PSEB 9th Class SST Notes History Chapter 6 Russian Revolution

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Russian Revolution PSEB 9th Class SST Notes

→ Russian Revolution: In 1917, there had been the first socialist revolution in the world took place in Russia.

→ Reasons for revolution:

  • Before the revolution, the Russian social, economic, and political conditions were quite conducive to the revolution.
  • The condition of peasants and workers was quite a pity.
  • The rule of Tzar (King of Russia) was autocratic.
  • Common people had no political rights.
  • Consequently, people were against the Czar.
  • The Czar forced Russia into World War I and made a great mistake.
  • The miserable condition of the soldiers also led to frustration against the Tzar.

→ Lenin:

  • After Karl Marx and Friedrich Engles, Lenin is considered the greatest thinker of the socialist movement.
  • He played the most important role in organising the Bolshevik party and making the revolution successful.

PSEB 9th Class SST Notes History Chapter 6 Russian Revolution

→ The Revolution of 1905:

  • In 1905, a procession of workers was attacked by the police.
  • It took the form of a revolution.
  • During this revolution, a new form of organization developed.
  • It was Soviet or a group of workers’ representatives.
  • This revolution provided a base to the revolution of 1917.

→ The Beginning of Revolution:

  • The Russian revolution begins with a procession of women.
  • Then a general strike of workers took place.
  • On 15th March 1917, the Czar was forced to relinquish his power.
  • Finally, a temporary government was formed.
  • According to the Russian Calendar, this incident is known as the February Revolution and people consider its beginning on 27 February.

→ The Success of Revolution:

  • With the fall of the first interim government (7 October 1917), Lenin’s government came into power.
  • It is known as the October Revolution. (According to the Russian Calendar on 25th February.)

→ Soviet:

  • During the 1905 revolution, a new form of the organization come into force. It is known as ‘Soviet’.
  • It was a council of workers’ representatives.
  • Initially, such councils were the committees of organizing strikes but later on, they become a means of getting political power.
  • After some time, Peasant’s Soviets were also formed.
  • Russian Soviets played an important role in the revolution of 1917.

→ February Revolution:

  • After a procession of women, a worker’s strike took place.
  • On 12th March, workers captured St. Petersburg very quickly, they captured Moscow as well.
  • The Tzar left the power and an Interim Government was formed on 15th March.
  • According to the old Russian calendar, this revolution took place on 27th February.
  • That’s why it is called the February Revolution.

PSEB 9th Class SST Notes History Chapter 6 Russian Revolution

→ October Revolution:

  • The Russian Revolution actually took place on 7th November 1917.
  • According to the old calendar, it was on 25th October.
  • That’s why it is called the October Revolution.
  • This revolution led to the fall of Kerensky’s government.
  • Its headquarter Winter’s palace came under the control of a group of sailors.
  • On the same day, a meeting of the Russian Congress of Soviets took place and it took power in its hands.

→ Bloody Sunday:

  • In 1905, the Russian revolutionary movement was gaining momentum.
  • In the meantime, a procession of workers, led by Father Gapon, reached the winter palace.
  • Police attacked them and fired on them with which 100 workers died and 300 wounded.
  • This incident in history is known as the ‘Bloody Sunday’.

→ Communist Revolution:

  • The Communist International or Comintern was organized in 1919 A.D.
  • It is also known as the Third International.
  • Its objective was to encourage revolutions at the international level.
  • At the time of the first world war, the socialist movement was divided into two parts.
  • Its separated group was known as the communist party.
  • Comintern was associated with the same group.
  • It was a platform at the world level which made policies for the communist parties around the world.

→ Socialism:

  • Socialism is a political system in which all the means of production are under the state’s control.
  • Its main objective is the equal distribution of economic resources.
  • In this system, no one is exploited and is exactly opposite to capitalism.

→ The 1850s and 1880s – Debates over socialism in Russia.

→ 1898 – Formation of the Russian Social Democratic Workers Party.

PSEB 9th Class SST Notes History Chapter 6 Russian Revolution

→ 1905 – The Bloody Sunday and the Revolution of 1905.

→ 1917 – 2nd March – Abdication of the Tzar, 24th October – Bolshevik uprising in Petrograd.

→ 1918-1920 – The Civil War.

→ 1919 – Formation of Comintern.

→ 1929 – Beginning of Collectivisation.

रूसी क्रांति PSEB 9th Class SST Notes

→ रूस की क्रांति – 1917 में रूस में विश्व की सबसे पहली समाजवादी क्रांति हुई। यह क्रांति शांतिपूर्ण थी।

→ क्रांति के कारण – क्रांति से पूर्व रूस का सामाजिक, आर्थिक तथा राजनीतिक दृष्टिकोण क्रांति के अनुकूल था। किसानों तथा मजदूरों की दशा अत्यंत शोचनीय थी। रूस का ज़ार निरंकुश तथा स्वेच्छाचारी था।

→ साधारण जनता को कोई राजनीतिक अधिकार प्राप्त नहीं थे। इसलिए लोग ज़ार के विरुद्ध थे। ज़ार ने रूस को प्रथम विश्व-युद्ध में झोंक कर एक अन्य बड़ी गलती की। इस युद्ध में सैनिकों की दुर्दशा के कारण सैनिक भी ज़ार के विरुद्ध हो गए।

→ लेनिन – लेनिन को मार्क्स तथा एंगेल्स के बाद समाजवादी आंदोलन का महानतम् विचारक माना जाता है। उसने देश में बोल्शेविक दल को संगठित करने तथा क्रांति को सफल बनाने में विशेष भूमिका निभाई।

→ 1905 की क्रांति – 1905 में ज़ार को याचिका देने के लिए जाते हुए मजदूरों के समूह पर गोली चला दी गई। इस घटना ने क्रांति का रुप धारण कर लिया। इस क्रांति के दौरान संगठन का एक नया रूप विकसित हुआ।

→ यह था सोवियत या मज़दूरों के प्रतिनिधियों की परिषद् । इस क्रांति ने 1917 की क्रांति की भूमिका तैयार की।

→ क्रांति का प्रारंभ – रूसी क्रांति का विस्फोट स्त्रियों के प्रदर्शन के कारण हुआ। उसके बाद मज़दूरों की एक आम हड़ताल हुई। 15 मार्च, 1917 को ज़ार द्वारा राज सिंहासन त्यागने के बाद रूस में प्रथम अस्थायी सरकार की स्थापना हुई।

→ रूसी पंचांग के अनुसार इसे फरवरी क्रांति कहते हैं और इसका आरंभ 27 फरवरी से मानते हैं।

→ क्रांति की सफलता – पहली अंतरिम सरकार के पतन (7 नवंबर, 1917) के बाद लेनिन सरकार सत्ता में आई। इसे अक्तूबर क्रांति (रूसी पंचांग के अनुसार 25 अक्तूबर) के नाम से जाना जाता हैं।

→ सोवियत – 1905 की रूसी क्रांति के दौरान संगठन का एक नया रूप उभरा। इसे ‘सोवियत’ कहते हैं। सोवियत का अर्थ है मज़दूरों के प्रतिनिधियों की परिषद्। प्रारंभ में ये परिषदें हड़ताल चलाने वाली कमेटियां थीं, परंतु बाद में ये राजनीतिक सत्ता के साधन बन गईं।

→ कुछ समय बाद किसानों की सोवियतों का निर्माण भी हुआ। रूसी सोवियतों ने 1917 की क्रांति में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।

→ फरवरी क्रांति – रूस में औरतों के प्रदर्शन के बाद मजदूरों की हड़ताल हुई। मज़दूरों ने 12 मार्च को राजधानी पीटर्सबर्ग पर अधिकार कर लिया। शीघ्र ही उन्होंने मास्को पर भी अधिकार कर लिया।

→ ज़ार सिंहासन छोड़कर भाग गया और 15 मार्च को अंतरिम सरकार की स्थापना हुई। रूस की यह क्रांति पुराने रूसी कैलेंडर के अनुसार 27 फरवरी, 1917 को हुई थी। इसलिये इसे फरवरी क्रांति के नाम से पुकारा जाता है।

→ अक्तूबर क्रांति – अक्तूबर क्रांति वास्तव में 7 नवंबर, 1917 को हुई थी। उस दिन पुराने रूसी कैलेंडर के अनुसार 25 अक्तूबर का दिन था। इसलिए इस क्रांति को ‘अक्तूबर क्रांति’ का नाम दिया जाता है। इस क्रांति के परिणामस्वरूप केरेंस्की सरकार का अपनी अलोकप्रियता के कारण पतन हो गया।

→ उसके मुख्यालय विंटर पैलेस पर नाविकों के एक दल ने अधिकार कर लिया। उसी दिन सोवियतों की अखिल रूसी कांग्रेस की बैठक हुई और उसने राजनीतिक सत्ता अपने हाथों में ले ली।

→ खूनी रविवार – 1905 ई० में रूसी क्रांतिकारी आंदोलन बल पकड़ रहा था। इसी दौरान पादरी गैथॉन के नेतृत्व में मजदूरों का एक जलूस जार के महल (विंटर पैलेस) के सामने पहुंचा तो उन पर गोलियां चलाई गईं।

→ इस गोलीकांड में 100 से अधिक मजदूर मारे गए और लगभग 300 घायल हुए। इतिहास में इस घटना को ‘खूनी रविवार’ कहा जाता है। 1905 की क्रांति की शुरुआत इसी घटना से हुई थी।

→ कम्युनिस्ट इंटरनेशनल – कम्युनिस्ट इंटरनेशनल अथवा कामिंटर्न का संगठन 1919 में प्रथम और द्वितीय इंटरनेशनल की भांति किया गया था। इसीलिए इसे तृतीय इंटरनेशनल भी कहा जाता है। इसका उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर क्रांतियों को बढ़ावा देना था।

→ प्रथम महायुद्ध के समय समाजवादी आंदोलन में फूट पड़ गई थी। इससे अलग होने वाला वामपंथी दल कम्युनिस्ट गुट के नाम से प्रसिद्ध हुआ। कामिंटर्न का संबंध इसी गुट से था। यह एक ऐसा मंच था जो विश्व भर की कम्युनिस्ट पार्टियों के लिए नीतियां निर्धारित करता था।

→ समाजवाद – समाजवाद वह राजनीतिक व्यवस्था है जिसमें उत्पादन के साधनों पर राज्य का अधिकार होता है। इसका मुख्य उद्देश्य आर्थिक साधनों का समान वितरण है। इस व्यवस्था में समाज के किसी वर्ग का शोषण नहीं किया जाता। यह पूंजीवाद के बिलकुल विपरीत है।

→ 1850-1889 – रूस में समाजवाद पर वाद-विवाद

→ 1898 – रूसी समाजवादी प्रजातांत्रिक वर्क्स पार्टी का गठन

→ 1905 – खूनी रविवार तथा रूस में क्रांति

→ 1917, 2 मार्च – ज़ार का सत्ता से हटना

→ 1917, 24 अक्तूबर – पैत्रोग्राद में बोलश्विक क्रांति

→ 1918-20 – रूस में गृह-युद्ध

→ 1919 – कोमिंटर्न की स्थापना

→ 1929 – सामूहीकरण का आरंभ

ਰੂਸ ਦੀ ਕ੍ਰਾਂਤੀ PSEB 9th Class SST Notes

→ 1850 ਈ:-1889 ਈ: – ਰੂਸ ਵਿਚ ਸਮਾਜਵਾਦ ‘ਤੇ ਵਾਦ-ਵਿਵਾਦ

→ 1898 ਈ: ਰੂਸੀ ਸਮਾਜਵਾਦੀ ਲੋਕਤੰਤਰਿਕ ਵਰਕਸ ਪਾਰਟੀ ਦਾ ਗਠਨ

→ 1905 ਈ: – ਖੂਨੀ ਐਤਵਾਰ ਅਤੇ ਰੂਸ ਵਿਚ ਕ੍ਰਾਂਤੀ

→ 1917 ਈ: 1 – ਜ਼ਾਰ ਦਾ ਸੱਤਾ ਤੋਂ ਹਟਣਾ

→ 1917, 2 ਮਾਰਚ ਪੈਟਰੋਡ ਵਿਚ ਬੋਲਸ਼ਵਿਕ ਕ੍ਰਾਂਤੀ

→ 1917, 24 ਅਕਤੂਬਰ

→ 1918 ਈ:-20 ਈ: – ਰੂਸ ਵਿਚ ਗ੍ਰਹਿ ਯੁੱਧ

→ 1919 ਈ: – ਕੋਮਿੰਟਰਨ ਦੀ ਸਥਾਪਨਾ ।

→ 1929 ਈ: – ਸਮੂਹੀਕਰਨ ਦਾ ਆਰੰਭ ।

PSEB 6th Class Social Science Solutions Chapter 19 ਸਮੁਦਾਇ ਅਤੇ ਮਨੁੱਖੀ ਲੋੜਾਂ

Punjab State Board PSEB 6th Class Social Science Book Solutions Civics Chapter 19 ਸਮੁਦਾਇ ਅਤੇ ਮਨੁੱਖੀ ਲੋੜਾਂ Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 6 Social Science Civics Chapter 19 ਸਮੁਦਾਇ ਅਤੇ ਮਨੁੱਖੀ ਲੋੜਾਂ

SST Guide for Class 6 PSEB ਸਮੁਦਾਇ ਅਤੇ ਮਨੁੱਖੀ ਲੋੜਾਂ Textbook Questions and Answers

ਅਭਿਆਸ ਦੇ ਪ੍ਰਸ਼ਨ
ਬਹੁਵਿਕਲਪੀ ਪ੍ਰਸ਼ਨ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਸਮਾਜ ਦੀ ਮੁੱਢਲੀ ਸਮਾਜਿਕ ਇਕਾਈ ਕਿਹੜੀ ਹੈ ?
(i) ਪਰਿਵਾਰ
(ii) ਸ਼ਹਿਰ ।
ਉੱਤਰ-
(i) ਪਰਿਵਾਰ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਮਨੁੱਖ ਇਕ ਸਮਾਜਿਕ ਪ੍ਰਾਣੀ ਕਿਉਂ ਹੈ ?
(i) ਮਨੁੱਖ ਇਕੱਲਾ ਰਹਿ ਸਕਦਾ ਹੈ ।
(ii) ਮਨੁੱਖ ਇਕੱਲਾ ਨਹੀਂ ਰਹਿ ਸਕਦਾ ।
ਉੱਤਰ-
(ii) ਮਨੁੱਖ ਇਕੱਲਾ ਨਹੀਂ ਰਹਿ ਸਕਦਾ ।

PSEB 6th Class Social Science Solutions Chapter 19 ਸਮੁਦਾਇ ਅਤੇ ਮਨੁੱਖੀ ਲੋੜਾਂ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਸੱਭਿਆਚਾਰਕ ਸਾਂਝ ਨਾਲ ਕਿਹੜੀ ਭਾਵਨਾ ਪੈਦਾ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ?
(i) ਦੇਸ਼ ਭਗਤੀ ਦੀ ਭਾਵਨਾ
(i) ਫ਼ਿਰਕੂ ਭਾਵਨਾ ।
ਉੱਤਰ-
(i) ਦੇਸ਼ ਭਗਤੀ ਦੀ ਭਾਵਨਾ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਸਭ ਤੋਂ ਪਹਿਲਾਂ ਮਨੁੱਖ ਨੇ ਪ੍ਰਾਚੀਨ ਸਮੇਂ ਵਿੱਚ ਕਿਹੜੇ ਪਦਾਰਥ ਦੇ ਹਥਿਆਰ ਬਣਾਏ ?
(i) ਪੱਥਰ
(ii) ਤਾਂਬਾ ।
ਉੱਤਰ-
(i) ਪੱਥਰ ।

I. ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਪ੍ਰਸ਼ਨਾਂ ਦੇ ਉੱਤਰ ਲਿਖੋ :

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਮਨੁੱਖ ਨੂੰ ਸਮਾਜਿਕ ਪ੍ਰਾਣੀ ਕਿਉਂ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਮਨੁੱਖ ਅਸਲ ਵਿੱਚ ਇੱਕ ਸਮਾਜਿਕ ਪ੍ਰਾਣੀ ਹੈ । ਪਹਿਲਾ, ਮਨੁੱਖ ਸੁਭਾਅ ਤੋਂ ਹੀ ਇਕੱਲਾ ਨਹੀਂ ਰਹਿ ਸਕਦਾ । ਇਹ ਹੋਰਨਾਂ ਲੋਕਾਂ ਨਾਲ ਮਿਲ ਕੇ ਰਹਿਣਾ ਪਸੰਦ ਕਰਦਾ ਹੈ । ਦੂਜਾ, ਮਨੁੱਖ ਦੀਆਂ ਲੋੜਾਂ ਉਸਨੂੰ ਸਮਾਜਿਕ ਪ੍ਰਾਣੀ ਬਣਾਉਂਦੀਆਂ ਹਨ । ਕੋਈ ਵੀ ਮਨੁੱਖ ਆਪਣੀਆਂ ਸਾਰੀਆਂ ਲੋੜਾਂ ਨੂੰ ਆਪ ਪੂਰਾ ਨਹੀਂ ਕਰ ਸਕਦਾ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਪੂਰਤੀ ਲਈ ਉਸਨੂੰ ਕਈ ਲੋਕਾਂ ਦੇ ਸਹਿਯੋਗ ਦੀ ਜ਼ਰੂਰਤ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਕਾਰਨਾਂ ਕਰਕੇ ਮਨੁੱਖ ਨੂੰ ਸਮਾਜਿਕ ਪਾਣੀ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਸਮਾਜ ਦੀ ਮੁੱਢਲੀ ਇਕਾਈ ਕਿਹੜੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਸਮਾਜ ਦੀ ਮੁੱਢਲੀ ਇਕਾਈ ਪਰਿਵਾਰ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਪ੍ਰਾਚੀਨ ਸਮਾਜ ਵਿੱਚ ਮਨੁੱਖੀ ਜੀਵਨ ਕਿਹੋ ਜਿਹਾ ਸੀ ?
ਉੱਤਰ-
ਪ੍ਰਾਚੀਨ ਸਮਾਜ ਵਿੱਚ ਮਨੁੱਖੀ ਜੀਵਨ ਜੰਗਲੀ ਜੀਵਾਂ ਵਰਗਾ ਸੀ । ਆਦਿ ਮਨੁੱਖ ਜੰਗਲਾਂ ਵਿੱਚ ਰਹਿੰਦਾ ਸੀ । ਉਹ ਜੰਗਲੀ ਜਾਨਵਰਾਂ ਅਤੇ ਪੰਛੀਆਂ ਦਾ ਸ਼ਿਕਾਰ ਕਰਕੇ ਆਪਣਾ ਪੇਟ ਭਰਦਾ ਸੀ । ਹੌਲੀ-ਹੌਲੀ ਉਹ ਪਸ਼ੂਆਂ ਨੂੰ ਪਾਲਣ ਲੱਗਾ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਤੋਂ ਭੋਜਨ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਲੱਗਾ । ਇਸਨੂੰ ‘ਪਸ਼ੂ-ਪਾਲਣ ਅਵਸਥਾ’ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ । ਇਸ ਅਵਸਥਾ ਵਿੱਚ ਵੀ ਮਨੁੱਖ ਦਾ ਜੀਵਨ ਸਥਾਈ ਨਹੀਂ ਸੀ । ਉਹ ਆਪਣੇ ਪਸ਼ੂਆਂ ਨਾਲ ਚਰਾਗਾਹਾਂ ਦੀ ਭਾਲ ਵਿੱਚ ਥਾਂਥਾਂ ‘ਤੇ ਘੁੰਮਦਾ ਰਹਿੰਦਾ ਸੀ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਕਬੀਲੇ ਦੇ ਅਤੇ ਸ਼ਹਿਰੀ ਜੀਵਨ ਵਿੱਚ ਕੀ ਅੰਤਰ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਕਬੀਲੇ ਦੇ ਲੋਕਾਂ ਦਾ ਜੀਵਨ ਸਥਾਈ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦਾ । ਉਹ ਇਕ ਥਾਂ ਟਿਕ ਕੇ ਨਹੀਂ ਰਹਿੰਦੇ ਅਤੇ ਆਪਣੀ ਜ਼ਰੂਰਤ ਅਨੁਸਾਰ ਸਥਾਨ ਬਦਲਦੇ ਰਹਿੰਦੇ ਹਨ । ਕਬੀਲੇ ਦੇ ਲੋਕਾਂ ਦਾ ਜੀਵਨ ਸਾਧਾਰਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਉਹਨਾਂ ਦੀਆਂ ਲੋੜਾਂ ਬਹੁਤ ਘੱਟ ਹੁੰਦੀਆਂ ਹਨ ।

ਸ਼ਹਿਰੀ ਜੀਵਨ ਸਥਾਈ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਲੋਕਾਂ ਦਾ ਜੀਵਨ ਬਹੁਤ ਗੁੰਝਲਦਾਰ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਉਹਨਾਂ ਦੀਆਂ ਲੋੜਾਂ ਵਿਚ ਦਿਨੋਂ-ਦਿਨ ਵਾਧਾ ਹੁੰਦਾ ਰਹਿੰਦਾ ਹੈ । ਇਹ ਲੋਕ ਜੀਵਨ ਦੀਆਂ ਸਾਰੀਆਂ ਸਹੂਲਤਾਂ ਦਾ ਆਨੰਦ ਮਾਣਦੇ ਹਨ ।

PSEB 6th Class Social Science Solutions Chapter 19 ਸਮੁਦਾਇ ਅਤੇ ਮਨੁੱਖੀ ਲੋੜਾਂ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਸਮਾਜ ਮਨੁੱਖ ਲਈ ਕਿਉਂ ਜ਼ਰੂਰੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਮਨੁੱਖ ਲਈ ਸਮਾਜ ਹੇਠਾਂ ਲਿਖੇ ਕਾਰਨਾਂ ਕਰਕੇ ਜ਼ਰੂਰੀ ਹੈ-

  1. ਆਪਣੀ ਸੁਰੱਖਿਆ ਲਈ ।
  2. ਆਪਣੀਆਂ ਲੋੜਾਂ ਦੀ ਪੂਰਤੀ ਲਈ ।
  3. ਆਪਣੇ ਵਿਚਾਰਾਂ ਨੂੰ ਪ੍ਰਗਟ ਕਰਨ ਲਈ ।
  4. ਆਪਣਾ ਦੁੱਖ-ਸੁਖ ਵੰਡਣ ਲਈ ।
  5. ਵੱਖ-ਵੱਖ ਕੰਮਾਂ ਵਿੱਚ ਸਹਿਯੋਗ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਲਈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਕੁਦਰਤੀ ਵਾਤਾਵਰਨ ‘ਤੇ ਸੰਖੇਪ ਨੋਟ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਆਰੰਭ ਵਿੱਚ ਮਨੁੱਖ ਜੰਗਲਾਂ ਵਿੱਚ ਰਹਿੰਦਾ ਸੀ ਅਤੇ ਕੁਦਰਤ ‘ਤੇ ਨਿਰਭਰ ਸੀ । ਉਸਨੇ ਆਪਣਾ ਜੀਵਨ ਇੱਕ ਸ਼ਿਕਾਰੀ ਦੇ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਸ਼ੁਰੂ ਕੀਤਾ । ਖੇਤੀਬਾੜੀ ਨੇ ਉਸਦੇ ਜੀਵਨ ਨੂੰ ਸਥਾਈ ਬਣਾਇਆ । ਇਸ ਨਾਲ ਉਸਦੀ ਕੁਦਰਤ ‘ਤੇ ਨਿਰਭਰਤਾ ਵੀ ਘੱਟ ਹੋਈ । ਉਹ ਹੋਰਨਾਂ ਲੋਕਾਂ ਦੇ ਨਾਲ ਵਸਤਾਂ ਦਾ ਆਦਾਨ-ਪ੍ਰਦਾਨ ਕਰਨ ਲੱਗਾ । ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਵਪਾਰ ਦਾ ਆਰੰਭ ਹੋਇਆ । ਮਨੁੱਖੀ ਸੋਚ ਨੇ ਨਵੇਂ-ਨਵੇਂ ਕਿੱਤਿਆਂ ਨੂੰ ਜਨਮ ਦਿੱਤਾ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਵਿੱਚ ਤਰਖਾਣ, ਲੁਹਾਰ ਅਤੇ ਦੁਕਾਨਦਾਰੀ ਦੇ ਕਿੱਤੇ ਸ਼ਾਮਿਲ ਸਨ । ਕਿੱਤਿਆਂ ਦੇ ਵਿਸਤਾਰ ਨੇ ਸੰਗਠਨ, ਕਾਨੂੰਨ-ਵਿਵਸਥਾ, ਸ਼ਾਸਨ ਪ੍ਰਬੰਧ ਆਦਿ ਗੱਲਾਂ ਨੂੰ ਜ਼ਰੂਰੀ ਬਣਾ ਦਿੱਤਾ । ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਮਨੁੱਖ ਨੇ ਕੁਦਰਤੀ ਵਾਤਾਵਰਨ ਤੋਂ ਨਿਕਲ ਕੇ ਮਨੁੱਖੀ ਸੋਚ ਵਾਲੇ ਵਾਤਾਵਰਨ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਵੇਸ਼ ਕੀਤਾ । ਮਨੁੱਖ ਅੱਜ ਵੀ ਨਵੀਆਂ ਤਕਨੀਕਾਂ ਖੋਜ ਰਿਹਾ ਹੈ ।

ਇਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਨਾਲ ਉਹ ਕੁਦਰਤੀ ਵਾਤਾਵਰਨ ਨੂੰ ਹੋਰ ਜ਼ਿਆਦਾ ਉਪਯੋਗੀ ਵੀ ਬਣਾ ਸਕਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਉਸਨੂੰ ਹਾਨੀ ਵੀ ਪਹੁੰਚਾ ਸਕਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਸਾਨੂੰ ਆਪਣੇ ਭਾਰਤੀ ਸਮੁਦਾਇ `ਤੇ ਮਾਣ ਕਿਉਂ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਸਾਨੂੰ ਆਪਣੇ ਭਾਰਤੀ ਸਮੁਦਾਇ ਅਰਥਾਤ ਭਾਰਤ ਦੇਸ਼ ਤੋਂ ਬਹੁਤ ਕੁੱਝ ਮਿਲਦਾ ਹੈ । ਇਹ ਸਾਨੂੰ ਸੁਰੱਖਿਆ ਪ੍ਰਦਾਨ ਕਰਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਸਾਨੂੰ ਸਿੱਖਿਅਤ ਕਰਕੇ ਚੰਗਾ ਨਾਗਰਿਕ
ਬਣਾਉਂਦਾ ਹੈ । ਸਾਡੀਆਂ ਸਾਰੀਆਂ ਲੋੜਾਂ ਦੀ ਪੂਰਤੀ ਵੀ ਇਹੀ ਸਮੁਦਾਇ ਕਰਦਾ ਹੈ । ਇੰਨਾ ਹੀ ਨਹੀਂ ਇਹ ਸਾਡੇ ਵਿੱਚ ਭਾਈਚਾਰੇ ਅਤੇ ਏਕਤਾ ਦੀ ਭਾਵਨਾ ਦਾ ਵਿਕਾਸ ਵੀ ਕਰਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਸਾਨੂੰ ਭਾਰਤੀ ਸਮੁਦਾਇ ‘ਤੇ ਮਾਣ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 8.
ਮਨੁੱਖ ਦਾ ਬਾਕੀ ਸਜੀਵਾਂ ਤੋਂ ਮੁੱਖ ਅੰਤਰ ਕੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਮਨੁੱਖ ਹੀ ਧਰਤੀ ‘ਤੇ ਇੱਕ ਅਜਿਹਾ ਜੀਵ ਹੈ ਜਿਸ ਕੋਲ ਸੋਚਣ ਦੀ ਸ਼ਕਤੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ਜਦ ਕਿ ਧਰਤੀ ‘ਤੇ ਪਾਏ ਜਾਣ ਵਾਲੇ ਬਾਕੀ ਸਾਰੇ ਜੀਵ-ਜੰਤੂਆਂ ਅਤੇ ਪਸ਼ੂ-ਪੰਛੀਆਂ ਕੋਲ ਅਜਿਹੀ ਸ਼ਕਤੀ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦੀ । ਇਹੀ ਮਨੁੱਖ ਅਤੇ ਬਾਕੀ ਸਜੀਵਾਂ ਵਿੱਚ ਮੁੱਖ ਅੰਤਰ ਹੈ ।

II. ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਖ਼ਾਲੀ ਸਥਾਨ ਭਰੋ :

(1) ਪ੍ਰਾਚੀਨ ਸਮੇਂ ਵਿੱਚ …………………………. % ਭਾਰਤੀ ਲੋਕ ਪਿੰਡਾਂ ਵਿਚ ਰਹਿੰਦੇ ਸਨ ।
(2) ਸ਼ਹਿਰੀ ਜਨਸੰਖਿਆ ਦਿਨ-ਬਦਿਨ ………………………. ਜਾ ਰਹੀ ਹੈ ।
(3) ਸਮੁਦਾਇ ਨੂੰ ਪਰਿਵਾਰਾਂ ਦਾ ………………………. ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।
(4) ਮੁੱਢਲੇ ਮਨੁੱਖ ਦਾ ਧੰਦਾ ……………………… ਸੀ ।
(5) ਪਰਿਵਾਰ ਸਮਾਜ ਦੀ ਮੁੱਢਲੀ …………………………. ਇਕਾਈ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
(1) 90
(2) ਵੱਧਦੀ
(3) ਸਮੂਹ
(4) ਸ਼ਿਕਾਰ ਕਰਨਾ
(5) ਸਮਾਜਿਕ ।

PSEB 6th Class Social Science Solutions Chapter 19 ਸਮੁਦਾਇ ਅਤੇ ਮਨੁੱਖੀ ਲੋੜਾਂ

III. ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਵਾਕਾਂ ਤੇ ਗ਼ਲਤ (√) ਜਾਂ ਠੀਕ (×) ਦਾ ਨਿਸ਼ਾਨ ਲਗਾਓ :

(1) ਭਾਰਤ ਨੂੰ ਅਨੇਕਤਾ ਵਿੱਚ ਏਕਤਾ ਵਾਲਾ ਦੇਸ਼ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।
(2) ਕਸ਼ਮੀਰ ਅਤੇ ਰਾਜਸਥਾਨ ਦਾ ਜਲਵਾਯੂ ਇੱਕੋ ਜਿਹਾ ਹੈ ।
(3) ਹਰ ਮਨੁੱਖ ਆਪਣੇ ਸਮੁਦਾਇ ਦਾ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਹਿੱਸਾ ਹੈ ।
(4) ਮਨੁੱਖ ਇਕੱਲਾ ਰਹਿ ਸਕਦਾ ਹੈ ।
(5) ਖੇਤੀਬਾੜੀ ਧੰਦੇ ਨਾਲ ਪਿੰਡਾਂ ਦਾ ਵਿਕਾਸ ਹੋਇਆ ।
ਉੱਤਰ-
1. (√)
2. (×)
3. (√)
4. (×)
5. (√)

PSEB 6th Class Social Science Guide ਸਮੁਦਾਇ ਅਤੇ ਮਨੁੱਖੀ ਲੋੜਾਂ Important Questions and Answers

ਵਸਤੂਨਿਸ਼ਠ ਪ੍ਰਸ਼ਨ
ਘੱਟ ਤੋਂ ਘੱਟ ਸ਼ਬਦਾਂ ਵਿਚ ਉੱਤਰ ਵਾਲੇ ਪ੍ਰਸ਼ਨ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਸਮੁਦਾਇ ਕਿਹੜੀ ਸਮਾਜਿਕ ਇਕਾਈ ਦਾ ਸਮੂਹ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਪਰਿਵਾਰ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਕਿਹੜੀ ਖੋਜ ਨੇ ਮਾਨਵ ਨੂੰ ਭੋਜਨ ਪਕਾ ਕੇ ਖਾਣ ਲਈ ਸਹਾਇਤਾ ਕੀਤੀ ?
ਉੱਤਰ-
ਅੱਗ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਭਾਰਤ ਦੇਸ਼ ਦਾ ਸਭਿਆਚਾਰ ਖੁਸ਼ਹਾਲ ਹੈ । ਦੇਸ਼ ਦੇ ਲਈ ਇਸ ਦਾ ਕੀ ਮਹੱਤਵ ਹੈ ? ਕੋਈ ਇਕ ਬਿੰਦੂ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਇਹ ਸਭਿਆਚਾਰ ਭਾਰਤ ਦੇਸ਼ ਦੀ ਸ਼ਕਤੀ ਸਰੋਤ ਹੈ ।

ਬਹੁਤ ਛੋਟੇ ਉੱਤਰਾਂ ਵਾਲੇ ਪ੍ਰਸ਼ਨ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਪਰਿਵਾਰ ਕਿਹੜੀਆਂ-ਕਿਹੜੀਆਂ ਲੋੜਾਂ ਦੀ ਪੂਰਤੀ ਕਰਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਪਰਿਵਾਰ ਭੋਜਨ, ਕੱਪੜੇ, ਮਕਾਨ ਅਤੇ ਸੁਰੱਖਿਆ ਆਦਿ ਲੋੜਾਂ ਦੀ ਪੂਰਤੀ ਕਰਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਪਰਿਵਾਰ ਭਵਿੱਖ ਦੇ ਨਾਗਰਿਕ ਕਿਵੇਂ ਤਿਆਰ ਕਰਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਪਰਿਵਾਰ ਬੱਚਿਆਂ ਵਿੱਚ ਸਮਾਜਿਕ ਗੁਣਾਂ ਦਾ ਵਿਕਾਸ ਕਰਕੇ ਭਵਿੱਖ ਦੇ ਨਾਗਰਿਕ ਤਿਆਰ ਕਰਦਾ ਹੈ ।

PSEB 6th Class Social Science Solutions Chapter 19 ਸਮੁਦਾਇ ਅਤੇ ਮਨੁੱਖੀ ਲੋੜਾਂ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਪਹਾੜੀ ਅਤੇ ਮਾਰੂਥਲੀ ਖੇਤਰਾਂ ਵਿੱਚ ਜਨ-ਸਮੁਦਾਵਾਂ ਦਾ ਮੁੱਖ ਕਿੱਤਾ ਕਿਹੜਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਭੇਡਾਂ-ਬੱਕਰੀਆਂ ਪਾਲਣਾ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਸਮੁਦਾਇ ਕਿਸਨੂੰ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਇਕੱਠੇ ਰਹਿਣ ਵਾਲੇ ਪਰਿਵਾਰਾਂ ਦੇ ਸਮੂਹ ਨੂੰ ਸਮੁਦਾਇ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ । ਸਮੁਦਾਇ ਅਤੇ ਪਰਿਵਾਰ ਆਪਣੇ ਸਹਿਯੋਗ ਨਾਲ ਸਮੁਦਾਇ ਦੀਆਂ ਲੋੜਾਂ ਦੀ ਪੂਰਤੀ ਕਰਦੇ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਸਾਡੇ ਦੇਸ਼ ਦੇ ਲੋਕ ਕਿਹੜੇ-ਕਿਹੜੇ ਧਰਮਾਂ ਨੂੰ ਮੰਨਦੇ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਸਾਡੇ ਦੇਸ਼ ਦੇ ਲੋਕ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਧਰਮਾਂ ਨੂੰ ਮੰਨਦੇ ਹਨ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਵਿੱਚੋਂ ਮੁੱਖ ਧਰਮ ਹਨ-ਹਿੰਦੂ ਧਰਮ, ਇਸਲਾਮ, ਸਿੱਖ, ਇਸਾਈ ਆਦਿ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਸ਼ਹਿਰਾਂ ਅਤੇ ਕਸਬਿਆਂ ਵਿੱਚ ਰਹਿਣ ਵਾਲੇ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਕੀ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਸ਼ਹਿਰਾਂ ਵਿੱਚ ਰਹਿਣ ਵਾਲੇ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਸ਼ਹਿਰ ਵਾਸੀ ਅਤੇ ਕਸਬਿਆਂ ਵਿੱਚ ਰਹਿਣ ਵਾਲੇ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਕਸਬਾ ਵਾਸੀ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

PSEB 6th Class Social Science Solutions Chapter 19 ਸਮੁਦਾਇ ਅਤੇ ਮਨੁੱਖੀ ਲੋੜਾਂ

ਛੋਟੇ ਉੱਤਰਾਂ ਵਾਲੇ ਪ੍ਰਸ਼ਨ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਇਕ ਦੂਜੇ ‘ਤੇ ਨਿਰਭਰਤਾ ਤੋਂ ਕੀ ਭਾਵ ਹੈ ? ਉਦਾਹਰਨ ਦੇ ਕੇ ਸਮਝਾਓ ।
ਉੱਤਰ-
ਕੋਈ ਵੀ ਮਨੁੱਖ ਆਪਣੀਆਂ ਸਾਰੀਆਂ ਲੋੜਾਂ ਦੀ ਪੂਰਤੀ ਆਪ ਨਹੀਂ ਕਰ ਸਕਦਾ । ਇਸਦੇ ਲਈ ਉਸਨੂੰ ਦੂਜਿਆਂ ‘ਤੇ ਨਿਰਭਰ ਰਹਿਣਾ ਪੈਂਦਾ ਹੈ । ਉਦਾਹਰਨ ਲਈ, ਸਾਨੂੰ ਆਪਣਾ ਮਕਾਨ ਬਣਾਉਣ ਲਈ ਰਾਜ-ਮਿਸਤਰੀ ਅਤੇ ਮਜ਼ਦੂਰਾਂ ਦੀ ਲੋੜ ਪੈਂਦੀ ਹੈ । ਅਨਾਜ ਦੇ ਲਈ ਅਸੀਂ ਕਿਸਾਨ ‘ਤੇ ਅਤੇ ਦੁੱਧ ਦੇ ਲਈ ਅਸੀਂ ਗਵਾਲੇ ‘ਤੇ ਨਿਰਭਰ ਹਾਂ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਸਾਡੇ ਦੇਸ਼ ਦੀ ਭੂਗੋਲਿਕ ਵਿਭਿੰਨਤਾ ਦਾ ਕੀ ਕਾਰਨ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਸਾਡੇ ਦੇਸ਼ ਦੀ ਭੁਗੋਲਿਕ ਵਿਭਿੰਨਤਾ ਦਾ ਮੁੱਖ ਕਾਰਨ ਦੇਸ਼ ਦੀ ਵਿਸ਼ਾਲਤਾ ਹੈ ।ਦੇਸ਼ ਦੇ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਭਾਗਾਂ ਦਾ ਧਰਾਤਲ, ਜਲਵਾਯੂ ਅਤੇ ਬਨਸਪਤੀ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਹੈ । ਕਿਤੇ ਉੱਚੇ-ਉੱਚੇ ਪਰਬਤ ਹਨ ਤਾਂ ਕਿਤੇ ਮੈਦਾਨ : ਕਿਤੇ ਜ਼ਿਆਦਾ ਠੰਢ ਪੈਂਦੀ ਹੈ ਤਾਂ ਕਿਤੇ ਜ਼ਿਆਦਾ ਗਰਮੀ । ਇਸੇ ਤਰ੍ਹਾਂ ਕਿਤੇ ਸੰਘਣੇ ਜੰਗਲ ਪਾਏ ਜਾਂਦੇ ਹਨ ਤਾਂ ਕਿਤੇ ਕੰਡੇਦਾਰ ਝਾੜੀਆਂ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਭਾਰਤ ਦੀ ਸਭਿਅਤਾ ਤੇ ਵਿਦੇਸ਼ੀ ਪ੍ਰਭਾਵ ਕਿਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਤੇ ਕਿਉਂ ਪਿਆ ?
ਉੱਤਰ-
ਭਾਰਤ ਵਿੱਚ ਸਮੇਂ-ਸਮੇਂ ‘ਤੇ ਕਈ ਵਿਦੇਸ਼ੀ ਜਾਤੀਆਂ ਆਈਆਂ । ਭਾਰਤ ਦੇ ਲੋਕ ਇਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਨਾਲ-ਨਾਲ ਘੁਲ-ਮਿਲ ਗਏ । ਉਨ੍ਹਾਂ ਵਿੱਚ ਵਿਆਹ ਸੰਬੰਧ ਵੀ ਕਾਇਮ ਹੋਏ । ਭਾਰਤੀਆਂ ਨੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਸਭਿਅਤਾ ਦੀਆਂ ਕਈ ਚੰਗੀਆਂ ਗੱਲਾਂ ਅਪਣਾ ਲਈਆਂ । ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਭਾਰਤ ਦੀ ਸਭਿਅਤਾ ਖ਼ੁਸ਼ਹਾਲ ਬਣੀ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਭਾਰਤ ਨੂੰ ਉਪ-ਮਹਾਂਦੀਪ ਕਿਉਂ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਭਾਰਤ ਏਸ਼ੀਆ ਮਹਾਂਦੀਪ ਦਾ ਇੱਕ ਹਿੱਸਾ ਹੈ । ਪਰ ਇਸ ਦੇ ਪਰਬਤ ਅਤੇ ਹਿੰਦ ਮਹਾਂਸਾਗਰ ਇਸਨੂੰ ਏਸ਼ੀਆ ਤੋਂ ਇੱਕ ਅਲੱਗ ਇਕਾਈ ਬਣਾਉਂਦੇ ਹਨ । ਇਸਦੀ ਏਸ਼ੀਆ ਤੋਂ ਅਲੱਗ ਆਪਣੀ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਸਭਿਅਤਾ ਹੈ । ਇਸਦਾ ਵਿਸਤਾਰ ਵੀ ਬਹੁਤ ਜ਼ਿਆਦਾ ਹੈ । ਇਸੇ ਕਾਰਨ ਭਾਰਤ ਨੂੰ ਉਪ-ਮਹਾਂਦੀਪ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਭਾਰਤ ਦੀ ਭਾਸ਼ਾ ਵਿਭਿੰਨਤਾ ‘ਤੇ ਨੋਟ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਭਾਰਤ ਵਿੱਚ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਭਾਸ਼ਾ ਬੋਲਣ ਵਾਲੇ ਲੋਕ ਰਹਿੰਦੇ ਹਨ । ਦੇਸ਼ ਵਿਚ ਕੁੱਲ ਮਿਲਾ ਕੇ ਲਗਪਗ 400 ਭਾਸ਼ਾਵਾਂ ਬੋਲੀਆਂ ਜਾਂਦੀਆਂ ਹਨ । ਉੱਤਰੀ ਭਾਰਤ ਦੀਆਂ ਮੁੱਖ ਭਾਸ਼ਾਵਾਂ ਹਿੰਦੀ, ਪੰਜਾਬੀ ਅਤੇ ਬੰਗਲਾ ਹਨ, ਜਦ ਕਿ ਦੱਖਣੀ ਭਾਰਤ ਦੀਆਂ ਮੁੱਖ ਭਾਸ਼ਾਵਾਂ ਤੇਲਗੂ, ਤਮਿਲ ਅਤੇ ਮਲਿਆਲਮ ਹਨ ।

PSEB 6th Class Social Science Solutions Chapter 19 ਸਮੁਦਾਇ ਅਤੇ ਮਨੁੱਖੀ ਲੋੜਾਂ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਮਨੁੱਖੀ ਪਰਿਵਾਰਾਂ ਅਤੇ ਪੰਛੀਆਂ ਅਤੇ ਜਾਨਵਰਾਂ ਦੇ ਪਰਿਵਾਰਾਂ ਵਿੱਚ ਕੀ ਅੰਤਰ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਮਨੁੱਖੀ ਪਰਿਵਾਰ ਵਿੱਚ ਬੱਚਿਆਂ ਦੀ ਪੂਰੀ ਦੇਖਭਾਲ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ, ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਚੰਗਾ ਭੋਜਨ ਅਤੇ ਚੰਗੇ ਕੱਪੜੇ ਦਿੱਤੇ ਜਾਂਦੇ ਹਨ, ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਸਿਹਤ ਦਾ ਉਚਿਤ ਧਿਆਨ ਰੱਖਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਉੱਚ ਤੋਂ ਉੱਚ ਸਿੱਖਿਆ ਦਿੱਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ । ਮਨੁੱਖੀ ਪਰਿਵਾਰ ਦੇ ਮੈਂਬਰਾਂ ਵਿਚ ਆਪਸੀ ਪ੍ਰੇਮ, ਸਹਿਣਸ਼ੀਲਤਾ, ਤਿਆਗ ਆਦਿ ਨਾਗਰਿਕ ਗੁਣ ਵੀ ਪਾਏ ਜਾਂਦੇ ਹਨ । ਪਸ਼ੂ-ਪੰਛੀਆਂ ਦੇ ਪਰਿਵਾਰਾਂ ਵਿੱਚ ਇਨ੍ਹਾਂ ਗੱਲਾਂ ਦਾ ਕੋਈ ਮਹੱਤਵ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦਾ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਪਰਿਵਾਰ ਅਤੇ ਸਮਾਜ ਵਿੱਚ ਕੀ ਸੰਬੰਧ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਪਰਿਵਾਰ ਆਪਣੇ ਆਪ ਵਿੱਚ ਹੀ ਇੱਕ ਸਮਾਜ ਹੈ । ਇਹ ਸਮਾਜ ਦਾ ਛੋਟਾ ਰੂਪ ਹੈ । ਜਿਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਪਰਿਵਾਰ ਆਪਸੀ ਸਹਿਯੋਗ ਅਤੇ ਨਿਰਭਰਤਾ ਨਾਲ ਚੱਲਦਾ ਹੈ, ਉਸੇ ਤਰ੍ਹਾਂ ਸਮਾਜ ਵੀ ਆਪਸੀ ਸਹਿਯੋਗ ਅਤੇ ਨਿਰਭਰਤਾ ਨਾਲ ਚੱਲਦਾ ਹੈ । ਅਸਲ ਵਿੱਚ ਹਰੇਕ ਵੱਡੇ ਸਮਾਜ ਦਾ ਆਧਾਰ ਪਰਿਵਾਰ ਹੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 8.
ਸ਼ਹਿਰੀ ਜਨਸੰਖਿਆ ਤੇਜ਼ ਗਤੀ ਨਾਲ ਕਿਉਂ ਵੱਧ ਰਹੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਸ਼ਹਿਰੀ ਜਨਸੰਖਿਆ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਕਾਰਨਾਂ ਕਰਕੇ ਇੰਨੀ ਤੇਜ਼ੀ ਨਾਲ ਵੱਧ ਰਹੀ ਹੈ-

  1. ਪਿੰਡ ਦਾ ਕਾਰਜ-ਖੇਤਰ ਸੀਮਿਤ ਹੈ । ਉੱਥੇ ਨੌਕਰੀਆਂ ਦੀ ਘਾਟ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਨੌਜਵਾਨ ਪੇਂਡੂ ਰੋਜ਼ੀ-ਰੋਟੀ ਕਮਾਉਣ ਲਈ ਸ਼ਹਿਰਾਂ ਵੱਲ ਆਕਰਸ਼ਿਤ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ।
  2. ਸ਼ਹਿਰਾਂ ਵਿਚ ਜੀਵਨ ਦੀਆਂ ਸਾਰੀਆਂ ਸਹੂਲਤਾਂ ਮੌਜੂਦ ਹੁੰਦੀਆਂ ਹਨ । ਇਹ ਗੱਲ ਵੀ ਪੇਂਡੂਆਂ ਨੂੰ ਸ਼ਹਿਰਾਂ ਵੱਲ ਖਿੱਚਦੀ ਹੈ ।
  3. ਅੱਜ ਦੇ ਪੜ੍ਹੇ-ਲਿਖੇ ਪੇਂਡੂ ਸੁਤੰਤਰ ਜੀਵਨ ਬਤੀਤ ਕਰਨਾ ਚਾਹੁੰਦੇ ਹਨ । ਇਸ ਲਈ ਵਿਆਹ ਤੋਂ ਬਾਅਦ ਉਹ ਆਪਣੇ ਪਰਿਵਾਰ ਤੋਂ ਅਲੱਗ ਹੋ ਕੇ ਸ਼ਹਿਰ ਵਿੱਚ ਆ ਵਸਦੇ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 9.
ਸਮਾਜ ਪਰਿਵਾਰਾਂ ਦਾ ਪਰਿਵਾਰ ਹੈ ? ਸਪੱਸ਼ਟ ਕਰੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਇਹ ਗੱਲ ਬਿਲਕੁਲ ਸੱਚ ਹੈ ਕਿ ਸਮਾਜ ਪਰਿਵਾਰਾਂ ਦਾ ਪਰਿਵਾਰ ਹੈ । ਸਮਾਜ ਇਕ ਵੱਡਾ ਪਰਿਵਾਰ ਹੈ, ਜੋ ਛੋਟੇ-ਛੋਟੇ ਪਰਿਵਾਰਾਂ ਦੇ ਮੇਲ ਨਾਲ ਬਣਦਾ ਹੈ । ਉਦਾਹਰਨ ਲਈ ਪੇਂਡੂ ਸਮਾਜ ਨੂੰ ਲੈਂਦੇ ਹਾਂ । ਇਹ ਪਿੰਡ ਵਿਚ ਰਹਿਣ ਵਾਲੇ ਪਰਿਵਾਰਾਂ ਦਾ ਹੀ ਸਮੂਹ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਇਸੇ ਤਰ੍ਹਾਂ ਸ਼ਹਿਰੀ ਸਮਾਜ ਦਾ ਨਿਰਮਾਣ ਸ਼ਹਿਰੀ ਪਰਿਵਾਰਾਂ ਦੇ ਮੇਲ ਤੋਂ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 10.
ਸਮੁਦਾਇ ਦੇ ਲੋਕਾਂ ਵਿੱਚ ਸਹਿਯੋਗ ਦੀ ਭਾਵਨਾ ਕਿਉਂ ਰਹਿੰਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਸਮੁਦਾਇ ਦੇ ਲੋਕ ਆਮ ਤੌਰ ‘ਤੇ ਕਾਫ਼ੀ ਸਮੇਂ ਤੱਕ ਨਾਲ-ਨਾਲ ਰਹਿੰਦੇ ਹਨ ! ਉਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਲਗਪਗ ਹਰ ਦਿਨ ਆਪਸ ਵਿਚ ਸੰਪਰਕ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਆਚਾਰ-ਵਿਚਾਰ ਵੀ ਆਮ ਤੌਰ ‘ਤੇ ਸਮਾਨ ਹੁੰਦੇ ਹਨ । ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਪੜ੍ਹਨ ਲਈ ਇੱਕ ਹੀ ਸਕੂਲ ਅਤੇ ਇਲਾਜ ਲਈ ਸਮਾਨ ਹਸਪਤਾਲ ਹੁੰਦੇ ਹਨ । ਕਈ ਜਗਾ ਤਾਂ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਕਾਰੋਬਾਰ ਅਤੇ ਉਦਯੋਗ-ਧੰਦੇ ਵੀ ਸਾਂਝੇ ਹੁੰਦੇ ਹਨ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਸਾਰੀਆਂ ਗੱਲਾਂ ਕਾਰਨ ਉਨ੍ਹਾਂ ਵਿੱਚ ਨੇੜਤਾ ਆਉਂਦੀ ਹੈ ਅਤੇ ਉਹ ਇੱਕ-ਦੂਜੇ ਦੇ ਨੇੜੇ ਆਉਂਦੇ ਹਨ । ਸਿੱਟੇ ਵਜੋਂ ਉਨ੍ਹਾਂ ਵਿੱਚ ਸਹਿਯੋਗ ਦੀ ਭਾਵਨਾ ਵੱਧਦੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 11.
ਸਮੁਦਾਇਕ ਭਾਵਨਾ ਕਿਹੜੇ-ਕਿਹੜੇ ਤੱਤਾਂ ‘ਤੇ ਆਧਾਰਿਤ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਸਮੁਦਾਇਕ ਭਾਵਨਾ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਤੱਤਾਂ ‘ਤੇ ਆਧਾਰਿਤ ਹੈ –

  1. ਸੁਰੱਖਿਆ – ਮਨੁੱਖ ਆਪਣੀ ਸੁਰੱਖਿਆ ਲਈ ਸਮੁਦਾਇ ਵਿੱਚ ਰਹਿਣਾ ਪਸੰਦ ਕਰਦਾ ਹੈ ।
  2. ਲੋੜਾਂ ਦੀ ਪੂਰਤੀ – ਮਨੁੱਖ ਇਕੱਲਾ ਆਪਣੀਆਂ ਲੋੜਾਂ ਨੂੰ ਪੂਰਾ ਨਹੀਂ ਕਰ ਸਕਦਾ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਪੂਰਾ ਕਰਨ ਲਈ ਉਹ ਸਮੁਦਾਇ ਵਿੱਚ ਰਹਿੰਦਾ ਹੈ ।
  3. ਸੁੱਖ-ਸ਼ਾਂਤੀ ਅਤੇ ਵਿਕਾਸ – ਮਨੁੱਖ ਸੁੱਖ-ਸ਼ਾਂਤੀ ਨਾਲ ਰਹਿ ਕੇ ਆਪਣਾ ਵਿਕਾਸ ਕਰਨਾ ਚਾਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਉਸਦੀ ਇਸ ਭਾਵਨਾ ਨਾਲ ਸਮੁਦਾਇਕ ਭਾਵਨਾ ਨੂੰ ਉਤਸ਼ਾਹ ਮਿਲਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 12.
ਸਾਨੂੰ ਸਮੁਦਾਇਕ ਜੀਵਨ ਬਾਰੇ ਜਾਣਕਾਰੀ ਕਿਉਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ
ਸਮੁਦਾਇਕ ਜੀਵਨ ਦਾ ਸਾਡੇ ਲਈ ਬਹੁਤ ਮਹੱਤਵ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਇਸਦੀ ਜਾਣਕਾਰੀ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨਾ ਜ਼ਰੂਰੀ ਹੈ । ਇਸਦੀ ਜਾਣਕਾਰੀ ਦੇ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਲਾਭ ਹਨ –

  1. ਇਸਦੀ ਜਾਣਕਾਰੀ ਨਾਲ ਅਸੀਂ ਸਰਕਾਰ ਅਤੇ ਹੋਰਨਾਂ ਸੋਮਿਆਂ ਦੁਆਰਾ ਮਿਲਣ ਵਾਲੀਆਂ ਸਹੂਲਤਾਂ ਦਾ ਪੂਰਾ ਲਾਭ ਉਠਾ ਸਕਦੇ ਹਾਂ ।
  2. ਇਸਦੀ ਜਾਣਕਾਰੀ ਨਾਲ ਅਸੀਂ ਸਮੁਦਾਇ ਵਿਚ ਆਪਣੇ ਸਥਾਨ ਨੂੰ ਪਛਾਣ ਸਕਦੇ ਹਾਂ ।
  3. ਇਸ ਨਾਲ ਸਾਨੂੰ ਅਧਿਕਾਰਾਂ ਅਤੇ ਕਰਤੱਵਾਂ ਦੀ ਜਾਣਕਾਰੀ ਮਿਲਦੀ ਹੈ ।
  4. ਸਮੁਦਾਇਕ ਜੀਵਨ ਦੀ ਜਾਣਕਾਰੀ ਹੋਣ ‘ਤੇ ਅਸੀਂ ਸਥਾਨਕ ਸੰਸਥਾਵਾਂ ਨੂੰ ਜ਼ਿਆਦਾ ਸਫਲ ਬਣਾ ਸਕਦੇ ਹਾਂ ।

PSEB 6th Class Social Science Solutions Chapter 19 ਸਮੁਦਾਇ ਅਤੇ ਮਨੁੱਖੀ ਲੋੜਾਂ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 13.
ਮਨੁੱਖੀ ਸਭਿਅਤਾ ਦੇ ਵਿਕਾਸ ਬਾਰੇ ਸੰਖੇਪ ਨੋਟ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਆਰੰਭ ਵਿੱਚ ਮਨੁੱਖ ਸ਼ਿਕਾਰੀ ਸੀ | ਸਮਾਂ ਬੀਤਣ ‘ਤੇ ਉਹ, ਪਸ਼ੂ-ਪਾਲਕ ਬਣ ਗਿਆ ਅਤੇ ਪਸ਼ੂਆਂ ਤੋਂ ਭੋਜਨ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਲੱਗਾ । ਹੌਲੀ-ਹੌਲੀ ਉਹ ਖੇਤੀ ਕਰਨਾ ਵੀ ਸਿੱਖ ਗਿਆ । ਖੇਤੀਬਾੜੀ ਨੇ ਉਸਦੇ ਜੀਵਨ ਨੂੰ ਸਥਾਈ ਬਣਾਇਆ । ਹੁਣ ਉਹ ਇੱਕ ਸਥਾਨ ‘ਤੇ ਟਿਕ ਕੇ ਰਹਿਣ ਲੱਗਾ । ਸਥਾਈ ਜੀਵਨ ਹੀ ਮਨੁੱਖੀ ਸਭਿਅਤਾ ਦਾ ਆਧਾਰ ਬਣਿਆ । ਮਨੁੱਖ ਦੁਆਰਾ ਧਾਤਾਂ ਦੀ ਖੋਜ ਨੇ ਸਭਿਅਤਾ ਅਤੇ ਸੰਸਕ੍ਰਿਤੀ ਦੇ ਵਿਕਾਸ ਨੂੰ ਨਵੀਂ ਗਤੀ ਦਿੱਤੀ । ਅੱਜ ਮਨੁੱਖ ਮਸ਼ੀਨੀ ਯੁੱਗ ਵਿੱਚ ਰਹਿੰਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਤਕਨੀਕੀ ਵਿਕਾਸ ਨੇ ਉਸਦੇ ਜੀਵਨ ਦਾ ਸਰੂਪ ਹੀ ਬਦਲ ਦਿੱਤਾ ਹੈ ।

PSEB 6th Class Social Science Solutions Chapter 20 ਪੇਂਡੂ ਵਿਕਾਸ ਅਤੇ ਸਥਾਨਕ ਸਰਕਾਰ

Punjab State Board PSEB 6th Class Social Science Book Solutions Civics Chapter 20 ਪੇਂਡੂ ਵਿਕਾਸ ਅਤੇ ਸਥਾਨਕ ਸਰਕਾਰ Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 6 Social Science Civics Chapter 20 ਪੇਂਡੂ ਵਿਕਾਸ ਅਤੇ ਸਥਾਨਕ ਸਰਕਾਰ

SST Guide for Class 6 PSEB ਪੇਂਡੂ ਵਿਕਾਸ ਅਤੇ ਸਥਾਨਕ ਸਰਕਾਰ Textbook Questions and Answers

ਅਭਿਆਸ ਦੇ ਪ੍ਰਸ਼ਨ
ਬਹੁਵਿਕਲਪੀ ਪ੍ਰਸ਼ਨ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਗ੍ਰਾਮ ਪੰਚਾਇਤ, ਪੰਚਾਇਤ ਸੰਮਤੀ ਅਤੇ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰੀਸ਼ਦ ਦੀ ਚੋਣ ਲੜਨ ਲਈ ਘੱਟ ਤੋਂ ਘੱਟ ਉਮਰ ਕਿੰਨੀ ਹੋਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ?
(i) 20 ਸਾਲ
(ii) 22 ਸਾਲ
(iii) 21 ਸਾਲ ।
ਉੱਤਰ-
(iii) 21 ਸਾਲ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਪੰਚਾਇਤ ਸੰਮਤੀ ਦੇ ਵੋਟਰਾਂ ਦੁਆਰਾ ਸਿੱਧੇ ਚੁਣੇ ਜਾਣ ਵਾਲੇ ਮੈਬਰਾਂ ਦੀ ਘੱਟ ਤੋਂ ਘੱਟ ਅਤੇ ਵੱਧ ਤੋਂ ਵੱਧ ਸੰਖਿਆ ਕਿੰਨੀ ਹੋ ਸਕਦੀ ਹੈ ?
(i) 9 ਤੋਂ 25
(ii) 15 ਤੋਂ 25
(iii) 26 ਤੋਂ 29.
ਉੱਤਰ-
(ii) 15 ਤੋਂ 25.

PSEB 6th Class Social Science Solutions Chapter 20 ਪੇਂਡੂ ਵਿਕਾਸ ਅਤੇ ਸਥਾਨਕ ਸਰਕਾਰ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰੀਸ਼ਦ ਦੇ ਵੋਟਰਾਂ ਦੁਆਰਾ ਸਿੱਧੇ ਚੁਣੇ ਜਾਣ ਵਾਲੇ ਮੈਬਰਾਂ ਦੀ ਘੱਟ ਤੋਂ ਘੱਟ ਅਤੇ ਵੱਧ ਤੋਂ ਵੱਧ ਸੰਖਿਆ ਕਿੰਨੀ ਹੋ ਸਕਦੀ ਹੈ ?
(i) 10 ਤੋਂ 25
(ii) 12 ਤੋਂ 25
(iii) 14 ਤੋਂ 25.
ਉੱਤਰ-
(i) 10 ਤੋਂ 25

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਪੰਚਾਇਤ ਦੀ ਆਮਦਨ ਅਤੇ ਖ਼ਰਚ ਦਾ ਹਿਸਾਬ ਰੱਖਣ ਵਾਲੇ ਕਰਮਚਾਰੀ ਨੂੰ ਕੀ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ?
(i) ਸੁਪਰਡੈਂਟ
(ii) ਪੰਚਾਇਤ ਸਕੱਤਰ ।
ਉੱਤਰ-
(ii) ਪੰਚਾਇਤ ਸਕੱਤਰ ।

ਅਭਿਆਸ
I. ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਪ੍ਰਸ਼ਨਾਂ ਦੇ ਉੱਤਰ ਲਿਖੋ :

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਭਾਰਤ ਵਿਚ ਪਿੰਡਾਂ ਦੀ ਗਿਣਤੀ ਕਿੰਨੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
6 ਲੱਖ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਪੰਚਾਇਤੀ ਰਾਜ ਤੋਂ ਤੁਹਾਡਾ ਕੀ ਭਾਵ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਪਿੰਡ ਦੀਆਂ ਤਿੰਨ ਪੱਧਰਾਂ ਵਾਲੀ ਸਥਾਨਕ ਸ਼ਾਸਨ ਵਿਵਸਥਾ ਨੂੰ ਪੰਚਾਇਤੀ ਰਾਜ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ । ਸਭ ਤੋਂ ਹੇਠਲੇ ਪੱਧਰ ਤੇ ਗ੍ਰਾਮ ਪੰਚਾਇਤ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਇਹ ਪਿੰਡ ਦੀ ਸਥਾਨਕ ਸਰਕਾਰ ਹੈ । ਇਸ ਤੋਂ ਉੱਪਰ ਪੰਚਾਇਤ ਸੰਮਤੀ ਅਤੇ ਸਭ ਤੋਂ ਉੱਪਰ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰੀਸ਼ਦ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਪੰਚਾਇਤ ਸੰਮਤੀ, ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰੀਸ਼ਦ ਅਤੇ ਗ੍ਰਾਮ ਪੰਚਾਇਤ ਦੇ ਵਿਚਾਲੇ ਕੜੀ ਦਾ ਕੰਮ ਕਰਦੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਪੰਚਾਇਤੀ ਰਾਜ ਦੀ ਮੁੱਢਲੀ ਅਤੇ ਸਿਖਰ ਦੀ ਸੰਸਥਾ ਦਾ ਨਾਂ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਪੰਚਾਇਤੀ ਰਾਜ ਦੀ ਮੁੱਢਲੀ ਸੰਸਥਾ ਗ੍ਰਾਮ ਪੰਚਾਇਤ ਅਤੇ ਸਿਖਰ ਦੀ ਸੰਸਥਾ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰੀਸ਼ਦ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਪੰਜਾਬ ਵਿੱਚ ਗ੍ਰਾਮ ਪੰਚਾਇਤ ਦੇ ਮੈਂਬਰਾਂ ਦੀ ਗਿਣਤੀ ਕਿੰਨੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਪੰਜਾਬ ਵਿੱਚ ਗ੍ਰਾਮ ਪੰਚਾਇਤ ਦੇ ਮੈਂਬਰਾਂ ਦੀ ਗਿਣਤੀ ਘੱਟ ਤੋਂ ਘੱਟ 5 ਅਤੇ ਵੱਧ ਤੋਂ ਵੱਧ 13 ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰੀਸ਼ਦ ਦੇ ਕੋਈ ਦੋ ਕੰਮ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰੀਸ਼ਦ ਦੀ ਸਥਾਪਨਾ ਰਮ ਵਿਕਾਸ ਲਈ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ।

  1. ਇਸਦਾ ਮੁੱਖ ਕੰਮ ਪੰਚਾਇਤ ਸੰਮਤੀਆਂ ਦੀ ਦੇਖਭਾਲ ਕਰਨਾ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਵਿਚ ਤਾਲਮੇਲ ਰੱਖਣਾ ਹੈ । ਇਹ ਸਰਕਾਰ ਅਤੇ ਪੰਚਾਇਤ ਸੰਮਤੀਆਂ ਦੇ ਵਿਚਾਲੇ ਕੁੜੀ ਦਾ ਕੰਮ ਕਰਦੀ ਹੈ ।
  2. ਇਹ ਸਰਕਾਰ ਨੂੰ ਵਿਕਾਸ ਕੰਮਾਂ ਬਾਰੇ ਰਾਇ ਦਿੰਦੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਵਰਤਮਾਨ ਸਮੇਂ ਪਿੰਡਾਂ ਵਿਚ ਕਿਹੜੀਆਂ-ਕਿਹੜੀਆਂ ਸਹੂਲਤਾਂ ਉਪਲੱਬਧ ਹਨ ।
ਉੱਤਰ-
ਆਜ਼ਾਦੀ ਦੇ ਬਾਅਦ ਪਿੰਡਾਂ ਦੀ ਸਥਿਤੀ ਵਿਚ ਬਹੁਤ ਸੁਧਾਰ ਹੋਇਆ ਹੈ । ਵਰਤਮਾਨ ਸਮੇਂ ਵਿਚ ਭਾਰਤ ਸਰਕਾਰ ਦੇ ਯਤਨਾਂ ਨਾਲ ਪਿੰਡਾਂ ਵਿਚ ਹੇਠ ਲਿਖੀਆਂ ਅਨੇਕ ਸਹੁਲਤਾਂ ਉਪਲੱਬਧ ਹਨ-

1. ਸਿੱਖਿਆ ਦਾ ਪਸਾਰ – ਸਿੱਖਿਆ ਦੇ ਪਸਾਰ ਲਈ ਸਕੂਲ ਅਤੇ ਕਾਲਜ਼ ਖੋਲ੍ਹੇ ਗਏ ਹਨ । 14 ਸਾਲ ਦੀ ਉਮਰ ਦੇ ਬੱਚਿਆਂ ਲਈ ਮੁਫ਼ਤ ਸਿੱਖਿਆ ਦੀ ਵਿਵਸਥਾ ਕੀਤੀ ਗਈ । ਅਨਪੜ੍ਹ । ਪੋੜਾਂ ਲਈ ‘ਪੌੜ ਸਿੱਖਿਆ ਕੇਂਦਰ’ ਸਥਾਪਿਤ ਕੀਤੇ ਗਏ ਹਨ ।

2. ਖੇਤੀਬਾੜੀ ਦਾ ਵਿਕਾਸ – ਪਿੰਡ ਦੇ ਲੋਕਾਂ ਦਾ ਮੁੱਖ ਕਿੱਤਾ ਖੇਤੀਬਾੜੀ ਹੈ। ਆਜ਼ਾਦੀ ਦੇ ਬਾਅਦ ਖੇਤੀਬਾੜੀ ਦੇ ਵਿਕਾਸ ਲਈ ਖੇਤੀਬਾੜੀ ਯੂਨੀਵਰਸਿਟੀਆਂ ਦੀ ਸਥਾਪਨਾ ਕੀਤੀ ਗਈ । ਇੱਥੇ ਖੇਤੀਬਾੜੀ ਲਈ ਉੱਤਮ ਬੀਜਾਂ ਦੀ ਖੋਜ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ । ਕਿਸਾਨਾਂ ਲਈ ਸਾਲ ਵਿਚ ਇਕ ਵਾਰ ਪ੍ਰਦਰਸ਼ਨੀ ਲਾਈ ਜਾਂਦੀ ਹੈ । ਇੱਥੇ ਖੇਤੀਬਾੜੀ ਵਿਗਿਆਨੀ ਕਿਸਾਨਾਂ ਨੂੰ 1 ਉੱਨਤ ਖੇਤੀਬਾੜੀ ਲਈ ਸਲਾਹ ਦਿੰਦੇ ਹਨ । ਕਿਸਾਨਾਂ ਨੂੰ ਉੱਤਮ ਕਿਸਮ ਦੇ ਬੀਜਾਂ ਅਤੇ ਜੋ ਫ਼ਸਲਾਂ ਲਈ ਲੋੜੀਂਦੀਆਂ ਕੀਟਨਾਸ਼ਕ ਦਵਾਈਆਂ ਦੀ ਵੰਡ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਨਾਲ ਉਪਜ ਵਿਚ ਵਾਧਾ ਹੋਇਆ ਹੈ ।

ਭਾਰਤ ਸਰਕਾਰ ਨੇ ਭੂਮੀ ਦੇ ਛੋਟੇ-ਛੋਟੇ ਟੁਕੜਿਆਂ ਨੂੰ ਇਕੱਠਾ ਕਰਕੇ ਚੱਕਬੰਦੀ ਕਰ ਦਿੱਤੀ , ਹੈ ਤਾਂਕਿ ਮਸ਼ੀਨਾਂ ਦੁਆਰਾ ਖੇਤੀਬਾੜੀ ਕੀਤੀ ਜਾ ਸਕੇ ।

3. ਇਸਤਰੀ ਸਿੱਖਿਆ ਅਤੇ ਸਿਹਤ – ਪਿੰਡਾਂ ਵਿਚ ਇਸਤਰੀ ਸਿੱਖਿਆ ਵਿਚ ਵਿਸਥਾਰ ਲਈ । ਲੜਕੀਆਂ ਨੂੰ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਸਹੂਲਤਾਂ ਦਿੱਤੀਆਂ ਜਾ ਰਹੀਆਂ ਹਨ | ਲੋਕਾਂ ਦੀ ਸਿਹਤ ਵਿਚ ਸੁਧਾਰ ; ਲਈ ਪ੍ਰਾਇਮਰੀ ਸਿਹਤ ਕੇਂਦਰ ਖੋਲ੍ਹੇ ਗਏ ਹਨ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਕੇਂਦਰਾਂ ਵਿਚ ਪੇਂਡੂ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਹਰ ‘ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੀ ਡਾਕਟਰੀ ਸਹਾਇਤਾ ਦਿੱਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ।

4. ਹੋਰ ਪਰਿਵਰਤਨ-

  • ਫ਼ਸਲਾਂ ਦੇ ਮੰਡੀਕਰਨ ਲਈ ਦੇਸ਼ ਦੇ ਲਗਪਗ ਸਾਰੇ ਪਿੰਡਾਂ ਨੂੰ ਪਹੁੰਚ ਮਾਰਗ ਦੁਆਰਾ । ਰਾਜ ਮਾਰਗਾਂ ਨਾਲ ਜੋੜਨ ਦੇ ਯਤਨ ਕੀਤੇ ਗਏ ਹਨ ।
  • ਕੇਂਦਰ ਅਤੇ ਰਾਜ ਸਰਕਾਰ ਦੁਆਰਾ ਪਿੰਡਾਂ ਦੀ ਆਰਥਿਕ ਸਥਿਤੀ ਸੁਧਾਰਨ ਦੇ ਉਦੇਸ਼ ਨਾਲ ਪਿੰਡ ਵਾਸੀਆਂ ਨੂੰ ਲਘੂ ਉਦਯੋਗ ਲਗਾਉਣ ਲਈ ਸਸਤੀ ਦਰ ‘ਤੇ ਕਰਜ਼ੇ ਦਿੱਤੇ ਜਾਂਦੇ ਹਨ ।
  • ਪਿੰਡਾਂ ਵਿਚ ਪੀਣ ਦੇ ਪਾਣੀ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ ਅਤੇ ਬਿਜਲੀਕਰਨ ਕਰਨ ਦੇ ਹਰ ਸੰਭਵ ਯਤਨ ਕੀਤੇ ਜਾ ਰਹੇ ਹਨ }
  • ਸਹਿਕਾਰੀ ਖੇਤੀ ਅਤੇ ਸਰਕਾਰੀ ਬੈਂਕਾਂ ਦੇ ਖੁੱਲ੍ਹਣ ਨਾਲ ਵੀ ਕਈ ਪਿੰਡਾਂ ਦੀ ਆਰਥਿਕ ਸਥਿਤੀ ਵਿਚ ਸੁਧਾਰ ਹੋਇਆ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਪੰਚਾਇਤ ਦੇ ਸੰਗਠਨ ਬਾਰੇ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਗਾਮ ਪੰਚਾਇਤ 200 ਤੋਂ ਵੱਧ ਜਨਸੰਖਿਆ ਵਾਲੇ ਹਰੇਕ ਪਿੰਡ ਵਿੱਚ ਬਣਾਈ ਜਾਂਦੀ ਹੈ । ਪੰਜਾਬ ਵਿੱਚ ਗ੍ਰਾਮ ਪੰਚਾਇਤ ਦੇ ਮੈਂਬਰਾਂ ਦੀ ਗਿਣਤੀ 5 ਤੋਂ 13 ਤੱਕ ਹੋ ਸਕਦੀ ਹੈ ।
ਪੰਚਾਂ ਦੀ ਚੋਣ – ਗਾਮ ਪੰਚਾਇਤ ਦੇ ਮੈਂਬਰਾਂ ਦੀ ਚੋਣ ਗ੍ਰਾਮ ਸਭਾ ਦੇ ਮੈਂਬਰਾਂ (ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਉਮਰ 18 ਸਾਲ ਜਾਂ ਇਸ ਤੋਂ ਜ਼ਿਆਦਾ ਹੋਵੇ) ਦੁਆਰਾ ਪ੍ਰਤੱਖ ਤੌਰ ‘ਤੇ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ । ਹਰੇਕ ਗ੍ਰਾਮ ਪੰਚਾਇਤ ਵਿੱਚ ਔਰਤਾਂ ਲਈ ਇੱਕ ਤਿਹਾਈ ਸੀਟਾਂ ਰਾਖਵੀਆਂ ਰੱਖੀਆਂ ਜਾਂਦੀਆਂ ਹਨ । ਇਸ ਤੋਂ ਇਲਾਵਾ ਪੱਛੜੀਆਂ ਜਾਤੀਆਂ ਅਤੇ ਕਬੀਲਿਆਂ ਦੇ ਮੈਂਬਰਾਂ ਦੀ ਗਿਣਤੀ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਜਨਸੰਖਿਆ ਅਤੇ ਪਿੰਡ ਦੀ ਕੁੱਲ ਜਨਸੰਖਿਆ ਦੇ ਅਨੁਪਾਤ ਦੇ ਅਨੁਸਾਰ ਨਿਸ਼ਚਿਤ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ।

ਸਰਪੰਚ – ਹਰੇਕ ਗ੍ਰਾਮ ਪੰਚਾਇਤ ਵਿੱਚ ਇੱਕ ਸਰਪੰਚ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਉਸਦੀ ਚੋਣ ਵੀ ਗ੍ਰਾਮ ਸਭਾ ਦੇ ਮੈਂਬਰ ਪ੍ਰਤੱਖ ਤੌਰ ‘ਤੇ ਕਰਦੇ ਹਨ ।
ਪੰਚਾਇਤ ਸਕੱਤਰ – ਪੰਚਾਇਤ ਦੇ ਕੰਮਾਂ ਵਿੱਚ ਸਹਾਇਤਾ ਲਈ ਇੱਕ ਸਰਕਾਰੀ ਕਰਮਚਾਰੀ ਵੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ, ਜਿਸ ਨੂੰ ਪੰਚਾਇਤ ਸਕੱਤਰ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ । ਉਹ ਪੰਚਾਇਤ ਦੀ ਆਮਦਨ ਅਤੇ ਖ਼ਰਚ ਦਾ ਹਿਸਾਬ ਰੱਖਦਾ ਹੈ । ਉਹ ਪੰਚਾਇਤ ਦੇ ਕੰਮਾਂ ਦੀ ਰਿਪੋਰਟ ਤਿਆਰ ਕਰਕੇ ਬਲਾਕ ਪੰਚਾਇਤ ਦੇ ਅਧਿਕਾਰੀ ਨੂੰ ਦਿੰਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 8.
ਗ੍ਰਾਮ ਸਭਾ ਤੋਂ ਕੀ ਭਾਵ ਹੈ ? ਗ੍ਰਾਮ ਪੰਚਾਇਤ ਤੇ ਗ੍ਰਾਮ ਸਭਾ ਵਿੱਚ ਕੀ ਫ਼ਰਕ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਗ੍ਰਾਮ ਸਭਾ ਗ੍ਰਾਮ ਪੰਚਾਇਤ ਦੀ ਚੋਣ ਕਰਨ ਵਾਲੀ ਇੱਕ ਸਭਾ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । 18 ਸਾਲ ਜਾਂ ਇਸ ਤੋਂ ਵੱਧ ਉਮਰ ਵਾਲਾ ਹਰੇਕ ਗ੍ਰਾਮੀਣ ਇਸਦਾ ਮੈਂਬਰ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਦੇ ਮੈਂਬਰ ਹੀ ਵੋਟਾਂ ਦੁਆਰਾ ਗਾਮ ਪੰਚਾਇਤ ਦੇ ਮੈਂਬਰਾਂ ਦੀ ਚੋਣ ਕਰਦੇ ਹਨ ।

ਇਸ ਤੋਂ ਉਲਟ ਗ੍ਰਾਮ ਪੰਚਾਇਤ ਗ੍ਰਾਮ ਸਭਾ ਦੁਆਰਾ ਚੁਣੀ ਗਈ ਇੱਕ ਸੰਮਤੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਇਹ ਪਿੰਡ ਦੀ ਉੱਨਤੀ ਲਈ ਕੰਮ ਕਰਦੀ ਹੈ । ਇਸਨੂੰ ਆਪਣੇ ਹਿਸਾਬ-ਕਿਤਾਬ ਨੂੰ ਹਰ ਸਾਲ ਗ੍ਰਾਮ ਸਭਾ ਦੇ ਸਾਹਮਣੇ ਰੱਖਣਾ ਪੈਂਦਾ ਹੈ ।

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 9.
ਪੰਚਾਇਤ ਸੰਮਤੀ ਦਾ ਸਭ ਤੋਂ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਕੰਮ ਕਿਹੜਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਪੰਚਾਇਤ ਸੰਮਤੀ ਦਾ ਸਭ ਤੋਂ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਕੰਮ ਸੰਬੰਧਿਤ ਗਾਮ ਪੰਚਾਇਤਾਂ ਲਈ ਜ਼ਰੂਰੀ ਨਿਯਮ ਬਣਾਉਣਾ ਅਤੇ ਪਿੰਡਾਂ ਵਿੱਚ ਨਾਗਰਿਕ ਸਹੂਲਤਾਂ ਪ੍ਰਦਾਨ ਕਰਨਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 10.
ਤੁਹਾਡੇ ਖੇਤਰ ਦੀ ਪੰਚਾਇਤ ਸੰਮਤੀ ਆਪਣੇ ਬਲਾਕ ਦੇ ਵਾਤਾਵਰਨ ਨੂੰ ਸੁਧਾਰਨ ਲਈ ਕੀ ਕਰਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਸਾਡੇ ਖੇਤਰ ਦੀ ਪੰਚਾਇਤ ਸੰਮਤੀ ਆਪਣੇ ਬਲਾਕ ਦੀਆਂ ਪੰਚਾਇਤਾਂ ਦੇ ਵਿਕਾਸ ਅਤੇ ਬਲਾਕ ਦੇ ਵਾਤਾਵਰਨ ਨੂੰ ਸੁਧਾਰਨ ਲਈ ਕਈ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੇ ਕੰਮ ਕਰਦੀ ਹੈ । ਇਸਦੇ ਮੁੱਖ ਕੰਮ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਹਨ-

  1. ਖੇਤੀਬਾੜੀ ਦਾ ਵਿਕਾਸ-
    • ਪੰਚਾਇਤ ਸੰਮਤੀ ਆਪਣੇ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਖੇਤੀਬਾੜੀ ਦੀ ਉਪਜ ਵਧਾਉਣ ਲਈ ਉੱਤਮ ਬੀਜਾਂ ਅਤੇ ਖਾਦ ਵੰਡਣ ਦਾ ਕੰਮ ਕਰਦੀ ਹੈ ।
    • ਇਹ ਖੇਤੀਬਾੜੀ ਦੇ ਕੰਮਾਂ ਲਈ ਕਰਜ਼ੇ ਦੇਣ, ਜ਼ਿਆਦਾ ਭੂਮੀ ਨੂੰ ਸਿੰਜਾਈ ਯੋਗ ਬਣਾਉਣ ਅਤੇ ਖੇਤੀਬਾੜੀ ਲਈ ਜ਼ਿਆਦਾ ਬਿਜਲੀ ਦੇਣ ਦੇ ਕੰਮ ਵੀ ਕਰਦੀ ਹੈ ।
  2. ਪਸ਼ੂ ਅਤੇ ਮੱਛੀ-ਪਾਲਣ – ਪੰਚਾਇਤ ਸੰਮਤੀ ਆਪਣੇ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਪਸ਼ੂ ਅਤੇ ਮੱਛੀਪਾਲਣ ਨੂੰ ਉਤਸ਼ਾਹ ਦਿੰਦੀ ਹੈ । ਇਸਦਾ ਉਦੇਸ਼ ਦੁੱਧ, ਆਂਡੇ, ਮਾਸ ਆਦਿ ਦੀ ਸਪਲਾਈ ਨੂੰ ਵਧਾਉਣਾ ਹੈ ।
  3. ਆਵਾਜਾਈ – ਪੰਚਾਇਤ ਸੰਮਤੀ ਸੜਕਾਂ ਅਤੇ ਪੁਲਾਂ ਨੂੰ ਬਣਾਉਣ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਮੁਰੰਮਤ ਦਾ ਕੰਮ ਕਰਦੀ ਹੈ ।
  4. ਸਿਹਤ ਅਤੇ ਸਫ਼ਾਈ – ਪੰਚਾਇਤ ਸੰਮਤੀ ਪਿੰਡਾਂ ਵਿੱਚ ਸਿਹਤ ਅਤੇ ਸਫ਼ਾਈ ਦੇ ਕੰਮ ਕਰਦੀ ਹੈ । ਇਹ ਪਿੰਡ ਵਾਸੀਆਂ ਨੂੰ ਪੀਣ ਲਈ ਸਾਫ਼ ਪਾਣੀ ਦੀਆਂ ਸਹੂਲਤਾਂ ਪ੍ਰਦਾਨ ਕਰਦੀ ਹੈ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਸਿਹਤ ਸੰਬੰਧੀ ਸਿੱਖਿਆ ਦਿੰਦੀ ਹੈ ।
    • ਇਹ ਹਾਨੀਕਾਰਕ ਕੀੜਿਆਂ-ਮਕੌੜਿਆਂ ਨੂੰ ਨਸ਼ਟ ਕਰਦੀ ਹੈ ।
    • ਇਹ ਪੇਂਡੂਆਂ ਨੂੰ ਧੁੰਆਂ ਰਹਿਤ ਚੁੱਲ੍ਹਿਆਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰਨ ਲਈ ਵੀ ਪ੍ਰੇਰਿਤ ਕਰਦੀ ਹੈ ।
  5. ਸਮਾਜਿਕ ਸਿੱਖਿਆ – ਪੰਚਾਇਤ ਸੰਮਤੀ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਨਾਗਰਿਕ ਸਿੱਖਿਆ ਦੇਣ ਲਈ ਮਨੋਰੰਜਨ ਕੇਂਦਰਾਂ ਅਤੇ ਲਾਇਬਰੇਰੀਆਂ ਦੀ ਵਿਵਸਥਾ ਕਰਦੀ ਹੈ । ਇਹ ਸਰੀਰਕ ਅਤੇ ਸਭਿਆਚਾਰਕ ਪ੍ਰੋਗਰਾਮਾਂ ਨੂੰ ਵੀ ਉਤਸ਼ਾਹ ਦਿੰਦੀ ਹੈ ।
  6. ਗਾਮੀਣ ਅਤੇ ਲਘੂ ਉਦਯੋਗ – ਇਸ ਵਿੱਚ ਹੱਥ ਦੀ ਖੱਡੀ, ਬਿਜਲੀ ਦੀ ਖੱਡੀ, ਖਾਦੀ, ਰੇਸ਼ਮ ਦੇ ਕੀੜੇ ਪਾਲਣਾ ਆਦਿ ਲਘੂ ਉਦਯੋਗ ਆਉਂਦੇ ਹਨ । ਪੰਚਾਇਤ ਸੰਮਤੀ ਇਨ੍ਹਾਂ ਉਦਯੋਗਾਂ ਨੂੰ ਉੱਨਤ ਬਣਾਉਣ ਦਾ ਯਤਨ ਕਰਦੀ ਹੈ ।
  7. ਪ੍ਰਸ਼ਾਸਨਿਕ ਕੰਮ – ਪੰਚਾਇਤ ਸੰਮਤੀ ਆਪਣੇ ਖੇਤਰ ਦੀਆਂ ਪੰਚਾਇਤਾਂ ਦੇ ਕੰਮਾਂ ਦੀ ਦੇਖ-ਰੇਖ ਕਰਦੀ ਹੈ । ਇਹ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਆਦੇਸ਼ ਅਤੇ ਸਲਾਹ ਵੀ ਦੇ ਸਕਦੀ ਹੈ ।

II. ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਖ਼ਾਲੀ ਸਥਾਨ ਭਰੋ :

(1) ਭਾਰਤ ਵਿੱਚ ………………………….. ਰਾਜ ਅਤੇ ………………………. ਕੇਂਦਰੀ ਪ੍ਰਸ਼ਾਸਿਤ ਕੇਂਦਰ ਹਨ ।
(2) ਪੰਚਾਇਤ ਸੰਮਤੀ ਪੰਚਾਇਤੀ ਰਾਜ ਦੀ ……………………….. ਸੰਸਥਾ ਹੈ ।
(3) ਗ੍ਰਾਮ ਪੰਚਾਇਤ ਅਤੇ ਪੰਚਾਇਤ ਸੰਮਤੀ ਦਾ ਕਾਰਜਕਾਲ ੫ਚਾਇਤ ਮਮਤਾ ਦਾ ਕਾਰਜਕਾਲ ……………………….. ਸਾਲ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
(4) ਪੰਜਾਬ ਰਾਜ ਵਿੱਚ ……………………….. ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰੀਸ਼ਦ ਹਨ ।
(5) ਪੇਂਡੂ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਪੰਚਾਇਤੀ ਰਾਜ ਦੀ ਸਭ ਤੋਂ ਉੱਚੀ ਸੰਸਥਾ ………………………. ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
(1) 28, 8
(2) ਵਿਚਕਾਰ ਦੀ
(3) 5
(4) 22
(5) ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰੀਸ਼ਦ ।

III. ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਵਾਕਾਂ ‘ਤੇ ਠੀਕ (√) ਜਾਂ ਗ਼ਲਤ (×) ਦਾ ਨਿਸ਼ਾਨ ਲਗਾਓ :

1. ਅੰਗਰੇਜ਼ੀ ਰਾਜ ਸਮੇਂ ਪਿੰਡਾਂ ਦੀ ਆਰਥਿਕ ਹਾਲਤ ਬਹੁਤ ਮਾੜੀ ਸੀ ।
2. ਗਾਮ ਪੰਚਾਇਤ ਵਿੱਚ ਇਸਤਰੀਆਂ ਲਈ ਸੀਟਾਂ ਰਾਖਵੀਆਂ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦੀਆਂ ।
3. ਜ਼ਿਲ੍ਹੇ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ ਠੀਕ ਤਰ੍ਹਾਂ ਚਲਾਉਣ ਲਈ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਵਿਭਾਗਾਂ ਦੇ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਅਧਿਕਾਰੀ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ।
4. ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰੀਸ਼ਦ ਨੂੰ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪੰਚਾਇਤ ਵੀ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।
5. ਪੰਚਾਇਤ/ਬਲਾਕ ਸੰਮਤੀ 100 ਪਿੰਡਾਂ ਲਈ ਬਣਾਈ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
1. (√)
2. (×)
3. (√)
4. (√)
5. (√)

PSEB 6th Class Social Science Solutions Chapter 20 ਪੇਂਡੂ ਵਿਕਾਸ ਅਤੇ ਸਥਾਨਕ ਸਰਕਾਰ

PSEB 6th Class Social Science Guide ਪੇਂਡੂ ਵਿਕਾਸ ਅਤੇ ਸਥਾਨਕ ਸਰਕਾਰ Important Questions and Answers

ਵਸਤੂਨਿਸ਼ਠ ਪ੍ਰਸ਼ਨ
ਘੱਟ ਤੋਂ ਘੱਟ ਸ਼ਬਦਾਂ ਵਿਚ ਉੱਤਰ ਵਾਲੇ ਪ੍ਰਸ਼ਨ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਪੰਚਾਇਤੀ ਰਾਜ ਦਾ ਕੀ ਉਦੇਸ਼ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਗ੍ਰਾਮੀਣ ਵਿਕਾਸ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਭਾਰਤ ਵਿਚ ਅਕਤੂਬਰ, 2019 ਵਿਚ ਇਕ ਰਾਜ ਨੂੰ ਦੋ ਕੇਂਦਰ ਸ਼ਾਸਿਤ ਦੇਸ਼ਾਂ ਵਿਚ ਵੰਡ ਦਿੱਤਾ ਗਿਆ ਹੈ । ਉਸ ਰਾਜ ਦਾ ਕੀ ਨਾਮ ਸੀ ?
ਉੱਤਰ-
ਜੰਮੂ-ਕਸ਼ਮੀਰ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਗ੍ਰਾਮ ਪੰਚਾਇਤ ਦਾ ਮੁਖੀਆ ਸਰਪੰਚ ਕਹਾਉਂਦਾ ਹੈ । ਉਸਦੀ ਚੋਣ ਕੌਣ ਕਰਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਮਤਦਾਤਾ (ਵੋਟਰ) ।

ਬਹੁਤ ਛੋਟੇ ਉੱਤਰਾਂ ਵਾਲੇ ਪ੍ਰਸ਼ਨ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਪੰਚਾਇਤੀ ਰਾਜ ਦੇ ਅਧੀਨ ਇਸਤਰੀਆਂ ਲਈ ਕਿੰਨੇ ਸਥਾਨ ਰਾਖਵੇਂ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਪੰਚਾਇਤੀ ਰਾਜ ਦੇ ਅਧੀਨ ਇਸਤਰੀਆਂ ਲਈ ਘੱਟ ਤੋਂ ਘੱਟ ਇੱਕ-ਤਿਹਾਈ (1/3) ਸਥਾਨ ਰਾਖਵੇਂ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਪੰਚਾਇਤਾਂ ਦੀ ਆਮਦਨ ਦੇ ਦੋ ਮੁੱਖ ਸਾਧਨ ਦੱਸੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਸਰਕਾਰੀ ਗਰਾਂਟ ਅਤੇ ਟੈਕਸਾਂ ਤੋਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਆਮਦਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਪਿੰਡਾਂ ਵਿੱਚ ਛੋਟੇ-ਛੋਟੇ ਝਗੜਿਆਂ ਦਾ ਫੈਸਲਾ ਕਿਹੜੀ ਸੰਸਥਾ ਦੁਆਰਾ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਪਿੰਡਾਂ ਵਿੱਚ ਛੋਟੇ-ਛੋਟੇ ਝਗੜਿਆਂ ਦਾ ਫੈਸਲਾ ਨਿਆਂ ਪੰਚਾਇਤ ਦੁਆਰਾ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਗ੍ਰਾਮ ਪੰਚਾਇਤ ਦੇ ਪ੍ਰਧਾਨ ਨੂੰ ਕੀ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਸਰਪੰਚ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਪੰਚਾਇਤ ਸੰਮਤੀ ਦੇ ਪ੍ਰਧਾਨ ਦੀ ਚੋਣ ਕੌਣ ਕਰਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਪੰਚਾਇਤ ਸੰਮਤੀ ਦੇ ਸਾਰੇ ਮੈਂਬਰ ਮਿਲ ਕੇ ਪ੍ਰਧਾਨ ਦੀ ਚੋਣ ਕਰਦੇ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਸਮੁਦਾਇਕ ਵਿਕਾਸ ਦਾ ਸਭ ਤੋਂ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਅਧਿਕਾਰੀ ਕਿਸ ਨੂੰ ਮੰਨਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਖੰਡ ਵਿਕਾਸ ਅਧਿਕਾਰੀ (ਬੀ.ਡੀ.ਓ.) ਸਮੁਦਾਇਕ ਵਿਕਾਸ ਦਾ ਸਭ ਤੋਂ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਅਧਿਕਾਰੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰੀਸ਼ਦ ਦੇ ਪ੍ਰਧਾਨ ਅਤੇ ਉਪ-ਪ੍ਰਧਾਨ ਨੂੰ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਕਾਰਜਕਾਲ ਦੇ ਦੌਰਾਨ ਕਿਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਹਟਾਇਆ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰੀਸ਼ਦ ਦੇ ਪ੍ਰਧਾਨ ਅਤੇ ਉਪ-ਪ੍ਰਧਾਨ ਨੂੰ ਅਵਿਸ਼ਵਾਸ ਪ੍ਰਸਤਾਵ ਦੁਆਰਾ ਹਟਾਇਆ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 8.
ਪੰਚਾਇਤ ਨੂੰ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਗ੍ਰਾਂਟ ਕਿਉਂ ਮਿਲਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਪੰਚਾਇਤ ਨੂੰ ਪੇਂਡੂ ਵਿਕਾਸ ਲਈ ਅਨੇਕਾਂ ਕੰਮ ਕਰਨੇ ਪੈਂਦੇ ਹਨ, ਪਰ ਉਸ ਦੀ ਆਮਦਨ ਦੇ ਸਰੋਤ ਬਹੁਤ ਘੱਟ ਹਨ । ਇਸ ਲਈ ਪੰਚਾਇਤ ਨੂੰ ਰਾਜ ਸਰਕਾਰ ਵਲੋਂ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਗੁੱਟ ਦਿੱਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ।

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ਛੋਟੇ ਉੱਤਰਾਂ ਵਾਲੇ ਪ੍ਰਸ਼ਨ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਗ੍ਰਾਮ ਪੰਚਾਇਤ ਦੇ ਪ੍ਰਧਾਨ ਦੀ ਚੋਣ ਕਿਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ? ਉਸਦੇ ਦੋ ਮੁੱਖ ਕੰਮਾਂ ਦਾ ਵਰਣਨ ਕਰੋ |
ਉੱਤਰ-
ਪੰਚਾਇਤਾਂ ਦੇ ਪ੍ਰਧਾਨ ਨੂੰ ਕੁੱਝ ਰਾਜਾਂ ਵਿੱਚ ਪਿੰਡ ਦੀ ਬਾਲਗ ਜਨਤਾ ਚੁਣਦੀ ਹੈ, ਪਰ ਕੁੱਝ ਸਥਾਨਾਂ ਤੇ ਇਸਦੀ ਚੋਣ ਗ੍ਰਾਮ ਪੰਚਾਇਤ ਦੁਆਰਾ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ । ਉਸਨੂੰ ਆਮ ਤੌਰ ‘ਤੇ ਸਰਪੰਚ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਪੰਚਾਇਤ ਦਾ ਪ੍ਰਧਾਨ ਮੁੱਖ ਤੌਰ ‘ਤੇ ਦੋ ਕੰਮ ਕਰਦਾ ਹੈ ।

  1. ਉਹ ਪੰਚਾਇਤ ਦੀਆਂ ਬੈਠਕਾਂ ਬੁਲਾਉਂਦਾ ਹੈ ।
  2. ਉਹ ਪੰਚਾਇਤ ਦੀਆਂ ਬੈਠਕਾਂ ਦੀ ਪ੍ਰਧਾਨਗੀ ਕਰਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਗਾਮ ਪੰਚਾਇਤਾਂ ਦੀ ਆਮਦਨ ਦੇ ਸਾਧਨ ਕਿਹੜੇ-ਕਿਹੜੇ ਹਨ ? ਉਹ ਇਸ ਧਨ. ਨੂੰ ਕਿਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਖ਼ਰਚ ਕਰਦੀਆਂ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਆਮਦਨ ਦੇ ਸਾਧਨ-ਪੰਚਾਇਤਾਂ ਦੀ ਆਮਦਨ ਦੇ ਅਨੇਕਾਂ ਸਾਧਨ ਹਨ-

  1. ਮੇਲਿਆਂ ਅਤੇ ਦੁਕਾਨਾਂ ਤੋਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰ ।
  2. ਪਸ਼ੂ-ਮੇਲਿਆਂ ਵਿੱਚ ਪਸ਼ੂਆਂ ਦੀ ਖ਼ਰੀਦ-ਵੇਚ ਦੀ ਰਜਿਸਟਰੀ ਫ਼ੀਸ ।
  3. ਪਿੰਡ ਦੇ ਮਕਾਨਾਂ ਤੇ ਕਰ ।
  4. ਸਰਕਾਰ ਤੋਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਗਰਾਂਟ
  5. ਜਨਤਕ ਸੰਪੱਤੀ ਨੂੰ ਵੇਚਣ ਤੋਂ ਆਮਦਨ ।
    ਧਨ ਦਾ ਖ਼ਰਚ – ਗ੍ਰਾਮ ਪੰਚਾਇਤਾਂ ਆਪਣੀ ਆਮਦਨ ਨੂੰ ਪਿੰਡਾਂ ਦੇ ਵਿਕਾਸ ਕੰਮਾਂ ‘ਤੇ ਖ਼ਰਚ ਕਰਦੀਆਂ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਨਿਆਂ ਪੰਚਾਇਤਾਂ ਵਿੱਚ ਕਿਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੇ ਮੁਕੱਦਮਿਆਂ ਦੀ ਸੁਣਵਾਈ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਨਿਆਂ ਪੰਚਾਇਤ ਵਿੱਚ ਸਿਰਫ਼ ਹੇਠਲੇ ਪੱਧਰ ਦੇ ਦੀਵਾਨੀ ਅਤੇ ਫ਼ੌਜਦਾਰੀ ਮੁਕੱਦਮਿਆਂ ਦੀ ਸੁਣਵਾਈ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਨਿਆਂ ਪੰਚਾਇਤ ਨੂੰ ਜੁਰਮਾਨਾ ਕਰਨ ਦਾ ਅਧਿਕਾਰ ਹੈ ਪਰ ਜੇਲ੍ਹ ਭੇਜਣ ਦਾ ਅਧਿਕਾਰ ਨਹੀਂ ਹੈ । ਨਿਆਂ ਪੰਚਾਇਤਾਂ ਵਿੱਚ ਵਕੀਲ ਆਦਿ ਪੇਸ਼ ਨਹੀਂ ਹੋ ਸਕਦਾ । ਜੇਕਰ ਕੋਈ ਵਿਅਕਤੀ ਨਿਆਂ ਪੰਚਾਇਤ ਦੇ ਫ਼ੈਸਲੇ ਤੋਂ ਸੰਤੁਸ਼ਟ ਨਾ ਹੋਵੇ ਤਾਂ ਉਹ ਉੱਪਰਲੀਆਂ ਅਦਾਲਤਾਂ ਵਿੱਚ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਪੰਚਾਇਤਾਂ ਪਿੰਡ ਦੀ ਭਲਾਈ ਲਈ ਕਿਹੜੇ-ਕਿਹੜੇ ਕੰਮ ਕਰਦੀਆਂ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
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ਪੰਚਾਇਤਾਂ ਮੁੱਖ ਤੌਰ ‘ਤੇ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਕੰਮ ਕਰਦੀਆਂ ਹਨ-

  1. ਪਿੰਡ ਦੀਆਂ ਗਲੀਆਂ ਪੱਕੀਆਂ ਕਰਵਾਉਣਾ ਅਤੇ ਉਹਨਾਂ ਦੀ ਮੁਰੰਮਤ ਕਰਵਾਉਣਾ ।
  2. ਪੀਣ ਦੇ ਪਾਣੀ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ ਕਰਨਾ ।
  3. ਪਿੰਡ ਵਿੱਚ ਸਫ਼ਾਈ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ ਕਰਨਾ । ਅਤੇ ਬਿਮਾਰੀਆਂ ਦੀ ਰੋਕਥਾਮ ਕਰਨਾ ।
  4. ਪਿੰਡ ਵਿੱਚ ਰੌਸ਼ਨੀ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ ਕਰਨਾ ।
  5. ਪਿੰਡ ਦੇ ਛੋਟੇ-ਛੋਟੇ ਝਗੜਿਆਂ ਦਾ ਨਿਪਟਾਰਾ ਕਰਨਾ ।

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਖੰਡ ਵਿਕਾਸ ਅਤੇ ਪੰਚਾਇਤ ਅਧਿਕਾਰੀ (ਬੀ. ਡੀ. ਪੀ. ਓ.) ਕਿਹੜੇ ਕੰਮ ਕਰਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਖੰਡ ਵਿਕਾਸ ਅਤੇ ਪੰਚਾਇਤ ਅਧਿਕਾਰੀ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਕੰਮ ਕਰਦਾ ਹੈ-

  1. ਉਹ ਪੰਚਾਇਤ ਸੰਮਤੀ ਦੇ ਫੈਸਲਿਆਂ ਨੂੰ ਲਾਗੂ ਕਰਦਾ ਹੈ ।
  2. ਉਹ ਵਿਕਾਸ ਯੋਜਨਾਵਾਂ ਨੂੰ ਅਮਲੀ ਰੂਪ ਦਿੰਦਾ ਹੈ ।
  3. ਉਹ ਪੇਂਡੂ ਵਿਕਾਸ ਕੰਮਾਂ ਵਿਚ ਮਾਰਗ-ਦਰਸ਼ਨ ਕਰਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪਰਿਸ਼ਦ ਦੇ ਕੰਮਾਂ ਦਾ ਸੰਖੇਪ ਵਰਣਨ ਕਰੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪਰਿਸ਼ਦ ਦੀ ਸਥਾਪਨਾ ਗਾਮ ਵਿਕਾਸ ਲਈ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ । ਇਸਦਾ ਮੁੱਖ ਕੰਮ ਪੰਚਾਇਤ ਸੰਮਤੀਆਂ ਦੀ ਦੇਖਭਾਲ ਕਰਨਾ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਵਿੱਚ ਤਾਲਮੇਲ ਬਣਾਈ। ਰੱਖਣਾ ਹੈ । ਇਹ ਸਰਕਾਰ ਅਤੇ ਪੰਚਾਇਤ ਸੰਮਤੀਆਂ ਵਿਚਾਲੇ ਕੜੀ ਦਾ ਕੰਮ ਕਰਦੀ ਹੈ । ਇਹ ਸਰਕਾਰ ਨੂੰ ਵਿਕਾਸ ਕੰਮਾਂ ਬਾਰੇ ਰਾਏ ਦਿੰਦੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਗ੍ਰਾਮ ਸਭਾ ਤੋਂ ਕੀ ਭਾਵ ਹੈ ? ਇਹ ਕਿਹੜੇ ਕੰਮ ਕਰਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਗਾਮ ਸਭਾ ਵਿੱਚ ਪਿੰਡ ਦੇ 18 ਸਾਲ ਜਾਂ ਇਸ ਤੋਂ ਜ਼ਿਆਦਾ ਉਮਰ ਦੇ ਮੈਂਬਰ ਸ਼ਾਮਿਲ ਹੁੰਦੇ ਹਨ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਸਾਰੇ ਮੈਂਬਰਾਂ ਦੇ ਨਾਂ ਪੰਚਾਇਤ ਖੇਤਰ ਦੀ ਵੋਟਰ ਸੂਚੀ ਵਿੱਚ ਦਰਜ ਹੁੰਦੇ ਹਨ । ਪਿੰਡ ਦੀਆਂ ਸਾਰੀਆਂ ਔਰਤਾਂ ਅਤੇ ਮਰਦ, ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਉਮਰ 18 ਸਾਲ ਜਾਂ ਇਸ ਤੋਂ ਵੱਧ ਹੋਵੇ, ਗ੍ਰਾਮ ਸਭਾ ਦੇ ਮੈਂਬਰ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ।

ਗਾਮ ਸਭਾ ਦੇ ਕੰਮ-

  1. ਪਿੰਡ ਦਾ ਬਜਟ ਤਿਆਰ ਕਰਨਾ,
  2. ਪੰਚਾਇਤ ਦੀ ਸਲਾਨਾ ਰਿਪੋਰਟ ਦੀ ਸਮੀਖਿਆ ਕਰਨਾ,
  3. ਆਉਣ ਵਾਲੇ ਸਾਲ ਲਈ ਵਿਕਾਸ ਯੋਜਨਾਵਾਂ ਬਣਾਉਣਾ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 8.
ਪੰਚਾਇਤੀ ਰਾਜ ਪ੍ਰਣਾਲੀ ਵਿੱਚ ਰਾਜ ਸਰਕਾਰ ਕੀ ਭੂਮਿਕਾ ਨਿਭਾਉਂਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਰਾਜ ਸਰਕਾਰਾਂ ਪੰਚਾਇਤਾਂ ਅਤੇ ਪੰਚਾਇਤੀ ਰਾਜ ਨੂੰ ਸ਼ਕਤੀਸ਼ਾਲੀ ਬਣਾਉਣ ਲਈ ਹਰ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੀ ਸਹਾਇਤਾ ਕਰਦੀਆਂ ਹਨ | ਸਾਡੇ ਪਿੰਡਾਂ ਦੇ ਜ਼ਿਆਦਾਤਰ ਲੋਕ ਗ਼ਰੀਬ ਅਤੇ ਅਨਪੜ੍ਹ ਹਨ । ਜਿਸ ਕਰਕੇ ਰਾਜ ਸਰਕਾਰ ਨੂੰ ਪੰਚਾਇਤੀ ਰਾਜ ਨੂੰ ਜ਼ਿਆਦਾ ਸਖ਼ਤੀ ਨਾਲ ਕਾਬੂ ਵਿੱਚ ਰੱਖਣਾ ਪੈਂਦਾ ਹੈ । ਉਸ ਨੂੰ ਇਸ ਦੇ ਕੰਮ-ਕਾਜ ਦੀ ਨਿਗਰਾਨੀ ਬੜੀ ਚੌਕਸੀ ਨਾਲ ਕਰਨੀ ਪੈਂਦੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 9.
ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰੀਸ਼ਦ ਦੀ ਬਣਤਰ ‘ਤੇ ਇਕ ਨੋਟ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਜ਼ਿਲਾ ਪ੍ਰੀਸ਼ਦ ਦੀ ਬਣਤਰ ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਹੁੰਦੀ ਹੈ-
1. ਮੈਂਬਰੀ-

  • ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰੀਸ਼ਦ ਦੇ ਖੇਤਰ ਵਿਚ ਆਉਣ ਵਾਲੀਆਂ ਸਾਰੀਆਂ ਬਲਾਕ ਸੰਮਤੀਆਂ ਦੇ ਸਭਾਪਤੀ ਆਪਣੇ ਆਪ ਹੀ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰੀਸ਼ਦ ਦੇ ਮੈਂਬਰ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ।
  • ਸੰਬੰਧਿਤ ਜ਼ਿਲ੍ਹੇ ਵਿੱਚ ਪੈਣ ਵਾਲੀ ਵਿਧਾਨ ਸਭਾ, ਵਿਧਾਨ ਪਰਿਸ਼ਦ ਅਤੇ ਸੰਸਦ ਦੇ ਮੈਂਬਰ ਵੀ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰੀਸ਼ਦ ਦੇ ਮੈਂਬਰ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ।
  • ਅਨੁਸੂਚਿਤ ਜਾਤੀਆਂ, ਅਨੁਸੂਚਿਤ ਕਬੀਲਿਆਂ ਅਤੇ ਸੰਬੰਧਿਤ ਔਰਤਾਂ ਲਈ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰੀਸ਼ਦ ਵਿੱਚ ਕੁੱਝ ਸੀਟਾਂ ਰਾਖਵੀਆਂ ਹੁੰਦੀਆਂ ਹਨ ।

2. ਪ੍ਰਧਾਨ ਅਤੇ ਉਪ-ਪ੍ਰਧਾਨ – ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰੀਸ਼ਦ ਦੇ ਮੈਂਬਰ ਆਪਣੇ ਵਿੱਚੋਂ ਹੀ ਇੱਕ ਪ੍ਰਧਾਨ ਅਤੇ ਇੱਕ ਉਪ-ਪ੍ਰਧਾਨ ਚੁਣਦੇ ਹਨ । ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰੀਸ਼ਦ ਇਹਨਾਂ ਦੇ ਖਿਲਾਫ਼ ਵਿਸ਼ਵਾਸ ਦਾ ਮਤਾ ਪਾਸ ਕਰ ਕੇ ਇਹਨਾਂ ਨੂੰ ਪਦਵੀ ਤੋਂ ਹਟਾ ਵੀ ਸਕਦੀ ਹੈ ।

3. ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰੀਸ਼ਦ ਦਾ ਕਾਰਜਕਾਲ – ਰਾਜ ਦੀਆਂ ਹੋਰ ਸੰਸਥਾਵਾਂ ਵਾਂਗ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰੀਸ਼ਦ ਦਾ ਕਾਰਜਕਾਲ ਪੰਜ ਸਾਲ ਦਾ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਪਰ ਜੇ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰੀਸ਼ਦ ਸ਼ਕਤੀਆਂ ਦੀ ਦੁਰਵਰਤੋਂ ਕਰ ਰਹੀ ਹੋਵੇ ਜਾਂ ਰਾਜ ਸਰਕਾਰ ਦੁਆਰਾ ਦਿੱਤੇ ਨਿਰਦੇਸ਼ਾਂ ਦੀ ਉਲੰਘਣਾ ਕਰ ਰਹੀ ਹੋਵੇ ਤਾਂ ਰਾਜ ਸਰਕਾਰ ਉਸ ਨੂੰ ਸਮੇਂ ਤੋਂ ਪਹਿਲਾਂ ਵੀ ਭੰਗ ਕਰ ਸਕਦੀ ਹੈ ।

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 10.
ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰੀਸ਼ਦ ਦੀ ਆਮਦਨ ਦੇ ਸੋਮੇ ਕਿਹੜੇ-ਕਿਹੜੇ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰੀਸ਼ਦ ਦੀ ਆਮਦਨ ਦੇ ਮੁੱਖ ਸੋਮੇ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਹਨ-

  1. ਕਰ ਅਤੇ ਗਰਾਂਟ – ਪੰਚਾਇਤ ਸੰਮਤੀਆਂ ਵਾਂਗ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰੀਸ਼ਦ ਦੀ ਆਮਦਨ ਵੀ ਟੈਕਸਾਂ ਅਤੇ ਰਾਜ ਸਰਕਾਰ ਦੁਆਰਾ ਦਿੱਤੀਆਂ ਗਰਾਂਟਾਂ ‘ਤੇ ਨਿਰਭਰ ਕਰਦੀ ਹੈ ।
  2. ਟਰੱਸਟ – ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰੀਸ਼ਦ ਨੂੰ ਟਰੱਸਟਾਂ ਤੋਂ ਜਾਂ ਦਾਨ ਤੋਂ ਆਮਦਨ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।
  3. ਕਿਰਾਇਆ – ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰੀਸ਼ਦਾਂ ਨੂੰ ਘਰਾਂ ਜਾਂ ਦੁਕਾਨਾਂ ਤੋਂ ਕਿਰਾਏ ਦੇ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਕੁੱਝ ਆਮਦਨ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ।
  4. ਉਦਯੋਗ ਚਲਾਉਣ ਲਈ ਗਰਾਂਟ – ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰੀਸ਼ਦਾਂ ਨੂੰ ਘਰੇਲੂ, ਪੇਂਡੂ ਅਤੇ ਛੋਟੇ ਪੈਮਾਨੇ ਦੇ ਉਦਯੋਗ ਚਲਾਉਣ ਲਈ ਸਰਬ-ਭਾਰਤੀ ਸੰਸਥਾਵਾਂ ਤੋਂ ਗਰਾਂਟਾਂ ਮਿਲਦੀਆਂ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 11.
ਅੰਗਰੇਜ਼ੀ ਰਾਜ ਵਿਚ ਪਿੰਡਾਂ ਦੀ ਅਵਸਥਾ ਕਿਹੋ ਜਿਹੀ ਸੀ ?
ਉੱਤਰ-
ਅੰਗਰੇਜ਼ੀ ਰਾਜ ਵਿੱਚ ਭਾਰਤ ਦੇ ਪਿੰਡਾਂ ਦੀ ਅਵਸਥਾ ਤਰਸਯੋਗ ਸੀ । ਸਰਕਾਰ ਦੀਆਂ ਆਰਥਿਕ ਨੀਤੀਆਂ ਕਾਰਨ ਪਿੰਡਾਂ ਦੀ ਆਤਮ-ਨਿਰਭਰਤਾ ਭੰਗ ਹੋ ਗਈ ਅਤੇ ਪਿੰਡ ਪੱਛੜ ਗਏ । ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਆਰਥਿਕ ਸਥਿਤੀ ਡਾਵਾਂਡੋਲ ਹੋ ਗਈ । ਕਿਸਾਨ ਕਰਜ਼ੇ ਹੇਠ ਦੱਬ ਗਿਆ ।

PSEB 7th Class Social Science Solutions Chapter 19 ਲੋਕਤੰਤਰ-ਸੰਸਥਾਤਮਕ ਪ੍ਰਤਿਨਿਧਤਾ

Punjab State Board PSEB 7th Class Social Science Book Solutions Civics Chapter 19 ਲੋਕਤੰਤਰ-ਸੰਸਥਾਤਮਕ ਪ੍ਰਤਿਨਿਧਤਾ Textbook Exercise Questions, and Answers.

PSEB Solutions for Class 7 Social Science Chapter 19 ਲੋਕਤੰਤਰ-ਸੰਸਥਾਤਮਕ ਪ੍ਰਤਿਨਿਧਤਾ

Social Science Guide for Class 7 PSEB ਲੋਕਤੰਤਰ-ਸੰਸਥਾਤਮਕ ਪ੍ਰਤਿਨਿਧਤਾ Textbook Questions, and Answers

(ੳ) ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਪ੍ਰਸ਼ਨਾਂ ਦੇ ਉੱਤਰ ਇਕ ਸ਼ਬਦ/ਇਕ ਵਾਕ (1-15) ਸ਼ਬਦਾਂ ਵਿਚ ਲਿਖੋ –

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਸਰਵ-ਵਿਆਪਕ ਮਤ ਅਧਿਕਾਰ ਤੋਂ ਕੀ ਭਾਵ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਜਦੋਂ ਦੇਸ਼ ਦੇ ਸਾਰੇ ਬਾਲਗ ਨਾਗਰਿਕਾਂ ਨੂੰ ਮਤ ਦੇਣ ਦਾ ਅਧਿਕਾਰ ਹੁੰਦਾ ਹੈ, ਤਾਂ ਉਸਨੂੰ ਸਰਵ-ਵਿਆਪਕ ਮਤ ਅਧਿਕਾਰ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਮਤ ਦਾ ਅਧਿਕਾਰ ਦਿੰਦੇ ਸਮੇਂ ਲਿੰਗ, ਜਾਤੀ, ਧਰਮ, ਸੰਪੱਤੀ ਆਦਿ ਦੇ ਆਧਾਰ ‘ਤੇ ਕੋਈ ਭੇਦਭਾਵ ਨਹੀਂ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਚੋਣ ਪ੍ਰਕਿਰਿਆ ਦੀਆਂ ਕੋਈ ਦੋ ਸਟੇਜਾਂ ਦਾ ਵਰਣਨ ਕਰੋ ।
ਉੱਤਰ-

  • ਚੋਣਾਂ ਦੀ ਤਰੀਕ ਦਾ ਐਲਾਨ-ਸਾਡੇ ਦੇਸ਼ ਦੇ ਰਾਸ਼ਟਰਪਤੀ ਜਾਂ ਰਾਜਾਂ ਵਿਚ ਰਾਜਪਾਲ ਲੋਕਾਂ ਲਈ ਚੋਣਾਂ ਦਾ ਆਦੇਸ਼ ਜਾਰੀ ਕਰਦੇ ਹਨ, ਜਿਸਦੇ ਆਧਾਰ ‘ਤੇ ਚੋਣ ਕਮਿਸ਼ਨ ਚੋਣਾਂ ਦੀ ਤਰੀਕ ਦਾ ਐਲਾਨ ਕਰਦਾ ਹੈ ।
  • ਉਮੀਦਵਾਰਾਂ ਦੀ ਚੋਣ-ਵੱਖ-ਵੱਖ ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਦਲ ਆਪਣੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਉਮੀਦਵਾਰਾਂ ਨੂੰ ਨਾਮਜ਼ਦ ਕਰਦੇ ਹਨ ਜਿਹੜੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਵਿਚਾਰ ਨਾਲ ਕਿਸੇ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਖੇਤਰ ਤੋਂ ਜਿੱਤ ਸਕਦੇ ਹਨ । ਕਦੇ-ਕਦੇ ਸੁਤੰਤਰ ਉਮੀਦਵਾਰ ਵੀ ਖੜ੍ਹੇ ਹੋ ਜਾਂਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਦਲ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਸਹਾਇਤਾ ਕਰਦੇ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਪ੍ਰਤੀਨਿਧੀ ਸਰਕਾਰ ਕਿਹੜੀ ਸਰਕਾਰ ਨੂੰ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਨਾਗਰਿਕ ਆਪਣੇ ਪ੍ਰਤੀਨਿਧੀ ਚੁਣਦੇ ਹਨ ਜਿਹੜੇ ਸਰਕਾਰ ਬਣਾਉਂਦੇ ਹਨ । ਇਹੀ ਪ੍ਰਤੀਨਿਧੀ ਨੀਤੀਆਂ ਦਾ ਨਿਰਮਾਣ ਕਰਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਕਾਨੂੰਨ ਬਣਾਉਂਦੇ ਹਨ | ਅਜਿਹੀ ਸਰਕਾਰ ਨੂੰ ਹੀ ਪ੍ਰਤੀਨਿਧੀ ਸਰਕਾਰ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਪ੍ਰਤੀਨਿਧਤਾ ਦਾ ਕੀ ਮਹੱਤਵ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਲੋਕਤੰਤਰ ਜਨਤਾ ਦਾ ਸ਼ਾਸਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ | ਪਰ ਆਧੁਨਿਕ ਰਾਜਾਂ ਦੀ ਜਨਸੰਖਿਆ ਇੰਨੀ ਜ਼ਿਆਦਾ ਹੈ ਕਿ ਸਾਰੇ ਨਾਗਰਿਕ ਸ਼ਾਸਨ ਵਿਚ ਸਿੱਧੇ ਹਿੱਸਾ ਨਹੀਂ ਲੈ ਸਕਦੇ ਹਨ । ਇਸ ਲਈ ਉਹ ਆਪਣੇ ਪ੍ਰਤੀਨਿਧੀ ਚੁਣਦੇ ਹਨ, ਜੋ ਸਰਕਾਰ ਦਾ ਨਿਰਮਾਣ ਕਰਦੇ ਹਨ । ਇਹ ਅਸਿੱਧੇ ਅਪ੍ਰਤੱਖ ਤੌਰ ‘ਤੇ ਜਨਤਾ ਦਾ ਆਪਣਾ ਹੀ ਸ਼ਾਸਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਭਾਰਤ ਵਿਚ ਵੋਟ ਪਾਉਣ ਦਾ ਅਧਿਕਾਰ ਕਿਸਨੂੰ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਭਾਰਤ ਵਿਚ 18 ਸਾਲ ਜਾਂ ਇਸ ਤੋਂ ਵਧੇਰੇ ਉਮਰ ਦੇ ਹਰੇਕ ਔਰਤ-ਮਰਦ ਨੂੰ ਵੋਟ ਪਾਉਣ ਦਾ ਅਧਿਕਾਰ ਹੈ । ਇਸ ਨੂੰ ਸਰਵ-ਵਿਆਪਕ ਮਤ ਅਧਿਕਾਰ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਆਮ ਚੋਣਾਂ ਅਤੇ ਮੱਧਕਾਲੀਨ ਚੋਣਾਂ ਵਿਚ ਕੀ ਫ਼ਰਕ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਆਮ ਚੋਣਾਂ ਉਹ ਚੋਣਾਂ ਹਨ ਜੋ ਹਰ ਪੰਜ ਸਾਲ ਦੇ ਬਾਅਦ ਨਿਯਮਿਤ ਰੂਪ ਨਾਲ ਹੁੰਦੀਆਂ ਹਨ । ਇਸ ਦੇ ਉਲਟ ਜੇਕਰ ਵਿਧਾਨਪਾਲਿਕਾ ਮਿਆਦ ਪੂਰੀ ਹੋਣ ਤੋਂ ਪਹਿਲਾਂ ਹੀ ਭੰਗ ਕਰ ਦਿੱਤੀ ਜਾਏ ਅਤੇ ਨਵੇਂ ਸਿਰੇ ਤੋਂ ਚੋਣਾਂ ਕਰਵਾਈਆਂ ਜਾਣ ਤਾਂ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਮੱਧਕਾਲੀਨ ਚੋਣਾਂ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7, ਦੋ-ਦਲੀ ਅਤੇ ਬਹੁ-ਦਲੀ ਦਲ ਪ੍ਰਣਾਲੀ ਵਿਚ ਕੀ ਅੰਤਰ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਜਦੋਂ ਕਿਸੇ ਦੇਸ਼ ਵਿਚ ਦੋ ਮੁੱਖ ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਦਲ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ਤਾਂ ਉਸਨੂੰ ਦੋ-ਦਲੀ ਪ੍ਰਣਾਲੀ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ । ਅਮਰੀਕਾ ਅਤੇ ਇੰਗਲੈਂਡ ਵਿਚ ਦੋ-ਦਲੀ ਪ੍ਰਣਾਲੀ ਹੈ । ਬਹੁ-ਦਲੀ ਪ੍ਰਣਾਲੀ ਵਿਚ ਕਈ ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਦਲ ਹੁੰਦੇ ਹਨ | ਭਾਰਤ ਵਿਚ ਇਹੀ ਵਿਵਸਥਾ ਹੈ ।

(ਅ) ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਪ੍ਰਸ਼ਨਾਂ ਦਾ ਉੱਤਰ 50-60 ਸ਼ਬਦਾਂ ਵਿਚ ਲਿਖੋ –

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਦਲਾਂ ਦਾ ਪ੍ਰਤੀਨਿਧੀ ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਕੀ ਮਹੱਤਵ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਦਲਾਂ ਦਾ ਪ੍ਰਤੀਨਿਧੀ ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਬਹੁਤ ਮਹੱਤਵ ਹੈ । ਜ਼ਿਆਦਾਤਰ ਲੋਕਾਂ ਦਾ ਵਿਚਾਰ ਹੈ ਕਿ ਲੋਕਤੰਤਰ ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਦਲਾਂ ਦੇ ਬਿਨਾਂ ਸੰਭਵ ਨਹੀਂ ਹੈ । ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਹਰੇਕ ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਦਲ ਆਪਣੀ ਸਰਕਾਰ ਬਣਾਉਣ ਦਾ ਯਤਨ ਕਰਦਾ ਹੈ । ਇਹ ਦਲ ਲੋਕਾਂ ਦੇ ਸਾਹਮਣੇ ਆਪਣੇ ਪ੍ਰੋਗਰਾਮ ਅਤੇ ਨੀਤੀਆਂ ਰੱਖਦੇ ਹਨ । ਜਿਹੜੇ ਦਲ ਦੀ ਸਰਕਾਰ ਬਣਦੀ ਹੈ, ਉਹ ਆਪਣੇ ਪ੍ਰੋਗਰਾਮ ਅਤੇ ਨੀਤੀਆਂ ਨੂੰ ਲਾਗੂ ਕਰਦਾ ਹੈ ਪਰ ਵਿਰੋਧੀ ਦਲ ਉਸਦੇ ਕੰਮਾਂ ਦੀ ਆਲੋਚਨਾ ਕਰਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਵਿਰੋਧੀ ਦਲ ਵੀ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਭੂਮਿਕਾ ਨਿਭਾਉਂਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਗੁਪਤ ਮਤਦਾਨ ਕੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ? ਇਸਦਾ ਕੀ ਮਹੱਤਵ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਗੁਪਤ ਮਤਦਾਨ ਲੋਕਤੰਤਰੀ ਚੋਣਾਂ ਦਾ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਆਧਾਰ ਹੈ । ਲੋਕ ਆਪਣੇ ਪ੍ਰਤੀਨਿਧੀ ਚੁਣਨ ਦੇ ਅਧਿਕਾਰ ਵਿਚ ਕਿਸੇ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੀ ਦਖ਼ਲ-ਅੰਦਾਜ਼ੀ ਨਹੀਂ ਚਾਹੁੰਦੇ । ਇਸ ਲਈ ਕੋਈ ਵੀ ਇਹ ਨਹੀਂ ਚਾਹੁੰਦਾ ਕਿ ਕਿਸੇ ਦੂਜੇ ਨੂੰ ਇਹ ਪਤਾ ਚੱਲੇ ਕਿ ਉਸਨੇ ਕਿਹੜੇ ਪਤੀਨਿਧੀ ਦੇ ਪੱਖ ਵਿਚ ਵੋਟ ਪਾਇਆ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਹੀ ਸਤੰਤਰ ਅਤੇ ਨਿਰਪੱਖ ਚੋਣਾਂ ਲਈ ਗੁਪਤ ਮਤਦਾਨ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਹੈ । ਭਾਰਤ ਵਿਚ ਹਰੇਕ ਵੋਟਰ ਦਾ ਇਕ ਵੋਟ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਜਦੋਂ ਕੋਈ ਵੋਟਰ ਪੋਲਿੰਗ ਬੂਥ ‘ਤੇ ਆਪਣਾ ਵੋਟ ਪਾਉਂਦਾ ਹੈ ਤਾਂ ਉਸਨੂੰ ਇਹ ਦੱਸਣ ਦੀ ਲੋੜ ਨਹੀਂ ਕਿ ਉਸਨੇ ਕਿਸ ਨੂੰ ਆਪਣਾ ਵੋਟ ਦਿੱਤਾ ਹੈ । ਇਸ ਨੂੰ ਹੀ ਗੁਪਤ ਮਤਦਾਨ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਗੁਪਤ ਮਤਦਾਨ ਦੁਆਰਾ ਬਿਨਾਂ ਕਿਸੇ ਬੁਰੇ ਵਿਚਾਰ ਅਤੇ ਨਕਾਰਾਤਮਕ ਸੋਚ ਦੇ ਸਰਕਾਰ ਵਿਚ ਪਰਿਵਰਤਨ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ ।

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਵਿਰੋਧੀ ਦਲ ਦੀ ਭੂਮਿਕਾ ਬਾਰੇ ਸੰਖੇਪ ਵਿਚ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਵਿਧਾਨਪਾਲਿਕਾ ਵਿਚ ਜੋ ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਦਲ ਬਹੁਮਤ ਵਿਚ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦੇ, ਉਹ ਸਰਕਾਰ ਨਹੀਂ ਬਣਾ ਪਾਉਂਦੇ ।ਉਹ ਦਲ ਵਿਰੋਧੀ ਦਲ ਦੀ ਭੂਮਿਕਾ ਨਿਭਾਉਂਦੇ ਹਨ ।
ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਵਿਰੋਧੀ ਦਲ ਦੀ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਭੂਮਿਕਾ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਜੇਕਰ ਵਿਰੋਧੀ ਦਲ ਨਸ਼ਟ ਜਾਂ ਕਮਜ਼ੋਰ ਹੋ ਜਾਵੇ ਤਾਂ ਲੋਕਤੰਤਰ ਪ੍ਰਣਾਲੀ ਹੀ ਖ਼ਤਮ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ । ਇਸਦੇ ਉਲਟ ਜੇਕਰ ਵਿਰੋਧੀ ਦਲ ਨੂੰ ਸਹੀ ਅਤੇ ਲੋਕਤੰਤਰਿਕ ਢੰਗ ਨਾਲ ਕੰਮ ਕਰਨ ਦਿੱਤਾ ਜਾਏ ਤਾਂ ਲੋਕਤੰਤਰ ਮਜ਼ਬੂਤ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਅਸਲ ਵਿਚ ਵਿਰੋਧੀ ਦਲ ਸ਼ਾਸਕ ਦਲ ਦੀਆਂ ਕਮੀਆਂ ਅਤੇ ਕਮਜ਼ੋਰੀਆਂ ਨੂੰ ਪ੍ਰਗਟ ਕਰਦਾ ਹੈ । ਵਿਰੋਧੀ ਦਲ ਸੰਸਦ ਵਿਚ ਸਰਕਾਰ ਦੀ ਸਿਰਫ਼ ਆਲੋਚਨਾ ਹੀ ਨਹੀਂ ਕਰਦਾ, ਬਲਕਿ ਲੋਕਮਤ ਦੇ ਹਿੱਤ ਵਿਚ ਵੀ ਕੰਮ ਕਰਦਾ ਹੈ । ਇਸਦੀ ਆਲੋਚਨਾ ਦੇ ਬਿਨਾਂ ਸਰਕਾਰ ਗ਼ੈਰ-ਜ਼ਿੰਮੇਵਾਰ ਅਤੇ ਤਾਨਾਸ਼ਾਹ ਵੀ ਬਣ ਸਕਦੀ ਹੈ ।ਵਿਰੋਧੀ ਦਲ ਨਵੀਆਂ ਚੋਣਾਂ ਹੋਣ ਤਕ ਸਰਕਾਰ ਨੂੰ ਮਨਮਾਨੀ ਨਹੀਂ ਕਰਨ ਦਿੰਦਾ ਅਤੇ ਉਸ ‘ਤੇ ਲਗਾਤਾਰ ਨਿਯੰਤਰਨ ਬਣਾਈ ਰੱਖਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਵਿਰੋਧੀ ਦਲ ਸਰਕਾਰ ਦੁਆਰਾ ਨਾਗਰਿਕਾਂ ਦੇ ਅਧਿਕਾਰਾਂ ਦਾ ਨੁਕਸਾਨ ਨਹੀਂ ਹੋਣ ਦਿੰਦਾ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਵਿਰੋਧੀ ਦਲ ਦੇ ਕੰਮਾਂ ਦਾ ਵਰਣਨ ਕਰੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਵਿਰੋਧੀ ਦਲ ਲੋਕਤੰਤਰ ਦੀ ਆਤਮਾ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਇਹ ਇਕ ਪਾਸੇ ਸ਼ਾਸਕ ਦਲ ਦੀ ਤਾਨਾਸ਼ਾਹੀ ਨੂੰ ਰੋਕਦਾ ਹੈ ਤਾਂ ਦੂਜੇ ਪਾਸੇ ਸਰਕਾਰ ਦੇ ਕੰਮਾਂ ‘ਤੇ ਨਿਯੰਤਰਨ ਰੱਖਦਾ ਹੈ ।
ਸੰਖੇਪ ਵਿਚ ਵਿਰੋਧੀ ਦਲ ਦੇ ਕੰਮਾਂ ਦਾ ਵਰਣਨ ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਹੈ –

  1. ਸ਼ਾਸਕ ਦਲ ‘ਤੇ ਨਿਯੰਤਰਨ-ਚੋਣਾਂ ਵਿਚ ਜਿੱਤ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਦੇ ਬਾਅਦ ਬਹੁਮਤ ਪ੍ਰਾਪਤ ਦਲ ਸਰਕਾਰ ਦਾ ਗਠਨ ਕਰਦਾ ਹੈ । ਵੋਟਰ ਪੰਜ ਸਾਲ ਤਕ ਸਰਕਾਰ ‘ਤੇ ਨਿਯੰਤਰਨ ਨਹੀਂ ਰੱਖ ਸਕਦੇ । ਸਰਕਾਰ ‘ਤੇ ਨਿਯੰਤਰਨ ਰੱਖਣ ਦਾ ਕੰਮ ਵਿਰੋਧੀ ਦਲ ਹੀ ਕਰਦੇ ਹਨ ।
  2. ਸਰਕਾਰ ਨੂੰ ਤਾਨਾਸ਼ਾਹ ਬਣਨ ਤੋਂ ਰੋਕਣਾ-ਕਦੇ-ਕਦੇ ਸ਼ਾਸਕ ਦਲ ਆਪਣੇ ਬਹੁਮਤ ਕਾਰਨ ਤਾਨਾਸ਼ਾਹੀ ਕੰਮ ਕਰਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਨਾਲ ਨਾਗਰਿਕਾਂ ਦੇ ਅਧਿਕਾਰਾਂ ਦਾ ਨੁਕਸਾਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਮੌਕਿਆਂ ‘ਤੇ ਵਿਰੋਧੀ ਦਲ ਸਰਕਾਰ ਦੀ ਸਦਨ ਦੇ ਅੰਦਰ ਤੇ ਬਾਹਰ ਆਲੋਚਨਾ ਕਰਦੇ ਹਨ, ਅਤੇ ਸਰਕਾਰ ਨੂੰ ਤਾਨਾਸ਼ਾਹ ਨਹੀਂ ਬਣਨ ਦਿੰਦੇ ।
  3. ਕਾਨੂੰਨ ਬਣਾਉਣ ਵਿਚ ਸਹਿਯੋਗ-ਸਰਕਾਰ ਕਾਨੂੰਨ ਬਣਾਉਣ ਲਈ ਬਿਲ ਪੇਸ਼ ਕਰਦੀ ਹੈ । ਵਿਰੋਧੀ ਦਲ ਬਿਲਾਂ ਨਾਲ ਸੰਬੰਧਤ ਮਾਮਲਿਆਂ ‘ਤੇ ਵਾਦ-ਵਿਵਾਦ ਕਰਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਯਤਨ ਕਰਦੇ ਹਨ ਜੋ ਕਾਨੂੰਨ ਬਣੇ, ਉਹ ਦੇਸ਼ ਦੇ ਹਿੱਤ ਵਿਚ ਹੋਣ ।
  4. ਬਜਟ ਪਾਸ ਕਰਨਾ-ਹਰੇਕ ਸਾਲ ਸ਼ਾਸਕ ਦਲ ਆਪਣੀਆਂ ਨੀਤੀਆਂ ਨੂੰ ਲਾਗੂ ਕਰਨ ਲਈ ਵਿਧਾਨ ਮੰਡਲ ਵਿਚ ਬਜਟ ਪੇਸ਼ ਕਰਦਾ ਹੈ । ਇਹ ਇਕ ਅਜਿਹਾ ਮੌਕਾ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਜਦੋਂ ਵਿਰੋਧੀ ਦਲ ਸਰਕਾਰ ਦੀ ਸੰਪੂਰਨ ਨੀਤੀ ਦੀ ਆਲੋਚਨਾ ਕਰ ਸਕਦਾ ਹੈ । ਵਿਰੋਧੀ ਦਲ ਸਰਕਾਰ ਨੂੰ ਇਸ ਗੱਲ ਲਈ ਮਜਬੂਰ ਕਰ ਸਕਦੇ ਹਨ ਕਿ ਉਹ ਕਰਾਂ ਦੀ ਦਰ ਘੱਟ ਕਰੇ ।
  5. ਕਾਰਜਪਾਲਿਕਾ ‘ਤੇ ਨਿਯੰਤਰਨ-ਵਿਰੋਧੀ ਦਲ ਅਵਿਸ਼ਵਾਸ ਪ੍ਰਸਤਾਵ, ਧਿਆਨ ਖਿੱਚ ਪ੍ਰਸਤਾਵ ਅਤੇ ਕਈ ਤਰ੍ਹਾਂ ਨਾਲ ਸਰਕਾਰ ‘ਤੇ ਨਿਯੰਤਰਨ ਰੱਖਦਾ ਹੈ । ਪ੍ਰਸ਼ਨ ਕਾਲ ਵਿਚ ਪ੍ਰਸ਼ਨ ਪੁੱਛ ਕੇ ਵਿਰੋਧੀ ਦਲ ਦੇ ਮੈਂਬਰ ਮੰਤਰੀਆਂ ਨੂੰ ਚੌਕੰਨਾ ਰੱਖਦੇ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਦਲਾਂ ਦੇ ਕੋਈ ਦੋ ਕੰਮ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਦਲ ਮੁੱਖ ਤੌਰ ‘ਤੇ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਕੰਮ ਕਰਦੇ ਹਨ –
1. ਚੋਣਾਂ ਲੜਨਾ ਅਤੇ ਸਰਕਾਰ ਬਣਾਉਣਾ-ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਦਲ ਦਾ ਸਭ ਤੋਂ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਕੰਮ ਚੋਣਾਂ ਲੜਨਾ ਹੈ । ਇਸਦਾ ਉਦੇਸ਼ ਸ਼ਾਸਨ ਸ਼ਕਤੀ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨਾ ਹੈ । ਇਹ ਦਲ ਚੋਣਾਂ ਲੜਨ ਲਈ ਆਪਣੇ ਉਮੀਦਵਾਰ ਚੁਣਦੇ ਹਨ । ਉਹ ਚੋਣਾਂ ਜਿੱਤਣ ਲਈ ਚੋਣ ਮੁਹਿੰਮ ਚਲਾਉਂਦੇ ਹਨ । ਇਹ ਦਲ ਜਨਤਾ ਨੂੰ ਰਾਸ਼ਟਰੀ ਮਾਮਲਿਆਂ ਅਤੇ ਆਪਣੀ ਸਰਕਾਰ ਦੀ ਭੂਮਿਕਾ ਦੀ ਜਾਣਕਾਰੀ ਦਿੰਦੇ ਹਨ । ਇਸ ਨਾਲ ਲੋਕਮਤ ਦਾ ਨਿਰਮਾਣ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਜਿਹੜਾ ਦਲ ਚੋਣਾਂ ਜਿੱਤ ਜਾਂਦਾ ਹੈ, ਉਹ ਸਰਕਾਰ ਅਤੇ ਆਪਣੇ ਕੰਮਾਂ ਲਈ ਲੋਕਾਂ ਪ੍ਰਤੀ ਜ਼ਿੰਮੇਵਾਰ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਜਿਹੜੇ ਦਲ ਸਰਕਾਰ ਨਹੀਂ ਬਣਾ ਪਾਉਂਦੇ ਹਨ, ਉਹ ਵਿਰੋਧੀ ਦਲ ਦੀ ਭੂਮਿਕਾ ਨਿਭਾਉਂਦੇ ਹਨ ।

2. ਜਨਤਾ ਦੇ ਹਿੱਤਾਂ ਦੀ ਰੱਖਿਆ ਕਰਨਾ-ਉਹ ਸਰਕਾਰ ਦੀਆਂ ਨੀਤੀਆਂ ਦੀ ਆਲੋਚਨਾ ਕਰਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਸੁਧਾਰਨ ਦੇ ਸੁਝਾਅ ਦਿੰਦੇ ਹਨ । ਇਸ ਲਈ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਕਿ ਵਿਰੋਧੀ ਦਲ ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਜਨਤਾ ਦੇ ਹਿੱਤਾਂ ਦਾ ਰੱਖਿਅਕ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਇੰਡੀਅਨ ਨੈਸ਼ਨਲ ਕਾਂਗਰਸ ਦੀਆਂ ਕੋਈ ਦੋ ਨੀਤੀਆਂ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਇੰਡੀਅਨ ਨੈਸ਼ਨਲ ਕਾਂਗਰਸ ਦੀਆਂ ਮੁੱਖ ਨੀਤੀਆਂ ਹੇਠ ਲਿਖੀਆਂ ਹਨ

  1. ਇਸ ਦਲ ਦੀ ਸਭ ਤੋਂ ਵੱਧ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਨੀਤੀ ਅਮੀਰੀ-ਗਰੀਬੀ ਵਿਚ ਅੰਤਰ ਘੱਟ ਕਰਨਾ ਹੈ । ਦੂਜੇ ਸ਼ਬਦਾਂ ਵਿਚ ਇਹ ਦਲ ਲੋਕਤੰਤਰੀ ਸਮਾਜਵਾਦ ਚਾਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
  2. ਇਸ ਦਲ ਦੇ ਅਨੁਸਾਰ ਧਰਮ ਦੇ ਆਧਾਰ ‘ਤੇ ਕੋਈ ਭੇਦਭਾਵ ਨਹੀਂ ਹੋਣਾ ਚਾਹੀਦਾ | ਸਾਰੇ ਧਰਮਾਂ ਦਾ ਸਮਾਨ ਰੂਪ ਨਾਲ ਸਨਮਾਨ ਕੀਤਾ ਜਾਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ।
  3. ਇਹ ਦਲ ਖੇਤੀਬਾੜੀ ‘ਤੇ ਆਧਾਰਿਤ ਕਾਰਖ਼ਾਨਿਆਂ ਦੇ ਵਿਕਾਸ ਵਿਚ ਵਿਸ਼ਵਾਸ ਰੱਖਦਾ ਹੈ । ਖੇਤੀਬਾੜੀ ਦੇ ਵਿਕਾਸ ਲਈ ਸਿੰਜਾਈ ਦੇ ਸਾਧਨਾਂ ਵਿਚ ਸੁਧਾਰ ਕਰਨਾ ਵੀ ਇਸ ਦਲ ਦੀ ਨੀਤੀ ਹੈ ।
  4. ਪੇਂਡੂ ਪੱਧਰ ‘ਤੇ ਰੋਜ਼ਗਾਰ ਦੇ ਮੌਕੇ ਪੈਦਾ ਕਰਨਾ ਤਾਂਕਿ ਗ਼ਰੀਬੀ ਨੂੰ ਘੱਟ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕੇ ।
  5. ਵਿਦੇਸ਼ਾਂ ਨਾਲ ਮਿੱਤਰਤਾ ਭਰੇ ਸੰਬੰਧ ਕਾਇਮ ਕਰਨਾ ਅਤੇ ਵਿਦੇਸ਼ਾਂ ਨਾਲ ਆਪਣੇ ਮਤਭੇਦ ਸ਼ਾਂਤੀਪੂਰਨ ਢੰਗ ਨਾਲ ਦੂਰ ਕਰਨਾ ।
  6. ਭਾਰਤ ਦੀ ਆਰਥਿਕ ਸਥਿਤੀ ਦੇ ਸੁਧਾਰ ਲਈ ਵਿਦੇਸ਼ੀ ਵਪਾਰ ਨੂੰ ਉਤਸ਼ਾਹ ਦੇਣਾ । ਨੋਟ-ਵਿਦਿਆਰਥੀ ਇਨ੍ਹਾਂ ਵਿਚੋਂ ਕੋਈ ਦੋ ਲਿਖਣ ।

PSEB 7th Class Social Science Solutions Chapter 19 ਲੋਕਤੰਤਰ-ਸੰਸਥਾਤਮਕ ਪ੍ਰਤਿਨਿਧਤਾ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਚੋਣਾਂ ਦਾ ਕੀ ਮਹੱਤਵ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਚੋਣਾਂ ਲੋਕਤੰਤਰ ਦਾ ਆਧਾਰ ਹਨ । ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਇਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਹੇਠ ਲਿਖਿਆ ਮਹੱਤਵ ਹੈ

  • ਸਾਰੇ ਨਾਗਰਿਕ ਰਾਜ ਪ੍ਰਬੰਧ ਨੂੰ ਇਕ ਸਾਥ ਚਲਾ ਨਹੀਂ ਸਕਦੇ । ਇਸ ਲਈ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਪ੍ਰਤੀਨਿਧੀ ਚੁਣਨੇ ਪੈਂਦੇ ਹਨ, ਜੋ ਚੋਣਾਂ ਦੁਆਰਾ ਚੁਣੇ ਜਾਂਦੇ ਹਨ ।
  • ਚੋਣਾਂ ਦੁਆਰਾ ਹੀ ਲੋਕ ਸਰਕਾਰ ਨੂੰ ਬਦਲ ਸਕਦੇ ਹਨ ।
  • ਚੋਣਾਂ ਦੁਆਰਾ ਹੀ ਕਾਰਜਪਾਲਿਕਾ ਬਣਦੀ ਹੈ ।
  • ਚੋਣਾਂ ਦੁਆਰਾ ਸ਼ਾਸਨ ਪ੍ਰਣਾਲੀ ਵਿਚ ਸਥਿਰਤਾ ਆਉਂਦੀ ਹੈ । ਸੱਚ ਤਾਂ ਇਹ ਹੈ ਕਿ ਚੋਣਾਂ ਦੀ ਘਾਟ ਵਿਚ ਲੋਕਤੰਤਰ ਸੰਭਵ ਨਹੀਂ ਹੈ ।

(ਈ) ਖ਼ਾਲੀ ਥਾਂਵਾਂ ਭਰੋ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਸਾਡੇ ਭਾਰਤ ਵਿਚ ………. ਲੋਕਤੰਤਰ ਪ੍ਰਣਾਲੀ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
ਪ੍ਰਤੀਨਿਧੀ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਭਾਰਤ ਵਿਚ ਚੋਣ ਪ੍ਰਕਿਰਿਆ ਲਈ ਇਕ ਸੁਤੰਤਰ ਸੰਸਥਾ ……..ਬਣਾਈ ਗਈ ਹੈ।
ਉੱਤਰ-
ਚੋਣ ਕਮੀਸ਼ਨ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਭਾਰਤ ਵਿਚ ਘੱਟੋ-ਘੱਟ ……… ਸਾਲ ਦੇ ਨਾਗਰਿਕਾਂ ਨੂੰ ਵੋਟ ਦੇਣ ਦਾ ਅਧਿਕਾਰ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
18

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
………. ਅਤੇ ………. ਵਿਚ ਦੋ ਦਲੀ ਅਤੇ ………. ਬਹੁਦਲੀ ਪ੍ਰਣਾਲੀ ਹੈ।
ਉੱਤਰ-
ਇੰਗਲੈਂਡ, ਅਮਰੀਕਾ, ਭਾਰਤ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਇਕ ਨਾਗਰਿਕ ਇਕ ਵੋਟ ਨਾਗਰਿਕਾਂ ਦੀ ………….. ਤੇ ਆਧਾਰਿਤ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
ਸਮਾਨਤਾ ।

PSEB 7th Class Social Science Solutions Chapter 19 ਲੋਕਤੰਤਰ-ਸੰਸਥਾਤਮਕ ਪ੍ਰਤਿਨਿਧਤਾ

(ਸ) ਬਹੁ-ਵਿਕਲਪੀ ਪ੍ਰਸ਼ਨ-ਉੱਤਰ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਭਾਰਤ ਵਿਚ ਬਾਲਗ ਹੋਣ ਦੀ ਉਮਰ ਕਿੰਨੀ ਹੈ ?
(ਉ) 18 ਸਾਲ
(ਅ) 24 ਸਾਲ
(ਈ) 22 ਸਾਲ |
ਉੱਤਰ-
(ੳ) 18 ਸਾਲ,

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਲੋਕ ਸਭਾ ਦੇ ਮੈਂਬਰਾਂ ਦੀ ਚੋਣ ਕਿੰਨੇ ਸਾਲਾਂ ਲਈ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ?
(ਉ) ਚਾਰ ਸਾਲ
(ਅ) 2 ਸਾਲ
(ਇ) ਪੰਜ ਸਾਲ |
ਉੱਤਰ-
(ਈ) ਪੰਜ ਸਾਲ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਇੰਡੀਅਨ ਨੈਸ਼ਨਲ ਕਾਂਗਰਸ ਪਾਰਟੀ ਦੀ ਸਥਾਪਨਾ ਕਦੋਂ ਹੋਈ ?
(ਉ) 1920
(ਅ) 1885
(ਈ) 1960.
ਉੱਤਰ-
(ਅ) 1885.

(ਹ) ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਵਾਕਾਂ ਵਿਚ ਠੀਕ (✓) ਜਾਂ ਗਲਤ (✗) ਦਾ ਨਿਸ਼ਾਨ ਲਾਓ –

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਭਾਰਤ ਦੇਸ਼ ਵਿਚ ਇਸ ਸਮੇਂ ਬਾਲਗ ਨਾਗਰਿਕ ਦੀ ਉਮਰ 18 ਸਾਲ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
(✓)

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਭਾਰਤ ਵਿਚ ਦੋ-ਦਲ ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਦਲ ਪ੍ਰਣਾਲੀ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
(✗)

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਵਿਰੋਧੀ ਦਲ ਸੰਸਦ ਵਿਚ ਸਰਕਾਰ ਦੀ ਆਲੋਚਨਾ ਹੀ ਨਹੀਂ ਕਰਦੇ ਬਲਕਿ ਲੋਕਮਤ ਜਾਂ ਲੋਕ ਰਾਇ ਵੀ ਬਣਾਉਂਦੇ ਹਨ ।
ਉੱਤਰ-
(✓)

ਹੋਰ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਪ੍ਰਸ਼ਨ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਚੋਣ ਕਮਿਸ਼ਨ ਜਾਂ ਚੋਣ ਆਯੋਗ ‘ਤੇ ਇਕ ਟਿੱਪਣੀ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਭਾਰਤ ਵਿਚ ਚੋਣ ਪ੍ਰਕਿਰਿਆ ਲਈ ਇਕ ਸੁਤੰਤਰ ਸੰਸਥਾ ਬਣਾਈ ਗਈ ਹੈ । ਇਸਨੂੰ ਚੋਣ ਕਮਿਸ਼ਨ ਜਾਂ ਚੋਣ ਆਯੋਗ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ । ਸੰਸਥਾ ਸੁਤੰਤਰ ਅਤੇ ਨਿਰਪੱਖ ਚੋਣਾਂ ਕਰਵਾਉਂਦੀ ਹੈ । ਇਸਦਾ ਮੁਖੀ ਚੋਣ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਹੁੰਦਾ ਹੈ, ਜਿਸਨੂੰ ਭਾਰਤ ਦੇ ਰਾਸ਼ਟਰਪਤੀ ਦੁਆਰਾ ਨਿਯੁਕਤ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਚੋਣ ਕਮਿਸ਼ਨ ਦੇਸ਼ ਵਿਚ ਹਰ ਪੱਧਰ ‘ਤੇ ਅਰਥਾਤ ਸੰਸਦ, ਰਾਜ ਵਿਧਾਨ ਸਭਾਵਾਂ ਅਤੇ ਸਥਾਨਿਕ ਨਗਰਪਾਲਿਕਾਵਾਂ ਅਤੇ ਨਿਗਮਾਂ ਦੀਆਂ ਚੋਣਾਂ ਕਰਵਾਉਣ ਲਈ ਜ਼ਿੰਮੇਵਾਰ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
“ਇਕ ਵਿਅਕਤੀ-ਇਕ ਵੋਟ ਤੋਂ ਕੀ ਭਾਵ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
“ਇਕ ਵਿਅਕਤੀ-ਇਕ ਵੋਟ -ਸਰਵ-ਵਿਆਪਕ ਮਤ ਅਧਿਕਾਰ ਦਾ ਇਕ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਨਿਯਮ ਹੈ । ਇਹ ਨਾਗਰਿਕਾਂ ਦੀ ਸਮਾਨਤਾਂ ‘ਤੇ ਆਧਾਰਿਤ ਹੈ ।ਇਸਦੇ ਅਨੁਸਾਰ ਪੜ੍ਹੇ-ਲਿਖੇ ਅਤੇ ਅਨਪੜ੍ਹ ਨੂੰ ਸਮਾਨ ਮੰਨਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਸਮਾਨਤਾ ਦਾ ਸਿਧਾਂਤ ਸਾਡੇ ਸਰਵ-ਵਿਆਪਕ ਬਾਲਗ ਮਤ ਅਧਿਕਾਰ ਵਿਚ ਪੂਰਨ ਤੌਰ ‘ ਤੇ ਅਪਣਾਇਆ ਗਿਆ ਹੈ ।

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਸਰਵ-ਵਿਆਪਕ ਬਾਲਗ ਮਤ ਅਧਿਕਾਰ ਦੇ ਮਜ਼ਬੂਤ ਆਧਾਰ ਕੀ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਸਰਵ-ਵਿਆਪਕ ਮਤ ਅਧਿਕਾਰ ਦੇ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਮਜ਼ਬੂਤ ਆਧਾਰ ਹਨ

  1. ਇਹ ਅਧਿਕਾਰ ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਸਮਾਨਤਾ ‘ਤੇ ਆਧਾਰਿਤ ਹੈ ।
  2. ਇਹ ਸੱਚੇ ਲੋਕਤੰਤਰ ਲਈ ਜ਼ਰੂਰੀ ਹੈ ।
  3. ਇਹ ਸਰਕਾਰ ਨੂੰ ਸਾਰਿਆਂ ਪ੍ਰਤੀ ਜ਼ਿੰਮੇਵਾਰ ਬਣਾਉਂਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਉਪ-ਚੋਣਾਂ ਕੀ ਹੁੰਦੀਆਂ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਕਦੇ-ਕਦੇ ਸੰਸਦ ਜਾਂ ਰਾਜ ਵਿਧਾਨਪਾਲਿਕਾ ਦੇ ਕਿਸੇ ਮੈਂਬਰ ਦੀ ਮੌਤ ਹੋ ਜਾਣ ਜਾਂ ਉਸਦੇ ਦੁਆਰਾ ਅਸਤੀਫ਼ਾ ਦੇਣ ਨਾਲ ਉਸਦੀ ਸੀਟ ਖ਼ਾਲੀ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਸੀਟ ਨੂੰ ਭਰਨ ਲਈ ਜੋ ਚੋਣਾਂ ਕਰਾਈਆਂ ਜਾਂਦੀਆਂ ਹਨ, ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਉਪ-ਚੋਣਾਂ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਮਤਦਾਨ ਕਿਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ?
ਜਾਂ
ਨਾਗਰਿਕ ਆਪਣੀ ਵੋਟ ਕਿਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਪਾਉਂਦੇ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਚੋਣਾਂ ਦੇ ਸਮੇਂ ਹਰੇਕ ਖੇਤਰ ਤੋਂ ਪ੍ਰਤੀਨਿਧੀ ਚੁਣਨ ਲਈ ਚੋਣ ਬੂਥ ਬਣਾਏ ਜਾਂਦੇ ਹਨ । ਇੱਥੇ ਇਕ ਰਿਟਰਨਿੰਗ ਅਫ਼ਸਰ ਦੇ ਅਧੀਨ ਮਤਦਾਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਬਾਲਗ ਨਾਗਰਿਕਾਂ ਦੇ ਨਾਂ ਮਤਦਾਤਾ ਸੂਚੀ ਵਿਚ ਹੁੰਦੇ ਹਨ । ਉਹ ਵਾਰੀ ਨਾਲ ਬੂਥ ‘ਤੇ ਜਾ ਕੇ ਆਪਣੇ ਵੋਟ ਪਛਾਣ-ਪੱਤਰ ਦਿਖਾਉਂਦੇ ਹਨ | ਤਦ ਆਪਣੀ ਉਂਗਲ ‘ਤੇ ਨਿਸ਼ਾਨ ਲਗਾ ਕੇ ਮਤ-ਪੱਤਰ ਵਿਚ ਆਪਣੇ ਮਨਚਾਹੇ ਉਮੀਦਵਾਰ ਦੇ ਨਾਂ ‘ਤੇ ਮੋਹਰ ਲਗਾਉਂਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਮਤ-ਪੱਤਰ ਨੂੰ ਵੋਟ ਬਾਕਸ ਵਿਚ ਪਾ ਦਿੰਦੇ ਹਨ  |ਜੇਕਰ ਉਸਨੂੰ ਕੋਈ ਵੀ ਉਮੀਦਵਾਰ ਪਸੰਦ ਨਾ ਹੋਵੇ ਤਾਂ ਨੋਟਾ’ ਦੇ ਸਾਹਮਣੇ ਦਿੱਤੇ ਗਏ ਨਿਸ਼ਾਨ ‘ਤੇ ਮੋਹਰ ਲਗਾ ਸਕਦਾ ਹੈ । ਵੋਟ ਬਾਕਸ ਵਿਚ ਵੋਟ ਪਾਉਂਦੇ ਸਮੇਂ ਕਿਸੇ ਦੂਜੇ ਨੂੰ ਪਤਾ ਨਹੀਂ ਚਲਦਾ ਕਿ ਵੋਟ ਕਿਸ ਦੇ ਪੱਖ ਵਿਚ ਪਾਇਆ ਗਿਆ ਹੈ । ਹੁਣ ਇਹ ਕੰਮ ਵੋਟਿੰਗ ਮਸ਼ੀਨਾਂ ਦੁਆਰਾ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ | ਸਾਧਾਰਨ ਬਹੁਮਤ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਵਾਲੇ ਉਮੀਦਵਾਰ ਨੂੰ ਜੇਤੂ ਘੋਸ਼ਿਤ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਚੋਣ ਪ੍ਰਕਿਰਿਆ ਨਾਲ ਸੰਬੰਧਿਤ ਹੇਠ ਲਿਖੀਆਂ ਸਟੇਜਾਂ ਦੀ ਸੰਖੇਪ ਜਾਣਕਾਰੀ ਦਿਓ ।
1. ਨਾਮਜ਼ਦਗੀ ਪੱਤਰ ਭਰਨਾ ਅਤੇ ਨਾਮਜ਼ਦਗੀ ਵਾਪਸ ਲੈਣਾ ।
2. ਚੋਣ ਨਿਸ਼ਾਨ ਪ੍ਰਦਾਨ ਕਰਨਾ ।
3. ਚੋਣ ਪੱਤਰ (ਘੋਸ਼ਣਾ ਪੱਤਰ ਜਾਰੀ ਕਰਨਾ ।
4. ਚੋਣ ਮੁਹਿੰਮ ।
5. ਵੋਟਾਂ ਦੀ ਗਿਣਤੀ ਅਤੇ ਨਤੀਜੇ ।
ਉੱਤਰ-
1. ਨਾਮਜ਼ਦਗੀ ਪੱਤਰ ਭਰਨਾ ਅਤੇ ਨਾਮਜ਼ਦਗੀ ਵਾਪਸ ਲੈਣਾ-ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਦਲਾਂ ਦੁਆਰਾ ਚੁਣੇ ਹੋਏ ਮੈਂਬਰ ਆਪਣੇ ਨਾਮਜ਼ਦਗੀ ਪੱਤਰ ਭਰਦੇ ਹਨ ।
ਇਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਰਿਟਰਨਿੰਗ ਅਫ਼ਸਰ ਦੁਆਰਾ ਪੜਤਾਲ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ਅਤੇ ਇਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਮਨਜ਼ੂਰ ਜਾਂ ਨਾ-ਮਨਜ਼ੂਰ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਮਨਜ਼ੂਰ ਕੀਤੇ ਉਮੀਦਵਾਰ ਇਕ ਨਿਸ਼ਚਿਤ ਤਰੀਕ ਤਕ ਆਪਣਾ ਨਾਂ ਵਾਪਸ ਲੈ ਸਕਦੇ ਹਨ ।ਉਸਦੇ ਬਾਅਦ ਚੋਣ ਲੜਨ ਵਾਲੇ ਉਮੀਦਵਾਰਾਂ ਦੀ ਅੰਤਿਮ ਸੂਚੀ ਤਿਆਰ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ,
ਜਿਸ ਦੇ ਆਧਾਰ ‘ਤੇ ਵੋਟ ਪੱਤਰ ਮਤ ਪੱਤਰ ਅਤੇ ਉਮੀਦਵਾਰਾਂ ਦੇ ਚੋਣ ਚਿੰਨ੍ਹ ਛਾਪੇ ਜਾਂਦੇ ਹਨ ।

2. ਚੋਣ ਚਿੰਨ੍ਹ ਪ੍ਰਦਾਨ ਕਰਨਾ-ਰਾਸ਼ਟਰੀ ਦਲਾਂ ਦੇ ਨਿਸਚਿਤ ਚੋਣ ਚਿੰਨ੍ਹ ਹੁੰਦੇ ਹਨ, ਜਿਸਦੇ ਆਧਾਰ ‘ਤੇ ਵੋਟਰ ਉਨ੍ਹਾਂ ਚਿੰਨ੍ਹਾਂ ‘ਤੇ ਮੋਹਰ ਲਗਾ ਕੇ ਵੋਟ ਪਾਉਂਦੇ ਹਨ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਚੋਣ ਨਿਸ਼ਾਨਾਂ ਦੀ ਹੋਂਦ ਅਨਪੜ੍ਹ ਲੋਕਾਂ ਲਈ ਜ਼ਰੂਰੀ ਹੈ ।

3. ਚੋਣ-ਪੱਤਰ ਜਾਰੀ ਕਰਨਾ-ਹਰੇਕ ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਦਲ ਆਪਣੇ ਉਮੀਦਵਾਰਾਂ ਨੂੰ ਜਿਤਾਉਣ ਲਈ ਇਕ ਚੋਣ-ਪੱਤਰ ਜਾਰੀ ਕਰਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਵਿਚ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਪ੍ਰੋਗਰਾਮ ਅਤੇ ਵਚਨ ਹੁੰਦੇ ਹਨ, ਜੋ ਵੋਟਰ ਨੂੰ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਕਰਦੇ ਹਨ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਪੜ੍ਹ ਕੇ ਵੋਟਰਾਂ ਨੂੰ ਜਿੱਤ ਦੇ ਬਾਅਦ ਅਪਣਾਈਆਂ ਜਾਣ ਵਾਲੀਆਂ ਨੀਤੀਆਂ ਦੇ ਵਿਸ਼ੇ ਬਾਰੇ ਪਤਾ ਚਲਦਾ ਹੈ ।

4. ਚੋਣ ਮੁਹਿੰਮ-ਉਮੀਦਵਾਰਾਂ ਨੂੰ ਜਿਤਾਉਣ ਲਈ ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਦਲ ਪੋਸਟਰ ਆਦਿ ਛਪਵਾ ਕੇ ਲੋਕਾਂ ਵਿਚ ਵੰਡਦੇ ਹਨ । ਇਸਦੇ ਇਲਾਵਾ ਚੋਣ ਮੁਹਿੰਮ ਵਿਚ ਜਲੂਸ ਆਦਿ ਕੱਢਣਾ, ਕਾਨਫਰੰਸ ਕਰਨਾ, ਘਰ-ਘਰ ਜਾ ਕੇ ਵੋਟਰ ਨੂੰ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਕਰਨਾ, ਵੋਟਰਾਂ ਦੀਆਂ ਸਮੱਸਿਆਵਾਂ ਦਾ ਹੱਲ ਕਰਨ ਦੇ ਵਚਨ ਦੇਣਾ ਅਤੇ ਵੋਟ ਦੇਣ ਲਈ ਆਖਣਾ ਆਦਿ ਗੱਲਾਂ ਸ਼ਾਮਲ ਹਨ । ਚੋਣ ਮੁਹਿੰਮ ਨੂੰ ਮਤਦਾਨ ਦੇ ਸ਼ੁਰੂ ਹੋਣ ਤੋਂ 48 ਘੰਟੇ ਪਹਿਲਾਂ ਬੰਦ ਕਰਨਾ ਲਾਜ਼ਮੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

5. ਵੋਟਾਂ ਦੀ ਗਿਣਤੀ ਅਤੇ ਸਿੱਟੇ-ਹਰੇਕ ਖੇਤਰ ਵਿਚ ਮਤਦਾਨ ਦੇ ਬਾਅਦ ਮਤ-ਪੇਟੀਆਂ ਨੂੰ ਇਕ ਸੈਂਟਰ ਵਿਚ ਇਕੱਠਾ ਕਰਨਾ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਨਿਸਚਿਤ ਕੀਤੇ ਸਮੇਂ ਤੇ ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਦਲਾਂ ਦੇ ਜਾਂ ਉਮੀਦਵਾਰਾਂ ਦੇ ਪ੍ਰਤੀਨਿਧੀਆਂ ਦੇ ਸਾਹਮਣੇ ਵੋਟਾਂ ਦੀ ਗਿਣਤੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਸਭ ਤੋਂ ਵੱਧ ਵੋਟ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਵਾਲੋਂ ਉਮੀਦਵਾਰ ਨੂੰ ਜੇਤੂ ਐਲਾਨ ਕਰ ਦਿੱਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

PSEB 7th Class Social Science Solutions Chapter 19 ਲੋਕਤੰਤਰ-ਸੰਸਥਾਤਮਕ ਪ੍ਰਤਿਨਿਧਤਾ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਦਲ ਕੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਲੋਕਾਂ ਦਾ ਇਕ ਅਜਿਹਾ ਸਮੂਹ, ਜਿਸਦੀ ਦੇਸ਼ ਦੇ ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਉਦੇਸ਼ਾਂ ਦੇ ਵਿਸ਼ੇ ਵਿਚ ਇੱਕੋ ਜਿਹੀ ਵਿਚਾਰਧਾਰਾ ਹੋਵੇ, ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਦਲ ਅਖਵਾਉਂਦਾ ਹੈ । ਕਿਸੇ ਵੀ ਵਿਅਕਤੀ ਨੂੰ ਕਿਸੇ ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਦਲ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਵਿਚ ਮੈਂਬਰ ਬਣਨ ਲਈ ਮਜਬੂਰ ਨਹੀਂ ਕੀਤਾ ਜਾ ਸਕਦਾ । ਕਿਸੇ ਦਲ ਦਾ ਮੈਂਬਰ ਬਣਨਾ ਵਿਅਕਤੀ ਦੀ ਆਪਣੀ ਇੱਛਾ ‘ਤੇ ਨਿਰਭਰ ਕਰਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 8.
ਭਾਰਤ ਵਿਚ ਕਿਹੜੀਆਂ-ਕਿਹੜੀਆਂ ਦੋ ਕਿਸਮਾਂ ਦੇ ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਦਲ ਹਨ ?
ਜਾਂ
ਰਾਸ਼ਟਰੀ ਦਲ ਅਤੇ ਖੇਤਰੀ ਦਲ ਵਿਚ ਅੰਤਰ ਦੱਸੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਭਾਰਤ ਵਿਚ ਦਲ ਦੋ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੇ ਹਨ-ਰਾਸ਼ਟਰੀ ਦਲ ਅਤੇ ਖੇਤਰੀ ਦਲ ਕਾਂਗਰਸ ਦਲ, ਭਾਰਤੀ ਜਨਤਾ ਦਲ ਅਤੇ ਕਮਿਉਨਿਸਟ ਦਲ ਰਾਸ਼ਟਰੀ ਦਲ ਹਨ ।ਇਹ ਸਾਰੇ ਭਾਰਤ ਵਿਚ ਕੰਮ ਕਰਦੇ ਹਨ | ਜੇਕਰ ਕੋਈ ਦਲ ਚਾਰ ਜਾਂ ਪੰਜ ਰਾਜਾਂ ਵਿਚ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਪ੍ਰਭਾਵ ਰੱਖਦਾ ਹੈ, ਤਾਂ ਉਸਨੂੰ ਚੋਣ ਕਮਿਸ਼ਨ ਰਾਸ਼ਟਰੀ ਦਲ ਦਾ ਪੱਧਰ ਦੇ ਦਿੰਦਾ ਹੈ । ਇਸਦੇ ਉਲਟ ਜਿਹੜੇ ਦਲਾਂ ਦਾ ਪ੍ਰਭਾਵ ਇਕ ਦੋ ਰਾਜਾਂ ਤਕ ਸੀਮਿਤ ਹੋਵੇ, ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਖੇਤਰੀ ਦਲ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ, ਜਿਵੇਂ ਪੰਜਾਬ ਵਿਚ ਅਕਾਲੀ ਦਲ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 9.
ਭਾਰਤ ਦਾ ਸਭ ਤੋਂ ਪੁਰਾਣਾ ਰਾਸ਼ਟਰੀ ਦਲ ਕਿਹੜਾ ਹੈ ? ਇਸ ਦੀ ਸਥਾਪਨਾ ਕਦੋਂ ਹੋਈ ਸੀ ?
ਉੱਤਰ-
ਭਾਰਤ ਦਾ ਸਭ ਤੋਂ ਪੁਰਾਣਾ ਰਾਸ਼ਟਰੀ ਦਲ ਇੰਡੀਅਨ ਨੈਸ਼ਨਲ ਕਾਂਗਰਸ ਹੈ । ਇਸਦੀ ਸਥਾਪਨਾ 1885 ਈ: ਵਿਚ ਹੋਈ ਸੀ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 10.
ਸੰਯੁਕਤ ਸਰਕਾਰ ਕੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਜੇਕਰ ਲੋਕ ਸਭਾ ਜਾਂ ਵਿਧਾਨ ਸਭਾ ਵਿਚ ਕਿਸੇ ਦਲ ਨੂੰ ਬਹੁਮਤ ਪ੍ਰਾਪਤ ਨਾ ਹੋਵੇ, ਤਾਂ ਮੁੱਖ ਦਲ ਦੂਜੇ ਦਲਾਂ ਦੀ ਸਹਾਇਤਾ ਅਤੇ ਸਹਿਯੋਗ ਲੈਂਦਾ ਹੈ | ਕਈ ਦਲਾਂ ਦੇ ਪ੍ਰਤੀਨਿਧੀਆਂ ਨਾਲ ਬਣਾਈ ਗਈ ਅਜਿਹੀ ਸਰਕਾਰ ਸੰਯੁਕਤ ਸਰਕਾਰ ਅਖਵਾਉਂਦੀ ਹੈ । ਭਾਰਤ ਵਿਚ ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੀ ਸਰਕਾਰ ਸਭ ਤੋਂ ਪਹਿਲਾਂ 1977 ਵਿਚ ਬਣਾਈ ਗਈ ਸੀ । 1999 ਤੋਂ 2004 ਤਕ ਵੀ 13 ਦਲਾਂ ਦੀ ਸੰਯੁਕਤ ਸਰਕਾਰ ਬਣਾਈ ਗਈ ਸੀ । ਸੰਯੁਕਤ ਸਰਕਾਰ ਵਿਚ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਦਲਾਂ ਦੇ ਮੰਤਰੀ ਬਣਨ ਦਾ ਮੌਕਾ ਮਿਲਦਾ ਹੈ, ਜੋ ਕਿ ਆਮ ਹਾਲਤ ਵਿਚ ਸੰਭਵ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦਾ ।

ਵਸਤੂਨਿਸ਼ਠ ਪ੍ਰਸ਼ਨ
ਸਹੀ ਜੋੜੇ ਬਣਾਓ

1. ਸਰਵਵਿਆਪਕ ਬਾਲਗ਼ ਮਤ ਅਧਿਕਾਰ (i) ਸੁਤੰਤਰ ਅਤੇ ਉੱਚਿਤ ਚੋਣਾਂ
2. ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਦਲ (ii) ਘੱਟ ਤੋਂ ਘੱਟ 18 ਸਾਲ ਦੀ ਉਮਰ
3. ਗੁਪਤ ਮਤਦਾਨ (iii) ਲੋਕਾਂ ਦੀ ਵਿਚਾਰਧਾਰਾ ਦਾ ਪ੍ਰਗਟਾਵਾ
4. ਬਾਲਗ਼ ਨਾਗਰਿਕ (iv) ਸਮਾਨਤਾ ਦਾ ਸਿਧਾਂਤ |

ਉੱਤਰ-

1. ਸਰਵਵਿਆਪਕ ਬਾਲਗ਼ ਮਤ ਅਧਿਕਾਰ (iv) ਸਮਾਨਤਾ ਦਾ ਸਿਧਾਂਤ
2. ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਦਲ (iii) ਲੋਕਾਂ ਦੀ ਵਿਚਾਰਧਾਰਾ ਦਾ ਪ੍ਰਗਟਾਵਾ
3. ਗੁਪਤ ਮਤਦਾਨ (ii) ਸੁਤੰਤਰ ਅਤੇ ਉੱਚਿਤ ਚੋਣਾਂ
4. ਬਾਲਗ ਨਾਗਰਿਕ (i) ਘੱਟ ਤੋਂ ਘੱਟ 18 ਸਾਲ ਦੀ ਉਮਰ ।

PSEB 9th Class SST Notes History Chapter 5 The French Revolution

This PSEB 9th Class Social Science Notes History Chapter 5 The French Revolution will help you in revision during exams.

The French Revolution PSEB 9th Class SST Notes

→ The French Revolution:

  • The French Revolution took place in 1789 A.D.
  • Common people lived a miserable life but Nobles lived a luxurious life.
  • That’s why the French people rose against Louis XVI (King of France) and brought the revolution.

→ The Tennis Court Oath:

  • Louis XVI did not accept the demands laid down by the representatives of the people.
  • So, the people collected at the Tennis Court and declared to form the new Constitution.

→ The Fall of Bastille:

  • On 14 July 1789, the fortress prison of Bastille was captured bj the revolutionaries and this led to its fall.
  • Even today, 14th July is celebrated as Bastille Day or National Day in France.

PSEB 9th Class SST Notes History Chapter 5 The French Revolution

→ The Declaration of Rights of Men and Citizens:

  • This declaration is related to the French Revolution.
  • It specified the equality of all men before the law and without reason, no one will be captivated.
  • In this declaration, freedom of speech and press was also accepted.
  • Most importantly, it gave stress on the concepts of Liberty, Equality, and Fraternity.

→ Louis XVI:

  • Louis XVI became the French Emperor in 1774 A.D.
  • He was only 20 years of age.
  • He was incapable and worked under the influence of his wife.
  • He had no interest in administrative functions.
  • He had left all the administrative functions in the hands of corrupt officials who did not care about the public welfare.
  • Consequently, there was growing dissatisfaction among the people and finally, they revolted against the King.

→ Voltaire:

  • Voltaire was a famous Satirist writer of his time.
  • He strongly opposed the social superstitions and the evils prevailing in the Church.
  • He called Church the ‘infamous thing’.
  • He encouraged the people to demand reforms.

→ Montesquieu:

  • Montesquieu was a famous writer of his time.
  • He opposed the divine right theory of the Kings.
  • He liked the British system of administration.
  • His famous book was ‘The Spirit of Laws’.
  • His ideas gave great impetus to the revolutionary ideas.

→ Rousseau:

  • Rousseau was a great philosopher of the 18th century.
  • He gave his views in his book ‘The Social Contract’.
  • According to him, social composition and people must be based on mutual contracts.

PSEB 9th Class SST Notes History Chapter 5 The French Revolution

→ Napoleon:

  • Napoleon was one of those great men who was born in a simple family and reached the highest post.
  • He progressed from a post of a soldier to the French King.
  • He was born at Korsika island and by 1812 A.D., he established his supremacy on almost the whole of Europe.
  • Finally, many European powers collectively defeated him.
  • He died in 1821 due to abdominal cancer at St. Helena island.

→ Clergy: A group of people working in the Church.

→ Tithe and Taille: Tithe was a religious tax paid by the people to the Church and Taille was a direct tax paid to the government.

→ Manor: An Estate where was situated the land and palace of the Feudal Lord.

→ 1774 – Louis XVI became King of France.

→ 1789 – Convocation of Estates General, Third Estate forms National Assembly, the Bastille was stormed, peasants revolt in the countryside.

→ 1791 – New Constitution is framed to limit the powers of the king and to guarantee basic rights to all human beings.

→ 1792 – 93 – France becomes a republic, and the king was beheaded. With the overthrow of the Jacobic Republic, a Directory rules France.

PSEB 9th Class SST Notes History Chapter 5 The French Revolution

→ 1804 – Napoleon becomes emperor of France, and annexes large parts of Europe.

→ 1815 – Napoleon is defeated at Waterloo.

फ्रांसीसी क्रांति PSEB 9th Class SST Notes

→ फ्रांसीसी क्रांति – फ्रांसीसी क्रांति 1789 ई० में हुई। साधारण जनता दुःखी थी, परंतु कुलीन वर्ग ऐश्वर्य का जीवन व्यतीत करता था। अतः जनता ने सम्राट् लुई 16वें के विरुद्ध क्रांति का बिगुल बजा दिया।

→ टैनिस कोर्ट की शपथ – लुई सोलहवें ने जनता के प्रतिनिधियों की बात नहीं मानी। वे टैनिस कोर्ट में एकत्र हो गए और उन्होंने नवीन संविधान बनाने की घोषणा कर दी।

→ बास्तील का पतन – 14 जुलाई, 1789 ई० को बेस्टील कारागृह का पतन हुआ। यहीं से क्रांति का नाद बजा था। आज भी 14 जुलाई का दिन फ्रांस में राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाता है।

→ मानव तथा नागरिक अधिकारों की घोषणा – इस घोषणा का संबंध फ्रांस की क्रांति से है। इसमें यह स्वीकार किया गया था कि कानून की दृष्टि में सभी व्यक्ति समान हैं और बिना कारण किसी को भी बंदी नहीं बनाया जा सकता।

→ इस घोषणा में भाषण तथा प्रेस की स्वतंत्रता के सिद्धांत को भी स्वीकार किया गया। सबसे बड़ी बात यह थी कि इसमें स्वतंत्रता, समानता तथा बंधुत्व के सिद्धांत पर बड़ा बल दिया गया था।

→ लुई सोलहवां – लुई सोहलवां 1774 ई० में फ्रांस का सम्राट् बना। उस समय उसकी आयु केवल 20 वर्ष थी। वह अयोग्य, अदूरदर्शी तथा पत्नी का गुलाम था।

→ शासन कार्यों में उसकी कोई रुचि नहीं थी। उसने राज्य का सारा काम ऐसे भ्रष्ट एवं स्वार्थी कर्मचारियों पर छोड़ रखा था जिन्होंने जनता की भलाई की तरफ कभी ध्यान नहीं दिया। परिणामस्वरूप जनता में दिन-प्रतिदिन असंतोष बढ़ता गया और उसने शासन के विरुद्ध विद्रोह कर दिया।

→ वाल्तेयर – वाल्तेयर अपने समय का सुप्रसिद्ध व्यंग्य लेखक था। उसने सामाजिक अंधविश्वासों और चर्च की बुराइयों पर कड़ा प्रहार किया। उसने चर्च को बदनाम वस्तु’ (infamous thing) के नाम से पुकारा। उसने लोगों को सुधारों की मांग करने के लिए प्रोत्साहित किया।

→ रूसो – रूसो अठारहवीं शताब्दी का एक महान् दार्शनिक था। उसने अपने विचारों का संग्रह अपनी पुस्तक ‘The Social Contract’ (सामाजिक समझौता) में किया है। उसके मतानुसार समाज की रचना उसमें रहने वाले व्यक्तियों के पारस्परिक समझौते के आधार पर होनी चाहिए।

→ मांतेस्क्यू – मांतेस्क्यू अपने समय का प्रसिद्ध विद्वान और उच्चकोटि का लेखक था। वह राजा के दैवी अधिकारों के सिद्धांत का कट्टर विरोधी था। उसे इंग्लैंड की शासन पद्धति बड़ी प्रिय थी। वह फ्रांस में भी वैसी ही शासन प्रणाली स्थापित करना चाहता था।

→ उसकी प्रसिद्ध पुस्तक ‘The Spirit of the Laws’ है। उसके क्रांतिकारी विचारों से क्रांति की भावना को बड़ा बल मिला।

नेपोलियन – नेपोलियन उन महान् व्यक्तियों में से था जिन्होंने साधारण कुल में जन्म लेकर उच्चतम पद प्राप्त किया। वह सेना के साधारण पद से उन्नति करता हुआ फ्रांस का सम्राट बन गया।

→ कोर्सिका द्वीप में पैदा होने वाले इस व्यक्ति ने 1812 ई० तक पूरे यूरोप पर अपनी सत्ता जमा ली। अंत में यूरोपीय शक्तियों ने मिलकर उसे पराजित किया। बंदी के रूप में पेट के रोग के कारण उसकी मृत्यु हो गई।

→ पादरी वर्ग – चर्च में विशेष कार्य करने वाले लोगों का समूह।

→ टाइद तथा टाइल – टाइद चर्च द्वारा वसूला जाने वाला एक धार्मिक कर था, जबकि टाइल एक प्रत्यक्ष कर था।

→ मेनर – एक एस्टेट जिसमें सामंत की भूमि और उसका महल होता था।

→ 1774 – लुई 16वां फ्रांस का राजा बना। उसे खाली खज़ाना मिला और पुरातन व्यवस्था के समाज में असंतोष।

→ 1789 – एस्टेट्स जेनराल बुलाई गई, तृतीय एस्टेट ने राष्ट्रीय सभा बनाई, बेस्टील का पतन हुआ, ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों के विद्रोह हुए।

→ 1791 – नया संविधान बना जिसने राजा की शक्तियों को सीमित किया, मूल मानव अधिकारों को गारंटी मिली।

→ 1792 – फ्रांस को गणराज्य मिला, राजा का सिर काट दिया गया।

→ 1793 – जैकोबिन के गणराज्य का पतन हुआ और फ्रांस में डायरेक्टरी का शासन स्थापित हुआ।

→ 1804 – नेपोलियन फ्रांस का सम्राट् बना।

→ 1815 – वाटरलू के स्थान पर नेपोलियन की पराजय।

ਫ਼ਰਾਂਸ ਦੀ ਕ੍ਰਾਂਤੀ PSEB 9th Class SST Notes

→ 1774 ਈ: – ਲੂਈ 16ਵਾਂ ਫ਼ਰਾਂਸ ਦਾ ਰਾਜਾ ਬਣਿਆ ਉਸਨੂੰ ਖ਼ਾਲੀ ਖਜ਼ਾਨਾ ਮਿਲਿਆ ਅਤੇ ਪੁਰਾਤਨ ਨੂੰ ਵਿਵਸਥਾ ਦੇ ਸਮਾਜ ਵਿਚ ਅਸੰਤੋਖ ।

→ 1789 ਈ: – ਸਟੇਟਸ ਜਨਰਲ ਬੁਲਾਈ ਗਈ, ਤੀਜੇ ਸਟੇਟ ਨੇ ਰਾਸ਼ਟਰੀ ਸਭਾ ਬਣਾਈ, ਬੈਸਟੀਲ ਦਾ ਪਤਨ ! ਹੋਇਆ, ਪੇਂਡੂ ਖੇਤਰਾਂ ਵਿਚ ਕਿਸਾਨਾਂ ਦੇ ਵਿਦਰੋਹ ਹੋਏ ।

→ 1791 ਈ: – ਨਵਾਂ ਸੰਵਿਧਾਨ ਬਣਿਆ, ਜਿਸਨੇ ਰਾਜਾ ਦੀਆਂ ਸ਼ਕਤੀਆਂ ਨੂੰ ਸੀਮਿਤ ਕੀਤਾ, ਮੂਲ ਮਨੁੱਖੀ ਅਧਿਕਾਰਾਂ ਨੂੰ ਗਰੰਟੀ ਮਿਲੀ ।

→ 1792-93 ਈ: – ਫ਼ਰਾਂਸ ਨੂੰ ਗਣਰਾਜ ਮਿਲਿਆ, ਰਾਜਾ ਦਾ ਸਿਰ ਕੱਟ ਦਿੱਤਾ ਗਿਆ ਜੈਕੋਬਿਨ ਦੇ ਗਣਰਾਜ ਦਾ ਪਤਨ ਹੋਇਆ ਅਤੇ ਫ਼ਰਾਂਸ ਵਿਚ ਡਾਇਰੈਕਟਰੀ ਦਾ ਸ਼ਾਸਨ ਕਾਇਮ ਹੋਇਆ ।

→ 1804 ਈ: – ਨੈਪੋਲੀਅਨ ਫ਼ਰਾਂਸ ਦਾ ਸਮਰਾਟ ਬਣਿਆ ।

→ 1815 ਈ: – ਵਾਟਰਲੂ ਦੇ ਸਥਾਨ ਤੇ ਨੈਪੋਲੀਅਨ ਦੀ ਹਾਰ ।

PSEB 9th Class SST Notes History Chapter 4 Sri Guru Arjan Dev Ji: Contribution in the Development of Sikhism and his Martyrdom

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Sri Guru Arjan Dev Ji: Contribution in the Development of Sikhism and his Martyrdom PSEB 9th Class SST Notes

Guru Arjan Dev Ji:

  • Guru Arjan Dev Ji was the fifth Sikh Guru.
  • Guru Sahib completed the construction of Sri Harmandir Sahib at Amritsar.
  • Guru Sahib also founded the cities of Taran Taran and Kartarpur.
  • The fifth Guru Sahib also wrote the first Divine book of the Sikhs, ‘Adi Granth Sahib Ji’, and placed it in Sri Harmandir Sahib.
  • Baba Buddha Ji was appointed as the Head Granthi at Sri Harmandir Sahib.
  • Guru Arjan Dev Ji consolidated the Sikh religion by sacrificing his life for the protection of Sikhism.

Masand System:

  • Masand is a Persian word.
  • The meaning of the word Masand is a higher place or raised status.
  • It was established by Guru Ram Dass Ji and Guru Arjan Dev Ji gave the system an organized form.
  • As a result, Guru Sahib started receiving regular donations from his Sikh followers for his religious activities.

PSEB 9th Class SST Notes History Chapter 4 Sri Guru Arjan Dev Ji: Contribution in the Development of Sikhism and his Martyrdom

Compilation of the Adi Granth Sahib:

  • The Adi Granth Sahib was compiled and written by Guru Arjan Dev Ji.
  • Guru Arjan Dev Ji dictated the contents of Adi Granth Sahib and his devoted follower Bhai Gurdas noted it down.
  • The Adi Granth Sahib was completed in 1604 A.D.

Foundation of Tarn Taran:

  • Except for Amritsar, Guru Arjan Dev Ji founded and built many Cities and sarovars.
  • Tarn Taran was one of them.
  • It was founded in the middle of an area like Amritsar, Tarn Taran also became one of the famous pilgrimage centres of the Sikhs.

Foundation of Kartarpur:

  • In 1593 A.D., Guru Ji founded a new city in Jalandhar Doab, which was given the name of Kartarpur.
  • Here Guru Ji constructed a pond that became famous with the name of Gangsar.

Reforms in Masand System:

  • Guru Arjan Dev Ji felt the need to bring reforms in the Masand System.
  • Guru Ji instructed his Sikhs to give one-tenth of their income to Masands.
  • On the day of Baisakhi, Masands deposited the collection in the treasury of Guru Sahib.
  • The Masands had appointed their representatives who were called the Sangrias, to collect the Daswandh.

Construction of a Baoli in Lahore:

  • Guru Arjan Dev Ji had constructed a large well (Baoli) in Dubbi Bazaar in Lahore.
  • It became a place of pilgrimage for his Sikh followers.

Construction of Hargobindpura and Chheratta:

  • In order to celebrate the birth of his son Hargobind Ji, Guru Arjan Dev Ji founded a city on the banks of the river Beas and called it Hargobindpur.
  • In addition to that Guru Sahib got dug a well near Amritsar to overcome the shortage of water in the region.
  • Guru Sahib got manufactured six pulleys (rehats) to draw water from the well.
  • Therefore the city became popular as Chheratta while referring to the six pulleys.

PSEB 9th Class SST Notes History Chapter 4 Sri Guru Arjan Dev Ji: Contribution in the Development of Sikhism and his Martyrdom

Guru Hargobind Ji:

  • Guru Hargobind Ji was the sixth Guru of the Sikhs.
  • Guru Sahib adopted the New Policy.
  • According to this policy, Guru Sahib became the religious as well as the political leader of the Sikhs.
  • Guru Sahib constructed Akal Takht, which stands before Sri Harmandir Sahib.
  • Guru Sahib also gave to the Sikhs training in the use of arms.

Miri and Piri:

  • Guru Hargobind Sahib put on two swords which he called one of Miri and the other of Piri.
  • His sword of Miri symbolized his leadership of the Sikh followers in worldly affairs.
  • The Piri sword represented his leadership of the Sikhs in spiritual affairs.

PSEB 9th Class SST Notes History Chapter 4 Sri Guru Arjan Dev Ji: Contribution in the Development of Sikhism and his Martyrdom

श्री गुरु अर्जन देव जी : सिक्ख धर्म के विकास में योगदान और उनकी शहीदी PSEB 9th Class SST Notes

→ गुरु अर्जन देव जी – गुरु अर्जन देव जी सिक्खों के पांचवें गुरु थे। उन्होंने अमृतसर में हरिमंदर साहिब का निर्माण कार्य पूरा करवाया, श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बीड़ तैयार की और उसे हरिमंदर साहिब में स्थापित किया।

→ बाबा बुड्डा जी को वहां का प्रथम ग्रंथी नियुक्त किया गया। गुरु साहिब ने धर्म की रक्षा के लिए अपनी शहीदी देकर सिक्ख धर्म को सुदृढ़ बनाया। गुरु साहिब ने तरनतारन तथा करतारपुर नामक नगरों की नींव भी रखी।

→ मसंद प्रथा – ‘मसंद’ फ़ारसी भाषा के शब्द मसनद से लिया गया है। इसका अर्थ है-‘उच्च स्थान’। गुरु रामदास जी द्वारा स्थापित इस संस्था को गुरु अर्जन देव जी ने संगठित रूप दिया। परिणामस्वरूप उन्हें सिक्खों से निश्चित धन-राशि प्राप्त होने लगी।

→ आदि ग्रंथ का संकलन – आदि ग्रंथ साहिब का संकलन कार्य गुरु अर्जन देव जी ने किया। गुरु अर्जन देव जी लिखवाते जाते थे और उनके प्रिय शिष्य भाई गुरदास जी लिखते जाते थे। आदि ग्रंथ साहिब का संकलन कार्य 1604 ई० में संपूर्ण हुआ।

→ तरनतारन की स्थापना – गुरु अर्जन देव जी ने अमृतसर के अतिरिक्त अन्य अनेक नगरों, सरोवरों तथा स्मारकों का निर्माण करवाया। तरनतारन भी इनमें से एक था। उन्होंने इसका निर्माण प्रदेश के ठीक मध्य में करवाया। अमृतसर की भांति तरनतारन भी सिक्खों का प्रसिद्ध तीर्थ स्थान बन गया।

→ करतारपुर की नींव रखना – गुरु जी ने 1593 ई० में जालंधर दोआब में एक नगर की स्थापना की जिसका नाम करतारपुर रखा गया। यहां उन्होंने एक तालाब का निर्माण करवाया जो गंगसर के नाम से प्रसिद्ध है।

→ मसंद प्रथा में सुधार – गुरु अर्जन देव जी ने मसंद प्रथा में सुधार लाने की आवश्यकता अनुभव की। उन्होंने सिक्खों को आदेश दिया कि वह अपनी आय का 1/10 भाग आवश्यक रूप से मसंदों को जमा कराएं।

→ मसंद वैसाखी के दिन इस राशि को अमृतसर के केंद्रीय कोष में जमा करवा देते थे। राशि को एकत्रित करने के लिए वे अपने प्रतिनिधि नियुक्त करने लगे। इन्हें ‘संगती’ कहते थे। दशांश इकट्ठा करने के अतिरिक्त मसंद उस क्षेत्र में सिक्ख धर्म का प्रचार भी करते थे।

→ लाहौर में बावली का निर्माण – गुरु अर्जन देव जी ने अपनी लाहौर यात्रा के दौरान डब्बी बाज़ार में एक बावली का निर्माण करवाया। इसके निर्माण से बावली के निकटवर्ती प्रदेशों के सिक्खों को एक तीर्थ स्थान की प्राप्ति हई।

→ हरगोबिंदपुर तथा छहरटा की स्थापना – गुरु जी ने अपने पुत्र हरगोबिंद के जन्म की खुशी में ब्यास नदी के तट पर हरगोबिंदपुर नामक नगर की स्थापना की।

→ इसके अतिरिक्त उन्होंने अमृतसर के निकट पानी की कमी को दूर करने के लिए एक कुएं का निर्माण करवाया। इस कुएं पर छः रहट चलते थे। इसलिए इसको छरहरटा के नाम से पुकारा जाने लगा।

→ मीरी तथा पीरी – गुरु हरगोबिंद साहिब ने ‘मीरी’ और ‘पीरी’ नामक दो तलवारें धारण की। उनके द्वारा धारण की गई ‘मीरी’ तलवार सांसारिक विषयों में नेतृत्व का प्रतीक थी। पीरी’ तलवार आध्यात्मिक विषयों में नेतृत्व का प्रतीक थी।

→ अकाल तख्त साहिब – गुरु अर्जन देव जी की शहीदी के पश्चात् गुरु हरगोबिन्द जी ने 1606 ई० में अमृतसर में अकाल तख्त साहिब का निर्माण करवाया।

→ 1581 ई० – श्री गुरु अर्जन देव जी गुरुगद्दी पर विराजमान हुए।

→ 1588 ई० -हरिमंदर साहिब की नींव प्रसिद्ध सूफी फकीर मियां मीर जी ने रखी।

→ 1590 ई० -गुरु अर्जन देव जी ने माझे के खारा गांव में तरनतारन नामक सरोवर बनवाया।

→ 1593 ई० -करतारपुर की स्थापना की और गंगसर सरोवर का निर्माण।

→ 1595 ई० -व्यास नदी के किनारे हरगोबिंदपुर नगर बसाया।

→ 1604 ई० -आदि ग्रंथ साहिब जी का संपादन कार्य पूर्ण हुआ।

→ 1606 ई० – श्री गुरु अर्जन देव जी ने गुरु हरिगोबिंद जी को सिक्खों का छठा गुरु नियुक्त किया।

→ 30 मई, 1606 ई० – श्री गुरु अर्जन देव जी की शहीदी।

ਸ੍ਰੀ ਗੁਰੂ ਅਰਜਨ ਦੇਵ ਜੀ : ਸਿੱਖ ਧਰਮ ਦੇ ਵਿਕਾਸ ਵਿੱਚ ਯੋਗਦਾਨ ਅਤੇ ਉਹਨਾਂ ਦੀ ਸ਼ਹੀਦੀ PSEB 9th Class SST Notes

→ 1581 ਈ: – ਸ੍ਰੀ ਗੁਰੂ ਅਰਜਨ ਦੇਵ ਜੀ ਗੁਰਗੱਦੀ ‘ਤੇ ਬਿਰਾਜਮਾਨ ਹੋਏ ।

→ 1588 ਈ: – ਹਰਿਮੰਦਰ ਸਾਹਿਬ ਦੀ ਨੀਂਹ ਪ੍ਰਸਿੱਧ ਸੂਫ਼ੀ ਫ਼ਕੀਰ ਮੀਆਂ ਮੀਰ ਜੀ ਨੇ ਰੱਖੀ ।

→ 1590 ਈ: – ਗੁਰੂ ਅਰਜਨ ਦੇਵ ਜੀ ਨੇ ਮਾਝੇ ਦੇ ਖਾਰਾ ਪਿੰਡ ਵਿਚ ਤਰਨਤਾਰਨ ਨਾਂ ਦਾ ਸਰੋਵਰ ਬਣਵਾਇਆ ।

→ 1593 ਈ: – ਕਰਤਾਰਪੁਰ ਦੀ ਸਥਾਪਨਾ ਕੀਤੀ ਅਤੇ ਗੰਗਸਰ ਸਰੋਵਰ ਦਾ ਨਿਰਮਾਣ ਕਰਵਾਇਆ ।

→ 1595 ਈ: – ਬਿਆਸ ਨਦੀ ਦੇ ਕੰਢੇ ਹਰਿਗੋਬਿੰਦਪੁਰ ਨਗਰ ਵਸਾਇਆ ।

→ 1604 ਈ: – ਆਦਿ ਗ੍ਰੰਥ ਸਾਹਿਬ ਦਾ ਸੰਪਾਦਨ ਕਾਰਜ ਸੰਪੂਰਨ ਹੋਇਆ ।

→ 1606 ਈ: – ਸ੍ਰੀ ਗੁਰੂ ਅਰਜਨ ਦੇਵ ਜੀ ਨੇ ਗੁਰੂ ਹਰਿਗੋਬਿੰਦ ਜੀ ਨੂੰ ਸਿੱਖਾਂ ਦਾ ਛੇਵਾਂ ਗੁਰੂ ਨਿਯੁਕਤ ਕੀਤਾ

→ 30 ਮਈ, 1606 ਈ: – ਸ੍ਰੀ ਗੁਰੂ ਅਰਜਨ ਦੇਵ ਜੀ ਦੀ ਸ਼ਹੀਦੀ ।

PSEB 6th Class Social Science Solutions Chapter 21 ਸ਼ਹਿਰੀ ਵਿਕਾਸ ਅਤੇ ਸਥਾਨਕ ਸਰਕਾਰ

Punjab State Board PSEB 6th Class Social Science Book Solutions Civics Chapter 21 ਸ਼ਹਿਰੀ ਵਿਕਾਸ ਅਤੇ ਸਥਾਨਕ ਸਰਕਾਰ Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 6 Social Science Civics Chapter 21 ਸ਼ਹਿਰੀ ਵਿਕਾਸ ਅਤੇ ਸਥਾਨਕ ਸਰਕਾਰ

SST Guide for Class 6 PSEB ਸ਼ਹਿਰੀ ਵਿਕਾਸ ਅਤੇ ਸਥਾਨਕ ਸਰਕਾਰ Textbook Questions and Answers

ਅਭਿਆਸ ਦੇ ਪ੍ਰਸ਼ਨ
ਬਹੁਵਿਕਲਪੀ ਪ੍ਰਸ਼ਨ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਸ਼ਹਿਰੀ ਸਥਾਨਕ ਸਰਕਾਰ ਦੀ ਮੁੱਢਲੀ ਸੰਸਥਾ ਦਾ ਨਾਂ ਕੀ ਹੈ ?
(i) ਨਗਰ ਨਿਗਮ
(ii) ਗ੍ਰਾਮ ਪੰਚਾਇਤ
(iii) ਨਗਰ ਪੰਚਾਇਤ ।
ਉੱਤਰ-
(ii) ਨਗਰ ਪੰਚਾਇਤ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਦੇ ਮੁਖੀ ਨੂੰ ਕੀ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ?
(i) ਪ੍ਰਧਾਨ
(ii) ਮੇਅਰ
(iii) ਸਰਪੰਚ ।
ਉੱਤਰ-
(ii) ਮੇਅਰ ।

PSEB 6th Class Social Science Solutions Chapter 21 ਸ਼ਹਿਰੀ ਵਿਕਾਸ ਅਤੇ ਸਥਾਨਕ ਸਰਕਾਰ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਦੇ ਕਾਰਜਕਾਰੀ ਅਧਿਕਾਰੀ ਨੂੰ ਕੀ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ?
(i) ਸੁਪਰਡੈਂਟ
(ii) ਡਿਪਟੀ ਡਾਇਰੈਕਟਰ
(iii) ਕਮਿਸ਼ਨਰ ।
ਉੱਤਰ-
(iii) ਕਮਿਸ਼ਨਰ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਹੇਠ ਲਿਖਿਆਂ ਵਿਚੋਂ ਪੰਜਾਬ ਦੇ ਕਿਹੜੇ ਸ਼ਹਿਰ ਵਿਚ ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਨਹੀਂ ਹੈ ?
(i) ਅੰਮ੍ਰਿਤਸਰ
(ii) ਪਟਿਆਲਾ
(iii) ਰੋਪੜ
(iv) ਲੁਧਿਆਣਾ
(v) ਬਠਿੰਡਾ
(vi) ਜਲੰਧਰ ।
ਉੱਤਰ-
(iii) ਰੋਪੜ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਜ਼ਿਲਾ ਪ੍ਰਬੰਧ ਦੇ ਸਭ ਤੋਂ ਉੱਚ ਅਧਿਕਾਰੀ ਨੂੰ ਕੀ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ?
(i) ਡੀ. ਈ. ਓ.
(ii) ਐੱਸ. ਐੱਸ. ਪੀ.
(iii) ਡੀ. ਪੀ. ਆਰ. ਓ.
(iv) ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ
ਉੱਤਰ-
(iv) ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਵੱਡੇ ਸ਼ਹਿਰਾਂ ਵਿੱਚ ਵਧੇਰੇ ਭੀੜ ਵਾਲੀ ਸੜਕ ਦੀ ਭੀੜ ਨੂੰ ਘਟਾਉਣ ਲਈ ਇੱਕ ਸੜਕ ਦੇ ਉੱਪਰ ਦੀ ਇਕ ਹੋਰ ਸੜਕ ਬਣਾਈ ਜਾਂਦੀ ਹੈ, ਇਸ ਸੜਕ ਨੂੰ ਕੀ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ?
(i) ਸਾਈਕਲ ਰਿਕਸ਼ਾ ਟੈਕ
(ii) ਬਾਈ ਪਾਸ
(iii) ਭੂਮੀਗਤ ਮਾਰਗ
(iv) ਫਲਾਈ ਓਵਰ
(v) ਲਿੰਕ ਰੋਡ ।
ਉੱਤਰ-
(iv) ਫਲਾਈ ਓਵਰ ।

ਅਭਿਆਸ
I. ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਪ੍ਰਸ਼ਨਾਂ ਦੇ ਉੱਤਰ ਲਿਖੋ :

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਆਜ਼ਾਦੀ ਪਿੱਛੋਂ ਹੋਏ ਸ਼ਹਿਰੀ ਵਿਕਾਸ ਬਾਰੇ ਸੰਖੇਪ ਨੋਟ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਆਜ਼ਾਦੀ ਤੋਂ ਬਾਅਦ ਅਨੇਕਾਂ ਪਿੰਡਾਂ ਨੇ ਹੌਲੀ-ਹੌਲੀ ਕਸਬਿਆਂ ਦਾ ਰੂਪ ਧਾਰਨ ਕਰ ਲਿਆ ਅਤੇ ਫਿਰ ਸ਼ਹਿਰਾਂ ਵਿੱਚ ਬਦਲ ਗਏ । ਸ਼ਹਿਰੀ ਵਿਕਾਸ ਦੀ ਇਹ ਪ੍ਰਕਿਰਿਆ ਅੱਜ ਵੀ ਜਾਰੀ ਹੈ । ਸ਼ਹਿਰੀ ਵਿਕਾਸ ਵਿੱਚ ਮੁੱਖ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਮਸ਼ੀਨੀ ਉਦਯੋਗਾਂ ਦੀ ਭੂਮਿਕਾ ਰਹੀ ਹੈ । ਪਿੰਡਾਂ ਦੀ ਜਨਸੰਖਿਆ ਵਧਣ ਨਾਲ ਮਾਲ ਦੀ ਮੰਗ ਵੱਧ ਗਈ । ਇਸਦੀ ਪੂਰਤੀ ਲਈ ਹੱਥਾਂ ਦਾ ਕੰਮ ਮਸ਼ੀਨਾਂ ਨਾਲ ਹੋਣ ਲੱਗਾ । ਵੱਡੇ-ਵੱਡੇ ਕਾਰਖ਼ਾਨੇ ਸਥਾਪਤ ਕੀਤੇ ਗਏ ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਆਸ-ਪਾਸ ਵੱਡੇਵੱਡੇ ਸ਼ਹਿਰ ਵਸ ਗਏ । ਅੱਜ ਪਿੰਡਾਂ ਤੋਂ ਵੀ ਵੱਡੀ ਗਿਣਤੀ ਵਿੱਚ ਲੋਕ ਰੁਜ਼ਗਾਰ ਦੀ ਭਾਲ ਵਿਚ ਸ਼ਹਿਰਾਂ ਵਿੱਚ ਆ ਰਹੇ ਹਨ । ਸਿੱਟੇ ਵਜੋਂ ਸ਼ਹਿਰਾਂ ਅਤੇ ਕਸਬਿਆਂ ਦਾ ਵਿਸਤਾਰ ਹੋ ਰਿਹਾ ਹੈ ।

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਸ਼ਹਿਰੀ ਸਥਾਨਕ ਸੰਸਥਾਵਾਂ ਕਿਹੜੀਆਂ-ਕਿਹੜੀਆਂ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਸ਼ਹਿਰੀ ਸਥਾਨਕ ਸਰਕਾਰ ਦੀਆਂ ਤਿੰਨ ਸੰਸਥਾਵਾਂ ਹਨ-

  1. ਨਗਰ ਪੰਚਾਇਤ,
  2. ਨਗਰਪਾਲਿਕਾ,
  3. ਨਗਰ ਨਿਗਮ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਸ਼ਹਿਰ ਨੂੰ ਜਨਸੰਖਿਆ ਦੇ ਆਧਾਰ ‘ਤੇ ਵਾਰਡਾਂ ਵਿੱਚ ਕਿਉਂ ਵੰਡਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਸ਼ਹਿਰ ਨੂੰ ਸ਼ਹਿਰੀ ਸਥਾਨਕ ਸ਼ਾਸਨ ਦੀ ਚੋਣ ਲਈ ਵਾਰਡਾਂ ਵਿੱਚ ਵੰਡਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਹਰੇਕ ਵਾਰਡ ਤੋਂ ਇੱਕ ਮੈਂਬਰ ਚੁਣਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ, ਜੋ ਆਪਣੇ ਵਾਰਡ ਲਈ ਵਿਕਾਸ ਕੰਮ ਕਰਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਅਤੇ ਨਗਰਪਾਲਿਕਾ ਦੀ ਚੋਣ ਲੜਨ ਲਈ ਕਿੰਨੀ ਉਮਰ ਹੋਣੀ ਜ਼ਰੂਰੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
25 ਸਾਲ ਜਾਂ ਉਸ ਤੋਂ ਜ਼ਿਆਦਾ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਕਸਬੇ ਦੀ ਸਥਾਨਕ ਸਰਕਾਰ ਨੂੰ ਕੀ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਕਸਬੇ ਦੀ ਸਥਾਨਕ ਸਰਕਾਰ ਨੂੰ ਨਗਰ ਪੰਚਾਇਤ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਦੇ ਚਾਰ ਸਰਕਾਰੀ ਕਰਮਚਾਰੀਆਂ ਦੇ ਨਾਂ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-

  1. ਕਮਿਸ਼ਨਰ,
  2. ਸਿਹਤ ਅਫ਼ਸਰ,
  3. ਇੰਜੀਨਿਅਰ,
  4. ਸਫ਼ਾਈ ਅਫ਼ਸਰ ।

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਸ਼ਹਿਰੀ ਸਥਾਨਕ ਸਰਕਾਰ ਦੀ ਆਮਦਨ ਦੇ ਕੋਈ ਚਾਰ ਸਾਧਨ ਦੱਸੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਸ਼ਹਿਰੀ ਸਥਾਨਕ ਸਰਕਾਰ ਦੀ ਆਮਦਨ ਦੇ ਮੁੱਖ ਸਾਧਨ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਹਨ-

  1. ਕਰ – ਇਹ ਕਈ ਕਿਸਮ ਦੇ ਕਰ ਲਗਾ ਸਕਦੀ ਹੈ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਵਿੱਚੋਂ ਚੰਗੀ-ਕਰ, ਨਿਆਂਕਰ, ਮਾਰਗ-ਕਰ, ਹਿ-ਕਰ, ਕਿੱਤਾ-ਕਰ, ਮਨੋਰੰਜਨ-ਕਰ ਆਦਿ ਮੁੱਖ ਹਨ ।
  2. ਫ਼ੀਸ ਤੇ ਜੁਰਮਾਨੇ – ਇਹ ਪਾਣੀ ਤੇ ਬਿਜਲੀ ਦੀ ਪੂਰਤੀ ’ਤੇ ਫ਼ੀਸ ਲਾਉਂਦੀ ਹੈ । ਇਹ ਨਗਰ ਵਿੱਚ ਚੱਲਣ ਵਾਲੇ ਵਾਹਨਾਂ-ਰਿਕਸ਼ਿਆਂ, ਠੇਲੇ ਅਤੇ ਟਾਂਗੇ ਆਦਿ ਉੱਤੇ ਫ਼ੀਸ ਲਾਉਂਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਤੋਂ ਇਲਾਵਾ ਇਹ ਨਗਰਪਾਲਿਕਾ ਦੇ ਨਿਯਮਾਂ ਦੀ ਉਲੰਘਣਾ ਕਰਨ ਵਾਲਿਆਂ ‘ਤੇ ਜੁਰਮਾਨੇ ਕਰਦੀ ਹੈ ।
  3. ਸਰਕਾਰੀ ਸਹਾਇਤਾ – ਨਵੀਆਂ ਯੋਜਨਾਵਾਂ ਲਾਗੂ ਕਰਨ, ਜਨਤਕ ਸਿਹਤ ਅਤੇ ਇਲਾਜ ਸੰਬੰਧੀ ਕੰਮਾਂ ਵਾਸਤੇ ਸਰਕਾਰ ਇਸਦੀ ਸਹਾਇਤਾ ਕਰਦੀ ਹੈ ।
  4. ਕਰਜ਼ਾ – ਇਹ ਲੋੜ ਪੈਣ ਉੱਤੇ ਸਰਕਾਰ ਤੋਂ ਕਰਜ਼ਾ ਵੀ ਲੈ ਸਕਦੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 8.
ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰਬੰਧ ਦਾ ਮੁਖੀਆ ਕੌਣ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਜ਼ਿਲਾ ਪ੍ਰਬੰਧ ਦਾ ਮੁਖੀਆ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਉਹ ਭਾਰਤੀ ਪ੍ਰਸ਼ਾਸਨਿਕ ਸੇਵਾਵਾਂ (I.A.S.) ਦਾ ਇੱਕ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਅਧਿਕਾਰੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਉਸਨੂੰ ਭਾਰਤੀ ਪ੍ਰਤੀਯੋਗਤਾ ਪ੍ਰੀਖਿਆ ਦੁਆਰਾ ਚੁਣਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

ਪਸ਼ਨ 9.
ਸ਼ਹਿਰੀ ਸਥਾਨਕ ਸਰਕਾਰ ਪ੍ਰਤੀ ਤੁਹਾਡੇ ਕੀ ਫ਼ਰਜ਼ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਸ਼ਹਿਰੀ ਸਥਾਨਕ ਸਰਕਾਰ ਦੇ ਪ੍ਰਤੀ ਸਾਡੇ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਫ਼ਰਜ਼ ਹਨ-

  1. ਸਾਨੂੰ ਯੋਗ ਅਤੇ ਇਮਾਨਦਾਰ ਮੈਂਬਰਾਂ ਦੀ ਚੋਣ ਕਰਨੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।
  2. ਸਾਨੂੰ ਸ਼ਹਿਰ ਨੂੰ ਸਾਫ਼-ਸੁਥਰਾ ਰੱਖਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।
  3. ਸਾਨੂੰ ਸੜਕਾਂ ਅਤੇ ਗਲੀਆਂ ਵਿੱਚ ਤੋੜ-ਭੰਨ ਨਹੀਂ ਕਰਨੀ ਚਾਹੀਦੀ ।
  4. ਸਾਨੂੰ ਆਪਣੇ ਕਰ ਇਮਾਨਦਾਰੀ ਨਾਲ ਚੁਕਾਉਣੇ ਚਾਹੀਦੇ ਹਨ ਤਾਂ ਕਿ ਵਿਕਾਸ ਕੰਮਾਂ । ਵਿੱਚ ਰੁਕਾਵਟ ਨਾ ਪਏ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 10.
ਨਗਰਪਾਲਿਕਾ/ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਦੇ ਕੋਈ ਦੋ ਕੰਮ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਨਗਰਪਾਲਿਕਾ/ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਦੋ ਕੰਮ ਕਰਦਾ ਹੈ-

  1. ਨਗਰ ਵਿੱਚ ਪਾਣੀ, ਸਫ਼ਾਈ ਅਤੇ ਰੌਸ਼ਨੀ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ ਕਰਨਾ ।
  2. ਬਿਮਾਰੀਆਂ ਦੀ ਰੋਕਥਾਮ ਲਈ ਟੀਕੇ ਲਗਵਾਉਣਾ, ਮੱਖੀਆਂ-ਮੱਛਰਾਂ ਨੂੰ ਨਸ਼ਟ ਕਰਨਾ । ਅਤੇ ਖਾਣ-ਪੀਣ ਦੀਆਂ ਵਸਤੂਆਂ ਵਿੱਚ ਮਿਲਾਵਟ ਨੂੰ ਰੋਕਣਾ ।

PSEB 6th Class Social Science Solutions Chapter 21 ਸ਼ਹਿਰੀ ਵਿਕਾਸ ਅਤੇ ਸਥਾਨਕ ਸਰਕਾਰ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 11.
ਸ਼ਹਿਰੀ ਸਥਾਨਕ ਸਰਕਾਰ ਦੇ ਕੋਈ ਦੋ ਜ਼ਰੂਰੀ ਕੰਮ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਸ਼ਹਿਰੀ ਸਥਾਨਕ ਸਰਕਾਰ ਦੇ ਦੋ ਜ਼ਰੂਰੀ ਕੰਮ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਹਨ-

  1. ਨਗਰ ਵਿੱਚ ਬਿਜਲੀ, ਪਾਣੀ, ਸਿਹਤ ਕੇਂਦਰਾਂ ਅਤੇ ਸਫ਼ਾਈ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ ਕਰਨਾ ।
  2. ਸੜਕਾਂ ਅਤੇ ਪੁਲਾਂ ਦਾ ਨਿਰਮਾਣ ਕਰਨਾ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਦੇਖਭਾਲ ਕਰਨਾ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 12.
ਸੁਰੰਗ ਪੱਥ, ਸਾਇਕਲ ਟੈਕ ਅਤੇ ਲਾਂਭਵੀ ਸੜਕ (ਬਾਈਪਾਸ ਸੜਕ ਸੁਰੱਖਿਆ ਲਈ ਕਿਵੇਂ ਲਾਭਦਾਇਕ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-

  1. ਸੁਰੰਗ ਪੱਥ, ਸਾਇਕਲ ਟੈਕ ਅਤੇ ਲਾਂਭਵੀ ਸੜਕ ਬਾਈਪਾਸ ਸੜਕ ਸਾਨੂੰ ਸੁਰੱਖਿਅਤ ਰਸਤਾ ਜੁਟਾਉਂਦੇ ਹਨ ।
  2. ਇਨ੍ਹਾਂ ਮਾਰਗਾਂ ਦੇ ਕਾਰਨ ਵੱਡੇ ਵਾਹਨਾਂ ਦੀ ਆਵਾਜਾਈ ਵਿਚ ਰੋਕ ਨਹੀਂ ਪੈਂਦੀ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 13.
ਕੀ ਸੜਕ ‘ਤੇ ਸਾਇਕਲ ਚਲਾਉਣ ਸਮੇਂ ਹੈਲਮੇਟ ਪਾਉਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਸਾਡੇ ਦੇਸ਼ ਵਿਚ ਸਾਇਕਲ ਚਲਾਉਂਣ ਸਮੇਂ ਹੈਲਮੇਟ ਪਹਿਣਨਾ ਜ਼ਰੂਰੀ ਨਹੀਂ ਹੈ । ਫਿਰ ਵੀ ਸਾਨੂੰ ਸੁਰੱਖਿਆ ਦੇ ਨਜ਼ਰੀਏ ਤੋਂ ਹੈਲਮੇਟ ਜ਼ਰੂਰ ਪਹਿਣਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਨਾਲ ਸਾਇਕਲ ਤੋਂ ਹੇਠਾਂ ਡਿਗਣ ‘ਤੇ ਗੰਭੀਰ ਸੱਟ ਜਾਂ ਮੌਤ ਤੋਂ ਬਚਿਆ ਜਾ ਸਕਦਾ ਹੈ ।

I. ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਖ਼ਾਲੀ ਸਥਾਨ ਭਰੋ :

(1) ਨਗਰ ਪੰਚਾਇਤ ……………………………. ਵਿੱਚ ਬਣਾਈ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ।
(2) ਸ਼ਹਿਰੀ ਸਥਾਨਕ ਸਰਕਾਰ ਦੇ ਕੰਮਾਂ ਦੀ ਦੇਖਭਾਲ ………………………. ਕਰਦੀ ਹੈ ।
(3) ਨਗਰਪਾਲਿਕਾ/ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਦੀ ਚੋਣ ਲੜਨ ਲਈ ਘੱਟੋ-ਘੱਟ …………………………… ਸਾਲ ਅਤੇ ਵੋਟ ਪਾਉਣ ਲਈ …………………….. ਸਾਲ ਦੀ ਉਮਰ ਹੋਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।
(4) ਪੇਂਡੂ ਤੋਂ ਸ਼ਹਿਰੀ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਬਦਲਦੇ ਇਲਾਕੇ ਨੂੰ ……………………………. ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
(1) ਕਸਬੇ,
(2) ਰਾਜ ਸਰਕਾਰ,
(3) 25, 18,
(4) ਕਸਬਾ ।

III. ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਵਾਕਾਂ ਵਿੱਚ ਠੀਕ (√) ਜਾਂ ਗ਼ਲਤ (×) ਦਾ ਨਿਸ਼ਾਨ ਲਗਾਓ :

(1) ਕੋਈ ਵਿਦੇਸ਼ੀ ਨਾਗਰਿਕ ਸਥਾਨਕ ਸਰਕਾਰ ਦੀ ਚੋਣ ਵਿੱਚ ਵੋਟ ਪਾ ਸਕਦਾ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
(×)

(2) ਸਾਡੇ ਪੰਜਾਬ ਵਿੱਚ ਇਸ ਸਮੇਂ ਨੌਂ, ਸ਼ਹਿਰਾਂ ਵਿੱਚ ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਹਨ ।
ਉੱਤਰ-
(×)

PSEB 6th Class Social Science Solutions Chapter 21 ਸ਼ਹਿਰੀ ਵਿਕਾਸ ਅਤੇ ਸਥਾਨਕ ਸਰਕਾਰ

(3) ਪੰਜਾਬ ਵਿੱਚ ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਦੇ ਪ੍ਰਧਾਨ ਨੂੰ ਮੇਅਰ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
(√)

(4) ਸਥਾਨਕ ਸਰਕਾਰੀ ਸੰਸਥਾਵਾਂ ਦੀ ਚੋਣ ਲੜਨ ਲਈ ਵੋਟਰ ਦੀ ਉਮਰ 18 ਸਾਲ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
(×)

(5) ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰਬੰਧਕ, ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਦੀ ਨਿਗਰਾਨੀ ਹੇਠ ਕੰਮ ਕਰਦੇ ਹਨ ।
ਉੱਤਰ-
(√)

(6) ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰਬੰਧ ਦਾ ਮੁੱਖ ਸਰਕਾਰੀ ਅਧਿਕਾਰੀ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਨਹੀਂ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
(×)

PSEB 6th Class Social Science Guide ਸ਼ਹਿਰੀ ਵਿਕਾਸ ਅਤੇ ਸਥਾਨਕ ਸਰਕਾਰ Important Questions and Answers

ਵਸਤੂਨਿਸ਼ਠ ਪ੍ਰਸ਼ਨ
ਘੱਟ ਤੋਂ ਘੱਟ ਸ਼ਬਦਾਂ ਵਿਚ ਉੱਤਰ ਵਾਲੇ ਪ੍ਰਸ਼ਨ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਮੰਨ ਲਵੋ ਤੁਹਾਡੀ ਉਮਰ 13 ਸਾਲ ਹੈ। ਤੁਹਾਨੂੰ ਕਿੰਨੇ ਸਾਲ ਬਾਅਦ ਸਥਾਨਕ ਸਰਕਾਰ ਦੀਆਂ ਚੋਣਾਂ ਵਿਚ ਵੋਟ ਪਾਉਣ ਦਾ ਅਧਿਕਾਰ ਮਿਲ ਸਕੇਗਾ ?
ਉੱਤਰ-
5 ਸਾਲ ਬਾਅਦ 18 ਸਾਲ ਦੀ ਉਮਰ ਵਿਚ ।

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਨਗਰ/ਨਿਗਮ ਦਾ ਮੁੱਖ ਕਾਰਜਕਾਰੀ ਅਧਿਕਾਰੀ ਕੀ ਕਹਾਉਂਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਕਮਿਸ਼ਨਰ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਰਸਤੇ ਅਤੇ ਭੀੜ ਨੂੰ ਘੱਟ ਕਰਨ ਦੇ ਲਈ ਇਕ ਸ਼ਹਿਰ ਤੋਂ ਦੂਸਰੇ ਸ਼ਹਿਰ ਦੇ ਬਾਹਰ ਦੇ ਵਲ ਇਕ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਸੜਕ ਬਣਾ ਦਿੱਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੀ ਸੜਕ ਕੀ ਕਹਾਉਂਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਬਾਈ-ਪਾਸ ।

ਬਹੁਤ ਛੋਟੇ ਉੱਤਰਾਂ ਵਾਲੇ ਪ੍ਰਸ਼ਨ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਨਗਰ ਪੰਚਾਇਤ ਦਾ ਮੁਖੀ ਕੌਣ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਨਗਰ ਪੰਚਾਇਤ ਦਾ ਮੁਖੀ ਨਗਰ ਪ੍ਰਧਾਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਨਗਰਪਾਲਿਕਾ ਜਾਂ ਨਗਰ ਪਰਿਸ਼ਦ ਕਿਸਨੂੰ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਸ਼ਹਿਰਾਂ ਦੀਆਂ ਸਥਾਨਕ ਸ਼ਾਸਨ ਸੰਸਥਾਵਾਂ ਨੂੰ ਨਗਰਪਾਲਿਕਾ ਜਾਂ ਨਗਰ ਪਰਿਸ਼ਦ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ । ਇਹ ਸ਼ਹਿਰਾਂ ਦੀਆਂ ਸਥਾਨਕ ਸਮੱਸਿਆਵਾਂ ਦਾ ਹੱਲ ਕਰਦੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਤੋਂ ਤੁਹਾਡਾ ਕੀ ਭਾਵ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਵੱਡੇ-ਵੱਡੇ ਸ਼ਹਿਰਾਂ ਦੀਆਂ ਸਥਾਨਕ ਸ਼ਾਸਨ ਸੰਸਥਾਵਾਂ ਨੂੰ ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਨਗਰ ਪੰਚਾਇਤ ਦੀ ਸਥਾਪਨਾ ਕਿੱਥੇ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਨਗਰ ਪੰਚਾਇਤ ਪਿੰਡ ਤੋਂ ਸ਼ਹਿਰ ਵਿੱਚ ਬਦਲਦੇ ਹੋਏ ਕਸਬੇ ਵਿੱਚ ਸਥਾਪਤ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ । ਪਰ ਇਹ ਜ਼ਰੂਰੀ ਹੈ ਕਿ ਉਸ ਖੇਤਰ ਦੀ ਜਨਸੰਖਿਆ 20,000 ਤੋਂ ਘੱਟ ਹੋਵੇ ।

PSEB 6th Class Social Science Solutions Chapter 21 ਸ਼ਹਿਰੀ ਵਿਕਾਸ ਅਤੇ ਸਥਾਨਕ ਸਰਕਾਰ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰਸ਼ਾਸਨ ਦਾ ਕੀ ਮਹੱਤਵ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰਸ਼ਾਸਨ ਰਾਜ ਦੀ ਬਹੁਤ ਹੀ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਇਕਾਈ ਹੈ । ਪੂਰੇ ਰਾਜ ਦੀ ਉੱਨਤੀ ਜ਼ਿਲੇ ਦੇ ਕੁਸ਼ਲ ਪ੍ਰਸ਼ਾਸਨ ‘ਤੇ ਹੀ ਨਿਰਭਰ ਕਰਦੀ ਹੈ ।

ਛੋਟੇ ਉੱਤਰਾਂ ਵਾਲੇ ਪ੍ਰਸ਼ਨ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਨਗਰਪਾਲਿਕਾਵਾਂ ਨੂੰ ਰਾਜ ਸਰਕਾਰ ਗਰਾਂਟ ਕਿਉਂ ਦਿੰਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਸ਼ਹਿਰਾਂ ਦੀ ਜਨਸੰਖਿਆ ਵਧੇਰੇ ਹੋਣ ਕਾਰਨ ਸ਼ਹਿਰਾਂ ਦੀਆਂ ਲੋੜਾਂ ਜ਼ਿਆਦਾ ਹੁੰਦੀਆਂ ਹਨ । ਇਸ ਲਈ ਨਗਰਪਾਲਿਕਾਵਾਂ ਨੂੰ ਅਨੇਕਾਂ ਕੰਮ ਕਰਨੇ ਪੈਂਦੇ ਹਨ । ਇਸਦੇ ਲਈ ਜ਼ਿਆਦਾ ਧਨ ਦੀ ਲੋੜ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਪਰ ਨਗਰਪਾਲਿਕਾਵਾਂ ਦੀ ਆਮਦਨ ਦੇ ਸਾਧਨ ਸੀਮਿਤ ਹੁੰਦੇ ਹਨ । ਇਸ ਲਈ ਸਰਕਾਰ ਇਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਗਰਾਂਟ ਦਿੰਦੀ ਹੈ । ਗਰਾਂਟ ਦਾ ਅਰਥ ਹੈ-ਆਰਥਿਕ ਸਹਾਇਤਾ ਦੇਣਾ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਵੱਡੇ ਸ਼ਹਿਰਾਂ ਵਿੱਚ ਪਾਰਕ ਅਤੇ ਭੂਮੀਗਤ ਨਾਲੀਆਂ ਕਿਉਂ ਜ਼ਰੂਰੀ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਵੱਡੇ ਸ਼ਹਿਰਾਂ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ਦੀ ਸਮੱਸਿਆ ਜ਼ਿਆਦਾ ਹੈ । ਪ੍ਰਦੂਸ਼ਣ ਕਈ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੀਆਂ ਬਿਮਾਰੀਆਂ ਨੂੰ ਜਨਮ ਦਿੰਦਾ ਹੈ । ਪਾਰਕ ਵਾਤਾਵਰਨ ਨੂੰ ਸਾਫ਼ ਰੱਖਦੇ ਹਨ । ਇੱਥੇ ਆ ਕੇ ਲੋਕ ਖੁੱਲ੍ਹੀ ਹਵਾ ਵਿੱਚ ਆਪਣਾ ਮਨੋਰੰਜਨ ਕਰਦੇ ਹਨ । ਇਸ ਲਈ ਵੱਡੇ ਸ਼ਹਿਰਾਂ ਵਿੱਚ ਪਾਰਕਾਂ ਦਾ ਹੋਣਾ ਜ਼ਰੂਰੀ ਹੈ ।

ਭੂਮੀਗਤ ਨਾਲੀਆਂ ਗੰਦੇ ਪਾਣੀ ਦੀ ਨਿਕਾਸੀ ਲਈ ਬਹੁਤ ਜ਼ਰੂਰੀ ਹਨ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਤੋਂ ਬਿਨਾਂ ਗੰਦਾ ਪਾਣੀ ਗਲੀਆਂ ਅਤੇ ਸੜਕਾਂ ਉੱਤੇ ਫੈਲ ਜਾਏਗਾ ਅਤੇ ਵਾਤਾਵਰਨ ਦੂਸ਼ਿਤ ਹੋ ਜਾਏਗਾ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਨਗਰ ਪ੍ਰੀਸ਼ਦ ਦੇ ਕਿਸੇ ਪੰਜ ਕੰਮਾਂ ਦਾ ਵਰਣਨ ਕਰੋ ।
ਉੱਤਰ-ਨਗਰ ਪ੍ਰੀਸ਼ਦ ਦੇ ਪੰਜ ਮੁੱਖ ਕੰਮਾਂ ਦਾ ਵਰਣਨ ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਹੈ-

  1. ਸੜਕਾਂ ਅਤੇ ਪੁਲਾਂ ਦਾ ਨਿਰਮਾਣ ਕਰਨਾ ।
  2. ਜਨ-ਸਿਹਤ ਅਤੇ ਸਫ਼ਾਈ ਦੀ ਵਿਵਸਥਾ ਕਰਨਾ ।
  3. ਅੱਗ ਬੁਝਾਉਣ ਦੀਆਂ ਸੇਵਾਵਾਂ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ ਕਰਨਾ ।
  4. ਸ਼ਹਿਰ ਦੀ ਮੁੱਖ ਸਹੂਲਤ ਲਈ ਪਾਰਕਾਂ, ਬਾਗਾਂ ਅਤੇ ਖੇਡ ਦੇ ਮੈਦਾਨਾਂ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ ਕਰਨਾ ।
  5. ਪੀਣ ਲਈ ਸਾਫ਼ ਪਾਣੀ ਦੀ ਵਿਵਸਥਾ ਕਰਨਾ ।

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਦੀ ਆਮਦਨ ਦੇ ਮੁੱਖ ਸਾਧਨ ਕਿਹੜੇ-ਕਿਹੜੇ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਦੀ ਆਮਦਨ ਦੇ ਮੁੱਖ ਸਾਧਨ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਹਨ-

  1. ਭੂਮੀ ਅਤੇ ਭਵਨਾਂ ‘ਤੇ ਕਰ
  2. ਪਸ਼ੂਆਂ ਅਤੇ ਵਾਹਨਾਂ ‘ਤੇ ਕਰ
  3. ਚੰਗੀ ਕਰ
  4. ਕਿੱਤਾ ਕਰ
  5. ਰਾਜ ਸਰਕਾਰ ਤੋਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਗਰਾਂਟ ।

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਨਗਰ ਪੰਚਾਇਤ ਦੇ ਮੈਂਬਰਾਂ ਦੀ ਚੋਣ ਕਿਵੇਂ ਅਤੇ ਕਿੰਨੇ ਸਾਲਾਂ ਲਈ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਨਗਰ ਪੰਚਾਇਤ ਦੇ ਮੈਂਬਰਾਂ ਦੀ ਚੋਣ ਬਾਲਗ ਨਾਗਰਿਕਾਂ ਭਾਵ 18 ਸਾਲ ਜਾਂ ਇਸ ਤੋਂ ਵੱਧ ਉਮਰ ਵਾਲੇ ਵਿਅਕਤੀਆਂ ਦੁਆਰਾ ਪ੍ਰਤੱਖ ਤੌਰ ‘ਤੇ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਚੋਣ ਪੰਜ ਸਾਲ ਲਈ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਕੀ ਨਗਰਪਾਲਿਕਾ ਨਾਲੋਂ ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਵਧੇਰੇ ਸ਼ਕਤੀਸ਼ਾਲੀ ਹੈ ? ਕਿਉਂ ?
ਉੱਤਰ-
ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਨਗਰਪਾਲਿਕਾ ਤੋਂ ਵੱਧ ਸ਼ਕਤੀਸ਼ਾਲੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਦੀਆਂ ਸ਼ਕਤੀਆਂ ਨਗਰਪਾਲਿਕਾ ਨਾਲੋਂ ਵਧੇਰੇ ਹੁੰਦੀਆਂ ਹਨ । ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਦੀ ਜ਼ਿੰਮੇਵਾਰੀ ਵੀ ਜ਼ਿਆਦਾ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਦਾ ਕਾਰਨ ਇਹ ਹੈ ਕਿ ਵੱਡੇ ਅਤੇ ਛੋਟੇ ਨਗਰਾਂ ਦੀ ਵਸੋਂ ਅਤੇ ਨਾਗਰਿਕਾਂ ਨੂੰ ਦਿੱਤੀਆਂ ਜਾਣ ਵਾਲੀਆਂ ਸਹੂਲਤਾਂ ਵਿੱਚ ਕਾਫ਼ੀ ਅੰਤਰ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

ਵੱਡੇ ਉੱਤਰਾਂ ਵਾਲੇ ਪ੍ਰਸ਼ਨ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰਬੰਧਕ ਦੇ ਮੁੱਖ ਕੰਮਾਂ ਦਾ ਵਰਣਨ ਕਰੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰਬੰਧਕ ਦੇ ਮੁੱਖ ਕੰਮ ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਹਨ-

  • ਸ਼ਾਂਤੀ ਅਤੇ ਕਾਨੂੰਨ-ਵਿਵਸਥਾ ਦੀ ਸਥਾਪਨਾ ਕਰਨਾ – ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰਬੰਧਕ ਦਾ ਮੁੱਖ ਕੰਮ ਜ਼ਿਲ੍ਹੇ ਵਿੱਚ ਸ਼ਾਂਤੀ ਅਤੇ ਕਾਨੂੰਨ-ਵਿਵਸਥਾ ਬਣਾਈ ਰੱਖਣਾ ਹੈ । ਇਸ ਕੰਮ ਵਿੱਚ ਉਹ ਸਮੁੱਚੇ ਜ਼ਿਲ੍ਹੇ ਦੀ ਪੁਲਿਸ ਦੀ ਸਹਾਇਤਾ ਲੈਂਦਾ ਹੈ ।
  • ਭੂਮੀ ਸੰਬੰਧੀ ਰਿਕਾਰਡਾਂ ਦੀ ਦੇਖਭਾਲ ਅਤੇ ਭੂਮੀ ਕਰ ਦੀ ਵਸੂਲੀ ਕਰਨਾ – ਸਾਡਾ ਦੇਸ਼ ਖੇਤੀਬਾੜੀ ਪ੍ਰਧਾਨ ਦੇਸ਼ ਹੈ । ਖੇਤੀ ਯੋਗ ਭੂਮੀ ਦਾ ਵਰਗੀਕਰਨ, ਉਸਦਾ ਨਾਪ, ਉਸ ਵਿੱਚ ਪੈਦਾ ਹੋਣ ਵਾਲੀ ਉਪਜ ਅਤੇ ਭੂਮੀ ਕਰ ਦੀ ਵਸੂਲੀ ਕਰਨਾ ਅਤੇ ਉਸਦਾ ਬਿਉਰਾ ਰੱਖਣ ਦਾ ਕੰਮ ਵੀ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰਬੰਧਕ ਦੁਆਰਾ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।
  • ਨਾਗਰਿਕ ਸਹੂਲਤਾਂ ਅਤੇ ਸੇਵਾਵਾਂ ਪ੍ਰਦਾਨ ਕਰਨਾ – ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰਬੰਧਕ ਜ਼ਿਲ੍ਹੇ ਦੇ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ, ਅਨੇਕਾਂ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੀਆਂ ਸਹੂਲਤਾਂ ਅਤੇ ਸੇਵਾਵਾਂ ਪ੍ਰਦਾਨ ਕਰਵਾਉਂਦਾ ਹੈ, ਤਾਂ ਕਿ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਬਹੁਮੁਖੀ ਵਿਕਾਸ ਹੋ ਸਕੇ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਸਹੂਲਤਾਂ ਵਿੱਚ ਸਿਹਤ, ਸਿੱਖਿਆ, ਆਵਾਜਾਈ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ, ਸਰਕਾਰੀ ਇਮਾਰਤਾਂ ਅਤੇ ਸੜਕਾਂ ਦੀ ਦੇਖਭਾਲ ਆਦਿ ਸ਼ਾਮਲ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਨਗਰਪਾਲਿਕਾ ਦੀ ਬਣਤਰ, ਕੰਮਾਂ ਅਤੇ ਆਮਦਨ ਦੇ ਸਾਧਨਾਂ ‘ ਤੇ ਸੰਖੇਪ ਟਿੱਪਣੀ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਨਗਰਪਾਲਿਕਾ ਦੀ ਬਣਤਰ – ਨਗਰਪਾਲਿਕਾ 20,000 ਤੋਂ ਵੱਧ ਜਨਸੰਖਿਆ ਵਾਲੇ ਛੋਟੇ ਸ਼ਹਿਰਾਂ ਵਿੱਚ ਬਣਾਈ ਜਾਂਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਦੇ ਮੈਂਬਰ ਦੋ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੇ ਹੁੰਦੇ ਹਨ

  1. ਚੁਣੇ ਹੋਏ ਮੈਂਬਰ – ਇਹ ਮੈਂਬਰ ਪ੍ਰਤੱਖ ਤੌਰ ‘ਤੇ ਬਾਲਗ ਨਾਗਰਿਕਾਂ ਦੁਆਰਾ ਚੁਣੇ ਹੁੰਦੇ ਹਨ । ਪੰਜਾਬ ਵਿੱਚ ਇਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਗਿਣਤੀ 9 ਤੋਂ 29 ਤੱਕ ਹੋ ਸਕਦੀ ਹੈ ।
  2. ਅਹੁਦੇ ਕਾਰਨ ਮੈਂਬਰ – ਨਗਰ ਦੇ ਚੋਣ ਖੇਤਰ ਤੋਂ ਚੁਣੇ ਗਏ ਲੋਕ ਸਭਾ, ਰਾਜ ਅਤੇ ਰਾਜ ਵਿਧਾਨ ਸਭਾ ਦੇ ਮੈਂਬਰ ਨਗਰਪਾਲਿਕਾ ਦੇ ਅਹੁਦੇ ਕਾਰਨ ਮੈਂਬਰ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ।

ਕਾਰਜਕਾਲ – ਨਗਰਪਾਲਿਕਾ ਦਾ ਕਾਰਜਕਾਲ 5 ਸਾਲ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
ਕੰਮ – ਨਗਰਪਾਲਿਕਾ ਨਗਰ ਪ੍ਰਬੰਧ ਲਈ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਕੰਮ ਕਰਦੀ ਹੈ-

  1. ਨਗਰ ਵਿੱਚ ਪਾਣੀ, ਸਫਾਈ ਅਤੇ ਰੌਸ਼ਨੀ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ ਕਰਨਾ ।
  2. ਬਿਮਾਰੀਆਂ ਦੀ ਰੋਕਥਾਮ ਲਈ ਟੀਕੇ ਲਗਵਾਉਣਾ, ਮੱਖੀਆਂ, ਮੱਛਰਾਂ ਨੂੰ ਨਸ਼ਟ ਕਰਨਾ ਅਤੇ ਖਾਣ-ਪੀਣ ਦੀਆਂ ਵਸਤੂਆਂ ਵਿੱਚ ਮਿਲਾਵਟ ਨੂੰ ਰੋਕਣਾ ।
  3. ਗਲੀਆਂ, ਸੜਕਾਂ, ਪੁਲ ਅਤੇ ਨਾਲੀਆਂ ਬਣਾਉਣਾ ਅਤੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਮੁਰੰਮਤ ਕਰਵਾਉਣਾ ।
  4. ਹਸਪਤਾਲ, ਸਿਹਤ ਕੇਂਦਰ, ਬਾਲ ਕਲਿਆਣ ਕੇਂਦਰ, ਚਿੜੀਆ ਘਰ ਅਤੇ ਪਾਰਕ ਆਦਿ ਬਣਾਉਣਾ ।
  5. ਜਨਮ-ਮਰਨ ਦਾ ਹਿਸਾਬ ਰੱਖਣਾ ।
  6. ਅੱਗ ਬੁਝਾਉਣ ਲਈ ਫ਼ਾਇਰ ਬ੍ਰਿਗੇਡ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ ਕਰਨਾ ਅਤੇ ਬੱਸਾਂ, ਟੂਮਾਂ ਆਦਿ ਚਲਾਉਣਾ ।
  7. ਆਪਣੇ ਖੇਤਰ ਵਿੱਚ ਸਕੂਲਾਂ ਅਤੇ ਲਾਇਬਰੇਰੀਆਂ ਦੀ ਵਿਵਸਥਾ ਕਰਨਾ ।
  8. ਪਸ਼ੂ-ਮੇਲੇ ਲਗਾਉਣਾ ਅਤੇ ਨਗਰ-ਨਿਵਾਸੀਆਂ ਦੀ ਸਹੂਲਤ ਲਈ ਬੱਸਾਂ ਚਲਾਉਣਾ ।

ਆਮਦਨ ਦੇ ਸਾਧਨ – ਨਗਰਪਾਲਿਕਾ ਦੀ ਆਮਦਨ ਦੇ ਮੁੱਖ ਸਾਧਨ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਹਨ-

  1. ਕਰ – ਨਗਰਪਾਲਿਕਾ ਕਈ ਕਿਸਮ ਦੇ ਕਰ ਲਗਾ ਸਕਦੀ ਹੈ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਵਿੱਚੋਂ ਚੁੰਗੀਕਰ, ਨਿਆਂ-ਕਰ, ਮਾਰਗ-ਰ, ਹਿ-ਕਰ, ਕਿੱਤਾ-ਕਰ, ਮਨੋਰੰਜਨ-ਕਰ ਆਦਿ ਮੁੱਖ ਹਨ ।
  2. ਫ਼ੀਸ ਤੇ ਜੁਰਮਾਨੇ – ਨਗਰਪਾਲਿਕਾ ਪਾਣੀ ਤੇ ਬਿਜਲੀ ’ਤੇ ਫ਼ੀਸ ਲਾਉਂਦੀ ਹੈ । ਇਹ ਨਗਰ ਵਿੱਚ ਚੱਲਣ ਵਾਲੇ ਵਾਹਨਾਂ-ਰਿਕਸ਼ਿਆਂ, ਠੇਲੇ ਅਤੇ ਟਾਂਗੇ ਆਦਿ ਉੱਤੇ ਫ਼ੀਸ ਲਾਉਂਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਤੋਂ ਬਿਨਾਂ ਇਹ ਨਗਰਪਾਲਿਕਾ ਦੇ ਨਿਯਮਾਂ ਦੀ ਉਲੰਘਣਾ ਕਰਨ ਵਾਲਿਆਂ ਨੂੰ ਜ਼ੁਰਮਾਨੇ ਕਰਦੀ ਹੈ ।
  3. ਸੰਪੱਤੀ ਤੋਂ ਆਮਦਨ – ਨਗਰਪਾਲਿਕਾ ਨੂੰ ਮਕਾਨਾਂ, ਦੁਕਾਨਾਂ, ਮੰਡੀਆਂ ਦੇ ਕਿਰਾਇਆ, ਕਿੱਤਿਆਂ ਅਤੇ ਸ਼ਹਿਰ ਦਾ ਕੂੜਾ-ਕਰਕਟ ਵੇਚਣ ਤੋਂ ਵੀ ਆਮਦਨ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।
  4. ਸਰਕਾਰੀ ਗਰਾਂਟ ਅਤੇ ਕਰਜ਼ਾ – ਨਗਰਪਾਲਿਕਾ ਨੂੰ ਸਰਕਾਰੀ ਗਰਾਂਟ ਦੇ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਵੀ ਵਿੱਤ ਦੀ ਪ੍ਰਾਪਤੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਲੋੜ ਪੈਣ ‘ਤੇ ਨਗਰਪਾਲਿਕਾ ਸਰਕਾਰੀ ਜਾਂ ਗੈਰ-ਸਰਕਾਰੀ ਸੰਸਥਾਵਾਂ ਤੋਂ ਕਰਜ਼ਾ ਵੀ ਲੈ ਸਕਦੀ ਹੈ ।

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਦੀ ਬਣਤਰ, ਕੰਮਾਂ ਅਤੇ ਆਮਦਨ ਦੇ ਸਾਧਨਾਂ ‘ਤੇ ਸੰਖੇਪ ਨੋਟ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਦੀ ਬਣਤਰ, ਕੰਮਾਂ ਅਤੇ ਆਮਦਨ ਦੇ ਸਾਧਨਾਂ ਦਾ ਸੰਖੇਪ ਵਰਣਨ ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਹੈ-
ਬਣਤਰ – ਪੰਜਾਬ ਵਿੱਚ ਅੰਮ੍ਰਿਤਸਰ, ਜਲੰਧਰ, ਲੁਧਿਆਣਾ, ਪਟਿਆਲਾ ਆਦਿ ਦਸ ਨਗਰਾਂ ਵਿੱਚ ਨਗ਼ਰ ਨਿਗਮਾਂ ਦੀ ਸਥਾਪਨਾ ਕੀਤੀ ਗਈ ਹੈ । ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਦੇ ਮੈਂਬਰਾਂ ਨੂੰ ਕੌਂਸਲਰ ਆਖਦੇ ਹਨ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਚੋਣ ਬਾਲਗ ਨਾਗਰਿਕ ਕਰਦੇ ਹਨ । ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਖੇਤਰ ਤੋਂ ਚੁਣੇ ਗਏ ਲੋਕ ਸਭਾ, ਰਾਜ ਸਭਾ ਅਤੇ ਵਿਧਾਨ ਸਭਾ ਦੇ ਮੈਂਬਰ ਵੀ ਇਸ ਦੇ ਮੈਂਬਰ ਹੁੰਦੇ ਹਨ । ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਦੇ ਪ੍ਰਧਾਨ ਨੂੰ ਮੇਅਰ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ।

ਕੰਮ – ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਸਥਾਨਕ ਸ਼ਾਸਨ ਦੀਆਂ ਬਾਕੀ ਸਾਰੀਆਂ ਸੰਸਥਾਵਾਂ ਤੋਂ ਵੱਧ ਸ਼ਕਤੀਸ਼ਾਲੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਦੇ ਕੰਮਾਂ ਨੂੰ ਦੋ ਭਾਗਾਂ ਵਿੱਚ ਵੰਡਿਆ ਗਿਆ ਹੈ-ਜ਼ਰੂਰੀ ਕੰਮ ਅਤੇ ਇੱਛੁਕ ਕੰਮ ।

ਜ਼ਰੂਰੀ ਕੰਮ-

  1. ਸਾਫ਼ ਪਾਣੀ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ ਕਰਨਾ ।
  2. ਸੜਕਾਂ, ਪੁਲਾਂ ਅਤੇ ਨਾਲੀਆਂ ਦਾ ਨਿਰਮਾਣ ਕਰਨਾ ।
  3. ਨਗਰ ਵਿੱਚ ਸਫ਼ਾਈ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ ਕਰਨਾ ।
  4. ਫ਼ਾਇਰ-ਬ੍ਰਿਗੇਡ ਦਾ ਪ੍ਰਬੰਧ ਕਰਨਾ ।
  5. ਸ਼ਮਸ਼ਾਨ ਭੂਮੀ ਦਾ ਉੱਚਿਤ ਪ੍ਰਬੰਧ ਕਰਨਾ ।
  6. ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਦੀ ਸੰਪੱਤੀ ਦੀ ਦੇਖਭਾਲ ਕਰਨਾ ।

ਇੱਛੁਕ ਕੰਮ-

  1. ਹਸਪਤਾਲ ਬਣਾਉਣਾ ।
  2. ਸਭਿਆਚਾਰ ਅਤੇ ਸਿੱਖਿਆ ਦਾ ਵਿਕਾਸ ਕਰਨਾ ।
  3. ਲਾਇਬਰੇਰੀਆਂ, ਅਜਾਇਬ ਘਰ, ਕਲਾ ਭਵਨ ਆਦਿ ਬਣਵਾਉਣਾ ।

ਆਮਦਨ ਦੇ ਸਾਧਨ – ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਦੀ ਆਮਦਨ ਦੇ ਮੁੱਖ ਸਾਧਨ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਹਨ-

  • ਕਰ – ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਸ਼ਹਿਰ ਵਿੱਚ ਲੋਕਾਂ ਉੱਤੇ ਕਈ ਕਿਸਮ ਦੇ ਕਰ ਲਗਾਉਂਦਾ ਹੈ । ਇਹਨਾਂ ਵਿੱਚੋਂ ਪਾਣੀ ਕਰ, ਸਫ਼ਾਈ ਕਰ, ਮਕਾਨ ਕਰ, ਮਨੋਰੰਜਨ ਕਰ ਤੇ ਚੰਗੀ ਕਰ ਪ੍ਰਮੁੱਖ ਹਨ ।
  • ਫ਼ੀਸ ਤੇ ਜੁਰਮਾਨੇ – ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਨੂੰ ਮਕਾਨਾਂ ਦੇ ਨਕਸ਼ੇ ਪਾਸ ਕਰਨ ਤੋਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਫ਼ੀਸ ਅਤੇ ਟਾਂਗਾ, ਰਿਕਸ਼ਾ ਅਤੇ ਠੇਲਾ ਦੀ ਲਾਈਸੈਂਸ ਫ਼ੀਸ ਤੋਂ ਆਮਦਨ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਨੂੰ ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਦੇ ਨਿਯਮਾਂ ਦੀ ਉਲੰਘਣਾ ਕਰਨ ਵਾਲਿਆਂ ‘ਤੇ ਕੀਤੇ ਗਏ ਜ਼ੁਰਮਾਨੇ ਤੋਂ ਵੀ ਕਾਫ਼ੀ ਆਮਦਨ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ।
  • ਸਰਕਾਰੀ ਗਰਾਂਟ ਅਤੇ ਹੋਰ ਸਾਧਨ – ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਦੀ ਆਪਣੀ ਸੰਪੱਤੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਦੇ ਕਿਰਾਏ ਤੋਂ ਨਗਰ ਨਿਗਮ ਨੂੰ ਕਾਫ਼ੀ ਆਮਦਨ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਤੋਂ ਬਿਨਾਂ ਸਰਕਾਰ ਵੀ ਇਸ ਨੂੰ ਮਾਲੀ ਸਹਾਇਤਾ ਦਿੰਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਨੂੰ ਸਰਕਾਰੀ ਗਰਾਂਟ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ।

PSEB 7th Class Social Science Solutions Chapter 18 ਲੋਕਤੰਤਰ ਅਤੇ ਸਮਾਨਤਾ

Punjab State Board PSEB 7th Class Social Science Book Solutions Civics Chapter 18 ਲੋਕਤੰਤਰ ਅਤੇ ਸਮਾਨਤਾ Textbook Exercise Questions, and Answers.

PSEB Solutions for Class 7 Social Science Chapter 18 ਲੋਕਤੰਤਰ ਅਤੇ ਸਮਾਨਤਾ

Social Science Guide for Class 7 PSEB ਲੋਕਤੰਤਰ ਅਤੇ ਸਮਾਨਤਾ Textbook Questions, and Answers

(ੳ) ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਪ੍ਰਸ਼ਨਾਂ ਦੇ ਉੱਤਰ 1-15 ਸ਼ਬਦਾਂ ਵਿਚ ਲਿਖੋ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਲੋਕਤੰਤਰ ਸਰਕਾਰ ਤੋਂ ਕੀ ਭਾਵ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਲੋਕਤੰਤਰ ਲੋਕਾਂ ਦੀ ਆਪਣੀ ਸਰਕਾਰ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ਅਰਥਾਤ ਉੱਥੋਂ ਦਾ ਸ਼ਾਸਨ ਲੋਕਾਂ ਦੀ ਇੱਛਾ ਅਨੁਸਾਰ ਚਲਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਕਾਨੂੰਨ ਦੇ ਅਨੁਸਾਰ ਵੀ ਸ਼ਾਸਨ ਚਲਾਉਣ ਦੀ ਸ਼ਕਤੀ ਲੋਕਾਂ ਦੇ ਹੱਥ ਵਿਚ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਲੋਕਤੰਤਰ ਲੋਕਤੰਤਰ ਅਤੇ ਸਮਾਨਤਾ ਵਿਚ ਕਾਨੂੰਨ ਦਾ ਸ਼ਾਸਨ (Rule of Law) ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਲੋਕਤੰਤਰੀ ਸਰਕਾਰ ਲੋਕਾਂ ਦੁਆਰਾ ਹੀ ਬਣਾਈ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ਅਤੇ ਉਹ ਲੋਕਾਂ ਦੇ ਕਲਿਆਣ ਲਈ ਹੀ ਕੰਮ ਕਰਦੀ ਹੈ । ਇਬਰਾਹਿਮ ਲਿੰਕਨ ਦੇ ਸ਼ਬਦਾਂ ਵਿਚ, ਲੋਕਤੰਤਰੀ ਸਰਕਾਰ ‘ਲੋਕਾਂ ਦੀ, ‘ਲੋਕਾਂ ਦੁਆਰਾ ਅਤੇ ਲੋਕਾਂ ਲਈ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
‘ਕਾਨੂੰਨ ਦੇ ਰਾਜ ਤੋਂ ਤੁਸੀਂ ਕੀ ਸਮਝਦੇ ਹੋ ?
ਉੱਤਰ-
“ਕਾਨੂੰਨ ਦੇ ਰਾਜ` ਤੋਂ ਭਾਵ ਇਹ ਹੈ ਕਿ ਦੇਸ਼ ਦਾ ਸ਼ਾਸਨ ਨਿਸ਼ਚਿਤ ਕਾਨੂੰਨਾਂ ਜਾਂ ਨਿਯਮਾਂ ਦੇ ਅਨੁਸਾਰ ਚਲਾਇਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਸਰਕਾਰ ਇਨ੍ਹਾਂ ਨਿਯਮਾਂ ਦੀ ਅਣਦੇਖੀ ਨਹੀਂ ਕਰ ਸਕਦੀ । ਉਸਦੀ ਸ਼ਕਤੀ ਦਾ ਸ੍ਰੋਤ ਕਾਨੂੰਨ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਵੋਟ ਦੇ ਅਧਿਕਾਰ ਦਾ ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਕੀ ਮਹੱਤਵ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਆਧੁਨਿਕ ਲੋਕਤੰਤਰ ਪ੍ਰਤੀਨਿਧ ਲੋਕਤੰਤਰ ਹੈ । ਇਸ ਵਿਚ ਨਾਗਰਿਕ ਆਪਣੇ ਪ੍ਰਤੀਨਿਧ ਚੁਣਦੇ ਹਨ ਜੋ ਸਰਕਾਰ ਚਲਾਉਂਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਕਾਨੂੰਨ ਬਣਾਉਂਦੇ ਹਨ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਪ੍ਰਤੀਨਿਧਾਂ ਦੀ ਚੋਣ ਵੋਟ ਜਾਂ ਮਤ ਅਧਿਕਾਰ ਦੁਆਰਾ ਹੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਜੇਕਰ ਸਰਕਾਰ ਅਯੋਗ ਹੋਵੇ ਤਾਂ ਉਸਨੂੰ ਵੀ ਵੋਟ ਦੁਆਰਾ ਬਦਲਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।
ਇਸ ਲਈ ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਵੋਟ ਦਾ ਅਧਿਕਾਰ ਬਹੁਤ ਹੀ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

PSEB 7th Class Social Science Solutions Chapter 18 ਲੋਕਤੰਤਰ ਅਤੇ ਸਮਾਨਤਾ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਪ੍ਰਧਾਨਾਤਮਕ ਸਰਕਾਰ ਕਿਹੜੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਨੋਟ-ਇਸਦੇ ਲਈ ਦੇਖੋ 50-60 ਸ਼ਬਦਾਂ ਵਾਲਾ ਪ੍ਰਸ਼ਨ ਨੰ.4.

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਲੋਕਮਤ ਦਾ ਕੀ ਮਹੱਤਵ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਲੋਕਮਤ ਤੋਂ ਭਾਵ ਲੋਕਾਂ ਦੀ ਇੱਛਾ ਤੋਂ ਹੈ । ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਨੀਤੀਆਂ ਦਾ ਨਿਰਮਾਣ ਲੋਕਮਤ ਦੇ ਆਧਾਰ ‘ਤੇ ਹੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਲੋਕਮਤ ਦੀ ਉਪੇਖਿਆ ਕਰਨ ਵਾਲੀ ਸਰਕਾਰ ਨੂੰ ਅਗਲੀਆਂ ਚੋਣਾਂ ਵਿਚ ਬਦਲ ਦਿੱਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਲੋਕਮਤ ਬਹੁਤ ਹੀ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਕਿਹੜੇ ਦੇਸ਼ ਵਿਚ ਅਜੇ ਵੀ ਸਿੱਧਾ (ਪ੍ਰਤੱਖ ਲੋਕਤੰਤਰ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਸਵਿਟਜ਼ਰਲੈਂਡ ਵਿਚ ਅੱਜ ਵੀ ਸਿੱਧਾ ਲੋਕਤੰਤਰ ਹੈ ।

(ਅ) ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਪ੍ਰਸ਼ਨਾਂ ਦਾ ਉੱਤਰ 50-60 ਸ਼ਬਦਾਂ ਵਿਚ ਲਿਖੋ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਲੋਕਤੰਤਰ ਦੇ ਹੋਂਦ ਵਿਚ ਆਉਣ ਬਾਰੇ ਸੰਖੇਪ ਨੋਟ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਲੋਕਤੰਤਰ ਦਾ ਆਰੰਭ ਯੂਨਾਨ ਦੇ ਸ਼ਹਿਰ ਐਥਨਜ਼ ਵਿਚ ਹੋਇਆ । ਉੱਥੋਂ ਦਾ ਲੋਕਤੰਤਰ ਲਗਪਗ 2500 ਸਾਲ ਪੁਰਾਣਾ ਹੈ। ਇਹ ਪ੍ਰਤੱਖ ਸਿੱਧਾ) ਲੋਕਤੰਤਰ ਸੀ ਜਿਸ ਵਿਚ ਸਾਰੇ ਲੋਕ ਮਿਲ ਕੇ ਸ਼ਾਸਨ ਚਲਾਉਂਦੇ ਸਨ । ਉਹ ਲੋਕ ਸਾਲ ਵਿਚ ਕਈ ਵਾਰ ਇਕੱਠੇ ਹੋ ਕੇ ਸਭਾ ਕਰਦੇ ਸਨ । ਉੱਥੇ ਲੋਕਾਂ ਦੁਆਰਾ ਰਾਜ ਪ੍ਰਬੰਧ ਚਲਾਉਣ ਦੇ ਫ਼ੈਸਲੇ ਲਏ ਜਾਂਦੇ ਸਨ । ਉਸ ਸਮੇਂ ਇਹ ਇਸ ਲਈ ਸੰਭਵ ਸੀ ਕਿਉਂਕਿ ਲੋਕਾਂ ਦੀ ਗਿਣਤੀ ਘੱਟ ਸੀ ਅਤੇ ਸਾਰੇ ਇਕ ਸਥਾਨ ‘ਤੇ ਬੈਠ ਕੇ ਫ਼ੈਸਲੇ ਲੈ ਸਕਦੇ ਸਨ । ਉਸ ਸਮੇਂ ਸਿੱਧਾ ਲੋਕਤੰਤਰ ਇਸ ਲਈ ਵੀ ਸੰਭਵ ਸੀ ਕਿਉਂਕਿ ਉਸ ਸਮੇਂ ਲੋਕਤੰਤਰੀ ਦੇਸ਼ਾਂ ਵਿਚ ਔਰਤਾਂ, ਵਿਦੇਸ਼ੀਆਂ ਅਤੇ ਦਾਸਾਂ ਨੂੰ ਸ਼ਾਸਨ ਵਿਚ ਹਿੱਸਾ ਲੈਣ ਦਾ ਅਧਿਕਾਰ ਨਹੀਂ ਸੀ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਸੁਤੰਤਰਤਾ ਦੀ ਧਾਰਨਾ ਦੇ ਵਿਕਾਸ ਬਾਰੇ ਦੱਸੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਸੁਤੰਤਰਤਾ ਲੋਕਤੰਤਰ ਦਾ ਮੂਲ ਆਧਾਰ ਹੈ । ਇਸ ਧਾਰਨਾ ਦਾ ਵਿਕਾਸ 17ਵੀਂ ਸਦੀ ਵਿਚ ਇੰਗਲੈਂਡ ਦੀ ਸ਼ਾਨਦਾਰ ਸ਼ਾਂਤੀ ਅਤੇ 18ਵੀਂ ਸਦੀ ਵਿਚ ਫ਼ਰਾਂਸ ਦੀ ਕ੍ਰਾਂਤੀ ਦੇ ਨਾਲ ਹੋਇਆ | ਆਰੰਭ ਵਿਚ ਮਤਦਾਨ ਦਾ ਅਧਿਕਾਰ ਸਿਰਫ਼ ਅਮੀਰ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਹੀ ਪ੍ਰਾਪਤ ਸੀ | ਸਮੇਂ ਦੀ ਲੋੜ ਦੇ ਅਨੁਸਾਰ ਸਾਰੇ ਬਾਲਗ ਔਰਤ-ਮਰਦਾਂ ਨੂੰ ਮਤਦਾਨ ਦਾ ਅਧਿਕਾਰ ਦਿੱਤਾ ਗਿਆ । 19ਵੀਂ ਅਤੇ 20ਵੀਂ ਸਦੀ ਵਿਚ ਲੋਕਤੰਤਰ ਦੇ ਸਮਾਨਤਾ ਦੇ ਅਧਿਕਾਰ ਨੇ ਹੋਰ ਜ਼ੋਰ ਫੜਿਆ । ਇਹ ਅਧਿਕਾਰ ਪਹਿਲਾਂ ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਖੇਤਰ ਤਕ ਹੀ ਸੀਮਿਤ ਸੀ | ਸਮੇਂ ਦੀ ਲੋੜ ਦੇ ਅਨੁਸਾਰ ਆਰਥਿਕ ਅਤੇ ਸਮਾਜਿਕ ਖੇਤਰਾਂ ਵਿਚ ਵੀ ਸਮਾਨਤਾ ਦੇ ਅਧਿਕਾਰ `ਤੇ ਜ਼ੋਰ ਦਿੱਤਾ ਜਾਣ ਲੱਗਾ | ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਕਈ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੀਆਂ ਸੁਤੰਤਰਤਾਵਾਂ ਵੀ ਦਿੱਤੀਆਂ ਗਈਆਂ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਵਿੱਚੋਂ ਵਿਚਾਰਾਂ ਦੀ ਸੁਤੰਤਰਤਾ ਪ੍ਰਮੁੱਖ ਸੀ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਲੋਕਤੰਤਰ ਸਰਕਾਰ ਸਭ ਤੋਂ ਪਹਿਲਾਂ ਕਿਹੜੇ ਦੇਸ਼ ਵਿਚ ਸਥਾਪਿਤ ਹੋਈ ?
ਉੱਤਰ-
ਲੋਕਤੰਤਰ ਸਰਕਾਰ ਸਭ ਤੋਂ ਪਹਿਲਾਂ ਯੂਨਾਨ ਦੇਸ਼ ਵਿਚ ਸਥਾਪਿਤ ਹੋਈ । ਉੱਥੇ ਲੋਕਤੰਤਰ ਦਾ ਵਿਕਾਸ ਐਥਨਜ਼ ਸ਼ਹਿਰ ਵਿਚ ਹੋਇਆ । ਉੱਥੋਂ ਦਾ ਲੋਕਤੰਤਰ ਲਗਪਗ 2500 ਸਾਲ ਪੁਰਾਣਾ ਹੈ | ਐਥਨਜ਼ ਦੇ ਲੋਕ ਸਾਲ ਵਿਚ ਕਈ ਵਾਰ ਇਕੱਠੇ ਹੁੰਦੇ ਸਨ ਅਤੇ ਸਭਾ ਕਰਦੇ ਸਨ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਸਭਾਵਾਂ ਵਿਚ ਉਹ ਮਿਲ ਕੇ ਫ਼ੈਸਲੇ ਲੈਂਦੇ ਸਨ ਕਿ ਰਾਜ ਪ੍ਰਬੰਧ ਕਿਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਚਲਾਇਆ ਜਾਏ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਲੋਕਤੰਤਰੀ ਸਰਕਾਰ ਦੇ ਚਾਰ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਰੂਪਾਂ ਦੇ ਨਾਂ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-

  1. ਪ੍ਰਧਾਨਾਤਮਕ ਸਰਕਾਰ
  2. ਸੰਸਦਾਤਮਕ ਸਰਕਾਰ
  3. ਇਕਾਤਮਕ ਸਰਕਾਰ
  4. ਸੰਘਾਤਮਕ ਸਰਕਾਰ ।

1. ਪ੍ਰਧਾਨਾਤਮਕ ਸਰਕਾਰ-ਪ੍ਰਧਾਨਾਤਮਕ ਸਰਕਾਰ ਵਿਚ ਰਾਸ਼ਟਰਪਤੀ ਸਿੱਧੇ ਲੋਕਾਂ ਦੁਆਰਾ ਚੁਣਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਉਹ ਰਾਜ ਦਾ ਅਸਲ ਸ਼ਾਸਕ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਰਾਸ਼ਟਰਪਤੀ ਅਤੇ ਮੰਤਰੀ ਇਕ ਹੀ ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਦਲ ਤੋਂ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦੇ । ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੀ ਪ੍ਰਧਾਨਾਤਮਕ ਲੋਕਤੰਤਰੀ ਸਰਕਾਰ ਅਮਰੀਕਾ ਵਿਚ ਹੈ ।ਉੱਥੋਂ ਦਾ ਰਾਸ਼ਟਰਪਤੀ ਭਾਰਤ ਦੇ ਰਾਸ਼ਟਰਪਤੀ ਨਾਲੋਂ ਵਧੇਰੇ ਸ਼ਕਤੀਸ਼ਾਲੀ ਹੈ ।

2. ਸੰਸਦਾਤਮਕ ਸਰਕਾਰ-ਸਦਾਤਮਕ ਸਰਕਾਰ ਵਿਚ ਸੰਸਦ ਵਧੇਰੇ ਸ਼ਕਤੀਸ਼ਾਲੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਰਾਸ਼ਟਰਪਤੀ ਸਿਰਫ਼ ਨਾਂਮਾਤਰ ਦਾ ਮੁਖੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਰਾਜ ਦੀ ਅਸਲੀ ਸ਼ਕਤੀ ਪ੍ਰਧਾਨ ਮੰਤਰੀ ਕੋਲ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਮੰਤਰੀ ਪਰਿਸ਼ਦ ਦੇ ਸਾਰੇ ਮੈਂਬਰ ਸੰਸਦ ਅਰਥਾਤ ਵਿਧਾਨਪਾਲਿਕਾ ਤੋਂ ਹੀ ਲਏ ਜਾਂਦੇ ਹਨ । ਇਸ ਲਈ ਸੰਸਦਾਤਮਕ ਸਰਕਾਰ ਵਿਚ ਵਿਧਾਨਪਾਲਿਕਾ ਅਤੇ ਕਾਰਜਪਾਲਿਕਾ ਵਿਚ ਤਾਲਮੇਲ ਬਣਿਆ ਰਹਿੰਦਾ ਸੀ ।

3. ਇਕਾਤਮਕ ਸਰਕਾਰ-ਇਕਾਤਮਕ ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਰਾਜਾਂ ਅਤੇ ਕੇਂਦਰ ਵਿਚਾਲੇ ਸ਼ਕਤੀਆਂ ਦੀ ਵੰਡ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਪਰ ਕੇਂਦਰ ਰਾਜਾਂ ਦੀ ਬਜਾਏ ਵਧੇਰੇ ਸ਼ਕਤੀਸ਼ਾਲੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਸਾਡੇ ਭਾਰਤ ਦਾ ਸੰਵਿਧਾਨ ਵੀ ਸੰਘਾਤਮਕ ਹੈ ਪਰ ਕਿਸੇ ਅੰਦਰੁਨੀ ਸੰਕਟ ਦੇ ਸਮੇਂ ਕੇਂਦਰੀ ਸਰਕਾਰ ਦੀਆਂ ਸ਼ਕਤੀਆਂ ਵਧੇਰੇ ਹੋ ਜਾਂਦੀਆਂ ਹਨ ।

4. ਸੰਘਾਤਮਕ ਸਰਕਾਰ-ਸੰਘਾਤਮਕ ਸਰਕਾਰ ਵਿਚ ਸੰਵਿਧਾਨ ਲਿਖਤ ਅਤੇ ਕਠੋਰ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਰਾਜਾਂ ਅਤੇ ਕੇਂਦਰ ਵਿਚਾਲੇ ਸ਼ਕਤੀਆਂ ਦੀ ਵੰਡ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਹਰੇਕ ਰਾਜ ਦੀ ਆਪਣੀ ਸਰਕਾਰ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਭਾਰਤ ਵਿਚ ਵੀ ਸੰਘਾਤਮਕ ਸਰਕਾਰ ਹੈ ।

PSEB 7th Class Social Science Solutions Chapter 18 ਲੋਕਤੰਤਰ ਅਤੇ ਸਮਾਨਤਾ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
‘ਸੰਸਦੀ ਲੋਕਤੰਤਰ ਤੋਂ ਤੁਸੀਂ ਕੀ ਸਮਝਦੇ ਹੋ ?
ਉੱਤਰ-
ਸੰਸਦਾਤਮਕ ਜਾਂ ਸੰਸਦੀ ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਸੰਸਦ ਜ਼ਿਆਦਾ ਸ਼ਕਤੀਸ਼ਾਲੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਰਾਸ਼ਟਰਪਤੀ ਇਕ ਨਾਂਮਾਤਰ ਦਾ ਮੁਖੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਰਾਜ ਦੀ ਅਸਲੀ ਸ਼ਕਤੀ ਪ੍ਰਧਾਨ ਮੰਤਰੀ ਕੋਲ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਮੰਤਰੀ ਪਰਿਸ਼ਦ ਦੇ ਸਾਰੇ ਮੈਂਬਰ ਸੰਸਦ ਅਰਥਾਤ ਵਿਧਾਨਪਾਲਿਕਾ ਤੋਂ ਹੀ ਲਏ ਜਾਂਦੇ ਹਨ । ਇਸ ਲਈ ਸੰਸਦਾਤਮਕ ਸਰਕਾਰ ਵਿਚ ਵਿਧਾਨਪਾਲਿਕਾ ਅਤੇ ਕਾਰਜਪਾਲਿਕਾ ਵਿਚਾਲੇ ਤਾਲਮੇਲ ਬਣਿਆ ਰਹਿੰਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਲੋਕਤੰਤਰੀ ਸਰਕਾਰ ਦੀਆਂ ਕੋਈ ਦੋ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ਤਾਵਾਂ ਬਾਰੇ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਲੋਕਤੰਤਰ ਨੂੰ ਪਰਜਾਤੰਤਰ ਵੀ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਆਧੁਨਿਕ ਯੁਗ ਵਿਚ ਲੋਕਤੰਤਰੀ ਸਰਕਾਰ ਨੂੰ ਸਰਵਸ੍ਰੇਸ਼ਟ ਸਰਕਾਰ ਮੰਨਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਸਫਲ ਲੋਕਤੰਤਰ ਲਈ ਕੁੱਝ ਸ਼ਰਤਾਂ ਦਾ ਹੋਣਾ ਜ਼ਰੂਰੀ ਹੈ । ਇਹੀ ਲੋਕਤੰਤਰ ਸਰਕਾਰ ਦੀਆਂ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ਤਾਵਾਂ ਹਨ, ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਸੰਖੇਪ ਵਰਣਨ ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਹੈ –
1. ਸੂਝਵਾਨ ਨਾਗਰਿਕ-ਲੋਕਤੰਤਰੀ ਸਰਕਾਰ ਦਾ ਮੂਲ ਆਧਾਰ ਲੋਕਮਤ ਹੈ, ਜਿਸ ਦੇ ਆਧਾਰ ‘ਤੇ ਸਰਕਾਰ ਚਲਾਈ ਜਾਂਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਲੋਕਾਂ ਦਾ ਸੂਝਵਾਨ ਹੋਣਾ ਬਹੁਤ ਜ਼ਰੂਰੀ ਹੈ । ਇਸ ਦਾ ਅਰਥ ਇਹ ਹੈ ਕਿ ਜਨਤਾ ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਤੌਰ ‘ਤੇ ਪਰਪੱਕ ਹੋਵੇ । ਅਜਿਹੇ ਲੋਕ ਹੀ ਆਪਣੇ ਪ੍ਰਤੀਨਿਧਾਂ ‘ਤੇ ਕੰਟਰੋਲ ਰੱਖ ਸਕਦੇ ਹਨ ।

2. ਸਮਝਦਾਰ ਅਤੇ ਸੂਝਵਾਨ ਨੇਤਾ-ਜੇਕਰ ਸਰਕਾਰ ਪੜੇ-ਲਿਖੇ ਅਤੇ ਚੇਤੰਨ ਨੇਤਾਵਾਂ ਦੁਆਰਾ ਚਲਾਈ ਜਾਵੇਗੀ ਤਾਂ ਯੋਗ ਸਰਕਾਰ ਹੋਵੇਗੀ, ਸਿਰਫ਼ ਸਮਝਦਾਰ ਵੋਟਰ ਹੀ ਅਜਿਹੇ ਨੇਤਾਵਾਂ ਨੂੰ ਚੁਣ ਸਕਦੇ ਹਨ ।

3. ਅਨੁਸ਼ਾਸਿਤ ਨਾਗਰਿਕ ਅਤੇ ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਦਲ-ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਲੋਕਾਂ ਦਾ ਅਨੁਸ਼ਾਸਿਤ ਹੋਣਾ ਬਹੁਤ ਜ਼ਰੂਰੀ ਹੈ, ਤਦ ਹੀ ਸਰਕਾਰ ਦੀਆਂ ਗ਼ਲਤ ਨੀਤੀਆਂ ਅਤੇ ਅਨੁਚਿਤ ਕੰਮਾਂ ਦਾ ਵਿਰੋਧ ਕਰਕੇ ਸਰਕਾਰ ਨੂੰ ਠੀਕ ਢੰਗ ਨਾਲ ਕੰਮ ਕਰਨ ‘ਤੇ ਮਜਬੂਰ ਕਰ ਸਕਦੇ ਹਨ । ਲੋਕਾਂ ਵਿਚ ਦੂਜਿਆਂ ਦੇ ਵਿਚਾਰਾਂ ਪ੍ਰਤੀ ਆਦਰ ਵੀ ਹੋਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।

ਲੋਕਾਂ ਦੇ ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਵਿਚਾਰਾਂ ਵਿਚ ਭਿੰਨਤਾ ਦੇ ਆਧਾਰ ‘ਤੇ ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਦਲ ਬਣਦੇ ਹਨ । ਲੋਕਾਂ ਦੇ ਪ੍ਰਤੀਨਿਧ ਚੋਣਾਂ ਰਾਹੀਂ ਚੁਣੇ ਜਾਂਦੇ ਹਨ । ਚੋਣਾਂ ਲਈ ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਦਲ ਬਹੁਤ ਹੀ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਹੁੰਦੇ ਹਨ | ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਦਲ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਸਰਕਾਰ ਦੇ ਕੰਮਾਂ ਬਾਰੇ ਸੂਚਿਤ ਕਰਕੇ ਲੋਕਮਤ ਬਣਾਉਣ ਵਿਚ ਸਹਾਇਤਾ ਕਰਦੇ ਹਨ । ਇਸ ਲਈ ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਦਲਾਂ ਦਾ ਚੇਤੰਨ ਅਤੇ ਅਨੁਸ਼ਾਸਿਤ ਹੋਣਾ ਜ਼ਰੂਰੀ ਹੈ ।

4. ਸਮਾਜਿਕ ਅਤੇ ਆਰਥਿਕ ਸਮਾਨਤਾ-ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਅਮੀਰ ਅਤੇ ਗ਼ਰੀਬ ਦਾ ਅੰਤਰ ਨਹੀਂ ਹੋਣਾ ਚਾਹੀਦਾ । ਜੇਕਰ ਸਾਰੇ ਨਾਗਰਿਕ ਸਮਾਜਿਕ ਅਤੇ ਆਰਥਿਕ ਤੌਰ ‘ਤੇ ਸਮਾਨ ਨਹੀਂ ਹੋਣਗੇ ਤਾਂ ਲੋਕਤੰਤਰ ਸਫਲ ਨਹੀਂ ਹੋ ਸਕਦਾ । ਇਸ ਲਈ ਸਮਾਜ ਵਿਚ ਜਾਤੀ, ਧਰਮ ਅਤੇ ਭਾਸ਼ਾ ਦੇ ਆਧਾਰ ‘ਤੇ ਕੋਈ ਭੇਦਭਾਵ ਨਹੀਂ ਹੋਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ।

5. ਸਹਿਣਸ਼ੀਲਤਾ-ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਬਹੁਮਤ ਵਾਲੇ ਦਲ ਦਾ ਸ਼ਾਸਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਪਰ ਦਲ ਦਾ ਉਦਾਰ ਹੋਣਾ ਜ਼ਰੂਰੀ ਹੈ । ਵਿਰੋਧੀ ਦਲ ਨੂੰ ਵੀ ਸ਼ਾਸਕ ਦਲ ਦੇ ਪ੍ਰਤੀ ਸਹਿਣਸ਼ੀਲ ਹੋਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ । ਸਹਿਣਸ਼ੀਲਤਾ ਲੋਕਤੰਤਰ ਦੀ ਸਫਲਤਾ ਲਈ ਇਕ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ਤਾ ਹੈ । ਨੋਟ-ਵਿਦਿਆਰਥੀ ਕੋਈ ਦੋ ਲਿਖਣ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਸਮਾਜਿਕ ਅਤੇ ਆਰਥਿਕ ਸਮਾਨਤਾ ਤੋਂ ਤੁਸੀਂ ਕੀ ਸਮਝਦੇ ਹੋ ?
ਉੱਤਰ-
ਸਮਾਜਿਕ ਸਮਾਨਤਾ-ਸਮਾਜਿਕ ਸਮਾਨਤਾ ਦਾ ਅਰਥ ਹੈ ਕਿ ਸਮਾਜਿਕ ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀ ਤੋਂ ਸਾਰੇ ਵਿਅਕਤੀ ਸਮਾਨ ਹਨ ਤੇ ਕਿਸੇ ਦੇ ਨਾਲ ਜਨਮ, ਰੰਗ, ਧਰਮ, ਜਾਤੀ, ਲਿੰਗ ਆਦਿ ਦੇ ਆਧਾਰ ‘ਤੇ ਭੇਦਭਾਵ ਨਹੀਂ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ | ਸਾਰੇ ਵਿਅਕਤੀ ਸਮਾਜ ਦੇ ਉਪਯੋਗੀ ਅੰਗ ਹਨ । ਕਿਸੇ ਵਿਅਕਤੀ ਨੂੰ ਕੋਈ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਮਹੱਤਵ ਨਹੀਂ ਦਿੱਤਾ ਜਾਂਦਾ । ਆਰਥਿਕ ਸਮਾਨਤਾ-ਆਰਥਿਕ ਸਮਾਨਤਾ ਦਾ ਅਰਥ ਹੈ ਕਿ ਦੇਸ਼ ਦੇ ਅਮੀਰ ਅਤੇ ਗਰੀਬ ਦਾ ਅੰਤਰ ਨਹੀਂ ਹੋਣਾ ਚਾਹੀਦਾ | ਸਮਾਜ ਦਾ ਕੋਈ ਵਰਗ ਸ਼ੋਸ਼ਣ ਨਾ ਕਰੇ । ਇਸਦਾ ਅਰਥ ਇਹ ਵੀ ਹੈ ਕਿ ਉਤਪਾਦਨ ਦੇ ਸਾਧਨ ਕੁੱਝ ਇਕ ਵਿਅਕਤੀਆਂ ਦੇ ਹੱਥਾਂ ਵਿਚ ਸੀਮਿਤ ਨਾ ਹੋਣ | ਸਾਰਿਆਂ ਨੂੰ ਰੋਜ਼ੀ ਕਮਾਉਣ ਦੇ ਸਮਾਨ ਮੌਕੇ ਮਿਲਣ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 8.
ਆਧੁਨਿਕ ਯੁਗ ਵਿਚ ਲੋਕਤੰਤਰੀ ਸਰਕਾਰ ਹਰਮਨ-ਪਿਆਰੀ ਕਿਉਂ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਅੱਜ ਸੰਸਾਰ ਦੇ ਜ਼ਿਆਦਾਤਰ ਦੇਸ਼ਾਂ ਵਿਚ ਲੋਕਤੰਤਰੀ ਸਰਕਾਰ ਹੈ । ਅਜਿਹੀ ਸਰਕਾਰ ਕਲਿਆਣਕਾਰੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ਅਤੇ ਮਨੁੱਖੀ ਅਧਿਕਾਰਾਂ ਅਤੇ ਸੁਤੰਤਰਤਾਂ ਨੂੰ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਮਹੱਤਵ ਦਿੰਦੀ ਹੈ । ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਕਾਨੂੰਨ ਦੀ ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀ ਵਿਚ ਸਾਰੇ ਬਰਾਬਰ ਮੰਨੇ ਜਾਂਦੇ ਹਨ । ਇਹ ਕਾਨੂੰਨ ਵੀ ਲੋਕਾਂ ਦੇ ਆਪਣੇ ਪ੍ਰਤੀਨਿਧ ਬਣਾਉਂਦੇ ਹਨ ।

ਲੋਕਤੰਤਰ ਨੂੰ ਲੋਕਪ੍ਰਿਆ ਬਣਾਉਣ ਵਾਲੇ ਕਈ ਹੋਰ ਆਧਾਰ ਵੀ ਹਨ, ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਵਰਣਨ ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਹੈ
1. ਸਮਾਨਤਾ-ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਅਮੀਰੀ-ਗ਼ਰੀਬੀ, ਧਰਮ ਜਾਂ ਜਾਤ ਦੇ ਆਧਾਰ ‘ਤੇ ਕਿਸੇ ਕਿਸਮ ਦਾ ਵਿਤਕਰਾ ਨਹੀਂ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ | ਕਾਨੂੰਨ ਦੀ ਨਜ਼ਰ ਵਿਚ ਸਭ ਸਮਾਨ ਹੁੰਦੇ ਹਨ । ਇਸੇ ਲਈ ਤਾਨਾਸ਼ਾਹੀ ਸਰਕਾਰ ਨਾਲੋਂ ਲੋਕਤੰਤਰੀ ਸਰਕਾਰ ਵਧੇਰੇ ਹਰਮਨ-ਪਿਆਰੀ ਹੈ ।

2. ਸੁਤੰਤਰਤਾ-ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਲੋਕ ਹਰ ਪੱਖੋਂ ਸੁਤੰਤਰ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ।ਉਹ ਕੋਈ ਵੀ ਕਿੱਤਾ ਅਪਣਾਉਣ, ਆਪਣੇ ਵਿਚਾਰਾਂ ਨੂੰ ਪ੍ਰਗਟ ਕਰਨ ਅਤੇ ਕਿਸੇ ਵੀ ਖੇਤਰ ਵਿਚ ਰਹਿਣ ਲਈ ਸੁਤੰਤਰ ਹੁੰਦੇ ਹਨ । ਪਰ ਤਾਨਾਸ਼ਾਹੀ ਰਾਜ ਵਿਚ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਤਾਨਾਸ਼ਾਹ ਰਾਜੇ ਦੇ ਹੁਕਮਾਂ ਅਨੁਸਾਰ ਚਲਣਾ ਪੈਂਦਾ ਹੈ ।

3. ਫ਼ੈਸਲਾ ਕਰਨ ਦੀ ਕਾਰਜਵਿਧੀ-ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਰਾਜ ਪ੍ਰਬੰਧ ਚਲਾਉਣ ਲਈ ਫ਼ੈਸਲੇ ਲੈਣ ਦਾ ਇਕ ਖ਼ਾਸ ਢੰਗ ਹੁੰਦਾ ਹੈ, ਜੋ ਕਿ ਲੋਕਾਂ ਦੇ ਹੱਥ ਵਿਚ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਲੋਕ ਆਪਣੇ ਪ੍ਰਤੀਨਿਧ ਚੁਣ ਕੇ ਵਿਧਾਨਪਾਲਿਕਾ ਵਿਚ ਭੇਜਦੇ ਹਨ । ਇਹ ਪ੍ਰਤੀਨਿਧ ਸ਼ਾਸਨ ਚਲਾਉਣ ਲਈ ਕਾਨੂੰਨ ਬਣਾਉਂਦੇ ਹਨ । ਵਿਧਾਨਪਾਲਿਕਾ ਦਾ ਬਹੁਮਤ ਦਲ ਸਰਕਾਰ ਬਣਾਉਂਦਾ ਹੈ | ਸਰਕਾਰ ਲੋਕਾਂ ਦੀ ਇੱਛਾ ਅਨੁਸਾਰ ਕੰਮ ਕਰਦੀ ਹੈ । ਜੇਕਰ ਕੋਈ ਸਰਕਾਰ ਲੋਕਾਂ ਦੀ ਇੱਛਾ ਅਨੁਸਾਰ ਕੰਮ ਨਾ ਕਰੇ ਤਾਂ ਜਨਤਾ ਅਗਲੀਆਂ ਚੋਣਾਂ ਵਿਚ ਉਸਨੂੰ ਬਦਲ ਸਕਦੀ ਹੈ ।

4. ਨਾਗਰਿਕਾਂ ਦੀ ਸਰਗਰਮ ਭਾਗਦਾਰੀ-ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਸਾਰੇ ਵੋਟਰ ਚੋਣਾਂ ਲੜ ਸਕਦੇ ਹਨ ਜਾਂ ਚੋਣਾਂ ਸਮੇਂ ਆਪਣਾ ਵੋਟ ਮਰਜ਼ੀ ਨਾਲ ਪਾ ਸਕਦੇ ਹਨ । ਦੇਸ਼ ਦੇ ਸ਼ਾਸਨ ਵਿਚ ਸਾਰੇ ਬਰਾਬਰ ਦੇ ਹੱਕਦਾਰ ਹਨ । ਤਾਨਾਸ਼ਾਹੀ ਰਾਜਾਂ ਵਿਚ ਅਜਿਹਾ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦਾ । ਇਸੇ ਲਈ ਆਧੁਨਿਕ ਸਮੇਂ ਵਿਚ ਲੋਕਤੰਤਰੀ ਸਰਕਾਰ ਵਧੇਰੇ ਹਰਮਨ-ਪਿਆਰੀ ਹੈ ।

5. ਮਤਭੇਦ ਦੂਰ ਕਰਨਾ-ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਕਿਸੇ ‘ਤੇ ਵੀ ਆਪਣਾ ਵਿਚਾਰ ਥੋਪਿਆ ਨਹੀਂ ਜਾਂਦਾ ਬਲਕਿ ਸਾਰਿਆਂ ਦੇ ਵਿਚਾਰਾਂ ਦਾ ਆਦਰ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਸ਼ਾਸਕ ਦਲ ਵਿਰੋਧੀ ਦਲ ਦੇ ਸੁਝਾਵਾਂ ‘ਤੇ ਉਦਾਰਤਾ ਨਾਲ ਵਿਚਾਰ ਕਰਦਾ ਹੈ । ਦੂਜੇ ਪਾਸੇ ਵਿਰੋਧੀ ਦਲ ਸਰਕਾਰ ਦੇ ਕੰਮਾਂ ਵਿਚ ਉਦਾਰਤਾ ਨਾਲ ਸਹਿਯੋਗ ਦਿੰਦਾ ਹੈ । ਇਸੇ ਤਰ੍ਹਾਂ ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਵਿਚਾਰਕ ਮਤਭੇਦਾਂ ਨੂੰ ਉਦਾਰਤਾ ਨਾਲ ਦੂਰ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਇਸੇ ਕਾਰਨ ਲੋਕਤੰਤਰ ਸਰਕਾਰ ਵਧੇਰੇ ਪਸੰਦ ਕੀਤੀ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ।

6. ਮਨੁੱਖੀ ਸ਼ਾਨ ਵਿਚ ਵਾਧਾ-ਸੁਤੰਤਰਤਾ, ਸਮਾਨਤਾ ਅਤੇ ਭਾਈਚਾਰਾ ਲੋਕਤੰਤਰ ਦੇ ਮੁੱਖ ਸਿਧਾਂਤ ਹਨ । ਇਹਨਾਂ ਦੇ ਆਧਾਰ ‘ਤੇ ਫ਼ਰਾਂਸ ਵਿਚ ਲੋਕਤੰਤਰ ਦਾ ਆਰੰਭ ਹੋਇਆ | ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਕੇਵਲ ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਸੁਤੰਤਰਤਾ ਅਤੇ ਸਮਾਨਤਾ ਹੀ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦੀ, ਸਗੋਂ ਆਰਥਿਕ ਸਮਾਨਤਾ ਵੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਇਸਦੇ ਲਈ ਸਰਕਾਰ ਸਾਰੇ ਦੇਸ਼ ਵਾਸੀਆਂ ਨੂੰ ਰੋਜ਼ੀ ਕਮਾਉਣ ਦੇ ਸਮਾਨ ਮੌਕੇ ਦਿੰਦੀ ਹੈ । ਇਸੇ ਲਈ ਆਰਥਿਕ ਤੌਰ ‘ਤੇ ਕਮਜ਼ੋਰ ਲੋਕਾਂ ਲਈ ਨੌਕਰੀਆਂ ਵਿਚ ਰਾਖਵਾਂਕਰਨ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਇਸੇ ਤਰ੍ਹਾਂ ਲੋਕਤੰਤਰ ਦੇਸ਼ ਵਿਚ ਮਨੁੱਖੀ ਸ਼ਾਨ ਨੂੰ ਵਧਾਉਣ ਲਈ ਹਰ ਸੰਭਵ ਯਤਨ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

PSEB 7th Class Social Science Solutions Chapter 18 ਲੋਕਤੰਤਰ ਅਤੇ ਸਮਾਨਤਾ

(ਇ) ਹੇਠ ਲਿਖੀਆਂ ਖ਼ਾਲੀ ਥਾਂਵਾਂ ਭਰੋ-

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਭਾਰਤ ਇੱਕ ……………. ਗਣਰਾਜ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
ਲੋਕਤੰਤਰੀ,

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਸਾਡੇ ਦੇਸ਼ ਦੀ ਕੇਂਦਰੀ ਸਰਕਾਰ ਦਾ ਨਾ-ਮਾਤਰ ਦਾ ਪ੍ਰਧਾਨ ……….. ਹੈ ਅਤੇ ਰਾਜ ਸਰਕਾਰਾਂ ਦੇ ਮੁਖੀ ……………… ਹੁੰਦੇ ਹਨ ।
ਉੱਤਰ-
ਰਾਸ਼ਟਰਪਤੀ, ਰਾਜਪਾਲ,

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਲੋਕਤੰਤਰ ਦਾ ਆਰੰਭ ………… ਦੇ ਸ਼ਹਿਰ …………… ਵਿਚ ਹੋਇਆ ।
ਉੱਤਰ-
ਯੂਨਾਨ, ਏਥੋਂਸ,

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
…………… ਹੀ ਅਜਿਹਾ ਦੇਸ਼ ਹੈ ਜਿੱਥੇ ਅੱਜ ਵੀ ਪ੍ਰਤੱਖ ਲੋਕਤੰਤਰ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
ਸਵਿਟਜ਼ਰਲੈਂਡ,

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਲੋਕਤੰਤਰ ਦਾ ਮੁੱਢਲਾ ਆਦਰਸ਼ ………… ਅਤੇ ………….. ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
ਸੁਤੰਤਰਤਾ, ਸਮਾਨਤਾ ।

(ਸ) ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਵਾਕਾਂ ਵਿੱਚ ਠੀਕ (✓) ਜਾਂ ਗਲਤ (✗) ਦਾ ਨਿਸ਼ਾਨ ਲਾਓ-

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਭਾਰਤ ਇਕ ਲੋਕਤੰਤਰੀ ਗਣਰਾਜ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
(✓)

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਸਵਿਟਜ਼ਰਲੈਂਡ ਹੀ ਅਜਿਹਾ ਦੇਸ਼ ਹੈ ਜਿੱਥੇ ਅੱਜ ਵੀ ਸਿੱਧਾ ਲੋਕਤੰਤਰ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
(✓)

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਵੋਟ ਪਾਉਣ ਦਾ ਅਧਿਕਾਰ ਸਿਰਫ ਕੁੱਝ ਬਾਲਿਗਾਂ ਨੂੰ ਹੀ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
(✗)

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਲੋਕਤੰਤਰੀ ਦੇਸ਼ ਵਿਚ ਕਾਨੂੰਨ ਦਾ ਰਾਜ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
(✓)

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਆਧੁਨਿਕ ਲੋਕਤੰਤਰ ਦੀ ਸਥਾਪਨਾ ਪਹਿਲਾਂ ਫਰਾਂਸ ਦੇਸ਼ ਵਿਚ ਹੋਈ ਸੀ ।
ਉੱਤਰ-
(✗)

PSEB 7th Class Social Science Solutions Chapter 18 ਲੋਕਤੰਤਰ ਅਤੇ ਸਮਾਨਤਾ

(ਹੀ) ਬਹੁ-ਵਿਕਲਪੀ ਪ੍ਰਸ਼ਨ-ਉੱਤਰ –
ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਪ੍ਰਸ਼ਨਾਂ ਦੇ ਸਹੀ ਉੱਤਰ ‘ਤੇ ਨਿਸ਼ਾਨ ਲਾਓ –

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਲੋਕਤੰਤਰੀ ਸਰਕਾਰ ਲੋਕਾਂ ਦੀ, ਲੋਕਾਂ ਲਈ ਅਤੇ ਲੋਕਾਂ ਦੁਆਰਾ ਹੈ- ਇਹ ਕਿਸ ਦਾ ਕਥਨ ਹੈ ।
(1) ਇਬਰਾਹੀਮ ਲਿੰਕਨ
(2) ਸਕੀ
(3) ਡੇਵਿਡ ਈਸਟਨ ।
ਉੱਤਰ-
(1) ਇਬਰਾਹੀਮ ਲਿੰਕਨ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਆਧੁਨਿਕ ਯੁੱਗ ਵਿਚ ਕਿਹੜੀ ਸਰਕਾਰ ਨੂੰ ਸਰਵੋਤਮ ਮੰਨਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ?
(1) ਤਾਨਾਸ਼ਾਹੀ ਸਰਕਾਰ
(2) ਲੋਕਤੰਤਰੀ ਸਰਕਾਰ
(3) ਸੈਨਿਕ ਸ਼ਾਸਨ ।
ਉੱਤਰ-
(2) ਲੋਕਤੰਤਰੀ ਸਰਕਾਰ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਲੋਕਤੰਤਰੀ ਸਰਕਾਰ ਵਾਲੇ ਦੇਸ਼ਾਂ ਵਿਚ ਦੇਸ਼ ਦੇ ਮੁਖੀ ਕਿੰਨੀ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੇ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ?
(1) ਚਾਰ
(2) ਪੰਜ
(3) ਦੋ ।
ਉੱਤਰ-
(3) ਦੋ ।

ਹੋਰ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਪ੍ਰਸ਼ਨ :

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਲੋਕਤੰਤਰ ਦੀਆਂ ਦੋ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ਤਾਵਾਂ ਦੱਸੋ ।
ਉੱਤਰ-

  1. ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਸ਼ਾਸਨ ਚਲਾਉਣ ਦੀ ਸ਼ਕਤੀ ਲੋਕਾਂ ਦੇ ਹੱਥ ਵਿਚ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।
  2. ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਸਰਕਾਰ ਦੀਆਂ ਨੀਤੀਆਂ ਦਾ ਫ਼ੈਸਲਾ ਲੋਕਾਂ ਦੀ ਇੱਛਾ ਅਨੁਸਾਰ ਲਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਲੋਕਤੰਤਰ ਕਿਹੜੀਆਂ-ਕਿਹੜੀਆਂ ਦੋ ਕਿਸਮਾਂ ਦਾ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-

  • ਸਿੱਧਾ ਜਾਂ ਪ੍ਰਤੱਖ ਲੋਕਤੰਤਰ
  • ਅਸਿੱਧਾ ਜਾਂ ਅਪ੍ਰਤੱਖ ਲੋਕਤੰਤਰ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਸਿੱਧਾ ਪ੍ਰਤੱਖ) ਲੋਕਤੰਤਰ ਅਤੇ ਅਸਿੱਧਾ (ਅਖ) ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਕੀ ਅੰਤਰ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਸਿੱਧੇ ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਸ਼ਾਸਨ ਦੀਆਂ ਨੀਤੀਆਂ ਦੇ ਨਿਰਮਾਣ ਵਿਚ ਸਾਰੇ ਨਾਗਰਿਕ ਸਿੱਧੇ ਤੌਰ ‘ਤੇ ਹਿੱਸਾ ਲੈਂਦੇ ਹਨ । ਇਸਦੇ ਉਲਟ ਅਸਿੱਧੇ ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਨਾਗਰਿਕ ਆਪਣੇ ਪ੍ਰਤੀਨਿਧ ਚੁਣਦੇ ਹਨ ਜੋ ਸ਼ਾਸਕ ਨੀਤੀਆਂ ਦਾ ਨਿਰਮਾਣ ਕਰਦੇ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਲੋਕਤੰਤਰੀ ਸਰਕਾਰ ਵਿਚ ਦੇਸ਼ ਦੇ ਮੁਖੀ ਕਿਹੜੀਆਂ-ਕਿਹੜੀਆਂ ਦੋ ਕਿਸਮਾਂ ਦੇ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ? ਭਾਰਤ ਤੋਂ ਉਦਾਹਰਨ ਦਿਓ ।
ਉੱਤਰ-
ਲੋਕਤੰਤਰੀ ਸਰਕਾਰ ਵਿਚ ਦੇਸ਼ ਦੇ ਦੋ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੇ ਮੁਖੀ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ਨਾਂ-ਮਾਤਰ ਮੁਖੀ ਅਤੇ ਅਸਲੀ ਮੁਖੀ । ਸਾਡੇ ਦੇਸ਼ ਦੀ ਕੇਂਦਰੀ ਸਰਕਾਰ ਦਾ ਨਾਂ-ਮਾਤਰ ਦਾ ਮੁਖੀ ਰਾਸ਼ਟਰਪਤੀ ਹੈ ਅਤੇ ਰਾਜਾਂ ਵਿਚ ਰਾਜਪਾਲ ਹੈ ਜਦਕਿ ਕੇਂਦਰ ਵਿਚ ਅਸਲੀ ਮੁਖੀ ਪ੍ਰਧਾਨ ਮੰਤਰੀ ਅਤੇ ਰਾਜ ਵਿਚ ਮੁੱਖ ਮੰਤਰੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਗਣਰਾਜ ਕੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਜਿਹੜੇ ਦੇਸ਼ ਦਾ ਮੁਖੀ ਲੋਕਾਂ ਦੁਆਰਾ ਚੁਣਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ਉਸਨੂੰ ਗਣਰਾਜ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਅਸੀਂ ਭਾਰਤ ਨੂੰ ਲੋਕਤੰਤਰੀ ਗਣਰਾਜ ਕਿਉਂ ਕਹਿੰਦੇ ਹਾਂ ?
ਉੱਤਰ-
ਭਾਰਤ ਇਕ ਲੋਕਤੰਤਰੀ ਦੇਸ਼ ਹੈ । ਦੇਸ਼ ਦਾ ਮੁਖੀ ਅਰਥਾਤ ਰਾਸ਼ਟਰਪਤੀ ਲੋਕਾਂ ਦੁਆਰਾ ਚੁਣਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਭਾਰਤ ਨੂੰ ਲੋਕਤੰਤਰੀ ਗਣਰਾਜ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ ।

PSEB 7th Class Social Science Solutions Chapter 18 ਲੋਕਤੰਤਰ ਅਤੇ ਸਮਾਨਤਾ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਰਾਜਤੰਤਰੀ ਲੋਕਤੰਤਰ ਕੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ? ਇਕ ਉਦਾਹਰਨ ਵੀ ਦਿਓ ।
ਉੱਤਰ-
ਰਾਜਤੰਤਰੀ ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਦੇਸ਼ ਦਾ ਮੁਖੀ ਰਾਜਾ ਜਾਂ ਰਾਣੀ ਹੁੰਦੇ ਹਨ। ਉਹ ਲੋਕਾਂ ਦੁਆਰਾ ਨਹੀਂ ਚੁਣੇ ਜਾਂਦੇ ਬਲਕਿ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਅਹੁਦਾ ਪਰੰਪਰਾਗਤ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
ਉਹ ਨਾਂ-ਮਾਤਰ ਦੇ ਮੁਖੀ ਹੁੰਦੇ ਹਨ । ਇੰਗਲੈਂਡ ਵਿਚ ਰਾਜਤੰਤਰੀ ਲੋਕਤੰਤਰ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 8.
ਲੋਕਤੰਤਰ ਦਾ ਮੁੱਖ ਸਿਧਾਂਤ ਕੀ ਹੈ ? ਇਹ ਕਿਹੜੀ ਗੱਲ ‘ਤੇ ਆਧਾਰਿਤ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਲੋਕਤੰਤਰ ਦਾ ਮੁੱਖ ਸਿਧਾਂਤ ਕਾਨੂੰਨ ਦਾ ਸ਼ਾਸਨ ਹੈ । ਇਹ ਮਨੁੱਖ ਦੀ ਸੁਤੰਤਰਤਾ ਅਤੇ ਸਮਾਨਤਾ ‘ਤੇ ਆਧਾਰਿਤ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 9.
ਵਿਆਪਕ ਮਤ ਅਧਿਕਾਰ ਕੀ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਜਦੋਂ ਦੇਸ਼ ਦੇ ਸਾਰੇ ਵਿਆਪਕ ਔਰਤਾਂ-ਮਰਦਾਂ ਨੂੰ ਬਿਨਾਂ ਕਿਸੇ ਭੇਦਭਾਵ ਦੇ ਮਤ ਦੇਣ ਦਾ ਅਧਿਕਾਰ ਦਿੱਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ, ਤਾਂ ਉਸਨੂੰ ਸਰਵ-ਵਿਆਪਕ ਮਤ ਅਧਿਕਾਰ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 10.
ਕਾਰਜਪਾਲਿਕਾ ਅਤੇ ਵਿਧਾਨਪਾਲਿਕਾ ਦੇ ਪ੍ਰਭਾਵ ਦੀ ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀ ਤੋਂ ਲੋਕਤੰਤਰੀ ਸਰਕਾਰ ਕਿਹੜੀਆਂ-ਕਿਹੜੀਆਂ ਦੋ ਕਿਸਮਾਂ ਦੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-

  1. ਪ੍ਰਧਾਨਾਤਮਕ ਸਰਕਾਰ
  2. ਸੰਸਦੀ ਸਰਕਾਰ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 11.
ਕੇਂਦਰ ਅਤੇ ਰਾਜ ਸਰਕਾਰਾਂ ਵਿਚਾਲੇ ਸ਼ਕਤੀਆਂ ਦੀ ਵੰਡ ਦੇ ਆਧਾਰ ‘ਤੇ ਲੋਕਤੰਤਰੀ ਸਰਕਾਰ ਕਿਹੜੀਆਂਕਿਹੜੀਆਂ ਦੋ ਕਿਸਮਾਂ ਦੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-

  • ਇਕਾਤਮਕ ਸਰਕਾਰ
  • ਸੰਘਾਤਮਕ ਸਰਕਾਰ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 12.
‘‘ਲੋਕਤੰਤਰੀ ਜਾਂ ਲੋਕਤੰਤਰ ਰਾਜ ਸਰਕਾਰ ਦੀ ਇਕ ਕਿਸਮ ਨਹੀਂ ਬਲਕਿ ਇਕ ਜੀਵਨ-ਪਰੀਖਣ ਹੈ ।” ਸਪੱਸ਼ਟ ਕਰੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਲੋਕਤੰਤਰ ਵਿਚ ਸਮਾਜ ਵਿਚ ਕਿਸੇ ਵੀ ਆਧਾਰ ‘ਤੇ ਕਿਸੇ ਦੇ ਨਾਲ ਭੇਦ-ਭਾਵ ਨਹੀਂ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ | ਕਾਨੂੰਨ ਦੀ ਦ੍ਰਿਸ਼ਟੀ ਵਿਚ ਅਮੀਰ-ਗ਼ਰੀਬ, ਔਰਤ-ਮਰਦ ਸਾਰੇ ਸਮਾਨ ਹਨ । ਹਰੇਕ ਨੂੰ ਆਪਣੀ ਸ਼ਖ਼ਸੀਅਤ ਦਾ ਵਿਕਾਸ ਕਰਨ ਦਾ ਅਧਿਕਾਰ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਜਾਤੀ ਜਾਂ ਜਨਮ ਦੇ ਆਧਾਰ ‘ਤੇ ਕਿਸੇ ਨੂੰ ਵੀ ਕੋਈ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਸਹੂਲਤ ਪ੍ਰਾਪਤ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦੀ ਕਿਉਂਕਿ ਲੋਕਤੰਤਰੀ ਸਮਾਜ ਵਿਚ ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੇ ਭੇਦ-ਭਾਵ ਲਈ ਕੋਈ ਸਥਾਨ ਨਹੀਂ ਹੁੰਦਾ । ਜੇਕਰ ਆਰਥਿਕ ਅਤੇ ਸਮਾਜਿਕ ਪੱਖ ਤੋਂ ਸਾਰੇ ਔਰਤ-ਮਰਦ ਸਮਾਨ ਹੋਣਗੇ ਤਦ ਹੀ ਸਾਰੇ ਲੋਕ ਰਾਜਨੀਤਿਕ ਪੱਖ ਤੋਂ ਵੀ ਸਮਾਨ ਹੋਣਗੇ । ਇਸੇ ਲਈ ਲੋਕਤੰਤਰ ਰਾਜ ਸਰਕਾਰ ਦੀ ਇਕ ਕਿਸਮ ਨਹੀਂ ਬਲਕਿ ਇਕ ਜੀਵਨ ਪਰੀਖਣ ਹੈ ।

PSEB 7th Class Social Science Solutions Chapter 18 ਲੋਕਤੰਤਰ ਅਤੇ ਸਮਾਨਤਾ

ਵਸਤੂਨਿਸ਼ਠ ਪ੍ਰਸ਼ਨ
ਸਹੀ ਜੋੜੇ ਬਣਾਓ –

1. ਲੋਕਤੰਤਰ ਦੀ ਸ਼ੁਰੂਆਤ (i) ਯੂਰਪ
2. ਆਧੁਨਿਕ ਲੋਕਤੰਤਰ ਦੀ ਸਭ ਤੋਂ ਪਹਿਲਾਂ ਸਥਾਪਨਾ (ii) ਭਾਰਤ
3. ਪ੍ਰਧਾਨਾਤਮਕ ਲੋਕਤੰਤਰ (iii) ਏਸ਼ੈੱਸ (ਯੂਨਾਨ)
4. ਸੰਸਦੀ ਸਰਕਾਰ (iv) ਅਮਰੀਕਾ ।

ਉੱਤਰ-

1. ਲੋਕਤੰਤਰ ਦੀ ਸ਼ੁਰੁਆਤ (iii) ਏਸ਼ੈੱਸ (ਯੂਨਾਨ)
2. ਆਧੁਨਿਕ ਲੋਕਤੰਤਰ ਦੀ ਸਭ ਤੋਂ ਪਹਿਲਾਂ ਸਥਾਪਨਾ (i) ਯੂਰਪ
3. ਪ੍ਰਧਾਨਾਤਮਕ ਲੋਕਤੰਤਰ (iv) ਅਮਰੀਕਾ
4. ਸੰਸਦੀ ਸਰਕਾਰ (ii) ਭਾਰਤ

PSEB 6th Class Social Science Solutions Chapter 22 ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਦੀ ਸੰਭਾਲ

Punjab State Board PSEB 6th Class Social Science Book Solutions Civics Chapter 22 ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਦੀ ਸੰਭਾਲ Textbook Exercise Questions and Answers.

PSEB Solutions for Class 6 Social Science Civics Chapter 22 ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਦੀ ਸੰਭਾਲ

SST Guide for Class 6 PSEB ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਦੀ ਸੰਭਾਲ Textbook Questions and Answers

ਅਭਿਆਸ ਦੇ ਪ੍ਰਸ਼ਨ
I. ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਪ੍ਰਸ਼ਨਾਂ ਦੇ ਉੱਤਰ ਲਿਖੋ-

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਅਸੀਂ ਆਪਣੀ ਨਿੱਜੀ ਜਾਇਦਾਦ ਨੂੰ ਪਿਆਰ ਕਿਉਂ ਕਰਦੇ ਹਾਂ ?
ਉੱਤਰ-
ਸਾਡੀ ਨਿੱਜੀ ਜਾਇਦਾਦ ਸਾਡੇ ਆਪਣੇ ਧਨ ਅਤੇ ਆਪਣੀ ਮਿਹਨਤ ਦੇ ਨਾਲ ਬਣੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਇਸਦੀ ਵਰਤੋਂ ਅਸੀਂ ਆਪਣੀ ਇੱਛਾ ਦੇ ਨਾਲ ਕਰ ਸਕਦੇ ਹਾਂ । ਇਸ ਲਈ ਅਸੀਂ ਇਸਦਾ ਪੂਰਾ ਧਿਆਨ ਰੱਖਦੇ ਹਾਂ ।

  1. ਅਸੀਂ ਇਸਨੂੰ ਭੰਨ-ਤੋੜ ਤੋਂ ਬਚਾਉਂਦੇ ਹਾਂ ।
  2. ਅਸੀਂ ਇਸਨੂੰ ਚੋਰੀ ਹੋਣ ਤੋਂ ਵੀ ਬਚਾਉਂਦੇ ਹਾਂ ।
    ਅਸਲ ਵਿਚ ਅਸੀਂ ਇਸਦੀ ਹਰ ਤਰ੍ਹਾਂ ਨਾਲ ਰੱਖਿਆ ਕਰਦੇ ਹਾਂ, ਤਾਂ ਕਿ ਇਸ ਨੂੰ ਕੋਈ ਹਾਨੀ ਨਾ ਪਹੁੰਚੇ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਭਾਰਤ ਦੇ ਤਿੰਨ ਇਤਿਹਾਸਿਕ ਸਮਾਰਕਾਂ ਦੇ ਨਾਂ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਤਾਜ ਮਹਿਲ, ਲਾਲ ਕਿਲਾ, ਕੁਤਬਮੀਨਾਰ, ਜਾਮਾ ਮਸਜਿਦ ਆਦਿ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2. (A)
ਰਾਸ਼ਟਰੀ ਸੰਪੱਤੀ ਦੀ ਸੰਭਾਲ ਕਿਉਂ ਜ਼ਰੂਰੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਰਾਸ਼ਟਰੀ ਸੰਪੱਤੀ ਸਾਡੇ ਸਾਰਿਆਂ ਦੇ ਧਨ ਤੋਂ ਬਣੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਇਸ ‘ਤੇ ਸਾਡਾ ਸਾਰਿਆਂ ਦਾ ਅਧਿਕਾਰ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਜੇਕਰ ਇਸਨੂੰ ਹਾਨੀ ਪਹੁੰਚਦੀ ਹੈ ਤਾਂ ਸਾਨੂੰ ਸਾਰਿਆਂ ਨੂੰ ਅਸੁਵਿਧਾ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਉਦਾਹਰਨ ਲਈ, ਬੱਸਾਂ ਅਤੇ ਰੇਲਗੱਡੀਆਂ ਦੀ ਤੋੜ-ਭੰਨ ਨਾਲ ਸਾਡੀ ਯਾਤਰਾ ਵਿੱਚ ਰੁਕਾਵਟ ਪੈਂਦੀ ਹੈ । ਇਸੇ ਤਰ੍ਹਾਂ ਲਾਇਬਰੇਰੀ ਦੀਆਂ ਪੁਸਤਕਾਂ ਵਿੱਚੋਂ ਪੰਨੇ ਜਾਂ ਚਿੱਤਰ ਪਾੜ ਲੈਣ ‘ਤੇ ਅਸੀਂ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਆਨੰਦ ਨਹੀਂ ਲੈ ਸਕਦੇ । ਇਸ ਤੋਂ ਇਲਾਵਾ ਉਸ ਸੰਪੱਤੀ ਨੂੰ ਮੁੜ ਬਣਾਉਣ ਲਈ ਸਾਨੂੰ ਫਿਰ ਤੋਂ ਕਰਾਂ ਦੇ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਧਨ ਖ਼ਰਚ ਕਰਨਾ ਪੈਂਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਰਾਸ਼ਟਰੀ ਸੰਪੱਤੀ ਦੀ ਦੇਖਭਾਲ ਜ਼ਰੂਰੀ ਹੈ ।

PSEB 6th Class Social Science Solutions Chapter 22 ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਦੀ ਸੰਭਾਲ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਦੋ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੀ ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਦੇ ਨਾਂ ਦੱਸੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਦੋ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੀ ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਹੈਂ-

  1. ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਸਥਾਵਾਂ ਅਤੇ ਸੇਵਾਵਾਂ,
  2. ਇਤਿਹਾਸਕ ਭਵਨ ਜਾਂ ਯਾਦਗਾਰਾਂ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਲੋਕ ਉਪਯੋਗੀ ਸੇਵਾਵਾਂ ਤੋਂ ਤੁਸੀਂ ਕੀ ਸਮਝਦੇ ਹੋ ? ਦੋ ਉਦਾਹਰਣਾਂ ਦਿਓ ।
ਉੱਤਰ-
ਲੋਕ ਉਪਯੋਗੀ ਸੇਵਾਵਾਂ ਤੋਂ ਭਾਵ ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਸਥਾਵਾਂ ਤੋਂ ਹੈ । ਬੱਸਾਂ, ਰੇਲ ਗੱਡੀਆਂ, ਸਕੂਲ, ਬੈਂਕ ਆਦਿ ਸੇਵਾਵਾਂ ਲੋਕ ਉਪਯੋਗੀ ਸੇਵਾਵਾਂ ਦੀਆਂ ਮੁੱਖ ਉਦਾਹਰਨਾਂ ਹਨ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਕੀ ਹੈ ? ਇਸਨੂੰ ਸੰਭਾਲਣਾ ਕਿਸ ਦੀ ਜ਼ਿੰਮੇਵਾਰੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਲੋਕਾਂ ਦੀ ਸਾਂਝੀ (ਜਾਂ ਰਾਜ ਦੀ) ਸੰਪੱਤੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਇਹ ਸਾਡੇ ਸਾਰਿਆਂ ਦੇ ਧਨ ਨਾਲ ਬਣਦੀ ਹੈ ਅਤੇ ਇਸ ‘ਤੇ ਸਾਰੀ ਜਨਤਾ ਦਾ ਅਧਿਕਾਰ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਇਹ ਸਾਰਿਆਂ ਦੇ ਕੰਮ ਆਉਂਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਇਸਦੀ ਰੱਖਿਆ ਕਰਨਾ ਸਾਡੀ ਸਾਰਿਆਂ ਦੀ ਜ਼ਿੰਮੇਵਾਰੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਲੋਕ ਸਾਂਝੀ ਸੰਪੱਤੀ ਦਾ ਦੁਰਉਪਯੋਗ ਕਿਵੇਂ ਕਰਦੇ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਲੋਕ ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਦਾ ਦੁਰਉਪਯੋਗ ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਕਰਦੇ ਹਨ-

  1. ਕੁੱਝ ਲੋਕ ਸਰਬਜਨਕ ਥਾਂਵਾਂ ‘ਤੇ ਗੰਦਗੀ ਫੈਲਾਉਂਦੇ ਹਨ ।
  2. ਉਹ ਸੜਕਾਂ ਦੇ ਕੰਢੇ ਲੱਗੇ ਬਲਬਾਂ ਅਤੇ ਟਿਊਬਾਂ ਨੂੰ ਤੋੜ-ਭੰਨ ਦਿੰਦੇ ਹਨ ।
  3. ਉਹ ਸਮਾਰਕਾਂ ‘ਤੇ ਆਪਣੇ ਨਾਂ ਆਦਿ ਲਿਖ ਕੇ ਉੱਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਗੰਦਾ ਕਰਦੇ ਹਨ ।
  4. ਉਹ ਸਰਬਜਨਕ ਪਾਰਕਾਂ ਤੋਂ ਰੁੱਖ-ਪੌਦੇ ਉਖਾੜ ਕੇ ਲੈ ਜਾਂਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਫੁੱਲ ਤੋੜ ਲੈਂਦੇ ਹਨ ।
  5. ਉਹ ਵਿਰੋਧ ਪ੍ਰਦਰਸ਼ਨ ਦੇ ਸਮੇਂ ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਨੂੰ ਸਾੜ ਦਿੰਦੇ ਹਨ ।
  6. ਉਹ ਅਜਾਇਬ ਘਰਾਂ ਤੋਂ ਵਸਤਾਂ ਚੋਰੀ ਕਰਕੇ ਲੈ ਜਾਂਦੇ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਸਕੂਲ ਦੀ ਸੰਪੱਤੀ ਕਿਸ ਦੇ ਪੈਸੇ ਤੋਂ ਬਣਾਈ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਸਕੂਲ ਦੀ ਸੰਪੱਤੀ ਸਾਡੇ ਸਾਰਿਆਂ ਦੇ ਧਨ ਨਾਲ ਬਣਾਈ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 8.
ਨਿੱਜੀ ਅਤੇ ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਦਾ ਇੱਕ ਮੁੱਖ ਅੰਤਰ ਦੱਸੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਨਿੱਜੀ ਸੰਪੱਤੀ ਕਿਸੇ ਇੱਕ ਵਿਅਕਤੀ ਜਾਂ ਪਰਿਵਾਰ ਦੀ ਸੰਪੱਤੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਇਸਦੀ ਹਾਨੀ ਪਰਿਵਾਰ ਨੂੰ ਹੀ ਉਠਾਉਣੀ ਪੈਂਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਦੇ ਉਲਟ ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਸਾਡੀ ਸਾਰਿਆਂ ਦੀ ਸਾਂਝੀ ਸੰਪੱਤੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਇਸਨੂੰ ਹਾਨੀ ਪਹੁੰਚਣ ‘ਤੇ ਸਾਨੂੰ ਸਾਰਿਆਂ ਨੂੰ ਹਾਨੀ ਪਹੁੰਚਦੀ ਹੈ ।

PSEB 6th Class Social Science Solutions Chapter 22 ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਦੀ ਸੰਭਾਲ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 9.
ਸਕੂਲ ਦੀ ਸੰਪੱਤੀ ਪ੍ਰਤੀ ਤੁਹਾਡੀ ਕੀ ਜ਼ਿੰਮੇਵਾਰੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਸਕੂਲ ਦੀ ਸੰਪੱਤੀ ਪ੍ਰਤੀ ਤੁਹਾਡੀ ਹੇਠ ਲਿਖੀ ਜ਼ਿੰਮੇਵਾਰੀ ਹੈ-

  1. ਸਾਨੂੰ ਸਕੂਲ ਨੂੰ ਸਾਫ਼-ਸੁਥਰਾ ਰੱਖਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ । ਸਾਨੂੰ ਸਕੂਲ ਦੀਆਂ ਦੀਵਾਰਾਂ, ਖਿੜਕੀਆਂ ਅਤੇ ਦਰਵਾਜ਼ਿਆਂ ਨੂੰ ਖ਼ਰਾਬ ਨਹੀਂ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ।
  2. ਸਾਨੂੰ ਸਕੂਲਾਂ ਦੇ ਡੈਸਕਾਂ, ਕੁਰਸੀਆਂ, ਬਿਜਲੀ ਦੇ ਪੱਖਿਆਂ ਆਦਿ ਨੂੰ ਹਾਨੀ ਨਹੀਂ ਪਹੁੰਚਾਉਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ।
  3. ਸਾਨੂੰ ਸਕੂਲ ਦੇ ਪਾਰਕ ਨੂੰ ਸਾਫ਼-ਸੁਥਰਾ ਰੱਖਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ । ਉੱਥੋਂ ਫੁੱਲ-ਪੱਤੇ ਨਹੀਂ ਤੋੜਨੇ ਚਾਹੀਦੇ ਹਨ ।
  4. ਸਾਨੂੰ ਖੇਡ ਦੇ ਮੈਦਾਨ ਦਾ ਠੀਕ ਤਰ੍ਹਾਂ ਨਾਲ ਉਪਯੋਗ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ । ਸਾਨੂੰ ਉੱਥੇ ਪੱਥਰ ਅਤੇ ਫਲਾਂ ਦੇ ਛਿਲਕੇ ਨਹੀਂ ਸੁੱਟਣੇ ਚਾਹੀਦੇ ।
  5. ਸਕੂਲ ਤੋਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਖੇਡਾਂ ਦੇ ਸਮਾਨ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਸਾਨੂੰ ਬਹੁਤ ਸਾਵਧਾਨੀ ਨਾਲ ਕਰਨੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।
  6. ਲਾਇਬਰੇਰੀ ਦੀਆਂ ਪੁਸਤਕਾਂ ਤੋਂ ਪੰਨੇ ਨਹੀਂ ਪਾੜਨੇ ਚਾਹੀਦੇ ।
  7. ਪੀਣ ਦੇ ਪਾਣੀ ਦੀਆਂ ਟੁੱਟੀਆਂ ਨੂੰ ਖੁੱਲਾ ਨਹੀਂ ਛੱਡਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 10.
ਇਤਿਹਾਸਕ ਸਮਾਰਕਾਂ ਦੀ ਸੰਭਾਲ ਤੁਸੀਂ ਕਿਵੇਂ ਕਰੋਗੇ ?
ਉੱਤਰ-
ਇਤਿਹਾਸਕ ਸਮਾਰਕਾਂ ਦੀ ਸੁਰੱਖਿਆ ਲਈ ਅਸੀਂ ਹੇਠ ਲਿਖਿਆ ਯੋਗਦਾਨ ਦੇ ਸਕਦੇ ਹਾਂ-

  • ਸਾਨੂੰ ਇਤਿਹਾਸਕ ਸਮਾਰਕਾਂ ਨੂੰ ਵਰਖਾ, ਹੜ੍ਹ ਆਦਿ ਦੇ ਸਮੇਂ ਨਸ਼ਟ ਹੋਣ ਤੋਂ ਬਚਾਉਣ ਦਾ ਯਤਨ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।
  • ਸਾਨੂੰ ਅਜਾਇਬ ਘਰਾਂ ਆਦਿ ਵਿੱਚ ਪਈਆਂ ਵਸਤਾਂ ਨੂੰ ਹੱਥ ਲਾ ਕੇ ਖ਼ਰਾਬ ਨਹੀਂ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ।
  • ਸਾਨੂੰ ਇਤਿਹਾਸਕ ਯਾਦਗਾਰਾਂ ਨੂੰ ਤੋੜਨਾ-ਭੰਨਣਾ ਨਹੀਂ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।
  • ਸਾਨੂੰ ਇਤਿਹਾਸਕ ਯਾਦਗਾਰਾਂ ਵਿੱਚੋਂ ਕਿਸੇ ਵੀ ਵਸਤੂ ਨੂੰ ਚੋਰੀ ਨਹੀਂ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ।
  • ਸਾਨੂੰ ਇਸ ਗੱਲ ਦਾ ਧਿਆਨ ਰੱਖਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ਕਿ ਹੋਰ ਵਿਅਕਤੀ ਵੀ ਇਤਿਹਾਸਕ ਸਮਾਰਕਾਂ ਨੂੰ ਹਾਨੀ ਨਾ ਪਹੁੰਚਾਉਣ ।

PSEB 6th Class Social Science Solutions Chapter 22 ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਦੀ ਸੰਭਾਲ 1

  • ਸਾਨੂੰ ਇਤਿਹਾਸਕ ਸਮਾਰਕਾਂ ‘ਤੇ ਲਿਖੇ ਅਤੇ ਉਕਰੇ ਹੋਏ ਅੱਖਰਾਂ ਨੂੰ ਨਾ ਤਾਂ ਮਿਟਾਉਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਨਾ ਹੀ ਉਨ੍ਹਾਂ ਉੱਤੇ ਕੁੱਝ ਲਿਖਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।

I. ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਖ਼ਾਲੀ ਸਥਾਨ ਭਰੋ-

(1) ਸਾਡੀਆ ਆਪਣੀਆਂ ਚੀਜ਼ਾਂ ਸਾਡੀ ……………………… ਸੰਪੱਤੀ ਹਨ ।
(2) ਪੁਰਾਣੀਆਂ ਇਤਿਹਾਸਕ ਇਮਾਰਤਾਂ ਨੂੰ ………………………. ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।
(3) ਸਾਨੂੰ ਸਰਬਸਾਂਝੀ ਜਾਇਦਾਦ ਨੂੰ …………………….. ਨਹੀਂ ਪਹੁੰਚਾਉਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।
(4) ਸਾਰਿਆਂ ਦੀਆਂ ਸਾਂਝੀਆਂ ਚੀਜ਼ਾਂ ਨੂੰ ……………………….. ਸੰਪੱਤੀ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।
(5) ਪਰਿਵਾਰ ਦੀਆਂ ਸਾਰੀਆਂ ਚੀਜ਼ਾਂ ………………………… ਸੰਪੱਤੀ ਹਨ ।
ਉੱਤਰ-
(1) ਨਿੱਜੀ
(2) ਸਮਾਰਕ
(3) ਨੁਕਸਾਨ
(4) ਸਰਬਜਨਕ
(5) ਪਰਿਵਾਰਿਕ ।

III. ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਵਾਕਾਂ ਵਿਚ ਠੀਕ (√) ਜਾਂ ਗ਼ਲਤ (×) ਦੇ ਨਿਸ਼ਾਨ ਲਗਾਓ :

1. ਪਾਰਕ ਅਤੇ ਹਸਪਤਾਲ ਸਾਡੀ ਨਿੱਜੀ ਜਾਇਦਾਦ ਹਨ ।
2. ਸਾਨੂੰ ਰਾਸ਼ਟਰੀ ਜਾਇਦਾਦ ਨੂੰ ਨੁਕਸਾਨ ਨਹੀਂ ਪਹੁੰਚਾਉਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਕਿਉਂਕਿ ਇਹ : ਸਾਡੀ ਆਪਣੀ ਹੈ ।
3. ਇਤਿਹਾਸਕ ਸਮਾਰਕਾਂ ਦੀ ਰੱਖਿਆ 1958 ਵਿੱਚ ਪਾਸ ਕੀਤੇ ਕਾਨੂੰਨ ਰਾਹੀਂ ਕੀਤੀ ਗਈ ਹੈ ।
4. ਲੋਕ ਉਪਯੋਗੀ ਸੇਵਾਵਾਂ, ਸਰਕਾਰ ਦੁਆਰਾ, ਲੋਕਾਂ ਦੀਆਂ ਸਹੂਲਤਾਂ ਲਈ ਪ੍ਰਦਾਨ ਕੀਤੀਆਂ ਜਾਂਦੀਆਂ ਹਨ ।
ਉੱਤਰ-
1. (×)
2. (√)
3. (√)
4. (√)

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IV. ਹੇਠ ਦਿੱਤੀ ਗਈ ਸੂਚੀ ਵਿਚੋਂ ਪ੍ਰਾਈਵੇਟ ਅਤੇ ਸਰਵਜਨਿਕ ਸੰਪੱਤੀ ਦੀ ਅਲੱਗ-ਅਲੱਗ ਸੂਚੀ ਬਣਾਉ-

ਕਿਤਾਬ, ਡਾਕਖਾਨਾ, ਪੈੱਨ, ਰੇਲਵੇ ਸਟੇਸ਼ਨ, ਸਕੂਟਰ, ਬੱਸ ਸਟੈਂਡ, ਸਮਾਰਕ, ਅਲਮਾਰੀ, ਸੀਵਰੇਜ, ਕਾਰ, ਸੜਕਾਂ, ਨਹਿਰਾਂ, ਬਸਤਾ, ਪੁੱਲ, ਵਾਟਰ-ਵਰਕਸ, ਕੋਠੀ, ਝੀਲਾਂ, ਪਾਰਕ, ਅਜਾਇਬ-ਘਰ, ਟੈਲੀਵਿਜ਼ਨ, ਲੈਪਟੋਪ ।

ਉੱਤਰ-ਨਿੱਜੀ ਸੰਪੱਤੀ – ਕਿਤਾਬ, ਪੈੱਨ, ਸਕੂਟਰ, ਅਲਮਾਰੀ, ਕਾਰ, ਬਸਤਾ, ਕੋਠੀ, ਟੈਲੀਵਿਜ਼ਨ ਅਤੇ ਲੈਪਟੋਪ ।
ਸਰਵਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ – ਡਾਕਖ਼ਾਨਾ, ਰੇਲਵੇ ਸਟੇਸ਼ਨ, ਬੱਸ ਸਟੈਂਡ, ਸਮਾਰਕ, ਸੀਵਰੇਜ, ਸੜਕਾਂ, ਨਹਿਰਾਂ, ਪਾਰਕ, ਪੁੱਲ, ਵਾਟਰ-ਵਰਕਸ ਅਤੇ ਅਜਾਇਬ ਘਰ ।

PSEB 6th Class Social Science Guide ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਦੀ ਸੰਭਾਲ Important Questions and Answers

ਵਸਤੂਨਿਸ਼ਠ ਪ੍ਰਸ਼ਨ
ਘੱਟ ਤੋਂ ਘੱਟ ਸ਼ਬਦਾਂ ਵਿਚ ਉੱਤਰ ਵਾਲੇ ਪ੍ਰਸ਼ਨ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਅਧਿਕਾਰਾਂ ਦੇ ਨਾਲ ਕਿਹੜੀ ਚੀਜ਼ ਜੁੜੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਕਰਤੱਵ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਲੋਕ ਉਪਯੋਗੀ ਸੇਵਾਵਾਂ ਜਾਂ ਸੰਸਥਾਵਾਂ ਕਿਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੀ ਸੰਪੱਤੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਸਰਬਜਨਕ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਪ੍ਰਾਚੀਨ ਸਮਾਰਕਾਂ ਦੀ ਰੱਖਿਆ ਦੇ ਲਈ ਭਾਰਤ ਸਰਕਾਰ ਨੇ ਕਦੋਂ ਕਾਨੂੰਨ ਬਣਾਇਆ ?
ਉੱਤਰ-
1958 ਵਿਚ ।

ਬਹੁ-ਵਿਕਲਪੀ ਪ੍ਰਸ਼ਨ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਤੋਂ ਕੀ ਭਾਵ ਹੈ ?
(ਉ) ਸਾਡੀ ਆਪਣੀ ਸੰਪੱਤੀ
(ਅ) ਸਾਂਝੀ ਸੰਪੱਤੀ
(ੲ) ਵਿਦੇਸ਼ੀ ਸੰਪੱਤੀ ।
ਉੱਤਰ-
(ਅ) ਸਾਂਝੀ ਸੰਪੱਤੀ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਸਰਕਾਰ ਦੇ ਤਿੰਨ ਅੰਗ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ? ਇਨ੍ਹਾਂ ਵਿਚੋਂ ਹੇਠਾਂ ਲਿਖਿਆਂ ਵਿਚੋਂ ਕਿਹੜਾ ਅੰਗ ਸ਼ਾਮਿਲ ਨਹੀਂ ਹੈ ?
(ਉ) ਨਗਰਪਾਲਿਕਾ
(ਅ) ਵਿਧਾਨਪਾਲਿਕਾ
(ੲ) ਕਾਰਜਪਾਲਿਕਾ ।
ਉੱਤਰ-
(ਉ) ਨਗਰਪਾਲਿਕਾ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਹੇਠਾਂ ਲਿਖਿਆਂ ਵਿਚੋਂ ਕੀ ਸਾਡਾ ਸਭਿਆਚਾਰ ਵਿਰਾਸਤ ਦਾ ਪ੍ਰਤੀਕ ਹੈ ?
(ੳ) ਇਤਿਹਾਸਿਕ ਸਮਾਰਕ
(ਅ) ਲੋਕਤੰਤਰੀ ਸਰਕਾਰ
(ੲ) ਪੰਚਾਇਤੀ ਰਾਜ ਸੰਸਥਾਵਾਂ ।
ਉੱਤਰ-
(ੳ) ਇਤਿਹਾਸਿਕ ਸਮਾਰਕ

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ਬਹੁਤ ਛੋਟੇ ਉੱਤਰਾਂ ਵਾਲੇ ਪ੍ਰਸ਼ਨ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਸਾਡੇ ਦੇਸ਼ ਵਿੱਚ ਕਿਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੀ ਸਰਕਾਰ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਸਾਡੇ ਦੇਸ਼ ਵਿੱਚ ਲੋਕਤੰਤਰੀ ਸਰਕਾਰ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਨਿੱਜੀ ਸੰਪੱਤੀ ਕੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਉਹ ਵਸਤਾਂ ਜਿਨ੍ਹਾਂ ‘ਤੇ ਸਾਡਾ ਆਪਣਾ ਅਧਿਕਾਰ ਹੁੰਦਾ ਹੈ, ਉਸਨੂੰ ਸਾਡੀ ਨਿੱਜੀ ਸੰਪੱਤੀ ਕਿਹਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਕੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਲੋਕਾਂ ਦੀ ਸਾਂਝੀ ਸੰਪੱਤੀ ਹੈ । ਇਸ ‘ਤੇ ਸਾਰੀ ਜਨਤਾ ਦਾ ਅਧਿਕਾਰ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਇਹ ਸਾਰਿਆਂ ਦੇ ਕੰਮ ਆਉਂਦੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਪਰਿਵਾਰਕ ਸੰਪੱਤੀ ਵਿੱਚ ਕੀ ਕੁੱਝ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਸਾਡਾ ਘਰ, ਟੈਲੀਵਿਜ਼ਨ, ਕਾਰ, ਸਕੂਟਰ ਆਦਿ ਸਾਡੀ ਪਰਿਵਾਰਕ ਸੰਪੱਤੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਕਿਸ ਦੇ ਧਨ ਨਾਲ ਬਣਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਲੋਕਾਂ ਤੋਂ ਪ੍ਰਾਪਤ ਧਨ ਨਾਲ ਬਣਦੀ ਹੈ ।

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਦਾ ਨੁਕਸਾਨ ਕਿਉਂ ਨਹੀਂ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ?
ਉੱਤਰ-
ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਦਾ ਨੁਕਸਾਨ ਸਾਡਾ ਆਪਣਾ ਅਤੇ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਤੌਰ ‘ਤੇ ਦੇਸ਼ ਦੇ ਸਾਰੇ ਲੋਕਾਂ ਦਾ ਨੁਕਸਾਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਦਾ ਨੁਕਸਾਨ ਨਹੀਂ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਲਾਇਬਰੇਰੀ ਦੀਆਂ ਪੁਸਤਕਾਂ ਕਿਸ ਲਈ ਹੁੰਦੀਆਂ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਲਾਇਬਰੇਰੀ ਦੀਆਂ ਪੁਸਤਕਾਂ ਪੜ੍ਹਨ ਲਈ ਹੁੰਦੀਆਂ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸਨ 8.
ਸਰਕਾਰ ਬੱਸਾਂ ਖ਼ਰੀਦਣ ਦੇ ਲਈ ਧਨ ਕਿੱਥੋਂ ਲੈਂਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਸਰਕਾਰ ਲੋਕਾਂ ਤੋਂ ਕਰ ਦੇ ਰੂਪ ਵਿੱਚ ਪ੍ਰਾਪਤ ਧਨ ਨਾਲ ਬੱਸਾਂ ਖ਼ਰੀਦਦੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 9.
ਪਾਰਕਾਂ ਦੀ ਸੰਭਾਲ ਕਿਉਂ ਜ਼ਰੂਰੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਪਾਰਕ ਲੋਕਾਂ ਦੇ ਮਨੋਰੰਜਨ ਅਤੇ ਵਾਤਾਵਰਨ ਨੂੰ ਸਾਫ਼ ਰੱਖਣ ਲਈ ਹੁੰਦੇ ਹਨ । ਇਸ ਲਈ ਪਾਰਕਾਂ ਦੀ ਸੰਭਾਲ ਜ਼ਰੂਰੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 10.
ਬਿਜਲੀ ਦੀਆਂ ਤਾਰਾਂ ਤੋੜਨ ਨਾਲ ਕਿਸ ਦਾ ਨੁਕਸਾਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਬਿਜਲੀ ਦੀਆਂ ਤਾਰਾਂ ਤੋੜਨ ਨਾਲ ਦੇਸ਼ ਦੇ ਸਾਰੇ ਲੋਕਾਂ ਦਾ ਨੁਕਸਾਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।

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ਛੋਟੇ ਉੱਤਰਾਂ ਵਾਲੇ ਪ੍ਰਸ਼ਨ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਸਾਡੇ ਦੇਸ਼ ਵਿੱਚ ਕਿਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੀ ਸਰਕਾਰ ਹੈ ? ਇਸਦੀ ਕੀ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ਤਾ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਸਾਡੇ ਦੇਸ਼ ਵਿੱਚ ਲੋਕਤੰਤਰੀ ਸਰਕਾਰ ਹੈ । ਇਸਦੇ ਲੋਕ ਆਪਣੇ ਪਤੀਨਿਧੀ ਚੁਣਦੇ ਹਨ ਜੋ ਸਰਕਾਰ ਚਲਾਉਂਦੇ ਹਨ । ਅਜਿਹੀ ਸਰਕਾਰ ਆਪਣੇ ਜ਼ਿਆਦਾਤਰ ਕੰਮ ਲੋਕਾਂ ਦੀ ਭਲਾਈ ਲਈ ਕਰਦੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਸਾਡੀ ਸਰਕਾਰ ਦੇ ਕਿੰਨੇ ਅੰਗ ਹਨ ? ਹਰੇਕ ਦਾ ਇੱਕ-ਇੱਕ ਕੰਮ ਦੱਸੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਸਾਡੀ ਸਰਕਾਰ ਦੇ ਤਿੰਨ ਅੰਗ ਹਨ-ਵਿਧਾਨਪਾਲਿਕਾ, ਕਾਰਜਪਾਲਿਕਾ ਅਤੇ ਨਿਆਂਪਾਲਿਕਾ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਕੰਮ ਅੱਗੇ ਲਿਖੇ ਹਨ-

  1. ਵਿਧਾਨਪਾਲਿਕਾ – ਇਸਦਾ ਕੰਮ ਕਾਨੂੰਨ ਨੂੰ ਬਣਾਉਣਾ ਹੈ ।
  2. ਕਾਰਜਪਾਲਿਕਾ – ਇਸਦਾ ਕੰਮ ਕਾਨੂੰਨਾਂ ਨੂੰ ਲਾਗੂ ਕਰਨਾ ਹੈ ।
  3. ਨਿਆਂਪਾਲਿਕਾ – ਇਹ ਕਾਨੂੰਨਾਂ ਦੀ ਉਲੰਘਣਾ ਕਰਨ ਵਾਲਿਆਂ ਨੂੰ ਸਜ਼ਾ ਦਿੰਦੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਕਿਹੜੀਆਂ ਤਿੰਨ ਵਿਧੀਆਂ ਦੁਆਰਾ ਅਸੀਂ ਨਿੱਜੀ ਸੰਪੱਤੀ ਦਾ ਧਿਆਨ ਰੱਖਦੇ ਹਾਂ ?
ਉੱਤਰ-

  1. ਅਸੀਂ ਧਿਆਨ ਰੱਖਦੇ ਹਾਂ ਕਿ ਕੋਈ ਸਾਡੀਆਂ ਨਿੱਜੀ ਵਸਤਾਂ ਨੂੰ ਖ਼ਰਾਬ ਜਾਂ ਗੰਦਾ ਨਾ ਕਰੇ ।
  2. ਅਸੀਂ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਸੰਭਾਲ ਕੇ ਰੱਖਦੇ ਹਾਂ ਤਾਂਕਿ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਟੁੱਟ-ਭੱਜ ਨਾ ਹੋਵੇ ।
  3. ਅਸੀਂ ਆਪਣੀਆਂ ਕੀਮਤੀ ਵਸਤਾਂ ਨੂੰ ਘਰ ਵਿੱਚ ਤਾਲਾ ਲਾ ਕੇ ਰੱਖਦੇ ਹਾਂ ਜਾਂ ਫਿਰ ਬੈਂਕ ਦੇ ਲਾਕਰ ਵਿੱਚ ਰੱਖਦੇ ਹਾਂ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਦੀ ਸੁਰੱਖਿਆ ਦੇ ਉਪਾਵਾਂ ਦਾ ਵਰਣਨ ਕਰੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਦੀ ਸੁਰੱਖਿਆ ਦੇ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਉਪਾਅ ਹਨ-

  1. ਸਾਨੂੰ ਇਸ ਸੰਪੱਤੀ ਦੀ ਤੋੜ-ਭੰਨ ਨਹੀਂ ਕਰਨੀ ਚਾਹੀਦੀ । ਸਾਨੂੰ ਦੂਜਿਆਂ ਨੂੰ ਵੀ ਇਸ ਕੰਮ ਤੋਂ ਰੋਕਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।
  2. ਸਾਨੂੰ ਦੀਵਾਰਾਂ ਨੂੰ ਗੰਦਾ ਨਹੀਂ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ।
  3. ਸਾਨੂੰ ਬਿਨਾਂ ਟਿਕਟ ਯਾਤਰਾ ਨਹੀਂ ਕਰਨੀ ਚਾਹੀਦੀ ।
  4. ਸਾਨੂੰ ਲਾਇਬਰੇਰੀ ਦੀਆਂ ਪੁਸਤਕਾਂ ਨੂੰ ਖ਼ਰਾਬ ਨਹੀਂ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ।
  5. ਸਾਨੂੰ ਫੁੱਲ ਆਦਿ ਤੋੜ ਕੇ ਸਰਬਜਨਕ ਪਾਰਕਾਂ ਦੀ ਸ਼ੋਭਾ ਨੂੰ ਘੱਟ ਨਹੀਂ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ।
  6. ਸਾਨੂੰ ਸਕੂਲ ਦੇ ਸਮਾਨ ਨੂੰ ਨੁਕਸਾਨ ਨਹੀਂ ਪਹੁੰਚਾਉਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ।
  7. ਸਾਨੂੰ ਪ੍ਰਾਚੀਨ ਸਮਾਰਕਾਂ, ਅਜਾਇਬ ਘਰਾਂ ਅਤੇ ਸਰਬਜਨਕ ਭਵਨਾਂ ਨੂੰ ਸਾਫ਼-ਸੁਥਰਾ ਰੱਖਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।

PSEB 6th Class Social Science Solutions Chapter 22 ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਦੀ ਸੰਭਾਲ 2

PSEB 6th Class Social Science Solutions Chapter 22 ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਦੀ ਸੰਭਾਲ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਵਿਦਿਆਰਥੀ ਪਾਰਕਾਂ ਦੀ ਸੁਰੱਖਿਆ ਵਿੱਚ ਕੀ ਯੋਗਦਾਨ ਦੇ ਸਕਦੇ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਵਿਦਿਆਰਥੀ ਪਾਰਕਾਂ ਦੀ ਸੁਰੱਖਿਆ ਲਈ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਕੰਮ ਕਰ ਸਕਦੇ ਹਨ-

  1. ਉਹ ਪਾਰਕਾਂ ਵਿੱਚ ਕੂੜਾ-ਕਰਕਟ ਨਾ ਸੁੱਟਣ ।
  2. ਉਹ ਘਾਹ ਨੂੰ ਖ਼ਰਾਬ ਨਾ ਕਰਨ ।
  3. ਉਹ ਫੁੱਲਾਂ ਨੂੰ ਨਾ ਤੋੜਨ |
  4. ਉਹ ਪਾਰਕਾਂ ਵਿੱਚ ਨਿਸ਼ਚਿਤ ਸਥਾਨ ‘ਤੇ ਹੀ ਖੇਡਣ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਇਤਿਹਾਸਿਕ ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਦਾ ਸਾਡੇ ਜੀਵਨ ਵਿੱਚ ਕੀ ਮਹੱਤਵ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਇਤਿਹਾਸਿਕ ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਦਾ ਸਾਡੇ ਜੀਵਨ ਵਿੱਚ ਬਹੁਤ ਮਹੱਤਵ ਹੈ । ਇਸ ਨਾਲ ਸਾਨੂੰ ਭਾਰਤ ਦੇ ਪ੍ਰਾਚੀਨ ਇਤਿਹਾਸ ਦਾ ਗਿਆਨ ਹੁੰਦਾ ਹੈ । ਸਾਨੂੰ ਇਹ ਵੀ ਪਤਾ ਲੱਗਦਾ ਹੈ ਕਿ ਸਾਡੀ ਪ੍ਰਾਚੀਨ ਸੰਸਕ੍ਰਿਤੀ ਕਿੰਨੀ ਮਹਾਨ ਸੀ । ਇਤਿਹਾਸਕ ਭਵਨ ਵਿਦੇਸ਼ੀਆਂ ਲਈ ਵੀ ਆਕਰਸ਼ਣ ਦਾ ਕੇਂਦਰ ਹਨ । ਸੰਸਦ ਭਵਨ, ਰਾਸ਼ਟਰਪਤੀ ਭਵਨ ਆਦਿ ਕੁੱਝ ਇਮਾਰਤਾਂ ਭਾਰਤੀ ਪ੍ਰਸ਼ਾਸਨ ਦੇ ਕੇਂਦਰ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਲੋਕ ਸਰਵਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਕਿਉਂ ਖ਼ਰਾਬ ਕਰਦੇ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਕੁੱਝ ਲੋਕ ਅਗਿਆਨਤਾ ਦੇ ਕਾਰਨ ਸਾਂਝੀ ਸੰਪੱਤੀ ਨੂੰ ਖ਼ਰਾਬ ਕਰਦੇ ਹਨ । ਉਹ । ਇਹ ਗੱਲ ਭੁੱਲ ਜਾਂਦੇ ਹਨ ਕਿ ਸਾਂਝੀ ਸੰਪੱਤੀ ਦੀ ਹਾਨੀ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਆਪਣੀ ਹਾਨੀ ਵੀ ਹੈ ।
ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੇ ਲੋਕ ਵਿਰੋਧ-ਪ੍ਰਦਰਸ਼ਨ ਦੇ ਸਮੇਂ ਬੱਸਾਂ, ਰੇਲਗੱਡੀਆਂ, ਸਰਕਾਰੀ ਭਵਨਾਂ ਦੀ ਤੋੜ-ਭੰਨ ਕਰਦੇ ਹਨ ਜਾਂ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਅੱਗ ਲਗਾ ਦਿੰਦੇ ਹਨ । ਕੁੱਝ ਸ਼ਰਾਰਤੀ ਤੱਤ ਅਰਾਜਕਤਾ ਫੈਲਾਉਣ ਲਈ ਵੀ ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਨੂੰ ਖ਼ਤਮ (ਨਸ਼ਟ ਕਰਦੇ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 8.
ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਦਾ ਨੁਕਸਾਨ ਸਾਡਾ ਆਪਣਾ ਨੁਕਸਾਨ ਕਿਵੇਂ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਦੇ ਟੁੱਟਣ ਜਾਂ ਖ਼ਰਾਬ ਹੋਣ ‘ਤੇ ਠੀਕ ਕਰਨ ਲਈ ਫਿਰ ਤੋਂ ਧਨ ਖ਼ਰਚ ਕਰਨਾ ਪੈਂਦਾ ਹੈ । ਇਹ ਰਕਮ ਕਿਸੇ ਹੋਰ ਸੁਧਾਰ ਕੰਮਾਂ ਵਿੱਚ ਲੱਗਣ ਦੀ ਬਜਾਏ ਵਿਅਰਥ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਤੋਂ ਸਪੱਸ਼ਟ ਹੈ ਕਿ ਸਰਬਜਨਕ ਸੰਪੱਤੀ ਦਾ ਨੁਕਸਾਨ ਸਾਡਾ ਆਪਣਾ ਨੁਕਸਾਨ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 9.
ਤੁਸੀਂ ਪਾਣੀ ਦੇ ਪ੍ਰਬੰਧ ਦੀ ਸੰਭਾਲ ਲਈ ਸਰਕਾਰ ਦੀ ਕਿਵੇਂ ਮਦਦ ਕਰੋਗੇ ?
ਉੱਤਰ-
ਜਲ-ਪ੍ਰਬੰਧ ਤੋਂ ਭਾਵ ਉਸ ਪ੍ਰਬੰਧ ਤੋਂ ਹੈ ਜਿਸ ਰਾਹੀਂ ਸਾਨੂੰ ਪੀਣ ਤੇ ਨਹਾਉਣਧੋਣ ਲਈ ਪਾਣੀ ਮਿਲਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਦੀ ਰੱਖਿਆ ਲਈ ਸਾਨੂੰ ਹੇਠ ਲਿਖੀਆਂ ਗੱਲਾਂ ਵੱਲ ਧਿਆਨ ਦੇਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ-

  1. ਸਾਨੂੰ ਲੋੜ ਤੋਂ ਬਿਨਾਂ ਪਾਣੀ ਨਹੀਂ ਚਲਾਉਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ।
  2. ਜਨਤਕ ਥਾਂਵਾਂ ‘ਤੇ ਪਾਣੀ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਬਹੁਤ ਧਿਆਨ ਨਾਲ ਕਰਨੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।
  3. ਜਨਤਕ ਨਲਕੇ ਦੀ ਤੋੜ-ਫੋੜ ਨਹੀਂ ਕਰਨੀ ਚਾਹੀਦੀ ।
  4. ਜੇ ਜਲ-ਪ੍ਰਬੰਧ ਵਿੱਚ ਕੋਈ ਰੁਕਾਵਟ ਪੈਦਾ ਹੋ ਜਾਵੇ ਤਾਂ ਤੁਰੰਤ ਉਸ ਦੀ ਸੂਚਨਾ ਸੰਬੰਧਿਤ ਦਫ਼ਤਰ ਨੂੰ ਦੇਣੀ ਚਾਹੀਦੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 10.
ਤੁਸੀਂ ਸਕੂਲ ਵਿੱਚ ਖੇਡ ਦੇ ਮੈਦਾਨ ਦੀ ਰੱਖਿਆ ਲਈ ਆਪਣੇ ਸਕੂਲ ਪ੍ਰਬੰਧਕਾਂ ਦੀ ਕਿਵੇਂ ਸਹਾਇਤਾ ਕਰ ਸਕਦੇ ਹੋ ?
ਉੱਤਰ-

  1. ਸਕੂਲ ਦੇ ਖੇਡ ਦੇ ਮੈਦਾਨ ਵਿੱਚ ਖੇਡਦੇ ਸਮੇਂ ਵਸਤਾਂ ਨੂੰ ਟੁੱਟਣ ਤੋਂ ਬਚਾਉਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ਅਤੇ ਹੋਰਨਾਂ ਬੱਚਿਆਂ ਨੂੰ ਵੀ ਅਜਿਹਾ ਕਰਨ ਲਈ ਉਤਸ਼ਾਹਿਤ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।
  2. ਅਸੀਂ ਖੇਡ ਦੇ ਮੈਦਾਨ ਨੂੰ ਸਾਫ਼-ਸੁਥਰਾ ਰੱਖ ਕੇ ਸਕੂਲ ਦੇ ਪ੍ਰਬੰਧਕਾਂ ਦੀ ਮਦਦ ਕਰ ਸਕਦੇ ਹਾਂ ।

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 11.
ਇਤਿਹਾਸਿਕ ਇਮਾਰਤਾਂ ਅਤੇ ਸਮਾਰਕਾਂ ਦਾ ਕੀ ਮਹੱਤਵ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਇਤਿਹਾਸਿਕ ਸਮਾਰਕਾਂ ਦਾ ਸਾਡੇ ਜੀਵਨ ਵਿਚ ਬਹੁਤ ਮਹੱਤਵ ਹੈ-

  1. ਇਨ੍ਹਾਂ ਤੋਂ ਸਾਨੂੰ ਇਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਨਾਲ ਜੁੜੇ ਇਤਿਹਾਸ ਦੀ ਜਾਣਕਾਰੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।
  2. ਇਹ ਵਿਦੇਸ਼ਾਂ ਵਿੱਚ ਭਾਰਤੀ ਸੰਸਕ੍ਰਿਤੀ ਦੀ ਮਹਾਨਤਾ ਨੂੰ ਦਰਸਾਉਂਦੇ ਹਨ । ਇਸ ਲਈ ਕਈ ਵਿਦੇਸ਼ੀ ਇਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਦੇਖਣ ਵਾਸਤੇ ਭਾਰਤ ਆਉਂਦੇ ਹਨ ।
  3. ਇਨ੍ਹਾਂ ਦੀਆਂ ਕਲਾ-ਸ਼ੈਲੀਆਂ ਅੱਜ ਵੀ ਭਵਨ-ਨਿਰਮਾਣ ਸ਼ੈਲੀਆਂ ਦੇ ਲਈ ਪ੍ਰੇਰਣਾ ਦਾ ਸਰੋਤ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 12.
ਤੁਸੀਂ ਇਤਿਹਾਸਿਕ ਸਮਾਰਕਾਂ/ਯਾਦਗਾਰਾਂ ਦੀ ਰੱਖਿਆ ਲਈ ਕੀ ਕੁੱਝ ਕਰ ਸਕਦੇ ਹੋ ?
ਉੱਤਰ-
ਇਤਿਹਾਸਿਕ ਸਮਾਰਕਾਂ/ਯਾਦਗਾਰਾਂ ਦਾ ਸਾਡੇ ਜੀਵਨ ਵਿੱਚ ਬਹੁਤ ਮਹੱਤਵ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਇਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਸੁਰੱਖਿਆ ਕਰਨੀ ਜ਼ਰੂਰੀ ਹੈ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਸੁਰੱਖਿਆ ਲਈ ਸਾਨੂੰ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਕੰਮ ਕਰਨੇ ਚਾਹੀਦੇ ਹਨ

  1. ਸਾਨੂੰ ਇਤਿਹਾਸਿਕ ਯਾਦਗਾਰਾਂ ਨੂੰ ਵਰਖਾ, ਹੜਾਂ ਆਦਿ ਨਾਲ ਨਸ਼ਟ ਹੋਣ ਤੋਂ ਬਚਾਉਣ ਦਾ ਯਤਨ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।
  2. ਸਾਨੂੰ ਅਜਾਇਬ ਘਰਾਂ ਆਦਿ ਵਿੱਚ ਪਈਆਂ ਚੀਜ਼ਾਂ ਨੂੰ ਹੱਥ ਲਾ ਕੇ ਖ਼ਰਾਬ ਨਹੀਂ ਕਰਨਾ ਚਾਹੀਦਾ ।
  3. ਸਾਨੂੰ ਇਤਿਹਾਸਿਕ ਯਾਦਗਾਰਾਂ ਦੀ ਤੋੜ-ਫੋੜ ਨਹੀਂ ਕਰਨੀ ਚਾਹੀਦੀ ।
  4. ਸਾਨੂੰ ਇਤਿਹਾਸਿਕ ਯਾਦਗਾਰਾਂ ਵਿੱਚ ਪਈ ਕਿਸੇ ਪੁਰਾਣੀ ਚੀਜ਼ ਨੂੰ ਚੁਰਾਉਣਾ ਨਹੀਂ ਚਾਹੀਦਾ ।
  5. ਸਾਨੂੰ ਹੋਰਨਾਂ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਵੀ ਉਹਨਾਂ ਨੂੰ ਹਾਨੀ ਪੁਚਾਉਣ ਤੋਂ ਰੋਕਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।
  6. ਸਾਨੂੰ ਇਤਿਹਾਸਿਕ ਯਾਦਗਾਰਾਂ ਉੱਤੇ ਉੱਕਰੇ ਹੋਏ ਸ਼ਬਦਾਂ ਨੂੰ ਮਿਟਾਉਣਾ ਨਹੀਂ ਚਾਹੀਦਾ ਅਤੇ ਨਾ ਹੀ ਉਹਨਾਂ ਉੱਤੇ ਕੁੱਝ ਲਿਖਣਾ ਚਾਹੀਦਾ ਹੈ ।

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(ਉ) ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਹਰੇਕ ਪ੍ਰਸ਼ਨ ਦਾ ਉੱਤਰ ਇਕ ਸ਼ਬਦਇਕ ਵਾਕ (1-15) ਸ਼ਬਦਾਂ ਵਿਚ ਦਿਓ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਖੇਤੀਬਾੜੀ ਮਨੁੱਖੀ ਬਸਤੀਆਂ ਦੇ ਵਿਕਾਸ ਨੂੰ ਕਿਵੇਂ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਕਰਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਖੇਤੀ ਲਈ ਮਨੁੱਖ ਨੂੰ ਇਕ ਥਾਂ ਟਿਕ ਕੇ ਰਹਿਣਾ ਪੈਂਦਾ ਹੈ ਤਾਂਕਿ ਖੇਤਾਂ ਦੀ ਉੱਚਿਤ ਦੇਖਭਾਲ ਕੀਤੀ ਜਾ ਸਕੇ । ਇਸ ਨਾਲ ਖੇਤਾਂ ਦੇ ਆਲੇ-ਦੁਆਲੇ ਮਨੁੱਖੀ ਬਸਤੀਆਂ ਵਿਕਸਿਤ ਹੋ ਜਾਂਦੀਆਂ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਪਹਿਲਾਂ ਪਹਿਲ ਮਨੁੱਖ ਨੇ ਕਿੱਥੇ ਰਹਿਣਾ ਸ਼ੁਰੂ ਕੀਤਾ ?
ਉੱਤਰ-
ਪਹਿਲਾਂ ਪਹਿਲ ਮਨੁੱਖ ਉੱਥੇ ਰਹਿਣਾ ਪਸੰਦ ਕਰਦਾ ਸੀ, ਜਿੱਥੇ ਪਾਣੀ ਆਸਾਨੀ ਨਾਲ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੁੰਦਾ ਸੀ । ਪਾਣੀ ਮਨੁੱਖ ਦੀਆਂ ਕਈ ਘਰੇਲੂ ਅਤੇ ਖੇਤੀ ਦੀਆਂ ਲੋੜਾਂ ਪੂਰੀਆਂ ਕਰਦਾ ਸੀ । ਇਸ ਲਈ ਮਨੁੱਖ ਨਦੀ ਘਾਟੀਆਂ ਵਿਚ ਰਹਿਣ ਲੱਗਾ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਕਿਸੇ ਥਾਂ ਦਾ ਧਰਾਤਲ, ਮਨੁੱਖੀ ਬਸਤੀਆਂ ਦੇ ਵਿਕਾਸ ਨੂੰ ਕਿਵੇਂ ਪ੍ਰਭਾਵਿਤ ਕਰਦਾ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਪੱਧਰੇ ਧਰਾਤਲ ‘ਤੇ ਮਨੁੱਖੀ ਬਸਤੀਆਂ ਬਣਾਉਣਾ ਆਸਾਨ ਹੈ । ਇੱਥੇ ਖੇਤੀ ਅਤੇ ਰੇਲਾਂ-ਸੜਕਾਂ ਦੀ ਸਹੂਲਤ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਕਰਕੇ ਵਧੇਰੇ ਨਗਰ ਭਾਰਤ ਵਿਚ ਉੱਤਰੀ ਮੈਦਾਨ ਵਿਚ ਵਸੇ ਹਨ । ਪਰ ਪਰਬਤਾਂ ‘ਤੇ ਉਬੜ-ਖਾਬੜ ਧਰਾਤਲ ਕਾਰਨ ਮਨੁੱਖ ਬਸਤੀਆਂ ਘੱਟ ਮਿਲਦੀਆਂ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਸੜਕ ਮਾਰਗਾਂ ਦਾ ਕੀ ਮਹੱਤਵ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਸੜਕਾਂ ਤੁਲਨਾਤਮਕ ਪੱਖ ਤੋਂ ਬਣਾਉਣੀਆਂ ਆਸਾਨ ਅਤੇ ਸਸਤੀਆਂ ਹਨ । ਇਹ ਇਕ-ਇਕ ਘਰ ਤੋਂ ਦੂਸਰੇ ਘਰ ਤੱਕ (Door to Door) ਸਾਮਾਨ ਪਹੁੰਚਾਉਂਦੀਆਂ ਹਨ । ਇਕ ਉਬੜ-ਖਾਬੜ ਦੇਸ਼ਾਂ ਵਿਚ ਵੀ ਬਣਾਈਆਂ ਜਾ ਸਕਦੀਆਂ ਹਨ ।

PSEB 7th Class Social Science Solutions Chapter 6 ਮਨੁੱਖੀ ਵਾਤਾਵਰਨ-ਬਸਤੀਆਂ, ਆਵਾਜਾਈ ਅਤੇ ਸੰਚਾਰ

(ਅ) ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਹਰੇਕ ਪ੍ਰਸ਼ਨਾਂ ਦੇ ਉੱਤਰ ਲਗਪਗ 50-60 ਸ਼ਬਦਾਂ ਵਿਚ ਦਿਓ-

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਸੰਸਾਰ ਦੇ ਰੇਲ ਮਾਰਗਾਂ ਬਾਰੇ ਜਾਣਕਾਰੀ ਦਿੰਦੇ ਹੋਏ, ਇਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਮਹੱਤਤਾ ਵੀ ਦੱਸੋ |
ਉੱਤਰ-
ਰੇਲ ਮਾਰਗ ਦਾ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਪੱਖ ਹੈ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਰਾਹੀਂ ਬਹੁਤ ਗਿਣਤੀ ਵਿਚ ਮੁਸਾਫਿਰਾਂ ਅਤੇ ਬਹੁਤ ਜ਼ਿਆਦਾ ਮਾਤਰਾ ਵਿਚ ਸਾਮਾਨ ਦੀ ਢੋਆ-ਢੁਆਈ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਸਭ ਤੋਂ ਪਹਿਲਾਂ ਕੋਲੇ ਨਾਲ ਚੱਲਣ ਵਾਲੇ ਰੇਲਵੇ ਇੰਜਣ ਹੁੰਦੇ ਸਨ । ਹੁਣ ਬਿਜਲੀ ਅਤੇ ਡੀਜ਼ਲ ਨਾਲ ਚੱਲਣ ਵਾਲੇ ਇੰਜਣ ਹੋਂਦ ਵਿਚ ਆ ਗਏ ਹਨ । ਮੈਟਰੋ ਰੇਲਾਂ-ਬਹੁਤ ਜ਼ਿਆਦਾ ਜਨਸੰਖਿਆ ਦੇ ਕਾਰਨ ਸਥਲ ‘ਤੇ ਵਾਹਨਾਂ ਦੀ ਭੀੜ ਲੱਗੀ ਰਹਿੰਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਤੋਂ ਛੁਟਕਾਰਾ ਪਾਉਣ ਲਈ ਭੂਮੀਗਤ ਰੇਲ ਮਾਰਗ ਵਿਛਾਏ ਗਏ ਹਨ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਮੈਟਰੋ ਰੇਲ ਸੇਵਾਵਾਂ ਆਖਦੇ ਹਨ , ਜਿਵੇਂ ਕਿ ਦਿੱਲੀ ਵਿਚ ਇਹ ਕਾਫ਼ੀ ਪ੍ਰਚੱਲਿਤ ਹੋ ਗਈ ਹੈ । ਸੰਸਾਰ ਦੇ ਪ੍ਰਮੁੱਖ ਰੇਲ ਮਾਰਗ-ਸੰਸਾਰ ਵਿਚ ਯੂਰਪ ਅਤੇ ਉੱਤਰੀ ਅਮਰੀਕਾ ਵਿਚ ਰੇਲ ਮਾਰਗਾਂ ਦਾ ਜਾਲ ਵਿਛਿਆ ਹੋਇਆ ਹੈ । ਹੁਣ ਸਾਰੇ ਮਹਾਂਦੀਪਾਂ ਦੇ ਤੱਟਾਂ ਦੇ ਨਾਲ ਰੇਲ ਮਾਰਗ ਬਣਾਏ ਗਏ ਹਨ । ਰੂਸ (C.I.S.) ਦੇ ਰੇਲ ਮਾਰਗ ਸੇਂਟ ਪੀਟਰਸਬਰਗ ਨੂੰ ਵਲਾਡੀ ਵਾਸਤਕ ਨਾਲ ਜੋੜਦੇ ਹਨ । ਇਸ ਰੇਲਵੇ ਲਾਈਨ ਨੂੰ ਟਾਂਸ ਸਾਇਬੇਰੀਅਨ ਰੇਲਵੇ ਆਖਦੇ ਹਨ । ਇਹ ਸੰਸਾਰ ਦਾ ਸਭ ਤੋਂ ਵੱਡਾ ਰੇਲ ਮਾਰਗ ਹੈ । ਜਾਪਾਨ ਵਿਚ ਰੇਲਾਂ ਦਾ ਬਹੁਤ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਸਥਾਨ ਹੈ । ਜਾਪਾਨੀ ਰੇਲਾਂ ਵਿਚ ਰੋਜ਼ਾਨਾ ਵੱਡੀ ਗਿਣਤੀ ਵਿਚ ਯਾਤਰੂ ਸਫ਼ਰ ਕਰਦੇ ਹਨ । ਚੀਨ, ਜਾਪਾਨ ਅਤੇ ਫ਼ਰਾਂਸ ਵਿਚ ਬਹੁਤ ਤੇਜ਼ ਗਤੀ ਨਾਲ ਚੱਲਣ ਵਾਲੀਆਂ ਰੇਲ ਗੱਡੀਆਂ ਬਣਾਈਆਂ ਗਈਆਂ ਹਨ । ਜਾਪਾਨ ਵਿਚ ਬੁਲਟ ਰੇਲ ਗੱਡੀ 350 ਕਿ.ਮੀ. ਪ੍ਰਤੀ ਘੰਟਾ ਤੋਂ ਵੀ ਵੱਧ ਰਫ਼ਤਾਰ ਨਾਲ ਚੱਲਦੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਸੰਸਾਰ ਦੇ ਪ੍ਰਮੁੱਖ ਜਲ-ਮਾਰਗਾਂ ਦੇ ਨਾਂ ਦੱਸੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਜਲ-ਮਾਰਗ ਆਵਾਜਾਈ ਦੇ ਸਭ ਤੋਂ ਸਸਤੇ ਸਾਧਨ ਹਨ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਮਾਰਗਾਂ ‘ਤੇ ਸਮੁੰਦਰੀ ਜਹਾਜ਼, ਸਟੀਮਰ, ਕਿਸ਼ਤੀਆਂ ਚਲਾਈਆਂ ਜਾਂਦੀਆਂ ਹਨ । ਸੰਸਾਰ ਦੇ ਪ੍ਰਮੁੱਖ ਸਮੁੰਦਰੀ ਮਾਰਗ ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਹਨ –

  1. ਉੱਤਰੀ ਅੰਧ ਮਹਾਂਸਾਗਰੀ ਮਾਰਗ ।
  2. ਸ਼ਾਂਤ ਮਹਾਂਸਾਗਰੀ ਮਾਰਗ ।
  3. ਕੇਪ ਮਾਰਗ ।
  4. ਸਵੇਜ਼ ਨਹਿਰ ਮਾਰਗ ।
  5. ਪਨਾਮਾ ਨਹਿਰ ਮਾਰਗ ।’

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਸੰਸਾਰ ਦੇ ਅੰਦਰੂਨੀ ਜਲ-ਮਾਰਗਾਂ ਦੇ ਨਾਂ ਦੱਸੇ ।
ਉੱਤਰ-
ਦਰਿਆ ਅਤੇ ਝੀਲ ਅੰਦਰੂਨੀ ਜਲ ਮਾਰਗ ਹਨ

  • ਭਾਰਤ ਵਿਚ ਗੰਗਾ ਅਤੇ ਬ੍ਰਹਮਪੁੱਤਰ ਦਰਿਆ ਅਤੇ ਕੇਰਲ ਵਿਚ ਸਥਿਤ ਝੀਲਾਂ ਜਲ ਮਾਰਗ ਦਾ ਕੰਮ ਕਰਦੀਆਂ ਹਨ ।
  • ਯੂਰਪ ਦਾ ਡੈਨੂਬ ਦਰਿਆ, ਮੱਧ ਅਤੇ ਦੱਖਣ ਯੂਰਪ ਨੂੰ ਕਾਲਾ ਸਾਗਰ ਨਾਲ ਮਿਲਾਉਂਦਾ ਹੈ ।
  • ਚੀਨ ਦੀ ਯੰਗਸਟੀ ਕਿਆਂਗ ਨਦੀ, ਦੱਖਣੀ ਅਮਰੀਕਾ ਦਾ ਅਮੇਜ਼ਨ ਦਰਿਆ ।
  • ਉੱਤਰੀ ਅਮਰੀਕਾ ਦੀਆਂ ਪੰਜ ਅਜਿਹੀਆਂ ਝੀਲਾਂ ਹਨ ਜਿਹੜੀਆਂ ਜਲ ਆਵਾਜਾਈ ਦੁਆਰਾ ਕੈਨੇਡਾ ਨੂੰ ਯੂ. ਐੱਸ. ਏ. ਨਾਲ ਜੋੜਦੀਆਂ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਵਾਯੂ-ਮਾਰਗ ਰਾਹੀਂ ਸੰਸਾਰ ਇਕ ਗਲੋਬਲ ਪਿੰਡ ਬਣ ਗਿਆ ਹੈ । ਇਸ ਤੱਥ ਨੂੰ ਉਦਾਹਰਨਾਂ ਦੇ ਕੇ ਸਮਝਾਓ ।
ਉੱਤਰ-
ਵਾਯੂ-ਮਾਰਗ ਸਭ ਤੋਂ ਤੇਜ਼ ਗਤੀ ਵਾਲਾ ਆਵਾਜਾਈ ਦਾ ਸਾਧਨ ਹੈ । ਪਰ ਇਹ ਮਹਿੰਗਾ ਵੀ ਬਹੁਤ ਹੈ । ਅੱਜ ਲਗਪਗ ਸਾਰੇ ਦੇਸ਼ ਵਾਯੂ-ਮਾਰਗਾਂ ਦੁਆਰਾ ਇਕ-ਦੂਜੇ ਨਾਲ ਜੁੜੇ ਹੋਏ ਹਨ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਕਰਕੇ ਸੰਸਾਰ ਇਕ ਗਲੋਬਲ ਪਿੰਡ ਬਣ ਗਿਆ ਹੈ | ਅਸਲ ਵਿਚ ਹਵਾਈ ਜਹਾਜ਼ ਰਾਹੀਂ ਸਫ਼ਰ ਕਰਨ ਨਾਲ ਸਮੇਂ ਦੀ ਬਹੁਤ ਬੱਚਤ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਇਸ ਲਈ ਹਵਾਈ ਯਾਤਰਾ ਬਹੁਤ ਲੋਕਪ੍ਰਿਯ ਹੋ ਗਈ ਹੈਂ । ਸੰਸਾਰ ਦੇ ਕਈ ਦੇਸ਼ਾਂ ਵਿਚ ਵੱਡੇ-ਵੱਡੇ ਹਵਾਈ ਅੱਡੇ ਹਨ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਅੱਡਿਆਂ ਵਿਚ ਦਿੱਲੀ, ਲੰਡਨ, ਪੈਰਿਸ, ਮਾਸਕੋ, ਟੋਕੀਓ, ਦੁਬੱਈ ਆਦਿ ਦੇ ਨਾਂ ਲਏ ਜਾ ਸਕਦੇ ਹਨ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਅੱਡਿਆਂ ਦੁਆਰਾ ਲਗਪਗ ਪੂਰਾ ਸੰਸਾਰ ਆਪਸ ਵਿਚ ਜੁੜਿਆ ਹੋਇਆ ਹੈ ।

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਸੰਸਾਰ ਦੇ ਜਲ-ਮਾਰਗਾਂ ਬਾਰੇ ਜਾਣਕਾਰੀ ਦਿਉ ਅਤੇ ਭਾਰਤ ਦੀਆਂ ਮੁੱਖ ਬੰਦਰਗਾਹਾਂ ਦੇ ਨਾਂ ਦੱਸੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਸੰਸਾਰ ਦੀਆਂ ਪ੍ਰਮੁੱਖ ਬੰਦਰਗਾਹਾਂ ਸ਼ਿੰਘਾਈ (ਚੀਨ), ਲਾਂਸ ਏਂਜਲਸ (ਯੂ. ਐੱਸ. ਏ.), ਆਕਲੈਂਡ (ਨਿਊਜ਼ੀਲੈਂਡ ਆਦਿ ਹਨ | ਭਾਰਤ ਦੀਆਂ ਪ੍ਰਮੁੱਖ ਬੰਦਰਗਾਹਾਂ, ਕੋਲਕਾਤਾ, ਚੇਨੱਈ (ਮਦਰਾਸ), ਕੋਚੀਨ, ਗੋਆ, ਕਾਂਡਲਾ, ਮੁੰਬਈ ਅਤੇ ਵਿਸ਼ਾਖਾਪਟਨਮ ਹਨ । ਇਹ ਭਾਰਤ ਨੂੰ ਬਾਕੀ ਸੰਸਾਰ ਨਾਲ ਜੋੜਦੀਆਂ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਸੰਚਾਰ ਦੇ ਸਾਧਨ ਕਿਹੜੇ-ਕਿਹੜੇ ਹਨ ? ਇਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਉੱਨਤੀ ਨਾਲ ਸਾਨੂੰ ਕੀ ਲਾਭ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਸੰਦੇਸ਼ਾਂ ਦਾ ਆਦਾਨ-ਪ੍ਰਦਾਨ ਕਰਨ ਵਾਲੇ ਸਾਧਨ ਸੰਚਾਰ ਦੇ ਸਾਧਨ ਅਖਵਾਉਂਦੇ ਹਨ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਵਿਚ ਇੰਟਰਨੈੱਟ, ਮੋਬਾਈਲ, ਟੈਲੀਫੋਨ, ਰੇਡੀਓ, ਟੀ.ਵੀ.,
ਅਖ਼ਬਾਰ, ਪੱਤਰਕਾਰਾਂ ਅਤੇ ਪੱਤਰ ਆਦਿ ਸ਼ਾਮਲ ਹਨ । ਲਾਭ-ਸੰਚਾਰ ਦੇ ਸਾਧਨਾਂ ਦਾ ਬਹੁਤ ਜ਼ਿਆਦਾ ਮਹੱਤਵ ਹੈ ।

  • ਇਹ ਸਿੱਖਿਆ ਦੇ ਪ੍ਰਸਾਰ ਅਤੇ ਮਨੋਰੰਜਨ ਵਿਚ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਭੂਮਿਕਾ ਨਿਭਾਉਂਦੇ ਹਨ ।
  • ਇਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਕਾਰਨ ਰਾਸ਼ਟਰੀ ਅਤੇ ਅੰਤਰ-ਰਾਸ਼ਟਰੀ ਵਪਾਰ ਨੂੰ ਉਤਸ਼ਾਹ ਮਿਲਦਾ ਹੈ ।
  • ਇਨ੍ਹਾਂ ਨਾਲ ਸੱਭਿਆਚਾਰਕ ਆਦਾਨ-ਪ੍ਰਦਾਨ ਵਿਚ ਸਹਾਇਤਾ ਮਿਲਦੀ ਹੈ । ਸੱਚ ਤਾਂ ਇਹ ਹੈ ਕਿ ਸੰਚਾਰ ਦੇ ਸਾਧਨ ਵਿਸ਼ਵ ਦੇ ਵੱਖ-ਵੱਖ ਦੇਸ਼ਾਂ ਨੂੰ ਆਪਸ ਵਿਚ ਜੋੜਦੇ ਹਨ । ਸਿੱਟੇ ਵਜੋਂ ਵਿਸ਼ਵ ਇਕ ਇਕਾਈ ਬਣ ਗਿਆ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਸੁਵੇਜ਼ ਨਹਿਰ ਬਾਰੇ ਵਿਸਥਾਰ ਸਹਿਤ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਸੁਵੇਜ਼ ਨਹਿਰ ਇਕ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਅੰਤਰ-ਰਾਸ਼ਟਰੀ ਜਲ ਮਾਰਗ ਹੈ । ਇਹ ਨਹਿਰ ਭੂ-ਮੱਧ ਸਾਗਰ ਰੂਮ ਸਾਗਰ) ਅਤੇ ਲਾਲ ਸਾਗਰ ਨੂੰ ਮਿਲਾਉਂਦੀ ਹੈ । ਇਹ ਮਾਰਗ ਯੂਰਪ ਦੇ ਦੇਸ਼ਾਂ ਨੂੰ ਦੱਖਣੀ ਏਸ਼ੀਆ, ਆਸਟ੍ਰੇਲੀਆ ਅਤੇ ਪੂਰਬੀ ਅਫ਼ਰੀਕੀ ਦੇਸ਼ਾਂ ਨਾਲ ਮਿਲਾਉਂਦਾ ਹੈ ।

(ਈ) ਹੇਠ ਲਿਖੇ ਪ੍ਰਸ਼ਨਾਂ ਦੇ ਉੱਤਰ ਲਗਪਗ 125-130 ਸ਼ਬਦਾਂ ਵਿਚ ਦਿਓ –

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਬਸਤੀਆਂ ਦੇ ਵਿਕਾਸ ਵਿਚ ਕਿਹੜੇ ਕਾਰਕ ਪ੍ਰਭਾਵ ਪਾਉਂਦੇ ਹਨ ? ਵਿਸਤਾਰ ਸਹਿਤ ਲਿਖੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਇਕ ਹੀ ਸਥਾਨ ‘ਤੇ ਬਣੇ ਘਰਾਂ ਦੇ ਸਮੂਹ ਨੂੰ ‘ਬਸਤੀ ਕਹਿੰਦੇ ਹਨ । ਹੇਠਾਂ ਕੁੱਝ ਕਾਰਨ ਹਨ ਜੋ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਬਸਤੀਆਂ ਬਣਾਉਣ ਲਈ ਪ੍ਰੇਰਿਤ ਕਰਦੇ ਹਨ

  1. ਵਸੋਂ ਦਾ ਵਧਣਾ ।
  2. ਕਿੱਤਿਆਂ ਦਾ ਵਿਕਾਸ ।
  3. ਨਦੀ ਘਾਟੀਆਂ ਵਿਚ ਖੇਤੀ ।
  4. ਉਦਯੋਗਿਕ ਵਿਕਾਸ ।

ਬਸਤੀਆਂ ‘ਤੇ ਪ੍ਰਭਾਵ ਪਾਉਣ ਵਾਲੇ ਕਾਰਕ ‘
1. ਪਾਣੀ ਦੀ ਉਪਲੱਬਧਤਾ-ਲੋਕ ਜ਼ਿਆਦਾਤਰ ਉਨ੍ਹਾਂ ਥਾਂਵਾਂ ‘ਤੇ ਰਹਿਣਾ ਪਸੰਦ ਕਰਦੇ ਹਨ ਜਿੱਥੇ ਪਾਣੀ ਸੌਖ ਨਾਲ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੋ ਜਾਂਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਕਰਕੇ ਹੀ ਬਹੁਤ ਸਾਰੀਆਂ ਸੱਭਿਅਤਾਵਾਂ ਨੇ ਨਦੀ ਘਾਟੀਆਂ ਨੂੰ ਜਨਮ ਦਿੱਤਾ । ਉਦਾਹਰਨ ਲਈ ਸਿੰਧੂ ਘਾਟੀ ਸੱਭਿਅਤਾ ਦਾ ਵਿਕਾਸ ਸਿੰਧ ਦਰਿਆ ਦੀ ਘਾਟੀ ਵਿਚ ਹੋਇਆ ਸੀ ।
ਉੱਥੇ ਲੋਕਾਂ ਦੇ ਪੱਕੇ/ਕੱਚੇ ਘਰ ਹੋਣ ਦੇ ਪ੍ਰਮਾਣ ਮਿਲੇ ਹਨ ।

2. ਧਰਾਤਲ-ਬਸਤੀਆਂ ਬਣਾਉਣਾ/ਲੋਕਾਂ ਦੇ ਵਸਣ ਲਈ ਧਰਾਤਲ ਦਾ ਖ਼ਾਸ ਮਹੱਤਵ ਹੈ । ਉੱਭੜ-ਖਾਭੜ ਧਰਾਤਲ ਵਿਚ ਮਨੁੱਖੀ ਬਸਤੀਆਂ ਘੱਟ ਹੁੰਦੀਆਂ ਹਨ

  • ਕਿਉਂਕਿ ਆਵਾਜਾਈ ਵਿਚ ਰੁਕਾਵਟ ਆਉਂਦੀ ਹੈ ।
  • ਖੇਤੀ ਕਰਨੀ ਵੀ ਮੁਸ਼ਕਿਲ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।
  • ਘਰ ਬਣਾਉਣੇ ਵੀ ਬੜੇ ਮੁਸ਼ਕਿਲ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ।

ਇਸ ਦੇ ਮੁਕਾਬਲੇ ਪੱਧਰੇ ਧਰਾਤਲ ਵਾਲੇ ਖੇਤਰਾਂ ਵਿਚ ਸਹੂਲਤਾਂ ਹਨ-

  1. ਆਵਾਜਾਈ ਲਈ ਸੜਕਾਂ ਅਤੇ ਰੇਲ-ਲਾਈਨਾਂ ਬਣਾਉਣੀਆਂ ਆਸਾਨ ਹਨ ।
  2. ਖੇਤੀ ਕਰਨੀ ਆਸਾਨ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।
  3. ਖੇਤੀ ਉਪਜਾਂ ਨੂੰ ਇਕ ਥਾਂ ਤੋਂ ਦੂਸਰੀ ਥਾਂ ਲੈ ਜਾਣਾ ਵੀ ਸੌਖਾ ਹੈ ।

ਇਸ ਕਰਕੇ ਵੱਡੇ-ਵੱਡੇ ਸ਼ਹਿਰ ਅਤੇ ਮਹਾਂ ਸ਼ਹਿਰ ਪੱਧਰੇ ਧਰਾਤਲ ‘ਤੇ ਹੀ ਵਿਕਸਿਤ ਹੋਏ ਹਨ । ਉਦਾਹਰਨ-ਉੱਤਰੀ ਭਾਰਤ ਦੇ ਮੈਦਾਨ ਵਿਚ ਬਹੁਤ ਉੱਘੇ ਸ਼ਹਿਰ ਵਿਕਸਿਤ ਹੋਏ ਹਨ ।

3. ਕੁਦਰਤੀ ਸੁੰਦਰਤਾ-ਕਈ ਸ਼ਹਿਰ ਕੁਦਰਤੀ ਸੁੰਦਰਤਾ ਕਰਕੇ ਵਿਕਸਿਤ ਹੋਏ ਹਨ । ਇਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਵਿਕਾਸ ਸੈਰ ਸਪਾਟੇ ਪੱਖੋਂ ਹੋਇਆ ਹੈ । ਕਿਉਂਕਿ ਸੈਰ ਸਪਾਟਾ ਅਜੋਕੇ ਸਮੇਂ ਵਿਚ ਇਕ ਪ੍ਰਮੁੱਖ ਉਦਯੋਗ ਬਣ ਗਿਆ ਹੈ ਇਸ ਲਈ ਇਸ ਉਦਯੋਗ ਨੇ ਵੀ ਬਹੁਤ ਸਾਰੇ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਰੋਜ਼ਗਾਰ ਦਿੱਤਾ ਹੈ । ਸਾਰੇ ਸੰਸਾਰ ਤੋਂ ਲੋਕ ਇਨ੍ਹਾਂ ਸਥਾਨਾਂ ਦੀ ਕੁਦਰਤੀ ਸੁੰਦਰਤਾ ਮਾਣਨ ਆਉਂਦੇ ਹਨ । ਉਦਾਹਰਨ-ਕਸ਼ਮੀਰ, ਗੋਆ, ਆਪਣੀ ਕੁਦਰਤੀ ਸੁੰਦਰਤਾ ਕਰਕੇ ਹੀ ਵਿਕਸਿਤ ਹੋਏ ਹਨ ।

4. ਆਵਾਜਾਈ ਅਤੇ ਸੰਚਾਰ ਦੇ ਸਾਧਨ-ਆਵਾਜਾਈ ਅਤੇ ਸੰਚਾਰ ਦੇ ਸਾਧਨ ਵੀ ਕਿਸੇ ਥਾਂ ਨੂੰ ਵਿਕਸਿਤ ਕਰਨ ਵਿਚ ਬੜੀ ਵੱਡੀ ਭੂਮਿਕਾ ਨਿਭਾਉਂਦੇ ਹਨ ।ਆਵਾਜਾਈ ਦੀਆਂ ਚੰਗੀਆਂ ਸਹੂਲਤਾਂ ਦੇ ਕਾਰਨ ਲੋਕਾਂ ਅਤੇ ਵਸਤੂਆਂ ਦੀ ਢੋਆ-ਢੁਆਈ ਸੌਖੀ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ । ਜਿਸ ਨਾਲ ਆਰਥਿਕ ਅਤੇ ਸਮਾਜਿਕ ਪੱਖ ਤੋਂ ਉੱਨਤੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ।

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਜਲ-ਮਾਰਗਾਂ ਬਾਰੇ ਵਿਸਥਾਰ ਪੂਰਵਕ ਜਾਣਕਾਰੀ ਦਿਓ ।
ਉੱਤਰ-

  1. ਉੱਤਰੀ ਅੰਧ ਮਹਾਂਸਾਗਰ ਮਾਰਗ-ਇਹ ਮਾਰਗ ਸਭ ਤੋਂ ਵੱਧ ਵਰਤੋਂ ਵਿਚ ਆਉਂਦਾ ਹੈ । ਇਹ ਪੱਛਮੀ ਯੂਰਪ ਅਤੇ ਸੰਯੁਕਤ ਰਾਜ ਅਮਰੀਕਾ ਅਤੇ ਕੇਨੈਡਾ ਨੂੰ ਮਿਲਾਉਂਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਮਾਰਗ ਰਾਹੀਂ ਸੰਸਾਰ ਦਾ ਸਭ ਤੋਂ ਵੱਧ ਵਪਾਰ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
  2. ਸ਼ਾਂਤ ਮਹਾਂਸਾਗਰ ਮਾਰਗ-ਇਹ ਮਾਰਗ ਉੱਤਰ ਅਤੇ ਦੱਖਣੀ ਅਮਰੀਕਾ ਨੂੰ ਏਸ਼ੀਆ ਅਤੇ ਆਸਟਰੇਲੀਆ ਨਾਲ ਮਿਲਾਉਂਦਾ ਹੈ ।
  3. ਕੇਪ ਮਾਰਗ-ਇਸ ਮਾਰਗ ਦੀ ਖੋਜ ਵਾਸਕੋਡੀਗਾਮਾ ਨੇ ਸੰਨ 1498 ਈ: ਵਿਚ ਕੀਤੀ । ਇਹ ਮਾਰਗ ਪੱਛਮੀ ਯੂਰਪੀ ਦੇਸ਼ਾਂ ਅਤੇ ਅਮਰੀਕਾ ਨੂੰ ਦੱਖਣੀ ਏਸ਼ੀਆ, ਆਸਟਰੇਲੀਆ ਅਤੇ ਨਿਊਜ਼ੀਲੈਂਡ ਨਾਲ ਮਿਲਾਉਂਦਾ ਹੈ । ਸਵੇਜ਼ ਨਹਿਰ ਦੇ ਬਣਨ ਨਾਲ ਇਸ ਦਾ ਮਾਰਗ ਮਹੱਤਵ ਘੱਟ ਗਿਆ ਹੈ ।
  4. ਸਵੇਜ਼ ਨਹਿਰ ਮਾਰਗ-ਸਵੇਜ਼ ਨਹਿਰ ਭੂ-ਮੱਧ ਸਾਗਰ (ਰੂਮ ਸਾਗਰ) ਅਤੇ ਲਾਲ ਸਾਗਰ ਨੂੰ ਮਿਲਾਉਂਦੀ ਹੈ । ਇਹ ਮਾਰਗ ਯੂਰਪ ਦੇ ਦੇਸ਼ਾਂ ਨੂੰ ਦੱਖਣੀ ਏਸ਼ੀਆ, ਆਸਟਰੇਲੀਆ ਅਤੇ ਪੂਰਬੀ ਅਫ਼ਰੀਕਾ ਦੇ ਦੇਸ਼ਾਂ ਨਾਲ ਜੋੜਦਾ ਹੈ ।
  5. ਪਨਾਮਾ ਨਹਿਰ-ਇਹ ਨਹਿਰ ਪਨਾਮਾ ਗਣਰਾਜ ਵਿਚੋਂ ਬਣਾਈ ਗਈ ਹੈ । ਇਹ ਨਹਿਰ ਅੰਧ ਮਹਾਂਸਾਗਰ ਅਤੇ ਸ਼ਾਂਤ ਮਹਾਂਸਾਗਰ ਨੂੰ ਮਿਲਾਉਂਦੀ ਹੈ ।
    ਇਹ ਨਹਿਰ ਪੱਛਮੀ ਯੂਰਪ ਅਤੇ ਪੂਰਬੀ ਸੰਯੁਕਤ ਰਾਜ ਅਮਰੀਕਾ (ਯੂ.ਐੱਸ.ਏ.) ਨੂੰ ਪੱਛਮੀ ਸੰਯੁਕਤ ਰਾਜ ਅਮਰੀਕਾ ਅਤੇ ਪੂਰਬੀ ਏਸ਼ੀਆ ਨਾਲ ਮਿਲਾਉਂਦੀ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਮਨੁੱਖੀ ਬਸਤੀਆਂ ਦੇ ਵਿਕਾਸ ਵਿੱਚ ਆਵਾਜਾਈ ਦੇ ਸਾਧਨਾਂ ਨੇ ਕੀ ਯੋਗਦਾਨ ਪਾਇਆ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਆਵਾਜਾਈ ਵਿਚ ਵੀ ਬਹੁਤ ਆਧੁਨਿਕੀਕਰਨ ਆਇਆ ਹੈ । ਪਹਿਲਾਂ ਲੋਕ ਆਵਾਜਾਈ ਅਤੇ ਢੋਆ-ਢੁਆਈ ਲਈ ਪਾਲਤੂ ਪਸ਼ੂਆਂ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਕਰਦੇ ਸਨ ।
ਤਕਨੀਕੀ ਵਿਕਾਸ ਕਾਰਨ ਆਵਾਜਾਈ ਅਤੇ ਢੋਆ-ਢੁਆਈ ਦੀ ਤਕਨੀਕ ਵਿਚ ਵੀ ਬਹੁਤ ਜ਼ਿਆਦਾ ਵਿਕਾਸ ਹੋਇਆ ਹੈ | ਕਈ ਵਾਰ ਦੇਖਿਆ ਗਿਆ ਹੈ ਕਿ ਕਿਸੇ ਜਗ੍ਹਾ ਦੀ ਉਸ ਦੇ ਬਿਲਕੁਲ ਗੁਆਂਢ ਨਾਲੋਂ ਦੂਰ ਜਗਾ ਤੇ ਜ਼ਿਆਦਾ ਮਹੱਤਤਾ ਹੁੰਦੀ ਹੈ । ਜੇਕਰ ਉੱਥੇ ਆਵਾਜਾਈ ਦੇ ਸਾਧਨ ਚੰਗੇ ਹੋਣਗੇ ਤਾਂ ਉਸ ਜਗ੍ਹਾ
‘ਤੇ ਪੈਦਾ ਕੀਤੀ ਜਾਂ ਬਣਾਈ ਵਸਤੂ ਦੂਰ ਸਥਾਨ ‘ਤੇ ਜਿੱਥੇ ਇਸ ਦੀ ਜ਼ਿਆਦਾ ਲੋੜ ਹੈ, ਪਹੁੰਚਾਉਣ ਨਾਲ ਜ਼ਿਆਦਾ ਆਰਥਿਕ ਲਾਭ ਹੋ ਸਕਦਾ ਹੈ । ਇਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਇਹੋ ਜਿਹੇ ਸਥਾਨ ਜਲਦੀ ਹੀ ਸੱਭਿਆਚਾਰਕ ਅਤੇ ਵਪਾਰਕ ਅਦਾਰਿਆਂ ਦਾ ਰੂਪ ਧਾਰਨ ਕਰ ਲੈਂਦੇ ਹਨ । ਇਸ ਤੋਂ ਇਲਾਵਾ, ਜਿਹੜੇ ਸ਼ਹਿਰ ਮੁੱਖ ਸੜਕਾਂ,ਰੇਲ-ਲਾਈਨਾਂ ਅਤੇ ਬੰਦਰਗਾਹਾਂ ਦੇ ਕੰਢਿਆਂ ‘ਤੇ ਸਥਿਤ ਹੁੰਦੇ ਹਨ, ਉਹ ਸੱਭਿਆਚਾਰਕ ਅਤੇ ਵਪਾਰਕ ਅਦਾਰੇ ਵਜੋਂ ਮਸ਼ਹੂਰ ਹੋ ਗਏ ਹਨ ।

ਹੋਰ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਪ੍ਰਸ਼ਨ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਵਾਤਾਵਰਨ ਤੋਂ ਕੀ ਭਾਵ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਮਨੁੱਖ ਦੇ ਆਲੇ-ਦੁਆਲੇ ਨੂੰ ਵਾਤਾਵਰਨ ਆਖਦੇ ਹਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਮੁੱਢਲੇ ਮਨੁੱਖ ਦੇ ਜੀਵਨ ਵਿਚ ਕਿਵੇਂ ਕ੍ਰਾਂਤੀ ਆਈ ?
ਉੱਤਰ-
ਮਨੁੱਖ ਨੇ ਅੱਗ ਬਾਲਣੀ ਸਿੱਖੀ, ਕੱਪੜੇ ਪਾਉਣੇ ਸਿੱਖੇ ਅਤੇ ਰਹਿਣ ਲਈ ਬਸਤੀ ਬਣਾਈ ॥

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਨਦੀ ਘਾਟੀਆਂ ਵਿਚ ਖੇਤੀ ਦਾ ਵਿਕਾਸ ਕਿਉਂ ਹੋਇਆ ?
ਉੱਤਰ-
ਉਪਜਾਊ ਦਰਿਆਈ ਮਿੱਟੀ ਦੇ ਕਾਰਨ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
Sky scrapers ਤੋਂ ਕੀ ਭਾਵ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਕਈ ਮੰਜ਼ਲੀ ਗਗਨ ਛੁੰਹਦੀਆਂ ਇਮਾਰਤਾਂ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 5.
ਵਿਸ਼ਵ ਪਿੰਡ ਤੋਂ ਕੀ ਭਾਵ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਵਿਸ਼ਵ ਵਿਸ਼ਾਲ ਹੁੰਦੇ ਹੋਏ ਵੀ ਤੇਜ਼ ਆਵਾਜਾਈ ਸਾਧਨਾਂ ਕਾਰਨ ਸਿਮਟ ਕੇ ਇਕ ਪਿੰਡ ਰਹਿ ਗਿਆ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 6.
ਇਕ ਨਗਰ ਦੱਸੋ ਜਿੱਥੇ ਮੈਟਰੋ ਰੇਲ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
ਦਿੱਲੀ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 7.
ਰੂਸ ਦੇ ਇਕ ਅੰਤਰ-ਮਹਾਂਦੀਪੀ ਰੇਲ ਮਾਰਗ ਦਾ ਨਾਂ ਦੱਸੋ । ‘
ਉੱਤਰ-
ਵਾਂਸ ਸਾਈਬੇਰੀਅਨ ਰੇਲ ਮਾਰਗ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 8.
ਟਾਂਸ ਸਾਈਬੇਰੀਆ ਰੇਲ ਮਾਰਗ ਕਿਹੜੇ ਨਗਰਾਂ ਨੂੰ ਜੋੜਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਪੱਛਮ ਵਿਚ ਸੇਂਟ ਪੀਟਰਸਬਰਗ ਨੂੰ ਪੂਰਬ ਵਿਚ ਵਲਾਡੀਵਾਸਤਕ ਨਾਲ |

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 9.
ਸੰਚਾਰ ਦੇ ਦੋ ਨਵੀਨ ਸਾਧਨ ਦੱਸੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਇੰਟਰਨੈੱਟ ਅਤੇ ਮੋਬਾਈਲ |

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 10.
ਜਲ ਮਾਰਗ ਕਿੱਥੇ-ਕਿੱਥੇ ਮਿਲਦੇ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਮਹਾਂਸਾਗਰ, ਸਾਗਰ, ਨਦੀਆਂ, ਨਹਿਰਾਂ, ਝੀਲਾਂ ਵਿਚ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 11.
ਸੰਸਾਰ ਦਾ ਸਭ ਤੋਂ ਵੱਡਾ ਰੇਲ ਮਾਰਗ ਦੱਸੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਸ ਸਾਈਬੇਰੀਅਨ ਰੇਲ ਮਾਰਗ ।

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 12.
ਯੂਰਪ ਦਾ ਇਕ ਅੰਦਰੂਨੀ ਜਲ ਮਾਰਗ ਦੱਸੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਡੈਨੂਬ ਦਰਿਆ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 13.
ਉੱਤਰੀ ਅਮਰੀਕਾ ਦਾ ਅੰਦਰੂਨੀ ਜਲ ਮਾਰਗ ਦੱਸੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਪੰਜ ਮਹਾਨ ਝੀਲਾਂ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 14.
ਭਾਰਤ ਦੋ ਅੰਦਰੂਨੀ ਜਲ ਮਾਰਗ ਦੱਸੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਗੰਗਾ ਅਤੇ ਬ੍ਰਹਮ-ਪੁੱਤਰ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 15.
ਪਾਈਪ ਲਾਈਨਾਂ ਦੁਆਰਾ ਕਿਹੜੀਆਂ ਦੋ ਵਸਤਾਂ ਭੇਜੀਆਂ ਜਾਂਦੀਆਂ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਗੈਸ ਅਤੇ ਤੇਲ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 16.
ਬਿਜਲੀ ਦੂਰ-ਦੂਰ ਤਕ ਕਿਵੇਂ ਪਹੁੰਚਾਈ ਜਾਂਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਇਲੈੱਕਟਿਕ ਗ੍ਰਡ ਰਾਹੀਂ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 17.
ਹਵਾਈ ਜਹਾਜ਼ ਦੀ ਖੋਜ ਕਿਸ ਨੇ ਕੀਤੀ ?
ਉੱਤਰ-
ਅਮਰੀਕਾ ਦੇ ਰਾਈਟ ਬ੍ਰਦਰਜ਼ ਨੇ ॥

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 18.
ਭਾਰਤ ਦੇ ਪੂਰਬੀ ਤੱਟ ‘ਤੇ ਦੋ ਬੰਦਰਗਾਹਾਂ ਦੱਸੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਕੋਲਕਾਤਾ ਅਤੇ ਚੇਨੱਈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 19.
ਸਵੇਜ਼ ਨਹਿਰ ਕਿਹੜੇ ਦੋ ਸਾਗਰਾਂ ਨੂੰ ਜੋੜਦੀ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-
ਲਾਲ ਸਾਗਰ ਅਤੇ ਭੂ-ਮੱਧ ਸਾਗਰ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 20.
ਪ੍ਰਾਚੀਨ ਸੱਭਿਅਤਾਵਾਂ ਦਾ ਵਿਕਾਸ ਨਦੀ ਘਾਟੀਆਂ ਵਿਚ ਕਿਉਂ ਹੋਇਆ ? ਉਦਾਹਰਨ ਦਿਓ ।
ਉੱਤਰ-
ਨਦੀ ਘਾਟੀਆਂ ਤੋਂ ਆਸਾਨੀ ਨਾਲ ਪਾਣੀ ਦੀ ਪ੍ਰਾਪਤੀ ਹੁੰਦੀ ਸੀ ।ਉੱਥੇ ਉਪਜਾਊ ਮਿੱਟੀ ਵਿਚ ਖੇਤੀ ਦਾ ਵਿਕਾਸ ਸੰਭਵ ਸੀ । ਰਹਿਣ ਵਾਸਤੇ ਪੱਧਰੀ ਧਰਤੀ ਪ੍ਰਾਪਤ ਸੀ । ਇਸ ਲਈ ਸ਼ੁਰੂ ਵਿਚ ਸਿੰਧੁ ਘਾਟੀ ਸਭਿਅਤਾ ਅਤੇ ਨੀਲ ਘਾਟੀ ਸਭਿਅਤਾ ਦਾ ਵਿਕਾਸ ਹੋਇਆ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 21.
ਮਨੁੱਖੀ ਬਸਤੀਆਂ ਵਿਚ ਕਿਸ ਤਰ੍ਹਾਂ ਦੇ ਬਦਲਾਵ ਆਏ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-
ਘਰਾਂ ਦੇ ਸਮੂਹ ਨੂੰ ਬਸਤੀ ਆਖਦੇ ਹਨ । ਬਸਤੀ ਮਨੁੱਖ ਦਾ ਨਿਵਾਸ ਸਥਾਨ ਹੈ । ਸ਼ੁਰੂ ਵਿਚ ਮਨੁੱਖ ਖ਼ਾਨਾਬਦੋਸ਼ ਜੀਵਨ ਗੁਜ਼ਾਰਦਾ ਸੀ । ਫਿਰ ਉਸਨੇ ਕੱਚੀ ਮਿੱਟੀ ਦੀਆਂ ਕੁੱਲੀਆਂ ਅਤੇ ਪੱਕੀਆਂ ਕੁੱਲੀਆਂ ਅਤੇ ਘਰ ਵਸਾਏ । ਹੁਣ ਮਨੁੱਖ ਕਈ ਮੰਜ਼ਲੀ ਇਮਾਰਤਾਂ ਅਤੇ ਗਗਨ ਛੂੰਹਦੀਆਂ ਇਮਾਰਤਾਂ (Sky Scrapers) ਬਣਾ ਰਿਹਾ ਹੈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 22.
ਆਵਾਜਾਈ ਸਾਧਨਾਂ ਵਾਲੇ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਨਗਰ ਕਿਉਂ ਵਪਾਰਕ ਕੇਂਦਰ ਬਣ ਜਾਂਦੇ ਹਨ ?
ਉੱਤਰ-

  • ਵਸਤਾਂ ਨੂੰ ਲਿਆਉਣ-ਲੈ ਜਾਣ ਵਿਚ ਆਸਾਨੀ ।
  • ਵਸਤਾਂ ਦੀ ਆਵਾਜਾਈ ਨਾਲ ਆਰਥਿਕ ਲਾਭ ॥
  • ਸੱਭਿਆਚਾਰਕ ਅਤੇ ਵਪਾਰਕ ਅਦਾਰਿਆਂ ਦਾ ਬਣ ਜਾਣਾ ।
  • ਰੇਲਾਂ, ਸੜਕਾਂ ਅਤੇ ਬੰਦਰਗਾਹਾਂ ਦਾ ਵਿਕਾਸ ਹੋਣਾ !

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 23.
ਮੈਟਰੋ ਰੇਲਾਂ ਦੀ ਕਿਉਂ ਲੋੜ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-

  1. ਧਰਤੀ ਦੀ ਉੱਪਰਲੀ ਸਤਹਿ ‘ਤੇ ਭੂਮੀ ਦੀ ਘਾਟ ਕਾਰਨ ਭੂਮੀ ਹੇਠ ਮੈਟਰੋ ਰੇਲਾਂ ਬਣਾਈਆਂ ਗਈਆਂ ਹਨ ।
  2. ਵੱਧਦੀ ਵਸੋਂ ਕਾਰਨ ਯਾਤਰੀਆਂ ਦੀ ਵੱਧ ਗਿਣਤੀ ਨੂੰ ਸਵਾਰੀ ਦੇਣ ਲਈ ।
  3. ਆਵਾਜਾਈ ਦੇ ਜਾਮ ਤੋਂ ਬਚਾਅ ਲਈ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 24.
ਟਾਂਸ ਸਾਈਬੇਰੀਅਨ ਰੇਲ ਮਾਰਗ ਦੀ ਮਹੱਤਤਾ ਦੱਸੋ ।
ਉੱਤਰ-
ਵਾਂਸ ਸਾਈਬੇਰੀਅਨ ਰੇਲ ਮਾਰਗ ਸੰਸਾਰ ਦਾ ਸਭ ਤੋਂ ਵੱਡਾ ਰੇਲ ਮਾਰਗ ਹੈ । ਇਹ ਇਕ ਅੰਤਰ-ਮਹਾਂਦੀਪੀ ਮਾਰਗ ਹੈ । ਇਹ ਸੇਂਟ ਪੀਟਰਸਬਰਗ ਅਤੇ ਵਲਾਡੀ ਵਾਸਤਕ (ਰੂਸ) ਦੇ ਨਗਰਾਂ ਨੂੰ ਜੋੜਦਾ ਹੈ । ਇਹ ਇਸ ਲੰਬੇ ਮਾਰਗ ਤੇ ਕੋਇਲੇ, ਲੋਹੇ, ਲੱਕੜੀ, ਅਨਾਜ ਦੀ ਆਵਾਜਾਈ ਲਈ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਹੈ ।

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ਪ੍ਰਸ਼ਨ 25.
ਜਲ ਮਾਰਗਾਂ ਦੇ ਲਾਭ ਦੱਸੋ । ਇਹ ਸਭ ਤੋਂ ਸਸਤਾ ਸਾਧਨ ਕਿਉਂ ਹੈ ?
ਉੱਤਰ-

  1. ਇਹ ਸਮੁੰਦਰੀ ਯਾਤਰਾਵਾਂ ਲਈ ਚੰਗਾ ਸਾਧਨ ਹੈ ।
  2. ਇਸ ਨਾਲ ਅੰਤਰਰਾਸ਼ਟਰੀ ਵਪਾਰ ਹੁੰਦਾ ਹੈ ।
  3. ਇਹ ਸਭ ਤੋਂ ਸਸਤਾ ਆਵਾਜਾਈ ਸਾਧਨ ਹੈ ।
  4. ਜਲ ਮਾਰਗ ਬਣਾਉਣ ‘ਤੇ ਕੋਈ ਖਰਚ ਨਹੀਂ ਆਉਂਦਾ ।
  5. ਇਸ ਨਾਲ ਵੱਡੇ ਪੈਮਾਨੇ ਤੇ ਭਾਰੀ ਸਾਮਾਨ ਘੱਟ ਲਾਗਤ ਤੇ ਆਵਾਜਾਈ ਕੀਤਾ ਜਾਂਦਾ ਹੈ ।

ਵਸਤੂਨਿਸ਼ਠ ਪ੍ਰਸ਼ਨ
(ੳ) ਖਾਲੀ ਸਥਾਨ ਭਰੋ

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਮਨੁੱਖ ਨੇ ਸਭ ਤੋਂ ਪਹਿਲਾਂ ……….. ਵਿੱਚ ਰਹਿਣਾ ਸ਼ੁਰੂ ਕੀਤਾ ।
ਉੱਤਰ-
ਨਦੀ ਘਾਟੀਆਂ,

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਸਭ ਤੋਂ ਪਹਿਲਾਂ ਰੇਲਵੇ ਇੰਜਣ ………… ਨਾਲ ਚਲਦੇ ਸਨ ।
ਉੱਤਰ-
ਕੋਲੇ,

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
………. ਰੇਲਵੇ ਸੰਸਾਰ ਦਾ ਸਭ ਤੋਂ ਵੱਡਾ ਰੇਲਮਾਰਗ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
ਟ੍ਰਸ ਸਾਇਬੇਰੀਅਨ,

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਕੇਪ ਮਾਰਗ (ਜਲ ਮਾਰਗ ਦੀ ਖੋਜ ………. ਈ: ਵਿੱਚ ਵਾਸਕੋਡੀਗਾਮਾ ਨੇ ਕੀਤੀ ।
ਉੱਤਰ-
1498.

(ਅ) ਸਹੀ ਵਾਕਾਂ ਤੇ (✓) ਅਤੇ ਗਲਤ ਵਾਕਾਂ ਤੇ (✗) ਦਾ ਨਿਸ਼ਾਨ ਲਗਾਓ –

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਵੱਡੇ-ਵੱਡੇ ਸ਼ਹਿਰ ਪੱਧਰੇ ਧਰਾਤਲ ਤੇ ਵਸੇ ਹੋਏ ਹਨ ।
ਉੱਤਰ-
(✓)

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਸਵੇਜ਼ ਨਹਿਰ, ਭੂ-ਮੱਧ ਸਾਗਰ ਰੂਮ ਸਾਗਰ) ਅਤੇ ਲਾਲ ਸਾਗਰ ਨੂੰ ਮਿਲਾਉਂਦੀ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
(✓)

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਪਨਾਮਾ ਨਹਿਰ, ਅੰਧ ਮਹਾਂਸਾਗਰ ਤੇ ਹਿੰਦ ਮਹਾਂਸਾਗਰ ਨੂੰ ਆਪਸ ਵਿੱਚ ਮਿਲਾਉਂਦੀ ਹੈ ।
ਉੱਤਰ-
(✗)

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 4.
ਪੰਜਾਬ ਵਿੱਚ ਸਥਿਤ ਝੀਲਾਂ ਜਲ ਮਾਰਗ ਦਾ ਕੰਮ ਕਰਦੀਆਂ ਹਨ ।
ਉੱਤਰ-
(✗)

(ਈ) ਸਹੀ ਉੱਤਰ ਚੁਣੋ –

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 1.
ਬਸਤੀਆਂ ਵਸਾਉਣ ਵਿਚ ਸਹਾਇਕ ਕਾਰਨ ਨਹੀਂ ਹੈ
(i) ਸਮਤਲ ਧਰਾਤਲ
(ii) ਪਾਣੀ ਦੀ ਸੁਵਿਧਾ
(iii) ਸੰਘਣ ਬਨਸਪਤੀ ਦੀ ਨੇੜਤਾ ।
ਉੱਤਰ-
(iii) ਸੰਘਣ ਬਨਸਪਤੀ ਦੀ ਨੇੜਤਾ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 2.
ਅੰਧ ਮਹਾਂਸਾਗਰ ਅਤੇ ਸ਼ਾਂਤ ਮਹਾਂਸਾਗਰ ਨੂੰ ਇਕ ਨਹਿਰ ਆਪਸ ਵਿਚ ਮਿਲਾਉਂਦੀ ਹੈ। ਉਸਦਾ ਨਾਂ ਦੱਸੋ ।
(i) ਪਾਨਾਮਾ ।
(ii) ਸਵੇਜ਼
(iii) ਐੱਸ. ਵਾਈ. ਐੱਲ ।
ਉੱਤਰ-
(i) ਪਾਨਾਮਾ ।

ਪ੍ਰਸ਼ਨ 3.
ਅੱਜ ਅਸੀਂ ਆਕਾਸ਼ ਵਿਚ ਹਵਾਈ ਜਹਾਜ਼ ਉੱਡਦੇ ਦੇਖਦੇ ਹਾਂ। ਕੀ ਤੁਸੀਂ ਦੱਸ ਸਕਦੇ ਹੋ ਕਿ ਸਭ ਤੋਂ ਪਹਿਲਾਂ ਉੱਡਣ ਮਸ਼ੀਨ ਕਿਸਨੇ ਬਣਾਈ ਸੀ ?
(i) ਰਾਂਗ ਬ੍ਰਦਰਜ਼
(ii) ਰਾਈਟ ਬਰਦਰਜ਼
(iii) ਰਾਈਟਰ ਬਰਦਰਜ਼ ।
ਉੱਤਰ-
(ii) ਰਾਈਟ ਬਰਦਰਜ਼ ।