PSEB 8th Class Computer Solutions Chapter 2 इंटरनैट फंडामैंटल्स

Punjab State Board PSEB 8th Class Computer Book Solutions Chapter 2 इंटरनैट फंडामैंटल्स Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 8 Computer Chapter 2 इंटरनैट फंडामैंटल्स

Computer Guide for Class 8 PSEB इंटरनैट फंडामैंटल्स Textbook Questions and Answers

1. रिक्त स्थान भरें

1. इंटरनैशनल नैटवर्क ऑफ कम्प्यूटर को ……….. कहा जाता है।
(क) अपरानैट
(ख) इंटरनेट
(ग) इंटरानैट
(घ) इथरनैट।
उत्तर-
(ख) इंटरनेट

2. www का मतलब है ……………।
(क) वर्ल्ड वाइड वैब
(ख) वाइड वैब वर्ल्ड
(ग) वाइड वर्ल्ड वैब
(घ) वैब वर्ल्ड वाइड।
उत्तर-
(क) वर्ल्ड वाइड वैब

3. …………. द्वारा आनलाइन इंटरनैट से बातचीत की जाती है।
(क) ई-कामर्स
(ख) चैटिंग
(ग) www
(घ) कोई नहीं।
उत्तर-
(ख) चैटिंग

4. …………. मेल भेजने का सबसे तेज़ तरीका है।
(क) टैलीग्राम
(ख) लैटरज़
(ग) आई० एस ० पी०
(घ) ई-मेल।
उत्तर-
(घ) ई-मेल।

5. ………. एक यंत्र है जो कम्प्यूटर को टैलीफोन से जोड़ता है।
(क) मोडम
(ख) टैलीफोन तार
(ग) माऊस
(घ) मोबाइल।
उत्तर-
(क) मोडम

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2. पूरे नाम लिखो

1. www
2. Email
3. MODEM
4. ARPANET
5. ISDN
6. DSL
Answer:
1. WWW-World Wide Web
2. Email-Electronic Mail
3. MODEM–Modulator Demodulator
4. ARPANET-Advanced Research Project Agency Network
5. ISDN-Integrated Service Digital Network
6. DSL-Digital Subscriber Line

3. छोटे उत्तर वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
इंटरनैट क्या है?
उत्तर-
दुनिया में फैले अलग-अलग तरह के नैटवर्कों को आपस में जोड़कर इंटरनैट बनता है। इससे सूचना का आदान-प्रदान करवाया जा सकता है। इंटरनेट का इस्तेमाल नीचे लिखे कामों के लिए किया जाता है-

  1. व्यापार और उद्योगों के लिए
  2. संचार के लिए
  3. शिक्षा के लिए
  4. मनोरंजन के लिए
  5. विज्ञान के लिए
  6. सिखलाई के लिए।

प्रश्न 2.
इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर (ISP) की उदाहरण दें।
उत्तर-
इंटरनैट सर्विस प्रोवाइडर्ज यूज़र को इंटरनेट की सुविधा प्रदान करवाता है। वह यूज़र से फीस प्राप्त करता है। यह फीस इंटरनैट इस्तेमाल करने के हिसाब से होती है।
इंटरनेट की अलग-अलग सेवाओं के लिए आपको अपने ISP (इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर) में खाता खोलना पड़ेगा। BSNL एक ISP का उदाहरण है।

प्रश्न 3.
ई-कॉमर्स से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर-
इंटरनेट का उपयोग करके व्यापार करने तथा शापिंग करने वाली सुविधा को ई-कॉमर्स कहते हैं।

प्रश्न 4.
वैब ब्राऊजिंग क्या है ?
उत्तर-
इंटरनैट पर ब्राऊजर की मदद से विभिन्न वैब साईट को देखने की प्रक्रिया वैब ब्राऊजिंग कहलाती है। इस से हम सूचना देख सकते हैं, ढूंढ सकते हैं तथा लोगों को भी ढूंढ सकते हैं।

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4. बड़े उत्तर वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
MODEM क्या है? मोडम की किस्में तथा रफ्तार बताओ।
उत्तर-
डिजीटल से एनालॉग सिग्नल और एनालोग से डिजीटल सिग्नल में बदलने वाले उपकरण को मोडम कहा जाता है। मोडम दो प्रकार के होते हैं

  1. अन्दरूनी मोडम
  2. बाहरी मोडम बाहरी मोडम एक डिब्बे के रूप में कम्प्यूटर से बाहरी तरफ से केबल से जोड़े जाते हैं।

अन्दरूनी मोडम कम्प्यूटर के बीच ही लगे होते हैं। मोडम की रफ़्तार भी अलग-अलग होती है। धीमे मोडम सन्देश को भेजते समय अधिक समय लगाते हैं। केबल या टेलीफोन की तार दीवार से लगे प्लग के द्वारा मोडम में जाती है। आजकल तो बेतार मॉडम भी आ गए हैं जो मोबाइल फोन की तरह हवा में ही काम करते हैं।

मोडम की रफ़्तार अलग-अलग होती है। धीमे मोडम सन्देश भेजते या प्राप्त करते समय अधिक समय लगाते हैं। यह इंटरनेट से फाइलों की नकल करने पर भी अधिक समय लगाते हैं। अगर संचार वाले दोनों कम्प्यूटरों में अलग-अलग रफ़्तार वाले मोडम हों तो संचार कम रफ्तार वाले मोडम की रफ्तार के साथ होता है। तेज़ संचार करवाने के लिए अधिक रफ़्तार वाले मोडम ही प्रयोग करने चाहिए। आमतौर पर 28.8 Kbps रफ़्तार वाला मोडम प्रयोग किया जाता है। सर्किंग के लिए कम-से-कम 56 Kbps वाले मोडम की सिफारिश की जाती है।

प्रश्न 2.
इंटरनेट द्वारा प्रदान की जाने वाली सुविधाओं का वर्णन करो।
उत्तर-
इंटरनेट द्वारा निम्नलिखित सुविधाएं मिलती हैं-
1. ख़बर तथा जानकारी प्राप्त करना-इंटरनेट से हम ऑनलाइन अख़बार से ख़बरें पढ़ सकते हैं। इससे हम देश-विदेश की किसी भी प्रकार की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

2. कला तथा मनोरंजन-इंटरनेट पर हम गेम खेल सकते हैं, गाने सुन सकते हैं, फिल्में देख सकते हैं, चुटकुले कहानियां आदि पढ़ सकते हैं। इंटरनेट की सहायता से इन सभी के द्वारा हम अपना मनोरंजन कर सकते हैं।

3. खरीदारी-इंटरनेट की सहायता से हम दुनिया में कहीं से भी कपड़े, किताबें, गिफ्ट या अन्य ज़रूरी सामान आदि खरीद सकते हैं। इस प्रक्रिया को ऑनलाइन शॉपिंग कहा जाता है।

4. पत्र भेजना-इंटरनेट पर पत्र भेजने की सर्विस को ईमेल कहते हैं। इंटरनेट की सहायता से हम दुनिया । में किसी भी व्यक्ति को ईमेल भेज सकते हैं तथा किसी से भी ईमेल प्राप्त कर सकते हैं। ईमेल के जरिए हम तस्वीरें, फिल्में, आवाज़ आदि दूसरों को भेज सकते हैं।

5. सेहत तथा तंदुरुस्ती-इंटरनेट के द्वारा हम अपने स्वास्थ्य से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके द्वारा हम किसी भी डॉक्टर से ज़रूरी सलाह भी कर सकते हैं।

6. सैर सपाटा-इंटरनेट पर दुनिया भर के सैर सपाटे से संबंधित जानकारी रेल टिकट, हवाई टिकट तथा विभिन्न होटलों के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सकती है।

7. चैटिंग-इंटरनेट के द्वारा हम दुनिया में किसी भी व्यक्ति के साथ टैक्सट, ऑडियो या वीडियो चैट कर सकते हैं।

8. बैंकिंग-इंटरनेट की सहायता से हम अपने बैंक के कार्य भी कर सकते हैं। ऑनलाइन बैंकिंग के द्वारा बैंक से संबंधित लगभग सभी कार्य किए जा सकते हैं।

9. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग-वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में दो या दो से ज्यादा व्यक्ति एक-दूसरे को देख कर बात करते हैं। इसके लिए वेब कैमरे का प्रयोग किया जाता है।

प्रश्न 3.
ई-मेल क्या है ? इसके प्रयोग के लाभ लिखो।
उत्तर-
ई-मेल एक इलैक्ट्रॉनिक मेल है जिसके द्वारा कम्प्यूटर से पत्र भेजे जाते हैं। इसके द्वारा दुनिया भर में कहीं भी एक ही समय सन्देश पहुँचाया जा सकता है। इंटरनेट इस्तेमाल करने के समय आपके पास विलक्षण ई-मेल पता होना चाहिए। ई-मेल के पते को दो हिस्सों में बांटा जा सकता है, यूज़र नेम और होस्ट नेम। ई-मेल में @ संकेत होता है जिसको ‘ऐट दा रेट ऑफ’ कहा जाता है। [email protected] ई-मेल के पते की एक उदाहरण है।

ई-मेल के लाभ-ई-मेल के बहुत सारे लाभ हैं जो कि नीचे लिखे अनुसार हैं-
1. खर्च (Cost)-इंटरनैट के प्रयोग के लिए दी जाने वाली रकम के बिना अन्य कुछ नहीं लगता। यूज़र को डाक टिकटों के पैसे नहीं पड़ते। यह फैक्स से भी सस्ती पड़ती है। फैक्स पर कागज़ और टैलीफोन के खर्चे पड़ते हैं। ई-मेल करते समय ऐसा कोई खर्चा नहीं पड़ता। लम्बे सन्देश का खर्च छोटे सन्देश जितना होता है। उदाहरण के लिए स्विट्ज़रलैंड और अपने शहर में सन्देश का खर्च बराबर होता है।

2. रफ़्तार (Speed)-ई-मेल की रफ्तार हमारे दूसरे चिट्ठी-पत्र से अधिक होती है। ई-मेल सन्देश अपनी मंजिल पर कुछ मिनटों-सैकिण्डों में पहुंच जाते हैं। एक दिन में कई बार पत्र-व्यवहार किया जा सकता है।

3. आराम (Convenience)-कम्प्यूटर का इस्तेमाल करने वाले सन्देश को अपने कम्प्यूटर पर टाइप करते हैं और फिर ई-मेल कर देते हैं। इसके साथ न कागज़ का प्रयोग होता है, न कोई डाक खर्चा आता है और न ही कोई अन्य समस्या आती है।

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प्रश्न 4.
वर्ल्ड वाइड वेब पर एक नोट लिखो।
उत्तर-
वर्ल्ड वाइड वेब एक बहुत बड़ा कंप्यूटर नेटवर्क है जिसे हम इंटरनेट एक्सप्लोरर या गूगल क्रोम जैसे ब्राउज़र का प्रयोग करके सर्च कर सकते हैं। इससे हम आवश्यकता अनुसार जानकारी तथा सूचना प्राप्त कर सकते हैं। यह बहुत सारी पब्लिक वेबसाइट का समूह है जो आपस में हाइपरलिंक की सहायता से जुड़े हुए हैं। इसमें वेबसाइट के साथ क्लाइंट उपकरण जैसे कि कंप्यूटर मोबाइल फोन आदि भी शामिल होते हैं जो पूरी दुनिया में इंटरनेट से जुड़े होते हैं।

वर्ल्ड वाइड वेब तथा इंटरनेट इकट्ठे ही कार्य करते हैं, पर यह दोनों एक समान नहीं हैं। असल में वर्ल्ड वाइड वेब इंटरनेट पर फैला हुआ वैब पेजों का एक जाल है। यह सारे वेब पेज एचटीएमएल में बने होते हैं तथा आपस में हाइपरलिंक द्वारा जुड़े होते हैं। हाइपरलिंक द्वारा आपस में जुड़े होने के कारण इनका एक जाल बन जाता है जो पूरी दुनिया में फैला होता है। इसी कारण इसे वर्ल्ड वाइड वेब कहा जाता है।

प्रश्न 5.
इंटरनेट द्वारा प्रदान की जाने वाली मुख्य सेवाओं का वर्णन करो।
उत्तर-
1. वर्ड वाइड वैब-वर्ड वाइड वैब इंटरनैट पर वैब पेज का एक जाल है। ये पेज आपस में लिंकड होते हैं। इस को किसी खास एडरैस द्वारा पाया जाता है। इसको कम्प्यूटर, लैपटाप, मोबाइल, आदि पर असैस किया जा सकता है। वर्ल्ड वाइड वैब Www इंटरनैट की बहुत बड़ी सेवा है। इसके द्वारा पूरी दुनिया की सूचना प्राप्त की जा सकती है। इसमें व्यापार, शिक्षा स्रोत, सेहत और सरकारी अदारों आदि से सम्बन्धित सूचना शामिल होती है। यह हर एक स्थान पर यूज़र की सोच, विचारों और पसंद के मुताबिक सेवाएं देती हैं।

2. ई-मेल-ई-मेल एक इलैक्ट्रॉनिक मेल है जिसके द्वारा कम्प्यूटर से पत्र भेजे जाते हैं। इसके द्वारा दुनिया भर में कहीं भी एक ही समय सन्देश पहुँचाया जा सकता है। इंटरनेट इस्तेमाल करने के समय आपके पास विलक्षण ई-मेल पता होना चाहिए। ई-मेल के पते को दो हिस्सों में बांटा जा सकता है, यूजर नेम और होस्ट नेम। ई-मेल में @ संकेत होता है जिसको ‘ऐट दा रेट ऑफ’ कहा जाता है। [email protected] ई-मेल के पते की एक उदाहरण है।

3. ई-कामर्स-ई-कामर्स इंटरनैट पर व्यापार को करते हैं। इससे हम अपनी ज़रूरत की वस्तुएं 24 घंटे खरीद, बेच सकते हैं।

4. सोशल नेटवर्किंग साइट-यह इंटरनैट पर सोशल ग्रुप की साइट होती है। इसमें यूज़र अपना प्रोफाइल बना कर दूसरों से वार्तालाप तथा अपने अनुसार शेयर कर सकता है।

5. विडीयो कानसिंग-यह कैमरे का उपयोग करती है। इसमें हम तस्वीरों तथा आवाज़ द्वारा अपने विचार दूसरों से साझा कर सकते हैं। हम दूसरों को देख भी सकते हैं। इसमें समय की बहुत बचत होती है।

6. चैटिंग-यह फोन पर की जाने वाली बातचीत की तरह ही होती है। फर्क सिर्फ इतना है कि इसमें बातचीत के लिए शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है। अगर आप इंटरनेट से जुड़े हो तो आप टैलीफोन में बोलने के स्थान पर कम्प्यूटर में टाइप करोगे। आजकल व्याँस चैट (जुबान के द्वारा चर्चा) करनी भी सम्भव हो गई है। व्यॉस चैट में आप बोल और सुन सकते हो।

7. वैबसाइट को सर्च करना-वैबसाइट पर पन्नों की गिनती निश्चित नहीं होती। यह अनगिनत होते हैं। यह बढ़ते ही रहते हैं। बड़ी कम्पनियां अपने वैब पन्नों को डाटाबेस में सम्भाल के रखती हैं। जानकारी ढूँढ़ने के लिए सर्च इंजन का प्रयोग किया जाता है। यह बहुत ही शक्तिशाली प्रोग्राम होता है। ढूँढ़ी जाने वाली जानकारी को टाइप करके सर्च (खोज) की जाती है। यह उस शब्द से सम्बन्धित अनेकों वैबसाइटों की सूची जारी करता है।

PSEB 8th Class Computer Guide इंटरनैट फंडामैंटल्स Important Questions and Answers

रिक्त स्थान भरो

1. मोडम ……….. को एनालॉग सिग्नल में बदलता है।
(क) एनालॉग
(ख) डिजिटल
(ग) दोनों ही
(घ) कोई भी नहीं।
उत्तर-
(ख) डिजिटल

2. ……… ऑनलाइन बातचीत का तरीका है।
(क) चैटिंग
(ख) ईमेल
(ग) सचिंग
(घ) कोई भी नहीं।
उत्तर-
(क) चैटिंगग।

2. पूरा नाम लिखो
1. DOD
2. TCP/IP
3. IAP
4. URL
5. ISP
Answer:
1. DOD – Department of Defence
2. TCP/IP-Transmission Control Protocol/Internet Protocol
3. IAP-Internet Access Providers
4. URL-Uniform Resource Locator
5. ISP-Internet Service Provider

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छोटे उत्तर वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
सोशल नेटवर्किंग साइट क्या होती है ?
उत्तर-
सोशल नेटवर्किंग साइट वह होती है जो हमें ऑनलाइन सामाजिक समूह बनाने में मदद करती है। facebook.com एक सोशल नेटवर्किंग साइट है।

प्रश्न 2.
कुछ सोशल नेटवर्किंग साइट के नाम बताओ।
उत्तर-
Facebook, Twitter, Orkut, Linkedin, Fickr

प्रश्न 3.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग क्या होती है ?
उत्तर-
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग वह सहूलियत है जिसके द्वारा हम किसी भी दूसरे व्यक्ति की वीडियो देख कर उसके साथ बातचीत कर सकते हैं।

प्रश्न 4.
ब्राउजिंग क्या होती है ?
उत्तर-
इंटरनेट पर वेब साइट देखने की प्रक्रिया को ब्राउजिंग कहते हैं।

प्रश्न 5.
इंटरनेट कनेक्शनों के नाम बताओ।
उत्तर-
डायल अप, ब्रॉडबैंड, वायरलेस, डी० एस० एल०, आई० एस० डी० एन०।

प्रश्न 6.
मोडम का पूरा नाम बताओ।
उत्तर-
मोडूलेटर-डीमोडूलेटर।

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प्रश्न 7.
मोडम की किस्में बताओ।
उत्तर-
मोडम की निम्नलिखित किस्में हैं –

  1. अंदरूनी मॉडल
  2. बाहरी मॉडल

प्रश्न 8.
ISP का पूरा नाम बताओ।
उत्तर-
ISP का पूरा नाम है-Internet Service Provider.

प्रश्न 9.
URL का पूरा नाम बताओ।
उत्तर-
URL का पूरा नाम है-Uniform Resource Locator.

प्रश्न 10.
www क्या है ? बताओ।
उत्तर-
www का अर्थ है-वर्ल्ड वाइड वैब। यह इंटरनैट पर फैला हुआ वैबसाइटों का एक जाल है।

प्रश्न 11.
इंटरनैट कुनैक्शनों की किस्में बताएं।
उत्तर-
इंटरनैट कुनैक्शन इस प्रकार के होते हैं-

  1. डायल-अप कुनैक्शन
  2. ब्रॉड बैंड
  3. वायरलैस
  4. डी० एस० एल०
  5. आई० एस० डी० एन० ।

प्रश्न 12.
ई-मेल के बारे में बताओ।
उत्तर-
ई-मेल इंटरनैट की एक वह सुविधा है जिसके द्वारा दुनिया में किसी भी कम्प्यूटर, जो इंटरनैट से जुड़ा हो, तक संदेश भेज सकते हैं।

प्रश्न 13.
वैब सचिंग क्या है?
उत्तर-
इंटरनैट पर किसी भी वस्तु को ढूंढ़ने की प्रक्रिया को वैब सचिंग कहते हैं।

प्रश्न 14.
इंटरनेट के लिए कौन-कौन से हार्डवेयर ज़रूरी हैं ?
उत्तर-
इंटरनैट के लिए निम्न हार्डवेयर ज़रूरी है-

  1. एक पर्सनल कम्प्यूटर जिसकी स्पीड 800 Mz या ज्यादा हो।
  2. 128 MB या ज्यादा RAM
  3. टैलीफोन कुनैक्शन लाइन
  4. मोडम।

PSEB 8th Class Computer Solutions Chapter 1 टाइपिंग ट्यूटर

Punjab State Board PSEB 8th Class Computer Book Solutions Chapter 1 टाइपिंग ट्यूटर Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 8 Computer Chapter 1 टाइपिंग ट्यूटर

Computer Guide for Class 8 PSEB टाइपिंग ट्यूटर Textbook Questions and Answers

1. रिक्त स्थान भरो

1. ………. फोंट का प्रयोग पंजाबी में टाइप करने के लिए किया जाता है।
(क) अनमोल लिपि
(ख) रावी
(ग) जोआए
(घ) उपरोक्त सभी।
उत्तर-
(घ) उपरोक्त सभी।

2. अनमोल लिपि के साथ टाइप करते समय बाएं हाथ की छोटी उंगली से होम रोअ की ………………………… कीअ दबाई जाती है |
(क) θ/ਅ
(ख) म/म
(ग) र/प
(घ) ਢ/ह
उत्तर-
(क) θ/ਅ

3. अनमोल लिपि को टाइप करते समय बाएं हाथ की रिंग उंगली के साथ दूसरी रोअ की ………………………. .
कीअ दवाई जाती है।
(क) उ/ਬ
(ख) \(\mathrm{T} / \dot{\mathrm{T}}\)
(ग) ट/6
(घ) ਰ/;
उत्तर-
(ख) \(\mathrm{T} / \dot{\mathrm{T}}\).

PSEB 8th Class Computer Solutions Chapter 1 टाइपिंग ट्यूटर

4. अनमोल लिपि टाइप करते समय दाएं हाथ की इंडेक्स उंगली के साथ तीसरी रोअ की ………………. कीअ दवाई जाती है |
(क) घ/उ
(ख) ਨ/ \(\dot{\mathrm{T}}\)
(ग) ਮ/”
(घ) ਮ/ ਨ/
उत्तर-
(ख) ਨ/ \(\dot{\mathrm{T}}\)

5. नंबर पैड का प्रयोग करने के लिए ……………………….. कीअ ON रखनी चाहिए।
(क) Num Lock
(ख) Caps Lock
(ग) Scroll Lock
(घ) इनमें से कोई भी नहीं।
उत्तर-
(क) Num Lock

2. सही या गलत बताओ-

1. टाइपिंग करने के लिए कीबोर्ड को दो हिस्सों में बांटा गया है एक बाएं हाथ के लिए तथा एक दाएं हाथ के लिए।
उत्तर-
सही

2. टच टाइपिंग एक ऐसी तकनीक है जिसके द्वारा हम कीबोर्ड को देखते हुए तेज़ रफ़्तार से टाइपिंग करना सीख सकते हैं।
उत्तर-
गलत

3. अनमोल लिपि फोंट हमें पंजाबी में टाइप करने में मदद करता है।
उत्तर-
सही

4. स्पेस बार कीअ दबाने के लिए हम छोटी उंगली का प्रयोग करते हैं।
उत्तर-
गलत

5. Shift कीअ का प्रयोग अगली लाइन में जाने के लिए किया जाता है।
उत्तर-
गलत।

3. छोटे उत्तर वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
टच टाइपिंग क्या होती है ?
उत्तर-
टच टाइपिंग एक ऐसी तकनीक है जिसके द्वारा हम बिना कीबोर्ड को देखें अपनी सारी उंगलियों का प्रयोग करके तेज़ रफ्तार से टाइपिंग करनी सीख सकते हैं अगर हम कीबोर्ड देखकर एक एक कीअ ढूंढ कर टाइपिंग करते हैं तो हमारी स्पीड बहुत कम हो जाती है।

प्रश्न 2.
होम रोअ पर हमारी उंगलियों की स्थिति का वर्णन करो।
उत्तर-
होम रोअ पर हमारी उंगलियों की स्थिति निम्न अनुसार होती है-
सबसे पहले हमारे बाएं हाथ की चौथी उंगली (लिटिल फिंगर) A कीअ ऊपर, तीसरी उंगली S कीअ के ऊपर, दूसरी उंगली D कीअ के ऊपर तथा पहली उंगली F कीअ के ऊपर तथा साथ ही G कीअ के ऊपर होनी चाहिए। दाएं हाथ की चौथी तीसरी दूसरी तथा पहली उंगली क्रमवार ; L, K, J, H पर होनी चाहिए।

PSEB 8th Class Computer Solutions Chapter 1 टाइपिंग ट्यूटर

प्रश्न 3.
पंजाबी भाषा में टाइपिंग किस प्रकार की जाती है ?
उत्तर-
अनमोल लिपि फोंट द्वारा हम आसानी से पंजाबी में टाइपिंग कर सकते हैं। हम अंग्रेजी भाषा की टाइपिंग में प्रयोग होने वाली उंगलियों की स्थिति के अनुसार पंजाबी भाषा में भी टाइपिंग का अभ्यास कर सकते हैं। टाइप करने से पहले हमें अनमोल लिपि फोंट का चुनाव करना पड़ता है।

प्रश्न 4.
पंजाबी भाषा में टाइप करने के लिए कोई तीन फोंट का नाम लिखो ?
उत्तर-
पंजाबी भाषा में टाइप करने के लिए 3 फोंट निम्नानुसार हैं-

  1. अनमोल,
  2. रावी,
  3. जोआए।

4. बड़े उत्तर वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
हम अपनी टाइपिंग की स्पीड कैसे बढ़ा सकते हैं ?
उत्तर-
टाइपिंग स्पीड को निम्न हिदायतों का प्रयोग कर बढ़ाया जा सकता है-

  1. हमारे हाथ की उंगलियां होम रोअ पर होनी चाहिए।
  2. हमें हमेशा यहीं से शुरू कर वापिस आना चाहिए।
  3. होम रोअ की पोजीशन से बाकी कीज़ तक पहुंचो।
  4. अपना ध्यान सही कीअ दबाने पर रखो।।
  5. कीअ-बोर्ड को मत देखो।
  6. लगातार, आराम से तथा सही टाइप करने की तरफ ध्यान रखें।
  7. जिस भी कीअ को दबाओ उसको मन में दोहराओ।

प्रश्न 2.
अनमोल लिपि का कीअ मैप बनाएं।
उत्तर-
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PSEB 8th Class Computer Guide टाइपिंग ट्यूटर Important Questions and Answers

रिक्त स्थान भरें

1. टाइप मास्टर …………. सिखाने के लिए प्रयोग होता है।
(क) प्रोग्रामिंग
(ख) कम्प्यू टर
(ग) प्रिंटिंग
(घ) टाइपिंग।
उत्तर-
(घ) टाइपिंग।

2. कीअ-बोर्ड ………… भागों में बांटा जाता है।
(क) तीन
(ख) चार
(ग) दो
(घ) पांच।
उत्तर-
(ग) दो

3. न्यूमैरिक पैड …………. तरफ होते हैं।
(क) दायें
(ख) वायें
(ग) ऊपर
(घ) नीचे।
उत्तर-
(क) दायें

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4. …………… की, कीअ-बोर्ड के दोनों तरफ होती है।
(क) फंक्श न
(ख) स्पैशल
(ग) ऐरो
(घ) शिफ्ट।
उत्तर-
(घ) शिफ्ट।

सही या ग़लत बताएँ

1. टाइप मास्टर टाइप की गति में सुधार करने में मदद करता है।
उत्तर-
सही

2. टच टाइपिंग में हम कीअ-बोर्ड को बगैर छुए टाइप कर सकते हैं।
उत्तर-
ग़लत

3. न्यूमैरिक पैड कीअ-बोर्ड के दाईं तरफ होता है।
उत्तर-
सही

4. न्यूमैरिक पैड की सहायता से टैक्सट टाइप किया जाता है।
उत्तर-
ग़लत

5. शिफ्ट कीअ सिर्फ एक होती है।
उत्तर-
ग़लत।

छोटे उत्तर वाले प्रश्न

प्रश्न 1.
कीअ-बोर्ड के प्रयोग के लिए निर्देश लिखें।
उत्तर-

  1. कीज़ को जल्दी-जल्दी न दबाएं।
  2. कीज़ को बराबर तथा सही ढंग से दबाएं।
  3. कीज़ को हल्का दबाने की आदत डालें।
  4. प्रत्येक शब्द टाइप करने के बाद दायें अँगूठे से स्पेस बार दबाएं।
  5. टाइप के दौरान आपकी आँखों, हाथों तथा दिमाग़ का सही तालमेल होना चाहिए।

प्रश्न 2.
टाइप मास्टर क्या है ?
उत्तर-
टाइप मास्टर एक प्रोग्राम है जो हमें सही तथा तीव्र गति से टाइप करना सीखने में मदद करता है। इसकी सहायता से हम बगैर कीअ-बोर्ड देखे टाइप कर सकते हैं।

प्रश्न 3.
न्यूमैरिक की पैड क्या होता है ?
उत्तर-
यह कीअ बोर्ड के दाईं तरफ न्यूमैरिक कीज़ का ग्रुप होता है। इसका प्रयोग अंक टाइप करने में होता है।

PSEB 8th Class Computer Solutions Chapter 1 टाइपिंग ट्यूटर

प्रश्न 4.
शिफ्ट-कीअ की परिभाषा दो।
उत्तर-
शिफ्ट-कीअ वह कीअ है जिसका प्रयोग ऊपर वाले चिन्ह तथा बड़े अक्षर टाइप करने के लिए किया जाता है।

PSEB 8th Class Science Notes Chapter 18 ਹਵਾ ਅਤੇ ਪਾਣੀ ਦਾ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ

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PSEB 8th Class Science Notes Chapter 18 ਹਵਾ ਅਤੇ ਪਾਣੀ ਦਾ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ

→ ਹਵਾ, ਪਾਣੀ ਅਤੇ ਮਿੱਟੀ ਵਿਚ ਜੈਵਿਕ, ਭੌਤਿਕ, ਰਸਾਇਣਿਕ ਲੱਛਣਾਂ ਵਿੱਚ ਬੇਲੋੜੇ ਪਰਿਵਰਤਨਾਂ ਨੂੰ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ (Pollution) ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ।

→ ਉਹ ਪਦਾਰਥ ਜੋ ਹਵਾ, ਪਾਣੀ ਅਤੇ ਮਿੱਟੀ ਦਾ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ਫੈਲਾਉਂਦੇ ਹਨ, ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਕ (Pollutants) ਕਹਾਉਂਦੇ ਹਨ । 9 ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ਦੀਆਂ ਕਿਸਮਾਂ-ਹਵਾ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ, ਜਲ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ, ਮਿੱਟੀ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ।

→ ਹਵਾ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ-ਹਵਾ ਵਿਚ ਠੋਸ ਕਣਾਂ, ਗੈਸਾਂ ਅਤੇ ਹੋਰ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਕਾਂ ਦੀ ਮੌਜੂਦਗੀ, ਜਿਸ ਨਾਲ ਮਨੁੱਖ, ਜੀਵ ਜੰਤੂ, ਬਨਸਪਤੀ, ਇਮਾਰਤਾਂ ਅਤੇ ਹੋਰ ਦੂਸਰੀਆਂ ਵਸਤੂਆਂ ਨੂੰ ਨੁਕਸਾਨ ਪਹੁੰਚਦਾ ਹੈ, ਹਵਾ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ (Air Pollution) ਕਹਾਉਂਦਾ ਹੈ ।

→ ਪਾਣੀ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ-ਪਾਣੀ ਵਿਚ ਜੈਵਿਕ, ਅਜੈਵਿਕ, ਰਸਾਇਣਿਕ ਪਦਾਰਥ ਜਾਂ ਪਾਣੀ ਦੀ ਗਰਮੀ ਕਾਰਨ ਪਾਣੀ ਦੀ ਗੁਣਵੱਤਾ ਘੱਟ ਹੋਣ ਨਾਲ ਸਿਹਤ ਸੰਬੰਧੀ ਸਮੱਸਿਆਵਾਂ ਪੈਦਾ ਹੋਣ ਨੂੰ ਜਲ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

→ ਭਾਰਤ ਵਿਚ, ਖ਼ਾਸ ਕਰ ਪਿੰਡਾਂ ਵਿਚ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਿਤ ਪਾਣੀ ਸਿਹਤ ਸਮੱਸਿਆਵਾਂ ਪੈਦਾ ਕਰਨ ਲਈ ਜ਼ਿੰਮੇਵਾਰ ਹੈ ।

→ ਓਜ਼ੋਨ ਪਰਤ ਦੀ ਹਾਨੀ (Ozone depletion) ਨਾਲ UV ਵਿਕਿਰਣਾਂ ਧਰਤੀ ਤੇ ਪੁੱਜ ਕੇ ਚਮੜੀ ਦਾ ਕੈਂਸਰ, ਅੱਖਾਂ ਦੀ ਹਾਨੀ ਅਤੇ ਪ੍ਰਤੀਰੱਖਿਆ ਤੰਤਰ ਨੂੰ ਹਾਨੀ ਪਹੁੰਚਾ ਰਹੀਆਂ ਹਨ ।

PSEB 8th Class Science Notes Chapter 18 ਹਵਾ ਅਤੇ ਪਾਣੀ ਦਾ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ

→ ਤੇਜ਼ਾਬੀ ਵਰਖ਼ਾ, ਹਵਾ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ਕਾਰਨ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।

→ ਗਲੋਬਲ ਵਾਰਮਿੰਗ (Global Warming) ਵਾਯੂ ਮੰਡਲ ਵਿਚ CO2, ਦੀ ਮਾਤਰਾ ਦੇ ਵਾਧੇ ਕਾਰਨ ਧਰਤੀ ਦੇ ਤਾਪਮਾਨ ਵਿਚ ਹੌਲੀ-ਹੌਲੀ ਵਾਧਾ ਹੈ ।

→ ਗਲੋਬਲ ਵਾਰਮਿੰਗ ਨੂੰ ਬਾਲਣਾਂ ਦੇ ਜਲਾਉਣ ਨੂੰ ਘੱਟ ਕਰਕੇ ਅਤੇ ਵੱਧ ਜੰਗਲ ਲਗਾ ਕੇ ਕਾਬੂ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ ।

→ ਉਦਯੋਗ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ਫੈਲਾਉਂਦੇ ਹਨ, ਪਰੰਤੂ ਇਸ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ਦਾ ਉਪਚਾਰ ਅਤੇ ਨਿਯੰਤਰਣ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ ।

→ ਵਾਯੂਮੰਡਲ ਦਾ CO2, ਦੁਆਰਾ ਗਰਮੀ ਨੂੰ ਸੋਖ ਕੇ ਗਰਮ ਹੋਣਾ, ਹਰਾ ਘਰ ਪ੍ਰਭਾਵ (Green House Effect) ਕਹਾਉਂਦਾ ਹੈ :

→ ਵਾਯੂਮੰਡਲ ਦੀਆਂ ਮੁੱਖ ਗੈਸਾਂ ਆਕਸੀਜਨ ਅਤੇ ਨਾਈਟਰੋਜਨ ਹਨ ।

→ ਹਵਾ ਵਿਚ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਗੈਸਾਂ-ਨਾਈਟਰੋਜਨ, ਆਕਸੀਜਨ, ਕਾਰਬਨ ਡਾਈਆਕਸਾਈਡ, ਆਰਗਨ, ਹੀਲੀਅਮ, ਕ੍ਰਿਪਟਾਨ ਅਤੇ ਜੀਨਾਨ, ਜਲ ਵਾਸ਼ਪ ਹਨ ।

→ ਹਵਾ ਵਿਚ ਲਗਪਗ 785e ਨਾਈਟ੍ਰੋਜਨ ਅਤੇ ਲਗਪਗ 21% ਆਕਸੀਜਨ ਹੈ ।

PSEB 8th Class Science Notes Chapter 18 ਹਵਾ ਅਤੇ ਪਾਣੀ ਦਾ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ

ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਸ਼ਬਦ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਅਰਥ

  1. ਹਵਾ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ (Air Pollution)-ਵਾਤਾਵਰਨ ਵਿਚ ਉਹਨਾਂ ਪਦਾਰਥਾਂ ਦਾ ਮਿਲਣਾ, ਜਿਹਨਾਂ ਨਾਲ ਮਨੁੱਖੀ ਸਿਹਤ ਅਤੇ ਜੀਵਨ ‘ਤੇ ਬੁਰਾ ਅਸਰ ਪੈਂਦਾ ਹੈ, ਹਵਾ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ਕਹਾਉਂਦਾ ਹੈ । ਹਵਾ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ਪੇੜ-ਪੌਦਿਆਂ, ਜੀਵ-ਜੰਤੂਆਂ ਦੀ ਸਿਹਤ ‘ਤੇ ਵੀ ਬੁਰਾ ਅਸਰ ਪਾਉਂਦਾ ਹੈ ।
  2. ਮਿਲਾਵਟ (Contamination)-ਜ਼ਹਿਰੀਲੇ ਪਦਾਰਥਾਂ ਅਤੇ ਸੂਖਮ ਜੀਵਾਂ ਦੀ ਮੌਜੂਦਗੀ, ਜਿਸ ਨਾਲ ਮਨੁੱਖ ਵਿਚ ਰੋਗ ਅਤੇ ਅਸੁਵਿਧਾ ਪੈਦਾ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।
  3. ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਕ (Pollutant)-ਹਵਾ, ਪਾਣੀ, ਭੂਮੀ ਵਿਚ ਬੇਲੋੜੇ ਪਦਾਰਥਾਂ ਦੇ ਮਿਲਣ ਨਾਲ, ਵਾਤਾਵਰਨ ਦੀ ਗੁਣਵੱਤਾ ਵਿਚ ਪਰਿਵਰਤਨ ਲਿਆਉਂਦੇ ਹਨ ।

PSEB 8th Class Science Notes Chapter 17 ਤਾਰੇ ਅਤੇ ਸੂਰਜੀ ਪਰਿਵਾਰ

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PSEB 8th Class Science Notes Chapter 17 ਤਾਰੇ ਅਤੇ ਸੂਰਜੀ ਪਰਿਵਾਰ

→ ਆਸਮਾਨ, ਬਿੰਦੂ ਵਰਗੇ ਅਣਗਿਣਤ ਤਾਰਿਆਂ ਨਾਲ ਭਰਿਆ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਕੁੱਝ ਤਾਰੇ ਬਹੁਤ ਚਮਕੀਲੇ ਅਤੇ | ਕੁਝ ਦੁਸਰਿਆਂ ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਵਿਚ ਹਲਕੇ ਹੁੰਦੇ ਹਨ । ਕੁੱਝ ਤਾਰੇ ਟਿਮਟਿਮਾਂਦੇ ਵੀ ਹਨ ।

→ ਆਸਮਾਨ ਵਿੱਚ ਚੰਨ ਸਭ ਤੋਂ ਵੱਧ ਚਮਕਦਾ ਪਿੰਡ ਹੈ ।

→ ਚੰਨ, ਤਾਰੇ ਹਿ ਅਤੇ ਆਕਾਸ਼ ਵਿਚ ਹੋਰ ਪਿੰਡ ਖਗੋਲੀ ਪਿੰਡ (Object) ਕਹਾਉਂਦੇ ਹਨ ।

→ ਪੂਰਨਮਾਸ਼ੀ ਵਾਲੇ ਦਿਨ ਚੰਨ ਦਾ ਪੂਰਾ ਚੱਕਰ ਦਿਖਾਈ ਦਿੰਦਾ ਹੈ, ਜਦੋਂ ਕਿ ਮੱਸਿਆ ਨੂੰ ਚੰਨ ਦਿਖਾਈ ਨਹੀਂ ਦਿੰਦਾ |

→ ਚੰਨ, ਇੱਕ ਛੋਟੇ ਭਾਗ (ਬਾਲ ਚੰਨ) ਤੋਂ ਵੱਧਦਾ ਹੋਇਆ ਪੁਨ ਚੱਕਰ ਅਤੇ ਪੂਰਨ ਚੱਕਰ ਤੋਂ ਘੱਟਦਾ ਹੋਇਆ ਜ਼ੀਰੋ ਚੰਨ ਵਿਚ ਆਪਣੀਆਂ ਆਕ੍ਰਿਤੀਆਂ ਬਦਲਦਾ ਰਹਿੰਦਾ ਹੈ । ਇਹਨਾਂ ਨੂੰ ਚੰਨ ਦੀਆਂ ਕਲਾਵਾਂ ਕਹਿੰਦੇ (Phases of moon) ਹਨ । ਚੰਨ, ਸੂਰਜੀ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਨੂੰ ਪਰਾਵਰਤਿਤ ਕਰਦਾ ਹੈ, ਕਿਉਂਕਿ ਇਸਦਾ ਆਪਣਾ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦਾ । ਚੰਨ, ਧਰਤੀ ਦੀ ਪਰਿਕਰਮਾ ਕਰਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਧਰਤੀ ਚੰਨ ਸਹਿਤ ਸੂਰਜ ਦੀ ਪਰਿਕਰਮਾ ਕਰਦੀ ਹੈ ।

PSEB 8th Class Science Notes Chapter 17 ਤਾਰੇ ਅਤੇ ਸੂਰਜੀ ਪਰਿਵਾਰ

→ ਚੰਨ ਦੀ ਸਤਹਿ ਧੂਲ ਭਰੀ, ਨਿਰਜਨ ਅਤੇ ਗਰਤਾਂ (ਟੋਇਆਂ) ਨਾਲ ਭਰੀ ਪਈ ਹੈ ।

→ ਚੰਨ ਉਪਰ ਨਾ ਤਾਂ ਵਾਯੂਮੰਡਲ ਹੈ ਅਤੇ ਨਾ ਹੀ ਜਲ ।

→ 21 ਜੁਲਾਈ, 1969 ਨੂੰ ਅਮਰੀਕਾ ਦੇ ਨੀਲ ਆਰਮਸਟਰਾਂਗ ਨੇ ਸਭ ਤੋਂ ਪਹਿਲਾਂ ਚੰਨ ਤੇ ਕਦਮ ਰੱਖਿਆ ।

→ ਸੂਰਜ ਤੋਂ ਬਾਅਦ, ਧਰਤੀ ਦੇ ਨੇੜੇ ਤਾਰਾ ਅਲਫਾ ਸੈਂਚਰੀ (Alpha century) ਹੈ । ਇਸਦੀ ਦੁਰੀ ਧਰਤੀ ਤੋਂ ਲਗਭਗ 40 ਬਿਲੀਅਨ ਕਿਲੋਮੀਟਰ ਹੈ ।

→ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਦੁਆਰਾ ਇੱਕ ਸਾਲ ਵਿਚ ਤੈਅ ਕੀਤੀ ਗਈ ਦੂਰੀ, ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਸਾਲ ਕਹਾਉਂਦੀ ਹੈ ।

→ ਸੂਰਜ ਦੀ ਧਰਤੀ ਤੋਂ ਦੂਰੀ ਲਗਭਗ 8 ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਮਿੰਟ ਹੈ ।

→ ਅਲਫਾ ਸੈਂਟਾਰੀ ਲਗਭਗ 4.3 ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਸਾਲ ਦੂਰ ਹੈ ।

→ ਦਿਨ ਦੇ ਸਮੇਂ, ਸੂਰਜ ਦੇ ਤੇਜ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਵਿਚ ਵਿਖਾਈ ਨਹੀਂ ਦਿੰਦੇ ।

→ ਤਾਰੇ, ਪੂਰਬ ਤੋਂ ਪੱਛਮ ਵਲ ਗਤੀ ਕਰਦੇ ਪ੍ਰਤੀਤ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ।

→ ਤਾਰਿਆਂ ਦੀ ਗਤੀ ਧਰਤੀ ਦੇ ਆਪਣੀ ਧੁਰੀ ਤੇ ਪੱਛਮ ਤੋਂ ਪੂਰਵ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿਚ ਘੁੰਮਦੀ ਹੈ ।

→ ਧਰੁਵ ਧਾਰਾ ਆਕਾਸ਼ ਵਿਚ ਸਥਿਰ ਪ੍ਰਤੀਤ ਹੁੰਦਾ ਹੈ, ਕਿਉਂਕਿ ਧਰਤੀ ਦੀ ਧੁਰੀ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿਚ ਸਥਿਤ ਹੈ ।

→ ਪਛਾਣਨ ਯੋਗ ਆਕ੍ਰਿਤੀਆਂ ਵਾਲੇ ਤਾਰਿਆਂ ਦੇ ਸਮੂਹ ਨੂੰ ਤਾਰਾ-ਮੰਡਲ (Constellation) ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ । ਉਰਸਾ ਮੇਜਰ/ਬਿਗ ਡਿਪਰ/ਗੇਟ ਬਿਅਰ/ਸਪਤਰਿਸ਼ੀ ਗਰਮੀਆਂ ਦਾ ਇਕ ਮਸ਼ਹੂਰ ਤਾਰਾ ਮੰਡਲ ਹੈ ।

→ ਸਾਰੇ ਤਾਰੇ, ਧਰੁਵ ਤਾਰੇ ਦੀ ਪਰਿਕਰਮਾ ਕਰਦੇ ਹਨ । ਓਰੀਅਨ, ਕੈਸੀਓਪੀਆ ਆਦਿ ਹੋਰ ਤਾਰਾ ਮੰਡਲ ਹਨ ।

→ ਸੂਰਜ ਅਤੇ ਹੋਰ ਖਗੋਲੀ ਪਿੰਡ (ਹਿ, ਪੂਛਲ ਤਾਰਾ, ਖੋਟੇ ਹਿ, ਉਪਗ੍ਰਹਿ) ਜੋ ਸੂਰਜ ਦੇ ਇਰਦ-ਗਿਰਦ ਪਰਿਕਰਮਾ ਕਰਦੇ ਹਨ, ਸੌਰ ਪਰਿਵਾਰ ਬਣਾਉਂਦੇ ਹਨ ।

→ ਲ੍ਹਿਆਂ ਦੇ ਨਾਂ ਹਨ-ਬੁੱਧ, ਸ਼ੱਕਰ, ਧਰਤੀ, ਮੰਗਲ, ਹਿਸਪਤੀ, ਸ਼ਨੀ, ਯੂਰੇਨਸ, ਪਲੂਟੋ ਅਤੇ ਨੈਪਚੂਨ |

→ ਸੂਰਜ ਸਭ ਤੋਂ ਵੱਡਾ ਤਾਰਾ ਹੈ, ਜੋ ਨਿਰੰਤਰ ਵਿਸ਼ਾਲ ਮਾਤਰਾ ਵਿਚ ਤਾਪ ਅਤੇ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਉਤਸਰਜਿਤ ਕਰ ਰਿਹਾ ਹੈ ।

→ ਹਿ, ਤਾਰਿਆਂ ਦੇ ਸਮਾਨ ਹਨ, ਪਰੰਤੂ ਆਪਣੇ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਦੇ ਬਿਨਾਂ ਅਤੇ ਇਹ ਸੂਰਜ ਦੇ ਗਿਰਦ ਨਿਸ਼ਚਿਤ ਪਥ ਵਿਚ ਪਰਿਕਰਮਾ ਕਰਦੇ ਅਤੇ ਆਪਣੀ ਧੁਰੀ ਦੀ ਪਰਿਕਰਮਾ ਵੀ ਕਰਦੇ ਹਨ ।

→ ਕਿਸੇ ਖਗੋਲੀ ਪਿੰਡ ਦੀ ਪਰਿਕਰਮਾ ਕਰਨ ਵਾਲੇ ਹੋਰ ਖਗੋਲੀ ਪਿੰਡ ਨੂੰ ਉਪਗ੍ਰਹਿ (Satellite) ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ।

→ ਚੰਨ ਧਰਤੀ ਦਾ ਕੁਦਰਤੀ ਉਪਗ੍ਰਹਿ ਹੈ ।

→ ਮਨੁੱਖ ਦੁਆਰਾ ਬਣਾਏ ਉਪਗ੍ਰਹਿ, ਜੋ ਧਰਤੀ ਦੀ ਪਰਿਕਰਮਾ ਕਰਦੇ ਹਨ, ਬਨਾਵਟੀ ਉਪਗ੍ਰਹਿ ਕਹਾਉਂਦੇ ਹਨ ।

→ ਬੁੱਧ ਗ੍ਰਹਿ, ਸੂਰਜ ਦੇ ਸਭ ਤੋਂ ਨੇੜੇ ਹਨ । ਇਸਦਾ ਕੋਈ ਉਪਹਿ ਨਹੀਂ ਹੈ ।

→ ਸ਼ੁੱਕਰ ਗ੍ਰਹਿ, ਧਰਤੀ ਦਾ ਨੇੜਲਾ ਗੁਆਂਢੀ ਹੈ ਅਤੇ ਚੰਨ ਵਰਗੀਆਂ ਕਲਾਵਾਂ ਦਰਸਾਉਂਦਾ ਹੈ ।

→ ਧਰਤੀ ਹੀ ਇਕ ਮਾਤਰ ਗਹਿ ਹੈ, ਜਿਸ ਤੇ ਜੀਵਨ ਦੀ ਹੋਂਦ ਹੈ । ਹਿਸਪਤੀ ਸਭ ਤੋਂ ਵੱਡਾ ਗ੍ਰਹਿ ਹੈ, ਜਿਸਦਾ ਪੁੰਜ, ਧਰਤੀ ਦੇ ਪੁੰਜ ਦਾ ਲਗਭਗ 318 ਗੁਣਾ ਹੈ ।

→ ਬ੍ਰਹਿਸਪਤੀ ਦੇ ਕਈ ਕੁਦਰਤੀ ਉਪਗ੍ਰਹਿ ਹਨ ਅਤੇ ਇਸਦੇ ਚਾਰੋਂ ਪਾਸੇ ਚੱਕਰ ਵੀ ਹਨ ।

PSEB 8th Class Science Notes Chapter 17 ਤਾਰੇ ਅਤੇ ਸੂਰਜੀ ਪਰਿਵਾਰ

→ ਸ਼ਨੀ ਗ੍ਰਹਿ ਪੀਲੇ ਰੰਗ ਦਾ ਹੈ । ਇਹ ਬਹੁਤ ਸੁੰਦਰ ਹੈ । ਇਸਦੇ ਚਾਰੋਂ ਪਾਸੇ ਰਮਣੀਕ ਚੱਕਰ ਹਨ ।

→ ਸ਼ਨੀ ਸਾਰੇ ਗ੍ਰਹਿਆਂ ਤੋਂ ਘੱਟ ਸੰਘਣਾ ਹੈ ਅਤੇ ਉਸਦੇ ਕਈ ਕੁਦਰਤੀ ਉਪਗ੍ਰਹਿ ਹਨ ।

→ ਯੂਰੇਨਸ ਅਤੇ ਨੈਪਚੂਨ ਸੂਰਜੀ ਪਰਿਵਾਰ ਦੇ ਸਭ ਤੋਂ ਬਾਹਰ ਵਾਲੇ ਹਿ ਹਨ, ਇਹਨਾਂ ਨੂੰ ਸਿਰਫ਼ ਵੱਡੇ ਸ਼ਕਤੀਸ਼ਾਲੀ ਦੂਰਬੀਨਾਂ ਦੀ ਸਹਾਇਤਾ ਨਾਲ ਦੇਖਿਆ ਜਾ

ਸਕਦਾ ਹੈ ।

→ ਅੰਦਰੂਨੀ ਹਿਆਂ ਵਿਚ ਬੁੱਧ, ਸ਼ੱਕਰ, ਧਰਤੀ ਅਤੇ ਮੰਗਲ ਗ੍ਰਹਿ ਹਨ । ਇਹ ਸੂਰਜ ਦੇ ਨੇੜਲੇ ਹਿ ਹਨ । 9 ਬਾਹਰੀ ਹਿਆਂ ਵਿਚ ਹਿਸਪਤੀ, ਸ਼ਨੀ, ਯੂਰੇਨਸ ਅਤੇ ਨੈਪਚੂਨ ਹਿ ਹਨ ਅਤੇ ਸੂਰਜ ਤੋਂ ਬਹੁਤ ਦੂਰ ਹਨ ।

→ ਮੰਗਲ ਅਤੇ ਬ੍ਰਹਿਸਪਤੀ ਦੇ ਆਰਬਿੱਟਾਂ ਵਿੱਚ ਦੂਰੀ ਦੇ ਹਿਸਾਬ ਨਾਲ ਕਾਫ਼ੀ ਵੱਡਾ ਫ਼ਰਕ ਹੈ । ਜੋ ਬਹੁਤ ਸਾਰੇ | ਛੋਟੇ-ਛੋਟੇ ਪਿੰਡਾਂ ਨਾਲ ਭਰਿਆ ਪਿਆ ਹੈ ਜਿਹਨਾਂ ਨੂੰ ਖੋਟੇ ਹਿ (Asteroids) ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ।

→ ਪੂਛਲ ਤਾਰਾ ਬਹੁਤ ਹੀ ਅੰਡਾਕਾਰ ਪੱਥ (Elliptical) ਵਿਚ ਸੂਰਜ ਦੀ ਪਰਿਕਰਮਾ ਕਰਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਇਹਨਾਂ ਦਾ ਸੂਰਜ ਦਾ ਪਰੀਕ੍ਰਮਣ ਕਾਲ ਆਮ ਕਰਕੇ ਬਹੁਤ ਜ਼ਿਆਦਾ ਹੈ ।

→ ਹੈਲੇ ਨਾਮਕ ਪੂਛਲ ਤਾਰਾ ਸਾਲ 1986 ਵਿੱਚ ਦੇਖਿਆ ਗਿਆ । ਇਹ ਲਗਭਗ 76 ਸਾਲ ਦੇ ਅੰਤਰਾਲ ਵਿਚ ਦਿਖਾਈ ਦੇਵੇਗਾ ।

→ ਟੁੱਟਿਆ ਤਾਰਾ (Shooting star) ਜਾਂ ਉਲਕਾ ਬਹੁਤ ਛੋਟੇ ਪਿੰਡ ਹਨ, ਜੋ ਸੂਰਜ ਦੇ ਚਾਰੋਂ ਪਾਸੇ ਪਰਿਕਰਮਾ ਕਰਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਧਰਤੀ ਦੇ ਵਾਯੂਮੰਡਲ ਵਿਚ ਚਮਕੀਲੀ ਧਾਰ ਵਰਗੇ ਦਿਖਾਈ ਦਿੰਦੇ ਹਨ ।

→ ਕੁੱਝ ਉਲਕਾ ਆਕਾਰ ਵਿਚ ਇੰਨੇ ਵੱਡੇ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਧਰਤੀ ਦੇ ਵਾਯੂਮੰਡਲ ਵਿਚ ਪੂਰੀ ਤਰ੍ਹਾਂ ਵਾਸ਼ਪਿਤ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦੇ, ਉਲਕਾ ਪਿੰਡ ਕਹਾਉਂਦੇ ਹਨ ।

→ ਆਰਿਆ ਭੱਟ (ਪਹਿਲਾ), INSAT, IRS, ਕਲਪਨਾ-1, EDUSAT ਆਦਿ ਭਾਰਤੀ ਬਣਾਵਟੀ ਉਪਗ੍ਹਾ (Artificial satellites) ਹਨ ।

→ ਮੌਸਮ ਦੀ ਭਵਿੱਖਵਾਣੀ, ਰੇਡੀਓ ਅਤੇ ਟੈਲੀਵਿਜ਼ਨ ਸੰਕੇਤ ਦੇ ਪ੍ਰੇਖਣ, ਦੂਰ ਸੰਚਾਰ ਅਤੇ ਸਦੂਰ ਸੰਵੇਦਨ ਆਦਿ | ਕੁੱਝ ਬਨਾਵਟੀ ਉਪਗ੍ਰਹਿਆਂ ਦੇ ਵਿਵਹਾਰਿਕ ਪ੍ਰਯੋਗ ਹਨ ।

→ ਬਣਾਵਟੀ ਉਪਗ੍ਰਹਿ ਚੰਨ ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਵਿੱਚ ਬਹੁਤ ਨੇੜੇ ਰਹਿ ਕੇ ਧਰਤੀ ਦੀ ਪਰਿਕਰਮਾ ਕਰਦੇ ਹਨ ।

PSEB 8th Class Science Notes Chapter 17 ਤਾਰੇ ਅਤੇ ਸੂਰਜੀ ਪਰਿਵਾਰ

ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਸ਼ਬਦ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਅਰਥ-

  1. ਖਗੋਲੀ ਪਿੰਡ (Celestial Object)-ਆਕਾਸ਼ ਵਿਚ ਪਾਏ ਜਾਣ ਵਾਲੇ ਪਿੰਡ ਜਿਵੇਂ ਹਿ, ਚੰਨ, ਤਾਰੇ, ਸੂਰਜ ਆਦਿ ਖਗੋਲੀ ਪਿੰਡ ਕਹਾਉਂਦੇ ਹਨ ।
  2. ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਸਾਲ (Light Year)-ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਦੁਆਰਾ ਇਕ ਸਾਲ ਵਿਚ ਤੈਅ ਕੀਤੀ ਗਈ ਦੂਰੀ ਨੂੰ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਸਾਲ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।
  3. ਉਪ (Satellite)-ਕਿਸੇ ਇੱਕ ਖਗੋਲੀ ਪਿੰਡ ਦੁਆਰਾ ਦੂਸਰੇ ਖਗੋਲੀ ਪਿੰਡ ਦੀ ਪਰਿਕਰਮਾ ਕਰਨ ਵਾਲੇ ਨੂੰ ਉਪਹਿ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ।
  4. ਗਹਿ (Planets)-ਕਿਸੇ ਖਗੋਲੀ ਪਿੰਡ ਦੀ ਪਰਿਕਰਮਾ ਕਰਨ ਵਾਲੇ ਹੋਰ ਖਗੋਲੀ ਪਿੰਡ ॥
  5. ਖੋਟੇ ਹਿ (Asteroids)-ਮੰਗਲ ਅਤੇ ਬ੍ਰਹਿਸਪਤੀ ਦੇ ਹਿਪੱਥ ਵਿਚ ਛੋਟੇ-ਛੋਟੇ ਪਿੰਡ ।
  6. ਤਾਰਾ ਮੰਡਲ (Constellation)-ਪਛਾਣਨ ਯੋਗ ਆਕ੍ਰਿਤੀਆਂ ਵਾਲੇ ਤਾਰਿਆਂ ਦਾ ਸਮੂਹ ॥

PSEB 8th Class Science Notes Chapter 16 ਪ੍ਰਕਾਸ਼

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PSEB 8th Class Science Notes Chapter 16 ਪ੍ਰਕਾਸ਼

→ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਊਰਜਾ ਦਾ ਇੱਕ ਰੂਪ ਹੈ ।

→ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਸਰਲ ਰੇਖਾ ਵਿੱਚ ਚਲਦਾ ਹੈ ।

→ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਸਾਨੂੰ ਵਸਤੂਆਂ ਵੇਖਣ ਵਿੱਚ ਸਹਾਇਤਾ ਕਰਦਾ ਹੈ ।

→ ਜਦੋਂ ਵਸਤੂਆਂ ਤੋਂ ਪਰਾਵਰਤਿਤ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਸਾਡੀਆਂ ਅੱਖਾਂ ਤੇ ਪੈਂਦਾ ਹੈ ਤਾਂ ਅਸੀਂ ਵਸਤੂਆਂ ਦੇਖ ਪਾਉਂਦੇ ਹਾਂ ।

→ ਜੋ ਵਸਤੂਆਂ ਖ਼ੁਦ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਉੱਤਸਰਜਿਤ ਕਰਦੀਆਂ ਹਨ, ਦੀਪਤ ਪਿੰਡ (luminous) ਕਹਾਉਂਦੀਆਂ ਹਨ ।

→ ਜੋ ਵਸਤੂਆਂ ਖ਼ੁਦ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਦਾ ਉਤਸਰਜਨ ਨਹੀਂ ਕਰਦੇ ਪਰ ਦੂਜੀਆਂ ਵਸਤੂਆਂ ਦੇ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਵਿੱਚ ਚਮਕਦੀਆਂ ਹਨ, ਅਦੀਪਤ ਪਿੰਡ (Non-luminous) ਕਹਾਉਂਦੇ ਹਨ ।

PSEB 8th Class Science Notes Chapter 16 ਪ੍ਰਕਾਸ਼

→ ਪਾਲਸ਼ ਕੀਤੀ ਹੋਈ ਜਾਂ ਚਮਕਦਾਰ ਸੜਾ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਪਰਾਵਰਤਿਤ ਕਰਦੀ ਹੈ ।

→ ਇੱਕ ਦਰਪਣ ਆਪਣੇ ਉੱਪਰ ਟਕਰਾਉਣ ਵਾਲੇ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਨੂੰ ਪਰਾਵਰਤਿਤ ਕਰ ਦਿੰਦਾ ਹੈ ।

→ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਪਰਾਵਰਤਨ ਵਿੱਚ ਆਪਾਤੀ ਕੋਣ, ਹਮੇਸ਼ਾਂ ਪਰਾਵਰਤਿਤ ਕੋਣ ਦੇ ਬਰਾਬਰ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

→ ਆਪਾਤੀ ਕਿਰਨ, ਆਪਾਤੀ ਬਿੰਦੂ ਉੱਤੇ ਅਭਿਲੰਬ ਅਤੇ ਪਰਾਵਰਤਿਤ ਕਿਰਨ ਸਾਰੇ ਇੱਕੋ ਤਲ ਵਿੱਚ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ।

→ ਇੱਕ-ਦੂਜੇ ਨਾਲ ਕਿਸੇ ਕੋਣ ਉੱਤੇ ਰੱਖੇ ਦਰਪਣਾਂ ਦੁਆਰਾ ਅਨੇਕ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕੀਤੇ ਜਾ ਸਕਦੇ ਹਨ ।

→ ਜਦੋਂ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਪਿਜ਼ਮ ਵਿੱਚੋਂ ਲੰਘਦਾ ਹੈ, ਤਾਂ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਦਾ ਵਿਖੇਪਣ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਨਤੀਜੇ ਵਜੋਂ ਸਫ਼ੇਦ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਕਿਰਨ ਸੱਤ ਰੰਗਾਂ ਵਿੱਚ ਵਿਭਾਜਿਤ ਹੋ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

→ ਸੂਰਜੀ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਦੇ ਸਪੈਕਟਰਮ ਵਿੱਚ ਸੱਤ ਰੰਗ-ਬੈਂਗਣੀ, ਨੀਲਾ, ਅਸਮਾਨੀ, ਹਰਾ, ਪੀਲਾ, ਸੰਤਰੀ ਅਤੇ ਲਾਲ ਹਨ । ਇਹਨਾਂ ਨੂੰ ਅੰਗਰੇਜ਼ੀ ਵਿੱਚ ਸ਼ਬਦ VIBGYOR ਨਾਲ ਯਾਦ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ । VIBGYOR (Violet. Indigo. Blue. Green, Yellow, Orange, Red) 9 ਸਤਰੰਗੀ ਪੀਂਘ (ਇੰਦਰ ਧਨੁੱਸ਼), ਵਿਖੇਪਣ ਨੂੰ ਦਰਸਾਉਣ ਵਾਲੀ ਇੱਕ ਕੁਦਰਤੀ ਘਟਨਾ ਹੈ ।

→ ਮਨੁੱਖੀ ਅੱਖ, ਇੱਕ ਗਿਆਨ ਇੰਦਰੀ ਹੈ, ਜੋ ਵਸਤੂਆਂ ਨੂੰ ਵੇਖਣ ਵਿੱਚ ਸਹਾਇਕ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।

→ ਮਨੁੱਖੀ ਅੱਖ ਵਿੱਚ ਇੱਕ ਉੱਤਲ ਲੈਂਸ ਹੁੰਦਾ ਹੈ, ਜਿਸਦੀ ਫੋਕਸ ਦੂਰੀ ਸਿਲਿਯਰੀ ਪੇਸ਼ੀਆਂ ਦੁਆਰਾ ਨਿਯੰਤਰਿਤ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ।

→ ਪਰਾਵਰਤਨ, ਨਿਯਮਿਤ ਅਤੇ ਵਿਸਰਿਤ ਹੋ ਸਕਦਾ ਹੈ ।

→ ਅੰਧ-ਬਿੰਦੂ ਵਿੱਚ ਦੋ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦੀਆਂ ਤੰਤਰੀਕਾ ਕੋਸ਼ਿਕਾਵਾਂ-ਕੋਨ (Cones) ਅਤੇ ਰਾਂਡਸ (Rods) ਹੁੰਦੀਆਂ ਹਨ ।

→ ਅੱਖਾਂ ਤੋਂ ਨਾ ਦੇਖ ਸਕਣ ਵਾਲਿਆਂ ਲਈ ਦੋ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੇ ਸੰਸਾਧਨ ਹੁੰਦੇ ਹਨ-ਅਪ੍ਰਕਾਸ਼ਿਕ (Non-optical) ਅਤੇ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ਿਕ (Optical) |

→ ਅੱਖਾਂ ਤੋਂ ਨਾ ਦੇਖ ਸਕਣ ਵਾਲਿਆਂ ਲਈ ਬੇਲ ਪੱਧਤੀ, ਇੱਕ ਬਹੁਤ ਹੀ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਸਾਧਨ ਹੈ |

PSEB 8th Class Science Notes Chapter 16 ਪ੍ਰਕਾਸ਼

ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਸ਼ਬਦ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਅਰਥ

  1. ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਦਾ ਪਰਾਵਰਤਨ (Reflection of Light)-ਜਦੋਂ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਕਿਰਨ ਕਿਸੇ ਦਰਪਣ ਜਾਂ ਪਾਲਸ਼ ਕੀਤੀ ਹੋਈ ਸਤ੍ਹਾ ‘ਤੇ ਟਕਰਾਉਂਦੀ ਹੈ, ਤਾਂ ਉਹ ਮਾਧਿਅਮ ਤੋਂ ਅਪਵਰਤਿਤ ਹੋਏ ਬਿਨਾਂ ਉਸੇ ਮਾਧਿਅਮ ਵਿੱਚ ਕਿਸੇ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਵਾਪਸ ਆ ਜਾਂਦੀ ਹੈ । ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਦੇ ਮਾਰਗ ਵਿੱਚ ਆਏ ਪਰਿਵਰਤਨ ਦੀ ਕਿਰਿਆ ਨੂੰ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਦਾ ਪਰਾਵਰਤਨ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।
  2. ਪਰਦਾ (Screen)-ਸਫ਼ੇਦ ਸ਼ੀਟ ਜਾਂ ਸੜਾ, ਜਿਸ ਤੇ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਬਣਦਾ ਹੈ ।
  3. ਨਿਯਮਿਤ ਪਰਾਵਰਤਨ (Regular Reflection)-ਪਾਲਸ਼ ਕੀਤੀ ਹੋਈ ਸਤਾ ਤੋਂ ਹੋਇਆ ਪਰਾਵਰਤਨ ।
  4. ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਦਾ ਖਿਲਵਾਂ (ਪੱਸਰਿਆ) ਪਰਾਵਰਤਨ (Scattering of Light)- ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਕਿਰਨਾਂ ਦਾ ਸਾਰੀਆਂ ਦਿਸ਼ਾਵਾਂ ਵਿੱਚ ਪਰਾਵਰਤਨ ।
  5. ਵਿਸਰਿਤ ਪਰਾਵਰਤਨ (Diffuesd Reflection)-ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਕਿਰਨਾਂ ਦਾ ਖੁਰਦਰੀ ਸੜਾ ਤੋਂ ਪਰਾਵਰਤਨ ।
  6. ਆਪਾਤੀ ਕਿਰਨ (Incident Ray)-ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਦੇ ਸ੍ਰੋਤ ਤੋਂ ਦਰਪਣ ਸਤਾ ‘ਤੇ ਟਕਰਾਉਣ ਵਾਲੀ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਕਿਰਨ ।
  7. ਕਲੀਡੀਓਸਕੋਪ (Kaleideoscope)–ਬਹੁਮੁਖੀ ਪਰਾਵਰਤਨ ਤੇ ਆਧਾਰਿਤ ਯੰਤਰ, ਜਿਸ ਨਾਲ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਪੈਟਰਨ ਬਣਾਏ ਜਾਂਦੇ ਹਨ ।
  8. ਦਰਪਣ (Mirror)-ਸਮਤਲ ਅਤੇ ਪਾਲਸ਼ ਸਤਾ ।
  9. ਅਭਿਲੰਬ (Normal)-ਆਪਾਤੀ ਬਿੰਦੂ ਤੇ ਲੰਬਵਤ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਖਿੱਚੀ ਰੇਖਾ ॥
  10. ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਦਾ ਸ੍ਰੋਤ (Source of Light)-ਇੱਕ ਅਜਿਹਾ ਪਿੰਡ ਜੋ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਉੱਤਸਰਜਿਤ ਕਰਦਾ ਹੈ ।
  11. ਵਾਸਤਵਿਕ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ (Real Imageਤਿਬਿੰਬ, ਜੋ ਆਪਾਤੀ ਕਿਰਨਾਂ ਦੇ ਪਰਾਵਰਤਨ ਦੇ ਬਾਅਦ ਵਾਸਤਵਿਕ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਮਿਲਣ ਤੇ ਬਣਦਾ ਹੈ ।
  12. ਆਭਾਸੀ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ (Virtual Image)-ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ, ਜਿਸ ਵਿੱਚ ਆਪਾਤੀ ਕਿਰਨਾਂ, ਪਰਾਵਰਤਨ ਦੇ ਬਾਅਦ ਮਿਲਦੀਆਂ ਨਹੀਂ, ਪਰੰਤੂ ਮਿਲਦੀਆਂ ਹੋਈਆਂ ਪ੍ਰਤੀਤ ਹੁੰਦੀਆਂ ਹਨ ।
  13. ਆਪਨ ਕੋਣ (Angle of Incidence)-ਆਪਾਤੀ ਕਿਰਨ ਅਤੇ ਅਭਿਲੰਬ ਵਿੱਚਕਾਰ ਬਣਿਆ ਕੋਣ ।
  14. ਪਰਾਵਰਤਨ ਕੋਣ (Angle of Reflection)-ਪਰਾਵਰਤਿਤ ਕਿਰਣ ਅਤੇ ਅਭਿਲੰਬ ਵਿਚਾਲੇ ਬਣਿਆ ਕੋਣ ।
  15. ਅਨੁਕੂਲਨ ਸ਼ਕਤੀ (Power of Accomodation)-ਸਾਡੀ ਅੱਖ ਸਾਰੀਆਂ ਦੂਰ ਅਤੇ ਨੇੜੇ ਪਈਆਂ ਵਸਤੂਆਂ ਨੂੰ ਵੇਖ ਸਕਦੀ ਹੈ । ਅੱਖ ਦੀ ਇਸ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ਤਾ ਨੂੰ ਜਿਸਦੇ ਦੁਆਰਾ ਅੱਖ ਆਪਣੇ ਲੈਂਸ ਦੀ ਸ਼ਕਤੀ ਨੂੰ ਪਰਾਵਰਤਿਤ ਕਰਕੇ ਭਿੰਨ-ਭਿੰਨ ਦੂਰੀ ਤੇ ਪਈਆਂ ਵਸਤੂਆਂ ਨੂੰ ਵੇਖ ਸਕਦੀ ਹੈ, ਅਨੁਕੂਲਨ ਸ਼ਕਤੀ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।
  16. ਸਪੱਸ਼ਟ ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀ ਦੀ ਘੱਟ ਤੋਂ ਘੱਟ ਦੂਰੀ (Least distance of distinct Vision)-ਦੁਰ ਵਾਲੇ ਬਿੰਦ ਅਤੇ ਨੇੜੇ ਵਾਲੇ ਬਿੰਦੂ ਦੇ ਵਿਚਕਾਰ ਇੱਕ ਅਜਿਹਾ ਸਥਾਨ ਜਿੱਥੇ ਵਸਤੂ ਨੂੰ ਰੱਖਣ ਤੇ ਵਸਤੂ ਬਿਲਕੁਲ ਸਪੱਸ਼ਟ ਵਿਖਾਈ ਦਿੰਦੀ ਹੈ । ਸਪੱਸ਼ਟ ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀ ਦੀ ਘੱਟ-ਤੋਂ-ਘੱਟ ਦੂਰੀ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਆਮ ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀ ਲਈ ਸਪੱਸ਼ਟ ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀ ਦੀ ਘੱਟ-ਤੋਂ-ਘੱਟ ਦੂਰੀ 25 ਸੈਂ. ਮੀ. ਹੈ ।
  17. ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀ ਸਥਿਰਤਾ (Persistence of Vision)-ਜਦੋਂ ਕਿਸੇ ਵਸਤੂ ਦਾ ਅੱਖ ਦੇ ਰੈਟੀਨਾ ਤੇ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਬਣਦਾ ਹੈ, ਤਾਂ ਵਸਤੂ ਨੂੰ ਹਟਾ ਦੇਣ ਦੇ ਬਾਅਦ ਇਸ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਦਾ ਅਸਰ ਕੁਝ ਸਮੇਂ ਲਈ ਬਣਿਆ ਰਹਿੰਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਪ੍ਰਭਾਵ ਨੂੰ ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀ ਸਥਿਰਤਾ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।
  18. ਦੂਰ ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀਦੋਸ਼ (Long sightedness or Hypermetropia)-ਇਸ ਦੋਸ਼ ਵਿੱਚ ਵਿਅਕਤੀ ਨੂੰ ਦੁਰ ਦੀਆਂ ਇਹ ਹੈ ਕਿ ਨੇੜੇ ਮੌਜੂਦ ਵਸਤੂਆਂ ਦਾ ਪ੍ਰਤਿਬਿੰਬ ਰੈਟੀਨਾ ਦੇ ਪਿੱਛੇ ਬਣਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਨੂੰ ਉੱਤਲ ਲੈਂਸ ਨਾਲ ਠੀਕ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ ।

PSEB 8th Class Science Notes Chapter 15 ਕੁਝ ਕੁਦਰਤੀ ਘਟਨਾਵਾਂ

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PSEB 8th Class Science Notes Chapter 15 ਕੁਝ ਕੁਦਰਤੀ ਘਟਨਾਵਾਂ

→ ਪ੍ਰਾਚੀਨ ਸਮੇਂ ਵਿੱਚ ਅਕਾਸ਼ ਵਿੱਚ ਪੈਦਾ ਹੋਈਆਂ ਚੰਗਿਆੜੀਆਂ ਨੂੰ ਭਗਵਾਨ ਦਾ ਗੁੱਸਾ ਸਮਝਿਆ ਜਾਂਦਾ ਸੀ । 0 ਸਾਲ 1752 ਵਿੱਚ ਬੈਂਜਾਮਿਨ ਫਰੈਂਕਲਿਨ ਨੇ ਦਰਸਾਇਆ, ਕਿ ਬਿਜਲੀ ਚਮਕਣਾ ਅਤੇ ਕੱਪੜਿਆਂ ਵਿੱਚ ਪੈਦਾ ਹੋਈ ਚੰਗਿਆੜੀ ਅਸਲ ਵਿੱਚ ਇੱਕ ਹੀ ਘਟਨਾ ਹੈ ।

→ ਅਕਾਸ਼ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲੀ ਚਮਕਣ ਜਾਂ ਚੰਗਿਆੜੀਆਂ ਲਈ ਬਿਜਲੀ ਜ਼ਿੰਮੇਵਾਰ ਹੈ ।

→ ਕੁੱਝ ਪਦਾਰਥ ਰਗੜਨ ਦੁਆਰਾ ਚਾਰਜਿਤ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ।

→ ਕਿਸੇ ਪਦਾਰਥ ਨਾਲ, ਸਮਾਨ ਪਦਾਰਥ ਨੂੰ ਰਗੜਨ ਨਾਲ ਉਹਨਾਂ ਤੇ ਪੈਦਾ ਹੋਇਆ ਚਾਰਜ ਵੀ ਬਰਾਬਰ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

→ ਇੱਕੋ ਹੀ ਕਿਸਮ ਦੇ ਚਾਰਜ ਇੱਕ ਦੂਜੇ ਨੂੰ ਅਪਕਰਸ਼ਿਤ ਕਰਦੇ ਹਨ ।

→ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਪਦਾਰਥਾਂ ’ਤੇ ਚਾਰਜ ਵੀ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਹੁੰਦੇ ਹਨ, ਜਦੋਂ ਉਹਨਾਂ ਨੂੰ ਇੱਕੋ ਜਿਹੇ ਜਾਂ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਪਦਾਰਥਾਂ ਨਾਲ ਰਗੜਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

→ ਭਿੰਨ ਜਾਤੀ ਦੇ ਚਾਰਜ ਇੱਕ-ਦੂਜੇ ਨੂੰ ਆਕਰਸ਼ਿਤ ਕਰਦੇ ਹਨ ।

→ ਚਾਰਜ ਦੋ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦੇ ਹਨ-

  • ਧਨ ਚਾਰਜ ਅਤੇ
  • ਰਿਣ ਚਾਰਜ ।

→ ਰਗੜ ਤੋਂ ਪੈਦਾ ਹੋਏ ਬਿਜਲੀ ਚਾਰਜ ਸਥਿਤਿਕ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ।

→ ਸਥਿਤਿਕ ਚਾਰਜ ਸਥਿਰ ਰਹਿੰਦੇ ਹਨ ਅਰਥਾਤ ਗਤੀ ਨਹੀਂ ਕਰਦੇ ।

→ ਗਤੀ ਕਰ ਰਹੇ ਚਾਰਜ ਨੂੰ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ।

→ ਭੋ-ਸੰਪਰਕਨ ਵਿਧੀ ਦੁਆਰਾ ਚਾਰਜਿਤ ਵਸਤੂਆਂ ਵਿੱਚ ਮੌਜੂਦ ਚਾਰਜ ਨੂੰ ਧਰਤੀ ਵਿੱਚ ਭੇਜਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

→ ਬਿਜਲੀ ਵਿਸਰਜਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ, ਜਦੋਂ

  1. ਦੋ ਬੱਦਲ ਇੱਕ ਦੂਸਰੇ ਦੇ ਨੇੜੇ ਆਉਂਦੇ ਹਨ
  2. ਬੱਦਲ, ਧਰਤੀ ਦੇ ਨੇੜੇ ਆਉਂਦੇ ਹਨ
  3. ਬੱਦਲ ਅਤੇ ਮਨੁੱਖੀ ਸਰੀਰ ਇੱਕ-ਦੂਜੇ ਦੇ ਨੇੜੇ ਆਉਂਦੇ ਹਨ ।

→ ਜਦੋਂ ਇੱਕ ਰਿਣ ਚਾਰਜਿਤ ਬੱਦਲ ਰਿਣ ਚਾਰਜਿਤ ਧਨ ਚਾਰਜਿਤ ਬੱਦਲ ਦੇ ਨੇੜੇ ਆਉਂਦਾ ਹੈ ਤਾਂ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਦੀਆਂ ਚਮਕਦਾਰ ਧਾਰੀਆਂ ਅਤੇ ਗੁਰਜਨ ਦੇ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਉਰਜਾ ਨੂੰ ਵੱਡੀ ਮਾਤਰਾ ਵਿੱਚ ਵਿਸਰਜਿਤ ਕਰਦੇ ਹਨ ।

→ ਗਰਜ ਵਾਲੇ ਝੱਖੜ (Thunder Storm) ਦੇ ਸਮੇਂ ਮਕਾਨ, ਇਮਾਰਤ ਅਤੇ ਬੰਦ ਵਾਹਨ ਸੁਰੱਖਿਅਤ ਸਥਾਨ ਹਨ ।

→ ਇਮਾਰਤਾਂ ਨੂੰ ਅਕਾਸ਼ੀ ਬਿਜਲੀ ਤੋਂ ਸੁਰੱਖਿਅਤ ਰੱਖਣ ਵਾਲਾ ਯੰਤਰ ਤੜਿਤ ਚਾਲਕ (Lightening conductor) ਹੈ । ਤੂਫ਼ਾਨ, ਬਿਜਲੀ ਦਾ ਚਮਕਣਾ, ਚੱਕਰਵਾਤ, ਕੁੱਝ ਕੁਦਰਤੀ ਘਟਨਾਵਾਂ ਹਨ, ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਨਾਲ ਜਨ-ਜੀਵਨ ਅਤੇ ਸੰਪੱਤੀ ਨੂੰ ਹਾਨੀ ਪੁੱਜਦੀ ਹੈ ।

→ ਭੂਚਾਲ ਇੱਕ ਕੁਦਰਤੀ ਘਟਨਾ ਹੈ ।

→ ਅਕਾਸ਼ੀ ਬਿਜਲੀ, ਚੱਕਰਵਾਤ ਆਦਿ ਦੀ ਭਵਿੱਖਵਾਣੀ ਹੋ ਸਕਦੀ ਹੈ, ਪਰੰਤੂ ਭੂਚਾਲ ਬਾਰੇ ਭਵਿੱਖਵਾਣੀ ਨਹੀਂ ਕੀਤੀ ਜਾ ਸਕਦੀ ।

→ ਭੂਚਾਲ, ਧਰਤੀ ਦਾ ਝਟਕਾ ਹੈ ਜੋ ਬਹੁਤ ਘੱਟ ਸਮੇਂ ਤਕ ਰਹਿੰਦਾ ਹੈ । ਭੂਚਾਲ ਨਾਲ ਹੜ੍ਹ, ਧਰਤੀ ਦਾ ਖਿਸਕਣਾ ਅਤੇ ਸੁਨਾਮੀ ਆਦਿ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ।

→ ਭੁਚਾਲ ਲੇਖੀ ਯੰਤਰ ਨਾਲ ਭੁਚਾਲ ਦੀਆਂ ਤਰੰਗਾਂ ਨੂੰ ਰਿਕਾਰਡ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

→ ਭੂਚਾਲ ਦੀ ਪ੍ਰਬਲਤਾ ਰਿਕਟਰ ਪੈਮਾਨੇ ‘ਤੇ ਦੱਸੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ।

→ ਭੂਚਾਲ ਵਾਲੇ ਖੇਤਰਾਂ ਵਿੱਚ ਮਿੱਟੀ ਅਤੇ ਲੱਕੜੀ ਦੇ ਘਰ ਬਣਾਉਣੇ ਚਾਹੀਦੇ ਹਨ ।

ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਸ਼ਬਦ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਅਰਥ-

  1. ਸਥਿਤਿਕ ਜਾਂ ਸਥਿਰ ਬਿਜਲੀ (Static Electricity)-ਰਗੜ ਨਾਲ ਪੈਦਾ ਹੋਏ ਚਾਰਜ ਨੂੰ ਸਥਿਤਿਕ ਬਿਜਲੀ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ।
  2. ਭੋ-ਸੰਪਕਰਨ (Earthing)- ਮਨੁੱਖੀ ਸਰੀਰ ਦੁਆਰਾ ਚਾਰਜਾਂ ਦਾ ਧਰਤੀ ਵਿੱਚ ਪਹੁੰਚਣਾ ਭੋ-ਸੰਪਕਰਨ ਕਹਾਉਂਦਾ ਹੈ ।
  3. ਬਿਜਲੀ ਵਿਸਰਜਨ (Electric Discharge)-ਬੱਦਲਾਂ ਦੁਆਰਾ ਚਾਰਜਾਂ ਦੇ ਵਹਿਣ ਕਾਰਨ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਅਤੇ ਧੁਨੀ ਪੈਦਾ ਕਰਨ ਦੀ ਪ੍ਰਕਿਰਿਆ ਬਿਜਲੀ ਵਿਸਰਜਨ ਕਹਾਉਂਦੀ ਹੈ ।
  4. ਅਕਾਸ਼ੀ ਬਿਜਲੀ ਗਰਜ ਵਾਲਾ ਝੱਖੜ (Thunder Storm)- ਵਰਖਾ ਵਾਲੇ ਦਿਨ ਆਸਮਾਨ ਵਿੱਚ ਇੱਕ ਉੱਚੀ ਆਵਾਜ਼ ਸੁਣਾਈ ਦਿੰਦੀ ਹੈ ਇਸਨੂੰ ਗਰਜ ਵਾਲਾ ਝੱਖੜ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ।
  5. ਬਿਜਲੀ ਚਮਕਣਾ (Lightening) -ਦੋ ਬੱਦਲਾਂ ਜਾਂ ਬੱਦਲਾਂ ਅਤੇ ਧਰਤੀ ਦੇ ਵਿਚਕਾਰ ਰਗੜ ਦੇ ਕਾਰਨ ਪੈਦਾ, ਚਮਕੀਲੀਆਂ ਚੀਆੜੀਆਂ ਧਾਰੀਆਂ) ਜੋ ਆਕਾਸ਼ ਵਿੱਚ ਫੈਲਦੀਆਂ ਹਨ, ਅਕਾਸ਼ੀ ਬਿਜਲੀ ਚਮਕਣਾ ਬਿਜਲੀ ਵਿਸਰਜਨ ਕਹਾਉਂਦੀਆਂ ਹਨ ।
  6. ਭੂਚਾਲ (Earthquake) -ਧਰਤੀ ਦੀ ਉਪਰੀ ਸਤਹਿ ਵਿੱਚ ਧਰਤੀ ਦੀਆਂ ਪਲੇਟਾਂ ਦੇ ਖਿਸਕਣ ਦੇ ਕਾਰਨ ਆਏ ਭੂਮੀ ਦੇ ਝਟਕਿਆਂ (ਕੰਪਨ) ਨੂੰ ਭੂਚਾਲ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ।
  7. ਆਕਾਸ਼ੀ ਚਾਲਕ (Electric Conductor) -ਇਕ ਅਜੀਹਾ ਯੰਤਰ ਜਿਸ ਨਾਲ ਇਮਾਰਤਾਂ ਨੂੰ ਬਿਜਲੀ ਦੇ ਪ੍ਰਭਾਵ ਤੋਂ ਸੁਰੱਖਿਆ ਪ੍ਰਦਾਨ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ।

PSEB 8th Class Science Notes Chapter 14 ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਦੇ ਰਸਾਇਣਿਕ ਪ੍ਰਭਾਵ

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PSEB 8th Class Science Notes Chapter 14 ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਦੇ ਰਸਾਇਣਿਕ ਪ੍ਰਭਾਵ

→ ਅਜਿਹੇ ਪਦਾਰਥ ਜਿਹੜੇ ਆਪਣੇ ਵਿੱਚੋਂ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਨੂੰ ਲੰਘਣ ਦਿੰਦੇ ਹਨ ਸਚਾਲਕ ਅਤੇ ਜਿਹੜੇ ਪਦਾਰਥ ਆਪਣੇ ਵਿੱਚੋਂ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਨੂੰ ਆਸਾਨੀ ਨਾਲ ਲੰਘਣ ਨਹੀਂ ਦਿੰਦੇ, ਉਹ ਕ੍ਰਮਵਾਰ ਬਿਜਲੀ ਚਾਲਕ ਜਾਂ ਬਿਜਲੀ ਰੋਧਕ ਜਾਂ ਕੁਚਾਲਕ ਕਹਾਉਂਦੇ ਹਨ ।

→ ਕੁੱਝ ਵ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਨੂੰ ਆਪਣੇ ਵਿੱਚੋਂ ਲੰਘਣ ਦਿੰਦੇ ਹਨ, ਉਹਨਾਂ ਨੂੰ ਇਲੈਂਕਟਰੋਲਾਈਟ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ।

→ ਇਲੈੱਕਟਰੋਲਾਈਟ ਵਿੱਚੋਂ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਹੋਣ ਨਾਲ ਬਲਬ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ਮਾਨ ਹੋ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

→ ਜਦੋਂ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਕਮਜ਼ੋਰ ਹੁੰਦੀ ਹੈ, ਤਾਂ ਐੱਲ.ਈ.ਡੀ. (LED) (ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਉਤਸਰਜਨ ਡਾਯੋਡ) ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ।

→ ਸ਼ੁੱਧ ਹਵਾ, ਬਿਜਲੀ ਕੁਚਾਲਕ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।

PSEB 8th Class Science Notes Chapter 14 ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਦੇ ਰਸਾਇਣਿਕ ਪ੍ਰਭਾਵ

→ ਨਲ ਦਾ ਪਾਣੀ, ਨਮਕੀਨ ਪਾਣੀ, ਸਮੁੰਦਰ ਜਾਂ ਤਾਲਾਬ ਦਾ ਪਾਣੀ, ਸਾਰੇ ਬਿਜਲੀ ਦੇ ਚਾਲਕ ਹਨ, ਕਿਉਂਕਿ | ਇਹਨਾਂ ਵਿੱਚ ਅਸ਼ੁੱਧੀਆਂ ਅਤੇ ਲੂਣ ਮੌਜੂਦ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ।

→ ਤੇਜ਼ਾਬ, ਖਾਰ ਅਤੇ ਲੂਣਾਂ ਦੇ ਘੋਲ ਬਿਜਲੀ ਦੇ ਸੂਚਾਲਕ ਹਨ ।

→ ਸ਼ੁੱਧ ਕਸ਼ੀਦਤ ਪਾਣੀ ਬਿਜਲੀ ਦਾ ਕਚਾਲਕ ਹੈ ।

→ ਇਲੈੱਕਟਰੋਲਾਈਟ ਵਿੱਚੋਂ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਲੰਘਣ ਨਾਲ ਰਸਾਇਣਿਕ ਅਭਿਕਿਰਿਆ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।

→ ਗੈਸਾਂ ਦਾ ਉੱਤਸਰਜਨ, ਘੋਲ ਦੇ ਰੰਗ ਵਿੱਚ ਬਦਲਾਓ, ਇਲੈੱਕਟ੍ਰਡਾਂ ਦੀ ਸਤਹਿ ਤੇ ਧਾਤ ਦੀ ਪਰਤ ਦਾ ਜਮਾਂ ਹੋਣਾ ਆਦਿ ਕੁੱਝ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਦੇ ਰਸਾਇਣਿਕ ਪ੍ਰਭਾਵ ਹਨ ।

→ ਫ਼ਲ ਅਤੇ ਸਬਜ਼ੀਆਂ ਵੀ ਬਿਜਲੀ ਦੇ ਚਾਲਕ ਹਨ ।

→ ਤੇਜ਼ਾਬ ਯੁਕਤ ਪਾਣੀ ਵਿੱਚੋਂ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਲੰਘਣ ਨਾਲ ਤੇ ਆਕਸੀਜਨ ਅਤੇ ਹਾਈਡਰੋਜਨ ਦੇ ਬਲਬਲੇ ਕੁਮਵਾਰ ਧਨ (+ve) ਅਤੇ ਰਿਣ (-ve) ਟਰਮੀਨਲਾਂ (Terminals) ਤੇ ਇਕੱਠੇ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ।

→ ਬਿਜਲੀ ਮੁਲੰਮਾਕਰਣ, ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਦੇ ਰਸਾਇਣਿਕ ਪ੍ਰਭਾਵ ਦਾ ਇੱਕ ਸਭ ਤੋਂ ਜ਼ਿਆਦਾ ਹੋਣ ਵਾਲਾ ਇੱਕ ਸਾਧਾਰਨ ਉਪਯੋਗ ।

→ ਬਿਜਲੀ ਮੁਲੰਮਾਕਰਣ ਇੱਕ ਅਜਿਹੀ ਪ੍ਰਕਿਰਿਆ ਹੈ, ਜਿਸ ਵਿੱਚ ਕਿਸੇ ਧਾਤ ਦੀ ਵਸਤੂ ਤੇ ਕਿਸੇ ਹੋਰ ਦੂਜੀ ਮਨਚਾਹੀ ਵਧੀਆ ਧਾਤ ਦੀ ਪਤਲੀ ਪਰਤ ਚੜ੍ਹਾਉਂਦੇ ਹਨ । ਬਿਜਲੀ ਮੁਲੰਮਾਕਰਣ ਬਹੁਤ ਉਪਯੋਗੀ ਪ੍ਰਕਿਰਿਆ ਹੈ, ਕਿਉਂਕਿ ਇਸ ਦੁਆਰਾ ਵਸਤੂਆਂ ਲੰਬੇ ਸਮੇਂ ਤੱਕ, ਚਮਕਦਾਰ, ਖੋਰ-ਰਹਿਤ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਵਿਧੀ ਦੁਆਰਾ ਸਸਤੇ ਧਾਤ ਉੱਪਰ ਕਿਸੇ ਮਹਿੰਗੇ ਧਾਤ ਦੀ ਪਰਤ ਨੂੰ ਜਮਾਂ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

PSEB 8th Class Science Notes Chapter 14 ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਦੇ ਰਸਾਇਣਿਕ ਪ੍ਰਭਾਵ

ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਸ਼ਬਦ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਅਰਥ

  1. ਬਿਜਲੀ ਚਾਲਕ (Conductor-ਜਿਹੜੇ ਪਦਾਰਥ ਆਪਣੇ ਵਿੱਚੋਂ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਨੂੰ ਸੌਖਿਆਂ ਲੰਘਣ ਦਿੰਦੇ | ਹਨ, ਬਿਜਲੀ ਚਾਲਕ ਅਖਵਾਉਂਦੇ ਹਨ ।
  2. ਬਿਜਲੀ ਦੇ ਕੁਚਾਲਕ (Insulators)-ਜਿਹੜੇ ਪਦਾਰਥ ਆਪਣੇ ਵਿੱਚੋਂ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਨੂੰ ਸੌਖਿਆਂ ਲੰਘਣ ਨਹੀਂ ਦਿੰਦੇ ਹੋਣ, ਬਿਜਲੀ ਦੇ ਕੁਚਾਲਕ ਅਖਵਾਉਂਦੇ ਹਨ ।
  3. ਬਿਜਲੀ ਅਪਘਟਨ (Electrolysis)-ਉਹ ਪ੍ਰਕਰਮ, ਜਿਸ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲੀ ਚਾਲਕ ਦਵ ਵਿੱਚੋਂ ਬਿਜਲੀ ਧਾਰਾ ਪ੍ਰਵਾਹਿਤ ਕਰਨ ਤੇ ਦ੍ਰਵ ਸੰਘਟਕਾਂ ਵਿੱਚ ਅਪਘਟਿਤ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
  4. ਐਨੋਡ (Anode)-ਇਲੈੱਕਟ੍ਰੋਡ, ਜੋ ਬੈਟਰੀ ਦੇ +ve ਸਿਰੇ (ਧਨ ਟਰਮੀਨਲ) ਨਾਲ ਜੁੜਿਆ ਹੋਵੇ, ਐਨੋਡ ਕਹਾਉਂਦਾ ਹੈ ।
  5. ਕੈਥੋਡ (Cathode)-ਇਲੈੱਕਟ੍ਰਡ, ਜੋ ਬੈਟਰੀ ਦੇ –ve ਸਿਰੇ (ਰਿਣ ਟਰਮੀਨਲ) ਨਾਲ ਜੁੜਿਆ ਹੋਵੇ, ਕੈਥੋਡ | ਕਹਾਉਂਦਾ ਹੈ ।
  6. ਬਿਜਲੀ ਚਾਲਕ ਦਵ (Electrolyte)ਪਾਣੀ ਵਿੱਚ ਕੁੱਝ ਬੰਦਾਂ ਸਲਫ਼ਿਊਰਿਕ ਐਸਿਡ ਦੀਆਂ ਪਾਉਣ ਨਾਲ ਪਾਣੀ ਬਿਜਲੀ ਚਾਲਕ ਵ ਬਣ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਇਹ ਐਸਿਡ ਯੁਕਤ ਪਾਣੀ ਬਿਜਲੀ ਚਾਲਕ ਅਖਵਾਉਂਦਾ ਹੈ ।

PSEB 8th Class Science Notes Chapter 13 ਧੁਨੀ

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PSEB 8th Class Science Notes Chapter 13 ਧੁਨੀ

→ ਕੰਪਿਤ ਵਸਤੂ ਦੁਆਰਾ ਧੁਨੀ ਪੈਦਾ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।

→ ਕਿਸੇ ਵਸਤੂ ਦੁਆਰਾ ਆਪਣੀ ਮੱਧ ਸਥਿਤੀ ਦੇ ਇੱਧਰ-ਉੱਧਰ, ਅੱਗੇ-ਪਿੱਛੇ ਜਾਂ ਉੱਪਰ-ਥੱਲੇ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਤੈਅ ਕੀਤੀ ਗਈ ਵੱਧ ਤੋਂ ਵੱਧ ਦੂਰੀ ਨੂੰ ਕੰਪਨ ਦਾ ਆਯਾਮ (Amplitude) ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

→ ਇਕ ਕੰਪਨ ਨੂੰ ਪੂਰਾ ਕਰਨ ਵਿੱਚ ਲੱਗੇ ਸਮੇਂ ਨੂੰ ਆਵਰਤਕਾਲ (Time period) ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

→ ਇੱਕ ਸੈਕਿੰਡ ਵਿੱਚ ਕੰਪਨਾਂ ਦੀ ਗਿਣਤੀ ਨੂੰ ਕੰਪਨ ਦੀ ਆਕ੍ਰਿਤੀ (Frequency) ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

PSEB 8th Class Science Notes Chapter 13 ਧੁਨੀ

→ ਆਵਿਤੀ ਦਾ ਮਾਤਰਕ ਹਰਟਜ਼ (Hz) ਹੈ । 0 ਕੰਪਨ ਦਾ ਆਯਾਮ ਜਿੰਨਾ ਵੱਧ ਹੁੰਦਾ ਹੈ, ਧੁਨੀ ਉੱਨੀ ਹੀ ਪ੍ਰਬਲ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।

→ ਕੰਪਨ ਦੀ ਆਕ੍ਰਿਤੀ ਵੱਧ ਹੋਣ ਤੇ ਤਾਰਤੱਵ ਵੱਧ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਧੁਨੀ ਬਹੁਤ ਤਿੱਖੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।

→ ਮਨੁੱਖੀ ਕੰਨ ਲਈ, ਆਕ੍ਰਿਤੀ ਦੀ ਸੀਮਾ 20 Hz ਤੋਂ 20,000 Hz ਹੈ ।

→ ਧੁਨੀ ਦੇ ਸੰਚਾਰ ਲਈ ਮਾਧਿਅਮ ਦੀ ਲੋੜ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਇਹ ਨਿਰਵਾਤ (ਖਲਾਅ ਵਿੱਚ ਸੰਚਾਰਿਤ ਨਹੀਂ ਹੋ ਸਕਦੀ ।

→ ਪ੍ਰਕਾਸ਼, ਧੁਨੀ ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਵਿੱਚ ਬਹੁਤ ਤੇਜ਼ ਚੱਲਦਾ ਹੈ ।

→ ਧੁਨੀ ਕਿਸੇ ਰੁਕਾਵਟ ਤੋਂ ਪਰਾਵਰਤਿਤ ਹੋ ਸਕਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਪਰਾਵਰਤਿਤ ਧੁਨੀ ਨੂੰ ਪ੍ਰਤੀਧੁਨੀ (Echo) | ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

→ ਕੁੱਝ ਸੜ੍ਹਾਵਾਂ ਹੋਰਨਾਂ ਸੜਾਵਾਂ ਦੀ ਤੁਲਨਾ ਵਿੱਚ ਧੁਨੀ ਨੂੰ ਵੱਧ ਪਰਾਵਰਤਿਤ ਕਰਦੀਆਂ ਹਨ ।

→ ਸੰਗੀਤ ਸੁਖਾਵੀਂ ਧੁਨੀ ਹੈ ਜਦੋਂ ਕਿ ਸ਼ੋਰ ਨਹੀਂ ।

→ ਮਾਨਵ ਵਿੱਚ ਵਾਕ (ਚੰਗੀ ਲੱਗਣ ਵਾਲੀ) ਤੰਤੂਆਂ ਦੇ ਕੰਪਨ ਕਾਰਨ ਧੁਨੀ ਪੈਦਾ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।

PSEB 8th Class Science Notes Chapter 13 ਧੁਨੀ

ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਸ਼ਬਦ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਅਰਥ

  1. ਆਯਾਮ (Amplitude)-ਦੋਲਨ ਕਰਦੀ ਹੋਈ ਵਸਤੂ ਦੁਆਰਾ ਮੱਧ ਸਥਿਤੀ ਤੋਂ ਤੈਅ ਕੀਤੀ ਗਈ ਵੱਧ ਤੋਂ ਵੱਧ ਦੂਰੀ ਆਯਾਮ ਕਹਾਉਂਦੀ ਹੈ ।
  2. ਤੀਧੁਨੀ (Echo)-ਰੁਕਾਵਟ ਜਿਵੇਂ ਇਮਾਰਤ ਜਾਂ ਪਹਾੜ ਤੋਂ ਪਰਾਵਰਤਿਤ ਹੋਈ ਧੁਨੀ ।
  3. ਆਕ੍ਰਿਤੀ (Frequency)-ਦੋਲਤ ਵਸਤੂ ਦੁਆਰਾ ਇੱਕ ਸੈਕਿੰਡ ਵਿੱਚ ਕੰਪਨਾਂ ਦੀ ਗਿਣਤੀ ।
  4. ਹਰਟਜ਼ (Hertz)-ਆਤੀ ਦਾ ਮਾਕ ।
  5. ਵਾਕ ਯੰਤਰ (Larynx)-ਮਨੁੱਖ ਵਿੱਚ ਧੁਨੀ ਪੈਦਾ ਕਰਨ ਵਾਲਾ ਅੰਗ ।
  6. ਤਿੱਖਾਪਣ (Loudness)-ਧੁਨੀ ਦਾ ਗੁਣ ਜੋ ਦੋਲਨ/ਕੰਪਨ ਦੇ ਆਯਾਮ ਅਤੇ ਆਕ੍ਰਿਤੀ ‘ਤੇ ਨਿਰਭਰ ਕਰਦਾ ਹੈ ।
  7. ਸੰਗੀਤ (Musical Sound)-ਉਹ ਧੁਨੀ, ਜੋ ਕੰਨਾਂ ਤੇ ਚੰਗੀ ਲੱਗਦੀ ਹੈ ।
  8. ਸ਼ੋਰ ਜਾਂ ਰੌਲਾ (Noise)-ਕੰਨਾਂ ਨੂੰ ਭੈੜੀ ਲੱਗਣ ਵਾਲੀ ਧੁਨੀ ।
  9. ਅਲਟਰਾਸੋਨਿਕ (Ultrasonic)-20,000 Hz ਤੋਂ ਵੱਧ ਆਵਿਤੀ ਵਾਲੀ ਧੁਨੀ ॥
  10. ਕੰਪਿਤ ਵਸਤੂ (Vibrating Body)-ਇੱਕ ਵਸਤੂ ਜੋ ਮੱਧ ਸਥਿਤੀ ਦੇ ਇੱਧਰ-ਉੱਧਰ ਜਾਂ ਅੱਗੇ-ਪਿੱਛੇ ਗਤੀ ਕਰਦੀ ਹੈ ।
  11. ਕੰਪਨ ਜਾਂ ਡੋਲਨ ਗਤੀ (Vibration)-ਮੱਧ ਸਥਿਤੀ ਦੇ ਇੱਧਰ-ਉੱਧਰ ਜਾਂ ਅੱਗੇ-ਪਿੱਛੇ ਦੀ ਗਤੀ ।
  12. ਸੁਰ ਤੰਦਾਂ (Vocal Cords)-ਵਾਕ ਯੰਤਰ ਦੇ ਦੋ ਯੁਗਮ ਪੇਸ਼ੀ ਤੰਤੁ ।

PSEB 8th Class Science Notes Chapter 12 ਰਗੜ

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PSEB 8th Class Science Notes Chapter 12 ਰਗੜ

→ ਰਗੜ, ਗਤੀ ਦਾ ਵਿਰੋਧ ਕਰਦੀ ਹੈ ।

→ ਰਗੜ ਬਲ, ਦੋ ਸੰਪਰਕ ਕਰ ਰਹੀਆਂ ਸੜ੍ਹਾਵਾਂ ਦੇ ਵਿਚਕਾਰ ਲਗਦਾ ਹੈ ।

→ ਰਗੜ ਬਲ, ਸਤਹਿ ਦੀ ਪ੍ਰਕਿਰਤੀ ਅਤੇ ਮੁਲਾਇਮਪਨ ‘ਤੇ ਨਿਰਭਰ ਕਰਦਾ ਹੈ ।

→ ਰਗੜ ਬਲ ਸਤਹਿ ਦੀਆਂ ਅਨਿਯਮਿਤਤਾਵਾਂ ਦੇ ਕਾਰਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

→ ਦਬਾਅ ਦੇ ਵੱਧਣ ਨਾਲ ਰਗੜ ਵੱਧਦੀ ਹੈ ।

PSEB 8th Class Science Notes Chapter 12 ਰਗੜ

→ ਸਰਕਣਸ਼ੀਲ ਰਗੜ, ਸਥਿਤਿਜ ਰਗੜ ਤੋਂ ਘੱਟ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।

→ ਰਗੜ ਮਿੱਤਰ ਵੀ ਹੈ, ਅਤੇ ਦੁਸ਼ਮਣ ਵੀ ਹੈ ।

→ ਰਗੜ ਹਾਨੀਕਾਰਕ ਹੈ ਪਰ ਜ਼ਰੂਰੀ ਵੀ ਹੈ ।

→ ਰਗੜ ਨੂੰ ਲੋੜ ਅਨੁਸਾਰ ਘੱਟ ਜਾਂ ਵੱਧ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ ।

→ ਪਹੀਏ ਅਤੇ ਵੇਲਨੀ ਰਗੜ ਨੂੰ ਘੱਟ ਕਰਦੇ ਹਨ ।

→ ਸੁਨੇਹਕ (ਲੁਬਰੀਕੈਂਟ) ਅਜਿਹਾ ਪਦਾਰਥ ਹੈ, ਜੋ ਰਗੜ ਨੂੰ ਘੱਟ ਕਰਦਾ ਹੈ ।

→ ਤਰਲਾਂ ਦੁਆਰਾ ਲਾਏ ਗਏ ਰਗੜ ਨੂੰ ਖਿੱਚ (drag) ਵੀ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ।

→ ਤਰਲਾਂ ਵਿੱਚ ਪੈਦਾ ਰਗੜ ਵਸਤੂ ਦੀ ਪ੍ਰਕਿਰਤੀ, ਸ਼ਕਲ ਅਤੇ ਗਤੀ ‘ਤੇ ਨਿਰਭਰ ਕਰਦੀ ਹੈ ।

→ ਮੱਛੀ ਦੀ ਖ਼ਾਸ ਸ਼ਕਲ ਤਰਲਾਂ ਵਿੱਚ ਘੱਟ ਰਗੜ ਪੈਦਾ ਕਰਦੀ ਹੈ ।

PSEB 8th Class Science Notes Chapter 12 ਰਗੜ

ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਸ਼ਬਦ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਅਰਥ-

  1. ਰਗੜ (Friction)-ਸੰਪਰਕ ਵਿੱਚ ਰੱਖੀਆਂ ਦੋ ਸਤ੍ਹਾ ਦੇ ਵਿੱਚ ਸਾਪੇਖ ਗਤੀ ਦਾ ਵਿਰੋਧ ਕਰਨ ਵਾਲਾ ਬਲ, ਰਗੜ ਬਲ ਕਹਾਉਂਦਾ ਹੈ ।
  2. ਸਥਿਤਿਕ ਰਗੜ (Static Friction)-ਕਿਸੇ ਰੁਕੀ ਹੋਈ ਵਸਤੂ ਦੀ ਵਿਰਾਮ ਅਵਸਥਾ ਵਿੱਚ ਲੱਗਿਆ ਬਲ, ਸਥਿਤਿਕ ਰਗੜ ਕਹਾਉਂਦਾ ਹੈ ।
  3. ਸਰਕਣਸ਼ੀਲ ਰਗੜ (Sliding Friction)-ਇੱਕ ਵਸਤੂ ਦਾ ਦੂਸਰੀ ਵਸਤੂ ਤੇ ਸਰਕਣ ਨਾਲ ਪੈਦਾ ਹੋਏ ਪ੍ਰਤੀਰੋਧ ਬਲ ਨੂੰ ਸਰਕਣਸ਼ੀਲ ਰਗੜ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।
  4. ਵੇਲਨੀ ਰਗ਼ੜ (Rolling Friction)-ਦੋ ਵਸਤੂਆਂ ਦੇ ਆਪਸੀ ਸਤਾ ਤੇ ਵੇਲਨ ਦੇ ਗਤੀ ਦੇ ਪ੍ਰਤੀਰੋਧ ਬਲ ਨੂੰ ਵੇਲਨੀ ਰਗ਼ੜ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ।
  5. ਤਰਲ ਰਗੜ (Fluid Friction)-ਤਰਲ ਵਿੱਚ ਡੁੱਬੀਆਂ ਵਸਤੂਆਂ ਤੇ ਤਰਲ ਦੁਆਰਾ ਲਗਾਇਆ ਗਿਆ ਬਲ ।
  6. ਧਾਰਾ ਰੇਖੀ (Streamline-ਇੱਕ ਖ਼ਾਸ ਸ਼ਕਲ ਜਿਸ ਨਾਲ ਹਵਾ ਅਤੇ ਪਾਣੀ ਵਿੱਚ ਰਗੜ ਨੂੰ ਘੱਟ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ ।
  7. ਤਰਲ (Fluids)-ਵਾਂ ਅਤੇ ਗੈਸਾਂ ਦਾ ਸਾਂਝਾ ਨਾਂ ।

PSEB 8th Class Science Notes Chapter 11 ਬਲ ਅਤੇ ਦਾਬ

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PSEB 8th Class Science Notes Chapter 11 ਬਲ ਅਤੇ ਦਾਬ

→ ਬਲ, ਇਕ ਧੱਕਾ ਜਾਂ ਖਿੱਚ ਹੈ, ਜੋ ਵਸਤੁ ਦੀ ਸਥਿਤੀ ਬਦਲਣ ਵਿੱਚ ਸਹਾਇਕ ਹੈ ।

→ ਬਲ ਦਾ ਅਸਰ ਸਿਰਫ਼ ਉਸ ਦੇ ਮੁੱਲ ਉੱਤੇ ਨਿਰਭਰ ਨਹੀਂ ਕਰਦਾ ਬਲਕਿ ਉਸਦੇ ਖੇਤਰਫਲ ‘ਤੇ ਨਿਰਭਰ ਕਰਦਾ ਹੈ ।

→ ਬਲ, ਵਸਤੂ ਦੀ ਗਤੀ, ਗਤੀ ਦੀ ਦਿਸ਼ਾ ਜਾਂ ਵਸਤੂ ਦਾ ਆਕਾਰ ਬਦਲ ਸਕਦਾ ਹੈ ।

→ ਬਲ ਕਈ ਪ੍ਰਕਾਰ ਦੇ ਹੁੰਦੇ ਹਨ, ਜਿਵੇਂ-ਪੇਸ਼ੀ ਬਲ, ਚੁੰਬਕੀ ਬਲ, ਰਗੜ ਬਲ, ਗੁਰੁਤਾ ਬਲ ਅਤੇ ਸਥਿਰ | ਬਿਜਲਈ ਬਲ । 0 ਇਕਾਈ ਖੇਤਰਫਲ ਤੇ ਲਗਾਇਆ ਬਲ, ਦਾਬ ਕਹਾਉਂਦਾ ਹੈ ।

→ ਤਰਲ ਬਰਤਨ ਦੀਆਂ ਕੰਧਾਂ ਤੇ ਦਾਬ ਲਗਾਉਂਦੇ ਹਨ ।

PSEB 8th Class Science Notes Chapter 11 ਬਲ ਅਤੇ ਦਾਬ

→ ਵਾਤਾਵਰਨ ਵੀ ਦਾਬ ਲਗਾਉਂਦਾ ਹੈ, ਜਿਸਨੂੰ ਵਾਯੂਮੰਡਲੀ ਦਾਬ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

→ ਤਰਲ, ਬਰਤਨ ਦੀਆਂ ਦੀਵਾਰਾਂ ਤੇ ਬਰਾਬਰ ਡੂੰਘਾਈ ਤੇ ਬਰਾਬਰ ਦਾਬ ਪਾਉਂਦੇ ਹਨ ।

ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਸ਼ਬਦ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਅਰਥ –

  1. ਬਲ (Force) -ਕੋਈ ਵੀ ਬਾਹਰੀ ਕਾਰਨ ਜਿਹੜਾ ਕਿ ਵਸਤੁ ਦੀ ਵਿਸ਼ਰਾਮ ਅਵਸਥਾ ਅਤੇ ਗਤੀਸ਼ੀਲ ਅਵਸਥਾ ਵਿੱਚ ਬਦਲਾਅ ਲਿਆਏ, ਜਾਂ ਲਿਆਉਣ ਦੀ ਕੋਸ਼ਿਸ਼ ਕਰੇ, ਉਸ ਨੂੰ ਬਲ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ । ਇਹ ਇਕ ਸਦਿਸ਼ ਰਾਸ਼ੀ ਹੈ ।
  2. ਪਰਿਣਾਮੀ ਨੇਟ ਬਲ (Resultant Force)- ਜਦੋਂ ਦੋ ਜਾਂ ਦੋ ਤੋਂ ਵੱਧ ਬਲ ਵਸਤੁ ਤੇ ਇੱਕ ਹੀ ਸਮੇਂ ਲਗਦੇ ਹਨ, ਤਾਂ ਵਸਤੂ ਤੇ ਲੱਗ ਰਹੇ ਕੁੱਲ ਬਲ ਦੇ ਅਸਰ ਨੂੰ ਪਰਿਣਾਮੀ (ਨੇਟ) ਬਲ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।
  3. ਰਗੜ ਬਲ (Force of Friction)-ਦੋ ਸਤਿਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਵਿੱਚ ਲੱਗਣ ਵਾਲਾ ਬਲ ਜੋ ਵਸਤੂ ਦੀ ਗਤੀ ਦੇ ਉਲਟ ਦਿਸ਼ਾ ਵਿੱਚ ਲਗਦਾ ਹੈ, ਉਸਨੂੰ ਰਗੜ ਬਲ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।
  4. ਗੁਰੂਤਾਬਲ (Gravitation)-ਸੰਸਾਰ ਵਿੱਚ ਹਰ ਦੋ ਵਸਤੂਆਂ ਦੇ ਵਿੱਚ ਲੱਗ ਰਹੇ ਖਿੱਚ ਬਲ ਨੂੰ ਗੁਰੂਤਾ ਬਲ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ।
  5. ਭਾਰ (Weight)-ਜਿਹੜੇ ਬਲ ਦੁਆਰਾ ਕੋਈ ਵਸਤੂ ਧਰਤੀ ਵੱਲ ਖਿੱਚ ਹੋ ਰਹੀ ਹੈ ।
  6. ਦਾਬ (Pressure)- ਤੀ ਇਕਾਈ ਖੇਤਰਫਲ ਤੇ ਲੱਗਿਆ ਬਲ ।
  7. ਵਾਯੂਮੰਡਲੀ ਦਾਬ (Atmospheric Pressure) -ਧਰਤੀ ਤੇ ਸਥਿਤ ਸਾਰੀਆਂ ਵਸਤੂਆਂ ਤੇ ਵਾਤਾਵਰਨ ਦੇ ਦੁਆਰਾ ਲੱਗਿਆ ਬਲ ।