्य थियेटर से दस गुणा बड़ा है।
  • इसमें बड़े आकार की तस्वीर दिखाई देती है।
  • इसकी आवाज़ बहुत साफ़ है।

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प्रश्न 6.
डोम थियेटर मे कैसी फिल्में दिखाई जाती हैं?
उत्तर :
डोम थियेटर में ब्रह्माण्ड, नील नदी का रहस्य जैसी ज्ञानवर्धक फिल्में दिखाई जाती हैं।

बहुविकल्पीय प्रश्न

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर लिखें

प्रश्न 1.
साइंस सिटी कहाँ स्थित है?
(क) जालंधर-अमृतसर सड़क पर
(ख) जालंधर-कपूरथला सड़क पर
(ग) जालंधर-फिरोजपुर सड़क पर
(घ) जालंधर-पठानकोट सड़क पर।
उत्तर :
(ख) जालंधर-कपूरथला सड़क पर

प्रश्न 2.
साइंस सिटी कितने एकड़ भूमि पर फैला हुआ है?
(क) 70
(ख) 72
(ग) 74
(घ) 76.
उत्तर :
(ख) 72

प्रश्न 3.
साइंस सिटी का शिलान्यास कब हुआ था?
(क) 17-10-1997
(ख) 17-11-1997
(ग) 17-12-1997
(घ) 17-9-1997.
उत्तर :
(क) 17-10-1997

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प्रश्न 4.
साइंस सिटी का जनता के लिए कब उद्घाटन हुआ?
(क) 19-2-2005
(ख) 19-3-2005
(ग) 19-4-2005
(घ) 19-5-2005.
उत्तर :
(ख) 19-3-2005

प्रश्न 5.
हैल्थ गैलरी में बारह फुट ऊँचा किसका मॉडल है?
(क) मानव कंकाल का
(ख) दिल का
(ग) किडनी का
(घ) पाचन तन्त्र का।
उत्तर :
(ख) दिल का

प्रश्न 6.
साइंस सिटी में डायनासोर के कितने मॉडल हैं?
(क) 40
(ख) 42
(ग) 44
(घ) 45
उत्तर :
(घ) 45

प्रश्न 7.
फ्लाइट सिमुलेटर में स्क्रीन पर क्या दिखाया जाता है?
(क) बुलट ट्रेन की रफ्तार
(ख) हवाई उड़ान
(ग) पनडुब्बी की यात्रा
(घ) अंतरिक्ष की मात्रा।
उत्तर :
(ख) हवाई उड़ान

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प्रश्न 8.
पुष्पा गुजराल का श्री इन्द्र कुमार गुजराल से क्या सम्बन्ध था?
(क) माता
(ख) पत्नी
(ग) बहन
(घ) बेटी।
उत्तर :
(क) माता

प्रश्न 9.
छाती के मॉडल में किसकी स्थिति दिखाई गई है?
(क) रक्त संचार
(ख) फेफड़े
(ग) हड्डियों
(घ) लीवर।
उत्तर :
(ख) फेफड़े

प्रश्न 10.
डोम थियेटर का फ्रेम आम थियेटर से कितने गुणा बड़ा है?
(क) दो
(ख) चार
(ग) आठ
(घ) दस।
उत्तर :
(घ) दस।

ज्ञान और मनोरंजन का घर : साइंस सिटी Summary in Hindi

ज्ञान और मनोरंजन का घर : साइंस सिटी पाठ का सार

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प्रस्तुत पाठ लेखक विनोद शर्मा द्वारा रचित है। इसमें लेखक ने साइंस सिटी कपूरथला का चित्रण किया है। कपूरथला साईंस सिटी बहुत बड़ा है। यह जालन्धर कपूरथला सड़क पर स्थित है। यह 72 एकड़ भूमि में फैली है। इस का पूरा नाम पुष्पा गुजराल साइंस सिटी है। यह पूर्व प्रधानमन्त्री श्री इन्द्र कुमार गुजराल की पूज्य माता जी के नाम पर है। इसका शिलान्यास 17 अक्टूबर, सन् 1997 ई० के तत्कालीन प्रधानमन्त्री श्री इन्द्र कुमार गुजराल ने किया था। इसका उद्घाटन माननीय राज्यपाल एस० एस० रोडरिज ने 19 मार्च, सन् 2005 को किया। तब से यह लगातार लोगों को ज्ञान प्रदान कर रहा है।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 12 ज्ञान और मनोरंजन का घर साइंस सिटी 2

साइंस सिटी की हैल्थ गैलरी में 12 फुट ऊँचा दिल का मॉडल बना है। वहाँ रक्त संचार प्रणाली दिखाई गई है। फेफड़ों की स्थिति एक मॉडल में दिखाई गई है। वहाँ एक ऑप्रेशन थियेटर भी दिखाया गया है। वहाँ एक डायनासोर पार्क, एक डिफैंस गैलरी और फन साइंस बहुत अनूठे हैं। डायनासोर पार्क में बहुत बड़े-बड़े डायनसोर खड़े हैं। इसमें 26 तरह के अलग-अलग डायनासोरों को 45 अलग-अलग मॉडलों में दिखाया गया है।

पैंतीस फुट ऊँची वोल्केनों आकृति में चार हिलते-जुलते, मुँह फैलाते-आवाजें निकालते डायनसोर दिखाई देते हैं। यह सब साऊंड और इलैक्ट्रॉनिक प्रणाली से है। यहाँ डोम थियेटर, लेजर थियेटर और थ्री० डी थियेटर तथा हवाई जहाजों में उड़ने जैसा कुछ है। ये सब साइंस सिटी के मुख्य आकर्षण हैं। यहाँ डोम थियेटर लेज़र शो, थ्री डी और फ्लाइट सिमुलेटर नामक थियेटर हैं।

इसमें डोम थियेटर आम थियेटर से दस गुणा बड़ा है। इनमें 40-50 मिनट की ज्ञानवर्धक ब्रह्माण्ड, नील नदी का रहस्य जैसी फिल्में दिखाई जाती हैं।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 12 ज्ञान और मनोरंजन का घर साइंस सिटी 3

लेज़र शो में लेज़र को मनोरंजन के लिए प्रयोग में लाया जाता है जिसमें म्यूजिक और लेज़र के साथ दशकों का मनोरंजन होता है। यहाँ थ्री डी शो विशेष प्रकार का चश्मा पहनकर देखा जाता है। फ्लाइट सिमुलेटर एक हवाई जहाज़ जैसे आकार का मॉडल है जिसमें दर्शक बैठ कर वीडियो के द्वारा हवाई जहाज़ देखते हैं। डिफैंस गैलरी में हमारे रक्षक एवं दुश्मनों का जबाव देने वाले टैंक हैं।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 12 ज्ञान और मनोरंजन का घर : साइंस सिटी

ज्ञान और मनोरंजन का घर : साइंस सिटी शब्दार्थ :

  • स्टाफ रूम = स्टाफ के बैठने का कमरा।
  • अभिवादन = नमस्कार।
  • स्नेहपूर्वक = प्रेम के साथ हर प्रत्येक।
  • बोटिंग = किश्ती (नौका) चलाना।
  • दिलचस्पी-मनपसंदगी।
  • पूर्व = पहले।
  • मैम = मैडम।
  • पिक्चर = तस्वीर।
  • अनुरोध = प्रार्थना, आग्रह।

ज्ञान और मनोरंजन का घर : साइंस सिटी सप्रसंग व्याख्या

1. हैल्थ गैलरी में 12 फुट ऊँचा दिल का मॉडल था। वहाँ रक्त संचार प्रणाली दिखाई गई थी। छाती में फेफड़ों की स्थिति एक मॉडल में दिखाई गयी थी और मैम एक साइकिल पर चढ़कर पैडल चलाकर हड्डियों और जोड़ों की गति दिखाई गई थी। ऐसे एक ऑप्रेरशन थियेटर भी दिखाया गया था। वहाँ और भी बहुत कुछ था।

प्रसंग-यह गद्यांश लेखक विनोध शर्मा द्वारा लिखित ज्ञान और मनोरंजन का घर साइंस सिटी नामक पाठ से लिया गया है। इसमें लेखक ने साइंस सिटी कपूरथला में स्थित दिल के मॉडल के बारे में बताया है।

व्याख्या-जागृति ने अध्यापिका को बताया कि हैल्थ गैलरी में 12 फुट ऊँचा दिल का मॉडल बना था। वहाँ मानव शरीर की रक्त संचार प्रणाली को दिखाया गया था। छाती में फेफड़ों की स्थिति के एक मॉडल के द्वारा दिखाया गया था। एक साइकिल पर चढ़कर पैडल चलाकर हड्डियों तथा जोड़ों की गति को दिखाया गया था। इसी तरह से एक ऑप्रेशन थियेटर भी दिखाया गया था। इसके साथ-साथ वहाँ और भी बहुत कुछ था।

भावार्थ-साइंस सिटी में स्थित दिल के मॉडल को दर्शाया गया है।

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2. ‘अरे, नहीं बच्चे-ये असल के डायनासोर नहीं हैं-दरअसल पार्क में 26 तरह के अलग-अलग डायनासोरों को 45 अलग-अलग मॉडलों में दिखाया गया है। पैंतीस फुट ऊँची ‘वोल्केनो’ आकृति में चार हिलते-जुलते, मुँह फैलाते-आवाजें निकालते डायनासोर दिखाई देते हैं। यह सब साऊंड और इलैक्ट्रॉनिक प्रणाली से है पर इनसे डरने की ज़रूरत नहीं। हाँ, सावधानी ज़रूर रखनी होगी। इनके मुँह में हाथ मत डालना नहीं तो दुर्घटना हो सकती है।”

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 12 ज्ञान और मनोरंजन का घर : साइंस सिटी

प्रसंग-यह पंक्तियाँ विनोद शर्मा द्वारा लिखित ज्ञान और मनोरंजन का घर साइंस सिटी पाठ से ली गई हैं। इसमें हरमन मैडम के साइंस सिटी में डायनासोर पार्क में स्थित डायनासोरों के बारे में समझाते हुए मैडम ने सावधान रहने के लिए कहा।

व्याख्या-मैडम हरमन ने कहा कि अरे बच्चे ! नहीं, ये वास्तव में डायनासोर नहीं हैं। वास्तव में इस पार्क में 26 प्रकार के अलग-अलग डायनासोरों को 45 अलग-अलग मॉडलों में दिखाया गया है। पैंतीस फुट ऊँची ‘वोल्केनो’ आकृति में चार हिलते-जुलते तथा अपना मुँह को फैलाते हुए, आवाजें निकालते हुए डायनासोर दिखाई देते हैं। ये सब साऊंड और इलैक्ट्रानिक प्रणाली से होते हैं। किन्तु इनसे डरने की ज़रूरत नहीं है। पर हमें सावधानी अवश्य रखनी चाहिए। इनके मुँह में हाथ नहीं डालना चाहिए अथवा कोई दुर्घटना अवश्य ही संभव हो सकती है।

भावार्थ-डायनासोर पार्क में स्थित डायनासोर मॉडलों के बारे में बताया है।

3. ‘हाँ बच्चों, ये सब साइंस सिटी के मुख्य आकर्षण हैं-इन चारों शो के लिए एक विशेष टिकट भी खरीदनी पड़ती है। इसमें है डोम थियेटर, लेज़र शो, थ्री डी और फ्लाइट सिमुलेटर। डोम थियेटर एक विशेष आकार का थियेटर है। जिसका फ्रेम आम थियेटर से दस गुणा बड़ा है। इसमें बहुत बड़े आकार की पिक्चर आती है और ऐसे लगता है मानो सब कुछ आपके पास हो रहा है। इसकी आवाज़ बहुत ही साफ़ है।

प्रसंग-यह गद्यांश लेखक ‘विनोद शर्मा’ द्वारा लिखित है। यह ज्ञान और मनोरंजन का घर साइंस सिटी शीर्षक पाठ से लिया गया है। इसमें साइंस सिटी के मुख्य आकर्षणों के बारे में बताया गया है।

व्याख्या-मैडम बच्चों को संबोधित कर कहती है कि डोम थियेटर, लेज़र शो, थ्री० डी० और फ्लाइट सिमुलेटर में सभी साइंस सिटी के मुख्य आकर्षण हैं। इन चारों शो के लिए एक विशेष टिकट भी खरीदनी होती है। इनमें डोम थियेटर एक विशेष आकार का थियेटर है जिसका फ्रेम सामान्य थियेटर से दस गुणा बड़ा होता है। इसमें बहुत बड़े आकार की तस्वीर होती है। उसे देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि सब कुछ आपके पास घटित रहा है। इसकी आवाज़ बहुत ही साफ है।

भावार्थ-साइंस सिटी के चार मुख्य आकर्षणों पर विचार किया गया है।

PSEB 8th Class Hindi Solutions Chapter 12 ज्ञान और मनोरंजन का घर : साइंस सिटी

4 बच्चो ! उसे फ्लाईट सिमुलेटर कहते हैं दरअसल इसमें एक हवाई जहाज जैसे आकार का मॉडल है जिसमें दर्शक बैठते हैं। वहाँ वीडियो के माध्यम से स्क्रीन पर हवाई उड़ान दिखाई जाती है। इधर हवाई जहाज जैसे मॉडल के नीचे लिफ्ट जैसी कोई मशीन होती है जो उसे दाएँ-बाएँ, ऊपर नीचे करता है। इस तरह दर्शकों को ऐसे लगता है जैसे वायुयान ही उड़ान भर रहे हों। यह बहुत ही मनोरंजक व रोमांचक लगता है,” अध्यापिका ने बताया।

प्रसंग-यह गद्यांश ‘ज्ञान और मनोरंजन का घर साइंस-सिटी’ नामक पाठ से लिया गया है जो विनोद शर्मा द्वारा लिखित है। कलजीत ने मैम से फ्लाइट के बारे में पछा तो मैम ने उसे इस के बारे में बताया।

व्याख्या-अध्यापिका ने कुलजीत तथा अन्य बच्चों को बताया कि उसे फ्लाइट सिमुलेटर कहते हैं। वास्तव में इसमें एक हवाई जहाज़ जैसे आकार का मॉडल है जिसमें दर्शक बैठते हैं। वहाँ वीडियो के माध्यम से स्क्रीन पर हवाई जहाज उडान दिखाई जाती है। इधर हवाई जहाज़ जैसे मॉडल के नीचे लिफ्ट जैसी कोई मशीन होती है जो उसे दाएँ से बाएँ, ऊपर-नीचे करती है। इसे देखकर दर्शकों को ऐसा लगता है जैसे वे वायुयान की उड़ान भर रहे हों। यह बहुत ही रोमांचक एवं मनोरंजक लगता है।

भावार्थ-साइंस सिटी के प्रमुख आकर्षण फ्लाइट सिमुलेटर के बारे में बताया है।