PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 8 माईक्रोसॉफ्ट पब्लिशर-II

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PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 8 माईक्रोसॉफ्ट पब्लिशर-II

विज्ञापन
विज्ञापन का अर्थ है कि कंपनी किस तरह लोगों को अपने उत्पादों, सेवाओं या विचारों को खरीदने के लिए उत्तेजित करती हैं। एक विज्ञापन क्या होता है। वह वस्तुएं जो आपका ध्यान अच्छे से अपनी ओर खींचती हैं। यह आमतौर पर किसी विज्ञापन एजेंसी द्वारा डिज़ाइन किया जाता है। विज्ञापन टेलीविज़न, रेडियो, समाचार पत्र, पत्रिका आदि में दिखाई देते हैं। विज्ञापन के प्रायोजक बहुधा व्यापारी होते हैं जो अपने उत्पादों और सेवाओं को पदोन्नत करना चाहते हैं।

विज्ञापनों को अलग-अलग मीडिया द्वारा संचारित किया जाता है जैसे कि पुराना मीडिया जिसका भाव है-समाचार-पत्र, पत्रिका, टेलीविजन, रेडियो, बाहरी विज्ञापन या सीधी मेल और नई मीडिया से भाव है सर्च रिजल्ट, ब्लॉग, वैबसाइट या टैकस्ट संदेश आदि। एक मीडिया में संदेश की असली पेशकारी को विज्ञापन या “AD” द्वारा चित्रित किया जाता है। गैर-व्यावसायिक विज्ञापन में राजनीतिक पार्टियों, रुचि रखने वाले समूह, धार्मिक संगठन और सरकारी एजेंसियां आदि शामिल होती हैं।

ऐम० एस०-पब्लिशर ब्रोशर, समाचार पत्र, व्यापार कार्ड और चित्र मेन्यू सहित अलग-अलग पब्लिकेशन बनाने में हमारी मदद करने के लिए टैम्पलेट और अधिक साधन प्रदान करता है। विज्ञापन के लिए अलगअलग प्रिंट मीडिया नीचे दिए हुए हैं।

  • ब्रोशर (Brochures)
  • न्यूजलैटर (Newsletters)
  • बैनर (Banners)
  • सूची (Catalogs)
  • फ्लाइर्ज (Flyers)

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ब्रोशर
एक ब्रोशर एक ही सूचना से भरा/कागज़ी दस्तावेज होता है, जो कभी-कभी विज्ञापन के लिए इस्तेमाल किया जाता है। जिसकी टैंपलेट, पैंफलेट या लीफलेट में फोल्ड किया जाता है। ब्रोशर एक प्रोत्साहनपरक दस्तावेज है। जो मुख तौर पर किसी भी कंपनी, संस्था, उत्पादों या सेवाओं को जनता के सामने लाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। ब्रोशर को समाचार पत्र में और व्यस्त स्थानों में ब्रोशर रैकों में रखा जाता है। उसको ग्रे-लिटरेचर भी कहा जा जाता है।

आज-कल के ब्रोशर इलैक्ट्रॉनिक फार्मेट में भी उपलब्ध हैं और इनको ई-ब्रोशर भी कहा जाता है। इन रिवायती कागज़ ब्रोशर की तुलना को ई-ब्रोशर जो कि कम लागत और अनगिनत लाभ पहुंचाते हैं। एक ब्रोशर की सबसे आम किस्म बाइ-फोल्ड (bi-fold) (एक शीट जो दोनों तरफ से छपी होती है, और ट्राई-फोल्ड (जिसे तीने पक्षों में फोल्ड) होती हैं।

MS-Publisher का इस्तेमाल करते हुए ब्रोशर तैयार करना-पब्लिशर में ब्रोशर को तैयार करना।

  • File टेब पर क्लिक करें फिर New और फिर Broucher पर क्लिक करें। ब्रोशर के साथ संबद्ध कई टैम्पलेट होते हैं। अपनी पसंद के अनुसार कोई भी चुनें। अब विर्ड की दायरा और चुने हुए ब्रोशर को कस्टमाइज करने के लिए विकल्प देख सकते हैं।
  • अब, ब्रोशर को कलर स्कीम, फौंट स्कीम, पेज आकार के विकल्प और फार्मों की मदद से कस्टमाइज़ करें।
  • ब्रोशर की कलर, फौंट साइज और फार्म बदलने के बाद Create विकल्प पर क्लिक करें। अब हम अपने ब्रोशर के विवरण को एडिट कर सकते हैं और इसकी पब्लिकेशन के तौर पर सेव कर सकते हैं।

न्यूज़लैटर
आप लोगों को अपने समारोह के बारे में जानकारी देने के लिए न्यूज़लैटर बन सकते हो। न्यूज़लैटर में, आप समारोह में होने वाले प्रोग्रामों के समय के बारे, मुख्य मेहमान के बारे और अन्य भिन्न व्यक्तित्वों के बारे में जानकारी दे सकते हो।

न्यूज़लैटर बनाने के स्टैप
न्यूज़लैटर बनाने के लिए निम्नलिखित स्टैप का प्रयोग करो :
1. New Publication 10 H, New from a Design # Publication for Print → News letter पर क्लिक करो।
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2. प्रिव्यू गैलरी में से आवश्यकतानुसार न्यूज़लैटर का चुनाव करो। बाय डिफाल्ट, न्यूज़लैटर के चार पन्ने होते हैं। प्रत्येक पन्ने का अलग ले-आऊट होता है। पहले पन्ने पर हैडिंग, डेट, इशु नम्बर, स्टोरी के तीन कालम का स्थान बाईं तरफ होता है।

3. टाईटल को न्यूज़लैटर बाक्स में एवं तिथि को न्यूज़लैटर तिथि टैक्सट बाक्स में लिखो।
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4. Volumel Issuel टैक्सट बाक्स में IssueI लिखो।

अगर आप न्यूज़लैटर का ले-आऊट बदलना चाहते हो तो आपको Page Content Task Pane में दी गई कमांडज़ का प्रयोग करना पड़ेगा।
5. न्यूज़लैटर के अगले पन्नों पर पहले से ही तीन कालम एवं तीन स्टोरीज़ होती हैं। आप विभिन्न पन्नों पर विभिन्न कंटैन्ट प्रयोग कर सकते हो।
6. न्यूज़लैटर में आवश्यक जानकारी देने एवं एडिट करने के बाद, अपने पब्लिकेशन को सेव करो।

बैनर
आप किसी भी समारोह के लिए पब्लिशर में बैनर बना सकते हो और लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींच सकते हो। बैनर बनाने के स्टैप
MINIMURGARHIARIETIATIMESGARIENanohagaranMATRIMONIANOTI
बैनर को बनाने के स्टैप इस प्रकार हैं :
1. New Publication Rot A Ă New from a Design Ă Publication for Print → Banners → Event पर क्लिक करो। _ विभिन्न डिज़ाईन के बैनर प्रिव्यू गैलरी में नज़र आएंगे।
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2. प्रिव्यू गैलरी में आवश्यकतानुसार बैनर के डिज़ाईन पर क्लिक करो।
3. फार्मेट मीनू के प्रयोग से, टैक्सट बाक्स कलर एवं फोंट कलर को बदलो।
4. समारोह के अनुसार तस्वीरों को बदलने के लिए Picture पर राईट क्लिक करो। फिर क्लिप आर्ट पर क्लिक करो एवं फिर पिक्चर को चुन कर बैनर पर लगाओ।
5. बैनर में आवश्यकतानुसार परिवर्तन करने के बाद पब्लिकेशन को सेव करो।
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कैटालाग
कैटालाग वस्तुओं की सूची होती है। इसमें उत्पाद, लाइब्रेरी की किताबें, आवाज़ रिकार्डिंग आदि की लिस्ट हो सकती है। कैटालाग को भी बाकी वस्तुओं जैसे ही तैयार किया जा सकता है।

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फ्लायर
फ्लायर एक कागज का विज्ञापन होता है जिसे बांटने के लिए प्रयोग करते हैं। यह Photocopy से सस्ते होते हैं। इनका प्रयोग कई प्रकार से होता है। जैसे-

  • लाइव कंसर्ट/नाइट कल्ब, त्योहार आदि में
  • किसी कारोबार को प्रमोट करना।
  • चुनाव के दौरान।
  • संस्था या कंपनी के मैंबर बनना।

पब्लिशर में कई प्रकार के फ्लायर उपलब्ध हैं। इनका चुनाव कर हम इन्हें अपनी ज़रूरत अनुसार प्रिंट कर सकते हैं।

व्यापार कार्ड
व्यापार कार्ड एक छोटा-सा कार्ड है जो कि किसी के नाम, व्यवसायों, व्यापार आदि के साथ छपा होता है। उसको व्यापार कार्ड कहते हैं। पब्लिशर में व्यापार कार्ड बनाना –
1. File पर क्लिक करें, फिर New और Business Card पर क्लिक करें। व्यापार कार्ड के साथ संबद्ध ईस्टाल टैंपलेट में बहुत सारे टैंपलेट होते हैं। अपनी पसंद के साथ कोई भी चुन सकते हैं। विर्ड के दाएं ओर, हम कलर स्कीम, फौंट स्कीम, व्यापार की जानकारी, पन्ना आकार के आप्शन और लोगो की मदद से चुने हुए व्यापार कार्ड को कस्टमाइज़ कर सकते हैं।

2. अब हम व्यापार कार्ड के नीचे दिखाई गई तस्वीर में देख सकते हैं कि व्यापार कार्ड पूर्ण रूप से डिज़ाइन हो गई है। अब हम व्यापार का नाम या कोई नाम और पता आदि बदल सकते हैं।

ग्रीटिंग कार्ड/आमंत्रण पत्र/प्रशंसा कार्ड
ग्रीटिंग कार्ड, आमंत्रण पत्र, प्रशंसा कार्ड अपने दोस्तों को बढ़िया संदेश देने का एक माध्यम होता है जो खास मौकों पर दिया जाता है। यह कार्ड लिफाफे में पैक करके दिया दिया जाता है।इनको भी Publishers की मदद से तैयार किया जा सकता है।

अवार्ड सर्टीफिकेट
अवार्ड सर्टीफिकेट किसी की उपलब्धि की मान्यता को दर्शाता है। यह व्यक्ति या संस्था के खास गुणों की पुष्टि करता है। जिस किसी को भी यह मिलता है उसके कार्य की प्रशंसा होती है तथा दूसरों को प्रेरणा भी मिलती है। Publishers में सर्टीफिकेट आसानी से बनाया जा सकता है। इसमें कई सारे डिजाइन विभिन्न रंगों में उपलब्ध हैं।

एनवेल्प
आप निमन्त्रण-पत्र और चिट्ठियों को भेजने के लिए एनवेल्प बना सकते हो। एनवैल्प बनाने के स्टैप एनवैल्प को बनाने के निम्नलिखित स्टैप हैं-

  • New Publication टास्क पेन में New from a Design में से, Publication for Print → Envelopes पर क्लिक करो।
  • Plain Paper या Special Paper आप्शन में से किसी एक को क्लिक करो।
  • प्रिव्यू गैलरी में किसी एक डिज़ाईन को क्लिक करो।
  • एनवैल्प में लोगो पहले से ही लगा होता है। अगर आप लोगो नहीं लगाना चाहते हो तो आप Logo के नीचे None आप्शन जो कि Envelope option टास्क पेन में नज़र आएगी, पर क्लिक करो।
  • Envelope option टास्क पेन में, size के नीचे सही size को क्लिक करो।
  • पब्लिकेशन को सेव करो।

लेबल
लेबल कागज़ का एक टुकड़ा, पॉलिमार, कपड़ा, धातु या कोई अन्य वस्तु होती है जिसको र या प्रोडक्ट पर लगा सकते हैं। उत्पादों की उत्पत्ति, निर्माता वर्त, शेल्फ-लाईफ और डीस्पोजल आदि की जानकारी प्रदान करने के लेबल के बहुत सारे उपयोग होते हैं। लेबल इनके लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
1. प्रोडक्ट (Products)-स्थायी प्रोडक्ट लेबल में प्रोडक्ट को पूर्ण जीवन दौरान सुरक्षित रहने की ज़रूरत होती है।

2. पैकेजिंग (Packaging)-पैकेजिंग पर लेबल लगा हो सकता है या यह पैकेजिंग का हिस्सा हो सकता है। इन पर कीमत, वारकोड, यू.पी.सी. (यूनिवर्सल प्रोडक्ट कार्ड) की पहचान, उपयोग की विधि, पता, विज्ञापन रैसिपी और बहुत कुछ हो सकता है।

3. संपत्ति (Assets)-औद्योगिक या फैजी वातावरण में संपत्ति लेबलिंग का उपयोग प्रशासन और कामकाज के उद्देश्यों के लिए कंपनी में स्पष्ट तौर पर पहचान करने के लिए की जाती है।

4. वस्त्र (Texttiles)-वस्त्रों में आमतौर पर अलग देखभाल/उपचार के लेबल होते हैं जो आमतौर पर यह दर्शाता है कि आइटम की कैसे धुलाई करनी चाहिए जैसे कि मशीन वॉशेवल या ड्राईक्लीन। टैक्सटाइल लेबल को वस्त्र पर जड़ा जा सकता है और यह गर्मी रोधक, कलर फार्मेट, धोने योग्य (Washable) हो सकता है।

5. मेल-मेल लेबल प्राप्त करता, भेजने वाले और अलग जानकारी जो कि आवाजाई के लिए उपयोगी हो, उसको आईडंटफाई करते हैं।

6. सुरक्षा लेबल-इसको प्रामाणिकता, चोरी कटौती और डुप्लीकेट से सुरक्षा के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं और आमतौर पर ID कार्ड, क्रेडिट कार्ड, पैकेजिंग और सी०डी०, इलैक्ट्रॉनिक्स उत्पादों से लेकर वस्त्र तक इस्तेमाल किये जाते हैं।

पब्लिशर में लेबल बनाना

  1. File → New → Lables पर क्लिक करो।
  2. Media श्रेणी में CD/DVD Label का चुनाव कर टैंपलेट तथा कलर स्कीम चुनो।
  3. अपनी जानकारी को एडिट करो।
  4. लेबल को सेव करो।

लैटर-हैड
लैटर-हैड एक स्टेशनरी है जिसमें संस्था या किसी व्यक्ति का नाम और पता होता है और यह चिट्ठियों को लिखने के लिए प्रयोग किया जाता है। लैटर-हैड बनाने के स्टैप लैटर-हैड एक स्टेशनरी है जिसमें संस्था या किसी व्यक्ति का नाम और पता होता है और यह चिट्ठियां लिखने के लिए प्रयोग किया जाता है। लैटर-हैड बनाने के स्टैप निम्नलिखित हैं –

  • New Publication टासक पेन में, New from a Design में से Publication for Print Letterhead पर क्लिक करें।
  • Plain paper या Special paper में से किसी एक आप्शन पर क्लिक करें।
  • प्रीवियु गैलरी में से आवश्यकता अनुसार डिज़ाइन चुनें। लैटर हैड में लोगो, स्कूल का नाम और पता दिखेगा।
  • लैटर हैड में लोगो पहले से ही लगा होता है। अगर आप लोगो नहीं लगाना चाहते तो None पर क्लिक करें।
  • सारे बदलाव करने के बाद पब्लिकेशन को सेव करें। लैटर-हैड और पोस्ट-कार्ड में अन्तर लैटर-हैड और पोस्ट-कार्ड में निम्नलिखित अन्तर हैं-
लैटरहैड पोस्ट-कार्ड
1. लैटर-हैड किसी कम्पनी का अधिकारक पेज होता है। 1. पोस्ट-कार्ड चिट्ठी डालने का एक साधन है।
2. लैटर-हैड किसी भी उद्देश्य के लिए प्रयोग किया जा सकता है।  2. पोस्ट-कार्ड न्यौता देने के लिए प्रयोग किया जाता है।
3. लैटर-हैड का आकार बड़ा होता है। 3. पोस्ट-कार्ड छोटे आकार का होता है।
4. लैटर-हैड का आर्डर आदि दिये जाते हैं। 4. पोस्ट-कार्ड से पत्र-व्यवहार किया जाता है।
5. साधारण तौर पर लैटर-हैड आम पेपर की तरह ही होता है। 5. पोस्ट-कार्ड का पेपर मोटा होता है।

कैलेंडर
एक कैलेंडर सामाजिक, धार्मिक, व्यापारिक या प्रशासनिक उद्देश्य के लिए दिनों को प्रदर्शित करने की प्रणाली है। कैलेंडर का उपयोग लोगों की निजी शैड्यूल, समय और गतिविधियों को प्रदर्शित करने के लिए भी किया जाता है। कैलेंडर पूर्ण टाइमकिपिंग प्रणाली में उपयोग किया जाता है- जैसे समय के किसी खास पल को दर्शाने के लिए तिथि और समय। ऐम०एस पब्लिशर में कैलेंडर बनानाFile टैब पर क्लिक करें और फिर New और फिर Calendar पर क्लिक करें।

  • उपलब्ध टैपलेट में से कैलेंडर के साथ शब्द टैंपलेट्स अपनी पसंद के अनुसार कोई भी चुनें।
  • अब, कैलेंडर स्कीम, फौंट स्कीम, व्यापार जानकारी, पेज साइज के विकल्पों और खासतौर पर टाइमफ्रेम (एक महीने प्रति पन्ना या एक साल प्रति पन्ना) की मदद से अपने कैलेंडर को कस्टमाइज़ कर सकते हैं।
  • कैलेंडर को कस्टमाइज़ करने के बाद, Create विकल्प पर क्लिक करें।
  • अब हम नीचे दिए गए चित्र में दिखाई गई कैलेंडर देख सकते हैं। जब हम चाहें तो हम तस्वीर को ऐडिट कर सकते हैं और इस कैलेंडर को पब्लिशर में Save कर सकते हैं।

रिज्यूम
रिज्यूम हमारी उपलब्धियों को संक्षेप रूप में पेश करता है। यह नौकरी का आवेदन देने में काम आता है। यह संक्षेप होता है। यह एक या दो पेज का होता है। जानकारी संक्षेप रखने के लिए बुलेटिड लिस्ट का प्रयोग किया जाता है।

पब्लिशर में रिज्यूम तैयार करना

  • File → New → Resume पर क्लिक करो।
  • उपलब्ध टैंपलेट में अपनी पसंद का चुनाव करें तथा Create पर क्लिक करें।
  • अपनी जानकारी को एडिट करें तथा Save करें।

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करीकयूलम विटे
यह भी रिज्यूम की तरह अनुभव को संक्षेप में पेश करता है। यह रिज्यूम से ज्यादा लंबा होता है। इस में शिक्षा, डिगरी, खोज, पुरस्कार, प्रकाशन तथा अन्य उपलब्धियां शामिल होती हैं। इस को भी रिज्यूम की तरह पब्लिशर में बनाया जा सकता है।

मीनूज
किसी रैस्टोरैंट में खाने पीने की लिस्ट का मीनू होता है। यह एक सूची होती है। यह आर्डर देने का तरीका है। हम पब्लिशर में मीनू डिजाइन कर सकते हैं।

संकेत
यह तस्वीर या शब्दों में पेंट किया कागज, कपड़े, लकड़ी या अन्य सामग्री होती है जो किसी उत्पाद या घटना की जानकारी देता है। पब्लिशर हमें काफी सारे चिन्ह प्रदान करता है इनका प्रयोग करके हम कोई भी संकेत बना सकते हैं।

पेपर फोल्डिंग प्रोजैक्ट
पेपर फोल्डिंग प्रोजेक्ट को टुकड़े टैपलेटों में औरोपलेन और आगीगेमी (पेपरों की फोल्ड करके बनाने वाले) प्रोजैक्टों के लिए कागज़ नमूने शामिल होते हैं। इन पेजों में “फील्ड-लाइन’ के साथ और हमारी कागज़ी मास्टर पीस बनाने के लिए हिदायतें शामिल होती हैं।
माइक्रोसोफ्ट पब्लिशर बच्चे के लिए टैंपलेट पेश करता है। इन टैपलेटों में भिन्न-भिन्न पेपर फोल्डिंग प्रोजैक्ट जैसे कि हवाई जहाज, नाव, कप तथा अन्य शामिल होते हैं।

पब्लिशर में पेपर फोल्डिंग प्रोजैक्ट (Paper Folding Projects in Publisher) नीचे दिए गए पद की पालना करें –

  1. File टैब में New फिर More Templates में Paper folding पर क्लिक करें। मिडल बैनर में बहुत सारे पेपर फोल्डिंग प्रोजैक्ट हो सकते हैं।
  2. प्रोजैक्ट का चयन-एक बार जब हम प्रोजैक्टों का चयन करते हैं हम दायें पैनल की कुछ विकल्पों को ऐडिट कर सकते हैं। हम अपनी पसंद के अनुसार रंग स्कीम और प्रोजैक्ट के लिए फौंट स्कीम और टाइपिंग अनुदेश को चुन सकते हैं। उसके बाद प्रोजैक्ट को नई विंडो में खुलने के लिए Create बटन पर क्लिक करें।
  3. अब पेपर फोल्डिंग प्रोजैक्ट को ऐडिट करें हम क्लिप आर्ट और टैक्सट को इनसर्ट कर सकते हैं।
  4. अगर हम क्लिप आर्ट इनसर्ट करना चाहते हैं तो विंडो के ऊपर तक जाना है और Insert- Picture-Clip Art पर क्लिक करें।
  5. पेपर फोल्डिंग प्रोजैक्ट के पूरा करने के बाद हम इसको अपने कम्प्यूटर पर सेव कर सकते हैं और इसको प्रिंट कर सकते हैं।

PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 7 माईक्रोसॉफ्ट पब्लिशर-I

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PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 7 माईक्रोसॉफ्ट पब्लिशर-I

जान पहचान
पब्लिशर में टैंपलेटस, विजार्डस और डिज़ाइन गैलरी का प्रयोग करके, प्रचार और मशहूरी करने वाले इश्तिहारों को बनाया जाता है। इन प्रकार और विज्ञापन करने वाले इश्तिहारों को पब्लिकेशन कहा जाता है।
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पब्लिकेशन, पब्लिशर में एक फाईल होती है कि एक लेबल, बैनर, न्यूज़लैटर, पोस्टर, निमन्त्रण पत्र (इनवीटेशन), ग्रीटिंग कार्ड या एक लैटर-हैड (Letterhead) हो सकता है। पब्लिकेशन में बहुत सारे पेज़ हो सकते हैं और हर पेज़ में आब्जैकटस होते हैं, जैसे कि टैक्सट बाक्स और तस्वीरें ।

पब्लिशर एक ऐपलीकेशन है जो कि सुन्दर और बढ़िया प्रचार और विज्ञापन करने वाले इश्तिहारों को डिज़ाइन करने और बनाने के लिए प्रयोग किया जाता है, जैसे कि पैंफलैट, लैटर-हैड, न्यूज़लैटर, पोस्टर, कलैंडर, निमन्त्रण-पत्र आदि।

PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 7 माईक्रोसॉफ्ट पब्लिशर-I

पब्लिशर विज़ार्ड और डिज़ाइन गैलरी का प्रयोग करके जल्दी से जल्दी पब्लिकेशन बनाने में मदद करता है। टैम्पलैट पब्लिकेशन का पहले से परिभाषित किया मॉडल होता है। आप पब्लिकेशन को जैसे मोनीटर पर देखते हो, प्रिंट होने के बाद वो बिल्कुल वैसे ही नज़र आता है। पब्लिशर आपकों रंगों का चुनाव करने में भी मदद करता है ताकि हाई-कुआलटी के रंगों की पब्लिकेशन प्राप्त हो सके। पब्लिशर की मदद से आप कम खर्चे में एक बढ़िया वैब-साईट भी बना सकते हो।

माईक्रोसॉफ्ट पब्लिशर 2010
पब्लिशर 2010 हमें प्रोफैशनल, जल्दी तथा आसानी से निम्न प्रकार के पब्लिकेशन तैयार करने में मदद करता है –
PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 7 माईक्रोसॉफ्ट पब्लिशर-I 2

पब्लिशर कैसे शुरू करें ब्रोशर
पब्लिशर को खोलने के निम्नलिखित स्टैप हैं :
1. Start बटन पर क्लिक करें।
2. All Programs को हाइलाइट करें।
3. Microsoft Office हाइलाइट करें।
4. Microsoft Office Publisher 2010 पर क्लिक करें। पब्लिशर विंडो खुल जाएगी।
या
सर्च बार में Publisher या Pub टाइप करें तथा Enter कीअ दबाएं

पब्लिकेशन बनाना
तीन तरीके से पब्लिकेशन बनाई जा सकती है

  1. Blank Layout
  2. Installed Templates
  3. Online Templates

Blank layout से पब्लिकेशन बनाना
खाली पब्लिकेशन तैयार करने के स्टैप निम्नलिखित हैं :

  • File Menu पर क्लिक करें।
  • मौजूदा टैम्पलेट में Blank Publication Template पर क्लिक करें और बाद में Create में क्लिक करें।
  • अब हम पब्लिकेशन में अपनी ज़रूरत के हिसाब से पब्लिकेशन बना सकते हैं। हम Blank Layout में टैक्सट, तस्वीरें, शब्द, कला और अधिक स्पेस जोड़ सकते हैं। Blank Layout विंडो नीचे दिखाई गई है।

PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 7 माईक्रोसॉफ्ट पब्लिशर-I 3
4. पब्लिकेशन निर्माण के बाद File मीनू में Save विकल्प पर जा कर Save as dialogue बॉक्स दिखाई देगी। अपनी पब्लिकेशन का नाम टाइप करें और फोल्डर को चुनें जिसमें हम इसको सेव कर सकते हैं और फिर सेव बटन पर क्लिक करें। यह पब्लिकेशन एक्सटेंशन पर सेव हो जाएगा।

5. अब File मीनू में Close बटन पर क्लिक करके पब्लिकेशन को बंद करें। एक डॉयलाग बॉक्स दिखेगा। अगर हम सभी परिवर्तन सेव करना चाहते हैं तो Yes बटन क्लिक करें। अगर नहीं तो No पर क्लिक करें। पब्लिशर से बाहर भेजने से पहले सभी पब्लिकेशनों को बंद करना चाहिए। इसके बाद File मीनू में Exit पर क्लिक करें या फिर टाइटल बार पर क्रास (x) का बटन क्लिक करें।

पब्लिशर बिंडो के कंपोनेंट पब्लिशर विंडो के नीचे लिखे भाग हैं :
पब्लिशर विंडो के भाग
PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 7 माईक्रोसॉफ्ट पब्लिशर-I 4

1. क्विक ऐक्सैस टूलबार (Quick Access Toolbar)-क्विक एक्सैस टूलबार कस्टमाइज करने योग्य टूलबार होता है जिसमें वह कमांड होती है जिनको हम इस्तेमाल करना चाहते हैं। हम क्विक एक्सैस टूलबार को रिबन के ऊपर या नीचे रख सकते हैं। क्विक एक्सैस टूलबार की जगह परिवर्तन करने के लिए इसके अंत में बने तीर पर क्लिक करें और Show Below the Ribbon विकल्प पर क्लिक करें। रिबन (Ribbon)-दस्तावेजों के सबसे ऊपर वाले भाग के पैनल को रिबन कहा जाता है। इसके 6 टैब हैं। Home, Insert, Page, Design, Mailings, Review और View. हर टैब अलग-अलग समूहों में बांटा गया है।

टैब्ज (Tabs)-पब्लिशर में कुछ बहुत उपयोगी टैब्ज हैं जिसमें कई उपलब्ध होते हैं। हर टैब के फ़ीचर देखने के लिए उस टैब के नाम पर क्लिक करें। यहाँ प्रत्येक टैब के समूहों की सूची दी गई है।

  • Home. Clipboard, Font, Paragraph, Styles, Objects, Arrange, Editing
  • Insert. Pages, Tables, Illustrations, Buildings, Blocks, Text, Links, Headers & Footer.
  • Page Design. Template, Page Setup, Layout, Pages, Schemes, Page Background.
  • Mailing. Start, Write & Insert Fields, Preview Results, Finish.
  • View. Views, Layout, Show, Zoom, Window.

3. फ़ाइल विंडो (File Window)-जब हम File Menu पर क्लिक करते हैं हमारे सामने Info Screen खुल जाती है। इस प्रकार लगता है कि हमारे दस्तावेज़ मिट गए हैं पर ऐसा नहीं होता। जैसे कि हम File Menu में Options पर क्लिक करते हैं Screen इस प्रकार बदल जाएगी।

  • Save. फ़ाइल को 2010 फारमेट में सेव करने के लिए।
  • Save As. हमें एक अलग File Type चुनने की आज्ञा देता है।
  • Open. पब्लिशर फ़ाइल को ब्राउज़ करने के लिए।
  • Close. फ़ाइल को बंद करने के लिए, परंतु पब्लिशर चलता रहेगा।
  • Info. व्यापार सूचना को Edit करने के लिए, डिज़ाइन मेकर का उपयोग करने के लिए, या पेशेवर प्रिंट सूचना सैट करने के लिए।
  • Recent. हमारे अभी प्रयोग की गई पब्लिशर फ़ाइलों की सूची।
  • New. नई पब्लिकेशन स्क्रीन।
  • Print. प्रिंट करने के लिए विकल्प।
  • Save & Send. फाइलों को Save और email करने का विकल्प।
  • Help. माइक्रोसॉफ्ट मदद।
  • Options. डिफाल्ट विकल्प सैट करने के लिए।
  • Exit. पब्लिशर बंद करने के लिए।

पब्लिकेशन में कार्य करना
1. पब्लिकेशन में Text को Add करना।

  • Home या Insert Tab में Draw Text Box चुनें।
  • कर्सर को क्लिक करें और ड्रैग करके अपनी पसंद के नाम पर Text Box बनाएं। हम Text Box निर्माण के बाद भी इसका आकार बदल सकते हैं।
  • कर्सर के पेज पर जहां हम Text Box बनाना चाहते हैं वहां क्लिक करें।
  • जब हम माऊस को Left क्लिक करते हैं। हमारे सामने Format Tab, जिसमें Text Box से अधिक विकल्प होते हैं, वह खुल जाते हैं।
  • अब Text Box पर Text टाइप करें।

2. Text को Edit करना :

  • जिस Text को हम Edit करना चाहते हैं उसको हाइलाइट करें।
  • जब हम Text Box Tool Format Tab पर नहीं हैं। इसको चुन लें।

3. Text Group  का विकल्प :

  • Text Fit यह बताता है कि Text Box में Text कैसे होगा। इसके विकल्प यह हैं: Best Fit, Shrink Text on Overflow, Grow Text Box to Fit, Do not Auto Fit.
  • Text Direction. Text की दिशा Vertical और Horizontal करने के लिए।
  • Hyphenation. Text की Hyphenation परिवर्तन करने के लिए।

4. Font Group विकल्प: Style, Font Size, Bold, Italic, Underline, Text Spacing और Color.
5. Alignment Group Options: Text Box Alignment, Columns, Margins.
6. Effects Group विकल्प: Shadow, Outline, Engrave, Emboss.

PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 7 माईक्रोसॉफ्ट पब्लिशर-I

3. Text Box का स्टाइल बदलना

  • Text Box पर क्लिक करो।
  • Fomat टैब पर Drawing tools पर क्लिक करो।
  • Shape styles Group options में विकल्प चुनो।
  • Arrange Group Options में विकल्प चुनो।

4. Clip Art इनसर्ट करना

  • Insert → Clip Art पर क्लिक करो।
  • Keyword type करो।
  • Go पर क्लिक करो।
  • अपनी जरूरत अनुसार Clip Art चुनो।

5. Picture SCRIE CARGA

  • Insert → Picture पर क्लिक करो।
  • अपनी Picture चुनो तथा Insert पर क्लिक करो।

6. Shape इनसर्ट करना

  • Home या Insert Tab पर क्लिक करें।
  • Shape पर क्लिक करें।
  • Shape सिलैक्ट करें।
  • पेज पर क्लिक करके Drag करें। Shape बन जाएगी।

7. Text Wrapping

  • Object को चुने
  • Formal → Arrang group → Wrap Text पर क्लिक करें।
  • जरूरत अनुसार विकल्प चुने।

8. Objects का साइज़ बदलना

  • Object का चुनाव करें
  • Resize हैडर पर क्लिक कर आवश्यकता अनुसार Drag करें।

9. Object Move करना

  • Object का चुनाव करें
  • Solid line पर कर्सर ले जा Drag करके जहां जरूरत हो वहां ले जाए।

10. Object Delete करना

  • Object का चुनाव करें।
  • Del कीअ दबाएं।

फ्रेम
पब्लिकेशन के हिस्से को फ्रेम कहते हैं। इसमें कई आब्जैक्ट हो सकते हैं।

फ्रेम के साथ काम करना फ्रेम पर जब क्लिक करते हैं तो उसके हैडल दिखाई देते हैं इनकी सहायता से हम कार्य कर सकते हैं।
हैडल : फ्रेम के चारों तरफ नजर आने वाले गोलों को हैडल कहते हैं। इन की सहायता से फ्रेम को मूव, रीसाइज आदि किया जाता है।
हैडल की सहायता से हम निम्न कार्य कर सकते हैं-
1. फ्रेम को मूव करना

  • पिक्चर फ्रेम को मूव करना
  • टैक्सट फ्रेम को मव करना

2. फरेम को रीसाइज़ करना

  • पिक्चर फ्रेम को रीसाइज़ करना
  •  टैक्सट फ्रेम को रीसाइज़ करना।

3. फ्रेम को डीलीट करना फ्रेम पर क्लिक करें तथा Delete कीअ दबाएं।
4. टैक्सट फ्रेम इंसर्ट करना।

पब्लिकेशन में पेज देखना पब्लिकेशन में पेज देखने के तीन तरीके है।

  1. पेज के थंबनेल
  2. पेज टू पेज स्परैड वियू
  3. स्लाइडर जूम इन तथा जूम आऊट

PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 7 माईक्रोसॉफ्ट पब्लिशर-I

टैंपलेट
टैंपलेट की मदद से आसानी से पब्लिकेशन तैयार की जा सकती है। टैंपलेट में पहले से ही तैयार किए हुए डिज़ाइन स्टाइल होते हैं। जिनको हम उसी तरह ही या उनमें फेरबदल करके अपनी ज़रूरत के अनुसार प्रयोग कर सकते हैं।
1. टैंपलेट कस्टमाइज़ करना- टैंपलेट कस्टमाइज़ करने का अर्थ है टैंपलेट का रंग, फोंट आदि अपनी आवश्यकता अनुसार बदलना। इसके लिए टेंपलेट का चुनाव कर दायीं ओर उपलब्ध आपशन से आवश्यकता अनुसार बदलाव करें। टैंपलेट का डिज़ाइन बदलना। टैम्पलेट का डिज़ाइन बदलने के लिए नीचे लिखे स्टैप हैं :

  • Page Design टैब पर क्लिक करें।
  • सभी टैम्पलेट को बदलने के लिए Change Template पर क्लिक करें। विंडो में टैम्पलेट का परिवर्तन चाहते हो तो भरी गई सूचना, नई टैम्पलेट मुताबिक दिखाई देगी।

3. रंग परिवर्तन के लिए समूह में Color Scheme के साथ ब्राऊज़ करें। कलर स्कीम को देखने के लिए माऊस को कलर स्कीम पर लेकर जाएं।

  • किसी एक कलर स्कीम को चुनने के लिए उस पर क्लिक करें।
  • कलर स्कीम चुनने के लिए उस पर क्लिक करें।

4. फोंट बदलने के लिए समूह में Font पर क्लिक करें।

  • मौजूद फोंट स्कीम ब्राउज करें।
  • फोंट स्कीम को देखने के लिए माऊस को फोंट स्कीम पर लेकर जाएं।
  • फोंट स्कीम चुनने के लिए उस पर क्लिक करें।
  • अगर हम अपनी नई फोंट स्कीम बनाना चाहते हैं, तो New Font Scheme पर क्लिक करें।

पब्लिकेशन सेव करना
पब्लिकेशन को सेव करने के निम्नलिखित स्टैप हैं :

  1. File मीनू पर क्लिक करें।
  2. Save पर क्लिक करें।
  3. फाइल का नाम लिखें।
  4. Save बटन पर क्लिक करें।

पब्लिकेशन प्रिंट करना
पब्लिकेशन को प्रिंट करने के दो तरीके हैं। पहले तरीके में अपनी टूलबार में Print आइकन पर क्लिक करें। इसके साथ हमारी पब्लिकेशन की डिफाल्ट प्रिंट विकल्प की एक कापी प्रिंट हो जाएगी। या
1. फाईल मीनू पर क्लिक करें।
2. जब Print में नंबर आए ज़रूरत से Number of Copies सिलेक्ट करें।

3. नीचे लिखे Print Setting में किसी को भी चुनें।

  • All Pages, Selection, Current Page, or custom range.
  • Manually पेज नंबर बताइए जो हम प्रिंट करना चाहते हैं। प्रत्येक पेपर शीट के कितने पेपर प्रिंट होते हैं।
    Paper Size
  • 1-sided या 2-Sided Printing.

4. Print पर क्लिक करें।

PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 6 आप्रेटिंग सिस्टम

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PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 6 आप्रेटिंग सिस्टम

जान पहचान
एक आप्रेटिंग सिस्टम कंप्यूटर यूज़र और कंप्यूटर हार्डवेयर के बीच एक इंटरफेस है। एक आप्रेटिंग सिस्टम, फाइल मैनेजमैंट, मैमरी मैनेजमैंट, इनपुट और आऊटपुट को संभालना, डिस्क ड्राइव और प्रिंटर जैसे यंत्रों को कंट्रोल करना आदि जैसे सारे बुनियादी काम करता है। कुछ मशहूर आप्रेटिंग सिस्टम हैं- Linux, Windows, OSX, VMS, OS/400, AIX, Z/OS आदि।

आप्रेटिंग सिस्टम की परिभाषा
एक आप्रेटिंग सिस्टम ऐसा प्रोग्राम है जो कि कंप्यूटर यूज़र और कंप्यूटर हार्डवेयर के बीच में इंटरफेस के रूप में काम करता है और हर किस्म के प्रोग्राम के लागू करने को कंट्रोल करता है। (User 1)
PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 6 आप्रेटिंग सिस्टम 1

आप्रेटिंग सिस्टम के द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाएं
एक आप्रेटिंग सिस्टम कंप्यूटर यूज़र और कंप्यूटर प्रोग्राम दोनों को सर्विस प्रदान करता है।
1. यह प्रोग्राम को लागू करने के लिए वातावरण प्रदान करता है।
2. यह कंप्यूटर यूज़र को कंप्यूटर प्रोग्राम आसान ढंग से लागू करने के लिए सेवा प्रदान करता है।

1. प्रोग्राम को लागू करना-आप्रेटिंग सिस्टम यूज़र प्रोग्राम से सिस्टम प्रोग्राम तक कई किस्म की क्रियाएं करता है जैसे कि-प्रिंटर, स्पूलर, नेम-सर्वर, फाइल सर्वर आदि। इन सभी क्रियाओं को एक प्रोसैस माना जाता है। एक प्रोसैस का संदर्भ किसी क्रिया के पूरी तरह लागू होने के साथ होता है। प्रोग्राम मैनेजमैंट से संबंधित आप्रेटिंग सिस्टम के द्वारा की जाने वाली मुख्य क्रियाएं निम्नलिखित हैं-

  • एक प्रोग्राम को कंप्यूटर मैमरी में लोड करना।
  • प्रोग्राम को लाग करना।
  • प्रोग्राम के लागू होने की क्रिया को कंट्रोल करना।
  • प्रोसैस सीक्रोनाइजेशन के लिए योग्य प्रणाली प्रदान करना।
  • प्रोसैस कम्यूनिकेशन के लिए योग्य प्रणाली प्रदान करना।
  • डैडलॉक हैंडलिंग के लिए योग्य प्रणाली प्रदान करना।

2. इनपुट आऊटपुट आप्रेशन-एक इनपुट-आऊटपुट सबसिस्टम में इनपुट आऊटपुट यंत्र और उनसे संबंधित ड्राइवर या सॉफ्टवेयर होते हैं। ड्राइवर किसी खास हार्डवेयर यंत्र की विशिष्टता को यूज़र से छुपा लेते हैं। एक आप्रेटिंग सिस्टम कंप्यूटर यूज़र और डिवाइस ड्राइवर के बीच में संचार करने का प्रबंध करता है।

  • इनपुट-आऊटपुट आप्रेशन का मतलब किसी फाइल या किसी खास इनपुट-आऊटपुट यंत्र पर रीड या राइट आप्रेशन करना।
  • आप्रेटिंग सिस्टम ज़रूरत पड़ने पर किसी इनपुट-आउटपुट यंत्र पर पहुंच करने की प्रवानगी देता है।
  • फाइल सिस्टम को मैनुप्लेट करना-फाइल सिस्टम को मैनुप्लेट करने से भाव है कि भिन्न-भिन्न तरह के फाइल-आप्रेशन जैसे कि डिलीट, कॉपी और मूव करने की आज्ञा देना।

कंप्यूटर लंबे समय तक स्टोर करने के लिए फाइलों को डिस्क (सैकेंडरी स्टोरेज) पर स्टोर कर सकता है। इन स्टोरेज मीडिया की उदाहरण हैं-मैगनेटिक टेप, मैगनेटिक डिस्क और आप्टीकल डिस्क ड्राइव जैसे कि सी०डी० और डी०वी०डी०।

PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 6 आप्रेटिंग सिस्टम

एक फाइल सिस्टम को आसानी से प्रयोग और नेवीगेट करने के लिए साधारण रूप से डाइरैक्टरियों में रखा जाता है। इन डाइरैक्टरियों में फाइलें और अन्य डाइरैक्टरियां भी हो सकती हैं। फाइल मैनेजमैंट के संबंध में आप्रेटिंग सिस्टम के द्वारा निम्नलिखित अनुसार मुख्य क्रियाएं की जाती हैं –

  1. किसी फाइल को रीड या राइट करने के लिए प्रोग्राम उपलब्ध करना।
  2. आप्रेटिंग सिस्टम किसी प्रोग्राम को फाइल पर काम करने की आज्ञा देता है।
  3. यह आज्ञा रीड-ओनली, रीड-राइट, डिनाई करना और अन्य हो सकती है।
  4. आप्रेटिंग सिस्टम किसी यूज़र को फाइलें, क्रियेट या डिलीट करने का इंटरफेस प्रदान करता है।
  5. आप्रेटिंग सिस्टम किसी यूज़र को डाइरैक्टरियां क्रियेट या डिलीट करने का इंटरफेस प्रदान करता है।
  6. आप्रेटिंग सिस्मट फाइलों को बैकअप क्रियेट करने के लिए इंटरफेस प्रदान करता है।

4. संचार-आप्रेटिंग सिस्टम डिस्ट्रीब्यूट सिस्टम की इन क्रियाओं के बीच संचार का प्रबंध करता है। मल्टीपल प्रोसैस एक दूसरे से सूचना का आदान-प्रदान करने के लिए नैटवर्क में उपलब्ध संचार लाइनों का प्रयोग करता है।

आप्रेटिंग सिस्टम रूटिंग और कुनैक्शन ढंगों को कंट्रोल और सुरक्षा से संबंधित मुश्किलों को हैंडल करता है। नीचे आप्रेटिंग सिस्टम की संचार से संबंधित बनियादी क्रियाएं दी गई हैं जैसे कि-

  • दो प्रोसैसों को उनके बीच में ट्रांसफर होने वाले डाटा की अकसर ज़रूरत पड़ती है।
  • इन दोनों के प्रोसैस एक कंप्यूटर पर या भिन्न-भिन्न कंप्यूटर पर हो सकते हैं पर यह कंप्यूटर नेटवर्क के द्वारा आपस में जुड़े होते हैं।
  • इनके बीच में संचार दो तरीकों के द्वारा लागू हो सकता हैशेयर मैमरी द्वारा मैसेज पासिंग द्वारा।

5. त्रुटि को ढूंढना- सी०पी०यू० इनपुट-आऊटपुट यंत्र या कंप्यूटर हार्डवेयर मैमरी में कोई गलती हो सकती है। ऐरर हैंडलिंग के संबंध में आप्रेटिंग सिस्टम के द्वारा निम्नलिखित अनुसार मुख्य क्रियाएं की जाती हैं

  • आप्रेटिंग सिस्टम संभव गलतियों को लगातार चैक करता है।
  • आप्रेटिंग सिस्टम सही और लगातार कंप्यूटिंग करने के लिए पर्याप्त कार्यवाही करता है।

6. रिसोर्स मैनेजमैंट-मल्टी यूजर या मल्टी-टास्किंग वातावरण में उपलब्ध रिसोर्स जैसे कि मुख्य मैमोरी, सी०पी०यू० साइकल और फाइल स्टोरेज़ आदि को हर एक यूज़र या जॉब (Job) में बांटा जाता है। रिसोर्स मैनेजमैंट के संबंध में आप्रेटिंग सिस्टम के द्वारा निम्नलिखित अनुसार मुख्य क्रियाएं की जाती हैं-

  • आप्रेटिंग सिस्टम रिसोर्स मैनेजर के रूप में काम करता है। आप्रेटिंग सिस्टम हर किस्म के प्रोसैस का प्रबन्ध शैड्यूलर के प्रयोग से करता है।
  • सी०पी०यू० के बढ़िया प्रयोग के लिए सी०पी०यू० शैड्यूलिंग ऐलगोरिदम इस्तेमाल किया जाता है।

7. सुरक्षा-एक कंप्यूटर सिस्टम जिस के मल्टीपल (एक से ज्यादा) यूज़र हैं और एक ही समय में जिसके मल्टीपल प्रोसैसिस चल रहे हों, इसको ध्यान में रखते हुए इन प्रोसैसिंस को एक-दूसरे की क्रियाओं से सुरक्षित रखना जरूरी होता है।

सुरक्षा के संबंध में आप्रेटिंग सिस्टम के द्वारा निम्नलिखित अनुसार मुख्य क्रियाएं की जाती हैं

  • आप्रेटिंग सिस्टम यह यकीनी बनाता है कि सिस्टम रिसोरों पर पहुंच कंट्रोल में है।
  • आप्रेटिंग सिस्टम यह यकीनी बनाता है कि सभी बाहरी इनपुट-आऊटपुट यंत्र अवैध (Invalid) पहुंच की कोशिश करने से सुरक्षित हैं।
  • आप्रेटिंग सिस्टम हर यूज़र को प्रमाणित (authorised) करने के लिए पासवर्ड की विशेष सहूलियत देता है।

आप्रेटिंग सिस्टम की किस्में
आप्रेटिंग सिस्टम की निम्नलिखित किस्में हैं-
PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 6 आप्रेटिंग सिस्टम 2

बैच आप्रेटिंग सिस्टम
बैच आप्रेटिंग सिस्टम अधीन एक यूज़र सीधे रूप से कंप्यूटर से जुड़ा नहीं होता। हर एक यूज़र अपने काम को ऑफ-लाइन यंत्र जैसे कि पंच-कार्ड पर तैयार करता है और इसको कंप्यूटर आप्रेटर के पास जमा करवा देता है। इस काम को तेज़ी से करने के लिए एक किस्म के कामों को एकत्रित कर लिया जाता है और एक ग्रुप में चलाया जाता है। प्रोग्रामर अपने प्रोग्राम को आप्रेटर के पास छोड़ देते हैं और आप्रेटर इनको एक ही किस्म के प्रोग्राम अनुसार छांट कर बैच में बांट देता है।

बैच सिस्टम की निम्नलिखित मुश्किलें हैं

  • यूज़र और काम (job) में आपसी तालमेल की कमी होना।
  • मेकैनीकल इनपुट-आऊटपुट यंत्रों की रफ्तार सी०पी०यू० से कम होने से कारण सी०पी०यू० बिना किसी काम के ही रहता है।
  • ज़रूरत अनुसार तरजीह देना मुश्किल होता है।

टाइम शेयरिंग आप्रेटिंग सिस्टम
टाइम शेयरिंग एक ऐसी तकनीक है जो कि भिन्न-भिन्न टर्मीनल पर बैठे लोगों को एक ही समय में खास कम्प्यूटर सिस्टम को इस्तेमाल के योग्य बनाता है। टाइम-शेयरिंग या मल्टी-टॉस्किंग मल्टी प्रोग्रामिंग की लोजीकल एक्सटेंशन है। मल्टीपल कामों को सी०पी०यू० के द्वारा उनके बीच में स्विचिंग तकनीक के द्वारा लागू किया जाता है। स्विचिंग तकनीक बहुत रफ्तार में होती है। इसलिए यूज़र बहुत जल्दी रिस्पांस प्राप्त करता है। कंप्यूटर सिस्टम जो कि पहले बैच सिस्टम के लिए डिज़ाइन किए गए थे उनको टाइम शेयरिंग सिस्टम के लिए मोडीफाई किया जा चुका है।

टाइम शेयरिंग आप्रेटिंग सिस्टम की विशेषताएं निम्नलिखित हैं-

  • जल्दी रिस्पांस प्राप्त करने की सहूलियत देता है।
  • सॉफ्टवेयर की डुपलीकेशन को रोकता है।
  • सी०पी०यू० का खाली समय घटाता है।

टाइम शेयरिंग सिस्टम की निम्नलिखित हानियां हैं

  1. भरोसे योग्यता की समस्या
  2. यूज़र प्रोग्राम और डाटा की सुरक्षा और इंटीग्रिटी में कमज़ोरी।
  3. डाटा संचार की समस्या

डिस्ट्रीब्यूटिड आप्रेटिंग सिस्टम-
डिस्ट्रीब्यूटिड सिस्टम मल्टीपल रीयल टाइम एप्लीकेशन और मल्टीपल यूज़र को सेवा देने के लिए मल्टीपल केंद्रीय प्रोसैसर का प्रयोग करता है। डाटा प्रोसैसिंग कामों को प्रोसैसर की तरतीब अनुसार बांटा जाता है | यह प्रोसैसर एक दूसरे के साथ कई किस्म की संचार लाइनों के अनुसार संचार करते हैं। इन प्रोसैसरों को लूज़ली कप्लड सिस्टम या डिस्ट्रीब्यूटिड सिस्टम कहा जाता है। डिस्ट्रीब्यूटिड सिस्टम में प्रोसैसर आकार और काम के अनुसार भिन्न-भिन्न हो सकते हैं। इन प्रोसैसरों को साधारण रूप से साइट, नोडज़ या कंप्यूटर कहा जाता है।

डिस्ट्रीब्यूटिड सिस्टम की विशेषताएं निम्नलिखित हैं-

  1. रिसोर्स शेयरिंग सुविधा होने के कारण यूज़र एक साइट से दूसरे स्थान पर उपलब्ध रिसोर्स को इस्तेमाल करने के योग्य होता है।
  2. इलैक्ट्रॉनिक मेल की मदद से डाटा को एक स्थान से दूसरे स्थान पर तेज़ रफ्तार से ट्रांसफर किया जा सकता है।
  3. डिस्ट्रीब्यूटिड सिस्टम में अगर एक साइट काम करना बंद करती है तो दूसरी साइट अपने-आप चलती रहती है।
  4. ग्राहक को बढ़िया सुविधा।
  5. होस्ट कंप्यूटर पर लोड में कमी।
  6. डाटा प्रोसैसिंग में होने वाली देरी में कमी।

PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 6 आप्रेटिंग सिस्टम

नैटवर्क आप्रेटिंग सिस्टम
एक नैटवर्क आप्रेटिंग सिस्टम सर्वर पर चलता है और सर्वर को डाटा, यूज़र, ग्रुप, सुरक्षा, ऐप्लीकेशनों और अन्य नैटवर्किंग फंक्शन का प्रबंध करने के योग्य बनाता है। नैटवर्क आप्रेटिंग सिस्टम का मुख्य उद्देश्य एक नैटवर्क से जुड़े मल्टीपल कंप्यूटर जैसे कि लोकल एरिया नेटवर्क, प्राइवेट नैटवर्क या अन्य नैटवर्क, को फाइलों और प्रिंटर पर पहुँचने की आज्ञा देना है।

नैटवर्क आप्रेटिंग सिस्टम के उदाहरण हैं, जैसे कि-Microsoft Windows, Server 2003, Microsoft Windows Server 2008, UNIX, Linux, Mac OSX, Novell Net Ware और BSD आदि।

नैटवर्क आप्रेटिंग सिस्टम के लाभ निम्नलिखित हैं

  • सैंटरलाइज़ सर्वर बहुत स्थिर होते हैं।
  • सुरक्षा सर्वर के द्वारा मैनेज़ की जाती है।
  • नई तकनीकों और हार्डवेयर को अपग्रेड सिस्टम के द्वारा आसानी से जोड़ा जाता है।
  • सर्वर को अलग लोकेशन से रिमोर्ट एक्सैस करना संभव है।

नैटवर्क आप्रेटिंग सिस्टम की निम्नलिखित हानियां हैं-

  1. सर्वर को खरीदना और चलाना काफ़ी महंगा है।
  2. कई काम करने के लिए सैंट्रल लोकेशन सर्वर पर निर्भर करना पड़ता है।
  3. रैगुलर रख-रखाव और अपडेट की ज़रूरत पड़ती है।

रीयल टाइम आप्रेटिंग सिस्टम
रीयल टाइम आप्रेटिंग सिस्टम को डाटा आप्रेटिंग सिस्टम भी कहा जाता है। इसमें इनपुट की प्रक्रिया और जवाब देने के लिए जो समय लगता है, वो बहुत कम होता है। एक सिस्टम के द्वारा इनपुट लेने और अपडेटिड सूचना को डिस्पले करने में जो समय लगता है, उसको रिस्पांस टाइम कहा जाता है। इसलिए इस तरीके में रिस्पांस टाइम ऑनलाइन प्रोसैसिंग के मुकाबले बहुत कम होता है।

रीयल टाइम सिस्टम का इस्तेमाल उस समय होता है जब डाटा के फलों या प्रोसैसर के आप्रेशन में लगने वाला समय न बदलने योग्य हो। उदाहरण के लिए वैज्ञानिक तुजुर्बे, मैडीकल इमेजिंग सिस्टम, इंडस्ट्रीयल कंट्रोल सिस्टम, हथियार सिस्टम (Weapon System), रोबोट और एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम आदि हैं।

डॉस तथा विंडोज़ आप्रेटिंग सिस्टम में अंतर
डॉस और विंडोज़ में निम्नलिखित अंतर हैं –

डॉस विंडोज़
1. डॉस एक यूज़र आप्रेटिंग सिस्टम है। 1. विंडोज़ बहु यूज़र इंटरनेट है।
2. डॉस एकल टास्किंग है। 2. विंडोज़ बहु टास्किंग है।
3. इसमें समय साझा नहीं होता। 3. विंडोज़ में समय साझा होता है।
4. इनपुट यंत्र की बोर्ड होता है। 4. मानक इनपुट यंत्र की-बोर्ड और माउस होते हैं।
5. यह चरित्र यूज़र इंटरफेस है। 5. यह ग्राफिकल यूज़र इंटरफेस है।
6. इसका आकार छोटा होता है। 6. इसका आकार बड़ा होता है।
7. यह मल्टीमीडिया को समर्थन नहीं करता। 7. यह मल्टीमीडिया को समर्थन करता है।
8. इसका मुख्य कार्य फाइलों को मैनेज करना है। 8. इसके कई प्रकार के मुख्य कार्य हैं।
9. यह फ्लॉपी में स्टोर हो जाती है। 9. इसको फ्लॉपी में स्टोर नहीं किया जा सकता।
10. इसका उत्पादन बंद हो चुका है। 10. इसका उत्पादन चल रहा है।

लाईनैक्स
लाईनैक्स यूनिक्स आप्रेटिंग सिस्टम का एक प्रसिद्ध वर्जन है। यह ओपन सोर्स होता है और इसका सोर्स कोड मुफ्त उपलब्ध होता है। यह इस्तेमाल में फ्री होता है। यूनिक्स की जटिलता को देखते हुए लाईनैक्स को डिज़ाइन किया गया था। इसके काम करने की लिस्ट यूनिक्स (UNIX) की तरह ही है।

लाईनकस की बेसिक विशेषताएं लाईनैक्स आप्रेटिंग सिस्टम की कुछ खास विशेषताएं निम्नलिखित हैं –
1. पोर्टेबल-यह सॉफ्टवेयर भिन्न-भिन्न किस्म के हार्डवेयर और एक ही तरीके से काम करता है। लाईनैक्स कर्नल और ऐप्लीकेशन प्रोग्राम किसी भी किस्म के हार्डवेयर प्लेटफार्म और इंस्टालेशन को स्पोर्ट करता है।

2. ओपन सोर्स-लाइनक्स सोर्स कोड मुफ्त उपलब्ध है। लाइनैक्स आप्रेटिंग सिस्टम की योग्यता
को बढ़ाने के लिए मल्टीपल टीमें काम करती हैं और यह लगातार विकसित हो रहा है।

3. मल्टीयूज़र-लाइनैक्स एक मल्टीयूज़र सिस्टम है जिसका मतलब यह है कि एक ही समय में सिस्टम रिसोर्स जैसे कि मैमोरी/रैम/ ऐप्लीकेशन प्रोग्राम को प्रयोग कर सकता है।

4. मल्टीप्रोग्रामिंग-लाईनैक्स एक मल्टी प्रोग्रामिंग सिस्टम है जिसका मतलब यह है कि एक ही समय में मल्टीपल ऐप्लीकेशन चल सकती है।

5. हरारकीकल फाइल सिस्टम-लाईनैक्स एक स्टैंडर्ड फाइल स्ट्रक्चर अधीन सिस्टम फाइलें । यूज़र फाइलों को अरेंज करता है। इसमें फ़ाइलें और डाइरैक्टरियां एक ट्री (Tree) के रूप में होती हैं।

6. शैल (Shell)-लाईनैक्स एक खास इंटरप्रेटर प्रोग्राम की सहूलियत देता है जिसका इस्तेमाल आप्रेटिंग सिस्टम की कमांडों को लागू करने के लिए किया जा सकता है। इसका प्रयोग भिन्नभिन्न आप्रेशन एप्लीकेशन प्रोग्राम आदि को बुलाने के लिए है।

7. सुरक्षा-लाइनैक्स ई-इंटरप्रेटर यूज़र को खास अधिकार अधीन सुरक्षा प्रदान करता है जैसे कि पासवर्ड प्रोटैक्शन/खास किस्म की फाइलों पर पहुंच को नियंत्रित करना डाटा को इनकरप्शन करना इत्यादि।

आरीटेक्चर लाइनैक्स सिस्टम के आर्कीटेक्चर में निम्नलिखित परतें (लेयरें) होती हैं

  • हार्डवेयर (Hardware)-लेयर इस लेयर में कभी पैरीफरिल यंत्र (devices) होते हैं जैसे कि रैम/हार्ड डिस्क ड्राइव आदि।
  • कर्नल (Kernel)-यह आप्रेटिंग सिस्टम का कोर कंपोनैट होता है जो कि सीधे रूप से हार्डवेयर से संपर्क करता है और अपर लेयर कंपोनेंट्स को लो लेवल सर्विस प्रदान करता है।
  • शैल (Shell)-कर्नल से संपर्क करके यह यूज़र से कर्नल के जटिल फंक्शन को छुपा देता है। शैल यूज़र से कमांडज़ प्राप्त करती है और कर्नल के फंक्शन को लागू करता है।
  • यूटीलिटी (Utility)-यूटीलिटी प्रोग्राम यूज़र को मुख्य रूप से आप्रेटिंग सिस्टम के फंक्शन प्रदान करता है।

PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 6 आप्रेटिंग सिस्टम 3

कंप्यूटर सुरक्षा
कंप्यूटर सुरक्षा एक ऐसी प्रक्रिया है जो हमारे कंप्यूटर पर अन-अधिकारिक प्रयोग को चैक करती है और इसको रोकती है। रोकथाम (prevention) के माप हमारे कंप्यूटर के किसी भी हिस्से को अनअधिकारिक यूज़र (हैकर) की तरफ से पहुंच करने से रोकने में हमारी मदद करते हैं। इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले हर व्यक्ति को यह समझना चाहिए कि इंटरनैट सिक्योरिटी बहुत महत्त्वपूर्ण पहलू है। हम इन सुरक्षा धमकियों से अपने-आप को और अपनी सूचना को बचाने संबंधी कुछ महत्त्वपूर्ण टिप्स के बारे में वर्णन कर रहे हैं।

नवीनतम एंटी वायरस
एंटी वायरस सॉफ्टवेयर को ज़्यादा प्रभावशाली बनाने के लिए हमें उपलब्ध नये अपडेट्स के साथ इसको अपडेट करना चाहिए। कई तरह के एंटीवायरस उपलब्ध हैं जो कि मुफ़्त और अदायगी योग्य हैं।

एंटी-स्पाइवेयर सॉफ्टवेयर
स्पाइवेयर प्रोग्राम वायरस से अलग होते हैं क्योंकि वायरस की तरह यह हमारे कंप्यूटर में पड़े डाटा या सिस्टम को करप्ट नहीं करते बल्कि यह हमारे सिस्टम में अपने-आप इंस्टाल हो जाते हैं और हमारे सिस्टम में स्टोर पासवर्ड, क्रैडिट कार्ड के नंबर अपने सर्वर पर भेजते हैं। इसलिए अपने सिस्टम में से सपाइवेयर प्रोग्राम को ढूंढने और रोकने के लिए हमें नवीनता एंटी स्पाइवेयर सॉफ्टवेयर की ज़रूरत पड़ती है।

पासवर्ड प्रोटेक्शन
पासवर्ड कई तरह के ऑन-लाइन खातों का बहुत महत्त्वपूर्ण पहलू है। अपने पासवर्ड को सुरक्षित रखना अपने पैसे को सुरक्षित रखने की तरह ही है। भिन्न-भिन्न खातों के लिए एक ही तरह का पासवर्ड न रखें। आसानी से बूझा जाने वाला पासवर्ड जैसे कि अपना निजी मोबाइल नंबर या जन्म तारीख आदि न रखें। अपना पासवर्ड ज्यादा अक्षरों से जैसे कि अक्षर और नंबर हो सके तो कुछ खास करैक्टर के साथ मिला कर रखें। अपने पासवर्ड के साथ संबंधित वैबसाइटों पर पहुंच करने के लिए हमेशा एक नया वैब पेज खोलें और कभी भी ई-मेल में दिये लिंक या और तरीकों के द्वारा न खोलें।

PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 6 आप्रेटिंग सिस्टम

नवीनतम अपडेटस और पैच को लागू करना
हमारे सिस्टम में इंस्टाल किया कोई भी सॉफ्टवेयर हमेशा के लिए परफैक्ट नहीं होता। अपने सॉफ्टवेयर पर नवीनतम अपडेट और पैच अप्लाई करते रहो। यह अपडेट और पैच सॉफ्टवेयर बनाने वाली कंपनियों के द्वारा समय-समय पर उपलब्ध करवाये जाते हैं।

फॉयरवाल – अगर हो सके तो अपने सिस्टम को हैकरों के अटैक से बचाने के लिए फायरवाल का प्रयोग करें। फायरवाल हमारे सिस्टम के अन-अधिकारिक पहुँच करने वाले ट्रैफ़िक को ब्लॉक कर देता है। फॉयरवाल हमें इंटरनैट सुरक्षित ढंग से इस्तेमाल और हमारे सिस्टम पर अन-अधिकारिक एप्लीकेशन की पहुंच को रोकने के योग्य बनाता है।

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2

Punjab State Board PSEB 10th Class Maths Book Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2 Textbook Exercise Questions and Answers

PSEB Solutions for Class 10 Maths Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2

प्रश्न 1.
निम्न समस्याओं में रैखिक समीकरणों के युग्म बनाइए और उनके ग्राफीय विधि से हल ज्ञात कीजिए।
(i) कक्षा X के 10 विद्यार्थियों ने एक गणित की पहेली प्रतियोगिता में भाग लिया। यदि लड़कियों की संख्या लड़कों की संख्या से 4 अधिक हो, तो प्रतियोगिता में भाग लिए लड़कों और लड़कियों की संख्या ज्ञात कीजिए।
(ii) 5 पेंसिल तथा 7 कलमों का कुल मूल्य ₹ 50 है, जबकि 7 पेंसिल तथा 5 कलमों का मूल्य ₹ 46 है। एक पेंसिल और एक कलम का मूल्य ज्ञात कीजिए।
हल :
(i) मान लीजिए .
प्रतियोगिता में लड़कों की संख्या = x
और प्रतियोगिता में लड़कियों की संख्या = y
प्रतियोगिता में भाग लेने वाले कुल विद्यार्थी = 10
∴ x + y = 10
या x + y – 10 = 0
प्रश्न अनुसार,
y = x + 4
या x = y – 4
अब रैखिक समीकरणों
x + y = 10
और x – y + 4 = 0 का आलेख खींचिए।
x + y = 10
या x = 10 – y..(1)
y = 0 को (1) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है।
x = 10 – 0 = 10
y = 7 को (1) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है
x = 10 – 7 = 3
y = 10 को (1) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है
x = 10 – 10 = 0

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2 1

बिंदुओं A (10, 0), B (3, 7), C (0, 10) को आलेखित करने और उनको मिलाते हुए रेखा खींचने पर हमें समीकरण x + y = 10 का आलेख प्राप्त होता है।
x – y + 4 = 0
या x = y – 4 …………..(2)
y = 0 को (2) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है।
x = 0 – 4 = – 4
y = 7 को (2) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है।
x = 7 – 4 = 3
y = 4 को (2) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है।
x = 4 – 4 = 0

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2 2

बिंदुओं D (- 4,0), B (3, 7), E (0, 4) को आले खित करने और उनको मिलाते हुए रेखा खींचने पर हमें समीकरण x-y +4= 0 का आलेख प्राप्त होता है।

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2 3

आलेख से यह स्पष्ट है कि दोनों रैखिक समीकरण बिंदु B (3, 7) पर मिलते हैं।
∴ बिंदु B (3, 7) आलेखीय स्थिति है।
अतः प्रतियोगिता में लड़कों की संख्या = 3
प्रतियोगिता में लड़कियों की संख्या = 7

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2

(ii) मान लीजिए 1 पेंसिल का मूल्य = ₹ x
और 1 कलम का मूल्य = ₹ y
पहली शर्त अनुसार,
5x + 7y = 50
दूसरी शर्त अनुसार,
7x + 5y = 46
∴ रैखित समीकरण युग्म है :
5x + 7y = 50
7x + 5y = 46
अब इन रैखिक समीकरणों का आलेख खींचिए :
5x + 7y = 50
या 5x = 50 – 7y
या x = \(\frac{50-7 y}{5}\) ……………(1)
y = 0 को (1) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है।
x = \(\frac{50-7 \times 0}{5}=\frac{50}{5}\)
x = 10
y = 5 को (1) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है।

x = \(\frac{50-7 \times 5}{5}=\frac{50-35}{5}\)

= \(\frac{15}{5}\) = 3

y = 7 को (1) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है।

x = \(\frac{50-7 \times 7}{5}=\frac{50-49}{5}\)

= \(\frac{1}{5}\) = 0.2

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2 4

बिंदुओं A (10, 0), B (3, 5), C (0.2, 7) को आलेखित करने और उनको मिलाते हुए रेखा खीचने पर हमें समीकरण 5x + 7y = 50 का आलेख प्राप्त होता
7x+ 5y = 46
या 7x = 46 – 5y
या \(\frac{46-5 y}{7}\) …………….(2)
y = 0 को (2) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है।

x = \(\frac{46-5 \times 0}{7}=\frac{46}{7}\) = 6.5

y = 5 को (2) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है।

x = \(\frac{46-5 \times 5}{7}=\frac{46-25}{7}\)

= \(\frac{21}{7}\) = 3

y = – 4 को (2) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है।

x = \(\frac{46-5 \times(-4)}{7}=\frac{46+20}{7}\)

= \(\frac{66}{7}\) = 9.5

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2 5

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2 6

बिंदुओं E (6.5, 0), B (3, 5), F (9.5, – 4) को आलेखित करने और उनको मिलाते हुए रेखा खीचने पर हमें समीकरण 7x + 5y = 46 का आलेख प्राप्त होता है।
आलेख से यह स्पष्ट है कि दोनों रैखिक समीकरण बिंदु B (3, 5) पर मिलते हैं
∴ बिंदु B (3, 5) आलेखीय स्थिति है।
अतः, एक पेंसिल का मूल्य = 3 रु
एक कलम का मूल्य = 5 रु

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2

प्रश्न 2.
अनुपातों \(\frac{a_{1}}{a_{2}}\), \(\frac{b_{1}}{b_{2}}\) और \(\frac{c_{1}}{c_{2}}\) की तुलना कर ज्ञात कीजिए कि निम्न समीकरण युग्म द्वारा निरूपित रेखाएँ एक बिंदु पर प्रतिच्छेद करती हैं, समांतर हैं अथवा संपाती हैं:
(i) 5x – 4y + 8 = 0
7x + 6y – 9 = 0

(ii) 9x + 3y + 12 = 0
18x + 6y + 24 = 0

(iii) 6x – 3y + 10 = 0
2x – y + 9 = 0
हल :
(i) दी गई रैखिक समीकरण युग्म है :
5x – 4y + 8 = 0
और 7x + 6y – 9 = 0
यहाँ a1 = 5, b1 = – 4, c1 = 8
a2 = 7, b2 = 6, c2 = – 9
अब, \(\frac{a_{1}}{a_{2}}=\frac{5}{7} ; \frac{b_{1}}{b_{2}}\);

\(\frac{b_{1}}{b_{2}}=\frac{-4}{6}=\frac{-2}{3}\);

\(\frac{c_{1}}{c_{2}}=\frac{8}{-9}\) \(\frac{a_{1}}{a_{2}} \neq \frac{b_{1}}{b_{2}} \neq \frac{c_{1}}{c_{2}}\)

अतः, दी गई रैखिक समीकरण युग्म एक बिंदु पर प्रतिच्छेद करती हैं।

(ii) दी गई रैखिक समीकरण युग्म हैं :
9x + 3y + 12 = 0
और 18x + 6y + 24 = 0
a1 = 9, b1 = 3, c1 = 12
a2 = 18, b2 = 6, c2 = 24
अब \(\frac{a_{1}}{a_{2}}=\frac{9}{18}=\frac{1}{2}\);

\(\frac{b_{1}}{b_{2}}=\frac{3}{6}=\frac{1}{2}\);

\(\frac{c_{1}}{c_{2}}=\frac{12}{24}=\frac{1}{2}\)

∴ \(\frac{a_{1}}{a_{2}}=\frac{b_{1}}{b_{2}}=\frac{c_{1}}{c_{2}}\)
अतः, दी गई समीकरण-युग्म संपाती हैं।

(iii) दी गई रैखिक समीकरण-युग्म है
6x – 3y + 10 = 0
और 2x – y + 9 = 0
यहाँ a1 = 6, b1 = – 3, c1 = 10
a2 = 2, b2 = – 1, c2 = 9

अब \(\frac{a_{1}}{a_{2}}=\frac{6}{2}\) = 3;

\(\frac{b_{1}}{b_{2}}=\frac{-3}{-1}\) = 3;

\(\frac{c_{1}}{c_{2}}=\frac{10}{9}\)

∴ \(\frac{a_{1}}{a_{2}}=\frac{b_{1}}{b_{2}} \neq \frac{c_{1}}{c_{2}}\)

अतः, दी गई रैखिक समीकरण-युग्म एक दूसरे समांतर है

प्रश्न 3.
अनुपातों \(\), \(\) और \(\) की तुलना कर ज्ञात कीजिए कि निम्न रैखिक समीकरणों के युग्म संगत हैं या असंगत :
(i) 3x + 2y = 5; 2x – 3y = 7
(ii) 2r – 3y = 8; 4x – 6y = 9
(iii) x+5y = 7; 9x – 10y = 14
(iv) 5x – 3y = 11; – 10x + 6y = – 22
(v) x +2y = 8; 2x + 3y = 12
हलः
(i) दी गई रैखिक समीकरण-युग्म है
3x + 2y = 5 और 2x – 3y = 7
या 3x + 2y – 5 = 0
और 2r – 3y – 7 = 0
यहाँ a1 = 3, b1 = 2, c1 = – 5
a2 = 2, b2 = – 3, c2 = – 7

अब \(\frac{a_{1}}{a_{2}}=\frac{3}{2}\);

\(\frac{b_{1}}{b_{2}}=\frac{2}{-3}\);

\(\frac{c_{1}}{c_{2}}=\frac{-5}{-7}=\frac{5}{7}\);

∴ \(\frac{a_{1}}{a_{2}} \neq \frac{b_{1}}{b_{2}} \neq \frac{c_{1}}{c_{2}}\)

अतः दी गई रैखिक समीकरण-युग्म संगत है।

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2

(ii) दी गई रैखिक समीकरण-युग्म है
2x – 3Y = 8 और 4x – 6y = 9
या 2x – 3y – 8 = 0
4x – 6y – 9 = 0
यहाँ a1 = 2, b1 = – 3, c1 = – 8
a2 = 4, b2 = – 6, c2 = – 9
अब \(\frac{a_{1}}{a_{2}}=\frac{2}{4}=\frac{1}{2}\);

\(\frac{b_{1}}{b_{2}}=\frac{-3}{-6}=\frac{1}{2}\);

\(\frac{c_{1}}{c_{2}}=\frac{-8}{-9}=\frac{8}{9}\);

∴ \(\frac{a_{1}}{a_{2}}=\frac{b_{1}}{b_{2}} \neq \frac{c_{1}}{c_{2}}\)

अतः, दी गई रैखिक समीकरण-युग्म असंगत है

(iii) दी गई रैखिक समीकरण-युग्म है
\(\frac{3}{2}\) x + \(\frac{5}{3}\) y = 7
और 9x – 10y = 14
या \(\frac{3}{2}\) x + \(\frac{4}{4}\) y – 7 = 0
और 9 x – 10y – 14 = 0
यहाँ a1 = \(\frac{3}{2}\), b1 = \(\frac{5}{3}\), c1 = – 7
a2 = 9, b2 = – 10, c2 = – 14

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2 7

अतः, दी गई रैखिक समीकरण-युग्म असंगत है।

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2

(iv) दी गई रैखिक समीकरण-युग्म है :
5x – 3y = 11 और – 10x + 6y = – 22
या 5x – 3y – 11 = 0 और – 10x + 6y + 22 = 0
a1 = 5, b1 = – 3, c1 = – 11
a2 = – 10, b2 = 6, c2 = 22
अब \(\frac{a_{1}}{a_{2}}=\frac{5}{-10}=\frac{1}{2}\);

\(\frac{b_{1}}{b_{2}}=\frac{3}{6}=-\frac{1}{2}\);

\(\frac{c_{1}}{c_{2}}=\frac{-11}{22}=\frac{-1}{2}\)

∵ \(\frac{a_{1}}{a_{2}}=\frac{b_{1}}{b_{2}}=\frac{c_{1}}{c_{2}}\)

अतः, दी गई रैखिक समीकरण-युग्म संगत है

(v) दी गई रैखिक समीकरण-युग्म है :
\(\frac{4}{3}\)x + 2y = 8 और 2x + 3y = 12
और \(\frac{4}{3}\)x + 2y – 8 = 0 या 2x + 3y – 12 = 0
यहाँ a1 = \(\frac{4}{3}\), b1 = 2, c1 = – 12
a2 = 2, b2 = 3, c2 = – 12

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2 8

अतः, दी गई रैखिक समीकरण-युग्म संगत है।

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2

प्रश्न 4.
निम्न रैखिक समीकरणों के युग्मों में से कौन युग्म संगत/असंगत हैं ? यदि संगत हैं, तो ग्राफीय विधि से हल ज्ञात कीजिए :
(i) x + y = 5, 2x + 2y = 10
(ii) x – y = 8, 3x – 3y = 16
(iii) 2x + y – 6 = 0, 4x – 2y -4 = 0
(iv) 2x – 2y – 2 = 0, 4x – 4y – 5 = 0
हल :
(i) दी गई रैखिक समीकरण-युग्म है :
x + y = 5 और 2x + 2y = 10
या x + y – 5 = 0 2x + 2y – 10 = 0
यहाँ a1 = 1, b1 = 1, c1 = – 5
a2 = 2, b2 = 2, c2 = – 10
अब \(\frac{a_{1}}{a_{2}}=\frac{1}{2}\);

\(\frac{b_{1}}{b_{2}}=\frac{1}{2}\);

\(\frac{c_{1}}{c_{2}}=\frac{-5}{-10}=\frac{1}{2}\)

∴ \(\frac{a_{1}}{a_{2}}=\frac{b_{1}}{b_{2}}=\frac{c_{1}}{c_{2}}\)
∴ दी गई रैखिक समीकरण युग्म इसका आलेख खींचिए
x + y = 5
x = 5 – y ……………..(1)
y = 0 को (1) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है
x = 5 – 0 = 5
y = 3 को (1) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है
x = 5 – 3 = 2
y = 5 को (1) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है।
x = 5 – 5 = 0

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2 9

बिंदुओं A (5, 0), B (2, 3), C (0, 5) को आलेखित करने और उनको मिलाते हुए रेखा खींचने पर हमें समीकरण x + y = 5 का आलेख प्राप्त होता है।
2x + 2y = 10. या 2 (x + y) = 10
x + y = 5
या x = 5 – y ……………(2)
y = 0 को (1) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है
x = 5 – 0 = 5
y = 2 को (2) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है
x = 5 – 2 = 3
y = 5 को (2) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है
x = 5 – 5 = 0

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2 10

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2 11

बिंदुओं A (5, 0), D (3, 2), C (0, 5) को आलेखित करने और उनको मिलाते हुए रेखा खींचने पर हमें समीकरण 2x + 2y = 10 का आलेख प्राप्त होता है।
आलेख से यह स्पष्ट है कि दी गई रैखिक समीकरण युग्म संपाती रेखाएँ हैं या इनके अपरिमित रूप से अनेकों हल हैं।

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2

(ii) दी गई रैखिक समीकरण-युग्म है :
x – y = 8 और 3x – 3y = 16
या x – y – 8 = 0 और 3x – 3y – 16 = 0
यहाँ a = 1, b = – 1, c = 8
a = 3, b = – 3, c = – 16

अब \(\frac{a_{1}}{a_{2}}=\frac{1}{3}\);

\(\frac{b_{1}}{b_{2}}=\frac{-1}{-3}=\frac{1}{3}\);

\(\frac{c_{1}}{c_{2}}=\frac{-8}{-16}=\frac{1}{2}\)

∴ \(\frac{a_{1}}{a_{2}}=\frac{b_{1}}{b_{2}} \neq \frac{c_{1}}{c_{2}}\)

अतः, दी गई रैखिक समीकरण-युग्म असंगत है।

(iii) दी गई रैखिक समीकरण-युग्म है :
2x + y -6 = 0
और 4x – 2y – 4 = 0
यहाँ a1 = 2, b1 = 1, c1 = – 6
a2 = – 4, b2 = – 2, c2 = – 4

अब, \(\frac{a_{1}}{a_{2}}=\frac{2}{4}=\frac{1}{2}\);

\(\frac{b_{1}}{b_{2}}=\frac{1}{-2}\);

\(c_{1}=\frac{-6}{-4}=\frac{3}{2}\)

∴ \(\frac{a_{1}}{a_{2}} \neq \frac{b_{1}}{b_{2}} \neq \frac{c_{1}}{c_{2}}\)
∴ दी गई रैखिक समीकरण–युग्म इस रैखिक समीकरणों का आलेख खींचिए
2x + y – 6 = 0
या 2x = 6 – y
x = \(\frac{6-y}{2}\) …………….(1)

y = 0 को (1) में प्रतिस्थापित करने पर, हमें प्राप्त होता है :

x = \(\frac{6-0}{2}=\frac{6}{2}\) = 3

y = 2 को (1), में प्रतिस्थापित करने पर, हमें प्राप्त होता है :

x = \(\frac{6-2}{2}\)

= \(\frac{4}{2}\) = 2

y = – 2 को (1) में प्रतिस्थापित करने पर, हमें प्राप्त होता है

x = \(\frac{6-(-2)}{2}=\frac{6+2}{2}\)

= \(\frac{8}{2}\) = 4

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2 12

बिंदुओं A (3, 0), B (2, 2), C (4, – 2) को आले खित करने और उनको मिलाते हुए रेखा खींचने पर हमें समीकरण 2x + y – 6 = 0 का आलेख प्राप्त होता है।
4x – 2y – 4 = 0
या 2[2x – y – 2] = 0
या 2x – y – 2 = 0
या 2x = y + 2
या x = \(\fracy+2}{2}\) …………(2)

y = 0 को (2) में प्रतिस्थापित करने पर, हमें प्राप्त होता है

x = \(\frac{0+2}{2}\)

= \(\frac{2}{2}\) = 1

y = 2 को (2) में प्रतिस्थापित करने पर, हमें प्राप्त होता है

x = \(\frac{2+2}{2}\)
= \(\frac{4}{2}\) = 2

y = – 2 को (2) में प्रतिस्थापित करने पर, हमें प्राप्त होता है :

x = \(\frac{-2+2}{2}\)

= \(\frac{0}{2}\) = 0

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2 13

बिंदुओं D (1,0), B (2, 2), E (0, -2) को आलेखित करने और उनको मिलाते हुए रेखा खींचने पर हमें समीकरण 4x – 2y – 4 = 0 का आलेख प्राप्त होता है।

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2 14

आलेख से यह स्पष्ट है कि दी गई समीकरण-युग्म बिंदु B (2, 2) पर मिलती है।
अतः, दी गई रैखिक समीकरण-युग्म अद्वितीय है।

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2

(iv) दी गई रैखिक किरण-युग्म है
2x – 2y – 2 = 0 और 4x – 4y – 5 = 0
यहाँ a1 = 2, b1 = – 2, c1 = – 2
a2 = 4, b2 = – 4, c2 = – 5
अब \(\frac{a_{1}}{a_{2}}=\frac{2}{4}=\frac{1}{2}\);

\(\frac{b_{1}}{b_{2}}=\frac{-2}{-4}=\frac{1}{2}\);

\(\frac{c_{1}}{c_{2}}=\frac{-2}{-5}=\frac{2}{5}\)

∴ \(\frac{a_{1}}{a_{2}}=\frac{b_{1}}{b_{2}} \neq \frac{c_{1}}{c_{2}}\)

अतः, दी गई समीकरण युग्म असंगत है। उत्तर

प्रश्न 5.
एक आयताकार बाग, जिसकी लंबाई, चौड़ाई से 4 m अधिक है, का अर्धपरिमाप 36 m है। बाग की विमाएँ ज्ञात कीजिए।
हल :
मान लीजिए बाग की लंबाई = x m
बाग की चौड़ाई = y m
बाग का परिमाप = 2 [x + y] m
बाग के परिमाप का आधा = (x + y) m
प्रश्न की पहली शर्त अनुसार,
x = y + 4
प्रश्न की दूसरी शर्त का अनुसार,
x + y = 36
∴ रैखिक समीकरण-युग्म है:
x = y + 4 और x + y = 36
x = y + 4 …………..(1)

y = 0 को (1) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है :
x = 0 + 4 = 4
y = – 4 को (1) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है :
x = – 4 + 4 = 0
y = 16 को (1) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है :
x = 16 + 4 = 20

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2 15

बिंदुओं A (4, 0), B (0, – 4), C (20, 16) को आलेखित करने और उनको मिलाते हुए रेखा खींचने पर हमें समीकरण x = y + 4 का आलेख प्राप्त होता है।

x + y = 36
x = 36 – y …………….(2)
y = 12 को (2) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है :
x = 36 – 12 = 24
y = 24 को (2) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है :
x = 36 – 24 = 12
y = 16 को (2) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है :
x = 36 – 16 = 20

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2 16

बिंदुओं D (24, 12), E (12, 24), C (20, 16) को आलेखित करने और उनको मिलाते हुए रेखा खींचने पर हमें समीकरण x + y = 36 का आलेख प्राप्त होता है।

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2 17

आलख स यह स्पष्ट ह क राखक समाकरणा का युग्म बिंदु C (20, 16) पर मिलता है।
∴ C (20, 16) अर्थात् x = 20 और y = 16 रैखिक समीकरण युग्म का हल है।
अतः, बाग की लंबाई = 20 m
बाग की चौड़ाई = 16 m

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2

एक अन्य विधि:
मान लीजिए बाग बाग की चौड़ाई = x m
बाग की लंबाई = (x + 4) m
बाग का परिमाप = 2 [लंबाई + चौड़ाई]
= 2 [x + x + 4] m
= [2x + 4] m
∴ बाग के परिमाप का आधा = (2x + 4) m
प्रश्न अनुसार,
2x + 4 = 36
2x = 36 – 4
2x = 32
x = \(\frac{32}{2}\) = 16
अतः, बाग की चौड़ाई = 16 m
और बाग की लंबाई = (16 + 4) m = 20 m

प्रश्न 6.
एक रैखिक समीकरण 2x + 3y – 8 = 0 दी गई है। दो चरों में एक ऐसी और रैखिक समीकरण लिखिए ताकि प्राप्त युग्म का ज्यामितीय निरूपण जैसा कि :
(i) प्रतिछेद रेखाएँ हों।
(ii) समांतर रेखाएँ हों।
(iii) संपाती रेखाएँ हों।
हल :
स्थिति I. प्रतिच्छेद करती रेखाएँ:
दी गई रैखिक समीकरण है :
2x + 3y – 8 = 0 ……………(1)
यहा पर प्रातप्छा५त रखाए का शता का पूरा करम फ लिए अनेक मान है
अर्थात् \(\frac{a_{1}}{a_{2}} \neq \frac{b_{1}}{b_{2}} \neq \frac{c_{1}}{c_{2}}\)
इनमें से एक है।
3x – 2y – 6 = 0 ………….(2)
अब रैखिक समीकरण (1) और (2) का आलेख खींचिए।
2x + 3y – 8 = 0 या 2x = 8 – 3y
या x = \(\frac{8-3 y}{2}\) ………….(1)

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2

y = 0 को (1) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है :

x = \(\frac{8-3 \times 0}{2}=\frac{8}{2}\) = 4

y = – 2 को (1) में प्रतिस्थापित __करने पर हमें प्राप्त होता है :

x = \(\frac{8-3(-2)}{2}=\frac{14}{2}\) = 7

y = 2 को (1) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है :

x = \(\frac{8-3 \times 2}{2}=\frac{8-6}{2}=\frac{2}{2}=1\) = 1

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2 18

बिंदुओं A (4,0), B (7, — 2), C (1, 2) को आलेखित करने और उनको मिलाने पर प्राप्त रेखा खींचने पर हमें समीकरण 2x + 3y – 8 = 0 का आलेख प्राप्त होता है।
3x – 2y – 6 = 0 या 3x = 6 + 2y
या x = \(\frac{6+2 y}{3}\) ………….(2)

y = 0 को (1) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है :

x = \(\frac{6+2 \times 0}{3}=\frac{6}{3}=2\)

y = – 3 को (1) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है :
x = \(\frac{6+2(-3)}{3}\)

= \(\frac{6-6}{3}\) = 0

y = 3 को (1) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है :

x = \(\frac{6+2 \times 3}{3}=\frac{6+6}{3}\)

= \(\frac{12}{3}\) = 4

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2 19

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2 20

बिंदुओं D (2, 0), E (0, – 3), F (4, 3) को आलेखित करने और उनको मिलाने पर प्राप्त रेखा खींचने पर हमें समीकरण 3x – 2y – 6 = 0 का आलेख प्राप्त होता है।
आलेख से यह स्पष्ट है कि रैखिक किरण युग्म बिंदु G पर प्रतिच्छेद करता है।

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2 21

बिंदुओं G (2.5, 0), H (- 2, 3), I (7, – 3) को आलेखित करने और उनको मिलाकर रेखा खींचने से हमें समीकरण 2x + 3y – 5 = 0 का आलेख प्राप्त होता है।

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2

स्थिति III.
संपाती रेखाओं के लिए
दी गई रैखिक समीकरण है
2x + 3y – 8 = 0 …………..(1)
दो चरों में ऐसे और भी अधिकतम अन्य रैखिक समीकरण हो सकते हैं जो संपाती रेखाओं की शर्त को संतुष्ट करते हों अर्थात् \(\frac{a_{1}}{a_{2}}=\frac{b_{1}}{b_{2}}=\frac{c_{1}}{c_{2}}\)
अतः उनमें से एक इस प्रकार है :
6x + 9y – 24 = 0 ……………(4)

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2 22

अब रैखिक समीकरणों (1) और (4) का आलेख खींचिए।
रैखिक समीकरण (4) लीजिए
6x + 9y – 24 = 0
‘या 3 [2x + 3y – 8] = 0
या 2x + 3y – 8 = 0
∴ दोनों में बिंदु एक समान है और दोनों समीकरणों की एक ही रेखा है।

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2

प्रश्न 7.
समीकरणों x -y + 1 = 0 और 3x + 2y – 12 = 0 का ग्राफ खींचिए।x-अक्ष और इन रेखाओं से बने त्रिभुज के शीर्षों के निर्देशांक ज्ञात कीजिए और त्रिभुजाकार पटल को छायांकित कीजिए।
हल :
एक रैखिक समीकरण-युग्म लीजिए
x – y + 1 = 0 और 3x + 2y – 12= 0
x – y + 1 = 0
या x = y – 1 …………(1)
y = 0 को (1) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है :
x = 0 – 1 = – 1
y = 3 को (1) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है :
x = 3 – 1 = 2 y = 1 को (1) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है :
x = 1 – 1 = 0

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बिंदुओं A (- 1, 0), B (2, 3), C (0, 1) को आलेखित करने और उनको मिला कर रेखा खींचने पर हमें समीकरण x – y + 1 = 0 का आलेख प्राप्त होता है।
3x + 2y – 12 = 0
या 3x = 12 – 2y
या x = \(\frac{12-2 y}{3}\) ………..(2)
y = 0 को (2) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है :

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x = \(\frac{12-2 \times 0}{3}=\frac{12}{3}\) = 4

y = 3 को (2), में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है :

x = \(\frac{12-2 \times 3}{3}=\frac{12-6}{3}=\frac{6}{3}\) = 2

y = 6 को (2) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है :

x = \(\frac{12-2 \times 6}{3}=\frac{12-12}{3}\) = 0

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बिंदुओं D (4,0), B (2, 3), E (0, 6) को आलेखित करने और उनको मिलाकर रेखा खींचने पर हमें समीकरण 3x + 2y – 12 = 0 आलेख प्राप्त होता है।

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.2

रैखिक समीकरणों के युग्म और .x-अक्ष द्वारा बनाए गए त्रिभुज के शीर्षों को आलेख में छायांकित किया गया है।

∆ABD इस प्रकार बनी त्रिभुज है।
∆ABD के शीर्षों के निर्देशांक हैं : A (- 1, 0), B (2, 3) और D (4,0).
अब, आधार AD की लंबाई = AO + OD
= 1 + 4 = 5 मात्रक
लंब BF की लंबाई = 3 मात्रक
∴ ∆ABD का क्षेत्रफल = \(\frac{1}{2}\) × आधार × लंब
= \(\frac{1}{2}\) × AD × BF
= (\(\frac{1}{2}\) × 5 × 3) वर्ग मात्रक
= \(\frac{15}{2}\) = 7.5 वर्ग मात्रक

PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 5 डैस्कटॉप पब्लिशिंग

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PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 5 डैस्कटॉप पब्लिशिंग

जान पहचान
डाक्यूमैंट प्रिंट करने की प्रक्रिया को पब्लिश करना कहते हैं। यह कार्य एक प्रिंटर तथा प्रेस की मदद से किया जा सकता है। आजकल यह सारा कार्य कम्प्यूटर की मदद से किया जाता है।

डैस्कटॉप पब्लिशिंग
डैस्कटॉप पब्लिशिंग प्रोग्राम का इस्तेमाल किताबें, मैगज़ीन, समाचार-पत्र, फलाइर, फलिट और अन्य किस्म के प्रिंटिड डाक्यूमैंट तैयार करने के लिए किया जा सकता है। वर्ड प्रोसैसिंग प्रोग्राम जैसे कि माइक्रोसाफ्ट वर्ड का इस्तेमाल बेसिक डैस्कटॉप पब्लिशिंग के काम करने के लिए किया जाता है। संपूर्ण डैस्कटॉप पब्लिशिंग में, टाइप सैटिंग (फौंट और टैक्सट ले-आउट को चुनना) ग्राफिक डिज़ाइन, पेज ले-ऑउट (जिसका मतलब है यह सब पेज पर कैसे फिट होगा) और डाक्यूमैंट को प्रिंट करना शामिल होता है। डैस्कटॉप पब्लिशिंग के लिए हमें एक कंप्यूटर, मोनीटर, प्रिंटर और ऐसे साफ्टवेयर की ज़रूरत होती है जो कि प्रिंट होने योग्य डाक्यूमैंट तैयार कर सकता हो।

डी0 टी० पी० की परिभाषा
डैस्कटॉप पब्लिशिंग वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हम कंप्यूटर और कुछ खास तरह के साफ्टवेयर का प्रयोग करते हुए टैक्सट, तस्वीरों के आर्टवर्क को इकट्ठा करके पूरी तरह से प्रिंट करने या विजुअली (देखने योग्य) इस्तेमाल करने के लिए फारमैटिड डाक्यूमैंट तैयार कर सकते हैं।

PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 5 डैस्कटॉप पब्लिशिंग

डी० टी० पी० विजूअल संचार
डी० टी० पी० द्वारा हम अपने घर, व्यापार, दुकान-शिक्षा आदि से संबंधित कार्यों का संचार ढंग से कर सकते हैं। डी० टी० पी० द्वारा अपने कार्य को विजूअल माध्यम से बढ़िया ढंग से पेश किया जा सकता है।

डैस्कटॉप पब्लिशिंग का आधुनिकीकरण डैस्कटॉप पब्लिशिंग प्रिंट ओनली ऐपलीकेशनों से बहुत आगे निकल चुका है। डैस्कटॉप पब्लिशिंग हार्डवेयर और साफ्टवेयर का प्रयोग वैब पेज़ डिजाइनिंग करने और बनाने में किया जा रहा है। इस काम में, कंटैंट सिर्फ दिखाई देते हैं न कि प्रिंटिंग के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं। इनको हम कंप्यूटर या मोबाइल उपकरण जैसे कि टैबलेट या स्मार्टफोन से भी एकसैस (देख) कर सकते हैं। अन्य नॉन-प्रिंटिंग डैस्कटॉप पब्लिशिंग के उदाहरण हैं-स्लाइड शोअज़, ई-मेल न्यूज़लेटर, ई-पब बुक्स और पी०डी०एफ० आदि।

डैस्कटॉप पब्लिशिंग साफ्टवेयर
पेज ले-आउट साफ्टवेयर और वैब डिज़ाइनिंग साफ्टवेयर, डैस्कटाप पब्लिशिंग में इस्तेमाल किए जाने वाले प्राइमरी साफ्टवेयर हैं। उपलब्ध साफ्टवेयर की सूची बहुत बड़ी है जिनमें से कुछ अग्रलिखित हैं-
1. प्रिंटिंग के लिए पेज ले-आउट साफ्टवेयर

  • अडोब इन डिज़ाइन
  • Serif at Page Plus Series
  • कुयार्क एक्सप्रैस Quark Xpress

2. ऑफिस के लिए पेज ले-आऊट साफ्टवेयर

  • माइक्रोसाफ्ट ऑफिस सूट
  • ऐपल आइवर्क सूट

3. ग्राफिक साफ्टवेयर

  • अडोब इलसरेटर (Adobe Illustrator)
  • कोरल ड्रा (Coral Draw)
  • इंकस्केप (Inkscape)

4. फोटो ऐडीटिंग साफ्टवेयर

  • अडोब फोटोशॉप (Adobe Photoshop)
  • कोरल पेंट शॉप प्रो (Corel Paint Shop Pro)

5. वैब डिज़ाइन साफ्टवेयर

  • अडोब ड्रीम वीवर सी सी (Adobe Dreamweaver CC)
  • अडोब मूज़ (Adobe Muse)

वर्ड प्रोसैसिंग और डैस्कटॉप पब्लिशिंग की तुलना डेस्कटॉप पब्लिशिंग एवं वर्ड प्रोसैसर में निम्नलिखित अन्तर हैं-

डेस्कटॉप पब्लिशिंग वर्ड प्रोसेसर
1. डी.टी.पी. का मुख्य उद्देश्य दस्तावेज़ के डिजाइन को ठीक रखना होता है। 1. वर्ड प्रोसेसर का मुख्य उद्देश्य उसमें टैकस्ट की शुद्धता होता है।
2. यह एक ऑब्जैक्ट आधारित साफ्टवेयर है। 2. यह टैकस्ट आधारित ऐडिटर सॉफ्टवेयर है।
3. इसमें पेज ले आऊट पर अधिक ध्यान दिया जाता है। 3. इसमें शब्दों की शुद्धता मुख्य है।
4. हर एक ऑब्जैक्ट अकेले तौर पर संभाला नहीं जाता है। 4. सभी टैक्सट को एक साथ प्रयुक्त किया जाता है।
5. इसमें आब्जैक्ट लचीला होता है। 5. इसमें आब्जैक्ट्स में लचीलापन कम होता है।

WYSIWYG की सुविधा 
WYSIWYG WHAT YOU SEE IS WHAT YOU GET का छोटा रूप है। WYSIWYG वो ऐपलीकेशन है जो डिस्पले स्क्रीन पर डाक्यूमैंट को बिल्कुल उसी तरह दर्शाती है, जिस तरह डाक्यूमैंट प्रिंट हो कर लगता है। WYSIWYG वो प्रणाली है जिसमें कंटैंट (टैक्स्ट और ग्राफिक्स) उसी रूप में ऐडिट किए जाते हैं जिस रूप में वे अंत में बन कर दिखते हैं जैसे कि एक प्रिंटिड डाक्यूमैंट, एक ही वैब पेज या स्लाइड प्रेजनटेशन। WYSIWYG खास रूप से डैस्कटॉप पब्लिशिंग के लिए प्रसिद्ध है।

ग्राफिक्स
साधारण रूप में कंप्यूटर ग्राफिक्स कंप्यूटर स्क्रीन पर प्रदर्शित होने वाली इमेज है। ग्राफिक्स टैक्सट से अलग होता है। इसमें इमेज के साथ नंबर और लेटरज़ (अक्षर) शामिल होते हैं।

कंप्यूटर ग्राफिक्स दो या तीन आयामी (2 या 3 Dimensional) हो सकते हैं। शुरुआती कंप्यूटरों में सिर्फ 2D (2 Dimensional) मोनोक्रोम ग्राफिक्स होते हैं, धीरे-धीरे कंप्यूटरों ने रंगीन इमेज़िज को स्पोर्ट करना शुरू कर दिया। अब ज्यादातर कंप्यूटर लाखों रंगों में ग्राफिक्स प्रदर्शित कर सकते हैं।

  • 2 D (दो आयामी) ग्राफिक्स प्रदर्शित कर सकते हैं।
  • बिटमैप या रास्टर ग्राफिक्स
  • वैक्टर ग्राफिक्स

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1. बिटमैप या रास्टर ग्राफिक्स-जो भी हम ड्रा करते हैं उसकी मात्रा की डिटेल प्रति वर्ग इंच (PSI) पिक्सल की गिनती पर निर्भर करती है। कंप्यूटर को चित्र के बीच में हर एक पिक्सल के बारे में जानकारी स्टोर करनी पड़ती है। इसके लिए बिटमैप ग्राफिक की फाइल का आकार बहुत बड़ा होता है। जब हम एक बिटमैप ग्राफिक का आकार बदलते हैं, तो इसकी गुणवत्ता (Quality) कम हो जाती है।

2. वैक्टर ग्राफिक्स-वैक्टर ग्राफिक्स कंट्रोल प्वाइंटों पर आधारित होते हैं जो लाइनों या कर्वस के द्वारा जुड़े होते हैं, जिनको वैक्टर पाथ या सिर्फ वैक्टर्स कहा जाता है। वैक्टर पाथ को शेप आब्जैक्ट बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। हर एक शेप आब्जैक्ट को अलग ढंग से ऐडिट करना संभव है।

PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 5 डैस्कटॉप पब्लिशिंग

वैक्टर ग्राफिक्स सॉफ्टवेयर में अडोब इलसटरेटर (Adobe Illustrator) और कोरल ड्रा शामिल हैं।
जब एक वैक्टर ग्राफिक्स को फिर से आकार दिया जाता है तो इसकी गुणवत्ता समाप्त नहीं होती। वैक्टर ग्राफिक्स हर एक पिक्सल के बारे में जानकारी स्टोर नहीं करते हैं, इसके लिए फाइल का आकार, इमेज के आकार पर निर्भर नहीं करता है, इसके अलावा यह इस पर निर्भर करता है कि इमेज में किस चीज़ की डिटेल है ?
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मार्जन
हाशिया एक पेज की मुख्य सामग्री और पेज के किनारे के बीच का क्षेत्र है। मार्जन यह परिभाषित करने में सहायता करता है कि टैक्सट की एक लाइन कहां से आरंभ होती है और कहां पर समाप्त होती है। एक पन्ने में टॉप (Top), नीचे (Bottom), बायां (Left) और (Right) दायां मार्जन होता है। डिफाल्ट मार्जन साधारण रूप से हर तरफ एक इंच होता है। जबकि ज़रूरत के आधार पर, मार्जन भिन्न-भिन्न हो सकते हैं। यह मार्जन पन्ने की सामग्री के इर्द-गिर्द एक फ्रेम बनाते हैं ताकि टैक्सट किनारों से बाहर न जाये। डाक्यूमैंट के किनारों पर सफेद स्थान (White Space) पेज को साफ दिखावट देती है और टैक्सट को पढ़ना आसान होता है।
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गटर पोजीशन
एक गटर मार्जन सैटिंग उस डाक्यूमैंट के साइड या टॉप (ऊपर के) मार्जन में अतिरिक्त स्थान को जोड़ती है जिसको हम बाइंड (जिल्द) करने की योजना बनाते हैं। एक गटर मार्जन यह यकीनी बनाने में मदद करता है कि टैक्सट बाइंडिंग करने के समय छुप न जाये।

फौंट
एक फौंट एक खास शैली और आकार में छपने योग्य या दिखने योग्य (डिसप्ले ऐबल) टैक्सट करैक्टर का सैट है या हम कह सकते हैं कि एक फौंट एक खास साइज और शैली का एक टाइप फेस है। एक टाइप फेस एक जैसे डिज़ाइन के अक्षरों का समूह है। इन अक्षरों में अक्षर, नंबर, विराम चिह्न और सिंबल शामिल हैं। कुछ प्रसिद्ध टाइप फेसों में ऐरीयल, हैलेटिका, टाइमज़ और वरदेना शामिल हैं। ‘टाइप फेस’ शब्द को अक्सर फौंट समझ लिया जाता है जो कि टाइप फेस की एक खास आकार और शैली है।

फ्रेमज़
फ्रेम आयताकार क्षेत्र हैं जो कि ग्राफिक्स और टैक्सट इनसर्ट करने के लिए बने होते हैं। यह यूज़र को आब्जैक्टस को पेज के उस स्थान पर रखने की आज्ञा देता है जिस पर वो उसको रखना चाहता है। इन फ्रेमों का आकार और स्थिति, बाऊंडिंग बाक्स का प्रयोग करके बदला जा सकता है। फ्रेमज़ एक पेज के डिज़ाइन के पूरे नियंत्रण की आज्ञा देते हैं। फ्रेम आयताकार, ओवल (Oval) या (Polygon) पोलीगॉन हो सकते हैं। पोलीगॉन फ्रेम को किसी भी आकार में बदला जा सकता है। फ्रेम में टैक्सट या ग्राफिक हो सकता है या फिर यह खाली हो सकते हैं।

प्रिंटर-
एक प्रिंटर एक बाहरी (External) आउटपुट यंत्र है जो कंप्यूटर से डाटा लेता है और पेपर पर ग्राफिक्स या टैक्सट के रूप में आउटपुट तैयार करता है। प्रिंटर की दो किस्में हैं –
1. इम्पैक्ट प्रिंटर (Impact Printers)
2. नॉन-इम्पैक्ट प्रिंटर (Non-Impact Printers)

इम्पैक्ट प्रिंटर
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एक इम्पैक्ट प्रिंटर में एक हैड होता है, जिसमें पिन लगी होती है जिसके प्रयोग से यह पेपर के साथ संपर्क बनाता है। इसमें साधारण रूप में पिनज़ को रिबन और स्ट्राइक करके कागज़ पर तस्वीरें या टैक्सट को प्रिंट किया जाता है। इमपैक्ट प्रिंटर की कुछ उदाहरणे निम्नलिखित हैं –
1. डॉट मैटरिक्स प्रिंटर-डॉट मैटरिक्स प्रिंटर 9 से 24 पिन वाला प्रिंटर होता है। एक 24 पिन वाला प्रिंटर एक 9 पिन वाले डॉट मैटरिक्स के मुकाबले ज्यादा डॉटस छापता है, जिसके परिणामस्वरूप बहुत बढ़िया क्वालिटी और स्पष्ट अक्षर छपते हैं। पिन अलग रूप से रिबन पर स्ट्राइक करते हैं। यूजर डॉट-मैटरिक्स प्रिंटर से रंगीन आउटपुट भी ले सकते हैं। डॉट-मैटरिक्स प्रिंटर सस्ते होते हैं और साधारण रूप में प्रति सैकिंड 100-600 अक्षरों की स्पीड पर प्रिंट करते हैं।
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2. डेज़ी वील प्रिंटर-इसको डेजी वील प्रिंटर इसलिए कहा जाता है क्योंकि प्रिंटिंग प्रणाली डेज़ी (एक लंबा फूलों वाला पौधा) की तरह लगती है। हर एक पैटल के आखिर में एक पूरी तरह तैयार अक्षर होता है, जो ठोस लाइन प्रिंट करता है। एक हैमर जब इस अक्षर वाले पैटल जो रिबन के सामने है पर टकराता है तो अक्षर पेपर पर छप जाता है। इसकी गति धीमी होती है और यह ज्यादातर 25-25 अक्षर प्रति सैकिंड ही प्रिंट कर सकता है।
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3. लाइन प्रिंटर-ये प्रिंटर एक खास प्रणाली का प्रयोग करते हैं जो कि एक समय पर पूरी लाइन प्रिंट करते हैं। यह साधारण रूप में 1200 से 6000 लाइनें प्रति मिनट प्रिंट कर सकते हैं। ड्रम (Drum), चेन (Chain) और बैंड (Band) प्रिंटरज़ “Line-at-a-time” प्रिंटर हैं।

PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 5 डैस्कटॉप पब्लिशिंग

नॉन-इम्पैक्ट प्रिंटर
नॉन-इम्पैक्ट प्रिंटर कागज़ पर प्रिंट करने के लिए स्ट्राइकिंग डिवाइस का प्रयोग नहीं करते क्योंकि इन प्रिंटरों में हैमर पेपर पर नहीं बजता, इसलिए यह बहुत शांत काम करते हैं। नीचे कुछ नॉन-इम्पैक्ट प्रिंटर दिए गए हैं –
1. इंक जैट प्रिंटरर्ज-इंक जैट प्रिंटरज़ उसी तरह काम करते हैं जिस तरह डाट-मैटरिक्स छोटे डॉटस के साथ तस्वीरें और अक्षर बनाते हैं। पर यह डॉटस स्याही की छोटी बूंदों से बनते हैं। इंक-जैट प्रिंटर एक छोटी नोजल के साथ पेपर पर स्याही स्प्रे करता है और इलैक्ट्रिक फील्ड के माध्यम से 250 अक्षर प्रति सैकिंड के हिसाब से इन चार्ज हुई स्याही की बूंदों को अक्षरों की शक्ल में बदल देता है। स्याही पेपर द्वारा सोख ली जाती है और तुरंत सूख जाती है।

इसमें कई रंगों की स्याही का प्रयोग किया जा सकता प्रिंट हैड में लगी एक से ज्यादा नोज़लें स्याही की निरंतर धाराएं छोड़ती हैं। नोजल से छोड़ने के बाद स्याही को बिजली से चार्ज किया जाता है। फिर बूंदों को बिजली से चार्ज किए प्लेट का इस्तेमाल करके कागज़ की तरफ भेजा जाता है। टैक्सट को प्रिंट करने के लिए काली स्याही वाली नोजल सबसे ज़रूरी हो सकती है। पर फुल कलर्ड प्रिंटिंग वाला टैक्सट प्रिंट करने के लिए स्यान (Cyan) मेसेंटा (Magenta) और पीले (Yellow) प्राइमरी रंगों की नोजल जोड़ी जा सकती है।
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2. लेज़र प्रिंटर-लेज़र प्रिंटर, एक लेज़र बीम को एक मिरर (दर्पण) पर निर्देशित करते हैं जो बीम को आगे ड्रम पर भेजता है, जिसकी मदद से पेपर पर इमेज बनाते हैं। ड्रम में एक विशेष परत होती है, जिसमें टोनर (एक स्याही पाउडर) चिपक जाता है। छोटे बिंदुओं के नमूने का इस्तेमाल करते हुए, एक लेज़र बीम कंप्यूटर से जानकारी लेकर पाजीटिव चार्ज वाले ड्रम तक पहुंचा कर उसको न्यूटरलाइजड (Neutralized) करता है। फिर ड्रम का वो स्थान न्यूटरलाइजड हो जाता है और टोनर अलग हो जाता है जैसे ही ड्रम के द्वारा पेपर घूमता है, टोनर को कागज पर अक्षर या अन्य ग्राफिक्स छापने के लिए भेज दिया जाता है। एक गर्म रोलर टोनर को पेपर पर चिपका देता है।
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PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 4 वैब डिवैल्पमैंट

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PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 4 वैब डिवैल्पमैंट

जान पहचान
एक वैबसाइट को डिज़ाइन करने के लिए चार भागों में बांटा जा सकता है। जो हैं –

  • वैबसाइट का उद्देश्य
  • दर्शकों के लिए डिज़ाइन
  • कार्य रणनीति
  • विषय-वस्तु का विकास।

इस प्रकार वैबसाइट लांच करने के लिए विभिन्न पग होते हैं जैसे कि

  1. डोमेन नेम का चुनाव
  2. डोमेन नेम रजिस्ट्रेशन
  3. सर्वर का चुनाव
  4. वैबसाइट की जांच।

साईट की योजनाबन्दी
योजनाबद्ध तरीके से बनाई गई वैबसाईट प्रभावशाली होती है। कोई भी वैबसाईट बनाने से पहले उसकी योजना बना लेनी चाहिए। अगर योजना से काम करोगे तो उद्देश्य की पूर्ति होगी। वैबसाईटों के द्वारा हम संचार करवाते हैं। योजना बनाते समय फैसला होता है कि हम क्या कुछ संचार करवाना चाहते हैं और किस तरीके द्वारा। वैबसाईट के डिज़ाइन समय सब से पहली बात है। वैबसाईट का टीचा या उद्देश्य (Goal)। वैबसाईट का निर्माण हमेशा उस के टीचे को मुख्य रखकर ही करना चाहिए।

साईट का उद्देश्य (The Goal of The Site)-
साईट का कोई विशेष उद्देश्य या मनोरथ होना चाहिए। साईट का उद्देश्य हमें बताता है कि हमें इस में क्या कुछ डालना है। आप विस्तारपूर्वक और सजावट वाली साईट तैयार कर सकते हो पर शर्त यह है कि वो उदाहरण की पूर्ति ज़रूर करती हो।

PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 4 वैब डिवैल्पमैंट

कोई भी साइट बनाते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान ज़रूर रखें –

  • संस्था का उद्देश्य।
  • आपकी साइट के 2-3 महत्त्वपूर्ण उद्देश्य।
  • उद्देश्य की पूर्ति के लिए साइट तैयार करने का तरीका।
  • उद्देश्य की प्राप्ति के लिए कार्यनीति।
  • साइट की तैयारी का समय।
  • साइट को अपडेट करने का समय।

दर्शकों के लिए डिज़ाइनिंग (Designing for the Audience)-
साईट का मनोरथ स्पष्ट करने के बाद अगला काम है यह जानना कि आपकी साईट के दर्शक कौनसे होंगे ? किस किस्म के लोग आपकी साईट की यात्रा करेंगे ?

कार्य नीति (Strategy)
जब आप फैसला कर लेते हो तो आपको कार्यनीति के बारे में सोचना पड़ेगा। उद्देश्य की प्राप्ति के लिए किये जाने वाले कार्यों के तरीके को कार्य नीति कहा जाता है।

विषय वस्तु (Contents)
उपरोक्त सभी कामों के बाद ………….. आती है साईट का विषय वस्तु बनाने की। साईट का विषय वस्तु दर्शकों को महत्त्वपूर्ण जानकारी प्रदान करवाता है। विषय वस्तु सही स्थान पर हो और अच्छे तरीके से व्यवस्थित किया हो। अगर साईट में लिंकस क्रमवार नज़र आयें तो ढूंढ़ने आसान हो जाते हैं।

वैब को अमल में लाने के लिए निर्देश (Web Implementation Guidelines)
साईट की सम्पूर्ण योजना बनाने और सूचनाओं या लिंकस के सम्बन्ध में फैसला करने के बाद इस को इंप्लीमैंट अर्थात् अमल में लाने के बारे में सोचा जाता है। इस में डोमेन नेम का चुनाव, डोमेन रजिस्टर करवाना, सरवर का चुनाव और साईट का प्रबन्ध आदि गतिविधियां शामिल होती हैं।

डोमेन नेम का चुनाव (Choosing Domain Name)
डोमेन नेम आपकी साईट का एडरैस होता है। जो कि सरवर के एडरैस की सूची में शामिल होता है।

डोमेन नेम रजिस्टर करना (Registering Domain Name)
डोमेन नेम के बारे में फैसला करने के बाद डोमेन नेम रजिस्टर करवाया जाता है। आप अपनी साईट को सरविस प्रोवाईडर के द्वारा रजिस्टर करवा सकते हो।

सरवर का चुनाव (Choosing a Server)
साईट को अमल में लाने का एक ज़रूरी कार्य है सरवर का चुनाव। यहां सरवर का चुनाव बहुत महत्ता रखता है। सरवर जहां आपकी साईट ने स्थायी रूप में रहना है। आप अपना सरवर खरीद सकते हो या फिर किराए पर भी ले सकते हो।

वैब पेज की व्यवस्था (Organizing Web page)
वैबसाईट का पेज़ अच्छे ढंग से व्यवस्थित होना चाहिए। वैब पेज़ की विवस्था ऐसी हो कि यह साईट को बराबर दिख प्रदान करे। पेज़ की व्यवस्था समय पेज़ की लंबाई एक महत्त्वपूर्ण नुकता है।

  • वैब पेज़ दो सक्रीन्ज से लंबा नहीं होना चाहिए।
  • अगर लंबा पेज़ इस्तेमाल करना चाहते हो तो बुकमार्क के द्वारा अंदरूनी लिंक स्थापित करें।
  • अगर आपका डाक्यूमैंट एक स्क्रीन से बड़ा है तो पहले दर्शकों को सिर्फ कुछ भाग ही दिखायें। दर्शकों द्वारा मांग करने के बाद ही बाकी हिस्सा दिखाया जाये।

दिख (Look)
वैब पेज़ अच्छी दिख वाला हो तो किसी का पढ़ने को मन करेगा। अच्छी दिख के लिए वैब पेज़ में आवश्यकतानुसार लिंक, ग्राफिक, एनीमेशन, साऊंड और वीडियो कलिप शामिल होने चाहिए।

कोड वैलीडेट करना
इसमें अपनी बैवसाइट के कोड को परखा जाता है कि वह सही है तथा दर्शकों की जरूरत के अनुसार है।

दिख ऑफ लाईन टैस्टिंग (Offline Testing)
वैबसाइट के सभी पेजिज़ डिज़ाइन करने के बाद इसको ब्राओज़र पर टैस्ट किया जाता है। इस टैस्ट के लिए इंटरनैट की ज़रूरत नहीं पड़ती। इसी कारण इसको ऑफ लाइन टैस्ट कहा जाता है।

साइट को अपलोड करना (Uploading the Site)
साइट को इंटरनैट पर सभी के लिए प्रदान करवाने के लिए अपलोड किया जाता है। आपके वैब पन्नों को होस्ट तक भेजने के लिए फाइल ट्रांसफर प्रोटोकॉल (FTP) कलाइंट की ज़रूरत पड़ती है।

ऑन-लाइन टैरिंटग (Online Testing)
जब आपकी साइट अपलोड हो जाती है तो अगला सटैप इसको ऑनलाइन टैस्ट करना है।

सर्च इंजन ऑपटीमाइजेशन
मैटा और ALT टैगज़ का इस्तेमाल यह यकीनी बनाने के लिए किया जाता है वैबसाइट यूजर की तरफ से सर्च किए जाने वाले कीवर्ड को सही दर्शाती है और वैबसाइट पर सर्च करने से संबंधित कन्टेंट को भी दिखाती है। इस तरह करने से यूजर्स की दिलचस्पी बढ़ेगी और आपकी वैबसाइट पर और विजिट्स होंगी। ALT टैगस केवल आपकी वैबसाइट पर तस्वीरों पर जाने के लिए एक लिखित ब्यौरा है और इसके लिए उन्हें सर्च इंजन और यूज़र्स को बताना ज़रूरी है कि आपकी वैबसाइटों पर कैसी तस्वीरें हैं।

वैबसाइट ऐनालिटिकिस इनस्टाल करना
अपनी वैबसाइट की सफलता और मौजूदा स्थिति का पता लगाने के लिए वैबसाइट विश्लेषण स्थापित करें। इसके साथ आप निरीक्षण करने के योग्य होंगे वो आपकी वैबसाइट पर मिलने वाली मुलाकातों की गिनती विज़िटरों के रहने वाले समय की गिनती हर एक विज़टर के पेज़ व्यूज़ की औसत गिनती और कई अन्य उपयोगी आंकड़े शामिल हैं। ऐसे सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करने के लिए हम अपनी वैबसाइट पर प्रभाव बढ़ाने और व्यवस्था करने के योग्य होंगे।

PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 4 वैब डिवैल्पमैंट

वैबसाइट को पब्लिश करने के लिए कुछ अहम पहलू-
सर्च इंजन ऑपटीमाइजेशन (SEO)
सर्च इंजन ऑपटीमाइजेशन एक सर्च इंजन के खोज के नतीजों के वैब पेज़ में उच्च दर्जाबंदी प्लेसमैंट प्राप्त करके वैब साइट को आने वाले लोगों की संख्या बढ़ाने के लिए प्रयोग में लाने वाली रणनीति, तकनीकों आदि की एक कार्य-प्रणाली है जिसमें शामिल सर्च इंजन हैं-Google, Bing, Yahoo. एस०ई०ओ० यह यकीनी बनाने में सहायता करता है कि किसी को खोज इंजन के लिए पहुँच योग्य बनाया जाये और संभावनाओं को सुधारा जाये कि साइट सर्च इंजन द्वारा ढूंढ़ ली जायेगी।

सोशल मीडिया मार्केटिंग
इंटरनेट मार्केटिंग का एक रूप है जो सोशल नेटवर्किंग वैबसाइट को एक मार्केटिंग टूल के रूप में उपयोग करती है। एस०एम०एम० का उद्देश्य वह सामग्री तैयार करना है जो उपभोक्ता अपने सोशल नैटवर्क्स से शेयर करेंगे ताकि कंपनी की ब्रांड ऐक्सपोज़र बढ़ाने और ग्राहकों की पहुँच को बढ़ाने में मदद की जा सके। SMM के मुख्य भागों में एक सोशल मीडिया ऑपटीमाइजेशन है। एस०एम०ओ० एक वैबसाइट में नये और विलक्षण विजिट्स को खींचने के लिए एक रणनीति है। एम०एम०ओ० को दो ढंगों से किया जा सकता है। एस०एम०एम० कंपनी को ग्राहकों (और संभावी ग्राहकों) को सीधी फीडबैक प्राप्त करने में मदद करती है, जो कि कंपनी को ज्यादा पर्सनेबल बनाती है। एस०एम०एम०, ट्विटर, फेसबुक, माई स्पेस, लिंकडइन और यू ट्यूब जैसी वैबसाइटों की बढ़ती प्रसिद्धि से ज्यादा आम हो गई।

वैबसाइट को पब्लिश करने के समय कुछ महत्त्वपूर्ण दिशा निर्देश या चैक लिस्ट पेज कन्टेंट

  • स्पैलिंग और ग्रामर (व्याकरण), पैराग्राफ हैडर, सूची और अन्य फारमैटिंग सही होने चाहिए।
  • कंपनी के संपर्क विवरण पूरे वैबसाइट पर सही होने चाहिए।
  • इमेज़ (चित्र) और ऑडियो और वीडियो सही जगह पर फारमैट किए हों और सभी डिवाइसिस पर काम करते होने चाहिए।

डिजाइन
यह यकीनी बनाने के लिए ज़रूरी कदम उठायें कि साइट डिज़ाइन पिक्सल परफैक्ट हो। अगर आपके पास एक जवाब देह वैबसाइट है, तो आपको सभी डिवाइसिस में डिज़ाइन की जाँच करने की आवश्यकता है। आपकी साइट को दफ्तर के डैस्कटॉप पर ही नहीं बल्कि लैपटॉप, टैबलेट और मोबाइल फोन पर बढ़िया दिखनी चाहिए।

कार्यशीलता
वैबसाइट पर सभी भिन्न-भिन्न विशेषताओं की जांच करने और प्रमाणित करने के लिए कुछ समय लें। लीड जनरेशन फार्म के रूप में, सोशल शेयरिंग, अपनी वैबसाइट पर पूरी तरह करने चाहिए। जैसे कि

  • फार्म को पेश करने के बाद आपका धन्यवाद संदेश या पेज डिस्पले।
  • कंपनी का लोगो होमपेज़ से जुड़ा हुआ है।
  • साइट पेज़ों के लिए लोड समय ऑप्टीमाइज़ड किया गया है।

एस0टी0ओ0
यह यकीनी बनाने के लिए कुछ समय लें कि आपकी वैबसाइट को एस०टी०ओ०, की सफलता के लिए एक ठोस आधार प्रदान किया गया है। साइट आरकीटैक्चर और कन्टैंट के वर्जनों से मैटा डैटा तक कोई भी कसर न छोड़ें जैसे कि –

  • वैब पेजों के विलक्षण पेज़ टाइटल होते हैं। (70 करैक्टर से कम, की-वर्डज भी शामिल हैं)
  • वैब पेज़ के पास की वर्डज़ हैं। (10 से कम, सभी शब्द पेज़ कापी में दिखाई देते हैं।
  • स्पैलिंग और व्याकरण सभी जानकारी में सही हैं।
  • ALT टैग को हर एक चित्र में जोड़ा गया है।

सुरक्षा (Security) और बैकअप
हम डाटा नष्ट होने से रोकते हैं और साइट की सुरक्षा और नियमित बैकअप स्थापित करके मालवेयर और अन्य नुकसानों से बचा सकते हैं। जैसे कि-
1. 24×7 निगरानी स्क्रिप्ट इंस्टाल किए जाने चाहिए।
2. बैकअप उद्देश्यों के लिए फाइनल वैबसाइट की एक कापी की गई है।
3. वैबसाइट की चल रही कापियाँ नियमित आधार पर बनाई और स्टोर की जा रही हैं।
4. पासवर्ड और अन्य वैबसाइट कैडेसीयल एक सुरक्षित डाटाबेस में स्टोर किए जाते हैं।

PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 4 वैब डिवैल्पमैंट

अनुकूलता-
अंत में, यकीनी बनाये कि आपकी वैबसाइट किसी भी लागू कानून और नियमों की पालना करती है। इंटरनैट कानून की पालना ज़रूरी है और हर एक इंडस्टर के अपने नियमों का सैट होता है। यहाँ कुछ नियम हैं, जिनके बारे में आपको पता होना चाहिए।

  • वैब पेज़ डिस्सेबलटी वाले उपभोक्ताओं के लिए विसिटर्ज जिटरज को दिखाई दे रही है।
  • नियम तथा प्राईवेसी पॉलिसी दर्शकों को दिखाई दे रही है।

PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 3 एच०टी०एम०एल०-I

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PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 3 एच०टी०एम०एल०-I

जान पहचान
HTML में बाहरी पेज, मीडिया आदि से जुड़ने के लिए कई प्रकार के विकल्प उपलब्ध होते हैं।

हाईपरलिंकिंग लिंक करना HTML की महत्त्वपूर्ण विशेषता है। इस विशेषता के साथ हम किसी और दस्तावेज़ के साथ टैक्सट या चित्र को जोड़ सकते हैं। लिंक को हाईपर टैक्सट लिंक या हाईपरलिंक भी कहा जाता है। ब्राऊज़र नीले रंग में हाईपरलिंक को दर्शाता है और इसके नीचे रेखा खींचता है। लिंकिंग का मतलब है कि एक-दूसरे पन्ने के साथ मल्टीपल वैब पेज़ों को जोड़ना।

हर एक वैबसाइट के पास अलग-अलग जानकारी से जुड़े कई वैब पेज़ होते हैं। HTML लिंकिंग को HYPERLINK से परिभाषित किया गया है। यह वैब पेज़ों के बीच लिंकिंग करता है। असल में लिंक को दो हिस्सों में परिभाषित किया गया है, जैसे कि

  • अंदरूनी (Intermal) लिंक (जो उसे वैबसाइट के साथ परिभाषित किए जाते हैं) और
  • बाहरी (External) लिंक (वो लिंक जो वैबसाइट से बाहर परिभाषित किए जाते हैं।) टैक्सट या इमेज को किसी वैब पेज़ में हाईपरलिंक के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है।

एंकर टैग <a>
ऐंकर टैग <a> किसी वैब पेज़ पर एक लिंक बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह <a> टैग से शुरू होता है और </a> से बंद होता है। ऐंकर टैग की सबसे महत्त्वपूर्ण ऐट्रीब्यूट href है, जो लिंक के डैस्टीनेशन के बारे में संकेत करती है|

Href यूज़र को उसकी ज़रूरत के अनुसार लिंक के संबंध को परिभाषित करता है। यह विजिट किए जाने वाले वैब पेज़ का यू० आर० एल० प्रदान करता है। यह विज़िट किये जाने वाले HTML पेज़ का एडरैस परिभाषित करता है।

एक अनविज़टिड लिंक (जिसके ऊपर क्लिक न किया हो) अंडरलाइन और नीले रंग का होता है। एक विज़िट (जिस ऊपर क्लिक किया हो) किए हुए लिंक के नीचे रेखा खींची जाती है और इसका रंग जामुनी होता है। एक ऐक्टिव लिंक अंडरलाइन होता है और उसका रंग लाल होता है।

लिंक की किस्में
1. एक वैब पेज़ में परिभाषित किए गए लिंक जब एक लिंक को वैब पेज़ में परिभाषित किया जाता है, तो हमें ऐंकर टैग के साथ परिभाषित करने के लिए दो भागों की ज़रूरत होती है-

  • “HREF” वैब पेज़ के दिए गए हिस्से के लिए लिंक को परिभाषित करता है।
  • “NAME” उस लिंक का हवाला देता है जिसका अर्थ है कि यह लिंक करने वाले भाग को परिभाषित करता है।

यहाँ name ऐट्रीब्यूट यूज़र को उसी पेज पर एक लिंक बनाने की आज्ञा देता है। यह लिंक name को परिभाषित करता है जिसके द्वारा एक ही पेज़ पर लिंक की पहचान की जाती है और हाईपरलिंक की जाती है।

2. एक्सटर्नल (External) लिंक-वैबसाइट के बाहर परिभाषित लिंक को बाहरी लिंक के तौर पर जाना जाता है। यह लिंक वैब साइट के संपूर्ण और सही एडरैस के साथ परिभाषित किए जाते हैं। जब यूज़र इन लिंकों पर क्लिक करता है तो उसको वैब ब्राऊज़र की सहायता से लिंक में दिये ऋपर भेजा जाता है।

एक हाईपरलिंक के रूप में इमेज़ को लिंक करना :
हम इमेज़ पर हाईपरलिंक को भी परिभाषित कर सकते हैं। इसके लिए <img> टैग को <a> </a> टैग के बीच रखना होता है। जैसे
<a> Href = ‘google.com’
<img src = “google.jpg”>
</a>

ई-मेल के साथ लिंक करना :
ई-मेल के साथ लिंक करना :
हम ऐंकर टैग के साथ किसी ई-मेल पते को लिंक कर सकते हैं। इसके साथ एक यूज़र लिंक पर क्लिक करने के बाद डिज़ाइनर को ई-मेल भेजा जा सकता है।
एक ई-मेल के साथ लिंक करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला कोड इस प्रकार है
<A HREF = mail to : xyz@rediffmail.com>emailme</A>

फार्म
फार्म एच० टी० एम० एल० पेज का एक हिस्सा है जिसमें वे क्षेत्र शामिल होते हैं जहाँ रीडर WEBSITE या वैब पेज़ के प्रकाशकों को वापिस भेजी जाने वाली जानकारी दर्ज कर सकते हैं। यह एक कंटेनर है जिसमें अन्य फार्म ऐलीमैंट्स जैसे कि टैक्सट बॉक्स, रेडियो बटन, लिस्ट बॉक्स आदि होते हैं। एक फार्म में जानकारी को फीड करने के उद्देश्य को पूरा करने के लिए हर एक फार्म में action और method ऐट्रीब्यूट को शामिल करना पड़ता है।

Action-ऐट्रीब्यूट यह बताती है कि जब फार्म को सबमिट किया जाता है तो फार्म को कहाँ भेजना है। सबमिट बटन प्रेस करने के बाद किसी किस्म की प्रोसैसिंग न होने पर फार्म बेकार हो जाता है। Action ऐट्रीब्यूट का इस्तेमाल एक बार सबमिट बटन प्रेस करने के बाद ब्राऊज़र को यह सचित करने के लिए किया जाता है कि कौन से पेश (या सक्रिप्ट) को काल करना है। यह सबमिट होने के बाद फार्म डाटा को URL निश्चित करता है।

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Method-Method ऐट्रीब्यूट उस तरीके को परिभाषित करती है जिसके द्वारा यूज़र की सूचना फार्म में ऐंटर की जाती है और जिसको वैबसाइट सर्वर पर भेजा और स्टोर किया जाता है। अग्र तरीकों के द्वारा यह जानकारी भेजी जा सकती है –

Get Method-यह ढंग यूज़र के द्वारा URL पाथ को इस्तेमाल करके फीड डाटा को एनकोड करने और सर्वर को भेजने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। लिमिटिड डाटा सर्वर पर भेजा जा सकता है। इसके पैरामीटर ब्राऊज़र की हिस्ट्री में रहते हैं।

Post Method-इस ढंग का इस्तेमाल यू० आर० एल० को बिना दखल दिए सर्वर पर डाटा स्टोर करने के लिए किया जाता है और वैबसाइट Form को GET विधि के द्वारा सर्वर को भेजने के लिए अधिक सुरक्षित है। डाटा भेजने पर कोई पाबंदी नहीं होती। इसके मापदंड ब्राऊज़र की हिस्ट्री में नहीं हैं।

फार्म तैयार करना
हर एक फार्म <Form> टैग से शुरू होना चाहिए, जो html डाक्यूमैंट में कहीं भी स्थित होता है और </Form> से समाप्त होता है।

टैक्सट इनपुट
यह एक किस्म की फार्म कंट्रोल है और इसको यूज़र के द्वारा एक फार्म के अंदर एक खास जानकारी पूछने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह <input> element type के इस्तेमाल करता है। Type एक ऐट्रीब्यूट है जो कि इनपुट ऐलीमैंट में नियंत्रण की किस्म को निर्धारित करने के लिए प्रयोग किया जाता है जोकि यूज़र फार्म में इस्तेमाल करना चाहता है।

टैक्सट एरिया
यह एक कंटेनर टैग है और एक सिंगल इनपुट आइटम में टैक्सट की बहुत सारी लाइनों को दाखिल करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसके दो ऐट्रीब्यूट्स हैं जो कि ROWS और COLS हैं। ROWS टैक्सट एरिया में परिभाषित की रोअज़ की संख्या को परिभाषित करती है और COLS टैक्सट एरिया में इस्तेमाल किये गए कॉलमों की संख्या को परिभाषित करती है। अगर यूज़र कुछ डिफॉल्ट टैक्सट को परिभाषित करना चाहता है तो वह टैक्सट एरिया के ओपनिंग और क्लोजिंग टैगस के अंदर परिभाषित कर सकता है।

उदाहरण-<text area name = “Comment’ rows = “3” Cols = “10”> This is Text Area </text area>
Rows, Cols ऐट्रीब्यूट्स, इनपुट बॉक्स में फिट होने वाली रोअज़ और रोयज़ की संख्या को कंट्रोल करती है।
टैक्सट एरिया बॉक्स में एक स्क्रोल बार होता है। जबकि, यूजर डिस्पले क्षेत्र में फिट होने से ज्यादा टैक्सट दर्ज कर सकता है।

चैक बाक्सिज़
सबसे आसान इनपुट टाइप एक चैक बॉक्स है, जो कि एक छोटे से वर्ग के रूप में दिखाई देता है जिसको यूज़र इस पर क्लिक करने के बाद सिलैक्ट या डी-सिलैक्ट कर सकता है। यह साधारण रूप में एक समूह में जानकारी को चुनने और उसे साझा करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह HTML के <INPUT> ऐलीमैंट में इस्तेमाल किया जाता है। उदाहरण <input type = “checkbox” name = “baby”> baby grand piano
<input type = “checkbox” name = “mini’> mini piano stool

हम ऐस पर क्लिक करने के बाद किसी भी आप्शन या दोनों को देख सकते हैं। आप किसी एक ऑप्शन या दोनों को ही क्लिक करने के बाद चैक भी कर सकते हो। यह कुछ अतिरिक्त ऐट्रीब्यूट्स को स्पोर्ट भी करता है।

रेडियो बटन
रेडियो बटन, वे बटन हैं जहाँ एक समय सिर्फ एक ही चुनाव किया जा सकता है और चैक बॉक्स की तरह लागू करने में लगभग सरल है। यह html के <input> ऐलीमैंट में इस्तेमाल किया जाता है। यूज़र को हर एक रेडियो बटन को यहाँ <name> ऐट्रीब्यूट देना चाहिए और <type> ऐट्रीब्यूट में परिभाषित की गई कीमत radio होती है। type = “radio” टाइप करें और हर एक ऑप्शन के लिए उसका अपना इनपुट टैग दें पर ग्रुप के सभी रेडियो बटन के लिए एक ही नाम का प्रयोग करें।

सिलैक्शन लिस्ट
इस आप्शन में यूज़र एक लिस्ट में से सिंगल या बहुत सारी ऑप्शनों को चुन सकता है। इस ऑप्शन में मल्टीपल इनपुट उपलब्ध होते हैं पर कुछ ऑप्शन एक समय पर प्रदर्शित किए जा सकते हैं। स्कोलिंग लिस्ट और पुल-डाउन पिक सूचियाँ <select> tag बनाई जाती हैं। आप इस टैग को <option> टैग के साथ इस्तेमाल कर सकते हो।

टैग के ऐट्रीब्यूट्स-साइज यहाँ Size ऐट्रीब्यूट यह निर्धारित करता है कि सिलैक्शन लिस्टों पर एक बार कितनी चीजों को दिखाया जाता है। अगर Size = “2” पीछे के कोड में प्रयोग किया गया था, तो सिर्फ पहले दो विकल्प नज़र आयेंगे और एक स्करोल बार सूची के आगे दिखाई देगा ताकि यूज़र तीसरे चुनाव को देखने के लिए नीचे स्करोल कर सके।

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Value-यह वह वैल्यू है जिसको वापिस वैबसाइट को देना पड़ेगा और ऑप्शन टैग में परिभाषित किया जाना चाहिए।
Selected-जब यह विकल्प प्रयोग किया जाता है तो दिए गए विकल्प को पहले ही चुन लिया जायेगा।

बटन्ज़
बटनों को दिए गए वैब पेज़ पर कुछ कार्यवाही करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
1. सबमिट-हर फार्म में एक ऐसा बटन शामिल होना चाहिए जो डाटा फार्म सर्वर को भेजता है। आप इस बटन पर कोई भी लेवल लगा सकते हो। इसके दो ऐट्रीब्यूट्स यह हैं। Type जिसकी सबमिट किए जाने वाली कीमत होती है और value ऐट्रीब्यूट जो कि सबमिट बटन का नाम परिभाषित करता है। इसको बटन पर प्रदर्शित किया जा सकता है।

2. RESET बटन-आप एक और बटन भी शामिल कर सकते हो जो फार्म की सभी ऐंट्री clear कर देता है ताकि यूज़र गलती होने पर या अपना विचार बदलने पर दोबारा शुरू कर सके। इसके दो ऐट्रीब्यूट हैं, यह हैं <type>, जिसमें reset वैल्यू और value ऐट्रीब्यूट है, जोकि रीसैट बटन का नाम, परिभाषित करता है और जो बटन पर दिखाया जा सकता है।

फ्रेम्ज़
फ्रेम टेबल के जैसे होते हैं जो यूज़र को टैक्सट और ग्राफिक्स को रोअज़ और कॉलम में व्यवस्थित करने की आज्ञा देते हैं। किसी भी फ्रेम में वे लिंक शामिल हो सकते हैं जो दूसरे फ्रेमों के कन्टेंट को बदल सकते हैं।
फ्रेम सैट (Frame Set)-एक फ्रेम ब्राऊज़र विंडो के अंदर एक आयताकार क्षेत्र होता है जो एक वैब पेज़ को दूसरे फ्रेम के दूसरे पन्नों के साथ प्रदर्शित करते हैं।

HTML में मल्टीमीडिया
<Marquee> इस टैग को टैक्सट को वैब पेज़ पर मूव (गतिमान) करने के लिए प्रयोग किया जाता है। यह एक कंटेनर टैग है। इस टैग में कुछ ऐट्रीब्यूट हैं जो साधारण रूप में इस्तेमाल किए जाते हैं। इनको टेबल में परिभाषित किया गया है।

ऐट्रीब्यूट का नाम काम
BGCOLOR यह ऐट्रीब्यूट टैक्सट के लिए बैक ग्राउंड रंग परिभाषित करता है।
DIRECTION यह ऐट्रीब्यूट टैक्सट की दिशा जैसे कि right, left, up, down परिभाषित करता है।
HEIGHT यह ऐट्रीब्यूट टैक्सट की ऊँचाई को पिक्सल (Pixel) में परिभाषित करता है।
WIDTH यह ऐट्रीब्यूट टैक्सट की चौड़ाई को पिक्सल में परिभाषित करता है।
BEHAVIOUR यह ऐट्रीब्यूट टैक्सट की स्क्रोलिंग को परिभाषित करता है अगर टैक्सट की तीन वैल्यू हो तो –

  • उसको इनफाइनेटली स्क्रोल करता है।
  • अलटरनेट होने पर टैक्सट को बायें फिर दायें की तरफ मूव करता है।
  • स्लाइड होने पर टैक्सट को वैब पेज़ पर बायें या दायें की तरफ लेकर जाता है।

HTML में ऑडियो/वीडियो फाइलों को जोड़ना
यूज़र ऐंकर टैग के द्वारा ऑडियो/वीडियो फाइल को एच० टी० एम० एल० प्रोग्राम में जोड़ सकते हैं जैसे कि हमने html टैग के साथ फाइल को लिंक करने के लिए इस टैग का उपयोग किया है। हमें HREF ऐट्रीब्यूट में ऑडियो/वीडियो के पाथ को परिभाषित करना होगा। जब भी यूज़र दिए गए लिंक पर क्लिक करेगा तो फाइल यूज़र के सिस्टम पर डाउनलोड हो जायेगी और संबंधित सॉफ्टवेयर, पर प्ले की जा सकेगी।

कैसकाडिंग स्टाइल शीट्स
स्टाइल शीट्स, कैसकाडिंग स्टाइल शीट्स और CSS का मतलब एक ही चीज़ है और यह हमारे वैब पेज़ के डिजाइन और ले-आऊट को परिभाषित करने का आधुनिक तरीका है। यह प्रोग्रामर को बहुत सारे वैब पेज़ों की एक ही ढंग से भौतिक दिखावट को सैट करने की इजाजत देता है जिसमें उसका रंग, फौंट, फौंट साइज़ आदि शामिल हैं। यूज़र को हर एक वैब पेज़ के लिए स्टाइल सैट करने की ज़रूरत नहीं है।
स्टाइल-एक Style दो हिस्सों से परिभाषित किया जाता है। एक या एक से ज़्यादा सिलैक्टर और एक या एक से ज्यादा डिकलेयरेशन्ज़ जिसको (कर्ली ब्रैक्टों) में बंद किया जाता है।

हर एक declaration की एक प्रापर्टी (Property) होती है जैसे कि value; pair सिनटैक्स : Selector {property : value;}
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1. इनलाइन स्टाइल्ज-इनलाइन स्टाइल वह स्टाइल है जो सीधा HTML दस्तावेज़ में टैग लिखे जाते हैं। इनलाइन स्टाइल शीट उस हालत में इस्तेमाल की जानी चाहिए जहाँ पेज़/साइट पर किसी विशेष स्टाइल को दोहराया नहीं जाता। इनलाइन स्टाइल केवल खास टैग को प्रभावित करते हैं, जिन पर इनको लागू किया जा सकता है।

2. इनटर्नल या एमबैडेड स्टाइल्ज़-इसकी परिभाषा को एक पेज़ के मुख्य भाग में एक बार लिखा जाता है। इसको हर एक पन्ने पर लिखा होना चाहिए जिस पर इस स्टाइल को लगाना हो। नीचे इनटर्नल स्टाइल शीट को <Head> और </Head> सैक्शन के अंदर परिभाषित किया गया है।
‘<head>
<style type = “text/css”>
Your style definitions go here
</style>
</head>
एमबैडेड स्टाइल वो स्टाइल है जो कि डाक्यूमैंट के हैड में शामिल किए जाते हैं। एमबैडेड स्टाइल उन पेज़ों के टैराज़ को प्रभावित करते है जिसमें वे एमबैडेड होते हैं। एमबैडेड स्टाइल शीटों का फायदा यह है कि यह और बाहरी फाइलों को लोड करने के अलावा यह पेज़ पर तुरंत लोड होता है।

3. एक्सटर्नल स्टाइल शीट-स्टाइल परिभाषा केवल एक बार लिखी जाती है और एक फाइल में सेव की जाती है। हर वैब पेज़, जो कि फाइल को इस्तेमाल करना चाहता है, फाइल के HEAD भाग में फाइल का लिंक रख सकता है। सिनटैक्स
<Head>
<link rel = “STYLE SHEET”’ href = “your Style File Name. CSS” type = “text/CSS”>
<Head>

CSS एक्सटर्नल फाइल
CSS फाइलें साधारण टैक्सट फाइलें होती हैं और नोटपैड जैसे साधारण टैक्सट ऐडीटर में लिखी जा सकती है। फाइल की एक्सटैंशन CSS होती है। अधिकतर वैबसाइटें एक्सटर्नल स्टाइल शीटों का इस्तेमाल करती है। एक्सटर्नल स्टाइल वे स्टाइल हैं जो एक अलग दस्तावेज़ में लिखे गए हैं और फिर कई वैब डाक्यूमैंट से जुड़े होते हैं। एक्सटर्नल स्टाइल शीट्स उन दस्तावेजों को प्रभावित कर सकते हैं जिसके साथ वे जुड़े हुए होते हैं।

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CSS की मुख्य प्रॉपर्टीज
CSS की कुछ प्रॉपर्टीज का वर्णन निम्नलिखित है –
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PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 2 एच०टी०एम०एल० फंडामैंटल्ज

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PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 2 एच०टी०एम०एल० फंडामैंटल्ज

जान पहचान
HTML एक विलक्षण भाषा है। यह एक साधारण और टैक्सट बेस्ड भाषा है। इसका इस्तेमाल वैब पेज़ तैयार करने के लिए किया जाता है। HTML डॉक्यूमैंट एक साधारण टैक्सट एडीटर. (जैसे कि Notepad) में तैयार किया जा सकता है।
वैब पेजों के मेल से वैबसाइट बनती है। वैबसाइट ऑन-लाइन सूचना का एक विलक्षण संसार है। यह इंटरनैट पर उपलब्ध होती है। हाइपर टैक्सट (Hyper Text) वैबसाइट पर नज़र आने वाली हर एक सूचना का मूल केंद्र होता है।

एच० टी० एम० एल०
HTML का पूरा नाम है-हाइपर टैक्सट मार्कअप लैंगवेज़ (Hyper Text Markup Language)। यह एक साधारण भाषा है। यह टैक्सट बेस होती है। इसका इस्तेमाल वैब पेज़ तैयार करने के लिए किया जाता है। वैब पेजों को वैब डॉक्यूमैंट कहा जाता है। वैब डॉक्यूमैंटस के मेल से वैबसाइट (Website) का निर्माण होता है।
HTML = Hyper Text Markup Language इन चारों शब्दों के अपने आप में कुछ खास मतलब हैं। सबसे पहले हम उनका मतलब समझते हैं।
Hypter Text : Hyper Text का मतलब है कि वह टैक्सट या शब्द जो एक लिंक के रूप में काम करता है। इस लिंक पर क्लिक करने से हम किसी और वैब पेज़ को देख सकते हैं।

Markup Markup का अर्थ है कि चिन्हों और अक्षरों के विशेष क्रम का इस्तेमाल करने से किसी विशेष तरह का टैक्सट फारमेट तैयार करना। इसमें अन्य दस्तावेज़ों से जुड़े लिंक भी शामिल होते हैं। इसके लिए हम जिन चिन्हों का इस्तेमाल करते हैं वो वैब ब्राऊजर को बताते हैं कि इन शब्दों को किस तरह दिखाना है।

Language-Language का अर्थ एक सामान्य भाषा के अर्थ के समान है। इसका अर्थ है चिन्हों और नियमों का समूह जिसके साथ हम किसी प्रकार का संचार कर सकते हैं। वैब पेज़ के कई भाग होते हैं; जैसे कि पेज़ टाइल, पैराग्राफ, लिस्ट, टेबल और पिक्चर आदि। हर एक भाग को टैग (Tag) में लिखा जाता है। टैग बताते हैं कि वैब पेज़ का भाग हैडिंग, लिस्ट, पैराग्राफ आदि में से कौन-सा है। वैब पेज़ में टैक्सट के साथ-साथ पिक्चर, आवाज़ और मूवी भी दाखिल की जा सकती है।

डॉक्यूमैंट की संरचना
HTML डॉक्यूमैंट की संरचना को समझना बहुत आसान है। पूरा डॉक्यूमैंट <HTML> और </HTML> टैगज़ के बीच लिखा जाता है। इसमें <Head>, <Body>, <Title> आदि टैगज़ लिखे जाते हैं। नीचे HTML डॉक्यूमैंट की संरचना को विस्तार से समझाया गया है।
<HTML>
<Head>
…………..
………….
</Head>
<Body>
……………
…………..
</Body>
</HTML>
उपरोक्त ढांचे में परिभाषित टैग मूल रूप में वैब ब्राउज़र को दिए गए टैगों में परिभाषित किए गए टैक्सट पर किए गए भिन्न कार्यों के बारे में परिभाषित करते हैं या हिदायत देते हैं।
(HTML) टैग-(HTML) Tag में दस्तावेज शुरू किया गया है और </HTML> टैग के साथ बंद किया जाएगा। यह वैब ब्राऊज़र को सूचित करता है कि कहां वैब पेज़ शुरू होगा और यह कहां समाप्त होगा। अगर कमांड को टैग में परिभाषित नहीं किया जाता तो टैग ब्राऊज़र में टैक्सट के रूप में लेता है।
<HTML> टैग-HEAD टैग, हैडिंग (शीर्षक) के बारे में जानकारी प्रदान करती है। डाक्यूमैंट का हैडिंग <HEAD> टैग में लिखा गया है। यह हमेशा जोड़ों (Pair) के रूप में होता है। हैड टैग को एक वैब पेज़ के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण माना जाता है। यह एक कंटेनर टैग है। यह HTML डाक्यूमैंट का शीर्षक परिभाषित करता है।

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यह<HEAD> Tag से शुरू होता है और </HEAD> से समाप्त होता है। यह टैग हमेशा </HTML> टैग से नीचे और <Body> टैग से पहले दर्शाया जाता है। इसमें वैब पेज़ का शीर्षक, सर्च इंजन के द्वारा प्रयोग किए गए शब्द आदि से संबंधित जानकारी शामिल है, इसमें अपने आपसे संबंधित कोई टैक्सट नहीं होता।
उदाहरण <HEAD><Title>This is a Title</Title></HEAD>

<Title> टाइटल टैग वैब पेज़ का शीर्षक परिभाषित करता है, जो वैब ब्राउज़र के टाइटल बार पर प्रदर्शित होता है जब वैब पेज़ को वैब ब्राऊज़र में लोड किया जाता है। यह <Title> और </Title> टैगस के बीच में होता है, यह छोटा और अर्थपूर्ण होना चाहिए।

<Body> टैग वैब ब्राऊज़र में वैब पेज़ में लोड होने पर वैब ब्राऊज़र पर प्रदर्शित करने वाली असल जानकारी रखता है। इसमें टैक्सट, चित्र, ऑडियो, वीडियो आदि के तत्त्व या कंटैंट शामिल हो सकते हैं। यह कंटेंट <Body> और </Body> टैगस के बीच परिभाषित होता है। यह एक कंटेनर टैग है।

HTML दस्तावेज बनाना
एक HTML दस्तावेज़ किसी भी साधारण टैक्सट एडीटर में बनाया जा सकता है। इसके लिए सबसे अधिक Notepad तथा Notepad ++ का प्रयोग होता है।
होम पेज़ (Home Page)-होम पेज़ वैबसाइट का पहला पेज़ होता है। यह वैबसाइट के बारे में परिचय करवाता है। इस पर कई प्रकार के लिंक होते हैं जो बाकी वैब पेजों से संबंध स्थापित करते हैं।

वैब पेज़ देखना
वैब पेज़ देखने के लिए किसी वैब ब्राऊज़र का इस्तेमाल किया जाता है। इंटरनैट एक्सप्लोरर एक साधारण काम में आने वाला वैब ब्राऊज़र है।

वैब ब्राउजर
वैब ब्राऊज़र वह सॉफ्टवेयर होता है जिस का प्रयोग वैब पेज देखने के लिए किया जाता है। ये कई प्रकार के होते हैं। जैसे कि;

  • इंटरनैट एक्सपलोरर : यह माईक्रोसॉफ्ट का उत्पाद है।
  • गूगल क्रोम : यह Google कम्पनी का उत्पाद है।
  • मोजीला फायरफाक्स : यह मोजीला कम्पनी का उत्पाद है।
  • ओपेरा : यह ओपेरा साफ्टवेयर कम्पनी का उत्पाद है।

टैग की किस्में
टैग कुछ खास निर्देश होते हैं। इनका इस्तेमाल HTML डॉक्यूमैंट में किया जाता है। टैग ब्राऊज़र (Browser) को किसी विशेष कार्य को करने के बारे में निर्देश देते हैं। टैग दो प्रकार के होते हैं जो कि निम्नलिखित हैं
1. कंटेनर टैग (Container Tag)
2. ऐंपटी टैग (Empty Tag)
1. कंटेनर टैग (Container Tag)-यह डॉक्यूमैंट में दो बार इस्तेमाल किये जाते हैं। टैक्सट के टैगज़ को जोड़े के बीज में लिखा जाता है। इनको पेअर (Pair) टैग या (Companion) कोंपैनीअन टैग भी कहा जाता है।

2. ऐंपटी टैग (Empty Tag)-ऐपटी टैग अकेला टैग होता है। इसको सिंगुलर (Singular) टैग भी कहा जाता है। इसका कोई साथी टैग नहीं होता। क्लोजिंग या समाप्ति टैग का इस्तेमाल इसमें बिल्कुल ही नहीं होता।

कंटेनर और ऐंपटी टैग। कंटेनर और ऐंपटी टैग में निम्नलिखित अंतर हैं –

कंटेनर टैग ऐंपटी टैग
1. कंटेनर टैग जोड़ों में होते हैं। 1. ऐंपटी टैग अकेले होते हैं।
2. यह कैसे टैक्सट पर अपना काम करते हैं। 2. एक टैक्सट के लिए स्थान की व्यवस्था करते
3. इनमें समाप्त होने वाला टैग देना ज़रूरी है। 3. इनमें इस प्रकार का कोई टैग नहीं होता।
4. अपने जोड़ीदार के बिना यह अधूरे हैं। 4. यह अपने आप में पूरे होते हैं।

PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 2 एच०टी०एम०एल० फंडामैंटल्ज

एट्रीब्यूट्स Attributes वह गुण होते हैं जो किसी टैग की विशेषता परिभाषित करते हैं। यह टैग के शुरू में दिये जाते टैग और ऐट्रीब्यूट में अंतर –

टैग ऐट्रीब्यूटस
1. टैगस में ऐसे ऐलीमैंटस होते हैं जो जानकारी प्रदान करते हैं कि सूचना को किस तरह प्रौसेस या प्रदर्शित किया जा सकता है। इसमें दो टैग शुरुआती टैग <TAG> और अंतिम टैग </TAGS> होते हैं जो कि एक ऐलीमैंट की शुरुआत और अंत को दर्शाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। 1. एक ऐट्रीब्यूटस ऐलीमैंट की ऐसी प्रापर्टी को दर्शाता है जिसमें उस टैग से संबंधित विशेषता बताई जाती है और यह टैग के शुरु आती टैग  में बताई जाती है।
2. टैगज़ में टैग के साथ उसकी विशेषताएं भी हो सकती हैं। 2. ऐट्रीब्यूटस ऐलीमैंट के शुरुआती टैग का भाग होता है।
3. यह दो तरह के होते हैं-ऐंपटी टैग और कंटेनर टैग। 3. ऐट्रीब्यूटस की किस्में इस्तेमाल किये जा रहे टैग पर निर्भर करती हैं भाव कि हर एक टैग के ऐट्रीब्यूट की संख्या भिन्न-भिन्न होती है।
4. उदाहरण <Table> यहाँ टेबल एक टैग है। 4. उदाहरण <Table Border = “3”> यहाँ टेबल एक टैग है और बार्डर एक ऐट्रीब्यूट है।

Body टैग तथा ऐट्रीब्यूट्स –
Body टैग में सारे HTML दस्तावेज़ की परिभाषा होती है। सारा दस्तावेज़ इसी टैग में लिखा जाता है। इसके निम्न ऐट्रीब्यूटस होते हैं;
1. Background : इसका प्रयोग दस्तावेज़ की बैकग्राऊंड में तस्वीर दिखाने के लिए किया जाता है।
जैसे-Background = “abc.jpg”

2. Bgcolor : दस्तावेज़ की बैकग्राऊंड का रंग बदलने के लिए इसका प्रयोग होता है। जैसे Bgcolor = “Red”

3. Text : दस्तावेज़ के टैक्सट का रंग इस टैग द्वारा बदला जाता है। जैसे Text = “Yellow” BGCOLOR और BACKGROUND में अंतर निम्नलिखित हैं-

BGCOLOR BACKGROUND
1. BGCOLOR ऐट्रीब्यूट का इस्तेमाल बैकग्राउंड को कलर देने के लिए किया जाता है। 1. BACKGROUND ऐट्रीब्यूट का इस्तेमाल बैकग्राउंड इमेज लगाने के लिए किया
जाता है।
2. बैकग्राउंड कलर के रूप में कई रंग-जैसे- काला, पीला, सफेद, लाल, हरा, नीला आदि इस्तेमाल किये जा सकते हैं। 2. यह वैब पेज की दिखावट को बदल देता है और इसमें इमेज को दाखिल करने के बाद सुंदर और आकर्षक बनाता है।
3. रंगों के नाम के स्थान पर, की कीमत हैक्सा डैसीमल में (जैसे कि “#FFA3C”) भी दी जा सकती है। 3. इमेज के नाम के स्थान पर, BACK GROUND में कीमत हैक्सा डैसीमल में नहीं दी जा सकती है।
4. इसमें ग्राफिक्स फाइल फारमैट का इस्तेमाल नहीं किया जाता। 4. इसमें ग्राफिक्स फाइल फारमैट जैसे-JPG, GIF आदि का इस्तेमाल किया जाता है।
5. Syntax : BGCOLOR ऐट्रीब्यूट का BODY टैग में सिनटैक्स है- <Body BGCOLOR = “Red”> 5. Syntax : BACKGROUND ऐट्रीब्यूट का BODY टैग में सिनटैक्स है- <Body BACKGROUND
“ABC.jpg”>

HTML दस्तावेज़ में फारमैटिंग
Heading टैग
ये <Hn> </Hn> द्वारा परिभाषित किये जाते हैं। ये गिनती में 6 होते हैं। जैसे;
<H1> Text </H1>
<H1> टैग सबसे बड़े आकार तथा <H6> सबसे छोटे आकार का टैक्सट दिखाता है।

Font Tag
फौंट टैग का इस्तेमाल टैक्सट को सुंदर दिखाने के लिए किया जाता है। इसमें कई प्रकार के ऐट्रीब्यूट इस्तेमाल किये जाते हैं ; जैसे कि
Face – फोंट का नाम देने के लिए
Color – फोंट का रंग बदलने के लिए
Size – फौंट का आकार बदलने के लिए

<P> टैग
इस टैग का प्रयोग पैराग्राफ दर्शाने में होता है।
<P> Text </P> Align ऐट्रीब्यूट : Align ऐट्रीब्यूट का प्रयोग टैक्सट की Alignment बदलने में होता है। इसके चार मूल्य Left, Justify, Centre या Right हो सकते है।

<BR>
टैग इस टैग का प्रयोग नई लाइन की शुरुआत के लिए किया जाता है। यह सब एंपटी टैग है।
जैसे <Br> पैराग्राफ टैग और ब्रेक टैग में अंतर-

Paragraph <P> Tag Break <BR> Tag
1. टैग एक कंटेनर ऐलीमैंट (तत्त्व) होता है जो किसी वैब पेज में पैराग्राफ के रूप में टैक्सट  का ब्लॉक देता है और वैब ब्राऊज़र को दो अनुच्छेद के बीच एक लाइन छोड़ जाता है। इस टैग में एक ऐट्रीब्यूट ALIGN है, जोकि तीन मूल्य-left, right and center (बायें, दायें और केंद्र) ले सकता है, टैग एक अनुच्छेद को संकेत करता है और </P> से समाप्त होता है। यह एक कंटेनर टैग होता है। 1. टैग एक ऐपटी ऐलीमैंट है जोकि एक लाइन को तोड़ने और अगली लाइन से जारी टैक्सट को बिना दो लाइनों में कोई स्पेस दिए बिना प्रदर्शित करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, इसका कोई ऐट्रीब्यूट नहीं है। <br> एक लाइन ब्रेक है और एक ऐपटी टैग है।
2. इस टैग को आपके टैक्सट के साथ पैराग्राफ परिभाषित करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
उदाहरण –
<p> hello world </p>
2. यह टैग एक साधारण लाइन ब्रेक है, यह केवल किसी भी स्पेसिंग या फारमैटिंग चुनाव  के बिना अगली लाइन पर जंप करता है।
उदाहरण-
hello <br> world !

<HR> टैग
इसका प्रयोग एक लेटवीं रेखा दिखाने में होता है। इसके निम्न Attributes हैं –
Size : रेखा की मोटाई बढ़ाने में
Width : रेखा की लंबाई सैट करना
Align : रेखा की Alignment सैट करना
Color : रेखा का रंग सैट करना।

लिस्टें
लिस्टें संबंधित भागों का संग्रह होती हैं। दूसरे शब्दों में यह एक जैसी चीज़ों की सूची होती है। यह ब्लॉक-फारमैटिड भाग होते हैं जो ब्लॉक की संरचना बताते हैं। HTML में निम्नलिखित तीन प्रकार की लिस्टें होती हैं
1. अन-आर्डरड लिस्ट (Un-ordered List)
2. आर्डरड लिस्ट (Ordered List)
3. डैफीनेशन लिस्ट (Definition List)

1. अन-आर्डरड लिस्ट (Un-ordered List)-यह लिस्टें अंकों के बिना होती हैं। इन लिस्टों के आगे बुलेट (गोली) का चिन्ह लगा होता है। ऐट्रीब्यूटस (Attributes)—Type = “Circle” यह खाली बुलेट के लिए इस्तेमाल किया जाता है। Type = “disc’ यह ठोस बुलेट के लिए इस्तेमाल किया जाता है। Type = “Square” यह ठोस वर्ग के लिए इस्तेमाल किया जाता है। डिफॉल्ट किस्म डिस्क (disc) होती है।

2. आर्डरड लिस्ट (Ordered List)-आर्डरड लिस्टों में अंक पाये जाते हैं जिसके कारण इसको नबंरड लिस्ट भी कहा जाता है। यह लिस्ट अन-आर्डरड लिस्ट के जैसी होती है। फर्क सिर्फ इतना होता है कि इसमें बुलेट की जगह पर अंकों का इस्तेमाल किया जाता है। ऐट्रीब्यूटस (Attributes)-Type = “a” अंग्रेज़ी वर्णमाला के छोटे अक्षरों का इस्तेमाल किया जाता है। Type = “A” अंग्रेज़ी वर्णमाला के बड़े अक्षरों का इस्तेमाल किया जाता है। Type = “i” छोटे रोमन अंकों का इस्तेमाल किया जाता है। Type = “I” बड़े रोमन अंकों का इस्तेमाल किया जाता है।

आर्डरड लिस्टें अनआर्डरड लिस्टें
1. आर्डरड लिस्ट <OL> ……. </OL> टैग का इस्तेमाल करती है। 1. अन-आर्डरड लिस्ट <UL> ……. </UL> टैग का इस्तेमाल करती है।
2. डिफॉल्ट Type Attribute का मूल्य है। 2. डिफॉल्ट Type Attribute का मूल्य Disci है।
3. इनमें अंकों का इस्तेमाल होता है। 3. इनमें चिन्हों का इस्तेमाल होता है।
4. इनमें अंग्रेज़ी के अक्षर भी दिखाये जा सकते हैं। 4. इनमें सिर्फ चिन्ह ही दिखाये जा सकते हैं।
5. इनके लिए टैग है-<OL> 5. इनके लिए टैग है-<UL>
6. इनमें ऐट्रीब्यूटस के लिए पाँच आप्शन हैं। 6. इनमें ऐट्रीब्यूटस के लिए तीन आप्शन

3. डैफीनेशन लिस्ट (Definition List)-यह किसी शब्द की परिभाषा देने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। डैफीनेशन लिस्ट ‘DL’ टैग से शुरू होती है और </DL> से समाप्त होती है।

4. नैस्टिड लिस्ट (Nested List)-जब एक लिस्ट में कोई दूसरी लिस्ट लिखी जाती है तो वो नैस्टिड लिस्ट कहलाती है। नैस्टिड लिस्ट के लिए कोई अलग टैग नहीं लिखा जाता।

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इमेज दाखिल करना
इमेज दाखिल करने से वैब पेज बहुत प्रभावशाली नज़र आते हैं। वैब पेज में इमेज महत्त्वपूर्ण सूचना प्रदान करवाते हैं। वैब पेज में .jpg, .gif या .xbm एक्सटेंशन वाले इमेज भरे जा सकते हैं। इमेज और वैब डाक्यूमैंट एक ही फोल्डर में स्टोर होने चाहिए। अगर इमेज उसी फोल्डर में न हो तो उर लए उचित पाथ लिखना पड़ता है जिसमें गलती की संभावना ज़्यादा होती है। एक वैब पेज में तस्वीरें भी दिखाई जा सकती हैं। यह तस्वीर किसी भी तरह की हो सकती है। इन तस्वीरों की मदद से हम अपने वैब पेज को सुंदर और आकर्षित बना सकते हैं।

इसके लिए <img> tag का इस्तेमाल किया जाता है। इस टैग में हम तस्वीर का नाम बताते हैं। हम तस्वीर को उस स्थान पर रखते हैं जो स्थान हमने <img> टैग में लिखा होता है।

Attributes <img> टैग से हम निम्नलिखित attributes का इस्तेमाल कर सकते हैं। Width- तस्वीर की चौड़ाई बताने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। तस्वीर की चौड़ाई अंकों या प्रतिशत में दी जा सकती है।Height- चौड़ाई की तरह ही तस्वीर की लंबाई बताने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है।

यह भी अंकों या प्रतिशत में दी जाती है। Border- तस्वीर का बार्डर दिखाने के लिए इस attribute का इस्तेमाल किया जाता है।
Alignment- तस्वीर को दायें, बायें या मध्य आदि जगह पर दिखाने के लिए इस attribute का इस्तेमाल किया जाता है।

Alt – Alt attribute का इस्तेमाल शब्द दिखाने के लिए किया जाता है। यह शब्द तब दिखाई देते हैं जब हम माऊस तस्वीर के ऊपर लेकर जाते हैं। उदाहरण-सभी attributes के इस्तेमाल के साथ <img> टैग की उदाहरण दी गई
है।
<img scr = “cirler.gif” width = “70%” height = “200” border = “5” alt = “circle’ >

टेबल बनाना
टेबल सूचनाओं को संगठित रूप में पेश करते हैं। टेबल काल्मज़ (Columns) और रोज़ (Rows) से मिलकर बनता है। यह सूचना को पढ़ने योग्य और समझने योग्य रूप में पेश करते हैं। टेबल लंबी सूचनाओं को दिखाने का एक बढ़िया उपाय है। यह डाटा को व्यवस्थित करने का एक उचित ढंग है। टेबल में सूचनाएँ (Information) पढ़नी बहुत आसान होती हैं। सभी प्रसिद्ध ब्राऊज़र टेबल को पसंद करते हैं।

टेबल की संरचना
हम जानते हैं कि टेबल में रोअ और कॉलम होते हैं। रोअ और कॉलम के काट क्षेत्र को सैल (Cell) कहा जाता है। सैलों में डाटा (Data) होता है। HTML में टेबल बनाने के लिए निम्नलिखित चार भागों की ज़रूरत पड़ती है
1. टेबल टैग (Table Tag)-टेबल <TABLE> टैग से शुरू होता है और </TABLE> टैग से समाप्त होता है। यह टेबल के शुरू होने और समाप्त होने के बारे में सूचना देता है।
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2. टेबल रोअ (Table Row)-TR का पूरा नाम टेबल रोअ होता है। <TR> और </TR> टैग का इस्तेमाल टेबल में रोअज़ (Rows) बनाने के लिए किया जाता है। लेटवी दिशा (Horizontal) में सैलों (cells) के संग्रह को रोअ कहा जाता है। टेबल में एक या एक से ज्यादा रोअज़ हो सकती हैं। हर एक रोअ के शुरू में <TR> टैग और अंत में </TR> टैग लिखा जाता है।

3. टेबल डाटा (Table Data)-TD का पूरा नाम टेबल डाटा होता है। <TD> और </TD> टैग का इस्तेमाल टेबल में डाटा दिखाने के लिए किया जाता है। सैल में दिखाई जाने वाली सूचना के शुरू में <TD> टैग और अंत में </TD> टैग का इस्तेमाल किया जाता है।

4. टेबल हैडिंग (Table Heading)- TH का पूरा नाम है टेबल हैडिंग। टेबल हैडिंग के लिए <TH> और </TH> का इस्तेमाल किया जाता है। टेबल के हर एक कॉलम के शिखर पर हैडिंग लिखा जाता है जिसको टेबल हैडिंग कहा जाता है। साधारण रूप में हैडिंग सैंटर अलाइन (Center align) और बोल्ड (bold) होता है।

सैल स्पेसिंग और सैल पैडिंग (Cell Spacing and Cell Padding)-यह एट्रीब्यूट टेबल की दिखावट को कंट्रोल करते हैं।
1. सैल स्पेसिंग (Cell Spacing)-सैलों के बीच की स्पेसिंग (खाली स्थान) को बदलने के लिए सैल स्पेसिंग ऐट्रीब्यूट का इस्तेमाल किया जाता है। सैल स्पेसिंग बताती है कि भिन्न-भिन्न सैलों के बीच में कितना-कितना खाली स्थान छोड़ा जाए।

2. सैल पैडिंग (Cell Padding)-टैक्सट और सैल के बार्डर के बीच की दूरी को बदलने के लिए सैल पैडिंग ऐट्रीब्यूट का इस्तेमाल किया जाता है। उदाहरण के लिए निम्नलिखित लाइन देखो <Table Border = “1” CELLSPACING = 6 CELLPADDING = 8 > सैल स्पेसिंग और सैल पैडिंग की तुलना निम्नलिखित है-

सैल स्पेसिंग सैल पैडिंग
1. सैलों के बीच की दूरी को बताने के लिए सैल स्पेसिंग ऐट्रीब्यूट का इस्तेमाल किया जाता है। 1. टैक्सट और सैल के बार्डर के बीच की दूरी को बताने के लिए सैल पैडिंग ऐट्रीब्यूट का इस्तेमाल किया जाता है।
2. यह बताता है कि सैलों के बीच कितना खाली स्थान छोड़ना है। 2. यह बताता है कि टैक्सट और सैल बार्डर के बीच कितना खाली स्थान छोड़ा जाए।
3. Syntax : सैल स्पेसिंग का सिनटैक्स निम्नलिखित है : <Table Border = 1 CELL SPACING = 8> 3. Syntax : सैल पैडिंग का सिनटैक्स निम्नलिखित है <Table Border = 1 CELL = SPACING = 4>

रोअ स्पैन और कॉल स्पैन में निम्नलिखित अंतर हैं –

रोअ स्पैन कॉल स्पैन
1. रोअ स्पैन एक सैल ऐट्रीब्यूट है जिसका इस्तेमाल एक सैल को एक से ज्यादा रोयज़ में बढ़ाने के लिए किया जाता है। 1. कॉल स्पैन एक सैल ऍट्रीब्यूट है जिसका इस्तेमाल एक सैल को एक से ज्यादा काल्मज़ में बढ़ाने के लिए किया जाता है।
2. रोअ स्पैन बताता है कि सैल में कितनी रोअज़ होंगी। 2. कॉल स्पैन बताता है कि सैल में कितने काल्मज़ होंगे।
3. रोअ स्पैन का इस्तेमाल सैल की ऊँचाई बढ़ाने के लिए किया जाता है। 3. कॉल स्पैन का इस्तेमाल सैल की चौड़ाई बढ़ाने के लिए किया जाता है।
4. यह सैलों की ऊँचाई को खड़े रुख में बढ़ाता है। 4. यह सैलों की चौड़ाई को लेटवें रुख में बढ़ाता है।
5. Syntax – रोअ स्पैन का सिनटैक्स निम्नलिखित है- <TD ROWS PAN = 4> 5. Syntax – कॉल स्पैन का सिनटै क्स निम्नलिखित है – <TD COLS PAN = 5>

बैकग्राउंड ग्राफिक्स
आप अपने टैक्सट के पीछे इमेज लगा सकते हो। इसको बैकग्राउंड ग्राफिक्स (इमेज) कहा जाता है। बैकग्राउंड इमेज के साथ वैब पेज सुंदर दिखाई देता है। बैकग्राउंड लगाते समय ध्यान रखें कि आपका टैक्सट आसानी से पढ़ा जा सके। बैकग्राउंड इमेज लगाने के लिए BACK GROUND ऐट्रीब्यूट का इस्तेमाल Body टैग में किया जाता है।

बैकग्राउंड कलर
आप वैब पेज की बैकग्राउंड पर कोई रंग भी भर सकते हो। इसी तरह टैक्सट का रंग भी बदला जा सकता है। आप कई तरह के रंग बैकग्राउंड पर लगा सकते हो जैसे कि Black, White, Red, Blue, Green, Yellow आदि। बैकग्राउंड कलर के लिए BGCOLOR (बी० जी० कलर) ऐट्रीब्यूट का इस्तेमाल Body टैग में किया जाता है।

बाहरी इमेज और मूवी (External Image and Movie)-आप अपने वैब पेज में कोई बाहरी इमेज खोल सकते हो। इसी प्रकार बाहरी आवाज़ और मूवी (फिल्म) आदि को भी खोला जा सकता है। इमेज या मूवी अलग डाक्यूमैंट में खुलते हैं। बाहरी इमेज या मूवी देखने के लिए ऐंकर टैग का इस्तेमाल किया जाता है।

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टैक्सट, मूवी या साउंड के लिए कुछ निम्नलिखित फाइल एक्सटेंशन्ज़ याद रखनी चाहिए-

  • वेव (Wave) साऊंड फाइल के लिए .Wav
  • कुइक टाइम मूवी के लिए .mov
  • प्लेन टैकस्ट के लिए .txt
  • HTML डाक्यूमैंट के लिए .html

PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 1 ऑफिस टूल्ज़

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PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 1 ऑफिस टूल्ज़

जान पहचान
प्रोग्राम कंप्यूटर में चलते हैं। यह प्रोग्राम चरण-दर-चरण हिदायतों (Instructions) का समूह होते हैं। इन प्रोग्रामों के समूह को सॉफ्टवेयर कहा जाता है। सॉफ्टवेयर दो तरह के होते हैं। पहले ऐप्लीकेशन सॉफ्टवेयर और दूसरे सिस्टम सॉफ्टवेयर। ऐप्लीकेशन सॉफ्टवेयर विशेष कामों को करवाने के लिए प्रयोग किए जाते हैं जब कि सिस्टम सॉफ्टवेयर कंप्यूटर के सभी कामों पर कंट्रोल रखते हैं।

सॉफ्टवेयर (Software) कंप्यूटर अपने आप कोई काम नहीं कर सकता। कंप्यूटर को कोई भी काम करने के लिए क्रमवार हिदायतों की आवश्यकता होती है। ये हिदायतें कंप्यूटर को समझ आने वाली किसी भाषा में लिखी जाती हैं। इन हिदायतों के समूह को प्रोग्राम (Program) कहा जाता है। प्रोग्रामों के समूह को सॉफ्टवेयर कहते हैं।

सॉफ्टवेयर की किस्में
कंप्यूटर की उत्पादकता (Productivity) को इनके प्रोग्रामों के द्वारा निर्दिष्ट किया जाता है। प्रोग्रामों के संग्रह को सॉफ्टवेयर कहा जाता है। सॉफ्टवेयर को आगे दिए हुए दो भागों में बांटा जा सकता है –
1. सिस्टम सॉफ्टवेयर।
2. ऐप्लीकेशन साफ्टवेयर।
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सॉफ्टवेयर सिस्टम सॉफ्टवेयर-कंप्यूटर के सभी काम सिस्टम सॉफ्टवेयर के द्वारा कंट्रोल किए जाते हैं। अगर कंप्यूटर में सिस्टम सॉफ्टवेयर न हो, तो एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर नहीं चल सकता। सिस्टम सॉफ्टवेयर की कई किस्में हैं; जैसे कि-ऑप्रेटिंग सिस्टम, भाषा ट्रांसलेटर, यूटिलिटी प्रोग्राम आदि।

एप्लीकेशन साफ्टवेयर-ये साफ्टवेयर वे होते हैं जो यूजर की किसी समस्या का हल प्रदान करते हैं। इन साफ्टवेयर की उदाहरणें हैं-वर्ड प्रोसेसर, स्प्रेडशीट, कैलकुलेटर, डाटाबेस प्रोग्राम आदि।

ऑफिस टूल्ज़
ऑफिस टूल्ज़ सॉफ्टवेयर वे प्रोग्राम होते हैं जो कंप्यूटर के यूज़र्स को अपने काम के स्थान पर अधिक उत्पादक और कुशल बनाने के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं। ऑफिस प्रोडक्टीविटी टूल्ज़ की रेंज वर्ड प्रोसैसिंग से स्प्ररैड शीट, प्रैज़नटेशन और डाटाबेस तक है।

ऑफिस प्रोडक्टीविटी टूल्ज़
ऐप्लीकेशन प्रोग्रामों की श्रेणी है जो यूज़र को डाक्यूमैंट, डाटाबेस ग्राफ, वर्कशीटों और प्रैजनटेशन जैसी चीज़ों को तैयार करने में सहायता करते हैं। ऑफिस प्रोडक्टीविटी सॉफ्टवेयर्स की उदाहरणों में वर्ड प्रोसैसर, डाटाबेस मैनेजमैंट, सिस्टम ग्राफिक्स सॉफ्टवेयर और स्प्रेडशीट एप्लीकेशन शामिल हैं।

ऑफिस टूल्ज़ की किस्में-ऑफिस टूल्ज़ की निम्नलिखित किस्में हैं –
1. वर्ड प्रोसैसिंग टूल-इस टूल का मुख्य उद्देश्य डाक्यूमैंट तैयार करना है। MS-Word, Word Pad, नोटपैड और कुछ अन्य टैक्सट ऐडीटर वर्ड प्रोसैसिंग टूल के कुछ उदाहरण हैं।

PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 1 ऑफिस टूल्ज़

2. डाटाबेस सॉफ्टवेयर टूल-डाटाबेस संबंधित डाटा का संग्रह है, इस टूल का उद्देश्य डाटा को संगठित करना और प्रबंध करना है। इस टूल का उपयोग यह है कि आप डाटा के स्टोर करने और प्रदर्शित करने के तरीके को बदल सकते हो। एम० एस० अक्सैस, डी-बेस, फोक्सप्रो, पैराडोक्स और ओरेक्ल, डाटाबेस सॉफ्टवेयर की कुछ उदाहरणें हैं।

3. स्प्रेडशीट टूल-स्प्रेडशीट टूल का उपयोग बज़ट, फाइनेंशियल स्टेटमैंट और बेचने के रिकार्डो की संभाल रखने के लिए किया जाता है। इस टूल का उद्देश्य नंबरों को क्रमवार करना है। यह यूजर्स को नंबरों पर साधारण या जटिल गणना करने की भी आज्ञा देता है। MS-Excel स्प्रेडशीट टूल्ज़ की उदाहरणों में से एक है।

4. प्रैज़नटेशन टूल-यह टूल स्लाइड शो के रूप में जानकारी को प्रदर्शित करने के लिए प्रयोग किया जाता है। प्रैजनटेशन टूल के तीन मुख्य काम हैं-टैक्सट ऑडिट करना, इनसर्ट करना और फारमेटिंग करना, टैक्सट में ग्राफिक्स शामिल करना और स्लाइड शो को चलाना है। इस किस्म के टूल का सबसे बढ़िया उदाहरण Microsoft PowerPoint है।

5. मल्टीमीडिया सॉफ्टवेयर-मीडिया प्लेयर और रीयल प्लेयर मल्टीमीडिया टूल के उदाहरण हैं। यह टूल यूज़र को आडियो-वीडियो बनाने में मदद करता है। मल्टीमीडिया टूल्ज के भिन्न-भिन्न रूप हैं आडियो कनवर्टर, प्लेयर, बरनर, वीडियो इंकडोर और डीकोडर।

एम० एस० वर्ड के प्रयोग का उद्देश्य
माइक्रोसॉफ्ट वर्ड निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए प्रयोग किया जा सकता है –

  • बिजनैस डॉक्यूमैंट, जिसमें कई तरह के ग्राफिक्स जैसे कि तस्वीरें, चार्ट और चित्र हों बनाने के लिए।
  • बनी हुई चीज़ों और फारमेट किए हुए ऐलीमैंट्स को स्टोर और फिर से प्रयोग करने के लिए कि कवर-पेज़ और साइटबार्ज।
  • बिजनैस और पर्सनल उद्देश्य के लिए लैटर और लैटरहैड बनाने के लिए।
  • भिन्न-भिन्न तरह के डॉक्यूमैंट डिज़ाइन करने के लिए जैसे कि रिज़यूम या निमंत्रण-पत्र आदि ।
  • लिखने-पढ़ने के लिए जैसे कि एक साधारण दफ्तरी मीमो से लेकर कानूनी परतें और अन्य संबंधित डॉक्यूमैंट बनाने के लिए।

एम०एस० वर्ड में टेंपलेटस-
वर्ड 2010 हमें पहले से ही परिभाषित (Built-in) टैंपलेटस जिसमें रिज़यूम्स, ऐजंडाज़, बिजनैस कार्ड और फैक्स समेत बहुत बड़ी संख्या में वर्ड टैंपलेट शमिल हैं को अपलाई करने की आज्ञा देता है। एम०एस०वर्ड में टैक्सट डॉक्यूमैंट को मनचाहा लुक देने की प्रक्रिया को फॉरमैटिंग कहते हैं।
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माइक्रोसॉफ्ट वर्ड 2010 हमें निजी और व्यापारिक डॉक्यूमैंट जैसे कि पत्र, रिपोर्ट, बिल, ई-मेल और पुस्तकों को बनाने और एडिट करने की आज्ञा देता है। मूल रूप में (By default) वर्ड 2010 में डॉक्यूमैंट .docx ऐक्सटेंशन से सेव होते हैं।

एम० एस० एक्सल-
Excel स्प्रेडशीट प्रोग्राम है जो Workbooks को Create और Format करने के लिए इस्तेमाल होता है। यह हमारे डाटा का विश्लेषण करने और डाटा को और अधिक जानकारी देने वाला बनाने में मदद करता हे ताकि व्यापारिक फैसले सही लिए जा सकें। विशेष रूप से हम तो Excel का इस्तेमाल डाटा को Track करने, डाटा का विश्लेषण, फार्मूला लिखने ताकि गणित की गणना उस डाटा पर की जा सके, डाटा को बहुत से रूपों से Pivot करने और मौजूद डाटा को भिन्न-भिन्न प्रोफैशनल चार्ट के रूप में दिखाने के लिए करते हैं।
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टैंपलेट द्वारा वर्क बुक तैयार करना
अपनी आवश्यकता अनुसार दस्तावेज़ तैयार करने के लिए बने बनाए टेंपलेट का भी प्रयोग किया जा सकता है। उसके लिए नई फाइल बनाते समय सही टैंपलेट का चुनाव किया जाता है।
उदाहरण के तौर पर-
1. होम स्कूलिंग प्रोग्रैस रिकार्ड
2. सेल इनवॉयस

स्प्रेडशीप के साथ मेल मर्ज का प्रयोग
स्प्रेडशीट के साथ मेल मार्जन का इस्तेमाल करते हुए विद्यार्थियों की वार्षिक रिपोर्ट निम्नलिखित कदमों का इस्तेमाल करके तैयार की जा सकती है-
1. सबसे पहले एम०एस० वर्ड में हम मैनूयल रिपोर्ट फारमैट बनायेंगे। यहां हम विद्यार्थियों के विवरण जैसे कि दाखिला नंबर, रोल नंबर, नाम, पिता का नाम और हम एक विषय के नंबर और उसका रिज़ल्ट और विद्यार्थियों के अंकों का प्रतिशत आदि दर्शाएंगे।

2. दूसरी तरफ, हम एक एक्सल वर्कशीट तैयार करते हैं जिसमें विद्यार्थी का दाखिला नंबर, रोल नंबर, नाम, पिता का नाम, विषय के अनुसार प्राप्त किए अंक जैसे पंजाबी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, सामाजिक, EVS और कंप्यूटर के grades भरे जाते हैं।

3. अब Mailing tab पर Click करें और Start Mail Merge को क्लिक करें। उसके बाद Letter options को चुनें जो हमने पहले ही बनाई हुई है।

4. अब Select Recipients पर क्लिक करें और Using Existing List Option को Select करें। Select Table, Dialog Box का इस्तेमाल करते हुए Excel Sheet को चुनें और OK पर Click करें।

5. अपने Cursor को उस जगह पर रखें जिस जगह Excel Sheet में Value को रखना है। अब Insert Merge Field Option पर जायें जो कि Write and Insert Fields Group में है। Drop Down Menu खुल जायेगा जिसमें चुनी हुई Excel Work Sheet के Field, Names होंगे।

6. Field Names को एक-एक करके विद्यार्थी की वार्षिक रिपोर्ट में Cursor को सही जगह पर रखकर Select करें।

7. सभी क्षेत्रों को इनसर्ट करने के बाद हम प्रीविऊ रिजल्ट ऑप्शन को क्लिक करके विद्यार्थियों के नतीजों का प्रीविऊ देख सकते हैं। नेवीगेशन बटनों का प्रयोग करते हुए अगले और पहले विद्यार्थी, पहले और आखिरी विद्यार्थी के नतीजों को भी देखें।

8. अब Finish & Merge ऑप्शन पर क्लिक करें और मीनू से Edit Individual Document का चुनाव करें। एक नया Merge to New Document डायलॉग बॉक्स खुल जाएगा। एक्सल वर्कशीट में सभी विद्यार्थियों के रिपोर्ट कार्ड को दिखाने के लिए ऑप्शन All को चुनें और OK पर क्लिक करें।

9. अपने दस्तावेज़ को Save करें।

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पेज लेआऊट-
पेज लेआऊट में हम अपने डॉक्यूमैंट को एक पेज पर प्रिंट करने के हिसाब से देखते हैं और उसी के अनुसार ही अपने टैक्सट और अन्य वस्तुओं की फारमैटिंग करते हैं। इसमें निम्नलिखित चीजें शामिल होती हैं –

  1. लाइन स्पेस
  2. पेज मार्जिन
  3. पेज ओरियन्टेशन
  4. पेज ब्रेक
  5. टैब स्टॉपस ।

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1. लाइन स्पेस-दो लाइनों के मध्य के अंतर को लाइन स्पेस कहा जाता है। डिफालट लाइन स्पेस 1.5 होता है और पैराग्राफ के मध्य में स्पेस 10 बिंदु होता है। इसको हम अपनी आवश्यकता के अनुसार बदल भी सकते हैं।

2. पेज मार्जिन-पेज मार्जिन पेज के चारों तरफ खाली छोड़े जाने वाली जगह को कहते हैं। इस मार्जिन के बाहर कुछ भी प्रिंट नहीं किया जाता। सारे टैक्सट और ग्रॉफिक्स को इस मार्जिन से पेज के मध्य की तरफ ही प्रिंट किया जाता है।

3. पेज ओरियन्टेशन-पेज ओरियन्टेशन का अर्थ है कि पेज़ पर प्रिंटिंग किसके अनुसार होगी। यह दो प्रकार की होती है

  • पोर्टरेट-इसमें प्रिटिंग लंबी या स्थायी पेज के अनुसार होती है।
  • लैंडस्केप–इसमें प्रिंटिंग क्षैतिज पेज़ के अनुसार होती है।

4. पेज़ ब्रेक्स-पेज ब्रेक्स किसी भी पेज के अंत को दर्शाती है। हम अपनी आवश्यकता के अनुसार भी किसी पेज का अंत पेज ब्रेकस का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसको मैनुअल पेज ब्रेक कहा जाता है।

5. टैब स्टॉपस-टैब स्टॉप का प्रयोग उस स्थान पर किया जाता है जहाँ पर हमें एक-से-ज्यादा स्पेस की आवश्यकता हो, जैसे कि फलाइर, सामग्री की सूची, रिज़यूम आदि। इसकी मदद से हम टैक्सट को सुंदर ढंग से दिखा सकते हैं। टैब स्टॉप पांच प्रकार के होते हैं –
1. बायां टैब स्टॉप
2. दायां टैब स्टॉप
3. मध्य टैब स्टॉप
4. डैसीमल टैब स्टॉप
5. बार टैब स्टॉप।
PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 1 ऑफिस टूल्ज़ 5

टैब स्टाप क्लीयर करना
हम भिन्न-भिन्न तरीकों से टैब स्टॉप को हटा सकते हैं, सबसे आसान है रूलर पर जायें। टैब स्टॉप पर क्लिक करें और होल्ड करें और इसको डाक्यूमैंट की तरफ नीचे को खींचें। टैब स्टॉप हट जायेगा।

टैब स्टॉप तेज़ी से हटाने के लिए और नई शुरुआत करने के लिए –

  1. होम टैब पर क्लिक करें, पैराग्राफ डायलॉग बॉक्स लांचर पर क्लिक करें।
  2. एक पैराग्राफ बॉक्स दिखाई देगा, डायलॉग बॉक्स के नीचे बाईं तरफ टैब्ज के बटन पर क्लिक करें।
  3. एक टैब डायलॉग बॉक्स दिखाई देगा।
  4. टैब स्टॉप पोजीशन नीचे सूची में, टैब स्टॉप पोजीशन पर क्लिक करें जो हम हटाना चाहते हैं और फिर Clear पर क्लिक करें। मैनूयल टैब स्टॉपस से स्पेस हटाने के लिए Clear All पर क्लिक करें।

दस्तावेज को अन्तिम रूप देना दस्तावेज़ को अंतिम रूप देने के लिए वर्ड की कुछ विशेष सहूलियतें प्रयोग करते हैं।
अपने डाक्यूमैंट में गल्तियों को ठीक करने का सबसे तेज़ तरीका यह है-
1. कर्सर को गलत स्पैलिंग वाले शब्द पर ले जाकर Right क्लिक करें।
2. एक ड्राप डाउन बाक्स शब्द के सही स्पैलिंग के साथ दिखाई देगा।
3. उस शब्द को हाइलाइट करें और Left क्लिक करें जिसके साथ हम सही शब्द को बदलना चाहते हैं। ज्यादा व्यापक स्पैलिंग और व्याकरण की जांच करने के लिए, हम स्पैलिंग और ग्रामर (Spelling and Grammar) विशेषता का उपयोग कर सकते हैं।

  • Review टैब पर क्लिक करें।
  • स्पैलिंग और ग्रामर कमांड पर क्लिक करें।
  • एक Spelling & Grammar बॉक्स दिखाई देगा।
  • हम बॉक्स के अंदर कोई स्पैलिंग या ग्रामर के मुद्दे को ठीक कर सकते हैं।

स्पैल चैक-स्पैल चैक वर्ड की वो सहूलियत है जिसकी मदद से हम अपने दस्तावेज़ों में स्पैलिंग की गलतियां पता लगा सकते हैं और ठीक कर सकते हैं। जिस स्पैलिंग में गलती होती है उसके नीचे वर्ड लाल लाइन दिखाता है।

प्रिंट प्रीविऊ-
हमारा तैयार किया दस्तावेज़ प्रिंट होने के बाद किस प्रकार का दिखाई देगा। इसको प्रिंट प्रीविऊ कहा जाता है। प्रिंट प्रीविऊ में दस्तावेज़ को देखने के बाद हम उसको प्रिंट कमांड का इस्तेमाल कर प्रिंट भी कर सकते हैं।

प्रिंट कमांड का प्रयोग

  • फाइल टैब पर क्लिक करें।
  • एक डाक्यूमैंट को प्रिंट करने के लिए प्रिंट कमांड पर क्लिक करें।
  • अपना डाक्यूमैंट प्रिंट करने के लिए प्रिंट बटन पर क्लिक करें।
  • यह ड्राप डाउन चुने हुए प्रिंट को दिखाता है। ड्राप डाउन को क्लिक करने से और उपलब्ध प्रिंटर दिखाई देंगे।
  • यह ड्राप डाउन मीनू में चुनी हुई सैटिंग्ज़ हैं। हमें सिर्फ एक विशेषता का नाम दिखाने के अलावा, यह मीनू हमें हर एक विशेषता के बारे में बताता है और इसका वर्णन करता है। यह हमें समझने में मदद कर सकता है कि क्या हम अपनी सैटिंग्ज़ को बदलना चाहते हैं।

एम० एस० प्वांइट-
माइक्रोसॉफ्ट पॉवर प्वाइंट एक प्रैज़नटेशन टूल है जो कि टैक्सट, शेपस, ग्रॉफिक्स चित्रों और मल्टीमीडिया को अन्य माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस जैसे कि एक्सल टूल के साथ जोड़ता है। PowerPoint 2010 में सेव किए डॉक्यूमैंट .pptx एक्सटैंशन से सेव किये जाते हैं। जबकि पुराने पॉवर प्वाइंट वर्जन का फाइल एक्सटेंशन .ppt है। पॉवर प्वांइट हमें दफ़्तरी मीटिंगों, भाषणों और सैमीनारों में कम से कम समय में ज्यादा-से-ज्यादा प्रभाव डालने के लिए जानकारी प्रस्तुत करने के योग्य बनाता है।

PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 1 ऑफिस टूल्ज़

पावर प्वाइंट में बैकग्राउंड हम सभी जानते हैं कि पावर प्वांइट एक डिज़ाइन से आधारित प्रोग्राम है। पावर प्वाइंट के थीम डिफाल्ट रूप में बैकग्राउंड चुनने में हमारी मदद करते हैं, इसलिए जब भी हम थीम बदलते हैं, डिफाल्ट बैकग्रांउड अपने-आप ही सैट हो जाता है। थीम में सिर्फ बैकग्राउंड के सिवाय अन्य भी बहुत कुछ होता है। थीम रंगों, फोंटस, इफैक्टस और अन्य बहुत सारी सैटिंगज़ का एक सैट है जो इसको एकसार प्रोफैशनल दिखाई देने के लिए हमारी सभी प्रैज़नटेशन पर लागू किया जा सकता है। हम ‘डिज़ाइन रिबन’ पर क्लिक कर कोई भी थीम लागू कर सकते हैं।
PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 1 ऑफिस टूल्ज़ 6

पावर प्वांइट में ट्रांजीशन-
पावर प्वांइट स्लाइड ट्रांजीशन विशेषता को स्पोर्ट करती है जो हमें स्लाइड शो के दौरान स्लाइडों की तबदीली करने के बारे में आज्ञा देता है।
पावर प्वाइंट प्रैज़नटेशन जिसमें हर एक स्लाइड के मध्य में स्पैशल इफैक्ट हैं, वो इफैक्ट स्लाइड ट्रांजीशन है। एक ट्रांजीशन साधारण स्लाइड से शुरू होकर जटिल फ्लैशी इफैक्ट भी हो सकती है। इसका मतलब यह है कि हम प्रैज़नटेशन के स्टाइल के मुताबिक किसी भी ट्रांजीशन का चुनाव कर सकते हैं।

ट्रांजीशन का चुनाव करने के लिए तीन श्रेणियाँ हैं जो कि Transition Tab पर मौजूद होती हैं

  • Subtle (Slight Transitions)
  • Exciting (Strong Transitions)
  • Dynamic Content

एम० एस० पावर प्वांइट में ऐनीमेशन-
ऐनीमेशन पावर प्वांइट प्रैज़नटेशन को अधिक गतिशील बनाने में और जानकारी को और यादगार बनाने में हमारी मदद करती है। ऐनीमेशन के प्रभावों में सबसे आम किस्मों में शामिल हैं-entrances और exits. हम अपने ऐनीमेशन effect के प्रभावों को बढ़ाने के लिए इसमें आवाज़ भी दाखिल कर सकते हैं।

पावर प्वांइट में स्लाइड शो
स्लाइड शो स्लाइडों को शुरू से अंत तक पूरी स्क्रीन पर दिखाने की प्रक्रिया को कहा जाता है। इन स्लाइडों को पहले से निर्धारित क्रम के अनुसार ही दिखाया जाता है।

प्रैज़नटेशन सेव करना
हम अपनी बनाई प्रैज़नटेशन को अपनी आवश्यकता के अनुसार सेव कर सकते हैं।

पावर प्वांइट इसके लिए बहुत सारे विकल्प प्रदान करता है जैसे कि –

  1. प्रैज़नटेशन को PDF फाइल के रूप में सेव करना।
  2. प्रैज़नटेशन को वीडियो के रूप में सेव करना।
  3. पी०पी०टी० ब्रोडकॉस्ट के रूप में सेव करना।
  4. पी०पी०टी० पैकेजिंग।
  5. पासवर्ड लगा कर सेव करना।
  6. पी०पी०टी० ई-मेल स्लाइड शो।

प्रैज़नटेशन को PDF के रूप में सेव करना-
पी०डी०एफ० फाइल के रूप में प्रैजनटेशन को सेव करने के स्टैप हैं-

  1. फाइल टैब में बैक स्टेज PDF पर जायें।
  2. Save As डायलॉग को खोलने के लिए Save As पर क्लिक करें।
  3. फाइल को सही नाम दें।
  4. Supported File Types की लिस्ट में से PDF फाइल टाइप चुनें और Save पर क्लिक करें।
  5. PDF फाइल नियत की जगह में सेव हो जायेगी।

प्रैज़नटेशन को वीडियो के तौर पर सेव करना एक वीडियो फाइल के रूप में प्रैजनटेशन को सेव करने के स्टैप –

  • फाइल टैब में बैक स्टेज view पर जायें।
  • सेव एज़ डायलॉग को खोलने के लिए सेव एज पर क्लिक करें।
  • फाइल को सही नाम दें।
  • सहायक फाइल किस्म की सूची में से फाइल किस्म .wmv चुनें।
  • वीडियो बनाना तुरंत होने वाली प्रक्रिया नहीं है, जैसे कि अन्य फाइल टाइप्स में होता है। पावर प्वाइंट को वीडियो फाइल बनाने की ज़रूरत पड़ती है। हम अपनी प्रैजनटेशन विंडो के नीचे वीडियो बनाने की प्रक्रिया को देख सकते हैं।
  • जब प्रैजनटेशन बनाने की प्रक्रिया पूरी हो जाती है तो वीडियो फाइल को नियत जगह पर बन जाती है।

Image फाइल-
Power point बहुत-सी Image फाइलों को स्पोर्ट करता है। जिनमें .jpg, .gif, .tiff, .bmp प्रमुख हैं।

प्रिंटिंग प्रैज़नटेशन-
Power point प्रैज़नटेशन के दर्शकों के लिए नोट्स प्रिंट भी किये जा सकते हैं।

पी.पी.टी. ब्रॉडकास्ट
पी.पी.टी. को एक लिंक की सहायता से ब्रॉडकास्ट किया जा सकता है। यह इंटरनैट द्वारा पूरी दुनिया में उपलब्ध हो जाती है। पी.पी.टी. पैकेजिंग पी.पी.टी. को CD पर सेव करके भी आबंटित किया जा सकता है।

पी. पी. टी दस्तावेज पासवर्ड सैट करना-
कई बार Presentation को सुरक्षित करने के लिए और अनअधिकारिक रीडर स्लाइड को न देख सकें, पावर प्वाइंट यूज़र को Presentation को सुरक्षित करने की योग्यता प्रदान करता है।

  1. फाइल टैब पर बैक स्टेज View पर जायें।
  2.  Info सैक्शन पर Permission ड्राप डाऊन पर क्लिक करें।
  3.  पासवर्ड सुरक्षित करने के लिए ‘Encrypt with Password’ चुनें।
  4. इनक्रिप्ट डाक्यूमैंट डायलॉग ‘Encrypt Document Dialog’ में पासवर्ड डालें।
  5. Confirm Password डायलॉग में पासवर्ड दुबारा डालें।
  6. हमारी Presentation अब पासवर्ड में सुरक्षित है यूज़र को अब फाइल खोलने के लिए पासवर्ड डायलॉग में पासवर्ड देना पड़ेगा।

पी. पी. टी ईमेल स्लाइड शो पावर प्वाइंट यूजरों को Presentation ई-मेल अटैचमैंट के रूप में भी शेयर करने की आज्ञा देता है। हालांकि हम प्रोग्राम के बाहर से Presentation को अटैच कर सकते हैं, पावर प्वाइंट से सीधे ई-मेल भेजने की योग्यता काफी सुविधाजनक है। यह इसलिए है, क्योंकि हमें ई-मेल भेजने के लिए पावर प्वाइंट को बंद करने की ज़रूरत नहीं है।

PSEB 10th Class Computer Notes Chapter 1 ऑफिस टूल्ज़

पावर प्वाइंट से एक ई-मेल भेजने के स्टैप-

  1. फाइल टैब बैक स्टेज View पर जायें।
  2. Save & Send पर क्लिक करें, Send using email आप्शन को चुनें और Send As Attachment बटन पर क्लिक करें।
  3. यह Out look sendmail विंडो को लांच करता है जिसमें Presentation एक अटैचमैंट की तरह जुड़ी होती है। ई-मेलों को जोड़ सकते हैं और ई-मेल भेज सकते हैं।
  4. हम Recipient के ई-मेल भर सकते हैं और E-mail भेज सकते हैं। Send As Attachment चुनने के अलावा अगर हम Send as pdf चुनते हैं तो हम Attachment को .pptx की जगह अटैचमैंट के रूप में भेज सकते हैं।

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.1

Punjab State Board PSEB 10th Class Maths Book Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.1 Textbook Exercise Questions and Answers

PSEB Solutions for Class 10 Maths Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.1

प्रश्न 1.
आफ़ताब अपनी पुत्री से कहता है, ‘सात वर्ष पूर्व मैं तुमसे सात गुनी आयु का था। अब से 3 वर्ष बाद मैं तुमसे केवल तीन गुनी आयु का रह जाऊँगा।’ (क्या यह मनोरंजक है ?) इस स्थिति को बीजगणितीय एवं ग्राफीय रूपों में व्यक्त कीजिए।
हल :
मान लीजिए आफ़ताब की वर्तमान आयु है = x वर्ष
और आफ़ताब की पुत्री की वर्तमान आयु = y वर्ष

बीज गणितीय स्थिति
प्रश्न की पहली शर्त के अनुसार,
x – 7 = 7 (y – 7) .
या x – 7 = 7y – 49
या x – 7y + 42 = 0

प्रश्न की दूसरी शर्त के अनुसार,
x + 3 = 3 (y + 3)
या x + 3 = 3y + 9
या x-3y – 6 = 0
∴ दो चरो में रैखिक समीकरण युग्म हैं :
x – 7y + 42 = 0
तथा x – 3y – 6 = 0.

आलेखीय स्थिति में
x – 7y + 42 = 0
x = 7y – 42 ……………(1)
y = 5. को (1) में प्रतिस्थापित करने पर, हमें प्राप्त होता है:
x = 7 × 5 – 42
= 35 – 42
= – 7
y = 6 को (1) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है:
x = 7 × 6 – 42
= 42 – 42 = 0
y = 7 को (1) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है:
x = 7 × 7 – 42
= 49 – 42 = 7

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.1 1

बिंदुओं A (- 7, 5), B (0, 6), C (7, 7) को आलेखित करने और उन्हें मिलाते हुए रेखा खींचने पर हमें समीकरण x – 7y + 42 = 0 का आलेख प्राप्त होता है।

x – 3y – 6 = 0
x = 3y + 6 ……………(2)
y = 0 को (2), में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है:
x = 3 × 0 + 6
= 0 + 6 = 6
y = 3 को (2) में प्रतिस्थापित करने पर, हमें प्राप्त होता है:
x = 3 × 3 + 6
= 9 + 6 = 15
y = – 2 को (2) में प्रतिस्थापित करने पर, हमें प्राप्त होता है:
x = 3 × – 2 + 6
= – 6 + 6 = 0

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.1 2

बिंदुओं D (6, 0), E (15, 3), F (0, – 2) आलेखित करने और उन्हें मिलाते हुए रेखा खींचने पर हमें समीकरण x – 3y – 6 = 0 का आलेख प्राप्त होता है।

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.1 3

आलेख से यह स्पष्ट है कि दोनों रेखाएँ G (42, 12) पर प्रतिच्छेद करती हैं।
अत: x = 42 और y = 12 समीकरण-युग्म का हल है।

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.1

प्रश्न 2.
क्रिकट टीम के एक कोच ने ₹ 3900 में 3 बल्ले और 6 गेदें खरीदी। बाद में उसने एक और बल्ला तथा उसी प्रकार की 3 गेदें ₹ 1300 में खरीदी। इस स्थिति को बीजगणितीय तथा ज्यामितिय रूपों में व्यक्त कीजिए।
हल :
मान लीजिए एक बल्ले का मूल्य = ₹ x
एक गेंद का मूल्य = ₹ y

बीज गणितीय हल
प्रश्न की पहली शर्त अनुसार,
3x + 6y = 3900
⇒ x + 2y = 1300
प्रश्न की दूसरी शर्त अनुसार,
1x + 3y = 1300
∴ दो चरों में रैखिक समीकरण-युग्म हैं
x + 2y = 1300
और x + 3y = 1300, उत्तर

आलेखीय स्थिति में
x + 2y = 1300
x = 1300 – 2 ………………(1)
y = 0 को (1) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है :
x = 1300 – 2 × 0
x = 1300
y = 500 को (1) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है :
x = 1300 – 2 × 500
= 1300 – 1000 = 300
y = 650 को (1) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है :
x = 1300 – 2 × 650
= 1300 – 1300 = 0

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.1 4

बिंदुओं A (1300, 0), B (300, 500) और C (0, 650) को आलेखित करने और उन्हें मिलाते हुए
रेखा खींचने पर हमें समीकरण x + 2 = 1300 का आलेख प्राप्त होता है
अब, x + 3y = 1300
x = 1300 – 3y …………..(2)
y = 0 को (2) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है :
x = 1300 – 3 × 0
= 1300
y = 500 को (2) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है :
x = 1300 – 3 × 500
= 1300 – 1500 = – 200
y = 300 को (2) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है :
x = 1300 – 3 × 300
= 1300 – 900 = 400

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.1 5

बिंदुओं A (1300, 0), E (- 200, 500), F (400, 300) को आलेखित करने और उन्हें मिलाते हुए रेखा खींचने पर हमें समीकरण x + 3y = 1300 का आलेख प्राप्त होता है।

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.1 6

आलेख से यह स्पष्ट हैकि दोनों रेखाएँA (1300, 0) पर प्रतिच्छेद करती हैं।
अतः, x = 1300 और y = 0 दिए गए रैखिक समीकरण-युग्म का हल है।

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.1

प्रश्न 3.
2 kg सेब और 1 kg अंगूर का मूल्य किसी दिन ₹ 160 था। एक महीने बाद 4 kg सेब औ दो kg अंगूर का मूल्य ₹ 300 हो जाता है। इस स्थिति को बीजगणितीय तथा ज्यामितीय रूपों में व्यक्त कीजिए।
हल :
मान लीजिए 1 कि.ग्रा. सेबों का मूल्य = ₹ x
1 कि.ग्रा. अंगूर का मूल्य = ₹y

बीज गणितीय स्थिती में,
प्रश्न की पहली शर्त अनुसार,
2x + 1y = 160
प्रश्न की दूसरी शर्त अनुसार,
4x + 2y = 300
∴ दो चरों वाली रैखिक समीकरण युग्म है
2x + y = 160
और 4x + 2y = 300

आलेखीय स्थिति में
2x + y = 160
2x = 160 – y
x = \(\frac{160-y}{2}\) ………………(1)

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.1

x = \(\frac{160-0}{2}=\frac{160}{2}\) = 80

y = 60 को (1) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता

x = \(\frac{160-60}{2}=\frac{100}{2}\) = 50
y = 160 को (1) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है

x = \(\frac{160-160}{2}=\frac{0}{2}\) = 0

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.1 7

बिंदुओं A (80, 0), B (50, 60), C (0, 160) को आलेखित करने और उन्हें मिलाते हुए रेखा खींचने पर हमें समीकरण
2x + y = 160 का आलेख प्राप्त होता है
4x + 2y = 300
2x + y = 150
2x = 150 – y
x = \(\frac{150-y}{2}\) ……………(2)

y = 0 को (2), में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है

x = \(\frac{150-0}{2}=\frac{150}{2}\) = 75

y = 50 को (2) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है

x = \(\frac{150-50}{2}=\frac{100}{2}\) = 50

y = 150 को (2) में प्रतिस्थापित करने पर हमें प्राप्त होता है

x = \(\frac{150-150}{2}=\frac{0}{2}\)
= 0

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.1 8

बिंदुओं D (75, 0), E (50, 50), F (0, 150) को आलेखित करने और उन्हें मिलाते हुए रेखा खींचने पर हमें समीकरण 4x + 2y = 300 का आलेख प्राप्त होता है।
आलेख से स्पष्ट है कि दोनों रेखाएँ कहीं पर भी प्रतिच्छेद नहीं करती अर्थात् वे समांतर हैं।

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.1

PSEB 10th Class Maths Solutions Chapter 3 दो चर वाले रैखिक समीकरण युग्म Ex 3.1 9