Punjab State Board PSEB 9th Class Computer Book Solutions Chapter 4 डी०बी०एम०एस० से परिचय Textbook Exercise Questions and Answers.
PSEB Solutions for Class 9 Computer Chapter 4 डी०बी०एम०एस० से परिचय
Computer Guide for Class 9 PSEB डी०बी०एम०एस० से परिचय Textbook Questions and Answers
1. रिक्त स्थान भरें
1. डी० बी० एम० एस० का पूरा नाम ………….. है।
(क) डाटाबेस मैनेजर सिस्टम
(ख) डाटाबेस मैनेजिंग सिस्टम
(ग) डाटाबेस मैनेजमैंट सिस्टम
(घ) डाटाबेस मैसजर सॉफ्टवेयर।
उत्तर-
(ग) डाटाबेस मैनेजमैंट सिस्टम।
2. डाटाबेस को संभालने की ज़िम्मेदारी ………………………….. की होती है।
(क) डाटाबेस मास्टर
(ख) डाटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर
(ग) यूज़र
(घ) आम व्यक्ति।
उत्तर-
(ख) डाटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर।
3. प्रोसैसिंग के बाद डाटा ……………………. में बदल जाता है।
(क) डाटाबेस
(ख) सूचना
(ग) एन०टी०टी०
(घ) सॉफ्टवेयर।
उत्तर-
(ख) सूचना।
4. एक-दूसरे से सम्बन्धित समूह को ………………………… तैयार करते हैं।
(क) डाटाबेस
(ख) डी०बी०एम०एस०
(ग) डी०बी०ए०
(घ) फाइल प्रोसैसिंग सिस्टम।
उत्तर-
(घ) फाइल प्रोसैसिंग सिस्टम।
5. एक ही डाटाबेस की एक ही जैसे डाटा की स्टोर करने की प्रक्रिया का डाटा ……………………………. होती है।
(क) इंटीग्रीटी
(ख) रिडुयनसी
(ग) आवजैक्स
(घ) फौरन की।
उत्तर-
(ख) रिडुयन.सी।
6. …………………………….. एक विल्क्षण की होती है।
(क) प्राइमरी की
(ख) फौरन की
(ग) इलैक्ट्रोनिक की
(घ) डाटाबेस की।
उत्तर-
(क) प्राइमरी की।
2. पूरे नाम बताओ
1. DBA
2. DBMS
3. SQL
उत्तर-
1. DBA-डाटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर
2. DBMS-डाटाबेस मैनेजमैंट सिस्टम
3. SQL-सट्रक्चर कुएरी लेंगुएज़।
3. छोटे उत्तर वाले प्रश्न
प्रश्न 1.
डाटाबेस से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर-
डाटाबेस व्यवस्थित सूचनाओं का समूह होता है जो कम्प्यूटर में स्टोर होता है। डाटाबेस से यूज़र सूचना भी प्राप्त कर सकता है।
प्रश्न 2.
सम्बन्ध कौन-कौन से होते हैं ?
उत्तर-
- एक से एक (1-1)
- एक से अनेक (1-M)
- अनेक से अनेक (M-M).
प्रश्न 3.
भिन्न-भिन्न प्रकार के डी० बी० ए० के नाम बताओ।
उत्तर-
- एडमिनिस्ट्रेटर डी० बी० ए०
- डिवेलपमेंट डी० बी० ए०
- आर्किटैक्ट डी० बी० ए०
- वेयर हाऊस डी० बी० ए०।
प्रश्न 4.
SQL क्या हैं ?
उत्तर-
यह एक हाई लैवल भाषा है जो रिलेशनल डाटाबेस में डाटा को संभालने, नियंत्रण करने, बदलने के लिए प्रयोग की जाती है।
प्रश्न 5.
कीज़ कितने प्रकार की होती हैं ?
उत्तर-
- सुपर कीअ
- कैंडीडेंट कीअ
- प्राइमरी कीअ
- कंपोजिट कीअ
- फौरन की।
4. बड़े उत्तर वाले प्रश्न
प्रश्न 1.
नारमलाइज़ेशन के बारे बताओ। यह कितनी प्रकार की होती है ?
उत्तर-
नारमलाइज़ेशन एक वैज्ञानिक विधि है जिसके द्वारा टेबल को आसान तरीके से यूज़र को समझने योग्य रूप में बदला जा सकता है। टेबल में रिडुयनडेंसी को कम करने के लिए और डाटाबेस इनकनसिसटैंसी को कम करने और अपने डाटाबेस को मज़बूत करने के लिए आगे कुछ पग दिये हैं।
- सब टेबल में एक आइडेंटीफाईर ज़रूरी होना चाहिए।
- सब टेबल में एक टाइप का एन०टी०टी० स्टोर होना चाहिए।
- नल वैल्यू को कम-से-कम स्टोर करना चाहिए।
- वैलयूज़ बार-बार कम आनी चाहिए।
आमतौर पर नारमल फारमज़ पांच होती है।
- First Normal Form (INF)
- Second Normal Form (2NF)
- Third Normal Form (3NF)
- Fourth Normal Form (4NF)
- Boyce coded Normal Form (BCNF).
प्रश्न 2.
फाइल प्रोसैसिंग सिस्टम क्या है ? इसके लाभ तथा हानियां क्या हैं ?
उत्तर-
कम्प्यूटर आने से पहले सारी सूचना कागज़ों के ऊपर स्टोर की जाती थी। जब सब सूचना ढूँढ़नी हो तो कागज़ को देखना होता था।
फाइल प्रोसैसिंग सिस्टम के लाभफाइल प्रोसैसिंग सिस्टम में निम्नलिखित लाभ हैं :
- तकनीकी जानकारी की आवश्यकता नहीं-फाइल प्रोसैसिंग सिस्टम में किसी भी प्रकार की खास कम्प्यूटर या साफ्टवेयर की जानकारी की आवश्यकता नहीं होती। .
- कम डाटा में आसानी-फाइल प्रोसैसिंग सिस्टम में कम डाटा के साथ काम करने में आसानी होती है।
- समझने में आसानी-फाइल प्रोसैसिंग सिस्टम में डाटा की स्ट्रक्चर को समझना डी०वी०एम०एस० से आसान होता है।
- सस्ता-फाइल प्रोसैसिंग सिस्टम की कीमत कम होती है।
- सरल-फाइल प्रोसैसिंग सिस्टम सरल होता है।
- फालतू हार्डवेयर की आवश्यकता नहीं-आम करके फाइल प्रोसैसिंग सिस्टम में किसी हार्डवेयर की आवश्यकता नहीं होती।
- आसान जगह बदली-फाइल प्रोसैसिंग सिस्टम में डाटा की आसानी से जगह बदली जा सकती है। सिर्फ फाइलें कापी तथा पेस्ट ही करनी होती हैं।
फाइल प्रोसैसिंग सिस्टम के हानियांफाइल प्रोसैसिंग सिस्टम में निम्नलिखित हानियां हैं :
डाटामैपिंग अकसैस-सब संबंधित सूचना को अलग-अलग फाइल में स्टोर करना होता है पर इनमें किसी भी प्रकार की मैपिंग नहीं होती है।
डाटा रिडुयनहुँसी-डुपलीकेट डाटा को वैलिडेट करने के लिए फाइल सिस्टम में कोई भी तरीका नहीं होता है। फाइल सिस्टम में डुपलीकेट डाटा को संभाला नहीं जा सकता। क्योंकि इससे स्पेस घटती है जिससे डाटा को हमेशा संभाल के रखने में मुश्किल होती है। इससे डाटाबेस संभाल सकते हैं।
डाटा डिपेंडेंस-फाइल में डाटा एक विशेष प्रकार से स्टोर किया जाता है ; जैसे कि टैब, कोमा या सैमीकालम जब फाइल का फारमैट बदल दिया जाए। वह फाइल प्रोसैस करने के लिए पूरा प्रोग्राम बदलना पड़ेगा। सारा डाटा खराब हो जाएगा। क्योंकि बहुत प्रोग्राम फाइल का प्रयोग करते हैं। इससे फाइलों का प्रयोग काफी मुश्किल हो जाता है।
डाटा इनकनसिसटेंसी-एक ही प्रकार के डाटा की भिन्न कापियों में कोई अंतर नहीं होना चाहिए। इस प्रकार के डाटा को इनकनसिसटैंसी कहते हैं। इसका कारण है कि फाइल की सही सूची नहीं बनी होती जिसके कारण डाटा की एक जैसी कापी नहीं होती है।
सुरक्षा-हर फाइल को पासवर्ड लागकर सुरक्षित किया जाता है। परंतु अगर फाइल में से हम कोई रिकार्ड देखते हैं जैसे कि किसी भी यूज़र ने अपना नतीजा देखना हो तो यह फाइल प्रोसैसिंग सिस्टम में बहुत मुश्किल होता है।
प्रश्न 3.
DBMS क्या है ? इसकी लाभ तथा हानियां बताओ।
उत्तर-
DBMS का पूरा नाम डाटाबेस मैनेजमैंट सिस्टम है। यह एक सॉफ्टवेयर होता है। जो यूज़र को डाटाबेस बनाने, संभाल कर रखने, कन्ट्रोल करने और देखने की आज्ञा देता है। DBMS वास्तव में प्रोग्रामों का एक समूह है जो यूज़र को स्टोर करने, बदलने और डाटाबेस में से संक्षेप सूचना निकालने की स्वीकृति देता है।
DBMS के लाभ-
- यह अधिकता को कंट्रोल करता है।
- डाटा का मॉडल बनाया जा सकता है।
- डाटा की साझेदारी की जा सकती है।
- अशुद्धता लागू होती है।
- इसका उचित स्तर होता है।
- इसे बिना आज्ञा कोई व्यक्ति नहीं चला सकता और न ही देख सकता है।
- निजी ज़रूरतों से लेकर उद्योगों की ज़रूरतें पूरी करता है।
- इससे ज़्यादा यूज़र इकट्ठे कार्य कर सकते हैं।
- इसमें बैकअप की यूटिलिटी भी होती है।
हानियां
- यह जटिल होता है।
- इसका छोटे कम्प्यूटर पर उच्च स्तर पर प्रयोग नहीं हो सकता।
- खराब होने का खतरा अधिक होता है।
- आकार काफ़ी बड़ा होता है।
- इसका मूल्य काफ़ी अधिक होता है।
- अतिरिक्त हार्डवेयर की ज़रूरत पड़ती है।
- परिवर्तन का मूल्य काफ़ी अधिक होता है।
प्रश्न 4.
एन० टी० टी० क्या होता है ? इसकी किस्मों के बारे में बताएं।
उत्तर-
वह चीज़ जिसकी जानकारी हम डाटा के रूप में डाटाबेस में स्टोर करते हैं। उसे एन० टी० टी० कहते हैं।
- एन० टी० टी० किस्में1. कमज़ोर एन० टी० टी०-यह एक ऐसी एन० टी० टी० है। जो आपके एट्रीब्यूट्स से अलग नहीं पहचानी जा सकती।
- बढ़िया एन० टी० टी०- इस में प्राइमरी कीअ लगी होती है। यह एन० टी० टी० बढ़िया से जान सकते हैं। यह डाटा से अलग हो जाती है।
प्रश्न 5.
डाटा मॉडल क्या होता है ? इस के भागों के बारे में बताएं।
उत्तर-
डाटा मॉडल वह तरीका है जो हमें डाटाबेस स्ट्रक्चर के बारे में जानकारी देता है। यह तीन प्रकार के होते हैं।
1. ऑब्जैकट ओरीऐंटिड मॉडल-यह लाइन दर लाइन डाटा का वर्णन करते हैं। यह पाँच प्रकार के होते हैं।
- बाइनरी मॉडल
- फंकशन मॉडल
- एन० टी० टी० रिलेशनशिप
- ऑब्जैकट ओरऐंटिड मॉडल
- सिमेटिक डाटा मॉडल।
2. रिकार्ड बेस लॉजीकल मॉडल-यह लाइन दर लाइन डाटा का वर्णन करते हैं। पर यह एक फारमैट का प्रयोग करते हैं। इसमें हर एक रिकार्ड के अपने एट्रीब्यूट्स और फील्डस होते हैं, जिसे एक निश्चित अधिकार होता है। यह तीन प्रकार के होते हैं।
- नेटवर्क मॉडल
- रिलेशनल मॉडल
- हैरारीकल मॉडल।
3. फिजीकल डाटा मॉडल-फिजीकल डाटा मॉडल का प्रयोग डाटाबेस में से नीचे लेवल के डाटा का वर्णन करने के लिए किया जाता है।
यह इस प्रकार है-
- एन० टी० टी०-यह डाटाबेस के अलग-अलग वस्तु के बारे में जानकारी देता है।
- एट्रीब्यूट-यह प्रयोगकर्ता के नाम, पता आदि के एन० टी० टी० के बारे में जानकारी देता है।
- एन० टी० टी० सेट-यह एन० टी० टी० सैट और एट्रीब्यूट सुमेल से बनता है। इसमें अलग-अलग ऐन० टी० टी० और एट्रीब्यूट स्टोर की जाती है।
- रिलेशनशिप-हम जिस भी एन० टी० टी० का प्रयोग कर सकते हैं। वह आपसी डाटाबेस में किसी अन्य एन० टी० टी० से भी जुड़ी हो सकती है। इसी को रिलेशनशिप या संबंध कहते हैं।
PSEB 8th Class Computer Guide डी०बी०एम०एस० से परिचय Important Questions and Answers
रिक्त स्थान भरें
1. प्रोसैस के बाद डाटा …………….. में बदल जाता है।
उत्तर-
सूचना,
2. ………. एक बहुत सारे डाटा का समूह है।
उत्तर-
रिकार्ड,
3. ……………… सिस्टम में डाटा की फाइलों के रूप में संभाला जाता है।
उत्तर-
कम्प्यूट्रीकृत डाटाबेस,
4. एक-दूसरे के साथ सम्बन्धित रिकार्ड के समूह को ……………… कहा जाता है।
उत्तर-
फाइल,
5. फाइल प्रोसैसिंग में ……………… के अवसर अधिक है।
उत्तर-
डुप्लीकेसी,
6. ……………… व्यक्ति या व्यक्तियों का समूह है जो डाटाबेस प्रणाली का नियंत्रण करता है।
उत्तर-
डाटाबेस, एडमिनिस्ट्रेटर।
सही या गलत बताइये
1. प्रोसैस (प्रक्रिया) किये डाटा को सूचना कहा जाता है।
उत्तर-
सही,
2. डाटाबेस में सुरक्षा और प्रबन्ध करने के गुण होते हैं।
उत्तर-
सही,
3. DBMS को सम्भालने की ज़िम्मेवारी DBA की नहीं।
उत्तर-
गलत,
4. एक दूसरे से सम्बन्धित डाटा आइटम के समूह को रिकार्ड कहा जाता है।
उत्तर-
सही,
5. सम्बन्धित डाटा आइटम के समूह को फाइल कहा जाता है।
उत्तर-
गलत।
पूरे नाम बताइये
1. DBA
2. DBMS
उत्तर-
1. DBA-Data Base Administrator
2. DBMS-Data Base Management System
छोटे उत्तर वाले प्रश्न
प्रश्न 1.
डाटा और इनफॉरमेशन क्या होता है ?
उत्तर-
डाटा-डाटा कच्चे पदार्थ होते हैं जिन पर कम्प्यूटर प्रोग्राम काम करते हैं। इनफॉरमेशन-प्रोसैस किये गए डाटा को इनफॉरमेशन कहते हैं।
प्रश्न 2.
डाटा बेस एप्लीकेशन का प्रयोग कहां होता है ?
उत्तर-
- इसके प्रयोग से बैंकों के अकाऊंट्स की संभाल की जाती है।
- एयरलाइन रिज़रवेशन और एनफॉरमेशन शेडयूल के लिए।
- संस्था की महीने वार स्टेटमैंट बनाने के लिए।
- दूर-संचार के लिए।
प्रश्न 3.
डाटा रिडुयन.सी क्या होता है ?
उत्तर-
किसी डाटाबेस में एक ही प्रकार के डाटा को बार-बार स्टोर करने की स्थिति को डाटा रिडुयन.सी कहते हैं।
प्रश्न 4.
एन० टी० टी० रिलेशनशिप डायाग्राम क्या है ?
उत्तर-
E-R Diagram एक ऐसा तरीका है जिसके साथ हम किसे भी Entity को बताने वाले । Atributes को लाजिकली दर्शा सकते हैं।
प्रश्न 5.
डाटा (Data) क्या होता है ?
उत्तर-
कच्चे तथ्यों, अंकों, अक्षरों, शब्दों आदि के इकट्ठ को डाटा कहा जाता है। इनका अपने आप में कोई अर्थ नहीं होता।
प्रश्न 6.
सूचना (Information) क्या होती है ?
उत्तर-
प्रोसैसड डाटे को सूचना कहा जाता है। जब हम डाटे की अपनी ज़रूरत अनुसार किसी खास रूप में ढाल देते हैं, उसको सूचना कहा जाता है।
प्रश्न 7.
डाटाबेस (Database) से क्या भाव है ? ।
उत्तर-
सम्बन्धित सूचनाओं का वो इकट्ठ जो एक नाम के नीचे सम्भाला जाता है, उस को डाटाबेस कहते हैं।
प्रश्न 8.
डाटाबेस में कौन-कौन से काम किये जाते हैं ?
उत्तर-
डाटाबेस में नीचे दिये गये काम किये जाते हैं-
- डाटे को स्टोर करना।
- डाटे से सूचना तैयार करना।
- स्टोर की सूचना को दोबारा प्राप्त करना।
- सूचना को बदलना।
- अनावश्यक सूचना को डिलीट करना।
- सूचना को आवश्यक क्रम में लगाना।
- सूचनाओं के मेल से नई सूचना तैयार करना।
प्रश्न 9.
DBMS के लाभ बताइये।
उत्तर-
DBMS के निम्नलिखित लाभ हैं
- यह अधिकता को नहीं होने देता।
- यह डाटे को अजोड़ रखता है।
- इस में डाटे की साझेदारी की जा सकती है।
- इस का उचित स्तर होता है।
- इस में डाटा सुरक्षित रहता है।
- यह सभी की ज़रूरतें पूरी करता है।
- यह बैकअप की रिकवरी की सुविधा प्रदान करता है।
- इस में अखण्डता की सुविधा होती है।
प्रश्न 10.
निम्नलिखित पर नोट लिखें
1. सम्बन्धों की किस्में
2. रिकार्ड
3. फाईल
4. DBA
5. प्राइमरी
6. फौरन की
7. एक से एक सम्बन्ध।
उत्तर
1. सम्बन्धों की किस्में-सम्बन्ध दो या ज़्यादा टेबलों में आपसी सम्बन्ध को दर्शाता है। यह सम्बन्ध अलग-अलग फील्डज़ में होते हैं। यह सम्बन्ध तीन प्रकार के होते हैं-
- एक से एक सम्बन्ध
- एक से अनेक सम्बन्ध
- अनेक से अनेक सम्बन्ध
- एक से एक सम्बन्ध-इस में एक टेबल की एक रो का दूजे टेबल की एक रो से सम्बन्ध होता है।
- एक से अनेक सम्बन्ध-इस में एक टेबल की एक रो का दूसरे टेबल की एक से ज्यादा रोअज़ से सम्बन्ध होता है।
- अनेक से अनेक सम्बन्ध-इस में एक टेबल की एक से ज्यादा रोअज़ का दूसरे टेबल की एक से ज्यादा रोअ से सम्बन्ध होता है।
2. रिकार्ड-एक दूसरे से सम्बन्धित डाटा आइटम के समूह को रिकार्ड कहा जाता है। यह एक टेबल की एक रोअ होती है, जिसमें सारे फील्डज़ की कीमतें शामिल होती हैं। ये सभी कीमतें मिल कर एक रिकार्ड बनाती हैं।
3. फाईल-जब सम्बन्धित जानकारी को एक नाम के नीचे सम्भाला जाता है तो उस को फाईल कहते हैं। यह एक दूसरे से सम्बन्धित रिकार्डज़ का समूह होती हैं।
4. DBADBA का पूरा नाम है डाटाबेस एडमनिस्ट्रेटर (Database Administrator)। इस को डाटाबेस प्रबन्धक भी कहा जाता है। यह उन व्यक्तियों का समूह होता है जो डाटाबेस प्रणाली को नियन्त्रित करते हैं। इसका सभी डाटाबेस पर कण्ट्रोल होता है।
5. प्राइमरी कीअ-किसी टेबल में वो फील्ड या फील्डों का समूह जो अपने आप में विलक्षण होता है, प्राइमरी कीअ कहलाता है। इस कीअ का इस्तेमाल करके टेबल के किसी भी रिकार्ड की प्राप्ति की जा सकती है।
6. फौरन कीअ-वो कीअ जो किसी अन्य टेबल कीअ प्राइमरी की होती है, को पहले टेबल कीअ फौरन कीअ कहा जाता है। यह दो टेबलों में सम्बन्ध स्थापित करती है।
7. एक से एक सम्बन्ध-एक से एक सम्बन्ध वो होता है, जिस में एक टेबल के एक रिकार्ड का किसी दूसरे टेबल की एक ही रिकार्ड से सम्बन्ध होता है।
प्रश्न 11.
डाटाबेस क्या होता है ? साधारण डाटा फाइलों से यह कैसे अधिक उपयोगी है ?
उत्तर-
कोई डाटाबेस आपस में सम्बन्धित डाटा का ऐसा संग्रह होता है, जो एक व्यवस्थित रूप से एक इकाई की तरह एक ही स्थान पर स्टोर किया जाता है। यह साधारण डाटा फाइलों से बहुत अधिक उपयोगी है, क्योंकि हम अपनी आवश्यक सूचनाएँ कई फाइलों को एक साथ मिलाकर प्राप्त कर सकते हैं।
प्रश्न 12.
डाटाबेस बनाने के क्या लाभ हैं ?
उत्तर-
डाटाबेस बनाने के कई लाभ होते हैं, जिनमें से कुछ निम्न प्रकार हैं
- डाटा के दोहराव में कमी
- कई उपयोगकर्ताओं के बीच डाटा का साझा
- डाटा की पूर्णता (Integrity)
- डाटा का मानकीकरण (Standardization)
- बेहतर डाटा सुरक्षा।